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पप्रेमच

गगोददान
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www.hindikosh.in
Godan
By Premchand

Devanagari text reconstituted from the roman transcription made


under the direction of Professors T. Nara and K. Machida of
the Institute for Study of Languages http://www.aa.tufs.ac.jp/ and
Cultures of Asia and Africa at Tokyo University of Foreign
Studies.

यननीकगोडड संस्करण: संजय खतनी.2012

Unicode Edition: Sanjay Khatri, 2012

5888 पस्तकक पकदाशनदाधधिकदार मक्तक ं ैक्ययोंकक इसककी पकदाशनदाधधिकदार


अवधधि समदाप्त ंगो चककीक ं ैं।
This work is in the public domain in India because its term
of copyright has expired.

आवरण धिचत ससौजन्य (पप्रेमचंद):Wikipedia.org


Cover Image by Sanjay Khatri: Based on image
from http://animalphotos.info.

ह ंंददीकगोश

Hindikosh.in

http://www.hindikosh.in
पप्रेमचंद
गगोददान

ंगोरदीरदाम नप्रे दगोनयों ब ैलयों कगो सदाननी-पदाननी दप्रे कर अपननी सस्तनी नयदा सप्रे क ंदा-- गगोबर
कगो ऊख गगोड़नप्रेभप्रेज दप्रे नदा। म ैंन जदानप्रेकब लसौटंड।ं।ँज़रदा मप्रेरदी लदाठठी दप्रे दप्रे।

23 नयदा कप्रे दगोनयों ंदाथ गगोबर सप्रे भरप्रे थप्रे। उपलप्रे पदाथकर आयनी थनी।
--बगोलदीअरप्रे , ककछ रस-पदाननी तगो कर लगो। ऐसनी जल्ददी क्यदा ं ै।

ंगोरदी नप्रेअपनप्रेझररययोंंक सप्रेभरप्रे ंकए मदाथप्रेकगो ससकगोड़कर क ंदा -- तझप्रेकरस-पदाननी ककी


पड़नी ं ै,मझप्रेकय धिचन्तदा ं ैकक अबप्रेर ंगो गयनी तगो मदासलक सप्रेभभट न ंगोगनी।
असनदान-पजदाड करनप्रेलगभ ग, तगो घंटयों ब ैठप्रे बनीत जदायगदा।

'इसनी सप्रेतगो क तनी ंड,क।ँंकछ जलपदान कर लगो। और आज न जदाओगप्रेतगो कसौन रज़


ंगोगदा। अभनी तगो परसयों गयप्रे थप्रे।'

'तडजगो बदात न ंनींसमझतनी, उसमभ टदाड।ँग क्ययों अड़दातनी ं ै भदाई! मप्रेरदी लदाठठी दप्रे दप्रे औ अपनदा कदाम
दप्रे ख। य इसनी समलतप्रे-जलतप्रेकर नप्रेकदा परसदाद ं ैकक अब तक जदान बचनी ंकई ं ै। न ंनींक
ंनींपतदा न लगतदा कक कककर गयप्रे। गदाड।ँव मभ इतनप्रेआदमनी तगो ं ैं,ककस पर बप्रेदख़लदी न ंनीं
आयनी,ककस पर ककड़ककी न ंनींआयनी। जब दसरप्रेड कप्रे पदाड।ँवयों-तलप्रेअपननी गददन दबनी ंकई ं ै,तगो उन
पदाड।ँवयों कगो स लदानप्रेमभंनी ककशल ं ै।'

5888 नयदा इतननी व्यव ंदार-ककशल न थनी। उसकदा ववचदार थदा कक मनप्रेज़मनींददार कप्रे
खप्रेत जगोतप्रे, तगो ैंव अपनदा लगदान ंनी तगो लप्रेगदा। उसककी ख़शदामद क क्ययों करभ ,उसकप्रे तलवप्रे क्ययों
स लदायभ। यद्यवप अपनप्रे वववदाह त जनीवन कप्रे इन बनीस बरसयों मभ उसप्रे अच्छठी तर अनभवक
ंगो गयदा थदा कक चदा ंप्रेककतननी ंनी कतर-ब्ययोंत करगो, ककतनदा ंनी पप्रेट-तन कदाटगो, चदा ंप्रे
एक-एक कसौड़नी कगो ददाड।ँत सप्रे पकड़गो;मगर लगदान बप्रेबदाक़ ंगोनदा
मश्ककलक ं ै। ककर भनी व ंदार न मदानतनी थनी, और इस ववषय पर स्तनी-पंकष मभ
आयप्रे हदन संगदाम छड़दा र तदा थदा। उसककी छछः सन्तदानयों मभ अब कप्रे वल तनीन श्ज़न्ददा
ं ैं,एक लड़कदा गगोबर कगोई सगोल सदाल कदा, और दगो लड़ककयदाड।ँ सगोनदा और ंडपदा,
बदार और आठ सदाल ककी। तनीन लड़कप्रे बचपन ंनी मभ मर गयप्रे। उसकदा मन आज
भनी क तदा थदा, अगर उनककी दवदाददाड ंगोतनी तगो वप्रे बच जदातप्रे;पर व एक संप्रेलप्रेककी
दवदा भनी न म।ँग
ड वदा सककी थनी। उसककी ंनी उम्र अभनी क्यदा थनी। छत्तनीसवदाड।ँंनी सदाल
तगो थदा; पर सदारप्रे बदाल पक गयप्रे , थप्रेचरप्रे पर झररदयदाड।ँंकपड़ गयनी थनीं। सदारदी दप्रे ढल
गयनी थनी, व सदरं ंक गप्रेकआ।ँरड ं ग स।ँव
ड लदा गयदा थदा और आड।ँखयों सप्रेभनी कम सझनप्रेडलगदा
थदा। पप्रेट ककी धिचंतदा ंनी कप्रे कदारण तगो। कभनी तगो जनीवनकदा सखक न समलदा। इस
धिचरस्थदायनी जनीणदाणदवस्थदा नप्रे उसकप्रे -आतसम ममंदान कगो उददासनीनतदा कदा ंडप दप्रे हदयदा
थदा। श्जस ग ं ृस्थनी मभ पप्रेट ककी रगोहटयदाड।ँभनी न समलभ ,उसकप्रे सलए इतननी ख़शदामद क
क्ययों? इस पररश्स्थ त सप्रे उसकदा मन बरदाबर ववदगो ककयदा करतदा थदा। और दगो चदार
घड़ककयदाड।ँंकखदा लप्रेनप्रेपर ंनी उसप्रेयथदाथद कदा जदान ंगोतदा थदा।

उसनप्रे परदास्त ंगोकर ंगोरदी ककी लदाठठी,समरजई, जतप्रेड,पगड़नी और तमदाखडकदा बटकआ


लदाकर सदामनप्रे पटक हदयप्रे।

ंगोरदी नप्रे उसककी ओर आड।ँखभ तरप्रे र कर-- क्यदादा ससरदालक जदानदा ं ैजगो पदाड।ँचयों पगोसदाक
लदायनी ं ै? ससरदालक मभ भनी तगो कगोई जवदान सदालदी-सल ज न ंनीं ब ैठठी, श्जसप्रे ै जदाकर
हदखदाऊड।ँ ।

ंगोरदी कप्रे ग रप्रे सदाड।ँवलप्रे,पचकप्रे ंकए चप्रेरप्रेपर मस्करदाक ट ककी मदृतदाक झलक पड़नी।

23 नयदा नप्रेलजदातप्रे ंकए क ंदा -- ऐसप्रे ंनी तगो बड़प्रे सजनीलप्रे जवदान गो कक सदालदी-
सल जभ तम मंक ंभदप्रेख कर रदीझ जदायगनी!ंड।ँ

ंगोरदी ननप्रेटदी ंकई समरजई कगो बड़नी सदाववदाननी सप्रेत करकप्रे खदाट पर रखतप्रे ंकए
5888 ंदा -- तगो क्यदा तडसमझतनी ं ै,म ैंबढ़दाड ंगो गयदा? अभनी तगो चदालदीस भनी न
ंनीं ंकए। मदद सदाठप्रे पर पदाठप्रे ंगोतप्रे ं ैं।

'जदाकर सनीसप्रेमभम।ँं
ड कदप्रेखगो। तम-क ज ैसप्रेमददसदाठप्रे पर पदाठप्रे न ंनीं ंगोतप्रे। दद-ड घनी अंजन लगदानप्रे
तक कगो तगो समलतदा न , ंनींपदाठप्रे ंयोंगप्रे! तम मंक ंदारदी दशदा दप्रे ख-दप्रे खकर तगो म ैं और भनी
सखनीड जदातनी ंडकक।ँ भगवदान णय बढ़दापदाक क ैसप्रेकटप्रे गदा? ककसकप्रे द्वदार पर भनीख
मदाड।ँगभगप्रे?'
ंगोरदी ककी व क्षणणक मदृतदाक यथदाथदककी इस आड।ँच मभ ज ैसप्रेझलसक गयनी। लकड़नी
स।ँभ
ड दालतदा ंकआ बगोलदा -- सदाठप्रे तक प ंकड।ँचनप्रेककी नसौबत न आनप्रेपदायप्रेगनी सं नयदा!
इसकप्रे प लप्रे ंनी चल दभ गप्रे।

23 नयदा नप्रे तरस्कदार ककयदा-- अच्छदा र नप्रे दगो,मत असभक म।ँं


ड कसप्रे नकदालगो।
तमसप्रेक कगोई अच्छठी बदात भनी क ंप्रे, तगो लगतप्रे ंगो कगोसनप्रे।

ंगोरदी लदाठठी कं संप्रे पर रखकर घर सप्रे नकलदा,तत नयय दयर पर खड़ड़ उसस दसर
तक दप्रे खतनी र ंनी। उसकप्रे इन नरदाशदा-भरप्रे शब्दयों ननप्रे नयदा कप्रे चगोट खदायप्रे ए हृदय
ंक
मभ आतंकमय कं-सदापनडदाल हदयदा थदा। व ज ैसप्रे अपनप्रे नदारदीत्व संपकप्रेणदत ड प और
व्रत सप्रे अपनप्रे प त कगो अभय-ददान दप्रे र ंनी थनी। उसकप्रे अंतछःकरण सप्रे ज ैसप्रे आशनीवदादद
कदा व्यड-सदा नकल कर ंगोरदी कगो अपनप्रे अन्दर छपदायप्रे लप्रेतदा थदा। ववपन्नतदा कप्रे
इस अथदा सदागर मभ सगो ंदाग ंनी तण थदा, श्जसप्रेपकड़प्रे ए व सदागर कगो पदार

ं ृ ंक
कर र ंनी थनी। इन असंगत शब्दयों नप्रे यथदाथदकप्रे नकट ंगोनप्रे पर भनी मदानगो झटकदा
दप्रे कर उसकप्रे ंदाथ सप्रे व तनकप्रे कदा स ंदारदा छठीन लप्रेनदा चदा ंदा बश्ल्क यथदाथद कप्रे
नकट ंगोनप्रे कप्रे कदारण ंनी उनमभ इतननी -वप्रेदनदाशश्क्त आ गयनी थनी। कदानदा क नप्रे सप्रे
कदानप्रेकगो जगो दछःखक ंगोतदा ं ै,व क्यदा दगो आड।ँखयोंवदालप्रे आदमनी कगो ंगो सकतदा?
ं ै
ंगोरदी क़दम बढ़दायप्रे चलदा जदातदा थदा। पगडंडनी कप्रे दगोनयों ओर ऊख कप्रे वपसौयों ककी

ल रदातनी ई ररयदालदी दप्रे ख कर उसनप्रेमन मभ क ंदा -- भगवदान णक ंनींगगौं सप्रेबरखदा


ंक
कर दभ और डदाडड़ ।ँ नी भनी सभनीतप्रेकसप्रेर ंप्रे,तगो एक गदाय ज़रड लप्रेगदा। दप्रे शनी गदायभ तगो न
दद ड दभ न उनकप्रे बछवप्रे ंनी ककसनी कदाम कप्रे ंयों। ब त आ तगो तप्रेलदी कप्रे कगोल म मभ
ंक ंक ंड
चलप्रे। न , पछदाईं गदाय लप्रेगदा। उसककी ख़ब सप्रेवदा करप्रे गदा। कछ न ंनींतगो चदार-
ंनींव
ंड ंक
पदाड।ँच सप्रेर दद ड ंगोगदा। गगोबर ददक ड प्रे सलए तरस-तरस कर र जदातदा ं ै। इस उसमर
मभ न खदायदा-वपयदा, तगो ककर कब खदायप्रेगदा। सदाल-भर भनी दद ड पनी लप्रे,तगो दप्रे खनप्रे लदायक़
ंगो जदाय। बछवप्रे भनी अच्छप्रे ब ैल नकलभगप्रे। दगो ससौ सप्रे कम ककी गयोंई। ककरन, ंगोगनी
गऊ सप्रे ंनी तगो द्वदार ककी सगोभदा ं ै। सबप्रेरप्रे-ंप्रेगऊ कप्रे दशदन ंगो जदाय ंड।ँतगो क्यदा
क नदा। न जदानप्रेकब य ससदा परदीड ंगोगनी, कब शकभ हदन आयप्रेगदा!

र एक ग ं ृस्थ ककी भदाड।ँत ंगोरदी कप्रे मन मभ भनी गऊ ककी लदालसदा धिचरकदाल सप्रे

संधिचत चलदी आतनी थनी। य ंनी उसकप्रे जनीवन कदा सबसप्रे बड़दा स्वप्न,सबसप्रे बड़नीससदा
थनी। ब ैंक सद ड सप्रेच ैन करनप्रेयदा ज़मनीन ख़रदीदनप्रेयदा म ल बनवदानप्रेककी ववशदाल
आकदांक्षदाएड।ँ उसकप्रे -सप्रेनन म हृदयभ मभ क ै सप्रे समदातनीं।

जप्रेठ कदा सयदआ


ड मयों कप्रे झरमकटक मभ सप्रे नकलकर आकदाश पर छदायनी ंकई लदासलमदा
कगो अपनप्रे रजत-पतदाप सप्रेतप्रेज पददान करतदा ंकआ ऊपर चढ़ र ंदा थदा और वदा मभ
गमनीणदआनप्रे लगनी थनी। दगोनयों ओर खप्रेतयों मभ कदाम करनप्रेवदालप्रे ककसदान उसप्रे दप्रे खकर रदाम-
रदाम करतप्रे और सम्मदान-भदाव सप्रे धिचलम पनीनप्रे कदा नमंतण दप्रे तप्रे;पर थप्रेगोरदी कगो इतनदा
अवकदाश क ंदाड।ँथदा। उसकप्रे अंदर ब ैठठी कई सम्मदान-लदालसदा ऐसदा आदर पदाकर उसकप्रे
सखप्रेम
ड खक पर गवदककी झलक प ैददा कर र ंनी थनी। मदासलकयों सप्रेसमलतप्रे-जलतप्रेकर नप्रे ंनी कदा
तगो य पसदाद ं ैकक सब उसकदा आदर करतप्रे ं ैं। न ंनींउसप्रे कसौन पछतदाड? पदाड।ँच बनीघप्रे कप्रे
ककसदान ककी बबसदात ंनी? क्यदा कम आदर न ंनीं ं ै कक तनीन-तनीन, चदार-चदार लवदालप्रेम
तगो भनी उसकप्रे सदामनप्रेससर झकदातप्रेक ं ैं।

अब व खप्रेतयों कप्रे बनीच ककी पगडंडनी छगोड़कर एक खलप्रेटदी मभ आ , गयदाजदाड।ँथदा


बरसदात मभ पदाननी भर जदानप्रेकप्रे कदारण तरदी र तनी थनी और जप्रेठ मभ ककछ ररयदालदी
नज़र आतनी थनी। आस-पदास कप्रे गदाड।ँवयों ककी गउएड।ँ य ंदाड।ँ चरनप्रे आयदा करतनी थनीं। उ
समय मभ भनी य ंदाड।ँककी वदा मभ ककछ तदाज़गनी और ठं डक थनी। ंगोरदी नप्रेदगो-तनीन सदाड।ँसभ
ज़गोर सप्रे लदीं। उसकप्रे जनी मभ , कआयदाकछदप्रे र य ंनींबठ
ै जदाय। हदन-भर तगो ल-ंडलपट मभ
मरनदा ं ै ंनी। कई ककसदान इस गड्ढप्रे कदा पटदा सलखदानप्रे कगो त ैयदार थप्रे। अच्छठी रक़म
दप्रे तप्रे ; थप्रेपर ईकवर भलदा करप्रे रदाय सदा ब कदा कक उन म ंयोंनप्रे सदाफ़ क हदयदा,
ज़मनीन जदानवरयों ककी चरदाई कप्रे सलए छगोड़ ददी गयनी ं ै और ककसनी ददाम पर भनी न
उठदायनी जदायगनी। कगोई स्वदाथनी ज़मनींददार ंगोतदा, तगो क तदा, गदायभ जदाएड।ँ भदाड़,मभ
ंकपए समलतप्रे , क्ययोंं ैं छगोड़भ। पर रदाय सदा ब अभनी तक परदाननीक मयदादंदा नभदातप्रेआतप्रे
ं ैं। जगो मदासलक पजदा कगो न पदालप्रे,व भनी कगोई आदमनी ं ै?

5888 सदा उसनप्रे दप्रे खदा,भगोलदा अपननी गदायभ सलयप्रे इसनी तरफ़ चलदा आ र ंदा ं ै।
भगोलदा इसनी गदाडव
।ँ सप्रेसमलप्रे ंकए परवप्रेककदा ग्वदालदा थदा और दद-ड मक्खन कदा व्यवसदाय
करतदा
थदा। अच्छदा ददाम समल जदानप्रे पर कभनी-कभनी ककसदानयों कप्रे ंदाथ गदायभ बप्रेच भनी दप्रे तदा
थदा। ंगोरदी कदा मन उन गदाययों कगो दप्रे ख कर ललचदा गयदा। अगर भगोलदा व आगप्रेवदालदी
गदाय उसप्रे दप्रे तगो क्यदा क नदा! ंकपए आगप्रे पनीछप्रे दप्रे तदा र ग
प्रे दा। व जदानतदा थदा घर मप्रे
ंकपए न ंनीं , अभनी ैं तक लगदान न ंनींचकदायदाक जदा सकदा, बबसप्रेसर सदा कदा दप्रे नदा भनी
बदाक़की ं ै,श्जस पर आनप्रेकपए कदा सद ड चढ़ र ंदा ं ै; लप्रेककन दररदतदा मभ जगो एक
पकदार ककी अदरदसशदतदाड ंगोतनी ं ै,व नलदज्जतदा जगो तक़दाज़प्रे,गदालदी और मदार सप्रे भनी
भयभनीत न ंनीं ंगोतनी,उसनप्रे उसप्रे पगोत्सदाह त ककयदा। बरसयों सप्रे सजगो सदामन कगो
आंदगोसलत कर र ंनी थनी,उसनप्रे उसप्रे ववचसलत कर हदयदा।

भगोलदा कप्रे समनीप जदाकर बगोलदा-- रदाम-रदाम भगोलदा भदाई, क ंगो क्यदा रं ग- ं ै। सनदाक
ढं ग अबककी मप्रेलप्रे सप्रे नयनी गदायभ लदायप्रे ंगो।

भगोलदा नप्रे ंडखदाई सप्रे जवदाब हदयदा। गोरदी कप्रे मन ककी बदात उसनप्रे तदाड़ लदी-- थनीदाड।ँ, दगो ब
छयभ और दगो गदायभ लदायदा।ंप्रेवदालदीप गदायभसब सखड गयनी थनीं। ब।ँसड ंनी पर दद ड न प
ंकड।ँचप्रेतगो गज़रु क ैसप्रे ंगो।

ंगोरदी नप्रेआनप्रेवदालदी गदाय कप्रे पठप्रेक पर ंदाथ रखकर क ंदा -- दददारु तगो मदालमड ंगोतनी
ं ै। ककतनप्रे मभ ? लदी

भगोलदा नप्रे शदान जमदायनी-- अबककी बदाज़दार बड़दा तप्रेज़ र ंदा म तगो,इसकप्रे अस्सनी ंकपए
दप्रे नप्रे पड़प्रे। आड।ँखभ नकल गयनीं।-तनीस ंकपएतनीस तगो दगोनयों कलगोरयों कप्रे हदयप्रे। तस पर गदा
क ंकपए कदा आठ सप्रेर दद ड मदाड।ँगतदा ं ै।

'बड़दा भदारदी कलप्रेजदा ं ैतमक लगोगयों कदा भदाई, लप्रेककन ककर लदायप्रे भनी तगो व मदाल कक
य ंदाड।ँ दस-पदाड।ँच गदाड।ँवयों मभ तगो ककसनी कप्रे पदास नकलप्रेगनी' न ंनीं।

भगोलदा पर नशदा चढ़नप्रे लगदा। बगोलदा-- रदाय सदा ब इसकप्रे ससौ ंकपए दप्रे तप्रेथ। दगोनयों
कलगोरयों कप्रे पचदास-पचदास ंकपए, लप्रेककन मनप्रेन हदयप्रे। भगवदान णनप्रेचदा ंदा, तगो
ससौ ंकपए इसनी ब्यदान मभ पनीट लंडगदा।ं।ँ

'इसमभ क्यदा संदप्रे ं ै भदाई! मदासलक क्यदा खदाकप्रे लभगप्रे। नज़रदानप्रे, तगोमभ समल जदाय
भलप्रेलप्रेलभ। य तम मंक ंनींलगोगयों कदा गददाद क ं ैकक अड।ँजलदीक-भर ंकपए तक़ददीर कप्रे भरगोसप्रे
धिगन दप्रे तप्रे ंगो। य ंनी जनी चदा तदा ं ैकक इसकप्रे दरसन
करतदा र ंड।ं।ँसंन्य ं ैतम मंक ंदारदा
जनीवन कक गउओं ककी इतननी सप्रेवदा करतप्रे ंगो। मभ तगो गदाय कदा गगोबर भनी मयस्सर
23ंनीं। धिगरस्त कप्रे घर मभ एक गदाय भनी , नतगो ककतननीगो लज्जदा ककी बदात ं ै।
सदाल-कप्रे-सदाल बनीत जदातप्रे , गगोरस ैं कप्रे दरसन न ंनीं ंगोतप्रे। घरवदालदीबदार-बदार क तनी
ं ै,भगोलदा भ ैयदा सप्रेक्ययों न ंनींक तप्रे। म ैंक दप्रे तदा ंड,कभनीभीँ समलभग तगो क ंडगदा।ं।ँ
तम मंक ंदारप्रे सभदावक सप्रेबड़नी परसन र तनी ं ै। क तनी ं ै, ऐसदा मदद ंनी न ंनीं दप्रे खदा कक
जब बदातभ करभ गप्रे,ननीचनी आड।ँखभ ,कभनीरकप्रे ससर न ंनीं उठदातप्रे।'

भगोलदा पर जगो नशदा चढ़ र ंदा थदा , उसप्रेइस भरपरू प्यदालप्रे नप्रे और ग रदा कर हदयदा।
बगोलदा -- भलदा आदमनी व ंनी ं ै ,जगो दसरयोंंड ककी ब ंड -बप्रेटदी कगो अपननी ब ंड -बप्रेटदी
समझप्रे। जगो दष्टक ककसनी मप्रेररयदा ककी ओर तदाकप्रे, उसप्रे गगोलदी मदार दप्रे नदा चदाह ए।

'य तमनप्रेकलदाख ंकपयप्रेककी बदात क ददी भदाई। बस सज्जन व ंनी, जगो दसरयोंंड ककी
आबड कगो अपननी आबड समझप्रे।'

'श्जस तर मदद कप्रे मर जदानप्रे सप्रे औरत अनदाथ ंगो जदातनी,उसनी औरत कप्रे
ं ैतर
मर जदानप्रे सप्रे मदद कप्रे-पदाड।ँवदाथ टडट जदातप्रे ं ैं। मप्रेरदा तगो घर उजड़ गयदा म तगो, कगोई
एक लगोटदा पदाननी दप्रे नप्रेवदालदा भनी न ' ंनीं।
गत वषदभगोलदा ककी स्तनी लडलग जदानप्रेसप्रेमर गयनी थनी। य ंगोरदी जदानतदा थदा,

लप्रेककन पचदास बरस कदा खंखड़ भगोलदा भनीतरसप्रे इतनदा श्स्नग मसं , व ै न जदानतदा
थदा। स्तनी ककी लदालसदा उसककी आड।ँखयों मभ सजल ंगो गयनी थनी। ंगोरदी कगो आसन
समल
गयदा। उसककी व्यदाव ंदाररक कषक-बवव सजग ंगो गयनी।
ं ृ ंक
'परदाननीक मसल झठठीड थगोड़नी ं ै-- बबन घरननी घर भतड कदा डप्रेरदा। क ंनींसगदाई न ंनीं
ठठीक कर लप्रेतप्रे?'
'तदाक मभ ंडम।ँ तगो, पर कगोई जल्ददी संड।ँसतदा न ंनीं। ससौ-पचदास ख़रच करनप्रे कगो भनी

त ैयदार ंड।ं।ँज ैसनी भगवदान णककी इच्छदा।'

'अब म ैंभनी कफ़कद मभ र ंडगदा।ं।ँ भगवदान णचदा ंभग, तगो जल्ददी घर बस जदायगदा।'

'बस य ंनी समझ लगो कक उबर जदाऊड।ँगदा भ ैयदा! घर मभ खदानप्रेकगो भगवदान णकदा
हदयदा ब ंकत ं ै। चदार पसप्रेरदी रगोज़ दद ड गो जदातदा ं ै,लप्रेककन ककसकदाम कदा।'

'मप्रेरप्रेससरदालक मभ एक मप्रेररयदा ं ै। तनीन-चदार सदाल ंक ए, उसकदा आदमनी उसप्रे छगोड़-कर


कलकत्तप्रेचलदा गयदा। बप्रेचदारदी वपसदाई करकप्रे गज़रु कर र ंनी ं ै । बदाल -बच्चदा भनी
कगोई न ंनीं। दप्रे खनप्रे-सकनप्रेमभअच्छठी ं ै। बस, लच्छमनी समझ लगो।'
भगोलदा कदा ससककड़दा ंकआ चप्रेरदा ज ैसप्रेधिचकनदा गयदा। आशदा मभ ककतननी ससदाक ं ै। बगोलदा
5888 अब तगो तम मंक ंदारदा ंनी आसरदा ं ैम तगो! छकटदी ंगो, तगो चलगो एक हदन दप्रे ख
आयभ।

'म ैं ठठीक-ंदाक करकप्रे तब तमसप्रेकक ंडगदा।ं।ँ ब ंक त उतदावलदी करनप्रेसप्रेभनी कदाम


बबगड़ जदातदा ं ै।'

'जब तम मंक ंदारदी इच्छदा ंगो तब चलगो। उतदावलदी कदा ंप्रेककी। इस कबरदी पर
मन ललचदायदा ंगो, तगो लप्रे लगो।'

'य गदाय मप्रेरप्रेमदान ककी न ंनीं ं ैददाददा। म ैंतम मंक ंभनक़सदानक न ंनींप ंकड।ँचदानदा चदा तदा।
अपनदा संरम य न ंनीं ं ै कक समतयों कदा गलदा दबदायभ। ज ैसप्रे इतनप्रे हदन,व ैसप्रेबनीतप्रे ं ैं और
भनी बनीत जदायभगप्रे।'

'तमक तगो ऐसनी बदातभ करतप्रे ंगो ंगोरदी, ज ैसप्रे -तममक दगो ं ैं। तमक गदाय लप्रेजदाओ, ददाम जगो
चदा ंप्रे दप्रे नदा। ज ैसप्रेघरमप्रेरप्रेनी, व ैसप्रेतम मंक ंदारप्रे घर र ंनी। अस्सनी ंक पए मभ लदी थनी, तमक
अस्सनी ंकपयप्रे ंनी दप्रे दप्रेनदा। जदाओ।'

'लप्रेककन मप्रेरप्रे पदास नगद न ंनीं ,ं ैसमझददाददा

लगो।' 'तगो तमसप्रेकनगद मदाड।ँगतदा कसौन ं ैभदाई!'

ंगोरदी ककी छदातनी गज़-भर ककी ंगो गयनी। अस्सनी ंकपए मभ गदाय म।ँग ड नी न थनी। ऐसदा
अच्छदा डनील-डसौल, दगोनयों जडन मभ -छछःसदात सप्रेर दद,ड ससनीनी ऐसनी कक बच्चदा भनी द क लप्रे।
इसकदा तगो एक-एक बदाछदा ससौ-ससौ कदा ंगोगदा। द्वदार पर ब।ँसड ंप्रेगनी तगो द्वदार ककी शगोभदा
बढ़ जदायगनी। उसप्रे अभनी कगोई चदार ससौ ंकपए दप्रे नप्रे; लप्रेककनथप्रे सउदार कगो व एक तर
सप्रेमफ़्तक समझतदा थदा। क ंनींभगोलदा ककी सगदाई ठठीक ंगो गयनी तगो सदाल दगो सदाल तगो
23 बगोलप्रेगदा भनी न ंनीं। सगदाई न भनी ंकई, तगो ंगोरदी कदा क्यदा बबगड़तदा ं ै। य ंनी तगो
ंगोगदा, भगोलदा बदार-बदार तगदाददा करनप्रे आयप्रेगदा,बबगड़प्रेगदा,गदासलयदाड।ँ दप्रे गदा। लप्रेककन ंगोरदी

कगो इसककी ज़्यदाददा शमदन थनी। इस व्यव ंदार कदा व आददी थदा। क ृषक कप्रे जनीवन
कदा तगो य पसदाद ं ै। भगोलदा कप्रे सदाथ व छल कर र ंदा थदा और य व्यदापदार उसककी
मयदाददादकप्रे अनककडल थदा। अब भनी लप्रेन-दप्रे न मभ उसकप्रे सलए -सलखदापढ़दी ंगोनप्रे और न
ंगोनप्रेमभकगोई अंतर न थदा। सखप्रे-ड बड़प्रेडककी ववपददाएड।ँउसकप्रे मन कगो भनी, बनदायप्रे
र तनी थनीं। ईकवर कदा रसौद ंडप सद ै व उसकप्रे सदामनप्रे र तदा थदा। पर य छल उसककी
ननी त मभ छल न थदा। य कप्रे वल स्वदाथद-ससवव थनी और य कगोई बरदीक बदात न
थनी। इस तर कदा छल तगो व हदन-रदात करतदा र तदा थदा। घर मभ -दगोचदार ंकपयप्रे पड़प्रे
5888 नप्रे पर भनी म ंदाजन कप्रे सदामनप्रे क़स्मभ खदा जदातदा थदा कक एक पदाई भनी न ंनीं
ं ै। सन कगो ककछ गनीलदा कर दप्रे नदा और ंकई मभ ककछ बबनसौलप्रेभर दप्रे नदा उसककी ननी त मभ
जदायज थदा। और य ंदाड।ँ तगो कप्रे वल स्वदाथदथदा ,नथगोड़दा-सदा मनगोरं जन भनी थदा। बड्ढयोंंक
कदा बढ़भसक ंदास्यदास्पद वस्तक ं ैऔर ऐसप्रेबड्ढयोंंक सप्रेअगर ककछ ऐंठ भनी सलयदा
जदाय, तगो कगोई दगोष-पदाप न ंनीं।

भगोलदा नप्रेगदाय ककी पगह यदा ंगोरदी कप्रे ंदाथ मभ दप्रेतप्रे ंकए क ंदा -- लप्रे जदाओ म तगो,तमक
भनी यदाद करगोगप्रे। ब्यदातप्रे ंनी छछः सप्रेर दद ड लप्रेलप्रेनदा। चलगो, म ैंतम मंक ंदारप्रे घर तक प ंकच
ड।ँ दा
दंड।ं।ँसदाइत तम मंक ंभअनजदान समझकर रदास्तयों मभ ककछ हदक करप्रे । अब तमसप्रेकसच क
तदा ंड,मदासलक।ँ नब्बप्रे ंकपए दप्रे तप्रे,परथप्रेउनकप्रे य ंदाडग ।ँ उओंककी क्यदा क़दर। मझसप्रेक लप्रेकर
ककसनी ंदाककम- ंकक्कदाम कगो दप्रे दप्रेतप्रे। ंदाककमयों कगो गऊ ककी सप्रेवदा सप्रेमतलब। व तगो
ख़नड चसनदाड-भर जदानतप्रे ं ैं।जब तक दद ड दप्रे तनी, रखतप्रे,ककर ककसनी कप्रे ंदाथ
बप्रेच दप्रे तप्रे। ककसकप्रे पल्लप्रेपड़तनी कसौन जदानप्रे। ंकपयदा ंनी सब ककछ न ंनीं ं ैभ ैयदा, ककछ
अपनदा संरम भनी तगो ं ै। तम मंक ंदारप्रे घर आरदाम सप्रेर ंप्रेगनी तगो। य न ंगोगदा कक तमक
आप खदाकर सगो र ंगो और गऊ भखनीड खड़नी र ंप्रे। उसककी सप्रेवदा करगोगप्रे ,चमकदारगोगप्रे।ंक
गऊ मभ आससरवदादगनी।दप्रे तमसप्रेकक्यदा क ंडभ ैयदा।ँ, घर मभ चंगलक भर भनी भसदाड न ंनीं
23 ंदा। ंकपए सब बदाज़दार मभ नकल गयप्रे। सगोचदा थदा म ंदाजन सप्रेककछ लप्रेकर
भसदाड लप्रे लभगप्रे;ककन म ंदाजन कदा प लदा ंनी न ंनींचकदा।ंक उसनप्रेइनकदार कर हदयदा।
इतनप्रे
जदानवरयों कगो क्यदा णखलदावभ ,य ंनी धिचन्तदा मदारप्रे डदालतनी ं ै। चटककीक-चटककीक भर णखलदाऊड।ँ,

तगो मन-भर रगोज़ कदा ख़रच ं ै। भगवदान ण ंनी पदार लगदायभतगो लगप्रे।

ंगोरदी नप्रेस ंदानभक ंडत कप्रे स्वर मभ क ंदा -- तमनप्रेक मसप्रेप लप्रेक्ययों न ंनींक मनप्रे
ंदा? एक गदाड़नी भसदाड बप्रेच हदयदा।

भगोलदा नप्रे मदाथदा ठगोककर क ंदा-- इसनीसलए न ंनींक ंदा भ ैयदा कक सबसप्रेअपनदा दछःखक
क्ययों रगोऊड।ँ । बदाड।ँटतदा कगोई, न।ँडसतप्रेनींसब ं ैं। जगो गदायभसखड गयनी ं ैंउनकदा ग़म
न ंनीं,पत्तनी-सत्तनी णखलदाकर श्जलदा लंडगदा।ँ; लप्रेककन अब य तगो रदा तब बबनदा न ंनीं

सकतनी। ंगो सकप्रे, तगो दस-बड़स पयसभसससकस सलए दसदत।
ककसदान पक्कदा स्वदाथनी ंगो ं ै, इसमभ संदप्रे न ंनीं। उसककी गदाड।ँठ सप्रे ररकवत कप्रे प
तदा
बड़नी मश्ककलक सप्रे नकलतप्रे , भदाव ैं-तदाव मभ भनी व चसौकस ंगोतदा, ब्यदाज ै ककी एक-
एक पदाई छकड़दानप्रेकप्रे सलए व म ंदाजन ककी घंटयों धिचरसौरदी ं ै,जब तक पक्कदा
करतदा
ववकवदास न ंगो जदाय, ककसनी कप्रे संकसलदानप्रेमभन ंनींआतदा, लप्रेककन उसकदा संपणद ड

जनीवन पक त सप्रेस्थदायनी स यगोग ं ै। वक्षयों मभ संल लगतप्रे ं ैं,उन म ंभ जनतदा खदातनी ं ै;
ं ृ ं ृ
खप्रेतनी मभ अनदाज ंगोतदा,व ं ैसंसदार कप्रे कदाम आतदा; गदाय ै कप्रे थन मभ दद ड ंगोतदा
ं ै, ख़द पनीनप्रेन ंनींजदातनी दसरप्रे ंनी पनीतप्रे ं ैं;मप्रेघयों सप्रे वषदाद ंगोतनी,उससप्रे ैपथ्वनी

ंक ंड ं ृ
तप्त ंगोतनी ं ै। ऐसनी संग त मभ कश्त्सत स्वदाथदकप्रे सलए क ंदाडस् ।ँ थदान। ंगोरदी ककसदान
ं ृ ंक
थदा और ककसनी कप्रे जलतप्रेए घर मभ ंदाथ सभकनदा उसनप्रेसनीखदा ंनी न थदा।
ंक
भगोलदा ककी संकट-कथदा सनतप्रे ंनी उसककी मनगोवश्त्त बदल गयनी। पगह यदा कगो भगोलदा
ंक ं ृ
कप्रे ंदाथ मभ लसौटदातदा आ बगोलदा -- ंकपए तगो ददाददा मप्रेरप्रे पदास न ंनीं, ंदाड।ँं ैं थगोड़दा-सदा
ंक
भसदाड बचदा तम मंक ंभदंडगदा।ं।ँ चलकर उठवदा लगो। भसप्रेडकप्रे सलए गदाय बप्रेचगोगप्रे,
ं ै,व तमक
और म ैंलंडगदा।ं।ँ मप्रेरप्रे ंदाथ न कट जदायभग?

भगोलदा नप्रे आदद कं ठ सप्रे --क तदाम मंक ंदारप्रे ब ैल भखयोंंड न मरभ ग! तम मंक ंदारप्रे पदास
भनी ऐसदा कसौन-सदा ब ंकत-सदा भसदाड रखदा ं ै।

'न ंनीं ददाददा,अबककी भसदाड अच्छदा ंगो गयदा थदा।'

'म ैंनप्रेतमसप्रेकनदा क़ भसप्रेडककी चचदादककी।'

'तमक न क तप्रेऔर पनीछप्रे सप्रेमझप्रेकमदाल ंडम ंगोतदा, तगो मझप्रेकबड़दा रं ज ंगोतदा कक तमनप्रेक
मझप्रेकइतनदा ग़ ैर समझ सलयदा। अवसर पड़नप्रेपर भदाई ककी मदद भदाई भनी न करप्रे , तगो
कदाम क ै सप्रे चलप्रे।'

'मददाक य गदाय तगो लप्रेतप्रेजदाओ।'


'अभनी न ंनीं ददाददा,ककर लप्रेलंडगदा।ं।ँ'

'तगो भसप्रेडकप्रे ददाम दद ड मभ कटवदा लप्रेनदा।'


ंगोरदी नप्रेदछःणखतक स्वर मभ क दा -- ददाम-कसौड़नी ककी इसमभ कसौन बदात ं ै ,ददाददाम ैं एक-दगो
जनड तम मंक ंदारप्रे घर खदा लंड,ं।ँतगो तमक मझसप्रेकददाम मदाड।ँगगोगप्रे?

'लप्रेककन तम मंक ंदारप्रे ब ैल भखयोंंड मरभ ग कक न ंनीं?'

'भगवदान णकगोई-न-कगोई सबनील नकदालभग ंनी। असदाढ़ ससर पर ं ै। कड़बनी बगो

लंडगदा।ं।ँ' 'मगर य गदाय तम मंक ंदारदी ंगो गयनी। श्जस हदन इच्छदा ंगो आकर

लप्रेजदानदा।'

'ककसनी भदाई कदा नलदाम पर चढ़दा ंकआ ब ैल लप्रेनप्रेमभजगो पदाप ं ै,व इस समय
तम मंक ंदारदी गदाय लप्रेनप्रेमभं ै।'

ंगोरदी मभ बदाल ककी खदाल नकदालनप्रे ककी शश्क्त , ंगोतनी व ख़कशनी सप्रेगदाय लप्रेकर घर ककी रदा
लप्रेतदा। भगोलदा जब नक़द ंकपए न ंनींमदाड।ँगतदा तगो स्पष्ट थदा कक व भसप्रेडकप्रे सलए गदाय न
ंनीं बप्रेच र ंदा ै,बश्ल्क इसकदा ककछ और आशय ं ै; लप्रेककन ज ैसप्रे पत्तयों कप्रे खड़कनप्रे पर
घगोड़दा अकदारण ंनी हठठक जदातदा ं ै और मदारनप्रे पर भनी आगप्रे क़दम
5888 ंनीं उठदातदा व ंनी दसदा ंगोरदी ककी थनी। संकट ककी चनीज़ लप्रेनदा पदाप,य ं ैबदात
जन्म-जन्मदान्तरयों सप्रे उसककी आत्मदा कदा अंश बन गयनी थनी।

भगोलदा नप्रे गद्गद कं ठ सप्रे क --ंदा तगो ककसनी कगो भप्रेज दंडभ।ँसप्रेडकप्रे सलए?

ंगोरदी नप्रे जवदाब हदयदा-- अभनी म ैंरदाय सदा ब ककी डयगोढ़दी पर जदा र ंदा ंड।ं।ँव
ंदाड।ँसप्रे घड़नी-भर मभ लसौटंडगदा।ँ, तभनी ककसनी कगो भप्रेजनदा।

भगोलदा ककी आड।ँखयों मभ आस।ँभ


ड र आयप्रे। बगोलदा -- तमनप्रेकआज मझप्रेकउबदार सलयदा ंगोरदी
भदाई! मझप्रेअ
क ब मदालमड ंकआ कक म ैंसंसदार मभ अकप्रेलदा न ंनीं ंड।ं।ँमप्रेरदा भनी कगोई ह तड
ं ै।

एक क्षण कप्रे बदाद उसनप्रे ककर क --ंदा उस बदात कगो भलड न जदानदा।

ंगोरदी आगप्रे बढ़दा,तगो उसकदा धिचत्त पसन्न थदा। मन मभ एक ववधिचत स मसंडतद ंगो र
ंनी थनी। क्यदा ंकआ, दस-पदाड।ँच मन भसदाड चलदा जदायगदा, बप्रेचदारप्रे कगो संकट मभ पड़ कर
अपननी गदाय तगो न बप्रेचननी पड़प्रेगनी। जब रप्रे मप्रेपदास चदारदा ंगो जदायगदा,तब गदाय खगोल
लदाऊड।ँगदा। भगवदान णकरभ ,मझप्रेककगोई मप्रेररयदा समल जदाय। ककर तगो कगोई बदात ंनी न ंनीं।
उसनप्रेपनीछप्रे ककर कर दप्रे खदा। कबरदी गदाय पंडछ।ँ सप्रेमश्क्खयदाड।ँउड़दातनी, ससर ह लदातनी,
मस्तदाननी, मंद-ग त सप्रेझमतनीड चलदी जदातनी थनी, ज ैसप्रे बदाड।ँहदययों कप्रे बनीच मभ कगोई रदाननी ंगो। क ै
सदाशकभ ंगोगदा व हदन, जब य कदासमप्रेनकउसकप्रे द्वदार पर ब।ँसड ंप्रेगनी!

***
2
सप्रेमरदी और बप्रेलदारदी दगोनयों अवव-पदांत कप्रे गदाड।ँव ं ैं। श्ज़लप्रे कदा नदाम बतदानप्रे ककी कगोई

ज़डरत न ंनीं। ंगोरदी बप्रेलदारदी मभ र , तदारय ं ैसदा ब अमरपदाल ससं सप्रेमरदी मभ । दगोनयों
गदाड।ँवयों मभ कप्रे वल पदाड।ँच मनील कदा अंतर ं ै। गवपछलप्रे-संगदामसत्यदामभ रदाय सदा ब नप्रे
बड़दा यश कमदायदा थदा। कगौंससल ककी मप्रेम्बरदी छगोड़कर जप्रेल चलप्रे गयप्रे थप्रे। तब सप्रे
उनकप्रे इलदाक़प्रे कप्रे असदासमययों कगो उनसप्रे बड़नी धशदा ंगो गयनी थनी। य न ंनीं कक उनकप्रे
इलदाक़प्रे मभ असदासमययों कप्रे सदाथ कगोई ख़दास ररयदायत ककी जदातनी,यदा डदाड।ँड़गो और
बप्रेगदार ककी कड़दाई कछ कम ंगो; मगर य सदारदी बदनदामनी मख़्तदारयों कप्रे ससर जदातनी
ंक ंक
थनी। रदाय सदा ब ककी ककी तद पर कगोई कलंक न लग सकतदा थदा। व बप्रेचदारप्रे भनी तगो
उसनी व्यवस्थदा कप्रे ग़लदामक थप्रे। ज़दाब्तप्रेकदा कदाम तगो ज ैसप्रे ंगोतदा चलदा आयदा ं ै, व ैसदा
23 ंगोगदा। रदाय सदा ब ककी सज्जनतदा उस पर कगोई असर न डदाल सकतनी थनी;
इससलए आमदननी और अधधिकदार मभ जसौ-भर ककी भनी कमनी न ंगोनप्रे पर भनी उनकदा
यश मदानगो बढ़ गयदा थदा। असदासमययों सप्रेव ंडस
।ँ कर बगोल लप्रेतप्रेथप्रे। य ंनी क्यदा कम
ं ै? ससं कदा कदाम तगो सशकदार करनदा ; ं ैअगर व गरजनप्रेऔर गरदानप्रेककप्रे बदलप्रे मनीठठी
बगोलदी बगोल सकतदा, तगो उसप्रे घर ब ैठप्रे मनमदानदा सशकदार समल जदातदा। सशकदार ककी
खगोज मभ जंगल मभ कनदाभटपड़तदा।

रदाय सदा ब रदाष्रवदाददी ंगोनप्रेपर भनी ंकक्कदाम सप्रेमप्रेल-जगोल बनदायप्रे रखतप्रे थप्रे। उनककी
नज़रभ और डदासलयदाड।ँऔर कमदचदाररययों ककी दस्तररयदाड।ँंडज ैसनी ककी त ैसनी चलदी आतनी थनीं।
सदाह त्य और संगनीत कप्रे पप्रेमनी, डदामदाथप्रे कप्रे शसौक़कीन,अच्छप्रे वक्तदा थप्रे,अच्छप्रे लप्रेखक,
अच्छप्रे नशदानप्रे-बदाज़। उनककी पत्ननी कगो मरप्रे आज दस सदाल ंगो चकप्रेक थप्रे;मगर दसरदीड
शदाददी न ककी थनी। ंड।ँस-बगोलकर अपनप्रेवववरु जनीवन कगो ब लदातप्रेर तप्रेथप्रे।

ंगोरदी ड्यगोढ़दी पर प ंकड।ँचदा तगो दप्रे खदा जप्रेठ कप्रे दश रप्रे कप्रे अवसर पर ंगोनप्रेवदासलप्रेनषक यज
-

ककी बड़नी ज़गोरयों सप्रे त ैयदाररयदाड।ँ ंगो र ंनी ं ैं। कमंचनीं बनरं गर ंदा थदाक ंनीं मंडपक ंनीं
- , ,

मप्रे मदानयों कदा आ तथ्य-ग ं ृ, क ंनींदकदानददारयोंंड कप्रे सलए दकदानभ ।ंड संपड तप्रेज़ ंगो
गयनी थनी; पर रदाय सदा ब ख़द क कदाम मभ लगप्रे ंकए थप्रे। अपनप्रेवपतदा सप्रेसंपश्त्त कप्रे
सदाथ-सदाथ
उन म ंयोंनप्रेरदाम ककी भश्क्त भनी पदायनी थनी और संनषक-यज कगो नदाटक कदा ंडप दप्रे कर उसप्रे
सशष्ट मनगोरं जन कदा ससदान बनदा हदयदा थदा। इस अवसर पर उनकप्रे यदार-दगोस्त,
ंदाककम- ंकक्कदाम सभनी नमंबतत ंगोतप्रेथप्रे। और दगो-तनीन हदन इलदाक़प्रे मभ बड़नी च- ल
प ल र तनी थनी। रदाय सदा ब कदा पररवदार ब ंकत ववशदाल थदा। कगोई डप्रेढ़ ससौ सरददार
एक सदाथ भगोजन करतप्रे थप्रे। कई चचदा , थप्रेदरजनयों चचप्रेरप्रे भदाई,कई सगप्रे भदाई,
बनीससययों नदातप्रे कप्रे भदाई। एक चचदा सदा ब ररदादा कप्रेअनन्य उपदासक थप्रे और बरदाबर
वन्ददाबन ृ मभ र तप्रेथप्रे। भश्क्त-रस कप्रे ककतनप्रे ंनी कववतदा रच डदालप्रे थप्रे और -समय
समय पर उन म ंभछपवदाकर दगोस्तयों ककी भभ ट कर दप्रे तप्रेथप्रे। एक दसरप्रेड चचदा थप्रे,जगो रदाम कप्रे
परमभक्त थप्रे और फ़दारसनी-भदाषदा मभ रदामदायण कदा अनवदाद क कर र ंप्रेथप्रे। ररयदासत
सप्रेसबकप्रे वसनीकप्रे ब।ँसड ंप्रे ंकए थप्रे। ककसनी कगो कगोई कदाम करनप्रे ककी ज़डरत न थनी।

ंगोरदी मंडप मभ खड़दा सगोच र ंदा थदा कक अपनप्रेआनप्रेककी सचनदाड क ैसप्रेदप्रेकक स सदा
रदाय सदा ब सउर ंनी आ नकलप्रे और उसप्रे दप्रे खतप्रे ंनी --बगोलप्रेर! तडआ गयदा ंगोरदी,
म ैंतगो तझप्रेकबलवदानप्रेवदालदाक थदा। दप्रे ख, अबककी तझप्रेकरदाजदा जनक कदा मदालदी बननदा पड़प्रेगदा।
समझ गयदान, श्जस वक़्त जदानककी जनी मंहदर मभ पजदाड करनप्रेजदातनी ं ैं,उसनी
वक़्त तडएक गलदस्तदाक सलयप्रेखड़दा र ंप्रेगदा और जदानककी जनी ककी भभ ट करप्रे गदा। ग़लतनी
5888 करनदा और दप्रे ख,असदासमययों सप्रे तदाककीद करकप्रे क दप्रे नदा कक - कप्रेसब-
सब शगनक करनप्रे आयभ। मप्रेरप्रे सदाथ कगोठठी, तमभ झसप्रेकआककछ बदातभ करननी ं ैं। व आगप्रे -
आगप्रे कगोठठी ककी ओर चलप्रे , ंगोरदी पनीछप्रे -पनीछप्रे चलदा। व ंनीं एक घनप्रेवक्ष ृ ककी छदायदा
मभ एक
करसनी पर ब ैठ गयप्रेऔर ंगोरदी कगो ज़मनीन पर ब ैठनप्रेकदा इशदारदा करकप्रे बगोलप्रे --
ंक
समझ गयदा, म ैंनप्रेक्यदा क ंदा। कदारकन कगो तगो जगो कछ करनदा ं ै,व करप्रे गदा, ंनी
ंक ंक
लप्रेककन असदामनी श्जतनप्रेमन सप्रेअसदामनी ककी बदात सनतदा ं ै,कदारकन ककी न
ंनीं
ंक ंक
सनतदा।ंक मभ इन म ंनींपदाड।ँच-सदात हदनयों मभ बनीस ज़दार कदा पबन मसं करनदा ं ै। क ै सप्रे, ंगोगदा
समझ मभन ंनींआतदा। तमक सगोचतप्रे ंगोगप्रे,मझक टकप्रे कप्रे आदमनी सप्रेमदासलक क्ययों
अपनदा दखड़दाक लप्रेब ैठप्रे। ककससप्रेअपनप्रेमन ककी क ंड?ं।ँन जदानप्रेक्ययों तम मंक ंदारप्रे ऊपर
ववकवदास ंगोतदा ं ै। इतनदा जदानतदा ंडकक।ँ तमक मन पर ंड।ँसगोगप्रेन ंनीं। और
मभ मझक
ंड।ँसगो भनी, तगो तम मंक ंड।ँसनी म ैंवरददाकत कर सकंडगदा।ं।ँ न सकतदा उनककी ंडस
।ँ नी,
ंदारदी ंनींस
जगो अपनप्रे बरदाबर कप्रे , क्ययोंकक ैं उनककी ंड।ँसनी मभ ईष्यदाद,व्यंग और जलन ं ै। और वप्रे
क्ययों न ंड।ँसभग म ैंभनी तगो उनककी दददशदाक और ववपश्त्त और पतन पर ंड।ँसतदा ंड,ं।ँ

हदल खगोलकर, तदासलयदाड।ँ बजदाकर। संपश्त्त और सहृदयतदा मभ व ैर ं ै। म भनी ददान
दप्रे तप्रे, संमद ैं करतप्रे ं ैं। लप्रेककन जदानतप्रे,क्ययों? कप्रेगो वल अपनप्रे बरदाबरवदालयों कगो ननीचदा
हदखदानप्रे कप्रे सलए। मदारदा ददान और संमद कगोरदा अ ंंकदार,ववसश ैक अ म मभ
ंंकदार।
सप्रे ककसनी पर डडगनी ंगो जदाय,क़कक़की आ जदाय, बक़दायदा मदालगज़दारदीक ककी इल्लत मभ
वदालदात ंगो जदाय, ककसनी कदा जवदान बप्रेटदा मर जदाय,ककसनी ककी ववववदा ब ंड
नकल
जदाय, ककसनी कप्रे घर मभ आग लग ,जदायकगोई ककसनी वप्रेकयदा कप्रे ंदाथयों उल्लब
ड न जदाय,
यदा अपनप्रे असदासमययों कप्रे ंदाथयों वपट जदाय,तगो उसकप्रे और सभनी भदाई उस पर ंड।ँसभग
,
बग़लभ बजदायभगप्रे,मदानगो सदारप्रे संंंदार ककी संपददा समल गयनी ं ै। और समलभगप्रे तगो इतनप्रे
पप्रेम सप्रे,ज ैसप्रे मदारप्रे पसनीनप्रेककी जग ख़न ड ब ंदानप्रेकगो त ैयदार ं ैं। अरप्रे , और तगो और,
मदारप्रे चचप्रेरप्रे,ससंकप्रेरप्रे, ममप्रेरप्रे,मसौसप्रेरप्रे भदाई जगो इसनी ररयदासत ककी बदसौलत मसौज उड़दा र ंप्रे
ं ैं,कववतदा कर र ंप्रे ं ैंऔर जएक खप्रेल र ंप्रे ं ैं,शरदाबभ पनी र ंप्रे ं ैं औरशनी ऐयदाकर र ंप्रे
ं ैं,व भनी मझसप्रेकजलतप्रे ं ैं,और आज मर जदाऊड।ँ तगो घनी कप्रे धिचरदाग़ जलदायभ। मप्रेरप्रे
दछःखक कगो दछःखक समझनप्रेवदालदा कगोई न ंनीं। उनककी नज़रयों मभ मझप्रेकदखनीक ंगोनप्रेकदा कगोई
अधधिकदार ंनी न ंनीं ं ै। म ैंअगर रगोतदा ंड,ततोँ दछःखक ककी ंडस
।ँ नी उड़दातदा ंड।ं।ँमअ
ैं गर
बनीमदार ंगोतदा ंड,ततोँ मझप्रेकसखक ंगोतदा ं ै। म ैं अगर अपनदा ब्यदा करकप्रे घर मभ कल
न ंनीं बढ़दातदा तगो य मप्रेरदी ननीच स्वदाथदपरतदा;अगर ै ब्यदा कर लंड,ं।ँतगो व
ववलदासदांसंतदा ंगोगनी। अगर शरदाब न ंनींपनीतदा तगो मप्रेरदी कंजसनीड ं ै। शरदाब पनीनप्रेलगंड,ततोँ
23 पजदा कदा रक्त ंगोगदा। अगर ऐयदाशनी न ंनीं करतदा,तगो अरससक ंड,ऐयदाशनीभीँ करनप्रे
लगंड,ततोँ ककर क नदा ंनी क्यदा। इन लगोगयों नप्रेमझप्रेकभगोग-ववलयस मम समसयनसकस सलए
कम चदालभ न ंनीं चलदीं और अब तक चलतप्रे जदातप्रे ं ैं। उनककी य ंनी इच्छदा ं ै कक
अन मसंदा ंगो जदाऊड।ँऔर यप्रेलगोग मझप्रेलट लभ ,और मप्रेरदा संमदय ं ैकक सब कछ
ंक ंड ंक
दप्रे खकर भनी ककछ न दप्रे ख।ंडं।ँसब ककछ जदानकर भनी धगदा बनदा र ंड।ं।ँ
रदाय सदा ब नप्रेगदाड़नी कगो आगप्रेबढ़दानप्रेकप्रे सलए दगो बनीड़प्रेपदान खदायप्रेऔर ंगोरदी कप्रे म।ँं
ड क

ककी ओर तदाकनप्रे लगप्रे,ज ैसप्रे उसकप्रे मनगोभदावयों कगो पढ़नदा चदा तप्रे ंयों।

ंगोरदी नप्रे सदा स बटगोरकर क ंदा-- म समझतप्रे थप्रे कक ऐसनी बदातभ मनीं लगोगयों मभ ंगोतनी
ं ैं,पर जदान पड़तदा ं ै, बड़प्रे आदसमययों मभ उनककी कमनी न ंनीं ं ै।

रदाय सदा ब नप्रेम।ँं


ड कपदान सप्रेभरकर क ंदा -- तमक मभ बड़दा आदमनी समझतप्रे ंगो?
मदारप्रे नदाम बड़प्रे, पर ैंदशदन थगोड़प्रे। ग़रदीबयों मभ अगर ईष्यदाद यदा व ैर ं ै तगो स्वदाथद क
सलए यदा पप्रेट कप्रे सलए। ऐसनी ईष्यदादऔर व ैर कगो म ैंक्षम्य समझतदा ंड।ं।ँ मदारप्रे म।ँं
ड क
ककी रगोटदी कगोई छठीन लप्रे तगो उसकप्रे गलप्रे उड।ँ गलदीमभ डदालकर नकदालनदा मदारदा संमद ंगो
जदातदा ं ै। अगर म छगोड़ दभ ,तगो दप्रे वतदा ं ैं। बड़प्रे आदसमययों ककी ईष्यदाद और व ैर कप्रे वल
आनंद कप्रे सलए ं ै। म इतनप्रे बड़प्रे आदमनी ंगो गयप्रे ं ैं कक मभ ननीचतदा और
ककहटलतदा मभ ंनी नछःस्वदाथदऔर परम आनंद ं ै। म दप्रे वतदापन कप्रे उस दजप्रे
समलतदा
पर प ंड।ँच गयप्रे ं ैंजब मभ दसरयोंंड कप्रे रगोनप्रेपर ंड।ँसनी आतनी ं ै। इसप्रेतमक छगोटदी
ंक
ससदानदा मत समझगो। जब इतनदा बड़दा कटम्ब ं ै,तगो कगोई-न-कगोई तगो मप्रेशदा बनीमदार
ंकक
र ंप्रेगदा ंनी। और बड़प्रे आदसमययों कप्रे रगोग भनी बड़प्रे ंगोतप्रे ं ैं। व बड़दा आदमनी, ड़ कयय
श्जसप्रेकगोई छगोटदा रगोग ंगो। मदामलदीड ज्वर भनी आ जदाय, तगो मभ सरसदाम ककी दवदा ददी
जदातनी संं भनी नकल आयप्रे,तगो व ज़ रबदाद बन जदातनी ं ै। अब छगोटप्रे
ं ै,मदामलदीड सनीक
सजदन और मझगोलप्रेसजदन और बड़प्रेसजदन तदार सप्रेबलदायप्रेकजदा र ंप्रे ं ैं,मसनी लमल्कक
ंक
कगो लदानप्रे कप्रे सलए हदल्लदी आदमनी भप्रे ज दा जदा र , कगो लदानप्रे कप्रे सलए
ंदाभवषचदायद ै
कलकत्तदा। सउर दप्रे वदालय मभ दगदादपदाठ ंगो र ं ैऔर ज्यगो तषदाचदायदकंडलदी कदा
ंदा
ंक ंक
ववचदार कर र ंप्रे ं ैंऔर तंत कप्रे आचदायदअपनप्रेअनष्ठदानक मभ लगप्रे ए ं ैं।
रदाजदा
ंक
सदा ब कगो यमरदाज कप्रे म।ँं
ड कसप्रे नकदालनप्रेकप्रे सलए दसौड़ लगनी ईं ै। व ैद्य और
ंक
डदाक्टर इस तदाक मभ र तप्रे ं ैं कक कब ससर मभ ददद ंगो और कब घर मभ
उनकप्रे
ककी वषदाद ंगो। और यप्रे ंकपएतमसप्रेकऔर तम मंक ंदारप्रे भदाइययों सप्रेवसलड ककयप्रेजदातप्रे ं ैं,भदालप्रे
ककी नगोक पर। मझप्रेकतगो य ंनी आकचयद ं ैकक क्ययों तम मंक ंदारदी आ ंयों कदा
ंगोतदा ददावदानल
मभ भस्म न ंनीं कर डदालतदा;मगर न ंनीं,आकचयद करनप्रे ककी कगोई बदात न ंनीं। भस्म
ंगोनप्रेमभतगो ब त दप्रे र न ंनींलगतनी, वप्रेदनदा भनी थगोड़नी ंनी दप्रे र ककी ंगोतनी ै। म जसौ-जसौ
ंक
और अंगलक-अंगलक और पगोर-पगोर भस्म ंगो र ं ैं। उस ंदा ंदाकदार सप्रे बचनप्रे कप्रे सलए
ंप्रे
म ककी, क्कदाम ककी, अददालत ककी, वककीलयों ककी शरण लप्रेतप्रे ं ैं। और ंडपवतनी
पसलसक
ंक
स्तनी ककी भदाड।ँत सभनी कप्रे ंदाथयों कदा णखलसौनदा बनतप्रे ं ैं। द ंकनयदा ं ै, म बड़प्रे
समझतनी
सखनीक ं ैं। मदारप्रे पदास इलदाक़प्रे, म ल, सवदाररयदाड।ँ,नसौकर-चदाकर, क़रज़, वप्रेकयदाएड।ँ,क्यदा न ंनीं
ं ैं,लप्रेककन श्जसककी आत्मदा मभ बल न ंनीं,व और चदा ंप्रेकछ ंगो,
,नअसभमदाननीं
ंक
आदमनी न ंनीं ं ै। कप्रे भय कप्रे मदारप्रे रदात कगो ननींद न आतनी ंगो, श्जसकप्रे
श्जसप्रेदकमनक
दछःखक पर सब ंड।ँसभऔर रगोनप्रेवदालदा कगोई न ंगो, श्जसककी चगोटदी दसरयोंंड कप्रे प ैरयों कप्रे
ननीचप्रे
दबनी ंगो, जगो भगोग-ववलदास कप्रे नशप्रेमभअपनप्रेकगो बबलकल भल गयदा ंगो, क्कदाम
जगो
ंक ंड ंक
कप्रे तलवप्रेचदाटतदा ंगो और अपनप्रेसअनीनयों कदा ख़नड चसतदाड ंगो, उसप्रेमस
ैं खनीक न ंनीं
क तदा। व तगो संसदार कदा सबसप्रे अभदागदा पदाणनी ं ै। सदा ब सशकदार खप्रेलनप्रे आयभ यदा
दसौरप्रे पर,मप्रेरदा कतदव्य ं ैकक उनककी कप्रे पनीछप्रे लगदा र ंड।ं।ँउनककी ंयों पर
दमक भगौं सशकन
पड़नी और मदारप्रे पदाण सखप्रे।ंड उन म ंभपसन्न करनप्रेकप्रे सलए म क्यदा न ंनींकरतप्रे।
मगर व पचड़दा सनदानप्रेकलगंडततोँ शदायद तम मंक ंभववकवदास न आयप्रे। डदासलययों
और
ररकवतयों तक तगो ख़ ैर ग़ननीमत , ं ैम ससजदप्रे करनप्रे कगो भनी त ैयदार र तप्रे ं ैं।
मफ़्तख़गोरदीक नप्रे मभ अपंग बनदा हदयदा ं ै, मभ अपनप्रेपंकषदाथदपर लप्रेशमदात भनी
ववकवदास न ंनीं,कप्रेवल अफ़सरयों कप्रे सदामनप्रेदमक ह लदा-ह लदाकर ककसनी उनकप्रे
तर
कपदापदात बनप्रेर नदा और उनककी स ंदायतदा सप्रेअपननी पजदा पर आतंक ज़मदानदा ंनी
ं ृ
मदारदा उद्यम ं ै। वपछलगओंंकककी नप्रे मभइतनदा असभमदाननी और
ख़शदामद क
तनकसमज़दाजक बनदा हदयदा ं ैकक ममभ शनील,ववनय और सप्रेवदा कदा लगोप ंगो गयदा ं ै।
म ैं तगो कभनी-भनी सगोचतदा ंडकक।ँ अगर मदारप्रे इलदाक़प्रे छठीनकर मभ अपननी
सरकदार
रगोज़नी कप्रे सलए मप्रे नत करनदा ससखदा दप्रे तगो मदारप्रे सदाथ म ंदान उपकदार,औरकरप्रे य
तगो नकचय ं ै कक अब सरकदार मदारदी रक्षदा न करप्रे गनी। मसप्रे अब उसकदा कगोई
भनी
स्वदाथद न ंनीं नकलतदा। लक्षण क र ंप्रे ं ैंकक त जल्द मदारप्रे वगदककी स्तनी

ंक
समट जदानप्रेवदालदी ं ै। म ैंउस हदन कदा स्वदागत करनप्रेकगो त ैयदार ब ैठदा ंड।ं।ँईकवर व
हदन जल्द लदायप्रे। व मदारप्रे सउदार कदा हदन ंगोगदा म पररस्थ तययों कप्रे सशकदार

बनप्रे ए ं ैं। पररश्स्थ त मदारदा सवदनदाश कर ंनी ं ैऔर जब तक संपश्त्त
य ंनी र
ंक
ककी य बप्रेड़नी मदारप्रे प ैरयों सप्रे न नकलप्रेगनी,जबतक य असभशदाप मदारप्रे ससर पर
म।ँड ड रदातदा र म मदानवतदा कदा व पद न पदा सकभगप्रेश्जस पर प ंड।ँचनदा ंनी जनीवन
ंप्रेगदा,
कदा अं तम लक्ष्य ं ै। ंक

रदाय सदा ब नप्रे ककर धिगलसौरदी-ददान नकदालदा और कई धिगलसौररयदाड।ँनकदालकर म।ँं


ड कमभ

भर लदीं। ककछ और क नप्रेवदालप्रे थप्रे कक एक चपरदासनी नप्रे आकर क-- ंदासरकदार


बप्रेगदारयों नप्रे कदाम करनप्रे सप्रे इनकदार कर हदयदा ं ै। क,जबतप्रे तक ैं मभ खदानप्रे कगो न समलप्रेगदा
म कदाम न करभ गप्रे। मनप्रे संमकदायदा,तगोसब कदाम छगोड़कर अलग ंगो गयप्रे।

रदाय सदा ब कप्रे मदाथप्रे पर बल पड़ गयप्रे। आड।ँखभ नकदालकर--चलगोबगोलप्रे,म ैंइन दष्टयोंंक


कगो ठठीक करतदा ंड।ं।ँजब कभनी खदानप्रेकगो न ंनींहदयदा , तगो आज य नई बदात क्ययों ?
एक आनप्रेरगोज़ कप्रे ह सदाब सप्रेमजरदीड समलप्रेगनी , जगो मप्रेशदा समलतनी र ंनी ; ं ैऔर इस
मजरदीड पर उन म ंभकदाम करनदा ंगोगदा, ससनीप्रे करभ यदा टप्रे ढ़प्रे।

ककर ंगोरदी ककी ओर दप्रे खकर बगोलप्रे -- तमक अब जदाओ ंगोरदी, अपननी त ैयदारदी करगो। जगो
बदात म ैंनप्रेक ंनी ं ै ,उसकदा ख़यदाल रखनदा। तम मंक ंदारप्रे गदाड।ँव सप्रेमझप्रेक
क म-सप्रे-कम पदाड।ँच
ससौ ककी आशदा ं ै।

रदाय सदा ब झल्लदातप्रे ंकए चलप्रेगयप्रे।

ंगोरदी नप्रे मन मभ सगोचदा,अभनी य क ै सनी-क ै सनी ननी त और संरम ककी बदातभ कर र ंप्रे थप्रे
और एकदाएक इतनप्रे गरम ंगो गयप्रे!

सयदससर पर आ गयदा थदा। उसकप्रे तप्रेज सप्रेअसभभत ंगोकर वक्षयों नप्रेअपनदा पसदार
ंड ंड ं ृ
समप्रेट सलयदा थदा। आकदाश पर समटयदालदा आ थदा और सदामनप्रेककी पथ्वनी
गददछदायदा
कदाड।ँपतनी ई जदान पड़तनी थनी। ंक ं ृ
ंक
ंगोरदी नप्रेअपनदा डंडदा उठदायदा और घर चलदा। शगनड कप्रे ंकपयप्रेक ंदाड।ँसप्रेआयभग, य
ंनी धिचंतदा उसकप्रे ससर पर सवदार थनी।

***
3

ंगोरदी अपनप्रे गदाड।ँव कप्रे समनीप।ँच


कड दा, तगो दप्रे खदा,अभनी तक गगोबर खप्रेत मभ ऊख गगोड़ र ंदा
ं ैऔर दगोनयों लड़ककयदाड।ँभनी उसकप्रे सदाथ कदाम कर र ंनी ं ैं। लडचल र ंनी थनी, बगलप्रेड
उठ र ंप्रे थप्रे,भतलड ससंक र ंदा थदा। ज ैसप्रेपक ृत नप्रेवदायकमभआग घगोल हदयदा ंगो।
य सब अभनी तक खप्रेत मभ क्ययों? क्यदा ैंकदाम कप्रे पनीछप्रे सब जदान दप्रे नप्रेपर तलप्रेक
ंकए ं ैं?व खप्रेत ककी ओर चलदा और दरू ंनी सप्रेधिचल्लदाकर बगोलदा -- आतदा क्ययों न ंनीं
गगोबर, क्यदा कदाम ंनी करतदा र ंप्रेगदा? दगोप र ढल गयदा, ककछ सझतदाड ं ैकक न ंनीं?

उसप्रेदप्रेखतप्रे ंनी तनीनयों नप्रेककददालभउठदा लदींऔर उसकप्रे सदाथ ंगो सलयप्रे। गगोबर सदाड।ँवलदा,
लम्बदा, एक रदा यवकक थदा, श्जसप्रे इस कदाम सप्रेधिचक न मदालमड ंगोतनी थनी। पसन्नतदा
ककी जग मखक पर असंतगोष और ववदगो थदा। व इससलयप्रेकदाम मभ लगदा ंकआ थदा
5888 व हदखदानदा चदा तदा थदा, उसप्रे खदानप्रे-पनीनप्रे ककी कगोई कफ़क्र न ंनीं ं ै। बड़नी
लड़ककी सगोनदा लज्जदा-शनील ककमदारदी थनी, सदाड।ँवलदी,डसौलक, पसन्न और चपल। गदाढ़प्रे ककी
लदाल
सदाड़नी श्जसप्रेव घटनयोंंक सप्रेमगोड़ कर कमर मभ बदाड।ँसप्रे ंकए थनी, उसकप्रे लकप्रे शरदीर पर ककछ
लददी ंकई सनी थनी, और उसप्रे पसौढ़तदा ककी गररमदा दप्रे र ंनी थनी। छगोटदी ंडपदा पदाडच ।ँ -छछः
सदाल ककी छगोकरदी थनी, म ैलदी,ससर पर बदालयों कदा एक घयोंसलदा-सदा बनदा ंकआ, एक
ल।ँ ग
ड गोटदी कमर मभ बदाड।ँसंप्रे,ब ंकत ंनी ढदीठ और रगोननी।

ंडपदा नप्रे ंगोरदी ककी टदाड।ँगयोंमभ सलपट कर क --ंदा कदाकदा! दप्रे खगो,म ैनप्रे एक ढप्रे लदा भनी न ंनीं
छगोड़दा। ब न क तनी ं ै,जदा पप्रेड़ तलप्रेब ैठ। ढप्रे लप्रेन तगोड़प्रेजदायगप्रे।ँडकदाकदा, तगो समटदी क ै सप्रे बरदाबर
ंगोगनी।

ंगोरदी नप्रेउसप्रेगगोद मभ उठदाकर प्यदार करतप्रे ंकए क ंदा -- तनप्रेडब ंकत अच्छदा
ककयदा बप्रेटदी,चल घर चलभ।

ककछ दप्रे र अपनप्रेववदगो कगो दबदायप्रे र नप्रे कप्रे बदाद गगोबर बगोलदा--य तमक रगोज़-रगोज़
मदासलकयों ककी ख़शदामद क करनप्रेक्ययों जदातप्रे ंगो? बदाक़की न चकप्रेक तगो प्यदाददा आकर
गदासलयदाड।ँसनदातदाक ं ै,बप्रेगदार दप्रे ननी ंनी पड़तनी, नज़र ै -नज़रदानदा सब तगो मसप्रे भरदायदा
जदातदा ं ै। ककर ककसनी ककी क्ययों सलदामनी करगो!

इस समय य ंनी भदाव ंगोरदी कप्रे मन मभ भनी आ र ; लप्रेककनथप्रे लड़कप्रे कप्रे इस ववदगो-
भदाव कगो दबदानदा ज़डरदी थदा।
बगोलदा -- सलदामनी करनप्रेन जदाय,ंड।ँतगो र ंभक ंदाड।।ँ भगवदान णनप्रेजब ग़लदामक बनदा हदयदा
23 तगो अपनदा क्यदा बस ं ै। य इसनी सलदामनी ककी बरकत ं ै कक द्वदार पर मड़ ैयदा
डदाल लदी और ककसनी नप्रेककछ न ंनींक ंदा। घरप्रेड नप्रेद्वदार पर खटदांडं।ँ गदाड़दा थदा, श्जस पर
कदाररं दयों नप्रे दगो ंकपए डदाड।ँड़ लप्रे सलयप्रे थप्रे। तल ैयदा सप्रे ककतननी समटदी, कदाररं ददामनप्रे खगोददी
नप्रेककछ न ंनींक ंदा। दसरदाड खगोदप्रे तगो नज़र दप्रे ननी पड़प्रे। अपनप्रेमतलब कप्रे सलए सलदामनी
करनप्रेजदातदा ंड,पदाड।ँव।ँ मभ सननीचर न ंनीं ं ैऔर न सलदामनी करनप्रेमभकगोई बड़दा सखक समलतदा ं ै।
घंटयों खड़प्रेरगो, तब जदाकप्रे मदासलक कगो ख़बर ंगोतनी ं ै। कभनी बदा र नकलतप्रे , कभनी ैं क लदा
दप्रे तप्रे ं ैंकक फ़करसत न ंनीं ं ै।

गगोबर नप्रे कटदाक्ष ककयदा-- बड़प्रे आदसमययों ककी -ंदाड।ँमभ-ंदाड।ँसमलदानप्रेमभककछ-न-ककछ


आनंद तगो समलतदा ंनी ं ै। न ंनीं लगोग मप्रेम्बरदी कप्रे सलए क्ययों ?खड़प्रे ंयों

'जब ससर पर पड़प्रेगनी तब मदालमड ंगोगदा बप्रेटदा, अभनी जगो चदा ंप्रे क लगो। प लप्रे म ैं भनी
य ंनी सब बदातभ सगोचदा करतदा ;थदापर अब मदालमड ंकआ कक मदारदी गरदन दसरयोंंड
कप्रे प ैरयों कप्रे ननीचप्रेदबनी ंकई ं ैअकड़ कर नबदा न ंनीं ंगो सकतदा।'

वपतदा पर अपनदा कक्रगो उतदारकर गगोबर ककछ शदांत ंगो गयदा और चपचदापक चलनप्रे
लगदा। सगोनदा नप्रे दप्रे खदा,ंडपदा बदाप ककी गगोद मभ चढ़दी ब ैठठी ं ैतगो ईष्यदाद ंकई।

उसप्रे डदाड।ँटकर बगोलदी--अब गगोद सप्रे उतरकर पदाड।ँव-पदाड।ँव क्ययों न ंनीं चलतनी,क्यदा पदाड।ँव टडट
गयप्रे ं ैं?

ंडपदा नप्रे बदाप ककी गरदन मभ ंदाथ डदालकर हढठदाई सप्रे --क नदा उतरभ गप्रे जदाओ।
कदाकदा, ब न मकगो रगोज़ ं ैकक तडपदा ं ै,म ैंसगोनदा ंड।ं।ँमप्रेरदा नदाम ककछ
धिचढ़दातनी और रख दगो।

ंगोरदी नप्रे सगोनदा कगो बनदावटदी रगोष सप्रे दप्रे खकर क-- ंदातडइसप्रेक्ययों धिचढ़दातनी ं ै
सगो नयदा? सगोनदा तगो दप्रे खनप्रे कगो ं ै। नबदा तगो ंडपदा सप्रे ंगोतदा ं ै। ंडपदा, तगोन ंकपएगो
क ंदाड।ँ सप्रे , बनभतदा।

सगोनदा नप्रे अपनप्रे पक्ष कदा समथदन ककयदा--सगोनदा न ंगो मगो न क ै सप्रे ब,नंप्रेथन
क यदाड।ँ
क ंदाड।ँ सप्रे ,आयभकंठदा क ै सप्रे ?बनस
गगोबर भनी इस ववनगोदमय वववदाद मभ शरदीक ंगो गयदा। ंडपदा सप्रे बगोलदा--तडक दप्रे
कक सगोनदा तगो सखनीड पत्तनी ककी तर पनीलदा ं ै,ंडपदा तगो उजलदा ंगोतदा
ं ैज ैसप्रेसरज।ंड
सगोनदा बगोलदी -- शदाददी-ब्यदा मभ पनीलदीसदाड़नी प ननी जदातनी ं ै,उजलदी सदाड़नी कगोई ंनीं

प नतदा।

ंडपदा इस दलदील सप्रे परदास्त ंगो गयनी। गगोबर और ंगोरदी ककी कगोई दलदील इसकप्रे
सदामनप्रे न ठ र सककी। उसनप्रे क्षकब मसं आड।ँखयों सप्रे ंगोरदी कगो दप्रे खदा।

ंगोरदी कगो एक नयनी यश्क्तक सझड गयनी। बगोलदा -- सगोनदा बड़प्रे आदसमययों कप्रे सलए ं ै।
5888 ग़रदीबयों कप्रे सलए तगो ंडपदा ंनी ं ै। ज ैसप्रे जसौ कगो रदाजदा क,
गतप्रेंडकतोँं ैंचमदार; इससलए न कक गप्रेंडबड़ड़आदमनी खदातप्रे ं ैं,जसौ म लगोग खदातप्रे ं ैं।

सगोनदा कप्रे पदास इस सबल यश्क्तक कदा कगोई जवदाब न थदा। परदास्त ंगोकर बगोलदी
-- तमक सब जनप्रेएक ओर ंगो गयप्रे,न ंनीं ंकवपयदा कगो ंकलदाकर छगोड़तनी।

ंडपदा नप्रे उड।ँ गलदी मटकदाकर क-- ंदाए रदाम, सगोनदा चमदार -- ए रदाम, सगोनदा चमदार।
इस ववजय कदा उसप्रेइतनदा आनन्द ंकआ कक बदाप ककी गगोद मभ र न सककी। ज़मनीन

पर कडद पड़नी और उछल-उछलकर य ंनी रट लगदानप्रे लगनी-- ंड पदा रदाजदा, सगोनदा


चमदार -- ंडपदा रदाजदा, सगोनदा चमदार!

यप्रेलगोग घर प ंकड।ँचप्रे तगो सं नयदा द्वदार पर खड़नी इनककी बदाट जगो र ंनी थनी। ंकष्ट
ंगोकर बगोलदी -- आज इतननी दप्रे र क्ययों ककी गगोबर? कदाम कप्रे पनीछप्रे कगोई परदान थगोड़प्रे ंनी
दप्रे दप्रे तदा ं ै।

ककर प त सप्रे गमद ंगोकर क --ंदा तमक भनी व ंदाड।ँसप्रेकमदाई करकप्रे लसौटप्रे तगो खप्रेत मभ प
ंकड।ँच गयप्रे। खप्रेत क ंनींभदागदा जदातदा थदा!

द्वदार पर ककआड।ँथदा। ंगोरदी और गगोबर नप्रेएक-एक कलसदा पदाननी ससर पर उड।ँ ड़प्रेलदा,
ंडपदा कगो न लदायदा और भगोजन करनप्रे गयप्रे। जसौ ककी रगोहटयदाड।ँ;परथनींगप्रेंड-ज ैसनीभीँ सफ़प्रेद क
और धिचकननी। अर र ककी ददाल थनी श्जसमभ कच्चप्रेआम पड़प्रे ंकए थप्रे। ंडपदा बदाप ककी
थदालदी मभ खदानप्रेब ैठठी। सगोनदा नप्रेउसप्रेईष्यदार-णभरदी आड।ँखयों सप्रेखदा,दप्रे मदानगो क र ंनी थनी, वदा
रप्रे दलदार!ंक

सं नयदा नप्रेपछदाड -- मदासलक सप्रे क्यदा बदात-चनीत ई?


ंक
ंगोरदी नप्रे लगोटदा-भर पदाननी चढ़दातप्रे ए क ंदा -- य ंनी त सनील- ककी बदात थनी और
वसलड
ंक
क्यदा। म लगोग समझतप्रे , बड़प्रेआ ैं दमनी ब त सखनीक ंयोंगप्रे;लप्रेककन सच पछगोड, तगो व
ंक
मसप्रेभनी ज़्यदाददा दछःखनीक ं ैं। मभ अपनप्रे पप्रेट ंनी ककी धिचन्तदा,उन मंभ ं ै ज़दारयों
धिचन्तदाएड।ँ
घप्रेरप्रे र तनी ं ैं।
रदाय सदा ब नप्रे और क्यदा-क्यदा क ंदा थदा, कछ ंगोरदी कगो यदाद न थदा। उस सदारप्रे

ंक
कथन कदा ख़लदासदाक-मदात उसकप्रे स्मरण मभ धिचपकदा आ र गयदा थदा।
ंक
गगोबर नप्रे व्यंग्य ककयदा-- तगो ककर अपनदा इलदाक़दा मभ क्ययों न ंनीं दप्रे दप्रे तप्रे! म अपन
खप्रेत,ब ैल, ल, कददाल सब उन म ंभदप्रेनप्रेकगो त ैयदार ं ैं। करभ ग बदलदा? सब संतदतदा ं ै,

ंक ंड
नरदी मगोटमरददी। श्जसप्रेदछःखक ंगोतदा दरजनयों मगोटरभ न ंनीं रखतदा,म लयों मभ न ंनीं
ं ै,व
र तदा, लवदा-परदीड न ंनींखदातदा और न नदाच-रं ग मभ सलप्त र तदा ं ै। मज़प्रेरदाज सप्रेकदा
सखक भगोग र ंप्रे ं ैं,उस पर ं ैं!
दखनीक
ंगोरदी नप्रेझ।ँ झ
ड लदाकरु क ंदा -- अब तमसप्रेकब स कसौन करप्रे भदाई! ज ैजदात ककसनी सप्रे

छगोड़नी जदातनी ं ै कक व ंनी छगोड़ दभ गप्रे। मनीं कगो खप्रेतनी सप्रे क्यदा ?समलतदाएकआनप्रे ै
नफ़रदी ककी मजरदीड भनी तगो न ंनींपड़तनी। जगो दस ंकपए म ंनीनप्रेकदा भनी नसौकर ं ै,व
भनी मसप्रेअच्छदा खदातदा-प नतदा ं ै,लप्रेककन खप्रेतयों कगो छगोड़दा तगो न ंनीं जदातदा। खप्रेतनी
छगोड़ दभ ,तगो और करभ क्यदा?नसौकरदी क ंनीं समलतनी ? ं ैककर मरजदाद भनी तगो ंनी
पदालनदा
पड़तदा ं ै। खप्रेतनी मभ जगो मरजदाद ं ै व नसौकरदी मभ तगो न ंनीं ं ै। इसनी तर ज़मनीं
कदा ंदाल भनी समझ लगो! उनककी जदान कगो भनी तगो स ैकड़यों रगोग लगप्रेए ं ैं,ंदाककमयों
ंक
कगो रसद प ंड।ँचदाओ, उनककी सलदामनी करगो, अमलयों कगो ख़शक करगो। तदारदीख़
पर
ंक
मदालगज़दारदी न चकदा दभ ,तगो वदालदात ंगो जदाय , कड़ककी आ मभ तगो कगोई
जदाय।
ंक ंक ंक
वदालदात न ंनीं लप्रे जदातदा। -दगोचदार गसलयदाड।ँ-घड़ककयदाड।ँंकनी तगो जदातनी ं ैं।
समलकर र

गगोबर नप्रे प तवदाद ककयदा-- य सब क नप्रे ककी बदातभ ं ैं। म लगोग-ददानप्रेददानप्रेकगो


मत
क दाज ं ैं,दप्रे पर सदाबबत कपड़प्रे न ंनीं,चगोटदी ैंकदा पसनीनदा एड़नी तक आतदा ं ै, तब
भनी गज़रु न ंनीं ंगोतदा। उन म ंभक्यदा, मज़प्रे सप्रे गदनी-मसनद लगदायप्रे ब ैठप्रे,स ैकड़योंं ैं नसौकर-
चदाकर ं ैं,ज़दारयों आदसमययों पर ंककडमत ं ै। ंकपए न जमदा ंगोतप्रे ंयों; पर सखक
तगो सभनी तर कदा भगोगतप्रे ं ैं। संन लप्रेकर आदमनी और क्यदा करतदा? ं ै

'तम मंक ंदारदी समझ मभ म और बरदाबर ं ैं?'


'भगवदान णनप्रेतगो सबकगो ंनी ं ै।'


बरदाबर बनदायदा

'य बदात न ंनीं ं ै बप्रेटदा,छगोटप्रे -बड़प्रे भजवदान कप्रे घर सप्रे बनकर आतप्रे ं ैं। संपश्त्त बड़नी
तपस्यदा सप्रेसमलतनी ं ै। उन म ंयोंनप्रेपवदजन्मड मभ ज ैसप्रे कमद ,ककयप्रेउनकदा आनंद ैं भगोग
र ंप्रे ं ैं। मनप्रेककछ न ंनींसंचदा, तगो भगोगभ क्यदा?

'य सब मन कगो समझदानप्रेककी बदातभ ं। ैं भगवदान णसबकगो बरदाबर बनदातप्रे ं ैं। य ंदाड।ँ
श्जसकप्रे ंदाथ मभ लदाठठी,व ं ैग़रदीबयों कगो ककचलकर बड़दा आदमनी बन जदातदा ं ै।'

'य तम मंक ंदारदा ं ै। मदासलक आज भनी चदार घंटप्रेरगोज़ भगवदान णकदा भजन करतप्रे
भरम
ं ैं।'

'ककस बल पर य भजन-भदाव और ददान-सं ंगोतदा ?'ं ै


कप्रे मद

'अपनप्रे बल पर।'

'न ंनीं ,ककसदानयों कप्रे बल पर और मज़दरयोंंड कप्रे बल पर। य पदाप कदा सं न


पचप्रेक ैसप्रे? इसनीसलए ददान-संमद करनदा पड़तदा , भगवदान ै णकदा भजन भनी इसनीसलए
ंगोतदा ं ै ,भखप्रेड-नंगप्रेर कर भगवदान णकदा भजन करभ ,तगो म भनी दप्रे खभ। मभ कगोई दगोनयों
जनड खदानप्रे कगो दप्रे तगो म आठयों प र भगवदान णकदा जदाप ंनी करतप्रेर ंभ। एक हदन
खप्रेत मभ ऊख गगोड़नदा पड़प्रेतगो सदारदी भश्क्त भलड जदाय।'

ंगोरदी नप्रे ंदार कर क ंदा-- अब तम मंक ंदारप्रे म।ँं


ड ककसौन लगप्रेभदाई, तकम तगो भगवदान
णककी लदीलदा मभ भनी टदाडग
।ँ अड़दातप्रे ंगो।
तनीसरप्रे प र गगोबर ककददाल लप्रेकर चलदा, तगो म भनी
चलतप्रे ं ैं। तब तक थगोड़दा-स भसदाड
नकदालकर रख दगो। म ैंनप्रेभगोलदा कगो दप्रे नप्रे
ंगोरदी नप्रे क ंदा-- ज़रदा ठ र जदाओ बप्रेटदा,
कगो क ंदा ं ै। बप्रेचदारदा आजकल ब ंकत ं ै।
तंग
गगोबर नप्रे अवजदा-भरदी आड।ँखयोंसप्रे दप्रे खकर क --ंदा मदारप्रे पदास बप्रेचनप्रेकगो भसदाड न ंनीं ं ै।

'बप्रेचतदा न ंनीं ंडभदाई, ययों ंनी दप्रे र ंदा ंड।ं।ँव संकट मभ ं ै,उसककी मदद तगो करननी ंनी
पड़प्रेगनी।'

23 मभ तगो उन म ंयोंनप्रे कभनी एक गदाय न ंनीं दप्रे ' ददी।

'दप्रे तगो र ंदा थदा;पर मनप्रे लदी ंनी न ंनीं।'

23 नयदा मटक्कर बगोलदी -- गदाय न ंनीं व दप्रे र ंदा थदा। इन म ंभ गदाय दप्रे दप्रे गदा! आड।ँख म
अंजन लगदानप्रेकगो कभनी धिचल्लड-भर दद ड तगो भप्रेजदा न ंनीं,गदाय दप्रे गदा!

ंगोरदी नप्रे क़सम खदायनी-- न ंनीं,जवदाननी क़सम, अपननी पछदाई गदाय दप्रे र ंप्रे थप्रे। ंदाथ
तंग , भ ैसदाड-चदारदा न ंनींरख सकप्रे। अब एक गदाय बप्रेचकर भसदाड लप्रेनदा चदा तप्रे ं ैं। म ैंनप्रे
सगोचदा, संकट मभ पड़प्रेआदमनी ककी गदाय क्यदा लंडगदा।ं।ँ थगोड़दा-सदा भसदाड हदयप्रेदप्रेतदा
ंड,क।ँंकछ ंकपए ंदाथ आ जदायगप्रे।ँडतगो गदाय लप्रेलंडगदा।ं।ँ थगोड़दा-थगोड़दा करकप्रे चक
क दा
दंडगदा।ं।ँ अस्सनी ंकपए ककी ं ै; मगर ऐसनी कक आदमनी दप्रे खतदा र ंप्रे।

गगोबर नप्रे आड़प्रे ंदाथयों सलयदा-- तम मंक ंदारदा य ंनी संमदात्मदादपन तगो तकम म ंदारदी दगदतक कर
र ंदा
ं ै। सदाफ़-सदाफ़ तगो बदात ं ै। अस्सनी ंकपए ककी गदाय , ं ैमसप्रेबनीस ंकपए कदा भसदाड लप्रे

लभओर गदाय मभ दप्रेदभ। सदाठ ंकपए र जदायगप्रे।ँड,व म संनीरप्रे -संनीरप्रे दप्रे दभ गप्रे।

ंगोरदी र स्यमय ढं ग सप्रेमस्ककरदायदा -- म ैंनप्रे ऐसनी चदाल सगोचनी ं ै कक गदाय-मभ तसभत


मभ ंदाथ आ जदाय। क ंनीं भगोलदा ककी सगदाई ठठीक करननी , ं ैबस। दगो-चदार मन भसदाड
तगो ख़दालदी अपनदा रं ग जमदानप्रेकगो दप्रे तदा ंड।ं।ँ

गगोबर नप्रे तरस्कदार ककयदा-- तगो तमक अब सब ककी सगदाई ठठीक करतप्रेककरगोगप्रे?

5888 नयदा नप्रे तनीखनी आड।ँखयों सप्रे --दप्रे खदाअब य ंनी एक उद्यम तगो र गयदा ं ै। न
ंनीं दप्रे नदा ं ै मभभसदाड ककसनी कगो। य ंदाड।ँ भगोलदी-भदालदी ककसनी कदा करज़ न ंनीं खदायदा
ं ै।
ंगोरदी नप्रे अपननी सफ़दाई ददी-- अगर मप्रेरप्रे जतन सप्रे ककसनी कदा घर बस
जदाय,तगो इसमभ कसौन-सनी बरदाईक ं ै?
गगोबर नप्रेधिचलम उठदाई और आग लप्रेनप्रेचलदा गयदा। उसप्रेय झमप्रेलदा बबल्ककल न ंनीं
भदातदा थदा।

23 नयदा नप्रेससर ह लदा कर क ंदा -- जगो उनकदा घर बसदायप्रेगदा,व अस्सनी


ंकपए ककी गदाय लप्रेकर चपक न ंगोगदा। एक थ ैलदी धिगनवदायप्रेगदा।

ंगोरदी नप्रेपचदारदाक हदयदा -- य म ैंजदानतदा ंड;लप्रेककन।ँ उनककी भलमनसनी कगो भनी तगो
दप्रे खगो। मझसप्रेकजब समलतदा ं ै,तप्रेरदा बखदान ंनी --ं ै ऐसनी लक्ष्मनी ं ै,ऐसनी
करतदा
सलदीकप्रे-ददार ं ै।
सं नयदा कप्रे पर श्स्नग मसंतदा झलक पड़नी। मनभदाय मडड़यदाक ह लदायप्रेवदालप्रेभदाव सप्रे
मखक
बगोलदी -- म ैंउनकप्रे बखदान ककी भखनीड न ंनीं ंड,अपनदा।ँ बखदान संरप्रे र ंभ।
ंगोरदी नप्रे स्नप्रे-भरदी मस्कदानक कप्रे सदाथ क ंदा म ैंनप्रे तगो क हदयदा,भ ैयदा,व नदाक पर
--
मक्खनी भनी न ंनीं ब ैठनप्रे ,दप्रे तनीगदासलययों सप्रेबदात करतनी ं ै; लप्रेककन व य ंनी क ंप्रे
जदाय
कक व औरत न ंनीं लक्षमनी ं ै। बदात य ं ै कक उसककी घरवदालदी ज़बदान ककी बड़नी
तप्रेज़ थनी। बप्रेचदारदा उसकप्रे डर कप्रे मदारप्रे -भदागदाककरतदा थदा। क तदा थदा, श्जस हदन
तम मंक ंदारदी घरवदालदी कदा म।ँं
ड कसबप्रेरप्रेदप्रेख ंड,उस।ँ हदन ककछ-न-ककछ ज़डर ंदाथ
लप्रेतदा
लगतदा ं ै। म ैंनप्रे --क तदाम मंक ंदारप्रे ंदाथ ंगोगदा, य ंदाड।ँ तगो रगोज़ दप्रे खतप्रे,कभनी ैंप ैसप्रे
लगतदा
सप्रे भभ ट न ंनीं ंगोतनी।
'तम मंक ंदारप्रे भदाग ंनी खगोटप्रे ं ैं,तगो म ैंक्यदा क।ँड ।'

'लगदा अपननी घरवदालदी ककी बरदाईक करनप्रे -- सभखदारदी कगो भनीख तक न ंनीं दप्रे तनी ,थनी
झदाड़ड लप्रेकर मदारनप्रेदसौड़तनी थनी, लदालधिचन ऐसनी थनी कक नमक तक दसरयोंंड कप्रे घर
सप्रे मदाड।ँग लदातनी थनी!'

'मरनप्रेपर ककसनी ककी क्यदा बरदाईक क।ँड ।मझप्रेकदप्रेखकर जल उठतनी थनी।'


'भगोलदा बड़दा ग़मख़गोर थदा कक उसकप्रे सदाथ नबदा कर हदयदा। दसरदाड ंगोतदा तगो ज़ र
खदाकप्रे मर जदातदा। मझसप्रेकदस सदाल बड़प्रे ंयोंगप्रेभगोलदा; पर रदाम-रदाम प लप्रे ंनी करतप्रे ं ैं।'
'तगो क्यदा क तप्रेथप्रेकक श्जस हदन तम मंक ंदारदी घरवदालदी कदा म।ँं
ड कदप्रेख लप्रेतदा ंड,ततोँ
क्यदा ंगोतदा ं ै?'

'उस हदन भगवदान णक ंनीं-न-क ंनींसप्रेककछ भप्रेज दप्रे तप्रे ं ैं।'

'ब ंकए।ँभ
ड नी तगो व ैसनी ंनी चटगोररन आयनी ं ैं। अबककी सबयों नप्रेदगो ंकपए कप्रे ख़रबज़प्रेड
सउदार खदा डदालप्रे। सउदार समल जदाय,ककर उन म ंभधिचन्तदा न ंनीं ंगोतनी कक दप्रे नदा पड़प्रेगदा यदा
न ंनीं।'

'और भगोलदा रगोतप्रे कदा ंप्रे कगो? ं ैं

गगोबर आकर बगोलदा -- भगोलदा ददाददा आ प ंकच


ड।ँ प्रे। मन दगो मन भसदाड ैक व उन म ंभदप्रे
दगो, ककर उनककी सगदाई ढंडढ़नड़ नकलगो।

5888 नयदा नप्रे समझदायदा-- आदमनी द्वदार पर ब ैठदा ं ै उसकप्रे सलए -खवदाट तगो
डदाल न ंनीं ददी,ऊपर सप्रेलगप्रेभनभन
क दानप्रे।ंक ककछ तगो भलमंसनी सनीखगो। कलसदा लप्रेजदाओ,
पदाननी भरकर रख दगो, ंदाथ-म।ँसड ंकगोयभ,ककछ रस-पदाननी वपलदा दगो। मसनीबतक मभ ंनी आदमनी
दसरयोंंड कप्रे सदामनप्रे ंदाथ सं ैलदातदा ं ै।

ंगोरदी बगोलदा -- रस-वस कदा कदाम न ंनीं , कसौन ै कगोई पदा ंकनप्रे ं ैं।

सं नयदा बबगड़नी -- पदा ंकनप्रेऔर क ैसप्रे ंगोतप्रे ं ैं! रगोज़-रगोज़ तगो तम मंक ंदारप्रे द्वदार पर न ंनीं
आतप्रे? इतननी दरू ससप्रेपड-घदाम मभ आयप्रे,प्यदास ैं लगनी ंनी ंगोगनी। ंकवपयदा, दप्रे ख डब्बप्रे
मभ तमदाखड ं ैकक न ंनीं,गगोबर कप्रे मदारप्रे कदा ंप्रे कगो बचनी ंगोगनी। दसौड़कर एक प ैसप्रे कदा
तमदाखडस ंकआइन ककी दकदानक सप्रेलप्रेलप्रे।

भगोलदा ककी आज श्जतननी ख़दा तर ंक ई , और कभनी न ंक ई ंगोगनी। गगोबर नप्रेखदाट


डदाल ददी, सगोनदा रस घगोल लदायनी, ंड पदा तमदाखडभर लदायनी। सं नयदा द्वदार पर
ककवदाड़ ककी आड़ मभ खड़नी अपनप्रेकदानयों सप्रेअपनदा बखदान सननप्रेककप्रे सलए सअनीर ंगो र
ंनी थनी।

भगोलदा नप्रे धिचलम ंदाथ मभ लप्रेकर --क अच्छठीदा घरननी घर मभ आजदाय, तगो समझ
लगो लक्ष्मनी आ गयनी। व ंनी जदानतनी ं ै छगोटप्रे -बड़प्रे कदा आदर-सत्कदार क ै सप्रे करनदा
चदाह ए।
23 नयदा कप्रे हृदय मभ उल्लदास कदा कम्पन ंगो र ंदा थदा। धिचन्तदा और नरदाशदा
और अभदाव सप्रेआ त आत्मदा इन शब्दयों मभ एक कगोमल शनीतल स्पशदकदा अनभवक
कर र ंनी थनी।

ंगोरदी जब भगोलदा कदा खदाड।ँचदा उठदाकर भसदाड लदानप्रेअन्दर चलदा, तगो सं नयदा भनी पनीछप्रे -
पनीछप्रे चलदी। ंगोरदी नप्रे क --ंदा जदानप्रे क ंदाड।ँ सप्रे इतनदा बड़दा खदाड।ँचदा समल गयदा। ककसनी
भड़भजप्रेडसप्रेमदाड।ँग सलयदा ंगोगदा। मन-भर सप्रे कम मभ न भरप्रे गदा। दगो खदाड।ँचप्रे, तगोभनी हदयप्रे दगो मन
नकल जदायगप्रे।ंड।ँ

नयदा संड लदी ंक ई थनी। मलदामत ककी आड।ँखयों सप्रेदप्रेखतनी ंक ई बगोलदी -- यदा तगो ककसनी कगो
नप्रेवतदा न दगो,और दगो तगो भरपप्रेट णखलदाओ। तम मंक ंदारप्रे पदास संड ल -पत लप्रेनप्रे थगोड़प्रे ंनी
आयप्रे ं ैं कक च।ँ ग
ड प्रेरदी लप्रेकर चलतप्रे। दप्रे तप्रे ंनी ंगो , तगो तनीन खदाड।ँचप्रे दप्रे दगो। भलदा आदमनी
लड़कयों कगो क्ययों न ंनीं लदायदा। अकप्रे लप्रे क ंदाड।ँ तक ढगोयप्रेगदा। जदान नकल जदायगनी।

'तनीन खदाड।ँचप्रे मप्रेरप्रेतगोहदयप्रेन हदयप्रेजदायगप्रे।ँड!'

'तब क्यदा एक खदाड।ँचदा दप्रे कर टदालगोगप्रे?गगोबर सप्रे क दगो,अपनदा खदाड।ँचदा भरकर उनकप्रे सदाथ
चलदा जदाय।'

'गगोबर ऊख गगोड़नप्रे जदा र ंदा 'ं ै।

'एक हदन न गगोड़नप्रेसप्रेऊख न सखड जदायगनी।'

'य तगो उनकदा कदाम थदा कक ककसनी कगो अपनप्रे सदाथ लप्रे लप्रेतप्रे।भगवदान णकप्रे
हदयप्रेदगो-दगो बप्रेटप्रे ' ं ैं।

' ंयोंगप्रेघर पर। दद ड लप्रेकर बदाज़दार गयप्रे ंयोंगप्रे।'


'य तगो अच्छठी हदल्लगनी ं ैकक अपनदा मदाल भनी दगो और उसप्रेघर तक प ंकड।ँचदा भनी
दगो। लदाद दप्रे , लददा दप्रे ,लदादनप्रेवदालदा सदाथ कर दप्रे ।'

'अच्छदा भदाई, कगोई मत जदाय। म ैंप ंकड।ँचदा दंडगनी।ं।ँ बड़यों ककी सप्रेवदा करनप्रे मभ लदाज न ंनीं
ं ै।'
'और तनीन खदाड।ँचप्रेउन म ंभदप्रेदंड,ं।ँतगो अपनप्रे ब ैल क्यदा खदायभगप्रे?'

'य सब तगो नप्रेवतदा दप्रे नप्रे कप्रे प लप्रे ंनी सगोच लप्रेनदा थदा। ,तकमन औरगो गगोबर दगोनयों जनप्रे
चलप्रे जदाओ।'

'मरसौवतक मरसौवतक ककी तर ककी जदातनी ं ै,अपनदा घर उठदाकर न ंनीं दप्रे यदाहद जदातदा!'

'अभनी ज़मनींददार कदा प्यदाददा आ जदाय,तगो अपनप्रेससर पर भसदाड लदादकर प ंकड।ँचदाओगप्रे


तमक, तम मंक ंदारदा लड़कदा, लड़ककी सब। और व ंदाड।ँ सदाइत मन-दगो-मन लकड़नी भनी
संदाड़ननी पड़प्रे।'

'ज़मनींददार ककी बदात और 'ं ै।

ंदाड।ँ,व डंडप्रे कप्रे ज़गोर सप्रे कदाम लप्रेतदा' ं ै न।

'उसकप्रे खप्रेतन ंनीं जगोततप्रे?'

'खप्रेत जगोततप्रे, तगो ैंलगदान न ंनीं दप्रे तप्रे?'

'अच्छदा भदाई, जदान न खदा, म दगोनयों चलप्रेजदायगप्रे।ंड।ँ क ंदाड।ँ-सप्रे-क ंदाडम


।ँ न
ैं प्रेइन म ंभभसदाड दप्रे नप्रे
कगो क हदयदा। यदा तगो चलप्रेगनी न , ंनींयदा चलप्रेगनी तगो दसौड़नप्रे लगप्रेगनी।'

तनीनयों खदाड।ँचप्रेभसप्रेस
ड प्रेभर हदयप्रेगयप्रे। गगोबर ककढ़ र ंदा थदा। उसप्रे अपनप्रे बदाप कप्रे व्यव
ंदारयों मभ ज़रदा भनी ववकवदास न थदा। व समझतदा ,थदाय ज ंदाड।ँ जदातप्रे,व ंनींं ैं ककछ-
न-ककछ घर सप्रेखगो आतप्रे ं ैं। सं नयदा पसन्न थनी। र ंदा ंगोरदी, व संमद और
स्वदाथदकप्रे बनीच मभ डडब-उतरदा र ंदा थदा।

ंगोरदी और गगोबर समलकर एक खदाड।ँचदा बदा र लदायप्रे। भगोलदा नप्रेतरन्तक अपनप्रे अड।ँगगोछप्रे कदा
बनीड़दा बनदाकर ससर पर रखतप्रे ंक ए क ंदा -- म ैंइसप्रेरखकर अभनी भदागदा आतदा ंड।ं।ँ
एक खदाड।ँचदा और लंडगदा।ं।ँ

ंगोरदी बगोलदा -- एक न ंनीं,अभनी दगो और भररप्रे रप्रे ं ैं। और तम मंक ंभआनदा न


ंनींपड़प्रेगदा। म ैं और गगोबर एक-क खदाड।ँचदा लप्रेकर तम मंक ंदारप्रे सदाथ ंनी चलतप्रे ं ैं।
भगोलदा स्तश्म्भत ंगो गयदा। ंगोरदी उसप्रे अपनदा भदाई बश्ल्क उससप्रे भनी नकट जदान
पड़दा। उसप्रेअपनप्रेभनीतर एक ऐसनी तश्प्त ृ कदा अनभवक ंक आ, श्जसनप्रे मदानगो उसकप्रे
सम्पणदज
ड नीवन कगो रदा कर हदयदा।

तनीनयों भसदाड लप्रेकर चलप्रे,तगो रदा मभ बदातभ ंगोनप्रे लगनीं।

भगोलदा नप्रेपछदाड -- दश रदा आ र ंदा ं ै,मदासलकयों कप्रे द्वदार पर तगो बड़नी संसमदामड
ंगोगनी?

ंदाड।ँ,तम्बडसदासमयदानदा गड़ गयदा ं ै। अब ककी लदीलदा मभ मभ


ैं नी कदाम क।ँड गदा। रदाय सदा
ब नप्रे क ंदा , ं ैतम मंक ंभरदाजदा जनक कदा मदालदी बननदा पड़प्रेगदा।'

'मदासलक तमसप्रेकब ंकत ख़शक ं ैं।'

'उनककी दयदा ं ै।'

एक क्षण कप्रे बदाद भगोलदा नप्रेककर पछदाड -- सगनक करनप्रेकप्रे ंकपए कदा ककछ जगदाड़क
कर सलयदा ं ै? मदालदी बन जदानप्रेसप्रेतगो गलदा न छडटप्रे गदा।

ंगोरदी नप्रेम।ँं
ड ककदा पसनीनदा पयोंछकर क ंदा -- उसनी ककी धिचन्तदा तगो मदारप्रे डदालतनी ं ै ददाददा
अनदाज तगो सब-कदा-सब खसल ंदान मभ ंनी तलक गयदा। ज़मनींददार नप्रेअपनदा सलयदा,
म ंदाजन नप्रे अपनदा सलयदा। मप्रेरप्रेसलए पदाड।ँच सप्रेर अनदाज बच र ंदा। य भसदाड तगो
म ैंनप्रे रदातयोंरदात ढगोकर छपदा हदयदा थदा, न ंनीं तनकदा भनी न बचतदा। ज़मनींददार तगो एक
ंनी ं ैं;मगर म ंदाजन तनीनतनीन ं ैं,स ंकआइन अलग, म।ँग
ड अलग और ददातदाददीन
पश्डडत अलग। ककसनी कदा ब्यदाज भनी परदाड न चकदा।ंक ज़मनींददार कप्रे भनी सआप्रेकपए
बदाक़की पड़ गयप्रे। स ंकआइन सप्रेककर ंकपए सउदार सलयप्रेतगो कदाम चलदा। सब तर
ककफ़दायत कर कप्रे दप्रे ख सलयदा भ ैयदा,ककछ न ंनीं ंगोतदा। मदारदा जनम इसनी सलए
ंकआ ं ैकक अपनदा रक्त ब ंदायभऔर बड़यों कदा घर भरभ । मलकदाड दगनदाक सद ड भर
चकदाक; पर मलड ज्ययों-कदा-त्ययों ससर पर सवदार ं ै। लगोग क तप्रे, सददी ैं-गमनी मभ ,तनीरथ-
बरत मभ ंदाथ बदाड।ँसंकर ख़रच करगो। मददाक रदास्तदा कगोई न ंनींहदखदातदा। रदाय सदा ब
नप्रेबप्रेटप्रेकप्रे ब्यदा मभ बनीस ज़दार लटदाक हदयप्रे। उनसप्रेकगोई ककछ न ंनींक तदा। म।ँग
ड नप्रेअपनप्रेबदाप
कप्रे कक्रयदा-करम मभ पदाड।ँच ज़दार लगदायप्रे। उनसप्रेकगोई ककछ न ंनींपछतदा।ंड व ैसदा ंनी
मरजदाद तगो सबकदा ं ै।
भगोलदा नप्रे ककण भदाव सप्रे क ंदा-- बड़प्रेआदसमययों ककी बरदाबरदी तमक क ैसप्रेकर सकतप्रे ंगो
भदाई?

'आदमनी तगो म भनी ं ैं।

'कसौन क तदा ं ैकक म तमक आदमनी ं ैं। ममभ आदसमयत क ंदाड।ँ?आदमनी व ं ैं,
श्जनकप्रे पदास संन , ं ैअश्ख़्तयदार ं ै,इलम ं ै, म लगोग तगो ब ैल ं ैंऔर जतनप्रेककप्रे
सलए प ैददा ंकए ं ैं। उसपर एक दसरप्रेड कगो दप्रे ख न ंनींसकतदा। एकदा कदा नदाम न ंनीं।
एक ककसदान दसरप्रेड कप्रे खप्रेत पर न चढ़प्रे तगो कगोई जदाफ़दा क ैसप्रेकरप्रे , पप्रेम तगो संसदार सप्रे उठ
गयदा।'

बढ़योंंड कप्रे सलए अतनीत कप्रे सखयोंंक और वतदमदान कप्रे दछःखयोंक और भववष्य कप्रे
सवदनदाश सप्रे ज़्यदाददा मनगोरं जक और कगोई पसंग न ंनीं ंगोतदा। दगोनयोंत समअपनप्रे -
अपनप्रेदखड़प्रेकरगोतप्रे र ंप्रे । भगोलदा नप्रेअपनप्रेबप्रेटयों कप्रे करततड सनदायप्रेक , ंगो रदी नप्रे अपनप्रे भदाइययों
कदा रगोनदा रगोयदा और तब एक ककएड।ँपर बगोझ रखकर पदाननी पनीनप्रेकप्रे सलए ब ैठ गयप्रे।
गगोबर नप्रेब नयप्रे सप्रे लगोटदा मदाड।ँगदा और पदाननी खनींचनप्रे लगदा।

भगोलदा नप्रेसहृदयतदा सप्रेपछदाड -- अलगसौझप्रेकप्रे समय तगो तकम म ंभबड़दा रं ज ंक ंगोगदा।



भदाइययों कगो तगो तमनप्रेकबप्रेटयों ककी तर पदालदा थदा।

ंगोरदी आदद कं ठ सप्रे बगोलदा--ककछ न पछगोड ददाददा, य ंनी जनी चदा तदा थदा कक क नीं
जदाकप्रे डडब म।ँ।ड मप्रेरप्रेजनीतप्रेजनी सब ककछ ंगो गयदा। श्जनकप्रे पनीछप्रे अपननी जवदाननी संलड मभ
समलदा ददी, व ंनी मप्रेरप्रेमदईक ंगो गयप्रेऔर झगड़प्रेककी जड़ क्यदा थनी? य ंनी कक मप्रेरदी
घरवदालदी ंदार मभ कदाम करनप्रेक्ययों न ंनींजदातनी। पछगोड, घर दप्रे खनप्रेवदालदा भनी कगोई चदाह
ए कक न ंनीं। लप्रेनदा-दप्रे नदा,संरनदा उठदानदा, स।ँडभदालनदा-स ंप्रेजनदा,य कसौन करप्रे । ककर
घर ब ैठठी तगो न ंनीं र तनी ,थनीझदाड़ड-बदाक ड, रसगोई, चसौकदा-बरतन, लड़कयों ककी दप्रे ख-भदाल य
कगोई थगोड़दा कदाम ं ै। सगोभदा ककी औरत घर स।ँभ ड दाल लप्रेतनी कक ंनीरदा ककी औरत मभ य
सलदीकदा ?थदाजब सप्रेअलगसौझदा ंकआ ं ै,दगोनयों घरयों मभ एक जनड रगोटदी पकतनी ं ै। न
ंनींसब कगो हदन मभ चदार बदार भखड लगतनी थनी। अब खदाय ंडच ।ँ दार दफ़प्रे, तगो दप्रे ख।ंडं।ँइस
मदासलकपन मभ गगोबर ककी मदाड।ँककी जगो दगदतनीक ंकई ं ै,व म ैंंनी जदानतदा ंड।ं।ँ बप्रेचदारदी
अपननी दप्रे वरदा नययों कप्रे संटप्रे -परदानप्रेककपड़प्रेप नकर हदन कदाटतनी थनी, ख़द क भखनीड सगो र ंनी
ंगोगनी; लप्रेककन ब ंकओंकप्रे सलए जलपदान तक कदा ध्यदान रखतनी थनी। अपननी
दप्रे पर ग नप्रे कप्रे नदाम कच्चदा संदागदा भनी न, दप्रे वरदाथदा नययों कप्रे सलए -दगो चदार-चदार
नप्रे बनवदा हदयप्रे। सगोनप्रे कप्रे न स ंनी चदाड।ँददी कप्रे तगो य ैं।ंनीथनीजलनकक य मदासलक
क्ययों ं ै। ब ंकत अच्छदा ंकआ कक अलग ंगो गयप्रे। मप्रेरप्रेससर सप्रेबलदा टलदी।

भगोलदा नप्रे एक लगोटदा पदाननी चढ़दाकर क ंदा-- य ंदाल घर- ं ै भ ैयदा! भदाइययों ककी
ंनी घर
बदात ंनी क्यदा, य ंदाड।ँ तगो लड़कयों सप्रे भनी न ंनीं पटतनी और पटतनी इससलए न ंनीं कक म ैं
ककसनी ककी ककचदाल दप्रे खकर म।ँं
ड कन ंनींबन्द कर सकतदा। तमक जआक खप्रेलगोगप्रे,चरस
पनीओगप्रे,गदाड।ँजप्रे कप्रे दम लगदाओगप्रे,मगर आयप्रे ककसकप्रे घर ?सप्रेख़रचदा करनदा चदा तप्रे ंगो
तगो कमदाओ; मगर कमदाई तगो ककसनी सप्रे न ंगोगनी। ख़रच हदल खगोलकर करभ गप्रे। जप्रेठदा
कदामतदा ससौददा लप्रेकर बदाज़दार जदायगदा,तगो सआप्रेप ैसप्रेग़दायब। पछगोड तगो कगोई जवदाब
न ंनीं। छगोटदा जंगनी, व ै संगत कप्रे पनीछप्रे मतवदालदा र तदा ं ै। सदाड।ँझ ई और ढगोल-
ंक
मजनीरदा लप्रेकर ब ैठ गयप्रे। संगत कगो म ैंबरदाक न ंनींक तदा। गदानदा-बजदानदा ऐब न ंनीं;
लप्रेककन य सब कदाम फ़करसत कप्रे ं ैं। य न ंनींकक घर कदा तगो कगोई कदाम न
करगो,
आठयों प र उसनी संनक मभ पड़प्रेर ंगो। जदातनी ं ैमप्रेरप्रेससर; सदाननी-पदाननी म ैंक।ँड ,गदाय-भ ैंस
म ैंद , द।ँ सं लप्रेकर बदाज़दार म ैंजदाऊड।ँ। य ग स्थनी जनी कदा जंजदाल ं ै,सगोनप्रे ककी
ंकंड ंड ं ृ
ंड।ँससयदा, श्जसप्रे न उगलतप्रे बनतदा, न ै नगलतप्रे। लड़ककी , ं ैझकनयदा, व भनी नसनीब
ककी खगोटदी। तमक तगो उसककी सगदाई मभ आयप्रेथप्रे। ककतनदा अच्छदा घर-बर थदा। उसकदा
आदमनी बम्बई मभ दद ड ककी दकदानड करतदा थदा। उन हदनयों व ंदाडह
।ँ न्द-ंड मभ
मसलमदानयोंंक
दं गदा आ, तगो ककसनी नप्रेउसकप्रे पप्रेट मभ छडरदा भयोंक हदयदा। घर ंनी चसौपट ंगो गयदा।
ंक
व ंदाड।ँअब उसकदा नबदा न ंनीं। जदाकर सलवदा लदायदा कक सगदाई कर दंडगदा।ँ; मगर
दसरदीड
व रदाज़नी ंनी न ंनीं ंगोतनी। और दगोनयों भदावजभ ं ैं कक-हदनरदातउसप्रे जलदातनी र ं ैं।
तनी
घर मभ म ंदाभदारत मचदा र तदा ं ै।पतवव ककी मदारदी य ंदाड।ँ आई,य ंदाड।ँ भनी च ैन न
ंनीं।
इन म ंनींदखड़योंंक मभ रदास्तदा कट गयदा। भगोलदा कदा परवदाक थदा तगो छगोटदा; मगर ब त
ंक
गलज़दार अधधिकतर अ ंनीर ंनी बसतप्रेथप्रे। और ककसदानयों कप्रे दप्रे खतप्रेइनककी दशदा ब त
।ंक
ंक
बरदीक न थनी। भगोलदा गदाड।ँव कदा मणखयदाक थदा। द्वदार पर बड़नी-सनी चरननी थनी श्जस पर
दस-बदार गदायभ-भ ैंसभ खड़नी सदाननी खदा र ंनी थनीं। ओसदारप्रे मभ -सदाएकतख़्तबड़दापड़दा
थदा जगो शदायद दस आदसमययों सप्रेभनी न उठतदा। ककसनी खटदींडं।ँ पर ढगोलक लटक
र ंनी
थनी ककसनी पर मजनीरदा। एक तदाख पर कगोई बस्तप्रेमभब।ँसड ंनी रखनी ई थनी, जगो
पस्तकक
ंक
शदायद रदामदायण ंगो। दगोनयों ब एड।ँसदामनप्रेब ैठठी गगोबर पदाथ र ंनी थनींऔर झन
क यदा
ंक
चसौखट पर खड़नी थनी। उसककी आड।ँखभलदाल थनींऔर नदाक कप्रे ससरप्रे पर भनी सख़नीरु णथनी।
मदालमड ंगोतदा थदा, अभनी रगोकर ं ै। उसकप्रे मदांसल,स्वस्थ, सगहठतक अंगयों मभ मदानगो
उठठी
यसौवन ल रभ मदार र ंदा थदा। म।ँं
ड कबड़दा और गगोल थदा, कपगोल संडलप्रे ंकए, आड।ँखभ छगोटदी
और भनीतर संसनीड ।ँ ंकई, मदाथदा पतलदा; पर वक्ष कदा उभदार और गदात कदा व ंनी
गदगकददापनक आड।ँखयों कगो खनींचतदा थदा। उस पर छपनी ंकई गलदाबनीक सदाड़नी उसप्रेऔर भनी
शगोभदा पददान कर र ंनी थनी।

भगोलदा कगो दप्रे खतप्रे ंनी उसनप्रे लपककर उनकप्रे ससर सप्रे खदाड।ँचदा उतरवदायदा।

भगोलदा नप्रेगगोबर और ंगोरदी कप्रे खदाड।ँचप्रेउतरवदायप्रेऔर झन


क यदा सप्रेबगोलप्रे-- प लप्रे एक धिचलम
भर लदा, ककर थगोड़दा-सदा रस बनदा लप्रे। पदाननी न ंगो तगो गगरदा लदा,म ैंखनींच दंड।ं।ँ ंगोरदी
म तगो कगो प चदानतनी ं ै न?

ककर ंगोरदी सप्रे बगोलदा-- घरननी कप्रे बबनदा घर न ंनींर तदा भ ैयदा। परदाननीक क दावत ं ै--
नदाटन खप्रेतनी ब ंकररयन घर। नदाटप्रे ब ैल क्यदा खप्रेतनी करभ ग और ब ंकए।ँक्
ड यदा घर
स।ँभ
ड दालभगनी। जब सप्रेइसककी मदाड।ँमरदी ं ै,ज ैसप्रेघर ककी बरकत ंनी उठ गयनी। ब ंकए।ँड
आटदा पदाथ लप्रेतनी ं ैं। पर ग ं ृस्थनी चलदानदा क्यदा जदानभ। ंदाड।ँ,म।ँं
ड कचलदानदा ख़बड जदानतनी
ं ैं। लगौंडप्रे क ंनीं संड़ पर जमप्रे ंयोंगप्रे।-कप्रे-सबसबआलसनी ं ैं,कदामचगोर। जब तक
जनीतदा
ंड,इनकड़ पनीछप्रे मरतदा ंड।ं।ँमर जदाऊड।ँगदा, तगो आप ससर पर ंदाथ संरकर रगोयभगप्रे।
लड़ककी
भनी व ैसनी ंनी ं ै। छगोटदा-सदा अढ़सौनदा भनी करप्रे गनी,तगो भनक-भनदाकर।ंक म ैंतगो स लप्रेतदा
ंड,ं।ँ
ख़सम थगोड़प्रे ंनी स ंप्रेगदा।

झन
क यदा एक ंदाथ मभ भरदी ंकई धिचलम, दसरप्रेड मभलगोटप्रे कदा रस सलयप्रेबड़नी संकतनीर णसप्रे
प ंकड।ँ चनी। ककर रस्सनी और कलसदा लप्रेकर पदाननी भरनप्रेचलदी। गगोबर नप्रेउसकप्रे ंदाथ सप्रे
कलसदा लप्रेनप्रे सलएकप्रे ंदाथ बढ़दाकर झभपतप्रे ंकए क ंदा -- तमक र नप्रेदगो, म ैं भरप्रे लदातदा
ंड।ं।ँ

झ नयदा नप्रेकलसदा न हदयदा। कएड।ँकप्रे जगत पर जदाकर मस्करदातनी ई बगोलदी -- तम


ंक ंक ंक ंक ंक
मदारप्रे मप्रे मदान ंगो। क ंगोगप्रे एक लगोटदा पदाननी भनी ककसनी नप्रे न हदयदा।
'मप्रेमदान कदा ंप्रेसप्रे ंगो गयदा। तम मंक ंदारदा पड़गोसनी ंनी ंड।'ं।ँ
तगो
'पड़गोसनी सदाल-भर मभ एक बदार भनी सरतड न हदखदायप्रे,तगो मप्रे मदान ंनी 'ं ै।
'रगोज़-रगोज़ आनप्रे सप्रे मरजदाद भनी तगो न ंनीं र ' तनी।
झकनयदा ंड।ँसकर तरछठी नज़रयों सप्रेदप्रेखतनी ंकई बगोलदी -- व ंनी मरजदाद तगो दप्रे र ंनी
ंड।ं।ँ
ंनीनप्रे मभ एक बप्रेर आओगप्रे,ठं डदापदाननी दंडगनी।ं।ँ पंद वभ हदन आओगप्रे,धिचलम पदाओगप्रे।
सदातवभ हदन आओगप्रे,ख़दालदी ब ैठनप्रेकगो मदाचनी दंडगनी।ं।ँ रगोज़-रगोज़ आओगप्रे,ककछ न
पदाओगप्रे।

'दरसन तगो दगोगनी?'

'दरसन कप्रे सलए पजदाड करननी पड़प्रेगनी।'

य क तप्रे-क तप्रेज ैसप्रेउसप्रेकगोई भलदीड ंकई बदात यदाद आ गयनी। उसकदा म।ँं
ड कउददास
ंगो गयदा। व ववववदा ं ै। उसकप्रे नदारदीत्व कप्रेद्वदार पर प लप्रे उसकदा प त रक्षक बनदा
ब ैठदा र तदा थदा। व नश्कचंत थनी। अब उस द्वदार पर कगोई रक्षक न ,थदाइससलए व
उस द्वदार कगो सद ै व बंद रखतनी ं ै। कभनी-ंनी घर कप्रे सनप्रेपनड सप्रेउकतदाकर
द्वदार खगोलतनी ं ै; पर ककसनी कगो आतप्रे दप्रे खकर भयभनीत ंगोकर दगोनयों पट भप्रेड़ लप्रेतनी
ं ै।

गगोबर नप्रे कलसदा भरकर नकदालदा। सबयों नप्रेरस वपयदा और एक धिचलम तमदाखडऔर
पनीकर लसौटप्रे ।

भगोलदा नप्रे क ंदा-- कल तमक आकर गदाय लप्रेजदानदा गगोबर, इस बखत तगो सदाननी खदा
र ंनी ं ै।

गगोबर ककी आड।ँखभउसनी गदाय पर लगनी ंकई थनी और मन- ंनी-मन व मग मसंक ंकआ
जदातदा थदा। गदाय इतननी सन्दरु और सडसौलक ं ै,इसककी उसनप्रे कल्पनदा भनी न ककी थनी।

ंगोरदी नप्रे लगोभ कगो रगोककर क ंदा-- म।ँग


ड वदा लंडगदा।ँ, जल्ददी ं ै?
क्यदा

'तम मंक ंभजल्ददी ंगो मभ तगो जल्ददी ं ै। उसप्रेद्वदार पर दप्रे खकर तम मंक बदात यदाद
न , ंभव
र ंप्रेगनी।'

'उसककी मझप्रेकबड़नी कफ़कर ं ैददाददा!'


'तगो कल गगोबर कगो भप्रेज दप्रे नदा।'
दगोनयों नप्रे अपनप्रे-अपनप्रे खदाड।ँचप्रे ससर पर रखप्रे और आगप्रे बढ़प्रे । दगोनयों इतनप्रे पसन्न थप्रे मदानगो ब्यदा
करकप्रे लसौटप्रे ंयों। ंगोरदी कगो तगो अपननी धिचर संधिचत असभलदाषदा कप्रे परप्रेड ंगोनप्रे कदा षद ,थदाऔर
बबनदा प ैसप्रेकप्रे। गगोबर कगो इससप्रेभनी ब ंकमल्यड वस्तकसमल गयनी थनी। उसकप्रे मन मभ असभलदाषदा
जदाग उठठी थनी।

अवसर पदाकर उसनप्रेपनीछप्रे ककी तरफ़ दप्रे खदा। झन


क यदा द्वदार पर खड़नी थनी, मन आशदा
ककी भदाड।ँ त सअनीर,चंचल।

***
4

ंगोरदी कगो रदात भर ननींद न ंनीं आयनी। ननीम कप्रे - तलसपसड़ अपनड़ बयसमस कक खयट पर
पड़दा बदार-बदार तदारयों ककी ओर दप्रे खतदा थदा। गदाय कप्रे सलए एक नदाड।ँद गदाड़ननी ं ै। ब ैलयों
सप्रे अलग उसककी नदाड।ँद तगोर ंप्रेअच्छदा। अभनी तगो रदात कगो बदा र ंनी र ंप्रेगनी;लप्रेककन
चसौमदासप्रेमभउसकप्रे सलए कगोई दसरदीड जग ठठीक करननी ंगोगनी। बदा र लगोग नज़र
लगदा दप्रे तप्रे ं ैं।- कभनीनी तगो ऐसदा टगोनदा-टगोटकदा कर दप्रे तप्रे ं ैंकक गदाय कदा दद ड ंनी
सखड जदातदा ं ै। थन मभ ंदाथ ंनी न ंनींलगदानप्रेदप्रेतनी। लदात मदारतनी ं ै। न ंनीं,बदा

बदाड।ँसंनदा कठठी न ंनीं। और बदा र नदाड।ँद भनी कसौन गदाड़नप्रे दप्रे गदा। कदाररं ददा सदा ब नज़र कप्रे सलए

म।ँसड ंककलदायभग। छगोटदी छगोटदी बदात कप्रे सलए रदाय सदा ब कप्रे पदास फ़ररयदाद लप्रे

जदानदा भनी उधिचत न ंनीं। और कदाररं दप्रेकप्रे सदामनप्रेमप्रेरदी सनतदाक कसौन ं ै। उनसप्रेककछ
ंड,ततोँ कदाररं ददा दकमनक ंगो जदाय। जल मभ र कर मगर सप्रेब ैर करनदा लड़कपन ं ै।
भनीतर ंनी बबदाड।ँगदा।ं।ँ आड।ँगन ं ैतगो छगोटदा-सदा; लप्रेककन एक मड़ ैयदा डदाल दप्रे नप्रे सप्रे कदाम चल
जदायगदा। अभनी प लदा ंनी ब्यदान ं ै। पदाड।ँच सप्रेर सप्रेकम क्यदा दद ड दप्रे गनी। सप्रेर-भर तगो गगोबर
ंनी कगो चदाह ए। ंकवपयदा दद ड दप्रे खकर क ैसनी ललचदातनी र तनी ं ै। अब वपयप्रे श्जतनदा चदा
ंप्रे। कभनी-कभनी दगो-चदार सप्रेर मदासलकयों कगो दप्रे आयदा क।ँड गदा। कदाररं ददा सदा ब
ककी पजदाड भनी करननी ंनी ंगोगनी। और भगोलदा कप्रे ंकपए भनी दप्रे दप्रेनदा चदाह यप्रे। सगदाई कप्रे
ढकगोसलप्रेमभउसप्रेक्ययों डदालंड।ं।ँजगो आदमनी अपनप्रेऊपर इतनदा ववकवदास करप्रे ,उससप्रे
दग़दा करनदा ननीचतदा ं ै। अस्सनी ंकपए ककी गदाय मप्रेरप्रे ववकवदास पर दप्रे ददी। न ंनीं य ंदाड।ँ
तगो कगोई एक प ैसप्रे कगो न पनींतयदातदा। सन मभ क्यदा ककछ न समलप्रेगदा? अगर पच्चनीस
ंकपए भनी दप्रे दंड,ं।ँतगो भगोलदा कगो ढदाढ़स ंगो जदाय। सं नयदा सप्रेनदा क़ बतदा हदयदा। चपकप्रेक
सप्रेगदाय लप्रेकर बदाड।ँसं दप्रे तदा तगो चकरदा जदातनी। लगतनी पछनप्रेड,ककसककी गदाय ं ै? क ंदाड।ँ सप्रे
लदायप्रे?ंगो। ख़बड हदक करकप्रे तब बतदातदा; लप्रेककन जब पप्रेट मभ बदात पचप्रे भनी। कभनी
दगो-चदार प ैसप्रे ऊपर सप्रे आ जदातप्रे;उनकगो ैंभनी तगो न ंनीं छपदा सकतदा। और य
अच्छदा भनी ं ै। उसप्रे घर ककी धिचन्तदा र तनी; अगर ै उसप्रेमदालमड ंगो जदाय कक इनकप्रे
पदास भनी प ैसप्रे र तप्रे,तगो ं ैंककर नख़रप्रे बघदारनप्रे लगप्रे। गगोबर ज़रदा आलसनी,न ं ैनीं म ैं
गऊ ककी ऐसनी सप्रेवदा करतदा कक ज ैसनी चदाह ए। आलसनी-वदालसनी ककछ न ंनीं ं ै। इस
उसमर मभ कसौन आलसनी न ंनीं ंगोतदा। म ैं भनी ददाददा कप्रे सदामनप्रे मटरगस्तनी ंनी
ककयदा
करतदा थदा। बप्रेचदारप्रे प र रदात सप्रेककटदी कदाटनप्रेलगतप्रे। कभनी द्वदार पर झदाड़ड लगदातप्रे,
कभनी खप्रेत मभ खदाद संभ कतप्रे। म ैं पड़दा सगोतदा र तदा थदा। कभनी,तगोजगदाम ैंदप्रेतप्रेबबगड़
जदातदा और घर छगोड़कर भदाग जदानप्रे ककी संमककी दप्रे तदाथदा। लड़कप्रे जब अपनप्रे -मबंदांड।ँप
कप्रे सदामनप्रे भनी श्ज़ंदगनी कदा थगोड़दा-स सखक न भगोगभ ग, तत कर जब अपनस ससर पड़
गयनी तगो क्यदा भगोगभ गप्रे?ददाददा कप्रे मरतप्रे ंनी क्यदा म ैंनप्रेघर न ंनींस।ँभ
ड दाल सलयदा? सदारदा
गदाड।ँव य ंनी क तदा थदा कक ंगोरदी घर बरबदाद कर दप्रे गदा;लप्रेककन ससर पर बगोझ पड़तप्रे
ंनी
म ैंनप्रे ऐसदा चगोलदा बदलदा लगोगकक दप्रे खतप्रे र गयप्रे। सगोभदा और ंनीरदा अलग ंनी ंगो
गयप्रे,न ंनीं आज इस घर ककी और ंनी बदात ंगोतनी। तनीन ल एक सदाथ चलतप्रे। अब
तनीनयों अलग-अलग चलतप्रे ं ैं। , बससमय कदा संप्रे ं ै। सं नयदा कदा क्यदा दगोष थदा।

बप्रेचदारदी जब सप्रे घर मभ , आयनीकभ तगो आरदाम सप्रे न ब ैठठी। डगोलदी सप्रे उतरतप्रे ंनी
सदारदा
कदाम ससर पर उठदा सलयदा। अम्मदा कगो पदान ककी तर संप्रे रतनी र तनी थनी। श्जसनप्रे घर
कप्रे पनीछप्रे अपनप्रे कगो समटदा हदयदा,दप्रे वरदा नययों सप्रे कदाम करनप्रे कगो क तनी, तगोथनी क्यदा

बरदाक करतनी थनी। आणख़र उसप्रेभनी तगो ककछ आरदाम समलनदा चदाह यप्रे। लप्रेककन भदाग्य मभ
आरदाम सलखदा ंगोतदा तब तगो समलतदा। तब दप्रे वरयों कप्रे सलए मरतनी ,थनीअब अपनप्रे
बच्चयों कप्रे सलए मरतनी ं ै। व इतननी ससनीनी,ग़मख़गोर, नछदल न ंगोतनी,तगो आज
सगोभदा और ंनीरदा जगो मंडछयों।ँ पर तदाव दप्रे तप्रेककरतप्रे ं ैं,क ंनीं भनीख मदाडग
।ँ तप्रे ंगोतप्रे। आदमनी

ककतनदा स्वदाथनी ंगो जदातदा ं ै। श्जसकप्रे सलए लड़गो व ंनी जदान कदा दकमनक ंगो जदातदा
ं ै। ंगोरदी नप्रेककर पवदक
ड की ओर दप्रे खदा। सदाइत सभनसदार ंगो र ंदा ं ै। गगोबर कदा ंप्रे कगो
जगनप्रे
लगदा। न ंनीं,क कप्रे तगो य ंनी सगोयदा थदा कक म ैं अड।ँसंप्रेरप्रे ंनी चलदा जदाऊड।ँ गदा। जदाकर नदा तगो
गदाड़ दंड,ं।ँलप्रेककन न , ंनींजब तक गदाय द्वदार पर न आ जदाय, नदाड।ँद गदाड़नदा ठठीक
ंनीं। क ंनीं भगोलदा बदल गयप्रे यदा और ककसनी कदारन सप्रे गदाय , नतगोददीसदारदा गदाड।ँव
तदासलयदाड।ँ पनीटनप्रे लगप्रेगदा,चलप्रे थप्रे गदाय लप्रेनप्रे।पठनप्रेइतननी संकतनी सप्रेनदाड।ँद गदाड़ ददी, मदानगो
इसनी ककी कसर थनी। भगोलदा ं ै तगो अपनप्रे घर कदा मदासलक;लप्रेककन जब लड़कप्रे
सयदानप्रे ंगो गयप्रे,तगो बदाप ककी कसौन चलतनी ं ै। कदामतदा और जंगनी अकड़ जदायड।ँ,तगो
क्यदा भगोलदा अपनप्रेमन सप्रेगदाय मझप्रेकदप्रेदभग, कभनी न ंनीं।

स सदा गगोबर चगौंककर उठ ब ैठदा और आड।ँखभमलतदा ंकआ बगोलदा -- अरप्रे ! य तगो भगोर
ंगो गयदा। तमनप्रेकनदाड।ँद गदाड़ ददी ददाददा?
ंगोरदी गगोबर कप्रे सगहठतक शरदीर और चसौड़नी छदातनी ककी ओर गवदसप्रेदप्रेखकर और
मन मभ य सगोचतप्रे ंक ए कक क ंनीं इसप्रेगगोरस समलतदा, तगो क ै सदा पठदा ंगो
जदातदा,बगोलदा --
ंनीं,अभनी न ंनीं गदाड़नी। सगोचदा,क ंनीं न समलप्रे,तगो नदा क़ भद

ंगो। गगोबर नप्रे त्यगोरदी चढ़दाकर क ंदा-- समलप्रेगनी क्ययों न ?ंनीं

'उनकप्रे मन मभ कगोई चगोर प ैठ?'जदाय


'चगोर प ैठप्रे यदा डदाकड, गदाय तगो उन म ंभ दप्रे ननी ंनी पड़प्रेगनी।'

गगोबर नप्रेऔर ककछ न क ंदा। लदाठठी कंसंप्रेपर रखनी और चल हदयदा। ंगोरदी उसप्रेजदातप्रे
दप्रे खतदा ंकआ अपनदा कलप्रेजदा ठं ठदा करतदा र ंदा। अब लड़कप्रे ककी सगदाई मभ दप्रेर न
करननी चदाह यप्रे। सत वदाड।ँ लग ;गयदामगर करभ क ै?कसप्रेनीं प ैसप्रे कप्रे भनी दरसन ंयों।
जब सप्रे तनीनयों भदाइययों मभ अलगसौझदा ंगो ,गयदाघर ककी सदाख जदातनी र ंनी। म तगो
लड़कदा दप्रे खनप्रे आतप्रे,पर ं ैंघर ककी दशदा दप्रे खकर म।ँसड कनीकदा करकप्रे चलप्रेजदातप्रे ं ैं। दगो-
एक रदाज़नी भनी ंकए, तगो ंकपए मदाड।ँगतप्रे ं ैं।-तनीन दगोससौ लड़ककी कदा ददाम चकदायप्रेकऔर
इतनदा ंनी ऊपर सप्रे ख़चद करप्रे ,तब जदाकर ब्यदा ंगो। क ंदाड।ँ सप्रे आयप्रे इतनप्रे ंकपए। रदास
खसल ंदान मभतलक जदातनी ं ै। खदानप्रे-भर कगो भनी न ंनीं बचतदा। ब्यदा क ंदाड।ँ सप्रे?औरगो
अब तगो सगोनदा ब्यदा नप्रेयगोग्य ंगो गयनी। लड़कप्रे कदा ब्यदा न ंकआ, न स ंनी। लड़ककी
कदा ब्यदा न ंकआ, तगो सदारदी बबरदादरदी मभ ंड।ँसनी ंगोगनी। प लप्रेतगो उसनी ककी सगदाई
करननी ं ै,पनीछप्रे दप्रे खनी जदायगनी।

एक आदमनी नप्रे आकर रदाम-रदाम ककयदा और पछदाड -- तम मंक ंदारदी कगोठठी मभ ककछ
बदाड।ँस ंयोंगप्रे म तगो?

