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कथा सागर: 25 प्रेरणा कथाएं (भाग 35)
कथा सागर: 25 प्रेरणा कथाएं (भाग 35)
कथा सागर: 25 प्रेरणा कथाएं (भाग 35)
Ebook104 pages56 minutes

कथा सागर: 25 प्रेरणा कथाएं (भाग 35)

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About this ebook

विश्व के प्रत्येक समाज में एक पीढ़ी द्वारा नयी पीढ़ी को कथाएं कहानियां सुनाने की प्रथा कई युगों से चलती चली आ रही है. प्रारंभिक कथाएं बोलकर ही सुनायी जाती थी क्योंकि उस समय लिखाई छपाई का विकास नहीं हुआ था. जैसे जैसे समय बीतता गया और किताबें छपने लगी, बहुत सी पुरानी कथाओं ने नया जीवन प्राप्त किया.

इस पुस्तक में हम आपके लिए 25 प्रेरणा कथाएं लेकर आये हैं. यह इस श्रंखला की पैंतीसवीं पुस्तक है. हर कथा में एक ना एक सन्देश है और इन कथाओं में युवा पाठकों, विशेषकर बच्चों, के दिमाग में सुन्दर विचार स्थापित करने की क्षमता है. ये पुस्तक आपको निराश नहीं करेगी क्योंकि ये कहानियां दुनिया के विभिन्न देशों और समाजों से ली गयी हैं.

कहानियां बहुत ही सरल भाषा में प्रस्तुत की गयी हैं. आप अपने बच्चों को ऐसी कहानियां पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करके उनपर बहुत उपकार करेंगे. आइये मिलकर कथाओं की इस परम्परा को आगे बढ़ाएं.

बहुत धन्यवाद

राजा शर्मा

Languageहिन्दी
PublisherRaja Sharma
Release dateJul 14, 2018
ISBN9780463683408
कथा सागर: 25 प्रेरणा कथाएं (भाग 35)
Author

Raja Sharma

Raja Sharma is a retired college lecturer.He has taught English Literature to University students for more than two decades.His students are scattered all over the world, and it is noticeable that he is in contact with more than ninety thousand of his students.

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    कथा सागर - Raja Sharma

    www.smashwords.com

    Copyright

    कथा सागर: 25 प्रेरणा कथाएं (भाग 35)

    राजा शर्मा

    Copyright@2018 राजा शर्मा Raja Sharma

    Smashwords Edition

    All rights reserved

    कथा सागर: 25 प्रेरणा कथाएं (भाग 35)

    Copyright

    दो शब्द

    सबसे सुन्दर दिन Sabse Sundar Din

    विरोधी के पास जा Virodhi Ke Paas Ja

    गुरु को पीट दिया Guru Ko Peet Diya

    प्यार, बस यूं ही हो गया Pyar, Bus Yun Hi Ho Gaya

    वो इतवार Wo Itvaar

    डाकू दानी बन गए Daku Dani Ban Gaye

    विदूषक से महान नाटककार Vodishak Se Mahaan Natakkaar

    कठौती में गंगा Kathouti Mein Ganga

    दुःख लेखन में उतारे Dukh Lekhan Mein Utarey

    पिकासो का प्रामाणिक चित्र Picaso Ka Pramanik Chitra

    प्रभु, इसको प्रकाश दें Prabhu, Isko Prakash Dein

    मैं सीढ़ियां चढ़ता गया Main Seedhiyan Chadta Gaya

    रातों-रात अरबपति Raton Raat Arabpati

    सत्संग का फल Satsang Ka Fal

    घी का दीया Ghee Ka Diya

    अँगरेज़ बना संस्कृत विद्वान् Angrez Bana Sanskrit Vidvaan

    माँ की तीन बातें Maa Ki Teen Baatein

    पुण्य की कमाई Punya Ki Kamai

    मैं भी कभी जवान था Main Bhi Kabhi Jawaan Thaa

    कुत्ते को घुमाने वाली Kutte Ko Ghumaane Wali

    अपराधी Apradhi

    वो कहाँ सुरक्षित है? Wo Kahan Surakshit Hai?

