कथा सागर: 25 प्रेरणा कथाएं (भाग 35)
By Raja Sharma
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विश्व के प्रत्येक समाज में एक पीढ़ी द्वारा नयी पीढ़ी को कथाएं कहानियां सुनाने की प्रथा कई युगों से चलती चली आ रही है. प्रारंभिक कथाएं बोलकर ही सुनायी जाती थी क्योंकि उस समय लिखाई छपाई का विकास नहीं हुआ था. जैसे जैसे समय बीतता गया और किताबें छपने लगी, बहुत सी पुरानी कथाओं ने नया जीवन प्राप्त किया.
इस पुस्तक में हम आपके लिए 25 प्रेरणा कथाएं लेकर आये हैं. यह इस श्रंखला की पैंतीसवीं पुस्तक है. हर कथा में एक ना एक सन्देश है और इन कथाओं में युवा पाठकों, विशेषकर बच्चों, के दिमाग में सुन्दर विचार स्थापित करने की क्षमता है. ये पुस्तक आपको निराश नहीं करेगी क्योंकि ये कहानियां दुनिया के विभिन्न देशों और समाजों से ली गयी हैं.
कहानियां बहुत ही सरल भाषा में प्रस्तुत की गयी हैं. आप अपने बच्चों को ऐसी कहानियां पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करके उनपर बहुत उपकार करेंगे. आइये मिलकर कथाओं की इस परम्परा को आगे बढ़ाएं.
बहुत धन्यवाद
राजा शर्मा
Raja Sharma
Raja Sharma is a retired college lecturer.He has taught English Literature to University students for more than two decades.His students are scattered all over the world, and it is noticeable that he is in contact with more than ninety thousand of his students.
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कथा सागर - Raja Sharma
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कथा सागर: 25 प्रेरणा कथाएं (भाग 35)
राजा शर्मा
Copyright@2018 राजा शर्मा Raja Sharma
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कथा सागर: 25 प्रेरणा कथाएं (भाग 35)
Copyright
दो शब्द
सबसे सुन्दर दिन Sabse Sundar Din
विरोधी के पास जा Virodhi Ke Paas Ja
गुरु को पीट दिया Guru Ko Peet Diya
प्यार, बस यूं ही हो गया Pyar, Bus Yun Hi Ho Gaya
वो इतवार Wo Itvaar
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दो शब्द
विश्व के प्रत्येक समाज में एक पीढ़ी द्वारा नयी पीढ़ी को कथाएं कहानियां सुनाने की प्रथा कई युगों से चलती चली आ रही है. प्रारंभिक कथाएं बोलकर ही सुनायी जाती थी क्योंकि उस समय लिखाई छपाई का विकास नहीं हुआ था. जैसे जैसे समय बीतता गया और किताबें छपने लगी, बहुत सी पुरानी कथाओं ने नया जीवन प्राप्त किया.
इस पुस्तक में हम आपके लिए 25 प्रेरणा कथाएं लेकर आये हैं. यह इस श्रंखला की पैंतीसवीं पुस्तक है. हर कथा में एक ना एक सन्देश है और इन कथाओं में युवा पाठकों, विशेषकर बच्चों, के दिमाग में सुन्दर विचार स्थापित करने की क्षमता है. ये पुस्तक आपको निराश नहीं करेगी क्योंकि ये कहानियां दुनिया के विभिन्न देशों और समाजों से ली गयी हैं.
कहानियां बहुत ही सरल भाषा में प्रस्तुत की गयी हैं. आप अपने बच्चों को ऐसी कहानियां पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करके उनपर बहुत उपकार करेंगे. आइये मिलकर कथाओं की इस परम्परा को आगे बढ़ाएं.
बहुत धन्यवाद
राजा शर्मा
सबसे सुन्दर दिन Sabse Sundar Din
हलकी हलकी वर्षा पेड़ों, समुद्र के किनारे की रेत, और आस पास की सभी चीजों को भीगा रही थी. पानी की बूंदें आंसुओं की तरह खिड़कियों के शीशों से नीचे ढुलक रही थी.
डोरा निराश खड़ी खिड़की से बाहर किनारे की चट्टानों से टकराती समुद्र की लहरों को देख रही थी. उसकी आंखें भी गीली थी.
वो समुद्र की रेत पर चलकर कुछ ठंडक लेना चाहती थी. उसने एक लम्बी सांस ली. ये लम्बी सांस एक सिसकी की तरह थी. पॉल को ऐसा महसूस हुआ जैसे उसकी वो सिसकी उसके दिल को चीर गयी थी.
वो जानता था के गिटार बेचने की बात जानकर उसका दिल भर आया था और वो अपने आंसुओं को नहीं रोक पायी थी.
पॉल ने जब पहली बार उसको कॉलेज में देखते ही वो दीवाना हो गया था. जब वो पहली बार दिखी थी उसने चेहरे पर कोई मेकअप नहीं कर रखा था. उसने दस्ताने पहन रखे थे. उसके सुरहरे बाल एक छोटी सी चुटिया में बंधे थे.
उस समय थी तो वो अठारह की पर और भी कम की लग रही थी. वो उस समय छात्रों को उनके खाने का सामान दे रही थी. वो भी जानती थी के पॉल उसको देख रहा था.
अचानक उसने पॉल की तरफ देखकर एक मुस्कान दी थी. पॉल की तो सांस ही रुक गयी थी. वो भी मूर्खतापूर्ण ढंग से मुस्कुराने का प्रयास करने लगा था.
तीन हफ्ते लग गए थे पॉल को साहस संकलित करने में. उसने डोरा को उसके साथ घूमने जाने के लिए आमंत्रित किया था.
उसको तो विश्वास ही नहीं हुआ जब डोरा ने आसानी से हाँ कर दी थी. उस रात बाहर घूमने के बाद वो उसको घर छोड़ने गया था. पॉल ने उसी समय तय कर लिया था के डोरा ही उसकी पत्नी बनेगी.
डोरा अभी भी खिड़की से बाहर समुद्र को देख रही थी. पॉल ने अपने उपन्यास में से नज़रें हटा कर डोरा की तरफ देखा. उसको शादी के बाद का दृश्य याद आ गया. वो और डोरा कार में बैठ कर चर्च से दूर जाने लगे.
उस पुरानी कार में बैठी डोरा ऐसे महसूस कर रही थी जैसे पॉल वास्तव में ही करोड़पति था. उसको पुरानी कार भी लिमोजीन लग