ंगोरदी नप्रे दप्रे खदा,मड़नी ब।ँस


ड दार सदामनप्रेखड़दा ं ै,नदाटदा कदालदा, ख़बड मगोटदा, चसौड़दा म।ँं
ड क,बड़नी-बड़नी
मंडछभभीँ,लदाल आड।ँखभ,कमर मभ बदाड।ँसटनप्रेकदानी कटदार खयोंसप्रे ंकए। सदाल मभ एक-दगो बदार आकर
धिचकभ,ककरससयदाड।ँ,मगोढ़प्रे , टगोकररयदाड।ँआहद बनदानप्रेकप्रे सलए ककछ बदाड।ँस कदाट लप्रे जदातदा थदा।
ंगोरदी पसन्न ंगो गयदा। मठठीक गमद ंगोनप्रेककी ककछ आशदा ब।ँडसंनी। धचसौरदी कगो लप्रे जदाकर
अपननी तनीनयों कगोहठयदाड।ँ हदखदायनीं,मगोल-भदाव ककयदा और पच्चनीस ंकपए स ैकड़प्रे मभ पचदास
बदाड।ँसयों कदा बयदानदा लप्रे सलयदा।

ककर दगोनयों लसौटप्रे । ंगोरदी नप्रे उसप्रे धिचलम वपलदायनी,जलपदान करदायदा और तब र


स्यमय भदाव सप्रे बगोलदा-- मप्रेरप्रे बदाड।ँस कभनी तनीस ंकपए सप्रे कम मभ ; नलप्रेककननींजदातप्रेमक
घर कप्रे आदमनी , ंगोतमसप्रेक्
क यदा मगोल-भदाव करतदा। तम मंक ंदारदा व लड़कदा, श्जसककी
सगदाई ंकई थनी, अभनी परदप्रे ससप्रे लसौटदा कक न ?ंनीं

धचसौरदी नप्रेधिचलम कदा दम लगदाकर खदाड।ँसतप्रे ंकए क ंदा -- उस लगौंडप्रे कप्रे पनीछप्रे तगो मर
समटदा म तगो! जवदान ब ंडघर मभ ब ैठठी थनी और व बबरदादरदी ककी एक दसरदीड औरत कप्रे
सदाथ परदप्रे स मभ मसौज करनप्रेचल हदयदा। ब ंडभनी दसरप्रेड कप्रे सदाथ नकल गयनी। बड़नी
नदाककस जदात ं ै,म तगो, ककसनी ककी न ंनीं ंगोतनी। ककतनदा समझदायदा कक तडजगो
चदा ंप्रे खदा,जगो चदा ंप्रे प न,मप्रेरदी नदाक न कटवदा,मददाक कसौन सनतदाक ं ै। औरत कगो
भगवदान णसब ककछ दप्रे ,ंडप न दप्रे , न ंनींव क़दाबडमभन ंनींर तनी। कगोहठयदाडत ।ँ गो ब।ँट

गयनी ंयोंगनी?

ंगोरदी नप्रेआकदाश ककी ओर दप्रे खदा और मदानगो उसककी म ंदानतदा मभ उड़तदा ंकआ बगोलदा --
सब ककछ ब।ँट
ड गयदा धचसौरदी! श्जनकगो लड़कयों ककी तर पदालदा-पगोसदा, व अब बरदाबर कप्रे ह
स्सप्रेददार; लप्रेककन ैं भदाई कदा ह स्सदा खदानप्रे ककी अपननी ननीयत न ंनीं ं ै। सइर तमसप्रेकपए
समलभग, सउर दगोनयों भदाइययों कगो बदाड।ँट दंडगदा।ं।ँ चदार हदन ककी श्ज़न्दगनी मभ क्ययों
ककसनी सप्रे छल-कपट क।ँड ।न ंनींक दंडकक।ँ बनीस ंकपए स ैकड़प्रेमभबप्रेचप्रे ं ैं तगो उन म ंभक्यदा
पतदा लगप्रेगदा। तमक उनसप्रेक नप्रेथगोड़प्रे ंनी जदाओगप्रे। तकम म ंभतगो म ैंनप्रेबरदाबर अपनदा भदाई
समझदा ं ै। व्यव ंदार मभ 'भदाईम' कप्रे अथदकदा ककतनदा ंनी दंकपयगोग करभ ,लप्रेककन
उसककी भदावनदा मभ जगो पववततदा,व ं ै मदारदी कदासलमदा सप्रे कभनी मसलन न ंनीं ंगोतनी।

ंगोरदी नप्रे अपत्यक्ष ंड प सप्रेय पस्तदाव करकप्रे धचसौरदी कप्रे म।ँं


ड कककी ओर दप्रे खदा कक व
स्वनीकदार करतदा ं ै यदा न ंनीं । उसकप्रे मखक पर ककछ ऐसदा समथ्यदा ववननीत भदाव
पकट ंकआ जगो सभक्षदा मदाड।ँगतप्रेसमय मगोटप्रे सभक्षककयों पर आ जदातदा ं ै।

धचसौरदी नप्रे ंगोरदी कदा आसन पदाकर चदाबकक जमदायदा -- मदारदा तम मंक ंदारदा परदानदाक भदाई
चदारदा ं ै म तगो,ऐसनी बदात ं ै भलदा;लप्रेककन बदात य ं ै कक ईमदान आदमनी बप्रेचतदा, ं ै
तगो ककसनी लदालच सप्रे। बनीस ंकपए न ंनींमप
ैं ंद ंकपए क ंडगदा।ँ; लप्रेककन जगो बनीस
ंकपए कप्रे ददाम लगो।

ंगोरदी नप्रे णखससयदाकर क दा-- तमक तगो धचसौरदी अड।ँसंप्रेर करतप्रे ंगो, बनीस ंकपए मभ क
ंनीं ऐसप्रे बदाड।ँस जदातप्रे? ं ैं

'ऐसप्रे क्यदा,इससप्रे अच्छप्रे सबदाड।ँजदातप्रे ं ैं दस ंकपए, परदाड।ँ दस कगोस और पश्च्छम चलप्रे


जदाओ। मगोल बदाड।ँस कदा न , ंनींश र ै कप्रे नगनीच ंगोनप्रे कदा ं ै। आदमनी सगोचतदा, श्जतननी ं ै
दप्रे र व ंदाड।ँ जदानप्रे मभ ,उतननीलगप्रेगनीदप्रे र मभ तगो-चदारदगो ंकपए कदा कदाम ंगो जदायगदा।'

ससौददा पट गयदा। धचसौरदी नप्रे समरज़ई उतदार कर छदान पर रख ददी और बदाड।ँस कदाटनप्रे
लगदा। ऊख ककी ससंचदाई ंगो र ंनी थनी। ंनीरदा-ब ंडकलप्रेवदा लप्रेकर ककएड।ँपर जदा र ंनी थनी।
धचसौरदी कगो बदाड।ँस कदाटतप्रेदप्रेखकर घघटंडं।ँ कप्रे अन्दर सप्रेबगोलदी -- कसौन बदाड।ँस कदाटतदा? ं ै
य ंदाड।ँ बदाड।ँस न कटभ गप्रे।

धचसौरदी नप्रे ंदाथ रगोककर क ंदा-- बदाड।ँस मगोल सलए, ंकपए स ैकड़प्रे कदा बयदानदा
पंद ैं
ंकआ ं ै। सभत मभ न ंनींकदाट र ंप्रे ं ैं।

ंनीरदा-ब ंडअपनप्रेघर ककी मदालककन थनी। उसनी कप्रे ववदगोसप्रेभदाइययों मभ अलगसौझदा ंकआ
थदा। सं नयदा कगो परदास्त करकप्रे शप्रेर ंगो गयनी थनी। ंनीरदा कभनी-कभनी उसप्रे पनीटतदा थदा।
अभनी ंदाल मभ इतनदा मदारदा थदा कक व कई हदन तक खदाट सप्रे न उठ सककी,लप्रेककन
अपननी पददाधधिकदार व ककसनी तर न छगोड़तनी थनी। ंनीरदा कक्रगो मभ उसप्रे मदारतदा; थदा
लप्रेककन चलतदा थदा उसनी कप्रे इशदारयों ,परउस घगोड़प्रे ककी भदाड।ँ त जगो कभनी- स्वदामनी
कगो लदात मदारकर भनी उसनी कप्रे आसन कप्रे ननीचप्रे चलतदा ं ै। कलप्रेवप्रे ककी टगोकरदी ससर सप्रे
उतदार कर बगोलदी -- पंद ंकपए मभ मदारप्रे बदाड।ँस न जदायगप्रे।ंड।ँ

धचसौरदी औरत जदात सप्रे इस ववषय मभ -बदातचनीत करनदा ननी त-ववद् क सं समझतप्रे थप्रे।
बगोलप्रे-- जदाकर अपनप्रेआदमनी कगो भप्रेज दप्रे । जगो ककछ क नदा ंगो, आकर क ंभ।

ंनीरदा-ब ंडकदा नदाम थदा पन्ननी।ंक बच्चप्रेदगो ंनी ंकए थप्रे। लप्रेककन ढल गयनी थनी। बनदाव-
ससंगदार सप्रे समय कप्रे आघदात कदा शमन करनदा चदा तनी, लप्रेककनथनी ग ं ृस्थनी मभ
भगोजन ंनी कदा हठकदानदा न थदा, ससंगदार कप्रे सलएसप्रेप ै क ंदाड।ँ सप्रे आतप्रे। इस अभदाव और
वववशतदा नप्रेउसककी पक ृत कदा जल सखदाकरु कठगोर और शकष्क बनदा हदयदा थदा,
श्जस पर एक बदार संदावड़दा भनी उचट जदातदा थदा। समनीप आकर धचसौरदी कदा ंदाथ
पकड़नप्रे ककी चप्रेष म टदाकरतनी ंकई बगोलदी -- आदमनी कगो क्ययों भप्रेज दंड।ं।ँजगो ककछ क नदा
ंगो, मझसप्रेकक ंगो न। म ैंनप्रेक हदयदा, मप्रेरप्रे सबदाड।ँन कटभ गप्रे।

धचसौरदी ंदाथ छकड़दातदा थदा, और पन्ननीक बदार-बदार पकड़ लप्रेतनी थनी। एक समनट तक य
ंनी ंदाथदा-पदाई ंगोतनी र ंनी। अंत मभ धचसौरदी नप्रेउसप्रेज़गोर सप्रेपनीछप्रे ढकप्रेल हदयदा। पन्ननीक
संक्कदा खदाकर धिगर पड़नी; मगर ककर स।ँभ
ड लदी और पदाड।ँव सप्रेतल्लदी नकदालकर धचसौरदी
कप्रे ससर,म।ँं
ड क,पनीठ पर अंसससंदांंक जमदानप्रेलगनी। ब।ँस
ड गोर ंगोकर उसप्रेढकप्रेल दप्रे ? उसकदा
अपमदान! मदारतनी जदातनी थनी और रगोतनी भनी जदातनी थनी। धचसौरदी उसप्रे संक्कदा दप्रे कर --
नदारदी जदा त पर बल कदा पयगोग करकप्रे -- गच्चदा खदा चकदाक थदा। खड़प्रे-खड़प्रे मदार खदानप्रेकप्रे
ससवदा इस संकट सप्रेबचनप्रेककी उसकप्रे पदास और कगोई दवदा न थनी। पन्ननीक
कदा रगोनदा सनकरु ंगोरदी भनी दसौड़दा ंकआ आयदा। पन्ननीक नप्रेउसप्रेदप्रेखकर और ज़गोर सप्रे
धिचल्लदानदा शकड ककयदा।

ंगोरदी नप्रे समझदा,धचसौरदी नप्रेपकनयदा कगो मदारदा ं ै। ख़नड नप्रेजगोश मदारदा और अलगसौझप्रे
ककी ऊड।ँचनी बदाड।ँसं कगो तगोड़तदा ंकआ, सब ककछ अपनप्रेअंदर समप्रेटनप्रेकप्रे सलए बदा र
नकल पड़दा। धचसौरदी कगो ज़गोर सप्रे एक लदात जमदाकर बगोलदा-- अब अपनदा भलदा
चदा तप्रे ंगो धचसौरदी, तगो य ंदाड।ँ सप्रे चलप्रे ,जदाओननींतम मंक ंदारदी ल ंदास उठप्रे गनी। तमनप्रेकअपनप्रे
कगो समझदा क्यदा ं ै? तम मंक ंदारदी इतननी मजदाल कक मप्रेरदी ब ंडपर ंदाथ उठदाओ।

धचसौरदी क़समभ -खदाकर अपननी सफ़दाई दप्रे नप्रे लगदा। तश्ल्लययों ककी चगोट मभ उसककी
अपररदानी आत्मदा मसौन थनी। य लदात उसप्रे नरपररदा समलदी और उसकप्रे संडलप्रे ए
ंक
गदाल आड।ँसओंंकसप्रेभनींग गयप्रे। उसनप्रेतगो ब ंडकगो छकआ भनी न ंनीं। क्यदा व इतनदा
ग।ँडवदार ं ैकक म तगो कप्रे घर ककी औरतयों पर ंदाथ उठदायप्रेगदा।
ंगोरदी नप्रे अववक वदास करकप्रे क आड।ँखयों मभ संल मत झयोंकगो धचसौरदी, तमनप्रेकछ
ंदा--
ंड ंक ंक
क ंदा न ंनीं,तगो ब ंडझठड-मठड ं ै? ंकपए ककी गमनी ं ै,तगो नकदाल ददी जदायगनी।
रगोतनी व
अलग ं ैंतगो क्यदा आ, ं ैंतगो एक ख़न।ंड कगोई तरछठी आड।ँख सप्रेदप्रेखप्रे,तगो आड।ँख
ंक
नकदाल लभ।

पन्ननीक चंडनी बननी ंकई थनी। गलदा संदाड़कर बगोलदी -- तनप्रेडमझझप्रेक्


क कदा दप्रे कर धिगरदा न ंनीं
हदयदा? खदा जदा अपनप्रे बप्रेटप्रे ककी क़सम!

ंनीरदा कगो भनी ख़बर समलदी कक धचसौरदी और पकनयदा मभ लड़दाई ंगो र ंनी ं ै। धचसौरदी नप्रे
पकनयदा कगो संक्कदा हदयदा। पकनयदा नप्रेउसप्रेतश्ल्लययों सप्रेपनीटदा। उसनप्रेपरु व ंनींछगोड़दा
और औंगनी सलए घटनदास्थल ककी ओर चलदा। गदाड।ँव मभ अपनप्रे कक्रगो कप्रे सलसए पससद्
थदा। छगोटदा डनील, गठदा आ शरदीर, आड।ँखभ कसौड़नी ककी तर नकल आयनी थनीं और गददन
ंक
ककी नसभ तन गयनी ;थनीमगर उसप्रे धचसौरदी पर कक्रगो न थदा,कक्रगो थदा पकनयदा पर। व
क्ययों धचसौरदी सप्रे लड़नी? क्ययों उसककी इज़्ज़त समटदी मभ समलदा ?ददीब।ँस
ड गोर सप्रेलड़नप्रे -
झगड़नप्रे कदा उसप्रे क्यदा पयगोजन ?थदाउसप्रे जदाकर ंनीरदा सप्रे सदारदा समदाचदार क दप्रे नदा
चदाह ए थदा। ंनीरदा ज ैसदा उधिचत समझतदा,करतदा। उससप्रे लड़नप्रे क्ययों गयनी?उसकदा

बस ंगोतदा, तगो व पकनयदा कगो पदप्रे र णमभ रखतदा। पकनयदा ककसनी बड़प्रेसप्रेम।ँं
ड कखगोलकर
बदातभ करप्रे ,य उसप्रे असह्यथदा। व ख़द क श्जतनदा उद् दं ड थदा,पकनयदा कगो उतनदा ंनी
शदांत रखनदा चदा तदा थदा। जब भ ैयदा नप्रे पंद ंकपयप्रे मभ ससौददा , करतगो सलयदाबनीच
मभ कडदनप्रेवदालदी कसौन! आतप्रे ंनी उसनप्रेपन्ननीक कदा ंदाथ पकड़ सलयदा और घसनीटतदा
ंकआ अलग लप्रे जदाकर लगदा लदातभ जमदानप्रे--रदामज़दाददी, तड मदारदी नदाक कटदानप्रेपर
लगनी ंकई ं ै! तडछगोटप्रे -छगोटप्रे आदसमययों सप्रे लड़तनी ककरतनी, ककसककी ै पगड़नी ननीचनी
ंगोतनी ं ै बतदा! । ( एक लदात और जमदाकर) म तगो व ंदाड।ँ कलप्रेऊ ककी बदाट दप्रे ख र ंप्रे
ं ैं,तय
ड ंदाड।ँलड़दाई ठदानप्रेब ैठठी ं ै। इतननी बप्रेसमनी! आड।ँख कदा पदाननी ऐसदा धिगर गयदा!
खगोदकर गदाड़ दंडगदा।ं।ँ

पन्ननीक ंदाय- ंदाय करतनी जदातनी थनी और कगोसतनी जदातनी थनी, 'तप्रेरदी समटदी उठप्रे ,तझप्रेक
ं ैज़दा ंगो जदाय, तझप्रेकमरदी आयप्रे,दप्रे वनी म ैयदा तझप्रेकलदील जदाय,ंडत
।ँ झप्रेकइन्पलएंजदाक ंगो जदाय।
भगवदान णकरप्रे , तडकगोढ़दी ंगो जदाय। ंदाथ-पदाड।ँव कट-कट धिगरभ ।'

और गदासलयदाड।ँ तगो ंनीरदा खड़दा-ड़दा सनतदाक र ंदा, लप्रेककन य वपछलदी गदालदी उसप्रे लग
गयनी। ं ैज़दा,मरदी आहद मभ ववशप्रेष कष्नटथदा। सइर बनीमदार पड़प्रे,सउर बबददा ंगो
गयप्रे,लप्रेककन कगोढ़! य घनसौननी मसौत,और उससप्रे भनी घनसौनदा जनीवन। व तलसमलदा उठदा,
ददाड।ँत पनीसतदा ंकआ ककर पन
क यदा पर झपटदा और झगोटप्रे पकड़कर ककर उसकदा ससर
ज़मनीन पर रगड़तदा ंकआ बगोलदा -- ंदाथ-पदाव कटकर धिगर जदायगप्रे।ँड,तगो म ैं तझप्रेकलप्रेकर
चदाटंडगदा!ं।ँ तड ंनी मप्रेरप्रेबदाल-बच्चयों कगो पदालप्रेगनी? ऐं! तड ंनी इतननी बड़नी धिगरस्तनी
चलदायप्रेगनी? तडतगो दसरदाड भरतदार करकप्रे ककनदारप्रे खड़नी ंगो जदायगनी।

धचसौरदी कगो पकनयदा ककी इस दगदत क पर दयदा आ गयनी। ंनीरदा कगो उददारतदापवदकड
समझदानप्रे लगदा-- ंनीरदा म तगो, अब जदानप्रे दगो,ब ंकत ंकआ। क्यदा ंकआ, ब ंडनप्रेमझप्रेक
मदारदा। म ैंतगो छगोटदा न ंनीं ंगो गयदा। संन्य भदाग कक भगवदान णनप्रेय तगो हदखदायदा।

ंनीरदा नप्रे धचसौरदी कगो डदाड।ँटदा--तमक चपक र ंगो धचसौरदी, न ंनीं मप्रेरप्रे कक्रगो मभ पड़ जदाओगप्रे तगो बरदाक
ंगोगदा। औरत जदात इसनी तर बकतनी ं ै। आज कगो तकमसप्रेलड़ गयनी, कल कगो दसरयोंंड
सप्रेलड़ जदायगनी। तमक भलप्रेमदानस ंगो, ंड।ँसकर टदाल गयप्रे,दसरदाड तगो बरददास न करप्रे गदा। क
ंनीं उसनप्रे भनी ंदाथ छगोड़ हदयदा,तगो ककतननी आबड र जदायप्रेगनी,बतदाओ।

इस ख़यदाल नप्रे उसकप्रे कक्रगो कगो ककर भड़कदायदा। लपकदा थदा कक ंगोरदी नप्रे दसौड़कर
पकड़ सलयदा और उसप्रेपनीछप्रे टदातप्रे ंकए बगोलदा -- अरप्रे ंगो तगो गयदा। दप्रे ख तगो सलयदा द
ंकनयदा नप्रेकक बड़प्रेब ंदादरु ंगो। अब क्यदा उसप्रेपनीसकर पनी जदाओगप्रे ?
ंनीरदा अब भनी बड़प्रे भदाई कदा अदब करतदा थदा। ससनीप्रे-ससनीप्रे न लड़तदा थदा। चदा तदा तगो
एक झटकप्रे मभ अपनदा ंदाथ छकड़दा लप्रेतदा; लप्रेककन इतननी बप्रेअदबनी न कर सकदा। धचसौरदी ककी
ओर दप्रे खकर बगोलदा-- अब खड़प्रे क्यदा तदाकतप्रे ंगो। जदाकर अपनप्रे बदाडस
।ँ कदाटगो। म ैंनप्रे स ंनी
कर हदयदा। पंद ंकपए स ैकड़प्रे मभ तय ं ै।

ंदाड।ँतगो पन्ननीक रगो र ंनी थनी। क ंदाड।ँझमककर उठठी और अपनदा ससर पनीटकर बगोलदी -- लगदा
दप्रे घर मभ आग,मझप्रेक्
क यदा करनदा ं ै। भदाग संडट गयदा कक तम-क ज ैसनी क़सदाई कप्रे पदालप्रे पड़नी।
लगदा दप्रे घर मभ आग! उसनप्रे कलप्रेऊ ककी टगोकरदी व ंनीं छगोड़ ददी और घर ककी ओर चलदी।

ंनीरदा गरजदा -- व ंदाड।ँ क ंदाड।ँ जदातनी,चल ं ैंककएड।ँपर, न ंनींख़नड पनी जदाऊड।ँगदा।

पकनयदा कप्रे पदाड।ँव ंकक गयप्रे। इस नदाटक कदा दसरदाड अंक न खप्रेलनदा चदा तनी थनी। चपकप्रेक
सप्रेटगोकरदी उठदाकर रगोतनी ंकई ककएड।ँककी ओर चलदी। ंनीरदा भनी पनीछप्रे -पनीछप्रे चलदा। ंगोरदी नप्रे क
ंदा -- अब ककर मदार-संदाड़ न करनदा। इससप्रेऔरत बप्रेसरम ंगो जदातनी ं ै।

नयदा नप्रे द्वदार पर आकर ंदाड।ँ क लगदायनी--तमक व ंदाड।ँ खड़प्रे-खड़प्रे क्यदा तमदाशदा दप्रे ख र ंप्रे
ंगो। कगोई तम मंक ंदारदी सनतदाक भनी ं ैकक ययों ंनी सशक्षदा दप्रे र ंप्रे ंगो। उस हदन इसनी ब
ंड नप्रेतम मंक ंभ घंडघट।ँ ककी आड़ मभ डदाढ़दीजदार क ंदा थदा, भलड गयप्रे। ब ंक ररयदा ंगोकर
परदायप्रे मरदयों सप्रे लड़प्रेगनी,तगो डदाड।ँटदी न जदायप्रेगनी।

ंगोरदी द्वदार पर आकर नटखटपन कप्रे सदाथ बगोलदा-- और जगो म ैंइसनी तर तझप्रेक
मदाडड।ँ?

'क्यदा कभनी मदारदा न ंनीं , जगो ै मदारनप्रेककी ससदा बननी ंकई ं ै?'

'इतननी बप्रेदरददी सप्रे मदारतदा,ंगो तघ


ड र छगोड़कर भदाग जदातनी! पन
क यदा बड़नी ग़मख़गोर ं ै।'

'ओ ंगो! ऐसप्रे ंनी तगो बड़प्रे दरदवदालप्रे ंगो। अभनी तकमदार कदा ददाग़ बनदा ंकआ ं ै। ंनीरदा
मदारतदा ं ैतगो दलदारतदाक भनी ं ै। तमनप्रेकख़दालदी मदारनदा सनीखदा, दलदारु करनदा सनीखदा ंनी
न ंनीं। म ैंंनी ऐसनी ंडकक।ँ तम मंक ंदारप्रे सदाथ नबदा ंकआ।'

'अच्छदा र नप्रे दप्रे ,ब ंकत अपनदा बखदान न कर! तड ंनी ंडठ-ंडठकर न ै र भदागतनी थनी।
'जब म ंनीनयों ख़शदामद क करतदा थदा, तब जदाकर आतनी थनी!'

'जब अपननी गरज सतदातनी थनी, तब मनदानप्रेजदातप्रेथप्रेलदालदा! मप्रेरप्रेदलदारु सप्रेन ंनींजदातप्रे थप्रे।'

'इसनी सप्रेतगो म ैंसबसप्रेतप्रेरदा बखदान करतदा ंड।'ं।ँ

व ैवदाह क जनीवन कप्रे पभदात मभ लदालसदा अपननी गलदाबनीक मदादकतदा कप्रे सदाथ उदय ंगोतनी
ं ैऔर हृदय कप्रे सदारप्रे आकदाश कगो अपनप्रेसमदायदक
क की सनक रदी ककरणयों सप्रेरंश्जत कर
दप्रे तनी ं ै। ककर मध्यदाह्न कदा पखर तदाप आतदा, क्षण ै-क्षण पर बगलप्रेडउठतप्रे ं ैं,और
पथ्वनी ृ कदाड।ँपनप्रेलगतनी ं ै। लदालसदा कदा सनक रदा आवरण ट जदातदा ं ैऔर
वदास्तववकतदा अपनप्रे नग्न ंडप मभ सदामनप्रे आ खड़नी ं ै। उसकप्रे बदाद ववशदाममय
सन्ध्यदा आतनी ं ै,शनीतल और शदान्त, जब म थकप्रे ंकए पधिथकयों ककी भदाड।ँ त हदन-भर
ककी यदातदा कदा वत्तदान्त ृ क तप्रेऔर सनतप्रेक ं ैंतटस्थ भदाव सप्रे,मदानगो म ककसनी ऊड।ँ चप्रे
सशखर पर जदा ब ैठप्रे ं ैंज ंदाडन
।ँ नीचप्रेकदा जनडरव म तक न ंनींप ंकड।ँचतदा।

नयदा नप्रे आड।ँखयों मभ रस भरकर-- कचलगोदा-चलगो, बड़प्रे बखदान करनप्रेवदालप्रे। -ज़रदासदा कगोई
कदाम बबगड़ जदाय, तगो गरदन पर सवदार ंगो जदातप्रे ंगो।

ंगोरदी नप्रे मनीठप्रे उलदा नप्रे कप्रे सदाथ --क लप्रेदा,अब य ंनी तप्रेरदी बप्रेइंसदाफ़की मझप्रेकअच्छठी
न ंनींलगतनी सं नयदा! भगोलदा सप्रेपछड, म ैंनप्रे उनसप्रे तप्रेरप्रे बदारप्रे मभ ?क्यदा क ंदा थदा सं नयदा

नप्रे बदात बदलकर क ंदा-- दप्रे खगो,गगोबर गदाय लप्रेकर आतदा ं ै कक ख़दालदी ंदाथ।

धचसौरदी नप्रे पसनीनप्रे मभ -पथलथआकर क ंदा -- म तगो, चलकर बदाड।ँस धिगन लगो। कल
ठप्रे लदा लदाकर उठदा लप्रे जदाऊड।ँ गदा।

ंगोरदी नप्रे बदाड।ँस धिगननप्रे ककी ज़डरत न समझनी। धचसौरदी ऐसदा आदमनी न ंनीं ं ै। ककर एककदा
बदाड।ँस बप्रेसनी ंनी कदाट ,लप्रेगदातगोक्यदा। रगोज़ ंनी तगो म।ँग
ड ननी बदाड।ँस कटतप्रेर तप्रे ं ैं।
ंदालगयों मभ तगो मंडप बनदानप्रे कप्रे सलए लगोग दरजनयों बदाड।ँस कदाट लप्रे जदानतप्रेरदी ं ैं। नप्रे सदाढ़प्रे सदात
ंकपए नकदालकर उसकप्रे ंदाथ मभ रख हदयप्रे।

ंगोरदी नप्रे धिगनकर क ंदा-- और नकदालगो। ह सदाब सप्रे ढदाई और ंगोतप्रे ं ैं।
धचसौरदी नप्रेबप्रेमरसौवतनीक सप्रेक ंदा -- पंद ंकपयप्रेमभतय ंक ं ैंकक न ंनीं?

'पंद ंकपए मभ ,नबनीसनीं ंकपयप्रे मभ ।'

' ंनीरदा म तगो नप्रेतम मंक ंकपयप्रेक ंप्रेथप्रे। क ंगो तगो बलदाक लदाऊड।ँ।'
ंदारप्रे सदामनप्रेपंद

'तय तगो बनीस ंकपयप्रेमभंनी ंकए थप्रेधचसौरदी! अब तम मंक ंदारदी जनीत ं ै,जगो चदा ंगो क ंगो।
ढदाई ंकपयप्रे नकलतप्रे, त ैंमक दगो ंनी दप्रे दगो।'

मगर धचसौरदी कच्चनी गगोसलयदाड।ँन खप्रेलदा थदा। अब उसप्रेककसकदा डर। ंगोरदी कप्रे म।ँं
ड कमभ तगो
तदालदा पड़दा ंकआ थदा। क्यदा क ंप्रे,मदाथदा ठयोंककर र गयदा। बस इतनदा बगोलदा --
अच्छठी बदात न ंनीं , ं ैधचसौरदी, दगो ंकपए दबदाकर रदाजदा न गो जदाओगप्रे।

धचसौरदी तनीक्ष्ण स्वर मभ बगोलदा-- और तमक क्यदा भदाइययों कप्रे थगोड़प्रे-सप्रे प ैसप्रे दबदाकर रदाजदा
ंगो जदाओगप्रे? ढदाई ंक पयप्रे पर अपनदा ईमदान बबगदाड़ र ंप्रे , थप्रेउस पर मझप्रेकउपदप्रे स
दप्रे तप्रे ंगो। अभनी परददा खगोल दंड,ं।ँतगो ससर ननीचदा ंगो जदाय।

ंगोरदी पर ज ैसप्रेस ैकड़यों जतप्रेडपड़ गयप्रे। धचसौरदी तगो ंकपए सदामनप्रेज़मनीन पर रखकर
चलदा गयदा; पर व ननीम कप्रे ननीचप्रे ब ैठदा बड़नी दप्रे र तक पछतदातदा र ंदा। व ककतनदा
लगोभनी और स्वदाथनी, इसकदा उसप्रे आज पतदा चलदा। धचसौरदी नप्रे ढदाई ंकपए दप्रे हदयप्रे , ंगोतप्रे
तगो व ख़शनीक सप्रेककतनदा संडल उठतदा। अपननी चदालदाककी कगो सरदा तदा कक ब ैठप्रे-ब ैठदाए
ढदाई ंकपए समल गयप्रे। ठगोकर खदाकर ंनी तगो म सदाववदाननी कप्रे सदाथ पग उठदातप्रे ं ैं।
नयदा अंदर चलदी गयनी थनी। बदा र आयनी तगो ंकपए ज़मनीन पर पड़प्रे दप्रे खप्रे,धिगनकर
बगोलदी -- और ंकपए क्यदा ंकए, दस न चदाह ए?

ंगोरदी नप्रेलंबदा म।ँं


ड कबनदाकर क ंदा -- ंनीरदा नप्रे पंद ंकपए मदंप्रेंह
ं दयप्रे ,तगो म ैं क्यदा
करतदा।

ंनीरदा पदाड।ँच ंकपए मभ दप्रे दप्रे । म न ंनीं दप्रे तप्रे' इन ददामयों।

'व ंदाड।ँ मदार-पनीट ंगो र ंनी थनी। म ैं बनीच मभ क्यदा बगोलतदा।'


ंगोरदी नप्रे अपननी परदाजय अपनप्रे मन मभ ंनी डदाल,ज ैसप्रेलदी कगोई चगोरदी सप्रे आम तगोड़नप्रे कप्रे
सलए पप्रेड़ पर चढ़प्रे और धिगर पड़नप्रेपर संलड झदाड़तदा ंकआ उठ खड़दा ंगो कक कगोई
दप्रे ख न लप्रे। जनीतकर आप अपननी संगोखप्रेबदाश्ज़ययों ककी डनींग मदार सकतप्रे;जनीत सप्रे ैं
सब-ककछ मदाफ़ ं ै। ंदार ककी लज्जदा तगो पनी जदानप्रेककी ंनी वस्तक ं ै। सं नयदा प त
कगो संटकदारनप्रेलगनी। ऐसप्रेसअवसरु उसप्रेब ंकत कम समलतप्रेथप्रे। ंगोरदी उससप्रेचतरु
थदा; पर आज बदाज़नी सं नयदा कप्रे ंदाथ थनी।

ंदाथ मटकदाकर बगोलदी -- क्ययों न ंगो, भदाई नप्रे पंद ंकपयप्रे क ,हदयप्रेतगोतमक क ैसप्रे
टगोकतप्रे। अरप्रे रदाम-रदाम! लदाड़लप्रे भदाई कदा हदल छगोटदा ंगो जदातदा कक न ंनीं। ककर
जब
इतनदा बड़दा अनथद ंगो र ंदा थदा कक लदाड़लदी ब ंडकप्रे गलप्रेपर छकरदी चल र ंनी थनी,
तगो भलदा तमक क ैसप्रेबगोलतप्रे। उस बखत कगोई तम मंक ंदारदा सरबस लटड लप्रेतदा, तगो भनी
तम मंक ंभ ससक न ंगोतनी।

ंगोरदी चपचदापक सनतदाक र ंदा। समनकदा तक न ंनीं। झ।ँ झ ड लदाक ट ंकई, कक्रगो आयदा,
ख़नस
खसौलदा, आड।ँख जलदी,ददाड।ँत वपसप्रे;लककन बगोलदा न ंनीं। चपकप्रे-सप्रेकददाल उठदायनी और
ऊख
गगोड़नप्रे चलदा। ंक ंक

सं नयदा नप्रेकददाल छठीनकर क ंदा -- क्यदा अभनी सबप्रेरदा ं ै जगो ऊख गगोड़नप्रे ?


चलप्रेसरज
ंक ंड
दप्रे वतदा मदाथप्रे पर आ गयप्रे। नप्रे-संगोनप्रेदा जदाओ। रगोटदी त ैयदार ै।
ंगोरदी नप्रेघन्नदाकरु क ंदा -- मझप्रेकभखड न ंनीं ं ै।

नयदा नप्रे जलप्रे पर नगोन छड़कदा-- ंदाड।ँकदा ंप्रेकगो भखड लगप्रेगनी। भदाई नप्रेबड़प्रे-बड़प्रे लड्डड
णखलदा हदयप्रे ं ैंन! भगवदान णऐसप्रेसपतड भदाई सबकगो दभ ।

ंगोरदी बबगड़दा। कक्रगो अब रश्स्सयदाडत


।ँ ड़दाक र ंदा थदा -- तडआज मदार खदानप्रेपर लगनी ंकई
ं ै।

नयदा नप्रे नक़लदी ववनय कदा नदाटक करकप्रे क --ंदा क्यदा क।ँड ,तमक दलदारु ंनी इतनदा
करतप्रे ंगो कक मप्रेरदा ससर ककर गयदा ं ै।

'तडघर मभ र नप्रेदप्रेगनी कक न ंनीं?'


'घर तम मंक ंदारदा, मदासलक तम,क म ैंभलदा कसौन ंगोतनी ंडत।ँम मंक ंभघर सप्रे
नकदालनप्रेवदालदी।'
ंगोरदी आज सं नयदा सप्रे ककसनी तरपप्रेश ननींपदा सकतदा। उसककी अक्ल ज ैसप्रेकंद क ंगो
गयनी ं ै। इन व्यंग्य-बदाणयों कप्रे रगोकनप्रे कप्रे सलए उसकप्रे पदास कगोई ढदाल न ंनीं ं ै। संनीरप्रे
सप्रेककददाल रख ददी और गमछदा लप्रेकर न ंदानप्रेचलदा गयदा। लसौटदा कगोई सआ घंटप्रेमभ;
मगर गगोबर अभनी तक न आयदा थदा। अकप्रे लप्रे क ै सप्रे भगोजन करप्रे । लगौंडदा व ंदाड।ँ जदा कर

सगो र ंदा। भगोलदा ककी व मदमदातनी छगोकरदी ं ैन झन क यदा। उसकप्रे सदाथ ड।ँसनी-हदल्लगनी
कर र ंदा ंगोगदा। कल भनी तगो उसकप्रे पनीछप्रे लगदा ंकआ थदा। न ंनींगदाय ददी, तगो लसौट
क्ययों न ंनीं आयदा। क्यदा व ंदाड।ँ ढई दप्रे गदा।

सं नयदा नप्रे क ंदा-- अब खड़प्रे क्यदा ?ंगो गगोबर सदाड।ँझ कगो आयप्रेगदा। ंगोरदी नप्रेऔर ककछ
न क ंदा। क ंनींसं नयदा ककर न ककछ क ब ैठप्रे।
भगोजन करकप्रे ननीम ककी छदाड।ँ मभ लप्रेट
ंदा। ंडपदा रगोतनी ंकई आई नंगप्रेबदन एक ल।ँ ग
ड गोटदी लगदायप्रे,झबरप्रे बदाल सइर-सउर
बबखरप्रे ंकए। ंगोरदी ककी छदातनी पर लगोट गयनी। उसककी बड़नी ब न सगोनदा क तनी ं ै--
गदाय आयप्रेगनी,तगो उसकदा गगोबर म ैंपदाथगनी।ंडं।ँ ंडपदा य न ंनींबरददाकत कर सकतनी।
सगोनदा ऐसनी क ंदाड।ँ ककी बड़नी रदाननी ं ै सदारदाकक गगोबर आप पदाथ डदालप्रे। ंडपदा उससप्रे
ककस बदात मभ कम ं ै। सगोनदा रगोटदी पकदातनी,तगो ं ैक्यदा ंडपदा बरतन न ंनीं मदाड।ँजतनी?

सगोनदा पदाननी लदातनी ं ै,तगो क्यदा ंडपदा ककएड।ँपर रस्सनी न ंनींलप्रेजदातनी? सगोनदा तगो कलसदा

भरकर इठलदातनी चलदी आतनी ं ै। रस्सनी समप्रेटकर ंडपदा ंनी लदातनी ं ै। गगोबर दगोनयों

सदाथ पदाथतनी ं ैं।सगोनदा खप्रेत गगोड़नप्रे जदातनी, तगो ै क्यदा ंडपदा बकरदी चरदानप्रे न ंनीं
जदातनी? ककर सगोनदा क्ययों अकप्रे लदी गगोबर पदाथप्रेगनी?य अन्यदाय ंडपदा क ै सप्रे स? ंप्रे
ंगोरदी नप्रेउसकप्रे भगोलप्रेपन पर मग मसंक ंगोकर क ंदा -- न ंनीं,गदाय कदा गगोबर
तडपदाथनदा सगोनदा गदाय कप्रे पदास जदायप्रे तगो भगदा दप्रे नदा।

ंडपदा नप्रे वपतदा कप्रे गलप्रे मभ ंदाथर डदालक -- दद ड भनी म ैंंनी द ंकंडगनी।ं।ँ

ंदाड।ँ-ंदाड।ँ,तडन द ंकप्रेगनी तगो और कसौन द

ंकप्रेगदा?' 'व मप्रेरदी गदाय ंगोगनी।'

ंदाड।ँ,सगोल ंगो आनप्रे तप्रेरदी।'

ंडपदा पसन्न ंगोकर अपननी ववजय कदा शकभ समदाचदार परदाश्जतदा सगोनदा कगो सनदानप्रेक
चलदी गयनी। गदाय मप्रेरदी ंगोगनी,उसकदा दद ड म ैंदं
क डगनीभीँ, उसकदा गगोबर म ैंपदाथगनींडं।ँ, तझप्रेक
ककछ न समलप्रेगदा। सगोनदा उम्र सप्रेककशगोरदी, दस कस गठन ममयवतड़ और बदद ध सस
बदासलकदा थनी, ज ैसप्रे उसकदा यसौवन उसप्रे आगप्रे खनींचतदा,बलपनथदा पनीछप्रे । कछ बदातयों मभ
ंक
इतननी चतर कक गप्रेजएट यव तययों कगो पढ़दायप्रे ,कछ बदातयों मभ इतननी अल म ड़ कक
ंक ंक ंक ंक
सशशकओंसप्रेभनी पनीछप्रे । लंबदा, ंडखदा, ककंतकपसन्न मखक, ठगोड़नी ननीचप्रेकगो णखंचनी ई,
ंक
आड।ँखयों मभ एक पकदार ककी तश्प्त न कप्रेशयों मभ तप्रेल, न आड।ँखयों मभ कदाजल,नदप्रे पर
ं ृ
कगोई आभषण, ज ैसप्रेग स्थनी कप्रे भदार नप्रेयसौवन कगो दबदाकर बसौनदा कर हदयदा ंगो।
ंड ं ृ
ससर कगो एक झटकदा दप्रे कर बगोलदी-- जदा तडगगोबर पदाथ। जब तडदद ड द ंककर रखप्रेगनी
तगो म ैं पनी जदाऊड।ँ गनी।
'म ैंदद ड ककी ंदाड।ँड़नी तदालप्रेमभबंद करकप्रे
रखगनी।ंडं।ँ'
'म ैंतदालदा तगोड़ कर दद ड नकदाल लदाऊड।ँगनी।'

य क तनी ई व बदाग़ ककी तरफ़ चल ददी। आम गदरदा गयप्रेथप्रे। वदा कप्रे झयोंकयों सप्रे
ंक
एककदा ज़मनीन पर धिगर पड़तप्रे थप्रे,ल कप्रे मदारप्रे चचकप्रे, पनीलप्रे;लप्रेककन बदाल-वदं उन म ंभ
ंड ंक ं ृ
टपकप्रे समझकर बदाग़ कगो घप्रेरप्रे र तप्रे थप्रे।भनीडपदाब न कप्रे पनीछप्रे ंगो लदी। जगो कदाम
सगोनदा करप्रे , व ंडपदा ज़डर करप्रे गनी। सगोनदा कप्रे वववदा ककी बदातचनीत ंगो र ंनी ,थनीडपदा
कप्रे वववदा ककी कगोई चचदाद न ंनीं करतदा;इससलए व स्वयम कप्रे सलए
णअपनप्रेवववदा
आग करतनी ं ै। उसकदा दल मंड ंदा ंगोगदा, क्यदा-क्यदा लदायप्रेगदा,उसप्रे क ै सप्रे रखप्रेगदा,उसप्रे
क ैसदा
क्यदा णखलदायप्रेगदा,क्यदा प नदायप्रेगदा,इसकदा व बड़दा ववशद वणदन करतनी,श्जसप्रेसनकरु
कददाधिचत णकगोई बदालक उससप्रेवववदा करनप्रेपर रदाज़नी न ंगोतदा। ंगो र ंनी थनी।
सदाड।ँझ
ंगोरदी ऐसदा अलसदायदा कक ऊख गगोड़नप्रे न जदा सकदा। ब ैलयों कगो नदाड।ँद मभ , सदाननीलगदायदा-
खलदी ददी और एक धिचलम भरकर पनीनप्रेलगदा। इस फ़सल मभ सब ककछ खसल ंदान मभ
तसौल दप्रे नप्रे पर भनी अभनी उस पर कगोई तनीन ससौ क़रज़ थदा,श्जस पर कगोई ससौ ंकपए
सद ड कप्रे बढ़तप्रेजदातप्रेथप्रे। म।ँग
ड सदा सप्रेआज पदाड।ँच सदाल ंकए ब ैल कप्रे सलए सदाठ
ंकपए सलए थप्रे,उसमभ सदाठ दप्रे चकदाक थदा; पर व सदाठ ंकपए ज्ययों-कप्रे-त्ययों बनप्रे ंकए थप्रे।
ददातदाददीन पंडडत सप्रेतनीस ंकपए लप्रेकर आलडबगोयप्रेथप्रे। आलडतगो चगोर खगोद लप्रे गयप्रे,
और उस तनीस कप्रे इन तनीन बरसयों मभ ससौ ंगो गयप्रेथप्रे। दलदारदीक ववववदा स ंकआइन थनी,
जगो गदाडव
।ँ मभ नगोन तप्रेल तमदाखक
ड की दकदानड रखप्रे ंकए थनी। बटवदारप्रे कप्रे समय उससप्रे
चदालदीस ंकपए लप्रेकर भदाइययों कगो दप्रे नदा पड़दा थदा। उसकप्रे भनी लगभग ससौ ंकपए ंगो गयप्रे
थप्रे,क्ययोंकक आनप्रे ंकपयप्रे कदा ब्यदाज थदा। लगदान कप्रे अभनी पच्चनीस ंकपए बदाक़की पड़प्रे
ंकए थप्रेऔर दश रप्रे कप्रे हदन शगनक कप्रे ंकपययों कदा भनी कगोई पबंसं करनदा थदा। बदाड।ँसयों
कप्रे ंकपए बड़प्रेअच्छप्रे समय पर समल गयप्रे। शगनक ककी समस्यदा ल ंगो जदायगनी;
लप्रेककन कसौन जदानप्रे। य ंदाड।ँ तगो एक संप्रेलदा भनी ंदाथ मभ , तगोआ गदाड।ँवजदाय मभ शगोर मच
जदातदा ं ै,और लप्रेनददार चदारयों तरफ़ सप्रे नगोचनप्रे लगतप्रे,यप्रेपदाड।ँच ैं ंकपयप्रेतगो व शगनक
मभ दप्रे गदा,च ंप्रेककछ ंगो जदाय; मगर अभनी श्ज़ंदगनी कप्रे दगो -बड़प्रे कदाम ससर पर
सवदार थप्रे। गगोबर और सगोनदा कदा वववदा । ब ंकत ंदाथ बदाड।ँसंनप्रेपर भनी तनीन ससौ सप्रेकम
ख़चद न ंयोंगप्रे। यप्रे तनीन ससौ ककसकप्रे घर सप्रे ?आयभगप्रेककतनदाचदा तदा ं ै कक ककसनी
सप्रे
एक प ैसदाक़रज़ न लप्रे,श्जसकदा आतदा ं ै,उसकदा पदाई-पदाई चकदाक दप्रे ; लप्रेककन र तर
कदा कष्ट उठदानप्रेपर भनी गलदा न ंनींछडटतदा। इसनी तर सद ड बढ़तदा जदायगदा और एक
हदन उसकदा घर-द्वदार सब ननीलदाम ंगो जदायगदा, उसकप्रे बदाल-बच्चप्रे नरदाशयंगोकर
भनीख मदाड।ँगतप्रे ककरभ गप्रे। ंगोरदी जब-संंसंप्रेकदामसप्रेछकटदी पदाकर धिचलम पनीनप्रेलगतदा थदा,
तगो य धिचंतदा एक कदालदी ददीवदार ककी भदाड।ँ त चदारयों ओर सप्रे घप्रेर लप्रेतनी,श्जसमभ थनी सप्रे
नकलनप्रेककी उसप्रेकगोई गलदी न सझतनीड थनी। अगर संतगोष थदा तगो य ंनी कक य
वववपत्त अकप्रे लप्रे उसनी कप्रे ससर न थनी। पदायछःसभनी ककसदानयों कदा य ंनी ंदाल थदा।
अधधिकदांश ककी दशदा तगो इससप्रे भनी बदतर थनी। शगोभदा और ंनीरदा कगो ए
उससप्रेअलग
अभनी कल तनीन सदाल ए थप्रे;मगर दगोनयों पर चदार-चदार ससौ कदा बगोझ लद गयदा। ंक
ंक ंक
झनींगर दगो ल ककी खप्रेतनी करतदा ं ै। उस पर एक ज़दार सप्रेकछ बप्रेसनी ंनी दप्रे नदा ं ै।
ंक ंक
श्जयदावन म तगो कप्रे घर-सभखदारदी भनीख भनी न ंनीं पदातदा;लप्रेककन करजप्रे कदा
कगोई
हठकदानदा न ंनीं। य ंदाड।ँ कसौन बचदा ं ै।

सदा सगोनदा और ंडपदा दगोनयों दसौड़नी ंकई आयनींऔर एक सदाथ बगोलदीं-- भ ैयदा गदाय
लदा र ंप्रे ं ैं। आगप्रे- गदाय,पनीछप्रे -पछप्रे भनीयदा ं ैं।

ंडपदा नप्रेप लप्रेगगोबर कगो आतप्रेदप्रेखदा थदा। य ख़बर सनदानप्रेकककी सख़दईड क उसप्रेसमलननी चदाह ए
थनी। सगोनदा बरदाबर ककी ह स्सप्रेददार ंकई जदातनी ं ै, य उससप्रे क ै सप्रे स ंदा जदातदा। उसनप्रे
आगप्रे बढ़कर क --ंदा प लप्रेमन
ैं प्रे दप्रे खदा थदा।

तभनी दसौड़नी। ब न नप्रे तगो पनीछप्रे सप्रे दप्रे खदा। सगोनदा इस ददावप्रे कगो स्वनीकदार न कर सककी। बगोलदी
-- तनप्रेडभय
ै दा कगो क ंदाड।ँप चदानदा। तडतगो क तनी थनी, कगोई गदाय भदागनी आ र ंनी ं ै। म ैंनप्रे ंनी,
भ ैयदाक ं ैं।
दगोनयों ककर बदाग़ ककी तरफ़ दसौड़नीं,गदाय कदा स्वदागत करनप्रे कप्रे सलए। सं नयदा और
ंगोरदी दगोनयों गदाय बदाड।ँसंनप्रे कदा पबंसं करनप्रे लगप्रे।
ंगोरदी बगोलदा -- चलगो, जल्ददी सप्रे नदाडद
।ँ गदाड़ दभ ।

नयदा कप्रे मखक पर जवदाननी चमक उठठी थनी -- न ंनीं,प लप्रे थदालदी मभ थगोड़दा-सदा आटदा
और गड़क घगोलकर रख दभ । बप्रेचदारदी संपड मभ चलदी ंगोगनी। प्यदासनी ंगोगनी। तमक जदाकर
नदाड।ँद गदाड़गो,म ैंघगोलतनी ंड।ं।ँ

'क ंनीं एक घंटदीपड़नी थनी। उसप्रेढंडढ़।ँ लप्रे। उसकप्रे गलप्रेमभबदाड।ँसंभग।'

'सगोनदा क ंदाड।ँगयनी। स ंकआइन ककी दकदानक सप्रेथगोड़दा-सदा कदालदा डगोरदा म।ँग


ड वदा लगो,
गदाय कगो नज़र ब ंकत लगतनी ं ै।'

'आज मप्रेरप्रेमन ककी बड़नी भदारदी लदालसदा परदीड ंगो गयनी।'

नयदा अपनप्रे ंदाहददक उल्लदास कगो दबदायप्रे रखनदा चदा तनी थनी। इतननी बड़नी सम्पददा
अपनप्रे सदाथकगोई नयनी बबदादा न लदायप्रे,य शंकदा उसकप्रे नरदाश हृदय मभ कम्पन डदाल र ंनी
थनी। आकदाश ककी ओर दप्रे खकर बगोलदी-- गदाय कप्रे आनप्रे कदा आनन्द तगो
जब ं ैकक उसकदा पसौरदा भनी अच्छदा ंगो। भगवदान णकप्रे मन ककी बदात ं ै।

मदानगो व भगवयन णकत भड़ तखय दसनय चय तड़ थड़। भगवयन णकत भड़ हदखयनय चय तड़


थनी कक इस गदाय कप्रे आनप्रेसप्रेउसप्रेइतनदा आनंद न ंनीं आ कक ईष्यदादलभ क गवदान ण
ंक
सखक कदा पलड़दा ऊड।ँचदा करनप्रेकप्रे सलए कगोई नयनी ववपश्त्त भप्रेज दभ । व अभनी आटदा
घगोल ंनी र ंनी थनी कक गगोबर गदाय कगो सलयप्रेबदालकयों कप्रे एक जलकडस कप्रे सदाथ
द्वदार
पर प ंड।ँचदा। ंगोरदी दसौड़कर गदाय कप्रे गलप्रेसप्रेसलपट गयदा। सं नयदा नप्रेआटदा छगोड़
हदयदा
ंक

और जल्ददी सप्रेएक परदाननीक सदाड़नी कदा कदालदा ककनदारदा संदाड़कर गदाय कप्रे गलप्रेमभबदाड।ँसं
हदयदा। ंगोरदी शद् संदा-ववह्वल नप्रेतयों सप्रे गदाय कगो दप्रे ख र ,ंदा मथदानगो सदाक्षदात
णदप्रे वनीजनी नप्रे घर मभ पददापदण ककयदा ंगो। आज भगवदान णनप्रेय हदन हदखदायदा कक
उसकदा घर गऊ कप्रे चरणयों सप्रे पववत ंगो गयदा। य ससौभदाग्य! न जदानप्रेसककप्रे पडयक-
पतदाप सप्रे।

सं नयदा नप्रेभयदातरु ंगोकर क ंदा -- खड़प्रे , ंगोआड।ँगन मभ नदाड।ँद गदाड़ दगो।


क्यदा
'आड।ँगन , मभ जग
क ंदाड?
।ँ ' ं ै

'ब ंकत ं ै।'


जग
'म ैंतगो बदा र ंनी गदाड़तदा ंड।'ं।ँ

'पदागल न बनगो। गदाड।ँव कदा ंदाल जदानकर भनी अनजदान बनतप्रे' ंगो।

'अरप्रे बबत्तप्रे-भर कप्रे आड।ँगन मभ गदाय क ंदाड।ँब।ँसड ंप्रेगनी भदाई?'

'जगो बदात न ंनीं जदानतप्रे,उसमभ टदाड।ँग मत अड़दायदा करगो। -संसदारभककी बबद्यदा तम मंक
ंनीं न ंनीं पढ़प्रे ' ंगो।

ंगोरदी सचमचक आपप्रेमभन थदा। गऊ उसकप्रे सलए कप्रेवल भश्क्त और शद् संदा ककी वस्तक
ंनीं,सजनीव सपश्त्त भनी थनी। व उससप्रे अपनप्रे द्वदार ककी शगोभदा और अपनप्रे घर कदा गसौरव
बढ़दानदा चदा तदा थदा। व चदा तदा थदा, लगोग गदाय कगो द्वदार पर ब।ँसड ंप्रेदप्रेखकर पछभ ंड-- य
ककसकदा घर ं ै? लगोग क ंभ-- ंगोरदी म तगो कदा। तभनी लड़ककीवदालप्रे भनी
उसककी ववभडत सप्रेपभदाववत ंयोंगप्रे। आड।ँगन मभ ब।ँसड ंनी, तगो कसौन दप्रे खप्रेगदा? नयय इसकस
ववपरदीत सशंक थनी। व गदाय कगो सदात परदयों कप्रे अंदर छपदाकर रखनदा चदा तनी थनी।
अगर गदाय आठयों प र कगोठरदी मभ र सकतनी,तगो शदायद व उसप्रे बदा र न नकदालनप्रे
दप्रे तनी। ययों र बदात मभ ंगोरदी ककी ंगोतनी थनी। व अपनप्रे पक्ष पर अड़ जदातदा थदा
जनीत
और सं नयदा कगो दबनदा पड़तदा थदा, लप्रेककन आज सं नयदा सदामनप्रे ंगोरदी ककी एक न
कप्रे
चलदी। सं नयदा लड़नप्रे पर त ैयदार ंगो गयनी। गगोबर,सगोनदा और ंडपदा, सदारदा ंगोरदी कप्रे
घर
पक्ष मभ ;थदापर सं नयदा नप्रे अकप्रे लप्रे सब कगो परदास्त कर हदयदा। आज उसमभ एक
ववधिचत आत्म-ववकवदास और ंगोरदी मभ एक
ववधिचत ववनय कदा उदय ंगो गयदा थदा।
मगर तमदाशदा क ै सप्रे ंकक सकतदा थदा। गदाय डगोलदी मभ ब ैठकर तगो आई न थनी। क ै सप्रे
संभव थदा कक गदाड।ँव मभ इतननी बड़नी बदात त जयय और तमयशय न लगस। शजसनस
सकनदा, सब कदाम छगोड़कर दप्रे खनप्रेदसौड़दा। य मदामलदीड दप्रे शनी गऊ न ंनीं ं ै। भगोलदा कप्रे घर
सप्रे अस्सनी ंकपयप्रे मभ आयनी ं ै। ंगोरदी अस्सनी ंकपए क्यदा,पचदासदभ गप्रे-सदाठ ंकपए
मभ
लदायप्रे ंयोंगप्रे। गदाडव
।ँ कप्रे इ त ंदास मभ -सदाठपचदासए
क ककी गदाय कदा आनदा भनी अभतपव
ड द
बदात थनी। ब ैल तगो पचदास ंकपए कप्रे भनी आयप्रे,ससौ कप्रे भनीआयप्रे,लप्रेककन गदाय कप्रे सलए
इतननी बड़नी रक़म ककसदान क्यदा खदा कप्रे ख़चद करप्रे गदा। य तगो ग्वदालयों ंनी कदा कलप्रेजदा
ं ैकक ंकपए धिगन आतप्रे ं ैं। गदाय क्यदा ं ै,सदाक्षदात णदप्रे वनी कदा ं ै।
अड।ँजसलययोंंक ंडप
दशदकयों,आलगोचकयों कदा तदाडत
।ँ दा आ थदा, और ंगोरदी दसौड़-दसौड़कर सबकदा
लगदा सत्कदार
ंक
कर र ंदा थदा। इतनदा ववनम्र, इतनदा पसन्न धिचत्त व कभनी न थदा।
सत्तर सदाल कप्रे बढ़प्रेड पंडडत ददातदाददीन लहठयदा टप्रे कतप्रे ए आयप्रेऔर पगोपलप्रेम।ँं
ड कसप्रे
ंक
बगोलप्रे-- क ंदाड।ँ ंगो ,ंगोरदीत म भनी तम मंक ंदारदी गदाय दप्रे ख लभ। बड़नी सदरं ंक
नक सनदाक ं ै।
ंगोरदी नप्रे दसौड़कर पदालदागन ककयदा और मन मभ असभमदानमय उल्लदास कदा आनंद

उठदातदा आ, बड़प्रे सम्मदान सप्रे पंडडतजनी कगो आड।ँगन मभ लप्रे गयदा। म ंदारदाज नप्रे गऊ
ंक
अपननी परदाननीक अनभवनीक आड।ँखयों सप्रेदप्रेखदा, सनींगप्रे दप्रे खनीं,थन दप्रे खदा,पठदाक दप्रे खदा और घननी
सफ़प्रेद भगौं ंयों कप्रे ननीचप्रे छपनी ई आड।ँखयों मभ जवदाननी ककी उमंग भरकर बगोलप्रे-- कगोई
ंक
दगोष न ंनीं ं ै बप्रेटदा,बदाल-भगौंरदी, सब ठठीक। भगवदान णचदा ंभग, तगो तम मंक ंदारप्रे भदाग
खलक
जदायभगप्रे,ऐसप्रे अच्छप्रे लच्छन ं ैं कक वदा ! बस रदा तब न कम ंगोनप्रे पदायप्रे।-एक एक
बदाछदा ससौ-ससौ कदा ंगोगदा।
ंगोरदी नप्रेआनंद कप्रे सदागर मभ डकबककयदाड।ँखदातप्रे ए क ंदा -- सब आपकदा असनीरबदाद ं ै,

ददाददा! ंक

ददातदाददीन नप्रेसरतनीक ककी पनीक थकतप्रेड ए क ंदा -- मप्रेरदा असनीरबदाद न ंनीं ं ै , बप्रेटदा
ंक
भगवदान णककी दयदा ं ै। य सब पभकककी दयदा ं ै। ंकपए नगद
हदयप्रे?
ंगोरदी नप्रे बप्रे-पर ककी उड़दाई। अपनप्रेम ंदाजन कप्रे सदामनप्रेभनी अपननी समवव-पदशदन कदा
ं ृ
ऐसदा अवसर पदाकर व क ै सप्रे छगोड़प्रे। टकप्रे ककी नई टगोपनी ससर पर रखकर जब म
अकड़नप्रे लगतप्रे, ज़रदा ैं दप्रे र कप्रे सलए ककसनी सवदारदी पर ब ैठकर जब म आकदाश मभ
उड़नप्रे लगतप्रे , तगो ैं इतननी बड़नी ववभडत पदाकर क्ययों न उसकदा हदमदाग़ आसमदान पर
चढ़प्रे ।
बगोलदा -- भगोलदा ऐसदा भलदामदानस न ंनीं ं ै म ंदारदाज! नगद
धिगनदायप्रे,परप्रेड चसौकस।
अपनप्रे म ंदाजन कप्रे सदामनप्रे य डनींग मदारकर ंगोरदी नप्रे नदाददाननी तगो ; ककीपर थनी

ददातदाददीन कप्रे मखक पर असंतगोष कदा कगोई धिचह् न न हदखदायनी हदयदा। इस कथन मभ
ककतनदा सत्य ं ै,य उनककी उन बझनीड आड।ँखयों सप्रे छपदा न र सकदा श्जनमभ ज्यगो त
ककी जग अनभवक छपदा ब ैठदा थदा।
पसन्न ंगोकर कगोई रज़ न ंनीं बप्रेटदा,कगोई रज़ न ंनीं। भगवदान णसब कल्यदान
बगोलप्रे--
करभ ग। पदाड।ँच सप्रेर दद ड ं ैइसमभ बच्चप्रेकप्रे सलए छगोड़कर।
सं नयदा नप्रेतरं तक टगोकदा -- अरप्रे न ंनींम ंदारदाज, इतनदा दद ड क ंदाड।।ँ तगो ंगो गयनी
बहढ़यदाक
ं ै। ककर य ंदाड।ँ रदा तब क ंदाड।ँ संरदा ं ै।
ददातदाददीन नप्रे ममद-भरदी आड।ँखयों सप्रे दप्रे खकर उसककी सतकतदाद कगो स्वनीकदार, मदानगोककयदा

क र ंप्रे , ंयों'गहृ णनी कदा य ंनी संमद ं ै,सनीटनदा मरदयों ं ै, उन म ंभ सनीटनप्रे ' दगो।
कदा कदाम
ककर र स्य-भरप्रे स्वर मभ बगोलप्रे--बदा र न बदाड।ँसंनदा,इतनदा क ंप्रे दप्रे तप्रे ं ैं।

सं नयदा नप्रे प त ककी ओर ववजयनी आड।ँखयों सप्रे , मदानगोदप्रे खदा र ंनी ंगो लगो अब तगो
क --
मदानगोगप्रे।
ददातदाददीन सप्रे बगोलदी-- न ंनीं म ंदारदाज,बदा र क्यदा बदाड।ँसंभगप्रे,भवन णदभ तगो इसनी आड।ँगन

मभ तनीन गदायभऔर ब।ँसड ं सकतनी ं ैं।


सदारदा गदाड।ँव गदाय दप्रे खनप्रे आयदा। न ंनीं आयप्रेसगोभदा तगोऔर ंनीरदा जगो अपनप्रे सगप्रे भदाई

थप्रे। ंगोरदी हृदय मभ भदाइययों कप्रे सलए अब भनी कगोमल स्थदान थदा। व दगोनयों आकर
कप्रे
दप्रे ख लप्रेतप्रेऔर पसन्न ंगो जदातप्रेतगो उसककी मनगोकदामनदा परदीड ंगो जदातनी। सदाड।ँझ ंगो
गयनी। दगोनयों पर लप्रेकर लसौट आयप्रे। इसनी द्वदार सप्रे नकलप्रे,पर पछदा कछ न ंनीं।
ंक ंड ंक
ंगोरदी नप्रे डरतप्रे-डरतप्रे सं नयदा सप्रे क न सगोभदा आयदा, न ंनीरदा। सनदाक न ंगोगदा?
ंदा--
सं नयदा बगोलदी -- तगो य ंदाड।ँकसौन उन म ंभबलदानप्रेकजदातदा ं ै।

'तडबदात तगो समझतनी न ंनीं। लड़नप्रेकप्रे सलए त ैयदार र तनी ं ै। भगवदान णनप्रेजब

हदन हदखदायदा ं ै,तगो मभ ससर झकदाकरु चलनदा चदाह ए। आदमनी कगो अपनप्रेसंगयों कप्रे
म।ँं
ड कसप्रेअपननी भलदाई-बरदाईक सननप्रेकककी श्जतननी लदालसदा ंगोतनी ं ै,बदा रवदालयों कप्रे म।ँं
ड क
सप्रेन ंनीं। ककर अपनप्रेभदाई लदाख बरप्रेक ंयों, ं ैं तगो अपनप्रे भदाई ंनी। अपनप्रे -हबखरस्सप्रे
कप्रे सलए सभनी लड़तप्रे, पर ैंइससप्रेख़नड थगोड़प्रे ंनी बट जदातदा ं ै। दगोनयों कगो बलदाकरु
हदखदा दप्रे नदा चदाह ए। न ंनीं क ंभगप्रे गदाय, मसप्रेलदायप्रे क ंदा तक न ंनीं।'
नयदा नप्रेनदाक ससकगोड़कर क ंदा -- म ैंनप्रेतमसप्रेकससौ बदार ज़दार बदार क हदयदा मप्रेरप्रे
म।ँडंकपर भदाइययों कदा बखदान न ककयदा करगो, उनकदा नदाम सनकरु मप्रेरदी दप्रे मभ आग
लग जदातनी ं ै। सदारप्रे गदाड।ँव नप्रेसनदाक, क्यदा उन म ंयोंनप्रेन सनदाक ंगोगदा? ककछ इतननी दरू भनी
तगो न ंनीं र तप्रे। सदारदा गदाड।ँव दप्रे खनप्रे,उन मआयदानीं कप्रे पदाड।ँवयोंममभ ददीलगनी ंकई थनी; मगर आयप्रे
क ै?सप्रेजलन ंगो र ंनी ंगोगनी कक इसकप्रे घर गदाय आ गयनी। छदातनी संटदी जदातनी
ंगोगनी।

हदयदा-बत्तनी कदा समय आ गयदा थदा। सं नयदा नप्रे जदाकर दप्रे खदा,तगो बगोतल मभ समटदी
कदा तप्रेल न थदा। बगोतल उठदा कर तप्रेल लदानप्रे चलदी गयनी। प ैसप्रे,तगो ंगोतप्रेडपदा कगो
भप्रेजतनी,सउदार लदानदा थदा, ककछ म।ँं
ड कदप्रेखनी क ंप्रेगनी;ककछ लल्लगो-चप्पगो करप्रे गनी,तभनी तगो
तप्रेल सउदार समलप्रेगदा।

ंगोरदी नप्रेडपदा कगो बलदाकरु प्यदार सप्रेगगोद मभ बठ


ै दायदा और क दा -- ज़रदा जदाकर दप्रे ख,
ंनीरदा कदाकदा आ गयप्रे कक न ंनीं।

सगोभदा कदाकदा कगो भनी दप्रे खतनी आनदा। क नदा,ददाददा नप्रेतम मंक ंभबलदायदाक ं ै। न आयप्रे,
ंदाथ पकड़कर खनींच लदानदा। ंडपदा ठकनककर बगोलदी -- छगोटदी कदाककी मझप्रेकडदाड।ँटतनी ं ै।

'कदाककी कप्रे पदास क्यदा करनप्रे जदायगनी। ककर सगोभदा-ब ंडतगो तझप्रेकप्यदार करतनी ं ै?'

'सगोभदा कदाकदा मझप्रेधि


क चढ़दातप्रे ं ैं,क तप्रे ं ैं... म ैंन क ंडगनी।ं।ँ'

'क्यदा क तप्रे , बतदा ैं?'

'धिचढ़दातप्रे 'ं ैं।

'क्यदा क कर धिचढ़दातप्रे ?'ं ैं

'क तप्रे , तप्रेरप्रे ैंसलए मसड पकड़ रखदा ं ै। लप्रे ,जदाभनकरू खदा लप्रे।'

ंगोरदी कप्रे अंतस्तल मभ गदगकददीक ंकई।

'तडक तनी न ंनीं,प लप्रेतमक खदा लगो, तगो म ैं खदाऊड।ँ' गनी।

'अम्मदाड।ँ मनप्रे करतनी ं ैं। क तनी ं ैं उन लगोगयों कप्रे घर न 'जदायदा करगो।

'तडअम्मदाड।ँककी बप्रेटदी ं ैकक ददाददा ककी?'


ंडपदा नप्रे उसकप्रे गलप्रे मभ ंदाथ डदालकर-- कअम्मदाड।ँ ,ककीऔर ंड।ँसनप्रेलगनी।

'तगो ककर मप्रेरदी गगोद सप्रेउतर जदा। आज म ैंतझप्रेकअपननी थदालदी मभन णखलदाऊड।ँगदा।'

घर मभ एक ंनी संडल ककी थदालदी थनी, ंगोरदी उसनी थदालदी मभ खदातदा थदा। थदालदी मभ खदानप्रे कदा
गसौरव पदानप्रे कप्रे सलए ंडपदा ंगोरदी कप्रे सदाथ खदातनी थनी। इस गसौरव कदा पररत्यदाग क ै सप्रे
करप्रे ?ंकमककर बगोलदी -- अच्छदा, तम
क म ंदारदी।

'तगो ककर मप्रेरदा क नदा मदानप्रेगनी कक अम्मदाड।ँ?' कदा

'तम मंक ंदारदा।'

'तगो जदाकर ंनीरदा और सगोभदा कगो खनींच लदा।'

'और जगो अम्मदाड।ँ बबगड़भ।'

'अम्मदाड।ँ सप्रे क नप्रे कसौन जदायगदा।'

ंडपदा कडदतनी ंकई ंनीरदा कप्रे घर चलदी। द् वप्रेष कदा मदायदाजदाल बड़नी-बड़नी मछसलययों कगो ंनी
संड।ँसदातदा ं ै। छगोटदी मछसलयदाड।ँयदा तगो उसमभ संड।ँसतनी ंनी न ंनींयदा तरं तक नकल जदातनी
ं ैं। उनकप्रे सलए व
घदातक जदाल क्रकीड़दा ककी वस्तक ं ै,भय ककी न ंनीं। भदाइययों सप्रे ंगोरदी

ककी बगोलचदाल बंद थनी;पर ंडपदा दगोनयों घरयों मभ आतनी-जदातनी थनी। बच्चयों सप्रे क्यदा ब ैर!
लप्रेककन ंडपदा घर सप्रे नकलदी ंनी थनी कक सं नयदा तप्रेल सलए समल गयनी।
उसनप्रेपछदाड
सदाड।ँझककी बप्रेलदा क ंदाड।ँ जदातनी,चल ै घर।

ंडपदा मदाड।ँ कगो पसन्न करनप्रे कप्रे पलगोभन कगो न रगोक सककी। सं नयदा नप्रे-- डदाड।ँटदाचल
घर, ककसनी कगो बलदानप्रेकन ंनींजदानदा ं ै।

ंडपदा कदा ंदाथ पकड़प्रे ंकए व घर आयनी और ंगोरदी सप्रेबगोलदी -- म ैंनप्रेतमसप्रेक ज़दार बदार
क हदयदा, मप्रेरप्रे लड़कयों कगो ककसनी कप्रे घर न भप्रेजदा करगो।सनी ककनप्रेककछ कर-करदा
हदयदा, तगो म ैंतम मंक ंभलप्रेकर चदाटंडगनीभीँ? ऐसदा ंनी बड़दा परप्रे म , तगो ै आप क्ययों न ंनीं
जदातप्रे? अभनी पप्रेट न ंनीं भरदा जदान पड़तदा ं ै।
ंगोरदी नदाड।ँद जमदा र ंदा थदा। ंदाथयों मभ समटदी लपप्रेटप्रे ंकए अजदान कदा असभनय
करकप्रे बगोलदा -- ककस बदात पर बबगड़तनी ं ै भदाई! य तगो अच्छदा न ंनीं लगतदा
ककअंसंप्रे कडकर ककी तर वदा कगो भंडकदा।ँ करप्रे ।

नयदा कगो ककप्पनी मभतप्रेल डदालनदा थदा, इस समय झगड़दा न बढ़दानदा चदा तनी थनी। ंडपदा
भनी लड़कयों मभ जदा समलदी। प र रदात सप्रेज़्यदाददा जदा चककीक थनी। नदाड।ँद गड़ चककीक थनी।
सदाननी और खलदी डदाल ददी गयनी थनी। गदाय मनमदारप्रे उददास ब ैठठी ,थनीज ैसप्रे कगोई
ववडससरदालक आयनी ंगो। नदाड।ँद मभ म।ँं
ड कतक न डदालतनी थनी। ंगोरदी और गगोबर खदाकर

सआनी-सआनी रगोहटयदाड।ँ उसकप्रे सलए ,लदायप्रेपरउसनप्रेसंडघदा।ँ तक न ंनीं। मगर य कगोई


नयनी बदात न थनी। जदानवरयों कगो भनी ब संकदा घर छडट जदानप्रेकदा दछःखक गोतदा ं ै। ंगोरदी
बदा र खदाट पर ब ैठ कर धिचलम पनीनप्रे लगदा,तगो ककर भदाइययों ककी यदाद आयनी। न ंनीं,
आज इस शकभ अवसर पर व भदाइययों ककी उपप्रेक्षदा न ंनीं कर सकतदा। उसकदा हृदय
ववभत
ड पदाकर ववशदाल ंगो गयदा थदा। भदाइययों सप्रेअलग ंगो गयदा ं ै,तगो क्यदा
ंकआ। उनकदा दकमनक तगो न ंनीं ं ै। य ंनी गदाय तनीन सदाल प लप्रेआयनी ंगोतनी, तगो
सभनी
कदा उस पर बरदाबर अधधिकदार ंगोतदा। और कल कगो य ंनी गदाय दद ड दप्रे नप्रेलगप्रेगनी, तगो
क्यदा व भदाइययों कप्रे घर दद ड न भप्रेजप्रेगदा यदा द ंनी न भप्रेजप्रेगदा? ऐसदा तगो उसकदा संरम
ंनीं ं ै। भदाई उसकदा बरदाक चप्रेतभ,व क्ययों उसकदा बरदाक चप्रेतप्रे। अपननी-अपननी करननी तगो अपनप्रे-
अपनप्रे सदाथ ं ै। उसनप्रे नदाररयल खदाट कप्रे पदायप्रे सप्रे लगदाकर रख हदयदा और ंनीरदा कप्रे घर
ककी ओर चलदा। सगोभदा कदा घर भनी सउर ंनी थदा। दगोनयों अपनप्रे-अपनप्रे द्वदार पर लप्रेटप्रे ंकए
थप्रे। कदाफ़की अड।ँसंप्रेरदा थदा। ंगोरदी पर उनमभ सप्रेककसनी ककी नगदा न ंनीं पड़नी। दगोनयों मभ ककछ बदातभ गो
र ंनी थनीं। ंगोरदी हठठक गयदा और उनककी बदातभ सननप्रेक लगदा। ऐसदा आदमनी क ंदाड।ँ, जगो ै
अपननी चचदादसनकरु टल जदाय। ंनीरदा नप्रेक ंदा -- जब तक एक मभ , थप्रेएक बकरदी भनी
न ंनीं लदी। अब पछदाई गदाय लदी जदातनी ं ै। भदाई कदा क़ मदारकर ककसनी कगो संलतप्रे-संड
लतप्रेन ंनींदप्रेखदा। सगोभदा बगोलदा -- य तमक अन्यदाय कर र ंप्रे ंगो ंनीरदा! भ ैयदा नप्रे -एक प ैसप्रे
कदा ह सदाब दप्रे हदयदा थदा। य म ैं कभनी न मदानंडगदा।ँ कक उन म ंयोंनप्रेप लप्रेककी कमदाई छपदा
रखनी थनी।

'तमक मदानगो चदा ंप्रेन मदानगो, ं ै य प लप्रे ककी कमदाई।'

'ककसनी पर झठदाड इलज़दाम न लगदानदा चदाह ए।'


'अच्छदा तगो य ंकपए क ंदाड।ँ सप्रे आ ?गयप्रेकदाड।ँसप्रे ंकन बरस पड़दा। उतनप्रे नी खप्रेत तगो
मदारप्रे पदास भनी ं ैं। उतननी ंनी उपज मदारदी भनी ं ै। ककर क्ययों मदारप्रे पदास कफ़न कगो कसौड़नी न
ंनीं और उनकप्रे घर नयनी गदाय आतनी?' ं ै

'सउदार लदायप्रे ंयोंगप्रे।'

'भगोलदा सउदार दप्रे नप्रेवदालदा आदमनीन ंनीं 'ं ै।

'कछ भनी ंगो, ं ैबड़नी सदरं , गगोबर सलयप्रे जदातदा थदा,तगो म ैंनप्रे रदास्तप्रे मभ ' दप्रे खदा।
गदाय
ंक ंक
'बप्रेईमदाननी कदा संन ज ैसप्रे आतदा,व ैसप्रे ै ंनी जदातदा ं ै। भगवदान णचदा ंभग, तगो ब त
हदन
गदाय घर मभ न र ंप्रेगनी।' ंक

ंगोरदी सप्रेऔर न सनदाक गयदा। व बनीतनी बदातयों कगो बबसदारकर अपनप्रेहृदय मभ स्नप्रे

और ससौ ंदादद भरप्रे भदाइययों कप्रे पदास आयदा थदा। इस आघदात नप्रे ज ैसप्रे उसकप्रे हृदय मभ
छप्रे द कर हदयदा और व रस-भदाव उसमभ ककसनी तर न ंनीं हटक र ंदा थदा। लत्तप्रे और
धिचथड़प्रेठंडसकर।ँ अब उस पवदा कगो न ंनींरगोक सकतदा। जनी मभ एक उबदाल आयदा कक
उसनी क्षण इस आक्षप्रेप कदा जवदाब दप्रे ;लप्रेककन बदात बढ़ जदानप्रेकप्रे भय सप्रेचपक र
गयदा। अगर उसककी ननीयत सदाफ़ ं ै, तगो कगोई ककछ न ंनींकर सकतदा। भगवदान
णकप्रे
सदामनप्रेव नदगोष ं ै। दसरयोंंड ककी उसप्रेपरवदा न ंनीं। उलटप्रे पदाड।ँव लसौट आयदा। और
व जलदा आ तम्बदाक पनीनप्रेलगदा। लप्रेककन ज ैसप्रेव ववष प तक्षण उसककी
ंक ंड
संम नययों मभ सं ै लतदा जदातदा थदा। उसनप्रे सगो जदानप्रे कदा पयदास, परककयदाननींद न
आयनी। ब ैलयों कप्रे पदास जदाकर उन म ंभ स लदानप्रे,ववषलगदाशदांत न आ। दसरदीड धिचलम
ंक
भरदी; लप्रेककन उसमभ भनी कछ रस न थदा। ववष नप्रेज ैसप्रेचप्रेतनदा कगो आक्रदान्त कर
ंक
हदयदा ंगो। ज ैसप्रे नशप्रे मभ चप्रेतनदा एकदांगनी ,ंगो ज ैसप्रेजदानतनी ैलदा ै आ पदाननी एक हदशदा
ंक
मभ ब कर वप्रेगवदान ंगो ंनी ै मनगोवश्त्त उसककी ंगो र ंनी थनी। उसनी
जदातदा,व उन्मदाद
ं ृ
ककी दशदा मभ व अंदर गयदा। अभनी द्वदार खलदाक आ थदा। आड।ँगन मभ एक ककनदारप्रे
ंक
चटदाई पर लप्रेटदी ई सं नयदा सगोनदा सप्रेदप्रे दबवदा र ंनी थनी और ंडपदा जगो रगोज़ सदाड।ँझ
ंक
ंगोतप्रे ंनी सगो जदातनी थनी,आज खड़नी गदाय कदा म।ँं ड कस लदा र ंनी ंगोरदी नप्रेजदाकर
थनी।
गदाय कगो खटप्रे ंडं।ँसप्रेखगोल सलयदा और द्वदार ककी ओर लप्रे चलदा। इसनी वक़्त गदाय

कगो भगोलदा कप्रे घर प ंड।ँचदानप्रेकदा दृढ़ नकचय कर चककदा थदा। इतनदा बड़दा कलंक
ससर
ंक
पर लप्रेकर व अब गदाय कगो घर मभ न ंनीं रख सकतदा। ककसनी तर न ंनीं।
सं नयदा नप्रेपछदाड -- क ंदाड।ँ सलयप्रे जदातप्रे ंगो रदात? कगो

ंगोरदी नप्रे एक पग बढ़दाकर क ंदा-- ंडभगोलदा।ँ कप्रे घर। लसौटदा दंडगदा।ं।ँ


लप्रेजदातदा

सं नयदा कगो ववस्मय ंकआ, उठकर सदामनप्रे आ गयनी और बगोलदी-- लसौटदा क्ययों
दगोगप्रे? लसौटदानप्रे कप्रे सलए ंनी लदायप्रे थप्रे।

' ंदाडइ।ँ सकप्रे लसौटदा दप्रे नप्रेमभंनी ककशल ं ै?'

'क्ययों बदात क्यदा ं ै? इतनप्रे अरमदान सप्रे लदायप्रे और अब लसौटदानप्रे जदा र? क्यदाप्रे ंगो
भगोलदा ंकपए मदाड।ँगतप्रे?' ं ैं

'न ंनीं,भगोलदा य ंदाड।ँकब आयदा?'

'तगो ककर क्यदा बदात ंकई?'

'क्यदा करगोगनी पछकरू?'

नयदा नप्रेलपककर पगह यदा उसकप्रे ंदाथ सप्रेछठीन लदी। उसककी चपल बद्ंक धधि नप्रे ज ैसप्रेउड़तनी ंकई
धिचडड़यदा पकड़ लदी। बगोलदी -- तम मंक ंभभदाइययों कदा डर ंगो, तगो जदाकर उसकप्रे प ैरयों पर धिगरगो।
म ैं ककसनी सप्रे न ंनीं डरतनी। अगर मदारदी बढ़तनी दप्रे खकर ककसनी ककी छदातनी संटतनी ं ै ,तगो संट
जदाय, मझप्रेप
क रवदा न ंनीं ं ै।

ंगोरदी नप्रे ववननीत स्वर मभ क-- संदानीरप्रे -संनीरप्रे बगोल म रदाननी! कगोई सनप्रेक,तगो क ंप्रे,यप्रे सब
इतननी रदात गयप्रेलड़ र ंप्रे ं ैं! म ैंअपनप्रेकदानयों सप्रेक्यदा सनक आयदा ंड,त।ँंक् ड यदा जदानप्रे!
य ंदाड।ँ चरचदा ंगो र ंनी ं ै कक म ैंनप्रे अलग ंगोतप्रे समय ंकपए दबदाथप्रे
औरसलयप्रेभदाइययों कगो संगोखदा हदयदा थदा, य ंनी ंकपए अब नकल र ंप्रे 'ं ैं।

ंनीरदा क तदा ंगोगदा?'

'सदारदा गदाड।ँव क र ंदा ंनीरदा कगो बदनदाम क।ँड ।'


ं ै! क्ययों
'सदारदा गदाड।ँव न ंनीं क र , ंनीरदा क र ंदा ं ै। म ैंअभनी जदाकर पछतनीड ंड
ंदाअकप्रेलदा ै न।ँ
कक तम मंक ंदारप्रे बदाप ककतनप्रेकपए मरप्रे थप्रे। डदाढ़दीजदारयों कप्रे पनीछप्रे म बरबदाद त
छगोड़कर
गयप्रे,सदारदी श्ज़ंदगनी समटदी मभ समलदा, पदालददी-पगोसकर संडदा ककयदा,और अब म
बप्रेईमदान ं ैं! म ैंक ंप्रेदप्रेतनी ंड,अगर।ँ गदाय घर कप्रे बदा र नकलदी,तगो अनथद ंगो
जदायगदा। रख सलयप्रे मनप्रे ंकपए,दबदा सलयप्रे,बनीच खप्रेत दबदा सलयप्रे। डंकप्रे ककी चगोट
क तनी ंड,म ैंनड़ ंंडप्रे भर अशकफ़द यदाड।ँलदीं। छपदानीरदा और सगोभदा और संसदार कगो
जगो
करनदा ंगो, कर लप्रे। क्ययों न ंकपए रख लभ ?दगो-दगो संडयों कदा ब्यदा न ंनीं ककयदा,गसौनदा
न ंनीं ककयदा?'
ंगोरदी ससटवपटदा गयदा। सं नयदा नप्रे उसकप्रे ंदाथ सप्रे पगह यदा छठीन, औरलदी गदाय
कगो
खटप्रे ंडं।ँसप्रेबदाड।ँसंकर द् वदार ककी ओर चलदी। ंगोरदी नप्रे उसप्रे पकड़नदा चदा; परदा बदा र जदा

चककीक थनी। व ंनींससर थदामकर ब ैठ गयदा। बदा र उसप्रेपकड़नप्रेककी चप्रेष्टदा करकप्रे व
कगोई नदाटक न ंनींहदखदानदा चदा तदा थदा। सं नयदा कप्रे कक्रगो कगो ख़बड जदानतदा थदा।
बबगड़तनी ं ै,तगो चंडनी बन जदातनी ं ै। मदारगो,कदाटगो, सनप्रेगनीक न ंनीं;लप्रेककन ंनीरदा भनी तगो
एक ंनी ग़स्सप्रेवरु ं ै। ंनीं ंदाथ चलदा दप्रे तगो परल ै ंनी ंगो जदाय। ंनीं ंनीरदा इतनदा
क न ,
मरखड न ंनीं ं ै। म ैंनप्रेक ंदाड।ँ-सप्रे-क ंदाड।ँ य आग लगदा ददी। उसप्रे अपनप्रे आप पर कक्रगो
आनप्रे लगदा। बदात मन मभ रख ,लप्रेतदातगोक्ययों य टं टदा खड़दा ंगोतदा। स सदा सं नयदा कदा
ककशदस्वर कदान मभ आयदा। ंनीरदा ककी गरज भनी सनक पड़नी। ककर पन्ननीक ककी प ैननी पनीक
भनी कदानयों मभ चभनी।ंक स सदा उसप्रेगगोबर ककी यदाद आयनी। बदा र लपककर उसककी खदाट
दप्रे खनी। गगोबर व ंदाडन
।ँ थदा। ग़ज़ब ंगो गयदा! गगोबर भनी व ंदाड।ँप ंकच
ड।ँ गयदा। अब
ककशल न ंनीं। उसकदा नयदा ख़नड ं ै,न जदानप्रे क्यदा कर ब ैठप्रे;लप्रेककन ंगोरदी व ंदाड।ँ क ै सप्रे
जदाय? ंनीरदा क ंप्रेगदा,आप बगोलतप्रे न , ंनींजदाकर इस डदाइन कगो लड़नप्रे कप्रे सलए भप्रेज
हदयदा। कगोलदा ल प तक्षण पचंड ंगोतदा जदातदा थदा। सदारप्रे गदाड।ँव मभ जदाग पड़ गयनी। मदालमड
ंगोतदा थदा, क ंनीं आग लग गयनी , और ै लगोग खदाट सप्रे उठ-उठ बझदानप्रेकदसौड़प्रे जदा र ंप्रे ं ैं।
इतननी दप्रे र तक तगो व ज़ब्त ककयप्रे ब ैठदा र ंदा। ककर न र गयदा।
नयदा पर कक्रगो आयदा। व क्ययों चढ़कर लड़नप्रे गयनी। अपनप्रे घर मभ आदमनी न जदानप्रे
ककसकगो क्यदा कतदा ं ै। जब तक कगोई म।ँंड कपर बदात न क ंप्रे,य ंनी समझनदा चदाह ए
कक उसनप्रेककछ न ंनींक ंदा। ंगोरदी ककी क ृषक पक ृत झगड़प्रेसप्रेभदागतनी थनी। चदार
बदातभ सनकरु ग़म खदा जदानदा इससप्रेक ंनींअच्छदा ं ैकक आपस मभ तनदाज़दा ंगो। क ंनीं
मदार-पनीट ंगो जदाय तगो थदानदा-पसलसक ंगो, ब।ँसड ंप्रे-ब।ँसड ंप्रेककरगो, सब ककी धिचरसौरदी करगो,
अददालत ककी संलड संदाड।ँकगो, खप्रेतनी-बदारदी ज न्नमक मभ समल जदाय। उसकदा ंनीरदा पर तगो

कगोई बस न थदा; मगर सं नयदा कगो तगो व ज़बरदस्तनी खनींच लदा सकतदा ं ै। ब
ंकत ंगोगदा, गदासलयदाड।ँ दप्रे ,लप्रेगनीएक-दगो हदन ंडठठी र ंप्रेगनी,थदानदा-पसलसक ककी नसौबत
तगो न आयप्रेगनी। जदाकर ंनीरदा कप्रे द्वदार पर सबसप्रेदरू ददीवदार ककी आड़ मभ खड़दा गो
गयदा।
एक सप्रेनदाप त ककी भदाड।ँ त म ैददान मभ आनप्रे कप्रे प लप्रे पररश्स्थ त कगो अच्छठी तर समझ
लप्रेनदा चदा तदा थदा। अगर अपननी जनीत ंगो र ंनी , ं ैतगो बगोलनप्रे ककी कगोई ज़डरत
ंनीं; ंदार ंगो र ंनी ं ै, तगो तरं तक कडद पड़प्रेगदा। दप्रे खदा तगो व ंदाड।ँपचदासयों आदमनी जमदा
ंगो गयप्रे ं ैं। पंडडत ददातदाददीन,लदालदा पटप्रे क वरदी, दगोनयों ठदाककर, जगो गदाडव ।ँ कप्रे करतदा-सं
रतदा थप्रे, सभनी प ंकड।ँचप्रे ंकए ं ैं।

नयदा कदा पल्लदा लकदा ंगो र ंदा थदा। उसककी उगतदा जनमत कगो उसकप्रे ववकद्सं
ककयप्रेदप्रेतनी थनी। व रणननी त मभ ककशल न थनी। कक्रगो मभ ऐसनी जलदी-कटदी सनदाक र ंनी थनी
कक लगोगयों ककी स ंदानभत कड उससप्रेदरू ंगोतनी जदातनी थनी। व गरज र ंनी थनी -- तड मभ
दप्रे खकर क्ययों जलतदा? मभ ं ै दप्रे खकर क्ययों तप्रेरदी छदातनी सटतनी?पदाल ै-पगोसकर जवदान कर
हदयदा, य उसकदा इनदाम ं ै? मनप्रे न पदालदा ंगोतदा तगो आज क ंनीं भनीख मदाड।ँगतप्रे ंगोतप्रे।
ंडख ककी छदाड।ँ भनी न समलतनी।

ंगोरदी कगो यप्रे शब्द ज़डरत सप्रे ज़्यदाददा कठगोर जदान पड़प्रे। भदाइययों कदा पदालनदा-पगोसनदा
तगो उसकदा संमद थदा। उनकप्रे ह स्सप्रे ककी जदायददाद तगो उसकप्रे ंदाथ मभ थनी। क ै सप्रे न
पदालतदा-पगोसतदा? द ंकनयदा मभ क ंनींम।ँं
ड कहदखदानप्रेलदायक़ र तदा?

ंनीरदा नप्रे जवदाब हदयदा-- म ककसनी कदा ककछ न ंनीं जदानतप्रे। तप्रेरप्रेघर मभ ककत्तयों ककी
तर एक टककड़दा खदातप्रेथप्रेऔर हदन-भर कदाम करतप्रे थप्रे। जदानदा ंनी न ंनीं कक
लड़कपन और जवदाननी क ै सनी ंगोतनी ं ै। हदन-दन भर सखदाड गगोबर बनीनदा करतप्रेथप्रे।
उस पर भनी तडबबनदा दस गदालदी हदयप्रेरगोटदी न दप्रे तनी थनी। तप्रेरदी-ज ैसनी रदाच्छससन कप्रे
ंदाथ मभ पड़कर श्ज़न्दगनी तलख़ ंगो गयनी।

नयदा और भनी तप्रेज़ ंकई -- ज़बदान स।ँभ ड दाल, न ंनींजनीभ खनींच लंडगनी।ं।ँ रदाच्छससन
तप्रेरदी औरत ंगोगनी। तड ं ैककस संप्रेर मभ मंडड़नीभीँ-कदाटप्रे , टककड़प्रे-ख़गोर, नमक- रदाम।

ददातदाददीन नप्रे टगोकदा-- इतनदा कटक-वचन क्ययों क तनी ं ै सं नयदा? नदारदी कदा संरम
ं ै कक ग़म खदाय। व तगो उजड्डदा ं ै,क्ययों उसकप्रे म।ँंड कलगतनी ं ै?

लदालदा पटप्रे कवरदी पटवदारदी नप्रे उसकदा समथदन ककयदा--बदात कदा जवदाब बदात ं ै,गदालदी
ंनीं। तनप्रेडलड़कपन मभ उसप्रेपदालदा-पगोसदा; लप्रेककन य क्ययों भलड जदातनी ं ैकक उसककी
जदायददाद तप्रेरप्रे ंदाथ मभ ? थनी
नयदा नप्रे समझदा,सब-कप्रे-सब समलकर मझप्रेन क नीचदा हदखदानदा चदा तप्रे ं ैं । चसौमखक
लड़दाई लड़नप्रे कप्रे सलए त ैयदार ंगो गयनी--अच्छदा, र नप्रे दगो लदालदा! म ैं सबकगो
प चदानतनी ंड।ं।ँइस गदाडव
।ँ मभ र तप्रेबनीस सदाल ंगो गयप्रे। एक-एक ककी नस-नस
प चदानतनी ंड।ं।ँमग
ैं दालदी दप्रे र ंनी ंड,व।ँ संडल बरसदा र ं ै,क्ययों?
ंदा
दलदारदीक स आइन नप्रेआग पर घनी डदालदा -- बदाक़की बड़नी गदाल-दरदाज़ औरत ं ै भदाई!
ंक
मरद कप्रे म।ँं
ड कलगतनी ं ै। ंगोरदी ंनी ज ैसदा ं ैकक इसकदा नबदा ंगोतदा ं ै।
मरद दसरदाड
मरद ंगोतदा तगो एक हदन न पटतनी।
अगर ंनीरदा इस समय ज़रदा ंगो जदातदा,तगो उसककी जनीत ंगो जदातनी; लप्रेककन यप्रे
नमद
गदासलयदाड।ँसनकर आपप्रेसप्रेबदा र ंगो गयदा। औरयों कगो अपनप्रेपक्ष मभ दप्रेखकर व कछ
ंक ंक
शप्रेर ंगो र ंदा थदा। गलदा संदाड़कर बगोलदा-- चलदी जदा मप्रेरप्रे द्वदार , सप्रेन सप्रेबदात
ंनींजतयोंंड
क।ँड गदा। झयोंटदा पकड़कर उखदाड़ लंडगदा।ं।ँ गदालदी ं ैडदाइन! बप्रेटप्रेकदा घमंड ंगो गयदा
दप्रे तनी
ं ै। ख़नड ...।
पदाड।ँसदालट गयदा। ंगोरदी कदा खसौल उठदा। बदाडद मभ ज ैसप्रेधिचनगदारदी पड़ गयनी ंगो।
ख़नड
आगप्रे आकर बगोलदा-- अच्छदा बस, अब चपक ंगो जदाओ ंनीरदा, अब न जदातदा।
ंनींसनदाक
म ैंइस औरत कगो क्यदा क ंड।ं।ँजब मप्रेरदी पनीठ मभ संलड लगतनी ं ै,तगो इसनी कप्रे कदारन।
न जदानप्रेक्ययों इससप्रेचपक न ंनींर ंदा जदातदा।
चदारयों ओर सप्रे ंनीरदा पर बसौछदार पड़नप्रे लगनी। ददातदाददीन नप्रे नलदज्ज ,कपटप्रे कदा वरदी नप्रे

गडदांंक बनदायदा, नप्रेश ैतदान ककी उपदाधधि ददी। दलदारदीक स आइन नप्रेकपतड
णझंगरदीससंंक
ंक
क ंदा। एक उद् दं ड शब्द ननप्रे नयदा कदा ल्कदा कर हदयदा थदा। दसरप्रेड उग शब्द
पल्लदा
नप्रे ंनीरदा कगो गच्चप्रे मभ डदाल हदयदा। उस पर ंगोरदी कप्रे संयत वदाक्यरदी-सनप्रेनी कसर
भनी परदीड कर ददी। ंनीरदा सभ
।ँड ल गयदा। सदारदा गदाडव
।ँ उसकप्रे ंगो गयदा। अब चपक
ववकददण
र नप्रेमभंनी उसककी कशल ं ै। कक्रगो कप्रे नशप्रेमभभनी इतनदा ंगोश उसप्रेबदाक़की थदा।
ंक
नयदा कदा कलप्रेजदा दनदाड ंगो गयदा। ंगोरदी सप्रेबगोलदी -- सनक लगो कदान खगोल कप्रे। भदाइययों
कप्रे सलए मरतप्रे र तप्रे ंगो। यप्रे भदाई,ऐसप्रेभदाई ैं कदा म।ँडंन
क दप्रे खप्रे। य मझप्रेक जतयोंंड
सप्रेमदारप्रे गदा। णखलदा-वपलदा...।

ंगोरदी नप्रे डदाड।ँटदा--ककर क्ययों बक-बक करनप्रेलगनी त!ंड घर क्ययों न ंनींजदातनी?


सं नयदा ज़मनीन पर ब ैठ गयनी और आतद स्वर मभ बगोलदी--अब तत इसकस जतसख
स य
कप्रे जदाऊड।ँगनी। ज़रदा इसककी मरदमनीड दप्रे ख लंड,ं।ँक ंदाड।ँ ं ै गगोबर?अब ककस हदन कदाम
आयप्रेगदा? तडदप्रेख र ंदा ं ैबप्रेटदा, तप्रेरदी मदाड।ँकगो जतप्रेडमदारप्रे जदा र ंप्रे ं ैं!
ययों ववलदाप करकप्रे उसनप्रे अपनप्रे कक्रगो कप्रे सदाथ ंगोरदी कक्रगो कगो भनी कक्रयदाशनील बनदा
कप्रे
डदालदा। आग कगो संंडक।ँ-सं कर उसमभ ज्वदालदा प ैददा कर ददी। ंनीरदा परदाश्जत-सदा पनीछप्रे
ंडक।ँ
ट गयदा। पन्ननीक उसकदा ंदाथ पकड़कर घर ककी ओर खनींच र ंनी थनी। स सदा सं नयदा
नप्रे ससं ननी ककी भदाड।ँ त झपटकर ंनीरदा कगो इतनप्रे ज़गोर सप्रे संक्कदा हदयदा कक व संम स
धिगर पड़दा और बगोलदी -- क ंदाड।ँ जदातदा, ज ैतप्रेडमदार, मदार जतप्रेड,दप्रे खंडतप्रेरदीभीँ मरदमनी!ंड

ंगोरदी नप्रेदसौड़कर उसकदा ंदाथ पकड़ सलयदा और घसनीटतदा ंकआ घर

लप्रेचलदा। ***
5

सउर गगोबर खदानदा खदाकर अह रदानप्रे मभ प।ँच


कड दा। आज झकनयदा सप्रेउसककी ब ंकत-सनी
बदातभ ंई
क थनीं। जब व गदाय लप्रेकर चलदा थदा, तगो झकनयदा सआप्रेरदास्तप्रेतक उसकप्रे सदाथ
आयनी थनी। गगोबर अकप्रे लदा गदाय कगो क ै सप्रे लप्रे जदातदा। अपररधिचत व्यश्कप्रेमत सदाथ
जदानप्रेमभउसप्रेआपश्त्त ंगोनदा स्वदाभदाववक थदा। ककछ दरू चलनप्रेकप्रे बदाद झकनयदा नप्रे गगोबर
कगो ममदभरदीआड।ँखयों सप्रे दप्रे खकर --क अबदा तमक कदा ंप्रेकगो य ंदाड।ँकभनी आओगप्रे।

एक हदन प लप्रेतक गगोबर ककमदार थदा। गदाडव


।ँ मभ श्जतननी यवक तयदाड।ँथनीं,व यदा तगो
उसककी ब नभ थनीं यदा भदासभयदाड।ँ। ब नयों सप्रे तगो कगोई छप्रे ड़छदाड़ ंगो ंनी क्यदा ,सकतनी
थनी
भदासभयदाड।ँ अलबत्तदा कभनी-कभनी उससप्रे ठठगोलदी ककयदा करतनी थनीं,लप्रेककन व कप्रे वल
सरल ववनगोद ंगोतदा थदा। उनककी दृश्ष्ट मभ अभनी उसकप्रे यसौवन मभ कप्रेवल सडल लगप्रेथप्रे। जब
तक संल न लग जदाय,ंड।ँउस पर ढप्रे लप्रे संभ कनदा व्यथद ककी बदात थनी। और ककसनी ओर
सप्रेपगोत्सदा न न पदाकर उसकदा कसौमदायदउसकप्रे गलप्रेसप्रेधिचपटदा ंकआ थदा। झन
क यदा कदा वंधिचत
मन, श्जसप्रे भदासभययों कप्रे व्यंग और -ववलदास नप्रेऔर भनी लगोलपक बनदा हदयदा थदा, उसकप्रे
कसौमदायद ंनी पर ललचदा उठदा। और उस ककमदार मभ भनी पत्तदा खड़कतप्रे ंनी ककसनी सगोयप्रे
ंकए सशकदारदी जदानवर ककी तर यसौवन जदाग उठदा।

गगोबर नप्रे आवरण- ंनीन रससकतदा कप्रे सदाथ क ंदा-- अगर सभक्षकक कगो भनीख
समलनप्रे ककी आसदा ंगो, तगो व हदन-भर और रदात-भर ददातदा कप्रे द्वदार पर खड़दार ंप्रे।

झन
क यदा नप्रेकटदाक्ष करकप्रे क ंदा -- तगो य क ंगो तमक भनी मतलब कप्रे यदार ंगो।

गगोबर ककी संम नययों कदा रकम त पबल ंगो उठदा। बगोलदा -- भखदाड आदमनी ंदाथ
अगर सं ै लदायप्रे तगो उसप्रे क्षमदा कर दप्रे नदा चदाह ए।

झन क यदा और ग रप्रे पदाननी मभ उतरदी -- सभक्षकक जब तक दस द्वदारप्रे न जदाय,उसकदा पप्रेट


क ै सप्रे भरप्रे गदा। म ैंऐसप्रेसभक्षककयों कगो म।ँं
ड कन ंनींलगदातनी। ऐसप्रेतगो गलदी-गलदी समलतप्रे ं ैं।
ककर सभक्षकक दप्रे तदा क्यदा,असनीस!ं ै असनीसयों सप्रे तगो ककसनी कदा पप्रेट न ंनीं भरतदा।

मंद-बद्ंकधधि गगोबर झकनयदा कदा आशय न समझ सकदा। झकनयदा छगोटदी-सनी थनी तभनी
सप्रेगदा कयों कप्रे घर दद ड लप्रेकर जदायदा करतनी थनी। ससरदालक मभ उसप्रेगदा कयों कप्रे घर दद ड
प ंकड।ँचदानदा पड़तदा थदा। आजकल भनी द ंनी बप्रेचनप्रेकदा भदार उसनी पर थदा। उसप्रेतर -तर
कप्रे मनष्ययोंंक सप्रेसदाबबक़दा पड़ चकदाक थदा। दगो-चदार ंकपए उसकप्रे ंदाथ लग जदातप्रे ,
थप्रेघड़नी-
भर कप्रे सलए मनगोरं जन भनी ंगो जदातदा ;थदामगर य आनंद ज ैसप्रेम।ँग
ड ननी ककी चनीज़
ंगो। उसमभ हटकदाव न ,थदासमपदण न थदा,अधधिकदार न थदा। वऐसदा पप्रेम चदा तनी व
थनी, श्जसकप्रे सलए व श्जए और मरप्रे ,श्जस पर व अपनप्रे कगो समवपदत कर दप्रे ।
कप्रेवल जगनकडककी चमक न ंनीं,ददीपक कदा स्थदायनी पकदाश चदा तनी थनी। व एक ग
ं ृस्थ ककी बदासलकदा थनी, श्जसकप्रे गहृ णनीत्व कगो रससकयों ककी लगदावटबदाश्ज़ययों
नप्रे ककचल न ंनींपदायदा थदा।

गगोबर नप्रे कदामनदासप्रे उदनीप म त मखक सप्रेक ंदा -- सभक्षकक कगो एक ंनी द्वदार
पर भरपप्रेट समल जदाय,तगो क्ययों द् वदार-द्वदार घमप्रेड?

झन
क यदा नप्रेसदय भदाव सप्रेउसककी ओर तदाकदा। ककतनदा भगोलदा ं ै,ककछ समझतदा ंनी
न ंनीं।

'सभक्षकक कगो एक द्वदार पर भरपप्रेट क ंदाड।ँसमलतदा ं ै। उसप्रेतगो चटककीक ंनी


समलप्रेगनी। सबदस तगो तभनीपदाओगप्रे,जब अपनदा सबदस दगोगप्रे।'

'मप्रेरप्रेपदास क्यदा ं ैझकनयदा?'

'तम मंक ंदारप्रे पदास ककछ न ंनीं ं ै? म ैंतगो समझतनी ंड,मप्रेरड़सलए


तम मंक ंदारप्रे पदास जगो ककछ ं ै,
बड़प्रे-बड़प्रेलखप तययों कप्रे पदास न ंनीं ं ै। तमक मझसप्रेकभनीख न मदाड।ँगकर मझप्रेकमगोल लप्रे
सकतप्रे ' ंगो।

गगोबर उसप्रे चककत नप्रेतयों सप्रे दप्रे खनप्रे लगदा।

झन
क यदा नप्रेककर क ंदा -- और जदानतप्रे , ंगोददाम क्यदा दप्रे नदा ंगोगदा? मप्रेरदा ंगोकर र नदा
पड़प्रेगदा। ककर ककसनी कप्रे सदामनप्रे ंदाथ सं ैलदायप्रेदप्रेखगनींडं।ँ, तगो घर सप्रे नकदाल
दंडगनी।ं।ँ

गगोबर कगो ज ैसप्रेअड।ँसंप्रेरप्रेमभटटगोलतप्रे ंकए इश्च्छत वस्तकसमल गयनी। एक ववधिचत भय-


समधिशत आनंद सप्रे उसकदा रगोम-म पलककतक ंगो उठदा। लप्रेककन य क ै सप्रे ंगोगदा?
झन
क यदा कगो रख लप्रे,तगो रखप्रेलदी कगो लप्रेकर घर मभ र ंप्रेगदा क ै सप्रे। बबरदादरदी कदा झंझट
जगो ं ै। सदारदा गदाड।ँव -कदाड।ँवकरनप्रेलगप्रेगदा। सभनी दसमनक ंगो जदायगप्रे।ंड।ँ अम्मदाड।ँतगो
इसप्रेघर मभ घसनप्रेकभनी न दप्रे गनी। लप्रेककन जब स्तनी ंगोकर य न ंनीं डरतनी,तगो पंकष
ंगोकर व क्ययों डरप्रे । ब ंकत ंगोगदा, लगोग उसप्रे अलग कर दभ गप्रे। व अलग ंनी र ंप्रेगदा।
झकनयदा ज ैसनी औरत गदाड।ँव मभ दसरदीड कसौन ं ै? ककतननी समझददारदी ककी बदातभ करतनी ं ै।
क्यदा जदानतनी न ंनींकक म ैंउसकप्रे जगोग न ंनीं ंड।ं।ँककर भनी मझसप्रेकपप्रेम करतनी ं ै। मप्रेरदी
ंगोनप्रे कगो रदाज़नी ं ै। गदाड।ँववदालप्रे नकदाल,तगो दभ गप्रेक्यदासंसदार मभ दसरदाड गदाड।ँव ंनी न ंनीं ? ं ै
और गदाड।ँव क्ययों छगोड़प्रे?मदातदाददीन नप्रे चमदाररन ब ैठदा ,लदीतगो ककसनी नप्रे क्यदा कर सलयदा।
ददातदाददीन ददाड।ँत कटकटदाकर र गयप्रे। मदातदाददीन नप्रे इतनदा ज़रड ककयदा कक अपनदा
संरम बचदा सलयदा। अब भनी बबनदा असनदान-पजदाड ककयप्रेम।ँं
ड कमभपदाननी न ंनींडदालतप्रे।
दगोनयों जनड अपनदा भगोजन आप पकदातप्रे ं ैंऔर अब तगो अलग भगोजन न ंनीं पकदातप्रे।
ददातदाददीन और व सदाथ ब ैठकर खदातप्रे ं ैं। णझंगरदीससंंक नप्रेबदाम म ननी रख लदी, उनकदा
ककसनी नप्रे क्यदा कर सलयदा? उनकदा श्जतनदा आदर-मदान तब थदा, उतनदा ंनी आज भनी
ं ै; बश्ल्क और बढ़ गयदा। प लप्रे नसौकरदी खगोजतप्रे ककरतप्रे थप्रे। अब उसकप्रे ंकपए सप्रे
ंदाजन बन ब ैठप्रे। ठककरदाई कदा रगोब तगो थदा ंनी, म ंदाजननी कदा रगोब भनी जम गयदा।
मगर ककर ख़्यदाल आयदा, क ंनींझन क यदा हदल्लगनी न कर र ंनी ंगो। प लप्रेइसककी
ओर सप्रे नश्क चंत ंगो जदानदा आवकयक थदा।

उसनप्रेपछदाड -- मन सप्रेक तनी ंगो झनदाड कक ख़दालदी लदालच दप्रे र ंनी ंगो? म ैंतगो
तम मंक ंदारदा
चकदाक; लप्रेककन तमक भनी ंगो जदाओगनी?

'तमक मप्रेरप्रे ंगो चकप्रेक, क ै सप्रे नजदांड?'ं।ँ

'तमक जदान भनी चदा ंगो, तगो दप्रे दंड।'ं।ँ

'जदान दप्रे नप्रे कदा अरथ भनी समझतप्रे?' ंगो

'तमक समझदा दगो न।'

'जदान दप्रे नप्रे कदा अरथ, सदाथ ै र कर नबदा करनदा। एक बदार ंदाथ पकड़कर उसमर भर
नबदा करतप्रे र नदा,चदा ंप्रेद ंकनयदा ककछ क ंप्रे,चदा ंप्रे मदाड।ँ-बदाप, भदाई-बंद,घर-द्वदार सब
ककछ छगोड़नदा पड़प्रे। म।ँं
ड कसप्रेजदान दप्रे नप्रेवदालप्रेब ंकतयों कगो दप्रे ख चककी।ंक भसौरयों ककी भदाड।ँत संडल
कदा रस लप्रेकर उड़ जदातप्रे ं ैं। तमक भनी व ैसप्रे ंनी न उड़ जदाओगप्रे?'
गगोबर कप्रे एक ंदाथ मभ गदाय ककी पगह यदा थनी। दसरप्रेड ंदाथ सप्रेउसनप्रेझन
क यदा कदा
ंदाथ पकड़ सलयदा। ज ैसप्रे बबजलदी कप्रे तदार पर ंदाथ गयदा ंगो। सदारदी दप्रे यसौवन कप्रे
लप्रे स्पशद सप्रे कदाड।ँप उठठी।तननी ककमलदायमक, गदगकददीक, कगोमल कलदाई! झकनयदा नप्रे
उसकदा ंदाथ टदायदा न ंनीं,मदानगो इस स्पशद कदा उसकप्रे सलए कगोई म त्व ंनी न ंगो।

ककर एक क्षण कप्रे बदाद गंभनीर भदाव सप्रे बगोलदी--आज तमनप्रेकमप्रेरदा ंदाथ पकड़दा ं ै,
यदाद रखनदा।

'ख़बड यदाद रखगदांडं।ँ झनदाड और मरतप्रेदम तक नबदा ंडगदा।ं।ँ'

झकनयदा अववकवदास-भरदी मस्कदानक सप्रेबगोलदी -- इसनी तर तगो सब क तप्रे ं ैं गगोबर! बश्ल्क


इससप्रे भनी मनीठप्रे ,धिचकनप्रे शब्दयों मभ । अगर मन मभ कपट,मझप्रेबतदाकगो दगो। सचप्रेत ंगो जदाऊड।ँ।
ऐसयों कगो मन न ंनींदप्रेतनी। उनसप्रेतगो ख़दालदी ंड।ँस-बगोल लप्रेनप्रे कदा नदातदा रखतनी ंड।ं।ँबरसयों
सप्रेदद ड लप्रेकर बदाज़दार जदातनी ंड।ं।ँएक-सप्रे-एक बदाब,ड म ंदाजन, ठदाककर, वककील, अमलप्रे,अफ़सर
अपनय रससययपन हदखयकर म झससमसय लसनय चय तस । कतई
छदातनी पर ंदाथ रखकर क तदा ं ै,झकनयदा, तरसदा मत; कगोई मझप्रेकरसनीलदी,
नसनीलदी
धिचतवन सप्रेघरतदाड ं ै,मदानगो मदारप्रे पप्रेम कप्रे बप्रे ंगोश ंगो गयदा,कगोई ं ैकपए हदखदातदा
ं ै,
कगोई ग नप्रे। सब मप्रेरदी ग़लदामनीक करनप्रेकगो त ैयदार र तप्रे , उसमर ैं भर, बश्ल्क उस
जनम मभ ,भनीलप्रेककन म ैंउन सबयों ककी नस प चदानतनी ंड।ं।ँसब-कप्रे-सब भगौंरप्रे रस
लप्रेकर उड़ जदानप्रेवदालप्रे। म ैंभनी उन म ंभललचदातनी ंड,ं।ँतरछठी नज़रयों सप्रेदप्रेखतनी ंड,ं।ँ
मसकरदातनीक ंड।ं।ँ मझप्रेकधगनी बनदातप्रे ं ैं,म ैंउन म ंभउल्लडबनदातनी ंड।ं।ँमम
ैं र जदाऊड।ँ,तगो

उनककी आड।ँखयोंमभआस।ँन
ड आयप्रेगदा। व मर जदाय,ंडत ।ँ गो म ैंक ंडगनीभीँ, अच्छदा आ,
ंक
नगगोड़दा मर गयदा। म ैं तगो श्जसककी ंगो जदाऊड।ँ,उसककीगनी जनम-भर कप्रे सलए
ंगो
जदाऊड।ँ,गनीसखक मभ ,दछःखक मभ ,संपत मभ ,बबपत मभ ,उसकप्रे सदाथ र ंडगनी।ं।ँ रजदाई न ंनीं ंडं।ँ
सबसप्रे ंड।ँसतनी-बगोलतनी कक।ँड ।न ंकपए ककी भखनीड ंड,न।ँ ग नप्रे-कपड़प्रे ककी। बस भलप्रे आदमनी
कदा संग चदा तनी ंड,जतोँ मझप्रेअ क पनदा समझप्रेऔर श्जसप्रेमभ
ैं नी अपनदा समझंड।ं।ँएक
पंडडत जनी ब ंकत तलक-मददाक लगदातप्रे ं ैं। सआ सप्रेर दद ड लप्रेतप्रे ं ैं। एक
हदन उनककी घरवदालदी क ंनींनप्रेवतप्रेमभगयनी थनी। मझप्रेकक्यदा मदालम।ंड और हदनयों ककी
तर दद ड सलयप्रेभनीतर चलदी गयनी। व ंदाड।ँपकदारतनीक ंड,ब।ँ ंडजनी, ब ंडजनी! कगोई बगोलतदा
ंनी न ंनीं। इतनप्रेमभदप्रेखतनी ंडततोँ पंडडतजनी बदा र कप्रे ककवदाड़ बंद ककयप्रेचलप्रेआ र ंप्रे
ं ैं। म ैंसमझ गयनी इसककी ननीयत ख़रदाब ं ै। म ैंनप्रेडदाड।ँटकर पछदाड -- तमनप्रेकककवदाड़
क्ययों बंद कर सलयप्रे?क्यदा ब ंडजनी क ंनींगयनी ं ैं?घर मभ सन्नदाटदा क्ययों? उसनप्रे ै क
ंदा--
एक नप्रेवतप्रेमभ गयनी; और ैं मप्रेरदी ओर दगो पग और बढ़ आयदा। म ैंनप्रे --क ंदा तम मंक
ंभदद ड लप्रेनदा ंगो तगो लगो, न ंनींमज ैं दातनी ंड।ं।ँबगोलदा -- आज तगो तमक य ंदाड।ँसप्रेन
जदानप्रेपदाओगनी झननीड रदाननी, रगोज़-रगोज़ कलप्रेजप्रेपर छकरदी चलदाकर भदाग जदातनी ंगो, आज
मप्रेरप्रे ंदाथ सप्रेन बचगोगनी। तमसप्रेकसच क तनी ंड,गगोबर।ँ , मप्रेरप्रे रगोएड।ँ खड़प्रेगयप्रे।ंगो

गगोबर आवप्रेश मभ बगोलदा--म ैं बच्चदा कगो दप्रे ख ,पदाऊड।ँतगोखगोदकर ज़मनीन मभ गदाड़ दंड।ं।ँ
ख़नड चसड लंड।ं।ँतमक मझप्रेकहदखदा तगो दप्रे नदा।

'सनगोक तगो, ऐसयों कदा म।ँं


ड त
क गोड़नप्रेकप्रे सलए म ैंंनी कदाफ़की ंड।ं।ँमप्रेरदी छदातनी संक-संक करनप्रे
लगनी। य ककछ बदमदासनी कर ब ैठप्रे, तगो क्यदा क।ँड गनी। कगोई धिचल्लदानदा भनी तगो न
सनप्रेगदाक; लप्रेककन मन मभ य नकय चकर सलयदा थदा कक मप्रेरदी दप्रे छकई, तगो दद ड ककी
भरदी ंदाड।ँड़नी उसकप्रे म।ँं
ड कपर पटक दंडगनी।ं।ँ बलदा सप्रेचदार-पदाड।ँच सप्रेर जदायगदा, बचदा कगो
दद ड
यदाद तगो ंगो जदायगनी। कलप्रेजदा मज़बतड करकप्रे बगोलदी इस संप्रे र मभ न र नदा
--
पंडडतजनी! म ैंअ ंनीर ककी लड़ककी ंड।ं।ँमंडछ।ँ कदा एक-एक बदाल लंडगनी।ं।ँ य ंनी
चनवदाक सलखदा
ं ैत ंदारप्रे पगोथनी-पतप्रेमभकक दसरयोंंड ककी ब -बप्रेटदी कगो अपनप्रे घर मभ बंद करकप्रे
म मंक
ंड
बप्रेईज़्ज़त करगो। इसनीसलए तलक-मददाक कदा जदाल बबछदायप्रेब ैठप्रे ंगो? ंदाथ जगोड़नप्रे,
लगदा
प ैरयों पड़नप्रे-- एक पप्रेमनी कदा मन रख दगोगनी,तगो तम मंक ंदारदा क्यदा बबगड़ जदायगदा, झनदाड
रदाननी! कभनी-कभनी ग़रदीबयों पर दयदा ककयदा करगो, न ंनींभगवदान णपछभ गप्रेड,म ैंनप्रेतम मंक
ंभइतनदा
ंडवपन हदयदा थदा, तमनप्रेकउससप्रेएक बदाह्मण कदा उपकदार भनी न ंनींककयदा, तगो क्यदा
जवदाब दगोगनी? बगोलप्रे,म ैंववप ंड,ंकपए।ँ-प ैसप्रेकदा ददान तगो रगोज़ ंनी पदातदा ंड,आज।ँ ंडप
कदा ददान दप्रे दगो। म ैंनप्रे ययों ंनी उसकदा मन परखनप्रे कगो क, म ैंहदयदापचदास
ंकपए
लंडगनी।ं।ँ सच क ंडगगोबर।ँ , तरं तक कगोठरदी मभ गयदा और दस-दस कप्रे पदाड।ँच नगोट
तनी
नकदालकर मप्रेरप्रे ंदाथयों मभ दप्रे नप्रे लगदा और जब म ैंनप्रे नगोट ज़मनीन पर धिगरदा हदयप्रे
द्वदार ककी ओर चलदी, तगो उसनप्रे मप्रेरदा ंदाथ पकड़ सलयदा। म ैं तगो प लप्रे ंनी सप्रे त ैयदार
थनी। ंदाड।ँड़नी उसकप्रे म।ँं
ड कपर दप्रे मदारदी। ससर सप्रेपदाड।ँव तक सरदाबगोर ंगो गयदा। चगोट भनी
ख़बड लगनी। ससर पकड़कर ब ैठ गयदा और लगदा ंदाय ंदाय करनप्रे। म ैंनप्रे, अबदप्रे खदाय
-
ककछ न ंनींकर सकतदा, तगो पनीठ मभ दगो लदातभ जमदा ददीं और ककवदाड़ खगोलकर ' भदागनी।

गगोबर ठठदा मदारकर बगोलदा -- ब ंकत अच्छदा ककयदा तमनप्रे।ंक दद ड सप्रेन ंदा गयदा
ंगोगदा। तलक-मददाक भनी संलक गयनी ंगोगनी। मंडछभभीँभनी क्ययों न उखदाड़ लदीं?'
दसरप्रेड हदन म ैंककर उसकप्रे घर गयनी। उसककी घरवदालदी आ गयनी थनी। अपनप्रेब ैठक मभ ससर
मभ पटदी बदाड।ँसंप्रे पड़दा थदा। म ैंनप्रे--क ंगोकतगोदा कल ककी तम मंक ंदारदी करततड खगोल दंडपंडडत।ँ
! लगदा ंदाथ जगोड़नप्रे। म ैंनप्रेक ंदा -- अच्छदा थककरू चदाटगो, तगो छगोड़ दंड।ं।ँ ससर
ज़मनीन पर रगड़कर क नप्रे लगदा-- अब मप्रेरदी इज़्ज़त तम मंक ंदारप्रे ंदाथ ं ैझनदाड,
ंनी समझ लगो कक पंडडतदाइन मझप्रेकजनीतदा न छगोड़भगनी। मझप्रेकभनी उस पर दयदा आ
गयनी।'

गगोबर कगो उसककी दयदा बरदीक लगनी -- य तमनप्रेक्


क यदा ककयदा? उसककी औरत सप्रे जदाकर
क्ययों न ंनीं हदयदा? जतयोंंड सप्रेपनीटतनी। ऐसप्रेपदाखंडडययों पर दयदा न करननी चदाह ए।
तमक मझप्रेक
क ल उनककी सरतड हदखदा दगो, ककर दप्रे खनदा क ैसनी मरम्मत करतदा ंड।ं।ँ

झन
क यदा नप्रेउसकप्रे सअद-ववकससत यसौवन कगो दप्रे खकर क ंदा-- तमक उसप्रेन पदाओगप्रे।
ख़दासदा दप्रे व ं ै। मफ़्तक कदा मदाल उड़दातदा ैकक न ंनीं।

गगोबर अपनप्रे यसौवन कदा य तरस्कदार क ै सप्रे स तदा। डनींग मदारकर बगोलदा--मगोटप्रे ंगोनप्रे
सप्रेक्यदा ंगोतदा ं ै। य ंदाडफ़
।ँ सौलदाद ककी ड्डडयदाड।ँं। ैं तनीन ससौ डंड रगोज़ मदारतदा ंड।ं।ँ दद-ड घनी
न ंनीं समलतदा,न ंनीं अब तक सनीनदा ययों नकल आयदा ंगोतदा।

क कर उसनप्रे छदातनी सं ै लदा कर हदखदायनी।

झन क यदा नप्रेआकवस्त आड।ँखयों सप्रे दप्रे खदा--अच्छदा, कभनी हदखदा दंडगनी।ं।ँ लप्रेककन य
ंदाड।ँतगो सभनी एक-सप्रे , त ैंमक ककस-ककस कक मरममत करतगस। न जयनस मरदद कक कयय
आदत ं ै कक ज ंदाड।ँ कगोई औरत दप्रे खनी और बस लगप्रेघरनप्रेड,छदातनी
जवदान,सदरं ंक
पनीटनप्रे। और य जगो बड़प्रे आदमनी क लदातप्रे,यप्रेत
ैं गो नरप्रे लंपट ंगोतप्रे ं ैं। ककर म ैं
कगोई सदरदींंक न ंनीं ंड...ं।ँ ।
गगोबर नप्रे आपश्त्त ककी-- तम!ंक तम मंक ंभदप्रेखकर तगो य ंनी जनी चदा ं ै कक कलप्रेजप्रे मभ
तदा
बबठदा लभ।
झकनयदा नप्रेउसककी पनीठ मभ लकदा-सदा घसदांडं।ँ जमदायदा -- लगप्रेऔरयों ककी तर तमक भनी

चदापलसनीड करनप्रे।
म ैंज ैसनी ककछ ंड,व।ँ म ैंजदानतनी ंड।ं।ँमगर इन लगोगयों कगो तगो
जवदान समल जदाय। घड़नी-भर मन ब लदानप्रेकगो और क्यदा चदाह यप्रे। गनक तगो आदमनी
उसमभ दप्रे खतदा,श्जस ैकप्रे सदाथ जनम-भर नबदा करनदा ंगो। भनी ंडऔर।ँ
सनतनीक
दप्रे खतनी भनी ंड,आजकल।ँ बड़प्रे घरयों ककी ववधिचत लदीलदा ं ै। श्जस म ल्लप्रे मभ मप्रेरदी
ससरदालक ं ै,उसनी मभ गपडड-गपडड नदाम कप्रे कदासमनीरदी र तप्रेथप्रे। बड़प्रेभदारदी आदमनी थप्रे।
उनकप्रे य ंदाड।ँपदाड।ँच सप्रेर दद ड लगतदा थदा। उनककी तनीन लड़ककयदाड।ँथनीं। कगोई बनीस-बनीस,
पच्चनीस-पच्चनीस ककी ंयोंगनी। एक-सप्रे-एक सदर।ंंंक तनीनयों बड़प्रेकदासलज मभ पढ़नप्रेजदातनी
थनीं। एक सदाइत कदासलज मभ पढ़दातनी भनी थनी। तनीन ससौ कदा म ंनीनदा पदातनी थनी। ससतदार
सब बजदावभ ,रमकनयदाड।ँव सब बजदावभ ,नदाचभ ,वगदावभ ;वलप्रेककन ब्यदा कगोई
करतनी थनी। रदाम जदानप्रे,व ककसनी मरद कगो पसंद न ंनीं करतनीथनीं कक मरद उन म ंनीं
कगो पसंद न ंनींकरतदा थदा। एक बदार म ैंनप्रेबड़नी बनीबनी सप्रेपछदाड, तगो ंड।ँसकर बगोलदीं--
लगोग य रगोग न ंनीं पदालतप्रे;मगर भनीतर- ंनी-भनीतर ख़बड गलछरुप्रे उड़दातनी थनीं। जब
दप्रे खंड,दतोँ-चदार लगौंडप्रेउनकगो घप्रेरप्रे ंकए ं ैं। जगो सबसप्रेबड़नी थनी, व तगो कगोट-पतलनड
नकर घगोड़प्रे पर सवदार ंगोकर मदगो कप्रे सदाथ स ैर करनप्रे जदातनी थनी। सदारप्रे स र मभ उनककी
लदीलदा मश ंडर थनी। गपडड बदाबडससर ननीचदा ककयप्रे,ज ैसप्रेम।ँं
ड कमभकदासलख-सनी लगदायप्रे र तप्रे थप्रे।
लड़ककययों कगो डदाड।ँटतप्रे,समझदातप्रेथप्रे थप्रे;पर सब-ककी-सब खल्लमक-खल्लदाक क तनी थनीं-- तमकगोक
मदारप्रे बनीच मभ बगोलनप्रेकदा ककछ मजदाल न ंनीं ं ै। म
अपनप्रे मन ककीरदाननी ं ैं,जगो मदारदी इच्छदा ंगोगनी, व म करभ गप्रे। बप्रेचदारदा बदाप जवदान-
जवदान लड़ककययों सप्रे क्यदा बगोलप्रे। मदारनप्रे-बदाड।ँसंनप्रे सप्रे, डदाड।ँटनप्रेर-डपटनप्रे सप्रे र; लप्रेककनदा
भदाई बड़प्रेआदसमययों ककी बदातभ कसौन चलदायप्रे। व जगो कछ करभ ,सब ठठीक ं ै। उन म ंभ
ंक
तगो बबरदादरदी और पंचदायत कदा भनी डर न ंनीं। मप्रेरदी समझ तगोमभ य ंनी न ंनीं आतदा कक
ककसनी कदा रगोज़-रगोज़ मन क ै सप्रे बदल जदातदा ं ै। क्यदा आदमनी -गदायबकरदी सप्रे भनी
गयदा-बनीतदा ंगो गयदा ं ै? लप्रेककन ककसनी कगो न ंनींक तनी भदाई! मन कगो ज ैसदा
बरदाक
बनदाओ, व ैसदा बनतदा ं ै। ऐसयों कगो भनी दप्रे खतनी ंड,श्जन म।ँ ंभ रगोज़-रगोज़ ककी ददाल-रगोटदी
कप्रे
बदाद कभनी-कभनी म।ँं
ड ककदा सवदाद बदलनप्रेकप्रे सलए लवदा-परदीड भनी चदाह ए। और ऐसयों
कगो भनी दप्रे खतनी ंड,श्जन म।ँ ंभ घर ककी रगोटदी-ददाल दप्रे खकर ज्वर आतदा ं ै। ककछ बप्रेचदाररयदाड।ँ
ऐसनी भनी ं ैं,जगो अपननी रगोटदी-ददाल मभ ंनी मगन र तनी ं ैं। -पलवदारदीडसप्रेउन म
ंभकगोई
मतलब न ंनीं। मप्रेरदी दगोनयों भदावजयों ंनी कगो दप्रे खगो। मदारप्रे भदाई- कबड़दानप्रेन ंनीं ं ैं,दस
ंक
जवदानयों मभ एक जवदान; लप्रेककन ैं भदावजयों कगो न ंनीं भदातप्रे। उन म ंभ तगो व , चदाहजगो ए
सगोनप्रे ककी बदासलयदाड।ँ बनवदायप्रे,मनीन सदाडड़यदाड।ँ लदायप्रे,रगोज़ चदाट णखलदायप्रे। बदासलयदाड।ँ और
समठदाइयदाड।ँमझप्रेभ
क नी कम अच्छठी न ंनींलगतनीं;लप्रेककन जगो क ंगो कक इसकप्रे सलए
अपननी लदाज बप्रेचतनी कक।ँड तगो भगवदान णइससप्रेबचदाय।ंड।ँएक कप्रे सदाथ मगोटदा-झगोटदा खदा-
प नकर उसमर कदाट दप्रे नदा,बस अपनदा तगो य ंनी रदाग ं ै। ब त करकप्रे तगो मदद ंनी
ंक
औरतयों कगो बबगदाड़तप्रे ं ैं। जब मदद- सउरइर तदाक-झदाड।ँक करप्रे गदा तगो औरत भनी आड।ँख
लड़दायप्रेगनी। मदददसरदीड औरतयों कप्रे पनीछप्रे दसौड़प्रेगदा, तत औरत भड़ ज़सर मदत कस पड़छस
दसौड़प्रेगनी। मदद कदा रजदाईपन औरत कगो भनी उतनदा बनीरदाक लगतदा ं ै,श्जतनदा औरत
कदा मदद कगो। य ंनी समझ लगो। म ैंनप्रे तगो अपनप्रे आदमनी सप्रे-सदाफ़सदाफ़क हदयदा थदा,
अगर तमक सइर-सउर लपकप्रे, तगो मप्रेरदी भनी जगो इच्छदा ंगोगनी क।ँड गनी। य चदा ंगो

कक तमक तगो अपनप्रेमन ककी करगो और औरत कगो मदार कप्रे डर सप्रेअपनप्रेक़दाबडमभ
रखगो, तगो य न ंगोगदा। तमक खकलप्रे-ख़ज़दानप्रे करतप्रे , छपकर करप्रे गनी। तमक उसप्रे
ंगोव
जलदाकर सखनीक न सकतप्रे।
ंनींर
गगोबर कप्रे सलए य एक नई द ंकनयदा ककी बदातभ थनीं। तन्मय ंगोकर सनक र ंदा
थदा।
कभनी-कभनी तगो आप- ंनी-आप उसकप्रे पदाड।ँव ंकक ,जदातप्रेककर सचप्रेत ंगोकर चलनप्रे लगतदा।
झकनयदा नप्रेप लप्रेअपनप्रेडप सप्रेमगोह त ककयदा थदा। आज उसनप्रेअपनप्रेजदान और
अनभवक सप्रेभरदी बदातयों और अपनप्रेसतनीत्व कप्रे बखदान सप्रेमग मसंक कर सलयदा। ऐसनी
ंडप, गण,क जदान ककी आगरदी उसप्रे समल जदाय,तगो संन्य भदाग। ककर वक्ययों पंचदायत
और बबरदादरदी सप्रे डरप्रे ?

झन
क यदा नप्रेजब दप्रे ख सलयदा कक उसकदा ग रदा रं ग जम गयदा, तगो छदातनी पर ंदाथ
रखकर जनीभ ददाडत ।ँ सप्रेकदाटतनी ंकई बगोलदी -- अरप्रे ,य तगो तम मंक ंदारदा गदाड।ँव आ गयदा!
तमक भनी बड़प्रेमरु ंप्रे ंगो, मझसप्रेकक ंदा भनी न ंनींकक लसौट जदाओ। य क कर व लसौट
पड़नी।

गगोबर नप्रे आग करकप्रे क --ंदा एक छन कप्रे सलए मप्रेरप्रे घर क्ययों न ंनीं चलदी चलतनी?
अम्मदाड।ँ भनी तगो दप्रे ख लभ।

झकनयदा नप्रेलज्जदा सप्रेआ।ँख


ड भचरदाकरु क ंदा -- तम मंक ंदारप्रे घर ययों न जदाऊड।ँगनी। मकझप्रे तगो
ंनी अचरज ंगोतदा ं ैकक म ैंइतननी दरू क ैसप्रेआ गयनी। अच्छदा, बतदाओ अब कब आओगप्रे?
रदात कगो मप्रेरप्रे द्वदार पर अच्छठी संगत ंगोगनी। चलप्रे , आनदाम ैं अपनप्रे वपछवदाड़प्रे
समलंडगनी।ं।ँ

'और जगो न समलदी?'

'तगो लसौट जदानदा।'


'तगो ककर म ैं न आऊड।ँ' गदा।

'आनदा पड़प्रेगदा,न ंनींक ंप्रेदप्रेतनी ंड।'ं।ँ


'तमक भनी वचन दगो कक समलगोगनी?'