    सही समय पर आऊंगा Sahi Samay Par Aaunga

    तुम गरीब नहीं हो Tum Gareeb Nahi Ho

    सच्ची देशभक्ति Sachhi Deshbhakti

    दो शब्द

    विश्व के प्रत्येक समाज में एक पीढ़ी द्वारा नयी पीढ़ी को कथाएं कहानियां सुनाने की प्रथा कई युगों से चलती चली आ रही है. प्रारंभिक कथाएं बोलकर ही सुनायी जाती थी क्योंकि उस समय लिखाई छपाई का विकास नहीं हुआ था. जैसे जैसे समय बीतता गया और किताबें छपने लगी, बहुत सी पुरानी कथाओं ने नया जीवन प्राप्त किया.

    इस पुस्तक में हम आपके लिए 25 प्रेरणा कथाएं लेकर आये हैं. यह इस श्रंखला की पैंतीसवीं पुस्तक है. हर कथा में एक ना एक सन्देश है और इन कथाओं में युवा पाठकों, विशेषकर बच्चों, के दिमाग में सुन्दर विचार स्थापित करने की क्षमता है. ये पुस्तक आपको निराश नहीं करेगी क्योंकि ये कहानियां दुनिया के विभिन्न देशों और समाजों से ली गयी हैं.

    कहानियां बहुत ही सरल भाषा में प्रस्तुत की गयी हैं. आप अपने बच्चों को ऐसी कहानियां पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करके उनपर बहुत उपकार करेंगे. आइये मिलकर कथाओं की इस परम्परा को आगे बढ़ाएं.

    बहुत धन्यवाद

    राजा शर्मा

    सबसे सुन्दर दिन Sabse Sundar Din

    हलकी हलकी वर्षा पेड़ों, समुद्र के किनारे की रेत, और आस पास की सभी चीजों को भीगा रही थी. पानी की बूंदें आंसुओं की तरह खिड़कियों के शीशों से नीचे ढुलक रही थी.

    डोरा निराश खड़ी खिड़की से बाहर किनारे की चट्टानों से टकराती समुद्र की लहरों को देख रही थी. उसकी आंखें भी गीली थी.

    वो समुद्र की रेत पर चलकर कुछ ठंडक लेना चाहती थी. उसने एक लम्बी सांस ली. ये लम्बी सांस एक सिसकी की तरह थी. पॉल को ऐसा महसूस हुआ जैसे उसकी वो सिसकी उसके दिल को चीर गयी थी.

    वो जानता था के गिटार बेचने की बात जानकर उसका दिल भर आया था और वो अपने आंसुओं को नहीं रोक पायी थी.

    पॉल ने जब पहली बार उसको कॉलेज में देखते ही वो दीवाना हो गया था. जब वो पहली बार दिखी थी उसने चेहरे पर कोई मेकअप नहीं कर रखा था. उसने दस्ताने पहन रखे थे. उसके सुरहरे बाल एक छोटी सी चुटिया में बंधे थे.

    उस समय थी तो वो अठारह की पर और भी कम की लग रही थी. वो उस समय छात्रों को उनके खाने का सामान दे रही थी. वो भी जानती थी के पॉल उसको देख रहा था.

    अचानक उसने पॉल की तरफ देखकर एक मुस्कान दी थी. पॉल की तो सांस ही रुक गयी थी. वो भी मूर्खतापूर्ण ढंग से मुस्कुराने का प्रयास करने लगा था.

    तीन हफ्ते लग गए थे पॉल को साहस संकलित करने में. उसने डोरा को उसके साथ घूमने जाने के लिए आमंत्रित किया था.

    उसको तो विश्वास ही नहीं हुआ जब डोरा ने आसानी से हाँ कर दी थी. उस रात बाहर घूमने के बाद वो उसको घर छोड़ने गया था. पॉल ने उसी समय तय कर लिया था के डोरा ही उसकी पत्नी बनेगी.

    डोरा अभी भी खिड़की से बाहर समुद्र को देख रही थी. पॉल ने अपने उपन्यास में से नज़रें हटा कर डोरा की तरफ देखा. उसको शादी के बाद का दृश्य याद आ गया. वो और डोरा कार में बैठ कर चर्च से दूर जाने लगे.

    उस पुरानी कार में बैठी डोरा ऐसे महसूस कर रही थी जैसे पॉल वास्तव में ही करोड़पति था. उसको पुरानी कार भी लिमोजीन लग

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