'म ैं वचन न ंनीं दप्रे तनी।'

'तगो म ैं भनी न ंनीं आतदा।'

'मप्रेरदी बलदा सप्रे!'

झन
क यदा अगठदाड।ँ हदखदाकर चल ददी। पथम-समलन मभ ंनी दगोनयों एक दसरप्रेड पर अपनदा-
अपनदा अधधिकदार जमदा चकप्रेक थप्रे। झकनयदा जदानतनी थनी, व आयप्रेगदा,क ै सप्रे न आयप्रेगदा?
गगोबर जदानतदा थदा, व समलप्रेगनी,क ै सप्रे न समलप्रे?गंगोबरदी जब अकप्रे लदा गदाय कगो
ंदाड।ँकतदा ंकआ चलदा, तगो ऐसदा लगतदा थदा, मदानगो स्वगद सप्रे धिगर पड़दा ं ै।

***
6

जप्रेठ ककी उददास और गमद संध्यदा सप्रेमरदी ककी सड़कयों और गसलययों मभ पदाननी कप्रे
छड़कदाव सप्रेशनीतल और पसन्न ंगो र ंनी थनी। मंडप कप्रे चदारयों तरफ़ संडलयों और वपसौयों
कप्रे गमलप्रे सजदा हदयप्रे गयप्रे थप्रे और बबजलदी कप्रेचल पंखप्रेरथप्रे। रदाय सदा ब अपनप्रे
कदारख़दानप्रे मभ बबजलदी बनवदा लप्रेतप्रे थप्रे। उनकप्रे ससपदा ंनी पनीलदी वहददयदाड।ँ,ननीलप्रेसदाफ़प्रेडदाटप्रे
बदाड।ँसंप्रे,जनतदा पर रगोब जमदातप्रेककरतप्रेथप्रे। नसौकर उजलप्रेककरतप्रेप नप्रेऔर कप्रेसररयदा
पदाग बदाड।ँसंप्रे,ममदानयों और मणखययोंंक कदा आदर-सत्कदार कर र ंप्रे थप्रे। उसनी वक़्त एक
मगोटर ससं-द्वदार कप्रे सदामनप्रेआकर ंकककी और उसमभ सप्रेतनीन म दानभदावक उतरप्रे । व
जगो खदर कदा ककरतदा और चप्पल प नप्रे ंकए ं ैंउनकदा नदाम पंडडत ओंकदारनदाथ ं ै।
आप द ै नक-पत 'बबजलदी' कप्रे यशस्वनी संपदादक, श्जन मं ैं ंभ दप्रे श-धिचंतदा नप्रेघलदाक डदालदा
ं ै। दसरप्रेड म ंदाशय जगो कगोट-प ैंट मभ ,व ं ैं तगो वककील,पर वकदालत न चलनप्रे कप्रे
कदारण एक बनीमदा-कंपननी ककी दलदालदी करतप्रे ं ैंऔर तदाल्लक़प्रेददारयोंंक कगो म ंदाजनयों और
ब ैंकयों सप्रे करज़ हदलदानप्रे मभ वकदालत सप्रे क ंनीं ज़्यदाददा कमदाई करतप्रे ं ैं। इनकदा
कयदामबब ंदारदी तंखदा और तनीसरप्रे सज्जन जगो रप्रे शमनी अचकन और तंग पदाजदामदा प नप्रे

ंकए ं ैं,समस्टर बनी. मप्रे तदा,यकनवससदटदी मभ दशदनशदास्तकप्रे अध्यदापक ं ैं। यप्रे तनीनयों
सज्जन रदाय सदा ब कप्रे स पदाहठययों मभ ं ैंऔर शगनक कप्रे उत्सव मभ नमंबतत ंकए ं ैं।
आज सदारप्रे इलदाक़प्रे कप्रे असदामनी आयभग और शगनक कप्रे ंकपए भभ ट करभ ग। रदात कगो संनषक-
यज ंगोगदा और मप्रेमदानयों ककी ददावत ंगोगनी। ंगोरदी नप्रेपदाड।ँच ंकपए शगनक कप्रे दप्रे हदयप्रे
ं ैंऔर एक गलदाबनीक समरज़ई प नप्रे,गलदाबनीक पगड़नी बदाड।ँसंप्रे,घटनप्रेकतक कछननी कदाछप्रे , ंदाथ
मभ एक खरपनीक सलयप्रेऔर मखक पर पदाउडर लगवदायप्रेरदाजदा जनक कदा मदालदी बन गयदा
ं ैऔर गडर सप्रेइतनदा संडल उठदा ं ैमदानगो य सदारदा उत्सव उसनी कप्रे पंकषदाथदसप्रे ंगो र ंदा
ं ै।

रदाय सदा ब नप्रे मप्रे मदानयों कदा स्वदागत ककयदा।दगो रप्रे बदन कप्रे ऊड।ँ चप्रे आदमनी,गठदा थप्रे
ंकआ शरदीर, तप्रेजस्वनी चप्रे , रदाऊड।ँ चदा मदाथदा,गगोरदा रं ग,श्जस पर शबदतनी रप्रे शमनी चदादर
ख़बड णखल र ंनी थनी।
पंडडत ओंकदारनदाथ नप्रेपछदाड -- अबककी कसौन-सदा नदाटक खप्रेलनप्रे कदा ववचदार? मप्रेरप्रे ै रस
ककी तगो य ंदाड।ँव ंनी वस्तक ं ै।
रदाय सदा ब नप्रे तनीनयों सज्जनयों कगो अपननी रदावटदीकप्रे सदामनप्रेककससययों पर ब ैठदातप्रे ंकए
ंदा -- प लप्रेतगो संनषक-यज ंगोगदा, उसकप्रे बदाद एक प सन। नदाटक कगोई अच्छदा न
समलदा। कगोई तगो इतनदा लम्बदा कक शदायद पदाड।ँच घंटयों मभ भनी ख़तम न ंगो और कगोई
इतनदा श्क्लष्ट कक शदायद य ंदाड।ँ एक व्यश्क्तभनी उसकदा अथद न समझप्रे। आणख़र

म ैंनप्रेस्वयम णएक प सन सलख डदालदा, जगो दगो घंटयों मभ परदाड ंगो जदायगदा।

ओंकदारनदाथ कगो रदाय सदा ब ककी रचनदा-शश्कम त मभ ब ंकत संदप्रे थदा। उनकदा ख़्यदाल थदा
कक प तभदा तगो ग़रदीबनी ंनी मभ चमकतनी ं ै ददीपक ककी भदाड।ँ,जगो अड।ँसंप्रेरप्रेत ंनी मभ अपनदा
पकदाश हदखदातदा ं ै। उपप्रेक्षदा कप्रे ,सदाथश्जसप्रे छपदानप्रे ककी भनी उन म ंयोंनप्रे चप्रेष्न टदानीं ककी,
पंडडत ओंकदारनदाथ नप्रेम।ँसड ंकप्रेर सलयदा।

समस्टर तंखदा इन बप्रेमतलब ककी बदातयों मभ न पड़नदा चदा , तप्रेककर थप्रेभनी रदाय सदा
ब कगो हदखदा दप्रे नदा चदा तप्रेथप्रेकक इस ववषय मभ उन म ंभककछ बगोलनप्रेकदा अधधिकदार ं ै।

बगोलप्रे-- नदाटक कगोई भनी अच्छदा ंगो सकतदा ं ै, अगर उसकप्रे असभनप्रेतदा अच्छप्रे ंयों।
अच्छदा-सप्रे-अच्छदा नदाटक बरप्रेक असभनप्रेतदाओंकप्रे ंदाथ मभ पड़कर बरदाक ंगो सकतदा ं ै। जब
तक स्टप्रे ज पर सशक्षक्षत असभनप्रेबतयदाड।ँ न ंनीं, आतमदारदी ंंनदाट्य-कलदा कदा उद् संदार न ंनीं
सकतदा। अबककी तगो आपनप्रे कगौंससल मभ पकककीनयों संमड मचदा ददी। म ैंतगो ददावप्रेकप्रे
सदाथ क सकतदा ंडकक।ँ ककसनी मभ बर कदा ररकदाडदइतनदा शदानददार न ंनीं ं ै।

दशदन कस अधययपक समसटर मस तय इस पशशसय कत स न न कर सकतस थस। ववररत


तगो करनदा चदा तप्रे थप्रे पर ससद्संदांत ककी आड़ मभ । ंयोंनप्रे ंदाल ंनी मभ एक पस्तकक
उन म
कई सदाल कप्रे पररशम सप्रेसलखनी थनी। उसककी श्जतननी संमड ंगोननी चदाह ए थनी, उसककी
शतदांश भनी न ंनीं ई थनी। इससप्रेब त दखनीक थप्रे।
ंक ंक
बगोलप्रे-- भदाई, म ैं पक नयोंकदा कदायल न ंनीं। म ैंचदा तदा ंडं।ँमदारदा जनीवन मदारप्रे
ससद् संदांतयों कप्रे अनकल ंगो। आप कषकयों कप्रे ं ैं,उन म ंभ तर-तर ककी ररयदायत
शभप्रेच्छ
ंकड ं ृ ंक ंक
दप्रे नदा चदा तप्रे, ज़मनींददारयोंं ैं कप्रे अधधिकदार छठीन लप्रेनदा चदा तप्रे,बश्ल्क ैं उन म ंभ आप समदाज
कदा शदाप क तप्रे , ककर ैं भनी आप ज़मनींददार , व ैसप्रे ैं ंनी ज़मनींददार ज ैसप्रे ज़दारयों और
ज़मनींददार ं ैं। अगर आपककी ं ैकक कषकयों कप्रे सदाथ ररयदायत ंगोननी चदाह
संदारणदा ए,
ं ृ
तगो प लप्रेआप ख़द क शकड करभ -- कदाकतकदारयों कगो बग़ ैर नज़रदानप्रे सलए पटप्रे सलख, दभ बप्रेगदार
बंद कर, इज़दाफ़दादभ लगदान कगो तलदांजसल दप्रे , चरदावरदभ ज़मनीन छगोड़ दभ । मझप्रेक
उन लगोगयों सप्रे ज़रदा भनी मदददी न ंनीं, जगो ै बदातभ तगो करतप्रे ं ैंकम्यकनस्टयों ककी-सनी, मगर
जनीवन ं ै रईसयों कदा-सदा, उतनदा ंनी ववलदासमय, उतनदा ंनी स्वदाथदसप्रेभरदा ंकआ।

रदाय सदा ब कगो आघदात प ंकड।ँचदा। वककील सदा ब कप्रे मदाथप्रेपर बल पड़ गयप्रेऔर
संपदादकजनी कप्रे म।ँं
ड कमभज ैसप्रेकदासलख लग गयनी। व ख़द क ससमष्टवदाद कप्रे पजदारदीक थप्रे,
पर ससनीप्रे घर मभ आग न लगदानदा चदा तप्रे थप्रे।

तंखदा नप्रे रदाय सदा ब ककी वकदालत ककी-- म ैंसमझतदा ंड,रदाय।ँ सदा ब कदा अपनप्रे
असदासमययों कप्रे सदाथ श्जतनदा अच्छदा व्यव ंदार , ं ैअगर सभनी ज़मनींददार व ैसप्रे ंनी ंगो
जदाय,ंडत
।ँ गो य पकन ंनी न र ंप्रे।

मप्रेतदा नप्रे थसौड़प्रेककी दसरदीड चगोट जमदायनी -- मदानतदा ंड,आपकदा।ँ अपनप्रे असदासमययों कप्रे सदाथ
ब ंकत अच्छदा बतदादव ं ै,मगर पकन य ं ै कक उसमभ स्वदाथद ं ै यदा न ंनीं। इसकदा
एक कदारण क्यदा य न ंनीं ंगो सकतदा कक मवद्धिम आड।ँच मभ भगोजन स्वदाहदष म ट
पकतदा ं ै? गड़क सप्रेमदारनप्रेवदालदा ज़ र सप्रेमदारनप्रेवदालप्रेककी अपप्रेक्षदा क ंनींससल
सकतदा ं ै। म ैंतगो कप्रेवल इतनदा जदानतदा ंड,ं।ँम यदा तगो सदाम्यवदाददी ं ैं यदा न ंनीं ं ैं। ं ैं तगो
उसकदा व्यव ंदार करभ ,ननीं , तगो ैं बकनदा छगोड़ दभ । म ैं नक़लदी श्ज़ंदगनी कदा
ववररगोनी ंड।ं।ँअगर मदांस खदानदा अच्छदा समझतप्रे ंगो तगो खलकरु खदाओ। बरदाक समझतप्रे
ंगो, तगो मत खदाओ, य तगो मप्रेरदी समझ मभ आतदा;लप्रेककन ै अच्छदा समझनदा और
छपकर खदानदा, य मप्रेरदी समझ मभ न ंनींआतदा। म ैंतगो इसप्रेकदायरतदा भनी क तदा ंडं।ँ और
संतदतदाड भनी, जगो वदास्तव मभ एक ं ैं।

रदाय सदा ब सभदा-चतरु आदमनी थप्रे। अपमदान और आघदात कगो सं ैयदऔर उददारतदा सप्रे
स नप्रे कदा उन म ंभ अभ्यदास थदा।

ककछ असमंजस मभ पड़प्रे ंकए बगोलप्रे-- आपकदा ववचदार बबल्ककल ठठीक ं ैमप्रेतदाजनी।
आप जदानतप्रे , म ैंं ैंआपककी सदाफ़गगोई कदा ककतनदा आदर करतदा ंड,लप्रेककन।ँ आप य
भलड जदातप्रे ं ैंकक अन्य यदातदाओंककी भदाड।ँत ववचदारयों ककी यदातदा मभ भनी पड़दाव ंगोतप्रे ं ैं,
और आप एक पड़दाव कगो छगोड़कर दसरप्रेड पड़दाव तक न ंनींजदा सकतप्रे। मदानव-जनीवन
कदा इ त ंदास इसकदा पत्यक्ष पमदाण ं ै। म ैंउस वदातदावरण मभ पलदा ंड,ज।ँ ंदाड।ँ रदाजदा
ईकवर ं ै और ज़मनींददार ईकर वकदा मंतनी। मप्रेरप्रे स्वगदवदासनी वपतदा असदासमययों पर इतननी
दयदा करतप्रेथप्रेकक पदालप्रेयदा सखप्रेडमभकभनी सआदा और कभनी परदाड लगदान मदाफ़ कर
दप्रे तप्रे थप्रे। अपनप्रे बखदार सप्रे अनदाज नकदालकर असदासमययों कगो णखलदा दप्रे तप्रे थप्रे। घर क
नप्रे बप्रेचकर कन्यदाओं कप्रे वववदा मभ मदद; मगरदप्रे तप्रेउसनीथप्रेवक़्त तक, जब तक पजदा
उनकगो सरकदार और संमदावदतदार क तनी र, ंप्रेउन म ंभ अपनदा दप्रे वतदा समझकर उनककी
पजदाड करतनी र ंप्रे। पजदा कदा पदालन उनकदा सनदातन-संमद थदा,लप्रेककन अधधिकदार कप्रे
नदाम पर व कसौड़नी कदा एक ददाड।ँत भनी संगोड़कर दप्रे नदा न चदा तप्रे थप्रे।उसनी म ैं वदातदावरण
मभ पलदा ंडऔर।ँ मझप्रेकगवद ं ैकक म ैंव्यव ंदार मभ चदा ंप्रेजगो ककछ क।ँड , ववचदारयों
मभ उनसप्रेआगप्रेबढ़ गयदा ंडऔर।ँ य मदाननप्रेलग गयदा ंडकक।ँ जब तक ककसदानयों कगो यप्रे
ररयदायतभ अधधिकदार कप्रे ंडप मभ न, कप्रेसमलभगनीवलसददावनदा कप्रे सआदार पर उनककी दशदा
ससरु न ंनींसकतनी। स्वप्रेच्छदा अगर अपनदा स्वदाथद छगोड़ दप्रे , तगो अपवदाद ं ै। म ैंख़द क
सददावनदा करतप्रे ंकए भनी स्वदाथदन ंनींछगोड़ सकतदा और
चदा तदा ंडकक।ँ मदारप्रे वगदकगो शदासन और ननी त कप्रे बल सप्रेअपनदा स्वदाथदछगोड़नप्रेकप्रे
सलए मज़बरू कर हदयदा जदाय। इसप्रेआप कदायरतदा क ंभग, म ैं इसप्रे वववशतदा क तदा
ंड।ं।ँमइ
ैं सप्रेस्वनीकदार करतदा ंडकक।ँ ककसनी कगो भनी दसरप्रेड कप्रे शम पर मगोटप्रे ंगोनप्रेकदा
अधधिकदार न ंनीं ं ै। उपजनीवनी ंगोनदा घगोर लज्जदा ककी बदात ै। कमद करनदा पदाणनीमदात
कदा ं ै। समदाज ककी ऐसनी व्यवस्थदा,श्जसमभ कछ लगोग मसौज करभ और अधधिक
संमद
ंक
लगोग पनीसभ और खपभ ,कभनी सखद क न ंनीं ंगो सकतनी। पंडजनीभीँ और सशक्षदा,
श्जसप्रेमप
ैं ंडजनीभीँ
ंनी कदा एक ंडप ंड,इनकदा।ँ कक़लदा श्जतननी जल्द टडट जदाय, उतनदांनी
समझतदा
अच्छदा ं ै। श्जन म ंभ पप्रेट ककी रगोटदी मयस्सर, उनकप्रेनीं अफ़सर और नयगोजक दस-
दस पदाड।ँच-पदाड।ँच ज़दार संटकदारभ ,य ंदास्यदास्पद ं ै और लज्जदास्पद भनी। इस
व्यवस्थदा नप्रे म ज़मनींददारयों मभ ककतननी ववलदाससतदा,ककनदा दरदाचदारु, ककतननी
पररदानीनतदा और ककतननी नलदज्जतदा भर ददी , य ै म ैंख़बड जदानतदा ंड;ं।ँलप्रेककन म ैं
इन कदारणयों सप्रे इस व्यवस्थदा कदा ववररगो न ंनीं करतदा। मप्रेरदा तगो य क नदा ं ै कक
अपनप्रे स्वदाथद ककी दृश्ष्सप्रेटभनी इसकदा अनमगोदनक न ंनींककयदा जदा सकतदा। इस शदान
कगो नभदानप्रे कप्रे सलए मभ अपननी आत्मदा ककी इतननी करननीत्यदा पड़तनी ं ै कक ममभ
आत्मदासभमदान कदा नदाम भनी न ंनींर ंदा। म अपनप्रेअसदासमययों कगो लटनप्रेडकप्रे
सलए
मज़बरू ं ैं। अगर अफ़सरयों कगो क़कीमतनी-क़कीमतनी डदासलयदाड।ँ न, तगोदभ बदागनी समझप्रे
जदाय,ंड।ँशदान सप्रे न र, ंभतगो कंजसड क लदायभ। पग त ककी ज़रदा-सनी आ ट पदातप्रे ंनी म
कदाड।ँप उठतप्रे,और ैंअफ़सरयों कप्रे पदासफ़ररयदाद लप्रेकर दसौड़तप्रे ं ैं कक मदारदी रक्षदा
ककीश्जए। मभ अपनप्रे ऊपर ववकवदास न ंनीं, नर पदांकषदाथद ंनी गयदा। बस, मदारदी

दशदा उन बच्चयों ककी-सनी ं ै,श्जन म ंभचम्मच सप्रेदद ड वपलदाकर पदालदा जदातदा ं ै,बदा र सप्रे
मगोटप्रे , अन्दर सप्रेदबदलक, सत्व ंनीन और मत
क दाज।
मप्रे तदा नप्रे तदालदी बजदाकर क --ंदा ह यर, ह यर! आपककी ज़बदान मभश्जतननी बद्ंक ं ै,
धधि
कदाश उसककी सआनी भनी मश्स्तष्क मभ ंगोतनी! खप्रेद य ंनी ं ैकक सब कछ समझतप्रे ए
ंक ंक
भनी आप अपनप्रे ववचदारयों कगो व्यव ंदार मभ न ंनीं लदातप्रे।
ओंकदारनदाथ बगोलप्रे-- अकप्रे लदा चनदा भदाड़ न ंनीं संगोड़ सकतदा,समस्टर मप्रे तदा! मभ समय

कप्रे सदाथ चलनदा भनी ं ै और उसप्रे अपनप्रे चलसदाथनदा भनी। बरप्रेक कदामयों मभ ंनी स यगोग
ककी ज़डरत न ंनीं ंगोतनी। अच्छप्रे कदामयों कप्रे सलए भनी स यगोग उतनदा ंनी ज़डरदी ं ै।
आप ंनी क्ययों आठ ससौ ंकपए म ंनीनप्रे ड़पतप्रे, जब ैं आपकप्रे करगोड़यों भदाई कप्रे वल आठ
ंकपए मभ अपनदा नवदाद कर र? ंप्रे ं ैं

रदाय सदा ब नप्रे ऊपरदी खप्रेद,लप्रेककन भनीतरदी संतगोष सप्रे संपदादकजनीगोदप्रे खदा और बगोलप्रे
व्यश्क्तगत बदातयों पर आलगोचनदा न ककीश्जए संपदादक जनी! म य ंदाड।ँ समदाज ककी
व्यवस्थदा पर ववचदार कर र ंप्रे ं ैं।

समस्टर मप्रे तदा उसनी ठं ठप्रे मन सप्रे --बगोलप्रेन ंनीं-न ंनीं,म ैंइसप्रेबरदाक न ंनींसमझतदा।
समदाज व्यश्क्त ंनी सप्रेबनतदा ं ै। और व्यश्क्त कगो भलकरू म ककसनी व्यवस्थदा
पर ववचदार न ंनींकर सकतप्रे। म ैंइससलयप्रेइतनदा वप्रेतन लप्रेतदा ंडकक।ँ मप्रेरदा इस
व्यवस्थदा पर ववकवदास न ंनीं ं ै।

सम्पदादकजनी कगो अचंभदा ंकआ -- अच्छदा, तगो आप वतदमदान व्यवस्थदा कप्रे समथदक?
ं ैं

'म ैंइस सससदान्त कदा समथदक ंडकक।ँ संसदार मभ छगोटप्रे -बड़प्रे मप्रेशदा र , ंभगप्रेऔरउन म ंभ मप्रेशदा
र नदा चदाहए। इसप्रे समटदानप्रे ककी चप्रेष्टदा करनदा मदानव-जदात कप्रे सवदनदाश कदा कदारण
ंगोगदा।'

कककतनी कदा जगोड़ बदल गयदा। रदाय सदा ब ककनदारप्रे खड़प्रे ंगो गयप्रे। सम्पदादक जनी
म ैददान मभ उतरप्रे -- आप इस बनीसवनीं शतदाब्ददी मभ भनी -ऊड।ँननीच चकदा भप्रेद मदानतप्रे ं ैं।

'जनी ंदाड।ँ,मदानतदा ंडऔर।ँ बड़प्रेज़गोरयों सप्रेमदानतदा ंड।ं।ँश्जस मत कप्रे आप समथदक , व ैं


भनी तगो कगोई नयनी चनीज़ न ंनीं। जब सप्रेमनष्यक मभ ममत्व कदा ववकदास ंकआ, तभनी
उस मत कदा जन्म ंकआ। बद्संक और प्लप्रेटगो और ईसदा सभनी समदाज मभ समतदा कप्रे
पवतदक थप्रे। यनदाननीड और रगोमन और सनीररयदाई, सभनी सभ्यतदाओं नप्रे उसककी परदीक्षदा
ककी पर अपदाक ृतक ंगोनप्रेकप्रे कदारण कभनी व स्थदायनी न बन सककी।'
'आपककी बदातभ सनकरु मझप्रेकआक चयद ंगो र ंदा 'ं ै।

'आकचयदअजदान कदा दसरदाड नदाम ं ै।'

'म ैंआपकदा क ृतज ंड!ं।ँअगर आप इस ववषय पर कगोई लप्रेखमदालदा शकड कर दभ ।'

'जनी, म ैंइतनदा अ मक न ंनीं ंड,अच्छठीभीँ रक़म हदलवदाइए, तगो अलबत्तदा।'

'आपनप्रे ससद्संदांत ंनी ऐसदा सलयदा ं ैकक खलप्रेकख़ज़दानप्रेपश्ब्लक कगो लटड सकतप्रे ं ैं।'

'मझमभ ंकऔर आपमभ अंतर इतनदा नी ं ैकक म ैंजगो ककछ मदानतदा ंडउस।ँ पर चलतदा ंड।ं।ँआप
लगोग मदानतप्रेककछ ं ैं,करतप्रेककछ ं ैं। संन कगो आप ककसनी अन्यदाय सप्रे बरदाबर सं ैलदा सकतप्रे
ं ैं। लप्रेककन बद्ंक धधि कगो, चररत कगो, और ंडप कगो, प तभदा कगो और बल कगो बरदाबर
सं ै लदानदा तगो आपककी शश्क्त कप्रे बदा र ं ै। -छगोटप्रे बड़प्रे कदा भप्रेद कप्रे वल संन सप्रे ंनी तगो न
ंनीं ंगोतदा। म ैंनप्रे-बड़प्रेबड़ड़प्रेन-ककबप्रेरयों कगो सभक्षककयों कप्रे सदामनप्रेघटनप्रेक टप्रे कतप्रे दप्रे खदा,और ै आपनप्रे भनी
दप्रे खदा ंगोगदा। ंडप कप्रे चसौखट पर- बड़प्रे म ंनीप नदाक रगड़तप्रे ं ैं। क्यदा य सदामदाश्जक
ववषमतदा न ?ंनींआप ै ंडप ककी समसदाल दभ गप्रे। व ंदाड।ँ इसकप्रे ससवदाय और क्यदा ं ै कक
समल कप्रे मदासलक नप्रे रदाज कमदचदारदी कदा ंडप लप्रे सलयदा ं ै। बद्ंकधधि तब भनी रदाज
करतनी थनी, अब भनी करतनी ं ै और मप्रेशदा करप्रे गनी।

तकतरदी मभ पदान आ गयप्रे थप्रे। रदाय सदा ब नप्रे मप्रे मदानयों कगो पदान और इलदायचनी दप्रे तप्रे
ंकए क ंदा -- बद्ंकधधि अगर स्वदाथदसप्रेमककम त ंगो, तगो मभ उसककी पभतदाक
मदाननप्रेमभकगोई
आपश्त्त न ंनीं। समदाजवदाद कदा य ंनी आदशद ं ै। म ससदाक-म ंदात्मदाओं कप्रे सदामनप्रे
इसनीसलए ससर झकदातप्रेक ं ैंकक उनमभ त्यदाग कदा बल ं ै। इसनी तर म बद्ंक धधि कप्रे
ंदाथ मभ अधधिकदार भनी दप्रे नदा चदा ,तप्रेसम्मदान ैं भनी, नप्रेतत्व ृ भनी; लप्रेककन संपश्त्त ककसनी
तर न ंनीं। बद्ंकधधि कदा अधधिकदार और सम्मदान व्यश्क्त कप्रे सदाथ चलदा जदातदा , ं ै
लप्रेककन उसककी संपश्त्त ववष बगोनप्रे कप्रे, उसकप्रेसलए बदाद और भनी पबल ंगो जदातनी
ं ै।
बद्ंकधधि कप्रे बग़ ैर ककसनी समदाज कदा संचदालन न ंनीं ंगो सकतदा। म कप्रेवल इस बबच्छड
कदा डंक तगोड़ दप्रे नदा चदा तप्रे ं ैं।
दसरदीड मगोटर आ प ंकड।ँचनी और समस्टर खन्नदा उतरप्रे , जगो एक ब ैंक कप्रे म ैनप्रेजर और
शक्करसमल कप्रे म ैनप्रेश्जंग डदाइरप्रे क्टर ं ैं। दगो दप्रे ववयदाड।ँ भनी उनकप्रे सदाथ थनीं। रदाय
नप्रे दगोनयों दप्रे ववययों कगो उतदारदा। व जगो खद ककी सदाड़नी प नप्रेब ंकत गंभनीर और
ववचदारशनील-सनी ं ैं,समस्टर खन्नदा ककी पत्ननी, कदासमननी खन्नदा ं ैं।

दसरदीड मह लदा जगो ऊड।ँचनी एड़नी कदा जतदाड प नप्रे ए ं ैंऔर श्जनककी मखक-छवव पर
ंक
ंड।ँसनी संडटदी ं ै,समस मदालतनी ं ैं। आप इंगल ैंड सप्रे डदाक्टरदी पढ़ आयनी ं ैं और
पड़तनी
अब प ैककटस करतनी ं ैं। कप्रे म लयों मभ उनकदा ब त पवप्रेश ं ै। आप
तदाल्लक़प्रेददारयोंंक
ंक
नवयग ककी सदाक्षदात णप तमदा ं ैं। गदात कगोमल, पर चपलतदा कट-कट कर भरदी ई।
ंक ंड ंड ंक
णझझक यदा संकगोच कदा क ंनीं नदाम न, मप्रेककीं-अप मभ पवनीण,बलदा ककी ंदाश्ज़र-जवदाब,
पंकष-मनगोववजदान ककी अच्छठी जदानकदार, आमगोद-पमगोद कगो जनीवन कदा तत्व
समझनप्रेवदालदी,लभदानप्रेकऔर ररझदानप्रेककी कलदा मभ नपण।ंक ज ंदाड।ँआत्मदा कदा स्थदान ं ै,
व ंदाड।ँ ंदाड।ँ हृदय कदा स्थदान, व ैदाड।ँ व-भदाव; मनगोद्गदारयों पर कठगोर नग ,
पदशदन;ज
श्जसमभ इच्छदा यदा असभलदाषदा कदा लगोप-सदा ंगो
गयदा।
आपनप्रेसमस्टर मप्रेतदा सप्रे ंदाथ समलदातप्रे ए क ंदा -- सच क तनी ंड,आप।ँ सरतड सप्रे ंनी
ंक
कफ़लदासफ़र मदालमड ंगोतप्रे ं ैं। इस नयनी रचनदा मभतगो आपनप्रेआत्मवदाहदययों कगो
सउप्रे ड़कर रख हदयदा। पढ़तप्रे-पढ़तप्रे कई बदार मप्रेरप्रे जनी ऐसदामभ आयदा कक आपसप्रे लड़
जदाऊड।ँ । कफ़लदासफ़रयों मभ सहृदयतदा क्ययों ग़दायब ंगो ं ै
जदातनी?

मप्रे तदा झभप गयप्रे। -ब्यबबनदाप्रेथप्रेऔर नवयगक ककी रसमणययों सप्रेपनदा मदाड।ँगतप्रेथप्रे। पंकषयों
ककी मंडलदी मभ ख़बड च कतप्रेथप्रे;मगर ज्ययों ंनी कगोई मह लदा आई और आपककी ज़बदान
बंद ंकई। ज ैसप्रेबद्ंक धधि पर तदालदा लग जदातदा थदा। श्स्तययों सप्रे सशष म टव्यव ंदार
तक करनप्रेककी सधधिक न र तनी थनी।

समस्टर खन्नदा नप्रेपछदाड -- कफ़लदासफ़रयों ककी सरतड मभ क्यदा ख़दास बदात ंगोतनी ं ै
दप्रे वनीजनी?
मदालतनी नप्रे मप्रे तदा ककी ओर दयदा-भदाव सप्रे दप्रे खकर क --ंदा समस्टर मप्रेतदा बरदाक न
मदानभ,तगो बतलदा दंड।ं।ँखन्नदा समस मदालतनी कप्रे उपदासकयों मभ थप्रे। ज ंदाड।ँ समस मदालतनी
जदाय, व ंदाड।ँखन्नदा कदा प ंकड।ँचनदा लदाश्ज़म थदा। उनकप्रे आस-पदास भगौंरप्रेककी तर म।ँड
ड रदातप्रे
तप्रे थप्रे। र समय उनककी य ंनी इच्छदा र तनी थनी कक मदालतनी सप्रे अधधिक-सप्रे-अधधिक
व ंनी बगोलभ ,उनककी नगदा अधधिक-सप्रे-अधधिक उन म ंनीं पर र ंप्रे।
खन्नदा नप्रे आड।ँख मदारकर क-- ंदाकफ़लदासफ़र ककसनी ककी बदात कदा बरदाक न ंनीं मदानतप्रे।
उनककी य ंनी ससफ़त ं ै।

'तगो सकनए, कफ़लदासफ़र मप्रेशदा मददाद-क हदल ंगोतप्रे , जब ैं दप्रे णखए,अपनप्रे ववचदारयों मभ
मगन ब ैठप्रे ं ैं। आपककी तरफ़ तदाकभ,मगर गप्रेआपकगो दप्रे खभगप्रे; आपननींउनसप्रे बदातभ
ककयप्रेजदायड।ँ,ककछ सनभगक न ंनीं। ज ैसप्रेशडन्य मभ उड़ र ंप्रे ंयों।'

सब लगोगयों नप्रे क़ क़ ंदा मदारदा। समस्टर मप्रे तदा ज ैसप्रे ज़मनीन मभ गड़ गयप्रे।

'आक्सफ़गोडद मभ मप्रेरप्रे कफ़लदासफ़की कप्रे पगोफ़प्रे सर समस्टर सबभड' थप्रे ...।

खन्नदा नप्रे टगोकदा-- नदाम तगो नरदालदा ं ै।

'जनी ंदाड।ँ,और थप्रे क्वदाड।ँरप्रे' ...।

'समस्टर मप्रे तदा भनी तगो क्वदाड।ँरप्रे ' ं ैं ...

'य रगोग सभनी कफ़लदासफ़रयों कगो ंगोतदा ं ै।'

अब मप्रे तदा कगो अवसरसमलदा। बगोलप्रे-- आप भनी तगो इसनी मरज़ मभ धिगरफ़्तदार? ं ैं

'म ैंनप्रेप तजदा ककी ं ैककसनी कफ़लदासफ़र सप्रेशदाददी क।ँड गनी और य वगदशदाददी कप्रे नदाम
सप्रे घबरदातदा ं ै। सबभ ड सदा ब तगो स्तनी कगो दप्रे खकर घर मभ छप जदातप्रे थप्रे। उनकप्रे
सशष्ययों मभ कई लड़ककयदाड।ँथनीं। अगर उनमभ सप्रेकगोई कभनी ककछ पछनप्रेडकप्रे सलए उनकप्रे
आकफ़स मभ चलदी जदातनी थनी तगो आप ऐसप्रे घबड़दा जदातप्रे ज ैसप्रे कगोई शप्रेर आ गयदा
ंगो

लगोग उन म ंभ ख़बड छप्रे ड़दा करतप्रेथप्रे,मगर थप्रे बप्रेचदारप्रे सरल-हृदय। कई ज़दार ककी
आमदननी थनी, पर म ैंनप्रेउन म ंभमप्रेशदा एक ंनी सटड प नप्रेदप्रेखदा। उनककी एक ववववदा
न थनी। व ंनी उनकप्रे घर कदा सदारदा पबंसं करतनी थनीं।स्टरसम सबभड कगो तगो खदानप्रे ककी
कफ़क्र ंनी न र तनी थनी। समलनप्रे-वदालयों कप्रे डर सप्रे अपनप्रे कमरप्रे वदारकदा द्बंद करकप्रे
सलखदा-पढ़दी करतप्रे थप्रे। भगोजन कदा समय आ जदातदा,तगो उनककी ब न आह स्तदा सप्रे
भनीतर कप्रे द्वदार सप्रे उनकप्रे पदास जदाकर ककतदाब बंद कर दप्रे तनी,तब उन्थनींंभ मदालमड ंगोतदा
कक खदानप्रेकदा समय ंगो गयदा। रदात कगो भनी भगोजन कदा समय ब।ँसड ंदा ंकआ थदा। उनककी
ब न कमरप्रे ककी बत्तनी बझदाक हदयदा करतनी थनीं। एक हदन ब न नप्रे
ककतदाब बंद करनदा चदा , ंदातगो आपनप्रेपस्तकक कगो दगोनयों ंदाथयों सप्रेदबदा सलयदा और
न-भदाई मभ ज़गोर-आज़मदाई ंगोनप्रेलगनी। आणख़र ब न उनककी पह यप्रेददार ककसनी कगो
खनींच कर भगोजन कप्रे कमरप्रे मभ ' लदायनी।

रदाय सदा ब बगोलप्रे-- मगर मप्रेतदा सदा ब तगो बड़प्रेख़शसमज़दाजक और समलनसदार ं ैं, न
ंनीं इस ंंगदामप्रे मभ क्ययों आतप्रे।

'तगो आप कफ़लदासफ़र न ंयोंगप्रे। जब अपननी धिचंतदाओं सप्रे मदारप्रे ससर मभ ददद ंगोनप्रे
लगतदा ं ै,तगो ववकव ककी धिचंतदा ससर पर लदादकर कगोई क ै सप्रे पसन्न र सकतदा' ं ै!
सउर संपदादकजनी शनीमतनी खन्नदा सप्रे अपननी आधिथदक कहठनदाइययों ककी कथदा क र ंप्रे

थप्रे-- बस ययों समणझए शनीमतनीजनी, कक संपदादक कदा जनीवन एक दददीद ववलदाप, ं ै


श्जसप्रेसनकरु लगोग दयदा करनप्रेकप्रे बदलप्रेकदानयों पर ंदाथ रख लप्रेतप्रे ं ैं। बप्रेचदारदा न
अपनदा उपकदार कर सकप्रे न औरयों कदा। पश्ब्लक उससप्रे आशदा तगो य रखतनी ं ै कक
र-एक आंदगोलन मभ व सबसप्रे आगप्रे र ंप्रे ,जप्रेलजदाय, मदार खदाय, घर मदाल-
कप्रे
असबदाब ककी क़कक़की करदायप्रे,य उसकदा संमद समझदा जदातदा , लप्रेककन ै उसककी
कहठनदाइययों ककी ओर ककसनी कदा ध्यदान न ंनीं। ंगो सब कछ। उसप्रे र-एक
तगो व
ंक
ववद् यदा, र-एक कलदा मभ पदारं गत ंगोनदा उसप्रे जनीववत र नप्रे कदा
चदाह;लप्रेककनए
अधधिकदार न ंनीं। आप तगो आजकल कछ ंनी न ंनीं। आपककी सप्रेवदा
सलखतनी करनप्रेकदा
ंक
जगो थगोड़दा-सदा ससौभदाग्य मझप्रेकसमल सकतदा ं ै,उससप्रेक्ययों मझप्रेकवंधिचत रखतनी ं ैं?
समसप्रेज़ खन्नदा कगो कववतदा सलखनप्रे कदा शसौक़ थदा। इस नदातप्रे सप्रे संपदादकजनी- कभनी
कभनी उनसप्रे समल आयदा करतप्रे ; थप्रेलककन घर कप्रे कदाम-संंसंयों मभ व्यस्त र नप्रे कप्रे
कदारण सइर ब त हदनयों सप्रेकछ सलख न ंनींसककी थनी। सच बदात तगो य ं ैक

ंक ंक
संपदादकजनी नप्रे ंनी उन म ंभ पगोत्सदाह त करकप्रे कवव बनदायदा थदा। सच्चनी प तभदा उनमभ
ब त कम थनी।
ंक
'क्यदा सलखंडक।ँंकछ ंनी न ंनीं। आपनप्रेकभनी समस मदालतनी सप्रेककछ सलखनप्रेकगो
सझतदाड
न ंनीं क ?'ंदा
संपदादकजनी उपप्रेक्षदा भदाव सप्रे बगोलप्रे--उनकदा समय मल्यवदानड ं ै कदासमननी दप्रे वनी!
सलखतप्रे तगो व लगोग , श्जनकप्रे ैं अंदर ककछ ददद ं ै,अनरदागक ं ै,लगन ं ै,ववचदार ं ै,
श्जन म ंयोंनप्रे संन और भगोग-ववलदास कगो जनीवन कदा लक्ष्य बनदा सलयदा, व क्यदा सलखभ गप्रे।
कदासमननी नप्रे ईष्यदाद-समधिशत ववनगोद सप्रे क ंदा-- अगर आप उनसप्रेककछ सलखदा
सकभ,तगो आपकदा पचदार दगनदाक ंगो जदाय। लखनऊ मभ तगो ऐसदा कगोई रससक न
ंनीं,जगो ै आपकदा गदा क न बन जदाय।

'अगर संन मप्रेरप्रे जनीवन कदा आदशद , ंगोतदा आज म ैंइस दशदा मभ न ंगोतदा। मझप्रेक भनी
संन कमदानप्रेककी कलदा आतनी ं ै। आज चदा ंड,ततोँ लदाखयों कमदा सकतदा ंड;लप्रेककन।ँ
ंदाड।ँतगो संन कगो कभनी ककछ समझदा नी न ंनीं। सदाह त्य ककी सप्रेवदा अपनप्रे जनीवन कदा
ध्यप्रेय ं ै और र ंप्रेगदा।'

'कम-सप्रे-कम मप्रेरदा नदाम तगो गदा कयों मभ सलखवदा ददीश्जए।'

'आपकदा नदाम गदा कयों मभ न, सरक्षकयोंंनीं मभ सलखगदा।ंडं।ँ'

'संरक्षकयों मभ रदा -नययोंमदारदा नययों कगो रणखए, श्जनककी थगोड़नी-सनी ख़शदामद क करकप्रे
आप अपनप्रे पत कगो लदाभ ककी चनीज़ बनदा सकतप्रे ' ं ैं।

'मप्रेरदीरदाननी-म ंदारदाननी आप ं ैं । म ैं तगो आपकप्रे सदामनप्रे ककसनी -म ंदारंदादानंनीनी ककी


क़कीक़त न ंनीं समझतदा। श्जसमभ दयदा और वववप्रेक, ंनी ं ैमप्रेरदी रदाननी ं ै। ख़शदामद क
सप्रेमझप्रेकघणदा ृ ं ै।'

कदासमननी नप्रेचटककीक लदी -- लप्रेककन मप्रेरदी ख़शदामद क तगो आप कर र ंप्रे ं ैंसंपदादकजनी!

सम्पदादकजनी नप्रे गंभनीर ंगोकर धशदा-पणदस् ड वर मभ क --ंदा य ख़शदामद क न ंनीं ं ै


दप्रे वनीजनी,हृदय कप्रे सच्चप्रे उद्गदार ं ैं।

रदाय सदा ब नप्रेपकदारदाक -- संपदादकजनी,ज़रदा सइर आइएगदा। समस मदालतनी आपसप्रे


ककछ क नदा चदा तनी ं ैं।

संपदादकजनी ककी व सदारदी अकड़ ग़दायब ंगो गयनी। नम्रतदा और ववनय ककी मश्त्तदब
ड नप्रे
ंकए आकर खड़प्रे ंगो गयप्रे।

मदालतनी नप्रे उन म सदयभ नप्रेतयों सप्रे दप्रे खकर क-- ंदाम ैंअभनी क र ंनी थनी कक द ंकनयदा
मभ मझप्रेस
क बसप्रेज़्यदाददा डर संपदादकयों सप्रेलगतदा ं ै। आप लगोग श्जसप्रेचदा ंभ,एक क्षण
मभ बबगदाड़ दभ । मझनीक सप्रेचनीफ़ सप्रेक्रप्रेटरदी सदा ब नप्रेएक बदार क ंदा -- अगर म ैं इस
ब्लडनी ओंकदारनदाथ कगो जप्रेल मभ बंद कर सकंड,ं।ँतगो अपनप्रे कगो भदाग्यवदान समझंड।ं।ँ

ओंकदारनदाथ ककी बड़नी-बड़नी मंडछभभीँखड़नी त गयय। आसमखद ममगवदकक जयत त चमक


उठठी। ययों व ब त ंनी शदांत पक त कप्रे आदमनी थप्रे;लप्रेककन ललकदार सनकरु उनकदा
ंक ं ृ
पंकषत्व उत्तप्रेश्जत ंगो जदातदा थदा।
दृढ़तदा भरप्रे स्वर मभ बगोलप्रे--इस कपदा कप्रे सलए आपकदा कतज । ं।ँउस बज़्म मभ
ं ृ ं ृ ंड
अपनदा श्ज़क्र तगो आतदा ं ै,चदा ंप्रे ककसनी आयप्रे। आप सप्रेक्रप्रे टरदी म ंगोदय सप्रे क
तर
ददीश्जयप्रेगदा कक ओंकदारनदाथ उन आदसमययों मभ न ंनीं ं ै जगो इन संमककययों सप्रे डर
जदाय। उसककी क़लम उसनी वक़्त ववशदाम लप्रेगनी,जब उसककी जनीवन-यदातदा समदाप्त ंगो
जदायगनी। उसनप्रे अननी त और स्वप्रेच्छदाचदार कगो जड़ सप्रे खगोदकर संभ क दप्रे नप्रेम्मदाकदा श्ज़
सलयदा ं ै।

समस मदालतनी नप्रे और उकसदायदा-- मगर मप्रेरदी समझ मभ आपककी य ननी त न ंनीं
आतनी कक जब आप मदामलदीड सशष्टदाचदार सप्रे अधधिकदाररययों कदा स यगोग पदाप म तकर
सकतप्रे , तगो ैं क्ययों उनसप्रे कन्ननी कदाटतप्रे? अगर ैं आप अपननी आलगोचनदाओं मभ आग
और ववष ज़रदा कम दभ ,तगो म ैंवदाददा करतनी ंडकक।ँ आपकगो गवनदमभ ट सप्रे कदाफ़की मदद
हदलदा सकतनी ंड।ं।ँजनतदा कगो तगो आपनप्रेदप्रेख सलयदा। उससप्रेअपनील ककी, उसककी
ख़शदामद क ककी, अपननी कहठनदाइययों ककी कथदा क ंनी, मगर कगोई नतनीजदा न नकलदा।
अब ज़रदा अधधिकदाररययों कगो भनी आज़मदा दप्रे णखए। तनीसरप्रे म ंनीनप्रे आप मगोटर पर न
नकलनप्रे लगभ ,और सरकदारदी ददावतयों मभ नमंबतत ननप्रेलगभ ंगोतगो मझप्रेकश्जतनदा चदा ंभ
कगोससएगदा। तब य ंनी रईस और नप्रेशनसलस्ट जगो आपककी परवदा न ंनीं करतप्रे ,आपकप्रे
द्वदार कप्रे चक्कर लगदायभगप्रे।

ओंकदारनदाथ असभमदान कप्रे सदाथ बगोलप्रे--य ंनी तगो म ैं न ंनीं कर सकतदा दप्रे वनीजनी! म ैंनप्रे अपनप्रे
ससद्संदांतयों कगो सद ै व ऊड।ँ चदा और पववत रखदा,और ं ैजनीतप्रे-जनी उनककी रक्षदा
क।ँड गदा। दसौलत कप्रे पजदारदीक तगो गलदी-गलदी समलभगप्रे,म ैं ससद्संदांत कप्रे पजदाररययोंंक मभ ंड।ं।ँ

'म ैंइसप्रेदंभ क तनी ंड।'ं।ँ

'आपककी इच्छदा।'
'संन ककी आपकगो परवदा न नीं ?'ं ै

'ससद् संदांतयों कदा ख़नड करकप्रे न ंनीं।'

'तगो आपकप्रे पत मभ ववदप्रे शनी वस्तओंंककप्रे ववजदापन क्ययों ंगोतप्रे ं ैं?म ैंनप्रे ककसनीभ दसरप्रेड
पत मभ इतनप्रे ववदप्रे शनी ववजदापन न ंनीं दप्रे खप्रे। आप बनतप्रे तगो ैं आदशदवदाददी और ससद्
संदांतवदाददी,पर अपनप्रेफ़दायदप्रे कप्रे सलए दप्रे श कदा संन ववदप्रे श भप्रेजतप्रे ंकए आपकगो ज़रदा भनी खप्रेद न
ंनीं ंगोतदा?आप ककसनी तकद सप्रे इस ननी त कदा समथदन न ंनीं कर सकतप्रे।'

ओंकदारनदाथ कप्रे पदास सचमचक कगोई जवदाब न थदा।

उन म ंभ बग़लभ झदाड।ँकतप्रे दप्रे खकर रदाय सदा ब नप्रे उनककी ह-- मदायततगोआणख़रककी आप
क्यदा चदा तनी ं ैं?सइर सप्रेभनी मदारप्रे जदाय,ंड।ँसउर सप्रेभनी मदारप्रे जदाय,ंड।ँतगो पत क ै सप्रे चलप्रे?

समस मदालतनी नप्रे दयदा करनदा न सनीखदा थदा।

'पत न ंनीं चलतदा,तगो बंद ककीश्जए। अपनदा पत चलदानप्रे कप्रे सलए आपकगो ववदप्रे शनी
वस्तओंंककप्रे पचदार कदा कगोई अधधिकदार न ंनीं। अगर आप मज़बडर ैं,तगो ससद् संदांत कदा
ढयोंग छगोडड़ए। म ैं तगो ससद्संदांतवदाददी पतयों कगो दप्रे खकर जल उठतनी ंड।ं।ँजनी चदा तदा ं ै,
हदयदासलदाई हदखदा दंड।ं।ँजगो व्यश्क्त कमद और वचन मभ सदामंजस्य न ंनीं रख ,
सकतदा
और चदा ंप्रेजगो ककछ ंगो ससद् संदांतवदाददी न ंनीं ' ं ै।

मप्रे तदाणखल उठप्रे । थगोड़नी दप्रे र प लप्रेउन म ंयोंनप्रेख़द क इसनी ववचदार कदा प तपदादन ककयदा
थदा। उन म ंभमदालमड ंकआ कक इस रमणनी मभ ववचदार ककी शश्क्त भनीं ै,कप्रे वल ततलदी
न ंनीं। संकगोच जदातदा र ंदा।

'य ंनी बदात अभनी म ैं क र ंदा थदा। ववचदार और व्यव ंदार मभ सदामंजस्य कदा न ंगोनदा ंनी
संतदतदाड ं ै,मक्कदारदी ं ै।'

समस मदालतनी पसन्न मखक सप्रेबगोलदी -- तगो इस ववषय मभ आप और म ैं एक,और ं ैं


म ैंभनी कफ़लदासफ़र ंगोनप्रेकदा ददावदा कर सकतनी ंड।ं।ँ
खन्नदा ककी जनीभ मभ खजलदीक ंगो र ंनी थनी। बगोलप्रे-- आपकदा एक-एक अंग कफ़लदासफ़की
मभ डडबदा ंकआ ं ै।

मदालतनी नप्रे उनककी लगदाम खनींचनी-- अच्छदा, आपकगो भनी कफ़लदासफ़की मभ दख़ल। म ैं तगो
समझतनी थनी, आप ब ंकत प लप्रेअपननी कफ़लदासफ़की कगो गंगदा मभ डकबगो ब ैठप्रे। न ंनीं, आप
इतनप्रे ब ैंकयों और कं प नययों कप्रे डदाइरप्रे क्टर न ंगोतप्रे।

रदाय सदा ब नप्रेखन्नदा कगो स।ँभ


ड दालदा -- तगो क्यदा आप समझतनी ं ैं कक कफ़लदासफ़रयों कगो
मप्रेशदा फ़दाकप्रे मस्त र नदा चदाह ए।

'जनी ंदाड।ँ। कफ़लदासफ़र अगर मगो पर ववजय नपदा सकप्रे, तगो कफ़लदासफ़र क ै

सदा?' 'इस सल ंदाज़ सप्रे तगो शदायद समस्टर मप्रे तदा भनी कफ़लदासफ़र न ठ ' रभ !

मप्रे तदा नप्रे ज ैसप्रे आस्तनीन चढ़दाकर --क म ैंनप्रेदा तगो कभनी य ददावदा न ंनीं ककयदा
रदाय
सदा ब! म ैंतगो इतनदा ंनी जदानतदा ंडकक।ँ श्जन औजदारयों सप्रेलगो ंदार कदाम करतदा ं ै,
उन म ंनीं औजदारयों सप्रे सगोनदार न ंनीं करतदा। क्यदाआप चदा तप्रे , आम ैं भनी उसनी दशदा मभ
संलभ -ंडलभश्जसमभ बबलड यदा तदाड़? मप्रेरप्रेसलए संन कप्रेवल उन सवववदाओंंककदा नदाम ं ै
श्जनमभ मअ
ैं पनदा जनीवन सदाथदक कर सकंड।ं।ँसंन मप्रेरप्रेसलए बढ़नप्रेऔर सलनप्रे-
संडलनप्रेवदालदी चनीज़ न ंनीं,कप्रेवल ससदान ं ै। मझझप्रेन
क ककी बबल्ककल इच्छदा न ंनीं,आप
ससदान जटदाक दभ ,श्जसमभ मअ ैं पनप्रेजनीवन कदा उपयगोग कर सकंड।ं।ँ ओंकदारनदाथ ससमष म

टवदाददी थप्रे। व्यश्क्तककी इस वपदानतदा कगो क ै सप्रे स्वनीकदार करतप्रे?

'इसनी तर र एक मज़दरू क सकतदा ं ैकक उसप्रेकदाम करनप्रेककी सवववदाओंंककप्रे


ज़दार म ंनीनप्रे ककी ज़डरत
सलए
'ं ै
एक

'अगर आप समझतप्रे ं ैंकक उस मज़दरू कप्रे बग़ ैर आपकदा कदाम न ंनींचल


सकतदा, तगो आपकगो व सवववदाएड।ँंकदप्रेननी पड़भगनी। अगर व नी कदाम दसरदाड मज़दरू
थगोड़नी-सनी
मज़दरदीड मभ कर दप्रे ,तगो कगोई वज न ंनींकक आप प लप्रेमज़दरू ककी ख़शदामद क करभ ।'
'अगर मज़दरयोंंड कप्रे ंदाथ मभ अधधिकदार ंगोतदा, तगो मज़दरयोंंड कप्रे सलए स्तनी और शरदाब
भनी उतननी ंनी ज़डरदी सवववदाक ंगो जदातनी श्जतननी कफ़लदासफ़रयों कप्रे सलए।'
'तगो आप ववकवदास मदा नए, म ैं उनसप्रे ईष्यदाद न करतदा।'

'जब आपकदा जनीवन सदाथदक करनप्रे कप्रे सलए स्तनी इतननी आवकयक,तगो ं ैआप
शदाददी क्ययों न ंनीं कर लप्रेतप्रे?'

मप्रे तदा नप्रे नस्संकगोच भदाव सप्रे --क इसनीसलएदा कक म ैंसमझतदा ंड,म।ँकमंकत
भगोग
आत्मदा कप्रे ववकदास मभ बबदाक न तदा।ंनीं वववदागो तगो आत्मदा कगो और जनीवन कगो
वपंजरप्रे मभ बंद कर दप्रे तदा ं ै।
खन्नदा नप्रे इसकदा समथदन ककयदा-- बंसंन नग परदाननीक थ्यगोररयदाड।ँं। ैं नयनी
और
थ्यगोरदी ं ैमकम ंत
क भगोग।

मदालतनी नप्रे चगोटदी पकड़नी-- तगो अब समसप्रेज़ खन्नदा कगो तलदाक़ कप्रे सलए त ैयदार र नदा
चदाह ए।

'तलदाक़ कदा बबल पदास तगो ंगो।'

'शदायद उसकदा प लदा उपयगोग आप ंनी करभ गप्रे।'

कदासमननी नप्रे मदालतनी ककी ओर ववष-भरदी आड।ँखयों सप्रेदप्रेखदा और म।ँं


ड कससकगोड़
सलयदा, मदानगो क र ंनी ं ै-- खन्नदा तकम म ंभमबदारकक र ंभ,मझप्रेकपरवदा न ंनीं।

मदालतनी नप्रे मप्रे तदा ककी तरफ़ दप्रे खकर क-- ंदाइस ववषय मभ आपकप्रे क्यदा ववचदार ं ैं
समस्टर मप्रे तदा?

मप्रे तदागम्भनीर ंगो गयप्रे। व ककसनी पकनपर अपनदा मत पकट करतप्रे थप्रे,तगो ज ैसप्रे
अपननी सदारदी आत्मदा उसमभ डदाल दप्रे तप्रे थप्रे।

'वववदा कगो म ैंसदामदाश्जक समझसौतदा समझतदा ंडऔर।ँ उसप्रेतगोड़नप्रेकदा अधधिकदार न पंकष


कगो ं ैन स्तनी कगो। समझसौतदा करनप्रे कप्रे प लप्रे आप सस्वदानीन ,समझसौतदा ैं ंगो जदानप्रे कप्रे
बदाद आपकप्रेथ कटदा जदातप्रे 'ं ैं।

'तगो आप तलदाक़ कप्रे ववररगोनी , क्ययोंं ैं?'


'पक्कदा।

''और मकम ंत
क भगोग वदालदा ससद् संदांत?'

'व उनकप्रे सलए , जगो ै वववदा न ंनीं करनदा चदा तप्रे।'

'अपननी आत्मदा कदा संपणदवड वकदास सभनी चदा तप्रे ं ैं;ककर वववदा कसौन करप्रे और क्ययों
करप्रे ?'

'इसनीसलए कक मश्कम ंकत सभनी चदा तप्रे ; पर ैं ऐसप्रेब ंकत कम ं ैं,जगो लगोभ सप्रे
अपनदा गलदा छकड़दा सकभ।'

'आप शप्रेष म ठककसप्रे समझतप्रे, वववदाह ैं त जनीवन कगो यदा अवववदाह त जनीवन कगो?'

'समदाज ककी दृश्ष्ट सप्रे वववदाह त जनीवन कगो,व्यश्क्त ककी दृश्ष्ट सप्रे अवववदाह त
जनीवन कगो।'

संनष-क यज कदा असभनय नकट थदा। दस सप्रेएक तक संनष-क यज, एक सप्रे तनीनतक प
सन, य पगोगदाम थदा। भगोजन ककी त ैयदारदी शकड ंगो गयनी। मप्रेमदानयों कप्रे सलए ब।ँग
ड लप्रे मभ र नप्रे
कदा अलग-अलग पबंसं थदा। खन्नदा-पररवदार कप्रे सलए दगो कमरप्रे रखप्रे गयप्रे थप्रे। और भनी
ककतनप्रे ंनी मप्रे मदान आ गयप्रे थप्रे। सभनी- अपनप्रे कमरयों मभ गयप्रे और कपड़प्रे बदल-बदलकर
भगोजनदालय मभ जमदा ंगो गयप्रे। यछडतदाड।ँ-छदात कदा कगोई भप्रेद न थदा। सभनी जदा तययों और
वणगो कप्रे लगोग सदाथ भगोजन करनप्रे ब ैठप्रे। कप्रे वल संपदादक ओंकदारनदाथ सबसप्रे अलग अपनप्रे
कमरप्रे मभ संलदा ंदार करनप्रे गयप्रे। और कदासमननी खन्नदा कगो ससर ददद ंगो र ंदा थदा,उन म
ंयोंनप्रे भगोजन करनप्रे सप्रे इनकदार ककयदा। भगोजनदालय मभ मप्रे मदानयों ककी संख्यदा पच्चनीस सप्रे
कम। नशरदाबथनी भनी थनी और मदांस भनी। इस उत्सव कप्रे सलए रदाय सदा ब अच्छठी कक़स्म
ककी शरदाब ख़दास तसौर पर णखंचवदातप्रे ?थप्रेखनींचनी जदातनी थनी दवदा कप्रे नदाम ; सप्रेपर ंगोतनी थनी
ख़दासलस शरदाब। मदांस भनी कई तर कप्रे पकतप्रे , थप्रेकगोफ़तप्रे,कबदाब और पलदाव।ंक मरग़,क
मधिग़यदा।ँंक,बकरदा, ह रन, तनीतर, मगोर, श्जसप्रे जगो पसंद , वगो खदायप्रे।

भगोजन शकड ंगो गयदा तगो समस मदालतनी नप्रेपछदाड -- संपदादकजनी क ंदाड।ँ र ?गयप्रेककसनी
कगो भप्रेजगो रदाय सदा ब,उन म ंभ पकड़ लदायप्रे।
रदाय सदा ब नप्रे क ंदा-- व व ैष्णव , उन मं ैं ंभय ंदाड।ँबलदाकरु क्ययों बप्रेचदारप्रे कदा
संमदनष्ट करगोगनी। बड़दा ंनी आचदार नष म ठ आदमनी ै।

'अजनी और कछ न स ंनी, तमदाशदा तगो र ंप्रेगदा।'


ंक
स सदा एक सज्जन कगो दप्रे खकर उसनप्रेपकदारदाक -- आप भनी तशरदीफ़ रखतप्रे ं ैं समरज़दा
खशकप्रेद, य कदाम आपकप्रे सपकदद। आपककी सलयदाकत ककी परदीक्षदा ंगो जदायगनी।
समरज़दा खशकप्रेद गगोरप्रे -धिचटप्रे आदमनी थप्रे,भरदीड-भरदीड मंडछभभीँ,ननीलदी आड।ँखभ,दगोरदी दप्रे , चदाड।ँद कप्रे

बदाल सफ़दाचट। छकसलयदा अचकन और चडड़नीददार पदाजदामदा प नप्रे थप्रे। ऊपर सप्रे ं ैट
लगदा लप्रेतप्रे थप्रे। वगोहटं ग कप्रे समय चगौंक पड़तप्रे थप्रे और नप्रेशनसलस्टयों ककी तरफ़ वगोट
दप्रे तप्रेथप्रे। सफ़कीड मसलमदानक थप्रे। दगो बदार ज कर आयप्रेथप्रे;मगर शरदाब ख़बड पनीतप्रेथप्रे।
क तप्रे थप्रे,जब म ख़ददाक कदा एक क्म भनी कभनी न ंनींमदानतप्रे,तगो ददीन कप्रे सलए
ंक
क्ययों जदान दभ ! बड़प्रे हदल्लगनीबदाज़, बप्रेकफ़क्रप्रे जनीव थप्रे। प लप्रे बसरप्रे मभ ठठीकप्रे कदा कदारगोब
करतप्रे थप्रे। लदाखयों कमदायप्रे,मगर शदामत आयनी कक एक मप्रेम सप्रे आशनदाई कर ब ैठप्रे।
मक़दमप्रेबदाज़नीक ई। जप्रेल जदातप्रे-जदातप्रेबचप्रे। चसौबनीस घंटप्रेकप्रे अंदर मल्कक सप्रे नकल
ंक
जदानप्रेकदा क्म आ। जगो कछ ज ंदाड।ँथदा, व ंनीं छगोड़दा,और पचदास ज़दार लप्रेकर
ससफ़द
ंक ंक ंक
भदाग खड़प्रे ए। बंबई मभ उनकप्रे एजभट थप्रे। सगोचदा थदा, उनसप्रे ह सदाब-ककतदाब कर लभ
ंक
और जगो कछ नकलप्रेगदा उसनी मभ श्ज़ंदगनी कदाट दभ ग, मगर एजभटयों नप्रे जदाल करकप्रे
ंक
उनसप्रे व पचदास ज़दार भनी ऐंठ सलयप्रे। नरदाश ंगोकर व ंदाड।ँ सप्रे लखनऊ चलप्रे। गदाड़नी
मभ एक म ंदात्मदा सप्रेसदाक्षदात ण आ। म दात्मदाजनी नप्रेउन म ंभसब्ज़ बदाग़ हदखदाकर
उनककी
ंक
घड़नी, अगहठयदाड।ँंड।ँ,ंकपए सब उड़दा सलयप्रे। बप्रेचदारप्रे लखनऊ प ंड।ँचप्रेतगो दप्रे कप्रे कपड़यों कप्रे
ंक
ससवदा और कछ न थदा। रदाय सदा ब सप्रेपरदाननी मलदाक़दात थनी। कछ उनककी मदद सप्रे
ंक ंक ंक ंक
और कछ अन्य समतयों ककी मदद सप्रेएक जतप्रेककी दकदान खगोल लदी। व अब
ंक ंड ंड
लखनऊ ककी सबसप्रेचलतनी ई जतप्रेडककी दकदानड थनी चदार-पदाड।ँच ससौ रगोज़ ककी बबक्रकी
ंक
थनी। जनतदा कगो उन पर थगोड़प्रे ंनी हदनयों मभ इतनदा ववकवदास ंगो गयदा कक एक बड़प्रे
भदारदी मश्स्लमक तदाल्लक़प्रेददारु कगो ननीचदा हदखदाकर कगौंससल मभ प ंड।ँच
गयप्रे।
ंक
अपननी जग पर ब ैठप्रे-ब ैठप्रे बगोलप्रे--जनी न ंनीं,म ैं ककसनी कदा ददीन न ंनीं बबगदाड़तदा। य
कदाम आपकगो ख़द क करनदा चदाह ए। मज़दा तगो जब ं ै कक आप उन म ंभ शरदाब वपलदाकर
छगोड़भ। य आपकप्रे स्न कप्रे जदाद ंडककी आज़मदाइश ं ै।
ंक
चदारयों तरफ़ सप्रे आवदाज़भ आयनीं--ंदाड।ँ-ंदाड।ँ,समस मदालतनी, आज अपनदा कमदाल हदखदाइए।

मदालतनी नप्रे समरज़दा कगो ललकदारदा,ककछ इनदाम दगोगप्रे?

'ससौ ंकपए ककी एक थ ैलदी!'

' ंकश! ससौ ंकपए! लदाख ंकपए कदा संमदबबगदाड़ड।ँससौ कप्रे सलए।'

'अच्छदा, आप ख़द क अपननी फ़कीस बतदाइए।'

'एक ज़दार, कसौड़नी कम न ंनीं।'

'अच्छदा मंज़र।ंड'

'जनी न ंनीं,लदाकर मप्रे तदाजनी कप्रे ंदाथ मभ रख ददीश्जए।'

समरज़दाजनी नप्रेतरं तक ससौ ंक पए कदा नगोट जप्रेब सप्रे नकदालदा और उसप्रेहदखदातप्रे ंक ए खड़प्रे
ंगोकर बगोलप्रे-- भदाइयगो! य म सब मरदयों ककी इज़्ज़त कदा मदामलदा ं ै ।अगर समस
मदालतनी ककी फ़रमदाइश न परदीड ंकई, तगो मदारप्रे सलए क ंनींम।ँं
ड कहदखदानप्रेककी जग न
ंप्रेगनी;अगर मप्रेरप्रे पदास ंकपए ंगोतप्रे तगो म ैं समस मदालतनी ककी-एकएकअददा पर एक-
एक लदाख ककरबदान कर दप्रे तदा। एक परदानप्रेकशदायर नप्रेअपनप्रेमदाशक़ड कप्रे एक कदालप्रे
तल पर समरक़ंद और बगोखदारदा कप्रे सबप्रेडककरबदान कर हदयप्रेथप्रे। आज आप सभनी
सदा बयों ककी जवदाड।ँमरददी और ंकस्नपरस्तनी कदा इम्त ंदान ं ै।
श्जसकप्रे पदास जगो ककछ ंगो,
सच्चप्रेसरमदाड ककी तर नकदालकर रख दप्रे । आपकगो इल्म ककी क़सम, मदाशडक़ ककी
अददाओं ककी क़सम,अपननी इज़्ज़त ककी क़सम, पनीछप्रे क़दम न टदाइए। मरदगो! ंकपए
ख़चद ंगो जदायगप्रे।ँड,नदाम मप्रेशदा कप्रे सलए र जदायगदा। ऐसदा तमदाशदा खयोंलदा मभ भनी
सस्तदा ं ै। दप्रे णखए,लखनऊ कप्रे सनीनयों ककी रदाननी एक जदाह द पर अपनप्रे ंकस्न
कदा मंत क ै सप्रे चलदातनी? ं ै

भदाषण समदाप म त करतप्रे ंनी समरज़दाजनी नप्रे र एक ककी जप्रेब ककी तलदाशनी शकड कर ददी।
प लप्रेसमस्टर खन्नदा ककी तलदाशनी ंकई। उनककी जप्रेब सप्रेपदाड।ँच कपए नकलप्रे।

समरज़दा नप्रेम।ँसड ंकनीकदा करकप्रे क ंदा -- वदा खन्नदा सदा ब, वदा ! ! नदाम बड़प्रे दशदन
थगोड़प्रे। इतननी कं प नययों कप्रे डदाइरप्रे क्टर,लदाखयों ककी आमदननी और आपकप्रे जप्रेब मभ पदाड।ँच
ंकपए! लदा ंसौल बबलदा कडबत! क ंदाड।ँंम
ैं प्रेतदा? आप ज़रदा जदाकर समसप्रेज़ खन्नदा सप्रे
कम-सप्रे-कम ससौ ंकपए वसलड कर लदायभ।

खन्नदा णखससयदाकर बगोलप्रे-- अजनी, उनकप्रे पदास एक प ैसदाभनी न ंगोगदा। कसौन


जदानतदा थदा कक य ंदाड।ँआप तलदाशनी लप्रेनदा शकड करभ ग?

'ख़ ैर आप ख़दामगोश रह ए। म अपननी तक़ददीर तगो आज़मदा लभ।'

'अच्छदा तगो म ैंजदाकर उनसप्रेपछतदाड ंड।'ं।ँ

'जनी न ंनीं,आप य ंदाड।ँ सप्रे ह ल न ंनीं सकतप्रे। समस्टर, आपमप्रे तदाकफ़लदासफ़र


ं ैं, मनगोववजदान कप्रे पंडडत। दप्रे णखए अपननी भप्रेद न करदाइएगदा।'

मप्रे तदा शरदाब पनीकर मस्त ंगो जदातप्रे थप्रे। उस मस्तनी मभ उनकदा दशदन उड़ जदातदा थदा और
ववनगोद सजनीव ंगो जदातदा थदा। लपककर समसप्रेज़ खन्नदा कप्रे पदास गयप्रे और पदाड।ँच समनट
ंनी मभ म।ँं
ड कलटकदायप्रेलसौट आयप्रे।

समरज़दा नप्रेपछदाड -- अरप्रे क्यदा ख़दालदी ंदाथ?

रदाय सदा ब ंड।ँसप्रे-- क़दाज़नी कप्रे घर चडप्रेभनी सयदानप्रे।

समरज़दा नप्रे क ंगो बड़प्रेख़शनसनीबक खन्नदा, ख़ददाक ककी क़सम!


ंदा--

मप्रे तदा नप्रे क़ क़ ंदा मदारदा और जप्रेब सप्रे-ससौससौकपए कप्रे पदाड।ँच नगोट नकदालप्रे। समरज़दा नप्रे
लपककर उन म ंभ गलप्रे लगदा सलयदा। चदारयों तरफ़ सप्रे आवदाज़भ आनप्रे--कमदाललगनीं
ं ै,मदानतदा ंडउस्तदाद।ँ , क्ययों न ंगो, कफ़लदासफ़र ंनी जगो ठ रप्रे !

समरज़दा नप्रे नगोटयोंकगो आड।ँखयों सप्रे लगदाकर क-- ंदाभई मप्रे तदा,आज सप्रेमत
ैं म मंक ंदारदा
शदाधिगदद ंगो गयदा। बतदाओ,क्यदा जदाद ंडमदारदा?

मप्रे तदा अकड़कर,लदाल-लदाल आड।ँखयों सप्रेतदाकतप्रे ंकए बगोलप्रे-- अजनी ककछ न ंनीं। ऐसदा कसौन-
सदा बड़दा कदाम थदा। जदाकर पछदाड, अंदर आऊड।ँ?बगोलदीं-- आप ं ैं मप्रे तदाजनी, आइए! म ैंनप्रे
अंदर जदाकर, वक ंदाड।ँलगोग बबज खप्रेल र ंप्रे ं ैं। अगठठीड ।ँ एक ज़दार सप्रे कम ककी न ंनीं
ं ै। आपनप्रे तगो दप्रे खदा ं ै। बस व ंनी। आपकप्रे पदास , ंकपएतगोपदाड।ँचयों ससौ
ंकपए दप्रे कर एक ज़दार ककी चनीज़ लप्रे लदीश्जए। ऐसदा मसौक़दा ककर न समलप्रेगदा। समस
मदालतनी नप्रे इस वक़्त ंकपए न हदयप्रे,तगो बप्रेददाग़ नकल जदायगनी।ंड।ँ पनीछप्रे सप्रेकसौन दप्रे तदा
ं ै,शदायद इसनीसलए उन म ंयोंनप्रेअगठठीड ।ँ नकदालदी ं ैकक पदाड।ँच ससौ ंकपए ककसकप्रे पदास
संरप्रे
ंयोंगप्रे। मसकरदाईंंक और चट अपनप्रेबटकवप्रेसप्रेपदाड।ँच नगोट नकदालकर दप्रे हदयप्रे,और बगोलदीं
म ैंबबनदा ककछ सलयप्रेघर सप्रेन ंनीं नकलतनी। न जदानप्रेकब क्यदा ज़डरत पड़प्रे।

खन्नदा णखससयदाकर बगोलप्रे -- जब मदारप्रे पगोफ़प्रे सरयों कदा य ंदाल, तगो ै यडनवससटदी
कदा ईक वर ंनी ं ै
मदासलक ।
खशकप्रेद नप्रेघदाव पर नमक छड़कदा -- अरप्रे तगो ऐसनी कसौन-सनी बड़नी रक़म ं ै श्जसकप्रे

सलए आपकदा हदल ब ैठदा जदातदा ं ै। ख़ददाक झठड न बलवदायप्रेकतगो य आपककी एक हदन
ककी आमदननी ं ै। समझ लदीश्जएगदा,एक हदन बनीमदार पड़ गयप्रे और जदायगदा भनी
तगो
समस मदालतनी ंनी कप्रे ंदाथ मभ ।पकप्रेआ ददद-ए-श्जगर ककी दवदा समस ंनी कप्रे
मदालतनी
पदास तगो ं ै।
मदालतनी नप्रे ठगोकर मदारदी-- दप्रे णखए समरज़दाजनी तबप्रेलप्रेमभल तआ ज अच्छठी न ंनीं।

ंक
समरज़दा नप्रेदमक ह लदायनी -- कदान पकड़तदा ंडदप्रेवनीजनी।ं।ँ

समस्टर तंखदा ककी तलदाशनी ंकई। मश्ककलक सप्रेदस ंकपए नकलप्रे,मप्रे तदा ककी जप्रेब सप्रे कप्रे
वल अठन्ननी नकलदी। कईसज्जनयों नप्रे एक-एक, दगो-दगो ंकपए ख़द क दप्रे हदयप्रे।
सदाब जगोड़दा गयदा, तगो तनीन ससौ ककी कमनी थनी। य कमनी रदाय सदा ब नप्रे उददारतदा कप्रे
सदाथ परदीड कर ददी।

संपदादकजनी नप्रे मप्रेवप्रे और संल खदायप्रे थप्रे और ज़रदा कमर ससनीनी कर र ंप्रे थप्रे कक रदाय सदा ब
नप्रे जदाकर क ंदा-- आपकगो समस मदालतनी यदाद र ंनी ं ैं।

ख़शक ंगोकर बगोलप्रे-- समस मदालतनी मझप्रेकयदाद कर र ंनी ं ैं,संन्य-भदाग!


रदाय सदा ब कप्रे सदाथ ंनी ंदाल मभ आ ववरदाजप्रे। सउर नसौकरयों नप्रे मप्रेज़भ सदाफ़ कर ददी थनीं।
मदालतनी नप्रे आगप्रे बढ़कर उनकदा स्वदागत ककयदा।
सम्पदादकजनी नप्रे नम्रतदा हदखदायनी-- ब ैहठए तकल्लफ़क न ककीश्जए। म ैंइतनदा बड़दा
आदमनी न ंनीं ंड।ं।ँ

मदालतनी नप्रे धशदा भरप्रे स्वर मभ क-- ंदाआप तकल्लफ़क समझतप्रे ंयोंगप्रे,म ैंसमझतनी ंड, म
म ैंअपनदा सम्मदान बढ़दा र ंनी ंड;ं।ँययों आप अपनप्रेकगो ककछ समझभऔर आपकगो शगोभदा
भनी न ंनीं दप्रे तदा ं ै लप्रेककन य ंदाड।ँ श्जतनप्रे सज्जन,सभनीजमदाआपककी ैं रदाष म र
और
सदाह त्य-सप्रेवदा सप्रे भलदी-भदाड।ँ त पररधिचत ं ैं। आपनप्रे इस क्षप्रेत मभ त्वप ंडणदजगोकदामम
कक ं ै,अभनी चदा ंप्रेलगोग उसकदा न समझभ;लप्रेककन व समय ब त दरू न ंनीं
यदा मल्यड
ंक
ं ै-- म ैं
त गो क तनी ंड व ।ँ समय आ गयदा ं ै-- जब र-एक नगर मभ आपकप्रे नदाम
ककी सड़कभ बनभ गनी,क्लब बनभगप्रे,टदाउन ंदालयों मभ आपकप्रे धिचत लटकदायप्रे जदायभगप्रे। इस
वक़्त जगो थगोड़नी ब त जदाग त ं ै,व आप ंनी कप्रे म ंदान णउद् यगोग कदा ं ै।
पसदाद
ंक ं ृ
आपकगो य जदानकर आनंद ंगोगदा कक दप्रे श मभ अब आपकप्रे ऐसप्रेअनयदायनीक प ैददा ंगो
गयप्रे ं ैं जगो आपकप्रे -दप्रे ससदारुदात आंदगोलन मभ आपकदा ंदाथ ब।ँट
ड दानप्रेकगो उत्सकक ं ैं,
और उन सज्जनयों ककी बड़नी इच्छदा ं ै कक य कदाम संगहठत ंडप सप्रे ककयदा जदाय
और एक दप्रे ंदात- संघ स्थदावपत ककयदा जदाय, श्जसकप्रे आप सभदाप त ंयों
ससदारु ।
ओंकदारनदाथ कप्रे जनीवन मभ य प लदा अवसर थदा कक उन म ंभ चगोटदी कप्रे आदसमययों मभ
इतनदा सम्मदान समलप्रे। ययों व कभनी-कभनी आम जलसयों मभ बगोलतप्रे थप्रे और कई
सभदाओं कप्रे मंतनी और उपमंतनी ;भनीलप्रेककनथप्रे सशक्षक्षत-समदाज मभ अब तक उनककी
उपप्रेक्षदा ंनी ककी थनी। उनलगोगयों मभ व ककसनी तर समल न पदातप्रे,इसनीसलएथप्रे आम
जलसयों मभ उनककी नश्ष्क्रयतदा और स्वदाथदांसंतदा ककी सशकदायत ककयदा करतप्रे,औरथप्रे
अपनप्रे पत मभ - एक कगो रगप्रेदतप्रे थप्रे। क़लम तप्रेज़,वदाणनीथनी कठगोर, सदाफ़गगोई ककी
जग उच्छं खलतदा कर ब ैठतप्रेथप्रे,इससलए लगोग उन म ंभ ख़दालदी ढगोल समझतप्रे थप्रे। उसनी
ं ृ
समदाज मभ आज उनकदा इतनदा सम्मदान! क ंदाड।ँ ं ैं'स्वरदाआज' और 'सस्वदानीन
भदारत' और ' ंंटर'कप्रे संपदादक,आकर दप्रे खभ और अपनदा कलप्रेजदा ठं ठदा करभ । आज
अवकय ंनी दप्रे वतदाओंककी उन पर कपदादृश्ष्ट ं ै। सदद्यगोग कभनी नष मसंल न ंनींजदातदा,
ं ृ ंक
य ऋवषययों कदा वदाक्य ं ै। व स्वयम णअपननी नज़रयों मभ उठ गयप्रे।

क ृतजतदा सप्रेपलककतक ंगोकर बगोलप्रे-- दप्रे वनीजनी,आप तगो मझप्रेककदाड।ँटयों मभ घसनीट र ंनी ं ैं। म ैंनप्रेतगो
जनतदा ककी जगो ककछ भनी सप्रेवदा ककी, अपनदा कतदव्य समझकर ककी। म ैं इस सम्मदान कगो
अपनदा न ंनीं,उस उदप्रेकय कदा सम्मदान समझ र ंदा ंड,श्जसकड़ सलए म ैंनप्रे अपनदा जनीवन
अवपतद कर हदयदा , ं ैलप्रेककन मप्रेरदा नम्र-नवप्रेदन ं ै कक वपदान कदा पद
ककसनी पभदावशदालदी पंकष कगो हदयदा जदाय, म ैं पदयों मभ ववकवदास न ंनीं रखतदा। म ैं तगो
सप्रेवक ंडऔर।ँ सप्रेवदा करनदा चदा तदा ंड।ं।ँ

समस मदालतनी इसप्रे ककसनी तर स्वनीकदार न ंनीं कर सकतनीं। सभदाप त पंडडतजनी कगो
बननदा पड़प्रेगदा। नगर मभ उसप्रेऐसदा पभदावशदालदी व्यश्क्त दसरदाड न ंनीं हदखदायनी दप्रे तदा।
श्जसककी क़लम मभ जदाद ड ं ै,श्जसककी ज़बदान मभ जदाद ड ं ै,श्जसकप्रे व्यश्क्तत्व मभ जदाद ंड
ं ै,व क ै सप्रे क तदा ं ै कक व पभदावशदालदी न नीं ं ै। व ज़मदानदा,जबगनयदान और
पभदाव मभ मप्रेल थदा। अब प तभदा और पभदाव कप्रे मप्रेल कदा यगक ं ै। संपदादकजनी कगो
पद अवकय स्वनीकदार करनदा पड़प्रेगदा। मंतनी समस मदालतनी ंयोंगनी। इस सभदा कप्रे सलए
एक ज़दार कदा चंददा भनी ंगो गयदा ं ै और अभनी तगो सदारदा श र और पदांत पड़दा ंकआ ं ै।
चदार-पदाड।ँच लदाख समल जदानदा मदामलदीड बदात ं ै। ओंकदारनदाथ पर ककछ नशदा-सदा
चढ़नप्रेलगदा। उनकप्रे मन मभ जगो एक पकदार ककी संकर रदी सनी उठ र ंनी थनी, उसनप्रे गंभनीर
उत्तरददा यत्वकदा ंडप संदारण कर सलयदा।

बगोलप्रे-- मगर य आप समझ लभ ,समस मदालतनी, कक य बड़नी श्ज़म्मप्रेददारदी कदा कदाम


ं ैऔर आपकगो अपनदा ब ंकत समय दप्रे नदा पड़प्रेगदा। म ैंअपननी तरफ़ सप्रेआपकगो
ववकवदास हदलदातदा ंडकक।ँ आप सभदा-भवन मभ मझप्रेकसबसप्रेप लप्रेमसौजद ड पदायगनी।ंड।ँ

समरज़दाजनी नप्रेपचदारदाक हदयदा -- आपकदा बड़प्रे-सप्रे-बड़दा दकमनक भनी य न ंनींक सकतदा


कक आप अपनदा फ़रज़ अददा करनप्रे मभ कभनी ककसनी सप्रे पनीछप्रे र ंप्रे।

समस मदालतनी नप्रे दप्रे खदा,शरदाब ककछ-ककछ असर करनप्रेलगनी ं ै,तगो और भनी गंभनीर
बनकर बगोलदीं-- अगर म लगोग इस कदाम ककी म ंदानतदा न समझतप्रे,तगो न य
सभदा स्थदावपत ंगोतनी और न आप इसकप्रे सभदाप त ंगोतप्रे। म ककसनी रईसयदा
तदाल्लक़प्रेददारु कगो सभदाप त बनदाकर संन ख़बड बटगोर सकतप्रे ं ैं,और सप्रेवदा ककी आड़ मभ
स्वदाथद ससद्सं कर सकतप्रे , लप्रेककन ैं य मदारदा उदप्रे कय म न ंनीं। मदारदा एकमदात उदप्रेकय
जनतदा ककी सप्रेवदा करनदा ं ै। और उसकदा सबसप्रे बड़दा ससदान आपकदा पत मनप्रे नक चय ं ै
ककयदा ं ै कक -रएक नगर और गदाड।ँव मभ उसकदा पचदार ककयदा जदाय और जल्द-सप्रे- ।
जल्द उसककी गदा क-संख्यदा कगो बनीस ज़दार तक प ंकड।ँचदा हदयदा जदाय। पदांत ककी सभनी
म्यकनससप ैसलहटययों और श्जलदा बगोडदकप्रे चप्रेयरम ैन मदारप्रे समत ं ैं। कई चप्रेयरम ैन तगो य
ंनीं ववरदाजमदान ं ैं। अगर-एक नप्रेर पदाड।ँच-पदाड।ँच ससौ प तयदाड।ँ भनी लप्रे
लदीं,तगो पचनीस ज़यर प तययसम तत आप यक़कनड़ समझम। कर रयय सय ब और
समरज़दा सदा ब ककी य सलदा ं ै कक कगौंससल मभ इस ववषय कदा एक पस्तदाव रखदा
।ँ कप्रे 'सलएबबजलदी' ककी एक प त सरकदारदी तसौर पर मड।ँगदाई
जदाय कक पत्यप्रेक गदाडव
जदाय, यदा कछ वदावषकद स ंदायतदा स्वनीकदार ककी जदाय। मभ परदा ववकवदास ं ै कक
और
ंक ंड
य पस्तदाव पदास ंगोजदायगदा।
ओंकदारनदाथ नप्रेज ैसप्रेनशप्रेमभझम
ड तप्रे ए क ंदा -- मभ गवनदर कप्रे पदास डप्रेपटप्रे शनक लप्रे

जदानदा ंगोगदा। ंक

समरज़दा खशकप्रेद बगोलप्रे-- ज़डर-ज़डर!

'उनसप्रे क नदा ंगोगदा कक ककसनी सभ्य शदासन सलए य ककतननी लज्जदा और


कप्रे
कलंक ककी बदात ं ै कक गदामगोत्थदान कदा अकप्रे लदा पत ंगोनप्रे पर'बबजलदीभनी' कदा
अश्स्तत्व तक न ंनीं स्वनीकदार ककयदा

जदातदा।' समरज़दा खशकदप्रे नप्रेक ंदा --

अवकय-अवकय!

'म ैं गवद न ंनीं करतदा। अभनी गवद करनप्रे कदा समय न; लप्रेककननींआयदामझप्रेइक सकदा
ददावदा ं ै कक गदाम्य-संगठन कप्रे सलए'बबजलदी' नप्रे श्जतनदा उद्यगोग ककयदा ं ै
' ...

समस्टर मप्रेतदा नप्रेससदारदाक -- न ंनींम ंदाशय, तपस्यदा कह ए।

'म ैंसमस्टर मप्रेतदा कगो संन्यवदाद दप्रे तदा ंड।ं।ँ ंदाड।ँ,इसप्रे तपस्यदा ंनी क नदा चदाह ए,बड़नी
कठगोर तपस्यदा। 'बबजलदी' नप्रे जगो तपस्यदा ककी , व ै इस पदांत कप्रे ंनी न, इसनीं रदाष्र
कप्रे इ त ंदास मभ अभतपडवद ड ं ै।'

समरज़दा खशकदप्रे बगोलप्रे-- ज़रड -ज़रड !

समस मदालतनी नप्रे एक पप्रेग और हदयदा -- मदारप्रे संघ नप्रे य नकय चभनी ककयदा
ं ै
कगौंससल मभ अब ककी जगो जग ख़दालदी , उसकप्रेगो सलए आपकगो उम्मप्रेदवदार खड़दा
ककयदा जदाय। आपकगो कप्रेवल अपननी स्वनीक ृत दप्रे ननी ंगोगनी। शप्रेष सदारदा कदाम म लगोग
कर लभगप्रे। आपकगो न ख़चद सप्रे ,मतलबनपगोपप्रेगभडदा,नदसौड़-संपड सप्रे।
ओंकदारनदाथ ककी आड।ँखयोंककी ज्यगो त दगकननी ंगो गयनी। गवद-पणदन
ड म्रतदा सप्रेबगोलप्रे-- म ैं
आप लगोगयों कदा सप्रेवक ंड,म।ँझसप्रेकजगो कदाम चदा ंप्रेलप्रेलदीश्जए।
' म लगोगयों कगो आपसप्रेऐसनी ंनी ं ै म अब तक झठप्रेड दप्रे वतदाओंकप्रे सदामनप्रे
आशदा ।
नदाक रगड़तप्रे-रगड़तप्रे ंदार गयप्रेऔर कछ ंदाथ न लगदा। मनप्रेआप मभ सच्चदा
अब
ंक
पथ-पदशदक,सच्चदा गंक पदायदा ं ैऔर इस शकभ हदन कप्रे आनंद मभ आज मभ
एकमन, एकपदाण ंगोकर अपनप्रे अ ंंकदार ,कगोअपनप्रे दं भ कगो तलदांजसल दप्रे दप्रे नदा
चदाह ए। ममभ आज सप्रे कगोई बदाह्मण न , ंनींकगोई ं ैशद
ड न ंनीं ं ै,कगोई ह दं ंडन ंनीं
ं ै,
कगोई मसलमदानक न ंनीं ं ै,कगोई ऊड।ँ च न ंनीं,कगोई ै ननीच न ं ै म सब एककी
ंनीं ।
मदातदा कप्रे बदालक,एक ंनी गगोद कप्रे ंनी थदालदी कप्रे खदानप्रेवदालप्रे भदाई ं ैं।
खप्रेलनप्रेवदालप्रे,एक
जगो लगोग भप्रेद-भदाव मभ ववकसवदा रखतप्रे , जगो ैं लगोग पथकतदा और कटरतदा कप्रे
ं ृ
उपदासक ं ैं,उनकप्रे सलए मदारदी सभदा मभ स्थदान न ंनीं ं ै। श्जस सभदा कप्रे सभदाप

पज्यड ओंकदारनदाथजनी ज ैसप्रेववशदाल-हृदय व्यश्क्त ंयों, उस सभदा मभ ऊड।ँ-ननीचच कदा,
खदान-पदान कदा और जदा त-पदाडत
।ँ कदा भप्रेद न ंनीं ंगो सकतदा। जगो म एकतदा मभ
ंदानभदावक
और रदाष म रदीयतदा मभ ववकसवदा न रखतप्रे , ंयोंवप्रेकपदा करकप्रे य ंदाड।ँसप्रेउठ जदाय।ंड।ँ
ं ृ
रदाय सदा ब नप्रे शंकदा ककी-- मप्रेरप्रे ववचदार मभ एकतदा कदा य आशय न ंनीं ं ै कक सब लगोग
खदान-पदान कदा ववचदार छगोड़ दभ । म ैं शरदाब न ंनीं पनीतदा,ंगो क्यदा मझप्रेकइस सभदा सप्रे अलग ंगो
जदानदा पड़प्रेगदा?

मदालतनी नप्रे नमदम स्वर मभ --क बप्रेशकदा अलग ंगो जदानदा पड़प्रेगदा। आप इस संघ मभ र
कर ककसनी तर कदा भप्रेद न ंनीं रख सकतप्रे।

मप्रे तदा जनी नप्रे घड़प्रे कगो ठगोकदा--मझप्रेकसंदप्रे पदान ं ैक मदारप्रे सभदाप तजनी स्वयम णखदान-
ककी एकतदा मभ ववकवदास न ंनीं रखतप्रे क
ं ैं।
ओंकदारनदाथ कदा चप्रे रदा जदद पड़ गयदा। इस बदमदाश नप्रे य क्यदा बप्रेवक्ककीशत नदाई
बजदा ददी। दष मंकट क ंनींगड़प्रेमदप्रे न
क उखदाड़नप्रेलगप्रे ,न ंनीं,य सदारदा ससौभदाग्य स्वप्न ककी
भदाड।ँत शडन्य मभ ववलदीन ंगो जदायगदा।

समस मदालतनी नप्रेउनकप्रे म।ँं


ड कककी ओर श्जजदासदा ककी दृश्ष्ट सप्रे दप्रे खकर दृढ़तदा सप्रे क दा
-- आपकदा संदप्रे नररदादार ं ै मप्रे तदा म ंगोदय! क्यदा आप समझतप्रे ं ैं कक रदाष्र ककी एकतदा कदा
ऐसदा अनन्य उपदासक, ऐसदा उददारचप्रेतदा पंकष, ऐसदा रससक कवव इस
नरथदक और लज्जदा-जनक भप्रेद कगो मदान्य समझप्रेगदा?ऐसनी शंकदा करनदा उसककी
रदाष म रदीयतदा कदा अपमदान करनदा ं ै।

ओंकदारनदाथकदा मखक-मंडल पददीप्त ंगो गयदा। पसन्नतदा और संतगोष ककी आभदा


झलक पड़नी।

मदालतनी नप्रे उसनी स्वर मभ क-- ंदाऔर इससप्रेभनी अधधिक उनककी पंकष-भयवनय कय।
एक रमणनी कप्रे ंदाथयों सप्रेशरदाब कदा प्यदालदा पदाकर व कसौन भद पंकष ं ैजगो इनकदार
कर दप्रे ? य तगो नदारदी-जदा त कदा अपमदान ंगोगदा, उस नदारदी-जदा त कदा श्जसकप्रे
नयन-
बदाणयों सप्रेअपनप्रेहृदय कगो बबंसंवदानप्रेककी लदालसदा पंकष-मदात मभ ंगोतनी, श्जसककी ै
अददाओं पर मर-समटनप्रे कप्रे सलए -बड़प्रे म ंनीप लदालदा यत र तप्रे ं ैं। ,लदाइएबगोतल
और प्यदालप्रे,और दसौर चलनप्रेददीश्जए। इस म ंदान णअवसर पर ककसनी तर ककी शंकदा,
ककसनी तर ककी आपश्त्त रदाष म र-दगो सप्रे कम ननीं। प लप्रे म अपनप्रे सभदाप त ककी
सप्रे त कदा जदाम पनीयभगप्रे।

बफ़द, शरदाब और सगोडदा प लप्रे ंनी सप्रे त ैयदार थदा। मदालतनी नप्रे ओंकदारनदाथ कगो अपनप्रे ंदाथयों
सप्रेलदाल ववष सप्रेभरदा ंकआ ग्लदास हदयदा, और उन म ंभककछ ऐसनी जदाद-ंडभरदी धिचतवन सप्रे
दप्रे खदा कक उनककी सदारदी नष्ठदा,सदारदी वणद-शप्रेष्ठतदा कदाफ़डर ंगो गयनी।

मन नप्रे क ंदा-- सदारदा आचदार-ववचदार पररश्स्थ तययों कप्रे सअनीन ं ै। आज तमक दररद
ंगो, ककसनी मगोटरकदार कगो संलड उड़दातप्रेदप्रेखतप्रे ंगो, तगो ऐसदा बबगड़तप्रे ंगो कक उसप्रे
पत्थरयों सप्रेचरू-चरू कर दगो; लप्रेककन क्यदा तम मंक ंदारप्रे मन मभ कदार ककी लदालसदा न ंनीं
ं ै?
पररश्स्थ त ंनी ववधधि ं ैऔर ककछ न ंनीं। बदाप-ददादयों नप्रे न ंनींपनी थनी, न पनी ंगो। उन म
ंभ ऐसदा अवसर ंनी कब समलदा थदा। उनककी जनीववकदा पगोथनी-पतयों पर थनी। शरदाब
लदातप्रे क ंदाड।ँ , सप्रेऔर पनीतप्रे भनी तगो जदातप्रे क? ककरदाड।ँ व तगो रप्रे लगदाड़नी पर न चढ़तप्रे ,
थप्रेकल
कदा पदाननी न पनीतप्रे थप्रे,अड।ँगप्रेज़नी पढ़नदा पदाप समझतप्रे थप्रे। समय ककतनदा बदल गयदा ं ै। समय

कप्रे सदाथ अगर न ंनीं चल सक,तंप्रेगो व तम मंक ंभपनीछप्रे छगोड़कर चलदा जदायगदा।
ऐसनी मह लदा कप्रे कगोमल ंदाथयों सप्रे ववष भनी समलप्रे,तगो सशररगोदायद करनदा चदाह यप्रे।
श्जस ससौभदाग्य कप्रे सलए बड़प्रे-बड़प्रे रदाजप्रे तरसतप्रे;व ं ैंआज उनकप्रे सदामनप्रे खड़दा ै। क्यदा
उसप्रेठककरदा सकतप्रे ं ैं?उन म ंयोंनप्रेग्लदास लप्रेसलयदा और ससर झकदाकरु अपननी
क ृतजतदा हदखदातप्रे ंकए एक ंनी सदाड।ँस मभ पनी गयप्रेऔर तब लगोगयों कगो गवदभरदी आड।ँखयों
सप्रे दप्रे खदा,मदानगो क र ंप्रे , ंयोंअब तगो आपकगो मझक पर ववकवदास आयदा। क्यदा
समझतप्रे
ं ैं,म ैंनरदा पयोंगदा पंडडत ंड।ं।ँअब तगो मझप्रेद
क ं भनी और पदाखंडनी क नप्रेकदा सदा स न ंनीं
कर सकतप्रे?

ंदाल मभ ऐसदा शगोर गलक मचदा कक ककछ न पछगोड, ज ैसप्रे टदारप्रे वप मभ बंद ग ग ंप्रे नकल
पड़प्रे ंयों। वदा दप्रे वनीजनी! क्यदा क नदा ं ै! कमदाल ं ै समस मदालतनी,कमदाल ं ै। तगोड़ हदयदा,
नमक कदा क़दाननड तगोड़ हदयदा, संमद कदा कक़लदा तगोड़ हदयदा,नप्रेम कदा घड़दा संगोड़ हदयदा!
ओंकदारनदाथ कप्रे कंठ कप्रे ननीचप्रेशरदाब कदा प ंकच
ड।ँ नदा थदा कक उनककी रससकतदा वदाचदाल ंगो
गयनी।

मस्करदाकरु बगोलप्रे-- म ैंनप्रे अपनप्रे संमद ककी थदातनी समस मदालतनी कप्रे कगोमल ंदाथयों मभ सगौंप ददी
और मझप्रेव
क वकवदास ं ै,व उसककी यथगोधिचत रक्षदा करभ गनी। उनकप्रे चरण-कमलयों कप्रे इस पसदाद
पर म ैंऐसप्रेएक ज़दार संमगो कगो न्यगोछदावर कर सकतदा ंड।ं।ँ

क़ ंयों सप्रे ंदाल गंडज।ँ उठदा। संपदादकजनी कदा चप्रेरदा संडल उठदा थदा, आड।ँखभझककीक पड़तनी
थनीं।

दसरदाड ग्लदास भरकर बगोलप्रे-- य समस मदालतनी ककी सप्रे त कदा जदाम ं ै। आप लगोग
वपएड।ँ और उन म ंभ आशनीवदादद दभ । लगोगयों नप्रे - अपनप्रेककरअपनप्रेग्लदास ख़दालदी कर हदयप्रे।

उसनी वक़्त समरज़दा खशकदप्रे नप्रेएक मदालदा लदाकर संपदादकजनी कप्रे गलप्रेमभडदाल ददी और ।

बगोलप्रे-- सज्जनगो, कफ़दवनी नप्रे अभनी अपनप्रेज्यड सदर सदा ब ककी शदान मभ एक
क़सनीददा क ंदा ं ै। आप लगोगयों ककी इजदाज़त ंगो तगो सनदाऊड।ँ।ंक

चदारयों तरफ़ सप्रे आवदाज़भ आयनीं--ंदाड।ँ-ंदाड।ँ,ज़डर सनदाइए।ंक

ओंकदारनदाथ भंग तगो आए हदन वपयदा करतप्रे थप्रे और उनकदा मश्स्तष्क उसकदा
अभ्यस्त ंगो गयदा थदा, मगर शरदाब पनीनप्रे कदा उन म ंभ य प लदा अवसर थदा। भंग कदा
नशदा मंथर ग त सप्रे एक स्वप्न ककी भदाड।ँ त आतदा थदा और मश्स्तष्क पर मप्रेघ कप्रे
समदान छदा जदातदा थदा। उनककी चप्रेतनदा बननी र तनी थनी। उन म ंभख़कद मदालमड ंगोतदा थदा
कक इस समय उनककी वदाणनी बड़नी लच्छप्रे ददार , ं ैऔर उनककी कल्पनदा ब ंकत पबल।
शरदाब कदा नशदा उनकप्रे ऊपर ससं ककी भदाड।ँ त झपटदा और दबगोच ब ैठदा। व क तस
ककछ ं ैं,म।ँं
ड कसप्रे नकलतदा ककछ ं ै। ककर य जदान भनी जदातदा र ंदा। क्यदा क तप्रे

ं ैं और क्यदा करतप्रे,इसककी ैं सधधिक ंनी न र ंनी। य स्वप्न कदा रगोमदाननी व ैधिचत्र्य न
थदा, जदाग त कदा व चक्कर थदा, श्जसमभ सदाकदार नरदाकदार ंगो ं ै। न जदानप्रे
जदातदा
ं ृ
क ै सप्रे उनकप्रे मश्स्तष्क मभ य कल्पनदा जदाग उठठी सनीददाकक क़पढ़नदा कगोई बड़दा
अनधिचतक कदाम ं ै।
मप्रेज़ पर ंदाथ पटककर न ंनीं,कददावप न ंनीं। य ंदाड।ँ कगोई क़सनीददा नई ओगदा,
बगोलप्रे--
नई ओगदा। म सभदाप त ं ैं। मदारदा क्म ं ै। म अबनी इस सबदा कगो तगोड़ सकतप्रे
ंक
ं ैं। अबनी तगोड़ सकतप्रे ं ैं। सभनी कगो नकदाल सकतप्रे ं ैं। मदारदा कछ न ंनींकर
कगोई
सकतदा। म सभदाप त ं ैं। ईकगोदसरदाड सभदाप त नई ं ै। ंक

समरज़दा नप्रे ंदाथ जगोड़कर क ंदा-- ंकज़रू, इस क़सनीदप्रे मभ तगो आपककी तदारदीफ़ ककी गयनी
ं ै। संपदादकजनी नप्रे ,लदालपर ज्यगो त ंनीन नप्रेतयों सप्रे दप्रे खदा--तमक मदारदी तदारदीप क्ययों ककी?
क्ययों ककी? बगोलगो, क्ययों मदारदी तदारदीप ककी? म ककसनी कदा नसौकर नई ं ै। ककसनी कप्रे बदाप
कदा नसौकर नई , ं ैककसनी सदालप्रेकदा हदयदा न नींखदातप्रे। म ख़द क संपदादक ै।
'बबजलदी' कदा संपदादक ं ै। म उसमभ सबकदा तदारदीप करप्रे गदा। , दप्रे वनीजनीमतम मंक ंदारदा
तदारदीप नई करप्रे गदा। म कगोई बड़दा आदमनी नयनी ं ै। म सबकदा ग़लदामक ं ै। म
आपकदा चरण-रज ं ै। मदालतनी दप्रे वनी मदारदी लक्ष्मनी,मदारदा सरस्वतनी, मदारदी ररदादा ...।

क तप्रे ंकए वप्रेमदालतनी कप्रे चरणयों ककी तरफ़ झकप्रेक और म।ँं


ड ककप्रे बल फ़शदपर धिगर पड़प्रे।

समरज़दा खशकदप्रे नप्रेदसौड़कर उन म ंभस।ँभ


ड दालदा और ककससदयदाड।ँटदाकर व ंनींज़मनीन पर
सलटदा हदयदा।

ककर उनकप्रे कदानयों कप्रे पदास म।ँं


ड कलप्रेजदाकर बगोलप्रे-- रदाम-रदाम सत्त ं ै! कह ए तगो
आपकदा जनदाज़दा नकदालभ।

रदाय सदा ब नप्रे क ंदा-- कल दप्रे खनदा ककतनदा बबगड़तदा ं ै। एक-एक कगो अपनप्रे पत मभ
रगप्रेदप्रेगदा। और ऐसदा-सदा रगप्रेदप्रेगदा कक आप भनी यदाद करभ ग! एक ंनी दष मंकट
ं ै,ककसनी
पर दयदा न ंनीं करतदा। सलखनप्रे मभ तगो अपनदा जगोड़ न ंनीं रखतदा। ऐसदा धगदा आदमनी
क ै सप्रे इतनदा अच्छदा सलखतदा, य ै र स्य ं ै।
कई आदसमययों नप्रे सम्पदादकजनी कगो उठदायदा और लप्रे जदाकर उनकप्रे कमरप्रे मभ सलटदा
हदयदा।

सउर पंडदाल मभ संनषक-यज ंगो र ंदा थदा। कई बदार इन लगोगयों कगो बलदानप्रेककप्रे सलए
आदमनी आ चकप्रेक थप्रे। कई ंकक्कदाम भनी पंडदाल मभ आ प कड।ँचप्रेथप्रे। लगोग सउर जदानप्रेकगो
त ैयदार ंगो र ंप्रे थप्रे कक स सदा एक अफ़गदान आकर खड़दा ंगो गयदा। गगोरदा, बड़नीरं ग-
बड़नी मंडछभभीँ,ऊड।ँ चदा क़द,चसौड़दा सनीनदा, आड।ँखयों मभ नभदयतदा कदा उन्मदाद भरदा ंकआ, ढदीलदा
ननीचदा ककरतदा, प ैरयों मभ शलवदार,ज़नी कप्रे कदाम ककी सदरदी,ससर पर पगड़नी और ककलदा , कं
संप्रे मभ चमड़प्रे कदा ब ैग लट,कंंसंदायप्रेपर बंदक़ड रखप्रेऔर कमर मभ तलवदार बदाड।ँसंप्रेन जदानप्रे
कककर सप्रे आ खड़दा ंगो गयदा और गरजकर बगोलदा-- ख़बरददार! कगोई य ंदाड।ँ सप्रे मत
जदाओ। अमदारदा सदाथ कदा आदमनी पर डदाकदा पड़दा ं ैं। य ंदाड।ँ कदा जगो सरददार ं ै। व
अमदारदा आदमनी कगो लटड सलयदा ं ै,उसकदा मदाल तमकगोक दप्रे नदा ंगोगदा! एक-एक कसौड़नी
दप्रे नदा ंगोगदा। क ंदाड।ँ ं ै सरददार,उकगो बलदाओ।ंक

रदाय सदा ब नप्रे सदामनप्रे आकर कक्रगो-भरप्रे स्वर मभ क-- 'क ैसनीदा लट!ंड क ैसदा डदाकदा? य
तमक लगोगयों कदा कदाम ं ै। य ंदाड।ँकगोई ककसनी कगो न ंनींलटतदा।ंड सदाफ़-सदाफ़ क ंगो,
क्यदा मदामलदा ं ै?

अफ़गदान नप्रेआ।ँख
ड भनकदालदींऔर बंदक़ कदा कंददा ज़मनीन पर पटककर बगोलदा --
ंड ंक
अमसप्रेपछतदाड ं ैक ैसदा लटड, क ै सदा डदाकदा? लटतदाड ं ै,तम मंक ंदारदा आदमनी लटतदाड
तमक ं ै।
अम य ंदाड।ँ ककी कगोठठी कदा मदासलक । ै अमदारदीकगोठठी मभ पचदास जवदान ं ै। अमदारदा
आदमनी ंकपए त सनील कर लदातदा थदा। एक ज़दार। व तमक लटड सलयदा, और क तदा
ं ै क ै सदा डदाकदा?अम बतलदायप्रेगदा क ै सदा डदाकदा ं ै। अमदारदा पचनीसयों जवदान अबनी
ंगोतदा
आतदा ं ै। अम तम म ंदारदा गदाड।ँव लट लप्रेगदा। कगोई सदालदा कछ नयनींकर सकतदा, कछ
ंक ंड ंक ंक
नयनीं कर सकतदा।
खन्नदा नप्रे अफ़गदानकप्रे तप्रेवर दप्रे खप्रेतगो चपकप्रेक सप्रेउठप्रे कक नकल जदाय।ंड।ँ

सरददार नप्रे ज़गोर सप्रे डदाड।ँटदा--कदाड।ँजदातदा तमक? कगोई कई नयनीं जदा सकतदा। नयनीं अम
सबकगो क़तल कर दप्रे गदा। अबनी सं ैर कर दप्रे गदा। अमदारदा तमक ककछ नयनींकर सकतदा।
अम तम मंक ंदारदा पसलसक सप्रेनयनींडरतदा। पसलसक कदा आदमनी अमदारदा सकल दप्रे खकर
भदागतदा ं ै। अमदारदा अपनदा कदाड।ँसल, अम ै उसकगो खत सलखकर लदाट सदा ब कप्रे पदास
जदा सकतदा ं ै। अम यदाड।ँसप्रेककसनी कगो नयनींजदानप्रेदप्रेगदा। तमक अमदारदा एक
ज़दार ंकपयदा लटड सलयदा। अमदारदा ंकपयदा नयनींदप्रेगदा, तगो अम ककसनी कगो श्ज़न्ददा न
ंनीं छगोड़प्रेगदा। तमक सब आदमनी दसरयोंंड कप्रे मदाल कगो लटड करतदा ं ैऔर यदाड।ँमदाशडक़ कप्रे
सदाथ शरदाब पनीतदा ं ै।

समस मदालतनी उसककी आड।ँख बचदाकर कमरप्रे सप्रे नकलनप्रे लगनीं कक व बदाज़ ककी तर टडटकर
उनकप्रे सदामनप्रेआ खड़दा ंकआ और बगोलदा -- तमक इन बदमदाशयों सप्रेअमदारदा मदाल
हदलवदायप्रे,नयनींअम तमकगोक उठदा लप्रेजदायगदा और अपननी कगोठठी मभ जशन मनदायप्रेगदा। तम मंक
ंदारदा ंकस्न पर अम आसशक़ ंगो गयदा। यदा तगो अमकगो एक ज़दार अबनी-अबनी दप्रे दप्रेयदा तमकगोक
अमदारप्रे सदाथ चलनदा पड़प्रेगदा। तमकगोक अम न ंनींछगोड़प्रेगदा। अम तम मंक ंदारदा आसशक़ ंगो गयदा
ं ै। अमदारदा हदल और श्जगर संटदा जदातदा ं ै। अमदारदा
इस जग पचनीस जवदान ं ै। इस श्जलदा मभ मदारदा पदाड।ँच ससौ जवदान कदाम करतदा ै।
अम अपनप्रे क़बनीलप्रे कदा खदान ं ै। अमदारप्रे क़बनीलदा मभ दस ज़दार ससपदा ंनी ं ैं।
अम
क़दाबलक कप्रे अमनीर सप्रेलड़ सकतदा ं ै। अड।ँगप्रेज़ सरकदार अमकगो बनीस ज़दार सदालदानदा
णख़रदाज दप्रे तदा ं ै। अगर तमक मदारदा ंकपयदा नयनींदप्रेगदा, तगो अम गदाड।ँव लटड लप्रेगदा और
तम मंक ंदारदा मदाशडक़ कगो उठदा लप्रेजदायगदा। ख़नड करनप्रेमभअमकगो लतफ़क आतदा ं ै। अम
ख़नड कदा दररयदा ब ंदा दप्रे गदा!

मजसलस पर आतंक छदा गयदा। समस मदालतनीअपनदा च कनदा भलड गयनीं। खन्नदा
ककी वपंडसलयदाड।ँ कदाड।ँप र ंनी थनीं। बप्रे-चपटदारप्रे कप्रेचगोटभय सप्रेएक मंश्ज़लप्रेब।ँग
ड लप्रेमभ
र तप्रेथप्रे। ज़नीनप्रेपर चढ़नदा उनकप्रे सलए सलदीड पर चढ़नप्रेसप्रेकम न थदा। गरमनी मभ भनी डर कप्रे
मदारप्रे कमरप्रे मभसगोतप्रेथप्रे। रदाय सदा ब कगो ठककरदाई कदा असभमदान थदा। व अपनप्रे ंनी गदाड।ँव मभ
एकन सप्रेपठदा डर जदानदा ंदास्यदास्पद समझतप्रे , थप्रेलककन उसककी बंदक़ड कगो क्यदा करतप्रे।
उन म ंयोंनप्रेज़रदा भनी चनीं-चपड़ ककयदा और इसनप्रेबंदक़ड चलदायनी। ंडश तगो ंगोतप्रे ंनी ं ैंयप्रेसब,
और नशदानदा भनी इन सबयों कदा ककतनदा अचकड ंगोतदा ं ै; अगर उसकप्रे ंदाथ मभ बंदक़ड न
ंगोतनी, तगो रदाय सदा ब उससप्रे सनींग समलदानप्रे कगो भनी त ैयदार ंगो जदातप्रे। मश्ककलक य ंनी थनी
कक दष मंकट ककसनी कगो बदा र न नीं जदानप्रे दप्रे तदा। ,न ंनीं दम-कप्रे-दम मभ सदारदा गदाड।ँव जमदा ंगो
जदातदा और इसकप्रे परप्रेड जत्थप्रेकगो पनीट-पदाटकर रख दप्रे तदा।

आणख़र उन म ंयोंनप्रेहदल मज़बतड ककयदा और जदान पर खप्रेलकर बगोलप्रे-- मनप्रे आपसप्रे


क हदयदा कक म चगोर-डदाकड न ंनीं ं ैं। म ैंय ंदाड।ँककी कगौंससल कदा मभ बर ंडऔरम य दसवड़जड़
लखनऊ कक सपस स डयकटर । य यसमसभड़ शरड़फ़ और इज़ज़तदयर लतग
जमदा ं ैं मभ बबलकल ख़बर न ंनीं,आपकप्रे आदसमययों कगो ककसनप्रेलटदा? आप जदाकर

ंक ंड
थदानप्रे मभ रपट ककीश्जए।
खदान नप्रे ज़मनीन पर प ैर पटकप्रे,तरप्रे ैंबदलप्रेऔर बंदक़ड कगो कंसंप्रेसप्रेउतदारकर ंदाथ मभ

लप्रेतदा आ द ंदाड़दा मत बक-बक करगो। कदाउं ससल कदा मभ बर कगो अम इस तर


--
ंक
प ैरयों सप्रेकचल दप्रे तदा ं ै। (ज़मनीन पर पदाड।ँव ं ै) अमदारदा ंदाथ मज़बत ं ै,
रगड़तदा
ंक ंड
अमदारदा हदल मज़बतड ं ै,अम ख़ददाक तदालदा कप्रे ससवदा और ककसनी सप्रेनयनींडरतदा। तमक
अमदारदा ंकपयदा न ंनीं दप्रे गदा,तगो अम (रदाय सदा ब ककी तरफ़ इशदारदा कर) अभनी तकमकगो
कतल कर दप्रे गदा।
अपननी तरफ़ बंदक़ड ककी नलदी दप्रे खकर रदाय सदा ब झककरु मप्रेज़ कप्रे बरदाबर आ गयप्रे।

अजनीब मसनीबतक मभ जदान संड।ँसनी थनी। श ैतदान बरबस क ंप्रेजदातदा ं ै,तमनप्रेक मदारप्रेक पए
लट सलयप्रे। न कछ सनतदा ं ै,न कछ समझतदा ं ै,न ककसनी कगो बदा र जदानप्रे-आनप्रे
ंड ंक ंक ंक
दप्रे तदा ं ै। नसौकर-चदाकर, ससपदा ंनी-प्यदादप्रे , सब संनष-क यज दप्रे खनप्रे मभ मग्न थप्रे। ज़मनींददारयों
कप्रे नसौकर ययों भनी आलसनी और कदाम-चगोर ंगोतप्रे ंनी , जब ैं तक दस दफ़प्रे न पकदारदाक
जदाय बगोलतप्रे ंनी न ;ंनींऔर इस वक़्त तगो वप्रेएक शकभ कदाम मभ लगप्रे ए थप्रे। संनषक-
ंक
यज उनकप्रे सलए कप्रे वल तमदाशदा न, भगवदाननीं णककी लदीलदा थनी; अगर एक आदमनी भनी
सइर आ जदातदा, तगो ससपदाह ययों कगो ख़बर ंगो जदातनी और दम-भर मभ खदान कदा सदारदा
खदानपन नकल जदातदा, डदाढ़दी कप्रे एक-एक बदाल नचक जदातप्रे। ककतनदा ग़स्सप्रेवरु ं ै। ंगोतप्रे
भनी तगो जल्लदाद ं ैं। न मरनप्रे कदा , ग़मनजनीनप्रेककी ख़शनी।ंक

समरज़दा सदा ब नप्रे चककत नप्रेतयों सप्रे दप्रे खदा--क्यदा बतदाऊड।ँ,ककछ अक्ल कदाम न ंनीं
करतनी। म ैं आज अपनदा वपस्तसौल घर ंनी छगोड़ आयदा, न ंनीं मज़दा चखदा
दप्रे तदा।

खन्नदा रगोनदा म।ँं


ड ब
क नदाकर बगोलप्रे-- ककछ ंकपए दप्रे कर ककसनी तर इस बलदा कगो
टदासलए।

रदाय सदा ब नप्रे मदालतनी ककी ओर दप्रे खदा-- दप्रे वनीजनी,अब आपककी क्यदा सलदा ं ै?
मदालतनी कदा मख-क मंडल तमतमदा र ंदा थदा। बगोलदीं-- ंगोगदा क्यदा, मप्रेरदी इतननी बप्रेईज़्ज़तनी
ंगो र ंनी ं ैऔर आप लगोग ब ैठप्रे दप्रे ख र ंप्रे ं ैं!
बनीस मदगो कप्रे ंगोतप्रेएक उजड्डदा पठदान मप्रेरदी इतननी दगदत
क कर र दा ं ै और आप
लगोगयों कप्रे ख़नड मभ ज़रदा भनी गमनी न ंनींआतनी! आपकगो जदान इतननी प्यदारदी ं ै? क्ययों
एक आदमनी बदा र जदाकर शगोर न ंनीं मचदातदा? क्ययों आप लगोग उस पर झपटकर
उसकप्रे ंदाथ सप्रेबंदक़ड न ंनींछठीन लतप्रे? बंदक़ड ंनी तगो चलदायप्रेगदा? चलदानप्रे दगो। एक यदा
दगो ककी जदान ंनी तगो जदायगनी? जदानप्रे दगो।

मगर दप्रे वनीजनी मर जदानप्रे कगो श्जतनदा आसदान समझतनी थनीं और लगोग न समझतप्रे थप्रे।
कगोई आदमनी बदा र नकलनप्रेककी ककर ह म्मत करप्रे और पठदान ग़स्सप्रेम
क भ आकर
दस-पदाड।ँच सं ै र कर,तगोदप्रे य ंदाड।ँसफ़दायदा ंगो जदायगदा। ब ंकत ंगोगदा, पसलसक उसप्रे संदाड।ँसनी
ककी सज़दा दप्रे दप्रे गनी। व भनी क्यदा ठठीक। एक बड़प्रे क़बनीलप्रे कदा सरददार ं ै। उसप्रे संदाड।ँसनी
दप्रे तप्रे ंकए सरकदार भनी सगोच-ववचदार करप्रे गनी। ऊपर सप्रे दबदाव पड़प्रेगदा। रदाजननी त कप्रे
सदामनप्रेन्यदाय कगो कसौन पछतदाड ं ै। मदारप्रे ऊपर उलटप्रे मक़दमप्रेकददायर ंगो जदाय ंड।ँऔर
दं डकदारदी पसलसक बबठदा ददी जदाय, तगो आकचयद न ; ंनींककतनप्रेमज़प्रेसप्रे ंड।ँसनी-मज़दाक़ ंगो
ंदा थदा। अब तक डदामदा कदा आनन्द उठदातप्रे ंगोतप्रे। इस श ैतदान नप्रे आकर एक नयनी
ववपश्त्त खड़नी कर ददी, और ऐसदा जदान पड़तदा ं ै,बबनदा दगो-एक ख़नड ककयप्रेमदानप्रेगदा भनी
न ंनीं।

खन्नदा नप्रे मदालतनी कगो संटकदारदा-- दप्रे वनीजनी,आप तगो मभ ऐसदा लतदाड़ र ंनी ं ैं मदानगो
अपननी पदाण रक्षदा करनदा कगोई पदाप ं ै,पदाण कदा मगो पदाणनी-मदात मभ ंगोतदा ं ै और
म लगोगयों मभ भनी , तगो कगोई लज्जदा ककी बदात न ंनीं। आप मदारदी जदान इतननी
सस्तनी समझतनी ं ैं;य दप्रे खकर मझप्रेकखप्रेद ंगो ं ै। एक ज़दार कदा ंनी तगो मआमलदाक
तदा
ं ै। आपकप्रे पदास कप्रे एक ज़दार ं ैं,उसप्रे दप्रे कर क्ययों न ंनीं बबददा कर ?दप्रे तनींआप
मफ़्तक
ख़द क अपननी बप्रेईज़्ज़तनी करदा र ं ैं,इसमभ मदारदा क्यदा दगोष?
ंनी
रदाय सदा ब नप्रे गमद ंगोकर क --ंदा अगर इसनप्रे दप्रे वनीजनी कगो ंदाथ लगदायदा,तगो चदा
ंप्रे
मप्रेरदी लदाश य ंनीं तड़पनप्रे , लगप्रेम ैं उससप्रे सभड़ जदाऊड।ँ गदा। आणख़र व भनी आदमनी ंनी तगो
ं ै।
समरज़दा सदा ब नप्रे संदप्रे सप्रे ससर ह लदाकर --क रदाय सदा ब, आप अभनी इन सबयों

कप्रे समज़दाज सप्रेवदाकक़फ़ न ंनीं ं ैं। सं ैर करनदा शकड करप्रे गदा, तगो ककर ककसनी कगो

श्ज़ंददा न छगोड़प्रेगदा। इनकदा नशदानदा बप्रेखतदा ंगो ं ै।
तदा
सम. तंखदा बप्रेचदारप्रे आनप्रेवदालप्रेचनदावक ककी समस्यदा सलझनप्रेकआयप्रेथप्रे। दस-पदाड।ँच ज़दार

कदा वदारदा-न्यदारदा करकप्रे घर जदानप्रे कदा स्वप्न दप्रे ख र ंप्रे थप्रे। य ंदाड।ँ जनीवनकट मभ ंनीसं
पड़ गयदा। बगोलप्रे-- सबसप्रे सरल उपदाय व ंनी , जगो ै अभनी खन्नदाजनी नप्रे बतलदायदा। एक
ज़दार ंनी ककी बदात ं ैऔर ंकपए मसौजद ड ं ैं,तगो आप लगोग क्ययों इतनदा सगोच-ववचदार
कर र ंप्रे ? ं ैं

समस मदालतनी नप्रे तंखदा कगो तरस्कदार-भरदी आड।ँखयों सप्रे दप्रे खदा।

'आप लगोग इतनप्रे कदायर , य ैं म ैं न समझतनी थनी।'

'म ैं भनीय न समझतदा थदा कक आप कगो ंकपए इतनप्रेप्यदारप्रे ं ैंऔर व भनी मफ़्तक कप्रे' !

'जब आप लगोग मप्रेरदा अपमदान दप्रे ख सकतप्रे,तगो ं ैंअपनप्रे घर ककी श्स्तययों कदा अपमदान
भनी दप्रे ख सकतप्रे ?'ंयोंगप्रे

'तगो आप भनी प ैसप्रेकप्रे सलए अपनप्रेघर कप्रे पंकषयों कगो ंगोम करनप्रेमभसंकगोच न
करभ गनी।'

खदान इतननी दप्रे र तक झल्लदायदा ंकआ-सदा इन लगोगयों ककी धिगटवपट सनक र ंदा थदा। एकदा-
एक गरजकर बगोलदा -- अम अब नयनीं मदानप्रेगदा। अम इतननी दप्रे र य ंदाड।ँ ,खड़दा ं ै तमक लगोग
कगोई जवदाब न ंनींदप्रेतदा। (जप्रेब सप्रेसनीटदी नकदालकर) अम तमकगोक एक लम ंदा और दप्रे तदा ;
ं ैअगर तमक ंकपयदा न ंनींदप्रेतदा तगो अम सनीटदी बजदायप्रेगदा और अमदारदा पचनीस जवदान य ंदाड।ँ
आ जदायगदा। बस! ककर आड।ँखयों मभ पप्रेम ककी ज्वदालदा भरकर उसनप्रे समस मदालतनी कगो दप्रे खदा।

'तमक अमदारप्रे सदाथ चलप्रेगदा हदलददार! अम तम मंक ंदारप्रे ऊपर कफ़ददा ंगो जदायगदा। अपनदा
जदान तम मंक ंदारप्रे क़दमयों पर रख दप्रे गदा। इतनदा आदमनी तम मंक ंदारदा आसशक़ ं ै;
मगर कगोई सच्चदा आसशक़ न ंनीं। सच्चदा इकक़ क्यदा , ं ैअम हदखदा दप्रे गदा।
तम मंक ंदारदा इशदारदा पदातप्रे ंनी अम अपनप्रेसनीनप्रेमभखंजर चबदाक सकतदा ं ै।'

समरज़दा नप्रे घ घयदाकर क ंदा-- दप्रे वनीजनी,ख़ददाक कप्रे सलए इस मज़नीड कगो ंकपए दप्रे
ददीश्जए।

खन्नदा नप्रे ंदाथ जगोड़कर यदाचनदा मदारप्रे ऊपर दयदा करगो समस मदालतनी!
ककी--
रदाय सदा ब तनकर बगोलप्रे-- धिगदज़ न ंनीं। आज जगो ककछ ंगोनदा ं ै, ंगो जदानप्रे
ददीश्जयप्रे।
यदा तगो म ख़द क मर जदायगप्रे।ँड,यदा इन जदासलमयों कगो मप्रेशदा कप्रे सलए सबक़ दप्रे दभ गप्रे।

तंखदा नप्रे रदाय सदा ब कगो डदाड।ँट बतदायनी--शप्रेर ककी मदाड।ँद मभघसनदाक कगोई ब ंदादरदीक न ंनीं
ं ै। म ैंइसप्रेमखदतदाड समझतदा ंड।ं।ँ

मगर समस मदालतनी कप्रे मनगोभदाव ककछ और ंनी थप्रे। खदान कप्रे लदालसदापददीप्त नप्रेतयों नप्रे
उन म ंभआकवस्त कर हदयदा थदा और अब इस कदांड मभ उन म ंभ मनचलप्रेपन कदा आनन्द
आ र ंदा थदा। उनकदा हृदय ककछ दप्रे र इन नरप।ँग
ड वयोंंक कप्रे बनीच मभ र कर उनकप्रे बबदर
पप्रेम कदा आनन्द उठदानप्रेकप्रे सलए ललचदा र ंदा थदा। सशष्ट पप्रेम ककी दबदलतदाक और
नजनीवतदा कदा उन म ंभअनभवक ंगो चकदाक थदा। आज अक्खड़, अनघड़ पठदानयों कप्रे
उन्मत्त पप्रेम कप्रे सलए उनकदा मन दसौड़ र ंदा ,थदाज ैसप्रे संगनीत कदा आनन्द उठदानप्रे कप्रे
बदाद कगोई मस्त ंदाधिथययों ककी लड़दाई दप्रे खनप्रे कप्रे सलए दसौड़प्रे।

उन म ंयोंनप्रे खदाड।ँ सदा ब कप्रे सदामनप्रे जदाकर नकशंक भदाव --सप्रेतम मंकक ंभंदाकपयप्रेन ंनीं
समलभगप्रे।

खदान नप्रे ंदाथ बढ़दाकर क ंदा-- तगो अम तमकगोक लटड लप्रेजदायगदा।

'तमक इतनप्रेआदसमययों कप्रे बनीच सप्रे मभन ंनींलप्रेजदा सकतदा।'

'अम तमकगोक एक ज़दार आदसमययों कप्रे बनीच सप्रेलप्रेजदा सकतदा ं ै।'

'तमकगोक जदान सप्रे ंदाथ संगोनदा पड़प्रेगदा।'

'अम अपनप्रेमदाशडक़ कप्रे सलए अपनप्रेश्जस्म कदा एक-एक बगोटदी नचवदाक सकतदा ं ै।'

उसनप्रे मदालतनी कदा ंदाथ पकड़कर खनींचदा। उसनी वक़्त ंगोरदी नप्रे रप्रे कममभ क़दम रखदा।
व रदाजदा जनक कदा मदालदी बनदा ंकआ थदा और उसकप्रे असभनय नप्रेदप्रे ंदा तययों कगो
ंड।ँसदातप्रे- ंड।ँसदातप्रेलगोटदा हदयदा थदा। उसनप्रेसगोचदा मदासलक अभनी तक क्ययों न ंनींआयप्रे।
व भनी तगो आकर दप्रे खभकक दप्रे ंदातनी इस कदाम मभ ककतनप्रेककशल ंगोतप्रे ं ैं। उनकप्रे
यदार-दगोस्त भनी दप्रे खभ। क ैसप्रेमदासलक कगो बलदायप्रेक? व अवसर खगोज र ंदा थदा, और
ज्ययों ंनी मकलत समलदी, दसौड़दा ंकआ य ंदाड।ँआयदा; मगर य ंदाड।ँ कदा दृकय दप्रे खकर
भसौचक्कदा-सदा
खड़दा र गयदा। सब लगोग चप्पनीक ससदाप्रे,थर-थर कदाड।ँपतप्रे,कदातर नप्रेतयों सप्रे खदान कगो दप्रे ख
ंप्रेथप्रेऔर ख़दान मदालतनी कगो अपननी तरफ़ खनींच र ंदा थदा। उसककी स ज बववक नप्रे
पररश्स्थ त कदा अनमदानक कर सलयदा।

उसनी वक़्त रदाय सदा ब नप्रेपकदारदाक -- ंगोरदी, दसौड़कर जदा और ससपदाह ययों कगो बलदाक,
लदा जल्द दसौड़!

ंगोरदी पनीछप्रे मड़दाक थदा कक ख़दान नप्रेउसकप्रे सदामनप्रेबंदक़ड तदानकर डदाड।ँटदा -- क ंदाड।ँ जदातदा
ं ैसअरु, म गगोलदी मदार दप्रे गदा।

ंगोरदी ग।ँडवदार थदा। लदाल पगड़नी दप्रे खकर उसकप्रे पदाण नकल जदातप्रेथप्रे;लप्रेककन मस्त
सदाड।ँड़ पर लदाठठी लप्रेकर वपल पड़तदा थदा। व कदायर न थदा,मदारनदा और मरनदा दगोनयों
जदानतदा थदा; मगर पसलसक कप्रे थकंडयों कप्रे सदामनप्रेउसककी एक न चलतनी थनी। ब।ँसड ंप्रे-
ब।ँसड ंप्रेकसौन ककरप्रे , ररकवत कप्रे ंक पए क ंदाड।ँ सप्रे , बदाललदायप्रे-बच्चयों कगो ककस पर
छगोड़प्रे;मगर
जब मदासलक ललकदारतप्रे , तगो ैं ककर ककसकदा डर। तब तगो व मसौत कप्रे म।ँं
ड कमभभनी
कडद सकतदा ं ै। उसनप्रेझपटकर ख़दान ककी कमर पकड़नी और ऐसदा अड़ंगदा मदारदा कक
ख़दान चदारयों खदानप्रे धिचत्त ज़मनीन पर आ र ंप्रे और लगप्रे पकतयों मभ गदासलयदाड।ँ दप्रे नप्रे।
उनककी छदातनी पर चढ़ ब ैठदा और ज़गोर सप्रे ददाढ़दी पकड़कर खनींचनी। ददाढ़दी उसकप्रे ंदाथ मभ
गयनी। ख़दान नप्रेतरन्तक अपननी ककलदा उतदार संभककी और ज़गोर मदारकर खड़दा ंगो
गयदा।

अरप्रे ! य तगो समस्टर मप्रे तदा ं ैं। व ंनी! लगोगयों नप्रे चदारयों तरफ़ सप्रे मप्रे तदा कगो घप्रेर सलयदा।
कगोई उनकप्रे गलप्रे लगतदा,कगोई उनककी पनीठ पर थपककयदाड।ँ दप्रे तदा थदा और समस्टर मप्रेतदा कप्रे
चप्रेरप्रेपर न ंड।ँसनी थनी, न गवद;चपचदापक खड़प्रेथप्रे,मदानगो ककछ ंकआ ंनी न ंनीं।

मदालतनी नप्रे नक़लदी रगोष सप्रे क ंदा-- आपनप्रेय ब ंकडपपन क ंदाडस


।ँ नीखदा? मप्रेरदा हदल
अभनी तक संड़-संड़ कर र ंदा ं ै।

मप्रेतदा नप्रेमस्करदातप्रेक ंकए क ंदा -- ज़रदा इन भलप्रे आदसमययों ककी जवदाड।ँमददी ककी परदीक्षदा
लप्रेर ंदा थदा। जगो गस्तदाख़नीक ंकई ंगो, उसप्रे क्षमदा ककीश्जएगदा।

***
7

असभनय जब समदाप म त ंकआ, तगो सउर रं गशदालदा मभ संनषक-यज समदाप म त ंगो चकदाक
थदा और सदामदाश्जक प सन ककी त ैयदारदी ंगो र ंनी थनी ; मगर इन सज्जनयों कगो
उससप्रे
ववशप्रेष हदलचस्पनी न थनी। कप्रे वल समस्टर मप्रे तदा दप्रे खनप्रे गयप्रे और आहद सप्रे अंत त जमप्रे
र ंप्रे। उन म ंभ बड़दा मज़दा आ र ंदा थदा।- बनीच मभ तदासलयदाड।ँ बजदातप्रे थप्रे'ककरऔर क ंगो, ककर
क ंगो' कदा आग करकप्रे असभनप्रेतदाओं कगो पगोत्सदा न भनी दप्रे तप्रे जदातप्रे थप्रे।

रदाय सदा ब नप्रेइस प सन मभ एक मक़दमप्रेबदाज़क दप्रे ंदातनी ज़मनींददार कदा ख़दाकदा उड़दायदा थदा।
क नप्रे कगो तगो प सन थदा;मगर ककणदा सप्रेभरदा ंकआ। नदायक कदा बदात-बदात मभ क़दाननड
ककी संदारदाओंकदा उल्लप्रेख करनदा, पत्ननी पर कप्रेवल इससलए मक़दमदाक ददायर कर दप्रे नदा
कक उसनप्रेभगोजन त ैयदार करनप्रे मभ - सनीज़रदादप्रे र कर ददी,ककर वककीलयों कप्रे नख़रप्रे और दप्रे
ंदातनी गवदा ंयों ककी चदालदाककयदाड।ँ और , झदाड।ँसप्रेपलप्रेगवदा ंनी कप्रे सलए चट-पट त ैयदार ंगो
जदानदा;मगर इजलदास पर तलबनी कप्रे समय ख़बड मनदावन करदानदा और नदानदा पकदार कप्रे
फ़रमदाइशभकरकप्रे उल्लडबनदानदा, यप्रेसभनी दृकय दप्रे खकर लगोग ंड।ँसनी कप्रे मदारप्रे लगोटप्रे जदातप्रेथप्रे।
सबसप्रेसदरं ंक व दृकय थदा, श्जसमभ वककील गवदा ंयों कगो उनकप्रे
बयदान रटदा र ंदा थदा। गवदा ंयों कदा बदार-बदार भलभंडकरनदा, वककील कदा बबगड़नदा, ककर
नदायक कदा दप्रे ंदातनी बगोलदी मभ गवदा ंयों कगो समझदानदा और अंत मभ इजलदास पर गवदा ंयों
कदा बदल जदानदा,

ऐसदा सजनीव और सत्य थदा कक समस्टर मप्रे तदा उछलपड़प्रे और तमदाशदा समदाप्त ंगोनप्रे
पर नदायक कगो गलप्रे लगदा सलयदा और सभनी नटयों कगो एक-एक मप्रेडल दप्रे नप्रे ककी घगोषणदा
ककी। रदाय सदा ब कप्रे प त उनकप्रे मन मभ धशदा कप्रे भदाव जदाग उठप्रे । रदाय सदा ब स्टप्रे ज कप्रे
पनीछप्रे डदामप्रे कदा संचदालन कर र ंप्रे थप्रे।

मप्रेतदा दसौड़कर उनकप्रे गलप्रेसलपट गयप्रेऔर मग मसंक ंगोकर बगोलप्रे-- आपककी दृश्ष्ट
इतननी प ैननी , इसकदा ै मझप्रेअ
क नकमदान न थदा।

दसरप्रेड हदन जलपदान कप्रे बदाद सशकदार कदा पगोगदाम थदा। व ंनींककसनी नददी कप्रे तट पर
बदाग़ मभ भगोजन बनप्रे,ख़बड जल-क्रकीड़दा ककी जदाय और शदाम कगो लगोग घर आय।ंड।ँ दप्रे
ंदातनी जनीवन कदा आनंद उठदायदा जदाय। श्जन मप्रे मदानयों कगो ववशप्रेष कदाम,व थदातगो
बबददा ंगो गयप्रे,कप्रे वल वप्रे ंनी लगोग बच र ंप्रे श्जनककी रदाय सदा ब सप्रे घतदानष्थनी।ट
समसप्रेज़ खन्नदा कप्रे ससर मभ ददद,न जदाथदा सककीं,और संपदादकजनी इस मंडलदी सप्रे जलप्रे
ंकए थप्रेऔर इनकप्रे ववद्
क सं एक लप्रेख-मदालदा नकदालकर इनककी ख़बर लप्रेनप्रे कप्रे ववचदार
मभ मग्न थप्रे। -कप्रेसब-सब छटप्रे ंकए गडभंक ं ैं। रदाम कप्रे प ैसप्रेउड़दातप्रे ं ैंऔर मछयोंंड पर
तदाव दप्रे तप्रे ं ैं। द ंकनयदा मभ क्यदा ंगो र ंदा ं ै,इन म ंभ क्यदा ख़बर। इनकप्रे पड़गोस मभ
कसौन
मर र ंदा ं ै,इन म ंभ क्यदा परवदा। इन म ंभ तगो अपनप्रे-ववलदासभगोग सप्रे कदाम ं ै। य
मप्रे, तदा
जगो कफ़लदासफ़र बनदा ककरतदा ं ै,उसप्रेय ंनी संनक ं ैकक जनीवन कगो संपणदब
ड नदाओ।
ंनीनप्रे मभ एक ज़दार मदार लप्रेगो, तप्रेम मंक ंभ अश्ख़्तयदार ं ै ,जनीवन कगो संपणदब
ड नदाओ यदा
पररपणदब ड नदाओ। श्जसकगो य कफ़क्र दबदायप्रेडदालतनी ं ैकक लड़कयों कदा ब्यदा क ैसप्रे गो,
यदा बनीमदार स्तनी कप्रे सलए व ैद्य क ै सप्रे आएड।ँ यदा अब ककी घर कदा ककरदायदा ककसकप्रे घर
सप्रे आएगदा,व अपनदा जनीवन क ैसप्रेसंपणदब ड नदायप्रे! छडटप्रे सदाड।ँड़ बनप्रेदसरयोंंड कप्रे खप्रेत मभ
म।ँं
ड कमदारतप्रेककरतप्रे ंगो और समझतप्रे ंगो संसदार मभ सब सखनीक ं ैं।तम मंक ंदारदी आड।ँखभतब खलभगनीक,
जब क्रदांत ंगोगनी और तमसप्रेकक ंदा जदायगदा -- बचदा, खप्रेत मभ चलकर ल जगोतगो। तब
दप्रे खभ,तम मंक ंदारदा जनीवन क ैसप्रेसंपणद ड ंगोतदा ं ै। और व जगो ं ैमदालतनी, जगो
त्तर घदाटयों कदा पदाननी पनीकर भनी समस बननी ककरतनी ं ै! शदाददी न ंनीं करप्रे गनी,इससप्रे
जनीवन बंसंन मभ पड़ जदातदा,और ै बंसंन मभ जनीवन कदा परदाड ववकदास न ंनीं ंगोतदा।
बस जनीवन कदा परदाड ववकदास इसनी मभ ं ैकक द ंकनयदा कगो लटप्रेड जदाओ और
नदवंदणव ववलदास ककयप्रे जदाओ! सदारप्रे बंसंन तगोड़, संमददगो और समदाज कगो
गगोलदी मदारगो,जनीवन कप्रे कतदव्ययोंकगो पदास न संटकनप्रे दगो,बस तम मंक ंदारदा जनीवन
संपणद ड ंगो गयदा। इससप्रे ज़्यदाददा आसदान और क्यदा ंगोगदा। मदाड।ँ-बदाप सप्रे न ंनीं
पटतनी,उन म ंभ संतदा बतदाओ;शदाददी मत करगो, य बंसंन ; ं ैबच्चप्रे ंयोंगप्रे,य मगो पदाश
ं ै; मगर ट ै क्स क्ययों दप्रे तप्रे? ंगो
क़दाननड भनी तगो बंसंन ं ै,उसप्रे क्ययों न ंनीं तगोड़तप्रे?उससप्रे क्ययोंकन्ननी कदाटतप्रे ंगो। जदानतप्रे
न कक क़दाननड ककी ज़रदा भनी अवजदा ककी और बप्रेडड़यदाड।ँपड़ जदायगनी।ंड।ँ बस व ंनी बंसंन
तगोड़गो, श्जसमभ अपननी भगोग-सलप्सदा मभ बबदादा न ंनीं पड़तनी। रस्सनी कगो सदाड।ँप बनदाकर

पनीटगो और तनीस मदारखदाड।ँबनगो। जनीतप्रेसदाड।ँप कप्रे पदास जदाओ ंनी क्ययों व संडकदार भनी
मदारप्रे गदा तगो,ल रभ आनप्रे लगभ गनी।आतप्रेउसप्रेदप्रेखगो,तगो दमक दबदाकर भदागगो। य तम मंक ंदारदा
सम्पणदज
ड नीवन ं ै!

आठ बजप्रे सशकदार-पदाटदी चलदी। खन्नदा नप्रे कभनी सशकदार न खप्रेलदा ,थदाबंदक़ड ककी
आवदाज़ सप्रे कदाड।ँपतप्रे;लप्रेककनथप्रे समस मदालतनी जदा र ंनी थनीं,व क ै सप्रे ंकक सकतप्रे थप्रे।
समस्टर तंखदा कगो अभनी तक एलप्रेक्शन कप्रे ववषय मभ बदातचनीत करनप्रेसरकदा नअव समलदा
थदा। शदायद व ंदाड।ँ व अवसर समल जदाय। रदाय सदा ब अपनप्रे इस इलदाक़प्रे मभ ब ंकत हदनयों
सप्रेन ंनींगयप्रेथप्रे। व ंदाड।ँकदा रं ग-ढं ग दप्रे खनदा चदा तप्रे थप्रे।- कभंनीनी इलदाक़प्रे
मभ आनप्रे-जदानप्रे सप्रे आदसमययों सप्रे एक संबंसं भनी ंगो जदातदा ं ै और रगोब भनी र तदा ं ै।
कदारकडन और प्यदादप्रे भनी सचप्रेत र तप्रे ं ैं।

समरज़दा खशकप्रेद कगो जनीवन कप्रे नयप्रेअनभवक पदाप्त करनप्रेकदा शसौक़ थदा, ववशप्रेषकर ऐसप्रे,
श्जनमभ ककछ सदा स हदखदानदा पड़प्रे।

समस मदालतनी अकप्रे लप्रे क ै सप्रे र तनीं। उन म ंभ तगो रससकयों कदा जमघट चदाह ए।

कप्रे वल समस्टर मप्रे तदा सशकदार खप्रेलनप्रे कप्रे सच्चप्रे उत्सदा सप्रे जदा र ंप्रे थप्रे।

रदाय सदा ब ककी इच्छदा तगो थनी कक भगोजन ककी सदामगनी, रसगोईयदा, क ंदार,
णख़दमतगदार, सब सदाथ चलभ ,लप्रेककन समस्टर मप्रे तदा नप्रे उसकदा ववररगो ककयदा।

खन्नदा नप्रे क ंदा-- आणख़र व ंदाड।ँभगोजन करभ ग यदा भखयोंंड मरभ ग?

मप्रे तदा नप्रे जवदाब हदयदा-- भगोजन क्ययों न करभ गप्रे,लकन आज म लगोग ख़द क अपनदा
सदारदा कदाम करभ गप्रे। दप्रे खनदा तगो चदाह ए कक नसौकरयों कप्रे मबग़ ैरश्ज़न्ददा र सकतप्रे ं ैं
यदा न ंनीं। समस मदालतनी पकदायगनीड ।ँ और म लगोग खदायगप्रे।ंड।ँ दप्रे ंदातयों मभ ंदाडड
।ँ डयदाड।ँऔर
पत्तल समल ंनी जदातप्रे , और ैं सईन ककी कगोई कमनी न ंनीं। सशकदार म करभ गप्रे ंनी।

मदालतनी नप्रे धिगलदा ककयदा-- क्षमदा ककीश्जए। आपनप्रे रदात मप्रेरदी क़लदाई इतनप्रे ज़गोर सप्रे
पकड़नी कक अभनी तक ददद ंगो र ंदा ं ै।

'कदाम तगो म लगोग करभ गप्रे,आप कप्रे वल बतदातनी जदाइएगदा।'

समरज़दा खशकदप्रे बगोलप्रे-- अजनी आप लगोग तमदाशदा दप्रे खतप्रे रह एगदा,म ैं सदारदा इंतज़दाम कर
दंडगदा।ं।ँ बदात ंनी कसौन-सनी ं ै। जंगल मभ ंदाड।ँडनी और बतदन ढंडढ़नदा।ँ ह मदाक़त ं ै।
रन कदा सशकदार ककीश्जए, भडनए, खदाइए, और व ंनीं दरख़्त कप्रे सदायप्रे मभ खरदादटप्रे
लदीश्जए। य ंनी पस्तदाव स्वनीक त ंकआ।

दगो मगोटरभ चलदीं। एक समस मदालतनी डदाइव कर र ंनी, दथनींसरदीड ख़द क रदाय सदा ब।
कगोई बनीस-पचनीस मनील पर प ंदाड़नी पदांत शकड ंगो गयदा। दगोनयों तरफ़ ऊड।ँचनी
पवदतमदालदा दसौड़नी चलदी आ र ंनी थनी। सड़क भनी पभ चददार ंगोतनी जदातनी थनी। ककछ दरू
ककी चढ़दाई कप्रे बदाद एकदाएक ढदाल आ गयदा और मगोटर ननीचप्रेककी ओर चलदी। दरू
सप्रेनददी कदा पदाट नज़र
आयदा, ककसनी रगोगनी ककी भदाडत
।ँ दबदलक, नस्पंद कगदार पर एक घनप्रेवटवक्ष ृ ककी छदाड।ँ
मभ कदारभ रगोक ददी गयनींऔर लगोग उतरप्रे । य सलदा ंकई कक दगो-दगो ककी टगोलदी बनप्रे
और सशकदार खप्रेलकर बदार बजप्रे तक य ंदाड।ँ आ जदाय। समस मदालतनी मप्रे तदा कप्रे सदाथ
चलनप्रेकगो त ैयदार ंगो गयनीं। खन्नदा मन मभ ऐंठकर र गयप्रे। श्जस ववचदार सप्रे आयप्रे
थप्रे,उसमभ ज ैसप्रे पंचर ; ंगोअगयदार जदानतप्रे,मदालतनी दग़दा दप्रे गनी,तगो घर लसौट जदातप्रे;
लप्रेककन रदाय सदा ब कदा सदाथ उतनदा रगोचक न ंगोतप्रे ंकए भनी बरदाक न थदा। उनसप्रे
ंकत-सनी मआमलप्रेकककी बदात करननी थनीं। खशकदप्रे और तंखदा बच र ंगो। उनककी टगोलदी
बननी-बनदायनी थनी। तनीनयों टगोसलयदाड।ँ एक-एक तरफ़ चल ददीं।

ककछ दरू तक पथरदीलदी पगडंडनी पर मप्रेतदा कप्रे सदाथ चलनप्रेकप्रे बदाद मदालतनी नप्रेक ंदा
तमक तगो चलप्रे ंनी जदातप्रे ंगो। ज़रदा दम लप्रेलप्रेनप्रेदगो।

मप्रेतदा मस्करदायप्रेक-- अभनी तगो म एक मनील भनी न ंनीं आयप्रे। अभनी सप्रे थक ?गयनीं

'थककीं न ; ंनींलप्रेककन क्ययोंन ज़रदा दम लप्रे लगो।'

'जब तक कगोई सशकदार ंदाथ न आ जदाय, मभ आरदाम करनप्रे कदा अधधिकदार न' ंनीं।

'म ैं सशकदार खप्रेलनप्रे न आयनी' थनी।

मप्रे तदा नप्रे अनजदान बनकर क --ंदा अच्छदा य म ैं न जदानतदा थदा। ककर क्यदा करनप्रे
आयनी थनीं?

'अब तमसप्रेक्
क यदा बतदाऊड।ँ।'

रनयों कदा एक झडंंक चरतदा ंकआ नज़र आयदा। दगोनयों एक चटदान ककी आड़ मभ छप
गयप्रेऔर नशदानदा बदाड।ँसंकर गगोलदी चलदायनी। नशदानदा ख़दालदी गयदा। झडंंक भदाग नकलदा।

मदालतनी नप्रेपछदाड -- अब?

'ककछ न ंनीं,चलगो ककर कगोई सशकदार समलप्रेगदा।'


दगोनयों ककछ दप्रे र तक चपचदापक चलतप्रेर ंप्रे। ककर मदालतनी नप्रेज़रदा ंकककर क ंदा --
गमनी कप्रे मदारप्रे बरदाक ंदाल ंगो र ंदा ं ै। आओ, इस वक्ष ृ कप्रे ननीचप्रेब ैठ जदाय।ंड।ँ'

'अभनी न ंनीं। तमक ब ैठनदा चदा ंगो, तगो ब ैठगो। म ैं तगो न ंनीं ब ैठतदा।'
तनी

'बड़प्रे ंगो तम,क सच क ंड।'ं।ँ


नददयनी तनी

'जब तक कगोई सशकदार न समल जदाय, म ैं ब ैठ न ंनीं सकतदा।'

'तब तगो तमक मझप्रेकमदार ंनी डदालगोगप्रे। अच्छदा बतदाओ; रदात तमनप्रेकमझप्रेकइतनदा क्ययों
सतदायदा? मझप्रेकतम मंक ंदारप्रे ऊपर बड़दा कक्रगो आ र ंदा थदा। यदाद , ं ैतमनप्रेकमझप्रेकक्यदा क
ंदा थदा? तमक मदारप्रे सदाथ चलप्रेगदा हदलददार? म ैं न जदानतनी ,थनीतमक इतनप्रेशरदीर ंगो।
अच्छदा, सच क नदा, तमक उस वक़्त मझप्रेकअपनप्रेसदाथ लप्रेजदातप्रे?'

मप्रे तदा नप्रे कगोई जवदाब न हदयदा,मदानगो सनदाक ंनी न ंनीं। दगोनयों ककछ दरू चलतप्रेर ंप्रे।
एक तगो जप्रेठककी संपड, दसरप्रेड पथरदीलदा रदास्तदा। मदालतनी थककर ब ैठ गयनी।

मप्रे तदा खड़प्रे-खड़प्रे बगोलप्रे-- अच्छठी बदात ं ै,तमक आरदाम कर लगो। म ैंय ंनींआ जदाऊड।ँगदा।

'मझप्रेकअकप्रेलप्रेछगोड़कर चलप्रेजदाओगप्रे?'

'म ैंजदानतदा ंड,त।ँमक अपननी रक्षदा कर ंगो।'


सकतनी

'क ै सप्रे जदानतप्रे?' ंगो

'नयप्रेयगक ककी दप्रे ववययों ककी य ंनी ससफ़त ं ै। व मदद कदा आशय न ंनीं चदा
,तनींउससप्रे कं संदा समलदाकर चलनदा चदा तनी 'ं ैं।

मदालतनी नप्रेझभपतप्रे ंकए क ंदा -- तमक कगोरप्रे कफ़लदासफ़र ंगो मप्रेतदा, सच। सदामनप्रेवक्ष ृ पर
एक मगोर ब ैठदा ंकआ थदा। मप्रेतदा नप्रे नशदानदा ससदादा और बंदक़ड चलदायनी। मगोर उड़ गयदा।
मदालतनी पसन्न
ंगोकर बगोलदी --
ब ंकत अच्छदा
ंकआ। मप्रेरदा शदाप पड़दा।
मप्रेतदा नप्रेबंदक़ड कंसंप्रेपर रखकर क ंदा -- तमनप्रेकमझप्रेकन ंनीं,अपनप्रे आपकगो शदाप
हदयदा। सशकदार समल जदातदा, तगो म ैंतम मंक ंभदस समनट ककी मकलत दप्रे तदा। अब
तगो तमकगोक फ़सौरन चलनदा पड़प्रेगदा।

मदालतनी उठकर मप्रेतदा कदा ंदाथ पकड़तनी ंकई बगोलदी -- कफ़लदासफ़रयों कप्रे शदायद हृदय
ंनीं ंगोतदा। तमनप्रेकअच्छदा ककयदा, वववदा न ंनीं ककयदा। उस ग़रदीब कगो मदार ंनी डदालतप्रे;
मगर म ैंययों न छगोड़ड।ँगनी। तमक मझप्रेकछगोड़कर न ंनींजदा सकतप्रे।

मप्रेतदा नप्रेएक झटकप्रे सप्रे ंदाथ छकड़दा सलयदा और आगप्रेबढ़प्रे ।

मदालतनी सजलनप्रेत ंगोकर बगोलदी-- म ैंक तनी ंड,मत।ँ जदाओ। न ंनीं म ैं इसनी चटदान पर
ससर पटक दंडगनी।ं।ँ

मप्रे तदा नप्रे तप्रेज़नी क़दमसप्रे बढ़दायप्रे। मदालतनी उन म ंभ दप्रे खतनी र ंनी। जब व बनीस क़दम
नकल गयप्रे,तगो झ।ँझ
ड लदाकरु उठठी और उनकप्रे पनीछप्रे दसौड़नी। अकप्रेलप्रेववशदाम करनप्रेमभ
कगोई आनंद न थदा।

समनीप आकर बगोलदी -- म ैंतम मंक ंभइतनदा पशकन समझतनी थनी।

'म ैंजगो ह रन मदाडड।ँगदा, उसककी खदाल तम मंक ंभभभट क।ँड गदा।' 'खदाल

जदाय भदाड़ मभ । म ैंअब तमसप्रेकबदात न क।ँड गनी।'

'क ंनीं म लगोगयों कप्रे ंदाथ ककछ न लगदा और दसरयोंंड नप्रेअच्छप्रे सशकदार मदारप्रे तगो मझप्रेक
बड़नी झभप ंगोगनी।'

एक चसौड़दा नदालदा म।ँसड ंक ैलदायप्रेबनीच मभ खड़दा थदा। बनीच ककी चटदानभ उसकप्रे ददाड।ँतयों सप्रे लगतनी
थनीं। संदार मभ इतनदा वप्रेग थदा कक ल रभ उछलदी पड़तनी थनीं। सयदम
ड ध्यदाह्न पर
प ंकड।ँचदा थदा और उसककी प्यदासनी ककरणभ जल मभ क्रकीड़दा कर र ंनी थनीं।

मदालतनी नप्रे पसन्न ंगोकर क ंदा-- अब तगो लसौटनदा पड़दा।

'क्ययों? उस पदार चलभगप्रे। य ंनीं तगो सशकदार समलभगप्रे।'


'संदारदा मभ ककतनदा वप्रेग ं ै। म ैं तगो ब ' जदाऊड।ँ गनी।

'अच्छठी बदात ं ै। तमक य ंनींब ैठगो, म ैंजदातदा ंड।'ं।ँ

' ंदाड।ँआप जदाइए। मझप्रेकअपननी जदान सप्रेब ैर न ंनीं ं ै।'

मप्रेतदा नप्रेपदाननी मभ क़दम रखदा और पदाड।ँव ससदातप्रे ंकए चलप्रे। ज्ययों-ज्ययों आगप्रे जदातप्रे , थप्रे पदाननी
ग रदा ंगोतदा जदातदा थदा। य ंदाड।ँ तक कक छदातनी तक आ गयदा। मदालतनी सअनीर ंगो उठठी।
शंकदा सप्रे मन चंचल ंगो उठदा। ऐसनी ववकलतदा तगो उसप्रे कभनी न ंगोतनी थनी।

ऊड।ँ चप्रेर स्वमभ बगोलदी-- पदाननी ग रदा ं ै। ठ र जदाओ,म ैंभनी आतनी ंड।ं।ँ

'न ंनीं-न ंनीं,तमक ककसल जदाओगनी। संदार तप्रेज़ ं ै।'

'कगोई रज़ न ंनीं,म ैंआ र ंनी ंड।ं।ँआगप्रेन बढ़नदा, ख़बरददार।'

मदालतनी सदाड़नी ऊपर चढ़दाकर नदालप्रे मभ प ैठठी। मगर दस ंदाथ- आतप्रे पदाननी उसककी
कमर तक आ गयदा। मप्रे तदा घबड़दायप्रे। दगोनयों ंदाथ सप्रेप्रेलसौटउ जदानप्रेकगो क तप्रे ंकए बगोलप्रे --
तमक य ंदाड।ँमत आओ मदालतनी! य ंदाडत
।ँ म मंक ंदारदी गददन तक पदाननी ं ै।

मदालतनी नप्रे एक क़दम और आगप्रे बढ़कर क --ंदा ंगोनप्रेदगो। तम मंक ंदारदी य ंनी
इच्छदा ं ै कक म ैं मर जदाऊड।ँ,तगोतम मंक ंदारप्रे पदास ंनी म।ँग
ड नी।

मदालतनी पप्रेट तक पदाननी मभ थनी। संदार इतननी तप्रेज़ थनी कक मदालमड ंगोतदा थदा,
क़दम उखड़दा। मप्रे तदा लसौट पड़प्रे और मदालतनी कगो एक ंदाथ सप्रे पकड़ सलयदा।

मदालतनी नप्रे नशनीलदी आड।ँखयों मभ रगोष भरकर-- कम ैंनप्रेदातम मंक ंदारप्रे -ज ैसप्रे बप्रेददद आदमनी कभनी
न दप्रे खदा थदा। बबल्ककल पत्थर ंगो। ख़ ैर, आज सतदा लगो, श्जतनदा सतदातप्रे बनप्रे;म ैं भनी
कभनी समझंडगनी।ं।ँ

मदालतनी कप्रे पदाड।ँव उखड़तप्रे ंकए ंकए। बंदक़ड स।ँभ


ड दालतनी ंकई उनसप्रेधिचमट
मदालमड व
गयनी।
मप्रे तदा नप्रे आकसनवदा दप्रे तप्रे ंकए क ंदा -- तमक य ंदाड।ँखड़नी न ंनींर सकतनी। म ैंतम मंक
ंभ अपनप्रेकंसंप्रेपर बबठदायप्रेलप्रेतदा ंड।ं।ँ

मदालतनी नप्रेभकक ृ टदी टप्रे ढ़दी करकप्रे क ंदा -- तगो उस पदार जदानदा क्यदा इतनदा ज़डरदी ं ै?

मप्रेतदा नप्रेककछ उत्तर न हदयदा। बंदक़ड कनपटदी सप्रेकं संप्रे पर दबदा लदी और मदालतनी कगो
दगोनयों ंदाथयों सप्रे उठदाकर कं संप्रे पर ब ैठदा सलयदा।

मदालतनी अपननी पलकक छपदा ंकई बगोलदी -- अगर कगोई दप्रे ख लप्रे?
कगो तनी

'भय तगो लगतदा ं ै।'

दगो पग कप्रे बदाद उसनप्रे ककण स्वर मभ --क अच्छदा बतदाओ, म ैंय ंनींपदाननी मभ डडब
जदाऊड।ँ,तगो तम मंक ंभरंज ंगो यदा न ंगो? म ैं तगोसमझतनी ंड,त।ँम मंक ंभबबलककल रं ज न
ंगोगदा।

मप्रे तदा नप्रे आ त स्वर सप्रे क-- ंदातमक समझतनी ंगो, म ैंआदमनी न ंनीं ंड?ं।ँ

'म ैंतगो य ंनी समझतनी ंड,क्ययों।ँ छपदाऊड।ँ' ।

'सच क तनी ंगो मदालतनी?'

'तमक क्यदा समझतप्रे ंगो?'

'म ैं! कभनी बतलदाऊड।ँ' गदा।

पदाननी मप्रे तदा कप्रे गददन तक आ गयदा। क ंनीं अगलदा क़दम उठदातप्रेनीससर तक न
जदाय। मदालतनी कदा हृदय संक-संक करनप्रे लगदा। बगोलदी,मप्रे तदा,ईक वर कप्रे सलए
अब आगप्रे मत जदाओ,न ंनीं,म ैंपदाननी मभ कडद पड़ड।ँगनी।

उस संकट मभ मदालतनी कगो रईकयदादव आयदा, श्जसकदा व मज़दाक़ उड़दायदा करतनी थनी।
जदानतनी थनी, ईक वर क ंनीं ब ैठदा न ंनीं ं ै जगो आकर उन म ंभ उबदार;लप्रेककनलप्रेगदामन
कगो श्जस अवलंबन और शश्कम तककी ज़डरत थनी, व और क ंदाड।ँ समल सकतनी थनी।
पदाननी कम ंगोनप्रे लगदा थदा।
मदालतनी नप्रे पसन्न ंगोकर क ंदा-- अब तमक मझप्रेउ
क तदार दगो।

'न ंनीं-न ंनीं,चपचदापक ब ैठठी र ंगो। क ंनींआगप्रेकगोई गढ़दा समल जदाय।'

'तमक समझतप्रे ंगोगप्रे,य ककतननी स्वदाधिथदननी 'ं ै।

'मझप्रेकइसककी मज़दरदीड दप्रे दप्रे नदा।' मदालतनी कप्रे मन

मभ गदगकददीक ंकई।

'क्यदा मज़दरदीड लगोगप्रे?'

'य ंनी कक जब तम मंक ंभजनीवन मभ ऐसदा ंनी कगोई अवसर आय तगो मझप्रेकबलदाक
लप्रेनदा।'

ककनदारप्रे आ गयप्रे। मदालतनी नप्रे रप्रे त पर अपननी सदाड़नी कदा पदाननी नचगोड़दा,जतप्रेडकदा पदाननी
नकदालदा, म।ँं ड क- ंदाथ संगोयदा; पर यप्रे शब्द अपनप्रे र स्यमय आशय कप्रेथ सदाउसकप्रे
सदामनप्रे नदाचतप्रे र ंप्रे।

उसनप्रेइस अनभवक कदा आनंद उठदातप्रे ंकए क ंदा -- य हदन यदाद र ंप्रेगदा।

मप्रेतदा नप्रेपछदाड -- तमक ब ंकत डर र ंनी थनीं?

'प लप्रे तगो डरदी;लप्रेककन ककर मझप्रेव


क वकवदास ंगो गयदा कक तमक म दगोनयों ककी रक्षदा
कर सकतप्रे ंगो।'

मप्रे तदा नप्रे गवद सप्रे मदालतनी कगो --दप्रे खदाइनकप्रे मखक पर पररशम ककी लदालदी कप्रे सदाथ
तप्रेज थदा।

'मझप्रेकय सनकरु ककतनदा आनंद आ र ंदा ं ै,तमक य समझ सकगोगनी


मदालतनी?'

'तमनप्रेकसमझदायदा कब। उलटप्रे और जंगलयों मभ घसनीटतप्रेककरतप्रे ंगो ; और अभनी ककर


लसौटतनी बदार य ंनी नदालदा पदार करनदा पड़प्रेगदा। तमनप्रेकक ैसनी आफ़त मभ जदान डदाल ददी।
मझप्रेकतम मंक ंदारप्रे सदाथ र नदा पड़प्रे,तगो एक हदन न पटप्रे ।'
मप्रेतदा मस्करदायप्रे।ंक इन शब्दयों कदा संकप्रेत ख़बड समझ र ंप्रेथप्रे।

'तमक मझप्रेकइतनदा दष मंकट समझतनी ंगो! और जगो म ैंक ंडकक।ँ तमसप्रेकपप्रेम करतदा ंड।ं।ँ
मझसप्रेकवववदा करगोगनी?'

'ऐसप्रे कदाठ-कठगोर सप्रे कसौन वववदा करप्रे गदा! रदात-हदन जलदाकर मदार डदालगोगप्रे।'

और समरु नप्रेतयों सप्रेदप्रेखदा, मदाननी क र ंगो -- इसकदा आशय तमक ख़बड समझतप्रे
ंनी
ंगो। इतनप्रेबबडकन ंनीं ंगो।

मप्रे तदा नप्रे ज ैसप्रे सचप्रेत ंगोकर-- कतमकदा सच क तनी ंगो मदालतनी। म ैंककसनी
रमणनी
कगो पसन्न न ंनींरख सकतदा। मझसप्रेककगोई स्तनी पप्रेम कदा स्वदाड।ँग न ंनीं कर सकतनी। म ैं इसकप्रे
अंतस्तल तक प ंकड।ँच जदाऊड।ँगदा। ककर मझप्रेकउससप्रेअकधिच ंगो जदायगनी।

मदालतनी कदाड।ँप उठठी। इन शब्दयों मभ ककतनदा सत्य थदा। उसनप्रेपछदाड -- बतदाओ, तमक
क ैसप्रेपप्रेम सप्रेसत
ं ष मंकट ंगोगप्रे?

'बस य ंनी कक जगो मन मभ , वगो ंनी मखक पर ंगो! मप्रेरप्रेसलए रं ग-ंडप और ंदाव-
भदाव और नदाज़गो-अंददाज़ कदा मल्यड इतनदा ंनी ं ै; श्जतनदा ंगोनदा चदाह ए। म ैं व
भगोजन चदा तदा ंड,श्जससड़आत्मदा ककी तश्प मं ृत ंगो। उत्तप्रेजक और शगोषक पददाथगो
ककी मझप्रेक ज़डरत न ंनीं।'

मदालतनी नप्रेओठ ससकगोड़कर ऊपर सदाड।ँस खनींचतप्रे ंकए क ंदा -- तमसप्रेक क गोई पप्रेश न
पदायप्रेगदा। एक ंनी घदाघ ंगो। अच्छदा बतदाओ,मप्रेरप्रेववषय मभ तम मंक ंदारदा क्यदा ख़यदाल
ं ै?

मप्रेतदा नप्रेनटखटपन सप्रेमस्करदाकर क ंदा -- तम सब कछ कर सकतनी ंगो,


ंक ंक ंक
बद्ंकधधिमतनी ंगो, चतरु ंगो, प ंगो, दयदालक ंगो, चंचल , ंगो,
तभदावदान ंगोस्वदासभमदा त्यदाग
ननी
कर सकतनी ंगो; लप्रेककन पप्रेम न ंनीं कर सकतनी।
मदालतनी नप्रे प ैननी दृश्ष्सप्रेट तदाककर क ंदा-- झठप्रे ंगो तम, बबलकल झठप्रे । मझप्रे
ंड ंक ंक ंड ंक
तम मंक ंदारदा ददावदा नस्सदार मदालमड ंगोतदा ं ैकक नदारदी-हृदय तक प ंडच
।ँ जदातप्रे
य तमक
ंक
ंगो।
दगोनयों नदालप्रे कप्रे ककनदारप्रे -नदारप्रे चलप्रेजदा र ंप्रेथप्रे। बदार बज चकप्रेक थप्रे;पर अब मदालतनी
कगो न ववशदाम ककी इच्छदा थनी, न लसौटनप्रे ककी। आज कप्रे संभदाषण मभ उसप्रे एक ऐसदा
आनंद आ र ंदा थदा,जगो उसकप्रे सलए बबलककल नयदा थदा। उसनप्रेककतनप्रे ंनी ववद् वदानयों
और नप्रेतदाओंकगो एक मस्कदानक मभ ,एक धिचतवन मभ ,एक रसनीलप्रेवदाक्य मभ उल्ल ंड
बनदाकर छगोड़ हदयदा थदा। ऐसनी बदालडककी ददीवदार पर व जनीवन कदा सआदार न ंनींरख
सकतनी थनी। आज उसप्रे व कठगोर,ठगोस, पत्थर-सनी भसमड समल गयनी थनी, जगो संदावड़यों
सप्रे धिचनगदाररयदाड।ँ नकदाल र ंनी थनी और उसककी कठगोरतदा उसप्रे उत्तरगोत्तर मगो लप्रेतनी
थनी।

संदाय ंड।ँककी आवदाज़ ंकई। एक लदालसर नदालप्रे पर उड़दा जदा र ंदा थदा। मप्रे तदा नप्रे नशदानदा
मदारदा। धिचडड़यदा चगोट खदाकर भनी ककछ दरू उड़नी, ककर बनीच संदार मभ धिगर पड़नी और ल
रयों कप्रे सदाथ ब नप्रे लगनी।

'अब?'

'अभनी जदाकर लदातदा ंड।ं।ँजदातनी क ंदाड।ँं ै?'

क नप्रेकप्रे सदाथ व रप्रे त मभ दसौड़प्रेऔर बंदक़ड ककनदारप्रे पर रख गड़दाप सप्रेपदाननी मभ कडद पड़प्रे और
ब ंदाव ककी ओर त ैरनप्रे ;लगप्रेमर सआ मनील तक परदाड ज़गोर लगदानप्रे
पर भनी धिचडड़यदा न पदा सकप्रे । धिचडड़यदा मर कर भनी ज ैसप्रे उड़नी जदा र ंनी थनी।

स सदा उन म ंयोंनप्रे दप्रे खदा,एक यवतनीक ककनदारप्रे ककी एक झगोपड़नी सप्रे नकलदी, धिचडड़यदा
कगो ब तप्रेदप्रेखकर सदाड़नी कगो जदाड।ँघयों तक चढ़दायदा और पदाननी मभ घसक पड़नी।

एक क्षण मभ उसनप्रेधिचडड़यदा पकड़ लदी और मप्रेतदा कगो हदखदातनी ंकई बगोलदी -- पदाननी
सप्रे नकल जदाओ बदाबजनीड, तम मंक ंदारदी धिचडड़यदा य ं ै।

मप्रेतदा यवतनीक ककी चपलतदा और सदा स दप्रे खकर मग मसंक ंगो गयप्रे। तरं तक ककनदारप्रे ककी
ओर ंदाथ चलदायप्रेऔर दगो समनट मभ यवतनीक कप्रे पदास जदा खड़प्रे ंकए। यवतनीक कदा रं ग
थदा तगो कदालदा और व भनी ग रदा, कपड़प्रेब ंकत ंनी म ैलप्रेऔर संड ड़ आभषणड कप्रे नदाम
पर कप्रे वल ंदाथयों मभ -ददगोमगोटदी चडड़यदाड।ँंड,ससर कप्रे बदाल उलझप्रे अलग-लग। मखक-
मंडल कदा कगोई भदाग ऐसदा न , ंनींश्जसप्रेसदरं ंक यदा सघड़क क ंदा जदा सकप्रे; लप्रेककन
उस स्वच्छ, नमदल जलवदायकनप्रेउसकप्रे कदालप्रेपन मभ ऐसदा लदावडय भर हदयदा थदा
और
पक ृत ककी गगोद मभ पलकर उसकप्रे अंग इतनप्रेसड
क सौल, सगहठतक और स्वच्छन्द ंगो
गयप्रेथप्रेकक यसौवन कदा धिचत खनींचनप्रेकप्रे सलए उससप्रेसदरं ंक कगोई ंडप न समलतदा।
उसकदा सबल स्वदास्थ्य ज ैसप्रे मप्रे तदा कप्रे मन मभ बल और तप्रेज भर र ंदा थदा।

मप्रेतदा नप्रेउससप्रेन्यवदाद दप्रे तप्रे ंकए क ंदा -- तमक बड़प्रेमसौक़प्रे सप्रेप ंकच
ड।ँ गयनीं,न ंनींमझप्रेक न
जदानप्रेककतननी दरू त ैरनदा पड़तदा।

यवतनीक नप्रेपसन्नतदा सप्रेक ंदा -- म ैंनप्रेतम मंक ंभत ैरतप्रेआतप्रेदप्रेखदा, तगो दसौड़नी। सशकदार
खप्रेलनप्रे आयप्रे ? ंयोंगप्रे

ंदाड।ँ,आयप्रे तगो थप्रे सशकदार ंनी खप्रेलनप्रे;मगर दगोप र ंगो गयदा और य ंनी धिचडड़यदा
समलदी ं ै।

'तभ दआक मदारनदा चदा ंगो, तगो म ैंउसकदा ठसौर हदखदा दंड।ं।ँरदात कगो य ंदाड।ँरगोज़ पदाननी
पनीनप्रे आतदा ं ै। कभनी-कभनी दगोप र मभ भनी आ जदातदा ' ं ै।

ककर ज़रदा सककचदाकर ससर झकदायप्रेकबगोलदी -- उसककी खदाल मभ दप्रे ननी पड़प्रेगनी। चलगो मप्रेरप्रे द्वदार
पर। व ंदाड।ँपनीपल ककी छदायदा ं ै। य ंदाड।ँसंपड मभ कब तक खड़प्रेर ंगोगप्रे। कपड़प्रेभनी तगो गनीलप्रे ंगो गयप्रे
ं ैं। मप्रेतदा नप्रेउसककी दप्रे मभ धिचपककी ंकई गनीलदी सदाड़नी ककी ओर दप्रे खकर क ंदा-- तम मंक
ंदारप्रे कपड़प्रेभनी तगो गनीलप्रे ं ैं।

उसनप्रे लदापरवदा ंनी सप्रे क --ंदा ऊड।ँ मदारदा क्यदा,म तगो जंगल कप्रे ं ैं।- हदन भर
संपड और पदाननी मभ खड़प्रेर तप्रे ं ैं। तमक थगोड़प्रे ंनी र सकतप्रे ंगो।

लड़ककी ककतननी समझददार ं ैऔर बबलककल ग।ँडवदार। 'तमक

खदाल लप्रेकर क्यदा करप्रे गनी?'

मदारप्रे ददा बदाज़दार मभ बप्रेचतप्रे ं ैं। य ंनी तगो मदारदा 'कदाम ं ै।

'लप्रेककन दगोप रदी य ंदाड।ँ ,कदाटभ तगोतमक णखलदाओगनी क्यदा?'

यवतनीक नप्रेलजदातप्रे ंकए क ंदा -- तम मंक ंदारप्रे खदानप्रेलदायक़ मदारप्रे घर मभ क्यदा ं ै। मक्कप्रे
ककी रगोहटयदाड।ँ खदाओ,जगो संरदी ं ैं। धिचडड़यप्रेकदा सदालन पकदा दंडगनी।ं।ँ तमक
बतदातप्रेजदानदा
ज ैसप्रे बनदानदा ंगो। थगोड़दा-सदा दद ड भनी ं ै। मदारदी ग ैयदा कगो एक बदार तभ दएक नप्रेघप्रेरदा थदा।
उसप्रे सनींगयों सप्रे भगदाकर भदाग आयनी,तब सप्रेतभदआक उससप्रेडरतदा ं ै।

'लप्रेककन म ैंअकप्रेलदा न ंनीं ंड।ं।ँमप्रेरप्रेसदाथ एक औरत भनी ं ै।'

'तम मंक ंदारदी घरवदालदी ंगोगनी?'

'न ंनीं,घरवदालदी तगो अभनी न ंनीं , जदान ै-प चदान ककी ं ै।'

'तगो म ैं दसौड़कर उनकगो बलदाक लदातनी ंड।ं।ँतमक चलकर छदाड।ँमभब ैठगो।'

'न ंनीं-न ंनीं,म ैंबलदाक ंड।'ं।ँ


लदातदा

'तमक थक गयप्रे ंगोगप्रे। श र कदा र ं ैयदा जंगल मभ कदा ंप्रेआतप्रे म तगो जंगलदी
ंयोंगप्रे। आदमनी ं ैं। ककनदारप्रे ंनी तगो खड़नी 'ंयोंगनी।

जब तक मप्रेतदा ककछ बगोलभ ,व वदा ंगो गयनी। मप्रे तदा ऊपर चढ़कर पनीपल ककी छदाड।ँ मभ ब ैठप्रे।
इसस्वच्छं द जनीवन सप्रेउनकप्रे मन मभ अनरदागक उत्पन्न ंकआ। सदामनप्रेककी पवदतमदालदा
दशदन-तत्व ककी भदाड।ँत अगम्य और अत्यन्त सं ैलदी ंकई, मदानगो जदान कदा ववस्तदार कर
र ंनी ंगो, मदानगो आत्मदा उस जदान कगो, उस पकदाश कगो, उस अगम्यतदा कगो, उसकप्रे
पत्यक्ष ववरदाट ंडप मभ दप्रेख र ंनी ंगो। दरू कप्रे एक ब ंकत ऊड।ँचप्रेसशखर पर
एक छगोटदा-सदा मंहदर थदा,जगो उस अगम्यतदा मभ बद्ंकधधि ककी भदाड।ँ त ऊड।ँ,परचदाखगोयदा
ंकआ-सदा खड़दा थदा, मदानगो व ंदाड।ँ तक पर मदारकर पक्षनी ववशदाम लप्रेनदा चदा तदा ं ै और
ंनींस्थदान न ंनींपदातदा। मप्रेतदा इन म ंनींववचदारयों मभ डडबप्रे ंकए थप्रेकक यवतनीक समस मदालतनी
कगो सदाथ सलयप्रेआ प ंक।ँच ड नी, एक वन-पष्पक ककी भदाड।ँत संपड मभ णखलदी ंकई, दसरदीड
गमलप्रेकप्रे संडल ककी भदाड।ँत संपड मभ मरझदायनीक और नजनीव।

मदालतनी नप्रे बप्रेहदलदी कप्रे सदाथ क-- ंदापनीपल ककी छदाड।ँब ंकत अच्छठी लग र ंनी ं ैक्यदा?
और य ंदाड।ँभखड कप्रे मदारप्रे पदाण नकलप्रेजदा र ंप्रे ं ैं।

यवतनीक दगो बड़प्रे-बड़प्रे मटकप्रे उठदा लदायनी और बगोलदी-- तमक जब तक य ंनीं ब ैठगो,म ैं अभनी
दसौड़कर पदाननी लदातनी ंड,ककर।ँ चल मंड ंदा जलदा दंडगनीभीँ; और मप्रेरप्रे ंदाथ कदा खदाओ,तगो म ैं
एक छन मभ बगोहटयदाड।ँसभक दंडगनीभीँ, न ंनीं,अपनप्रे आप सभक लप्रेनदा।,गप्रेंडंदाड।ँक आटदा मप्रेरप्रे
घर मभ न ंनीं ं ैऔर य ंदाड।ँक ंनींकगोई दकदानड भनी न ंनीं ं ैकक लदा दंड।ं।ँ

मदालतनी कगो मप्रे तदा पर कक्रगो आ र ंदा थदा। बगोलदी -- तमक य ंदाड।ँक्ययों आकर पड़ र ंप्रे?

मप्रेतदा नप्रेधिचढ़दातप्रे ंकए क ंदा -- एक हदन ज़रदा इस जनीवन कदा आनंद भनी तगो
उठदाओ। दप्रे खगो,मक्कप्रे ककी रगोहटययों मभ ककतनदा स्वदाद ं ै।

'मझसप्रेम
क क्कप्रे ककी रगोहटयदाड।ँखदायनी ंनी न जदायगनीड,।ँ और ककसनी तर नगल भनी जदाऊड।ँ
तगो ज़म न ंयोंगनी। तम मंक ंदारप्रे सदाथ आकर म ैंब ंकत पछतदा र ंड।ं।ँरदास्तप्रे-भर दसौड़दा कप्रे
ंनी मदार डदालदा और अब य ंदाड।ँ लदाकर पटक हदयदा!'

मप्रेतदा नप्रेकपड़प्रेउतदार हदयप्रेथप्रेऔर कप्रेवल एक ननीलदा जदाड।ँघयदा प नप्रेब ैठप्रे ंकए थप्रे।
यवतनीक कगो मटकप्रे लप्रेजदातप्रेदप्रेखदा, तगो उसकप्रे ंदाथ सप्रेमटकप्रे छठीन सलयप्रेऔर ककएड।ँपर
पदाननी भरनप्रे चलप्रे। दशदन कप्रे ग रप्रे अध्ययनमभ भनी उन म ंयोंनप्रे अपनप्रे स्वदास्थ्य ककी रक्षदा
ककी थनी और दगोनयों मटकप्रे लप्रेकर चलतप्रे ंकए उनककी मदांसल भजदाएड।ँंकऔर चसौड़नी छदातनी
और मछलदीददार जदाड।ँघभककसनी यनदाननीड प तमदा कप्रे सगहठतक अंगयों ककी भदाड।ँत उनकप्रे
पंकषदाथदकदा पररचय दप्रे र ंनी थनीं। यवतनीक उन म ंभपदाननी खनींचतप्रे ंकए अनरदागक भरदी आड।ँखयों
सप्रे दप्रे ख र ंनी थनी। व अब उसककी दयदा कप्रे पदात न , ंनींधशदा कप्रे पदात ंगो गयप्रे थप्रे।
ककआड।ँब ंकत ग रदा थदा, कगोई सदाठ ंदाथ, मटकप्रे भदारदी थप्रे और मप्रे तदा कसरत कदा
अभ्यदास करतप्रे र नप्रे पर भनी एक मटकदा खनींचतप्रे-खनींचतप्रे सशधिथल ंगो गयप्रे।

यवतनीक नप्रेदसौड़कर उनकप्रे ंदाथ सप्रेरस्सनी छठीन लदी और बगोलदी -- तमसप्रेन


क णखंचप्रेगदा।
तमक जदाकर खदाट पर ब ैठगो, म ैंखनींचप्रेलप्रेतनी ंड।ं।ँ

मप्रेतदा अपनप्रेपंकषत्व कदा य अपमदान न स सकप्रे। रस्सनी उसकप्रे ंदाथ सप्रेककर लप्रे लदी
और ज़गोर मदारकर एक क्षण मभ दसरदाड मटकदा भनी खनींच सलयदा और दगोनयों ंदाथयों
मभ दगोनयों मटकप्रे सलए आकर झयोंपड़नी कप्रे द्वदार पर खड़प्रे ंगो गयप्रे। यवतनीक नप्रेचटपट
आग जलदायनी, लदालसर कप्रे पंख झलसक डदालप्रे। छकरप्रे सप्रेउसककी बगोहटयदाड।ँबनदायनींऔर चल मंड
ंप्रेमभआग जलदाकर मदांस चढ़दा हदयदा और चल मंड ंप्रेकप्रे दसरप्रेड ऐलप्रेपर कढ़दाई मभ दद ड
उबदालनप्रे लगनी। और मदालतनी भगौं ंभ चढ़दायप्रे,खदाट पर णखन्न-मन पड़ड़ इस तर य दकय दसख र
ड़ थड़ मयनत उसकस आपरसशन कक तैययरड़ त र ड़ त।
मप्रेतदा झगोपड़नी कप्रे द्वदार पर खड़प्रे ंगोकर,यवतनी कप्रे ग -कसौशल कगो अनरक्त नप्रेतयों सप्रे
ंक ं ृ ंक
दप्रे खतप्रे ए बगोलप्रे-- मझप्रेकभनी तगो कगोई कदाम बतदाओ, म ैंक्यदा क।ँड ?
ंक
यवतनी नप्रेमनीठठी णझड़ककी कप्रे सदाथ क ंदा -- तम म ंभकछ न ंनींकरनदा ं ै,जदाकर बदाई कप्रे
ंक ंक ंक
पदास ब ैठगो,बप्रेचदारदी ब त भखनीड ं ै। दद ड गरम आ जदातदा ं ै,उसप्रे वपलदा दप्रे नदा।
ंक ंक
उसनप्रेएक घड़प्रेसप्रेआटदा नकदालदा और गंडसंनड़लगनी। मप्रेतदा उसकप्रे अंगयों कदा ववलदास
दप्रे खतप्रेर ंप्रे। यवतनीक भनी र -र कर उन म ंभ कनणखययों सप्रे दप्रे खकर अपनदा कदाम करनप्रे
लगतनी थनी।

मदालतनी नप्रेपकदारदाक -- तमक व ंदाडक्


।ँ यदा खड़प्रे ंगो? मप्रेरप्रे ससर मभ ज़गोर कदा ददद ंगो र ंदा ं ै।
सआदा ससर ऐसदा संटदा पड़तदा ं ै,ज ैसप्रे धिगर जदायगदा।

मप्रे तदा नप्रे आकर क --ंदा मदालमड ंगोतदा ं ै,संपड लग गयनी ं ै।

'म ैं क्यदा जदानतनी ,थनीतमक मझप्रेम


क दार डदालनप्रेकप्रे सलए य ंदाड।ँलदा र ंप्रे ंगो।'

'तम मंक ंदारप्रे सदाथ कगोई दवदा भनी तगो न ंनीं ं ै?'

'क्यदा म ैं ककसनी मरदीज़ कगो दप्रे खनप्रे आ र, जगोनीथनीदवदा लप्रेकर चलतनी? मप्रेरदा एक
दवदाओं कदा बक्स ं ै,व सप्रेमरदी मभ ं ै। उफ़! ससर संटदा जदातदा' ं ै!

मप्रे तदा नप्रे उसकप्रे ससर ककी ओर ज़मनीन पर ब ैठकर-संनीरप्रे उसकदा ससर स लदानदा शकड
ककयदा। मदालतनी नप्रेआ।ँख
ड भ बन्द कर लदीं।

यवतनीक ंदाथयों मभ आटदा भरप्रे , ससर कप्रे बदाल बबखप्रेरप्रे,आड।ँखभसंएड।ँंकसप्रेलदाल और सजल,


सदारदी दप्रे पसनीनप्रे मभ ,श्जससप्रेतर उसकदाउभरदा ंकआ वक्ष सदाफ़ झलक र दा थदा, आकर
खड़नी ंगो गयनी और मदालतनी कगो आड।ँखभ बन्द ककयप्रे पड़नी दप्रे खकर-- बंगोलदीदाई कगो
क्यदा ंगो गयदा ं ै?

मप्रे तदा बगोलप्रे-- ससर मभ बड़दा ददद ं ै।

'परप्रेड ससर मभ ं ैकक सआप्रेमभ?'


'सआप्रे मभ बतलदातनी' ं ैं।

'ददाईं ओर ं ै,कक बदाईं ओर?'

'बदाईं ओर।'

'म ैं अभनी ड़दसौकप्रे एक दवदा लदातनी ंड।ं।ँघसकर लगदातप्रे ंनी अच्छदा ंगो जदायगदा।'

'तमक इस संपड मभ क ंदाड।ँजदाओगनी?'

यवतनीक नप्रेसनदाक ंनी न ंनीं। वप्रेग सप्रेएक ओर जदाकर प ंदाडड़ययों मभ छप गयनी। कगोई
सआदा घंटप्रेबदाद मप्रेतदा नप्रेउसप्रेऊ।ँ चनी
ड प ंदाड़नी पर चढ़तप्रेदप्रेखदा। दरू सप्रेबबलककल
गडड़यदाक-सनी लग र ंनी थनी। मन मभ सगोचदा-- इस जंगलदी छगोकरदी मभ सप्रेवदा कदा ककतनदा
भदाव और ककतनदा व्यदाव ंदाररक जदान ं ै। लडऔर संपड मभ आसमदान पर चढ़दी चलदी
जदा र ंनी ं ै।

मदालतनी नप्रे आड।ँखभ खगोलकर-- दप्रे खदाक।ँड गयनी व कलटदी।ंड ग़ज़ब ककी कदालदी ं ै,ज ैसप्रे आबनसड
कदा कंददाक ंगो। इसप्रेभप्रेज दगो, रदाय सदा ब सप्रे क आयप्रे,कदार य ंदाड।ँ भप्रेज दभ । इस तवपश
मभ मप्रेरदा दम नकल जदायगदा।

'कगोई दवदा लप्रेनप्रे गयनी ं ै। क तनी,उससप्रे ै सआदा-सनीसनी कदा दददब ंकत जल्द आरदाम
ंगो जदातदा ं ै!'

'इनककी दवदाएड।ँ इन म ंनीं कगो फ़दायददा करतनी,मझप्रेन


क ैं करभ गनी। तमक तगो इस छगोकरदी पर
लटड ंगो गयप्रे ंगो। ककतनप्रे छछगोरप्रे ंगो। ज ैसनी ंड व ैसप्रेफ़ररकतप्रे!'

मप्रेतदा कगो कटक सत्य क नप्रे मभ संकगोच न ंगोतदा थदा।

'ककछ बदातभ तगो उसमभ ऐसनी ं ैंकक अगर तमक मभ ंगोतनीं,तगो तमक सचमचक दप्रे वनी ंगो
जदातनीं।'
'उसककी ख़बबयदाड।ँंडउसप्रेमबदारकक, मझप्रेद
क प्रे वनी बननप्रेककी इच्छदा न ंनीं ं ै।'
'तम मंक ंदारदी इच्छदा ंगो, तगो म ैं जदाकर कदार लदाऊड।ँ,यद्यवप कदार य ंदाड।ँ आ भनी
सकप्रे,म ैंगनी न ंनीं क सकतदा।'

'उस कलटदीड कगो क्ययों न ंनींभप्रेज दप्रे तप्रे?'

'व तगो दवदा लप्रेनप्रे गयनी, ककर ै भगोजन पकदायप्रेगनी।'

'तगो आज आप उसकप्रे मप्रे मदान ं ैं। शदायद रदात कगो भनी य ंनीं र नप्रे कदा ववचदार ंगोगदा। रदात
कगो सशकदार भनी तगो अच्छदा समलतप्रे 'ं ैं।

मप्रे तदा नप्रे इस आक्षप्रेप सप्रे धिचढ़कर --क इसदा यवतनीक कप्रे प त मप्रेरप्रेमन मभ जगो पप्रेम
और शद् संदा ं ै,व ऐसनी ं ैकक अगर म ैंउसककी ओर वदासनदा सप्रेदप्रेखंडततोँ आड।ँखभसंडट
जदाय।ंड।ँमअ
ैं पनप्रेककसनी घ नष्ट समत कप्रे सलए भनी इस संपड और लडमभउस ऊड।ँचनी
प ंदाड़नी पर न जदातदा। और म कप्रे वल घड़नी-भर कप्रे मप्रे मदान, य ैंव जदानतनी ं ै।
व ककसनी ग़रदीब औरत कप्रे सलए भनी इसनी तत्परतदा सप्रेदसौड़ जदायगनी। म ैं ववक-व
बंसंत्वक और ववकव-पप्रेम पर कप्रेवल लप्रेख सलख सकतदा ंड,कप्रेवल।ँ
भदाषण दप्रे सकतदा ंड;ं।ँ
उस पप्रेम और त्यदाग कदा व्यव ंदार कर सकतनी ं ै। क नप्रे सप्रे करनदा क नीं कहठन ं ै।
इसप्रेतमक भनी जदानतनी ंगो।

मदालतनी नप्रे उप ंदास भदाव सप्रे क --ंदा बस-बस, व दप्रे वनी ं ै। म ैं मदान गयनी। उसकप्रे वक्ष
मभ उभदार, नतम्बयोंं ै मभ भदारदीपन, दप्रे वनी ै ंगोनप्रे कप्रे सलए और क्यदा चदाह ए।

मप्रेतदा तलसमलदा उठप्रे । तरं तक उठप्रे , और कपड़प्रेप नप्रेजगो सखड गयप्रेथप्रे,बंदक़ड उठदायनी
और चलनप्रेकगो त ैयदार ंकए।

मदालतनी ननभकदारु मदारदी -- तमक न ंनींजदा सकतप्रे,मझप्रेकअकप्रेलदी छगोड़कर।

'तब कसौन जदायगदा?'

'व ंनी तम मंक ंदारदी दप्रे वनी।'


मप्रेतदा तबद्ंकधधि-सप्रेखड़प्रेथप्रे। नदारदी पंकष पर ककतननी आसदाननी सप्रेववजय पदा सकतनी
ं ै,इसकदा आज उन म ंभजनीवन मभ प लदा अनभवक कआ। व दसौड़नी ंदाड।ँसंतनी चलदी आ र
ंनी थनी। व ंनी कलटदीड यवतनीक, ंदाथ मभ एक झदाड़ सलयप्रे ंकए।

समनीप जदाकर मप्रे तदा कगो क ंनीं जदानप्रे कगो त ैयदार दप्रे खकर--बगोलदीम ैंव जड़नी खगोज
लदायनी। अभनी घसकर लगदातनी ंड;लप्रेककन।ँ तमक क ंदाड।ँ जदा र ंप्रे ंगो। मदांस तगो पक
गयदा ंगोगदा, म ैंरगोहटयदाड।ँसभक दप्रे तनी ंड।ं।ँदगो-एक खदा लप्रेनदा। बदाई दद ड पनी लप्रेगनी। ठं डदा ंगो
जदाय, तगो चलप्रे जदानदा।

उसनप्रे नस्संकगोच भदाव सप्रे मप्रे तदा कप्रे अचकन ककी बटनभ खगोल ददीं। मप्रे तदा अपनप्रे ब ंकत रगोकप्रे
ंकए थप्रे। जनी ंगोतदा थदा, इस ग।ँडवदाररन कप्रे चरणयों कगो चमड लभ।

मदालतनी नप्रे क ंदा-- अपननी दवदाई र नप्रे दगो। नददी कप्रे ककनदारप्रे ,बरगद कप्रे ननीचप्रे मदारदी
मगोटरकदार खड़नी ं ै। व ंदाड।ँ और लगोग ंयोंगप्रे। उनसप्रे, कंदारनदाय ंदाड।ँलदायभ। दसौड़नी ंकई जदा।

यवतनीक नप्रेददीन नप्रेतयों सप्रेमप्रेतदा कगो दप्रे खदा। इतननी मप्रेनत सप्रेबटदीड लदायनी, उसकदा य अनदादर।
इस ग।ँडवदाररन ककी दवदा इन म ंभन ंनींज।ँ च ड नी, तगो न स ंनी, उसकदा मन रखनप्रे कगो ंनी
ज़रदा-सनी लगवदा लप्रेतनीं,तगो क्यदा ंगोतदा।

उसनप्रेबटदीड ज़मनीन पर रखकर पछदाड -- तब तक तगो चल मंड ंदा ठं डदांगो जदायगदा बदाईजनी।
ंगो तगो रगोहटयदाड।ँसभककर रख दंड।ं।ँबदाबजनीड खदानदा खदा लभ ,तमक दद ड पनी लगो और दगोनयों
जनप्रेआरदाम करगो। तब तक म ैंमगोटरवदालप्रेकगो बलदाक लदाऊड।ँगनी।

झगोपड़नी मभ गयनी,बझनीक ंकई आग ककर जलदायनी। दप्रे खदा तगो मदांस उबल गयदा थदा। ककछ
जल भनी गयदा थदा। जल्ददी-जल्ददी रगोहटयदाड।ँ सभककी,ददग
ड मदथदा, उसप्रे ठं डदा ककयदा और
एक कटगोरप्रे मभमदालतनी कप्रे पदास लदायनी। मदालतनी नप्रेकटगोरप्रे कप्रे भभ पन पर म।ँं
ड क बनदायदा;
लप्रेककन दद ड त्यदाग न सककी। मप्रेतदा झगोपड़नी कप्रे द्वदार पर ब ैठकर एक थदालदी मभ मदांस
और रगोहटयदाड।ँखदानप्रेलगप्रे। यवतनीक खड़नी पंखदा झल र ंनी थनी।

मदालतनी नप्रेयवतनीक सप्रेक ंदा -- उन म ंभखदानप्रेदप्रे। क ंनींभदागप्रेन ंनींजदातप्रे ं ैं। तडजदाकर


गदाड़नी लदा।
यवतनीक नप्रेमदालतनी ककी ओर एक बदार सवदाल ककी आड।ँखयों सप्रेदप्रेखदा ,य क्यदा चदा तनी ं ैं।
इनकदा आशय क्यदा? उसप्रे ै मदालतनी कप्रे चप्रे रप्रे पर रगोधिगययों-सनीककीनम्रतदा और
क ृतजतदा और यदाचनदा न हदखदायनी ददी। उसककी जग असभमदान और पमदाद ककी
झलक थनी।

ग।ँडवदाररन मनगोभदावयों कप्रे प चदाननप्रेमभचतरु थनी। बगोलदी -- म ैंककसनी ककी लगौंडनी न ंनीं ंडं।ँ
बदाईजनी! तमक बड़नी ंगो, अपनप्रेघर ककी बड़नी ंगो। म ैंतमसप्रेकककछ मदाड।ँगनप्रेतगो न ंनींजदातनी। म ैं
गदाड़नी लप्रेनप्रे न जदाऊड।ँ गनी।

मदालतनी नप्रे डदाड।ँटदा--अच्छदा, तनप्रेडगस्तदाख़नीक पर कमर बदाड।ँसंनी! बतदा तडककसकप्रे इलदाक़प्रे मभ


र तनी? ं ै

'य रदाय सदा ब कदा इलदाक़दा ं ै।'

'तगो तझप्रेकउन म ंनींरदाय सदा ब कप्रे ंदाथयों ंंटरयों सप्रेवपटवदाऊड।ँगनी।'

'मझप्रेकवपटवदानप्रेसप्रेतम मंक ंभसखक समलप्रेतगो वपटवदा लप्रेनदा बदाईजनी! कगोई रदाननी-म


ंदारदाननी थगोड़नी ंडकक।ँ लस्कर भप्रेजननी पड़प्रेगनी।'

मप्रे तदा नप्रे -दगोचदार कसौर नगलप्रेथप्रेकक मदालतनी ककी य बदातभ सननीं।ंक कसौर कंठ मभ
अटक गयदा। जल्ददी सप्रे ंदाथ संगोयदा और व न ंनींजदायगनी। म ैंजदा र ंदा
बगोलप्रे-- ंड।ं।ँ
मदालतनी भनी खड़नी ंगो गयनी -- उसप्रे जदानदा पड़प्रेगदा।

मप्रे तदा नप्रे अड।ँगप्रेज़नी मभ --उसककंदा अपमदान करकप्रे तमक अपनदा सम्मदान बढ़दा न ंनीं

र ंनी ंगो
मदालतनी!
मदालतनी नप्रे संटकदार बतदायनी-- ऐसनी ंनी लगौंडडयदाड।ँ मदगो कगो पसंद आतनी,श्जनमभ ं ैं

और कगोई गणक ंगो यदा ंगो, उनककी ट ल दसौड़-दसौड़कर पसन्न मन सप्रे करभ और

अपनदा भदाग्य सरदा ंभकक इस पंकष नप्रेमझसप्रेकय कदाम करनप्रेकगो तगो क ंदा। व
दप्रे ववयदाड।ँ,शश्क्तयदाड।ँं ैं, ववभ ैंंडतयदाड।ँं ैं। म ैंसमझतनी थनी, व पंकषत्व तममभ ंककम-सप्रे-
कम न ंनीं ; ं ैलप्रेककन अंदर , संभस्कदारयों भनी व ंनी बबदर
सप्रे,तमक ंगो।
मप्रे तदा मनगोववजदान कप्रे पंडडत थप्रे। मदालतनी कप्रे मनगोर स्ययों कगोझ रसमप्रे थप्रे। ईष्यदाद कदा
ऐसदा अनगोखदा उददा रण उन म ंभ कभनी न समलदा थदा। उस रमणनी , मभ जगोइतननी मदृ-ंक
स्वभदाव, इतननी उददार, इतननी पसन्नमखक थनी, ईष्यदाद ककी ऐसनी पचंड ज्वदालदा!

बगोलप्रे-- ककछ भनी क ंगो, म ैंउसप्रेन जदानप्रेदंडगदा।ं।ँ उसककी सप्रेवदाओंऔर कवपओंकदा य


परस्कदारु दप्रे कर म ैंअपननी नज़रयों मभ ननीच न ंनीं बन सकतदा।

मप्रेतदा कप्रे स्वर मभ ककछ ऐसदा तप्रेज थदा कक मदालतनी संनीरप्रे सप्रेउठठी और चलनप्रेकगो
त ैयदार ंगो गयनी। उसनप्रे जलकर क --ंदा अच्छदा, तगो म ैंंनी जदातनी ंड,त।ँमक उसकप्रे
चरणयों ककी पजदाड करकप्रे पनीछप्रे आनदा।

मदालतनी दगो-तनीन क़दम चलदी गयनी, तगो मप्रेतदा नप्रेयवतनीक सप्रेक ंदा -- अब मझप्रेआ
क जदा दगो
ब न; तम मंक ंदारदा य नप्रे, तम मंक ंदारदी नछःस्वदाथदसप्रेवदा मप्रेशदा यदाद र ंप्रेगनी। यवतनीक नप्रे
दगोनयों ंदाथयों सप्रे,सजलनप्रेत ंगोकर उन म ंभ पणदाम ककयदा और झगोपड़नी कप्रे अंदर चलदी
गयनी।

दसरदीड टगोलदी रदाय सदा ब और खन्नदा ककी थनी। रदाय सदा ब तगो अपनप्रेउसनी रप्रे शमनी ककरतप्रेऔर
रप्रे शमनी चदादर मभ थप्रे। मगर खन्नदा नप्रेसशकदारदी सटड डदाटदा थदा, जगो शदायद आज ंनी कप्रे सलए
बनवदायदा गयदा थदा;क्ययोंकक खन्नदा कगो असदासमययों कप्रे सशकदार सप्रे इतननी फ़करसत क
ंदाड।ँथनी कक जदानवरयों कदा सशकदार करतप्रे। खन्नदा हठं गनप्रे,इक रप्रे , ंडपवदान आदमनी थप्रे;गप्रे।ँकडआ
रं ग, बड़नी-बड़नी आड।ँखभ,मकपर चप्रेचक कप्रे ददाग़; बदात-चनीत मभ बड़प्रेककशल। ककछ दरू चलनप्रे कप्रे
बदाद खन्नदा नप्रे समस्टर मप्रे तदा कदा श्ज़क्र छप्रे ड़ हदयदा जगो कल सप्रे ंनी उनकप्रे मश्स्तष्क
मभ रदा ंकककी भदाडत
।ँ समदायप्रे ंकए थप्रे। बगोलप्रे-- य मप्रेतदा भनी ककछ अजनीब आदमनी ं ै। मझप्रेकतगो ककछ
बनदा ंकआ मदालमड ंगोतदा ं ै।

रदाय सदा ब मप्रे तदा ककी इज़्ज़त करतप्रे थप्रे और उन म ंभ सच्चदा और नष्कपट आदमनी
समझतप्रे थप्रे;पर खन्नदा सप्रे लप्रेन-दप्रे न कदा व्यव ंदार थदा,ककछ स्वभदाव सप्रेशदांत-वपय भनी
थप्रे,ववररगो न कर सकप्रे ।

बगोलप्रे-- म ैंतगो उन म ंभकप्रेवल मनगोरं जन ककी वस्तकसमझतदा ंड।ं।ँकभनी उनसप्रेब स


न ंनींकरतदा। और करनदा भनी चदा ंडततोँ उतननी ववद् यदा क ंदाड।ँ सप्रे लदाऊड।ँ । श्जसनप्रे जनीवन कप्रे
क्षप्रेत मभ कभनी क़दम ंनी रखदाननीं,व अगर जनीवन कप्रे ववषय मभ कगोई नयदा
ससद् संदांत अलदापतदा ं ैंतगो मझप्रेकउस पर ंडस ।ँ नी आतनी ं ै। मज़प्रेसप्रेएक ज़दार मदा वदार
संटकदारतप्रे , न ैंजगोड न जदाड।ँतदा,न कगोई धिचंतदा न बबदादा,व दशदन न बघदारभ ,तगो कसौन
बघदारप्रे ? आप नद्वंद्व र कर जनीवन कगो संपणदब
ड नदानप्रेकदा स्वप्न दप्रे खतप्रे ं ैं। ऐसप्रे
आदमनी सप्रे क्यदा ब स ककी जदाय।

'म ैंनप्रेसनदाक चररत कदा अच्छदा न ंनीं ं ै।'

'बप्रेकफ़क्रकी मभ चररत अच्छदा र ंनी क ै सप्रे सकतदा ं ै। समदाज मभ र ंगो और समदाज कप्रे
कतदव्ययों और मयदादददाओं कदा पदालन करगो तब पतदा चलप्रे!'

'मदालतनी न जदानप्रेक्यदा दप्रे खकर उन पर लटड ंकई जदातनी ं ै।'

'म ैंसमझतदा ंड,व।ँ कप्रेवल तम मंक ंभजलदा र ंनी ं ै।'

'मझप्रेकव क्यदा जलदायभगनी। बप्रेचदारदी। म ैंउन म ंभणखलसौनप्रेसप्रेज़्यदाददा न ंनींसमझतदा।'

'य तगो न क ंगो समस्टर खन्नदा, समस मदालतनी पर जदान तगो दप्रे तप्रे ंगो तम।ंक'

'ययों तगो म ैंआपकगो भनी य ंनी इलज़दाम दप्रे सकतदा ंड।'ं।ँ

'म ैंसचमचक णखलसौनदा समझतदा ंड।ं।ँआप उन म ंभप तमदा बनदायप्रे ंकए ं ैं।'

खन्नदा नप्रे ज़गोर सप्रे क़ क़ ंदा मदारदा,ंदालदाड।ँककंड।ँसनी ककी कगोई बदात न थनी!

'अगर एक लगोटदा जल चढ़दा दप्रे नप्रे सप्रे वरददान समल जदाय,तगो क्यदा बरदाक ं ै।'

अबककी रदाय सदा ब नप्रे ज़गोर सप्रे क़ क़ ंदा मदारदा,श्जसकदा कगोई पयगोजन न

थदा।

'तब आपनप्रेउस दप्रे वनी कगो समझदा ंनी न ंनीं । आप श्जतननी ंनी उसककी पजदाड
करभ गप्रे, उतनदा ंनी व आप सप्रेदरू भदागप्रेगनी। श्जतनदा ंनी दरू भदाधिगयप्रेगदा, उतनदा ंनी
आपककी ओर दसौड़प्रेगनी।'
'तब तगो उन म ंभ आपककी ओर दसौड़नदा चदाह ए थदा।'
'मप्रेरदी ओर! म ैं उस रस-सकमदाज सप्रेबबलककल बदा र ंडसमस्टर।ँ खन्नदा, सच क तदा
ंड।ं।ँमझक मभ श्जतननी बद्ंक धधि, श्जतनदा बल ं ैं व इस
इलदाक़प्रे कप्रे पबंसंनी ख़चदमभ ंगो
जदातदा ं ै। घर कप्रे
श्जतनप्रे पदाणनी,सभनी ैंअपननी-अपननी संनक मभ मस्त; कगोई उपदासनदा
मभ ,कगोई ववषय-वदासनदा मभ । कगोऊ कदा ंडमभमगन, कगोऊ कदा ंडमभमगन। और इन
सब अजगरयों कगो भक्ष्य दप्रे नदा मप्रेरदा कदाम ं ैंकतदव्य ं ै। मप्रेरप्रेब ंकत सप्रेतदाल्लक़प्रेददारु
भदाई भगोग-ववलदास करतप्रे , य ैं सब म ैंजदानतदा ंड।ं।ँमगर व लगोग घर संंडककर।ँ
तमदाशदा दप्रे खतप्रे ं ैं। क़रज़ कदा बगोझ ससर पर लददा जदा र ंदा ं ैं रगोज़ डडधिगयदाड।ँ ंगो र
ंनी
ं ैं। श्जससप्रे लप्रेतप्रे,उसप्रे ं ैंदप्रेनदा न ंनीं जदानतप्रे,चदारयों तरफ़ बदनदाम। म ैं तगो ऐसनी श्ज़ंदगनी
सप्रेमर जदानदा अच्छदा समझतदा ंड।ं।ँमदालमड न ंनीं,ककस संस्कदार सप्रे मप्रेरदी आत्मदा मभ
ज़रदा-सनी जदान बदाक़की र गयनी, जगो मझप्रेकदप्रेश और समदाज कप्रे बंसंन मभ बदाड।ँसंप्रे ंकए ं ै।
सत्यदाग -आंदगोलन छड़दा। मप्रेरप्रे सदारप्रे भदाई -शरदाबक़बदाब मभ मस्त थप्रे। म ैं अपनप्रे कगो
रगोक सकदा। जप्रेल गयदा और लदाखयों ंकपए ककी ज़प्रेरबदारदी उठदाई और अभनी तक उसकदा
तदावदान दप्रे र ंदा ंड।ं।ँमझप्रेकउसकदा पछतदावदा न ंनीं ं ै। बबलककल न ंनीं। मझप्रेक उसकदा
गवद ं ै। म ैं उस आदमनी कगो आदमनी न ंनीं समझतदा,जगोदप्रे श और समदाज ककी
भलदाई कप्रे सलए उद्यगोग न करप्रे और बसलददान न करप्रे । मझप्रेकक्यदा अच्छदा लगतदा ं ै
कक नजनीव ककसदानयों कदा रक्त चसं
ड डऔर।ँ अपनप्रेपररवदारवदालयों ककी वदासनदाओंककी
तश्प मं ृत कप्रे ससदान जटदाऊड।ँंक;मगर क।ँड क्यदा? श्जस व्यवस्थदा मभ पलदा और श्जयदा,उससप्रे
घणदा ृ ंगोनप्रेपर भनी उसकदा मगो त्यदाग न ंनींसकतदा और उसनी चरखप्रेमभरदात-हदन
पड़दा र तदा ंडकक।ँ ककसनी तर इज़्ज़त-आबड बचनी र ंप्रे,और आत्मदा ककी त्यदा न
ंगोनप्रे पदायप्रे। ऐसदा आदमनी समस मदालतनी क्यदा,ककसनी भनी समस कप्रे पनीछप्रे न ंनीं पड़
सकतदा, और पड़प्रे तगो उसकदा सवदनदाश ंनी समणझयप्रे। , ंदाड।ँथगोड़दा-सदा मनगोरं जन कर लप्रेनदा
दसरदीड बदात ं ै।

समस्टर खन्नदा भनी सदा सनी आदमनी थप्रे,संगदाम मभ आगप्रे बढ़नप्रेवदालप्रे। दगो बदार जप्रेल ंगो आयप्रे
थप्रे। ककसनी सप्रे दबनदा न जदानतप्रे थप्रे।दर खद्नप नतप्रे थप्रे और फ़म ंदांस ककी शरदाब पनीतप्रे थप्रे।
अवसर पड़नप्रे पर -बड़नी तकलदीफ़भझप्रेल सकतप्रेथप्रे। जप्रेल मभ शरदाब छकई तक न ंनीं,और ए. क्लदास
मभ र कर भनी सनी. क्लदास ककी रगोहटयदाड।ँ खदातप्रे,ंदालदाड।ँककरप्रे ,
उन म ंभ र तर कदा आरदाम समल सकतदा ;थदामगर रण-क्षप्रेत मभ जदानप्रेवदालदा रथ भनी तगो
बबनदा तप्रेल कप्रे न ंनीं चल सकतदा। उनकप्रे जनीवन मभ -सनी थगोड़नीरससकतदा लदाश्ज़मदा थनी।
बगोलप्रे-- आप संन्यदासनी बन सकतप्रे, म ैं तगो न बननीं सकतदा। म ैंतगो समझतदा ंड,ं।ँ जगो
भगोगनी न ंनीं ं ैंव संगदाम मभ भनी परप्रेड उत्सदा सप्रेन ंनींजदा सकतदा। जगो रमणनी सप्रे पप्रेम न ंनीं
कर सकतदा,उसकप्रे दप्रे श-पप्रेम मभ मझप्रेकववकवदास न ंनीं।

रदाय सदा ब मस्करदायप्रेक-- आप मझनीक पर आवदाज़भकसनप्रेलगप्रे।

'आवदाज़ न ंनीं ं ैं तत्व ककी बदात' ं ै।

'शदायद ंगो।'

'आप अपनप्रे हदल कप्रे अंदर प ैठकर दप्रे णखए तगो पतदा' चलप्रे।

'म ैंनप्रे तगो प ैठकर दप्रे खदा ं ैं और म ैं आपकगोसहदलदातदाववकवदांड,व।ँ ंदाड।ँ और चदा


ंप्रे
श्जतननी बरदाइयदाड।ँंकयों, ववषय ककी लदालसदा न ंनीं 'ं ै।

'तब मझप्रेकआपकप्रे ऊपर दयदा आतनी ं ै। आप जगो इतनप्रेदखनीक और नरदाश और


धिचं तत , इसकदा ैं एकमदात कदारण आपकदा नग ं ै। म ैं तगो य नदाटक खप्रेलकर
र ंडगदा।ँ, चदा ंनी क्ययों ंगो! व मझसप्रेकमज़दाक़ करतनी ं ैंहदखदातनी ं ैकक
ंप्रेदछःखदांतक न
मझप्रेत
क प्रेरदी परवदा न ंनीं ं ै; लप्रेककन म ैंह म्मत ंदारनप्रेवदालदा न ंनीं ंड।ं।ँमअ
ैं ब
मनष्यक
तक उसकदा समज़दाज न ंनीं समझ पदायदा। क ंदाड।ँ नशदानदा ठठीक ब ैठप्रेगदा,इसक नक चय
न कर सकदा।'
'लप्रेककन कंजनी आपकगो शदायद ंनी समलप्रे। मप्रेतदा शदायद आपसप्रेबदाज़नी मदार लप्रे

जदाय।ंड।ँ' ंक

एक ह रन कई ह र नययों कप्रे सदाथ चर र ंदा थदा,बड़प्रे सनींगयोंवदालदा,बबलकल कदालदा।


रदाय
सदा ब नप्रे नशदानदा बदाड।ँसंदा। ंक

खन्नदा नप्रे रगोकदा-- क्ययों त्यदा करतप्रे ंगो यदार? बप्रेचदारदा चर र ंदा ं ैंचरनप्रेदगो। संपड
तप्रेज़ ंगो गयनी ं ैंआइए क ंनींब ैठ जदाय।ंड।ँआप सप्रेककछ बदातभ करननी ं ैं।
रदाय सदा ब नप्रेबन्दक़ड चलदायनी; मगर ह रन भदाग गयदा।

बगोलप्रे-- एक सशकदार समलदा भनी तगो नशदानदा ख़दालदी गयदा।


'एक त्यदा सप्रे बचप्रे।'

'आपकप्रे इलदाक़प्रे मभ ऊख ?'ंगोतनी ं ै

'बड़नी कसरत सप्रे।'

'तगो ककर क्ययों न मदारप्रे शकगर समल मभ शदासमल ंगो जदाइए। ह स्सप्रे संड़ड़दाड़ बबक र ंप्रे
ं ैं। आप ज़्यदाददा न ंनीं एक ज़दार ह स्सप्रे ख़रदीद?' लभ

'ग़ज़ब ककयदा, म ैं इतनप्रे ंकपए क ंदाड।ँ सप्रे?' लदाऊड।ँ गदा

'इतनप्रेनदामनी इलदाक़प्रेददार और आपकगो ंकपययों ककी कमनी! ककछ पचदास ज़दार ंनी तगो
ंगोतप्रे ं ैं। उनमभ भनी२५अभनीफ़कीसददी ंनी दप्रे नदा 'ं ै।

'न ंनीं भदाई सदा ब,मप्रेरप्रे पदास इसक़्तव बबलककल ंकपए न ंनीं ं ैं।'

'ंकपए श्जतनप्रे चदा, ंभमझसप्रेकलदीश्जए। ब ैंक आपकदा ं ै। ंदाड।ँ,अभनी आपनप्रे अपननी


श्ज़न्दगनी इंकयगोडद न करदायनी ंगोगनी। मप्रेरदी कम्पननी मभ एक - सनीअच्छठीपदासलसनी
लदीश्जए। ससौ-दगो ससौ ंकपए तगो आप बड़नी आसदाननी सप्रे र म ंनीनप्रे दप्रे सकतप्रे ं ैं और
इकठठी रक़म समल जदायगनी -- चदालदीस-पचदास ज़दार। लड़कयों कप्रे सलए इससप्रे अच्छदा
पबन मसं आप न ंनींकर मदारदी नयमदावलदी दप्रे णखए। म पणदस
ड कदाररतदा कप्रे
सकतप्रे।
ससद् संदांत पर कदाम करतप्रे ं ैं। दफ़्तर और कमदचदाररययों कप्रे ख़चद कप्रे ससवदा नफ़प्रे क
एक पदाई भनी ककसनी ककी जप्रेब मभ न ंनीं जदातनी। आपकगो यदआकचगोगदा कक इस ननी त
सप्रे कं पननी चल क ैर सप्रेनी ं ै। और मप्रेरदी सलदा सप्रे थगोड़दा-स स्पप्रेकलप्रेशन कदा कदाम भनी
ंक
शड कर ददीश्जए। य जगो आज स ैकड़यों करगोड़प त बनप्रे ए ं ैं,सब इसनी स्पप्रेकलप्रेशन
ंक ंक ंक
सप्रे बनप्रे ं ैं।,शक्करूई , गप्रेंड,रबर।ँ ककसनी श्जंस कदा सटदा ककीश्जए। समनटयों मभ लदाखयों
कदा वदारदा-न्यदारदा ंगोतदा ं ै। कदाम ज़रदा अटपटदा ं ै। ब त सप्रेलगोग गच्चदा खदा जदातप्रे , ं ैं
ंक
लप्रेककन व , ंनीजगो ं ैं। आप , ससशक्षक्षतक और दरं दप्रेशड लगोगयों कप्रे
अनदाड़नी ज ैसप्रेअनभवनीक
सलए इससप्रे ज़्यदाददा नफ़प्रे कदा कदाम ंनी न ंनीं। बदाज़दार कदा चढ़दाव-उतदार
कगोई
आकश्स्मक घटनदा न ंनीं। इसकदा भनी ववजदान ं ै। एक बदार उसप्रे ग़सौर सप्रे दप्रे ख ,लदीश्जए
ककर क्यदा मजदाल कक संगोखदा ंगो
जदाय।'
रदाय सदा ब कं प नययों पर अववक वदास करतप्रे थप्रे,दगो-एक बदार इसकदा उन म ंभ कड़वदा
अनभवक ंगो भनी चकदाक थदा, लप्रेककन समस्टर खन्नदा कगो उन म ंयोंनप्रे अपननी आड।ँखयों सप्रे बढ़तप्रे
दप्रे खदा थदा और उनककी कदायददक्षतदा कप्रे क़दायल ंगो गयप्रे थप्रे। अभनी दस सदाल प लप्रे जगो
व्यश्क्त ब ैंक मभ क्लकद,व थदाकप्रे वल अपनप्रे अध्यवसदाय,पंकषदाथदऔर प तभदा सप्रे
र मभ पजतदाक ं ै। उसककी सलदा ककी उपप्रेक्षदा न ककी जदा सकतनी थनी। इस ववषय मभ अगर
खन्नदा उनकप्रे पथ-पदशदक ंगो जदाय,ंड।ँतगो उन म ंभब ंकत ककछ कदामयदाबनी ंगो सकतनी ं ै।
ऐसदा अवसर क्ययों छगोड़दा जदाय। तर-तर कप्रे पकनकरतप्रे र ंप्रे।

सदा एक दप्रे ंदातनी एक बड़नी-सनी टगोकरदी मभ ककछ जड़भ,ककछ पश्त्तयदाड।ँ,ककछ संल सलयप्रे
जदातदा नज़र आयदा।

खन्नदा नप्रेपछदाड -- अरप्रे , क्यदा बप्रेचतदा ?ं ै

दप्रे ंदातनी सकपकदा गयदा। डरदा,क ंनीं बप्रेगदार मभ न पकड़ जदाय।

बगोलदा -- ककछ तगो न ंनींमदासलक! य ंनी घदास-पदात

ं ै। 'क्यदा करप्रे गदा इनकदा?'

'बप्रेचंडगदा।ँ मदासलक! जड़नी-बटदीड ं ै।'

'कसौन-कसौन सनी जड़नी बटदीड ं ैंबतदा?'


दप्रे ंदातनी नप्रेअपनदा औवषदालय खगोलकर हदखलदायदा। मदामलदीड चनीज़भथनींजगो जंगल कप्रे

आदमनी उखदाड़कर लप्रे जदातप्रे ं ैं और श र मभ अत्तदारयों कप्रे-चदारदाथआनप्रेदगो मभ बप्रेच


आतप्रे ं ैं। ज ैसप्रे , मकगोयकंघनी,स दप्रे ईयदा,ककरगौंसंप्रे,संतरप्रे कप्रे बनीज, मददार कप्रे संल, करजप्रे,
ंक ंड ंड
घमचनी आहद। र-एक चनीज़ हदखदातदा थदा और रटप्रे ए शब्दयों मभ उसकप्रे गणक भनी
ंक
बयदान करतदा जदातदा थदा। य मकगोय ं ै सरकदार! तदाप , ंगोमंददाश्ग्न , ंगो तल्लदी
ंगो,
संड़कन ंगो, ंगो, खदाड।ँसनी , एकगो खगोरदाक मभ आरदाम ंगो जदातदा ं ै। य संतरप्रेड कप्रे
शडल
बनीज ं ैं ंगो, बदाई ंगो
मदासलक,गहठयदा ...।
खन्नदा नप्रेददाम पछदाड -- उसनप्रे आठ आनप्रे क ंप्रे। खन्नदा नप्रे ंकपयदाएक संभ क हदयदा
और उसप्रेपड़दाव तक रख आनप्रेकदा ंकक्म हदयदा। ग़रदीब नप्रेम।ँं
ड क-मदाड।ँगदा ददाम ंनी न ंनीं
पदायदा, उसकदा दगकनदाक पदायदा। आशनीवदाद दप्रे तदा चलदा गयदा।

रदाय सदा ब नप्रेपछदाड -- आप य घदास-पदात लप्रेकर क्यदा करभ गप्रे?

खन्नदा नप्रेमस्करदाकरु क ंदा -- इनककी अशकफ़दयदाड।ँबनदाऊड।ँगदा। म ैंककीसमयदागर


ंड।ं।ँय आपकगो शदायद न ंनींमदालम।ंड

'तगो यदार, व मंत मभ ससखदा ' दगो।

ंदाड।ँ-ंदाड।ँ,शसौक़ सप्रे। मप्रेरदी शदाधिगददी ककीश्जए। प लप्रेसवदा सप्रेर लड्डड लदाकर चढ़दाइए, तब
बतदाऊड।ँ गदा। बदात य ं ै कक मप्रेरदा- ततर कप्रे आदसमययों सप्रेसदाबक़दा पड़तदा ं ै।
कछ
ंक
ऐसप्रे लगोग भनी आतप्रे, जगो ैंजड़नी-बहटययोंंड पर जदान दप्रे तप्रे ं ैं। उनकगो इतनदा मदालमड ंगो
जदाय कक य ककसनी फ़ककीर ककी ई बटदीड ं ैंककर आपककी ख़शदामद क करभ ग, नदाक
ददी
ंक
रगड़भगप्रे,और आप व चनीज़ उन म ंभ दप्रे ,तगोदभ मप्रेशदा कप्रे सलए आपकप्रे ऋणनी ंगो
जदायगप्रे।ंड।ँ एक ंकपए मभ अगर दस-बनीस बबकओंंकपर ए सदान कदा नमददा कसदा जदा
सकप्रे, तगो क्यदा बरदाक ं ै। ज़रदा सप्रेए सदान सप्रेबड़प्रे-बड़प्रेकदाम नकल जदातप्रे ं ैं।
रदाय सदा ब नप्रेकत ल सप्रेपछदा -- मगर इन बहटययों कप्रे गण आपकगो यदाद क ैसप्रे
ंक ंड ंड ंड ंक
र ंभगप्रे?

खन्नदा नप्रे क़ क़ ंदा मदारदा-- आप भनी रदाय सदा ब! बड़प्रे मज़प्रे ककी बदातभ करतप्रे ं ैं। श्जस
बटदीड मभ जगो गणक चदा ंप्रेबतदा ददीश्जए, व आपककी सलयदाक़त पर मनक सर ं ै। सप्रेत
तगो ंकपए मभ आठ आनप्रेकवदास सप्रे ंगोतनी ं ै। आप जगो इन बड़प्रे- अफ़सरयों कगो
दप्रे खतप्रे, और ैं इन लम्बनी पंडछवदालड़ववद्वदानयों कगो, और इन रईसयों कगो, यप्रे सब
अंसंववकवदासनी ंगोतप्रे ं ैं। म ैं तगो -वनशदास मपत तकप्रे पगोफ़प्रेसर कगो जदानतदा ंड,जतोँ
कककरगौंसंप्रेकदा नदाम भनी न ंनींजदानतप्रे। इन ववद्वदानयों कदा मज़दाक़ तगो मदारप्रे स्वदामनीजनी

ख़बड उड़दातप्रे ं ैं। आपकगो तगो कभनी उनकप्रे दशदन न ंकए ंयोंगप्रे। अबककी आप आयभग, तगो
उनसप्रे समलदाऊड।ँ गदा। जब सप्रे मप्रेरप्रे बग़नीचप्रे ,मभ रदात-हदनठरप्रे लगोगयोंं ैंकदा तदाडत
।ँ दा लगदा र तदा
ं ै। मदायदा तगो उन म ंभछड भनी न ंनींगयनी। कप्रेवल एक बदार दद ड पनीतप्रे ं ैं। ऐसदा ववद्वदान
म ंदात्मदा म ैंनप्रे आज तक न ंनीं दप्रे खदा।जदानप्रे ककतनप्रे वषद;हमदालय पर तप करतप्रेर
ंप्रे। परप्रेड ससस पंकष ं ैं। आप उनसप्रेअवकय ददीक्षदा लदीश्जए। मझप्रेव
क वकवदास
ं ैंआपककी य सदारदी कहठनदाइयदाड।ँछडमंतर ंगो जदायगनी।ंड।ँ आपकगो दप्रे खतप्रे ंनी आपकदा
भतड-भववष्य सब क सनदायभग।ंक ऐसप्रेपसन्नमखक ं ैंकक दप्रे खतप्रे ंनी मन णखल उठतदा
ं ै। तदाज्जबक तगो य ं ैकक ख़द क इतनप्रेबड़प्रेम ंदात्मदा ं ैं;मगर संन्यदास और त्यदाग मंहदर
और मठ,संपददाय और पंथ,इन सबकगो ढयोंग क तप्रे , पदाखंड ैं क तप्रे, ं ैं ंडहढ़ययों कप्रे बंसंन
कगो तगोड़गो और मनष्यक बनगो, दप्रे वतदा बननप्रे कदा ख़यदाल छगोड़गो। दप्रे वतदा बनकर तमक मनष्यक
न र ंगोगप्रे।

रदाय सदा ब कप्रे मन मभ शंकदा ई। म ंदात्मदाओं मभ उन म ंभ भनी व सववकथदावदा,जगो


ंक
पभतदाक-वदालयों मभ आम तसौर पर ंगोतदा ं ै। दखनीक पदाणनी कगो आत्मधिचंतन मभ जगो शदांत
समलतनी ं ै। उसकप्रे सलए व भनी लदालदा यत र तप्रे थप्रे। जब आधिथदक कहठनदाइययों सप्रे
नरदाश ंगो जदातप्रे,मन मभ आतदा,संसदार सप्रेम।ँं
ड कमगोड़कर एकदांत मभ जदा ब ैठभऔर मगोक्ष
ककी धिचंतदा करभ । संसदार कप्रे बंसंनयों कगो व भनी ससदादारण ककी भदाडत
।ँ
मनष्ययोंंक
आत्मगोन्न त कप्रे मदागदककी बबदादाएड।ँसमझतप्रेथप्रेऔर इनसप्रेदरू ंगो जदानदा ंनी उनकप्रे
जनीवन कदा भनी आदशद थदा;लप्रेककन संन्यदास और त्यदाग कप्रे बबनदा बंसंनयों कगो तगोड़नप्रे
कदा और क्यदा उपदाय ं ै?
'लप्रेककन जब व संन्यदास कगो ढयोंग क तप्रे,तगो ं ैंख़द क क्ययों संन्यदास सलयदा ै?'

'उन म ंयोंनप्रे संन्यदास कब सलयदा ं ै सदा,वब तगो क तप्रे --ं ैंआदमनी कगो अंत तक कदाम
करतप्रे र नदा चदाह ए। ववचदार-स्वदातंत्र्य उनकप्रे उपदप्रे शयों कदा तत्व' ं ै।

'मप्रेरदी समझ मभ ककछ न ंनींआ र ंदा ं ै। ववचदार-स्वदातंत्र्य कदा आशय क्यदा ?'ं ै

'समझ मभ तगो मप्रेरप्रेककछभनी न ंनींआतदा, अबककी आइए, तगो उनसप्रे बदातभ ंयों। व पप्रेम कगो
जनीवन कदा सत्य क तप्रे ं ैं। और इसककी ऐसनी सदरं ंक व्यदाख्यदा करतप्रे ं ैंकक मन मग मसंक
ंगो जदातदा ं ै।'

'समस मदालतनी कगो उनसप्रे समलदायदा यदा न ?'ंनीं


'आप भनी हदल्लगनी करतप्रे ं ैं। मदालतनी कगो भलदा इनसप्रे क्यदा समलतदा'...।
वदाक्य परदाड न ंकआ थदा कक व सदामनप्रेझदाड़नी मभ सरसरदा ट ककी आवदाज़ सनकरु
चगौंक पड़प्रे और पदाण-रक्षदा ककी पप्रेरणदा सप्रे रदाय सदा ब कप्रे पनीछप्रे आ गयप्रे। झदाड़नी मभ सप्रे एक
तभ दआक नकलदा और मंद ग त सप्रेसदामनप्रेककी ओर चलदा।

रदाय सदा ब नप्रेबंदक़ड उठदायनी और नशदानदा बदाड।ँसंनदा चदा तप्रेथप्रेकक खन्नदा नप्रेक ंदा --
क्यदा करतप्रे ं ैं ?आपख़्वदा मख़्वदा उसप्रे छप्रे ड़ र ंप्रे ं ैं। क ंनीं लसौट? पड़प्रे तगो

'लसौट क्यदा पड़प्रेगदा,व ंनीं ढप्रे र ंगो जदायगदा।'

'तगो मझप्रेकउस टदीलप्रेपर चढ़ जदानप्रेददीश्जए। म ैंसशकदार कदा ऐसदा शसौक़कीन न ंनीं ंड।'ं।ँ

'तब क्यदा सशकदार खप्रेलनप्रे चलप्रे?' थप्रे

'शदामत और क्यदा।'

रदाय सदा ब नप्रेबंदक़ड ननीचप्रेकर लदी।

'बड़दा अच्छदा सशकदार नकल गयदा। ऐसप्रे अवसर कम समलतप्रे ' ं ैं।

'म ैं तगो अब य ंदाड।ँ न ंनीं ठ र सकतदा। ख़तरनदाक जग' ं ै।

'एककदा सशकदार तगो मदार लप्रेनप्रे ददीश्जए। ख़दालदी ंदाथ लसौटतप्रे शमद आतनी' ं ै।

'आप मझप्रेकक ृपदा करकप्रे कदार कप्रे पदास प ंकड।ँचदा ददीश्जए, ककर चदा ंप्रेतभदएक कदा
सशकदार ककीश्जए यदा चनीतप्रे कदा।'

'आप बड़प्रे डरपगोक ं ैं समस्टरन्नदाख, सच।'

'व्यथदमभ अपननी जदान ख़तरप्रे मभडदालनदा ब ंदादरदीक न ंनीं ं ै।'

'अच्छदा तगो आप ख़शनीक सप्रेलसौट सकतप्रे ं ैं।'

'अकप्रे लदा?'

'रदास्तदा बबलककल सदाफ़ ं ै।'


'जनी न ंनीं। आपकगो मप्रेरप्रे सदाथ चलनदा पड़प्रेगदा।'

रदाय सदा ब नप्रेब ंकत समझदायदा; मगर खन्नदा नप्रे एक न मदाननी। मदारप्रे भय कप्रे उनकदा चप्रे रदा
पनीलदा पड़गयदा थदा। उस वक़्त अगर झदाड़नी मभ सप्रे एक धिगल रदी भनी नकल आतनी, तगो व
चनीख़ मदारकर धिगर पड़तप्रे। बगोटदी-बगोटदी कदाड।ँप र ंनी थनी। पसनीनप्रे सप्रे तर ंगो गयप्रे थप्रे! रदाय सदा
ब कगो लदाचदार ंगोकर उनकप्रे सदाथ लसौटनदा पड़दा।

जब दगोनयों आदमनी बड़नी दरू नकल आयप्रे,तगो खन्नदा कप्रे ंगोश हठकदानप्रे आयप्रे। बगोलप्रे--
ख़तरप्रे सप्रे न ंनीं डरतदा;लप्रेककन ख़तरप्रे कप्रे म।ँं
ड कमभउगलदी
ड।ँ डदालनदा ह मदाक़त ं ै।

'अजनी जदाओ भनी। ज़रदा-सदा तभ दआक दप्रे ख सलयदा, तगो नकल गयनी।'
जदान

'म ैंसशकदार खप्रेलनदा उस ज़मदानप्रेकदा संस्कदार समझतदा ंड,जब।ँ आदमनी पशकथदा। तब


सप्रेसंस्क ृत ब ंकत आगप्रेबढ़ गयनी ं ै।'

'म ैंसमस मदालतनी सप्रेआपककी क़लई खगोलंडगदा।ं।ँ'

'म ैं अह वदाददींसदा ंगोनदा लज्जदा ककी बदात न ंनीं समझतदा।'

'अच्छदा, तगो य आपकदा अह ंंसदावदाद थदा। शदाबदाश!'

खन्नदा नप्रे गवद सप्रे क-- ंदाजनी ंदाड।ँ,य मप्रेरदा अह सदावदादं थदा। आप बद्ंक सं और
शंकर कप्रे नदाम पर गवदकरतप्रे ं ैंऔर पशकओंककी त्यदा करतप्रे ैं,लज्जदा आपकगो आननी
चदाह ए, न कक मझप्रे।ंक

ककछ दरू दगोनयों ककर चपचदापक चलतप्रेर ंप्रे। तब खन्नदा बगोलप्रे-- तगो आप कब तक
आयगप्रे।ँड? म ैंचदा तदा ंड,आप।ँ पदासलसनी कदा फ़दामद आज ंनी भर दभ और शक्कर कप्रे ह
स्सयों कदा भनी। मप्रेरप्रेपदास दगोनयों फ़दामदभनी मसौजद ड ं ैं।
रदाय सदा ब नप्रे धिचं तत स्वर मभ --क ज़रदा सगोच लप्रेनप्रे ददीश्जए।

'इसमभ सगोचनप्रे ककी ज़डरत न' ंनीं।


तनीसरदी टगोलदी समरज़दा खशकदप्रे और समस्टर तंखदा ककी थनी। समरज़दा खशकदप्रे कप्रे सलए भतड
और भववष्य सदादप्रे कदाग़ज़ ककी भदाडत
।ँ थदा। व वतदमदान मभ र तप्रेथप्रे। न भतड कदा
पछतदावदा थदा, न भववष्य ककी धिचंतदा। जगो ककछ सदामनप्रेआ जदातदा थदा, उसमभ -जदाननी
सप्रेलग जदातप्रेथप्रे। समतयों ककी मंडलदी मभ व ववनगोद कप्रे पतलप्रेकथप्रे। कगौंससल मभ उनसप्रे
ज़्यदाददा उत्सदा ंनी मभ बर कगोई न थदा। श्जस पक नकप्रे पनीछप्रे पड़ जदातप्रे,सम नस्टरयों कगो
ंकलदा दप्रे तप्रे। ककसनी कप्रे सदाथ ररयदायत करनदा न ंनीं जदानतप्रे थप्रे।-बनीचबनीचमभ परर ंदास
भनी करतप्रे जदातप्रे थप्रे। उनकप्रे सलए आज जनीवन,कलथदा कदा पतदा न ंनीं। ग़स्सप्रेवरु भनी
ऐसप्रे थप्रे कक तदाल ठयोंककर सदामनप्रेआ जदातप्रे थप्रे। नम्रतदा कप्रे सदामनप्रे दं डवत करतप्रे; थप्रे
लप्रेककन ज ंदाड।ँ ककसनी नप्रे शदान हदखदायनी और य ंदाथ संगोकर उसकप्रे पनीछप्रे पड़प्रे। न
अपनदा लप्रेनदा यदाद रखतप्रे , थप्रेनदसरयोंंड कदा दप्रे नदा। शसौक़ थदा शदायरदी कदा और शरदाब
कदा। औरत कप्रेवल मनगोरं जन ककी वस्तकथनी। ब ंकत हदन ंकए हृदय कदा हदवदालदा
नकदाल चकप्रेक थप्रे। समस्टर तंखदा ददाड।ँव-पभ च कप्रे आदमनी, ससौददाथप्रे पटदानप्रे मभ ,आमलदाक
सलझदानप्रेकमभ,अड़ंगदा लगदानप्रे , मभ बदालडसप्रेतप्रेल नकदालनप्रेमभ,गलदा दबदानप्रे मभ ,द क
झदाड़कर नकल जदानप्रे मभ बड़ड़प्रेससद्स्त। कह यप्रे रप्रे त मभ नदाव चलदा,पत्थरदभ पर
दबड उगदा दभ । तदाल्लक़प्रेददारयोंंक कगो म ंदाजनयों सप्रेक़रज़ हदलदानदा, नयनी कं प नयदाड।ँखगोलनदा,
चनदावक कप्रे अवसर पर उम्मप्रेदवदार खड़प्रेकरनदा, य ंनी उनकदा व्यवसदाय थदा। ख़दासकर
चनदावक कप्रे समय उनककी तक़ददीर चमकतनी थनी। ककसनी पगोढ़प्रे उम्मप्रेद-वदार कगो खड़दा
करतप्रे,हदलगोज़दान सप्रे उसकदा कदाम करतप्रे और दस-बनीस ज़दार बनदा लप्रेतप्रे। जब कदाड।ँगप्रेस
कदा ज़गोर थदा कदाड।ँगप्रेस कप्रे उम्मप्रेदवदारयों कप्रे स ंदायक थप्रे।पददाजबयकसदांदल कदा ज़गोर
ंकआ, तगो ह दं सभदाड ककी ओर सप्रेकदाम करनप्रेलगप्रे;मगर इस उलट-संप्रे र कप्रे समथदन कप्रे
सलए उनकप्रे पदास ऐसनी दलदीलभ थनीं कक कगोई उड।ँ गलदी न हदखदा सकतदा थदा। श र कप्रे
सभनी रईस, सभनी ंकक्कदाम, सभनी अमनीरयों सप्रे उनकदा यदारदानदा थदा। हदल मभ चदा ंप्रे लगोग
उनककी ननी त पसंद न करभ ;पर व स्वभदाव कप्रे इतनप्रेनम्र थप्रेकक कगोई म।ँं
ड कपर
ककछ न क सकतदा थदा।

समरज़दा खशकदप्रे नप्रेडमदाल सप्रेमदाथप्रेकदा पसनीनदा पयोंछकर क ंदा -- आज तगो सशकदार


खप्रेलनप्रेकप्रे लदायक़ हदन न ंनीं ं ै। आज तगो कगोई मशदायरदाक ंगोनदा चदाह ए थदा।

वककील नप्रे समथदन ककयदा-- जनी ंदाड।ँ,व य बयग़ मम। बड़ड़ ब यर र सगड़। थतड़ड़ दसर कस बयद समसटर तशखय नस
मयमलस कक बयत छसड़ड़।
'अबककी चनदावक मभ बड़प्रे-बड़प्रेगलक णखलभग। आपकप्रे सलए भनी मश्ककलक ं ै।'
समरज़दा ववरकम त मन सप्रे बगोलप्रे-- अबककी म ैंखड़दा ंनी न ंडगदा
।ं।ँ
तंखदा नप्रेपछदाड -- क्ययों? मफ़्तक ककी बकबक कसौन करप्रे । फ़दायददा ंनी क्यदा! मझप्रेकअब

इस डप्रेमदाक्रप्रे सनी मभ भश्क्न तनीं र ।ंनी ज़रदा-सदा कदाम और म ंनीनयों ककी ब ंदाड।ँ,
स।
जनतदा ककी आड।ँखयों मभ संलड झयोंकनप्रेकप्रे सलए अच्छदा स्वदाड।ँग ं ै। इससप्रेतगो क ंनींअच्छदा
ं ै कक एक गवनदर ,रचदाप्रे ंप्रेव ह ंगो, यदा अड।ँगप्रेज़,इससप्रे ब स न ंनीं। एक
दं स्तदाननीक
इंश्जन श्जस गदाड़नी कगो बड़प्रे मज़प्रे सप्रे ज़दारयों मनील खनींच लप्रे जदा सकतदा ं ैं उसप्रे दस
ज़दार आदमनी समलकर भनी उतननी तप्रेज़नी सप्रे न ंनीं खनींच सकतप्रे। म ैं तगो य सदारदा
तमदाशदा दप्रे खकर कगौंससल सप्रेबप्रेज़दार ंगो गयदा ंड।ं।ँमप्रेरदा बस चलप्रे,तगो कगौंससल मभ आग
लगदा दंड।ं।ँश्जसप्रे म डप्रेमदाक्रप्रेसनी क तप्रे ैं,व व्यव ंदार मभ -बड़प्रे व्यदापदाररययों और
ज़मनींददारयों कदा ं ैंऔर कछ न ंनीं। चनदाव मभ व ंनी बदाज़नी लप्रे जदातदा ं ैं श्जसकप्रे
रदाज्य
ंक ंक
पदास ंकपए ं ैं। ंकपए कप्रे ज़गोर सप्रेउसकप्रे सलए सभनी सवववदाएड।ँंकत ैयदार ंगो जदातनी ं ैं।
बड़प्रे-बड़प्रे पंडडत,बड़प्रे-बड़प्रे मसौलवनी,बड़प्रे-बड़प्रे सलखनप्रे और बगोलनप्रेवदालप्रे,जगोअपननी ज़बदान
और क़लम सप्रे पश्ब्लक कगो श्जस तरफ़ चदा ंभ संप्रे, सभनीरदभ सगोनप्रे कप्रे दप्रे वतदा कप्रे प ैरयों
पर मदाथदा रगड़तप्रे ं ैं। म ैंनप्रेतगोइरदाददा कर सलयदा ं ैं अब एलप्रेक्शन कप्रे पदास न
जदाऊड।ँ गदा! मप्रेरदा पगोपप्रेगंडदा अब डप्रेमदाक्रप्रे सनी कप्रे णख़लदाफ़' ंगो
गदा।
समरज़दा सदा ब नप्रेकरदान ककी आयतयों सप्रेससद् सं ककयदा कक परदानप्रेज़मदानप्रेकप्रे
ंक ंक
बदादशदा ंयों कप्रे आदशद ककतनप्रे ऊड।ँ चप्रे थप्रे। आज तगो म उसककी तरफ़ तदाक भनी न ंनीं
सकतप्रे। मदारदी आड।ँखयों मभ चकदाचगौंसं यगनी।आजदाबदादशदा कगो ख़ज़दानप्रे ककी एक कसौड़नी
भनी नजनी ख़चद मभ लदानप्रे कदा अधधिकदार न थदा। व ककतदाबभ नक़ल,कपड़प्रेकरकप्रे
सनीकर, लड़कयों कगो पढ़दाकर अपनदा गज़रु करतदा थदा। समरज़दा नप्रेआदशदम ंनीपयों ककी

एक लम्बनी सचनीड धिगनदा ददी। क ंदाड।ँतगो व पजदा कगो पदालनप्रेवदालदा बदादशदा , और क ंदाड।ँ
आजकल कप्रे मन्तनी और सम नस्टर, पदाड।ँच,छछः, सदात, आठ ज़दार मदा वदार
समलनदा चदाह ए। य लटड ं ैयदा डप्रेमदाक्तसनी!

ह रनयों कदा एक झडंंक चरतदा ंकआ नज़र आयदा। समरज़दा कप्रे मखक पर सशकदार
कदा जगोश चमक उठदा। बंदक़ड स।ँभ
ड दालदी और नशदानदा मदारदा। एक कदालदासदा ह रन-

धिगर

पड़दा। व मदारदा! इस उन्मत्त ध्व न कप्रे सदाथ समरज़दा भनी बप्रेत ंदाशदा दसौड़प्रे।
बबलककल बच्चयों ककी तर उछलतप्रे,कडदतप्रे,तदासलयदाड।ँबजदातप्रे। समनीप ंनी एक वक्ष ृ पर
एक
आदमनी लकडड़यदाड।ँ कदाट र ंदा थदा। व भनी चट-पट वक्ष ृ सप्रेउतरकर समरज़दाजनी कप्रे
सदाथ दसौड़दा। ह रन ककी गददन मभ गगोलदी लगनी, उसकप्रेथनी प ैरयों मभ कं पन ंगो र ंदा थदा
और आड।ँखभ पथरदा गयनी थनीं।

लकड़ ंदारप्रे नप्रे ह रन कगो ककणनप्रेतयों सप्रे दप्रे खकर क-- ंदाअच्छदा पठदा थदा, मन-भर सप्रे
कम न ंगोगदा। ंकककम ंगो, तगो म ैंउठदाकर प ंकड।ँचदा दंड?ं।ँ

समरज़दा ककछ बगोलप्रेन ंनीं। ह रन ककी टड।ँगनी ंकई, ददीन वप्रेदनदा सप्रे भरदी आड।ँखभ दप्रे ख र ंप्रे थ अभनी
एक समनट प लप्रे इसमभ जनीवन थदा। -ज़रदासदा पत्तदा भनी खड़कतदा, तगो कदान खड़प्रे करकप्रे
चसौकडड़यदाड।ँ भरतदाकआ नकल भदागतदा। अपनप्रेसमतयों और बदाल-बच्चयों कप्रे सदाथ ईक वर ककी
उगदाई ंकई घदास खदा र ंदा थदा; मगर अब नस्पंद पड़दा ं ै। उसककी खदाल सउप्रे ड़ लगो,उसककी
बगोहटयदाड।ँ कर डदालगो,उसकदा क़कीमदा बनदा डदालगो, उसप्रे ख़बर न ंगोगनी। उसकप्रे क्रकीड़दामय जनीवन मभ
जगो आकषदण,जगोथदाआनंद थदा,व क्यदा इस नजनीव शव मभ ं ै? ककतननी सदरं ंक गठन थनी,
ककतननी प्यदारदी आड।ँखभ,ककतननी मनगो र छवव? उसककी छलदाड।ँगभ हृदय मभ आनंद ककी तरं गभ
प ैददा,उसककीर चसौकडड़ययोंदप्रेतनीथनीं कप्रे सदाथ मदारदा मन भनी चसौकडड़यदाड।ँभरनप्रेलगतदा थदा। उसककी
स मसंडतदजनीवन-सदा

बबखप्रेरतनी चलतनी थनी,ज ैससप्रेल


ड सगंसंक बबखप्रेरतदा ं ै; लप्रेककन अब! उसप्रेखकरदप्रे ग्लदा न
ंगोतनी ं ै।

लकड़ ंदारप्रे नप्रेपछदाड -- क ंदाडप


।ँ ंगोगदा मदासलक? मझप्रेकभनी दगो-चदार प ैसप्रे दप्रे दप्रे नदा।
ंकड।ँचदानदा

समरज़दाजनी ज ैसप्रे ध्यदान सप्रे चसौक पड़प्रे। --बगोलप्रेअच्छदा उठदा लप्रे। क ंदाड।ँ चलप्रेगदा?

'ज ंदाड।ँंकककम ंगो मदासलक।'

'न ंनीं,ज ंदाड।ँ तप्रेरदी इच्छदा, व ंगोदाड।ँलप्रेजदा। म ैंतझप्रेकदप्रेतदा ंड।'ं।ँ

लकड़ ंदारप्रे नप्रेसमरज़दा ककी ओर ककतडल सप्रेदप्रेखदा। कदानयों पर ववकवदास न आयदा।

'अरप्रे न ंनीं मदासलक,ंकज़रू नप्रेससकदार ककयदा ं ैंतगो म क ैसप्रेखदा लभ।'


'न ंनीं-न ंनींमख़
ैं शनीक सप्रेक तदा ंड,त।ँमक इसप्रेलप्रेजदाओ। तम मंक ंदारदा घर य ंदाड।ँसप्रेककतननी
दरू ं ै?'
'कगोई सआदा कगोस ंगोगदा मदासलक!'

'तगो म ैंभनी तम मंक ंदारप्रे सदाथ चलंडगदा।ं।ँ दप्रे खगदांडं।ँ, तम मंक ंदारप्रे बदाल-बच्चप्रेक ैसप्रेख़शक ंगोतप्रे ं ैं।'

'ऐसप्रेतगो म ैंन लप्रेजदाऊड।ँगदा सरकदार! आप इतननी दरू सप्रेआयप्रे,इस कड़नी संपड मभ


ससकदार ककयदा, म ैं क ै सप्रे उठदा लप्रे? जदाऊड।ँ

'उठदा उठदा, दप्रे र न कर। मझप्रेकमदालमड ंगो गयदा तडभलदा आदमनी ं ै।'

लकड़ ंदारप्रे नप्रे डरतप्रे-डरतप्रे और र-र कर समरज़दाजनी कप्रे मखक ककी ओर सशंक नप्रेतयों सप्रे
दप्रे खतप्रे ंकए कक क ंनींबबगड़ न जदाय,ंडह ।ँ रन कगो उठदायदा। स सदा उसनप्रे ह रन कगो
छगोड़ हदयदा और खड़दा ंगोकर बगोलदा -- म ैं समझ गयदा मदासलक,ज़रू नप्रेइसककी लदालदी
न ंनीं ककी।

समरज़दाजनी नप्रे ंड।ँसकर क ंदा -- बस-बस, तनप्रेडख़बड समझदा। अब उठदा लप्रेऔर


घर चल।

समरज़दाजनी संमद कप्रेइतनप्रे पदाबंद न थप्रे। दस सदाल सप्रे उन म ंयोंनप्रे नमदाज़ न पढ़दी थनी। दगो म
ंनीनप्रेमभएक हदन व्रत रख लप्रेतप्रेथप्रे। बबलककल नरदा दार, नजदल;मगर लकड़ ंदारप्रे कगो इस
ख़यदाल सप्रेजगो संतगोष ंकआ थदा कक ह रन अब इन लगोगयों कप्रे सलए अखदाद् य
गयदा ं ैं उसप्रे संनीकदा न करनदा चदा तप्रे थप्रे। लकड़ ंदारप्रे नप्रे लकप्रे मन सप्रे ह रन क गरदन पर
रख सलयदा और घर ककी ओर चलदा।

तंखदा अभनी तक-तटस्थ सप्रेव ंनींपप्रेड़ कप्रे ननीचप्रेखड़प्रेथप्रे। संपड मभ ह रन कप्रे पदास जदानप्रे
कदा कष्ट क्ययों उठदातप्रे। ककछ समझ मभ न आ र ंदा थदा कक मआमलदाक क्यदा ं ै;
लप्रेककन जब लकड़ ंदारप्रे कगो उल्टदी हदशदा मभ जदातप्रे, तगोदप्रे खदाआकर समरज़दा सप्रे बगोलप्रे--
आप सउर क ंदाड।ँ जदा ंप्रेर ं ैंज़रत! क्यदा रदास्तदा भलड गयप्रे?

समरज़दा नप्रेअपररदानी भदाव सप्रेमस्करदाकरु क ंदा -- म ैंनप्रे सशकदार इस ग़रदीब आदमनी कगो
दप्रे हदयदा। अब ज़रदा इसकप्रे घर चल र ंदा ंड।ं।ँआप भनी आइए न।

तंखदा नप्रेसमरज़दा कगो ककतडल ककी दृश्ष्ट सप्रे दप्रे खदा और बगोलप्रे--आप अपनप्रे ंगोश मभ
ं ैं यदा न ंनीं।
'क न ंनींसकतदा। मकझप्रेख़द क न ंनींमदालम।ंड'

'सशकदार इसप्रे क्ययों दप्रे हदयदा?'

'इसनीसलए कक उसप्रेपदाकर इसप्रेश्जतननी ख़शनीक ंगोगनी, मझप्रेय


क दा आपकगो न ंगोगनी।'

तंखदा णखससयदाकर बगोलप्रे-- जदाइए! सगोचदा थदा, ख़बड कबदाब उड़दायभग, सगो आपनप्रे
सदारदा मज़दा ककरककरदा कर हदयदा। ख़ ैर,रदाय सदा ब और मप्रेतदा ककछ न ककछ
लदायभग ंनी। कगोई ग़म न ंनीं। म ैंइस एलप्रेक्शन कप्रे बदारप्रे मभककछ अरज़ करनदा चदा तदा
ंड।ं।ँआप
ंनीं खड़दा ंगोनदा चदा तप्रे न स, आपककी ज ैसनी मरज़नी;लप्रेककन आपकगो इसमभ क्यदा
तदाम्मलक ं ैकक जगो लगोग खड़प्रे ंगो र ंप्रे ं ैं,उनसप्रेइसककी अच्छठी क़कीमत वसलड ककी
जदाय। म ैंआपसप्रेससफ़द इतनदा चदा तदा ंडकक।ँ आप ककसनी पर यभप्रेद न खलनप्रेकदभ
आप न ंनीं खड़प्रे ंगो र ंप्रे ं ैं। ससफ़द इतननी मप्रे रबदाननी ककीश्जए मप्रेरप्रे सदाथ। ख़्वदाज जमदाल
तदाह र इसनी श र सप्रे खड़प्रे ंगो र ंप्रे ं ैं। रईसयों कप्रे वगोट सगोल यों आनप्रे उनककी
तरफ़ ं ैं , ंनीक्कदाम भनी उनकप्रे मददगदार ं ैं। ककर भनी पबसलक पर आपकदा जगो
ंक
असर ं ैं इससप्रे उनककी कगोर दब र ंनी ं ै। आप चदा ंभ तगो आपकगोसप्रे दसउन-बनीस
ज़दार ंकपए म ज़ य ज़दाह र कर दप्रे नप्रे कप्रे समल सकतप्रे ं ैं कक आप उनककी ख़दा
तर
ब ैठ जदातप्रे ं ैं...। न ंनींमझप्रेअरज़ कर लप्रेनप्रेददीश्जए। इस मआमलप्रेमभआपकगो कछ
ंक ंक ंक
न ंनीं करनदा ं ै। आप बप्रेकफ़क्र ब ैठप्रे रह ए। म ैं आपककी तरफ़ सप्रे एक मप्रे नफ़प्रे स्टगो नकदाल
दंडगदा।ं।ँ और उसनी शदाम कगो आप मझसप्रेकदस ज़दार नक़द वसलड कर लदीश्जए।

समरज़दा सदा ब नप्रे उनककी ओर ह कदारत सप्रे दप्रे खकर क-- ंदाम ैं ऐसप्रे ंकपए पर और
आप पर लदानत भप्रेजतदा ंड।ं।ँ

समस्टर तंखदा नप्रेज़रदा भनी बरदाक न ंनींमदानदा। मदाथप्रेपर बल तक न आनप्रेहदयदा।

'मझक पर आप श्जतननी लदानत चदा ंभभप्रेजभ;मगर ंकपए पर लदानत भप्रेजकर आप

अपनदा ंनी नक़सदानक कर र ंप्रे ं ैं।'

'म ैंऐसनी रक़म कगो रदाम समझतदा ंड।'ं।ँ


'आप शरदीयत कप्रे इतनप्रे पदाबन्द तगो न ंनीं' ं ैं।

'लटड ककी कमदाई कगो रदाम समझनप्रेकप्रे सलए शरदा कदा पदाबंद ंगोनप्रेककी ज़डरत न ंनीं
ं ै।'

'तगो इस मआमलप्रेम
क भ क्यदा आप अपनदा फ़ ैसलदा तब्ददील न ंनींकर सकतप्रे?'

'जनी न ंनीं।'

'अच्छठी बदात ं ैं इसप्रे जदानप्रे ददीश्जए।सनी ककबनीमदा कं पननी कप्रे डदाइरप्रे क्टर बननप्रे मभ तगो
आपकगो कगोई एतरदाज़ न ंनीं ? ं ैआपकगो कं पननी कदा एक ह स्सदा भनी न ख़रदीदनदा पड़प्रेगदा।
आप ससफ़द अपनदा नदाम दप्रे ददीश्जएगदा।'

'जनी न ंनीं,मझप्रेय
क भनी मंज़रू न ंनीं ं ै। म ैंकई कंप नययों कदा डदाइरप्रे क्टर, कई कदा
म ैनप्रेश्जंग एजभट,कईकदा चप्रेयरम ैन थदा। दसौलत मप्रेरप्रेव चमतनीपदाड।ँ थनी। म ैंजदानतदा ंड,ं।ँ
दसौलत सप्रेआरदाम और तकल्लफ़क कप्रे ककतनप्रेसदामदान जमदा ककयप्रेजदा सकतप्रे ं ैं;मगर
भनी जदानतदा ंडकक।ँ दसौलत इंसदान कगो ककतनदा ख़द-क ग़रज़ बनदा दप्रे तनी ं ैं ककतनदा ऐश-
पसंद,ककतनदा मक्कदार, ककतनदा बप्रेग़ ैरत।'

वककील सदा ब कगो ककर कगोई पस्तदाव करनप्रेकदा सदा स न ंकआ। समरज़दाजनी ककी
बद्ंकधधि और पभदाव मभ उनकदा जगो ववकसवदा थदा, व ब ंकत कम ंगो गयदा। उनकप्रे
सलए संन ंनी सब ककछ थदा और ऐसप्रेआदमनी सप्रे,जगो लक्ष्मनी कगो ठगोकर मदारतदा ंगो,
उनकदा कगोई मप्रेल न ंगो सकतदा थदा। लकड़ ंदारदा ह रन कगो कं संप्रे पर रखप्रे लपकदा
चलदा जदा
ंदा थदा। समरज़दा नप्रे भनी क़दम बढ़दायदा;पर स्थलकदायड तंखदा पनीछप्रे र गयप्रे।

उन म ंयोंनप्रेपकदारदाक -- ज़रदा सन
क ए, समरज़दाजनी, आप तगो भदागप्रे जदा र ंप्रे ं ैं।

समरज़दाजनी नप्रेबबनदा ंककप्रे ंकए जवदाब हदयदा -- व ग़रदीब बगोझ सलयप्रे इतननी तप्रेज़नी सप्रे चलदा
जदा र ंदा ं ै। म क्यदा अपनदा बदन लप्रेकर भनी उसकप्रे बरदाबर न ंनीं चल ?सकतप्रे

लकड़ ंदारप्रे नप्रेह रन कगो एक ठंडठ।ँ पर उतदारकर रख हदयदा थदा और दम लप्रेनप्रे लगदा
थदा।

समरज़दा सदा ब नप्रेआकर पछदाड -- थक गयप्रे,क्ययों?


लकड़ ंदारप्रे नप्रेसककचदातप्रे ंकए क ंदा -- ब ंकत भदारदीं ैसरकदार!

'तगो लदाओ, ककछ दरू म ैंलप्रेचलंड।'ं।ँ

लकड़ ंदारदा ंड।ँसदा। समरज़दा डनील-डसौल मभ उससप्रे क ंनीं ऊड।ँ चप्रे -तदाज़प्रेऔरमगोटप्रे थ,ककर भनी
दबलदाक-पतलदा आदमनी उनककी इस बदात पर ंड।ँसदा। समरज़दाजनी पर ज ैसप्रेचदाबकक पड़
गयदा।

'तमक ंड।ँसप्रेक्ययों? क्यदा तमक समझतप्रे ंगो, म ैं इसप्रे न ंनीं उठदा सकतदा?'

लकड़ ंदारप्रे नप्रे मदानगो क्षमदा मदाड।ँगनी--सरकदार आप लगोग बड़प्रे आदमनी ं ैं। बगोझ उठदानदा तगो
म-ज ैसप्रेमजरयोंंड ंनी कदा कदाम ं ै।

'म ैंतम मंक ंदारदा दगकनदाक जगोंड।'ं।ँ

'इससप्रे क्यदा ंगोतदा ं ै मदासलक!'

समरज़दाजनी कदा पंकषत्व अपनदा और अपमदान न स सकदा। उन म ंयोंनप्रेबढ़कर ह रन


कगो गददन पर उठदा सलयदा और चलप्रे;मगर मश्ककलक सप्रेपचदास क़दम चलप्रे
ंयोंगप्रेकक
गददन संटनप्रे लगनी;पदाड।ँव थरथरदानप्रे लगप्रे और आड।ँखयों मभ त तसलयदाड।ँ उड़नप्रे लगनीं कलप्रेजदा
मज़बतड ककयदा और एक बनीस क़दम और चलप्रे। कम्बख़्त क ंदाडर।ँ गयदा?
ज ैसप्रे इस लदाश मभ सनीसदा भर हदयदा गयदा ंगो। ज़रदा समस्टर तंखदा ककी गददन पर रख
दंड,ं।ँतगो मज़दा आयप्रे। मशक ककी तर जगो संडलप्रेचलतप्रे ं ैं,ज़रदा उसकदा मज़दा भनी दप्रे खभ; लप्रेककन
बगोझदा उतदारभ ?क ैदगोनयोंसप्रे अपनप्रे हदल मभ क, बड़नीभगप्रेजवदाड।ँमददी हदखदानप्रे चलप्रे थप्रे। पचदास क़दम
मभ चनीं बगोल गयप्रे।

लकड़ ंदारप्रे नप्रेचटककीक लदी -- क ंगो मदासलक, क ै सप्रे ं ैं। ब ल ं ैन?


रं ग-ढ ंकत कदा

समरज़दाजनी कगो बगोझ ककछ लकदा मदालमड ंगोनप्रेलगदा। बगोलप्रे-- उतननी दरू तगो लप्रे ंनी
जदाऊड।ँ,गदाश्जतननी दरू तमक लदायप्रे ंगो।

'कई हदन गददन दखप्रेगनीक मदासलक!'


'तमक क्यदा समझतप्रे ंगो, म ैंययों ंनी संडलदा ंकआ ंड!'ं।ँ

'न ंनीं मदासलक,अब तगो ऐसदा न ंनींसमझतदा। मददाक आप ं ैरदान न ंयों; व चटदान ं ैं
उस पर उतदार ददीश्जए।'

'म ैंअभनी इसप्रेइतननी ंनी दरू और लप्रेजदा सकतदा ंड।'ं।ँ

'मगर य अच्छदा तगो न ंनींलगतदा कक म ैंठदालदा चलंडऔर।ँ आप लदप्रे र ंभ।'

समरज़दा सदा ब नप्रे चटदान पर ह रन कगो उतदारकर रख हदयदा। वककील सदा ब भनी
आ प ंकड।ँचप्रे।

समरज़दा नप्रे ददानदा संभ--कदाअब आप कगो भनी ककछ दरू लप्रेचलनदा पड़प्रेगदा जनदाब!

वककील सदा ब ककी नज़रयों मभ अब समरज़दाजनी कदा कगोई म त्व न थदा।

बगोलप्रे-- मआफ़क ककीश्जए। मझप्रेकअपननी प लवदाननी कदा ददावदा न ंनीं ं ै।

'ब ंकत भदारदी न ंनीं ं ैंसच।'

'अजनी र नप्रे भनी ददीश्जए।'

'आप अगर इसप्रे ससौ क़दम लप्रे चलभ ,तगोम ैंवदाददा करतदा ंडआप।ँ मप्रेरप्रेसदामनप्रेजगो
तजवनीज़ रखभगप्रे,उसप्रेमंज़रू कर लंडगदा।ं।ँ'

'म ैं इन चकमयों मभ न ंनीं ' आतदा।

'म ैंचकमदा न ंनींदप्रेर ंदा ंड,वल्लदा।ँ । आप श्जस लकप्रे सप्रे क ंभगप्रे खड़दा ंगो जदाऊड।ँ गदा।
जब ंकक्म दभ ग, ब ैठ जदाऊड।ँ गदा। श्जस कम्पननी कदा डदाइरप्रे क्टर,मभ बर,ननीम,क कनवप्रेसर,
जगो ककछ कह एगदा, बन जदाऊड।ँ गदा। बस ससौ क़दम लप्रे चसलए। मप्रेरदी तगो ऐसप्रे ंनी
दगोस्तयों
सप्रे नभतनी ं ैंजगो मसौक़दा पड़नप्रेपर सब ककछ कर सकतप्रे ंयों।'

तंखदा कदा मन चलबकलदाक उठदा। समरज़दा अपनप्रेक़सौल कप्रे पक्कप्रे ं ैं,इसमभ कगोई संदप्रे न थदा। ह
रन ऐसदा क्यदा ब ंकत भदारदी ंगोगदा। आणख़र समरज़दा इतननी दरू लप्रे ंनी आयप्रे।
ंकत ज़्यदाददा थकप्रे तगो न ंनीं जदान पड़तप्रे;अगर इनकदार करतप्रे ं ैंतगो सनक रदा अवसर
ंदाथ सप्रेजदातदा ं ै। आणख़र ऐसदा क्यदा कगोई प ंदाड़ ं ै। ब ंकत ंगोगदा, चदार-पदाड।ँच
प।ँस
ड प्रेरदी ंगोगदा। दगो-चदार हदन गददन ंनी तगो दखप्रेगनी!ंक जप्रेब मभ ंकपए ंयों, तगो थगोड़नी-
सनी बनीमदारदी
सखक ककी वस्तक ं ै।

'ससौ क़दम ककी र ंनी।'

' ंदाड।ँ,ससौ क़दम। म ैं धिगनतदा चलंडगदा।ं।ँ'

'दप्रे णखए, नकल न जदाइएगदा।'

नकल जदानप्रेवदालप्रेपर लदानत भप्रेजतदा ंड।'ं।ँ

तंखदा नप्रेजतप्रेडकदा फ़कीतदा ककर सप्रेबदाड।ँसंदा, कगोट उतदारकर लकड़ ंदारप्रे कगो हदयदा,पतलनड ऊपर
चढ़दायदा, ंडमदाल सप्रेम।ँं ड पक योंछदा और इस तर ह रन कगो दप्रे खदा, मदानगो ओखलदी मभ ससर दप्रे नप्रे
जदा र ंप्रे ंयों। ककर ह रन कगो उठदाकर गददनपररखनप्रे ककी चप्रेष्ठदा ककी। -दगो तनीन बदार
ज़गोर लगदानप्रे पर लदाश गददन पर तगो आ गयनी;पर गददन न उठ सककी।
कमर झकक गयनी, ंदाड।ँसं उठप्रे और लदाश कगो ज़मनीन पर पटकनप्रेवदालप्रे थप्रे कक समरज़दा नप्रे उन
ंभ स ंदारदा दप्रे कर आगप्रे बढ़दायदा। तंखदा नप्रे एक डग इस तर उठदायदा ज ैसप्रे दलदल मभ पदाड।ँव रख
र ंप्रे ंयों।

समरज़दा नप्रे बढ़दावदाहदयदा -- शदाबदाश! मप्रेरप्रे शप्रेर,वदा -वदा !

तंखदा नप्रेएक डग और रखदा। मदालमड ंकआ, गददन टडटदी जदातनी ं ै।

'मदार सलयदा म ैददान! जनीतप्रे र ंगो पठप्रे !'

तंखदा दगो डग और बढ़प्रे । आड।ँखभ नकलदी पड़तनी थनीं।

'बस, एक बदार और ज़गोर मदारगो दगोस्त। ससौ क़दम ककी शतद ग़लत। पचदास क़दम ककी
ंनी र ंनी।'

वककील सदा ब कदा बरदाक ंदाल थदा। व बप्रेजदान ह रन शप्रेर ककी तर उनकगो दबगोचप्रे ंकए,
उनकदा हृदय-रकम त चसड र ंदा थदा। सदारदी शश्क्तयदाड।ँजवदाब दप्रे चककीक थनीं। कप्रेवल लगोभ,
ककसनी लगो ंप्रेककी संरन ककी तर छत कगो स।ँभ
ड दालप्रे ंकए थदा। एक सप्रेपच्चनीस ज़दार
तक ककी गगोटदी थनी। मगर अंत मभ व श तनीर भनी जवदाब दप्रे गयनी। लगोभनी ककी कमर
भनी टडट गयनी। आड।ँखयों कप्रे सदामनप्रे अड।ँसंप्रेरदा छदा गयदा। ससर मभ चक्कर आयदा और व सशकदार
गददन पर सलयप्रेपथरदीलदी ज़मनीन पर धिगर पड़प्रे। समरज़दा नप्रेतरं तक उन म ंभ उठदायदा और
अपनप्रेडमदाल सप्रे वदा करतप्रे ंकए उनककी पनीठ ठयोंककी।

'ज़गोर तगो यदार तमनप्रेकख़बड मदारदा; लप्रेककन तक़ददीर कप्रे खगोटप्रे ' ंगो।

तंखदा नप्रे ंदाड।ँसंतप्रे ंकए लंबनी सदाड।ँस खनींचकर क-- ंदाआपनप्रे तगो आज मप्रेरदी जदान ंनी लप्रे लदी
थनी। दगो मन सप्रेकम न ंगोगदा ससर।ंक

समरज़दा नप्रे ंड।ँसतप्रे ंकए क ंदा -- लप्रेककन भदाईजदान म ैंभनी तगो इतननी दरू उठदाकर
लदायदा ंनी थदा।

वककील सदा ब नप्रेख़शदामद क करननी शकड ककी -- मझप्रेकतगो आपककी फ़रमदाइश परदीड करननी थनी।
आपकगो तमदाशदा दप्रे खनदा थदा,व आपनप्रे दप्रे ख सलयदा। अब आपकगो अपनदा वदाददा परदाड
करनदा ंगोगदा।

'आपनप्रेमआक ददा कब परदाड ककयदा।'

'कगोसशश तगो जदान तगोड़कर ककी।'

'इसककी सनद न ंनीं।'

लकड़ ंदारप्रे नप्रे ककर ह रन उठदा सलयदा थदा और भदागदा चलदा जदा र ंदा थदा। व हदखदा
दप्रे नदा चदा तदा थदा कक तमक लगोगयों नप्रेकदाड।ँख-कदाड।ँखकर दस क़दम इसप्रे उठदा सलयदा,तगो
य न समझगो कक पदास ंगो गयप्रे। इस म ैददान मभ मद
ैं बदलक ंगोनप्रेपर भनी तमसप्रेकआगप्रे
ंडगदा।ं।ँ ंदाड।ँ,कदागद तमक चदा ंप्रेश्जतनदा कदालदा करगो और झठप्रेड मक़दमप्रेकचदा ंप्रेश्जतनप्रे
बनदाओ।

एक नदालदा समलदा, श्जसमभ ब ंकत थगोड़दा पदाननी थदा। नदालप्रेकप्रे उस पदार टदीलप्रेपर एक छगोटदा-सदा
पदाड।ँच-छछः घरयों कदा परवदाक थदा और कई लड़कप्रे इमलदी कप्रे पप्रेड़ कप्रे ननीचप्रे खप्रेल र ंप्रे थप्रे।
लकड़ ंदारप्रे कगो दप्रे खतप्रे ंनी सबयों नप्रेदसौड़कर उसकदा स्वदागत ककयदा और लगप्रेपछनप्रेड--
ककसनप्रेमदारदा बदाप?ंड क ै सप्रे मदारदा,क ंदाड।ँ मदारदा,क ै सप्रे गगोलदी लगनी,क ंदाड।ँ लगनी,इसनी कगो
क्ययों लगनी, और ह रनयों कगो क्ययों न लगनी?

लकड़ ंदारदा ंड-ं।ँंदाड।ँकरतदा इमलदी कप्रे ननीचप्रेप कड।ँचदा और ह रन कगो उतदार कर पदास
ककी झगोपड़नी सप्रेदगोनयों म ंदानभदावयोंंक कप्रे सलए खदाट लप्रेनप्रेदसौड़दा। उसकप्रे चदारयों लड़कयों
और
लड़ककययों नप्रे सशकदार कगो अपनप्रे चदाजद मभ लप्रे सलयदा और अन्य लड़कयों कगो भगदानप्रे ककी
चप्रेष्ठदा करनप्रे लगप्रे।

सबसप्रे छगोटप्रे बदालक नप्रे क-- ंदाय मदारदा ं ै।


उसककी बड़नी ब न नप्रे,जगो चसौद -पंद सदाल ककी थनी,मप्रे मदानयों ककी ओर दप्रे खकर छगोटप्रे

भदाई कगो डदाडट


।ँ दा-- चपक, न ंनीं ससपदाई पकड़ लप्रे जदायगदा।
समरज़दा नप्रे लड़कप्रे कगो छप्रे ड़दा--तम मंक ंदारदा न ंनीं ं ै। बदालक नप्रेह रन पर ब ैठकर
मदारदा
अपनदा क़ब्ज़दा ससद् सं कर हदयदा और बगोलदा -- बदापत
ड गो लदाए ं ैं।
ब न नप्रे ससखदायदा-- क दप्रे भ ैयदा,तम मंक ं ै।
ंदारदा
इन बच्चयों ककी मदाड।ँ बकरदी कप्रे सलए पश्त्तयदाड।ँ तगोड़ र ंनी थनी। दगो नयप्रे भलप्रे आदसमययों

कगो दप्रे खकर उसनप्रे ज़रदा-सदा नकदाल सलयदा और शमदादई कक उसककी सदाड़नी
घघटंडं।ँ
ककतननी म ैलदी,ककतननी संटदी, ककतननी ं ै। व इस वप्रेष मभ मप्रे मदानयों कप्रे सदामन
उटं गनी
क ै सप्रे जदाय?और गयप्रे बबनदा कदाम न ंनीं चलतदा। पदाननी-वदाननी दप्रे नदा ं ै। अभनी दगोप र
ंगोनप्रेमभककछ कसर थनी; लप्रेककन समरज़दा सदा ब नप्रे दगोप रदी इसनी गदाड।ँव मभ कदाटनप्रे कदा नक
चय ककयदा। गदाड।ँव कप्रे आदसमययों कगो जमदा ककयदा। शरदाब मगवदायनीड,।ँ सशकदार पकदा, समनीप
कप्रे बदाज़दार सप्रेघनी और म ैददा म।ँग
ड दायदा और सदारप्रे गदाड।ँव कगो भगोज हदयदा। छगोटप्रे -बड़प्रे स्तनी-पंकष सबयों
नप्रेददावत उड़दायनी। मदयों नप्रेख़बड शरदाब पनी और मस्त ंगोकर शदाम तक गदातप्रे र प्रे। और
समरज़दाजनी बदालकयों कप्रे सदाथ बदालक,शरदाबबययों कप्रे सदाथ शरदाबनी, बढ़योंंड कप्रे सदाथ बढ़प्रेड ,जवदानयों
कप्रे सदाथ जवदान बनप्रे ंकए थप्रे। इतननी दप्रे र मभ सदारप्रे
गदाड।ँव सप्रे उनकदा इतनदा घ नष्पररचयट ंगो गयदा थदा, मदानगो य ंनीं कप्रे नवदासनी ंयों।
लड़कप्रे तगो उनपर लदप्रे पड़तप्रे थप्रे।ई उनककीकगो संड।ँंकदनप्रेददार टगोपनी ससर पर रखप्रेलप्रेतदा
थदा, कगोई उनककी रदाइफ़ल कंसंप्रेपर रखकर अकड़तदा ंकआ चलतदा थदा, कगोई उनककी
क़लदाई ककी घड़नी खगोलकर अपननी क़लदाई पर बदाड।ँसं लप्रेतदा थदा। समरज़दा नप्रेख़द क ख़बड
दप्रे शनी
शरदाब पनी और झम-ड झमकरू जंगलदी आदसमययों कप्रे सदाथ गदातप्रेर ंप्रे। जब यप्रेलगोग
सयदादस्तड कप्रे समय य ंदाड।ँसप्रेबबददा ंकए तगो गदाड।ँव-भर कप्रे नर-नदारदी इन म ंभबड़नी दरू तक
प ंकड।ँचदानप्रेआयप्रे। कई तगो रगोतप्रेथप्रे। ऐसदा ससौभदाग्य उन ग़रदीबयों कप्रे जनीवन मभ शदायद
प लदी ंनी बदार आयदा ंगो कक ककसनी सशकदारदी नप्रे उनककी ददावत ककी ंगो। ज़डर य
कगोई रदाजदा ं ैं न ंनीं तगो इतनदा दररयदाव हदल ककसकदा ंगोतदा ं ै। इनकप्रे दशदन ककर
कदा ंप्रे कगो ंयोंगप्रे!

ककछ दरू चलनप्रेकप्रे बदाद समरज़दा नप्रेपनीछप्रे ककरकर दप्रे खदा और बगोलप्रे-- बप्रेचदारप्रे ककतनप्रे ख़शक
थप्रे। कदाश मप्रेरदी श्ज़ंदगनी मभ ऐसप्रेमसौक़प्रे रगोज़ आतप्रे। आज कदा हदन बड़दा मबदारकक थदा।

तंखदा नप्रे बप्रेकखनी कप्रे सदाथ --क आपकप्रेदा सलए मबदारकक ंगोगदा, मप्रेरप्रेसलए तगो मन ंडस
थदा। मतलब ककी कगोई बदात न ंकई। हदन-भर ज।ँडगलयों और प ंदाड़यों ककी
ख़दाक छदाननप्रे कप्रे बदाद अपनदा-सदा म।ँं
ड कसलयप्रेलसौट जदातप्रे ं ैं।

समरज़दा नप्रे नददयतदा सप्रे क-- ंदामझप्रेकआपकप्रे सदाथ मदददी न ंनीं ं ै।

दगोनयों आदमनी जब बरगद कप्रे ननीचप्रेप ंकड।ँचप्रे,तगो दगोनयों टगोसलयदाड।ँलसौट चककीक थनीं। मप्रेतदा
म।ँडंकलटकदायप्रे ंकए थप्रे। मदालतनी ववमन-सनी अलग ब ैठठी थनी,जगो नयनी बदात थनी। रदाय सदा
ब और खन्नदा दगोनयों भखप्रेडर गयप्रेथप्रेऔर ककसनी कप्रे म।ँं
ड कसप्रेबदात न नकलतनी थनी। वककील
सदा ब इससलए दखनीक थप्रेकक समरज़दा नप्रेउनकप्रे सदाथ बप्रेवफ़दाई ककी। अकप्रेलप्रे
समरज़दा सदा ब पसन्न थप्रे और व पसन्नतदा अलसौककक थनी।

***
8

जब सप्रे ंगोरदी कप्रे घर मभ गदाय आ गयनी,घर ककी ै शनी ंनी ककछ और ंगो गयनी ं ै। सं नयदा
कदा घमंड तगो उसकप्रे स।ँभ ड दाल सप्रेबदा र ंगो- ंगो जदातदा ं ै। जब दप्रे खगो गदाय ककी चचदाद। भसदाड
छज गयदा थदा। ऊख मभ थगोड़नी-सनी चरदी बगो ददी गयनी थनी। उसनी ककी ककटदी कदाटकर जदानवरयों
कगो णखलदानदा पड़तदा थदा। आड।ँखभ आकदाश ककी ओर लगनी र तनी थनीं
कब पदाननी बरसप्रे और घदास नकलप्रे। सआदा आसदाढ़ बनीतगयदा और वषदादन ंक ई। स
सदा एक हदन बदादल उठप्रे और आसदाढ़ कदा प लदा दगौंगड़दा धिगरदा। ककसदान ख़रदीफ़
बगोनप्रे कप्रे सलए ल - लप्रेकर
नकलप्रेकक रदाय सदा ब कप्रे कदारककन नप्रेक लदा भप्रेजदा, जब
तक बदाक़की न चकक जदायगनी ककसनी कगो खप्रेत मभ ल न लप्रेजदानप्रेहदयदा जदायगदा।
ककसदानयों पर ज ैसप्रे वजदापदात ंगो गयदा। और कभनी तगो इतननी कड़दाई न ंगोतनी थनी,
अबककी य क ैसदा ंकक्म। कगोई गदाडव
।ँ छगोड़कर भदागदा थगोड़दा ंनी जदातदा ं ै; अगर खप्रेतनी मभ
ल न चलप्रे,तगो ंकपए क ंदाड।ँ सप्रे आ जदायभगप्रे। नकदालभगप्रे तगो खप्रेत ड़ सस। सब स
कदारकन कप्रे पदास जदाकर रगोयप्रे। कदारकन कदा नदाम थदा पंडडत नगोखप्रेरदाम। आदमनी बरप्रे
ंक ंक ंक
न थप्रे;मगर मदासलक कदा क्म थदा। उसप्रे क ै सप्रे टदालभ। अभनी उस हदन रदाय सदा ब नप्रे
ंक
ंगोरदी सप्रे क ै सनी दयदा और समद ककी बदातभ ककी थनीं और आज आसदासमययों पर य
ज़ल्म।ंक ंगोरदी मदासलक कप्रे पदास जदानप्रेकगो त ैयदार आ; लप्रेककन ककर सगोचदा,उन म ंयोंनप्रे
ंक
कदारकन कगो एक बदार जगो क्म दप्रे हदयदा, उसप्रेक्ययों टदालनप्रेलगप्रे। व अगवदा बनकर
ंक ंक ंक
क्ययों बरदा बनप्रे। जब और कगोई कछ न ंनींबगोलतदा, तगो य ंनी आग मभ क्ययों कदप्रे । जगो
ंक ंक ंड
सब कप्रे ससर भनी झप्रेल लप्रेगदा। ककसदानयों मभ खलबलदी मचनी ई थनी। सभनी
पड़प्रेगनी,व
गदाड।ँव कप्रे म ंदाजनयों कप्रे पदास ंकपए कप्रे सलए दसौड़प्रे। ंक

गदाड।ँव मभ म।ँग
ड सदा ककी आजकल चढ़दी ई थनी। इस सदाल सन मभ उसप्रेअच्छदा
ंक
फ़दायददा आ थदा। गप्रे और।ँ अलसनी मभ भनी उसनप्रेकछ कम न ंनींकमदायदा थदा। पंडडत
ंक ंड ंक
ददातदाददीन और दलदारदीक स आइन भनी लप्रेन-दप्रे न करतनी थनीं। सबसप्रे बड़प्रे म ंदाजन थप्रे
ंक
णझंगरदीससंंक। व श र कप्रे एक बड़प्रेम ंदाजन कप्रे एजभट थप्रे। उनकप्रे ननीचप्रेकई आदमनी
और थप्रे,जगो आस-पदास कप्रे दप्रे ंदातयों मभघमड-घमकरू लप्रेन-दप्रे न करतप्रे थप्रे। इनकप्रे उपरदांत और
भनी कई छगोटप्रे -मगोटप्रे म ंदाजन थप्रे,जगो दगो आनप्रे ंकपयप्रे ब्यदाज पर बबनदा सलखदा-पढ़दी कप्रे
ंकपए दप्रे तप्रे थप्रे। गदाड।ँववदालयों- दप्रे नकगो लप्रेनकदाककछ ऐसदा शसौक़ थदा कक श्जसकप्रे पदास दस-बनीस
ंकपए जमदा ंगो जदातप्रे,व ंनी म ंदाजन बन ब ैठतदा थदा। एक समय ंगोरदी नप्रे भनी म ंदाजननी
ककी थनी। उसनी कदा य पभदाव थदा कक लगोग अभनी तक य ंनी समझतप्रे थप्रे कक ंगोरदी कप्रे
पदास दबप्रे ंकए ंकपए ं ैं। आणख़र व संन गयदा क ंदाड।ँ। ब।ँट
ड वदारप्रे मभनकलदा
ंनीं, ंगोरदी नप्रे कगोई तनीथद,व्रत, भगोज ककयदा न ंनीं;गयदा तगो क ंदाडग ।ँ यदा।
जतप्रेडजदानप्रेपर भनी उनकप्रे घठप्रे बनप्रे र तप्रे ं ैं। ककसनी नप्रे ककसनी दप्रे वतदा कगो
,ससनीदाककसनीककयदानप्रे
ककसनी कगो। ककसनी नप्रे आनदा ंकपयदा ब्यदाज दप्रे नदा स्वनीकदारककयदा , ककसनी नप्रे दगो आनदा।

ंगोरदी मभ आत्म-सम्मदान कदा सवदथदा लगोप न ंकआ थदा। श्जन लगोगयों कप्रे ंकपए उस
पर बदाक़की थप्रेउनकप्रे पदास कसौन म।ँं
ड कलप्रेकर जदाय। णझंगरदीससंक कप्रे ससवदा उसप्रेऔर कगोई

सझदा।ंड व पक्कदा कदाग़ज़ सलखदातप्रेथप्रे,नज़रदानदा अलग लप्रेतप्रे, थप्रेदस्तरदीड अलग,

स्टदाम्प ककी सलखदाई अलग। उस पर एक सदाल कदा ब्यदाज पप्रेशगनी कदाटकर ंकपयदा

दप्रे तप्रे थप्रे। पचनीस ंकपए कदा कदाग़ज़ सलखदा,तगो मश्ककलक सप्रेसत ंकपए ंदाथ लगतप्रेथप्रे;
मगर इस गदाढ़प्रे समय मभ और क्यदा ककयदा जदाय?रदाय सदा ब ककी ज़बरदस्तनी ं ै,न
ंनीं इस समय ककसनी कप्रे सदामनप्रेक्ययों ंदाथ सं ैलदानदा पड़तदा। णझंगरदीससंक ब ैठप्रे ददातनड
कर
ंप्रे थप्रे। नदाटप्रे ,मगोटप्रे , खल्वदाट, कदालप्रे,लम्बनी नदाक और बड़नी-बड़नी मछयोंवदालप्रेडआदमनी थप्रे,
बबलककल ववदषकड-ज ैसप्रे। और थप्रेभनी बड़प्रे ंड।ँसगोड़। इस गदाड।ँव कगो अपननी ससरदालक
बनदाकर मदयों सप्रेसदालप्रेयदा ससरु और औरतयों सप्रेसदालदी यदा सल ज कदा नदातदा जगोड़
सलयदा थदा।

रदास्तप्रे मभ लड़कप्रे उन म ंभ --धिचढ़दातप्रेपंडडतजनी पदाल्लगनी!

और णझंगरदीससंंक उन म ंभ चटपट आशनीवदादद--दप्रे तप्रेम मंक ंदारदी आड।ँखभसंडटप्रे, घटनदाक


टडटप्रे , समरगनी आयप्रे,घर मभ आग लग जदाए आहद।
लड़कप्रे इस आशनीवदादद सप्रे कभनी न अघदातप्रे;मगरथप्रे लप्रेन-दप्रे न मभ बड़प्रेकठगोर थप्रे। सद ड
ककी एक पदाई न छगोड़तप्रे थप्रे और वदादप्रे पर बबनदा ंकपए सलयप्रे द्वदार सप्रे न टलतप्रे थप्रे।

ंगोरदी नप्रे सलदाम करकप्रे अपननी ववपश्त्त-कथदा सनदायनी।ंक णझंगरदीससंंक


नप्रेमस्करदाकरु क ंदा -- व सब परदानदाक ंकपयदा क्यदा कर डदालदा?

'परदानप्रेकपए ंगोतप्रेठदाककर, तगो म ंदाजननी सप्रेअपनदा गलदा न छकड़दा लप्रेतदा, कक सद ड भरतप्रे


ककसनी कगो अच्छदा लगतदा ं ै।'

'गड़प्रेकपए न नकलभचदा ंप्रेसद ड ककतनदा ंनी दप्रे नदा पड़प्रे। तमक लगोगयों ककी य ंनी ननी त ं ै।
'
'क ंदाड।ँकप्रे गड़प्रेकपए बदाबस
ड दा ब, खदानप्रे कगो तगो ंगोतदा न ंनीं। लड़कदा जवदान ंगो गयदा;
ब्यदा कदा क ंनीं हठकदानदा न ंनीं। बड़नी लड़ककी भनी ब्यदा नप्रे जगोग ंगो गयनी। ंकपए , ंगोतप्रे
तगो ककस हदन कप्रे सलए गदाड़ रखतप्रे।'

णझंगरदीससंंक नप्रेजब सप्रेउसकप्रे द्वदार पर गदाय दप्रे खनी थनी, उस पर ददाड।ँत लगदायप्रे ंकए
गदाय कदा डनील-डसौल और गठन क र ंदा थदा कक उसमभ पदाड।ँच सप्रेर सप्रेकम दद ड न ंनीं
ं ै। मन मभ सगोच सलयदा, थदागोरदी कगो ककसनी अरदब मभ डदालकर गदाय कगो उड़दा लप्रेनदा
चदाह ए। आज व अवसर आ गयदा। बगोलप्रे-- अच्छदा भदाई, तम मंक ंदारप्रे पदास ककछ न ंनीं
ं ै,अब रदाज़नी ंकए। श्जतनप्रेकपए चदा ंगो, लप्रेजदाओ लप्रेककन तम मंक ंदारप्रे भलप्रेकप्रे सलए क तप्रे
ं ैं,ककछ ग नप्रे-गदाठप्रे , ंयोंतगो धिगरगो रखकर ंकपए लप्रे लगो। इसटदाम सलखगोगप्रे,तगो सद ड
बढ़प्रे गदा और झमप्रेलप्रे मभ पड़ जदाओगप्रे।

ंगोरदी नप्रेक़सम खदाई कक घर मभ ग नप्रेकप्रे नदाम कच्चदा सतड भनी न ंनीं ं ै। सं नयदा
कप्रे ंदाथयों मभ कड़प्रे,व ं ैंभनी धिगलट कप्रे ।

णझंगरदीससंंक नप्रेस ंदानभत कड कदा रं ग म।ँं ड कपर पगोतकर क ंदा -- तगो एक बदात करगो, य
नई गदाय जगो लदायप्रे , ंगोइसप्रे मदारप्रे ंदाथ बप्रेच दगो। सद ड इसटदाम सब झगड़यों सप्रेबच जदाओ;
चदार आदमनी जगो ददाम क ंभ,व मसप्रे लप्रे लगो। म जदानतप्रे,तमउ
क ैं सप्रेअपनप्रे शसौक़ सप्रे लदायप्रे ंगो
और बप्रेचनदा न ंनीं ;चदालप्रेककनतप्रे य संकट तगो टदालनदा ंनी पड़प्रेगदा।

ंगोरदी प लप्रे तगो इसपस्तदाव पर ंड।ँसदा, उस पर शदांत मनसप्रे ववचदार भनी न करनदा
चदा तदा थदा; लप्रेककन ठदाककर नप्रेऊ।ँ च-ननीच
ड सझदायदाक, म ंदाजननी कप्रे थकं डयों कदा ऐसदा
भनीषण ंडप हदखदायदा कक उसकप्रे मन मभ भनी य बदात ब ैठ गयनी। ठदाककर ठठीक ंनी तगो
तप्रे , जब ैं ंदाथ मभ ंकपए आ जदाय,ंड।ँगदाय लप्रे लप्रेनदा। तनीस ंकपए कदा कदागद सलखनप्रे पर क
ंनीं पचनीस ंकपए समलभगप्रे और तनीन चदार सदाल तक न हदयप्रे ,तगो गयप्रेपरूससौ ंगो जदायगप्रे।ंड।ँ
प लप्रेकदा अनभवक य ंनी बतदा र ंदा थदा कक क़रज़ व मप्रेमदान ं ै, जगो एक बदार आकर
जदानप्रे कदा नदाम न ंनीं लप्रेतदा। बगोलदा--म ैं घर जदाकर सबसप्रे सलदा कर लंड,ं।ँतगो बतदाऊड।ँ ।

'सलदा न ंनीं करनदा , ं ैउनसप्रे क दप्रे नदा ं ै कक ंकपएसउदार लप्रेनप्रे मभ अपननी बबदादददी कप्रे ससवदा
और ककछ न ंनीं।'

'म ैंसमझ र ंदा ंडठदाक।ँंकर, अभनी आकप्रे जवदाब दप्रे तदांड।ं।ँ'


लप्रेककन घर आकर उसनप्रेज्ययों ंनी व पस्तदाव ककयदा कक कक रदाम मच गयदा। सं
नयदा तगो कम धिचल्लदाई, दगोनयों लड़ककययों नप्रेतगो द ंकनयदा ससर पर उठदा लदी। न
ंनींदप्रेतप्रेअपननी गदाय, ंकपए ज ंदाड।ँसप्रे चदा ंगो लदाओ। सगोनदा नप्रे तगो य दाड।ँ तक क ,
डदालदाइससप्रे तगो क ंनीं अच्छदा ं ै,मझप्रेब
क प्रेच डदालगो। गदाय सप्रेककछ बप्रेसनी ंनी समल जदायगदा,
दगोनयों लड़ककयदाड।ँ सचमचक गदाय पर जदान दप्रे तनी थनीं। ंडपदा तगो उसकप्रे गलप्रेसप्रेसलपट जदातनी
थनी और बबनदा उसप्रेणखलदायप्रेकसौर म।ँं
ड म
क भ न डदालतनी थनी। गदाय ककतनप्रेप्यदार सप्रेउसकदा ंदाथ
चदाटतनी थनी, ककतननी स्नप्रे भरदी आड।ँखयों सप्रे उसप्रे दप्रे खतनी थनी। उसकदा बछड़दा ककतनदा
सन्दरु ंगोगदा। अभनी सप्रेउसकदा नदाम-करण ंगो गयदा थदा -- मटड। व उसप्रे अपनप्रे
सदाथ लप्रेकर सगोयप्रेगनी। इस गदाय कप्रे पनीछप्रे दगोनयों ब नयों मभ कई बदार लड़दाइयदाड।ँंगो चककीक
थनीं। सगोनदा क तनी,मझप्रेकज़्यदाददा चदा तनी ं ै,ंडपदा क तनी, इसकदा नणदय अभनी
मझप्रे।ंक
तक न ंगो सकदा थदा। और दगोनयों ददावप्रे क़दायम थप्रे। मगर ंगोरदी नप्रे आगदा-
पनीछदा
सझदाकरु आणख़र सं नयदा कगो ककसनी रदाज़नी कर सलयदा। एक समत सप्रेगदाय
तर
सउदार लप्रेकर बप्रेच दप्रे नदा भनी ब त ंनी व ैसनी बदात ं ै; लप्रेककन बबपत मभ तगो आदमनी कदा
ंक
संरम तक चलदा जदातदा ं ै, य कसौन-सनी बड़नी बदात ं ै। ऐसदा न , ंगोतगो लगोग बबपत
सप्रे
इतनदा डरभ क्ययों। गगोबर नप्रेभनी ववशप्रेष आपश्त्त न ककी। व आजकल दसरदीड ंनी
संनक
मभ मस्त थदा। य त ैककयदा गयदा कक जब दगोनयों लड़ककयदाड।ँरदात कगो सगो जदाय,ंडत
।ँ गो
गदाय कप्रे पदास प ंड।ँचदा ददी जदाय।
णझंगरदीससंंक
ंक
हदन ककसनी तर कट गयदा। सदाड।ँझ ई। दगोनयों लड़ककयदाड।ँआठ बजतप्रे-बजतप्रे खदा-पनीकर
ंक
सगो गयनीं। गगोबर इस ककण दृकय सप्रे भदागकर क ंनीं चलदा गयदा थदा। व गदाय कगो
जदातप्रे क ै सप्रे दप्रे ख सकप्रे?अपनप्रेगदाआड।ँसओंंककगो क ैसप्रेरगोक सकप्रेगदा? ंगोरदी भनी ंनी सप्रे
ऊपर
कठगोर बनदाआ थदा। मन उसकदा चंचल थदा। ऐसदा कगोई मदाई कदा लदाल न ंनीं,जगो
ंक
इस वक़्त उसप्रे पचनीस ंकपए सउदार दप्रे -,चदा ंप्रे ककर पचदास ंकपए ंनी लप्रे-लप्रे। गदाय

कप्रे सदामनप्रेजदाकर खड़दा आ तगो उसप्रेऐसदा जदान पड़दा कक उसककी कदालदी-कदालदी सजनीव
ंक
आड।ँखयों मभ आस।ँभ
ड रप्रे ए ं ैंऔर व क र ंनी ं ै-- क्यदा चदार हदन मभ ंनी तम मंक
ंदारदा
ंक
मन मझसप्रेकभर गयदा? तमनप्रेकतगो वचन हदयदा थदा कक जनीतप्रे-जनी इसप्रेन बप्रेचंडगदा।ं।ँ य
ंनी वचन थदा तम मंक ंदारदा! म ैंनप्रेतगो तमसप्रेककभनी ककसनी बदात कदा धिगलदा न ंनीं
ककयदा। जगो ककछ ंडखदा-सखदाड तमनप्रेकहदयदा, व ंनी खदाकर सन्तष्टक ंगो गयनी। बगोलगो।

नयदा नप्रे क ंदा-- लड़ककयदाड।ँ तगो सगो गयनीं। अब इसप्रे लप्रे क्ययों न ंनीं जदातप्रे। जब बप्रेचनदा
ंनी , ं ैतगो अभनी बप्रेच दगो।
ंगोरदी नप्रेकदाड।ँपतप्रे ंकए स्वर मभ क ंदा -- मप्रेरदा तगो ंदाथ न ंनींउठतदा सं नयदा! उसकदा
म।ँडंक न ंनीं दप्रे खतनी?र नप्रे दगो,ंकपए सद ड पर लप्रेलंडगदा।ं।ँ भगवदान णनप्रेचदा ंदा तगो सब
अददा ंगो जदायगप्रे।ंड।ँ तनीन-चदार ससौ ंगोतप्रे ंनी क्यदा ं ैं। एक बदार ऊख लग जदाय।

नयदा नप्रे गवद-भरप्रे पप्रेम सप्रे उसककी ओर दप्रे खदा--और क्यदा! इतननी तपस्यदा कप्रे बदाद तगो
घर मभ गऊ आयनी। उसप्रे भनी बप्रेच दगो। लप्रे लगो कल ंक पए। ज ैसप्रेब चऔरकदायप्रे कस
जदायगप्रे।ँडव ैसप्रेइसप्रेभनी चकदाक दभ ग।

भनीतर बड़नी उमस ंगो र ंनी थनी। वदा बंद थनी। एक पत्तनी न ह लतनी थनी। बदादल छदायप्रे
ंकए थप्रे;पर वषदाद कप्रे लक्षण न थप्रे। ंगोरदी नप्रे गदाय कगो बदा र बदाड।ँस हदयदा।

सं नयदा नप्रे टगोकदा भनी,क ंदाड।ँ सलयप्रे जदातप्रे?पर ंगो ंगोरदी नप्रेसनदाक न ंनीं,बगोलदा -- बदा र
वदा मभ संप्रेबदाड।ँदप्रेतदा ंड।ं।ँआरदाम सप्रेर ंप्रेगनी। उसकप्रे भनी तगो जदान ं ै।

गदाय बदाड।ँसंकर व अपनप्रेम।ँझ


ड लप्रेभदाई शगोभदा कगो दप्रे खनप्रेगयदा। शगोभदा कगो सइर कई
ंनीनप्रे सप्रे दमप्रे कदा आरजदा ंगो गयदा थदा। -दवदाड ककी जगतक न ंनीं। खदानप्रे-पनीनप्रे कदा पबंसं न ,
ंनींऔर कदाम करनदा पड़तदा थदा जनी तगोड़कर; इससलए उसककी दशदा हदन-हदन बबगड़तनी
जदातनी थनी। शगोभदा स नशनील आदमनी थदा, लड़दाई-झगड़प्रे सप्रे कगोसयों भदागनप्रेवदालदा। ककसनी सप्रे
मतलब न ंनीं। अपनप्रे कदाम सप्रे कदाम। ंगोरदी उसप्रे चदा तदा थदा। और व भनी ंगोरदी कदा अदब
करतदा थदा। दगोनयों मभ ंकपए-प ैसप्रे ककी बदातभ ंगोनप्रे लगनीं। रदाय सदा ब कदा य नयदा फ़रमदान
आलगोचनदाओंकदा कप्रेन्द बनदा ंकआ थदा। कगोई ग्यदार बजतप्रे-बजतप्रे ंगोरदी लसौटदा और भनीतर जदा
र ंदा थदा कक उसप्रेभदास ंकआ, ज ैसप्रे गदाय कप्रे पदास कगोई आदमनी खड़दा ं ै।

पछदाड -- कसौन खड़दा ं ै व ?ंदाड।ँ

ंनीरदा बगोलदा -- म ैंंडददाददा।ँ, तम मंक ंदारप्रे कसौड़प्रेमभआग लप्रेनप्रेआयदा थदा।

ंनीरदा उसकप्रे कसौड़प्रे मभ आग लप्रेनप्रे , आयदाइसज़रदा ै-सनी बदात मभ ंगोरदी कगो भदाई ककी आत्मनीयतदा
कदा पररचय समलदा। गदाडव ।ँ मभ और भनी तगो कसौड़प्रे ं ैं। क ंनीं सप्रे आग सम सकतनी थनी। ंनीरदा
उसकप्रे कसौड़प्रे मभ आग लप्रे, तगोर ंदा अपनदा ै ंनी समझकर तगो। सदारदा गदाडव
।ँ इस कसौड़प्रे मभ आग
लप्रेनप्रे आतदा थदा। गदाड।ँव सप्रे सबसप्रे संपन्न;मगरय ंनी कसौड़दा
ंनीरदा कदा आनदा दसरदीड बदात थनी। और उस हदन ककी लड़दाई कप्रे बदाद! ंनीरदा कप्रे मन मभ
कपट न ंनींर तदा। ग़स्स ैलक ं ै; लप्रेककन हदल कदा सदाफ़।

उसनप्रेस्नप्रे भरप्रे स्वर मभ पछदाड -- तमदाखड ं ैकक लदा दंड?ं।ँ

'न ंनीं,तमदाखडतगो ं ैददाददा!

'सगोभदा तगो आज ब ंकत बप्रेदाल ं ै।'

'कगोई दवदाई न ंनीं खदातदा,तगो क्यदा ककयदा जदाय। उसकप्रे लप्रेखप्रे तगो सदारप्रे ,डदाक्टरब ैद,
ककीम अनदाड़नी ं ैं। भगवदान णकप्रे पदास श्जतननी अक्कल थनी, व उसकप्रे और उसककी
घरवदालदी कप्रे ह स्सप्रे पड़ गयनी।'

ंगोरदी नप्रे धिचन्तदा सप्रे क --ंदा य ंनी तगो बरदाईक ं ैउसमभ । अपनप्रेसदामनप्रेककसनी कगो
धिगनतदा ंनी न ंनीं। और धिचढ़नप्रेतगो बबमदारदी मभ सभनी ंगो जदातप्रे ं ैं। तम मंक ंभयदाद
ं ैकक
ंनीं,जब तम मंक ंभ इकफ़ंजदा ंगो गयदा थदा, तगो दवदाई उठदाकर संभ क दप्रे तप्रेथप्रे। म ैंतम मंक
ंदारप्रे दगोनयों ंदाथ पकड़तदा थदा, तब तम मंक ंदारदी भदाभनी तम मंक ंदारप्रे म।ँं
ड कमभदवदाई डदालतनी
थनीं। उस पर तमक उसप्रे ज़दारयों गदासलयदाड।ँदप्रेतप्रेथप्रे।

ंदाड।ँ ददाददा,भलदा व बदात भलड सकतदा ंड।ं।ँतमनप्रेइ क तनदा न ककयदा गोतदा, तगो तमसप्रेक
लड़नप्रे कप्रे सलए क ै सप्रे बचदा र ' तदा।ंगोरदी कगो ऐसदा आ कक ंनीरदा कदा
मदालमड स्वर
भदारदी ंगो गयदा ं ै। उसकदा गलदा भनी भर आयदा। ंक

'बप्रेटदा,लड़दाई-झगड़दा तगो श्ज़ंदगनी कदा संरम ं ै। इससप्रे जगो अपनप्रे,व परदायप्रे ैं थगोड़प्रे
ंनी
जदातप्रे ं ैं। जब घर मभ चदार आदमनी ,रतभनीतप्रे तगो ैंलड़दाई-झगड़प्रे भनी ंगोतप्रे ं ैं। श्जसकप्रे
कगोई ं ै ंनी न, उसकप्रेनीं कसौन लड़दाई करप्रे गदा।'

दगोनयों नप्रे सदाथधिचलम पनी। तब ंनीरदा अपनप्रे घर गयदा, ंगोरदी अंदर भगोजन करनप्रे
चलदा।

नयदा रगोष सप्रे बगोलदी-- दप्रे खनी अपनप्रेसपतड ककी लदीलदा? इतननी रदात ंगो गयनी और अभनी
उसप्रेअपनप्रेस ैल सप्रेछकटदी न ंनींसमलदी। म ैंसब जदानतनी ंड।ं।ँमझकगोक सदारदा पतदा
समल ं ै। भगोलदा ककी व रदाड।ँड़ लड़ककी न , ंनींझकनयदा!ं ै उसनी कप्रे संप्रेर मभ पड़दा
गयदा
र तदा ं ै।

ंगोरदी कप्रे कदानयों मभ भनी इस बदात ककी भनक पड़नी, परथनी उसप्रे ववकवदास न आयदा
थदा। गगोबर बप्रेचदारदा इन बदातयों कगो क्यदा जदानप्रे। बगोलदा-- ककसनप्रेक ंदा तमसप्रेक?

सं नयदा पचंड ंगो गयनी-- तमसप्रेक छपनी ंगोगनी, और तगो सभनी जग चचदाद चल र ंनी
ं ै। य भग्गदाक, व ब त्तर घदाट कदा पदाननी वपयप्रे ंकए। इसप्रेउगसलययों
ड।ँ पर नचदा र ंनी
ं ै,और य समझतदा ं ै,व इस पर जदान दप्रे तनी ं ै। तमक उसप्रेसमझदा दगो न ंनींकगोई
ऐसनी-व ैसनी बदात ंगो गयनी,तगो क ंनीं कप्रे न र ंगोगप्रे।

ंगोरदी कदा हदल उमंग पर थदा। चकल ककी सझनीड -- झकनयदा दप्रे खनप्रे-सननप्रेकमभतगो बरदीक
न ंनीं ं ै। उसनी सप्रे कर लप्रे सगदाई। ऐसनी सस्तनी मप्रेऔररयदाक ंदाड।ँ समलदी जदातनी ं ै।

नयदा कगो य चल क तनीर-सदा लगदा -- झन क यदा इस घर मभ आयप्रे,तगो म।ँंड कझलसक दंडं।ँ रदाड।ँड़
कदा। गगोबर ककी च ंप्रेतनी,तगो ं ैउसप्रे लप्रेकर ज ंदाड।ँ चदा ंप्रे र ंप्रे।

'और जगो गगोबर इसनी घर मभ लदायप्रे?'

'तगो य दगोनयों लड़ककयदाड।ँ ककसकप्रे गलप्रे बदाड।ँसंगोगप्रे?कररदादरदी मभतम मंक ंभकसौन पछप्रे गदाड,
कगोई द्वदार पर खड़दा तक तगो ंगोगदा न ंनीं।'

'उसप्रे इसककी क्यदा परवदा '।

'इस तर न ंनींछगोड़ड।ँगनी लदालदा कगो। मर-मर कप्रे पदालदा ं ैऔर झन


क यदा आकर रदाज
करप्रे गनी। म।ँं
ड कमभआग लगदा दंडगनीभीँ रदाडड़
।ँ कप्रे।'

स सदा गगोबर आकर घबड़दाई ंकई आवदाज़ मभ बगोलदा -- ददाददा, सदररयदांंक कगो ंगो
क्यदा
गयदा? क्यदा कदालप्रे नदागनप्रेछड सलयदा? व तगो पड़नी तड़प र ंनी ं ै।

ंगोरदी चसौकप्रे मभ जदा चकदाक थदा। थदालदी सदामनप्रेछगोड़कर बदा र नकल आयदा और बगोलदा
-- क्यदा असगनक म।ँं
ड स
क प्रे नकदालतप्रे ंगो। अभनी तगो म ैंदप्रेखप्रेआ र दा ंड।ं।ँलप्रेटदी थनी।
तनीनयों बदा र गयप्रे। धिचरदाग़ लप्रेकर दप्रे खदा। सदररयदांंक कप्रे म।ँं
ड स
क प्रेककचककर नकल र ंदा
थदा। आड।ँखभ पथरदागयनी थनीं,पप्रेट संडल गयदा थदा और चदारयों पदाड।ँव सं ैल गयप्रेथप्रे। सं नयदा
ससर पनीटनप्रेलगनी। ंगोरदी पंडडत ददातदाददीन कप्रे पदास दसौड़दा। गदाड।ँव मभ पशक-धिचककत्सक
कप्रे
ंनी आचदायदथप्रे। पंडडतजनी सगोनप्रेजदा र ंप्रेथप्रे। दसौड़प्रे ंकए आयप्रे। दम-कप्रे-दम मभ सदारदा गदाडव
।ँ
जमदा ंगो गयदा। गदाय कगो ककसनी नप्रेककछ णखलदा हदयदा। लक्षण स्पष म ट थप्रे। सदाफ़
ववष हदयदा गयदा ं ै; लप्रेककन गदाडव
।ँ मभ कसौन ऐसदा मद्ंकदई ं ै,श्जसनप्रे ववष हदयदा ; ंगो
ऐसनी वदारददात तगो इस गदाड।ँव मभ कभनी ंकई न ंनीं;लप्रेककन बदा र कदा कसौन आदमनी गदाड।ँव
मभ आयदा। ंगोरदी ककी ककसनी सप्रेदकमननीक भनी न थनी कक उस पर संदप्रे ककयदा जदाय। ंनीरदा
सप्रेककछ क ंदा-सननीक ंकई थनी; मगर व भदाई-भदाई कदा झगड़दा थदा। सबसप्रे जयदाददा
दखनीक तगो ंनीरदा ंनी थदा।ंदा थदा कक श्जसनप्रेय त्यदारयों कदा कदाम
संमककयदाड।ँदप्रेर
ककयदा ं ै,उसप्रेपदाय तगो ख़नड पनी जदाय। व लदाख ग़स्स ैलक ंगो; पर इतनदा ननीच कदाम
न ंनीं कर सकतदा।
सआनी रदात तक जमघट र ंदा। सभनी ंगोरदी कप्रे दछःखक मभ दखनीक थप्रेऔर बधधिक कगो

गदासलयदाड।ँ दप्रे तप्रेव थप्रे।इस समय पकड़दा जदा सकतदा, तगो उसकप्रे पदाणयों ककी कशल न
ंक
थनी। जब य ंदाल ं ै तगो कगोई जदानवरयों कगो बदा र क ै सप्रे बदाड।ँसंप्रेगदा। अभनी -तक रदात
बबरदात सभनी जदानवर बदा र पड़प्रे र तप्रे थप्रे। ककसनी तर ककी धिचंतदा ;नलप्रेककनथनी अब
तगो एक नयनी ववपश्त्त आ खड़नी ई थनी। क्यदा गदाय थनी कक बस दप्रे खतदा र ंप्रे। पजनप्रेड
ंक
जगोग। पदाड।ँच सप्रेर सप्रेदद ड कम न थदा। ससौ-ससौ कदा एक-एक बदाछदा ंगोतदा। आतप्रे दप्रे र न
ई और य वजदा धिगर पड़दा।
ंक
जब सब लगोग अपनप्रे-अपनप्रे घर चलप्रे गयप्रे,तगो सं नयदा ंगोरदी कगो कगोसनप्रे लगनी--
तम मंक ंभकगोई लदाख समझदायप्रे,करगोगप्रेअपनप्रेमन ककी। तमक गदाय खगोलकर आड।ँगन सप्रे
चलप्रे,तब तक म ैंजझतनीड र ंनी कक बदा र न लप्रेजदाओ। मदारप्रे हदन पतलप्रे, न ैंजदानप्रे
कब क्यदा ंगो जदाय; लप्रेककन न , ंनींउसप्रेगमनी लग र ं ै। अब तगो ख़बड ंगो गयनी
ंनी ठं डनी
और तम म ंदारदा कलप्रेजदा भनी ठं डदा ंगो गयदा। ठदाकर मदाड।ँगतप्रेथप्रे;दप्रे हदयदा ंगोतदा,तगो एक
ंक ंक
बगोझ ससर सप्रे उतर जदातदा और न ंगोरदा कदा न ंगोतदा; मगर तमदाचदा क ै सप्रे
ंगोरदा य
पड़तदा। कगोई बरदीक बदात ंगोतनी ं ै तगो म त प लप्रे ंनी र जदातनी ं ै। इतनप्रे
ंगोनप्रेवदालदी
हदन मज़प्रेसप्रेघर मभ ब।ँसड ंतनी र ंनी; न गमनी लगनी, न जड़नीड आयनी। इतननी जल्ददी सबकगो
चदान गयनी थनी कक मदालमड ंनी न ंगोतदा थदा कक बदा र सप्रेआयनी ं ै। बच्चप्रेउसकप्रे
सनींगयों सप्रेखप्रेलतप्रेर तप्रेथप्रे। ससर तक न ह लदातनी थनी। जगो ककछ नदाद मभ डदाल दगो, चदाट-
पयोंछकर सदाफ़ कर दप्रे तनी थनी। लच्छमनी थनी,अभदागयों कप्रे घर क्यदा र तनी।
सगोनदा और ंडपदा भनी य लचल सनकरु जग गयनी थनींऔर बबलख-बबलखकर रगो
ंनी थनीं। उसककी सप्रेवदा कदा भदार अधधिकतर उन म ंनीं दगोनयों पर थदा। उनककी संधिगननी ंगो
गयनी थनी। दगोनयों खदाकर उठतनीं,तगो एक-एक टककड़दा रगोटदी उसप्रेअपनप्रे ंदाथयों सप्रे
णखलदातनीं।क ै सदा जनीभ नकदालकर खदा लप्रेतनी ,थनीऔर जब तक उनकप्रे ंदाथ कदा कसौर
पदा लप्रेतनी,खड़नी तदाकतनी र तनी। भदाग्य संडट गयप्रे! सगोनदा और गगोबर और दगोनयों
लड़ककयदाड।ँ - संगोकररगो सगो गयनी थनीं। ंगोरदी भनी लप्रेटदा।

नयदा उसकप्रे ससर ंदानप्रे पदाननी कदा लगोटदा रखनप्रे आयनी तगो ंगोरदी नप्रे संनीरप्रे सप्रे -- क ंदा तप्रेरप्रे
पप्रेट मभ बदात पचतनी;ककछन ंनींसनक पदायप्रेगनी, तगो गदाड।ँव भर मभ हढं ढगोरदा पनीटतनी ककरप्रे गनी।

नयदा नप्रे आपश्त्त ककी-- भलदा सनकंड;म ैंनड़ -कसौनसनी बदात पनीट ददी कक ययों नदाम
बदनदाम कर हदयदा।

'अच्छदा तप्रेरदा संदप्रे ककसनी पर ंगोतदा' ं ै।

'मप्रेरदा संदप्रे तगो ककसनी पर न ंनीं ं ै। कगोई बदा रदी आदमनी' थदा।

'ककसनी सप्रे क ंप्रेगनी तगो न?' ंनीं

'क ंडगनीभीँ न ंनीं,तगो गदाड।ँववदालप्रेमझप्रेग


क नप्रेक ैसप्रेगढ़वदा दभ ग।'

'अगर ककसनी सप्रे क , ंदातगो मदार ंनी डदालंडगदा।ं।ँ '

'मझप्रेम
क दारकर सखनीक न र ंगोगप्रे। अब दसरदीड मप्रेररयदा न ंनींसमलदी जदातनी। जब तक ंड,ं।ँ
तम मंक ंदारदा घर स।ँभ
ड दालप्रे ंकए ंड।ं।ँश्जस हदन मर जदाऊड।ँगनी, ससर पर ंदाथ संरकर
रगोओगप्रे।
अभनी मझमभ ंकसदारदी बरदाइयदाड।ँंकनी बरदाइयदाड।ँंक ैं,तब आड।ँखयों सप्रेआस।ँड नकलभग।'

'मप्रेरदा संदप्रे ंनीरदा पर ंगोतदा' ं ै।

'झठड, बबलककल झठ!ंड ंनीरदा इतनदा ननीच न ंनीं ं ै। व म।ँं


ड ककदा ंनी ख़रदाब

ं ै।' 'म ैंनप्रे अपननी आड।ँखयों दप्रे खदा।,तप्रेरप्रेसचससर ककी सगौं' ।


'तमनप्रेकअपननी आड।ँखयों दप्रे खदा! कब?'
'व ंनी, म ैं सगोभदा कगोखकरदप्रे आयदा; तगो व सदरर ककी नदाडद
।ँ कप्रे पदास खड़दा थदा। म ैंनप्रे
यदांंक
पछदाड -- कसौन ं ै,तगो बगोलदा, म ैंंडं।ँंनीरदा, कसौड़प्रे मभ सप्रे आग लप्रेनप्रे आयदा थदा। थगोड़नी दप्रे र
मझक सप्रेबदातभ करतदा र ंदा। मझप्रेकधिचलम वपलदायनी। व सउर गयदा, म ैं भनीतर आयदा
और व ंनी गगोबर नप्रेपकदारु मचदायनी। मदालमड ंगोतदा ं ै,म ैं गदाय बदाड।ँसंकर सगोभदाकप्रे घर
गयदा ंड,और।ँ इसनप्रेसइर आकर ककछ णखलदा हदयदा ं ै। सदाइत ककर य दप्रे खनप्रेआयदा
थदा कक मरदी यदा न ंनीं।'
सं नयदा नप्रे लंबनी सदाड।ँस लप्रेकर-- कइसदा तर कप्रे ंगोतप्रे ं ैं, श्जन्भदाई ंभ भदाई कदा

गलदा कदाटनप्रे मभ भनी ह चक न ंनीं ंगोतनी। उफ़्फ़गो । ंनीरदा मन कदा इतनदा कदालदा ै! और
ददाढ़दीजदार कगो म ैंनप्रे -पदालपगोसकर बड़दा ककयदा।

'अच्छदा जदा सगो र , मगर ककसनी सप्रेभलकरू भनी श्ज़कर न करनदा।'

'कसौन, सबप्रेरदा ंगोतप्रे ंनी लदालदा कगो थदानप्रेन प ंकड।ँचदाऊड।ँ,तगो अपनप्रे असल बदाप ककी न ंनीं।
त्यदारदा भदाई क नप्रे जगोग ं ै! य ंनी भदाई कदा कदाम ं ै! व ब ैरदी,पक्कदा ै ब ैरदी और ब ैरदी
कगो मदारनप्रे मभ पदाप, छगोड़नप्रेनीं मभ पदाप।' ं ै

ंगोरदी नप्रे संमककी ददी-- म ैंक ंप्रेदप्रेतदा ंडसं।ँ नयदा, अनथद ंगो जदायगदा।

नयदा आवप्रेश मभ बगोलदी--अनथद न , ंनींअनथद कदा बदाप ंगो जदाय। म ैं बबनदा लदालदा कगो
बड़प्रेघर सभजवदाए मदानंडगनीभीँ न ंनीं। तनीन सदाल चक्ककी वपसवदाऊड।ँगनी, तनीन सदाल। व ंदाड।ँ
सप्रेछडटभ ग, तगो त्यदा लगप्रेगनी। तनीरथ करनदा पड़प्रेगदा। भगोजदप्रे नदा पड़प्रेगदा। इस संगोखप्रे मभ न र
ंभलदालदा! और गवदा ंनी हदलदाऊड।ँगनी तमसप्रेक,बप्रेटप्रे कप्रे ससर पर ंदाथ रखकर।

उसनप्रे भनीतर जदाकर ककवदाड़ बंद कर सलयप्रे और ंगोरदी बदा र अपनप्रे कगो कगोसतदा पड़दा र
ंदा। जब स्वयम णउसकप्रे पप्रेट मभ बदात न पचनी, तगो सं नयदा कप्रे पप्रेट मभ क्यदा पचप्रेगनी। अब
य चकड़ ैल मदाननप्रेवदालदी न ंनीं! श्ज़द पर आ जदातनी ं ै,तगो ककसनी ककी सनतनीक ंनी न ंनीं।
आज उसनप्रेअपनप्रेजनीवन मभ सबसप्रेबड़नी भलड ककी। चदारयों ओर ननीरव अंसंकदार छदायदा ंकआ
थदा। दगोनयों ब ैलयों कप्रे गलप्रेककी घंहटयदाड।ँकभनी-कभनी बज उठतनी थनीं। दस
क़दम पर मतक ृ गदाय पड़नी ंकई थनी और ंगोरदी घगोर पकचदात्तदाप मभ करवटभ बदल र ंदा
थदा। अंसंकदार मभ शपकदाककी रप्रे खदा क ंनीं नज़र न आतनी थनी।

***
9
पदातछःकदाल ंगोरदी कप्रे घर मभ एक ंंगदामदा ंगो गयदा। ंगोरदी सं नयदा कगो मदार र ंदा
परदाड
थदा। सं नयदा उसप्रे गदासलयदाड।ँ दप्रे र ंनी थनी। दगोनयों लड़ककयदाड।ँ बदाप कप्रे पदाड।ँवयों सप्रे सलपटदी
धिचल्लदा र ंनी थनीं और गगोबर मदाड।ँ कगो बचदा र ंदा थदा। - ंगोरदी कदा ंदाथ पकड़कर
बदार
ड कसप्रेकगोई गदालदी नकल जदातनी,
पनीछप्रे ढकप्रेल दप्रे तदा;पर ज्ययों ंनी सं नयदा कप्रे म।ँं ंगोरदी
अपनप्रे ंदाथ छकड़दाकर उसप्रेदगो-चदार घसप्रेंडं।ँऔर लदात जमदा दप्रे तदा। उसकदा बढ़दाड कक्रगो ज ैसप्रे
ककसनी गप्तक संधिचत शश्क्त कगो नकदाल लदायदा ंगो।
सदारप्रे गदाड।ँव मभ लचल पड़ गयनी। लगोग समझदानप्रेकप्रे ब ंदानप्रेतमदाशदा दप्रे खनप्रेआ प ंड।ँचप्रे।

शगोभदा लदाठठी टप्रे कतदा खड़दा आ। ंक


ंक
ददातदाददीन नप्रे डदाड।ँटदा--य क्यदा ं ै ंगोरदी,तमक बदावलप्रे ंगो गयप्रे ंगो क्यदा? कगोई इस तर
घर ककी लक्ष्मनी पर ंदाथ छगोड़तदा ं ै! तम मंक रगोग न थदा। क्यदा ंनीरदा ककी छडत तम मंक ंभ
ंभय
भनी लग गयनी।

ंगोरदी नप्रे पदालदागन करकप्रे क --ंदा म ंदारदाज, तमक इस बखत न बगोलगो।


म ैंआज इसककी बदान छकड़दाकर तब दम लंडगदा।ं।ँ म ैंश्जतनदा ंनी तर दप्रे तदा
ंड,उतनदा।ँ ंनी य ससर चढ़तनी जदातनी । ै

सं नयदा सजल कक्रगो मभ बगोलदी-- म ंदारदाज तमक गवदा र नदा। म ैंआज इसप्रेऔर
इसकप्रे त्यदारप्रे भदाई कगो जप्रे ल भप्रेजवदाकर तब पदाननी वपऊड।ँ गनी। इसकप्रे भदाई नप्रे गदाय मदा ंकर
णखलदाकर मदार डदालदा। अब जगो म ैंथदानप्रेमभरपट सलखदानप्रेजदा र ंनी ंडततोँ य त्यदारदा मझप्रेकमदारतदा
ं ै। इसकप्रे पनीछप्रे अपननी श्ज़ंदगनी चसौपट कर ददी, उसकदा य इनदाम दप्रे र ंदा ं ै।

ंगोरदी नप्रे ददाड।ँत पनीसकर और आड।ँखभ नकदालकर--संरक ंदाव ंनी बदात म।ँं
ड कसप्रे
नकदालदी। तनप्रेडदप्रेखदा थदा ंनीरदा कगो मदा ंकर णखलदातप्रे?

'तडक़सम खदा जदा कक तनप्रेड ंनीरदा कगो गदाय ककी नदाड।ँद कप्रे पदास खड़प्रे न ंनीं दप्रे खदा?'

' ंदाड।ँ,म ैंनप्रे न ंनीं, क़समदप्रे खदा खदातदा ंड।'ं।ँ


'बप्रेटप्रे कप्रे मदाथप्रे पर ंदाथ रख क़सम' खदा!
कप्रे

ंगोरदी नप्रेगगोबर कप्रे मदाथप्रेपर कदाड।ँपतदा ंकआ ंदाथ रखकर कदाड।ँपतप्रे ंकए स्वर मभ क ंदा --
म ैंबप्रेटप्रेककी क़सम खदातदा ंडकक।ँ म ैंनप्रे ंनीरदा कगो नदाड।ँद कप्रे पदास न नींदप्रेखदा।

सं नयदा नप्रेज़मनीन पर थडक कर क ंदा -- थड़नीक ं ै। तप्रेरदी झठदाईक पर। तनप्रेडख़द क मझसप्रेक
ंदा कक ंनीरदा चगोरयों ककी तर नदाड।ँद कप्रे पदास खड़दा थदा। और अब भदाई कप्रे पक्ष मभ झठड
बगोलतदा ं ै। थड़नीक ं ै! अगर मप्रेरप्रेबप्रेटप्रेकदा बदाल भनी बदाड।ँकदा ंकआ, तगो घर मभ आग लगदा
दंडगनी।ं।ँ सदारदी ग ं ृस्थनी मभ आग लगदा दंडगनी।ं।ँ भगवदान,णआदमनी म।ँं
ड कसप्रेबदात
कर इतननी बप्रेसरमनी सप्रेमककर जदातदा ं ै।

ंगोरदी पदाड।ँव पटककर बगोलदा-- सं नयदा, ग़स्सदाक मत हदखदा, न ंनींबरक दा ंगोगदा।

'मदार तगो र ंदा ं ै,और मदार लप्रे। जदा,तडअपनप्रेबदाप कदा बप्रेटदा ंगोगदा तगो आज मझप्रेक
मदारकर तब पदाननी वपयप्रेगदा। पदापनी नप्रे मदारतप्रे-तप्रेमप्रेरदा भरकसक नकदाल सलयदा, ककर
भनी इसकदा जनी न ंनीं भरदा। मझप्रेकमदारकर समझतदा ं ैमब
ैं ड़दा वनीर ंड।ं।ँभदाइययों कप्रे
सदामनप्रे भनीगनी बबल्लदी बन जदातदा , ं ैपदापनी क ंनीं कदा, त्यदारदा!'

ककर व ब ैन क कर रगोनप्रे लगनी-- इस घर मभ आकर उसनप्रे क्यदा न ंनीं , झप्रेलदाककस


ककस तर पप्रेट-तन न ंनीं कदाटदा,ककस तर एक-एक लत्तप्रे कगो तरसनी,ककस तर
एक-एक प ैसदा पदाणयों ककीतर संचदा,ककस तर घर-भर कगो णखलदाकर आप पदाननी
पनीकर सगो र ंनी। और आज उन सदारप्रे बसलददानयों कदा य परस्कदार!ंक भगवदान णब ैठप्रे य
अन्यदाय दप्रे ख र ंप्रे ं ैं और उसककी रक्षदा कगो न ंनीं दसौड़तप्रे। गज ककी और दसौपददी ककी रक्षदा
करनप्रेब ैकंठक सप्रेदसौड़प्रेथप्रे। आज क्ययों ननींद मभ सगोयप्रे ंकए ं ैं।

जनमत संनीरप्रे -संनीररप्रे नयदा ककी ओर आनप्रे लगदा। इसमभ अब ककसनी कगो संदप्रे न ंनीं
ंदा कक ंनीरदा नप्रे ंनी गदाय कगो ज़ र हदयदा। ंगोरदी नप्रेबबलककल झठठीड क़सम खदाई ं ै,
इसकदा भनी लगोगयों कगो ववकवदास ंगो गयदा। गगोबर कगो भनी बदाप ककी इस झठठीड क़सम
और उसकप्रे संलस्वडप आनप्रेवदालदी ववपश्त्त ककी शंकदा नप्रे ंगोरदी ककप्रे ववकद्कर हदयदा।
उस पर जगो ददातदाददीन नप्रे डदाड।ँट बतदायनी,ंगो ंगोरदी परदास्त ंगो गयदा। चपकप्रेक सप्रेबदा र
चलदा गयदा, सत्य नप्रे ववजय पदायनी।

ददातदाददीन नप्रेशगोभदा सप्रेपछदाड -- तमक ककछ जदानतप्रे ंगो शगोभदा, क्यदा बदात ंकई?
शगोभदा ज़मनीन पर लप्रेटदा ंकआ बगोलदा -- म ैं तगो म ंदारदाज,आठ हदन सप्रे बदा र न ंनीं
नकलदा। ंगोरदी ददाददा कभनी-कभनी जदाकर ककछ दप्रे आतप्रे, उसनी ैं सप्रे कदाम चलतदा ं ै। रदात
भनी व मप्रेरप्रे पदास गयप्रे थप्रे। ककसनप्रे क्यदा, म ैंककयदाकछ न ंनींजदानतदा। ंदाड।ँ,कल सदाड।ँझ
कगो ंनीरदा मप्रेरप्रेघर खरपनीक मदाड।ँगनप्रेगयदा थदा। क तदा थदा, एक जड़नी खगोदनदा ं ै। ककर तब
सप्रेमप्रेरदी उससप्रेभभट न ंनीं ंकई।

नयदा इतननी श पदाकर बगोलदी -- पंडडत ददाददा,व उसनी कदा कदाम ं ै। सगोभदा कप्रे घर
सप्रेखरपनीक मदाड।ँगकर लदायदा और कगोई जड़नी खगोदकर गदाय कगो णखलदा ददी। उस रदात कगो
जगो झगड़दा ंकआ थदा, उसनी हदन सप्रे व खदार खदायप्रे ब ैठदा थदा।

ददातदाददीन बगोलप्रे-- य बदात सदाबबत ंगो गयनी, तगो उसप्रे त्यदा लगप्रेगनी। पसलसक ककछ
करप्रे यदा न करप्रे ,संरम तगो बबनदा दं ड हदयप्रे न र ंप्रेगदा। चलदी जदातगो ंकवपयदा, ंनीरदा
कगो बलदाक लदा। क नदा, पंडडत ददाददा बलदाक र ंप्रे ं ैं। अगर उसनप्रे त्यदा न नींककी ं ै,तगो
गंगदाजलदी उठदा लप्रे और चसौरप्रे पर चढ़कर क़सम खदाय।

नयदा बगोलदी -- म ंदारदाज, उसकप्रे क़सम कदा भरगोसदा न ंनीं। चटपट खदा लप्रेगदा। जब
इसनप्रेझठठीड क़सम खदा लदी, जगो बड़दा संमदादत्मदा बनतदा , ं ैतगो ंनीरदा कदा क्यदा
ववकवदास।

अब गगोबर बगोलदा -- खदा लप्रेझठठीड क़सम। बंस कदा अंत ंगो जदाय। बढ़प्रेड जनीतप्रेर ंभ।
जवदान जनीकर क्यदा करभ गप्रे!

ंडपदा एक क्षण मभ आकर बगोलदी-- कदाकदा घर मभ न ंनीं,पंडडत ै ददाददा! कदाककी क तनी


ं ैं,क ंनीं चलप्रे गयप्रे ं ैं।

ददातदाददीन नप्रे लम्बनी ददाढ़दी संटकदारकर क ंदा-- तनप्रेडपछदाड न ंनीं,क ंदाडच


।ँ लप्रे गयप्रे ककयदा?
घर मभ छपदा ब ैठदा न ंगो। दप्रे ख तगो , सगोनदाभनीतर तगो न ंनीं ब ैठदा ं ै।

नयदा नप्रे टगोकदा-- उसप्रे मत भप्रेजगो ददाददा! ंनीरदा कप्रे ससर त्यदा सवदार,न ं ैजदानप्रे क्यदा
कर ब ैठप्रे।

ददातदाददीन नप्रेख़द क लकड़नी स।ँभ


ड दालदी और ख़बर लदायप्रेकक ंनीरदा सचमचक क ंनींचलदा
गयदा ं ै। पकनयदा क तनी ं ैलहटयदाक-डगोर और डंडदा सब लप्रेकर गयप्रे ं ैं। पकनयदा नप्रे
पछदाड भनी, क ंदाड।ँ जदातप्रे; परगो बतदायदा न ंनीं। उसनप्रे पदाड।ँच ंकपए आलप्रे मभ रखप्रे थप्रे। क व ंदाड।ँ न ंनीं
ं ैं। सदाइत ंकपए भनी लप्रेतदा गयदा।

सं नयदा शनीतल हृदय सप्रे बगोलदी-- म।ँं


ड कमभकदासलख लगदाकर क ंनींभदागदा ंगोगदा।

शगोभदा बगोलदा -- भदाग कप्रे क ंदाड।ँ जदायगदा। गंगदानप्रेन नदा चलदा गयदा ंगो।

नयदा नप्रे शंकदा ककी-- गंगदा जदातदा तगो ंकपए क्ययों लप्रे जदातदा,और आजकल कगोई
परब भनी तगो न ंनीं ?ं ै

इस शंकदा कदा कगोई ससमदादान न समलदा। संदारणदा दृढ़ ंगो गयनी। आज ंगोरदी कप्रे घर भगोजन
न ंनीं पकदा। न ककसनी नप्रे ब ैलयों कगो सदाननी-पदाननी हदयदा। सदारप्रे गदाड।ँव मभ सनसननी सं ैलदी ंकई
थनी। दगो-दगो चदार-चदार आदमनी जग -जग जमदा ंगोकर इसनी ववषय ककी आलगोचनदा कर र
ंप्रेथप्रे। ंनीरदा अवकय क ंनींभदाग गयदा। दप्रे खदा ंगोगदा कक भप्रेद खलक
गयदा, अब जप्रे ल जदानदा पड़प्रेगदा,त्यदा अलग लगप्रेगनी। बस,क ंनींभदाग गयदा। पन
क यदा
अलग रगो र ंनी थनी, ककछ क ंदा न सनदाक, न जदानप्रेक ंदाड।ँचल हदयप्रे। जगो ककछ
कसर र गयनी थनी व संध्यदा-समय लकप्रे कप्रे थदानप्रेददार नप्रेआकर परदीड कर ददी। गदाड।ँव
कप्रे
चसौककीददार नप्रे इस घटनदा ककी रपट ककी,ज ैसदा उसकदा कतदव्य थदा। और थदानप्रेददार सदा ब
भलदा अपनप्रेकतदव्य सप्रेकब चकनप्रेवदालप्रेडथप्रे। अब गदाड।ँववदालयों कगो भनी उनककी सप्रेवदा-

सत्कदार करकप्रे अपनप्रे कतदव्य कदा पदालन करनदा चदाह ए। ददातदाददीन,णझंगरदीससंंक,


नगोखप्रेरदाम,उनकप्रे चदारयों प्यदादप्रे ,मग।ँड सदा और लदालदा पटप्रे कवरदी, सभनी आ प ंकड।ँचप्रेऔर
ददारगोग़दाजनी कप्रे सदामनप्रे ंदाथ बदाड।ँसंकर खड़प्रे ंगो गयप्रे। ंगोरदी ककी तलबनी ंकई। जनीवन मभ
प लदा अवसर थदा कक व ददारगोग़दा कप्रे सदामनप्रे आयदा। ऐसदा डर र ंदा ,थदाज ैसप्रे
संदाड।ँसनी ंगो जदायप्रेगनी। सं नयदा कगो पनीटतप्रे समय उसकदा-एकएकअंग संड़क र ंदाथदा।
ददारगोग़दा कप्रे सदामनप्रेकछकए ककी भदाडत
।ँ भनीतर ससमटदा जदातदा थदा। ददारगोग़दा नप्रेउसप्रे
आलगोचक नप्रेतयों सप्रेदप्रेखदा और उसकप्रे हृदय तक प ंकड।ँच गयप्रे। आदसमययों ककी नस
चदाननप्रे कदा उन म ंभ अच्छदा अभ्यदास थदा। ककतदाबनी मनगोववजदान मभ ,परकगोरप्रे व्यदाव
ंदाररक मनगोववजदान कप्रे ममदज थप्रे। यक़कीन ंगो ,गयदाआज अच्छप्रे कदा म।ँं
ड क दप्रे खकर
उठप्रे ं ैं। और ंगोरदी कदा चप्रे रदा क ंप्रे , दप्रे तदाइसकप्रेवलथदा एक घड़ककीक कदाफ़की ं ै।

ददारगोग़दा नप्रेपछदाड -- तझप्रेकककस पर शकब ंदा ं ै?


ंगोरदी नप्रेज़मनीन छकई और ंदाथ बदाड।ँसंकर बगोलदा -- मप्रेरदा सबक ंदा ककसनी पर न
ंनीं ं ै सरकदार, गदाय अपननी मसौत सप्रेमरदी ं ै। बड्ढदीक ंगो गयनी थनी।

सं नयदा भनी आकर पनीछप्रे खड़नी थनी। तरं तक बगोलदी -- गदाय मदारदी ं ैतम मंक ंदारप्रे भदाई ंनीरदा
नप्रे। सरकदार ऐसप्रेबसौड़म न ंनीं ं ैंकक जगो ककछ तमक क दगोगप्रे,व मदान लभगप्रे। य ंदाड।ँ
जदाड।ँच-त कक़क़दात करनप्रे आयप्रे ं ैं।

ददारगोग़दाजनी नप्रेपछदाड -- य कसौन ं ै?


औरत

कई आदसमययों नप्रेददारगोग़दाजनी सप्रेककछ बदातचनीत करनप्रेकदा ससौभदाग्य पदाप्त करनप्रेकप्रे सलए


चढ़दा-ऊपरदी ककी। एक सदाथ बगोलप्रे और अपनप्रे मन कगो इस कल्पनदा सप्रे संतगोष हदयदा
कक प लप्रे म ैं बगोलदा-- ंगोरदी ककी घरवदालदी ं ै सरकदार!

'तगो इसप्रेबलदाओक, म ैंप लप्रेइसनी कदा बयदान सलखगदा।ंडं।ँ व क ंदाड।ँं ै ंनीरदा?'

ववसशष म ट जनयों नप्रे एक स्वर सप्रे क --ंदा व तगो आज सबप्रेरप्रे सप्रे क ंनीं चलदा गयदा ं ै
सरकदार!

'म ैंउसकप्रे घर ककी तलदाशनी लंडगदा।ं।ँ'

तलदाशनी! ंगोरदी ककी सदाड।ँस तलप्रे-ऊपर ंगोनप्रे लगनी। उसकप्रे भदाई ंनीरदा कप्रे घर ककी तलदाशनी
ंगोगनी और ंनीरदा घर मभ न ंनीं ं ै। और ककर ंगोरदी कप्रे-जनीजनीतप्रे,उसकप्रे दप्रे खतप्रे य
तलदाशनी न ंगोनप्रे पदायप्रेगनी;और सं नयदा सप्रे अब उसकदा कगोई सम्बन मसं न ंनीं। ज ंदाड।ँ चदा ंप्रे
जदाय। जब व उसककी इज़्ज़त बबगदाड़नप्रे पर आ गयनी , ं ैतगो उसकप्रे घर मभ क ै सप्रे र सकतनी
ं ै। जब गलदी-गलदी ठगोकर खदायप्रेगनी,तब पतदा चलप्रेगदा। गदाड।ँव कप्रे ववसशष्जनयोंट नप्रे इस म
ंदान संकट कगो टदालनप्रे कप्रे सलए -कदाननदाडसनी शकड ककी।

ददातदाददीन नप्रे गंजदा ससर ह लदाकर क --ंदा सब कमदानप्रेकप्रे ढं ग ं ैं। ंनीरदा कप्रे
य पछगोड,
घर मभ क्यदारखदा ं ै।

पटप्रे क वरदीलदाल ब ंक त लंबप्रेथप्रे;पर लंबप्रे ंगोकर भनी बप्रेवक़डफ़ न थप्रे। अपनदा लंबदा
कदालदा म।ँं
ड कऔर लंबदा करकप्रे बगोलप्रे-- और य ंदाड।ँ आयदा ं ै ककस ,सलएऔर जब
आयदा ं ै बबनदा ककछ सलयप्रे-हदयप्रे गयदा कब ?ं ै
णझंगरदीससंंक नप्रे ंगोरदी कगो बलदाकरु कदान मभ क ंदा -- नकदालगो जगो ककछ दप्रे नदा ंगो।
ययों गलदा न छडटप्रे गदा।

ददारगोग़दाजनी नप्रे अब ज़रदा गरजकर क ंदा-- म ैंंनीरदा कप्रे घर ककी तलदाशनी लंडगदा।ं।ँ

ंगोरदी कप्रे मखक कदा रं ग ऐसदा उड़ गयदा थदा, ज ैसप्रे दप्रे कदा सदारदा रक्सतखड गयदा ंगो।
तलदाशनी उसकप्रे घर ंकई तगो, उसकप्रे भदाई कप्रे घर ंकई तगो, एक ंनी बदात ं ै। ंनीरदा अलग
ंनी; पर द ंकनयदा तगो जदानतनी ं ै,व उसकदा भदाई ं ै; मगर इस वक़्त उसकदा ककछ
बस न ंनीं। उसकप्रे पदास ंकपए ,ंगोतंप्रेगो इसनी वक़्त पचदास ंकपए लदाकर ददारगोग़दाजनी
कप्रे
चरणयों पर रख दप्रे तदा और क तदा-- सरकदार, मप्रेरदी इज़्ज़त अब आपकप्रे ंदा ं ै।

मगर उसकप्रे पदास तगो ज़ र खदानप्रे कगो भनी एक प ैसदा न ंनीं ं ै। सं नयदा कप्रे पदास चदा ं
दगो-चदार ंकपए पड़प्रे ;ंयोंपर चड़ ैल भलदा क्ययों दप्रे नप्रेलगनी। मत्य-दं ड पदायप्रे ए

ंक ं ृ ंक ंक
आदमनी ककी भदाड।ँत ससर झकदायप्रेक,अपनप्रेअपमदान ककी वप्रेदनदा कदा तनीव्र अनभवक करतदा
आ चपचदापक खड़दा र
ंदा।
ंक
ददातदाददीन नप्रे ंगोरदी कगो सचप्रेत ककयदा-- अब इस खड़प्रे र नप्रे सप्रे कदाम न चलप्रेगदा
तर
ंगोरदी, ंकपए ककी कगोई जगतक करप्रे ।
ंगोरदी ददीन स्वर मभ बगोलदा-- अब म ैं क्यदा रजअ क।ँड म ंदारदाज! अभनी तगो प लप्रे ंनी

ककी गठरदी ससर पर लददी ं ै; और ककस म।ँं


ड कसप्रेमदागंड;लप्रेककन।ँ इस संकट सप्रे उबदार
लगो। जनीतदा र ंदा, तगो कसौड़नी-कसौड़नी चकदाक दंडगदा।ं।ँ म ैंमर भनी जदाऊड।ँतगो गगोबर ं ै ंनी।
तगो
नप्रेतदाओं मभ सलदा ंगोनप्रे लगनी। ददारगोग़दाजनी कगो क्यदा भभ ट ककयदा जदाय। ददातदाददीन न

पचदास कदा पस्तदाव ककयदा। णझंगरदीससंंक कप्रे अनमदानक मभ ससौ सप्रेकम पर ससौददा न
ंगोगदा। नगोखप्रेरदाम भनी ससौ कप्रे पक्ष मभ थप्रे। और ंगोरदी कप्रे सलए ससौ और पचदास मभ कगो
अंतर न थदा। इस तलदाशनी कदा संकट उसकप्रे ससर सप्रेटल जदाय। पजदाड चदा ंप्रेककतननी
चढ़दाननी पड़प्रे। मरप्रे कगो मन-भर लकड़नी सप्रे जलदाओ,यदा दस मन सप्रे;उसप्रे क्यदा
धिचंतदा!मगर पटप्रे कवरदी सप्रे य अन्यदाय न दप्रे खदा गयदा। कगोई डदाकदा यदा क़तल तगो
ंकआ न ंनीं। कप्रेवल तलदाशनी ंगो र ंनी ं ै। इसकप्रे सलए बनीस
ंकपए ब ंकत ं ैं।

नप्रेतदाओं नप्रे धधिक्कदारदा--तगो ककर ददारगोग़दाजनी सप्रे बदातचनीत करनदा। न म लगोग नगनीच
जदायभग। कसौन घड़ककयदाड।ँंकखदाय।
ंगोरदी नप्रे पटप्रे करदीव कप्रे पदाड।ँव पर अपनदा ससरख रहदयदा -- भ ैयदा,मप्रेरदा उद्संदार
करगो। जब तक श्जऊड।ँ,गदातम मंक ंदारदी तदाबप्रेददारदी क।ँड गदा।

ददारगोग़दाजनी नप्रेककर अपनप्रेववशदाल वक्ष और ववशदालतर उदर ककी परदीड शश्क्त सप्रे क ंदा
-- क ंदाड।ँ ं ै ंनीरदा कदा? घरम ैंउसकप्रे घर ककी तलदाशनी लंडगदा।ं।ँ

पटप्रे क वरदी नप्रे आगप्रे बढ़कर ददारगोग़दाजनी कप्रे कदान मभ -- कतलदासनी लप्रेकर क्यदा करगोगप्रे
ंकज़रू, उसकदा भदाई आपककी तदाबप्रेददारदी कप्रे सलए ंदाश्ज़र ं ै।

दगोनयों आदमनी ज़रदा अलग जदाकर बदातभ करनप्रे लगप्रे। 'क ै

सदा आदमनी ?'ं ै

'ब ंकत ंनी ग़रदीब ंकज़र!ंड भगोजन कदा हठकदानदा भनी न ंनीं!'

'सच?'

ंदाड।ँ,ंकज़रू, ईमदान सप्रेक तदा ंड।'ं।ँ

'अरप्रे तगो क्यदा एक पचदासप्रे कदा डसौल भनी न ंनीं?' ं ै

'क ंदाड।ँककी बदात ंकज़र!ंड दस समल जदाय,ंड।ँतगो ज़दार समणझए। पचदास तगो पचदास
जनम
मभ भनी ममककनक न ंनींऔर व भनी जब कगोई म ंदाजन खड़दा ंगो जदायगदा!'

ददारगोग़दाजनी नप्रे एक समनट तक ववचदार करकप्रे क --ंदा तगो ककर उसप्रे सतदानप्रे सप्रे क्यदा
फ़दायददा। म ैं ऐसयों कगो न ंनीं सतदातदा,जगो आप ंनी मर र ंप्रे ंयों।

पटप्रे क वरदी नप्रेदप्रेखदा, नशदानदा और आगप्रे जदा पड़दा। बगोलप्रे-- न ंनीं ंकज़रू, ऐसदा न
ककीश्जए, न ंनींककर म क ंदाड।ँजदायगप्रे।ंड।ँ मदारप्रे पदास दसरदीड और कसौन-सनी खप्रेतनी ?ं ै

'तमक इलदाक़प्रे कप्रे पटवदारदी ंगो जनी, क ै सनी बदातभ करतप्रे?' ंगो

'जब ऐसदा ंनी कगोई अवसर आ जदातदा ै, तगो आपककी बदसौलत म भनी ककछ पदा जदातप्रे ं ैं।
न ंनीं पटवदारदी कंसौनगो पछतदाड ं ै।'
'अच्छदा जदाओ, तनीस ंकपए हदलवदा दगो; बनीस ंकपए मदारप्रे , दस ंकपए तम मंक ंदारप्रे ।'

'चदार मणखयदाक ं ैं,इसकदा ख़्यदाल ककीश्जए।'

'अच्छदा सआप्रे-सआप्रे पर रखगो,जल्ददी करगो। मझप्रेकदप्रेर ंगो र ंनी ं ै।'

पटप्रे कवरदी नप्रेणझंगरदीक सप्रेक ंदा, णझंगरदीक नप्रे ंगोरदी कगो इशदारप्रे सप्रेबलदायदाक, अपनप्रे घर लप्रे
गयप्रे,तनीस ंकपए धिगनकर उसकप्रे वदालप्रेककयप्रेऔर ए सदान सप्रेदबदातप्रे ंकए बगोलप्रे -- आज
ंनी कदागद सलखदा लप्रेनदा। तम मंक ंदारदा म।ँं
ड कदप्रेखकर ंकपए दप्रे र ंदा ंड,त।ँम मंक ंदारदी
भलमंसनी पर। ंगोरदी नप्रेकपए सलयप्रेऔर अड।ँगगोछप्रे कप्रे कगोर मभ बदाड।ँसंप्रेपसन्न मखक आकर
ददारगोग़दाजनी ककी ओर चलदा।

स सदा सं नयदा झपटकर आगप्रे आयनी औरअड।ँगगोछठी एक झटकप्रे कप्रे सदाथ उसकप्रे ंदाथ
सप्रेछठीन लदी। गदाड।ँठ पक्ककी न थनी। झटकदा पदातप्रे ंनी खलक गयनी और सदारप्रेक पए
ज़मनीन पर बबखर गयप्रे। नदाधिगन ककी तर संड।ँंककदारकर बगोलदी -- यप्रे ंकपए क ंदाड।ँ सलयप्रे
जदा र ंदा ं ै,बतदा। भलदा चदा तदा ं ै,तगो सब ंकपए लसौटदा दप्रे , न ंनींक ंड।ं।ँघर कप्रे
ंप्रेदप्रेतनी
परदाननी रदात-हदन मरभ औरददानप्रे-ददानप्रे कगो तरसभ,लत्तदा भनी प ननप्रे कगो मयस्सर न ंगो
और अड।ँजलदीक-भर ंकपए लप्रेकर चलदा ं ै इज़्ज़त बचदानप्रे! ऐसनी बड़नी ं ै तप्रेरदी इज़्ज़त!
श्जसकप्रे घर मभ चडप्रेलगोटभ ,व भनी इज़्ज़तवदालदा ं ै! ददारगोग़दा तलदासनी ंनी तगो लप्रेगदा। - लप्रे
लप्रे ज ंदाड।ँ चदा ंप्रे तलदासनी। एक तगो ससौ ंकपए ककी गदाय, उसगयनी पर पलप्रेथन! वदा

रदी तप्रेरदी इज़्ज़त!
ंगोरदी ख़नड कदा घटंडं।ँपनीकर गयदा। सदारदा समड ज ैसप्रेथरदार णउठदा। नप्रेतदाओंकप्रे ससर

झकक गयप्रे। ददारगोग़दा कदा म।ँं
ड ज़
क रदा-सदा नकल आयदा। अपनप्रे जनीवन मभ उसप्रे ऐसनी
लतदाड़ न समलदी थनी। ंगोरदी स्तंसभत-सदा खड़दा र ंदा। जनीवन मभ आज प लदी बदार
सं नयदा नप्रे उसप्रे भरप्रे अखदाड़प्रे मभ पटकननी,आकदाशददी तकदा हदयदा। अब व क ै सप्रे ससर
उठदायप्रे! मगर ददारगोग़दाजनी इतननी जल्ददी ंदार मदाननप्रेवदालप्रे न थप्रे।
णखससयदाकर बगोलप्रे-- मझप्रेकऐसदा मदालमड ंगोतदा ं ै,कक इस श ैतदान ककी ख़दालदा नप्रे ंनीरदा

कगो संड।ँसदानप्रेकप्रे सलए ख़द क गदाय कगो ज़ र दप्रे हदयदा।


नयदा ंदाथ मटकदाकर बगोलदी -- ंदाड।ँ,दप्रे हदयदा। अपननी गदाय थनी,मदार डदालदी, ककर
ककसनी दसरप्रेड कदा जदानवर तगो न ंनींमदारदा? तम मंक ंदारप्रे त क़कीक़दात मभ य ंनी नकलतदा
ं ै,तगो य ंनी सलखगो। प नदा दगो मप्रेरप्रे ंदाथ मभ थकडड़यदाड।ँ। दप्रे ख सलयदा तम मंक ंदारदा
न्यदाय और तम मंक ंदारप्रे अक्कल ककी दसौड़। ग़रदीबयों कदा गलदा कदाटनदा दसरदीड बदात ं ै।
दद ड कदा दद ड और पदाननी कदा पदाननी करनदा दसरदीड बदात।

ंगोरदी आड।ँखयों सप्रेगदारप्रे अड।ँबरसदातदा स नयदा ककी ओर लपकदा ;पर गगोबर सदामनप्रे आकर
खड़दा ंगो गयदा और उग भदाव सप्रे बगोलदा-- अच्छदा ददाददा, अब ब ंकत ंकआ। पनीछप्रे ट
जदाओ, न ंनींमक
ैं ंप्रेदप्रेतदा ंड,मप्रेरदा।ँ म।ँं
ड कन दप्रे खगोगप्रे। तम मंक ंदारप्रे ऊपर ंदाथ न उठदाऊड।ँगदा।
ऐसदा कपतड न ंनीं ंड।ं।ँय ंनींगलप्रेमभसंदाड।ँसनी लगदा लंडगदा।ं।ँ

ंगोरदी पनीछप्रे ट गयदा और सं नयदा शप्रेर ंगोकर बगोलदी-- तड ट जदा गगोबर, दप्रे खंडततोँ
क्यदा करतदा ं ैमप्रेरदा। ददारगोग़दाजनी ब ैठप्रे ं ैं। इसककी ह म्मत दप्रे ख।ंडं।ँघर मभ तलदाशनी ंगोनप्रे
सप्रे इसककी इज़्ज़त जदातनी ं ै। अपननी मप्रे ररयदा कगो सदारप्रे गदाड।ँव कप्रे सदामनप्रे ल तयदानप्रे
इसककी इज़्ज़त न ंनीं जदातनी! य ंनी तगो बनीरयों कदा संरमं ै। बड़दा बनीर, तगो ै ककसनी मदद
सप्रे लड़। श्जसककी बदाड।ँ पकड़कर लदायदा,उसप्रेमदारकर ब ंदादरु न क लदायप्रेगदा। तड
समझतदा ंगोगदा, म ैंइसप्रेरगोटदी कपड़दा दप्रे तदा ंड।ं।ँआज सप्रेअपनदा घर स।ँभ
ड दाल। दप्रे ख तगो
इसनी गदाड।ँव मभ तप्रेरदी छदातनी पर मगंडं।ँ दलकर र तनी ंडकक।ँ न ंनीं,और उससप्रे अच्छदा
खदाऊड।ँ-प नंडगनी।ं।ँ इच्छदा ंगो, दप्रे ख लप्रे।

ंगोरदी परदास्त ंगो गयदा। उसप्रेजदात ंकआ, स्तनी कप्रे सदामनप्रेपंकष ककतनदा नबदल,
ककतनदा नकपदाय ं ै। नप्रेतदाओंनप्रेकपए चनकरु उठदा सलयप्रेथप्रेऔर ददारगोग़दाजनी कगो व ंदाडस
।ँ प्रे
चलनप्रे कदा इशदारदा कर र ंप्रे थप्रे।

नयदा नप्रे एक ठगोकर और जमदायनी-- श्जसकप्रे ंकपए , ंयोंलप्रे जदाकर उसप्रे दप्रे दगो। मभ ककसनी सप्रे
सउदार न ंनीं लप्रेनदा और ै । जगो दप्रे नदा , तगो ै उसनी सप्रे लप्रेनदा। म ैं दमड़नी भनी न
दंडगनीभीँ, चदा ंप्रेमझप्रेक ंदाककम कप्रे इजलदास तक ंनी चढ़नदा पड़प्रे। म बदाक़की
चकदानप्रेककगो

पचनीस ंकपए मदाड।ँगतप्रे,ककसनीथप्रे नप्रेन हदयदा। आज अड।ँजलदीक-भर ंकपयप्रे ठनदाठन नकदाल कप्रे
हदयप्रे। म ैंसब जदानतनी ंड।ं।ँय ंदाड।ँतगो बदाड।ँट-बखरदा ंगोनप्रेवदालदा थदा,सभनी कप्रे म।ँं
ड कमनीठप्रे ंगोतप्रे।
यप्रे त्यदारप्रे गदाड।ँव कप्रे मणखयदाक ं ैं,ग़रदीबयों कदा ख़नड चसनप्रेवदालप्रे!ंड सद-ड ब्यदाज डप्रेढ़दी-सवदाई,
नज़र-नज़रदानदा, घसड-घदास ज ैसप्रे भनी , ग़रदीबयोंंगो कगो लटगो।ंड उस पर सरदाजक चदाह ए।
जप्रेल जदानप्रेसप्रेसरदाजक न समलप्रेगदा। सरदाजक समलप्रेगदा संरम सप्रे,न्यदाय सप्रे।
नप्रेतदाओंकप्रे म।ँं
ड कमभकदासलख-सनी लगनी ंकई थनी। ददारगोग़दाजनी कप्रे म।ँं
ड कपर झदाड़-सनी ककरदी
ंकई थनी। इज़्ज़त बचदानप्रेकप्रे सलए ंनीरदा कप्रे घर ककी ओर चलप्रे।

रदास्तप्रे मभ ददारगोग़दा नप्रे स्वनीकदार ककयदा--औरत ं ै बड़नी हदलप्रेर!

पटप्रे कवरदी बगोलप्रे-- ं ै ंकज़रू, ं ै। ऐसनी औरत कगो तगो गगोलदी मदार दप्रे ।
हदलप्रेर ककद शदा

'तमक लगोगयों कदा क़दाकफ़यदा तंग कर हदयदा उसनप्रे। चदार-चदार तगो ंनी।'
समलतप्रे

' ंकज़रू कप्रे भनी तगो ंकपए गयप्रे।'


पंद

'मप्रेरप्रे क ंदाड।ँ जदा सकतप्रे ं ैं। व, गदाड।ँवन दकंप्रेगदामणखयदाक दभ ग और पंद ंकपयप्रेककी


जग परप्रेड पचदास ंकपए। आप लगोग चटपट इंतज़दाम ककीश्जए।'

पटप्रे क वरदीलदाल नप्रे ंड।ँसकर क ंकज़रू ं ैं।


ंदा -- बड़प्रेहदल्लगनीबदाज़

ददातदाददीन बगोलप्रे-- बड़प्रे आदसमययोंकप्रे य ंनी ं ैं। ऐसप्रे भदाग्यवदानयों कप्रे दशदन क
लक्षण ंदाड
ंगोतप्रे ं ैं।

ददारगोग़दाजनी नप्रे कठगोर स्वर मभ क-- ंदाय ख़शदामद क ककर ककीश्जएगदा। इस वक़्त तगो
मझप्रेप
क चदास ंकपए हदलवदाइए, नक़द; और य समझ लगो कक आनदाकदाननी ककी, तगो म ैं
तमक चदारयों कप्रे घर ककी तलदाशनी लंडगदा।ं।ँ ब ंकत ममककनक ं ैकक तम
क नप्रे
ंनीरदा और ंगोरदी
कगो संड।ँसदाकर उनसप्रेससौ-पचदास ऐंठनप्रे कप्रे सलए य पदाखंड रचदा ंगो। नप्रेतदागण अभनी
तक य ंनी समझ र ंप्रे , ददारगोग़दाजनी ैं ववनगोद कर र ंप्रे ं ैं।

णझंगरदीससंंक नप्रेआ।ँख
ड भमदारकर क ंदा नकदालगो पचदास ंकपए पटवदारदी सदा ब!
--
नगोखप्रेरदाम नप्रे उनकदा समथदन ककयदा--पटवदारदी सदा ब कदा इलदाक़दा ं ै। उन म ंभ ज़डर
आपककी ख़दा तर करननी चदाह ए।

पंडडत नगोखप्रेरदामजनी ककी चसौपदाल आ गयनी। ददारगोग़दाजनी एक चदारपदाई पर ब ैठ गयप्रे और


बगोलप्रे-- तमक लगोगयों नप्रेक्यदा नकचय ककयदा? ंकपए नकदालतप्रे ंगो यदा तलदाशनी करवदातप्रे ंगो?
ददातदाददीन नप्रे आपश्त्त ककी-- मगर ंकज़रू...।

'म ैं अगर-मगर ककछ न ंनींसननदाक चदा तदा।'

णझंगरदीससंंक नप्रेसदा स ककयदा -- सरकदार यतगो सरदासर...।

'म ैंपंद समनट कदा समय दप्रे तदा ंड।ं।ँअगर इतननी दप्रे र मभ परप्रेड पचदास ंक पए न आयप्रे, तगो
तमक चदारयों कप्रे घर ककी तलदाशनी ंगोगनी। और गंडदाससं कगो जदानतप्रे ंगो। उसकदा मदारदा
पदाननी भनी न ंनीं मदाड।ँगतदा।'

पटप्रे क वरदीलदाल नप्रे तप्रेज़ स्वर सप्रे क-- ंदाआपकगो अश्ख़्तयदार ं ै, तलदाशनी लप्रे लभ। य
अच्छठी हदल्लगनी ं ै,कदाम कसौन करप्रे , पकड़दा कसौन जदाय।

'म ैंनप्रे पचनीस सदाल थदानप्रेददारदी ककी ं ै जदानतप्रे?' ंगो

'लप्रेककन ऐसदा अड।ँसंप्रेर तगो कभनी न ंनीं ंकआ।'

'तमनप्रेकअभनी अड।ँसंप्रेर न ंनींदप्रेखदा। क ंगो तगो व भनी हदखदा दंड।ं।ँएक-एक कगो पदाड।ँच-पदाड।ँच
सदाल कप्रे सलए भप्रेजवदा दंड।ं।ँय मप्रेरप्रेबदायभंदाथ कदा खप्रेल ं ै। डदाकप्रे
मभ सदारप्रे गदाड।ँव कगो
कदालप्रेपदाननी भप्रेजवदा सकतदा ंड।ं।ँइस संगोखप्रेमभन र नदा!'

चदारयों सज्जन चसौपदाल कप्रे अंदर जदाकर ववचदार करनप्रेलगप्रे। ककर क्यदा ंकआ ककसनी
कगो मदालमड न ंनीं, ंदाड।ँ,ददारगोग़दाजनी पसन्न हदखदायनी दप्रे र ंप्रे थप्रे। और चदारयों सज्जनयों कप्रे
म।ँं
ड कपर संटकदार बरस र ंनी थनी। ददारगोग़दाजनी घगोड़प्रे पर सवदार ंगोकर चलप्रे,तगो चदारयों
नप्रेतदा दसौड़ र ंप्रेथप्रे। घगोड़दा दरू नकल गयदा तगो चदारयों सज्जन लसौटप्रे ; इस तर मदानगो
ककसनी वपयजन कदा संस्कदार करकप्रे कमशदान सप्रे लसौट र ंप्रे ंयों।

सदा ददातदाददीन बगोलप्रे-- मप्रेरदा सरदाप न पड़प्रेतगो म।ँं


ड कन हदखदाऊड।ँ। नगोखप्रेरदाम नप्रे

समथदन ककयदा--ऐसदा संन कभनी संलतप्रे ननीं दप्रे खदा। पटप्रे कवरदी नप्रे

भववष्यवदाणनी ककी-- रदाम ककी कमदाई रदाम मभ जदायगनी।


णझंगरदीससंंक कगो आज ईकवर ककी न्यदायपरतदा मभ संदप्रे ंगो गयदा थदा। भगवदान णन
जदानप्रे क ंदाड।ँ ं ैं कक य अड।ँसंप्रेर दप्रे खकर भनी पदावपययों कगो दं ड न ंनीं दप्रे तप्रे। इस व सज्जनयों ककी
तस्वनीर खनींचनप्रे लदायक़ थनी।

***
10
ंनीरदा कदा क ंनींपतदा न चलदा और हदन गज़रतप्रेकजदातप्रेथप्रे। ंगोरदी सप्रेज ंदाडत
।ँ क दसौड़ड़पड

ंगो सककी ककी; ककर ंदारकर ब ैठ र ंदा। खप्रेतनी-बदारदी ककी भनी कफ़क्र करननी थनी। अकप्रे
लदा
आदमनी क्यदा-क्यदा करतदा। और अब अपननी खप्रेतनी सप्रेज़्यदाददा कफ़क्र थनी पकनयदा ककी
खप्रेतनी ककी। पकनयदा अब अकप्रेलदी ंगोकर और भनी पचंड ंगो गयनी थनी। ंगोरदी कगो अब
उसककी ख़शदामद क करतप्रेबनीततनी थनी। ंनीरदा थदा, तगो व पकनयदा कगो दबदायप्रेर तदा थदा।
उसकप्रे चलप्रेजदानप्रेसप्रेअब प नयदा पर कगोई अंकस न र गयदा थदा। ंगोरदी ककी
ंक ंक
पटदीददारदी ंनीरदा सप्रेथनी। पन क यदा अबलदा थनी। उससप्रेव क्यदा तनदातननी करतदा। और
पकनयदा उसकप्रे स्वभदाव सप्रेपररधिचत थनी और उसककी सज्जनतदा कदा उसप्रेख़बड दं ड
दप्रे तनी थनी। ख़ ैररयत य ई कक कदारकन सदा ब नप्रेप नयदा सप्रेबक़दायदा लगदान वसल
ंनी
ंक ंक ंक ंड
करनप्रे ककी कगोई सख़्तनी न ककी,कप्रेवल थगोड़नी सनी पजदाड लप्रेकर रदाज़नी ंगो गयप्रे। न ंगोरदी
ंनीं,
अपननी बक़दायदा कप्रे सदाथ उसककी बक़दायदा चकदानप्रेककप्रे सलए भनी क़रज़ लप्रेनप्रेकगो त ैयदार
थदा। सदावन मभ संदान ककी रगोपदाई ककीसनीऐ संमड र ंनी कक मजरू न ंगोरदी
समलप्रेऔर
अपनप्रे खप्रेतयों मभ संदान न रगोप; सकदालप्रेन पकनयदा कप्रे खप्रेतयों मभ क ैसप्रेन रगोपदाई ंगोतनी

ंगोरदी नप्रे प र रदात-रदात तक कदाम उसकप्रे संदान रगोपप्रे। अब ंगोरदी ंनी तगो
करकप्रे उसकदा
रक्षक ं ै! अगर पकनयदा कगो कगोई कष्ट आ, तगो द ंकनयदा उसनी कगो ंड।ँसप्रेगनी।
तगो
ंक
नतनीजदा य आ कक ंगोरदी कगो ख़रदीफ़ फ़सल मभ ब त थगोड़दा अनदाज समलदा,
और
ंक ंक
पकनयदा कप्रे बखदार मभ संदान रखनप्रेककी जग न र ंनी। ंगोरदी और सं नयदा मभ उस हदन
सप्रेबरदाबर मनमटदावक चलदा आतदा थदा। गगोबर सप्रेभनी ंगोरदी ककी बगोल-चदाल बंद थनी।
मदाड।ँ-बप्रेटप्रे नप्रे समलकर ज ैसप्रे उसकदा बह ष्कदार कर हदयदा थदा। अपनप्रे घर मभ परदप्रे शनी बनदा ंकआ
थदा। दगो नदावयों पर सवदार ंगोनप्रेवदालयों ककी जगो दगदत क ंगोतनी ं ै,व ंनी उसककी ंगो
ंनी थनी। गदाड।ँव मभ भनी अब उसकदा उतनदा आदर न थदा। सं नयदा नप्रे अपनप्रे सदा स सप्रे श्स्तययों
कदा ंनी न ंनीं,पंकषयों कदा नप्रेतत्व ृ भनी पदाप्त कर सलयदा थदा। म ंनीनयों तक
आसपदास कप्रे इलदाक़यों मभ कदांड ककी ख़बड चचदादर ंनी। य ंदाड।ँतक कक व अलसौककक ंडप
तक संदारण करतदा जदातदा थदा -- 'सं नयदा नदाम ं ै उसकदा जनी। भवदाननी कदा इष्ट ं ै
उसप्रे। ददारगोग़दाजनी नप्रे ज्ययों ंनी उसकप्रे आदमनी कप्रे ंदाथ मभ थकड़नी डदालदी कक सं नयदा नप्रे
भवदाननी कदा ससमरनक ककयदा। भवदाननी उसकप्रे ससर आ गयनी। ककर तगो उसमभ इतननी
शश्क्त आ गयनी कक उसनप्रे एक झटकप्रे मभ प त ककी थकड़ंनी डदालदीतगो और ददारगोग़दा
ककी मंडछभभीँपकड़कर उखदाड़ लदीं,ककर उसककी छदातनी पर चढ़ ब ैठठी। ददारगोग़दा नप्रे जब
ब ंकत मदानतदा ककी, तब जदाकर उसप्रे छगोड़दा।'
ककछ हदन तक तगो लगोग सं नयदा कप्रे दशदनयों कगो आतप्रेर ंप्रे। व बदात अब परदाननीक पड़
गयनी थनी; लप्रेककन गदाड।ँव मभ सं नयदा कदा सम्मदान ब ंकत बढ़ गयदा। उसमभ अद् भतक
सदा स ं ै और समय पड़नप्रे पर व मदगो कप्रे भनी कदान कदाट सकतनी ं ै। मगर- संनीरप्रे
संनीररप्रे नयदा मभ एक पररवतदन ंगो र ंदा थदा। ंगोरदी कगो पन
क यदा ककी खप्रेतनी मभ लगप्रे
दप्रे खकर भनी व ककछ न बगोलतनी थनी। और य इससलए न ंनींकक व ंगोरदी सप्रे
ववरक्त ंगो गयनी थनी; बश्ल्क इससलए कक पन क यदा पर अब उसप्रेभनी दयदा आतनी थनी।
ंनीरदा कदा घर सप्रे भदाग जदानदा उसककी प तसशगो-भदावनदा ककी तश्ष्टक कप्रे सलए कदाफ़की थदा।
इसनी बनीच मभ ंगोरदी कगो ज्वर आनप्रेलगदा। फ़स्लदी बख़दारु सं ैलदा थदा ंनी। ंगोरदी उसकप्रे
चपप्रेट मभ आ गयदा। और कई सदाल कप्रे बदाद जगो ज्वर , आयदातगोउसनप्रे सदारदी बक़दायदा
चकदाक लदी। एक म ंनीनप्रेतक ंगोरदी खदाट पर पड़दा र ंदा। इस बनीमदारदी नप्रे ंगोरदी कगो तगो
ककचल डदालदा ंनी, पर सं नयदा पर भनी ववजय पदा गयनी। प त जब मर र ंदा ं ै, तगो
उससप्रे क ै सदा ब ैर। ऐसनी दशदा मभ तगो ब ैररययों सप्रे भनी ब ैर, वन ंनींतगो रअपनदातदा
प त ं ै। लदाख बरदाक ंगो; पर उसनी कप्रे सदाथ जनीवन कप्रे पचनीस सदाल कटप्रे ,सखक
क ैं कयदा
ं ै तगो उसनी कप्रे सदाथ,दछःखक भगोगदां ैतगो उसनी कप्रे सदाथ, अब तगो चदा ंप्रे व अच्छदा ं ै
यदा बरदाक, अपनदा ं ै। ददाढ़दीजदार नप्रेमझप्रेकसबकप्रे सदामनप्रेमदारदा, सदारप्रे गदाड।ँव कप्रे सदामनप्रे मप्रेरदा
पदाननी उतदार सलयदा; लप्रेककन तब सप्रे ककतनदा लश्ज्जत ं ै कक ससनीप्रे तदाकतदा न ंनीं। खदानप्रे
आतदा ं ैतगो ससर झकदायप्रेकखदाकर उठ जदातदा ं ै,डरतदा र तदा ं ैकक म ैंककछ क न
ब ैठंड।ं।ँ ंगोरदी जब अच्छदा ंकआ, तगो प त-पत्ननी मभ मप्रेल
ंगो गयदा थदा।

एक हदन सं नयदा नप्रे क ंदा-- तम मंक ंभइतनदा ग़स्सदाक क ैसप्रेआ गयदा। मझप्रेकतगो तम मंक
ंदारप्रे ऊपर ककतनदा ंनी ग़स्सदाक आयप्रेमगर ंदाथ न उठदाऊड।ँगनी।

ंगोरदी लजदातदा ंकआ बगोलदा -- अब उसककी चचदादन कर सं नयदा! मप्रेरप्रेऊपर कगोई


भतड सवदार थदा। इसकदा मझप्रेकककतनदा दछःखक ंकआ ं ै,व म ैंंनी जदानतदा ंड।ं।ँ

'और जगो म ैंभनी उस कक्रगो मभ डडब मरदी ंगोतनी!'

'तगो क्यदा म ैं रगोनप्रे कप्रे सलए ब ैठदा? मप्रेरदीतदा ल ंदाश भनी तप्रेरप्रे सदाथ धिचतदा पर जदातनी।'

'अच्छदा चपक र ंगो, बप्रेबदात ककी बदात मत बकगो।'

'गदाय गयनी सगो गयनी, मप्रेरप्रेससर पर एक ववपश्त्त डदाल गयनी। पकनयदा ककी कफ़क्र मझप्रेक
मदारप्रे डदालतनी ं ै।'
'इसनीसलए तगो क तप्रे , भगवदान ैं णघर कदा बड़दा न बनदायप्रे। छगोटयों कगो कगोई न
ंनीं ंड।ँसतदा। नप्रेककी-बददी सब बड़यों कप्रे ससर जदातनी ं ै।'

मदाघ कप्रे हदन थप्रे। मघदावट लगनी ंकई थनी। घटदाटगोप अड।ँसंप्रेरदा छदायदा ंकआ थदा। एक तगो
जदाड़यों ककी रदात, दसरप्रेड मदाघ ककी वषदाद। मसौत कदा-सदा सन्नदाटदा छदायदा ंकआ थदा। अड।ँसंप्रेरदा
तक न सझतदाड थदा। ंगोरदी भगोजन करकप्रे पकनयदा कप्रे मटर कप्रे खप्रेत ककी मभ ड़ पर अपननी
मड़ ैयदा मभ लप्रेटदा ंकआ थदा। चदा तदा थदा, शनीत कगो भलड जदाय और सगो र ंप्रे; लप्रेककन
तदार-तदार कम्बल और संटदी ंकई समरज़ई और शनीत कप्रे झयोंकयों सप्रेगनीलदी पआल।ंक
इतनप्रेशतओंंककप्रे सम्मखक आनप्रेकदा ननींद मभ सदा स न थदा। आज तमदाखडभनी न समलदा
कक उसनी सप्रेमन ब लदातदा। उपलदा सलगदाक लदायदा थदा, पर शनीत मभ व भनी बझक गयदा।
बप्रेवदाय संटप्रे प ैरयों कगो पप्रेट मभ डदालकर और ंदाथयों कगो जदाड।ँघयों कप्रे बनीच मभ दबदाकर और
कम्बल मभ म।ँं
ड क छपदाकर अपननी ंनी गमदसदाड।ँसयों सप्रेअपनप्रेकगो गमद
करनप्रेककी चप्रेष्टदा कर र ंदा थदा। पदाड।ँच सदाल ंकए, य समरज़ई बनवदाई थनी। सं नयदा नप्रे
एक पकदार सप्रे ज़बरदस्तनी बनवदा ददी थनी,व ंनी जब एक बदार कदाबलदीक सप्रेकपड़प्रेसलयप्रे
थप्रे,श्जसकप्रे पनीछप्रे ककतननी सदाड।ँसत ंकई, ककतननी गदासलयदाड।ँ खदाननी पड़नीं,और कम्बल तगो
उसकप्रे जन्म सप्रे भनी प लप्रे कदा ं ै। बचपन मभ अपनप्रे बदाप कप्रे सदाथ व इसनी मभ
थदा, जवदाननी मभ गगोबर कगो लप्रेकरसनी इकम्बल मभ उसकप्रे जदाड़प्रेकटप्रे थप्रेऔर बढ़दापप्रेकमभ आज व
ंनी बढ़दाड कम्बल उसकदा सदाथनी ं ै,पर अब व भगोजन कगो चबदानप्रेवदालदा ददाड।ँत
ंनीं,दखनप्रेवदालदाक ददाड।ँत ं ै। जनीवन मभ ऐसदा तगो कगोई हदन ंनी न ंनींआयदा कक लगदान
और म ंदाजन कगो दप्रे कर कभनी ककछ बचदा ंगो। और ब ैठप्रे ब ैठदायप्रेय एक नयदा जंजदाल
पड़ गयदा। न करगो तगो द ंकनयदा ंड।ँसप्रे,करगो तगो य संशय बनदा र ंप्रे कक लगोग क्यदा
क तप्रे ं ैं। सब य समझतप्रे ं ैंकक व द ंकनयदा कगो लटड लप्रेतदा ं ै,उसककी सदारदी उपज
घर मभ भर लप्रेतदा ं ै। ए सदान तगो क्यदा ंगोगदा उलटदा कलंक लग र ंदा ं ै। और सउर
भगोलदा कई बप्रेर यदाद हदलदा चकप्रेक ं ैंकक क ंनींकगोई सगदाई कदा डसौल करगो, अब कदाम

न ंनींचलतदा। सगोभदा उससप्रेकई बदार क चकदाक ं ैकक प ंकनयदा कप्रे ववचदार उसककी
ओर सप्रेअच्छप्रे न ंनीं ं ैं। न ंयों। पकनयदा ककी ग ं ृस्थनी तगो उसप्रेस।ँभ
ड दालननी ंनी पड़प्रेगनी,
चदा ंप्रे ंडस
।ँ कर स।ँभ
ड दालप्रेयदा रगोकर। स नयदा कदा हदल भनी अभनी तक सदाफ़ न ंनीं ंकआ।
अभनी तक उसकप्रे मन मभ मलदाल बनदा ंकआ ं ै। मझप्रेस
क ब आदसमययों कप्रे सदामनप्रेउसकगो
मदारनदा न चदाह ए थदा। श्जसकप्रे सदाथ पचनीस सदाल गज़रु गयप्रे ,उसप्रे मदारनदा और सदारप्रे गदाड।ँव कप्रे
सदा, मप्रेरदीनप्रे ननीचतदा थनी;लप्रेककन सं नयदा नप्रे भनी तगो मप्रेरदी आबड उतदारनप्रे मभ कगोई कसर न ंनीं
छगोड़नी। मप्रेरप्रे सदामनप्रे सप्रे क ै सदा कतरदाकर नकल जदातनी ं ै ज ैसप्रे क
ककी जदान-प चदान ंनी न ंनीं। कगोई बदात क ननी ंगोतनी , ं ैतगो सगोनदा यदा ंडपदा सप्रे
लदातनी ं ै। दप्रे खतदा ंडउसककीभीँ सदाड़नी संट गयनी ं ै; मगर कल मझसप्रेकक ंदा भनी, तगो सगोनदा
ककी सदाड़नी कप्रे सलए,अपननी सदाड़नी कदा नदाम तक न सलयदा। सगोनदा ककी सदाड़नी अभनी दगो-
एक म ंनीनप्रे थप्रेगसलयदाड।ँ लगदाकर चल सकतनी ं ै। उसककी सदाड़नी तगो मदारप्रे
पप्रेवन्दयों कप्रे बबलकल कथरदी ंगो ं ै। और ककर म ैंंनी कसौन उसकदा मन ंदार कर
गयनी
ंक ंक
र ंदा ंड।ं।ँअगर म ैंंनी उसकप्रे मन ककी दगो-चदार बदातभ करतदा र ,तदातगो कसौन ंगो
छगोटदा
जदातदा। य ंनी ंगोतदा व थगोड़दा-सदा अदरवदान करदातनी, दगो-चदार लगनप्रेवदालदी बदात
तगो
क तनी तगो क्यदा मझप्रेकचगोट लग जदातनी; लप्रेककन म ैंबड्ढदाक ंगोकर भनी उल्ल ंडबनदा

गयदा। व तगो क ंगो इस बनीमदारदी नप्रे आकर उसप्रे नमदकर हदयदा, न ंनीं जदानप्रे कब तक
म।ँसड ंककलदायप्रेर तनी। और आज उन दगोनयों मभ जगो बदातभ ई थनीं,व मदानगो भखप्रेडकदा
ंक
भगोजन थनीं। व हदल सप्रे बगोलदी थनी और ंगोरदी गद्गद ंगो गयदा थदा। उसकप्रे जनी मभ
आयदा, उसकप्रे प ैरयों पर ससर रख दप्रे और क-- ंप्रेमन
ैं प्रेतझप्रेकमदारदा ं ैतगो लप्रेमस
ैं सर
झकदायप्रेकलप्रेतदा ंड,श्जतनदा।ँ चदा ंप्रे मदार लप्रे,श्जतननी गदासलयदाड।ँ दप्रे नदा चदा ंप्रे दप्रे लप्रे। स सदा उसप्रे
म।ँड़
ड ैयदा कप्रे सदामनप्रेचडड़ययोंंड ककी झंकदार ददी। उसनप्रेकदान लगदाकर सनदा।ंक ंदाड।ँ,
सनदायनीक
कगोई ं ै। पटवदारदी ककी लड़ककी ंगोगनी,चदा ंप्रे पंडडत ककी ंगो। मटर उखदाड़नप्रे
घरवदालदी
आयनी ंगोगनी। न जदानप्रे क्ययों इन लगोगयों ककी ननीयत इतननी खगोटदी ं ै। सदारप्रे गदाड।ँव सप्रे
अच्छदा प नतप्रे , सदारप्रे ैं गदाड।ँव सप्रे अच्छदा खदातप्रे,घर मप्रे ैं ज़दारयों ंकपए गड़प्रे,लप्रेन- ैं दप्रे न
करतप्रे , डयगोढ़दी ैं-सवदाई चलदातप्रे , घ ैंसड लप्रेतप्रे ं ैं,दस्तरदीड लप्रेतप्रे ं ैं,एक-न-एक मदामलदा
खड़दा करकप्रे मदा-समदाक कगो पनीसतप्रेर तप्रे ं ैं,ककर भनी ननीयत कदा य ंदाल! बदाप ज ैसदा
ंगोगदा, व ैसनी ंनी संतदान भनी गनी।ंगो और आप न ंनीं आतप्रे,औरतयों कगो भप्रेजतप्रे ं ैं। अभनी
उठकर ंदाथ पकड़ लंडततोँ क्यदा पदाननी जदाय। ननीच क नप्रेकगो ननीच ं ैं;जगो ऊड।ँ चप्रे, ं ैं

उनकदा मन तगो और ननीचदा ं ै। औरत जदात कदा ंदाथ पकड़तप्रे भनी तगो न ंनीं बनतदा,
आड।ँखयों दप्रे खकर मक्खनी नगलननी पड़तनी ं ै। उखदाड़ लप्रे,श्जतनदाभदाई तप्रेरदा जनी चदा
ंप्रे।
समझ लप्रे,म ैंन ंनीं ंड।ं।ँबड़प्रेआदमनी अपननी लदाज न रखभ ,छगोटयों कगो तगो उनककी लदाज
रखननी ंनी ं ै। मगर न , तगो सं नयदा ं ै। पकदारु ंनी ं ै।
पड़तनी ंनींय र
सं नयदा नप्रेपकदारदाक -- सगो गयप्रे कक जदागतप्रे ? ंगो

ंगोरदी झटपट उठदा और म।ँड़


ड ैयदा कप्रे बदा नकल आयदा। आज मदालमड ंगोतदा ं ै,दप्रे वनी

पसन्न ंगो गयनी, उसप्रे वरददान दप्रे नप्रे आयनी ैं,इसकप्रे सदाथ ंनी इस बदादल-बंडददीभीँ
और
जदाड़प्रे-पदालप्रे मभ इतननी रदात गयप्रे उसकदा आनदा शंकदापद भनी थदा। ज़डर-न-कंगोई
बदात ंकई ं ै। बगोलदा -- ठं डनी कप्रे मदारप्रे ननींद भनी आतनी?ंडइस ै जदाड़प्रे-पदालप्रे मभ क ै सप्रे
आयनी? ककसल तगो ं ै?

' ंदाड।ँसब ककसल ं ै। '

'गगोबर कगो भप्रेजकर मझप्रेक्


क ययों न ंनींबलवदाक सलयदा। '

सं नयदा नप्रे कगोई उत्तर न हदयदा।

म।ँड़
ड ैयदा मभ आकर पआलक पर ब ैठतनी ंकई बगोलदी -- गगोबर नप्रेतगो म।ँं
ड कमभकदासलख लगदा
ददी, उसककी करननी क्यदा पछतप्रेड ंगो। श्जस बदात कगो डरतनी थनी, व ंगोकर र ंनी।

'क्यदा ंकआ क्यदा? ककसनी सप्रे मदार-पनीट कर ब ैठदा?'

'अब म ैंजदानंड,क्यदा।ँ कर ब ैठदा,चलकर पछगोड उसनी रदाड।ँड़ सप्रे?'

'ककस रदाड।ँड़ ?सप्रेक्यदा क तनी ं ैतड? बसौरदा तगो न ंनीं गयनी?'

' ंदाड।ँ,बसौरदा क्ययों न जदाऊड।ँगनी। बदात ंनी ऐसनी ंकई ं ैकक छदातनी दगकननीक ंगो जदाय।'

ंगोरदी कप्रे मन मभ पकदाश ककी एक लम्बनी रप्रे खदा नप्रे पवप्रेश ककयदा।

'सदाफ़-सदाफ़ क्ययों न ंनीं क तनी। ककस रदाड।ँड़ कगो क र ?'ंनी ं ै

'उसनी झकनयदा कगो, और ककसकगो!'

'तगो झकनयदा क्यदा य ंदाड।ँआयनी ं ै?'

'और क ंदाड।ँ जदातनी,पछतदाड कसौन?'

'गगोबर क्यदा घर मभ न ंनीं?' ं ै

'गगोबर कदा क ंनीं पतदा न ंनीं। जदानप्रे क ंदाड।ँ भदाग गयदा। इसप्रे पदाड।ँच म ंनीनप्रे' कदा पप्रेट
ंगोरदी सब ककछ समझ गयदा। गगोबर कगो बदार-बदार अह रदानप्रे जदातप्रे दप्रे खकर व खटकदा थदा
ज़रड ; मगर उसप्रे ऐसदाणखलदाड़नी न समझतदा थदा। यवकयोंंक मभ ककछ रससकतदा ंगोतनी
ं ैइसमभ कगोई नयनी बदात न ंनीं। मगर श्जस ंडई कप्रे गदालप्रे कगो उसनप्रे ननीलप्रे
,

आकदाश मभ वदा कप्रे झयोंकप्रे सप्रेउड़तप्रेदप्रेखकर कप्रेवल मस्करदाक हदयदा थदा, व सदारप्रे
आकदाश मभ छदाकर उसकप्रे मदागद कगो इतनदा अंसंकदारमय बनदा,य दप्रे गदातगो कगोई
दप्रे वतदा भनी न जदान सकतदा थदा। गगोबर ऐसदा लम्पट! व सरल ग।ँडवदार श्जसप्रेव अभनी
बच्चदा समझतदा थदा; लप्रेककन उसप्रे भगोज ककी धिचंतदा न, पंचदायतथनी कदा भय न थदा,
झनयय घर ममकैससर सगड़ इसकक धचनतय भड़ उससन थड़। उससधचशतय थड़ गतबर
ककी। लड़कदा लज्जदाशनील ं ै,अनदाड़नी ं ै आत्मदासभमदाननी , ं ैक ंनीं कगोई नदाददाननी न
कर
ब ैठप्रे।
घबड़दाकर बगोलदा -- झ नयदा नप्रेकछ क ंदा न ंनीं,गगोबर क ंदाड।ँ गयदा?उससप्रे क कर
ंनी
गयदा ंगोगदा। ंक ंक

सं नयदा बगोलदी -- तम मंक ंदारदी अक्कल तगो घदास खदा गयनी ं ै। उसककी च
झ।ँडझलदाकरु ंप्रेतनी
तगो य ंदाड।ँ ब ैठठी,भदागकर ै जदायगदा क ंदाड।ँ?य ंनींक ंनीं छपदा ब ैठदा ंगोगदा। दद ड थगोड़प्रे
ंनी
पनीतदा ं ैकक खगो जदायगदा। मझप्रेकतगो इस कलम।ँं
ड कनी झकनयदा ककी धिचन्तदा ं ैकक इसप्रे
क्यदा क।ँड ?अपनप्रे घर मभ तगो म ैं-भरछनभनी न र नप्रेदंडगनी।ं।ँ श्जस हदन गदाय लदानप्रे
गयदा ं ै,उसनी हदन सप्रे दगोनयों मभ -तदाकझदाड।ँक ंगोनप्रे लगनी। पप्रेट न र तदा तगो अभनी बदात
खलतनी।ंक मगर जब पप्रेट र गयदा तगो झकनयदा लगनी घबड़दानप्रे। क नप्रेलगनी, क ंनीं भदाग
चलगो। गगोबर टदालतदा र ंदा। एक औरत कगो सदाथ लप्रेकप्रे क ंदाड।ँ, कजदायकछ न सझदा।ंड
आणख़र जब आज व ससर ंगो गयनी कक मझप्रेय क ंदाड।ँसप्रेलप्रेचलगो, न ंनीं म ैं परदान
दप्रे दंडगनीभीँ, तगो बगोलदा -- तडचलकर मप्रेरप्रेघर मभ र , कगोई ककछ न बगोलप्रेगदा, अम्मदाड।ँ
कगो मनदा लंडगदा।ं।ँ य धगनी उसकप्रे सदाथ चल पड़नी। ककछ दरू तगो आगप्रे-आगप्रे आतदा
ंदा, ककर न जदानप्रे कककर सरक गयदा। य खड़नी-खड़नी उसप्रेपकदारतनीक र ंनी। जब रदात
भनींग गयनी और व न लसौटदा,भदागनी य ंदाड।ँ चलदी आयनी। म ैंनप्रे तगो क, ज ैसहदयदा
ककयदा ं ैव ैसदा संल भगोग। चड़ ैलक नप्रेलप्रेकप्रे मप्रेरप्रेलड़कप्रे कगो चसौपट कर हदयदा। तब सप्रे
ब ैठठी रगो र ंनी ं ै। उठतनी ंनी न ंनीं। क तनी,अपनप्रे ैघर कसौन म।ँं ड कलप्रेकर जदाऊड।ँ।
भगवदान णऐसनी संतदान सप्रे तगो बदाड।ँझ ंनी रखप्रे तगो अच्छदा।

सबप्रेरदा ंगोतप्रे-ंगोतप्रे सदारप्रे गदाड।ँव मभ कदाड।ँव कदाड।ँव मच जदायगनी। ऐसदा,मदाजनीकर खगोतदा ं ै लंड।ं।ँ
म ैंतमसप्रेकक ंप्रेदप्रेतनी ंड,म ैंभीँअपनप्रेघर मभ न रखगनी।ंडं।ँ गगोबर कगो रखनदा ंगो, अपनप्रे
ससर पर रखप्रे। मप्रेरप्रे घर मभ ऐसनी छत्तनीससययों कप्रे सलए जग न ंनीं ं ै तऔरमक अगर
बनीच मभ बगोलप्रे,त ककर यदा तगो तम मंक ंनींर ंगोगप्रे,यदा म ैंंनी र ंडगनी।ं।ँ

ंगोरदी बगोलदा -- तझसप्रेकबनदा न ंनीं। उसप्रेघर मभ आनप्रे ंनी न दप्रे नदा चदाह ए थदा।

'सब ककछ क कप्रे ंदार गयनी। टलतनी ंनी न ंनीं। संरनदा हदयप्रेब ैठठी ं ै।'

'अच्छदा चल, दप्रे खंडक ैसड़न ंनींउठतनी, घसनीटकर बदा र नकदाल दंडगदा।ं।ँ'

'ददाढ़दीजदार भगोलदा सब ककछ दप्रे ख र ंदा थदा; पर चप्पनीक ससदाप्रेब ैठदा र ंदा। बदाप भनी ऐसप्रे
बप्रे यदा ंगोतप्रे ' ं ैं!

'व क्यदा जदानतदा थदा, इनकप्रे बनीच मभ क्यदा णखचड़नी पक र ंनी' ं ै।

'जदानतदा क्ययों न ंनीं थदा। गगोबर रदात-हदन घप्रेरप्रेर तदा थदा तगो क्यदा उसककी आड।ँखभसंडट
गयनी थनीं। सगोचनदा चदाह ए थदा न,कक य ंदाड।ँ क्ययों दसौड़-दसौड़ आतदा ं ै।'

'चल म ैंझकनयदा सप्रेपछतदाड ंडन।ं।ँ'

दगोनयों म।ँड़
ड ैयदा सप्रे नकलकर गदाडव
।ँ ककी ओर चलप्रे। ंगोरदी नप्रेक ंदा -- पदाड।ँच घड़नी रदात कप्रे
ऊपर गयनी ंगोगनी।

सं नयदा बगोलदी -- ंदाड।ँ,और क्यदा; मगर क ै सदा सगोतदा पड़ गयदा ं ै। कगोई चगोर
आयप्रे,तगो सदारप्रे गदाड।ँव कगो मसड लप्रेजदाय।

'चगोर ऐसप्रे गदाड।ँव मभ न ।ंनींसं आतप्रेनययोंकप्रे घर जदातप्रे ' ं ैं।

नयदा नप्रे हठठक कर ंगोरदी कदा ंदाथ पकड़ सलयदा और बगोलदी-- दप्रे खगो, ल्लदा न
मचदानदा; न ंनीं सदारदा गदाड।ँव जदाग उठप्रे गदा और बदात सं ै ल जदायगनी।

ंगोरदी नप्रे कठगोर स्वर मभ क-- ंदाम ैंय ककछ न ंनींजदानतदा। ंदाथ पकड़कर घसनीट
लदाऊड।ँगदा और गदाड।ँव कप्रे बदा र कर दंडगदा।ं।ँ बदात तगो एक हदन खलननीक ंनी ं ै,ककर
आज
क्ययों न खलक जदाय। व मप्रेरप्रेघर आयनी क्ययों? जदाय ज ंदाड।ँ गगोबर ं ै। उसकप्रे सदाथ
कककरम ककयदा, तगो क्यदा मसप्रेपछकरू ककयदा थदा?
नयदा नप्रे ककर उसकदा ंदाथ पकड़दा और संनीरप्रे सप्रे बगोलदी--तमक उसकदा ंदाथ
पकड़गोगप्रे,तगो व धिचल्लदायप्रेगनी।

'तगो धिचल्लदायदा करप्रे ।'

'मददाक इतननी रदात गयप्रेइस अड।ँसंप्रेरप्रे सन्नदाटप्रे रदात मभ जदा, यगनी तगोक सगोचगो।ंदाड।ँ'

'जदाय ज ंदाड।ँ उसकप्रे सगप्रे ंयों। मदारप्रे घर मभ उसकदा क्यदा' रखदा ं ै!

ंदाड।ँ,लप्रेककन इतननी रदात गयप्रे घर सप्रे नकदालनदा उधिचत न ंनीं। पदाड।ँव, कभदारदीनीं डर ै -
डरदा जदाय, तगो और आफ़त ंगो। ऐसनी दशदा मभ ककछ करतप्रे-संरतप्रे भनी तगो न ंनीं बनतदा!'

मभ क्यदा करनदा ं ै,मरप्रे यदा जनीयप्रे। ज ंदाड।ँचदा ंप्रेजदाय। क्ययों अपनप्रेम।ँं


ड कमभकदासलख
लगदाऊड।ँ। म ैंतगो गगोबर कगो भनी नकदाल बदा र क।ँड गदा।'

सं नयदा नप्रे गंभनीर धिचंतदा सप्रे --क कदासलख जगो लगननी थनी, व तगो अब लग चककी।ंक
अब जनीतप्रे-जनी न ंनींछडट सकतनी। गगोबर नप्रेनसौकदा डकबदा ददी।

'गगोबर नप्रे न , ंनींडकबदाई इसनी नप्रे। व तगो बच्चदा थदा। इसकप्रे पंजप्रे मभ आ' गयदा।

'ककसनी नप्रेडकबदाई, अब तगो डडब गयनी।'

दगोनयों द्वदार कप्रे सदामनप्रेप ंकड।ँच गयप्रे। स सदा सं नयदा नप्रे ंगोरदी कप्रे गलप्रेमभंदाथ डदालकर
ंदा -- दप्रे खगो तम मंक ंभमप्रेरदी सगौं , उस पर ंदाथ न उठदानदा। व तगो आप ंनी रगो र ंनी
ं ै। भदाग ककी खगोटदी न ंगोतनी, तगो य हदन ंनी क्ययों आतदा।

ंगोरदी ककी आड।ँखभआदरण ंगो गयनीं। सं नयदा कदा य मदात-ं ृस्नप्रे उस अड।ँसंप्रेरप्रे मभ भनी
ज ैस
ददीपक कप्रे समदान उसककी धिचंतदा-जजदर आक ृत कगो शगोभदा पददान करनप्रेलगदा। दगोनयों
ंनी कप्रे हृदय मभ ज ैसप्रे- यसौवनअतनीत सचप्रेत ंगो उठदा। ंगोरदी कगो इस वनीत-यसौवनदा मभ भनी
ंनी कगोमल हृदय बदासलकदा नज़र आयनी, श्जसनप्रे पच्चनीस सदाल प लप्रे उसकप्रे जनीवन मभ
पवप्रेश ककयदा थदा। उस आसलंगन मभ ककतनदा अथदा वदात्सल्य,जगो सदारप्रे थदा कलंक,सदारदी
बबदादाओंऔर सदारदी मलबबड परं परदाओंकगो अपनप्रेअंदर समप्रेटप्रेलप्रेतदा थदा।
दगोनयों नप्रे द्वदार पर आकर ककवदाड़यों कप्रे दरदाज़ सप्रे अन्दर झदाड।ँकदा। ददीवट पर तप्रेल ककी ककप्पनी
जल र ंनी थनी और उसकप्रे मध्यम पकदाश मभ झकनयदा घटनप्रेकपर ससर रखप्रे, द्वदार ककी ओर
म।ँं
ड कककयप्रे,अंसंकदार मभ उस आनंद कगो खगोज र, जगोनीथनीएक क्षण
लप्रे अपननी मगोह ननी छवव हदखदाकर ववलदीन ंगो गयदा थदा। व आफ़त ककी मदारदी
व्यंग-बदाणयों सप्रेआ त और जनीवन कप्रे आघदातयों सप्रेव्यधिथत ककसनी वक्ष ृ ककी छदाड।ँ
खगोजतनी ककरतनी थनी, और उसप्रे एक भवन समल गयदा थदा,श्जसकप्रे आशय मभ व
अपनप्रेकगो सरक्षक्षतक और सखनीक समझ र ंनी थनी; पर आज व भवन अपनदा सदारदा

सखक-ववलदास सलयप्रे अलदाददीन कप्रे रदाजम ल ककी भदाड।ँ त ग़दायब ंगो गयदा थदा और

भववष्य एक ववकरदाल ददानव कप्रे समदान उसप्रे नगल जदानप्रे कगो खड़दा थदा। एकदाएक

द्वदार खलतप्रेकऔर ंगोरदी कगो आतप्रेदप्रेखकर व भय सप्रेकदाड।ँपतनी ंकई उठठी और ंगोरदी कप्रे प ैरयों
पर धिगरकर रगोतनी ंकई बगोलदी -- ददाददा, अब तम मंक ंदारप्रे ससवदाय मझप्रेकदसरदाड ठसौर न ंनीं
ं ै,चदा ंप्रे मदारगो चदा ंप्रे कदाटगो;लप्रेककन अपनप्रेद्वदार सप्रेदरदरक दाओक मत।

ंगोरदी नप्रेझककरु उसककी पनीठ पर ंदाथ संप्रेरतप्रे ंकए प्यदार-भरप्रे स्वर मभ क-- ंदाडर
मत बप्रेटदी,डर मत। तप्रेरदा घर , ं ैतप्रेरदा द्वदार , तप्रेरप्रे ै म ं ैं। आरदाम सप्रेर । ज ैसनी तड
भगोलदा ककी बप्रेटदी , व ैसनी ंनी मप्रेरदी बप्रेटदी ं ै। जब तक म जनीतप्रे,ककसनी ं ैंबदात ककी
धिचन्तदा मत कर। मदारप्रे र तप्रेकगोई तझप्रेक तरछठी आड।ँखयों न दप्रे ख सकप्रेगदा। भगोज-भदात जगो
लगप्रेगदा,व म सब दप्रे लभगप्रे,तडख़दा तर-जमदा रख।

झन
क यदा, सदांत्वनदा पदाकर और भनी ंगोरदी कप्रे प ैरयों सप्रे धिचमट गयनी और बगोलदी--ददाददा
अब तम मंक ंनींमप्रेरप्रेबदाप ंगो और अम्मदाड।ँ ,तम मंक ंनींमप्रेरदी मदाड।ँंगो। म ैंअनदाथ ंड।ं।ँमझप्रेस
क रन
दगो, न ंनींमप्रेरप्रेकदाकदा और भदाई मझप्रेक
क च्चदा ंनी खदा जदायगप्रे।ंड।ँ

सं नयदा अपननी ककणदा कप्रे आवप्रेश कगो अब न रगोक सककी।


बगोलदी -- तडचल घर मभ ब ैठ,म ैंदप्रेख लंडगनीभीँ कदाकदा और भ ैयदा कगो। संसदार मभ उन म ंनीं कदा
रदाज न ंनीं ं ै। ब ंकत करभ ग, अपनप्रे ग नप्रे लप्रे लभगप्रे। संभ क दप्रे नदा उतदारकर।

अभनी ज़रदा दप्रे र प सलप्रे नयदा नप्रेकक्रगो कप्रे आवप्रेश मभ झन


क यदा कगो ककलटदा और कलंककननी और
कलम।ँं
ड कनी न जदानप्रेक्यदा-क्यदा क डदालदा थदा। झदाड़ड मदारकर घर सप्रे नकदालनप्रेजदा र ंनी थनी। अब
जगो झकनयदा नप्रेस्नप्रे, क्षमदा और आकवदासन सप्रे भरप्रे य वदाक्य सनप्रेक,तगो ंगोरदी कप्रे पदाड।ँव छगोड़कर
सं नयदा कप्रे पदाड।ँव सप्रे सलपट गयनी और व ंनी सदाध्वनी श्जसनप्रे ंगोरदी कप्रे ससवदा ककसनी
पंकष कगो आड।ँख भरकर दप्रे खदा भनी न थदा, इस
पदावपष्ठदा कगो गलप्रेलगदायप्रेउसकप्रे आस।ँप
ड गोछ र ंनी थनी और उसकप्रे तस्त हृदय कगो अपनप्रे
कगोमल शब्दयों सप्रे शदांत कर र ंनी, ज ैसप्रेथनी कगोई धिचडड़यदा अपनप्रे बच्चप्रे कगो परयों मभ
छपदायप्रे ब ैठठी ंगो।

ंगोरदी ननप्रे नयदा कगो संकप्रेत ककयदा कक इसप्रेककछ णखलदा-वपलदा दप्रे और झकनयदा सप्रे
पछदाड -- क्ययों बप्रेटदी,तझप्रेकककछ मदालमड ं ै,गगोबर कककर गयदा!

झन क यदा नप्रेसससकतप्रे ंकए क ंदा -- मझसप्रेत


क गो ककछ न ंनींक ंदा। मप्रेरप्रेकदारन तम मंक
ंदारप्रे ऊपर ।

क तप्रे-क तप्रेउसककी आवदाज़ आड।ँसओंंकमभडडब गयनी। ंगोरदी अपननी व्यदाककलतदा न छपदा


सकदा।

'जब तनप्रेडआज उसप्रेदप्रेखदा, तगो ककछ दखनीक थदा?'

'बदातभ तगो ंड।ँस ंड।ँसकर कर र ंप्रेथप्रे। मन कदा ंदाल भगवदान


- णजदानप्रे।'
'तप्रेरदा मन क्यदा क तदा , ं ै ै गदाड।ँव मभ ंनी कक क ंनीं बदा र चलदा ?'गयदा

'मझप्रेकतगो शंकदा ंगो ं ै,क ंनीं बदा र चलप्रे गयप्रे ' ं ैं।
तनी
'य ंनी मप्रेरदा मन भनी क तदा , क ैसनी ै नदाददाननी ककी। म उसकप्रे दसमनक थगोड़प्रे ंनी थप्रे।

जब भलदी यदा बरदीक एक बदात ंगो गयनी, तगो उसप्रे नभदाननी पड़तनी ं ै। इस तर
भदागकर
तगो उसनप्रे मदारदी जदान आफ़त मभ डदाल ददी।'

नयदा नप्रेझकनयदा कदा ंदाथ पकड़कर अंदर लप्रेजदातप्रे ंकए क ंदा -- कदायर क ंनीं कदा।
श्जसककी बदाड।ँ पकड़नी,उसकदा नबदा करनदा चदाह ए कक म।ँडंकमभकदासलख लगदाकर भदाग
जदानदा चदाह ए। अब जगो आयप्रे,तगो घर मभ पठ ै नप्रेन दंड।ं।ँ

ंगोरदी व ंनींपआलक मभ लप्रेटदा। गगोबर क ंदाड।ँगयदा? य पकन उसकप्रे हृदयदाकदाश मभ ककसनी


पक्षनी ककी भदाडत
।ँ म।ँड
ड रदानप्रेलगदा।

***
11

ऐसप्रेअससदादारण कदांड पर गदाड।ँव मभ जगो ककछ लचल मचनदा चदाह ए थदा, व मचदा और
म ंनीनयों तक मचतदा र ंदा। झन क यदा कप्रे दगोनयों भदाई लदाहठयदाड।ँसलयप्रेगगोबर कगो
खगोजतप्रेककरतप्रेथभ। भगोलदा नप्रेक़सम खदायनी कक अब न झकनयदा कदा म।ँं ड कदप्रेखभग और न
इस गदाड।ँव कदा। ंगोरदी सप्रेउन म ंयोंनप्रे अपननी सगदाई ककी जगो बदातचनीत ककी थनी,व अब टडट
गयनी थनी। अब व अपननी गदाय कप्रे ददाम लभग और नक़द और इसमभ ववलंब
ंकआ तगो ंगोरदी पर ददावदा करकप्रे उसकदा घर-द्वदार ननीलदाम करदा लभगप्रे। गदाडव
।ँ वदालयों नप्रे ंगोरदी
कगो जदा त-बदा र कर हदयदा। कगोई उसकदा ंकक़्क़दा न ंनींपनीतदा, न उसकप्रे घर कदा पदाननी
पनीतदा ं ै। पदाननी बंद कर दप्रे नप्रेककी ककछ बदातचनीत थनी; लप्रेककन सं नयदा कदा चंडनी-ंडप सब
दप्रे ख चकप्रेक थप्रे;इससलयप्रे ककसनी ककी आगप्रे आनप्रे ककी ह म्मत न पड़नी।

सं नयदा नप्रेसबकगो सनदाक-सनदाकरु क हदयदा -- ककसनी नप्रे उसप्रे पदाननी भरनप्रे सप्रे, रगोकदा तगो
उसकदा और अपनदा ख़नड एक कर दप्रे गनी। इस ललकदार नप्रेसभनी कप्रे वपत्तप्रेपदाननी कर
हदयप्रे। सबसप्रेदखनीक ं ैझकनयदा, श्जसकप्रे कदारण य सब उपदव ंगो र ंदा , ं ैऔर गगोबर ककी
कगोई खगोज-ख़बर न समलनदा इस दछःखक कगो और भनी ददाकण बनदा र ंदा ं ै। सदारप्रे हदन
म।ँं
ड क छपदायप्रेघर मभ पड़नी र तनी ं ै। बदा र नकलप्रेतगो चदारयों ओर सप्रे वदाग्बदाणयों ककी ऐसनी वषदाद
ंगो कक जदान बचदानदा मश्ककलक ंगो जदाय। हदन-भर घर कप्रे संंसंप्रे करतनी र तनी ं ै
और जब अवसर पदातनी,रगो ं ैलप्रेतनी ं ै। रदम थर- कदाड।ँपतनी र तनी ं ैकक क ंनींसं नयदा
ककछ क न ब ैठप्रे। अकप्रेलदा भगोजन तगो न ंनींपकदा सकतनी; क्ययोंकक कगोई उसकप्रे ंदाथ कदा
खदायप्रेगदा न, बदाक़कीनीं सदारदा कदाम उसनप्रे अपनप्रे ऊपर लप्रे सलयदा। गदाड।ँव मभ ज ंदाड।ँ
-चदारपंकषस्तनीजमदा ंगो जदातप्रे ं ैं,य ंनी ककत्सदा ंगोनप्रेलगतनी ं ै।

एक हदन सं नयदा ंदाट सप्रे चलदी आ र ंनी थनी कक रदास्तप्रे मभ पंडडत ददातदाददीन समल
गयप्रे। सं नयदा नप्रे ससर ननीचदा कर सलयदा और चदा तनी थनी कक कतरदाकर नकल
जदाय; पर पंडडतजनी छप्रे ड़नप्रेकदा अवसर पदाकर कब चकनप्रेवदालप्रेडथप्रे।

छप्रे ड़ ंनी तगो हदयदा-- गगोबर कदा ककछ सर-संदप्रेश समलदा कक ननीं सं नयदा? ऐसदा
कपतड नकलदा कक घर ककी सदारदी मरजदाद बबगदाड़ ददी।

सं नयदा कप्रे मन मभ स्वयम णय ंनी भदाव आतप्रेर तप्रेथप्रे।


उददास मन सप्रे बगोलदी-- बरप्रेक हदन आतप्रे ं ैंबदाबदा, तगो आदमनी ककी म त ककर जदातनी ं ै,
और क्यदा क ंड।ं।ँ

ददातदाददीन बगोलप्रे-- तम मंक ंभइस दष मंकटदा कगो घर मभ न रखनदा चदाह ए थदा। दद ड मभ मक्खनी
पड़ जदातनी ं ै,तगो आदमनी उसप्रे नकदालकर संभ क दप्रे तदा,और ं ैदद ड पनी जदातदा ं ै। सगोचगो,
ककतननी बदनदामनी और जग- ंड।ँसदाई ंगो र ंनी ं ै। व ककलटदा घर मभ न र तनी, तगो ककछ
न ंगोतदा। लड़कयों सप्रेइस तर ककी भलड-चकड ंगोतनी र तनी ं ै। जब तक बबरदादरदी कगो
भदात न दगोगप्रे,बदाम म नयों कगो भगोज न दगोगप्रे,क ै सप्रेद्संदारउ ंगोगदा? उसप्रे घर मभ न रखतप्रे,तगो
ककछ न ंगोतदा। ंगोरदी तगो पदागल ं ै ंनी, तडक ैससप्रेगोखदा खदा गयनी।

ददातदाददीन कदा लड़कदा मदातदाददीन एक चमदाररन ससप्रे।ँसड दा ंकआ थदा। इसप्रेसदारदा गदाड।ँव जदानतदा
थदा; पर व तलक लगदातदा थदा, पगोथनी-पतप्रे बदाड।ँचतदा, कथदा-भदागवत क तदा थदा, संमद-
संस्कदार करदातदा थदा। उसककी पतष म ठदा मभ ज़रदा भनी कमनी न थनी। व नत्य स्नदान-पजदाड
कर कप्रे अपनप्रेपदापयों कदा पदायश्कचत कर लप्रेतदा थदा। सं नयदा जदानतनी थनी, झकनयदा कगो
आशय दप्रे नप्रे ंनी सप्रेय सदारदी ववपश्त्त आयनी ं ै। उसप्रेन जदानप्रेक ैसप्रेदयदा आ गयनी, न
ंनींउसनी रदात कगो झन
क यदा कगो नकदाल दप्रे तनी, तगो क्ययों इतनदा उप ंदास
ंगोतदा; लप्रेककन य भय भनी ंगोतदा थदा कक तब उसकप्रे सलए नददी यदा ककआड।ँकप्रे
ससवदा और हठकदानदा क ंदाड।ँथदा। एक पदाण कदा मल्यड दप्रे कर -- एक न ंनीं दगो
पदाणयों कदा-- व अपनप्रे मरजदाद ककी रक्षदा क ै सप्रे करतनी?संर झकनयदा कप्रे गभदमभ जगो
बदालक ं ै, व घ नयदा ंनी कप्रे हृदय कदा टककड़दा तगो ं ै। ंड।ँसनी कप्रे डर सप्रेउसकप्रे पदाण
क ैसप्रे लप्रे
लप्रेतनी! और ककर झकनयदा ककी नम्रतदा और ददीनतदा भनी उसप्रे नरस्त करतनी र तनी थनी।
जलदी-भननीक बदा र सप्रेआतनी; पर ज्ययों ंनी झन क यदा लगोटप्रे कदा पदाननी लदाकर रख दप्रे तनी और
उसकप्रे पदाड।ँव दबदानप्रे लगतनी,उसकदा कक्रगो पदाननी ंगो जदातदा। बप्रेचदारदी अपननी लज्जदा और
दछःखक सप्रेआप दबनी ंकई ं ै,उसप्रे और क्यदा दबदायप्रे ,मरप्रे कगो क्यदा मदारप्रे ।

उसनप्रे तनीव्र स्वर मभ क-- ंदा मकगो ककल-पर तसठदा इतननी प्यदारदी न ंनीं ं ै म ंदारदाज,
कक उसकप्रे पनीछप्रे एक जनीव ककी त्यदा कर डदालतप्रे। ब्यदा तदा न ;सपरदी उसककी बदाड।ँ तगो
पकड़नी ं ैमप्रेरप्रेबप्रेटप्रेनप्रे ंनी। ककस म।ँं
ड स
क प्रे नकदाल दप्रे तनी। व ंनी कदाम बड़प्रे-बड़प्रे करतप्रे ं ैं,मददाक
उनसप्रेकगोई न ंनींबगोलतदा, उन म ंभ कलंक ंनी न ंनीं लगतदा। व ंनी कदाम छगोटप्रे आदमनी
करतप्रे , तगो ैं उनककी मरजदाद बबगड़ जदातनी ं ै, नदाक कट जदातनी ं ै। बड़प्रे आदसमययों कगो
अपननी नदाक दसरयोंंड ककी जदान सप्रेप्यदारदी ंगोगनी, मभ तगो अपननी नदाक इतननी प्यदारदी न
ंनीं।
ददातदाददीन ंदार मदाननप्रेवदालप्रे जनीव न थप्रे। व इस गदाड।ँव कप्रे नदारद थप्रे।ककी वयदाड।ँ,ंदाड।ँ व ंदाड।ँ
ककी य, यदाड।ँंनी उनकदा व्यवसदाय थदा। व चगोरदी तगो न करतप्रे थप्रे,उसमभ जदान-जगोणख़म
थदा; पर चगोरदी कप्रे मदाल मभ ह स्सदा ब।ँट
ड दानप्रेकप्रे समय अवकय प ंकड।ँच जदातप्रेथप्रे।
ंनींपनीठ मभ संलड न लगनप्रेदप्रेतप्रेथप्रे। ज़मनींददार कगो आज तक लगदान ककी एक पदाई न ददी थनी,
क़कक़की आतनी, तगो ककएड।ँमभधिगरनप्रेचलतप्रे,नगोखप्रेरदाम कप्रे ककयप्रेककछ न बनतदा; मगर
असदासमययों कगो सद ड पर ंकपए सउदार दप्रे तप्रेथप्रे। ककसनी स्तनी कगो कगोई आभषणड बनवदानदा
ं ै,ददातदाददीन उसककी सप्रेवदा कप्रे सलए ंदाश्ज़र ं ैं। - ब्यदाशदाददी तय करनप्रे मभ उन म ंभ बड़दा
आनन्द आतदा, यश ै भनी समलतदा ं ै,दक्षक्षणदा भनी समलतनी ं ै। बनीमदारदी मभ दवदा-ददाड भनी
करतप्रे ं ैं,झदाड़-संंडक।ँ भनी, ज ैसनी मरदीज़ ककी इच्छदा ंगो। और सभदा-चतरु
इतनप्रे ं ैं कक जवदानयों मभ जवदान बन ,जदातप्रेबलकयों ं ैंमभबदालक और बढ़योंंड मभ बढ़प्रे ।ंड
चगोर कप्रे भनी समत ं ैं और सदा कप्रे भनी। गदाड।ँव मभ ककसनी कगो उनस परन ववककींवदा;ं ै
पर उनककी वदाणनी मभ ककछ ऐसदा आकषदण ं ैकक लगोग बदार-बदार संगोखदा खदाकर भनी
उन म ंनीं ककी शरण जदातप्रे ं ैं।

ससर और ददाढ़दी ह लदाकर बगोलप्रे-- य तडठठीक क तनी सं ै नयदा! संमदात्मदादलगोगयों


कदा य ंनी संरम ं ै; लप्रेककन लगोक-रदी त कदा नबदा तगो करनदा ंनी पड़तदा ं ै।

इसनी तर एक हदन लदालदा पटप्रे कवरदी नप्रे ंगोरदी कगो छप्रे ड़दा। व गदाड।ँव मभ पडयदात्मदाक
मश ंडर थप्रे। पणमदादसनीड कगो नत्य सत्यनदारदायण ककी कथदा सनतप्रेक;पर पटवदारदी ंगोनप्रे कप्रे
नदातप्रेखप्रेत बप्रेगदार मभ जतवदातप्रेकथप्रे,ससंचदाई बप्रेगदार मभ करवदातप्रे थप्रे और असदासमययों कगो एक
दसरप्रेड सप्रेलड़दाकर रक़मभ मदारतप्रेथप्रे। सदारदा गदाड।ँव उनसप्रेकदाड।ँपतदा थदा! ग़रदीबयों कगो दस-दस, पदाड।ँच-पदाड।ँच
क़रज़ दप्रे कर उन म ंयोंनप्रे कई ज़दार ककी संपश्त्त बनदाथनी।लदीफ़सल
ककी चनीज़भअसदासमययों सप्रेलप्रेकर कच रदी और पसलसक कप्रे अमलयों ककी भभ ट करतप्रेर तप्रे
थप्रे। इससप्रे इलदाक़प्रे भर मभ उनककी अच्छठी संदाक थनी। अगर कगोई उनकप्रे त्थप्रे न ंनीं
चढ़दा, तगो व ददारगोग़दा गंडदाससं , थप्रेजगो ंदाल मभ इस इलदाक़प्रे मभ आयप्रे थप्रे। परमदाथनी भनी
थप्रे। बख़दारु कप्रे हदनयों मभ सरकदारदी ककन ैन बदाड।ँटकर यश कमदातप्रे थप्रे,कगोई बनीमदार आरदाम
ंगो, तगो उसककी ककशल पछनप्रेडअवकय जदातप्रेथप्रे। छगोटप्रे -मगोटप्रे झगड़प्रे आपस मभ ंनी तय
करदा दप्रे तप्रे थप्रे। शदाददी-ब्यदा मभ अपननी पदालककी,क़दालदीन, और म कफ़ल कप्रे सदामदान
म।ँग
ड ननी दप्रे कर लगोगयों कदा उबदार कर दप्रे तप्रेथप्रे। मसौक़दा पदाकर न चकतप्रेडथप्रे,पर श्जसकदा
खदातप्रे थप्रे,उसकदा कदाम भनी करतप्रेथप्रे।
बगोलप्रे-- य तमनप्रेकक्यदा रगोग पदाल सलयदा ंगोरदी?

ंगोरदी नप्रेपनीछप्रे ककरकर पछदाड -- तमनप्रेकक्यदा क ंदा लदालदा -- म ैंनप्रेसनदाक न ंनीं।

पटप्रे कवरदी पनीछप्रे सप्रेक़दम बढ़दातप्रे ंकए बरदाबर आकर बगोलप्रे ,य ंनी क र ंदा थदा कक
नयदा कप्रे सदाथ क्यदा तम मंक ंदारदी बववक भनी घदास खदा गयनी। झन क यदा कगो क्ययों न ंनीं
उसकप्रे बदाप कप्रे घर भप्रेज , दप्रे तप्रेसत
भ -मभ त मभ अपननी ंडस
।ँ नींकरदा र ंप्रे ंगो। न जदानप्रे
ककसकदा लड़कदा लप्रेकर आ गयनी और तमनप्रेकघर मभ ब ैठदा सलयदा। अभनी तम मंक ंदारदी दगो-दगो

लड़ककयदाड।ँब्यदा नप्रेकगो ब ैठठी ंकई ं ैं,सगोचगो क ै सप्रे बप्रेड़दा पदार ंगोगदा।

ंगोरदी इस ककी आलगोचनदाएड।ँ,और शकभ कदामनदाएड।ँसनतप्रेक-सनतप्रेत


क ंग आ गयदा थदा।
तर

णखन्न ंगोकर बगोलदा -- य सब म ैंसमझतदा ंडलदालदा!ं।ँ लप्रेककन तम मंक ंनींबतदाओ,


म ैं क्यदा क।ँड !म ैंझन
क यदा कगो नकदाल दंड,ं।ँतगो भगोलदा उसप्रे रख लभगप्रे?अगर व रदाज़नी ंयों,
तगो आज म ैंउसप्रेउनकप्रे घर प ंकच
ड।ँ दा दंड,ं।ँअगर तमक उन म ंभरदाज़नी कर दगो, तगो जनम-
भर तम मंक ंदारदा औसदान मदानंड;मगर।ँ व ंदाड।ँ तगोनकप्रेउ दगोनयों लड़कप्रे ख़नड करनप्रेकगो
उतदाड ंगो
ंप्रे ं ैं। ककर म ैंउसप्रेक ैसप्रे नकदाल दंड।ं।ँएक तगो नदालदायक़ आदमनी समलदा कक उसककी
बदाड।ँपकड़कर दग़दा दप्रे गयदा। म ैंभनी नकदाल दंडगदा।ँ, तगो इस दशदा मभ व क ंनीं मप्रे नत-मजरदीड
भनी तगो न कर सकप्रेगनी। क ंनींडडब-संस मरदी तगो ककसप्रे अपररदा लगप्रेगदा।
र ंदा लड़ककययों कदा ब्यदा सगो भगवदान णमदासलक ं ैं। जब उसकदा
समय आयप्रेगदा, कगोई
न कगोई रदास्तदा नकल ंनी आयप्रेगदा। लड़ककी तगो मदारदी बबरदादरदी मभ आज तक कभनी
क।ँड ंकआरदी न ंनींर ंनी। बबरदादरदी कप्रे डर सप्रे त्यदारप्रे कदा कदाम न ंनींकर सकतदा।

ंगोरदी नम्र स्वभदाव कदा आदमनी थदा। सददा ससर झकदाकरु चलतदा और चदार बदातभ ग़म
खदा लप्रेतदा थदा। ंनीरदाकगो छगोड़कर गदाड।ँव मभ कगोई उसकदा अह त न चदा तदा,परथदा समदाज
इतनदा बड़दा अनथदक ैसप्रेस लप्रे! और उसककी मटमददीक तगो दप्रे खगो कक समझदानप्रे पर भनी
न ंनीं समझतदा। स्तनी-पंकष दगोनयों ज ैसप्रेसमदाज कगो चनसौतनीक दप्रे र ंप्रे ं ैंकक दप्रे खभ कगोई
उनकदा क्यदा कर लप्रेतदा ं ै। तगो समदाज भनी हदखदा दप्रे गदा कक उसककी मयदाददाद
तगोड़नप्रेवदालप्रेसखक ककी ननींद न ंनींसगो सकतप्रे।
उसड़ रयत कत इस समसयय पर ववचयर करनस कस सलए गयसवम कस व वयतयओश कक बैठक ई।
ददातदाददीन बगोलप्रे-- मप्रेरदी आदत ककसनी ककी नन्ददा करनप्रे ककी न ंनीं ं ै। संसदार मभ क्यदा
क्यदा ककमदन ंनीं ंगोतदा; अपनप्रेसप्रेक्यदा मतलब। मगर व रदाडड़।ँ सं नयदा तगो मझसप्रे
ंक ंक
लड़नप्रेपर उतदाड ंगो गयनी। भदाइययों कदा ह स्सदा दबदाकर ंदाथ मभ चदार प ैसप्रे ,ंगो
तगोगयप्रे
अब कपथ कप्रे ससवदा और क्यदा सझप्रेगनी। ननीच जदात, ज ंदाड।ँ पप्रेट-भर रगोटदी खदायनी और
ंक ंड
टप्रे ढ़प्रे चलप्रे,इसनी सप्रे तगो सदासतरयों मभ क ंदा-- ं ैननीच जदात ल तयदायप्रे अच्छदा।
पटप्रे कवरदी नप्रेनदाररयल कदा कश लगदातप्रे ए क ंदा -- य ंनी तगो इनमभ बरदाईक ं ैकक चदार
ंक
प ैसप्रे दप्रे खप्रे और आड।ँखभ बदलदीं। आज ंगोरदी नप्रे ऐसनी ंप्रेकड़नी जतदायनी-सदाकक म ैं अ
म।ँं
ड कलप्रेकर र गयदा। न जदानप्रेअपनप्रेकगो क्यदा समझतदा ं ै। अब सगोचगो, इस अननी त
कदा गदाडव
।ँ मभ क्यदा संल ंगोगदा। झकनयदा कगो दप्रे खकर ववववदाओंकदा मन बढ़प्रे गदा
दसरदीड
कक न ंनीं? आज भगोलदा कप्रे घर बदात ई। कल मदारप्रे -तम मंक ंदारप्रे घर मभ भनी
मभ य
ंक
ंगोगनी। समदाज तगो भय कप्रे बल सप्रेचलतदा ं ै। आज समदाज कदा आड।ँकस जदातदा र ंप्रे,
ककर दप्रे खगो संसदार मभ - क्यदा अनथद ंगोनप्रे लगतप्रे ं ैं। ंक

णझंगरदीस दगो श्स्तययों कप्रे प त थप्रे। प लदी स्तनी पदाड।ँच लड़कप्रे-लड़ककयदाड।ँ छगोड़कर मरदी
संंक
थनी। उस समय इनककी अवस्थदा प ैंतदासलस कप्रे भगलग थनी; पर आपनप्रेदसरदाड ब्यदा
ककयदा और जब उससप्रेकगोई संतदान न ई, तगो तनीसरदा ब्यदा कर डदालदा। अब इनककी
ंक
पचदास ककी अवस्थदा थनी और दगो जवदान पश्त्नयदाडघ ।ँ र मभ ब ैठठी ई थनीं। उन दगोनयों ंनी
ंक
कप्रे ववषय मभ -तर ककी बदातभ सं ै ल र ंनी; परथनींठदाकर सदा ब कप्रे डर सप्रेकगोई
ंक
कछ क न सकतदा थदा, और क नप्रेकदा अवसर भनी तगो ंगो। प त ककी आड़ मभ सब
ंक
कछ जदायज़ ं ै। मसनीबत तगो उसकगो ं ै,श्जसप्रेकगोई आड़ न ंनीं। ठदाकर सदा ब
ंक ंक ंक
श्स्तययों पर बड़दा कठगोर शदासन रखतप्रे थप्रे और उन म ंभ घमंड थदा कक उनककी पश्त्नययों
कदा घघटंडं।ँ तक ककसनी नप्रेन ंगोगदा। मगर घघटंडं।ँ ककी आड़ ंगोतदा
दप्रे खदा मभ क्यदा ं ै,
उसककी उन म ंभ क्यदा ख़बर?
बगोलप्रे-- ऐसनी औरत कदा तगो ससर कदाट लप्रे। ंगोरदी नप्रेइस कलटदा कगो घर रखकर
ंक
समदाज मभ ववष बगोयदा ं ै। ऐसप्रे आदमनी कगो गदाड।ँव मभ र नप्रे दप्रे नदा सदारप्रे गदाडव
।ँ क
करनदा ं ै। रदाय सदा ब कगो इसककी दप्रे ननी चदाह ए। सदाफ़-सदाफ़ क दप्रे नदा चदाह ए,
सचनदाड
अगर गदाड।ँव मभ य अननी त चलदी तगो ककसनी ककी आबड सलदामतर ंप्रेगनी।न
पंडडत नगोखप्रेरदाम कदारकन बड़प्रेकलदीन बदाह्मण थप्रे। इनकप्रे ददाददा ककसनी रदाजदा कप्रे
ंक ंक
ददीवदान थप्रे! पर अपनदा सब ककछ भगवदान णकप्रे चरणयों मभ भभट करकप्रे ससदाक ंगो गयप्रेथप्रे।
इनकप्रे बदाप नप्रे भनी रदाम-नदाम ककी खप्रेतनी मभ उम्र कदाट ददी। नगोखप्रेरदाम नप्रे भनी व ंनी
भश्क्त तरकप्रे मभ पदायनी थनी। पदातछःकदाल पजदाड पर ब ैठ जदातप्रे थप्रे और दस बजप्रे तक ब ैठप्रे
रदाम-नदाम सलखदा करतप्रे थप्रे;मगर भगवदान णकप्रे सदामनप्रेसप्रेउठतप्रे ंनी उनककी मदानवतदा
इस अवररगो सप्रेववक ृत ंगोकर उनकप्रे मन, वचन और कमद सभनी कगो ववषदाक्त कर
दप्रे तनी थनी। इस पस्तदाव मभ उनकप्रे अधधिकदार कदा अपमदान ंगोतदा थदा।

संडलप्रे ंकए गदालयों मभ संसनीड ।ँ ंकई आड।ँखभनकदालकर बगोलप्रे-- इसमभ रदाय सदा ब सप्रे क्यदा पछनदाड
ं ै। म ैंजगो चदा ंड,कर।ँ सकतदा ंड।ं।ँलगदा दगो ससौ ंकपयप्रेडदाड।ँड़। आप गदाड।ँव छगोड़कर भदागप्रेगदा।
सइर बप्रेदख़लदी भनी ददायर ककयप्रेदप्रेतदा ंड।ं।ँ

पटप्रे क वरदी नप्रे क ंदा-- मगर लगदान तगो बप्रेबदाक़ कर चकदाक ं ै?

णझंगरदीससंंक नप्रेसमथदन ककयदा -- ंदाड।ँ,लगदान कप्रे सलए ंनी तगो मसप्रेतनीस ंकपए
सलयप्रे ं ैं।

नगोखप्रेरदाम नप्रे घमंड कप्रे सदाथ --क लप्रेककनदा अभनी रसनीद तगो न ंनींददी। सबतड क्यदा ं ै
कक लगदान बप्रेबदाक़ कर हदयदा। सवदसम्म त सप्रेय ंनी तय ंकआ कक ंगोरदी पर ससौ
ंकपए तवदान लगदा हदयदा जदाय। कप्रे वल एक हदन गदाडव
।ँ कप्रे आदसमययों कगो बटगोरकर
उनककी
मंज़रदीड लप्रेलप्रेनप्रेकदा असभनय आवकयक थदा। सम्भव थदा, इसमभ दस-पदाड।ँच हदन ककी
दप्रे र ंगो जदातनी। पर आज ंनी रदात कगो झकनयदा कप्रे लड़कदा प ैददा ंगो गयदा। और दसरप्रेड
हदन गदाड।ँववदालयों ककी पंचदायत ब ैठ गयनी। ंगोरदी और सं, दगोनयोंनयदा अपननी
कक़स्मत कदा फ़ ैसलदा सननप्रेककप्रे सलए बलदाएक गयप्रे। चसौपदाल मभइतननी भनीड़ थनी कक
क ंनीं तल
रखनप्रे ककी जग न थनी। पंचदायत नप्रे फ़ ै सलदा ककयदा कक ंगोरदी पर ससौ ंकपए नक़द
और तनीस मन अनदाज डदाड।ँड़ लगदायदा जदाय।

सं नयदा भरदी सभदा मभ ंकड।ँआररप्रे ंकए कंठ सप्रेबगोलदी -- पंचगो,ग़रदीब कगो सतदाकर सखक
पदाओगप्रे,इतनदा समझ लप्रेनदा। म तगो समट जदायगप्रे।ँड,कसौन जदानप्रे,इस गदाडव
।ँ मभ र ंभ यदा न र
ंभ,लप्रेककन मप्रेरदा सरदाप तमकगोक भनी ज़रड सप्रेज़रड लगप्रेगदा। मझक सप्रेइतनदा कड़दा जरदीबदानदा
इससलयप्रेसलयदा जदा र ंदा ं ैकक म ैंनप्रेअपननी ब ंडकगो क्ययों अपनप्रेघर मभ रखदा। क्ययों उसप्रे
घर सप्रे नकदालकर सड़क ककी सभखदाररन न ंनीं बनदा हदयदा। य ंनी न्यदाय ं ै,ऐं?
पटप्रे क वरदी बगोलप्रे-- व तप्रेरदी ब ंडन ंनीं ं ै, रजदाई ै।
ंगोरदी नप्रे सं नयदा कगो डदाड।ँटदा--तडक्ययों बगोलतनी ं ै सं नयदा! पंच मभ परमप्रेसर र तप्रे ं ैं
उनकदा जगो न्यदाय ं ै, ससर आड।ँखयों ;परअगर भगवदान णककी य ंनी ं ैकक म
व इच्छदा
गदाड।ँव छगोड़कर भदाग मदारदा क्यदा बस। पंचगो, मदारप्रे पदास जगो ककछ ं ै,व
जदाय,ंडत
।ँ गो
अभनी खसल ंदान मभ ं ै। एक ददानदा भनी घर मभ न ,ंनींश्जतनदाआयदा चदा ंगो, लप्रे लगो।
सब
लप्रेनदाचदा ंगो, सब लप्रेलगो। मदारदा भगवदान णमदासलक ं ै,श्जतननी कमनी पड़प्रे,उसमभ मदारप्रे
दगोनयों ब ैल लप्रे लप्रेनदा।
सं नयदा ददाड।ँत कटकटदाकर बगोलदी-- म ैंएक ददानदा न अनदाज दंडगनीभीँ, न एक कसौड़नी डदाड।ँड़।

श्जसमभ बतदाड ंगो, चलकर मझसप्रेल


क प्रे। अच्छठी हदल्लगनी ं ै। सगोचदा ंगोगदा डदाड।ँड़ कप्रे ंदानप्रे

इसककी सब ज ैजदात लप्रे लगो और नज़रदा लप्रेकर दसरयोंंड कगो दप्रे दगो। बदाग़-बग़नीचदा
बप्रेचकर मज़प्रे सप्रे तर मदाल उड़दाओ। सं नयदा कप्रे - जनीनीतप्रेय न ंनीं ंगोनप्रे
,कदाऔर
तम मंक ंदारदी लदालसदा तम मंक मभ ंनी र ंप्रेगनी। मभ न ंनींर नदा ं ैबबरदादरदी मभ । बबरदादरदी
ंदारप्रे मन
मभ र कर मदारदी मकत न ंगो जदायगनी। अब भनी अपनप्रेपसनीनप्रेककी कमदाई खदातप्रे ं ैं,
ंकक
तब भनी अपनप्रेपसनीनप्रेककी कमदाई खदायगप्रे।ंड।ँ

ंगोरदी नप्रे उसकप्रे सदामनप्रे ंदाथ जगोड़कर क-- संदा नयदा, तप्रेरप्रेप ैरयों पड़तदा ंड,च।ँ पक र ।
सब बबरदादरदी कप्रे चदाकर , उसकप्रे ैं बदा र न ंनीं जदा सकतप्रे। व जगो डदाडड़
।ँ लगदातनी
ं ै,उसप्रेससर झकदाकरु मंज़रू कर। नक्कड बनकर जनीनप्रेसप्रेतगो गलप्रेमभसंदाड।ँसनी लगदा
लप्रेनदा अच्छदा ं ै। आज मर यजदाड।ँ,तगो बबरदादरदी ंनी तगो इस समटदी कगो पदार
लगदायप्रेगनी? बबरदादरदी ंनी तदारप्रे गनी तगो तरभ गप्रे।, मपंचगोझप्रेकअपनप्रेजवदान बप्रेटप्रेकदा म।ँं
ड कदप्रेखनदा
नसनीब
ंगो, अगर मप्रेरप्रे पदास खसल ंदान कप्रे अनदाज कप्रे ससवदा और कगोई चनीज़ ंगो। म ैं
बबरदादरदी सप्रेदग़दा न क।ँड गदा। पंचयों कगो मप्रेरप्रेबदाल-बच्चयों पर दयदा आयप्रे,तगो उनककी ककछ
परवररस करभ ,न ंनींमझप्रेकतगो उनककी आज्नदा पदालननी ं ै।

नयदा झल्लदाकर व ंदाड।ँ सप्रे चलदी गयनी और ंगोरदी प र रदात तक खसल ंदान सप्रे अनदाज ढगो-
ढगोकर णझंगरदीससंंक ककी चसौपदाल मभ ढप्रेर करतदा र ंदा। बनीस मन जसौ थदा, पदाड।ँच मन
गप्रेंडऔर।ँ इतनदा ंनी मटर, थगोड़दा-सदा चनदा और तप्रेल न भनी थदा। अकप्रे लदा आदमनी और
दगो ग श्स्थययों कदा बगोझ। य जगो कछ आ, सं नयदा कप्रे प षदाथदसप्रे आ। झ नयदा
ं ृ ंक ंक ंक ंक ंक
भनीतर कदा सदारदा कदाम कर लप्रेतनी थनी और सं नयदा अपननी लड़ककययों कप्रे सदाथ खप्रेतनी मभ
जटक गयनी थनी। दगोनयों नप्रेसगोचदा थदा, गप्रेंडऔर।ँ तप्रेल न सप्रेलगदान ककी एक कक़स्त अददा
ंगो जदायगनी ंगो सकप्रे तगो थगोड़दा-थगोड़दा सद ड भनी दप्रे दभग। जसौ खदानप्रेकप्रे कदाम मभ
और
आयप्रेगदा। लंगप्रे-तंगप्रे पदाड।ँच-छछःम ंनीनप्रेकट जदायगप्रे।ँडतब तक जआरु, मक्कदा, सदाड।ँवदाड।ँ,संदान
कप्रे हदन आ जदायभगप्रे। व सदारदी आशदा समटदी मभ समल गयनी। अनदाज तगो ंदाथ सप्रे
गय
ंनी, ससौ ंकपए ककी गठरदी और ससर पर लद गयनी। अब भगोजन कदा क ंनीं हठकदानदा
न ंनीं। और गगोबर कदा क्यदा ंदाल ंकआ, भगवदान णजदानप्रे। न ंदाल न वदाल। अगर हदल
इतनदा कच्चदा थदा, तगो ऐसदा कदाम ंनी क्ययों ककयदा; मगर ंगोन ंदार कगो कसौन टदाल
सकतदा ं ै। बबरदादरदी कदा व आतंक थदा कक अपनप्रे ससर पर लदादकर अनदाज ढगो र ंदा
थदा, मदानगो अपनप्रे ंदाथयों अपननी क़ब खगोद र दा ंगो। ज़मनींददार,सदा ंडकदार, सरकदार ककसकदा
इतनदा रगोब थदा? कल बदाल-बच्चप्रेक्यदा खदायगप्रे।ँड,इसककी धिचंतदा पदाणयों कगो सगोखप्रे लप्रेतनी
थनी; पर बबरदादरदी कदा भय वपशदाच ककी भदाडत
।ँ ससर पर सवदार आड।ँककस हदयप्रेजदा र ंदा
थदा। बबरदादरदी सप्रेपथक ृ जनीवन ककी व कगोई कल्पनदा ंनी न कर सकतदा थदा। शदाददी-
ब्यदा , मंडड़न।ँ-छप्रे दन,जन्म-मरण सब ककछ बबरदादरदी कप्रे ंदाथ मभ ं ै। बबरदादरदी उसकप्रे
जनीवन मभ वक्ष ृ ककी भदाडत।ँ जड़ जमदायप्रे ंकए थनी और उसककी नसभउसकप्रे रगोम-रगोम मभ
बबंसंनी ंकई थनीं। बबरदादरदी सप्रे नकलकर उसकदा जनीवन ववशंखल ृ ंगो जदायगदा -- तदार-
तदार ंगो जदायगदा।

जब खसल ंदान मभ कप्रे वल-दगोडप्रेढ़मन जसौ र गयदा, तगो सं नयदा नप्रे दसौड़कर उसकदा
ंदाथ पकड़ सलयदा और बगोलदी -- अच्छदा, अब र नप्रेदगो। ढगो तगो चकप्रेक बबरदादरदी ककी
लदाज। बच्चयों कप्रे सलए भनी ककछ छगोड़गोगप्रेकक सब बबरदादरदी कप्रे भदाड़ मभ झयोंक दगोगप्रे। म ैं
तमसप्रेक ंदार जदातनी ंड।ं।ँमप्रेरप्रेभदाग्य मभ तम मंक ंनींज ैसप्रेबबडककदा संग सलखदा थदा!

ंगोरदी नप्रेअपनदा ंदाथ छकड़दाकर टगोकरदी मभ शप्रेष अनदाज भरतप्रे ंकए क ंदा -- य न ंगोगदा
सं नयदा, पंचयों ककी आड।ँख बचदाकर एक ददानदा रखभनी लप्रेनदा मप्रेरप्रे सलए रदाम ं ै। म ैं लप्रे
जदाकर सब-कदा-सब व ंदाड।ँढप्रेर कर दप्रे तदा ंड।ं।ँककर पंचयों कप्रे मन मभ दयदा उपजप्रेगनी, तगो
ककछ मप्रेरप्रेबदाल-बच्चयों कप्रे सलए दभ ग। न ंनींभगवदान णमदासलक ं ैं।

सं नयदा तलसमलदाकर बगोलदी -- य पंच न ंनीं, रदाक्षस ैं ं ैं,पक्कप्रे रदाछस! य सब


मदारदी जग -ज़मनीन छठीनकर मदाल मदारनदा चदा तप्रे ं ैं। डदाडड़
।ँ तगो ब ंदानदा जदातनी ं ै। समझदातनी
ंड;पर।ँ तम मंक ंदारदी आड।ँखभन ंनींखलतनीं।ंक तमक इन वपशदाचयों सप्रेदयदा ककी आसदा
रखतप्रे ंगो। सगोचतप्रे , दसगो-पदाड।ँच मन नकदालकर तम मंक ंभदप्रेदभग। म।ँसड ंकगो रखगो।

जब ंगोरदी नप्रे न मदानदा और टगोकरदी ससर पर रखनप्रे लगदा तगो सं नयदा नप्रे दगोनयों ंदाथयों
सप्रेपरदीड शश्क्त कप्रे सदाथ टगोकरदी पकड़ लदी और बगोलदी -- इसप्रे तगो म ैं न लप्रे जदानप्रे
दंडगनीभीँ, चदा ंप्रेतमक मप्रेरदी जदान ंनी लप्रेलगो। मर-मरकर मनप्रे कमदायदा,प र रदात-रदात कगो
सनींचदा,अगगोरदा, इससलयप्रेकक पंच लगोग मछयोंंड पर तदाव दप्रे कर भगोग लगदायभऔर मदारप्रे
बच्चप्रे ददानप्रे-नप्रेकगो तरसभ। तमनप्रेकअकप्रेलप्रे ंनी सब ककछ न ंनींकर सलयदा ं ै। म ैं भनी अपननी
बश्च्चययों कप्रे सदाथ सतनी ंकई ंड।ं।ँससनीप्रेसप्रेटगोकरदी रख दगो, न ंनीं आज सददा कप्रे सलए
नदातदा टडट जदायगदा। क ंप्रेदप्रेतनी ंड।ं।ँ

ंगोरदी सगोच मभ पड़ गयदा। स नयदा कप्रे कथन मभ सत्य थदा। उसप्रे अपनप्रे-बच्चयोंबदालककी
कमदाई छठीनकर तदावदान दप्रे नप्रे कदा क्यदा अधधिकदार? व ै घर कदा स्वदामनी इससलए ं ै
सबकदा पदालन करप्रे , इससलए न ंनीं कक उनककी कमदाई छठीनकर बबरदादरदी ककी नज़र
मभ सख़द-क बनप्रे। टगोकरदी उसकप्रे ंदाथ सप्रेछडट गयनी।

संनीरप्रे सप्रे बगोलदा-- तडठठीक क तनी सं ै नयदा! दसरयोंंड कप्रे ह स्सप्रेपर मप्रेरदा कगोई ज़गोर
ंनीं ं ै। जगो ककछ बचदा ं ै,व लप्रे जदा,म ैंजदाकर पंचयों सप्रेक ंप्रेदप्रेतदा ंड।ं।ँसं नयदा
अनदाज ककी टगोकरदी घर मभ रखकर अपननी दगोनयों लड़ककययों कप्रे सदाथ पगोतप्रे कप्रे
जन्मगोत्सव मभ गलदा संदाड़-संदाड़कर सगो र गदा र ंनी थनी, श्जसमभ सदारदा गदाड।ँव सनक
लप्रे। आज य प लदा मसौक़दा थदा कक ऐसप्रेशकभ अवसर पर बबरदादरदी ककी कगोई
औरत न
थनी। ससौर सप्रेझकनयदा नप्रेक लदा भप्रेजदा थदा, सगो र गदानप्रे कदा कदाम न ंनीं; लप्रेककन ै

सं नयदा कब मदाननप्रे लगनी। अगर बबरदादरदी कगो उसककी परवदा न ंनीं, तगो ै व भनी
बबरदादरदी ककी परवदा न ंनीं करतनी।

उसनी वक़्त ंगोरदी अपनप्रेघर कगो अस्सनी ंकपए पर णझंगरदीससंंक कप्रे ंदाथ धिगरयों रख र
ंदा
थदा। डदाड।ँड़ कप्रे ंकपए कदा इसकप्रे ससवदा व और कगोई पबंसं न कर सकतदा थदा। बनीस ंकपए
तगो तप्रेल न,गप्रेंडऔर।ँ मटर सप्रे समल गयप्रे। शप्रेष कप्रे सलए घर सलखनदा पड़ गयदा।
नगोखप्रेरदाम तगो चदा तप्रेथप्रेकक ब ैल बबकवदा सलए जदाय;ंड।ँलप्रेककन पटप्रे कवरदी और ददातदाददीन नप्रे
इसकदा ववररगो ककयदा। ब ैल बबक गयप्रे ,तगो ंगोरदी खप्रेतनी क ै सप्रे करप्रे गदा?
बबरदादरदी उसककी जदायददाद सप्रेकपए वसलड करप्रे ; पर ऐसदा तगो न करप्रे कक व गदाड।ँव
छगोड़कर भदाग जदाय। इस तर ब ैल बच गयप्रे।

ंगोरदी रप्रे ननदामदा सलखकर कगोई ग्यदार बजप्रे रदात घर आयदा ,नतगो नयदा नप्रेपछदाड --
इतननी रदात तक व ंदाड।ँ क्यदा करतप्रे? र ंप्रे
ंगोरदी नप्रेजलदाक ंप्रेकदा ग़स्सदाक ददाढ़दी पर उतदारतप्रे ंकए क ंदा -- करतदा क्यदा र ंदा, इस
लगौंडप्रे ककी करननी भरतदा र ंदा। अभदागदा आप तगो धिचनगदारदी छगोड़कर भदागदा, आग
मझप्रेक
बझदाननीक पड़ र ंनी ं ै। अस्सनी ंकपए मभ घर रप्रे न सलखनदा पड़दा। करतदा क्यदा! अब
ंकक़्क़दा खलक गयदा। बबरदादरदी नप्रेअपररदा क्षमदा कर हदयदा।

सं नयदा नप्रे ओठ चबदाकर क ंदा-- न क़्क़दा खलतदाक, तगो मदारदा क्यदा बबगड़दा जदातदा
ंक
थदा। चदार-पदाड।ँच म ंनीनप्रेन ंनींककसनी क़्क़दा वपयदा, तगो क्यदा छगोटप्रे ंगो गयप्रे?म ैं क तनी
कदा
ंक
ंड,त।ँमक इतनप्रेभयोंद ंडक्ययों ंगो? मप्रेरप्रेसदामनप्रेतगो बड़प्रेबववमदानक बनतप्रे ंगो, बदा र तम मंक
ंदारदा
म।ँं
ड कक्ययों बन्द ंगो ं ै? लप्रे-दप्रे कप्रे बदाप-ददादयों ककी नसदाननी एक घर बच ंदा थदा,
जदातदा र
आज तमनप्रेकउसकदा भनी वदारदा-न्यदारदा कर हदयदा। इसनी तर कल य तनीन-चदार बनीघप्रे
ज़मनीन ं ै,इसप्रे भनी सलख दप्रे नदा और तब गलदी-गलदी भनीख मदाड।ँगनदा। म ैंपछतनीड ंड,ं।ँ
तम मंक ंदारप्रे म।ँं
ड कमभजनीभ न थनी कक उन पंचयों सप्रेपछतप्रेड,तमक क ंदाडक
।ँ प्रे बड़ड़प्रेमदात्मदाद ंगो,
जगो दसरयोंंड पर डदाडड़
।ँ लगदातप्रेककरतप्रे गो, तम मंक ंदारदा तगो म।ँं
ड कदप्रेखनदा भनी पदाप
ं ै।

ंगोरदी नप्रे डदाड।ँटदा--चपक र , ब ंकत चढ़-चढ़ न बगोल। बबरदादरदी कप्रे चक्कर मभ अभनी पड़नी
न ंनीं , ं ैन ंनींम।ँं ड कसप्रेबदात न नकलतनी।

नयदा उत्तप्रेश्जत ंगो गयनी-- कसौन-सदा पदाप ककयदा ं ै,श्जसकप्रे सलए बबरदादरदी सप्रे ,डरभ
ककसनी ककी चगोरदी ककी ं ै,ककसनी कदा मदाल कदाटदा ं ै? मप्रे ररयदा रख लप्रेनदा पदाप न ंनीं, ं ै
ंदाड।ँ,रख कप्रे छगोड़ दप्रे नदा पदाप ं ै। आदमनी कदा ब ंकत ससनीदा ंगोनदा भनी बरदाक ं ै। उसकप्रे
ससनीप्रेपन कदा संल य ंनी ंगोतदा ं ैकक ककत्तप्रेभनी म।ँं
ड कचदाटनप्रेलगतप्रे ं ैं। आज सउर
तम मंक ंदारदी वदा -वदा ंगो र ंनी ंगोगनी कक बबरदादरदी ककी क ै सनी मरजदाद रख लदी। मप्रेरप्रे भदाग
संडट गयप्रेथप्रेकक तमक ज ैसप्रेमददसप्रेपदालदा पड़दा। कभनी सखक ककी रगोटदी न समलदी।

'म ैं तप्रेरप्रे बदाप कप्रे पदाड।ँव पड़नप्रे?व गयदानीतझप्रेकथदामप्रेरप्रेगलप्रेबदाड।ँसं गयदा।'

'पत्थर पड़ गयदा थदा उनककी अक्कल पर और उन म ंभक्यदा क ंड?ं।ँ न जदानप्रे


क्यदा दप्रे खकर लटड ंगो गयप्रे। ऐसप्रेकगोई बड़प्रेसदरं ंक भनी तगो न थप्रेतम।ंक'

वववदाद ववनगोद कप्रे क्षप्रेत मभ आ गयदा। अस्सनी ंकपए गयप्रे ,तगोलदाखगयप्रेकपए कदा
बदालक तगो समल गयदा! उसप्रे तगो कगोई न छठीन लप्रेगदा। गगोबर घर लसौट
आयप्रे,संनयदा अलग झगोपड़नी मभ भनी सखनीक र ंप्रेगनी।
ंगोरदी नप्रेपछदाड -- बच्चदा ककसकगो पड़दा ं ै?
सं नयदा नप्रेपसन्न मखक ंगोकर जवदाब हदयदा -- बबलककल गगोबर कगो ं ै।
पड़दा सच!

'ररष्ट-पष्टक तगो ं ै?'

' ंदाड।ँ,अच्छदा ं ै।'

***
12

रदात कगो गगोबर झकनयदा कप्रे सदाथ चलदा, तगो ऐसदा कदाड।ँप र ंदा ,थदाज ैसप्रे उसककी नदाक
कटदी ंकई ंगो। झकनयदा कगो दप्रे खतप्रे ंनी सदारप्रे गदाड।ँव मभ कक रदाम मच जदायगदा, लगोग चदारयों
ओर सप्रे क ै सनी -ंदायदाय मचदायभगप्रे,संनयदा ककतननी गदासलयदाड।ँ दप्रे गनी,य सगोच-सगोचकर
उसकप्रे पदाड।ँव पनीछप्रे र ंप्रे जदातप्रे थप्रे। ंगोरदी कदा तगो उसप्रे भय न थदा। व कप्रे वल एक बदा
संदाड़भगप्रे,कर शदान्त ंगो जदायगप्रे।ंड।ँ डर थदा सं नयदा कदा, ज़ र खदानप्रे लगप्रेगनी,घर मभ आग
लगदानप्रे लगप्रेगनी। न, इसनीं वक़्त व झकनयदा कप्रे सदाथ घर न ंनींजदा सकतदा। लप्रेककन
ंनींसं नयदा नप्रेझकनयदा कगो घर मभ घसनप्रेक ंनी न हदयदा और झदाड़ड लप्रेकर मदारनप्रे दसौड़नी, तगो व
बप्रेचदारदी क ंदाड।ँजदायगनी। अपनप्रेघर तगो लसौट ंनी न ंनींसकतनी। क ंनींककएड।ँ मभ कडद पड़प्रेयदा
गलप्रेमभसंदाड।ँसनी लगदा लप्रे,तगो क्यदा ंगो। उसनप्रे लम्बनी सदाड।ँस लदी। ककसककी शरण लप्रे। मगर अम्मदाड।ँ
इतननी नददयनी न ंनीं ं ैं कक मदारनप्रे दसौड़भ। कक्रगो दगो-चदार गदासलयदाड।ँदभगनी! लप्रेककन जब झकनयदा
उसकप्रे पदाड।ँव पड़कर रगोनप्रेलगप्रेगनी, तगो उन म ंभ
ज़रड दयदा आ जदायगनी। तब तक व ख़द क क ंनीं छपदा र ंप्रेगदा। जब उपदव शदांत गो
जदायगदा, तब व एक हदन संनीरप्रे सप्रे आयप्रेगदा और अम्मदाड।ँ कगो मनदा,अगरलप्रेगदाइस
बनीच उसप्रेक ंनींमजरदीड समल जदाय और दगो-चदार ंकपए लप्रेकर घर लसौटप्रे ,तगो ककर सं
नयदा कदा म।ँं
ड कबंद ंगो जदायगदा।

झन क यदा बगोलदी -- मप्रेरदी छदातनी संक-संक कर र ंनी ं ै। म ैं क्यदा जदानतनी, तथनीमक


मप्रेरप्रे गलप्रेय रगोग मढ़ दगोगप्रे। न जदानप्रेककस बरदीक सदाइत मभ तमकगोक दप्रे खदा। न तमक
गदाय लप्रेनप्रे आतप्रे,नय सब ककछ ंगोतदा। तमक आगप्रे-आगप्रेजदाकर जगो ककछ क नदा-सननदाक
ंगो, क -सनक लप्रेनदा। म ैंपनीछप्रे सप्रेजदाऊड।ँगनी।

गगोबर नप्रे क ंदा-- न ंनीं-न ंनीं,प लप्रेतमक जदानदा और क नदा, म ैं बदाज़दार सप्रे ससौददा
बप्रेचकर घर जदा र ंनी थनी। रदात ंगो गयनी , ं ैअब क ै सप्रे जदाऊड।ँ । तब तक म ैं आ
जदाऊड।ँगदा। झकनयदा नप्रेधिचंतत मन सप्रेक ंदा -- तम मंक ंदारदी अम्मदाड।ँबड़नी ग़स्स ैलक ं ैं।
मप्रेरदा तगो जनी कदाड।ँपतदा ं ै। क ंनींमझप्रेकमदारनप्रेलगभ तगो क्यदा क।ँड गनी।

गगोबर नप्रे संनीरज हदलदायदा-- अम्मदाड।ँ ककी आदत ऐसनी न ंनीं। म लगोगयों तक कगो तगो
कभनी एक तमदाचदा मदारदा न ंनीं,तम मंक ंभक्यदा मदारभ गनी। उनकगो जगो ककछ क नदा ंगोगदा
मझप्रेक क ंभगनी,तमसप्रेत
क गो बगोलभगनी भनी न ंनीं।
गदाड।ँव समनीप आ गयदा। गगोबर नप्रे हठठककर क-- ंदाअब तमक जदाओ।

झकनयदा नप्रेअनररगोक ककयदा -- तमक भनी दप्रे र न करनदा।

'न ंनीं-न ंनीं,छन भर मभ आतदा ंड,त।ँंच


ड ल तगो।'

'मप्रेरदा जनी न जदानप्रेक ैसदा ंगो र ंदा ं ै। तम मंक ंदारप्रे ऊपर कक्रगो आतदा
ं ै।'

'तमक इतनदा डरतनी क्ययों ंगो? म ैंतगो आ ंनी र ंदा ंड।'ं।ँ

'इससप्रेतगो क ंनींअच्छदा थदा कक ककसनी दसरदीड जग भदाग चलतप्रे।'

'जब अपनदा घर ं ै,तगो क्ययों क ंनीं भदागभ ?तमक नदा क़ डर र ंनी ंगो।'

'जल्ददी सप्रे आओगप्रे ?'न

ंदाड।ँ-ंदाड।ँ,अभनी आतदा ंड।'ं।ँ

'मझसप्रेद
क ग़दा तगो न ंनींकर र ंप्रे ंगो? मझप्रेघ
क र भप्रेजकर आप क ंनींचलतप्रेबनगो।'

'इतनदा ननीच न ंनीं ंडझ।ँनदा!ंड जब तप्रेरदी बदाड।ँपकड़नी ं ै,तगो मरतप्रे दम तक नभदाऊड।ँ' गदा।

झन
क यदा घर ककी ओर चलदी। गगोबर एक क्षण दवववप्रेम
क भ पड़दा खड़दा र ंदा। ककर एकदा-
एक ससर पर म।ँड
ड रदानप्रेवदालदी धधिक्कदार ककी कल्पनदा भयंकर ंडप संदारण करकप्रे उसकप्रे
सदामनप्रेखड़नी ंगो गयनी। क ंनींसचमचक अम्मदाड।ँमदारनप्रेदसौड़भ,तगो क्यदा ंगो? उसकप्रे पदाड।ँव
ज ैसप्रे संरतनी सप्रे धिचमट गयप्रे। उसकप्रे और उसकप्रे घर कप्रे बनीच कप्रे वल आमयों- कदा छगोट
सदा बदाग़ थदा। झकनयदा ककी कदालदी परछदाईं संनीरप्रे -संनीरप्रे जदातनी ंकई ददीख र ंनी थनी। उसककी
जदानभहदयदाड।ँब ंकत तप्रेज़ ंगो गयनी थनीं। उसकप्रे कदानयों मभ ऐसनी भनक पड़नी, ज ैसप्रे अम्मदाड।ँ
झकनयदा कगो गदालदी दप्रे र ंनी ं ैं। उसकप्रे मन ककी ककछ ऐसनी दशदा ंगो र ंनी थनी, मदानगो ससर
पर गड़दाड।ँसप्रेकदा ंदाथ पड़नप्रेवदालदा ंगो। दप्रे कदा सदारदा रक्त ज ैसप्रेसखड गयदा ंगो। एक
क्षण कप्रे बदाद उसनप्रे दप्रे खदा,ज ैसप्रे सं नयदा घर सप्रे नकलकर क ंनीं जदा र ंनी ंगो। ददाददा कप्रे
पदास जदातनी ंगोगनी! सदाइत ददाददा खदा-पनीकर मटर अगगोरनप्रे चलप्रे गयप्रे ं ैं। व मटर कप्रे
खप्रेत ककी ओर चलदा। जसौ-गप्रेंडकड़ खप्रेतयों कगो रगौंदतदा ंकआ व इस तर भदागदा जदा र ंदा
थदा, मदानगो पनीछप्रे दसौड़ आ र ंनीं ै। व ं ैददाददा ककी म।ँड़
ड ैयदा। व क गयय और दबस
पदाड।ँव जदाकर म।ँड़
ड ैयदा कप्रे पनीछप्रे ब ैठ गयदा। उसकदा अनमदानक ठठीक नकलदा। व प ंड।ँचदा
ंक
ंनी थदा कक सं नयदा ककी बगोलदी सनदायनीक ददी। ओ ! ंगो गयदा। अम्मदाड।ँइतननी
ग़ज़ब
कठगोर ं ैं। एक अनदाथ लड़ककी पर इन म ंभ त नक भनी दयदा न ंनीं आतनी। और जगो म ैं
भनी सदामनप्रेजदाकर संटकदार दंडकक।ँ तमकगोक झकनयदा सप्रेबगोलनप्रेकदा कगोई मजदाल न ंनीं
ं ै,तगो सदारदी सप्रेखनी नकल जदाय। अच्छदा! ददाददा भनी बबगड़ र ंप्रे ं ैं। कप्रे लप्रे कप्रे सलए
आज ठठीकरदा भनी तप्रेज़ ंगो गयदा। म ैंज़रदा अदब करतदा ंड,उसनीभीँ कदा संल ं ै। य तगो
ददाददा भनी व ंनींजदा र ंप्रे ं ैं। अगर झकनयदा कगो इन म ंयोंनप्रेमदारदा-पनीटदा तगो मझसप्रेकन स ंदा
जदायगदा। भगवदान!ण अब तम मंक ंनी ं ै। म ैंन जदानतदा थदा इस ववपत मभ
ंदारदा भरगोसदा
जदान संड।ँसप्रेगनी। झकनयदा मझप्रेकअपनप्रेमन मभ ककतनदा संतद,ड कदायर और ननीच समझ
र ंनी ंगोगनी; मगर उसप्रे मदार क ै सप्रे सकतप्रे?घर ं ैंसप्रे नकदाल भनी क ै सप्रे सकतप्रे?क्यदा ैं
घर मभ मप्रेरदा ह स्सदा न ?ंनींअगर ै झकनयदा पर ककसनी नप्रे ंदाथ उठदायदा, तगो आज
म ंगो जदायगदा। मदाड।ँ-बदाप जब तक लड़कयों ककी रक्षदा करभ ,तब तक मदाड-।ँ बदाप
ंदाभदारत
ं ैं। जब उनमभ ममतदा ंनी न, तगोनीं क ैसप्रे -मबंदांड।ँप! ंगोरदी ंनी मड।ँड़य
ै दा सप्रे
ज्ययों
नकलदा, गगोबर भनी दबप्रे पदाड।ँव -संनीरप्रे पनीछप्रे -पनीछप्रे चलदा;लप्रेककन द्वदार पर पकदाश
दप्रे खकर उसकप्रे पदाड।ँव ब।ँसड ं गयप्रे। उस पकदाशरप्रे खदा कप्रे अन्दर व पदाड।ँव न ंनींरख
सकतदा। व अड।ँसंप्रेरप्रे मभ ंनी ददीवदार सप्रे धिचमट कर खड़दा ंगो गयदा। उसककी ह म्मत नप्रे
जवदाब दप्रे हदयदा। ंदाय! बप्रेचदारदी झन
क यदा पर नरपररदा य लगोग झल्लदा र ंप्रे ं ैं,और
ककछ न ंनींकर सकतदा। उसनप्रेखप्रेल-खप्रेल मभ जगो एक धिचनगदारदी संभ क, वददी थनी सदारप्रे
खसल ंदान कगो भस्म कर दप्रे गनी,य उसनप्रे न समझदा थदा। और अब उसमभ
इतनदा सदा स न थदा कक सदामनप्रे आकर क --ंप्रे ंदाड।ँ,म ैंनप्रे धिचनगदारदी संभ ककी थनी। श्जन

हटकसौनयों सप्रेउसनप्रेअपनप्रेमन कगो स।ँभ


ड दालदा थदा, वप्रेसब इस भकम्पड मभ ननीचप्रे आ र ंप्रे
और व झयोंपड़दा ननीचप्रेधिगर पड़दा। व पनीछप्रे लसौटदा। अब व झकनयदा कगो क्यदा म।ँं
ड क हदखदायप्रे।
व ससौ क़दम चलदा;पर इस तर , ज ैसप्रे कगोई ससपदा ंनी म ैददान सप्रे भदागप्रे। उसनप्रेझकनयदा
सप्रेपनी त और वववदा ककी जगो बदातभ ककी थनीं,व सब यदाद आनप्रे लगनीं।
असभसदार ककी मनीठठी स्म ं ृतयदाडय
।ँ दाद आयनींजब व अपनप्रे उन्मत्त उसदासयों मभ , अपननी
नशनीलदी धिचतवनयों मभ मदानगो अपनप्रे पदाण नकदालकर उसकप्रे चरणयों पर रख दप्रे तदा थदा।
झन क यदा ककसनी ववयगोगनी पक्षनी ककी भदाडत
।ँ अपनप्रेछगोटप्रे -सप्रे घयोंसलप्रे मभ एकदान्त-जनीवन कदाट र
ंनी थनी। व ंदाड।ँ नर कदा मत्त आग न ,थदान व उदनीप्त उल्लदास, न शदावकयों ककी मनीठठी
आवदाज़भ ;मगर ब ंप्रेसलयप्रे कदा जदाल और छल भनी तगो व ंदाड।ँ न थदा। गगोबर नप्रेउसकप्रे एकदांत
घगोसलप्रेमभजदाकर उसप्रेककछ आनन्द प ंकड।ँचदायदा यदा न ंनीं,कसौन जदानप्रे;पर उसप्रे ववपश्त्त मभ तगो
डदाल ंनी हदयदा।
स।ँभ
ड ल गयदा। भदागतदा ंकआ ससपदा ंनी मदानगो अपनप्रेएक सदाथनी कदा बढ़दावदा सनकरु
पनीछप्रे लसौट पड़दा। उसनप्रे द्वदार पर आकर दप्रे खदा,तगो ककवदाड़ बन्द ंगो गयप्रे थप्रे। ककवदाड़यों
कस दरयजद सस पकयश कक रसखयएसम बय र नकल र ड़ थय। उसनस एक दरयज़ सस बय र
झदाड।ँकदा। सं नयदा और झकनयदा ब ैठठी ई थनीं। ंगोरदी खड़दा थदा। झकनयदा ककी सससककयदाड।ँ
ंक
सनदायनीक दप्रे र ंनी थनींऔर सं नयदा उसप्रेसमझदा र ंनी थनी -- बप्रेटदी,तडचलकर घर मभ
ब ैठ। म ैं तप्रेरप्रेकदा औरकदा भदाइययों कगो दप्रे ख लंडगनी।ं।ँ जब तक म जनीतप्रे ं ैं,ककसनी बदात
ककी धिचन्तदा न ंनीं ं ै। मदारप्रे र तप्रेकगोई तझप्रेक तरछठी आड।ँखयों दप्रे ख भनी न सकप्रेगदा। गगोबर
गद् गद ंगो गयदा। आज व ककसनी ंगोतदा, तगो ददाददा और अम्मदाड।ँ कगो सगोनप्रे सप्रे
लदायक़
मढ़ दप्रे तदा और क तदा-- अब तमक ककछ परवदा न करगो, आरदाम सप्रे ब ैठप्रे खदाओ और
श्जतनदा ददान-पनक करनदा चदा ंगो, करगो। झन
क यदा कप्रे प त अब उसप्रेकगोई शंकदा न ंनीं ं ै।
उसप्रेजगो आशय दप्रे नदा चदा तदा थदा व समल गयदा। झकनयदा उसप्रेदग़दाबदाज़ समझतनी ं ै,तगो
समझप्रे। व तगो अब तभनी घर आयप्रेगदा,जब व प ैसप्रे कप्रे बल सप्रे सदारप्रे गदाड।ँव कदा म।ँं
ड कबन्द
कर सकप्रे और ददाददा और अम्मदाड।ँउसप्रेककल कदा कलंक न
समझकर ककल कदा तलक समझभ। मन पर श्जतनदा ंनी ग रदा आघदात ंगोतदा ं ै,

उसककी प तकक्रयदा भनी उतननी ंनी ग रदी ंगोतनी ं ै। इस अपककी तद और कलंक नप्रे गगोबर
कप्रे अन्तस्तल कगो मथकर व रत्न नकदाल सलयदा जगो अभनी तक छपदा पड़दा थदा। आज प
लदी बदार उसप्रेअपनप्रेददा यत्व कदा जदान ंकआ और उसकप्रे सदाथ ंनी संकल्प भनी। अब तक व
कम सप्रे कम कदाम करतदा और ज़्यदाददा सप्रे ज़्यदाददा खदानदा अपनदा क़ समझतदा थदा। उसकप्रे
मन मभ कभनी य ववचदार ंनी न ंनीं उठदा थदा कक घरवदालयों कप्रे सदाथ उसकदा भनी ककछ
कतदव्य ं ै। आज मदातदा-वपतदा ककी उददात्त क्षमदा नप्रे ज ैसप्रे
उसकप्रे हृदय मभ पकदाश डदाल हदयदा। जब सं नयदा और झकनयदा भनीतर चलदी गयनीं,तगो
ंगोरदी ककी उसनी मड़ ैयदा मभ जदा ब ैठदा और भववष्य कप्रे मंसबप्रेडबदाड।ँसंनप्रेलगदा। श र कप्रे
बप्रेलददारयों कगो पदाड।ँच-छछः आनप्रे रगोज़ समलतप्रे, य ैंउसनप्रेसनक रखदा थदा। अगर उसप्रेछछः
आनप्रेरगोज़ समलभऔर व एक आनप्रेमभगज़रु कर लप्रे,तगो पदाड।ँच आनप्रे रगोज़ बच जदाय।ंड।ँम
ंनीनप्रेमभदस ंकपए ंगोतप्रे ं ैं,और सदाल-भर मभ सवदा ससौ। व सवदा ससौ ककी
थ ैलदी लप्रेकर घर आयप्रे,तगो ककसककी मजदाल ं ै,जगो उसकप्रे सदामनप्रेम।ँं
ड कखगोल सकप्रे। य
ंनी ददातदाददीन और य ंनी पटप्रे सरदीक आकर उसककी दाड।ँमभंदाड।ँसमलदायभग। और झकनयदा तगो
मदारप्रे गवदकप्रे संडल जदाय। दगो चदार सदाल व इसनी तर कमदातदा र ंप्रे,तगो घर कदा सदारदा
दसलदर समट जदाय। अभनी तगो सदारप्रे घर ककी कमदाई भनी सवदा ससौ न ंनीं ंगोतनी।
अब व अकप्रेलदा सवदा ससौ कमदायप्रेगदा। य ंनी तगो लगोग क ंभग कक मजरदीड करतदा
ं ै।
नप्रेदगो। मजरदीड करनदा कगोई पदाप तगो न ंनीं ं ै। और सददा छछः आनप्रे ंनी थगोड़प्रे समलभगप्रे।
-ज ैसप्रे व कदाम मभ ंगोसशयदार, मजगोगदारदीड भनी तगो बढ़प्रे गनी। तब व ददाददा
सप्रे क ंप्रेगदा,अब तमक घर ब ैठकर भगवदान णकदा भजन करगो। इस खप्रेतनी मभ जदान
खपदानप्रे कप्रे ससवदा और क्यदा रखदा ं ै। सबसप्रे प लप्रे व एक पछदायनीं गदाय, जगोलदायप्रेगदा चदार-
पदाड।ँच सप्रेर दद ड दप्रे गनी और ददाददा सप्रेक ंप्रेगदा, तमक गऊ मदातदा ककी सप्रेवदा करगो। इससप्रे तम मंक
ंदारदा लगोक भनी बनप्रेगदा, परलगोक भनी। और क्यदा, एक आनप्रेमभउसकदा गज़रु आरदाम सप्रे न
ंगोगदा? घर-द्वदार लप्रेकर क्यदा करनदा ं ै। ककसनी कप्रे ओसदार मभ पड़दा र ंप्रेगदा।
स ैकड़यों मश्न्दर , संरमसदालप्रे ैं ं ैं। और ककर श्जसककी व मजरदीड करप्रे गदा, क्यदा व उसप्रे
र नप्रे कप्रे सलए जग न दप्रे गदा?आटदा ंकपए कदा दस सप्रेर आतदा ं ै। एक आनप्रे मभ ढदाई
पदाव ंकआ। एक आनप्रेकदा तगो व आटदा ंनी खदा जदायगदा। लकड़नी, ददाल, नमक, सदाग
य सब क ंदाड।ँ सप्रे आयप्रेगदा?दगोनयों जनड कप्रे सलए सप्रेर भर तगो आटदा ंनी चदाह ए। ओ !
खदानप्रेककी तगो ककछ न पछगो।ंड मठठीक भर चनप्रेमभभनी कदाम चल सकतदा ं ै। लवदाक और
परदीड खदाकर भनी कदाम चल सकतदा ं ै। ज ैसनी कमदाई ंगो। व सआ सप्रेर आटदा खदाकर
हदन भर मज़प्रे सप्रे कदाम कर सकतदा ं ै। सइर-उर सप्रेउपलप्रेचनक सलयप्रे,लकड़नी कदा
कदाम चल गयदा। कभनी एक प ैसप्रे ककी ददाल लप्रे, कभड़लड़ आल। स आलसभनकर भरतय
बनदा सलयदा। य ंदाडह
।ँ दन कदाटनदा ं ैकक च ैन करनदा ं ै। पत्तल पर आटदा गंडसंदा।ँ,
उपलयों
पर बदाहटयदाड।ँ सभककी,आलडभनकरू भरतदाक बनदायदा और मज़प्रेसप्रेखदाकर सगो र ंप्रे। घर ंनी
पर कसौन दगोनयों जनड रगोटदी समलतनी ं ै,एक चबप्रेनदा ंनी समलतदा ं ै। व ंदाड।ँ भनी एक
जनड
जनड चबप्रेनप्रेपर कदाटभ ग। उसप्रेशंकदा ई; अगर कभनी मजरदीड न समलदी, तगो व
क्यदा
ंक
करप्रे गदा? मगर मजरदीड क्ययों न समलप्रेगनी? जब व जनी तगोड़कर कदाम करप्रे गदा,तगो ससौ
आदमनी उसप्रेबलदायभग।ंक कदाम सबकगो प्यदारदा ंगोतदा ं ै,चदाम न ंनीं प्यदारदा ंगोतदा। ंदाड।ँ भनी

तगो सखदाड पड़तदा ं ै,पदालदा ं ै,ऊख मभ ददीमक लगतप्रे,जसौ ं ैंमभ गप्रेकई लगतनी, ं ै
धिगरतदा
सरसयों मभ लदा ंनी लग जदातनी ं ै। उसप्रे रदात कगो कगोई कदाम समल जदायगदा,तगोउसप्रे भनी
न छगोड़प्रेगदा। हदन-भर मजरदीड ककी; रदात क ंनीं चसौककीददारदी कर लप्रेगदा। दगो आनप्रे भनी रदात
कप्रे कदाम मभ समल जदाय,ंडत
।ँ गो चदाड।ँददी ं ै। जब व लसौटप्रे गदा,तगोसबकप्रे सलए सदाडड़यदाड।ँ
लदायप्रेगदा। झकनयदा कप्रे सलए ंदाथ कदा कंगन ज़डर बनवदायप्रेगदा और ददाददा कप्रे सलए एक
म।ँड़ ड दासदाक लदायप्रेगदा। इन म ंनींमनमगोदकयों कदा स्वदाद आ व सगो गयदा; लप्रेककन ठं ड
लप्रेतदा
ंक
मभ ननींद क ंदाड।ँ! ककसनी तर रदात कदाटदी और तड़कप्रे उठ कर लखनऊ ककी सड़क पकड़
लदी। बनीस कगोस ंनी ं ै। सदाड।ँझ तक प ंड।ँच जदायगदा। गदाड।ँव कदा कसौन आदमनी व ंदाड।ँ
तगो
ंक
आतदा-जदातदा ं ै और व अपनदा हठकदानदा न ंनीं सलखप्रेगदा,न ंनींददाददा ंनी
दसरप्रेड हदन
ससर पर सवदार ंगो जदायगप्रे।ंड।ँ

उसप्रेककछ पछतदावदा थदा, तगो य ंनी कक झकनयदा सप्रेक्ययों न सदाफ़-सदाफ़ क हदयदा --


अभनी तडघर जदा, म ैंथगोड़प्रेहदनयों मभ ककछ कमदा-संमदाकर लसौटंडगदा।ँ; लप्रेककन तब व घर
जदातनी ंनी क्ययों। क तनी -- म ैंभनी तम मंक ंदारप्रे सदाथ लसौटंडगनी।ं।ँ उसप्रेव क ंदाड।ँ-क ंदाड।ँ बदाड।ँसंप्रे
ककरतदा।

हदन चढ़नप्रेलगदा। रदात कगो ककछ न खदायदा थदा। भखड मदालमड ंगोनप्रेलगनी। पदाड।ँव
लड़खड़दानप्रेलगप्रे। क ंनींबठ
ै कर दम लप्रेनप्रेककी इच्छदा ंगोतनी थनी। बबनदा ककछ पप्रेट मभ डदालप्रे
अब न ंनीं चल सकतदा;लप्रेककन पदास एक प ैसदा भनी न ंनीं ं ै। सड़क कप्रेरप्रे ककनदा
झड़क-बप्रेररययों कप्रे झदाड़ थप्रे। उसनप्रेथगोड़प्रेसप्रेबप्रेर तगोड़ सलयप्रेऔर उदर कगो ब लदातदा आ
चलदा। एक गदाड।ँव मभ गड़क पकनप्रेककी सगन मसंक आयनी। अब मन न मदानदा। ंक

कगोल म ंदाड़ मभ जदाकर लगोटदा-डर मदाड।ँगदा और पदाननी भर कर चल्लकडसप्रेपनीनप्रेब ैठदा कक

एक ककसदान नप्रे क ंदा-- अरप्रे भदाई,क्यदा नरदालदा ंनी पदाननी वपयगोगप्रे? थगोड़दा-सदा मनीठदा
खदा लगो। अबककी और चलदा लभकगोल म ंडऔर बनदा लभखदाड।ँड़। अगलप्रेसदाल तक समल
त ैयदार ंगो जदायगनी। सदारदी ऊख खड़नी बबक जदायगनी। गड़क और खदाड।ँड़ कप्रे भदाव चनीननी
समलप्रेगनी,तगो मदारदा गड़क कसौन लप्रेगदा? उसनप्रेएक कटगोरप्रे मभगड़क ककी कई वपंडडयदाड।ँ
लदाकर ददीं। गगोबर नप्रेगड़क खदायदा, पदाननी वपयदा। तमदाखडतगो पनीतप्रे ंगोगप्रे?गगोबर नप्रे ब ंदानदा
ककयदा। अभनी धिचलम न ंनीं पनीतदा।
बड्ढप्रेक नप्रेपसन्न ंगोकर क -- बड़दा अच्छदा करतप्रे ंगो भ ैयदा! बरदाक रगोग ं ै। बप्रेर
ंदा एक
पकड़ लप्रे,तगो श्ज़न्दगनी भर न ंनीं छगोड़तदा।
इंजन कगो कगोयलदा-पदाननी भनी समल गयदा, चदाल तप्रेज़ ई। जदाड़प्रेकप्रे हदन, न जदानप्रे कब
ंक
दगोप र ंगो गयदा। एक दप्रे खदा,एक यवतनी एक वक्ष कप्रे ननीचप्रेप त सप्रेसत्यदाग
जग
ंक ं ृ
ककयप्रे ब ैठठी थनी। प त सदामनप्रे खड़दा उसप्रे मनदा र ंदा थदा।-चदारदगोरदा गनीर तमदाशदा
दप्रे खनप्रे खड़प्रे ंगो गयप्रे थप्रे। गगोबर भनी खड़दा ंगो गयदा। मदानलदीलदा सप्रे रगोचक और कसौन
जनीवन-नदाटक ंगोगदा?
यवतनीक नप्रेप त ककी ओर घरकरू क ंदा -- म ैं न जदाऊड।ँ,न गनीजदाऊड।ँ,गनीन जदाऊड।ँगनी। पंकष

नप्रे यप्रे ज ैसप्रे अश्ल्टमप्रेटम--हदयदानजदायगनी?

'न जदाऊड।ँ गनी।'


'न जदाऊड।ँ?'गनी
'न जदाऊड।ँ गनी।'

पंकष नप्रेउसकप्रे कप्रेश पकड़कर घसनीटनदा शकड ककयदा। यवतनीक भसमड पर लगोट गयनी।
पंकष नप्रे ंदारकर क ंदा -- म ैंककर क तदा ंड,उठकर।ँ चल।

स्तनी नप्रे उसनी दृढ़तदा सप्रे क --ंदा म ैं तप्रेरप्रे घर सदात जनम न जदाऊड।ँ,बगोटदी-गनीबगोटदी कदाट
डदाल।

'म ैंतप्रेरदा गलदा कदाट लंडगदा।ं।ँ'

'तगो संदाड।ँसनी पदाओगप्रे।'

पंकष नप्रेउसकप्रे कप्रेश छगोड़ हदयप्रेऔर ससर पर ंदाथ रखकर ब ैठ गयदा। पंकषत्व
अपननी चरम सनीमदा तक प ंकड।ँच गयदा। उसकप्रे आगप्रेअब उसकदा कगोई बस न ंनीं
ं ै। एक क्षण मभ व ककर खड़दा ंकआ और परदास्त ंगोकर बगोलदा -- आणख़र तक् ड यदा
चदा तनी ं ै?

यवतनीक भनी उठ ब ैठठी, नकचल भदाव सप्रे बगोलदी-- म ैंय ंनी चदा तनी ंड,त।ँंम
ड झप्रेकछगोड़
और
दप्रे ।

'ककछ म।ँं
ड कसप्रेक ंप्रेगनी, क्यदा बदात ंकई?'

'मप्रेरप्रे भदाई-बदाप कगो कगोई क्ययों गदालदी दप्रे ?'

'ककसनप्रे गदालदी ददी,तप्रेरप्रे भदाई-बदाप कगो?'

'जदाकर अपनप्रेघर मभ पछ!ंड'

'चलप्रेगनी तभनी तगो पछड।ँ गदा?'

'तडक्यदा पछप्रे गदाड? ककछ दम भनी ं ै। जदाकर अम्मदाड।ँकप्रे आड।ँचल मभ म।ँं


ड कढदाड।ँककर सगो।
तप्रेरदी मदाड।ँंगोगनी। मप्रेरदी कगोई न ंनीं ं ै। तडउसककी गदासलयदाड।ँसन।क म ैंक्ययों सनकंड?ं।ँएक
रगोटदी खदातनी ंड,ततोँ चदार रगोटदी कदा कदाम करतनी ंड।ं।ँक्ययों ककसनी ककी संगौंस स ंड?ं।ँम ैं
तप्रेरदा एक पनीतल कदा छल्लदा भनी तगो न ंनीं जदानतनी!'
रदा गनीरयों कगो इस कल मभ असभनय कदा आनन्द आ र ंदा ;थदामगर उसकप्रे जल्द
समदाप्त ंगोनप्रे ककी कगोई आशदा न थनी। मंश्ज़ल खगोटदी ंगोतनी थनी। एक-एक करकप्रे लगोग
णखसकनप्रेलगप्रे। गगोबर कगो पंकष नददयतदा बरदीक लग र ंनी थनी। भनीड़ कप्रे सदामनप्रेतगो
ककी
कछ न क सकतदा थदा। म ैददान ख़दालदी आ, तगो बगोलदा -- भदाई मदद औरऔरत कप्रे
ंक ंक
बनीच मभ बगोलनदा तगो न चदाह, मगरए इतननी बप्रेदरददी भनी अच्छठी न ंनीं ंगोतनी।
पंकष नप्रेकसौड़नी ककी-सनी आड।ँखभ नकदालकर --क तदामक कसौन ंगो?

गगोबर नप्रे नछःशंक भदाव सप्रे क-- ंदाम ैंकगोई ंड;लप्रेककन।ँ अनधिचतक बदात दप्रे खकर सभनी

कगो बरदाक लगतदा ं ै।


पंकष नप्रेससर ह लदाकर क ंदा -- ंगो ं ै,अभनी मप्रे ररयदा न ंनीं
मदालमड तदा आयनी,तभनी
इतनदा ददद ं ै!
'मप्रे ररयदा आयप्रेगनी,तगो भनी उसकप्रे झयोंटप्रेपकड़कर न खनीचंडगदा।ं।ँ'

'अच्छदा तगो अपननी रदा लगो। मप्रेरदी औरत , ं ैमउ


ैं सप्रेमदाडड।ँगदा, कदाटंडगदा।ं।ँ कसौन ंगोतप्रे
तमक
ंगो बगोलनप्रे-वदालप्रे! चलप्रे जदाओ ससनीभ,य सप्रेदाड।ँ मत खड़प्रे' ंगो।
गगोबर कदा गमदख़नड और गमद ंगो गयदा। व क्ययों चलदा जदाय। सड़क सरकदार ककी

ं ै। ककसनी कप्रे बदाप ककी न ंनीं ं ै। व जब तक चदा ंप्रे व ंदाड।ँ खड़दा र सकतदा ं ै। व
ंदा
उसप्रे टदानप्रे कदा ककसनी कगो अधधिकदार न ंनीं ं ै।
पंकष नप्रेओठ चबदाकर क ंदा -- तगो तमक न जदाओगप्रे? आऊड।ँ?
गगोबर नप्रे अड।ँगगोछदा कमर मभ बदाड।ँसं सलयदा और समर कप्रे सलए त ैयदार -- ंगोकर
बगोलदा
तमक आओ यदा न आओ। म ैं तगो तभनी जदाऊड।ँ,जबगदा मप्रेरदी इच्छदा ंगोगनी

'तगो मदालमड ंगोतदा ं ै, ंदाथ प ैर कप्रे जदाओगप्रे।'
तड़वदाक
'य कसौन जदानतदा ं ै, ककसकप्रे ंदाथ-पदाड।ँव टडटभ ग।'

'तगो तमक न जदाओगप्रे?'


'नदा।'

पंकष मठठीक बदाड।ँसंकर गगोबर ककी ओर झपटदा। उसनी क्षण यवतनीक नप्रेउसककी संगोतनी पकड़
लदी और उसप्रे अपननी ओर खनींचतनी ंकई गगोबर सप्रेबगोलदी -- तमक क्ययों लड़दाई करनप्रेपर उतदाड
ंगो र ंप्रे ंगो जनी,अपननी रदा क्ययों न ंनीं जदातप्रे। य ंदाड।ँ कगोई तमदाशदा ं ै। मदारदा आपस कदा
झगड़दा ं ै। कभनी व मझप्रेकमदारतदा ं ै,कभनी म ैंउसप्रेडदाड।ँटतनी ंड।ं।ँतमसप्रेक मतलब।

गगोबर य धधिक्कदार पदाकर चलतदा बनदा। हदल मभ क --ंदा य औरत मदार खदानप्रे ंनी
लदायक़ ं ै।

गगोबर आगप्रे नकल गयदा,तगो यवतनीक नप्रेप त कगो डदाड।ँटदा -- तमक सबसप्रेलड़नप्रेक्ययों लगतप्रे ंगो।
उसनप्रे कसौन-सनी बरदीक बदात क ंनी थनी कक तम मंक ंभचगोट लग गयनी। बरदाक कदाम करगोगप्रे ,तगो
द ंकनयदा बरदाक क ंप्रेगनी ंनी; मगर ं ै ककसनी भलप्रे घर कदा और अपननी बबरदादरदी कदा
ंनी जदान पड़तदा ं ै। क्ययों उसप्रे अपननीब न कप्रे सलए न ंनीं ठठीक कर लप्रेतप्रे?

प त नप्रे संदप्रे कप्रे स्वर मभ -- क्यदादा अब तक क्वदाड।ँरदा ब ैठदा ?ंगोगदा 'तगो पछड

ंनी क्ययों न लगो?'

पंकष नप्रेदस क़दम दसौड़कर गगोबर कगो आवदाज़ ददी और ंदाथ सप्रेठ र जदानप्रेकदा इशदारदा
ककयदा। गगोबर नप्रे समझदा,शदायद ककर इसकप्रे ससर भतड सवदार ंकआ, तभनी ललकदार
र ंदा ं ै। मदार खदायप्रेबबनदा न मदानप्रेगदा। अपनप्रेगदाड।ँव मभ ककत्तदा भनी शप्रेर ंगो जदातदा
ं ैलप्रेककन आनप्रेदगो। लप्रेककन उसकप्रे मखक पर समर ककी ललकदार न थनी। म ैतनी कदा
नमन्तण थदा। उसनप्रेगदाड।ँव और नदाम और जदात पछठी।ंड गगोबर नप्रेठठीक-ठठीक बतदा
हदयदा। उस पंकष कदा नदाम कगोदई थदा।

कगोदई नप्रेमस्करदाकरु क ंदा -- म दगोनयों मभ लड़दाई ंगोतप्रे- ंगोतप्रेबचनी। तमक चलप्रेआयप्रे ,


तगो, म ैंनप्रे सगोचदा,तमनप्रेकठठीक ंनी क ंदा। म ैंनदा क़ तमसप्रेकतन ब ैठदा। ककछ खप्रेतनी-बदारदी घर
मभ ंगोतनी ं ै? न

गगोबर नप्रे बतदायदा,उसकप्रे मसौ-सनी पदाड।ँच बनीघप्रे खप्रेत ं ैं और एक ल ककी खप्रेतनी ंगोतनी
ं ै
'म ैंनप्रेतम मंक ंभजगो भलदा-बरदाक क ंदा ं ै,उसककी मदाफ़की दप्रे दगो भदाई! कक्रगो मभ आदमनी अन मसंदा
जदातदा
ं ै। औरत गनक-स ंडर मभ सलच्छमनी ं ै,मददाक कभनी-कभनी न जदानप्रे कसौन-सदा
भतड इस पर सवदार ंगो जदातदा ं ै। अब तम मंक ंनींबतदाओ, मदातदा पर मप्रेरदा क्यदा बस ?ं ै

जन्म तगो उन म ंनींनप्रे हदयदा, पदालदा ै-पगोसदा तगो उन म ंनींनप्रे ं ै। जब कगोई बदात , ंगोगनीतगो म ैं
जगो ककछ क ंडगदा।ँ, लगदाईक ंनी सप्रेक ंडगदा।ं।ँ उस पर अपनदा बस । ै तम मंक ंनींसगोचगो, म ैं
ककपद तगो न ंनींक र ंदा ंड।ं।ँ ंदाड।ँ,मझप्रेकउसकदा बदाल पकड़कर घसनीटनदा न थदा; लप्रेककन
औरत जदात बबनदा ककछ तदाड़नदा हदयप्रेक़दाबडमभभनी तगो न ंनींर तनी। चदा तनी ं ै,मदाड।ँ सप्रे
अलग ंगो जदाऊड।ँ। तम मंक ंनींसगोचगो, क ै सप्रे अलग ंगो जदाऊड।ँ और ककससप्रे अलग ंगो जदाऊड।ँ ।
अपननी मदाड।ँ ?सप्रेश्जसनप्रे जनम हदयदा? य मझसप्रेकन ंगोगदा। औरत र ंप्रेयदा जदाय।'

गगोबर कगो भनी अपननी रदाय बदलननी पड़नी। बगोलदा -- मदातदा कदा आदर करनदा तगो
सबकदा संरम ंनी ं ै भदाई। मदातदा सप्रे कसौन उररन ंगो सकतदा? ं ै

कगोदई नप्रे उसप्रे अपनप्रे घर चलनप्रे कदा नप्रेवतदा हदयदा। आज व ककसनी तर लखनऊ न ंनींप
ंकड।ँच सकतदा। कगोस दगो कगोस जदातप्रे-जदातप्रे सदाड।ँझ ंगो जदायगनी। रदात कगो क ंनीं न
ंनीं हटकनदा ंनी पड़प्रेगदा। गगोबर नप्रे ववनगोद हदयदा--लगदाईक मदान गयनी?

'न मदानप्रेगनी तगो क्यदा करप्रे गनी।' 'मझप्रेकतगो उसनप्रेऐसनी संटकदार बतदायनी कक

म ैंलजदा गयदा।'

'व ख़द क पछतदा र ंनी ं ै। चलगो, ज़रदा मदातदा जनी कगो समझदा दप्रे नदा। मझसप्रेकतगो ककछ क
तप्रे न ंनीं बनतदा। उन म ंभभनी सगोचनदा चदाह ए कक ब ंडकगो बदाप-भदाई ककी गदालदी
क्ययों
दप्रे तनी ं ैं। मदारदी ंनी ब न ं ै। चदार हदन मभ उसककी सगदाई ंगो जदायगनी। उसककी सदास मभ
गदासलयदाड।ँ, तगोदप्रे गनीउससप्रेसनदाक जदायगदा? सब दगोस लगदाईक ंनी कदा न ंनीं ं ै। मदातदा कदा भनी
दगोस ं ै। जब र बदात मभ व अपननी बप्रेटदी कदा पच्छ ,करभ गनीतगोमभ बरदाक लगप्रेगदा ंनी। इसमभ इतननी
बदात अच्छठी ं ै कक घर सप्रे ंडठकर चलदी;परजदायगदालदी कदा जवदाब गदालदी सप्रे न ंनीं दप्रे तनी।'

गगोबर कगो रदात कप्रे सलए कगोई हठकदानदा चदाह ए थदा ंनी। कगोदई कप्रे सदाथ ंगो
सलयदा। दगोनयों ककर उसनी जग आयप्रेज ंदाड।ँयवतनीक ब ैठठी ंकई थनी। व अब गहृ णनी बन
गयनी थनी। ज़रदा-सदा घघटंडं।ँ नकदाल सलयदा थदा और लजदानप्रे लगनी थनी।
कगोदई नप्रेमस्करदाकरु क ंदा -- तगो आतप्रे ंनी न थप्रे। क तप्रे,ऐसनीथप्रे डदाड।ँट सननप्रेककप्रे

बदाद उनकप्रे घर क ैसप्रेजदाय?ंड।ँ

यवतनीक नप्रेघघटंडं।ँ ककी आड़ सप्रेगगोबर कगो दप्रे खकर क ंदा -- ंनी डदाड।ँट मभ डर
इतननी गयप्रे? लगदाईक आ जदायगनी, तब क ंदाड।ँ भदागगोगप्रे?

गदाड।ँव समनीप ंनी थदा। गदाड।ँव थदाक्यदा,परवदाक थदा; दस-बदार घरयों कदा, श्जसमभ सआप्रे
खपर ै ल कप्रे , थप्रेससआप्रेडस कप्रे। कगोदई नप्रेअपनप्रेघर प ंकड।ँचकर खदाट नकदालदी, उस पर
एक दरदी डदाल ददी, शबदत बनदानप्रे कगो क,धिचलम भर लदायदा। और एक क्षण मभ व ंनी
यवतनीक लगोटप्रे मभशबदत लप्रेकर आयनी और गगोबर कगो पदाननी कदा एक छठींटदा मदारकर मदानगो
क्षमदा मदाड।ँगलदी। व अब उसकदा ननदगोई ंगो र ंदा थदा। ककर क्ययों न अभनी सप्रे छप्रे ड़-छदाड़
शकड कर दप्रे !

***
13

गगोबर अड।ँसंप्रेरप्रे ंनी म।ँं


ड कउठदा और कगोदई सप्रेबबददा मदाड।ँगनी। सबकगो मदालमड ंगो गयदा थदा
कक उसकदा ब्यदा ंगो चकदाक ं ै; इससलए उससप्रे कगोई वववदा-संबंसंनी चचदाद न ंनीं ककी।
उसकप्रे शनील-स्वभदाव नप्रेसदारप्रे घर कगो मग मसंक कर सलयदा थदा। कगोदई ककी मदातदा कगो तगो
उसनप्रेऐसप्रेमनीठप्रे शब्दयों मभ और उसकप्रे मदातपदृ ककी रक्षदा करतप्रे ंकए, ऐसदा उपदप्रे श हदयदा
कक उसनप्रे पसन्न ंगोकर आशनीवदादद हदयदा थदा।

'तमक बड़नी ंगो मदातदा जनी, पज्यड ंगो। पतक मदातदा कप्रे ररन सप्रेससौ जन्म लप्रेकर भनी उररन
ंनीं ंगो सकतदा,लदाख जन्म लप्रेकर भनी उररन ननीं ंगो सकतदा। करगोड़ जन्म लप्रेकर भनी
न ंनीं ...'।

बहढ़यदाक इस संख्यदातनीत धशदा पर गद् गद ंगो गयनी। इसकप्रे बदाद गगोबर नप्रेजगो ककछ
ंदा, उसमभ बहढ़यदाक कगो अपनदा मंगल ंनी हदखदायनी हदयदा। व ैद्य एक बदार रगोगनी कगो
चंगदा कर दप्रे ,ककर रगोगनी उसकप्रे ंदाथयों ववष भनी ख़शनीक सप्रेपनी लप्रेगदा -- अब ज ैसप्रे आज
ब ंडघर सप्रे ंडठकर चलदी गयनी,तगो ककसककी ंप्रेठठी ंकई। ब ंडकगो कसौन जदानतदा ं ै?
ककसककी लड़ककी ं ै,ककसककी नदा तन ं ै, कसौन जदानतदा ं ै! संभव, उसकदा ै बदाप
घससयदारदा ंनी र ंदा ंगो... ।

बहढ़यदाक नप्रे नकचयदात्मक भदाव सप्रे क ंदा-- घससयदारदा ं ै ंनी बप्रेटदा,पक्कदा घससयदारदा
तगो
सबप्रेरप्रेउसकदा म।ँं
ड कदप्रेख लगो, तगो हदन-भर पदाननी न समलप्रे।

गगोबर बगोलदा -- तगो ऐसप्रेआदमनी ककी क्यदा ंड।ँसनी ंगो सकतनी ं ै! ंड।ँसनी ंकई तम मंक ंदारदी
और तम मंक ंदारप्रे आदमनी ककी। श्जसनप्रेपछदाड, य ंनी पछदाड कक ककसककी ब ड ं ै? ककर
व अभनी
लड़ककी ं ै,अबबगो, अल म ड़। ननीच मदातदा-वपतदा ककी लड़ककी ं ै,अच्छठी क ंदाड।ँ सप्रे बन जदाय!

तमकगोक तगो बढ़प्रेड तगोतप्रेकगो रदाम-नदाम पढ़दानदा पड़प्रेगदा। मदारनप्रे सप्रे तगो व पढ़प्रे गदा, न ंनीं उसप्रे तगो
स ज स्नप्रे ंनी सप्रे पढ़दायदा जदा सकतदा ं ै। तदाड़नदा भनी;लप्रेककनदगो उसकप्रे म।ँं ड क मत लगगो।
उसकदा तगो ककछ न ंनींबबगड़तदा, तम मंक ंदारदा अपमदान ंगोतदा ं ै।
जब गगोबर चलनप्रे लगदा,तगो बहढ़यदाक नप्रेखदाड।ँड़ और सत्तडसमलदाकर उसप्रेखदानप्रेकगो
हदयदा।
गदाड।ँव कप्रे और कई आदमजनीरदीड ककी टगो मभ श र जदा र ंप्रेथप्रे। बदातचनीत मभ रदास्तदा कट
गयदा और नसौ बजतप्रे-बजतप्रेसब लगोग अमनीनदाबदाद कप्रे बदाज़दार मभ जदा प ंकड।ँचप्रे। गगोबर
ं ैरदान थदा,इतनप्रे आदमनी नगर मभ क ंदाड।ँ सप्रे? आदमनीगयप्रेपर आदमनी धिगरदा पड़तदा
थदा। उस हदन बदाज़दार मभ चदार-प।ँच
ड ससौ मज़दरयोंंड सप्रेकम न थप्रे। रदाज और
बढ़ई और लगो ंदार और बप्रेलददार और खदाट बननप्रेवदालप्रेकऔर टगोकरदी ढगोनप्रेवदालप्रेऔर संगतरदाश
सभनी जमदा थप्रे। गगोबर य जमघट दप्रे खकर नरदाश ंगो गयदा। इतनप्रे सदारप्रे मजरयोंंड कगो क
ंदाड।ँकदाम समलदा जदातदा ं ै। और उसकप्रे ंदाथ मभ तगो कगोई औजदार भनी
ंनीं ं ै। कगोई क्यदा जदानप्रेगदा कक व क्यदा कदाम कर सकतदा ं ै। कगोई उसप्रे क्ययों रखनप्रे
लगदा। बबनदा औज़दार कप्रे उसप्रेकसौन पछप्रे गदाड? संनीरप्रे -संनीरप्रे एक-एक करकप्रे मजरयोंंड कगो
कदाम समलतदा जदा र ंदा थदा। ककछ लगोग नरदाश गोकर घर लसौटप्रे जदा र ंप्रेथप्रे। अधधिकतर
व बढ़प्रेड और नकम्मप्रेबच र ंप्रेथप्रे,श्जनकदा कगोई पछत्तरु न थदा। और
उन म ंनीं मभ गगोबर भनी थदा। लप्रेककन अभनी आज उसकप्रे पदास खदानप्रे कगो ं ै। कगोई ग़म
ंनीं।

स सदा समरज़दा खशकदप्रे नप्रेमज़दरयोंंड कप्रे बनीच मभ आकर ऊड।ँचनी आवदाज़ सप्रेक ंदा --
श्जसकगो छछः आनप्रे रगोज़ पर कदाम करनदा , ंगोव मप्रेरप्रे सदाथ आयप्रे। सबकगो छछः आनप्रे
समलभग। पदाड।ँच बजप्रेछकटदी समलप्रेगनी। दस-पयसमच रयजद और बढ़इयद कत छतड़कर सब कस
सब उनकप्रे सदाथ चलनप्रे कगो त ैयदार ंगो गयप्रे। चदार ससौ- ंदालयोंसंटप्रे ककी एक
ववशदाल
सप्रेनदा सज गयनी। आगप्रे समरज़दा , थप्रेकंसंप्रेपर मगोटदा सगोटदा रखप्रे ए। पनीछप्रे ककी
भखमरयोंंक
लम्बनी क़तदार थनी, ज ैसप्रे भप्रेड़भ ंयों। ंक

एक बढ़प्रेड नप्रेसमरज़दा सप्रेपछदाड -- कसौन कदाम करनदा ं ै मदासलक?

समरज़दा सदा ब नप्रे जगो कदाम बतलदायदा,उस पर सब और भनी चककत ंगो गयप्रे। कप्रे वल

एक कबड्डनी खप्रेलनदा! य क ै सदा आदमनी, जगो ै कबड्डनी खप्रेलनप्रे कप्रे सलए छछः आनदा
रगोज़ दप्रे र ंदा ं ै। सनककी तगो न ंनीं ं ैकगोई! ब त संन पदाकर आदमनी सनक ंनी
जदातदा
ंक
ं ै। ब त पढ़ लप्रेनप्रेसप्रेभनी आदमनी पदागल ंगो जदातप्रे ं ैं। कछ लगोगयों कगो संदप्रे ंगोनप्रे
ंक ंक
लगदा, क ंनीं य कगोई मखसौल तगो न ंनीं ं ै! य ंदाड।ँ सप्रे घर पर लप्रे जदाकर,कगोईक दप्रे
कदाम न ंनीं , तगो ै कसौन इसकदा क्यदा कर लप्रेगदा! व चदा ंप्रे कबड्डनी खप्रेलदायप्रे,चदाप्रे आड।ँख
समचसौननी, चदा , मजरदीड पप्रेशगनी दप्रे दप्रे। ऐसप्रेझक्कड़ आदमनी कदा क्यदा
ंप्रेगल्लदीडंडदाक
भरगोसदा?
गगोबर नप्रे डरतप्रे-डरतप्रे क ंदा-- मदासलक, मदारप्रे पदास ककछ खदानप्रेकगो न ंनीं ं ै। प ैसप्रेसमल
जदाय,ंडत
।ँ गो ककछ लप्रेकर खदा लंड।ं।ँसमरज़दा नप्रेझट छछः आनप्रेप ैसप्रेउसकप्रे ंदाथ मभ रख हदयप्रे
और ललकदारकर बगोलप्रे-- मजरदीड सबकगो चलतप्रे-चलतप्रे पप्रेशगनी दप्रे ददी जदायगनी। इसककी
धिचंतदा मत करगो।

समरज़दा सदा ब नप्रे श र कप्रे बदा र थगोड़नी-सनी ज़मनीन लप्रेरखनी थनी। मजरयोंंड नप्रेजदाकर
दप्रे खदा,तगो एक बड़दा अ ंदातदा घरदा ंकआ थदा और उसकप्रे अन्दर कप्रेवल एक छगोटदी-सनी
संडस ककी झयोंपड़नी थनी, श्जसमभ तनीन-चदार ककससदयदां थनीं,एक मप्रेज़। थगोड़नी-सनी ककतदाबभ मप्रेज़
पर रखनी ंकई थनीं। झयोंपड़नी बप्रेलयों और लतदाओंसप्रेढककी ंकई ब ंकत सदरं ंक लगतनी थनी।
ंदातप्रेमभएक तरफ़ आम और ननीबऔ ड र अमद
ड कप्रे वपसौप्रेलगप्रे ंकए थप्रे,दसरदीड तरफ़
ककछ संडल। बड़दा ह स्सदा परतनी थदा।

समरज़दा नप्रेसबकगो क़तदार मभ खड़दा करकप्रे ंनी मजरदीड बदाड।ँट ददी। अब ककसनी कगो
उनकप्रे
पदागलपन मभ संदप्रे न र ंदा। गगोबर प ैसप्रेप लप्रे ंनी पदा चकदाक थदा, समरज़दा नप्रे उसप्रे
बलदाकरु वपसौप्रेसनींचनप्रेकदा कदाम सगौंपदा। उसप्रेकबड्डनी खप्रेलनप्रेकगो न समलप्रेगनी। मन मभ
ऐंठकर र गयदा। इन बड् क ढयों कगो उठदा-उठदाकर पटकतदा; लप्रेककन कगोई परवदा न ंनीं।
ब त कबड्डनी खप्रेल चककदा ं ै। प ैसप्रेतगो परप्रेड समल गयप्रे। आज यगयोंंक कप्रे बदाद इन ज़रदा-
ंक
गस्तयों कगो कबड्डनी खप्रेलनप्रे कदा ससौभदाग्य समलदा। अधधिकतर तगो ऐसप्रे, श्जन्थप्रे ंभ यदाद
भनी न आतदा थदा कक कभनी कबड्डनी खप्रेलदी ं ै यदा न ंनीं। हदनभर श र मभ वपसतप्रे थप्रे।
प र रदात गयप्रेघर प ंड।ँचतप्रेथप्रेऔर जगो कछ ंडखदा-सखदा समल जदातदा थदा, खदाकर पड़प्रे
ंक ंक ंड
र तप्रे थप्रे। पदातछःक ल ककर व ंनी चरखदा शकड ंगो जदातदा थदा। जनीवन ननीरस, नरदानंद,
कप्रे वल एक ढरदाद मदात ंगो गयदा थदा। आज जगो य अवसर समलदा,तगो बढ़प्रेड भनी जवदान
गयप्रे। सअमरप्रे बढ़प्रेड , ठठररयदाड।ँ सलयप्रे,म।ँं
ड कमभददाड।ँत न पप्रेट मभ आ।ँत
ड , जदाड।ँघ कप्रे ऊपर संगो तयदाड।ँ
यदा त मद चढ़दायप्रे तदाल -ठगोककर उछल र ंप्रे थप्रे,मदानगो उन बढ़दीड ड्डडययों मभ जवदाननी
संस।ँड पड़नी ंगो। चटपट पदालदी बन गयनी, दगो नदायक बन गयप्रे। गगोईययों कदा चनदावक
ंगोनप्रेलगदा। और बदार बजतप्रे-बजतप्रेखप्रेल शकड ंगो गयदा।

जदाड़यों ककी ठं डनी संपड ऐसनी क्रकीड़दाओंकप्रे सलए आदशदऋतक ं ै। सइर अ ंदातप्रेकप्रे संदाटक
पर समरज़दा सदा ब तमदाशदाइययों कगो हटकट बदाड।ँट र ंप्रे थप्रे। उन पर इस ककीतर कगोई-
न-कगोई सनक मप्रेशदा सवदार र तनी थनी। अमनीरयों सप्रे प ैसदा लप्रेकर ग़रदीबयों कगो बदाड।ँट
दप्रे नदा। इस बढ़दीड कबड्डनी कदा ववजदापन कई हदन सप्रे ंगो र ंदा थदा। बड़प्रे-बड़प्रे पगोस्टर
धिचपकदायप्रे गयप्रे , थप्रेनगोहटस बदाड।ँटप्रे गयप्रे थप्रे। य खप्रेल अपनप्रे ढं ग कदा नरदालदा, ंगोगदा
बबलककल अभतपडवद।ंड भदारत कप्रे बढ़प्रेड आज भनी क ैसप्रेपगोढ़प्रे ं ैं,श्जन म ंभ य दप्रे खनदा, ंगो
आयभऔर अपननी आड।ँखभतप्त ृ कर लभ। श्जसनप्रेय तमदाशदा न दप्रे खदा, व पछतदायप्रेगदा। ऐसदा
सअवसरु ककर न समलप्रेगदा। हटकट दस ंकपए सप्रेलप्रेकर दगो आनप्रेतक कप्रे थप्रे।

तनीन बजतप्रे-बजतप्रेसदारदा अ ंदातदा भर गयदा। मगोटरयों और ककटनयों कदा तदाडत


।ँ दा लगदा ंकआ
थदा। दगो ज़दार सप्रे कम ककी भनीड़ न थनी। रईसयों कप्रे सलए ककससययों और बभ चयों कदा
इन्तज़दाम थदा। ससदादारण जनतदा कप्रे सलए सदाफ़ सथरदीक ज़मनीन। समस मदालतनी, मप्रे
तदा, खन्नदा, तंखदा और रदाय सदा ब सभनी ववरदाजमदान थप्रे।

खप्रेल शकड ंकआ, तगो समरज़दा नप्रे मप्रे तदा सप्रे क-- ंदाआइए डदाक्टर सदा ब, एक गगोई
मदारदी और आपककी भनी ंगो जदाय।

समस मदालतनी बगोलदी -- कफ़लदासफ़र कदा जगोड़ कफ़लदासफ़र ंनी सप्रे ंगो सकतदा ं ै।

समरज़दा नप्रेमंडछयों।ँ पर तदाव दप्रे कर क ंदा -- तगो क्यदा आप समझतनी ं ैं,म ैं

कफ़लदासफ़र

ंनीं ंड।ं।ँमप्रेरप्रेपदास पछल्लदाक न ंनीं ं ै; लप्रेककन ंडमभीँक


ैं फ़लदासफ़र। आप मप्रेरदा इंत ंदान
लप्रे सकतप्रे ं ैं मप्रे तदाजनी!

मदालतनी नप्रेपछदाड -- अच्छदा बतलदाइए, आप आइडडयसलस्ट ं ैं यदा मप्रेटदीररयसलस्ट।

'म ैंदगोनयों ंड।'ं।ँ

'य क्ययोंकर?'

'ब ंकत अच्छठी तर । जब ज ैसदा मसौक़दा दप्रे खदा, व ैसदा बन

गयदा।' 'तगो आपकदा अपनदा कगोई नक चय न ंनीं 'ं ै।

'श्जस बदात कदा आज तक कभनी नक चय न ंकआ, और न कभनी ंगोगदा, उसकदा


नक चय म ैंभलदा क्यदा कर सकतदा ंड!ं।ँऔर लगोग आड।ँखभसंगोड़कर और ककतदाबभ
चदाटकर श्जस नतनीजप्रेपर प ंकड।ँचतप्रे ं ैं,व ंदाड।ँमय
ैं यों ंनी प ंकड।ँच गयदा। आप बतदा
सकतनी ं ैं,ककसनी कफ़लदासफ़र नप्रे अक्लदी गद्संप्रेलड़दानप्रेकप्रे ससवदाय और ककछ
ककयदा ं ै?'
डदाक्टर मप्रेतदा नप्रेअचकन कप्रे बटन खगोलतप्रे ए क ंदा -- तगो चसलए मदारदी और
ंक
आपककी ंगो ंनी जदाय। और कगोई मदानप्रे यदा न मदानप्रे,म ैं आपकगोकफ़लदासफ़र मदानतदा
ंड।ं।ँ
समरज़दा नप्रेखन्नदा सप्रेपछदाड -- आपकप्रे सलए भनी कगोई जगोड़ ठठीक क।ँड ?

मदालतनी नप्रेपचदारदाक हदयदा -- ंदाड।ँ,ंदाड।ँ,इन म ंभ ज़डर लप्रे जदाइए समस्टर तंखदा कप्रे सदाथ।

खन्नदा झभपतप्रे ए बगोलप्रे-- जनी न ंनीं,मझप्रेक्ष


क मदा ककीश्जए।

ंक
समरज़दा नप्रेरदायसदा ब सप्रेपछदाड -- आपकप्रे सलए कगोई जगोड़लदाऊड।ँ?
रदाय सदा ब बगोलप्रे-- मप्रेरदा जगोड़ तगो ओंकदारनदाथ कदा, मगर ै व आज नज़र ंनी न ंनीं

आतप्रे।
समरज़दा और मप्रे तदा भनी नंगनी ,दप्रे कप्रेवल जदाड।ँघए प नप्रे ए म ैददान मभ प ंड।ँच गयप्रे।

एक सइर, दसरदाड सउर। खप्रेल शडक ंगो गयदा। ंक ंक

जनतदा बढ़प्रेड ककलप्रेलयों पर ंड।ँसतनी थनी, तदासलयदाड।ँ बजदातनी ,थनीगदासलयदाड।ँ दप्रे तनी, ललकदारतनीथनी

थनी, बदाश्ज़यदाड।ँलगदातनी थनी। वदा ! ज़रदा इन बढ़प्रेड बदाबदा कगो दप्रे खगो! ककस शदान सप्रेजदा र ंप्रे
ं ैं,ज ैसप्रे सबकगो मदारकर ंनी लसौटभ गप्रे।, अच्छदादसरदीड तरफ़ सप्रेभनी उन म ंनींकप्रे बड़प्रेभदाई
नकलप्रे। दगोनयों क ैसप्रेपत
ैं रप्रे बदल र ंप्रे ं ैं! ड्डडययों मभ अभनी ब त जदान ं ै। इन
इन
ंक
लगोगयों नप्रे श्जतनदा घनी खदायदा , उतनदा ै अब मभ पदाननी भनी मयस्सर न ंनीं। लगोग क तप्रे
ं ैं,भदारत ंगो र ं ै। ंगोतदा ंगोगदा। म तगो य ंनी दप्रे खतप्रे ं ैंकक इन -ज ैसप्रे
संननी ंदा बड्ढयोंंक
जनीवट कप्रे जवदान भनी आज मश्ककलक सप्रे नकलभग। व सउरवदालप्रेबड्ढप्रेक नप्रेइसप्रेदबगोच
सलयदा। बप्रेचदारदा छडट नकलनप्रेकप्रे सलए ककतनदा ज़गोर मदार र ं ै; मगर अब न ंनीं
ंदा जदा
सकतप्रे बच्चदा! एक कगो तनीन सलपट गयप्रे। इस तर लगोग अपननी हदलचस्पनी ज़दाह र
कर र ंप्रे थप्रे;उनकदा सदारदा ध्यदान म ैददान ककी ओर थदा। णखलदाडड़ययों कप्रे आघदात-
प तघदात, उछल-कद, संर-पकड़ और उनकप्रे मरनप्रे-जनीनप्रे मभ सभनी तन्मय ंगो र ंप्रे थप्रे।
ंड
कभनी चदारयों तरफ़ सप्रे क़ क़ ंप्रे पड़तप्रे,कभनी कगोई अन्यदाय यदा संदाड।ँसंलदी दप्रे खकर लगोग
'छगोड़ दगो, छगोड़ दगो' कदा गल मचदातप्रे,कछ लगोग त ैश मभ आकर पदालदी ककी तरफ़ दसौड़तप्रे,
ंक ंक
लप्रेककन जगो थगोड़प्रे-सप्रे सज्जन शदासमयदानप्रे मभ ऊड।ँ चप्रे दरजप्रे कप्रे हटकट ,लप्रेकरउन मंभ
ब ैठप्रे
इस खप्रेल मभ ववशप्रेष आनंद न समल र ंदा थदा। वप्रे इससप्रे अधधिक म त्व ककी बदातभ र ंप्रे थप्रे।

खन्नदा नप्रे श्जंजर कदा ग्लदास ख़दालदी करकप्रेगदारसस सलगदायदाक और रदाय सदा ब सप्रेबगोलप्रे
म ैंनप्रे आप सप्रे क , हदयदाब ैंक इससप्रेकम सद ड पर ककसनी तर रदाज़नी न ंगोगदा
और य ररआयत भनी म ैंनप्रे आपकप्रे सदाथ ;ककीक्ययोंकक ै आपकप्रे सदाथ घर कदा
मआमलदाक ं ै।

रदाय सदा ब नप्रेमंडछयों।ँ मभ मस्करदाक ट कगो लपप्रेटकर क ंदा -- आपककी ननी त मभ घरवदालयों
कगो ंनी उलटप्रे छकरप्रे सप्रे लदाल करनदा चदाह ? ए
'य आप क्यदा फ़रमदा र ंप्रे 'ं ैं।

'ठठीक क र ंदा ंड।ं।ँ ससं सप्रेआपनप्रेकप्रेवल सदात फ़की सददी सलयदा ं ै,मझसप्रेक
सयदपतदापड
नसौ फ़की सददी मदाड।ँग र ंप्रे ं ैं और उस पर ए सदान भनी रखतप्रे ं ैं। 'क्ययों न ंगो।
खन्नदा नप्रे क़ क़ ंदा मदारदा,मदानगो य कथन ंड।ँसनप्रेकप्रे ंनी यगोग्य थदा।

'उन शतयों पर म ैंआपसप्रेभनी व ंनी सद ड मनप्रेउनककी जदायददाद रप्रे न रख


लप्रेलंडगदा।ं।ँ
लदी ं ै और शदायद य जदायददाद ककर उनकप्रे ंदाथ न जदायगनी।'

'म ैंअपननी कगोई जदायददाद नकदाल दंडगदा।ं।ँ नसौ परसभट दप्रे नप्रेसप्रेय क ंनींअच्छदा ं ैकक
फ़दालतडजदायददाद अलग कर दंड।ं।ँमप्रेरदी ज ैकसन रगोडवदालदी कगोठठी आप नकलवदा दभ ।
कमनीशन लप्रे लदीश्जएगदा।'

'उस कगोठठी कदा सभनीतप्रेकसप्रे नकलनदा ज़रदा मश्ककलक ं ै। आप जदानतप्रे ं ैं,व जग


बस्तनी सप्रेककतननी दरू ं ै; मगर ख़ ैर,दप्रे खगदा।ंडं।ँ आप उसककी क़कीमत कदा क्यदा
अंददाज़दा करतप्रे ?'ं ैं

रदाय सदा ब नप्रे एक लदाख पचनीस ज़दार बतदायप्रे। पंद बनीघप्रे ज़मनीन भनी तगो ं ै उसकप्रे
सदाथ।
खन्नदा स्तंसभत ंगो गयप्रे। बगोलप्रे--आप आज कप्रे पंद सदाल प लप्रे कदा स्वप्न दप्रे ख
र ंप्रे ं ैंरदाय सदा ब! आपकगो मदालमड ंगोनदा चदाह ए कक सइर जदायददादयों कप्रे मल्यड मभ
पचदास परसभट ककी कमनी ंगो गयनी ं ै।

रदाय सदा ब नप्रेबरदाक मदानकर क ंदा -- जनी न ंनीं,पंद सदाल प लप्रे उसककी क़कीमत डप्रेढ़
लदाख थनी।

'म ैंख़रदीदददार ककी तलदाश मभ र ंडगदा।ँ; मगर मप्रेरदा कमनीशन पदाड।ँच प तशत , ंगोगदा
आपसप्रे।'

'औरयों सप्रे शदायद दस प तशत ंगो क्ययों;क्यदा करगोगप्रे इतनप्रे ंकपए लप्रेकर?'

'आप जगो चदा ंभदप्रेददीश्जएगदा। अब तगो रदाज़नी ंकए। शग


क र कप्रे ह स्सप्रेअभनी तक आपनप्रे
ख़रदीदप्रे । अब ब ंकत थगोड़प्रे-सप्रे ह स्सप्रे बच र ंप्रे ं ैं। ंदाथ मलतप्रे र जदाइएगदा। इंकयगोरप्रे ककी
पदासलसनी भनी आपनप्रे न लदी। आप मभ -टदालमगोल ककी बरदीक आदत ं ै। जब अपनप्रे
लदाभ ककी बदातयों कदा इतनदा टदाल-मटगोल ं ै,तब दसरयोंंड कगो आप लगोगयों सप्रेक्यदा लदाभ
सकतदा ं ै! इसनी सप्रे क तप्रे,ररयदासत ैं आदमनी ककी अक्ल चर जदातनी ं ै। मप्रेरदा बस चलप्रेतगो
म ैंतदाल्लक़प्रेक-ददारदी ककी ररयदासतभ ज़ब्त कर लंड।'ं।ँ

समस्टर तंखदा मदालतनी पर जदाल संभ क र ंप्रे थप्रे। मदालतनी नप्रे सदाफ़ क हदयदा थदा कक
एलप्रेक्शन कप्रे झमप्रेलप्रे मभ न ंनीं पड़नदा;परचदातंखदातनी इतननी आसदाननी सप्रे ंदार
मदाननप्रेवदालप्रे व्यश्क्त न थप्रे।

आकर कक नययों कप्रे बल मप्रेज़ पर हटककर बगोलप्रे-- आप ज़रदा उस मआमलप्रेकपर ककर


ववचदार करभ । म ैंक तदा ंडऐसदा।ँ मसौक़दा शदायद आपकगो ककर न समलप्रे। रदाननी सदा ब चन्ददा
कगो आपकप्रे मक़दाबलप्रेकमभंकपए मभ एक आनदा भनी चदांस न ंनीं ं ै। मप्रेरदी इच्छदा कप्रे वल य ं ै
कक कगौंससल मभ ऐसप्रे लगोग,श्जंजदाएड।ँंयोंनप्रेजनीवन मभ ककछ अनभवक पदाप म त ककयदा ं ैऔर
जनतदा ककी ककछ सप्रेवदा ककी ं ै। श्जस मह लदा नप्रेभगोग-ववलदास कप्रे ससवदा ककछ जदानदा ंनी
न ंनीं,श्जसनप्रे जनतदा कगो मप्रेशदा अपननी कदार कदा पप्रेरगोल समझदा, श्जसककी
सबसप्रेमल्यवदानड सप्रेवदा वप्रेपदाहटदयदाड।ँं ैं,जगो व गवनदरयों और सप्रेक्रप्रे टररययों कगो हदयदा करतनी
ं ैं,उनकप्रे सलए इस कगौंससल मभ स्थदान न ंनीं ं ै। नई कगौंससल मभ ब ंकत ककछ
अधधिकदार प त नधधिययों कप्रे ंदाथ मभ ंगोगदा और म ैंन ंनींचदा तदा कक व अधधिकदार
अनधधिकदाररययों कप्रे ंदाथ मभ जदाय।
मदालतनी नप्रेपनीछदा छकड़दानप्रेकप्रे सलए क ंदा -- लप्रेककन सदा ब,मप्रेरप्रे पदास दस-बनीस ज़दार
एलप्रेक्शन पर ख़चद करनप्रे कप्रे सलए क? रदाननीदाड।ँ सदा ै ब तगो दगो-चदार लदाख ख़चद कर
सकतनी ं ैं। मझप्रेकभनी सदाल मभ ज़दार-पदाड।ँच ससौ ंकपए उनसप्रे समल जदातप्रे,य रक़म ैं भनी ंदाथ
सप्रे नकल जदायगनी।

'प लप्रे आप य बतदा दभ कक आप जदानदा चदा तनी,यदा ं ैंन ंनीं?'

'जदानदा तगो चदा तनी ंड,मगर।ँ फ़म ंनी पदास समल जदाय!'

'तगो य मप्रेरदा श्ज़म्मदा र ंदा। आपकगो फ़म ंनी पदास समल जदायगदा।'

'जनी न ंनीं,क्षमदा ककीश्जए। म ैं ंदार ककी श्ज़ल्लत न ंनीं उठदानदा चदा तनी। जब रदाननी सदा ब
ंकपए ककी थ ैसलयदाड।ँ खगोल दभ गनीएकऔर-एक वगोट पर एक-एक अशफ़की चढ़नप्रे लगप्रेगनी, तगो
शदायद आप भनी सउर वगोट दभ गप्रे।'

'आपकप्रे ख़यदाल मभ एलप्रेक्शन म ज़ ंकपए सप्रे जनीतदा जदा सकतदा' ं ै।

'जनी न ंनीं,व्यश्क्त भनी एक चनीज़ ं ै। लप्रेककन म ैंनप्रे कप्रे वल एक बदार जप्रेल जदानप्रे कप्रे
ससवदा और क्यदा जन-सप्रेवदा ककी ? ं ैऔर सच पडछए तगो उस बदार भनी म ैंअपनप्रे
मतलब ंनी सप्रे गयनी थनी,उसनी तर ज ैसप्रे रदाय सदा ब और खन्नदा गयप्रे थप्रे। इस नयनी
सभ्यतदा कदा सआदार संन ं ै,ववद् यदा और सप्रेवदा और ककल और जदा त सब संन कप्रे
सदामनप्रे ंप्रेय ं ै। कभनी- इ त ंदास मभ ऐसप्रे अवसर आ जदातप्रे,जब ं ैंसंन कगो
आंदगोलन कप्रे सदामनप्रे ननीचदा दप्रे खनदा पड़तदा;मगर ै इसप्रे अपवदाद समणझए। म ैं अपननी
बदात क तनी ंड।ं।ँकगोई ग़रदीब औरत दवदाखदानप्रेमभआ जदातनी ं ै, तगो घंटयों उससप्रे
बगोलतनी तक न ंनीं। पर कगोई मह लदा कदार पर आ गयनी,तगो द्वदार तक जदाकर उसकदा

स्वदागत करतनी ंडऔर।ँ उसककी ऐसनी उपदासनदा करतनी ंड,मदानतोँ सदाक्षदात णदप्रे वनी ं ै। मप्रेरदी
और रदाननी सदा ब कदा कगोई मकदाबलदाक न ंनीं। श्जस तर कप्रे कगौंससल बन र ंप्रे ,
उनकप्रे ैं सलए रदाननी सदा ब ंनी ज़्यदाददा उपयकम ंत
क ं ैं।'

सउर म ैददान मभ मप्रे तदा ककी टदीम कमज़गोर पड़तनी जदातनी थनी। सआप्रे सप्रे ज़्यदाददा णखलदाड़नी
मर चकप्रेक थप्रे। मप्रेतदा नप्रेअपनप्रेजनीवन मभ कभनी कबड्डनी न खप्रेलदी थनी। समरज़दा इस
संन कप्रे उस्तदाद थप्रे। मप्रे तदा ककी तदातनीलभ असभनय कप्रे अभ्यदास मभ कटतनीप थनीं। ंड
भरनप्रे मभ व अच्छप्रे - कगो चककत कर दप्रे तप्रे थप्रे। और समरज़दा कप्रे सलए सदारदी
हदलचस्पनी अखदाड़प्रे मभ , पथनीलवदानयों कप्रे भनी और पररययों कप्रे भनी। मदालतनी कदा ध्यदान
सउर भनी लगदा ंकआ थदा।

उठकर रदाय सदा ब सप्रे बनीलदी-- मप्रेतदा ककी पदाटदी तगो बरदीक तर वपट र ंनी ं ै।

रदाय सदा ब और खन्नदा मभ इंकयगोरभ स ककी बदातभ ंगो र ंनी थनीं। रदाय सदा ब उस पसंग सप्रे ऊबप्रे
ंकए मदालमड ंगोतप्रेथप्रे। मदालतनी नप्रेमदानगो उन म ंभएक बंसंन सप्रेमक्तक कर हदयदा।

उठकर बगोलप्रे-- जनी ंदाड।ँ,वपट तगो र ंनी ं ै। समरज़दा पक्कदा


णखलदाड़नी ं ै।

'मप्रेतदा कगो य क्यदा सनक सझनी।ंड व्यथदअपननी भद करदा र ंप्रे ं ैं।'

'इसमभ कदा ंप्रे ककी ?भहदल्लगनीमद ंनी तगो ं ै।'

'मप्रे तदा ककी तरफ़ सप्रे जगो बदा र नकलतदा, व ैनी मर जदातदा ं ै।'

एक क्षण कप्रे बदाद उसनप्रेपछदाड -- क्यदा इस खप्रेल मभ ंदाफ़ टदाइम न ंगोतदा


ंनीं?

खन्नदा कगो शरदारत सझनी।ंड बगोलप्रे-- आप चलप्रेथप्रेसमरज़दा सप्रेमकदाबलदाक करनप्रे।


समझतप्रे थप्रे,य भनी कफ़लदासफ़की ं ै।

'म ैंपछतनीड ंड,इस।ँ खप्रेल मभ ंदाफ़ टदाइम न ?'ंगोतदा


ंनीं

खन्नदा नप्रे ककर धिचढ़दायदा-- अब खप्रेल ंनी ख़तम ंकआ जदातदा ं ै। मज़दा आयप्रेगदा
तब, जब समरज़दा मप्रे तदा कगो दबगोचकर रगड़भगप्रे और मप्रे तदा 'सदाचनीं'बंगोलभगप्रे।

'म ैंतमसप्रेन
क ंनींपछतनी।ंड रदाय सदा ब सप्रेपछतनीड ंड।'ं।ँ

रदाय सदा ब बगोलप्रे-- इस खप्रेल मभ ंदाफ़ टदाइम! ंनी एक आदमनी सदामनप्रेतगो आतदा
एक
ं ै।
'अच्छदा, मप्रे तदा कदा एक आदमनी और मर गयदा।'
खन्नदा बगोलप्रे-- आप दप्रे खतनी रह ए! इसनी तर सब मर जदायगप्रे।ँडऔर आणख़र मभ मप्रे
तदा सदा ब भनी मरभ गप्रे।

मदालतनी जल गयनी -- आपककी ह म्मत न पड़नी बदा र नकलनप्रे ककी।

'म ैंग।ँडवदारयों कप्रे खप्रेल न ंनींखप्रेलतदा। मप्रेरप्रेसलए टप्रे नस ं ै।'

'टप्रे नस मभ भनी म ैंतम मंक ंभस ैकड़यों गप्रेम दप्रे चककीक ंड।'ं।ँ

'आपसप्रे जनीतनप्रे कदा ददावदा ंनी कब?' ं ै

'अगर ददावदा ंगो, तगो ंड।'ं।ँ


म ैंत ैयदार

मदालतनी उन म ंभ संटकदार बतदाकर ककर अपननी जग पर आ ब ैठठी। ककसनी कगो मप्रे तदा सप्रे
मदददी न ंनीं ं ै। कगोई य न ंनीं क तदा कक अब खप्रेल ख़त्म कर हदयदा जदाय। मप्रेतदा
भनी अजनीब बबडकआदमनी ं ैं,ककछ संदाड।ँसंलदी क्ययों न ंनींकर ब ैठतप्रे। य ंदाड।ँअपननी
न्यदाय-वपयतदा हदखदा र ंप्रे ं ैं। अभनी ंदारकर लसौटभ गप्रे,तगोचदारयों तरफ़ सप्रे तदासलयदाड।ँ पड़भगनी। अब
शदायद बनीस आदमनी उनककी तरफ़ और ंयोंगप्रेऔर लगोग ककतनप्रेख़शक गो र ंप्रे ं ैं। ज्ययों-ज्ययों
अंत समनीप आतदा जदातदा थदा,लगोग सअनीर ंगोतप्रे जदातप्रे थप्रे औरलदीपदाककी तरफ़ बढ़तप्रे जदातप्रे थप्रे।
रस्सनी कदा जगो एक कठघरदा-सदा बनदायदा गयदा थदा, व तगोड़ हदयदा गयदा। स्वयम-णसप्रेवक
रगोकनप्रे ककी चप्रेष्करटदा र ंप्रे थप्रे;पर उस उत्सकतदाक कप्रे उन्मदाद मभ उनककी एक न चलतनी थनी। य
ंदाड।ँतक कक ज्वदार अंतम बबंद ंकतक आ प ंकड।ँचदा और मप्रेतदा अकप्रेलप्रेबच गयप्रेऔर अब उन म
ंभगंडगड़कदा पदाटदखप्रेलनदा पड़प्रेगदा।
अब सदारदा ददारमददार उन म ंनीं पर ; ं ैअगर व
बचकर अपननी पदालदी मभ लसौट आतप्रे, ं ैं
तगो उनकदा पक्ष बचतदा ं ै। न , ंनींंदार कदा सदारदा अपमदान और लज्जदा सलए ंकए
उन म ंभ
लसौटनदा पड़तदा ं ै,व दसरप्रेड पक्ष कप्रे श्जतनप्रेआदसमययों कगो छडकर अपननी पदालदी मभ
आयगप्रे।ँडव सब मर जदायगप्रे।ँडऔर उतनप्रे ंनी आदमनी उनककी तरफ़ जनी उठभ गप्रे। सबककी
आड।ँखभमप्रेतदा ककी ओर लगनी ंकई थनीं। व मप्रेतदा चलप्रे। जनतदा नप्रेचदारयों ओर सप्रे
आकर पदालदी कगो घप्रेर सलयदा। तन्मयतदा अपननी परदाकदाष म ठदापर थनी। मप्रे तदा ककतनप्रे
शदांत भदाव सप्रेशतओंंकककी ओर जदा र ंप्रे ं ैं। उनककी पत्यप्रेक ग त जनतदा पर
प तबबंबबत ंगो जदातनी , ं ैककसनी ककी गददन टप्रे ढ़दी ंकई जदातनी ं ै,कगोई आगप्रेकगो
झकक
पड़तदा ं ै। वदातदावरण गमद ंगो गयदा। पदारदा ज्वदालदा-बबंद ंकपर आ प ंकड।ँचदा ं ै। मप्रेतदा
शतक-दल मभ घसप्रे।ंक दल पनीछप्रे टतदा जदातदा ं ै। उनकदा संगठन इतनदा दृढ़ ं ैकक
मप्रेतदा ककी पकड़ यदा स्पशदमभ कगोई न ंनींआ र ंदा ं ै। ब ंकतयों कगो जगो आशदा थनी कक
मप्रे तदा कम-सप्रे-कम अपनप्रे पक्ष कप्रे दस-पदाड।ँच आदसमययों कगो तगो श्जलदा ंनी लभगप्रे,वप्रे
नरदाश ंगोतप्रे जदा र ंप्रे ं ैं। स सदा समरज़दा एक छलदाड।ँग मदारतप्रे ं ैं और मप्रे तदा ककी
पकड़ लप्रेतप्रे ं ैं। मप्रेतदा अपनप्रेकगो छकड़दानप्रेकप्रे सलए ज़गोर मदार र ंप्रे ं ैं। समरज़दा कगो पदालदी
ककी तरफ़ खनींचप्रे सलयप्रे आ र ंप्रे ं ै। लगोग उन्मत्त ंगो जदातप्रे ं ै।कदाअबपतदाइस
चलनदा मश्ककलक ं ैकक कसौन णखलदाड़नी ं ैकसौन तमदाशदाई। सब एक गडमड ंगो
गयप्रे ं ैं। समरज़दा और मप्रेतदा मभ मल्लनयक ंगो र ंदा ं ै। समरज़दा कप्रे कई बड्ढप्रेक मप्रेतदा
ककी तरफ़ लपकप्रे और उनसप्रेसलपट गयप्रे। मप्रेतदा ज़मनीन पर चपचदापक पड़प्रे ंकए
ं ैं;अगर
ककसनी तर खनींच-खदाड।ँचकर दगो ंदाथ और लप्रेजदाय,ंड।ँतगो उनकप्रे पचदासयों आदमनी जनी उठतप्रे ,
मगर ैं व एक इंच भनी न ंनीं णखसक सकतप्रे। समरज़दा उनककी गददन पर ब ैठप्रे ंकए ं ैं।
मप्रेतदा कदा मखक लदाल ंगो र ंदा ं ै। आड।ँखभबनीरब ंडटदी बननी ंकई ं ैं। पसनीनदा
टपक र ंदा ं ै,और समरज़दा शरदीर कदा भदार सलयप्रेउनककी पनीठ पर मच
अपनप्रेस्थलड
र ंप्रे ं ैं। ंक

मदालतनी नप्रे समनीप जदाकर उत्तप्रेश्जत स्वर मभ क --ंदा समरज़दा खशकदप्रे, य फ़प्रे यर न
ंनीं ं ै। बदाज़नी डड्रॉ र ंनी।

खशकदप्रे नप्रेमप्रेतदा ककी गददन पर एक घस्सदा लगदाकर क ंदा -- जब तक य 'चनीं'न


बगोलभगप्रे,म ैंरधिगज़ न छगोड़ड।ँगदा। क्ययों न ंनीं'चनीं'बगोलतप्रे?

मदालतनी और आगप्रे बढ़दी--'चनीं'बलदानप्रेककप्रे सलए आप इतननी ज़बरदस्तनी न ंनींकर


सकतप्रे।

समरज़दा नप्रेमप्रेतदा ककी पनीठ पर ंकमचकर क ंदा -- बप्रेशक कर सकतदा ंड।ं।ँआप इनसप्रे
दभ ,'चनीं'बगोलभ ,म ैंअभनी उठदा जदातदा ंड।ं।ँ

मप्रे तदा नप्रे एक बदार ककर उठनप्रे ककी चप्रेष्ककीटदा;पर समरज़दा नप्रे उनककी गददन दबदा ददी।

मदालतनी नप्रे उनकदा ंदाथ पकड़कर घसनीटनप्रे कगोसशश करकप्रे क-- ंदाय खप्रेल न , ंनीं
अददावत ं ै।
'अददावत ंनी स ंनी।'
'आप न छगोड़भगप्रे?'

उसनी वक़्त ज ैसप्रेकगोई भकंपड आ गयदा। समरज़दा सदा ब ज़मनीन पर पड़प्रे ंकए थप्रेऔर
मप्रेतदा दसौड़प्रे ंकए पदालदी ककी ओर भदागप्रेजदा र ंप्रेथप्रेऔर ज़दारयों आदमनी पदागलयों ककी तर
टगोवपयदाड।ँऔर पगडड़यदाडऔ
।ँ र छडड़यदाड।ँउछदाल र ंप्रेथप्रे। क ैसप्रेय कदायदा पलट कई, कगोई
समझ न सकदा।

समरज़दा नप्रेमप्रेतदा कगो गगोद मभ उठदा सलयदा और सलयप्रे ंकए शदासमयदानप्रेतक आयप्रे।
पत्यप्रेक मखक पर य शब्द थप्रे-- डदाक्टर सदा ब नप्रे बदाज़नी मदार लदी। और पत्यप्रेक
आदमनी इस ंदारदी ंकई बदाज़नी कप्रे एकबदारगनी पलट जदानप्रेपर ववश्स्मत थदा। सभनी
मप्रेतदा कप्रे जनीवट और सं ैयदकदा बखदान कर र ंप्रेथप्रे। मज़दरयोंंड कप्रे सलए प लप्रे सप्रे
नदारं धिगयदाड।ँम।ँग
ड दा लदी गयनी थनीं। उन म ंभएक-एक नदारं गनी दप्रे कर ववददा ककयदा गयदा।
शदासमयदानप्रे मभ मप्रे मदानयों कप्रे-पदाननीचदायकदा आयगोजन थदा। मप्रे तदा और समरज़दा एक
ंनी मप्रेज़ पर आमनप्रे-सदामनप्रे ब ैठप्रे। मदालतनी मप्रे तदा कप्रे बग़ल मभ ब ैठठी।

मप्रे तदा नप्रे क --ंदा मझप्रेकआज एक नयदा अनभवक ंकआ। मह लदा ककी स ंदानभत
कड
ंदार कगो जनीत बनदा सकतनी ै।

समरज़दा नप्रे मदालतनी ककी ओर दप्रे खदा-- अच्छदा! य बदात थनी! जभनी तगो मझप्रेक ं ैरत ंगो
र ंनी थनी कक आप एकदाएक क ै सप्रे ऊपर आ गयप्रे।

मदालतनी शमदसप्रेलदाल ंकई जदातनी थनी। बगोलदी -- आप बड़प्रेबप्रेमरसौवतक आदमनी ं ैं


समरज़दाजनी! मझप्रेआ
क ज मदालमड ंकआ।

'ककसरू इनकदा थदा। क्ययों 'चनीं'न ंनीं बगोलतप्रे ?'थप्रे


'म ैं तगो'चनीं'न बगोलतदा, चदा ंप्रे आप मप्रेरदी जदान ंनी लप्रे लप्रेतप्रे।'

ककछ दप्रे र समतयों मभ गप-शप ंगोतनी र ंनी। ककर संन्यवदाद कप्रे और मबदारकवदाद क कप्रे
भदाषण ंकए और मप्रेमदान लगोग बबददा ंकए। मदालतनी कगो भनी एक ववश्जट करननी
थनी।
व भनी चलदी गयनी। कप्रे वल मप्रे तदा और समरज़दा र गयप्रे। उन म ंभ स्नदानअभनी करनदा
थदा। समटदी मभ सनप्रे ंक ए थप्रे। कपड़प्रेक ैसप्रेप नतप्रे। गगोबर पदाननी खनींच लदायदा और दगोनयों
दगोस्त न ंदानप्रे लगप्रे।
समरज़दा नप्रेपछदाड -- शदाददी कब तक ंगोगनी?

मप्रेतदा नप्रेअचंभप्रेमभआकर पछदाड -- ककसककी?

'आपककी।

'मप्रेरदी शदाददी! ककसकप्रे सदाथ ंगो र ंनी? ं ै

'वदा ! आप तगो ऐसदा उड़ र ंप्रे , गगोयदा ैं य भनी छपदा ककी बदात ं ै।'

'न ंनीं-न ंनीं,म ैंसच क तदा ंड,म।ँझब


प्रेक बलककल ख़बर न ंनीं ं ै। क्यदा मप्रेरदी शदाददी ंगोनप्रेजदा
र ंनी ं ै?'

'और आप क्यदा समझतप्रे , समस ैं मदालतनी आप ककी कम्पप्रे नयन बनकर र ंभगनी?'

मप्रे तदा गंभनीर भदाव सप्रे बगोलप्रे--आपकदा ख़यदाल बबलककल ग़लत ं ै। समरज़दाजनी!

समस

मदालतनी सनीन ं ैं,ख़शसमज़दाजक ं ैं,समझददार ं ैं,रगोशन ख़यदाल ं ैं और भनी उनमभ


ककतननी ख़बबयदाड।ँंड ैं। लप्रेककन म ैंअपननी जनीवन-संधिगननी मभ जगो बदात दप्रे खनदा चदा तदा ंड,ं।ँ
उनमभ न ंनीं ं ै और न शदायद ंगो सकतनी ं ै। मप्रेरप्रे ज़प्रे न मभ औरत वफ़दा औ त्यदाग ककी
मडतरण ं ै,जगो अपननी बप्रेज़बदाननी सप्रे,अपननी क़कबदाननी सप्रे,अपनप्रे कगोबबलककल समटदाकर प त ककी
आत्मदा कदा एक अंश बन जदातनी ं ै। दप्रे पंकष ककी र तनी ं ै,पर आत्मदा स्तनी ककी ंगोतनी ं ै।
आप क ंभगप्रे,मदद अपनप्रे कगो क्ययों न ंनीं समटदातदा?औरत ंनी सप्रे क्ययों इसककी आशदा करतदा ?
ं ैमदद मभ व सदामथ्यद ंनी न ंनीं ं ै। व अपनप्रे कगो समटदायप्रेगदा,तगो शडन्य ंगो जदायगदा। व
ककसनी खगो मभ जदा ब ैठप्रेगदा और सवदादत्मदा मभ
समल जदानप्रे कदा स्वप्न दप्रे खप्रेगदा। व तप्रेजवपदान जनीव,और ं ैअ ंंकदार मभ य समझकर
कक व जदान कदा पतलदाक ं ैससनीदा ईकवर मभ लदीन ंगोनप्रेककी कल्पनदा ककयदा करतदा ं ै।
स्तनीपथ्वनी ृ ककी भदाड।ँत सं ैयदवदान ण ं ै,शदां त-संपन्न , सह ै ष्णक ं ै। पंकष मभ नदारदी कप्रे
गणक आ जदातप्रे ं ैं,तगो व म ंदात्मदा बन जदातदा ं ै। नदारदी मभ पंकष कप्रे गणक
जदातप्रे ं ैंतगो व ककलटदा ंगो जदातनी ं ै। पंकष आकवषदत ंगोतदा ं ैस्तनी ककी ओर, जगो
सवदांश मभ स्तनीगो। मदालतनी नप्रेअभनी तक मझप्रेकआकवषदत न ंनींककयदा। म ैंआपसप्रे
ककन शब्दयों मभ क ंडकक।ँ स्तनी मप्रेरदी नज़रयों मभ क्यदा? संसदार ै मभ जगो ककछ सदरं ंक ं ै,
उसनी ककी प तमदा कगो म ैं स म तनीक तदा ंड;म ैंभीँउससप्रेय आशदा रखतदा ंडकक।ँ म ैंउसप्रे
मदार ंनी डदालंडततोँ भनी प तह सदां कदा भदाव उसमभ न आयप्रे,अगर म ैं उसककी आड।ँखयों कप्रे
सदामनप्रे ककसनी स्तनीकगो प्यदार क।ँड ,तगो भनी उसककी ईष्यदाद न जदागप्रे। ऐसनीनदारदी पदाकर म ैंउसकप्रे
चरणयों मभ धिगर पड़ड।ँगदा और उसपर अपनप्रेकगो अपदण कर दंडगदा।ं।ँ

समरज़दा नप्रे ससर ह लदाकर क ंदा-- ऐसनी औरत आपकगो इस द ंकनयदा मभ तगो
शदायद ंनी समलप्रे।

मप्रे तदा नप्रे ंदाथ मदारकर क --ंदा एक न ंनीं ज़दारयों;वरनदा द ंकनयदा


वनीरदान ंगो जदातनी।

'ऐसनी ंनी एक समसदाल ददीश्जए।'


'समसप्रेज़ खन्नदाकगो ंनी लप्रे लदीश्जए।'

'लप्रेककन खन्नदा!'

'खन्नदा अभदागप्रे ,' ं ैं

जगो ंनीरदा पदाकर कदाड।ँच कदा टककड़दा समझ र ंप्रे ं ैं। सगोधिचए, ककतनदा त्यदाग ं ै और

उसकप्रे सदाथ ंनी ककतनदा पप्रेम ं ै। खन्नदा कप्रे ंडपदासक्मनत मभ शदायद उसकप्रे सलए
रत्तनी-भर भनी स्थदान न ंनीं ; ं ैलप्रेककन आज खन्नदा पर कगोई आफ़त आ जदाय तगो व
अपनप्रेकगो उनपर न्यगोछदावर कर दप्रे गनी। खन्नदा आज अंसंप्रेयदा कगोढ़दी ंगो जदाय ,ंड।ँतगो भनी
उसककी वफ़दाददारदी मभ फ़क़द न आयप्रेगदा। अभनी खन्नदा उसककी क़द न ंनीं कर सकतप्रे, ं ैं
मगर आप दप्रे खभगप्रे,एक हदन य ंनी खन्नदा उसकप्रे चरण संगो-संगोकर वपयभगप्रे। म ैं ऐसनी
बनीबनी न ंनीं चदा तदा,श्जससप्रे म ैं ऐंस्टदीन कप्रे सससदांत परकरब सकसंड,ं।ँयदा जगो मप्रेरदी
रचनदाओंकप्रे पफ़ड दप्रे खदा करप्रे । म ैंऐसनी औरत चदा तदा ंड,जतोँ मप्रेरप्रे जनीवन कगो पववत
और उज्ज्वल बनदा दप्रे , अपनप्रे पप्रेम और त्यदाग सप्रे।'
खशकप्रेद नप्रेददाढ़दी पर ंदाथ संप्रेरतप्रे ए ज ैसप्रेकगोई भलदीड ई बदात यदाद करकप्रे क ंदा --
ंक ंक
आपकदा ख़यदाल ब त ठठीक ं ैसमस्टर मप्रेतदा! ऐसनी औरत अगर क ंनीं समल जदाय,
ंक
तगो म ैंभनी शदाददी कर लंड,ं।ँलप्रेककन मझप्रेउ
क म्मनीद न ंनीं ं ैकक समलप्रे।

मप्रेतदा नप्रे ंड।ँसकर क ंदा -- आप भनी तलदाश मभ रह, म ैंएभनी तलदाश मभ ंड।ं।ँशदायद
कभनी तक़ददीर जदागप्रे।
'मगर समस मदालतनी आपकगो छगोड़नप्रेवदालदी न ंनीं। कह ए सलख दंड।'ं।ँ

'ऐसनी औरतयों सप्रेमक


ैं प्रे वल मनगोरं जन कर सकतदा ंड,ब्यदा।ँ न ंनीं। ब्यदा तगो आत्म-
समपदण 'ं ै।

'अगर ब्यदा आत्म-समपदण , ं ैतगो पप्रेम क्यदा ?'ं ै

'पप्रेम जब आत्म-समपदण कदा ंडप लप्रेतदा, तभनी ै ब्यदा ं ै; उसकप्रे प लप्रे ऐयदाशनी ' ं ै।

मप्रे तदा नप्रे कपड़प्रे प नप्रे और ववददा ंगो गयप्रे। शदाम ंगो गयनी थनी। समरज़दा नप्रे जदाकर
दप्रे खदा,तगो गगोबर अभनी तक पप्रेड़यों कगो सनींच र ंदा थदा।

समरज़दा नप्रे पसन्न ंगोकर क ंदा-- जदाओ, अब तम मंक ंदारदी छकटदी ं ै। कल ककर

आओगप्रे? गगोबर नप्रे कदातर भदाव सप्रे क --ंदा म ैंक ंनींनसौकरदी चदा तदा ंडमदासलक!ं।ँ

'नसौकरदी करनदा ं ै,तगो म तझप्रेकरख लभग।'

'ककतनदा समलप्रेगदांकज़र!ंड'

'श्जतनदा तडमदाड।ँगप्रे।'

'म ैंक्यदा मदाग।ँड।ं।ँआप जगो चदा ंप्रेदप्रे दभ ।'

' म तम मंक ंभपंद ंकपए दभ ग और ख़बड कसकर कदाम लभग।'

गगोबर मप्रे नत सप्रे न ंनीं डरतदा। उसप्रे ंकपए, तगोसमलभव आठयों प र कदाम करनप्रे कगो
त ैयदार ं ै। पंद ंकपए समलभ ,तगोक्यदा पछनदा।ंड व तगो पदाण भनी दप्रे दप्रेगदा।

बगोलदा -- मप्रेरप्रे सलए कगोठरदी समल जदाय,व ंनींपड़दा र ंडगदा।ं।ँ

ंदाड।ँ-ंदाड।ँ,जग कदा इंतज़दाम म ैंकर दंडगदा।ं।ँ इसनी झगोपड़नी मभ एक ककनदारप्रे तमक भनी पड़
र नदा।'

गगोबर कगो ज ैसप्रे स्वगद समल गयदा।


14

ंगोरदी ककी फ़सल सदारदी ककी सदारदी डदाडड़


।ँ ककी भभ ट ंगो चककीक थनी। व ैशदाख तगो ककसनी तर
कटदा, मगर जप्रेठ लगतप्रे-लगतप्रे घर मभ अनदाज कदा एक ददानदा न र ंदा। -पयसमच पसट
खदानप्रेवदालप्रेऔर घर मभ अनदाज नददारद। दगोनयों जनड न समलप्रे,एक जनड तगो समलनदा ंनी
चदाह ए। भर-पप्रेट न समलप्रे,सआदा पप्रेट तगो समलप्रे। नरदा ंदार कगोई क ै हदन र सकतदा
ं ै! सउदार लप्रे तगो ककससप्रे! गदाड।ँव कप्रे सभनी-बड़प्रेमछगोटप्रे दाजनयों सप्रेतगो पड़तदा
म।ँडंकचरदानदाक
थदा। मजरदीड भनी करप्रे ,तगो ककसककी। जप्रेठ मभ अपनदा ंनी कदाम ढप्रे रयों ऊखथदा। ककी
ससंचदाई लगनी ई थनी; लप्रेककन ख़दालदी पप्रेट मप्रे नत भनी क ै सप्रे ंगो! सदाड।ँझ ंगो गयनी थनी।
ंक
छगोटदा बच्चदा रगो र ंदा थदा। मदाड।ँ कगो भगोजन न समलप्रे,तगो दद ड क ंदाड।ँसप्रे नकलप्रे? सगोनदा
पररश्स्थ त समझतनी थनी; मगर ंडपदा क्यदा समझप्रे! बदार-बदार रगोटदी-रगोटदी धिचल्लदा र
ंनी
थनी। हदन-भर तगो कच्चनी असमयदा सप्रे जनी ब लदा;मगर अब तगो कगोई ठगोस चनीज़
चदाह ए। ंगोरदी स आइन सप्रेअनदाज सउदार मदाड।ँगनप्रेगयदा थदा; पर व दकदानड
दलदारदीक
ंक
बंद करकप्रे प ैठ चलदी गयनी थनी। म।ँग
ड सदा नप्रेकप्रेवल इनकदार ंनी न ककयदा, लतदाड़
भनी ददी -- सउदार मदाड।ँगनप्रे चलप्रे,तनीन ं ैंसदाल ससप्रेप्रेलदा सद ड न ंनींहदयदा, उस पर सउदार
हदयप्रे जदाओ। अब आकबत मभ दभ गप्रे। यतखगोटदी ंगोननीजदातनी ं ै,तगो य ंनी ंदाल ंगो
तदा
ं ै। भगवदान णसप्रेभनी य अननी त न ंनींदप्रेखनी जदातनी। कदारककन ककी डदाड।ँट पड़नी, तगो क ै सप्रे
चपकप्रेक सप्रेकपए उगल हदयप्रे। मप्रेरकप्रे पए, ंकपए ंनी न ं ैं। और मप्रे ररयदा ं ै कक
ंनीं
उसकदा समज़दाज ंनी न ंनींसमलतदा। व ंदाड।ँसप्रेकआ।ँस
ड दा ंगोकर उददास ब ैठदा थदा कक
पन्ननीक
आग लप्रेनप्रे आयनी। रसगोई कप्रे द्वदार पर जदाकर दप्रे खदा तगो अड।ँसंप्रेरदा आ थदा।
पड़दा
ंक
बगोलदी -- आज रगोटदी न ंनीं बनदा र ंनी ंगो क्यदा भदाभनी जनी? अब तगो ंगो
बप्रेलदा गयनी।
जब सप्रे गगोबर भदागदा थदा,पन्ननीक और सं नयदा मभ बगोलचदाल ंगो गयनी ंगोरदी कदा
थनी।
ए सदान भनी मदाननप्रे लगनी थनी। ंनीरदा कगो अब व गदासलयदाड।ँ दप्रे तनी-- थनीत्यदारदा, गऊ-
त्यदा, करकप्रे भदागदा। म।ँं
ड कमभकदासलख लगनी ं ै,घर क ै सप्रे आयप्रे?और आयप्रे भनी तगो घर
कप्रे अन्दर पदाड।ँव न रखनप्रेदंड।ं।ँगऊ- त्यदा करतप्रेइसप्रेलदाज भनी न आयनी। ब त अच्छदा
ंगोतदा, पसलसक बदाड।ँसंकर लप्रेजदातनी और चक्ककी ंक
वपसवदातनी!
सं नयदा कगोई ब ंदानदा न कर सककी। बगोलदी रगोटदी क ंदाड।ँ सप्रे , बनप्रेघरमभ ददानदा तगो ं ै
--
न ंनीं। तप्रेरप्रे म तगो नप्रे बबरदादरदी कदा पप्रेट भर , हदयदाबदाल-बच्चप्रे मरभ यदा श्जयभ। अब
बबरदादरदी झदाडक ।ँ तनी तक न ंनीं।
पन्ननीक ककी फ़सल अच्छठी ंकई थनी, और व स्वनीकदार करतनी थनी कक ंगोरदी कदा
य पंकषदाथद ं ै। ंनीरदा कप्रे सदाथ कभनी इतननी बरक्कत न ंकई थनी।

बगोलदी -- अनदाज मप्रेरप्रेघर सप्रेक्ययों न ंनींम।ँग


ड वदा सलयदा? व भनी तगो म तगो ंनी ककी कमदाई
ं ै कक ककसनी और ककी? सखक कप्रे हदन आयभ,तगो लड़ लप्रेनदा;दखक तगो सदाथ रगोनप्रे
सप्रेकटतदा ं ै। म ैंक्यदा ऐसनी अंसंनी ंडकक।ँ आदमनी कदा हदल न ंनींप चदानतनी।
तगो नप्रेन स।ँभ
ड दालदा ंगोतदा, तगो आज मझप्रेकक ंदाड।ँसरन समलतनी।

उलटप्रे पदाड।ँव लसौटदी और सगोनदा कगो भनी सदाथ लप्रेतनी गयनी। क्षणएक मभ दगो डल्लप्रे अनदाज सप्रे भरप्रे
लदाकर आड।ँगन मभ रख हदयप्रे। दगो मन सप्रे कम जसौ न थदा। सं नयदा अभनी ककछ क नप्रेन पदायनी
थनी कक व ककर चल ददी और एक क्षण मभ एक बड़नी-सनी टगोकरदी अर र ककी ददाल सप्रेभरदी ंकई
लदाकर रख ददी, और बगोलदी -- चलगो, म ैं आग जलदायप्रेदप्रेतनी ंड।ं।ँ

नयदा नप्रे दप्रे खदा तगो जसौ कप्रे ऊपर एकछगोटदी-सनी डसलयदा मभ चदार-पदाड।ँच सप्रेर आटदा भनी थदा।
आज जनीवन मभ प लदी बदार व परदास्त ंकई। आड।ँखयों मभ पप्रेम और क ृतजतदा कप्रे मगोतनी
भरकर बगोलदी -- सब कदा सब उठदा लदायनी कक घर मभ भनी ककछ छगोड़दा? क ंनीं भदाग
जदातदा थदा?

आड।ँगन मभ बच्चदा खटगोलप्रेपर पड़दा रगो र ंदा थदा। पकनयदा उसप्रेगगोद मभ लप्रेकर दलरदातनीक
ंकई बगोलदी -- तम मंक ंदारदी दयदा सप्रेअभनी ब ंकत ं ैभदाभनीजनी! पंद मन तगो जसौ ंकआ
ं ै और दस मन गप्रेंड।ं।ँपदाड।ँच मन मटर ंकआ, तमसप्रेकक्यदा छपदानदा ं ै। दगोनयों घरयों
कदा
कदाम चल जदायगदा। दगो-तनीन म ंनीनप्रेमभककर मकई ंगो जदायगनी। आगप्रेभगवदान ण
मदासलक ं ै।

झनक यदा नप्रेआकर अंचल सप्रेछगोटदी सदास कप्रे चरण छकए। पकनयदा नप्रेअसनीस हदयदा।
सगोनदा आग जलदानप्रे चलदी,ंडपदा नप्रेपदाननी कप्रे सलए कलसदा उठदायदा। ंकककी ंकई गदाड़नी
चल नकलदी। जल मभ अवररगो कप्रे कदारण जगो चक्कर, संप्रेथदा न थदा,शगोर थदा, ग त
ककी तनीव्रतदा थनी, व अवररगो कप्रे ट जदानप्रेसप्रेशदान्त समरु-ध्व न कप्रे सदाथ सम, संनीमनी,
एक-रस संदार मभ ब नप्रे लगनी।

पकनयदा बगोलदी -- म तगो कगो डदाड।ँड़ दप्रे नप्रे ककी ऐसनी जल्ददी क्यदा पड़नी? थनी
सं नयदा नप्रे क ंदा-- बबरदादरदी मभ सरख़डक क ैसप्रे ंगोतप्रे।

'भदाभनी, बरदाक न मदानगो, तगो एक बदात क ंड?'ं।ँ

'क , बरदाक क्ययों मदानंडगनीभीँ?'

'न क ंडगनीभीँ, क ंनींतमक बबगड़नप्रेन लगगो?'

'क तनी ंड,क।ँंकछ न बगोलंडगनीभीँ, क तगो।'

'तम मंक ंभझकनयदा कगो घर मभ रखनदा न चदाह यप्रे ' थदा।

'तब क्यदा करतनी? व डडबनी मरतनी थनी।'

'मप्रेरप्रेघर मभ रख दप्रे तनी। तब तगो कगोई ककछ न क तदा।'

'य तगो तडआज क तनी ं ै। उस हदन भप्रेज दप्रे तनी, तगो झदाड़ड लप्रेकर दसौड़तनी!'

'इतनप्रे ख़रच मभ तगो गगोबर कदा ब्यदा ंगो जदातदा।'

ंगोन ंदार कगो कसौन टदाल सकतदा ं ै पगलदी! अभनी इतनप्रे सप्रेनीगलदा न ंनींछडटदा भगोलदा
अब अपननी गदाय कप्रे ददाम मदाड।ँग र ंदा ं ै। तब तगो गदाय ददी थनी कक मप्रेरदी सगदाई क ंनीं
ठठीक कर दगो। अब क तदा ं ै,मझप्रेस
क गदाई न ंनींकरननी, मप्रेरप्रे ंकपए दप्रे दगो। उसकप्रे दगोनयों बप्रेटप्रे
लदाठठी सलयप्रे ककरतप्रे ं ैं। मदारप्रे कसौन,जगोब ैठदाउससप्रे ै लड़प्रे! इस सत्यदानदासनी गदाय नप्रे आकर चसौपट
कर हदयदा।'

ककछ और बदातभ करकप्रे पन


क यदा आग लप्रेकर चलदी गयनी। ंगोरदी सब ककछ दप्रे ख र ंदा थदा।
भनीतर आकर बगोलदा -- पकनयदा हदल ककी सदाफ़ ं ै।

ंनीरदा भनी तगो हदल कदा सदाफ़ थदा?'

सं नयदा नप्रे अनदाज तगो रख सलयदा थदा;पर मन मभ लश्ज्जत और अपमदा नत ंगो र


ंनी थनी। य हदनयों कदा संप्रे र ं ै कक आज उसप्रे य ननीचदा दप्रे खनदा पड़दा।
'तडककसनी कदा औसदान न ंनींमदानतनी, य ंनी तकझमभ बरदाईक ं ै।'

'औसदान क्ययों मदानंड?ं।ँमप्रेरदा आदमनी उसककी धिगरस्तनी कप्रे पनीछप्रे जदान न ंनीं दप्रे ? र ंदा ं ै
ककर म ैंनप्रे ददान थगोड़प्रे ंनी सलयदा ं ै। उसकदा-एकएकददानदा भर दंडगनी।ं।ँ'

मगर पकनयदा अपननी श्जठदाननी कप्रे मनगोभदाव समझकर भनी ंगोरदी कदा ए सदान चकदातनीक
जदातनी थनी। जब य ंदाड।ँअनदाज चक
क जदातदा, मन दगो मन दप्रे जदातनी;मगर जब चसौमदासदा
गयदा और वषदादन ंकई, तगो समस्यदा अत्यंत जहटल ंगो गयनी। सदावन कदा म ंनीनदा
गयदा थदा और बगलप्रेडउठ र ंप्रेथप्रे। ककओंकदा पदाननी भनी सखड गयदा थदा और ऊख
तदाप सप्रे जलदी जदा र ंनी थनी। नददी सप्रे थगोड़दा-थगोड़दा पदाननी समलतदा थदा; मगर उसकप्रे पनीछप्रे आयप्रे
हदनलदाहठयदाड।ँ नकलतनी थनीं। य ंदाड।ँ तक कक नददी नप्रे भनी जवदाब दप्रे हदयदा। जग -जग
चगोररयदाड।ँ ंगोनप्रे ,लगनींडदाकप्रे पड़नप्रे लगप्रे। सदारप्रे पदांत मभ ंदा ंदाकदार मच गयदा।

बदारप्रे ककशल ंकई कक भदादयों मभ वषदाद ंगो गयनी और ककसदानयों कप्रे पदाण रप्रे ंकए। ककतनदा
उछदा थदा उस हदन! प्यदासनी पथ्वनी ृ ज ैसप्रेअघदातनी ंनी न थनी और प्यदासप्रे ककसदान ऐसप्रे
उछल र ंप्रे थप्रे मदानगो पदाननी न, अशकफ़ददीं यदाड।ँ बरस र ंनी ंयों। बटगोर, श्जतनदालगो बटगोरतप्रे
बनप्रे। खप्रेतयों मभ ज ंदाड।ँबगलप्रेडउठतप्रेथप्रे,व ंदाड।ँल चलनप्रेलगप्रे। बदालवन्दृ नकल-
नकलकर तदालदाबयों और पगोखरयों और गड़ह ययों कदा मआयनदाक कर र ंप्रेथप्रे। ओ ंगो!
तदालदाब तगो सआदा भर गयदा, और व ंदाड।ँ सप्रे गड़हयदा ककी तरफ़ दसौड़प्रे। मगर अब
ककतनदा ंनी पदाननी बरसप्रे,ऊख तगो बबददा ंगो गयनी। एक-एक ंदाथ ंनी ंगोकप्रे र जदायगनी,
मक्कदा और जआरु और कगोदगो सप्रेलगदान थगोड़प्रे ंनी चकप्रेगदाक, म ंदाजन कदा पप्रेट थगोड़प्रे ंनी
भरदा जदायगदा। ंदाड।ँ,गसौओं कप्रे सलए चदारदा ंगो गयदा और आदमनी जनी गयदा।

जब मदाघ बनीत गयदा और भगोलदा कप्रे ंकपए न समलप्रे,तगो एक हदन व झल्लदायदा ंकआ
ंगोरदी कप्रे घर आ संमकदा और बगोलदा-- य ंनी ं ैतम मंक ंदारदा क़सौल? इसनी म।ँं
ड कसप्रेतमनप्रेक
ऊख पप्रेरकर मप्रेरप्रे ंकपए दप्रे नप्रे कदा वदाददा ककयदा?अबथदातगो ऊख पप्रेर चकप्रे।ंक लदाओ ंकपए
मप्रेरप्रे ंदाथ मभ !

ंगोरदी जब अपननी ववपश्त्त सनदाकरु और सब तर धिचरसौरदी करकप्रे ंदार गयदा और


भगोलदा द्वदार सप्रे न टदा,तगो उसनप्रेझ।ँ झ
ड लदाकरु क ंदा -- तगो म तगो, इस बखत तगो मप्रेरप्रे
पदास ंकपए न ंनीं ं ैंऔर न मझप्रेकक ंनींसउदार ंनी समल सकतप्रे ं ैं। म ैंक ंदाड।ँसप्रेलदाऊड।ँ?
ददानप्रे-ददानप्रे ककी तंगनी ंगो र ंनी ं ै। बबस्वदास न, घरगो मभ आकर दप्रे ख लगो। जगो ककछ
समलप्रे,उठदा लप्रे जदाओ।
भगोलदा नप्रे नमदम भदाव सप्रे क-- ंदाम ैंतम मंक ंदारप्रे घर मभ क्ययों तलदासनी लप्रेनप्रे जदाऊड।ँ और
मझप्रेकइससप्रेमतलब ं ैकक तम मंक ंदारप्रे पदास ंकपयप्रे ं ैंयदा न ंनीं। तमनप्रेकऊख पप्रेरकर
ंकपयप्रेदप्रेनप्रेकगो क ंदा थदा। ऊख पप्रेर चकप्रे।ंक अब मप्रेरकप्रे पए मप्रेरप्रे वदालप्रेकरगो।

'तगो ककर जगो क ंगो, व क।ँड ?'

'म ैंक्यदा क ंड?'ं।ँ

'म ैंतम मंक ंनींपर छगोड़तदा ंड।'ं।ँ

'म ैंतम मंक ंदारप्रे दगोनयों ब ैल खगोल लप्रे जदाऊड।ँ' गदा।

ंगोरदी नप्रे उसककी ओर ववस्मय-भरदी आड।ँखयों सप्रे ,दप्रे खदामदानगो अपनप्रे कदानयों पर ववकवदास
आयदा ंगो। ककर तबद्ंक धधि-सदा ससर झकदाकरु र गयदा। भगोलदा क्यदा उसप्रेसभखदारदी
बनदाकर छगोड़ दप्रे नदा चदा तप्रे? दगोनयोंं ैं ब ैल चलप्रे गयप्रे,तब तगो उसकप्रे दगोनयों ंदाथ ंनी कट
जदायगप्रे।ंड।ँ

ददीन स्वर मभ बगोलदा -- दगोनयों ब ैल लप्रे लगोगप्रे,तगो मप्रेरदा सवदनदाश ंगो जदायगदा। अगर
तम मंक ंदारदा संरम य ंनी क तदा ं ै,तगो खगोल लप्रे जदाओ।

'तम मंक ंदारप्रे बननप्रे-बबगड़नप्रेककी मझप्रेकपरवदा न ंनीं ं ै। मझप्रेकअपनप्रेकपए चदाह ए।'

'और जगो म ैंक दंड,ं।ँमन


ैं प्रे ंकपए दप्रे ?'हदयप्रे

भगोलदा सन्नदाटप्रे मभ आ गयदा। उसप्रे अपनप्रे कदानयों परसववकन वदाआयदा। ंगोरदी इतननी
बड़नी बप्रेईमदाननी कर सकतदा , य ै संभव न ंनीं। उग ंगोकर बगोलदा-- अगर तमक ंदाथ
मभ गंगदाजलदी लप्रेकर क दगो कक म ैंनप्रे ंकपए,तगोदप्रे सबरहदयप्रेकर लंड।ं।ँ

'क नप्रे कदा मन तगो चदा तदा , ं ैमरतदा क्यदा न करतदा; लप्रेककन क ंडगदा।ँ न ंनीं।'

'तमक क ंनी न ंनींसकतप्रे।'

' ंदाड।ँ भ ैयदा,म ैंन ंनींक सकतदा। ंड।ँसनी कर र ंदा थदा।'


एक क्षण तक व दबबबप्रेकमभपड़दा र ंदा। ककर बगोलदा -- तमक मझसप्रेकइतनदा ब ैर क्ययों
पदाल र ंप्रे ंगो भगोलदा भदाई! झकनयदा मप्रेरप्रेघर मभ आ गयनी, तगो मझप्रेककसौन-सदा सरग
समल गयदा। लड़कदा अलग ंदाथ सप्रे गयदा,दगो ससौ ंकपयदा डदाड।ँड़ अलग भरनदा पड़दा। म ैं
तगो क ंनीं कदा न र ंदा। और अब तमक भनी मप्रेरदी जड़ खगोद र ंप्रे ंगो। भगवदान
णजदानतप्रे ं ैं, मझप्रेकबबलककल न मदालमड थदा कक लगौंडदा क्यदा कर र ंदा ं ै। म ैंतगो
समझतदा थदा, गदानदा सननप्रेकजदातदा ंगोगदा। मझप्रेकतगो उस हदन पतदा चलदा, जब सआनी रदात
कगो झकनयदा घर मभ आ गयनी। उस बखत म ैं घर मभ ,नतगोरखतदासगोचगो, क ंदाड।ँ जदातनी?
ककसककी ंगोकर र तनी?

झकनयदा बरसौठप्रे कप्रे द्वदार पर छपनी खड़नी य बदातभ सनक र ंनी थनी। बदाप कगो अब
बदाप न ंनीं,शतस क मझतनी थनीं । डरदी , क ंनीं व ंगोरदी ब ैलयों कगो दप्रे न दभ ।

जदाकर ंडपदा सप्रे बगोलदी-- अम्मदाड।ँकगो जल्ददी सप्रेबलदाक लदा। क नदा, बड़दा कदाम न ं ै,बबलम
करगो।

नयदा खप्रेत मभ गगोबर संभ कनप्रे , गयनीबक ड दाथनी संदप्रेश सनदाक, तगो आकर बगोलदी --
कदा ंप्रेकगो बलदायदाक ब ंड, म ैं तगो घबड़दा गयनी।

'कदाकदा कगो तमनप्रेकदप्रेखदा ं ैन?'

' ंदाड।ँ दप्रे खदा,क़सदाई ककी तर द्वदार पर ब ैठदा ंकआ ं ै। म ैंतगो बगोलदी भनी न ंनीं।'

' मदारप्रे दगोनयों ब ैल मदाड।ँग ,रददाददाप्रे सप्रे।ं ैं'

सं नयदा कप्रे पप्रेट ककी आड।ँतभ भनीतर ससमट गयनीं। दगोनयों रब ैलप्रे ?मदाड।ँग ैं

' ंदाड।ँ,क तप्रे ं ैं यदा तगो मदारप्रे ंकपए,यदा दगो म दगोनयों ब ैल खगोल लप्रेजदायगप्रे।ंड।ँ'

'तप्रेरप्रे ददाददा नप्रे क्यदा ?'क ंदा

'उन म ंयोंनप्रे क , ंदातम मंक ंदारदा संरम क तदा ंगो, तगो खगोल लप्रे जदाओ।'
'तगो खगोल लप्रे जदाय;लप्रेककन इसनी द्वदार पर आकर भनीख न मदाड।ँगप्रे,तगोमप्रेरप्रे नदाम पर थकड
दप्रे नदा। मदारप्रे ल ंडसप्रेउसककी छदातनी जड़दातनीक ंगो, तगो जड़दाक लप्रे।'

इसनी त ैश मभ बदा र आकर ंगोरदी सप्रे बगोलदी--म तगो दगोनयों ब ैल मदाड।ँग र, तगोप्रे दप्रे ैं क्ययों न ंनीं
दप्रे तप्रे?

'उनकदा पप्रेट भरप्रे ,मदारप्रे भगवदान णमदासलक ं ैं। मदारप्रे ंदाथ तगो न ंनींकदाट लभग? अब तक
अपननी मजरदीड करतप्रेथप्रे,अब दसरयोंंड ककी मजरदीड करभ ग। भगवदान णककी मरज़नी ंगोगनी, तगो
ककर ब ैल-बधधियप्रे ंगो जदायगप्रे।ँड,और मजरदीड ंनी करतप्रेर ंप्रे,तगो कसौन बरदाईक ं ै। बड़प्रेसडखप्रेडऔर
जगोत-लगदान कदा बगोझ तगो न र ंप्रेगदा। म ैं न जदानतनी, यथनी मदारप्रे ब ैरदी ं ैं,न ंनीं गदाय लप्रेकर
अपनप्रे ससर पर ववपश्त्त क्ययों लप्रेतनी! उस नगगोड़नी कदा पसौरदा श्जस हदन सप्रे आयदा,घर त
स-न स ंगो गयदा।

भगोलदा नप्रे अब तक श्जस शस्तकगो छपदा रखदा थदा , अब उसप्रे नकदालनप्रे कदा अवसर आ
गयदा। उसप्रे ववकवदास ंगो गयदा ब ैलयों कप्रे ससवदा इन सबयों कप्रे पदास कगोई अवलंब न ंनीं
ं ै। ब ैलयों कगो बचदानप्रेकप्रे सलए यप्रेलगोग सब ककछ करनप्रेकगो त ैयदार ंगो जदायगप्रे।ंड।ँ

अच्छप्रे नशदानप्रेबदाज़ ककी तर मन कगो ससदाकर बगोलदा-- अगर तमक चदा तप्रे ंगो कक
मदारदी बप्रेइज़्ज़तनी ंगो और तमक च ैन सप्रेब ैठगो, तगो य न ंगोगदा। तमक अपनप्रेदगो ससौ कगो
रगोतप्रे ंगो। य ंदाड।ँलदाख ंकपए ककी आबड बबगड़ गयनी। तम मंक ंदारदी ककशल इसनी मभ ं ै
ज ैसप्रेझकनयदा कगो घर मभ रखदा थदा, व ैसप्रे ंनी घर सप्रे उसप्रे नकदाल,ककरदगो न म ब ैल
मदाड।ँगभगप्रे,नगदाय कदा ददाम मदाडग
।ँ भ गप्रे। उसनप्रेरदीनदाकमदाकटवदाई ं ै,तगो म ैं भनी उसप्रे
ठगोकरभ खदातप्रेदप्रेखनदा चदा तदा ंड।ं।ँव य ंदाड।ँरदाननी बननी ब ैठठी र ंप्रे,और म म।ँंड कमभ कदासलख
लगदायप्रे उसकप्रे नदाम कगो रगोतप्रे, यर ंभन ंनीं दप्रे ख सकतदा। व मप्रेरदी बप्रेटदी, ं ै
म ैंनप्रे उसप्रे गगोद मभ णखलदायदा,और भगवदान ै णसदाखनी ं ै,म ैंनप्रे उसप्रे कभनी बप्रेटयों सप्रे कम
ंनीं समझदा;लप्रेककन आज उसप्रेभनीख मदाड।ँगतप्रेऔर घरू पर ददानप्रेचनतप्रेकदप्रेखकर मप्रेरदी छदातनी
सनीतल ंगो जदायगनी। जब बदाप ंगोकर म ैंनप्रे अपनदा ह रददा इतनदा कठगोर बनदा सलयदा
ं ै,तब सगोचगो, मप्रेरप्रेहदल पर ककतननी बड़नी चगोट लगनी ंगोगनी। इस म।ँं
ड कजलदी नप्रे सदात
पस्तक कदा नदाम डकबदा हदयदा। और तमक उसप्रेघर मभ रखप्रे ंकए ंगो, य मप्रेरदी छदातनी पर
मंडग।ँ दलनदा न ंनींतगो और क्यदा ं ै!

नयदा नप्रेज ैसप्रेपत्थर ककी लककीर खनींचतप्रे ंक ए क ंदा -- तगो म तगो मप्रेरदी भनी सनक लगो।
जगो बदात तमक चदा तप्रे ंगो, व न ंगोगनी, ससौ जनम न ंगोगनी। झन
क यदा मदारदी जदान कप्रे
सदाथ ं ै। तमक ब ैल ंनी तगो लप्रेजदानप्रेकगो क तप्रे ंगो, लप्रे जदाओ;अगर इससप्रेतम मंक ंदारदी
कटदी ंकई नदाक ज ंकड़तनी ंगो, तगो जगोड़ लगो; परखयोंंक ककी आबड बचतनी ंगो, तगो बचदा
लगो। झकनयदा सप्रेबरदाईक ज़डर ंकई। श्जस हदन उसनप्रेमप्रेरप्रेघर मभ पदाड।ँव रखदा, म ैंझदाड़ड लप्रेकर
मदारनप्रे उठठी थनी;लप्रेककन जब उसककी आड।ँखयों सप्रे-झझरआस।ँब ड नप्रेलगप्रे,तगो मझप्रेक उस पर
दयदा आ गयनी। तमक अब बढ़प्रेड ंगो गयप्रेम तगो! पर आज भनी तम मंक ंभसगदाई ककी संनक
सवदार ं ै। ककर व तगो अभनी बच्चदा ं ै।

भगोलदा नप्रे अपनील भरदी आड।ँखयों सप्रे ंगोरदी कगो --दप्रे खदासनतप्रेक ंगो ंगोरदी इसककी बदातभ ! अब
मप्रेरदा दगोस न ंनीं। म ैं बबनदा ब ैल सलयप्रे न जदाऊड।ँ गदा।

ंगोरदी नप्रे दृढ़तदा सप्रे क --ंदा लप्रे जदाओ।

'ककर रगोनदा मत कक मप्रेरप्रे ब ैल खगोल लप्रे' गयप्रे!

'न ंनीं रगोऊड।ँ' गदा।

भगोलदा ब ैलयों ककी पगह यदा खगोल ंनी र ंदा थदा कक झकनयदा चक तययोंददार सदाड़नी प नप्रे,
बच्चप्रे कगो गगोद मभ ,सलयप्रेबदार नकल आयनी और कं वपत स्वर मभ बगोलदी--कदाकदा, लगो
म ैंइस घर सप्रे नकल जदातनी ंडऔर।ँ ज ैसनी तम मंक ंदारदी मनगोकदामनदा ं ै,उसनी तर भनीख
मदाड।ँगकर अपनदा और बच्चप्रेकदा पप्रेट पदालंडगनीभीँ, और जब भनीख भनी न समलप्रेगनी,तगो क
ंनींडडब म।ँग
ड नी।

भगोलदा णखससयदाकर बगोलदा -- दरू ंगो मप्रेरप्रेसदामनप्रेसप्रे। भगवदान णन करप्रे मझप्रेकककर तप्रेरदा
म।ँडंकदप्रेखनदा पड़प्रे। ककसलच्छननी, ककल-कलंककननी क ंनींककी। अब तप्रेरप्रेसलए डडब मरनदा
ंनी उधिचत ं ै।

झकनयदा नप्रेउसककी ओर तदाकदा भनी न ंनीं। उसमभ व कक्रगो थदा, जगो अपनप्रे कगो खदा
जदानदा चदा तदा ं ै,श्जसमभ ह ंंसदा ,नआत्मसमपदणनीं ं ै। संरतनी इस वक़्त म।ँं ड क
खगोलकर उसप्रे नगल लप्रेतनी,तगो व ककतनदा संन्य मदानतनी! उसनप्रे आगप्रे क़दम
उठदायदा।

लप्रेककन व दगो क़दम भनी न गयनी थनी कक सं नयदा नप्रे दसौड़कर उसप्रे पकड़ सलयदा और
ह ंंसदा-भरप्रे स्नप्रे सप्रे बगोलदी--तडक ंदाड।ँजदातनी ं ैब ंड, चल घर मभ । य तप्रेरदा घ ै,
मदारप्रे जनीतप्रेभनी और मदारप्रे मरनप्रेकप्रे पनीछप्रे भनी। डडब मरप्रे व , श्जसप्रे अपननी संतदान सप्रे
ब ैर ंगो। इस भलप्रेआदमनी कगो म।ँस डक प्रेऐसनी बदात क तप्रेलदाज न ंनींआतनी। मझक पर संगौंस
जमदातदा ं ै ननीच! लप्रे ,जदाब ैलयों कदा रकत पनी ...।

झकनयदा रगोतनी ंकई बगोलदी -- अम्मदाड।ँ,जब अपनदा बदाप ंगोकप्रे मझप्रेकधधिक्कदार र ंदा ं ै,तगो
मझप्रेड
क ड ब ंनी मरनप्रेदगो। मझक अभदाधिगननी कप्रे कदारन तगो तम मंक ंभदछःखक ंनी समलदा। जब
सप्रे आयनी, तम मंक ंदारदा घर समटदी मभ समल गयदा। तमनप्रेकइतनप्रेहदन म ंकझप्रेश्जस परप्रे म
सप्रे रखदा, मदाड।ँभनी न रखतनी। भगवदान णमझप्रेकककर जनम दभ ;तगो तम मंक ंदारदी कगोख सप्रेदभ,य
ंनी मप्रेरदी असभलदाषदा ं ै।

नयदा उसकगो अपननी ओर खनींचतनी ंकई बगोलदी -- व तप्रेरदा बदाप न ंनीं, तप्रेरदा ै ब ैरदी; ं ैं त्यदारदा।
मदाड।ँ ंगोतनी,ंगो अलबत्तप्रेउसप्रेकलक ंगोतदा। लदा सगदाई। मप्रेररयदा जतयोंंड सप्रेन
पनीटप्रे , तगो क नदा!

झन
क यदा सदास कप्रे पनीछप्रे -पनीछप्रे घर मभ चलदी गयनी। सउर भगोलदा नप्रे जदाकर दगोनयों ब ैलयों
कगो खटयोंंडं।ँ सप्रेखगोलदा और ंदाड।ँकतदा ंकआ घर चलदा, ज ैसप्रेककसनी नप्रेवतप्रेमभजदाकर पररययोंंड
कप्रे बदलप्रेजतप्रेडपड़प्रे ंयों -- अब करगो खप्रेतनी और बजदाओ बंसनी। मप्रेरदा अपमदान करनदा
चदा तप्रे ं ैं , सबनजदानप्रे कब कदा ब ैर नकदाल र ,ंप्रेन ं ैंंनीं,ऐसनी लड़ककी कगो कसौन भलदा
आदमनी अपनप्रे घर मभ रखप्रेगदा। सब कप्रे सब बप्रेसरम ंगो गयप्रे ं ैं। लगौंडप्रे कदा क ंनीं
ंगोतदा थदा इसनी सप्रे। और इस रदाडड़
।ँ झकनयदा ककी हढठदाई दप्रे खगो कक आकर मप्रेरप्रे
सदामनप्रेखड़नी ंगो गयनी। दसरदीड लड़ककी ंगोतनी, तगो म।ँं
ड कन हदखदातनी। आड।ँख कदा पदाननी मर
गयदा ं ै। सब कप्रे सब दष मंकट और भनी ं ैं। समझतप्रे ं ैं,झकनयदा अब मदारदी ंगो
मरखड
गयनी। य न ंनीं समझतप्रे जगो अपनप्रे बदाप कप्रे घर न, वर ंनीककसनी घर न ंनीं
कप्रे
र ंप्रेगनी।समय ख़रदाब ं ै,न ंनींबनीच बदाज़दार मभ इस चड़ ैलक सं नयदा कप्रे झयोंटप्रेपकड़कर
घसनीटतदा। मझप्रेकककतननी गदासलयदाड।ँदप्रेतनी थनी।
ककर उसनप्रे दगोनयों ब ैलयों कगो दप्रे खदा,ककतनप्रेत ैयदार ं ैं। अच्छठी जगोड़नी ज ंदाड।ँचदा ंड,सस
ं ै।
ंकपए मभ बप्रेच सकतदा ंड।ं।ँमप्रेरप्रेअस्सनी ंकपए खरप्रे ंगो जदायगप्रे।ंड।ँ अभनी गदाड।ँव कप्रे बदा र

भनी न नकलदा थदा कक पनीछप्रे सप्रे ददातदाददीन,पटप्रे कवरदी,शगोभदा और दस-बनीस आदमनी
और दसौड़प्रेआतप्रेहदखदायनी हदयप्रे। भगोलदा कदा ल सदद ंगो गयदा। अब फ़सौजदरदी ई; ब ैल
ंड ंक
भनी छन जदायगप्रे।ँड,मदार भनी पड़प्रेगनी। व ंकक गयदा कमर कसकर। मरनदा ंनी ं ै तगो
लड़कर मरप्रे गदा।
ददातदाददीन नप्रे समनीप आकर क ंदा-- य तमनप्रेकक्यदा अनथदककयदा भगोलदा ऐं! उसकप्रे
ब ैल खगोल लदायप्रे,व ककछ बगोलदा न ंनीं,इसनी सप्रे सप्रेर ंगो गयप्रे। सब लगोग अपनप्रे-कदाम मभ
लगप्रे,ककसनीथप्रे कगो ख़बर भनी न ंकई। ंगोरदी नप्रेज़रदा-सदा इशदारदा कर हदयदा ंगोतदा, तगो
तम मंक ंदारदा एक-एक बदाल चनक जदातदा। भलदा चदा तप्रे ंगो, तगो लप्रे चलगो ब ैल,ज़रदा भनी
भलमंसनी न ंनीं ं ैतममभ।ंक

पटप्रे कवरदी बगोलप्रे-- य उसकप्रे ससनीप्रेपन कदा संल ं ै। तम मंक ंदारप्रेक पयप्रेउस पर आतप्रे ं ैं, तगो
जदाकर हदवदाननी मभ ददावदा करगो,डडगनी करदाओ। ब ैल खगोल लदानप्रेकदा तम मंक ंभक्यदा
अश्ख़्तयदार ं ै? अभनी फ़सौजददारदी मभ ददावदा कर दप्रे तगो ब।ँसड ंप्रे-ब।ँसड ंप्रेककरगो।

भगोलदा नप्रे दबकर क ंदा-- तगो लदालदा सदा ब, म ककछ ज़बरदस्तनी थगोड़प्रे ंनी खगोल
लदायप्रे। ंगोरदी नप्रेख़द क हदयप्रे।

पटप्रे क वरदी नप्रे शगोभदा सप्रे क --ंदा तमक ब ैलयों कगो लसौटदा दगो शगोभदा। ककसदान
अपनप्रेब ैल ख़शनीक सप्रेदप्रेगदा, तगो इन म ंभ ल मभ जगोतप्रेगदा।

भगोलदा ब ैलयों कप्रे सदामनप्रे खड़दा ंगो गयदा। मदारप्रे ंकपए हदलवदा दगो मभ ब ैलयों कगो लप्रेकर क्यदा करनदा
ं ै। म ब ैल सलयप्रे जदातप्रे,अपनप्रे ैं ंकपए कप्रे सलए ददावदा करगो और न ंनीं तगो मदारकर धिगरदा
हदयप्रेजदाओगप्रे। ंकपए हदयप्रेथप्रेनगद तमनप्रेक? एक ककसलच्छननी गदाय बप्रेचदारप्रे कप्रे ससर मढ़ ददी
और अब उसकप्रे ब ैल खगोलप्रे सलयप्रे' जदातप्रे ंगो।

भगोलदा ब ैलयों कप्रे सदामनप्रेसप्रेन टदा। खड़दा र ंदा गमसकमक, दृढ़, मदानगो ंनी टप्रे गदा।
मदारकर
पटवदारदी सप्रे दलदील करकप्रे व क ै सप्रे पप्रेश? पदातदा

ददातदाददीन नप्रेएक क़दम आगप्रेबढ़कर अपननी झककीक कमर कगो ससनीदा करकप्रे ललकदारदा
तमक सब खड़प्रेतदाकतप्रेक्यदा ंगो, मदार कप्रे भगदा दगो इसकगो। मदारप्रे गदाड।ँव सप्रे ब ैल खगोल लप्रे
जदाएगदा।

बंशनी बसलष म ठयवकक थदा। उसनप्रेभगोलदा कगो ज़गोर ससप्रेक्कदा हदयदा। भगोलदा स।ँभ
ड ल न
सकदा, धिगर पड़दा। उठनदा चदा तदा थदा कक बंशनी नप्रे रककएक घसदांडं।ँ हदयदा।

ंगोरदी दसौड़तदा ंकआ आ र ंदा थदा।


भगोलदा नप्रेउसककी ओर दस क़दम बढ़कर पछदाड -- ईमदान सप्रे क नदा ंगोरदी म तगो,म ैंनप्रे ब ैल
ज़बरदस्तनी खगोल सलयप्रे?

ददातदाददीन नप्रे इसकदा भदावदाथद ककयदा-- य क तप्रे ं ैंकक ंगोरदी नप्रेअपनप्रेख़शनीक सप्रेब ैल
मझप्रेकदप्रेहदयप्रे। मनी कगो उल्लडबनदातप्रे ं ैं।

ंगोरदी नप्रेसककचदातप्रे ंकए क ंदा -- य मझसप्रेकक नप्रेलगप्रेयदा तगो झकनयदा कगो घर सप्रे नकदाल दगो,
यदा मप्रेरप्रे ंकपए , दगोन ंनीं तगो म ैं ब ैल खगोल लप्रे जदाऊड।ँ गदा।, म ैंबनप्रेक क ंदा कगो तगो न
नकदालंडगदा।ँ, न मप्रेरप्रे पदास ंकपए; अगर ैं तम मंक ंदारदा संरम क ंप्रे,तगो ब ैल खगोल लगो। बस,
म ैंनप्रे इनकप्रे संरम पर छगोड़ हदयदा और इन्ब ैलयोंनप्रे खगोल सलयप्रे।

पटप्रे क वरदी नप्रेम।ँं


ड कलटकदाकर क ंदा -- जब तमननप्रेकरम पर छगोड़ हदयदा, तब कगोई
ककी ज़बरदस्तनी। उसकप्रे संरम नप्रे क, सलयप्रेदा जदातदा ं ै। जदाओ भ ैयदा,बल तम मंक ंदारप्रे
ं ैं।

ददातदाददीन नप्रे समथदन ककयदा-- ंदाड।ँ,जब संरम ककी बदात आ गयनी, तगो कगोई क्यदा क ंप्रे।
सब कप्रे सब ंगोरदी कगो तरस्कदार ककी आड।ँखयों सप्रे दप्रे खतप्रे परदास्त ंगोकर लसौट पड़प्रे और
ववजयनी भगोलदा शदान सप्रे गददन उठदायप्रे ब ैलयों कगो लप्रे चलदा।

***
15

मदालतनी बदा र सप्रे ततलदी , भनीतर ै सप्रेसममक्खनी।ंक उसकप्रे जनीवन मभ ंड।ँसनी ंनी ंड।ँसनी
न ंनीं , ं ैकप्रेवल गड़क खदाकर कसौन जनी सकतदां ै! और श्जयप्रेभनी तगो व कगोई सखनीक
जनीवन न ंगोगदा। व ंड।ँसतनी ं ै,इससलए कक उसप्रे इसकप्रे भनी ददाम समलतप्रे ं ैं। उसकदा
च कनदा और चमकनदा, इससलए न ंनीं ं ै कक व च कनप्रे कगो ंनी जनीवन समझतनी, ं ै
यदा उसनप्रे नजत्व कगो अपननी आड।ँखयों मभ इतनदा बढ़दा सलयदा ं ैकक जगो ककछ करप्रे ,
अपनप्रे ंनी सलए करप्रे । न, वनीं क्ययोंकक च कतनी ं ै और ववनगोद
करतनी ं ै कक इससप्रे
उसकप्रे कतदव्य कदा भदारककछ लकदा ंगो जदातदा ं ै।

उसकप्रे बदाप उन ववधिचत जनीवयों मभ , जगोथप्रेकप्रे वल ज़बदान ककी मदद सप्रे लदाखयों कप्रे - वदारप्रे
न्यदारप्रे करतप्रे थप्रे।- बड़प्रे ज़मनींददारयों और रईसयों ककी जदायददादभ बबकवदानदा,उन मंभ क़रज़
हदलदानदा यदा उनकप्रे मआमलयोंंक कगो अफ़सरयों सप्रेसमलकर तय करदा दप्रे नदा, य ंनी उनकदा
व्यवसदाय थदा। दसरप्रेड शब्दयों मभ ,दलदाल थप्रे। इस वगद कप्रे लगोग बड़प्रे प तभदावदान ंगोतप्रे
ं ैं। श्जस कदाम सप्रेककछ समलनप्रेककी आशदा ंगो, व उठदा लभगप्रे,ककसनी न ककसनी तर
उसप्रे नभदा भनी दभ ग। ककसनी रदाजदा ककी शदाददी ककसनी रदाजककमदारदी सप्रेठठीक करवदा ददी
और दस-बनीस ज़दार उसनी मभ मदार सलयप्रे। य ंनी दलदाल जब -छगोटप्रे ससौदप्रे करतप्रे, ं ैं
तगो टदाउट क ंप्रे जदातप्रे, और ैं म उनसप्रेघणदा ृ करतप्रे ं ैं। बड़प्रे-बड़प्रे कदाम करकप्रे व ंनी
टदाउट रदाजदाओं कप्रे सदाथ सशकदार खप्रेलतदा ं ै और गवनदरयों ककी मप्रेज़ पर चदाय पनीतदा
ं ै।
समस्टर कसौल उन म ंनीं भदाग्यवदानयों मभ सप्रे थप्रे। उनकप्रे तनीन लड़ककयदाड।ँ ंनी लड़ककयदाड।ँ
उनकदा ववचदार थदा कक तनीनयों कगो इंगल ैंड भप्रेजकर सशक्षदाप्रेशखर पर प ंकड।ँचदा दभ ।
अन्य ब ंकत सप्रेबड़प्रेआदसमययों ककी तर उनकदा भनी ख़यदाल थदा कक इंगल ैंड मभ सशक्षदा
पदाकर आदमनी ककछ और ंगो जदातदा ं ै। शदायद व ंदाड।ँकप्रे जल-वदायकमभबववक कगो तप्रेज़
कर दप्रे नप्रे ककी कगोई शश्क्त ै; मगर उनककी य कदामनदा एक- त ंदाई सप्रेज़्यदाददा परदीड न
ंकई। मदालतनी इंगल ैंड मभ ंनी थनी कक उन पर फ़दासलज धिगरदा और बप्रेकदाम कर गयदा।
अब बड़नी मश्ककलक सप्रेदगो आदसमययों कप्रे स ंदारप्रे उठतप्रे-ब ैठतप्रेथप्रे। ज़बदान तगो बबलककल
बंद ंनी ंगो गयनी। और जब ज़बदान ंनी बंद ंगो गयनी,तगो आमदननी भनी बंद ंगो गयनी।
जगो ककछ थनी, ज़बदान ंनी ककी कमदाई थनी। ककछ बचदा रखनप्रेककी उनककी आदत न थनी।
नयसमत आय थनी और अ नयसमत ख़चद थदा;इससलए सइर कई सदाल सप्रेब
ंकत तंग ंदाल ंगो र ंप्रे थप्रे।
सदारदा ददा यत्व मदालतनी पर आ पड़दा। मदालतनी कप्रे चदार-पदाड।ँच ससौ ंकपए मभ व - भगोग
ववलदास और ठदाट-बदाट तगो क्यदा नभतदा! ंदाड।ँ,इतनदा थदा कक दगोनयों लड़ककययों ककी
सशक्षदा ंगोतनी जदातनी थनी और भलप्रेमदानसयों ककी तर श्ज़ंदगनी बसर ंगोतनी थनी। मदालतनी
सबक सप्रेप र रदात तक दसौड़तनी र तनी थनी। चदा तनी थनी कक वपतदा सदाश्त्वकतदा कप्रे
सदाथ र ंभ,लप्रेककन वपतदाजनी कगो शरदाब-कवदाब कदा ऐसदा चस्कदा पड़दा थदा कक ककसनी
तर गलदा न छगोड़तदा थदा। क ंनींसप्रेकछ न समलतदा, तगो एक म ंदाजन सप्रे अपनप्रे
ब।ँडगलप्रेपर पगोनगोट सलखकर ज़दार दगो ंक ज़दार लप्रेलप्रेतप्रेथप्रे। म ंदाजन उनकदा परदानदाक

समत थदा, श्जसनप्रे उनककी बदसौलत लप्रेन-दप्रे न मभ लदाखयों कमदायप्रे,औरथप्रेमरसौवतक कप्रे मदारप्रे
कछ बगोलतदा न थदा। उसकप्रे पचनीस ज़दार चढ़ चकप्रे थप्रे,और जब चदा तदा, क़क़की करदा
ंक ंक ंक
सकतदा थदा; मगर समततदा ककी लदाज नभदातदा जदातदा थदा। आत्मसप्रेववययों मभ जगो
नलदज्जतदा आ जदातनी , कसौल मभ भनी थनी। तक़दाज़प्रे आ करभ ,उन म ंभ परवदा न थनी।
ं ैव
ंक
मदालतनी उनकप्रे अपव्यय पर झ।ँझ
ड लदातनीक र तनी थनी; लप्रेककन उसककी मदातदा जगो सदाक्षदात ण
दप्रे वनी थनींऔर इस यगक मभ भनी प त ककी सप्रेवदा कगो नदारदी-जनीवन कदा मख्यक ंप्रेतक
समझतनी थनीं,उसप्रे समझदातनी र तनी थनी;इससलए ग -नय न ंगोनप्रेपदातदा थदा।
ं ृ ंक
संध्यदा ंगो गयनी थनी। वदा मभ अभनी तक गमनीथ। आकदाश मभ ससंंंक छदायदा ंकआ थदा।
मदालतनी और उसककी दगोनयों ब नभ ब।ँग
ड लप्रेकप्रे सदामनप्रेघदास पर ब ैठठी ंकई थनीं। पदाननी न
पदानप्रेकप्रे कदारण व ंदाड।ँककी दबड जल गयनी थनी और भनीतर ककी समटदी नकल आयनी थनी।

मदालतनी नप्रेपछदाड -- मदालदी क्यदा बबलककल पदाननी न ंनींदप्रेतदा?

म।ँझ
ड लदी ब न सरगोज नप्रेक ंदा -- पड़दा-पड़दा सगोयदा करतदा ं ैसअर।ंड जब क ंगो, तगो
बनीस ब ंदानप्रे नकदालनप्रे लगतदा ं ै।

सरगोज बनी. ए. मभ पढ़तनी ,थनीदबलदीक-सनी, लम्बनी, पनीलदी, ंडखनी, कटक। उसप्रेककसनी ककी कगोई
बदात पसंद न आतनी थनी। मप्रेशदा ऐब नकदालतनी र तनी थनी। डदाक्टरयों ककी सलदा थनी
कक व कगोई पररशम न करप्रे , और प ंदाड़ पर र ंप्रे; लप्रेककन घर ककी श्स्थ तऐसनी न
थनी कक उसप्रे प ंदाड़ पर भप्रेजदा जदा सकतदा। सबसप्रे छगोटदी वरददा कगो सरगोज सप्रे इससलयप्रे
द्वप्रेष थदा कक सदारदा घर सरगोज कगो ंदाथयों- ंदाथ सलयप्रे र तदा थदा;व चदा तनी थनी
श्जस
बनीमदारदी मभ इतनदा स्वदाद, व ै उसप्रे ंनी क्ययों न ंनीं ंगो जदातनी। गगोरदी-सनी, गवदशनील,
स्वस्थ, चंचल आड।ँखयोंवदालदी बदासलकदा, श्जसकप्रेथनी मखक पर प तभदा ककी झलक थनी।
सरगोज कप्रे ससवदा उसप्रेसदारप्रे संसदार सप्रेस ंदानभत
कड थनी। सरगोज कप्रे कथन कदा ववररगो
करनदा उसकदा स्वभदाव थदा। बगोलदी -- हदन-भर ददाददाजनी बदाज़दार भप्रेजतप्रे र तप्रे, ं ैं
फ़करसत ंनी क ंदाड।ँपदातदा ं ै। मरनप्रेकगो छकटदी तगो समलतनी न ंनीं,पड़दा-पड़दा सगोयप्रेगदा!

सरगोज नप्रे डदाड।ँटदा--ददाददाजनी उसप्रे कबबदाज़दार भप्रेजतप्रे ं ैं,झठडरदी क ंनींककी!

'रगोज़ भप्रेजतप्रे, रगोज़।ं ैं अभनी तगो आज ंनी भप्रेजदा थदा। क ंगो तगो बलदाकरु पछवदाक दंड?'ं।ँ

'पछवदायप्रेगनीक, बलदाऊड।ँंक?'

मदालतनी डरदी। दगोनयों गथक जदायगनीड,।ँ तगो ब ैठनदा मश्ककलक कर दभ गनी।

बदात बदलकर बगोलदी -- अच्छदा ख़ ैर, ंगोगदा। आज डदाक्टर मप्रेतदा कदा तम मंक ंदारप्रे य ंदाड।ँ
भदाषण आ थदा, सरगोज?
ंक
सरगोज नप्रे नदाक ससकगोड़कर क ंदाड।ँ,आ तगो थदा; लप्रेककन ककसनी नप्रे पसंद न ंनीं
ंदा--
ंक
ककयदा। फ़रमदानप्रे लगप्रे-- संसदार मभ ययोंश्स्तकदा क्षप्रेत प षयों सप्रेबबलकल अलग
आप
ंक ंक
ं ै। श्स्तययों कदा पंकषयों कप्रे क्षप्रेत मभ आनदा इस यगक कदा कलंक ं ै। सब नप्रे
लड़ककययों
तदासलयदाड।ँ और सनीहटयदाड।ँबजदाननी शड ककीं। बप्रेचदारप्रे लश्ज्जत ंगोकर ब ैठ गयप्रे। कछ
ंक ंक
अजनीब-सप्रेआदमनी मदालमड ंगोतप्रे ं ैं। आपनप्रेय ंदाडत ।ँ क क डदालदा कक पप्रेम कप्रेवल
कववययों ककी कल्पनदा ं ै। वदास्तववक जनीवन मभ इसकदा ंनीं नशदान न ंनीं। क्क
क लप्रेडनी
नप्रेउनकदा ख़बड मज़दाक़ उड़दायदा। ंक ंड

मदालतनी नप्रे कटदाक्ष ककयदा-- लप्रेडनी क़्क़ नप्रे? इस ववषय मभ व भनी कछ बगोलनप्रेकदा
ंक ंड ंक
सदा स रखतनी ं ैं! तम मंक ंभडदाक्टर सदा ब कदा भदाषण आहद सप्रेअंत तक चदाह ए
सननदाक
थदा। उन म ंयोंनप्रे हदल मभ लड़ककययों कगो क्यदा समझदा ?ंगोगदा

'परदाड भदाषण सननप्रेककदा सब ककसप्रेथदा? व तगो ज ैसप्रे घदाव पर नमक छड़कतप्रे' थप्रे।

'ककर उन म ंभबलदायदाक ंनी क्ययों? आणख़र उन म ंभऔरतयों सप्रे कगोई व ैर तगो ं ै न ंनीं। श्जस
बदात कगो म सत्य समझतप्रे , उसनी ैं कदा तगो पचदार करतप्रे ं ैं। औरतयों कगो ख़शक करनप्रे
कप्रे सलए व उनककी-सनी क नप्रेवदालयों मभ न ंनीं ं ैं और ककर अभनी य कसौन जदानतदा ं ै
श्स्तयदाड।ँश्जस रदास्तप्रेपर चलनदा चदा तनी ं ैंव ंनी सत्य ं ै। ब ंकत संभव ं ै,आगप्रे चल
कर मभ अपननी संदारणदा बदलननी पड़प्रे।'
उसनप्रे फ़म ंदांस,जमदननी और इटलदी ककी मह लदाओं कप्रे जनीवन आदशद बतलदायप्रे और क ंदा
शनीघ्र ंनी वनीमभ स लदीग ककी ओर सप्रे मप्रे तदा कदा भदाषण ंगोनप्रेवदालदा ं ै। सरगोज कगो

ककतडल ंकआ।

'मगर आप भनी तगो क तनी ं ैं कक श्स्ययोंत और पंकषयों कप्रे अधधिकदार ंगोनप्रे


समदान
चदाह ए।'

'अब भनी क तनी ंड;लप्रेककन।ँ दसरप्रेड पक्षवदालप्रेक्यदा क तप्रे ं ैं,य भनी तगो सननदाक चदाह ए।
संभव ; ं ैमनीं ग़लतनी पर ंयों।'

य लदीग इस नगर ककी नई संस्थदा ं ैऔर मदालतनी कप्रे उद्यगोग सप्रेखलदीक ं ै। नगर
ककी सभनी सशक्षक्षत मह लदाएड।ँ उसमभ शरदीक ं ैं। मप्रे तदा कप्रे प लप्रे भदाषण नप्रे मह ल मभ बड़नी
लचल मचदा ददीथनी और लदीग नप्रे नकचय ककयदा थदा,कक उनकदा ख़बड दं ददासशकन जवदाब
हदयदा जदाय। मदालतनी ंनी पर य भदार डदाल गयदा थदा। मदालतनी कई हदन तक अपनप्रेपक्ष कप्रे
समथदन मभ यश्कम ंत
क यदाड।ँ और पमदाण खगोजतनी र ंनी। और भनी कई दप्रे ववयदाड।ँ अपनप्रे भदाषण
सलख र ंनी थनीं।

उस हदन जब मप्रेतदा शदाम कगो लदीग कप्रे ंदाल मभ प ंकड।ँचप्रे,तगो जदान पड़तदा थदा ंदाल
संट जदायगदा। उन म ंभगवद ंकआ। उनकदा भदाषण सननप्रेककप्रे सलए इतनदा उत्सदा !
और
उत्सदा कप्रेवल मखक पर और आड।ँखयों मभ न थदा। आज सभनी दप्रे ववयदाड।ँसगोनप्रेऔर
रप्रे शम सप्रेलददी ंकई थनीं,मदानगो ककसनी बदारदात मभ आयनी ंयों। मप्रे तदा कगो परदास्त करनप्रे कप्रे
सलए परदीड शश्क्त सप्रे कदाम सलयदा थदा और य कसौन क सकतदा ं ै कक जगमगदा ट
शश्कम त कदा अंग न ंनीं ं ै।

मदालतनी नप्रे तगो आज कप्रे सलए नयप्रे फ़ ै शन ककी सदाड़नी नकदालदी,नयप्रेथनी कदाट कप्रे
जम्पर बनवदायप्रे थप्रे और रं ग-ंगोन और संडलयों सप्रेख़बड सजनी ंकई थनी, मदानगो उसकदा
वववदा ंगो र ंदा ंगो। वनीमभ स लदीग मभ इतनदा समदारगो
और कभनी न ंकआ थदा।

डदाक्टर मप्रेतदा अकप्रे लप्रे , थप्रेककर भनी दप्रे ववययों कप्रे हदल कदाड।ँप र ंप्रे थप्रे। सत्य ककी एक
धिचनगदारदी असत्य कप्रे एक प ंदाड़ कगो भस्म कर सकतनी ै। सबसप्रे पनीछप्रे ककी सफ़ मभ
समरज़दा और खन्नदा और संपदादकजनी भनी ववरदाज र ंप्रे थप्रे। -रययस ब भयषण शस तनस कस बयद आयस और
पड़छस खड़स त गयस।
समरज़दा नप्रे क ंदा-- आ जदाइए आप भनी, खड़प्रे कब तक रह एगदा।
रदाय सदा ब बगोलप्रे-- न ंनीं भदाई,य ंदाड।ँमप्रेरदा दम घटनप्रेकलगप्रेगदा।

'तगो म ैंखड़दा ंगोतदा ंड।ं।ँआप ब ैहठए।'

रदाय सदा ब नप्रे उनकप्रे कं संप्रे दबदायप्रे--तकल्लफ़क न ंनीं,ब ैठप्रे रह ए। म ैं थक जदाऊड।ँ,तगो गदा

आपकगो उठदा दंडगदा।ँ और ब ैठ जदाऊड।ँगदा, अच्छदा मदालतनी सभदानप्रेतनी ईं। खन्नदा


समस
सदा ब कछ इनदाम हदलवदाइए। ंक
ंक
खन्नदा नप्रेरगोननी सरतड बनदाकर क ंदा -- अब समस्टर मप्रे तदा पर ंनी नगदा ं ै। म ैं तगो
धिगर गयदा।
समस्टर मप्रेतदा कदा भदाषण शकड आ --'दप्रे ववयगो,जब म ैं इस तर आपकगो संबगोधधित
ंक
करतदा ंड,ततोँ आपकगो कगोई बदात खटकतनी न ंनीं। आप इस सम्मदान कगो अपनदा
अधधिकदार समझतनी ं ैं;लप्रेककन आपनप्रेककसनी मह लदा कगो पंकषयों कप्रे प त 'दप्रे वतदा'कदा
व्यव ंदार करतप्रेसनदाक ं ै? उसप्रे आप दप्रे वतदा क,तगोभव समझप्रेगदा,आप उसप्रे बनदा र ंनी
ं ैं। आपकप्रे पदास ददान दप्रे नप्रे कप्रे सलए, धशदादयदा ं ै,ं ैत्यदा ं ै। पंकष कप्रे पदास ददान

कप्रे सलए क्यदा ? दप्रे वतदा न , ंनींलप्रेवतदा ं ै। अधधिकदार कप्रे सलए ह ंंसदा करतदा ै,
ं ैव व
संगदाम करतदा , कल ै करतदा ं ै ..'
तदासलयदाड।ँ बजनीं।

रदाय सदा ब नप्रे क ंदा-- औरतयों कगो ख़शक करनप्रेकदा इसनप्रेककतनदा अच्छदा ढं ग

नकदालदा।
'बबजलदी' संपदादक कगो बरदाक लगदा -- कगोई नई बदात न ंनीं। म ैं ककतननी ंनी बदार य

भदाव व्यक्त कर चकदाक ंड।ं।ँ

मप्रे तदा आगप्रे बढ़प्रे -- इससलए जब म ैं दप्रे खतदांड,ं।ँमदारदी उन्नत ववचदारयोंवदालदी दप्रे ववयदाड।ँ उस
दयदा और धशदा और त्यदाग कप्रे जनीवन सप्रेअसंतष मंकट ंगोकर संगदाम और कल और ह
सदां कप्रे जनीवन ककी ओर दसौड़ र ंनी ं ैंऔर समझ र ंनी ं ैंकक य ंनी सखक कदा स्वगद
, तगो ै म ैं उन म ंभ बबदाई न ंनीं दप्रे सकतदा।
समसप्रेज़ खन्नदा नप्रे मदालतनी ककी ओर सगवद नप्रेतयोंसदप्रे खदा। मदालतनी नप्रेगददन
झकदाक लदी।

खशकदप्रे बगोलप्रे-- अब कह ए। मप्रे तदा हदलप्रेर आदमनी ं ै। सच्चनी बदात क तदा ं ै और


म।ँं
ड कपर।

'बबजलदी' सम्पदादक नप्रे नदाक ससकगोड़नी-- अब व हदन लद गयप्रे,जब दप्रे ववयदाड।ँ इन


चकमयों मभ आ जदातनी थनीं। उनकप्रे अधधिकदार ड़पतप्रे जदाओ और क तप्रे,आपजदाओतगो
दप्रे वनी , लक्षमनी ैं ं ैं ं ैं।
,मदातदा
मप्रे तदा आगप्रे बढ़प्रे -- स्तनी कगो पंकष कप्रे ंडप मभ ,पंकष कप्रे कमदमभ ,रत दप्रे खकर मझप्रेक

उसनी तर वप्रेदनदा ंगोतनी , ज ैसप्रे ैपंकष कगो स्तनी कप्रे ंडप मभ ,स्तनी कप्रे कमद करतप्रे
दप्रे खकर। मझप्रेकववकवदास ं ै,ऐसप्रेपंकषयों कगो आप अपनप्रेववकवदास और पप्रेम कदा पदात
न ंनींसमझतनी और म ैं आपकगो ववकसवदा ंड,ऐसनीभीँ स्तनी भनी पंकष कप्रे पप्रेम और
हदलदातदा
धशदा कदा पदात न ंनीं बन सकतनी।
खन्नदा कप्रे चप्रेरप्रेपर हदल ककी ख़शनीक चमक उठठी।

रदाय सदा ब नप्रेचटककीक लदी -- आप ब त ख़शक ं ैंखन्नदाजनी!

ंक
खन्नदा बगोलप्रे-- मदालतनी समलभ ,तगो पछड।ँ ,अब कह ए।
मप्रे तदा आगप्रे बढ़प्रे -- म ैं पदाणणययों कप्रे ववकदास मभ कप्रेस्पदतनी कगो पंकषयों कप्रे पद सप्रे

शप्रेष म ठसमझतदा ंड,उसनीभीँ तर ज ैसप्रे पप्रेम और त्यदाग और धशदा कगो ह ंंसदा और संगदाम
और कल सप्रेशप्रेष्ठ समझतदा । ं।ँअगर मदारदी दप्रे ववयदाड।ँसश्ष्ट और पदालन कप्रे दप्रे व-
ंड ं ृ
मंहदर सप्रे ह ंंसदा और कल कप्रे -ददानवक्षप्रेत मभ आनदा चदा तनी ं ैं,तगो उससप्रे समदाज कदा
कल्यदाण न ंगोगदा। म ैंइस ववषय मभ दृढ़ ंड।ं।ँपंकष नप्रेअपनप्रेअसभमदान मभ अपननी
ददानवनी ककी तद कगो अधधिक म त्व हदयदा। व अपनप्रे भदाई कदा स्वत्व छठीनकर और
उसकदा रकम त ब ंदाकर समझनप्रे लगदा,उसनप्रेब त बड़नी ववजय पदायनी। श्जन सशशकओं
ंक
कगो दप्रे ववययों नप्रे अपनप्रे रक्त ससरजदाप्रे और पदालदा उन म ंभ बम और मशनीनगन और
स सयों ट ैंकयों कदा सशकदार बनदाकर व अपनप्रे कगो ववजप्रेतदा समझतदा ं ै। और जब
मदारदी ंनी मदातदाएड।ँ उसकप्रे मदाथप्रे पर कप्रे सर कदा तलक लगदाकर और उसप्रे अपननी
असनीसयों कदा कवच प नदाकर ह ंंसदा-क्षप्रेत मभ भप्रेज,तगोनी आक ैं चयद ं ैकक पंकष नप्रे
ववनदाश कगो ंनी संसदारकप्रे कल्यदाण ककी वस्तकसमझदा और उसककी ह सदां-पवश्त्त ृ हदन-
हदन बढ़तनी गयनी और आज म दप्रे ख र ंप्रे ं ैं कक य ददानवतदा पचंड ंगोकर समस्त
संसदार कगो रगौंदतनी,पदाणणययों कगो ककचलतनी, रदी-भरदी खप्रे तययों कगो जलदातनी और गलज़दारु
बबस्तययों कगो वनीरदान करतनी चलदी जदातनी ं ै। दप्रे ववयगो, म ैंआप सप्रेपछतदाड ंड,ं।ँ क्यदा आप
इस ददानवलदीलदा मभ स यगोग दप्रे कर,इस संगदाम-क्षप्रेत मभ उतरकर संसदार कदा कल्यदाण
करभ गनी?म ैंआपसप्रेववनतनी करतदा ंड,नदाश।ँ करनप्रेवदालयों कगो अपनदा कदाम करनप्रे ददीश्जए,आप
अपनप्रे संमद कदा पदालन ककयप्रे जदाइए।

खन्नदा बगोलप्रे-- मदालतनी ककी तगो गददन न ंनीं उठतनी।

रदाय सदा ब नप्रे इन ववचदारयों कदासमथदन ककयदा-- मप्रे तदा क तप्रे तगो यथदाथद ंनी ं ैं।

'बबजलदी' संपदादक बबगड़प्रे-- मगर कगोई नई बदात तगो न ंनीं क ंनी। नदारदी-आंदगोलन कप्रे
ववररगोनी इन म ंनीं उट-पटदाड।ँग बदातयों ककी शरण सलयदा करतप्रे ं ैं। म ैं इसप्रे मदानतदा ंनी न
ंनी
त्यदाग और पप्रेम सप्रे संसदार नप्रे उन्न त ककी। संसदार नप्रे उन्न त ककी ,पसौकष सप्रे परदाक्रम
सप्रे,बववक-बल सप्रे,तप्रेज सप्रे।

खशकदप्रे नप्रेक ंदा -- अच्छदा, सननप्रेकददीश्जएगदा यदा अपननी ंनी गदायप्रेजदाइएगदा?

मप्रे तदा कदा भदाषण जदारदी थदा-- दप्रे ववयगो,म ैंउन लगोगयों मभ न ंनीं ंड,जतोँ क तप्रे , स मं ैंतनी
और प ष मभ समदान शश्क्तयदाड।ँं ैं,समदान पवश्त्तयदाड।ँं ैं,और उनमभ कगोई ववसभन्नतदा
ंक ं ृ
न ंनीं ; ं ैइससप्रे भयंकर असत्य ककी म ैं कल्पनदा न ंनीं कर सकतदा। य व असत्य
ं ै,जगो यगक- सप्रेसंधिचत अनभवक कगो उसनी तर ढड।ँक लप्रेनदा चदा तदा ं ै, ज ैसप्रे
यगदांतरयोंंक
बदादल कदा एक टककड़दा सयदक
ड गो ढड।ँक लप्रेतदा ं ै। म ैंआपकगो सचप्रेत ंडकक।ँ
ककयप्रेदप्रेतदा
आप इस जदाल मभ न संड।ँसभ। स्तनी पंकष सप्रेउतननी ंनी शप्रेष्ठ ं ै,श्जतनदा पकदाश अड।ँसंप्रेरप्रे
सप्रे। मनष्यक कप्रे सलए क्षमदा और त्यदाग और अह सदां जनीवन कप्रे उच्चतम आदशद ं ैं।
नदारदी इस आदशदकगो पदाप्त कर चककीक ं ै। पंकष संमदऔर अध्यदात्म और ऋवषययों
कदा आशय लप्रेकर उस लक्ष्य पर प ंड।ँचनप्रेकप्रे सलए सहदययों सप्रेज़गोर मदार र ंदा ं ै; पर
ंक
ससल न ंनीं ंगोसकदा। म ैंक तदा ंड,उसकदा।ँ सदारदा अध्यदात्म और यगोग एक तरफ़
और नदाररययों कदा त्यदाग एक तरफ़।
तदासलयदाड।ँ बजनीं। ंदाल ह ल उठदा।
रदाय सदा ब नप्रे गद्गद ंगोकर क ंदा -- मप्रे तदा व ंनी क तप्रे, जगो ैंइनकप्रे हदल मभ ं ै।

ओंकदारनदाथ नप्रे टदीकदा ककी-- लप्रेककन बदातभ सभनी परदाननीक ं ैं,सड़नी ंकईं।

'परदाननीक बदात भनी आत्मबल कप्रे सदाथ क ंनी जदातनी , ं ैतगो नई ंगो जदातनी ं ै।'

'जगो एक ज़दार ंकपए र म ंनीनप्रे संटकदारकर ववलदास मभ उड़दातदा, उसमभ ंगो आत्मबल
ज ैसनी वस्तन
क ंनींर सकतनी। य कप्रेवल परदानप्रेकववचदार ककी नदाररययों और पंकषयों कगो पसन्न
करनप्रे कप्रे ढं ग' ं ैं।

खन्नदा नप्रे मदालतनी ककी ओर दप्रे खदा-- य क्ययों संडलदी जदा र ंनी ं ैं?इन म ंभ तगो शरमदानदा
चदाह ए।

खशकदप्रे नप्रेखन्नदा कगो उकसदायदा -- अब तमक भनी एक तक़रदीर कर डदालगो खन्नदा, न ंनीं
मप्रेतदा तम मंक ंभउखदाड़ संभकप्रेगदा। सआदा म ैददान तगो उसनप्रेअभनी मदार सलयदा ं ै।

खन्नदा णखससयदाकर बगोलप्रे-- मप्रेरदी न कह ए,म ैंनप्रेऐसनी ककतननी


धिचडड़यदाड।ँसंड।ँसदाकर छगोड़ ददी ं ैं।

रदाय सदा ब नप्रेखशकदप्रे ककी तरफ़ आड।ँख मदारकर क ंदा -- आजकल आप मह


लदा-समदाज ककी तरफ़ आतप्रे-जदातप्रे ं ैं। सच क, ककतनदा चंददा हदयदा?

खन्नदा पर झभप छदा गयनी-- म ैं ऐसप्रे समदाजयों कगो चंदप्रे न ंनीं हदयदा,जगोकरतदाकलदा
कदा ढयोंग रचकर दरदाचदारु सं ैलदातप्रे ं ैं।

मप्रे तदा कदा भदाषण जदारदी थदा--'पंकष क तदा ं ै,श्जतनप्रे ददाशद नक और व ैजदा नक
आववष्कदारक ंकए ं ैं,व सब पंकष थप्रे। श्जतनप्रेबड़प्रे-बड़प्रेम ंदात्मदा ंकए ं ैं,व सब
पंकष थप्रे। सभनी नयगोदा, सभनी रदाजननी त कप्रे आचदायद,बड़प्रे-बड़प्रे नदाववक,बड़प्रे-बड़प्रेसब ककछ
पंकष थप्रे;लप्रेककन इन बड़यों-बड़यों कप्रे समडयों नप्रेसमलकर ककयदा क्यदा? म ंदात्मदाओं और
संमद-पवतदकयों नप्रे संसदार मभ रक्त ककी नहदयदाड।ँ ब ंदानप्रे और व ैमनस्य ककी आग भड़
कप्रे ससवदा और क्यदा ककयदा,नयगोदाओं नप्रे भदाइययों ककी गरदनभ कदाटनप्रे कप्रे ससवदा और क्यदा
यदादगदार छगोड़नी, रदाजननी तजयों ककी नशदाननी अब कप्रेवल लप मंकत सदाम्रदाज्ययों कप्रे खंड र र
गयप्रे , और आववषकयरकद नसमनषय कत मशड़न कय ग़लयम बनय दसनसकस ससवय
और क्यदा समस्यदा ल कर ददी? पंकषयों ककी रचनी ई इस संस्क त मभ शदांत क ंदाड।ँ
ं ै? स यगोग क ंदाड।ँ? ं ै ंक ं ृ

ओंकदारनदाथ उठकर जदानप्रेकगो ए -- ववलदाससययों कप्रे म।ँं


ड कसप्रेबड़नी-बड़नी बदातभ सनकरु
ंक
मप्रेरदी दप्रे भस्म ंगो जदातनी ं ै।
खशकप्रेद नप्रेउनकदा ंदाथ पकड़कर ब ैठदायदा -- आप भनी संपदादकजनी नरप्रे पयोंगदा ंनी र ंप्रे।

अजनी य द नयदा ं ै,श्जसकप्रे जनी मभ जगो आतदा,बकतदा ै ं ै। कछ लगोग सनतप्रे ं ैं


ंक ंक ंक
और तदासलयदाड।ँ बजदातप्रे ं ैं। चसलए कक़स्सदा ख़तम।- मप्रेतप्रेआयभग
ऐसऐसप्रेबशमदारु
और चलप्रेजदायभग। और द ंकनयदा अपननी रफ़्तदार सप्रेचलतनी र ंप्रेगनी। य ंदाड।ँबबगड़नप्रेककी
कसौन-सनी बदात
ं ै?

'असत्य सनकरु मझसप्रेकस ंदा न ंनींजदातदा!'

रदाय सदा ब नप्रे उन म ंभ और चढ़दायदा--ककलटदा कप्रे म।ँं


ड कसप्रेस तययों ककी-सनी बदात सनकरु
ककसकदा जनी न जलप्रेगदा!

ओंकदारनदाथ ककर ब ैठ गयप्रे।

मप्रे तदा कदा भदाषण जदारदी थदा--'म ैंआपसप्रेपछतदाड ंड,क्यदा।ँ बदाज़ कगो धिचडड़ययों कदा
सशकदार करतप्रे दप्रे खकर ंंस कगो य शगोभदा दप्रे गदाव ककमदानसरगोवर ककी आनंदमयनी
शदां त कगो छगोड़कर धिचडड़ययों कदा सशकदार करनप्रे लगप्रे ?और अगर व सशकदारदी बन
जदाय, तगो आप उसप्रे बबदाई दभ गनी?ंंस कप्रे पदास उतननी तप्रेज़ चयोंच न , ंनींउतनप्रे ै तप्रेज़
चंगलक न ंनीं ं ैं,उतननी तप्रेज़ आड।ँखभ , उतनप्रेनीं ं ैंतप्रेज़ पंख न ंनीं ं ैं और उतननी तप्रेज़
रक्त ककी प्यदास न ंनीं ं ै। उनअस्तयों कदा संचय करनप्रेमभउसप्रेसहदयदाड।ँलग जदायगनीड,।ँ ककर
भनी व बदाज़ बन सकप्रे गदा यदा न , ंनींइसमभ संदप्रे;मगर ै बदाज़ बनप्रे यदा न बनप्रे,
ंंस न र ंप्रेगदा-- व ंंस जगो मगोतनी चगतदाक ं ै।'

खशकदप्रे नप्रेटदीकदा ककी -- य तगो शदायरयों ककी-सनी दलदीलभ ं ैं। मदाददा बदाज़ भनी उसनी तर
सशकदार करतनी ं ै,ज ैसप्रे,नर बदाज़।

ओंकदारनदाथ पसन्न ंगो गयप्रे-- उस पर आप कफ़लदासफ़र बनतप्रे , इसड़ तकद कस बल पर!


खन्नदा नप्रेहदल कदा गबदारु नकदालदा -- कफ़लदासफ़र ककी दमक ं ैं। कफ़लदासफ़र व ं ै,
जगो ...
ओंकदारनदाथ नप्रेबदात परदीड ककी -- जगो सत्य सप्रे जसौ-भर भनी न टलप्रे।

खन्नदा कगो य समस्यदा पडतदन ंनींंकचनी -- म ैं सत्य-वत्य न ंनीं जदानतदा। म ैं तगो

कफ़लदासफ़र उसप्रेक तदा ंड,जतोँ ंगो सच्चदा!


कफ़लदासफ़र
खशकप्रेद नप्रेददाद ददी -- कफ़लदासफ़र ककी आपनप्रे ककतननी सच्चनी तदारदीफ़ ककी ं ै। वदा

सभदानल्लदा कफ़लदासफ़र व ं ै,जगो ंगो। क्ययों ंगो।


।ंक कफ़लदासफ़र न
मप्रे तदा आगप्रे चलप्रे--म ैं न ंनीं क, दप्रे ववययोंतदा कगो ववद्यदा ककी ज़डरत न ंनीं ं ै। ं ै और

पंकषयों सप्रेअधधिक। म ैंन ंनींक तदा, दप्रे ववययों कगो शश्कम तककी ज़रड त न ंनीं ं ै। ं ै और
पंकषयों सप्रेअधधिक; लप्रेककन व ववद्यदा और व शश्कम त न ंनीं,श्जससप्रेपंकष नप्रेसंसदार
कगो ह ंंसदाक्षप्रेत बनदा डदालदा ं ै। अगर व ंनी यदाववद्और व ंनी शश्कम त आप भनी लभगनी,
लप्रे
तगो संसदार मकस्थल ंगो जदायगदा। आपककी ववद्यदा और आपकदा अधधिकदार ह ंंसदा और
ववध्वंस मभ ,नस श्ष मं ृनींट और पदालन मभ ं ै। क्यदा आप समझतनी,वगोटयोंं ैंसप्रे मदानव-
जदा त कदा उद्संदार ंगोगदा, यदा दफ़्तरयों मभ और अददालतयों मभ ज़बदान और क़लम चलदानप्रे
सप्रे? इन नक़लदी, अपदाक ृतक, ववनदाशकदारदी अधधिकदारयों कप्रे सलए आप व अधधिकदार
छगोड़ दप्रे नदा चदा तनी , जगो ैं आपकगो पक ृत नप्रेहदयप्रे ं ैं?

सरगोज अब तक बड़नी ब न कप्रे अदब सप्रे ज़ब्त ककयप्रे ब ैठठी थनी। अब न र ंदा गयदा।
पकदारु उठठी -- मभ वगोट चदाह , पएंकषयों कप्रे बरदाबर।

और कई यवक तययों नप्रे ंदाड।ँक लगदायनी -- वगोट! वगोट!

ओंकदारनदाथ नप्रे खड़प्रे ंगोकर ऊड।ँ चप्रे स्वर --सप्रेनदारदीजदाक त कप्रे ववरगोधधिययों ककी पगड़नी
ननीचनी ंगो।
मदालतनी नप्रे मप्रेज़ पर ंदाथ पटककर क --ंदा शदांत र , ंगोजगो लगोग पक्ष यदा ववपक्ष
मभ ककछ क नदा चदा ंभग, उन म ंभपरदाड अवसर हदयदा जदायगदा।
मप्रे तदा बगोलप्रे-- वगोट नयप्रेयगक कदा मदायदाजदाल ं ै,मरदीधिचकदा ं ै,कलंक , संगोखदा ै ं ै;
उसकप्रे चक्कर मभ पड़कर आप न सइर ककीयोंगनी, न सउर ककी। कसौन क तदा ं ै कक
आपकदा क्षप्रेत संककधिचत ं ैऔर उसमभ आपकगो असभव्यश्क्त कदा अवकदाश न ंनीं
समलतदा। म सभनी प लप्रेमनष्यक ं ैं,पनीछप्रे और ककछ। मदारदा जनीवन मदारदा घर ं ै।
व ंनीं मदारदी सश्ष मं ृट ंगोतनी ं ै व ंनीं मदारदा पदालन ंगोतदा, व ैनीं जनीवन कप्रे सदारप्रे
व्यदापदार
ंगोतप्रे ; अगर ैं व क्षप्रेत पररसमत , तगो ै अपररसमत कसौन-सदा क्षप्रेत ? ं ैक्यदा व संघषद,
ंदाड।ँ संगहठत अप रण? श्जस ै कदारख़दानप्रेमभमनष्यक और उसकदा भदाग्य बनतदा ं ै, उसप्रे
छगोड़कर आप उन कदारखदानयों मभ जदानदा चदा तनी,ज ं ैंंदाडम
।ँ नष्यक पनीसदा जदातदा ं ै,
ंदाड।ँ उसकदा रक्त नकदालदा जदातदा? ं ै

समरज़दा नप्रे टगोकदा-- पंकषयों कप्रे ज़ल्मक नप्रे ंनी तगो उनमभ बगदावत ककी य श्स्पररट प ैददा
ककी ं ै।

मप्रे तदा बगोलप्रे-- बप्रेशक,पंकषयों नप्रेअन्यदाय ककयदा ं ै; लप्रेककन उसकदा जवदाब न ंनीं

ं ै। अन्यदाय कगो समटदाइए;लप्रेककन अपनप्रे कगो समटदाकर न ंनीं।

मदालतनी बगोलदी -- नदाररयदाड।ँइससलए अधधिकदार चदा ं ैंकक उनकदा सदपयगोगक करभ


तनी और पंकषयों कगो उनकदा दंकपयगोग करनप्रेसप्रेरगोकभ।

मप्रे तदा नप्रे उत्तर हदयदा-- संसदार मभ सबसप्रे बड़प्रे अधधिकदार सप्रेवदा और त्यदाग सप्रे समल
ं ैंऔर व आपकगो समलप्रे ंकए ं ैं। उन अधधिकदारयों कप्रे सदामनप्रेवगोट कगोई चनीज़ न ंनीं।
मझप्रेकखप्रेद ं ै, मदारदी ब नभ पश्कचम कदा आदशद लप्रे र, जनी ंदाड।ँं ैं नदारदी नप्रे अपनदापद
खगो हदयदा ं ैऔर स्वदासमननी सप्रेधिगरकर ववलदास ककी वस्तकबन गयनी ं ै। पश्कचम ककी
स्तनी स्वच्छं द ंगोनदा चदा तनी ; ं ैइसनीसलए कक व अधधिक सप्रे अधधिक ववलदास कर
सकप्रे । मदारदी मदातदाओं कदा आदशद कभनी ववलदास न ंनीं र ंदा। उन म ंयोंनप्रे कप्रे वल सप्रेवदा कप्रे
अधधिकदार सप्रेसद ै व ग ं ृस्थनी कदा संचदालन ककयदा ं ै। पश्कचम मभ जगो चनीज़भ अच्छठी, ं ैं
उनसप्रेलदीश्जए। संस्क ृत मभ सद ै व आददान-पददान ंगोतदा आयदा ं ै; लप्रेककन अंसंनी नक़ल
तगो मदानससक दबदलतदाक कदा ंनी लक्षण ं ै! पश्कचम ककी स्तनी आज ग ं ृ-
स्वदासमननी न ंनींर नदा चदा तनी। भगोग ककी ववदग मसं लदालसदा नप्रेउसप्रेउच्छ ृखल बनदा
हदयदा ं ै। व अपननी लज्जदा और गररमदाकगो जगो उसककी सबसप्रेबड़नी ववभत
ड थनी,
चंचलतदा और आमगोद-पमगोद पर ंगोम कर र ंनी ं ै। जब म ैंव ंदाड।ँककी ससशक्षक्षतक
बदासलकदाओं कगो अपनप्रे ंडप ,कदायदा भरदी ंकई गगोल बदाड।ँंयों यदा अपननी नग्नतदा कदा
पदशदन करतप्रेदप्रेखतदा ंड,ततोँ मझप्रेउ
क न पर दयदा आतनी ं ै। उनककी लदालसदाओंनप्रेउन म भ इतनदा
परदाभतड कर हदयदा ं ै कक वप्रे अपननी लज्जदा ककी भनी रक्षदा न ंनीं कर सकतनीं। नदारदी
ककी इससप्रे अधधिक और क्यदा सअगोग त ंगो सकतनी ?ं ै

रदाय सदा ब नप्रेतदासलयदाड।ँबजदायनीं। ंदाल तदासलययों सप्रेगंडज।ँ उठदा, ज ैसप्रे पटदाखयों ककी हटटयदाड।ँ
छडट र ंनी ंयों।

समरज़दा सदा ब नप्रे संपदादक जनी सप्रे क-- ंदाइसकदा जवदाब तगो आपकप्रे पदास भनी न
ंगोगदा?

संपदादक जनी नप्रे ववरकम तमन सप्रे क ंदा-- सदारप्रे व्यदाख्यदान मभ इन म ंयोंनप्रे य ंनी एक बदात
सत्य क ंनी ं ै।

'तब तगो आप भनी मप्रेतदा कप्रे मरदीद क ंकए।'

'जनी न ंनीं,अपनप्रेलगोग ककसनी कप्रे मरदीद क न ंनीं ंगोतप्रे। म ैंइसकदा जवदाब ढंडढ़।ँ
नकदालंडगदा।ँ, 'बबजलदी' मभ दप्रे णखएगदा।'

'इसकप्रे मदानप्रे य ं ै कक क़ ककी तलदाश नकरतप्रेनीं,ससफ़द अपनप्रे पक्ष कप्रे


आप सलए
लड़नदा चदा तप्रे 'ं ैं।

रदाय सदा ब नप्रे आड़प्रे ंदाथयों सलयदा-- इसनी पर आपकगो अपनप्रे सत्य-पप्रेम कदा असभमदान
ं ै।

संपदादकजनी अववचल र --ंप्रे वककील कदा कदाम अपनप्रेमअश्क्कलक कदा ह त ं ै,


दप्रे खनदा सत्य यदा असत्य कदा नरदाकरण न ंनीं।

'तगो ययों कह ए कक आप औरतयों कप्रे वककील ।'ं ैं

'म ैंउन सभनी लगोगयों कदा वककील ंड, नबदल , ं ैंनस्स ं ैं ं ैं।'
जतोँ ंदाय ,पनीडड़त

'बड़प्रे बप्रे यदा ंगो यदार।'


मप्रे तदाजनी क र ंप्रे थप्रे--और य पंकषयों कदा षडयंत ं ै। दप्रे ववययों कगो ऊड।ँचप्रेसशखर सप्रे
खनींचकर अपनप्रे बरदाबर बनदानप्रे कप्रे, उनसलएपंकषयों कदा, जगो कदायर ं ैं,श्जनमभ
व ैवदाह क जनीवन कदाददा यत्व स।ँभ
ड दालनप्रेककी क्षमतदा न ंनीं ं ै,जगो स्वच्छं द कदाम-क्रकीड़दा
ककी तरं गयों मभ सदाड।ँड़यों ककी भदाड।ँत दसरयोंंड ककी रदी-भरदी खप्रेतनी मभ म।ँं
ड कडदालकर अपननी
कश्त्सत लदालसदाओंकगो तप्त करनदा चदा तप्रे ं ैं। पश्कचम मभ इनकदा षडयंत ससल ंगो
ंक ं ृ
गयदा और दप्रे ववयदाडत ।ँ तसलयदाड।ँबन गयनीं। मझप्रेकय क तप्रे ए शमदआतनी ं ै कक इस
ंक
त्यदाग और तपस्यदा ककी भसम भदारत मभ भनी कछ व वदा चलनप्रेलगनी ं ै।
ंनी
ंड ंक
ववशप्रेषकर मदारदी सशक्षक्षत ब नयों पर व जदाद ंडबड़नी सप्रेचढ़ र ंदा व
तप्रेज़नी ं ै।
गहृ णनी कदा आदशदत्यदागकर ततसलययों कदा रं ग पकड़ र ंनी
ं ैं।
सरगोज उत्तप्रेश्जत ंगोकर म पंकषयों सप्रेसलदा न ंनींमदाड।ँगतनीं। अगर व
बगोलदी--
अपनप्रे बदारप्रे मभ स्वतंत,तगो श्स्तयदाड।ँं ैंभनी अपनप्रेववषय मभ स्वतंत ं ैं। यवक तयदाडअ
।ँ ब
वववदा कगो पप्रेशदा न ंनीं बनदानदा चदा तनीं। व कप्रे वल पप्रेम कप्रे सआदार पर वववदा करभ ग
ज़गोर सप्रे तदासलयदाड।ँ ,बजनींववशप्रेषकर अगलदी पंश्क्ययोंत मभ ज ंदाड।ँ मह लदाएड।ँ थनीं।

मप्रे तदा नप्रे जवदाब हदयदा-- श्जसप्रेतमक पप्रेम क तनी ंगो, व संगोखदा ं ै,उदनीप म त लदालसदा

कदा ववकत ंडप, उसनी तर ज ैसप्रेसंन्यदास कप्रेवल भनीख मदाड।ँगनप्रेकदा संस्कत ंडप ं ै।
ं ृ ं ृ
पप्रेम अगर व ैवदाह क जनीवन मभ कम,तगो म ैकमंकत ववलदास मभ बबलककल न ंनीं ं ै।
सच्चदा आनंद,सच्चनी शदां त कप्रे वल सप्रेवदा-व्रत मभ ं ै। व ंनी अधधिकदार सगोतकदा ं ै,व ंनी
शश्क्त कदा उद् गम ं ै। सप्रेवदा ंनी व सनीमभ ट,जगो दं प ै त कगो जनीवनपयंत स्नप्रे और सदा
चयद मभ जगोड़प्रे रख सकतदा,श्जसपर ै बड़प्रे-बड़प्रे आघदातयों कदा भनी कगोई असर न ंनीं ंगोतदा।
ज ंदाड।ँ सप्रेवदा कदा अभदाव,व ंनींं ै वववदा-ववच्छप्रे द , ं ैपररत्यदाग ं ै,अववक वदास ं ै। और
आपकप्रे ऊपर,पंकष-जनीवन ककी नसौकदा कदा कझणदादर ंगोनप्रे कप्रे कदारण श्ज़म्मप्रेददारदी ज़्यदाददा
ं ै। आप चदा ंभतगो नसौकदा कगो आड।ँसंनी और तफ़दानयोंंड मभ पदार लगदा सकतनी ं ैं। और
आपनप्रेअसदाववदाननी ककी तगो नसौकदा डडब जदायगनी और उसकप्रे सदाथ आप भनी डडब जदायगनी।ंड।ँ

भदाषण समदाप म त ंगो गयदा। ववषय वववदाद-गस्त थदा और कई मह लदाओं नप्रे


जवदाब दप्रे नप्रे ककीअनमक त मदाडग
।ँ नी; मगर दप्रे र ब ंकत ंगो गयनी थनी। इससलए मदालतनी
नप्रेमप्रेतदा कगो संन्यवदाद दप्रे कर सभदा भंग कर ददी। , यदाड।ँसचनदाड दप्रे ददी गयनी कक अगलप्रे
रवववदार कगो इसनी ववषय पर कई दप्रे ववयदाड।ँ अपनप्रे ववचदार पकट करभ गनी।
रदाय सदा ब नप्रे मप्रे तदा कगो बबदाई ददी-- आपनप्रे मन ककी बदातभ क ंनीं समस्टर मप्रे तदा।
म ैंआपकप्रे एक-एक शब्द सप्रेस मत ंड।ं।ँ

मदालतनी ंड।ँसनी -- आप क्ययों न बबदाई दभ गप्रे,चगोर-चगोर मसौसप्रेरप्रे भदाई जगो ंगोतप्रे;न ं ैंमगर
सदारदा उपदप्रे श ग़रदीब नदाररययों ंनी कप्रे ससर क्ययों थगोपदा जदातदा, उन मं ै ंनीं कप्रे ससर
क्ययों आदशदऔर मयदाददादऔर त्यदाग सब ककछ पदालन करनप्रेकदा भदार पटकदा जदातदा
ं ै?

मप्रे तदा बगोलप्रे-- इससलए कक व बदात समझतनी ं ैं।

खन्नदा नप्रे मदालतनी ककी ओर अपननी बड़नी-बड़नी आड।ँखयों सप्रे दप्रे ख कर मदानगो उसकप्रे मन
ककी बदात समझनप्रेककी चप्रेष्टदा करतप्रे ंकए क ंदा -- डदाक्टर सदा ब कप्रे यप्रेववचदार मझप्रेकतगो
कगोई ससौ सदाल वपछड़प्रे ंकए मदालमड ंगोतप्रे ं ैं।

मदालतनी नप्रेकटक ंगोकर पछदाड -- कसौन सप्रे ववचदार?

'य ंनी सप्रेवदा और कतदव्य आहद।'

'तगो आपकगो यप्रेववचदार ससौ सदाल वपछड़प्रे ंकए मदालमड ंगोतप्रे ं ैं! तगो क ृपदा करकप्रे अपनप्रे
तदाज़प्रेववचदार बतलदाइए। दं प त क ैसप्रेसखनीक र सकतप्रे ं ैं,इसकदा कगोई तदाज़दा नसख़दाक
आपकप्रे पदास ?'ं ै

खन्नदा णखससयदा गयप्रे। बदात क ंनी मदालतनी कगो ख़शक करनप्रेकप्रे औ तनक
सलए, व र
उठठी। बगोलदी -- य नकसख़दा तगो मप्रेतदा सदा ब कगो मदालमड ंगोगदा।

'डदाक्टर सदा ब नप्रेतगो बतलदा हदयदा और आपकप्रे ख़्यदाल मभ व ससौ सदाल परदानदाक ं ै,
तगो नयदा नसख़दाक आपकगो बतलदानदा चदाह ए। आपकगो जदात न ंनींकक द ंकनयदा मभ ऐसनी
ंकत सनी बदातभ ं ैं,जगो कभनी परदाननीक ंगो ंनी न ंनींसकतनीं। समदाज मभ इस तर ककी
समस्यदाएड।ँ मप्रेशदातनीउठर तनी ं ैं और मप्रेशदा उठतनी र ' ंभगनी।

समसप्रेज़ खन्नदा बरदामदप्रे मभ चलदी गयनी थनीं। मप्रे तदा नप्रे उनकप्रे पदास जदाकर पणदाम करतप्रे ंकए
पछदाड -- मप्रेरप्रे भदाषण कप्रे ववषय मभ आपककी क्यदा ?रदाय ं ै
समसप्रेज़ खन्नदा नप्रेआ।ँख
ड भ झकदाकरु क ंदा -- अच्छदा थदा, ब ंकत अच्छदा; मगर अभनी आप
अवववदाह त ं ैं,सभनी नदाररयदाड।ँदप्रेववयदाड।ँ,शप्रेष्ठ ैं , कझणदादर ैं ं ैं। वववदा कर लदीश्जए तगो
पछड।ँ गनी, अब नदाररयदाड।ँ क्यदा? और ैं वववदा आपकगो करनदा पड़प्रेगदा;क्ययोंकक आप वववदा
सप्रेम।ँं
ड कचरदानप्रेवदालप्रेकमदयों कगो कदायर क चककप्रे ं ैं।

मप्रेतदा ंड।ँसप्रे-- उसनी कप्रे सलए तगो ज़मनीन त ैयदार कर र ंदा

ंड।ं।ँ 'समस मदालतनी सप्रे जगोड़दा भनी अच्छदा ं ै।'

'शतदय ंनी ं ैकक व ककछ हदन आपकप्रे चरणयों मभ ब ैठकर आपसप्रेनदारदी-संमद सनीखभ।'

'व ंनी स्वदाथनी पंकषयों ककी बदात! आपनप्रेपंकष-कतदव्य सनीख सलयदा ?'ं ै

'य ंनी सगोच र ंदा ंड,ककससड़सनीख।ंड'ं।ँ

'समस्टर खन्नदा आपकगो ब ंकत अच्छठी तर ससखदा सकतप्रे ं ैं।'

मप्रे तदा नप्रे क़ क़ ंदा मदारदा-- न ंनीं,म ैंपंकष-कतदव्य भनी आप ंनी सप्रेसनीखगदा।ंडं।ँ

'अच्छठी बदात ं ै,मझनीक सप्रेसनीणखए। प लदी बदात य ंनी ं ैकक भलड जदाइए कक नदारदी
शप्रेष्ठ ं ै और सदारदी श्ज़म्मप्रेददारदी उसनी पर,शप्रेष्ठ ै पंकष ं ैऔर उसनी पर ग ं ृस्थनी कदा
सदारदा भदार ं ै। नदारदी मभ सप्रेवदा और संयम और कतदव्य सब ककछ व ंनी प ैददा कर
सकतदा ं ै; अगर उसमभ इन बदातयों कदा अभदाव, तगो ै नदारदी मभ भनी अभदाव र ंप्रेगदा।
नदाररययों मभ आज जगो य ववदगो , इसकदा ै कदारण पंकष कदा इन गणयोंंक सप्रेशडन्य ंगो
जदानदा ं ै।'

समरज़दा सदा ब नप्रे आकर मप्रे तदा कगो गगोद मभ उठदा सलयदा और --बगोलप्रेमदाक रक!

मप्रे तदा नप्रे पक नककी आड।ँखयों सप्रे दप्रे खदा--आपकगो मप्रेरदी तक़रदीर पसन्द आयनी?

'तक़रदीर तगो ख़ ैर ज ैसनी ,थनीव ैसनी थनी;मगर कदामयदाब ख़बड र ंनी। आपनप्रेपरदी कगो शनीशप्रे
मभ उतदार सलयदा। अपननी तक़ददीर सरदाह ए कक श्जसनप्रेआज तक ककसनी कगो म।ँं
ड कन
ंनीं लगदायदा, व आपकदा कलमदा पढ़ र ंनी ं ै।'
समसप्रेज़ खन्नदा दबनी ज़बदान सप्रे बगोलदी-- जब नशदा ठ र जदाय, तगो कह ए।

मप्रे तदा नप्रेववरक्त भदाव सप्रे क ंदा-- मप्रेरप्रे ज ैसप्रे ककतदाब ककीड़यों कगो कसौन औरत पसन्द
करप्रे गनी दप्रे वनीजनी! म ैंतगो पक्कदा आदशदवदाददी ंड।ं।ँ

समसप्रेज़ खन्नदा नप्रे अपनप्रे प त कगो कदार ककी तरफ़ जदातप्रे, तगोदप्रे खदासउर चलदी गयनीं।
समरज़दा भनी बदा र नकल गयप्रे। मप्रे तदा नप्रे मंच पर सप्रे अपननी छड़नी उठदायनी और
बदा र जदानदा चदा तप्रे थप्रे कक लतनीमदा नप्रे आकर उनकदा ंदाथ पकड़ सलयदा और
आग-भरदी आड।ँखयों सप्रे बगोलदी--आप अभनी न ंनीं जदा सकतप्रे। चसलए,पदापदा सप्रे आपककी
मलदाक़दातक करदाऊड।ँऔर आज व ंनींखदानदा खदाइए।

मप्रे तदा नप्रे कदान पर ंदाथ रखकर क --ंदा न ंनीं,मझप्रेकक्षमदा ककीश्जए। व ंदाड।ँसरगोज
मप्रेरदी जदान खदायगनी। म ैंइन लड़ककययों सप्रेब ंकत घबरदातदा ंड।ं।ँ

'न ंनीं-न ंनीं,म ैंश्ज़म्मदा लप्रेतनी ंडजतोँ व म।ँं


ड कभनी खगोलप्रे।'

'अच्छदा आप चसलए, म ैं थगोड़नी दप्रे र मभ आऊड।ँ' गदा।

'जनी न न ंगोगदा। मप्रेरदी कदार सरगोज कगो लप्रेकर चल ददी। आप मझप्रेकप ंडच
।ँ दानप्रेतगो
ंनीं,य
चलभगप्रे' ंनी। ंक

दगोनयों मप्रेतदा ककी कदार मभ ब ैठप्रे। कदार चलदी। एक क्षण कप्रे बदाद मप्रेतदा नप्रेपछदाड -- म ैंनप्रे

सनदाक ं ै,खन्नदा सदा ब अपननी बनीबनी कगो मदारदा करतप्रे ं ैं। तब सप्रेमझप्रेइ
क नककी सरतड सप्रे
नफ़रत ंगो गयनी। जगो आदमनी इतनदा नददयनी , ंगोउसप्रे म ैं आदमनी न ंनीं समझतदा।
उस
पर आप नदारदी जदा त कप्रे बड़प्रेह त ैषनी बनतप्रे ं ैं। तमनप्रेकउन म ंभकभनी समझदायदा न ंनीं?
मदालतनी उद्ववग्न ंगोकर बगोलदी -- मप्रेशदा दगो थप्रेसलययों सप्रे बजतनी , य ै आप
तदालदी
भलड जदातप्रे ं ैं।
'म ैंतगो ऐसप्रेककसनी कदारण ककी कल्पनदा ंनी न ंनींकर सकतदा कक कगोई पंकष अपननी

स्तनी कगो मदारप्रे ।'


'चदा ंप्रे स्तनी ककतननी ंनी बदज़बदान
?'ंगो
' ंदाड।ँ,ककतननी ंनी।'

'तगो आप एक नयप्रे कक़स्म कप्रे आदमनी ' ं ैं।

'अगर मदद बदसमज़दाज , तगो ै तकम म ंदारदी रदाय मभ उस मदद पर ंंटरयों ककी बसौछदार करननी
चदाह ए, क्ययों?'

'स्तनी श्जतननी क्षमदाशनील ंगो सकतनी ं ैपंकष न ंनीं ंगो सकतदा। आपनप्रेख़द क आज
य बदात स्वनीकदार ककी ं ै।'

'तगो औरत ककी क्षमदाशनीलतदा कदा य ंनी परस्कदारु ं ै। म ैंसमझतदा ंड,त।ँमक खन्नदा कगो
म।ँं
ड कलगदाकर उसप्रेऔर भनी श दप्रे तनी ंगो। तम मंक ंदारदा व श्जतनदा आदर करतदा ं ै,
तमसप्रेकउसप्रेश्जतननी भश्क्त ं ै,उसकप्रे बल पर तमक बड़नी आसदाननी सप्रेउसप्रेससनीदा कर
सकतनी ंगो; मगर तमक उसककी सफ़दाई दप्रे कर स्वयम णउस अपररदा मभ शरदीक ंगो
जदातनी ंगो।'

मदालतनी उत्तप्रेश्जत ंगोकर बगोलदी-- तमनप्रेकइस समय य पसंग व्यथद ंनी छप्रे ड़ हदयदा।
म ैंककसनी ककी बरदाईक न ंनींकरनदा चदा तनी; मगर अभनी आपनप्रे गगोववंददी दप्रे वनी कगो
चदानदा न ंनीं? आपनप्रे उनककी भगोलदी-भदालदी शदांत-मददाक दप्रे खकर समझ सलयदा, व दप्रे वनी
ं ैं। म ैंउन म ंभइतनदा ऊड।ँचदा स्थदान न ंनींदप्रेनदा चदा तनी। उन म ंयोंनप्रेमझप्रेब
क दनदाम करनप्रेकदा
श्जतनदा पयत्न ककयदा ं ै,मझक पर ज ैसप्रे-ज ैसप्रे आघदात ककयप्रे,व ं ैंबयदान क।ँड ,तगो
आप दं गर जदायगप्रे।ँडऔर तब आपकगो मदाननदा पड़प्रेगदा कक ऐसनी औरत कप्रे सदाथ य ंनी
व्यव ंदार चदाह ए।
ंगोनदा
'आणख़र उन म ंभ आपसप्रे इतनदा द्वप्रेष,इसकदा ै कगोई कदारण तगो ंगोगदा?'

'कदारण उनसप्रेपडछए। मझप्रेकककसनी कप्रे हदल कदा ंदाल क्यदा मदालमड?'

'उनसप्रेबबनदा पछप्रेड भनी अनमदानक ककयदा जदा सकतदा ं ैऔर व य ं ै-- अगर कगोई

पंकष मप्रेरप्रेऔर मप्रेरदी स्तनी कप्रे बनीच मभ आनप्रे कदा सदा स,तगोकरप्रे म ैं उसप्रे गगोलदी मदार
दंडगदा।ँ, और उसप्रेन मदार सकंडगदा।ँ, तगो अपननी छदातनी मभ मदार लंडगदा।ं।ँ इसनी अगर म ैं
तर
ककसनी स्तनी कगो अपनप्रे और अपननी स्तनीकप्रे बनीच मभ लदानदा चदा ंड,ततोँ मप्रेरदी पत्ननीकगो
भनी अधधिकदार ं ै कक जगो चदा, करप्रे ।इस ववषय मभ म ैं कगोई समझसौतदा न ंनीं कर

सकतदा। य अव ैजदा नक मनगोवश्त्त ृ ं ैजगो मनप्रेअपनप्रेबन ैलप्रेपवदजयोंंड सप्रेपदायनी ं ै
और आजकल ककछ लगोग इसप्रेअसभ्य और असदामदाश्जक व्यव ंदार क ंभग; लप्रेककन म ैं
अभनी तक उस मनगोव ं ृत पर ववजय न ंनींपदा सकदा और न पदानदा चदा तदा ंड।ं।ँइस
ववषय मभ मक़
ैं दाननड ककी परवदा न ंनींकरतदा। मप्रेरप्रेघर मभ मप्रेरदा क़दाननड ं ै।'

मदालतनी नप्रेतनीव्र स्वर मभ पछदाड -- लप्रेककन आपनप्रेय अनमदानक क ैसप्रेकर सलयदा कक


म ैंआपकप्रे शब्दयों मभ खन्नदा और गगोववंददी कप्रे बनीच आनदा चदा तनी ंड।ं।ँआप ऐसदा
अनमदानक करकप्रे मप्रेरदा अपमदान कर र ंप्रे ं ैं। म ैंखन्नदा कगो अपननी जडतययों ककी नगोक
कप्रे बरदाब भनी न ंनीं समझतनी।

मप्रे तदा नप्रे अववकसवदा-भरप्रे स्वर मभ क-- ंदाय आप हदल सप्रे न ंनीं क र ंनी ं ैं समस
मदालतनी! क्यदा आप सदारदी द ंकनयदा कगो बप्रेवक़डफ़ समझतनी ं ैं?जगो बदात सभनी समझ र ंप्रे
ं ैं,अगर व ंनी बदात समसप्रेज़ खन्नदा भनी समझभ,तगो म ैं उन म ंभ दगोष न ंनीं दप्रे सकतदा।

मदालतनी नप्रे तनककर क ंदा-- द ंकनयदा कगो दसरयोंंड कगो बदनदाम करनप्रेमभमज़दा आतदा
ं ै। य उसकदा स्वभदाव ं ै। म ैंउसकदा स्वभदाव क ैसप्रेबदल दंड;ं।ँलप्रेककन य व्यथद कदा
कलंक ं ै। , म ैंंदाड।ँइतननी बप्रेमरसौवतक न ंनीं ंडकक।ँ खन्नदा कगो अपनप्रेपदास आतप्रेदप्रेखकर
दत्कदारु दप्रे तनी। मप्रेरदा कदाम ंनी ऐसदा ं ैकक मझप्रेकसभनी कदा स्वदागत और सत्कदार करनदा
पड़तदा ं ै। अगर कगोई इसकदा ककछ और अथद नकदालतदा ं ै, तगो व ... व ...।

मदालतनी कदा गलदा भरदादगयदा और उसनप्रेम।ँसड ंकप्रेरकर ंडमदाल सप्रेआस।ँप


ड योंछप्रे। ककर एक
समनट बदाद बगोलदी -- औरयों कप्रे सदाथ तमक भनी मझप्रेक.. मझप्रेक... इसकदा दखक ं ै ...
मझप्रेकतमसप्रेकऐसनी आशदा न थनी।

ककर कददाधिचत णउसप्रेअपननी दबदलतदाक पर खप्रेद ंकआ। व पचंड ंगोकर बगोलदी


--
आपकगो मझक पर आक्षप्रेप करनप्रेकदा कगोई अधधिकदार न ंनीं ं ै;अगर आप भनी उन म ंनीं
मदयों मभ , जगो ैंककसनी स्तनी पंकष कगो सदाथ दप्रे खकर उड।ँ गलदी उठदायप्रेबबनदा न ंनींर सकतप्रे,तगो
-

शसौक़ सप्रेउठदाइए। मझप्रेकरत्तनी भर परवदा न ंनीं;अगर कगोई स्तनी आपकप्रे पदास बदार बदार
- -

ककसनी न ककसनी ब ंदानप्रे सप्रे आयप्रे,आपकगो अपनदा दप्रे वतदा समझप्रे,र एक बदात मभ आपसप्रे
-

सलदा, आपकप्रेलप्रे चरणयों कप्रे ननीचप्रे आड।ँखभ,आपकदाबबछदायप्रेइशदारदा पदातप्रे


ंनी आग मभ कडदनप्रेकगो त ैयदार गो, तगो म ैंददावप्रेसप्रेक सकतनी ंड,आप।ँ उसककी उपप्रेक्षदा न
करभ गप्रे;अगर आप उसप्रेठककरदा सकतप्रे ं ैं,तगो आप मनष्यक न ंनीं ं ैं। उसकप्रे वववक
आप ककतनप्रे ंनी तकद और पमदाण लदाकर रख; लप्रेककनदं म ैंमदानंडगनीभीँ न ंनीं। म ैंतगो
क तनी ंड,उपप्रेक्षदा।ँ तगो दरू र ंनी, ठककरदानप्रेककी बदात ंनी क्यदा, आप उस नदारदी कप्रे चरण
संगो-संगोकर वपयभगप्रे,और ब ंकत हदन गज़रनप्रेककप्रे प लप्रेव आपककी हृदयप्रेकवरदी ंगोगनी। म ैं
आपसप्रे ंदाथ जगोड़कर क तनी ंड,मप्रेरड़ सदामनप्रे खन्नदा कदा कभनी नदाम न लदीश्जएगदा।

मप्रेतदा नप्रेइस ज्वदालदा मभ मदानगो ंदाथ सभकतप्रे ंकए क ंदा -- शतद य ंनी ं ै कक म ैं खन्नदा
कगो आपकप्रे सदाथ न दप्रे ख।ंडं।ँ

'म ैंमदानवतदा ककी त्यदा न ंनींकर सकतनी। व आयभग तगो म ैंउन म ंभदरु-दरदाऊड।ँगनीक न
ंनीं।'

'उनसप्रे कह ए,अपननी स्तनी कप्रे सदाथ सज्जनतदा सप्रे पप्रेश आयभ।'

'म ैंककसनी कप्रे नजनी मआमलप्रेम


क भ दख़ल दप्रे नदा उधिचत न ंनींसमझतनी। न मझप्रेइ
क सकदा
अधधिकदार ं ै!'

'तगो आप ककसनी ककी ज़बदान न ंनीं बंद कर सकतनीं।'

मदालतनी कदा ब।ँग


ड लदा आ गयदा। कदार ंकक गयनी। मदालतनी उतर पड़नी और बबनदा ंदाथ
समलदायप्रेचलदी गयनी। व य भनी भलड गयनी कक उसनप्रेमप्रेतदा कगो भगोजन ककी ददावत ददी
ं ै। व एकदांत मभ जदाकर ख़बड रगोनदा चदा तनी ं ै। गगोववंददी नप्रेप लप्रेभनी आघदात ककयप्रे ;
पर ैं आज उसनप्रे जगो आघदात ककयदा , ं ैव ब ंकत ग रदा, बड़दा चसौड़दा और बड़दा
ममदभप्रेददी ं ै।

***
16

रदाय सदा ब कगो ख़बर समलदी कक इलदाक़प्रे मभ एक वदारददात ंगो गयनी ं ै और ंगोरदी सप्रे
गदाड।ँव कप्रे पंचयों नप्रेजरमदानदाक वसलड कर सलयदा ं ै,तगो फ़सौरन नगोखप्रेरदाम कगो बलदाकरु
जवदाब-तलब ककयदा -- क्ययों उन म ंभ,इसककी इत्तलदा न ंनीं ददी गयनी। ऐसप्रे नमक
रदाम दग़दाबदाज़ आदमनी कप्रे सलए उनकप्रे दरबदार मभ जग न ंनीं ं ै।

नगोखप्रेरदाम नप्रे इतननी गदासलयदाड।ँ ,खदायनींतगोज़रदा गमद ंगोकर बगोलप्रे-- म ैं अकप्रे लदा थगोड़दा ंनी
थदा। गदाड।ँव कप्रे और पंचभनी तगो थप्रे। म ैं अकप्रे लदा क्यदा कर लप्रेतदा।

रदाय सदा ब नप्रे उनककी तयोंद ककी तरफ़ भदालप्रे-ज ैसनी नककीलदीक दृश्ष्ट सप्रे दप्रे खदा-- मत
बकगो जनी! तम मंक ंभउसनी वक़्त क नदा चदाह ए थदा, जब तक सरकदार कगो इत्तलदा न ंगो
जदाय, म ैंपंचयों कगो जरमदानदाक न वसलड करनप्रेदंडगदा।ं।ँ पंचयों कगो मप्रेरप्रेऔर मप्रेरदी ररआयदा
कप्रे बनीच मभ दख़ल दप्रे नप्रे कदा क़ क्यदा? इस ै डदाडड़
।ँ -बदाड।ँसं कप्रे ससवदा इलदाक़प्रे मभ और
कसौन-सनी आमदननी ं ै? वसलदीड सरकदार कप्रे घर गयनी। बक़दायदा असदासमययों नप्रेदबदा
सलयदा। तब म ैं क ंदाड।ँ? जदाऊड।ँक्यदाखदाऊड।ँ,तम मंक ंदारदा ससर! य लदाखयों ंकपए सदाल कदा
ख़चद
ंदाड।ँ सप्रे ?आयप्रेखद ं ैकक दगो पकतयोंंक सप्रेकदाररं दगनीरदी करनप्रेपर मझप्रेकआज तम मंक ंभय
बदात बतलदाननी पड़तनी ं ै। ककतनप्रेकपए वसलड ंकए थप्रे ंगोरदी सप्रे?

नगोखप्रेरदाम नप्रे ससटवपटदा कर क --ंदा अस्सनी ंकपए!

'नक़द?'

'नक़द उसकप्रे पदास क ंदाड।ँथप्रे ंकज़डर! ककछ अनदाज हदयदा, बदाक़की मभ अपनदा घर सलख
हदयदा।'

रदाय सदा ब नप्रे स्वदाथद कदा पक्ष छगोड़कर ंगोरदी कदा पक्ष सलयदा-- अच्छदा तगो आपनप्रे
और बगलदाभगतक पंचयों नप्रेसमलकर मप्रेरप्रेएक मदातबर असदामनी कगो तबदा कर हदयदा।
म ैंपछतदाड ंड,त।ँमक लगोगयों कगो क्यदा क़ थदा कक मप्रेरप्रेइलदाक़प्रे मभ मझप्रेइ
क त्तलदा हदयप्रे बग़ ैर
मप्रेरप्रेअसदामनी सप्रेजरमदानदाक वसलड करतप्रे। इसनी बदात पर अगर म ैंचदा ंड,ततोँ
आपकगो और उस जदासलयप्रेपटवदारदी और उस संतदप
ड ंडडत कगो सदात-सदात सदाल कप्रे
सलए जप्रेल सभजवदा सकतदा ंड।ं।ँआपनप्रेसमझ सलयदा कक आप ंनी इलदाक़प्रे कप्रे
बदादशदा ं ैं। म ैंक ंप्रेदप्रेतदा ंड,आज।ँ शदाम तक जरमदानप्रेकककी परदीड रक़म मप्रेरप्रेपदास प
ंकड।ँच जदाय;
वरनदा बरदाक ंगोगदा। म ैंएक-एक सप्रेचक्ककी वपसवदाकर छगोड़ड।ँगदा। जदाइए, ंदाड।ँ,ंगोरदी कगो
और उसकप्रे लड़कप्रे कगो मप्रेरप्रे पदास भप्रेजएगदा।ददीश्ज

नगोखप्रेरदाम नप्रे दबनी ज़बदान सप्रे क-- ंदाउसकदा लड़कदा तगो गदाड।ँव छगोड़कर भदाग गयदा।
श्जस रदात कगो य वदारददात ंकई, उसनी रदात कगो भदागदा।

रदाय सदा ब नप्रे रगोष सप्रे क --ंदा झठड मत बगोलगो। तम मंक ं ै,झठड सप्रेमप्रेरप्रेबदन
ंभमदालमड
मभ आग लग जदातनी ं ै। म ैंनप्रेआज तक कभनी न ंनींसनदाक कक कगोई यवकक अपननी
पप्रेसमकदा कगो उसकप्रे घर सप्रेलदाकर ककर ख़द क भदाग जदाय। अगर उसप्रेभदागनदा ंनी
ंगोतदा, तगो व उस लड़ककी कगो लदातदा क्ययों? तमक लगोगयों ककी इसमभ भनी ज़डर कगोई
शरदारत ं ै। तमक गंगदा मभ डडबकर भनी अपननी सफ़दाई दगो, तगो मदाननप्रेकदा न ंनीं। तमक
लगोगयों नप्रे अपनप्रे समदाज ककी प्यदारदी मयदादददा ककी रक्षदा कप्रे सलए उसप्रे संमकदायदागदा।
ंगो
बप्रेचदारदा भदाग न जदातदा,तगो क्यदा करतदा!
नगोखप्रेरदाम इसकदा प तवदाद न कर सकप्रे। मदासलक जगो कछ क ंभव ठठीक ं ै। व य
ंक
भनी न क सकप्रे कक आप ख़द क चलकर झठड-सच ककी जदाड।ँच कर लभ। बड़प्रे आदसमययों
कदा कक्रगो परदाड समपदण चदा तदा ं ै। अपनप्रेणख़लदाफ़ एक शब्द भनी न सकतदा।
ंनींसनक
पंचयों नप्रे रदाय सदा कदाब य फ़ ैसलदा सनदाक, तगो नशदा ह रन ंगो गयदा। अनदाज तगो

अभनी तक ज्ययों कदा त्ययों पड़दा थदा; पर ंकपए तगो कब कप्रे ग़दायब ंगो गयप्रे। ंगोरदी कदा
मकदान रप्रे न सलखदा गयदा थदा;पर उस मकदान कगो दप्रे ंदात मभ कसौन पछतदाड थदा। ज ैसप्रे
ह न्द ंडस्तनी प त कप्रे सदाथ घर ककी स्वदासमननी , और ै प त त्यदाग दप्रे , तगो क ंनीं ककी
न ंनींर तनी, उसनी तर य घर ंगोरदी कप्रे सलए लदाख ंकपए कदा ; ं ैपर उसककी
असलदी
क़कीमत ककछ भनी न ंनीं। और सइर रदाय सदा ब बबनदा ंकपए सलए मदाननप्रेकप्रे न नीं।
ंनी ंगोरदी जदाकर रगो आयदा ंगोगदा। पटप्रे क वरदीलदाल सबसप्रे ज़्यदाददा भयभनीत थप्रे। उनककी
तगो नसौकरदी ंनी चलदी जदायगनी। चदारयों सज्जन इस ग न समस्यदा पर ववचदार कर र
ंप्रे थप्रे,पर ककसनी ककी अक्ल कदाम न करतनी थनी। एक दसरप्रेड पर दगोष रखतदा थदा। ककर
ख़बड झगड़दा ंकआ।
पटप्रे क वरदी नप्रे अपननी लंबनी शंकदाशनील गददन ह लदाकर --क म ैंंदा मनदा करतदा थदा
कक ंगोरदी कप्रे ववषय मभ मभचप्पनीक ससदाकर र जदानदा चदाह ए। गदाय कप्रे मदामलप्रेमभसबकगो
तदावदान दप्रे नदा पड़दा। इस मदामलप्रे मभनतदावदानी सप्रेगलदा न छडटप्रे गदा, नसौकरदी सप्रे ंदाथ
संगोनदा पड़प्रेगदा;मगर तमक लगोगयों कगो ंकपए ककी पड़नी थनी। नकदालगो बनीस-बनीस ंकपए।
अब भनी ककशल ं ै। क ंनींरदाय सदा ब नप्रेरपट कर ददी, तगो सब जनप्रेब।ँसड ं जदाओगप्रे।

ददातदाददीन नप्रे बह्मतप्रेज हदखदाकर क --ंदा मप्रेरप्रे पदास बनीस ंकपए ककी जग बनीस प ैसप्रे भनी
न ंनीं ं ैं। बदाणयोंमकगो भगोज हदयदा गयदा, ंगोम ंकआ। क्यदा इसमभ ककछ ख़रच ंनी
ंनीं ंकआ? रदाय सदा ब ककी ह म्मत ं ैकक मझप्रेज
क प्रेल लप्रेजदाय?ंड।ँबह्म बनकर घर कदा
घर समटदा दंडगदा।ं।ँ अभनी उन म ंभककसनी बदाह्मण सप्रेपदालदा न नींपड़दा।

णझंगरदीससंंक नप्रेभनी ककछ इसनी आशय कप्रे शब्द क ंप्रे। व रदाय सदा ब कप्रे नसौकर न
ंनीं ं ैं।उन म ंयोंनप्रे ंगोरदी कगो मदारदा न , ंनींपनीटदा न ंनीं,कगोई दबदाव न ंनीं डदालदा। ंगोरदी
अगर पदायश्क चत करनदा चदा तदा थदा, तगो उन म ंयोंनप्रे इसकदा अवसर हदयदा। इसकप्रे
सलए कगोई
उन पर अपररदा न ंनीं लगदा सकतदा;मगर नगोखप्रेरदाम ककी गददन इतननी आसदाननी सप्रे न
छडट सकतनी थनी। य ंदाड।ँमज़प्रेसप्रेब ैठप्रे रदाज करतप्रेथप्रे। वप्रेतन तगो दस ंकपए सप्रे ज़्यदाददा
थदा; पर एक ज़दार सदाल ककी ऊपर ककी आमदननी थनी, स ैकड़यों आदसमययों पर
ंककडमत, चदार-चदार प्यदादप्रे ंदाश्ज़र,बप्रेगदार मभ सदारदा कदाम ंगो जदातदा, थदानप्रेददार तक
ककरसनी दप्रे तप्रेथप्रे,य च ैन उन म ंभ और क ंदाड।ँ थदा! औररदीपटप्रे कतगोनसौकरदीव कप्रे बदसौलत

म ंदाजन बनप्रे ंकए थप्रे। क ंदाड।ँजदा सकतप्रेथप्रे? दगो-तनीन हदन इसनी धिचंतदा मभ पड़प्रे र ंप्रे कक
क ैसप्रेइस ववपश्त्त सप्रे नकलभ। आणख़र उन म ंभएक मदागदसझड ंनी गयदा। कभनी-कभनी कच रदी
मभ उन म ंभ द ै 'बबजलदीनक' दप्रे खनप्रेकगो समल जदातनी थनी। यहद एक गमनदामक पत उसकप्रे
संपदादक ककी सप्रेवदा मभ भप्रेज हदयदा जदाय कक रदाय सदा ब ककस तर असदासमययों सप्रेजरमदानदाक
वसलड करतप्रे ं ैंतगो बचदा कगो लप्रेनप्रेकप्रे दप्रे नप्रेपड़ जदाय।ंड।ँनगोखप्रेरदाम भनी
मत ंगो गयप्रे। दगोनयों नप्रे समलकर ककसनी तर एक पत सलखदा और रश्जस्टरदी भप्रेज
हदयदा।

संपदादक ओंकदारनदाथ तगो ऐसप्रेपतयों ककी तदाक मभ र तप्रेथप्रे। पत पदातप्रे ंनी तरं तक रदाय सदा ब कगो
सचनदाड ददी। उन म ंभएक ऐसदा समदाचदार समलदा ं ै,श्जस पर ववशवदासण करनप्रे ककी
उनककी इच्छदा न ंनीं ंगोतनी;पर संवदादददातदा नप्रे ऐसप्रे पमदाण हदयप्रे कक स सदा अववक
वदास भनी न ंनीं ककयदा जदा सकतदा। क्यदा य सच ं ै कक रदाय सदा ब नप्रे अपनप्रे इलदाक़प्रे
कप्रे एक असदामनी सप्रेअस्सनी ंकपए तदावदान इससलए वसलड ककयप्रेकक उसकप्रे पतक नप्रे एक
ववववदा कगो घर मभ डदाल सलयदा? थदासंपदादक कदा कतदव्य उन म ंभमज़बरू करतदा
ं ैकक व मआमलप्रेकककी जदाड।ँच करभ और जनतदा कप्रे ह तदाथदउसप्रेपकदासशत कर दभ ।
रदाय सदा ब इस ववषय मभ जगो ककछ क नदा चदा ंभ,संपदादक जनी उसप्रे भनी पकदासशत कर
दभ गप्रे। संपदादकजनी हदल सप्रे चदा तप्रे ं ैं कक य सत्य ख़बर;लप्रेककनगलत उसमभ ंगोककछ भनी
ंकआ, तगो व उसप्रे पकदाश मभ लदानप्रेकप्रे सलए वववश ंगो जदायगप्रे।ंड।ँ म ैतनी उन म ंभ
कतदव्य-पथ सप्रे न ंनीं टदा सकतनी।

रदाय सदा ब नप्रेय सचनदाड पदायनी, तगो ससर पनीट सलयदा। प लप्रे तगो उनककी ऐसनी
उत्तप्रेजनदा ंकई कक जदाकर ओंकदारनदाथ कगो धिगनकर पचदास ंंटर जमदायभऔर क दभ ,
ंदाड।ँ व पत छदापनदा व ंदाड।ँ य समदाचदार भनी छदाप; लदंप्रेककननदा इसकदा पररणदाम सगोचकर
मन कगो शदांत ककयदा और तरं तक उनसप्रेसमलनप्रेचलप्रे। अगर दप्रे र ककी, और ओंकदारनदाथ नप्रे व
संवदाद छदाप हदयदा,तगो उनकप्रे सदारप्रे यश मभ कदासलमदा पतक जदायगनी। ओंकदारनदाथ स ैर करकप्रे लसौटप्रे
थप्रे और आज कप्रे पत कप्रे सलए संपदादककीय लप्रेख सल ककी धिचंतदा मभ बठ ै प्रे ंकए थप्रे;पर मन पक्षनी
ककी भदाडत
।ँ अभनी उड़दा-उड़दा ककरतदा थदा। उनककी संमदपत्ननीनप्रेरदात मभ उन म ंभककछ ऐसनी बदातभ क
डदालदी थनींजगो अभनी तक
कदाड।ँटयों ककी तर चभक र ंनी थनीं। उन म ंभकगोई दररद कलप्रे,अभदागदा क लप्रे,बबडकक लप्रे,
ज़रदा भनी बरदाक न मदानतप्रेथप्रे;लप्रेककन य क नदा कक उनमभ पंकषत्व न ंनीं ं ै, य उनकप्रे सलए
असह्य थदा। और ककर अपननी पत्ननी कगो य क नप्रे कदा क्यदा क़ ?ं ै उससप्रे तगो य आशदा
ककी जदातनी ं ै कक कगोई इस तर कदा आक्षप्रेप , करप्रे तगोउसकदा म।ँं
ड कबंद कर दप्रे । बप्रेशक व ऐसनी
ख़बरभ न ंनींछदापतप्रे,ऐसनी हटप्पणणयदाड।ँ न ंनीं करतप्रे कक
ससर पर कगोई आफ़त आ जदाय। संंडक।ँ-संंडककर।ँ क़दम रखतप्रे ं ैं। इन कदालप्रेकदाननयोंंड
कप्रे यगक मभ व और कर ंनी क्यदा सकतप्रे ं ैं;मगर व क्ययों सदाड।ँप कप्रे बबल मभ ंदाथ न ंनीं
डदालतप्रे?इसनीसलए तगो कक उनकप्रे घरवदालयों कगो कष्टन उठदानप्रे पड़प्रे। और उनककी
सह ष्णकतदा कदा उन म ंभय परस्कदारु समल र ंदा ं ै? क्यदा अड।ँसंप्रेर ं ै! उनकप्रे पदास ंकपए
न ंनीं , तगो ैं बनदारसनी सदाड़नी क ैसप्रेम।ँग
ड दा दभ ?डदाक्टर सप्रेठ और पगोफ़प्रे सर भदाहटयदा और न
जदानप्रे ककस-ककस ककी श्स्तयदाड।ँ बनदारसनी सदाड़नी प नतनी, तगो ैंव क्यदा करभ ?क्ययों उनककी
पत्ननी इन सदाड़नीवदासलययों कगो अपननी खद् दर ककी सदाड़नी सप्रे लश्ज्जत न ंनीं करतनी?
उनककी ख़द क तगो य आदत ं ैकक ककसनी बड़प्रेआदमनी सप्रेसमलनप्रेजदातप्रे ं ैं,तगो मगोटप्रे सप्रे मगोटप्रे
कपड़प्रे पलप्रेतप्रेन ं ैंऔर ककछ कगोई आलगोचनदा करप्रे तगो उसकदा म।ँं
ड त
क गोड़ जवदाब दप्रे नप्रे कगो त ैयदार
र तप्रे ं ैं। उनककीमभ पत्ननीक्ययों व ंनी आत्मदासभमदान न ंनीं? ं ै
क्ययों दसरयोंंड कदा ठदाट-बदाट दप्रे खकर ववचसलत ंगो जदातनी ?ं ैउसप्रे समझनदा चदाह ए कक
व एक दप्रे श-भकम त पंकष ककी पत्ननी ं ै। दप्रे श-भकम त कप्रे पदास अपननी भश्कम तकप्रे ससवदा
और क्यदा संपश्त्त ं ै। इसनी ववषय कगो आज कप्रे अगलप्रेख कदा ववषय बनदानप्रे
ककी कल्पनदा करतप्रे-करतप्रेउनकदा ध्यदान रदाय सदा ब कप्रे मआमलप्रेकककी ओर जदा प ंकच
ड।ँ दा।
रदाय सदा ब सचनदाड कदा क्यदा उत्तर दप्रे तप्रे ं ैं,य दप्रे खनदा ं ै। अगर व अपननी सफ़दाई
दप्रे नप्रे मभ ससल ंगो जदा,तबप्रे तगो ैंकगोई बदात न ंनीं,लप्रेककन अगर व य समझभ कक
ओंकदारनदाथ दबदाव,भय, यदा मलदाक जप्रेमभआकर अपनप्रेकतदव्य सप्रेम।ँसड ंकप्रेर लभग तगो
य उनकदा भ्रम ं ै। इस सदारप्रे तप और ससदान कदा परस्कदारु उन म ंभइसकप्रे ससवदा और क्यदा
समलतदा ं ैकक अवसर पड़नप्रेपर व इन क़दानडननी डक ैतयों कदा भंडदा-संगोड़ करभ । उन म ंभख़बड
मदालमड ं ैकक रदाय सदा ब बड़प्रे पभदावशदालदी जनीव ं ैं। कगौंससल कप्रे मप्रेम्बर तगो ं ैंंनी।
अधधिकदाररययों मभ भनी उनकदा कदाफ़की ंकसखड ं ै। व चदा ंभ,तगो उन पर झठप्रेड मक़दमप्रेकचलवदा
सकतप्रे ं ैं,अपनप्रेगडयोंंंक सप्रेरदा चलतप्रेवपटवदा सकतप्रे ं ैं;लप्रेककन ओंकदार इन बदातयों सप्रे न ंनीं
डरतदा। जब तक उसककी दप्रे मभ ,पदाणव आततदा ै यययों ककी ख़बर लप्रेतदा र ंप्रेगदा।

सदा मगोटरकदार ककी आवदाज़ सनक कर व चगौंकप्रे। तरन्तक कदाग़ज़ लप्रेकर अपनदा लप्रेख आरं भ
कर हदयदा। और एक ंनी क्षण मभ रदाय सदा ब नप्रे उनकप्रे कमरप्रे मभ क़दम रक्खदा।
ओंकदारनदाथ नप्रे न उनकदा स्वदागत ककयदा,न ककशल-क्षप्रेम पछदाड, न ककरसनी ददी।
उन म ंभइस तर दप्रे खदा मदानगो कगोई मलदाश्ज़मक उनककी अददालत मभ आयदा ंगो और रगोब
सप्रेसमलप्रे ंकए स्वर मभ पछदाड -- आपकगो मप्रेरदा परज़दाक समल गयदा थदा? म ैं व पत

सलखनप्रे कप्रे सलए बदाध्य न ंनीं, मप्रेरदाथदा कतदव्य य थदा कक स्वयम णउसककी त
क़कीक़दात करतदा; लप्रेककन मरसौवतक मभ सससदांतयों ककी ककछ न ककछ त्यदा करननी ंनी पड़तनी
ं ै। क्यदा उस संवदाद मभ ककछ सत्य ं ै?

रदाय सदा ब उसकदा सत्य ंगोनदा अस्वनीकदार न कर सकप्रे । ंदालदाड।ँकक अभनी तक उन म ंभ


जरमदानप्रेककप्रे ंकपए न ंनींसमलप्रेथप्रेऔर व उनकप्रे पदानप्रेसप्रेसदाफ़ इनकदार कर सकतप्रे
थप्रे;लप्रेककन व दप्रे खनदा चदा तप्रेथप्रेकक य म ंदाशय ककस प लडपर चलतप्रे ं ैं।

ओंकदारनदाथ नप्रेखप्रेद पकट करतप्रे ंकए क ंदा -- तब तगो मप्रेरप्रेसलए उस संवदाद कगो
पकदासशत करनप्रेकप्रे ससवदा और कगोई मदागदन ंनीं ं ै। मझप्रेइ क सकदा दछःखक ं ैकक मझप्रेक
अपनप्रे एक परम ह त ैषनी समत ककी आलगोचनदा करननी पड़ र ंनी; लप्रेककन ै कतदव्य कप्रे
आगप्रेव्यश्क्त कगोई चनीज़ न ंनीं। संपदादक अगर अपनदा कतदव्य न परदाड कर सकप्रे , तगो
उसप्रे इस आसन पर ब ैठनप्रे कदा कगोई क़ न ं ै।ंनीं

रदाय सदा ब ककरसनी पर डट गयप्रेऔर पदान ककी धिगलसौररयदाड।ँम।ँं


ड कमभभरकर बगोलप्रे--
लप्रेककन य आपकप्रे क़ मभ अच्छदा न ंगोगदा। मझप्रेकजगो ककछ ंगोनदा ं ै,पनीछप्रे ंगोगदा,
आपकगो तत्कदाल दं ड समल जदायगदा;अगर आप समतयों ककी परवदा न ंनीं करतप्रे,तगो म ैं
भनी उसनी क ैंड़प्रेकदा आदमनी ंड।ं।ँ

ओंकदारनदाथ नप्रे श ंनीदकदा गसौरव संदारण करकप्रे क ंदा-- इसकदा तगो मझप्रेककभनी भय
न ंनीं ंकआ। श्जस हदन म ैंनप्रेपत-संपदादन कदा भदार सलयदा,उसनी हदन पदाणयों कदा
मगो
छगोड़ हदयदा, और मप्रेरप्रे समनीप एक संपदादक ककी सबसप्रे शदानददार मसौत य ंनी ं ै कक व
न्यदाय और सत्य ककी रक्षदा करतदा ंकआ अपनदा बसलददान कर दप्रे ।

'अच्छठी बदात ं ै। म ैंपककीआ चकनसौतनी स्वनीकदार करतदा ंड।ं।ँमअ


ैं ब तक आपकगो समत
समझतदा आयदा थदा; मगर अब आप लड़नप्रे ंनी पर त ैयदार, तगो ैंलड़दाई ंनी स ंनी।
आणख़र म ैंआपकप्रे पत कदा प।ँच
ड गनदाक चंददा क्ययों दप्रे तदा ंड।ं।ँकप्रेवल इसनीसलए कक व
मप्रेरदा ग़लदामक बनदा र ंप्रे। मझप्रेकपरमदात्मदा नप्रेरईस बनदायदा ं ै। पच त्तर ंकपयदा दप्रे तदा
ंड;ं।ँ
इसनीसलए कक आपकदा म।ँं ड कबंद र ंप्रे। जब आप घदाटप्रे कदा रगोनदा रगोतप्रे ं ैंऔर स
ंदायतदा ककी अपनील करतप्रे , और ैं ऐसनी शदायद ंनी कगोई तमदा ंनी जदातनी ंगो, जब
आपककी
अपनील न नकलतनी ंगो, तगो म ैंऐसप्रेमसौक़प्रे पर आपककी ककछ न ककछ मदद कर दप्रे तदा
ंड।ं।ँककससलए! ददीपदावलदी, दस रदा, ंगोलदी मभ आपकप्रे य ंदाड।ँब ैनदा भप्रेजतदा ंड,और।ँ सदाल
मभ
पच्चनीस बदार आपककी ददावत करतदा ंड,ककससलए!ं।ँ आप ररक वत और कतदव्य
दगोनयों
सदाथ-सदाथ न ंनीं नभदा सकतप्रे।'

ओंकदारनदाथ उत्तप्रेश्जत ंगोकर बगोलप्रे,--म ैंनप्रे कभनी ररकत वन ंनीं लदी।

रदाय सदा ब नप्रे संटकदारदा-- अगर य व्यव ंदार ररक वत न ंनीं ं ै तगो ररकतवक्यदा
ं ै? ज़रदा मझप्रेकसमझदा ददीश्जए। क्यदा आप समझतप्रे , आपकगो ैं छगोड़कर और सभनी धगप्रे
ं ैं जगो नछःस्वदाथद-भ सप्रेआपकदा घदाटदा परदाड करतप्रे ं ैं। नकदासलए अपननी ब नी और
बतलदाइए अब तक आपकगो मप्रेरदी ररयदासत सप्रेककतनदा समल चकदाक ं ै।
मझप्रेव
क वकवदास ं ै, ज़दारयों ककी रक़म नकलप्रेगनी;अगर आपकगो स्वदप्रे शनी-स्वदप्रे शनी
धिचल्लदाकर ववदप्रे शनी दवदाओंऔर वस्तओंंककदा ववजदापन छदापनप्रेमभशरम न ंनींआतनी,
तगो म ैं अपनप्रे असदासमययों सप्रे डदाड।ँड़,तवदान और जमदानदादल
क प्रेतप्रेशरमदाऊड।ँ?य न समणझए
कक आप ंनी ककसदानयों कप्रे ह त कदा बनीड़दा उठदायप्रे ंकए ं ैं। मझप्रेकककसदानयों कप्रे सदाथ
जलनदा-मरनदा ं ै, मझसप्रेकबढ़कर दसरदाड उनकदा ह तप्रेच्छक न ंनीं ंगो सकतदा; लप्रेककन
मप्रेरदीगज़रु क ैसप्रे ंगो! अफ़सरयों कगो ददावतभ क ंदाड।ँसप्रेदंड,ं।ँसरकदारदी चंदप्रेक
ंदाड।ँसप्रेदंड,ं।ँख़दानददान कप्रे स ैकड़यों आदसमययों ककी ज़डरतभ क ैसप्रेपरदीड क।ँड ।मप्रेरप्रेघर कदा क्यदा
ख़चद ं ै,य शदायद आप
जदानतप्रे ं ैं। तगो क्यदा मप्रेरप्रे घर मभ कपयप्रे?आयप्रेधगदालतप्रे तगो ै आसदासमययों ंनी कप्रे घर सप्रे।
आप समझतप्रे ,ंयोंगप्रेज़मनींददार और तदाल्लक़प्रेददारु सदारप्रे संसदार कदा सखक भगोग र ंप्रे ं ैं।
उनककी असलदी ंदालत कदा आपकगो जदान न; अगरदीं व संमदात्मदाद बन कर र, ंभ
तगो उनकदा श्ज़ंददा र नदा मश्ककलक ंगो जदाय। अफ़सरयों कगो डदासलयदाडन
।ँ दभ ,तगो जप्रेलख़दानदा
घर ंगो जदाय। म बबच्छड न ंनीं ं ैंकक अनदायदास ंनी सबकगो डंक मदारतप्रेककरभ । न
ग़रदीबयों कदा गलदा दबदानदा कगोई बड़प्रे आनंद कदा कदाम; लसककनै मययददयओश कय पयलन
तगो करनदा ंनी पड़तदा ं ै। श्जस तर आप मप्रेरदी रईसनी कदा फ़दायददा उठदानदा चदा तप्रे, ं ैं
उसनी तर और सभनी मभ सगोनप्रेककी मरग़नीक समझतप्रे ं ैं। आइए मप्रेरप्रेब।ँग
ड लप्रेपर तगो
हदखदाऊड।ँकक सबक सप्रेशदाम तक ककतनप्रे नशदानप्रेमझक पर पड़तप्रे ं ैं। कगोई कदाकमनीर सप्रे
शदाल-दशदालदा सलयप्रेचलदा आ र ंदा ं ै,कगोई इत और तम्बदाक कदा एजभट ं ै,कगोई
ंक ंड
पस्त और पबतकदाओंकदा, कगोई जनीवन-बनीमप्रे कदा,कगोई गदामगोफ़गोन सलयप्रे ससर पर
कयोंंक
सवदार ं ै,कगोई कछ। चंदप्रेवदालप्रेतगो अनधिगनतनी। क्यदा सबकप्रे सदामनप्रेअपनदा दखड़दा
ंक ंक
लप्रेकर ब ैठ जदाऊड।ँ?यप्रेलगोग मप्रेरप्रेद्वदार पर दखड़दाक सन
क दानप्रे आतप्रे? आतप्रे ैं ं ैंमझप्रेकउल्लड
बनदाकर मझसप्रेकककछ ऐंठनप्रेकप्रे सलए। आज मयदादंदा कदा ववचदार छगोड़ दंड,ं।ँतगो
तदासलयदाड।ँ
वपटनप्रेलगभ । क्कदाम कगो डदासलयदाड।ँन दंड,ं।ँतगो बदागनी समझदा जदाऊड।ँ । तब आप अपनप्रे
ंक
लप्रेखयों सप्रेमप्रेरदी रक्षदा न करभ ग। कदाड।ँगप्रेस मभ शरदीक आ, उसकदा तदावदान अभनी तक दप्रे तदा
ंक
जदातदा ंड । ं।ँ क दालदी ककतदाब मभ नदाम दरज़ ंगो गयदा। मप्रेरप्रे ससर पर ककतनदा क़रज़, ं ै
भनी कभनी आपनप्रेपछदाड ं ै? अगर सभनी म ंदाजन डडधिगयदाड।ँ करदा , लभतगोमप्रेरप्रे ंदाथ ककी
य अगठठीड ।ँ तक बबक जदायगनी। आप क ंभग क्ययों य आडंबर पदालतप्रे ंगो। कह ए,
सदात पकतयोंंक सप्रेश्जस वदातदावरण मभ पलदा ंडउससड़अब नकल न ंनींसकतदा।
घदास छठीलनदा मप्रेरप्रे सलए असंभव ं ै। आपकप्रे पदास ज़मनीन,जदायददादननीं न ंनीं,मयदादददा

कदा झमप्रेलदा न , ंनींआप नभनीक ंगो सकतप्रे ; लप्रेककन ैं आप भनी दमक दबदायप्रेब ैठप्रे र तप्रे ं ैं।
आपकगो ककछ ख़बर ं ै,अददालतयों मभ ककतननी ररकतभ व चल र ंनी, ककतनप्रे ैं ग़रदीबयों कदा
ख़नड ंगो र ंदा ं ै,ककतननी दप्रे ववयदाड।ँ भ्रष मंगोट र ंनी ं ैं! ं ैबतदाड सलखनप्रेकदा? सदामगनी म ैं
दप्रे तदा ंड,पमदाणसह।ँ त।

ओंकदारनदाथ ककछ नमद ंगोकर बगोलप्रे-- जब कभनी अवसर आयदा ं ै,म ैंनप्रे क़दम पनीछप्रे न
ंनीं टदायदा।
रदाय सदा ब भनी ककछ नमद ंकए -- ंदाड।ँ,म ैंस्वनीकदार करतदा ंडकक।ँ दगो-एक मसौक़यों पर
आपनप्रे जवदाड।ँमरददी हदखदायनी;लप्रेककन ै आप ककी नगदा मप्रेशदा अपनप्रे लदाभ ककी ओर र ंनी
ं ै,पजदा-ह त ककी ओर न ंनीं। आड।ँखभन नकदासलए और न म।ँं
ड कलदाल ककीश्जए।
जब कभनी आप म ैददान मभ आयप्रे,उसकदा ैंशकभ पररणदाम य ंनी ंकआ कक आपकप्रे सम्मदान
और पभदाव और आमदननी मभ इज़दाफ़दा ंकआ ं ै; अगर मप्रेरप्रे सदाथ भनी आप व ंनी चदाल
चल र ंप्रे , ंयोंतगो म ैं आपककी ख़दार तकरनप्रेकगो त ैयदार ंड।ं।ँंप
क ए न दंडगदा।ँ; क्ययोंकक व
ररक वत ं ै। आपककी पत्ननीजनी कप्रे सलए कगोई आभषणड बनवदा दंडगदा।ं।ँ ं ै मंज़रू?
अब म ैंआपसप्रेसत्य क तदा ंडकक।ँ आपकगो जगो संवदाद समलदा व गलत ं ै; मगर य भनी
क दप्रे नदा चदा तदा ंडकक।ँ अपनप्रेऔर सभनी भदाइययों ककी तर म ैं असदासमययों सप्रेजमदादनदाक
लप्रेतदा ंडऔर।ँ सदाल मभ दस-पदाड।ँच ज़दार ंकपए मप्रेरप्रे ंदाथ लग जदातप्रे , और ैं अगर आप
मप्रेरप्रेम।ँं
ड कसप्रेय कसौर छठीननदा चदा ंभग, तगो आप घदाटप्रे मभ
ंभग। आप भनी संसदार मभ सखक सप्रेर नदा चदा तप्रे ं ैं,म ैंभनी चदा तदा ंड।ं।ँइससप्रेक्यदा फ़दायददा
कक आप न्यदाय और कतदव्य कदा ढयोंग रचकर मझप्रेकभनी ज़प्रेरबदार करभ ,ख़द क भनी
ज़प्रेरबदार ंयों। हदल ककी बदात कह ए। म ैंआपकदा ब ैरदी न ंनीं ंड।ं।ँआपकप्रे सदाथ

ककतननी ंनी बदार एक चसौकप्रे मभ ,एक मप्रेज़ पर खदा चकदाक ंड।ं।ँमय


ैं भनी जदानतदा

ंडकक।ँ आप

तकलदीफ़ मभ ं ैं। आपककी ंदालत शदायद मप्रेरदी ंदालत सप्रे भनी ख़रदाब,अगर ै । आपदाड।ँ नप्रे
ररशचंद बननप्रे ककी क़सम खदा लदी,तगो ं ैआप ककी ख़शनी।ंक म ैंचलतदा ंड।ं।ँ

रदाय सदा ब ककरसनी सप्रेउठ खड़प्रे ंकए। ओंकदारनदाथ नप्रेउनकदा ंदाथ पकड़कर संधधिभदाव
सप्रे क ंदा-- न ंनीं-न ंनीं,अभनी आपकगो ब ैठनदा पड़प्रेगदा। म ैं अपननी पगोज़नीशन सदाफ़ कर
दप्रे नदा चदा तदा ंड।ं।ँआपनप्रेमप्रेरप्रेसदाथ जगो सलकड ककयप्रे ं ैं,उनकप्रे सलए म ैं आपकदा आभदारदी
ंड;लप्रेककन।ँ य ंदाड।ँ सससदांत ककी बदातगयनीआ ं ै और आप जदानतप्रे, सससदांत ैं पदाणयों सप्रे भनी
प्यदारप्रे ंगोतप्रे ं ैं।

रदाय सदा ब ककसनी पर ब ैठकर ज़रदा मनीठप्रे स्वर मभ बगोलप्रे-- अच्छदा भदाई, जगो चदा ंप्रे
सलखगो। म ैंतम मंक ंदारप्रे सससदांत कगो तगोड़नदा न ंनींचदा तदा। और तगो क्यदा ंगोगदा,
बदनदामनी
ंगोगनी। ंदाड।ँ,क ंदाडत
।ँ क नदाम कप्रे पनीछप्रे पनीछप्रे म।ँ!ड कसौन ऐसदा तदाल्लक़प्रेददारु ं ै,जगो
असदासमययों कगो थगोड़दा-ब ंकत न ंनींसतदातदा। ककत्तदा ड्डनी ककी रखवदालदी करप्रे तगो खदाय
क्यदा? म ैंइतनदा ंनी कर सकतदा ंडकक।ँ आगप्रेआपकगो इस तर ककी कगोई सशकदायत
समलप्रेगनी;अगर आपकगो मझक पर ककछ ववकवदास ं ै,तगो इस बदार क्षमदा ककीश्जए।
ककसनी दसरप्रेड संपदादक सप्रेमइ
ैं स तर ककी ख़शक दामद न करतदा। उसप्रे सरप्रे बदाज़दार वपटवदातदा;
लप्रेककन मझसप्रेआक पककी दगोस्तनी ं ै ;इससलए दबनदा ंनी पड़प्रेगदा। य समदाचदार-पतयों कदा
यगक ं ै। सरकदार तक उनसप्रेडरतनी ं ै, मप्रेरदी स्तनी क्यदा! आप श्जसप्रे चदा ंभ
बनदा दभ । ख़ ैर य झगड़दा ख़तम ककीश्जए। कह,आजकलए पत ककी क्यदा दशदा ं ै?
ककछ गदा क बढ़प्रे ?
ओंकदारनदाथ नप्रे अ नच्छदा कप्रे भदाव सप्रे क-- ंदाककसनी न ककसनी तर कदाम चल जदातदा
और वतदमदान पररश्स्थ त मभ म ैं इससप्रे अधधिक आशदा न ंनीं रखतदा। म ैं इस त संन और
भगोग ककी लदालसदा लप्रेकर न ंनीं आयदा ;थदाइससलए मझप्रेकसशकदायत न ंनीं ं ै। म ैं जनतदा ककी
सप्रेवदा करनप्रे आयदा थदा और व यथदाशश्ककयप्रे मतजदातदा ंड।ं।ँरदाष्र कदा
कल्यदाण ंगो, य ंनी मप्रेरदी कदामनदा ं ै। एक व्यश्क्त कप्रे सखक- कदा कगोई मल्यड न ंनीं।
दछःखक
रदाय सदा ब नप्रे ज़रदा और सहृदय ंगोकर क ंदा-- सब ठठीक ं ै भदाई सदा ब;

लप्रेककन सप्रेवदा करनप्रे कप्रे सलए भनी जनीनदा ज़डरदी ं ै। आधिथदक धिचंतदाओं मभ आप
एकदागधिचत्त ंगोकर सप्रेवदा भनी तगो ंनीं कर सकतप्रे। क्यदा गदा-संख्यदाक बबलकल ंनीं
न न
बढ़ र ं ै? ंक
ंनी

'बदात य ं ै कक म ैं अपनप्रे पत कदा आदशद धिगरदानदा न ंनीं; अगरचदा तदाम ैं आज


ससनप्रेमदास्टदारयों कप्रे धिचत और चररत छदापनप्रेलगंडततोँ मप्रेरप्रेगदा क बढ़ सकतप्रे ं ैं;लप्रेककन
अपननी तगो व ननी त न ंनीं। और भनी ककतनप्रे ंनी ऐसप्रे थकं, श्जनसप्रेडप्रे ैं पतयों द्वदारदा
संन कमदायदा जदा सकतदा ं ै,लप्रेककन म ैंउन म ंभगह त समझतदा ंड।'ं।ँ

'इसनी कदा य संल ं ै कक आज आपकदा इतनदा सम्मदान ं ै। म ैं एक पस्तदाव करनदा चदा


तदा ंड।ं।ँमदालमड न ंनींआप उसप्रेस्वनीकदार करभ ग यदा न ंनीं। आप मप्रेरदी ओर सप्रेससौ आदसमययों
कप्रे नदाम फ़म ंनी जदारदी कर ददीश्जए। चंददा म ैंदप्रेदंडगदा।ं।ँ'

ओंकदारनदाथ नप्रेक ृतजतदा सप्रेससर झकदाकरु क ंदा -- म ैं संन्यवदाद कप्रे सदाथ आपकदा
ददान स्वनीकदार करतदा ंड।ं।ँखप्रेद य ंनी ं ैकक पतयों ककी ओर सप्रेजनतदा ककतननी
उददासनीन ं ै। स्कडल और कदासलजयों और मंहदरयों कप्रे सलए संन ककी कमनी न ंनीं
ं ैपर आज तक एक भनी ऐसदा ददाननी न नकलदा जगो पतयों कप्रे पचदार कप्रे सलए ददान
दप्रे तदा,ंदालदाड।ँकक जन-सशक्षदा कदा उद् दप्रे कय श्जतनप्रेकम ख़चदमभ पतयों सप्रेपरदाड ंगो सकतदा
ं ै,और ककसनी तर
न ंनीं ंगो सकतदा। ज ैसप्रे सशक्षदालययों कगो संस्थदाओं द्वदारदा स ंदायतदा समलदा करतनी,ऐसप्रे ं ै
अगर पतकदारयों कगो समलनप्रे लगप्रे ,तगो इन बप्रेचदारयों कगो अपनदा श्जतनदा समय और
स्थदान ववजदापनयों ककी भभ ट करनदा तदापड़ ं ै ,व क्ययों करनदा पड़प्रे? म ैं आपकदा बड़दा
अनगक ं ृनीत ंड।ं।ँ
रदाय सदा ब बबददा ंगो गयप्रे;ओंकदारनदाथ कप्रे मखक पर पसन्नतदा ककी झलक न
थनी। रदाय सदा ब नप्रे ककसनी तर ककी शतद न ककी ,थनीकगोई बंसंन न लगदायदा
थदा;पर
ओंकदारनदाथ आज इतननी करदारदी संटकदार पदा कर भनी इस ददान कगो अस्वनीकदार न कर
सकप्रे । पररश्स्थ तऐसनी आ पड़नी थनी कक उन म ंभउबरनप्रेकदा कगोई उपदाय ंनी न
सझड र ंदा थदा। पप्रेस कप्रे कमदचदाररययों कदा तनीन म ंनीनप्रेकदा वप्रेतन बदाक़की पड़दा
ंकआ थदा। कदाग़ज़वदालप्रे कप्रे एक ज़दार सप्रे ऊपर आ र ; ंप्रेय थप्रेनीक्यदा कम थदा कक ंदाथ
उन म ंभ न ंनीं सं ै लदानदा पड़दा।

उनककी स्तनी गगोमतनी नप्रे आकर ववदगो कप्रे स्वर मभ --क क्यदा अभनी भगोजन कदा
समय न ंनीं आयदा,यदा य भनी कगोई नयम ं ै कक जब तक एक न बज जदाय,
जग सप्रेन उठगो। कब तक कगोई चल मंड ंदा अगगोरतदा र ंप्रे।

ओंकदारनदाथ नप्रेदखनीक आड।ँखयों सप्रेपत्ननी ककी ओर दप्रे खदा। गगोमतनी कदा ववदगो उड़ गयदा।
उनककी कहठनदाइययों कगो समझतनी थनी। दसरदीड मह लदाओंकप्रे वस्तदाभषणड दप्रे खकर
कभनी-कभनी उसकप्रे मन मभ ववदगो कप्रे भदाव जदाग उठतप्रे थप्रे और व प त-चदारकगो दगो

जलदी-कटदी सनदाक जदातनी थनी; पर वदास्तव मभ य कक्रगो उनकप्रे प त ,नअपनप्रेनींदभदादग्यक कप्रे


प त थदा,और इसककी थगोड़नी-सनी आड।ँच अनदायदास ंनी ओंकदारनदाथ तक प ंकड।ँच जदातनी
थनी। व उनकदा तपस्वनी जनीवन दप्रे खकर मन मभ ककढ़तनी थनी और उनसप्रेस ंदानभकडत
भनी रखतनी थनी। बस, उन म ंभ थगोड़दा-सदा सनककी समझतनी थनी।

उनकदा उददास म।ँं


ड कदप्रेखकर पछदाड -- क्ययों उददास ंगो, पप्रेट मभ ककछ गड़बड़ ं ैक्यदा?

ओंकदारनदाथ कगो मस्करदानदाक पड़दा -- कसौन उददास ं ै,म ैं?मझप्रेकतगो आज श्जतननी ख़शनीक
ं ै,उतननी अपनप्रेवववदा कप्रे हदन भनी न ंकई थनी। आज सबप्रेरप्रेपंद ससौ ककी बगो ननी ंकई।
ककसनी भदाग्यवदान कदा म।ँं
ड कदप्रेखदा थदा।

गगोमतनी कगो ववकवदास न आयदा, बगोलदी -- झठप्रेड ंगो। तम मंक ंभपंद ससौ क ंदाड।ँसमल
जदातप्रे ं ैं। , पंददाड।ँ ंकपए क , ंगोमदान लप्रेतनी ंड।'ं।ँ

'न ंनीं-न ंनीं,तम मंक ंदारप्रे ससर ककी क़सम, पंद ससौ मदारप्रे । अभनी रदाय सदा ब आयप्रे थप्रे। ससौ
गदा कयों कदा चंददा अपननी तरफ़ सप्रे दप्रे नप्रे कदा वचन दप्रे 'गयप्रे ं ैं।

गगोमतनी कदा चप्रे रदा उतर गयदा-- तगो समल चकप्रेक?


'न ंनीं,रदाय सदा ब वदादप्रे कप्रे पक्कप्रे' ं ैं।
'म ैंनप्रेककसनी तदाल्लक़प्रेददारु कगो वदादप्रे कदा पक्कदा दप्रे खदा ंनी न ंनीं । ददाददा एक
तदाल्लक़प्रेददारु कप्रे नसौकर थप्रे। सदाल-ंदाल भर तलब न ंनीं समलतनी थनी। उसप्रेछगोड़कर
दसरप्रेड ककी नसौकरदी ककी। उसनप्रे दगो सदाल तक एक पदाई न ददी। एक बदार ददाददा गरम
पड़प्रे,तगो मदारकर भगदा हदयदा। इनकप्रे वदादयों कदा कगोई क़रदार न ंनीं।'

'म ैंआज ंनी बबल भप्रेजतदा ंड।'ं।ँ

'भप्रेजदा करगो। क दभ गप्रे,कल आनदा। कल अपनप्रेइलदाक़प्रे पर चलप्रेजदायगप्रे।ंड।ँ तनीन म ंनीनप्रे मभ


लसौटभ गप्रे।'

ओंकदारनदाथ संशय मभ पड़ गयप्रे।ठठीकतगो ं ै,क ंनींरदाय सदा ब पनीछप्रे सप्रेमकरु गयप्रे, तगो
व क्यदा कर लभगप्रे।

ककर भनी हदल मज़बतड करकप्रे क ंदा -- ऐसदा न ंनीं ंगो सकतदा। कम-सप्रे-कम रदाय
सदा ब कगो म ैंइतनदा संगोखप्रेबदाज़ न ंनींसमझतदा। मप्रेरदा उनकप्रे य ंदाड।ँककछ बदाक़की न ंनीं ं ै।

गगोमतनी नप्रे उसनी संदप्रे कप्रे भदाव सप्रे-- कइसनीदा सप्रेतगो म ैंतम मंक ंभबबक क तनी ंड।ं।ँज़रदा
ककसनी नप्रेस ंदानभकडत हदखदायनी और तमक संडल उठप्रे । यप्रेमगोटप्रे रईस ं ैं। इनकप्रे पप्रेट मभ
ऐसप्रे ककतनप्रे वदादप्रे ज़म ंगो सकतप्रे ं ैं। श्जतनप्रे वदादप्रे ,अगकरतप्रेसब प ैंरदाड करनप्रे
लगभ ,तगो भनीख मदाड।ँगनप्रेककी नसौबत आ जदाय। मप्रेरप्रेगदाड।ँव कप्रे ठदाककर सदा ब तगो दगो-दगो,
तनीन-तनीन सदाल-तक ब नययों कदा ह सदाब न करतप्रे थप्रे। नसौकरयों कदा ह सदाब तगो नदाम
कप्रे सलए दप्रे तप्रे थप्रे।- भरसदालकदाम सलयदा, जब नसौकर नप्रे वप्रेतन मदाड।ँगदा,मदारकर नकदाल
हदयदा। कई बदार इसनी नदाहद ंभददी मभ स्कडल सप्रेउनकप्रे लड़कयों कप्रे नदाम कट गयप्रे।
आणख़र उन म ंयोंनप्रेलड़कयों कगो घर बलदाक सलयदा। एक बदार रप्रे ल कदा हटकट सउदार मदाड।ँगदा
थदा। य रदाय सदा ब भनी तगो उन म ंनीं कप्रे भदाईबंद ं ैं। चलगो भगोजन करगो और चक्ककी
पनीसगो, जगो तम मंक ंदारप्रे भदाग्य मभ सलखदा ं ै। य समझ लगो कक यप्रेबड़प्रेआदमनी
तम मंक ंभ
संटकदारतप्रे र, ंभवनी अच्छदा ं ै। य तम मंक ंभएक प ैसदा दभ ग, तगो उसकदा चसौगनदाक अपनप्रे
असदासमययों सप्रेवसलड कर लभग। अभनी उनकप्रे ववषय मभ जगो ककछ चदा तप्रे ंगो, सलखतप्रे
ंगो। तब तगो ठककरसगो ंदातनी ंनी क ननी पड़प्रेगनी।

पंडडत जनी भगोजन कर र ंप्रे ; थप्रेपर कसौर म।ँं


ड कमभसंड।ँसदा ंकआ जदान पड़तदा थदा।
आणख़र बबनदा हदल कदा बगोझ लकदा ककयप्रे भगोजन करनदा कहठन ंगो गयदा।
बगोलप्रे-- अगर ंकपए न हदयप्रे,तगो ऐसनी ख़बर लंडगदा।ँ कक यदाद करभ ग। उनककी चगोटदी
मप्रेरप्रे ंदाथ मभ ं ै। गदाड।ँवगकप्रेझठठीडलगोख़बर न ंनींदप्रेसकतप्रे। सच्चनी ख़बर दप्रे तप्रेतगो उनककी
जदान नकलतनी ं ै, झठठीड ख़बर क्यदा दभ ग! रदाय सदा ब कप्रे णख़लदाफ़ एक ररपगोटदमप्रेरप्रे
पदास आयनी ं ै। छदाप दंड,ं।ँबचदा कगो घर सप्रे नकलनदा मश्ककलक ंगो जदाय। मझप्रेकय
ख़ ैरदात न ंनीं दप्रे र, बड़प्रे ं ैंदबसट मभ पड़कर इस रदा पर आयप्रे ं ैं। प लप्रे संमककयदा हदखदा र
ंप्रे थप्रे,जब दप्रे खदा इससप्रे कदाम न चलप्रेगदा,तगो य चदारदा संभ कदा। म ैंनप्रे भनी, सगोचदा एक इनकप्रे ठठीक
ंगो जदानप्रे सप्रे तगो दप्रे श सप्रे अन्यदाय समटदा जदातदा,ककरन क्ययोंंनीं न इस ददान कगो स्वनीकदार कर
लंड।ं।ँमअ ैं पनप्रेआदशदसप्रेधिगर गयदा ंडज़रड ।ँ ; लप्रेककन इतनप्रे पर भनी रदाय सदा ब नप्रे दग़दा ,ककतत म
भड़ शठतयर पउतर आऊसम गय। जत
ग़रदीबयों कगो लटतदाड ं ै,उसकगो लटनप्रेडकप्रे सलए अपननी आत्मदा कगो ब त समझदानदा

पड़प्रेगदा। ंक

***
17

गदाड।ँव मभ ख़बर सं ैल गयनी कक रदाय सदा ब नप्रेपंचयों कगो बलदाकरु ख़बड डदाडट
।ँ दा और इन
लगोगयों नप्रेश्जतनप्रेकपए वसलड ककयप्रेथप्रे,व सब इनकप्रे पप्रेट सप्रे नकदाल सलयप्रे। व इन लगोगयों तगो
कगो जप्रे लभप्रेजवदा र ंप्रे ; थप्रेलककन इन लगोगयों नप्रे -ंदाथपदाड।ँव जगोड़प्रे,थककरू चदाटदा, तब
जदाकप्रे उन म ंयोंनप्रे छगोड़दा। सं नयदा कदा कलप्रेजदा शनीतल गो ,गयदाड।ँवमभ घमड-घमकरू पंचयों कगो
सलज्जत करतनी ककरतनी थनी -- आदमनी न सनप्रेकग़रदीबयों ककी पकदारु,
भगवदान णतगो सनतप्रेक ं ैं। लगोगयों नप्रेसगोचदा थदा, इनसप्रेडदाड।ँड़ लप्रेकर मज़प्रेससप्रेकलसौडड़यदाड।ँ
खदायभग। भगवदान णनप्रेऐसदा तमदाचदा लगदायदा कक संकलसौडड़यदाड।ँम।ँं ड कसप्रे नकल पड़नीं। एक-
एक कप्रे दगो-दगो भरनप्रे पड़प्रे। अब चदाटगो मप्रेरदा मकदान लप्रेकर।

मगर ब ैलयों कप्रे बबनदा खप्रेतनी क ै?सप्रेगदाड।ँवयों ंगो मभ बगोआई शकड त गयड़। कय तदक कस
म ंनीनप्रेमभककसदान कप्रे ब ैल मर जदाय,ंड।ँतगो उसकप्रे दगोनयों ंदाथ कट जदातप्रे। ं ैंंगोरदी कप्रे
दगोनयों ंदाथ कट गयप्रे थप्रे। और सब लगोगयों कप्रे खप्रेतयों मभ ल चल र ंप्रे थप्रे। बनीज डदाल
जदा र ंप्रे थप्रे। क-ककींंनींगनीत ककी तदानभसनदायनीक दप्रे तनी थनीं। ंगोरदी कप्रे खप्रेत ककसनी अनदाथ
अबलदा कप्रे घर ककी भदाड।ँत सनप्रेडपड़प्रेथप्रे। पकनयदा कप्रे पदास भनी गगोई थनी; शगोभदा कप्रे पदास
भनी गगोई थनी; मगर उन म ंभ अपनप्रे खप्रेतयोंककीबआईक सप्रेक ंदाड।ँफ़करसत कक ंगोरदी ककी
बआईक करभ । ंगोरदी हदन-भर सइर-सउर मदारदा-मदारदा ककरतदा थदा। क ंनीं इसकप्रे खप्रेत मभ
जदा ब ैठतदा,क ंनींउसककी बगोआई करदा दप्रे तदा। इस तर ककछ अनदाज समल जदातदा।
नयदा, ंडपदा, सगोनदा सभनी दसरयोंंड ककी बगोआई मभ लगनी र तनी थनीं। जब तक बगोआई
र ंनी, पप्रेट ककी रगोहटयदाड।ँ समलतनीगयनीं,ववशप्रेष कष्ट न ंकआ। मदानससक वप्रेदनदा
तगो
अवकय ंगोतनी थनी; पर खदानप्रे भर कगो समल जदातदा थदा। रदात कगो नत्य स्तनी-पंकष मभ

थगोड़नी-सनी लड़दाई ंगो जदातनी थनी। य ंदाड।ँ तक कक कदा तदक कदा म ंनीनदा बनीत गयदा
और गदाड।ँव मभ मज़दरदीड समलननी भनी कहठन ंगो गयनी। अब सदारदा ददारमददार ऊख पर
थदा, जगो खप्रेतयों मभ खड़नीथनी।

रदात कदा समय थदा। सददी ख़बड पड़ र ंनी थनी। ंगोरदी कप्रे घर मभ आज ककछ खदानप्रेकगो न
थदा। हदन कगो तगो थगोड़दा-सदा भनदाक ंकआ मटर समल गयदा थदा; पर इस वक़्त चल मंड
ंदा
जलदानप्रेकदा कगोई डसौल न थदा और ंडपदा भखड कप्रे मदारप्रे व्यदाककल भनी और द्वदार पर कसौड़प्रे
कप्रे सदामनप्रे ब ैठठी रगो र ंनी थनी। घर मभ जब अनदाज ददानदाकदाएकभनी न ंनीं , तगो ै क्यदा
मदाड।ँगप्रे,क्यदा क ंप्रे! जब भखड न स ंनी गयनी तगो व आग मदाड।ँगनप्रेकप्रे ब ंदानप्रेपकनयदा
कप्रे घर गयनी। पन
क यदा बदाजरप्रे ककी रगोहटयदाड।ँऔर बथएक कदा सदाग पकदा र ंनी थनी। सगंसंक
सप्रेडपदा कप्रे म।ँं
ड कमभपदाननी भर आयदा।

पकनयदा नप्रेपछदाड -- क्यदा अभनी तप्रेरप्रे घर आग न ंनीं जलदी,क्यदा रदी?

ंडपदा नप्रे ददीनतदा सप्रे क --ंदा आज तगो घर मभ ककछ थदा ंनी न ंनीं,आग क ंदाड।ँ सप्रे
जलतनी?

'तगो ककर आग कदा ंप्रे कगो मदाड।ँगनप्रे आयनी?' ं ै

'ददाददा तमदाखडवपयभग।'

पकनयदा नप्रेउपलप्रेककी आग उसककी ओर संभ क ददी; मगर ंड पदा नप्रे आग उठदायनी न ंनीं
और समनीप जदाकर बगोलदी -- तम मंक ंदारदी रगोहटयदाड।ँम क र ंनी ं ैं कदाककी! मझप्रेकबदाजरप्रे
ककी रगोहटयदाड।ँ बड़नी अच्छठी लगतनी ं ैं।

पकनयदा नप्रेमस्करदाकरु पछदाड -- खदायप्रेगनी?

'अम्मदा डदाटभ गनी।'

'अम्मदा सप्रे कसौन क नप्रे जदायगदा।'

ंडपदा नप्रे पप्रेट-भर रगोहटयदाड।ँखदायनींऔर जठप्रेड म।ँं


ड कभदागनी ंकई घर चलदी गयनी।

ंगोरदी मन-मदारप्रे ब ैठदा थदा कक पंडडत ददातदाददीन नप्रेजदाकर पकदारदा।ंक ंगोरदी ककी छदातनी
संड़कनप्रेलगनी। क्यदा कगोई नयनी ववपश्त्त आनप्रेवदालदी ं ै। आकर उनकप्रे चरण छकयप्रेऔर
कसौड़प्रे कप्रे सदामनप्रे उनकप्रे सलए मदाड।ँचनी रख ददी।

ददातदाददीन नप्रेब ैठतप्रे ंकए अनगक भदाव सप्रेक ंदा -- अबककी तगो तम मंक ंदारप्रे खप्रेत परतनी पड़
गयप्रे ंगोरदी! तमनप्रेकगदाड।ँव मभ ककसनी सप्रेककछ क ंदा न ंनीं,न ंनीं भगोलदा ककी मजदाल थनी कक
तम मंक ंदारप्रे द्वदार सप्रेब ैल खगोल लप्रेजदातदा! य ंनींल ंदास धिगर जदातनी। म ैंतमसप्रेज
क नप्रेऊ ंदाथ
मभ लप्रेकर क तदा ंड,ं।ँंगोरदी, म ैंनप्रेतम मंक ंदारप्रे ऊपर डदाड।ँड़ न लगदायदा थदा। सं नयदा मझप्रेक नदा
क़ बदनदाम करतनी ककरतनी ं ै। य लदालदा पटप्रे कवरदी और णझंगरदीससंंक ककी कदारस्तदाननी
ं ै। म ैं तगो लगोगयों कप्रे क नप्रे सप्रे पंचदायत मभ ब ैठ। वभर लगोगगयदा थदा
तगो और कड़दा दं ड लगदा र ंप्रे थप्रे। म ैंनप्रे-सककप्रेक कम करदायदा; मगर अब सब जनप्रे
ससर पर ंदाथ संरप्रे रगो र ंप्रे ं ैं। समझप्रे,य ंदाडथ
।ँ प्रे उन म ंनीं कदा रदाज ं ै। य न जदानतप्रे, थप्रे
गदाड।ँव कदा रदाजदा कगोई और ं ै। तगो अब अपनप्रे खप्रेतयों ककी बगोआई कदा क्यदा इन्तज़दाम
कर र ंप्रे ?ंगो

ंगोरदी नप्रे ककण-कं ठ सप्रे क --ंदा क्यदा बतदाऊड।ँ म ंदारदाज,परतनी र ंभगप्रे।

'परतनी र ंभगप्रे?य तगो बड़दा अनथद ंगोगदा!

'भगवदान णककी य ंनी इच्छदां ै,तगो अपनदा क्यदा बस।'

'मप्रेरप्रेदप्रेखतप्रेतम मंक ंदारप्रे खप्रेत क ैसप्रेपरतनी र ंभग। कल म ैंतम मंक ंदारदी बगोआई करदा दंडगदा।ं।ँ
अभनी खप्रेत मभ ककछ तरदी ं ै। उपज दस हदन पनीछप्रे ंगोगनी, इसकप्रे ससवदा और कगोई
बदात
ंनीं। मदारदा तम मंक ंदारदा सआदा सदाझदा र ंप्रेगदा। इसमभ न तम मंक ंभकगोई टगोटदा ं ै,न मझप्रे।ंक
म ैंनप्रे आज-ब ैठप्रे सगोचदा,तगो धिचत्त बड़दा दखनीक ंकआ कक जतप्रेक-जतदायप्रेकखप्रेत परतनी र ंप्रे
जदातप्रे ' ं ैं!

ंगोरदी सगोच मभ पड़ गयदा। चसौमदासप्रे-भर इन खप्रेतयों मभ खदाद डदालदी,जगोतदा और आज


कप्रे वल बगोआई कप्रे सलए सआनी फ़सल दप्रे ननीपड़ र ंनी ं ै। उस पर ए सदान क ै सदा जतदा
ंप्रे ; लप्रेककन ैं इससप्रेतगो अच्छदा य ंनी ं ैकक खप्रेत परतनी पड़ जदाय।ंड।ँऔर ककछ न
समलप्रेगदा,लगदान तगो नकल ंनी आयप्रेगदा। न , ंनींअबककी बप्रेबदाक़की न ंकई, तगो
बप्रेदख़लदी आयनी संरदी ं ै। उसनप्रे य पस्तदाव स्वनीकदार कर सलयदा।

ददातदाददीन पसन्न ंगोकर बगोलप्रे-- तगो चलगो, म ैं भनीअ बनीज तसौल दंड,ं।ँश्जसमभ सबप्रेरप्रे कदा
झंझट न र ंप्रे। रगोटदी तगो खदा लदी ं ै? न

ंगोरदी नप्रेलजदातप्रे ंकए आज घर मभ चल मंड ंदा न जलनप्रेककी कथदा क ंनी।

ददातदाददीन नप्रे मनीठप्रे उलदा नप्रे कप्रे भदाव सप्रे-- कअरप्रे !ंदा तम मंक ंदारप्रे घर मभ चल मंड ंदा न ंनीं
जलदा और तमनप्रेकमझसप्रेकक ंदा भनी न ंनीं! म तम मंक ंदारप्रे ब ैरदी तगो न ंनींथप्रे। इसनी बदात पर
तमसप्रेकमप्रेरदा जनी ककढ़तदा ं ै। अरप्रे भलप्रेआदमनी, इसमभ लदाज-सरम ककी कसौन बदात ं ै। म
सब एक ंनी तगो ं ैं। तमक सद ड ंकए तगो क्यदा, म बदाम म न ंकए तगो क्यदा, ं ैं तगो सब
एक ंनी घर कप्रे । हदन सबकप्रे बरदाबर न ंनीं जदातप्रे। कसौन, कलजदानप्रेमप्रेरप्रे ंनी ऊपर
कगोई संकट आ पड़प्रे,तगो म ैंतमसप्रेकअपनदा दछःखक न क ंडगदा।ँ तगो ककससप्रेक ंडगदा।ं।ँ
अच्छदा जगो ंकआ, चलगो बभ ग ंनी कप्रे सदाथ तम मंक ंभमन-दगो-मन अनदाज खदानप्रेकगो भनी
तसौल दंडगदा।ं।ँ

सआ घंटप्रे मभ ंगोरदी-भरमनजसौ कदा टगोकरदा ससर पर रखप्रे आयदा और घर ककी चक्ककी


चलनप्रेलगनी। सं नयदा रगोतनी थनी और सदा स कप्रे सदाथ जसौ पनीसतनी थनी। भगवदान णउसप्रे
ककस कककमदकदा य दं ड दप्रे र ंप्रे ं ैं!

दसरप्रेड हदन सप्रेबगोआई शकड ंकई। ंगोरदी कदा सदारदा पररवदार इस कदाम मभ जटदाक
ंकआ थदा, मदानगो सब ककछ तर ंनी ं ै।
अपनदा

कई हदन कप्रे बदाद ससंचदाई भनी इसनी तर ंकई। ददातदाददीन कगो सप्रेत-मप्रेत कप्रे मजरू समल
गयप्रे। अब कभनी-कभनी उनकदा लड़कदा मदातदाददीन भनी घर मभ आनप्रे लगदा। जवदान
आदमनी थदा, बड़दा रससक और बदातचनीत कदा मनीठदा; ददातदाददीन जगो ककछ छठीन-झपटकर
लदातप्रे थप्रे,व उसप्रे भदाड।ँग-बटदी मभ उड़दातदा थदा। एक चमदाररन सप्रेउसककी आशनदाई ंगो
गयनी थनी, इससलए अभनी तक ब्यदा न ंकआ थदा। व र तनी थनी; पर सदारदा गदाड।ँव य
र स्य जदानतप्रे ंकए भनी ककछ न बगोल सकतदा थदा। मदारदा संमद ं ै मदारदा भगोजन।
भगोजन पववत र ंप्रे ककर मदारप्रे संमद पर कगोई आड।ँच न नीं आ सकतनी। रगोहटयदाड।ँ ढदाल
बन कर सअमद सप्रे मदारदी रक्षदा करतनी ं ैं। अब सदाझप्रे ककी खप्रेतनी ंगोनप्रे सप्रे मदातदाददीन
कगो झकनयदा सप्रेबदातचनीत करनप्रेकदा अवसर समलनप्रेलगदा। व ऐसप्रेददाड।ँव सप्रेआतदा, जब घर
मभ झकनयदा कप्रे ससवदा और कगोई न ंगोतदा; कभनी ककसनी ब ंदानप्रे सप्रे,कभनी ककसनी
ंदानप्रेसप्रे। झकनयदा ंडपवतनी न थनी; लप्रेककन जवदान थनी और उसककी चमदाररन पप्रेसमकदा
सप्रेअच्छठी थनी। ककछ हदन श र मभ र चककीक थनी, प ननदा-ओढ़नदा, बगोलनदा-चदालनदा जदानतनी
थनी और लज्जदाशनील भनी थनी, जगो स्तनी कदा सबसप्रे बड़दा आकषदण ं ै। मदातदाददीन
कभनी-कभनी उसकप्रे बच्चप्रेकगो गगोद मभ उठदा लप्रेतदा और प्यदार करतदा। झकनयदा न ंदाल
ंगो जदातनी थनी।

एक हदन उसनप्रेझकनयदा सप्रेक ंदा -- तमक क्यदा दप्रे खकर गगोबर कप्रे सदाथ आयनींझनदाड?

झकनयदा नप्रेलजदातप्रे ंकए क ंदा -- भदाग खनींच लदायदा म ंदारदाज,और क्यदा क ंड।ं।ँ

मदातदाददीन दछःखनीक मन सप्रेबगोलदा -- बड़दा बप्रेवफ़दा आदमनी ं ै। तमक ज ैसनी लच्छमनी कगो
छगोड़कर न जदानप्रे क ंदाड।ँ -मदारदा ककर र ंदा ं ै। चंचल सभदावक कदा आदमनी ं ै,इसनीसप्रे
मझप्रेकशंकदा ंगोतनी ं ैकक क ंनींऔर न संड।ँस गयदा ंगो। ऐसप्रेआदसमययों कगो तगो गगोलदी
मदार दप्रे नदा चदाह ए। आदमनी कदा संरम , ं ैश्जसककी बदाड।ँ पकड़प्रे,उसप्रे नभदायप्रे। य क्यदा
एक आदमनी ककी श्ज़ंदगनी ख़रदाब कर ददी और आप दसरदाड घर तदाकनप्रेलगप्रे।

यवतनीक रगोनप्रेलगनी।

मदातदाददीन नप्रे सइर-सउर तदाककर उसकदा ंदाथ पकड़ सलयदा और समझदानप्रे लगदा--
तमक उसककी क्ययों परवदा करतनी ंगो झनदाड, चलदा गयदा, चलदा जदानप्रेदगो। तम मंक
ंदारप्रे सलए ककस बदात ककी कमनी ं ै। ंकपयप्रे-प ैसप्रे,ग नदा-कपड़दा, जगो चदा ंगो
मझसप्रेकलगो।

झन
क यदा ननप्रेनीरप्रे सप्रे ंदाथ छकड़दा सलयदा और पनीछप्रे टकर बगोलदी -- सब तम मंक ंदारदी दयदा
म ंदारदाज? म ैं तगो क ंनीं ककी न र ंनी। घर सप्रे भनी, गयनीदाड।ँ सप्रे भनी गयनी। न मदायदा
समलदी, न रदाम ंनी ंदाथ आयप्रे। द ंकनयदा कदा रं ग-ढं ग न जदानतनी थनी। इसककी मनीठठी-
मनीठठी बदातभ सनकरु जदाल मभ संड।ँस गई।

मदातदाददीन नप्रेगगोबर ककी बरदाईक करननी शकड ककी -- व तगो नरदा लफ़ं गदा , घर ै कदा न घदाट
कदा। जब दप्रे खगो,मदाड।ँ-बदाप सप्रे लड़दाई। क ंनीं प ैसदा पदा ,जदायचट जआक खप्रेल डदालप्रेगदा,
चरस और गदाडज
।ँ प्रे मभ उसककी जदान बसतनी,ंगो थनीदयों कप्रे सदाथ घमनदाड, ब ंड-बप्रेहटययों कगो
छप्रे ड़नदा,य ंनी उसकदा कदाम थदा। थदानप्रेददार सदा ब बदमदाशनी मभ उसकदा चदालदान करनप्रेवदालप्रे थप्रे,
म लगोगयों नप्रेब ंकत ख़शदामद क ककी तब जदा कर छगोड़दा। दसरयोंंड कप्रे खप्रेत-खसल ंदान सप्रे
अनदाज उड़दा सलयदा करतदा थदा। कई बदार तगो ख़द क उसनी नप्रेपकड़दा थदा; पर गदाड।ँव-घर
समझकर छगोड़ हदयदा।

सगोनदा नप्रे बदा र आ कर क ंदा-- भदाभनी, अम्मदाड।ँनप्रेक ंदा ं ैअनदाज नकदालकर संपड मभ
डदाल दगो, न ंनींतगो चगोकर ब ंकत नकलप्रेगदा।

पंडडत नप्रे ज ैसप्रे बखदार मभ पदाननी डदाल हदयदा ंगो।

मदातदाददीन नप्रे अपननी सफ़दाई ददी -- मदालमड ंगोतदा ं ै,तप्रेरप्रेघर बरसदात न ंनीं ंकई।
चसौमदासप्रे मभ लकड़नी तक गनीलदी ंगो जदातनी,अनदाज ै तगो अनदाज ंनी ं ै। य क तदा ंकआ
व बदा र चलदा गयदा।

सगोनदा नप्रे आकर उसकदा खप्रेल बबगदाड़ हदयदा।


सगोनदा नप्रेझकनयदा सप्रेपछदाड -- मदातदाददीन क्यदा करनप्रे आयप्रे ?थप्रे

क यदा नप्रेमदाथदा ससकगोड़ कर क ंदा -- पगह यदा मदाड।ँग र ंप्रे थप्रे। म ैंनप्रे , कय यसमहदयय
झन
पगह यदा न ंनीं ं ै।
'य सब ब ंदानदा ं ै। बड़दा ख़रदाब आदमनी 'ं ै।

'मझप्रेकतगो बड़दा भलदा आदमनी लगतदा ं ै। क्यदा ं ैउसमभ ?'


ख़रदाबनी
'तमक न ंनींजदानतनी? सससलयदा चमदाररन कगो रखप्रे ए ं ै।'

ंक
'तगो इसनी सप्रे ख़रदाब आदमनी ंगो
गयदा?'
'और कदा ंप्रे सप्रे आदमनी ख़रदाब क ंदा जदातदा ै?'

'तम मंक ंदारप्रे भ ैयदा भनी तगो मझप्रेकलदायप्रे ं ैं। भनी ख़रदाब आदमनी ं ैं?'

सगोनदा नप्रे इसकदा जवदाब न दप्रे कर क --ंदा मप्रेरप्रे घर मभ ककर कभनी आयप्रेगदा,तगोदत्कदारु

दंडगनी।ं।ँ
'और जगो उससप्रेतम मंक ंदारदा ंगो जदाय?'
ब्यदा
सगोनदा लजदा गयनी -- तमक तगो भदाभनी, गदालदी दप्रे तनी ंगो। क्ययों,इसमभ गदालदी ककी क्यदा बदात

ं ै
?'
'मझसप्रेकबगोलप्रे,तगो म।ँं
ड कझलसक दंड।'ं।ँ

'तगो क्यदा ंदा ब्यदा ककसनी दप्रे वतदा सप्रे ंगोगदा।गदाड।ँव मभ ऐसदा सदरं ंक, सजनीलदा जवदान
तम मंक रदा
दसरदाड कसौन ं ै?'
'तगो तमक चलदी जदाओ उसकप्रे सदाथ, सससलयदा सप्रेलदाख दजप्रेअच्छठी ंगो।'

'म ैं क्ययों चलदी जदाऊड।ँ?म ैंतगो एक कप्रे सदाथ चलदी आयनी। अच्छदा ं ैयदा बरदा।ंक'
'तगो म ैं भनी श्जसकप्रे सदाथ ब्यदा , ंगोगदाउसकप्रे सदाथ चलदी जदाऊड।ँ, अच्छदागनी ंगो यदा
बरदा।ंक'
'और जगो ककसनी बढ़प्रेड कप्रे सदाथ ब्यदा ंगो गयदा?'

सगोनदा ंड।ँसनी -- म ैं उसकप्रे सलए नरम- रगोहटयदाड।ँ पकदाऊड।ँ,उसककीगनी दवदाइयदाड।ँकडटंड-ं।ँ


छदानंडगनीभीँ, उसप्रे ंदाथ पकड़कर उठदाऊड।ँ, जबगनी मर जदायगदा, तगो म।ँं ड कढदाड।ँपकर रगोऊड।ँगनी।

'और जगो ककसनी जवदान कप्रे सदाथ ंकआ!'

'तब तम मंक ंदारदा ससर, ंदाड।ँ न ंनीं' तगो!

'अच्छदा बतदाओ, तम मंक ंभबढ़दाड अच्छदा लगतदां ै,कक जवदान?'

'जगो अपनप्रे कगो चदा ंप्रे व ंनी जवदान, न ै चदा ंप्रेव ंनी बढ़दाड ं ै।'

'द ै व करप्रे ,तम मंक ंदारदा बयदा ककसनी बढ़प्रेड सप्रे ंगो जदाय, तगो दप्रे खंड,त।ँमक उसप्रेक ैसप्रेचदा तनी ंगो।
तब मनदाओगनी, ककसनी तर य नगगोड़दा मर जदाय, तगो ककसनी जवदान कगो लप्रेकर ब ैठ
जदाऊड।ँ' ।

'मझप्रेकतगो उस बढ़प्रेड पर दयदा आयप्रे।'

इस सदाल सइर एक शक्कर कदा समल खलक गयदा थदा। उसकप्रे कदाररं दप्रेऔर दलदाल
गदाड।ँव-ंदाड।ँव घमकरू ककसदानयों ककी खड़नी ऊख मगोल लप्रेलप्रेतप्रेथप्रे। व ंनी समल थदा, जगो
समस्टर खन्नदा नप्रे खगोलदा थदा। एक हदन उसकदा कदाररं ददा इस गदाडव
।ँ मभ भनी आयदा।
ककसदानयों नप्रे जगो उससप्रे भदाव-तदाव ककयदा, तगो मदालमड ंकआ, गड़क बनदानप्रेमभकगोई बचत
न ंनीं ; ं ैजब घर मभ ऊख पप्रेरकर भनी य ंनी ददाम समलतदा,तगो ं ैपप्रेरनप्रे ककी मप्रे नत
क्ययों उठदायनी जदाय? सदारदा गदाड।ँव खड़नी ऊख बप्रेचनप्रे कगो त ैयदार ; ंगोअगयदार ककछ कम
भनी समलप्रे,तगो परवदा न ंनीं। तत्कदाल तगो समलप्रेगदा। ककसनी कगो ब ैल लप्रेनदा, ककसनीथदा
कगो बदाक़की चकदानदाक थदा, कगोई म ंदाजन सप्रेगलदा छकड़दानदा चदा तदा थदा। ंगोरदी कगो ब ैलयों ककी
गगोईं लप्रेननी थनी। अबककी ऊख ककी प ैददावदार अच्छठी न ;थनीइससलए य डर थदा कक
मदाल न पड़प्रेगदा। और जब गड़क कप्रे भदाव समल ककी चनीननी समलप्रेगनी, तगो गड़क लप्रेगदा ंनी
कसौन? सभनी नप्रे बयदानप्रे लप्रेसलयप्रे। ंगोरदी कगो कम-सप्रे-कम ससौ ंकपयप्रे ककी आशदा थनी।
इसमभ एक मदामलदीड गगोई आ जदायगनी; लप्रेककन म ंदाजनयों कगो क्यदा करप्रे ! ददातदाददीन,
म।ँग
ड , दलदारदीक, ससंगरदीससंंक सभनी तगो पदाण खदा र ंप्रेथप्रे। अगर म ंदाजनयों कगो दप्रे नप्रे
लगप्रेगदा,तगो ससौ ंकपए सद-ड भर कगो भनी न ंयोंगप्रे! कगोई ऐसनी जगकतक न सझतनीड थनी
कक ऊख कप्रे ंकपए ंदाथ आ जदाय ंडऔ ।ँ र ककसनी कगो ख़बर न ंगो। जब ब ैल घर
आ जदायगप्रे।ँड,तगो कगोई क्यदा कर लप्रेगदा? गदाड़नी लदप्रे गनी,तगो सदारदा गदाड।ँव दप्रे खप्रेगदा,तसौलदी पर
जगो ंकपए समलभगप्रे,व सबकगो मदालमड ंगो जदायगप्रे।ंड।ँ सम्भव ं ैम।ँग
ड और ददातदाददीन
मदारप्रे सदाथ-सदाथ र ंभ। सइर ंकपए समलप्रे,सउर उन म ंयोंनप्रे गददन पकड़नी। शदाम कगो

धिगररर नप्रेपछदाड -- तम मंक ंदारदी ऊख कब तक जदायप्रेगनींगोरदी कदाकदा?

ंगोरदी नप्रे झदाड।ँसदा हदयदा--अभनी तगो ककछ ठठीक न ंनीं ं ैभदाई, तमक कब तक लप्रे
जदाओगप्रे?

धिगररर नप्रे भनी झदाड।ँसदा हदयदा--अभनी तगो मप्रेरदा भनी ककछ ठठीक न ंनीं ं ैकदाकदा! और लगोग
भनी इसनी तर ककी उड़नघदाइयदाड।ँ बतदातप्रे, ककसनीथप्रे कगो ककसनी पर ववकवदास न थदा।

णझंगरदीससंंक कप्रे सभनी रर नयदाड।ँथप्रे,और सबककी य ंनी इच्छदा थनी कक णझंगरदीससंंक


कप्रे ंदाथ ंकपए न पड़नप्रे पदायभ,न ंनींव सबकदा सब ज़म कर जदायगदा। और जब दसरप्रेड
हदन असदामनी ककर ंकपयप्रे मदाड।ँगनप्रे जदायगदा,तगोनयदा कदाग़ज़, नयदा नज़रदानदा, नई त
रदीर।

दसरप्रेड हदन शगोभदा आकर बगोलदा -- ददाददा कगोई ऐसदा उपदाय करगो कक णझंगरदीक ं ै
कगो ज़दा
ंगो जदाय। ऐसदा धिगरप्रे कक ककर न उठप्रे ।

ंगोरदी नप्रेमस्करदाकरु क ंदा -- क्ययों, बदाल-बच्चप्रे न ं ैं


उसकप्रे ंनीं?

'उसकप्रे बदाल-बच्चयों कगो दप्रे खभ कक अपनप्रे-बच्चयोंबदाल कगो दप्रे खभ?व तगो दगो-दगो मप्रे ररययों कगो
आरदाम सप्रे रखतदा , य ै ंदाड।ँ तगो एक कगो ंडखनी रगोटदी भनी मयस्सर न, सदारदीनीं जमदा लप्रे
लप्रेगदा। एक प ैसदा भनी घर न लदानप्रे ' दप्रे गदा।

'मप्रेरदी तगो ंदालत और भनी ख़रदाब ं ै भदाई,अगर ंकपए ंदाथ सप्रे नकल गयप्रे,तगो तबदा
ंगो जदाऊड।ँ गदा। गगोईं कप्रे बबनदा तगो कदाम न चलप्रेगदा।'
'अभनी तगो दगो-तनीन हदन ऊख ढगोतप्रेलगभ ग। ज्ययों ंनी सदारदी ऊख प ंकड।ँ च जदाय ,
जमदाददार सप्रेक ंभकक भ ैयदा ककछ लप्रेलप्रे,मगर ऊख चटपट तसौल दप्रे , ददाम पनीछप्रे दप्रे नदा।
सइर णझंगरदीक सप्रेक दभ ग, अभनी ंकपए न ंनीं समलप्रे।'

ंगोरदी नप्रे ववचदार करकप्रे क --ंदा मसप्रे-तमसप्रेककई गनदाक चतरु ं ैसगोभदा!


णझंगरदीससंंक
जदाकर मननीमक सप्रेसमलप्रेगदा और उसनीसप्रेकपए लप्रेलप्रेगदा। म-तमक तदाकतप्रेर जदायगप्रे।ंड।ँ
श्जस खन्नदा बदाबक
ड दा समल ं ै,उन म ंनीं खन्नदाबदाबडककी म ंदाजननी कगोठठी ं ै। दगोनयों
भनी
एक ं ैं। शगोभदा नरदाश ंगोकर बगोलदा-- न जदानप्रे इन म ंदाजनयों सप्रे भनी कभनी
गलदा
छडटप्रे गदा कक न
ंनीं।
ंगोरदी बगोलदा -- इस जनम मभ तगो कगोई आशदा न ंनीं ं ै भदाई! म रदाज न ंनीं, चदा तप्रे

भगोग-ववलदास न ंनीं चदा तप्रे,ख़दालदी मगोटदा-झगोटदा प ननदा, और मगोटदा-झगोटदा खदानदा


और
मरजदाद कप्रे सदाथ र नदा चदा तप्रे ं ैं। व भनी न ंनीं ससतदा।
शगोभदा ननप्रेतदतदाड कप्रे सदाथ क ंदा म ैं तगो ददाददा,इन सबयों कगो अबककी चकमदा
-- दंडगदा।ं।ँ
जमदाददार कगो ककछ दप्रे -हदलदाकर इस बदात पर रदाज़नी कर लंडगदा।ँ कक ंकपए कप्रे मभ
सलए
ख़बड दसौड़दायभ। णझंगरदीक क ंदाडत
।ँ क दसौड़भग।
ंगोरदी नप्रे ंड।ँसकर क ंदा -- सब ककछ न ंगोगदा भ ैयदा! ककशल इसनी मभ ं ैकक

णझंगरदीस कप्रे ंदाथ-पदाड।ँव जगोड़गो। म जदाल मभ संड।ँसप्रे ए ं ैं। श्जतनदा ंनी संड़ड़ड़दाओगप्रे,
संंक
उतनदा ंनी और जकड़तप्रे जदाओगप्रे। ंक

'तमक तगो ददाददा, बढ़योंंड ककी-सनी बदातभ कर र ंप्रे ंगो। कटघरप्रे मभसंड।ँसप्रेब ैठप्रे र नदा तगो कदायरतदा ं ै।
संन्ददा और जकड़ जदाय बलदा सप्रे;पर गलदा छकड़दानप्रेकप्रे सलए ज़गोर तगो लगदानदा ंनी पड़प्रेगदा।
य ंनी तगो ंगोगदा णझंगरदीक घर-द्वदार ननीलदाम करदा लभगप्रे;करदा लभ ननीलदाम! म ैंतगो चदा तदा
ंडकक।ँ मभ कगोई ंकपए न दप्रे , मभ भखयोंंड मरनप्रेदप्रे, लदातभ खदानप्रे दप्रे ,एक प ैसदा भनी सउदार न
दप्रे ;लप्रेककन प ैसदावदालप्रेसउदार न दभ तगो सद ड क ंदाड।ँसप्रेपदायभ। एक मदारप्रे ऊपर ददावदा करतदा , ं ैतगो
दसरदाड मभ ककछ कम सद ड पर ंकपए सउदार दप्रे कर अपनप्रेजदाल मभ संड।ँसदा लप्रेतदा ं ै। म ैंतगो उसनी
हदन ंकपयप्रेलप्रेनप्रेजदाऊड।ँगदा, श्जस हदन णझंगरदीक क ंनींचलदा गयदा ंगोगदा।

ंगोरदी कदा मन भनी ववचसलत ंकआ -- ंदाड।ँ,यठठीक ं ै।


'ऊख तलवदाक दभ ग। ंकपए ददाड।ँव-घदात दप्रे खकर

लप्रेआयगप्रे।ंड।ँ' 'बस-बस, य ंनी चदाल चलगो।'

दसरप्रेड हदन पदातछःकदाल गदाड।ँव कप्रे कई आदसमययों नप्रेऊख कदाटननी शकड ककी। ंगोरदी भनी
अपनप्रेखप्रेत मभ ग।ँडड़दासदा लप्रेकर प ंकड।ँचदा। सउर सप्रेशगोभदा भनी उसककी मदद कगो आ गयदा।
पकनयदा, झकनयदा, सं नयदा, सगोनदा सभनी खप्रेत मभ जदा प ंकड।ँचनीं। कगोई ऊख कदाटतदा थदा,
कगोई छठीलतदा थदा, कगोई पलप्रेडबदाड।ँसंतदा थदा। म ंदाजनयों नप्रेजगो ऊख कटतप्रे दप्रे खनी,तगो पप्रेट
मभ चडप्रे दसौड़प्रे। एक तरफ़ सप्रेदलदारदीक दसौड़नी, दसरदीड तरफ़ सप्रेम।ँग
ड सदा , तनीसरदी ओर सप्रे
मदातदाददीन और पटप्रे कवरदी और णझंगरदीक कप्रे वपयदादप्रे ।

दलदारदीक ंदाथ-पदाड।ँव मभ - मगोटप्रे चदाड।ँददी कप्रे कड़प्रे,कदानयोंपनप्रेमभसगोनप्रेकदा झमकड, आड।ँखयों मभ कदाजल


लगदायप्रे,बढ़प्रेड यसौवन कगो रू।ँगप्रे-रू।ँगदायप्रेआकर बगोलदी -- प लप्रे मप्रेरप्रे ंकपयप्रे दप्रे दगो
तब ऊख कदाटनप्रेदंडगनी।ं।ँ म ैंश्जतनदा ंनी ग़म खदातनी ंड,उतनदा।ँ ंनी तमक शप्रेर ंगोतप्रे
ंगो। दगो सदाल सप्रेएक संप्रेलदा सद ड न ंनींहदयदा, पचदास तगो मप्रेरप्रेसद ड कप्रे ंगोतप्रे ं ैं।

ंगोरदी नप्रे घ घयदाकर क ंदा-- भदाभनी, ऊख कदाट लप्रेनप्रे , दगोइनकप्रे ंकपयप्रे समलतप्रे,तगो
ं ैं श्जतनदा ंगो सकप्रे गदा,तमकगोक भनी दंडगदा।ं।ँ न गदाड।ँव छगोड़कर भदागदा जदातदा ंड,न।ँ
इतननी जल्द मसौत ंनी आयनी जदातनी ं ै। खप्रेत मभ खड़नी ऊख तगो ंकपयप्रे ?न दप्रे गनी

दलदारदीक नप्रेउसकप्रे ंदाथ सप्रेग।ँडड़दासदा छठीनकर क दा -- ननीयत इतननी ख़रदाब ंगो गयनी ं ै
तमक लगोगयों ककी, तभनी तगो बरक्कत न ंनीं ंगोतनी। आज पदाड।ँच सदाल ंकए, ंगोरदी
नप्रेदलदारदीक सप्रे तनीस ंकपयप्रे सलयप्रे, तनीनथप्रे सदाल मभ उसकप्रे ससौ ंकपयप्रे ,ंगो तबगयप्रेस्टदाम्प
सलखदा गयदा। दगो सदाल मभ उस पर पचदास ंकपयदा सद ड चढ़ गयदा थदा।

ंगोरदी बगोलदा -- स ंकआइन, ननीयत तगो कभनी ख़रदाब न ंनीं ककी,और भगवदान णचदा
ंभग, तगो पदाई-पदाई चकदाक दंडगदा।ं।ँ ंदाड।ँ,आजकल तंग ंगो गयदा ंड,जतोँ चदा ंप्रे क लगो।

ंकआइन कगो जदातप्रेदप्रेर न ंनीं ंकई कक म।ँग ड सदा प ंकड।ँचप्रे। कदालदा रं ग, तयोंद कमर कप्रे
ननीचप्रेलटकतनी ंकई, दगो बड़प्रे-बड़प्रेददाड।ँत सदामनप्रेज ैसप्रेकदाट खदानप्रेकगो नकलप्रे ंकए, ससर पर टगोपनी,
गलप्रे मभ चदादर,उम्र अभनी पचदास सप्रे ज़्यदाददा न ; ंनींपर लदाठठी कप्रे स ंदारप्रे चलतप्रे थप्रे।
गहठयदा कदा मरज़ ंगो गयदाथदा। खदाड।ँसनी भनी आतनी थनी। लदाठठी टप्रे ककर खड़प्रे ंगो गयप्रे और
ंगोरदी कगो डदाडट
।ँ बतदायनी--प लप्रे मदारप्रे ंकपयप्रे दप्रे दगो, तबगोरदीऊख कदाटगो।
मनप्रे ंकपयप्रे सउदार हदयप्रे, ख़ ैरदातथप्रे न ंनीं थप्रे। -तनीन सदाल ंगो गयप्रे,न सद ड न ब्यदाज;
मगर य न समझनदा कक तमक मप्रेरकप्रे पयप्रे ज़म कर जदाओगप्रे। म ैंतम मंक ंदारप्रे मदप्रे रु
णसप्रेभनी वसलड कर लंडगदा।ं।ँ

शगोभदा मसख़रदा थदा। बगोलदा -- तब कदा ंप्रे कगो घबड़दातप्रे ंगो सदा ,जनीइनकप्रे मदप्रे रुण ंनी सप्रे
वसलड कर लप्रेनदा। न ंनीं,एक दगो सदाल कप्रे आगप्रेपनीछप्रे दगोनयों ंनी सरग मभ प ंकच
ड।ँ गोगप्रे। व
ंनीं भगवदान णकप्रे सदामनप्रेअपनदा ह सदाब चकदाक लप्रेनदा।

म।ँग ड नप्रेशगोभदा कगो ब ंकत बरदाक-भलदा क ंदा -- जमदामदार, बप्रेईमदान त्यदाहद।इ लप्रेनप्रे ककी
बप्रेर तगो दमक ह लदातप्रे ंगो , जब दप्रे नप्रे ककी बदारदी आतनी, तगो ै गरदातकप्रे ंगो। घर बबकवदा
लंडगदा।ँ; ब ैल बधधियप्रेननीलदाम करदा लंडगदा।ं।ँ

शगोभदा नप्रे ककर छप्रे ड़दा-- अच्छदा, ईमदान सप्रे बतदाओ सदा, ककतनप्रे ंक पए हदयप्रे ,
थप्रेश्जसकप्रे अब तनीन ससौ ंकपयप्रे ंगो गयप्रे? ं ैं

'जब तमक सदाल कप्रे सदाल सद ड न दगोगप्रे,तगो आप ंनी बढ़भ गप्रे।'

'प लप्रे-प ल ककतनप्रेकपयप्रेहदयप्रेथप्रेतमनप्रेक? पचदास ंनी तगो।'

'ककतनप्रेहदन ंकए, य भनी तगो दप्रे ख।'

'पदाड।ँच-छछः सदाल ंकए ंयोंगप्रे?'

'दस सदाल ंगो गयप्रेपरप्रेड ,ग्यदार वदाड।ँ जदा र ंदा ' ं ै।

'पचदास ंकपयप्रेकप्रे तनीन ससौ ंकपए लप्रेतप्रेतम मंक ंभज़रदा भनी सरम न ंनींआतनी!'

'सरम क ै सनी,ंकपयप्रे हदयप्रे ैं कक ख़ ैरदात मदाड।ँगतप्रे' ं ैं।

ंगोरदी नप्रे इन म ंभ भनी धिचरसौरदी-बबनतनी करकप्रे बबददा ककयदा। ददातदाददीन नप्रे ंगोरदी कप्रे सदाझप्रे मभ
खप्रेतनी ककी थनी। बनीज दप्रे कर सआनी फ़सल लप्रेलभग। इस वक़्त ककछ छप्रे ड़-छदाड़ करनदा ननी त-वववक
थदा। णझंगरदीससंंक नप्रेसमल कप्रे म ैनप्रेजर सप्रेप लप्रे ंनी सब ककछ क -सनक रखदा थदा। उनकप्रे
प्यदादप्रे गदाडड़ययों पर ऊख लदवदाकर नदाव पर प ंकड।ँचदा र ंप्रेथप्रे। नददी गदाड।ँव सप्रे सआ मनील पर
थनी। एक गदाड़नी -हदनभर मभ सदात-आठ चक्कर कर लप्रेतनी
थनी। और नदाव एक खप्रेवप्रे मभ पचदास गदाडड़ययों कदा बगोझ लदाद लप्रेतनी थनी। इस तर
ककफ़दायत पड़तनी थनी। इस सवववदाक कदा इंतज़दाम करकप्रे णझंगरदीससंंक नप्रेसदारप्रे इलदाक़प्रे
कगो ए सदान सप्रे दबदाहदयदा थदा। तसौल शकड ंगोतप्रे ंनी णझंगरदीससंंक नप्रेसमल कप्रे संदाटक
पर आसन जमदा सलयदा। र-एक ककी ऊख तसौलदातप्रे थप्रे,ददाम कदा परज़दाक लप्रेतप्रेथप्रे, ख़ज़दांचनी
सप्रेकपए वसलड करतप्रेथप्रेऔर अपनदा पदावनदा कदाटकर असदामनी कगो दप्रे दप्रेतप्रे थप्रे। असदामनी
ककतनदा ंनी रगोयप्रे,चनीख़प्रे,ककसनी ककी न सनतप्रेकथप्रे। मदासलक कदा य ंनी ंकक्म थदा।
उनकदा क्यदा बस! ंगोरदी कगो एक ससौ बनीस ंकपए समलप्रे। उसमभ सप्रेणझंगरदीससंंक नप्रे
अपनप्रेपरप्रेडक पयप्रेसद ड समप्रेत कदाटकर कगोई पचनीस ंकपयप्रे ंगोरदी कप्रे वदालप्रेककयप्रे।

ंगोरदी नप्रे ंकपयप्रे ककी ओर उददासनीन भदाव सप्रे दप्रे खकर --क यदा लप्रेकर म ैंक्यदा क।ँड गदा
ठदाककर, य भनी तम मंक ंनींलप्रेलगो। मप्रेरप्रेसलए मजरदीड ब ंकत समलप्रेगनी।

णझंगरदीक नप्रेपचनीसयों ंकपयप्रेज़मनीन पर संभककर क ंदा -- लगो यदा संभ क , दगोतम मंक ंदारदी
ख़शनी।ंक तम मंक ंदारप्रे कदारन मदासलक ककी घड़ककयदाड।ँंकखदायनींऔर अभनी रदाय सदा ब ससर
पर सवदार ं ैंकक डदाडड़
।ँ कप्रे ंकपयप्रेअददा करगो। तम मंक ंदारदी ग़रदीबनी पर दयदा करकप्रे
इतनप्रेकपयप्रे हदयप्रेदप्रेतदा ंड,न।ँ ंनीं एक संप्रेलदा भनी न दप्रे तदा।गरअरदाय सदा ब नप्रे सख़्तनी ककी तगो
उल्टप्रे और घर सप्रे दप्रे नप्रे पड़भगप्रे।

ंगोरदी नप्रे संनीरप्रे सप्रे ंकपयप्रे उठदा सलयप्रे और बदा र नकलदा कक नगोखप्रेरदाम नप्रे ललकदारदा।

ंगोरदी नप्रे जदाकर पचनीसयों ंकपयप्रे उनकप्रे ंदाथ पर रख ,हदयप्रेऔर बबनदा ककछ क
ंप्रेजल्ददी सप्रे भदाग गयदा। उसकदा ससर चक्कर खदा र ंदा थदा।

शगोभदा कगो इतनप्रे ंनी ंकपयप्रेसमलप्रे थप्रे। बदा नकलदा,तगो पटप्रे कवरदी नप्रे घप्रेरदा। शगोभदा
व र
बदल पड़दा।

बगोलदा -- मप्रेरप्रे पदास ंकपयप्रे न ; ंनींतम मंक ंप्रे ैंजगो ककछ ंगो, कर लगो।
करनदा

पटप्रे कवरदी नप्रे गमद ंगोकर क-- ंदाऊख बप्रेचनीं ै कक न? ंनीं

ंदाड।ँ,बप्रेचनी 'ं ै।

'तम मंक ंदारदा य ंनी वदाददा तगो थदा कक ऊख बप्रेचकर ंकपयदा दंडगदा।ँ?'
' ंदाड।ँ,थदा तगो।'

'ककर क्ययों न ंनीं दप्रे तप्रे। और सब लगोगयों कगो हदयप्रे ं ैं ?'कक न ंनीं

ंदाड।ँ,हदयप्रे 'ं ैं।

'तगो मझप्रेकक्ययों न ंनींदप्रेतप्रे?'

'मप्रेरप्रेपदास अब जगो ककछ बचदा ं ै,व बदाल-बच्चयों कप्रे सलए 'ं ै।

पटप्रे क वरदी नप्रे बबगड़कर क ंदा-- तमक ंकपयप्रेदगोगप्रेशगोभदा, और ंदाथ जगोड़कर और आज


ंनी। ंदाड।ँ,अभनी श्जतनदा चदा ंगो, ब क लगो। एक रपट मभ जदाओगप्रे छछः म ंनीनप्रे,प
रप्रेड कगोछछः
ंनीनप्रे कगो,न एक हदन बप्रेस न एक हदन कम। य जगो नत्य जआक खप्रेलतप्रे ंगो , व
एक रपट मभ नकल जदायगदा। म ैंज़मनींददार यदा म ंदाजन कदा नसौकर न ंनीं ंड,सरकदार।ँ
ब ंदा दरु कदा नसौकर ंड,श्जसकदा।ँ द ंक नयदा भर मभ रदाज ं ै और जगो तम मंक ंदा रप्रे म
ंदाजन और ज़मनींददार दगोनयों कदा मदासलक ं ै।

पटप्रे क वरदी लदालदा आगप्रेबढ़ गयप्रे। शगोभदा और ंगोरदी ककछ दरू चपचदापक चलप्रे। मदानगो इस
धधिक्कदार नप्रे उन म ंभ संज्नदा ंनीन कर हदयदा ंगो।

तब ंगोरदी नप्रे क ंदा-- शगोभदा, इसकप्रे ंकपयप्रे दप्रे दगो। समझ, ऊखलगो मभ आग लग गयनी
थनी। म ैंनप्रे भनी य ंनी सगोचकर,मन कगो समझदायदा ं ै।

शगोभदा नप्रे आ तकं ठ सप्रे क ंदाड।ँ,दप्रे दंडगदा।ँ ददाददा! न दंडगदा।ँ तगो जदाऊड।ँगदा क ंदाड।ँ?
--ंदा

सदामनप्रेसप्रेधिगररर तदाड़नी वपयप्रेझमतदाड चलदा आ र ंदा थदा।

दगोनयों कगो दप्रे खकर बगोलदा-- णझंगररयदाक नप्रेसदारप्रे कदा सदारदा लप्रेसलयदा ंगोरदी कदाकदा! चब ैनदा
कगो भनी एक प ैसदा न छगोड़दा। त्यदारदा क ंनीं कदा। रगोयदा धिगड़धिगड़दायदा;पर इस पदापनी कगो
दयदा न आयनी। शगोभदा नप्रे क ंदा-- तदाड़नी तगो वपयप्रे ंकए ंगो, उस पर क तप्रे , ंगोएक
प ैसदा भनी न छगोड़दा!

धिगररर नप्रे पप्रेट हदखदाकर क --ंदा सदाड।ँझ ंगो गयनी,जगो पदाननी ककी बंडद।ँभनी कंठ तलप्रे
गयनी ंगो, तगो गगो-मदांस बरदाबर। एक इकन्ननी म।ँं ड कमभदबदा लदी थनी। उसककी तदाड़नी पनी
लदी। सगोचदा, सदाल-भर पसनीनदा गदारदा ं ै,तगो एक हदन तदाड़नी तगो पनी लंड;ं।ँमगर सच
तदा ंड,नसदा।ँ न ंनीं ं ै। एक आनप्रे मभ क्यदा नसदा ंगोगदा।,झमड रदाड।ँ ंडश्जसमभ भीँ लगोग
समझभख़बड वपयप्रे ंकए ं ै। बड़दा अच्छदा ंकआ कदाकदा, बप्रेबदाक़की ंगो गयनी। बनीस
सलयप्रे,उसकप्रे एक ससौ सदाठ भरप्रे ,ककछ द ं ै!

ंगोरदी घर प ंकड।ँचदा, तगो ंडपदा पदाननी लप्रेकर दसौड़नी,सगोनदा धिचलम भर लदायनी, सं नयदा नप्रे
चबप्रेनदा और नमक लदाकर रख हदयदा और सभनी आशदा भरदी आड।ँखयों सप्रे उसककी ओर
तदाकनप्रेलगनीं। झन
क यदा भनी चसौखट पर आ खड़नी ंकई थनी। ंगोरदी उददास ब ैठदा थदा। क ैसप्रे म।ँं
ड -क
ंदाथ संगोयप्रे,क ै सप्रे चबप्रेनदा खदायप्रे। ऐसदा लश्ज्जत और ग्लदा नत,मदानगोथदा त्यदा करकप्रे आयदा
ंगो।

सं नयदा नप्रेपछदाड -- ककतनप्रेककी तसौल ंकई?

'एक ससौ बनीस समलप्रे;पर सब व ंनींलटक गयप्रे,संप्रेलदा भनी न बचदा।'

नयदा ससर सप्रेपदाड।ँव तक भस्म ंगो उठठी। मन मभ ऐसदा उद्वप्रेग उठदा कक अपनदा म।ँं
ड क
नगोच लप्रे।

बगोलदी -- तमक ज ैसदा घदामड़ आदमनी भगवदान णनप्रेक्ययों रचदा, क ंनीं समलतप्रे तगो उनसप्रे
पछतनी।ंड तम मंक ंदारप्रे सदाथ सदारदी श्ज़न्दगनी तलख़ ंगो गयनी, भगवदान णमसौत भनी न ंनीं
दप्रे तप्रे
जंजदाल सप्रेजदान छडटप्रे । उठदाकर सदारप्रेक पए ब नगोईययों कगो दप्रे हदयप्रे। अब और कसौन
आमदननी ं ै,श्जससप्रेगगोई आयप्रेगनी। ल मभ क्यदा मझप्रेज क गोतगोगप्रे,यदा आप
जतगोगप्रेक? म ैंक तनी ंड,त।ँमक बढ़प्रेड ंकए, तम मंक ंभइतननी अक्ल भनी न ंनींआई कक गगोईं-भर

कप्रे ंकपए तगो नकदाल लप्रेतप्रे! कगोई तम मंक ंदारप्रे ंदाथ सप्रेछठीन थगोड़प्रेलप्रेतदा। पसड ककी य ठं ड
और ककसनी ककी दप्रे पर लत्तदा न ंनीं। लप्रेजदाओ सबकगो नददी मभ डकबदा दगो। सससक-
सससक कर मरनप्रेसप्रेतगो एक हदन मर जदानदा ककर अच्छदा ं ै। कब तक पआलक मभ
घसकरु रदात कदाटभ ग और पआलक मभघसक भनी लभ,तगो पआलक खदाकर र ंदा तगो न
जदायगदा! तम मंक ंदारदी इच्छदा ंगो घदास ंनी खदाओ, मसप्रे तगो घदास न खदायनी जदायगनी।

क तप्रे-क तप्रेव मस्करदाक पड़नी। इतननी दप्रे र मभ उसककी समझ मभ य बदात आनप्रे लगनी थनी कक
म ंदाजन जब ससर पर सवदार ंगो जदाय, और अपनप्रे ंदाथ मभ ंकपए ंयों
और म ंदाजन जदानतदा ंगो कक इसकप्रे पदास ंक पए , तगो ैं असदामनी क ै सप्रे अपननी
जदान बचदा सकतदा ं ै!
ंगोरदी ससर ननीचदा ककयप्रेअपनप्रेभदाग्य कगो रगो र ंदा थदा। सं नयदा कदा मस्करदानदाक
उसप्रेन हदखदायनी हदयदा।

बगोलदा -- मजरदीड तगो समलप्रेगनी। मजरदीड करकप्रे खदायगप्रे।ंड।ँ

नयदा नप्रेपछदाड -- क ंदाड।ँं ैइस गदाडव


।ँ मभ मजरदीड? और कसौन म।ँं
ड कलप्रेकर मजरदीड
करगोगप्रे? म तगो न ंनीं क लदातप्रे!

ंगोरदी नप्रे धिचलम कप्रे कई कश लगदाकर क --ंदा मजरदीड करनदा कगोई पदाप न ंनीं
ं ै। मजरू बन जदाय तगो ककसदान ंगो जदातदा ं ै। ककसदान बबगड़ जदाय तगो मजरू
ंगो जदातदा ं ै। मजरदीड करनदा भदाग्य मभ न ंगोतदा तगो य सब बबपत क्ययों आतनी?
क्ययों गदाय मरतनी? क्ययों लड़कदा नदालदायक़ नकल जदातदा?

सं नयदा नप्रेब ंडऔर बप्रेहटययों ककी ओर दप्रे खकर क ंदा -- सब ककी सब क्ययों घप्रेरप्रे
तमक
खड़नी ंगो, जदाकर अपनदा-अपनदा कदाम दप्रे खगो। व और ं ैं जगो -बदाज़दारट सप्रे आतप्रे, ं ैं
तगो बदाल-बच्चयों कप्रे सलए दगो-चदार प ैसप्रे ककी कगोई चनीज़ सलयप्रे आतप्रे ं ैं। य ंदाड।ँ तगो य
लगोभ लग र ंदा ंगोगदा कक ंकपए तड़दायभंकक ैसप्रे? एक ंगो जदायगदा; इसनी सप्रे इनककी
कम न
कमदाई मभ बरक्कत न ंनीं ंगोतनी। जगो ख़रच करतप्रे,उन म ंभं ैं समलतदा ै। जगो न खदा
सकभ,न प न सकभ,उन म ंभ ंकपए समलप्रे ंनी ?क्ययोंज़मनीन मभ गदाड़नप्रे कप्रे? सलए
ंगोरदी नप्रेणखलणखलदाकर -- क ंदाड।ँंव
ै गदाड़नी ई थदातनी?
पछदाड
ंक
'ज ंदाड।ँ रखनी, व ैनीं ंगोगनी। रगोनदा तगो य ंनी ं ैकक जदानतप्रे ए भनी प ैसयों कप्रे सलए

ंक
मरतप्रे ंगो! चदार प ैसप्रे ककी कगोई चनीज़ लदाकर बच्चयों कप्रे परदाथरख दप्रे तप्रे तगो पदाननी मभ
न पड़ जदातप्रे। णझंगरदीक सप्रेतमक क दप्रे तप्रेकक एक ंकपयदा मझप्रेद
क प्रे दगो, न ंनींमत
ैं म मंक ंभ
एक प ैसदा न दंडगदा।ँ, जदाकर अददालत मभ लप्रेनदा,तगो ज़रड दप्रे दप्रे तदा।'

ंगोरदी लश्ज्जत ंगो गयदा। अगर झल्लदाकर पच्चनीसयों ंकपयप्रे नगोखप्रेरदाम कगो न दप्रे

दप्रे तदा,तगो नगोखप्रे क्यदा कर लप्रेतप्रे?ब त ंगोतदा बक़दायदा पर दगो-चदार आनदा सद ड लप्रेलप्रेतदा;
मगर अब तगो चकड ंगो ंक
गयनी!
झन क यदा नप्रेभनीतर जदाकर सगोनदा सप्रेक ंदा -- मझप्रेत क गो ददाददा पर बड़नी दयदा आतनी ं ै।
बप्रेचदारप्रे हदन-भर कप्रे थकप्रे-मदाड।ँदप्रे घर ,आयप्रेतगोअम्मदाड।ँ कगोसनप्रे लगनीं। म ंदाजन गलदा
दबदायप्रे थदा,तगो क्यदा करतप्रे बप्रेचदारप्रे !

'तगो ब ैल क ंदाड।ँ सप्रे आयभगप्रे?'

'म ंदाजन अपनप्रेकपए चदा तदा ं ै। उसप्रेतम मंक ंदारप्रे घर कप्रे दखड़योंंक सप्रेक्यदा मतलब?'

'अम्मदाड।ँ व ंदाड।ँ, तगोतनींम ंदाजन कगो मज़दा चखदा दप्रे तनीं। अभदागदा रगोकर र जदातदा।'

झन क यदा नप्रेहदल्लगनी ककी -- तगो य ंदाड।ँंकपयप्रेककी कसौन कमनी ं ै। तमक म ंदाजन सप्रेज़रदा
ंड।ँसकर बगोल दगो, दप्रे खगो सदारप्रे ंकपए छगोड़ दप्रे तदा ं ै कक। नसचनींक तनी ंड,ददाददा।ँ कदा
सदारदा दखक-दसलद् दर दरू ंगो जदाय।

सगोनदा नप्रेदगोनयों ंदाथयों सप्रेउसकदा म।ँं


ड कदबदाकर क ंदा -- बस, चपक ंनी र नदा, न ंनीं क ंप्रे
दप्रे तनी ंड।ं।ँअभनी जदाकर अम्मदाड।ँसप्रेमदातदाददीन ककी सदारदी क़लई खगोल दंडततोँ रगोनप्रेलगगो।

झकनयदा नप्रेपछदाड -- क्यदा क दगोगनी अम्मदाड।ँ ?सप्रेक नप्रे कगो कगोई बदात भनी ंगो। जब
ककसनी ब ंदानप्रे सप्रे घर मभ आ जदा,तंगोप्रे क्यदा ैंक दंडकक।ँ नकल जदाओ, ककर
मझसप्रेकककछ लप्रेतगो न ंनींजदातप्रे। ककछ अपनदा ंनी दप्रे जदातप्रे ं ैं। ससवदाय मनीठठी-मनीठठी बदातयों
कप्रे व झन
क यदा सप्रेककछ न ंनींपदा सकतप्रे! और अपननी मनीठठी बदातयों कगो म ंड।ँगप्रे
ददामयों बप्रेचनदा भनी मझप्रेकआतदा ं ै। म ैंऐसनी अनदाड़नी न ंनीं ंडकक।ँ ककसनी कप्रे झदाड।ँसप्रेमभआ
जदाऊड।ँ । , जबदाड।ँ जदान जदाऊड।ँगनी कक तम मंक ंदारप्रे भ ैयदा नप्रेव ंदाड।ँककसनी कगो रख सलयदा
ं ै,तब ककी न ंनींचलदातनी। तब मप्रेरप्रेऊपर ककसनी कदा कगोई बंसंन न र ंप्रेगदा। अभनी
तगो मझप्रेक ववकवदास ं ै कक व मप्रेरप्रे ं ैं और मप्रेरप्रे ंनी कदारन -उन्गलदीभठगोकरगलदीखदानदा
पड़
ंदा ं ै। ंड।ँसनप्रे-बगोलनप्रे ककी बदात न्यदारदी , पर ै म ैं उनसप्रे ववकसघवदात न क।ँड गनी। जगो
एक सप्रेदगो कदा ंकआ, व ककसनी कदा न ंनीं र तदा।

शगोभदा नप्रेआकर ंगोरदी कगो पकदारदाक और पटप्रे कवरदी कप्रे ंकपए उसकप्रे ंदाथ मभ रखकर
बगोलदा -- भ ैयदा,तमक जदाकर यप्रेकपए लदालदा कगो दप्रे दगो। मझप्रेउ
क स घड़नी न जदानप्रेक्यदा ंगो गयदा
थदा।
ंगोरदी ंकपए लप्रेकर उठदा ंनी थदा कक शंख ककी ध्व न कदानयों मभ आयनी। गदाड।ँव कप्रे उस
ससरप्रे पर ध्यदानससं नदाम कप्रे एक ठदाककर र तप्रेथ।प्रे पल्टन मभ नसौकर थप्रेऔर कई हदन
ंकए, दस सदाल कप्रे बदाद रजदा लप्रेकर आयप्रे थप्रे। बगददाद,अदन, ससंगदापरु, बमदाद--
चदारयों तरफ़ घमड चकप्रेक थप्रे। अब ब्यदा करनप्रेककी संकन मभ थप्रे। इसनीसलए पजदाड-पदाठ करकप्रे
बदाह्मणयों कगो पसन्न रखनदा चदा तप्रे थप्रे।

ंगोरदी नप्रे क ंदा-- जदान ं ैसदातयों अध्यदाय परप्रेड ंगो गयप्रे। ंगो र ं ै।
पड़तदा आरतनी ंनी

शगोभदा बगोलदा -- ंदाड।ँ,जदान तगो ं ै,चलगो आरतनी लप्रे लगो।


पड़तदा

ंगोरदी नप्रे धिचं तत भदाव सप्रे क-- ंदातमक जदाओ, म ैंथगोड़नी दप्रे र मभ आतदा ंड।ं।ँध्यदानससं
श्जस हदन आयप्रे थप्रे,सब कप्रे घर सप्रेर-सप्रेर भर समठदाई ब ैनदा भप्रेजनी थनी। ंगोरदी सप्रे जब
कभनी रदास्तप्रे समल जदातप्रे,ककशल पछतप्रे।ंड उनककी कथदा मभ जदाकर आरतनी मभ ककछ न
दप्रे नदा अपमदान ककी बदात थनी। आरतनी कदा थदाल उन म ंनीं कप्रे ंदाथ मभ ंगोगदा। उनकप्रे
सदामनप्रे
ंगोरदी क ै सप्रे ख़दालदी ंदाथ आरतनी लप्रे लप्रेगदा! इससप्रे तगो क ंनीं अच्छदाव ं ैकथदाकक मभ
जदायप्रे ंनी न ंनीं। इतनप्रे आदसमययों मभ उन म ंभ क्यदा यदाद आयप्रेगनी कक ंगोरदी न ंनीं
आयदा
कगोई रश्जस्टर सलयप्रे तगो ब ैठदा न ंनीं ं ै कक कसौन , आयदाकसौन न ंनीं आयदा। व जदाकर
खदाट पर लप्रेट र ंदा। मगर उसकदा हृदय मसगोस-मसगोस कर र जदातदा थदा। उसकप्रे
पदास एक प ैसदा भनी न ंनीं ं ै! तदाड।ँबप्रे कदा एक प ैसदा!कप्रेआरतनीपडयक और मदा ंदात्म्य कदा
उसप्रेबबलककल ध्यदान न थदा। बदात थनी कप्रेवल व्यव ंदार ककी। ठदाककरजनी ककी आरतनी तगो
कप्रे वल धशदा ककी भभ ट दप्रे कर लप्रे सकतदा ;लप्रेककनथदा मयदादददा क ै सप्रे, सबककीतगोड़प्रे
आड।ँखयों मभ ंठ
प्रे दा क ैसप्रेबनप्रे! स सदा व उठ ब ैठदा। क्ययों मयदादंदा ककी ग़लदामनीक करप्रे ।
मयदादददा कप्रे पनीछप्रे आरतनी पकदाडयक क्ययों छगोड़प्रे। लगोग ंड।ँ सभग , ंड।ँ स लभ। उसप्रेपरवदा न
ंनीं ं ै । भगवदान णउसप्रेकककमदसप्रेबचदायप्रेरखभ ,और व ककछ न ंनीं चदा तदा। व ठदाककर कप्रे
घर ककी ओर चल पड़दा।
***
18
खन्नदा और गगोववंददी मभ न ंनीं पटतनी। क्ययों न ंनीं, यपटतनीबतदानदा कहठन ं ै।

ज्यगो तष कप्रे ह सदाब सप्रे उनकप्रे ग ंयों ं ै ंदालदाड।ँकक वववदा कप्रे समय ग
कगोईमभ ववररगो ,
और नक्षत ख़बड समलदा सलयप्रेगयप्रेथप्रे। कदाम-शदास्त कप्रे ह सदाब सप्रे इस अनबन कदा
और कगोई र स्य ंगो सकतदा ं ै,और मनगोववजदान वदालप्रेकछ और ंनी कदारण खगोज
ंक
सकतप्रे ं ैं। म तगो इतनदा ंनी जदानतप्रे ं ैं कक उनमभ न ंनीं पटतनी। खन्नदा, संनवदान
रससक ं ैं,समलनसदार ं ैं,ंडपवदान ं ैं अच्छप्रे ख़दासप्रे-सलखपढ़प्रे ं ैं और नगर कप्रे ववसशष म ट
पंकषयों मभ ं ैं। गगोववंददी अप्सरदा न ंगो, पर ंडपवतनी ं ै; गप्रे।ँडआ रं ग लज्जदाशनील
अवकय
ंक
आड।ँखभजगो एक बदार सदामनप्रेउठकर ककर झकक जदातनी ं ैं,कपगोलयों पर लदालदी न ंगो पर
धिचकनदापन ं ै,गदात कगोमल, अंग-ववन्यदास, सडसौलक, गगोल बदाड।ँ,मभ खक पर एक पकदार ककी
अकधिच, श्जसमभ कछ गवदककी झलक भनी ं ै,मदानगो संसदार कप्रे व्यव ंदार और व्यदापदार
ंक
कगो ंप्रेय समझतनी ं ै।
खन्नदा कप्रे पदास ववलदास कप्रे ऊपरदी ससदानयों ककी कमनी न, अव्वलदीं दरजप्रे कदा बंगलदा

ं ै,अव्वल दरजप्रे कदा फ़ननीचर,अव्वल दरजप्रे ककी कदार और अपदार संन;पर गगोववंददी
ककी दृश्ष्ट मभ ज ैसप्रेइन चनीज़यों कदा कगोई मल्यड न ंनीं। इस खदारप्रे सदागर मभ व प्यदासनी
पड़नी र तनी ं ै। बच्चयों कदा लदालन-पदालन और ग ं ृस्थनी कप्रे छगोटप्रे -मगोटप्रे ंनी उसकप्रे
कदाम
सलए सब कछ ं ैं। इनमभ इतननी व्यस्त र तनी ं ैकक भगोग ककी ओर उसकदा

ंक
ध्यदान न ंनींजदातदा। आकषदण क्यदा वस्तक ं ैऔर क ैसप्रेउत्पन्न ंगो सकतदा ं ै,इसककी
ओर उसनप्रेकभनी ववचदार न ंनींककयदा। व पंकष कदा णखलसौनदा न ंनीं ं ै, न भगोग
उसकप्रे
ककी वस्तक,ककर क्ययों आकषदक बननप्रे ककी चप्रेष्करप्रे टदा; अगर पंकष उसकदा असलदी
सगौंदयद दप्रे खनप्रे कप्रे सलए आड।ँखभ , नकदासमनीं नययोंरखतदाकप्रे पनीछप्रे मदारदा-मदारदा ककरतदा ं ै
तगो व उसकदा दभदादग्यक ं ै। व उसनी पप्रेम और नष्ठदा सप्रे प त ककी सप्रेवदा ककयप्रे जदातनी
ज ैसप्रे द्वप्रेष और- ज ैसनीमगो भदावनदाओं कगो उसनप्रे जनीत सलयदा ं ै। और य अपदार संपश्त्त
तगो ज ैसप्रेउसककी आत्मदा कगो ककचलतनी र तनी ं ै। इन आडंबरयों और पदाखंडयों
सप्रेमक्तक ंगोनप्रेकप्रे सलए उसकदा मन सद ै व ललचदायदा करतदा ं ै। अपनप्रेसरल और
स्वदाभदाववक जनीवन मभ व ककतननी सखनीक र सकतनी थनी, इसकदा व नत्य स्वप्न दप्रे खतनी र
तनी ं ै। तब क्ययों मदालतनी उसकप्रे मदागद मभ आकर बबदाक ंगो जदातनी! क्ययों वप्रेकयदाओंकप्रे
मजरप्रेक ंगोतप्रे,क्ययों य संदप्रे और बनदावट और अशदां त उसकप्रे जनीवन-पथ मभ कदाड।ँटदा बनतनी! ब
ंकत प लप्रेजब व बदासलकदा-ववद्यदालय मभ पढ़तनी ,थनीउसप्रे कववतदा कदा रगोग लग गयदा थदा,
ज ंदाडद
।ँ खक और वप्रेदनदा ंनी जनीवन कदा तत्व ं ै,
संपश्त्त और ववलदास तगो कप्रे वल इससलए ं ै कक उसककी ंगोलदी जलदायनी जदाय,जगो
मनष्यक कगो असत्य और अशदांत ककी ओर लप्रेजदातदा ं ै। व अब कभनी-कभनी कववतदा
रचतनी थनी; लप्रेककन सनदायप्रेकककसप्रे? उसककी कववतदा कप्रे वल मन ककी तरं ग यदा
भदावनदा ककी उड़दान न थनी, उसकप्रे एक-एक शब्द मभ उसकप्रे जनीवन ककी व्यथदा और
उसकप्रे आड।ँसओंंकककी ठं डनी जलन भरदी ंगोतनी थनी -- ककसड़ ऐसस पदसश मम जय बसनस कक
लदालसदा, ज ंदाड।ँव पदाखंडयों और वदासनदाओंसप्रेदर अपननी शदांत कहटयदा मभ सरल
आनंद कदा उपभगोग करप्रे । ंड ंक

खन्नदा उसककी कववतदाएड।ँ दप्रे खतप्रे,तगोउनकदा मज़दाक़ उड़दातप्रेऔर कभनी-कभनी संदाड़कर

संभ क दप्रे तप्रे। और संपश्त्त ककी य ददीवदार-हदनहदनऊड।ँ चनी ंगोतनी जदातनी थनी और दं प

कगो एक दसरप्रे सप्रेदर और पथक करतनी जदातनी थनी। खन्नदा अपनप्रेगदा कयों कप्रे सदाथ
ंड ंड ं ृ
श्जतनदा ंनी मनीठदा और नम्र थदा, घर मभ उतनदा ंनी कटक और उदंड। अक्सर कक्रगो मभ
गगोववंददी कगो अपशब्द क ब ैठतदा,सशष म टतदा उसकप्रे सलए द ंकनयदा कगो ठगनप्रेकदा एक
ससदान थनी, मन कदा संस्कदार न ंनीं। ऐसप्रे अवसरयों पर गगोववंददी अपनप्रे एकदांत कमरभ
जदा ब ैठतनी और रदात ककी रदात रगोयदा करतनी और खन्नदा ददीवदानखदानप्रेमभमजरप्रेक सनतदाक

यदा क्लब मभ जदाकर शरदाबभ उड़दातदा। लप्रेककन य सब ककछ ंगोनप्रेपर भनी खन्नदा उसकप्रे
सवदस्व थप्रे। व दसलत और अपमदा नत ंगोकर भनी खन्नदा ककी लगौंडनी थनी। उनसप्रे
लड़प्रेगनी,जलप्रेगनी,रगोयप्रेगनी;पर र ंप्रेगनी उन म ंनींककी। उनसप्रेपथक ृ जनीवन ककी व कगोई कल्पनदा
ंनी न कर सकतनी थनी।

आज समस्टर खन्नदा ककसनी बरप्रेक आदमनी कदा म।ँं


ड कदप्रेखकर उठप्रे थप्रे। सबप्रेरप्रे ंनी पत
खगोलदा, तगो उनकप्रे कई स्टदाकयों कदा दर धिगर गयदा थदा,श्जसमभ उन म ंभ कई ज़दार ककी
न ंगोतनी थनी। शक्कर समल कप्रे मज़दरयोंंड नप्रे ड़तदाल कर ददी थनी और दं गदा-फ़सदाद
करनप्रे पर अमदाददा थप्रे। नफ़प्रे ककी आशदा सप्रे चदाड।ँददी ख़रदीददी ;मगर थनीउसकदा दर आज और
भनी ज़्यदाददा धिगर गयदा थदा। रदाय सदा ब सप्रे जगो ससौददा ंगो र ंदा थदा और श्जसमभ
उन म ंभ ख़दासप्रे नफ़प्रे ककी आशदा,व थनीककछ हदनयों कप्रे सलए टलतदा ंकआ जदान पड़तदा
थदा। ककर रदात कगो ब ंकत पनी जदानप्रेकप्रे कदारण इस वक़्त ससर भदारदी थदा और दप्रे टडट
र ंनी थनी। सइर शगोफ़र नप्रेकदार कप्रे इंजन मभ ककछ ख़रदाबनी प ैददा ंगो जदानप्रेककी बदात क ंनी
थनी और लदा ंसौर मभ उनकप्रे ब ैंक पर एक ददीवदाननी मक़दमदाक ददायर गो जदानप्रेकदा समदाचदार
भनी समलदा थदा।
ब ैठप्रे मनभझ।ँझ
ड लदाक र ंप्रेथप्रेकक उसनी वक़्त गगोववंददी नप्रेआकर क ंदा -- भनीष्म कदा
ज्वर आज भनी न ंनीं उतरदा,ककसनी डदाक्टर कगो बलदाक दगो।

भनीष्म उनकदा सबसप्रेछगोटदा पतक थदा, और जन्म सप्रे ंनी दबदलक ंगोनप्रेकप्रे कदारण उसप्रे
रगोज़ एक-न-एक सशकदायत बननी र तनी थनी। आज खदाड।ँसनी, तगो ै कल बख़दारु; कभनी
पसलदी चल र ंनी ं ै,कभनी रप्रे -पनीलप्रे दस्त आ र ंप्रे ं ैं। दस म ंनीनप्रे कदा ंगो गयदा थदा! पर
लगतदा थदा पदाड।ँच-छछः म ंनीनप्रे कदा। खन्नदा ककी संदारणदा ंगो गयनी थनी कक य लड़कदा
बचप्रेगदा न ; ंनींइससलए उसककी ओर सप्रे उददासनीन र तप्रे ; थप्रेपर गगोववंददी इसनी कदारण
उसप्रे और सब बच्चयों सप्रे ज़्यदाददा चदा तनी थनी।

खन्नदा नप्रे वपतदा कप्रे स्नप्रे कदा भदाव हदखदातप्रे ंकए क ंदा -- बच्चयों कगो दवदाओं कदा
आददी बनदा दप्रे नदा ठठीक न , ंनींऔर तम मंक ंभदवदा वपलदानप्रेकदा मरज़ ं ै। ज़रदा ककछ ंकआ
और
डदाक्टर बलदाओ।ंक एक रगोज़ और दप्रे खगो, आज तनीसरदा ंनी हदन तगो ं ै। शदायद
आज आप- ंनी-आप उतर जदाय।

गगोववंददी नप्रे आग ककयदा-- तनीन हदन सप्रेन ंनींउतरदा। घरप्रे लडदवदाएड।ँकरकप्रे ंदार
गयनी।

खन्नदा नप्रेपछदाड -- अच्छठी बदात ं ैबलदाक दप्रे तदा ंड,ककसड़बलदाऊड।ँंक?

'बलदाक लगो डदाक्टर नदाग कगो।'

'अच्छठी बदात ं ै,उन म ंनींकगो बलदातदाक ंड,मगर।ँ य समझ लगो कक नदाम ंगो जदानप्रे सप्रे ंनी
कगोई अच्छदा डदाक्टर न ंनीं ंगो जदातदा। नदाग फ़कीस चदा ंप्रे श्जतननी लप्रे , उनककीलभ दवदा सप्रे
ककसनी कगो अच्छदा ंगोतप्रे न ंनींदप्रेखदा। व तगो मरदीज़यों कगो स्वगदभप्रेजनप्रेकप्रे सलए मश डर
ं ैं।'

'तगो श्जसप्रेचदा ंगो बलदाक लगो, म ैंनप्रे तगो नदाग कगो इससलए क ंदा थदा कक व कई बदार आ
चकप्रेक ं ैं।'
'समस मदालतनी कगो क्ययों न बलदाक लंड?ं।ँफ़कीस भनी कम और बच्चयों कदा ंदाल
लप्रेडनी डदाक्टर ज ैसदा समझप्रेगनी,कगोई मदद डदाक्टर न ंनीं समझ सकतदा।'
गगोववंददी नप्रे जलकर क ंदा-- म ैं समस मदालतनी कगो डदाक्टर न ंनीं समझतनी।

खन्नदा नप्रे भनी तप्रेज़ आड।ँखयों सप्रे दप्रे खकर-- तगोक वदा इंगल ैंड घदास खगोदनप्रे गयनी, थनी और
ज़दारयों आदसमययों कगो आज जनीवन-ददान दप्रे र ंनी ; ं ैय सब ककछ न ंनीं ं ै?

ंगोगदा, मझप्रेकउन पर भरगोसदा न ंनीं ं ै। व मरदयों कप्रे हदल कदा इलदाज कर लभ। और
ककसनी ककी दवदा उनकप्रे पदास न ंनीं ' ं ै।

बस ठन गयनी। खन्नदा गरजनप्रे लगप्रे। गगोववंददी बरसनप्रे लगनी। उनकप्रे बनीच मभ मदालतनी कदा
नदाम आ जदानदा मदानगो लड़दाई कदा अश्ल्टमप्रेटम थदा।

खन्नदा नप्रे सदारप्रे कदाग़ज़यों कगो ज़मनीन पर संभ ककर --क तदाम मंक ंदारप्रे सदाथ
श्ज़न्दगनी तलख़ ंगो गयनी।

गगोववंददी नप्रेनककीलप्रेस्
क वर मभ क ंदा -- तगो मदालतनी सप्रे ब्यदा कर लगो न! अभनी क्यदा
बबगड़दा ं ै,अगर व ंदाड।ँ ददाल गलप्रे।

'तमक मझप्रेकक्यदा समझतनी ंगो?'

'य ंनी कक मदालतनी तमक-ज ैसयों कगो अपनदा ग़लदामक बनदाकर रखनदा चदा तनी ं ै,प
त बनदाकर न ंनीं।'

'तम मंक ंदारदी नगदा मभ मइ


ैं तनदा ज़लदील ंड?'ं।ँ

और उन म ंनींनप्रेइसकप्रे वववक पमदाण दप्रे नप्रेशकड ककयदा। मदालतनी श्जतनदा उनकदा आदर
करतनी ं ै,उतनदा शदायद ंनी ककसनी कदा करतनी ंगो। रदाय सदा ब और रदाजदा सदा ब
कगो
म।ँं
ड कतक न ंनींलगदातनी; लप्रेककन उनसप्रेएक हदन भनी मलदाक़दातक न ंगो, तगो
सशकदायत करतनी ं ै ... ।

गगोववंददी नप्रेइन पमदाणयों कगो एक संंडक।ँ मभ उड़दा हदयदा -- इसनीसलए कक व तम मंक ंभ


सबसप्रे बड़दा आड।ँखयोंकदा अंसंदा समझतनी , द ै सरयोंंड कगो इतनदा आसदाननी सप्रेबप्रेवक़डफ़ न ंनीं
बनदा सकतनी।
खन्नदा नप्रे डनींग मदारदी-- व चदा ंभ तगो आज मदालतनी सप्रे वववदा कर सकतप्रे ं ैं।, आज अभनी
...।

मगर गगोववंददी कगो बबलककल ववकवदास न ंनीं --ं ै तमक सदात जन्म नदाक रगड़गो,
तगो भनी व तमसप्रेकवववदा न करप्रे गनी। तमक उसकप्रे टटड ंगो, तम मंक ंभघदास णखलदायप्रेगनी,
कभनी-कभनी तम मंक ंदारदा म।ँं
ड कस लदायप्रेगनी, तम मंक ंदारप्रे पठयोंंक पर ंदाथ संप्रेरप्रेगनी; लप्रेककन
इससलए कक तम मंक ंदारप्रे ऊपर सवदारदी गदाड।ँठप्रे। तम मंक ंदारप्रे ज ैसप्रेएक ज़दार बबडकउसककी
जप्रेब मभ ं। ैं

गगोववंददी आज ब ंकत बढ़दी जदातनी थनी। मदालमड ंगोतदा ं ै ,आज व उनसप्रे लड़नप्रे पर
त ैयदार ंगोकर आयनी ं ै । डदाक्टर कप्रे बलदानप्रेककदा तगो कप्रेवल ब ंदानदा थदा। खन्नदा
अपननी यगोग्यतदा और दक्षतदा और पंकषत्व पर इतनदा बड़दा आक्षप्रेप क ैसप्रेस
सकतप्रेथप्रे!

'तम मंक ंदारप्रे ख़यदाल मभ मब ैं बऔ


डक र मखद ड ंड,ततोँ यप्रे ज़दारयों क्ययों मप्रेरप्रे द्वदार पर नदाक
रगड़तप्रे ? ं ैंकसौन रदाजदा यदा तदाल्लक़प्रेददारु ै,जगो मझप्रेकदंडवत न ंनीं करतदा। स ैकड़यों कगो
उल्लडबनदा कर छगोड़ हदयदा।'

'य ंनी तगो मदालतनी ककी ववशप्रेषतदां ैकक जगो औरयों कगो ससनीप्रेउस्तरप्रे सप्रेमंडड़तदा।ँ ं ै,उसप्रे
उलटप्रे छकरप्रे सप्रेमंडड़तनीभीँ ं ै।'

'तमक मदालतनी ककी चदा ंप्रेश्जतननी बरदाईक करगो, तमक उसककी पदाड।ँव ककी संलड भनी न ंनीं ंगो।'

'मप्रेरदी दृश्ष्टमभ व वप्रेकयदाओं सप्रेयनीभनीबनीतनीग ं ै; क्ययोंकक व परदप्रे ककी आड़ सप्रे


सशकदार खप्रेलतनी 'ं ै।

दगोनयों नप्रे अपनप्रे-अपनप्रे अश्ग्न-बदाण छगोड़ हदयप्रे। खन्नदा नप्रेगगोववंददी कगो चदा ंप्रेदसरदीड
कठगोर सप्रे कठगोर बदात क ंनी ंगोतनी,उसप्रेइतननी बरदीक न लगतनी; पर मदालतनी सप्रे उसककी
घणणत ृ तलनदाक उसककी सह ष्णतदाक कप्रे सलए भनी असह्य थनी। गगोववंददी नप्रेभनी खन्नदा
कगो चदा ंप्रेजगो ककछ क ंदा ंगोतदा, व इतनप्रे गमद न ;ंगोतप्रेलककन मदालतनी कदा य
अपमदान व न ंनींस सकतप्रे। दगोनयों एक दसरप्रेड कप्रे कगोमल स्थलयों सप्रेपररधिचत थप्रे।
दगोनयों कप्रे नशदानप्रे ठठीक ब ैठप्रे और दगोनयों तलसमलदा उठप्रे । खन्नदा ककी आड।ँखभ लदाल
गयनीं। गगोववंददी कदा म।ँं
ड कलदाल ंगो गयदा। खन्नदा आवप्रेश मभ उठप्रे और उसकप्रे दगोनयों कदान
पकड़कर ज़गोर सप्रे ऐंठप्रे और -तनीनचदार तमदाचप्रेलगदा हदयप्रे। गगोववंददी रगोतनी ंकई अन्दर
चलदी गयनी।
ज़रदा दप्रे र मभ डदाक्टर नदाग आयप्रे और ससववल सजदन एम. टदाड आयप्रे और भवषगदाचदायद
ननीलकं ठ शदास म तनीआयप्रे;पर गगोववंददी बच्चप्रे कगो सलयप्रे अपनप्रे कमरप्रे मभ ब ै र ंनी। ककसनप्रे
क्यदा क , ंदाक्यदा तशख़नीश ककी, उसप्रेककछ मदालमड न ंनीं। श्जस ववपश्त्त
ककी कल्पनदा व कर र ंनी थनी, व आज उसकप्रे ससर पर आ गयनी। खन्नदा नप्रे आज ज ैसप्रे
उससप्रे नदातदा तगोड़ सलयदा,ज ैसप्रे उसप्रे घर सप्रे खदप्रे ड़कर द्वदार बंद कर सलयदा। जगो ंडप कदा
बदाज़दार लगदाकर ब ैठतनी , ं ैश्जसककी परछदाईं भनी व अपनप्रे ऊपर पड़नप्रे न ंनीं दप्रे नदा चदा तनी ।
व उस पर परगोक्ष ंडप सप्रे शदासन करप्रे । य न ंगोगदा। खन्नदा उसकप्रे
त ं ैं,उन म ंभ उसकगो समझदानप्रे-बकदानप्रेकदा अधधिकदार ं ै,उनककी मदार कगो भनी व सशररगोदादय कर
सकतनी ; ं ैपर मदालतनी कदा शदासन! असंभव! मगर बच्चप्रे कदा ज्वर जब तक शदांत न
ंगो जदाय,व ह ल न ंनीं सकतनी। आत्मदासभमदान कगो भनी कतदव्य कप्रे सदामनप्रेससर
झकदानदाक पड़प्रेगदा।

दसरससहदन बचसकय जवर उतर गयय थय। गतववशदड़ नसएक तयसगम य मसमगवययय और घर
सप्रे नकलदी। ज ंदाड।ँ उसकदा इतनदा अनदादर,व ंदाड।ँं ै अब व न ंनीं र सकतनी। आघदात
इतनदा कठगोर थदा कक बच्चयों कदा मगो भनी टडट गयदा थदा। उनकप्रे प त उसकदा जगो संमद
थदा, उसप्रेव परदा कर चककी ं ै। शप्रेष जगो कछ ं ै,व खन्नदा कदा संमद ं ै। , गगोददाड।ँ कप्रे
ंड ंक ंक
बदालक कगो व ककसनी तर न ंनीं छगोड़ सकतनी। व उसककी जदान कप्रे सदाथ ं ै। और
इस घर सप्रे व कप्रे वल अपनप्रे पदाण लप्रेकर नकलप्रेगनी। और कगोई चनीज़ उसककी न ंनीं
ं ै। इन म ंभ य ददावदा ं ै कक व उसकदा पदालन करतप्रे ं ैं। गगोववंददी हदखदा दप्रे गनी कक
उनकप्रे आशय सप्रेनकलकर भनी श्ज़ंददा र सकतनी ं ै।
तनीनयों बच्चप्रेउस समय खप्रेलनप्रेगयप्रेथप्रे। गगोववंददी कदा मन आ, एक बदार उन म ंभ प्यदार
ंक
कर लप्रे;मगर व क ंनीं भदागनी तगो न ंनीं जदातनी। बच्चयों कगो उससप्रे पप्रेम, तगोगोगदाउसकप्रे
पदास आयभगप्रे,उसकप्रे घर मभ खप्रेलभगप्रे। व जब ज़रड त, ख़समझप्रेगनीदबक च्चयों कगो दप्रे ख
आयदा करप्रे गनी। कप्रे वल खन्नदा कदा आशय न ंनीं लप्रेनदा चदा तनी। सदाड।ँझ ंगो गयनी थनी। पदाकद
मभ रसौनक़ थनी। लगोग रदी घदास पर लप्रेटप्रे वदा कदा आनन्द लटड र ंप्रेथप्रे।

गगोववंददी ज़रतगंज ंगोतनी ंकई धिचडड़यदाघर ककी तरफ़ मड़नीक ंनी थनी कक कदार पर
मदालतनी और खन्नदा सदामनप्रेसप्रेआतप्रे ंकए हदखदायनी हदयप्रे। उसप्रेमदालमड ंकआ, खन्नदा नप्रे
उसककी तरफ़ इशदारदा करकप्रे ककछ क ंदा और मदालतनी मस्करदायनी।ंक न ंनीं,शदायद य
उसकदा भ्रम ंगो। खन्नदा मदालतनी सप्रे उसककी नंददा न करभ गप्रे;मगर ककतननी बप्रेशमद ं ै।
सनदाक ं ैइसककी अच्छठी प ैककटस ं ैघर ककी भनी संपन्न ं ैककर भनी ययों अपनप्रेकगो
बप्रेचतनी ककरतनी ं ै। न जदानप्रे क्ययों ब्यदा न ंनीं कर; लप्रेककनतनी उससप्रेब्यदा करप्रे गदा
कसौन? न ंनीं,य बदात न ंनीं। पंकषयों मभ भनी ऐसप्रेब ंकत ंगो गयप्रे ं ैं,जगो उसप्रे पदाकर
अपनप्रे कगो संन्य मदानभगप्रे;लककन मदालतनी ख़द क ककसनी कगो पसंद करप्रे । और ब्यदा मभ
कसौन-सदा सखक रखदा ंकआ ं ै। ब ंकत अच्छदा करतनी ं ै,जगो ब्यदा न ंनीं करतनी। अभनी
सब उसकप्रे ग़लदामक ं ैं। तब व एक ककी लगौंडनी ंगोकर र जदायगनी। ब ंकत अच्छदा कर
ंनी ं ै। अभनी तगो य म ंदाशय भनी उसकप्रे तलवप्रे चदाटतप्रे ं ैं। क ंनीं इनसप्रे ब्यदा कर लप्रे ,तगो उस
पर शदासन करनप्रे लगभ ;मगर इनसप्रे व क्ययों ब्यदा करप्रे गनी?और समदाज मभ -दगोचदार ऐसनी श्स्तयदाड।ँ
बननी ,रतगोभअच्छदा; पंकषयों कप्रे कदान तगो गमदकरतनी र ंभ।

आज गगोववंददी कप्रे मन मभ मदालतनी कप्रे प त बड़नी स ंदानभकडत उत्पन्न ंकई। व


मदालतनी पर आक्षप्रेप करकप्रे उसकप्रे सदाथ अन्यदाय कर र ंनी ं ै। क्यदा मप्रेरदी दशदा कगो
दप्रे खकर उसककी आड।ँखभन खलतनीक ंयोंगनी। वववदाह त जनीवन ककी दददशदाक आड।ँखयों दप्रे खकर
अगर व इस जदाल मभ न ंनींसंड।ँसतनी, तगो क्यदा बरदाक करतनी ं ै! धिचडड़यदाघर मभ चदारयों
तरफ़ सन्नदाटदा छदायदा ंकआ थदा। गगोववंददी नप्रेतदाड।ँगदा रगोक हदयदा और बच्चप्रेकगो सलए रदी
दबड ककी तरफ़ चलदी; मगर दगो ंनी तनीन क़दम चलदी थनी कक चप्पल पदाननी मभ डडब
गयप्रे। अभनी थगोड़नी दप्रे र प लप्रे लदान सनींचदा गयदा थदा और घदास कप्रे ननीचप्रे पदाननी ब र ंदा थदा। उस
उतदावलदी मभ उसनप्रे पनीछप्रे न ककरकर एक क़दम आगप्रेऔर रखदा तगो पदाड।ँव ककीचड़ मभ सन गयप्रे।
उसनप्रे पदाड।ँव ककी ओर दप्रे खदा। अब य ंदाड।ँ पदाड।ँव संगोनप्रे कप्रे स
ंदाड।ँ सप्रे समलप्रेगदा?उककी सदारदी मनगोव्यथदा लप मंकत ंगो गयनी। पदाड।ँव संगोकर सदाफ़ करनप्रे ककी
नई धिचंतदा ंकई। उसककी ववचदार-संदारदा ंकक गयनी। जब तक पदाड।ँव न सदाफ़ ंगो जदाय ंड।ँ
व ककछ न ंनींसगोच सकतनी। स सदा उसप्रेएक लम्बदा पदाईप घदास मभ छपदा नज़र आयदा,
श्जसमभ सप्रे पदाननी ब र ंदा थदा। उसनप्रे जदाकर पदाड।ँव,चप्पसलगोनयप्रेगोयप्रे , ंदाथ-म।ँं
ड क
संगोयदा, थगोड़दा-सदा पदाननी चल्लकडमभलप्रेकर वपयदा और पदाइप कप्रे उस पदार सखनीड ज़मनीन
पर जदा ब ैठठी।

उददासनी मभ मसौत ककी यदाद तरं तक आ जदातनी ं ै। क ंनींव व ंनींब ैठप्रे-ब ैठप्रे मर जदाय,तगो
क्यदा ंगो? तदाडग
।ँ प्रेवदालदा तरं तक जदाकर खन्नदा कगो ख़बर दप्रे गदा। खन्नदा सनतप्रेक ंनी णखल
उठभ गप्रे;लककन द ंकनयदा कगो हदखदानप्रेकप्रे सलए आड।ँखयों पर ंडमदाल रख लभग। बच्चयों
कप्रे
सलए णखलसौनप्रे और तमदाशप्रे मदाड।ँ सप्रे प्यदारप्रे ं ैं। य ं ै ,उसकदाश्जसकप्रेजनीवनसलए कगोई
चदार बंडद।ँआस।ँब
ड ंदानप्रेवदालदा भनी न ंनीं। तब उसप्रेव हदन यदाद आयदा, जब उसककी
सदास जनीतनी थनी और खन्नदा उड़ंछड न ंकए थप्रे,तब उसप्रे सदास कदा बदात-बदात पर
बबगड़नदा बरदाक लगतदा थदा; आज उसप्रेसदास कप्रे उस कक्रगो मभ स्नप्रे कदा रस घलदाक जदान
पड़ र ंदा थदा। तब व सदास सप्रेठ
ड जदातनी थनी और सदास उसप्रेदलदारकरु मनदातनी थनी।
आज व म ंनीनयों ंडठठी पड़नी र ंप्रे। ककसप्रे परवदा? एकदाएक ै उसकदा मन उड़कर मदातदा

कप्रे चरणयों मभ जदा प ंकड।ँचदा। ंदाय! आज अम्मदाड।ँंगोतनीं,तगो क्ययों उसककी य दददशदाक ंगोतनी!
उसकप्रे पदास और ककछ न थदा, स्नप्रे-भरदी गगोद तगो थनी, पप्रेम-भरदा अंचल तगो थदा,श्जसमभ
म।ँं
ड कडदालकर व रगो लप्रेतनी; लप्रेककन न , ंनींव रगोयप्रेगनी न , ंनींउस दप्रे वनी कगो स्वगदमभ दखनीक
न बनदायप्रेगनी, मप्रेरप्रेसलए व जगो ककछ ज़्यदाददा सप्रेज़्यदाददा कर सकतनी थनी, व कर
गयनी? मप्रेरप्रे कमगो ककी सदाधिथन ंगोनदा तगो उनकप्रे वश ककी बदात न थनी। और व क्ययों
रगोयप्रे? व अब ककसनी कप्रे सअनीन न ंनीं, व ै अपनप्रेगज़रु-भर कगो कमदा सकतनी ं ै।
कल ंनी गदाड।ँसंनी-आशम सप्रेचनीज़भलप्रेकर बप्रेचनदा शकड कर दप्रे गनी। शमदककस बदात ककी? य
ंनी तगो ंगोगदा, लगोग उड।ँ गलदी हदखदाकर क ंभगप्रे--व जदा र ंनी ं ै खन्नदा ककी बनीबनी;
लप्रेककन इस श र मभ र ंडक्ययों।ँ ? ककसनी दसरप्रेड श र मभ क्ययों न चलदी जदाऊड।ँ,ज ंदाड।ँमझप्रेक
कगोई जदानतदा ंनी न ंगो। दस-बनीस ंकपए कमदा लप्रेनदा ऐसदा क्यदा मश्ककलक ं ै। अपनप्रे पसनीनप्रे
ककी कमदाई तगो खदाऊड।ँ, ककरगनी तगो कगोई मझ
क पर रगोब न जमदायप्रेगदा। य म ंदाशय इसनीसलए
तगो इतनदा समज़दाज करतप्रे ं ैं कक व मप्रेरदा पदालन करतप्रे ं ैं। म ैं अब ख़द क अपनदा पदालन
क।ँड गनी।

सदा उसनप्रेमप्रेतदा कगो अपननी तरफ़ आतप्रेदप्रेखदा। उसप्रेउलझन ंकई। इस वक़्त व


सम्पणदएड कदांत चदा तनी थनी। ककसनी सप्रेबगोलनप्रेककी इच्छदा न थनी; मगर य ंदाड।ँ भनी एक
म ंदाशय आ ंनी गयप्रे। उस पर बच्चदा भनी रगोनप्रे लगदा थदा।

मप्रेतदा नप्रेसमनीप आकर ववस्मय कप्रे सदाथ पछदाड -- आप इस वक़्त य ंदाड।ँ क ै सप्रे आ
गई?

गगोववंददी नप्रेबदालक कगो चपक करदातप्रे ंकए क ंदा -- उसनी तर ज ैसप्रे आप आ गए।

मप्रेतदा नप्रेमस्करदाकरु क ंदा -- मप्रेरदी बदात न चलदाइए। संगोबनी कदा ककत्तदा न घर कदा न
घदाट कदा। लदाइए, म ैंबच्चप्रेकगो चपक कर दंड।ं।ँ

'आपनप्रे य कलदा कब सनीखनी?'


'अभ्यदास करनदा चदा तदा ंड।ं।ँइसककी परदीक्षदा जगो ंगोगनी।'
'अच्छदा! परदीक्षदा कप्रे हदन क़रदीब आ गयप्रे?'
'य तगो मप्रेरदी त ैयदारदी पर ं ै। जब त ैयदार ंगो जदाऊड।ँ,ब ैठ गदाजदाऊड।ँ गदा। छगोटदी-

उपदाधधिययों कप्रे सलए म पढ़-पढ़कर आड।ँखभ संगोड़ सलयदा करतप्रे तगो ैं।जनीवनय-
व्यदापदार ककी परदीक्षदा ं ै।'
'अच्छठी बदात ं ै,म ैंभनी दप्रे खगनींडं।ँ आप ककस गप्रेड मभ पदास ंगोतप्रे ं ैं।

क तप्रे ंकए उसनप्रेबच्चप्रेकगो उनककी गगोद मभ दप्रेहदयदा। उन म ंयोंनप्रेबच्चप्रेकगो कई बदार उछदालदा,


तगो व चपक ंगो गयदा।

बदालकयों ककी तर डनींग मदारकर बगोलप्रे-- दप्रे खदा आपनप्रे,क ै सदा मंतर कप्रेर ज़गोसप्रेचपक
कर हदयदा। अब म ैं भनी क ंनीं सप्रे बच्चदा लदाऊड।ँ' गदा।
गगोववंददी नप्रे ववनगोद ककयदा-- बच्चदा ंनी लदाइएगदा, यदा उसककी मदाड।ँ ?भनी

मप्रे तदा नप्रे ववनगोद-भरदी नरदाशदा सप्रे सर ह लदाकर क ंदा-- ऐसनी औरत तगो क ंनीं

समलतनी ंनी न ंनीं।


'क्ययों, समस मदालतनी न ंनीं ? ं ैंसदरदींंक, सशक्षक्षत, गणवतनीक, मनगो ंदाररणनी; और आप
क्यदा
चदा तप्रे ?'ं ैं
'समस मदालतनी मभ व एक बदात भनी न ंनीं ं ै जगो म ैं अपननीमभ स म तनीदप्रे खनदा चदा तदा

ंड।'ं।ँ
गगोववंददी नप्रेइस कत्सदा कदा आनंद लप्रेतप्रे ए क ंदा -- उसमभ क्यदा बरदाई ं ै,सन। ं।ँभगौंरप्रे
ंक ंक ंक ंकंड
तगो मप्रेशदा घप्रेरप्रेर तप्रे ं ैं। म ैंनप्रेसन
क दा ं ै,आजकल पंकषयों कगो ंनी औरतभ पसंद
ऐसनी
आतनी ं ैं।
मप्रेतदा नप्रेबच्चप्रेकप्रे ंदाथयों सप्रेअपननी मंडछयों।ँ ककी रक्षदा करतप्रे ए क ंदा -- मप्रेरदी स्तनी
ंक
ककछ और ंनी ढं ग ककी ंगोगनी। व ंगोगनी, श्जसककी कर
ऐसनी म ैंपजदाड सकंडगदा।ं।ँ
गगोववंददी अपननी ंड।ँसनी न रगोक -- तगो आप स्तनी न ंनीं,कगोई प तमदा चदा तप्रे ं ैं।
सककी
स्तनी तगो ऐसनी आपकगो शदायद क ंनीं समलप्रे।
'जनी न ंनीं,ऐसनी एक दप्रे वनी इसनी श र मभ ं ै।

'सच! म ैं भनी उसकप्रे दशदन ,करतनीऔर बननप्रे ककी चप्रेष्टदा करतनी।'


उसनी तर

'आप उसप्रेखबक जदानतनी ं ैं। व एक लखपतनी ककी पत्ननी ं ै,पर ववलदास कगो तच्छक
समझतनी ं ै; जगो उपप्रेक्षदा और अनदादर स कर भनी अपनप्रे कतदव्य सप्रे ववचसलत न ंनीं
ंगोतनी, जगो मदातत्व ृ ककी वप्रेददी पर अपनप्रे कगो बसलददान करतनी, श्जसकप्रे ै सलए त्यदाग
ंनी
सबसप्रे बड़दा अधधिकदार , और ै जगो इस यगोग्य ं ैककी उसककी प तमदा बनदाकर पजनीड
जदाय।'

गगोववंददी कप्रे हृदय मभ आनंद कदा कंपन ंकआ। समझकर भनी न समझनप्रेकदा असभनय
करतनी ंकई बगोलदी -- ऐसनी स्तनी ककी आप तदारदीफ़ करतप्रे ं ैं। मगर मप्रेरदी समझतगो मभ
दयदा ककी पदात ं ै। व आदशद नदारदी ं ै और जगो आदशद नदारदी गो सकतनी,व ंनी ं ै
आदशद पत्ननी भनी ंगो सकतनी ं ै।

मप्रे तदा नप्रे आकयदच सप्रे क --ंदा आप उसकदा अपमदान करतनी ं ैं।

'लप्रेककन व आदशदइस यगक कप्रे सलए न ंनीं ं ै।'

'व ं ैऔर ं ै। मनष्यक उसप्रेववक ृत करकप्रे अपनदा सवदनदाश


अमर
आदशदसनदातन
कर र ंदा ं ै।

गगोववंददी कदा अंतछःकरण णखलदा जदा र ंदा थदा। ऐसनी संकरप्रेररयदाड।ँव ंदाड।ँकभनी न उठठी थनीं।
श्जतनप्रे आदसमययों सप्रे उसकदा पररचय ,थदाउनमभ मप्रे तदा कदा स्थदान सबसप्रे ऊड।ँ चदा थदा।
उनकप्रे मखक सप्रेय पगोत्सदा न पदाकर व मतवदालदी ंकई जदा र ंनी थनी। उसनी नशप्रेमभ बगोलदी -- तगो
चसलए, मझप्रेकउन कप्रे दशदन करदा ददीश्जए।

मप्रेतदा नप्रेबदालक कप्रे कपगोलयों मभ म।ँं


ड क छपदाकर क ंदा -- व तगो य ंनींबठ
ै ठी ंकई ं ैं।

'क ंदाड।ँ,म ैंतगो न ंनींदप्रेख र ंनी ंड।ं।ँ


'उसनी दप्रे वनी सप्रेबगोल र ंदा ंड।ं।ँ
गगोववंददी नप्रे ज़गोर सप्रे क़ क़ ंदा मदारदा--आपनप्रेआज मझप्रेकबनदानप्रेककी ठदान लदी, क्ययों?

मप्रे तदा धशदानत ंगोकर क ंदा-- दप्रे वनीजनी,आप मप्रेरप्रे सदाथ अन्यदाय कर र ंनी, और ैं
मझसप्रेज़्
क यदाददा अपनप्रेसदाथ। संसदार मभ ऐसप्रेब ंकत कम पदाणनी ं ैंश्जनकप्रे प त मप्रेरप्रे
मन मभ धशदा ंगो। उन म ंनीं मभ एक आप ं ैं। आपकदा सं ैयद और त्यदाग और शनील औ
पप्रेम अनपमक ं ै। म ैंअपनप्रेजनीवन मभ सबसप्रेबड़प्रेसखक ककी जगो कल्पनदा कर सकतदा
ंड,व।ँ आप ज ैसनी ककसनी दप्रे वनी कप्रे चरणयों ककी सप्रेवदा ं ै। श्जस नदारदीत्व कगो म ैं आदशद
मदानतदा ंड,आप।ँ उसककी सजनीव प तमदा ं ैं।

गगोववंददी ककी आड।ँखयों सप्रेआनंद कप्रे आस।ँड नकल पड़प्रे;इस धशदा-कवच कगो संदारण करकप्रे
ककस ववपश्त्त ककी सदामनदा न करप्रे गनी। उसकप्रे रगोम-म मभ ज ैसप्रेमदृ-ंकसंगनीत ककी ध्व
न नकल पड़नी। उसनप्रे अपनप्रे रमणनीत्व कदा उल्लदास मन मभ दबदाकर --क ंदा आप
ददाशदनक क्ययों ंकए मप्रेतदाजनी? आपकगो तगो कवव ंगोनदा चदाह ए थदा।

मप्रेतदा सरलतदा सप्रे ंड।ँसकर बगोलप्रे-- क्यदा आप समझतनी ं ैं,बबनदा ए ंनी


ददाशदनक
कगोई कवव ंगो सकतदा ं ै? दशदन तगो कप्रे वल बनीच ककी मंश्ज़ल ंक
ं ै।
'तगो अभनी आप कववत्व कप्रे रदास्तप्रे मभ ;लप्रेककन ैं आप य भनी जदानतप्रे, कवव ैं कगो

संसदार मभ कभनी सखक न ंनींसमलतदा?'


'श्जसप्रेसंसदार दछःखक क तदा ं ै,व ंदाड।ँकवव कप्रे सलए ं ै। संन और
सखक ऐकवयद,ंडप
और बल, ववद्यदा और बववक, यप्रेववभत
ड यदाड।ँसंसदार कगो चदा ंप्रेककतनदा ंनी मगोह त कर
लभ,कवव कप्रे सलए य ंदाड।ँ ज़रदा भनी आकषदण न ै,उसकप्रेनीं मगोद और आकषदण ककी
वस्त तगो बझनी ई आशदाएड।ँऔर समटदी ई स्म तयदाड।ँऔर टटप्रे ए हृदय कप्रे आस
ंक ंक ंक ंक ं ृ ंड ंक ंड।ँ
ं ैं। श्जस हदन इन ववभत ड ययों मभ उ सकदा पप्रे म न र ंप्रे ग दा , उस हदन कवव न

र ंप्रेगदा। दशदन जनीवन कप्रे इन र स्ययों सप्रे कप्रे वल ववनगोद करतदा,कवव उनमभ ं ै लय
ंगो
जदातदा ं ै। म ैंनप्रे आपककीदगो-चदार कववतदाएड।ँपढ़दी ं ैंऔर उनमभ श्जतननी पलकक, श्जतनदा
कं पन,श्जतननी समरु व्यथदा, श्जतनदा ंकलदानप्रेवदालदा उन्मदाद पदायदा , म ैं ंनी
ं ैव जदानतदा
। ं।ँप त नप्रे मदारप्रे सदाथ ककतनदा बड़दा अन्यदाय ककयदा ं ैकक आप-ज ैसनी कगोई दसरदी

ंड ं ृ ंड
दप्रे वनी न ंनीं बनदायनी।
गगोववंददी नप्रे सरत भरप्रे स्वर मभ -- कन ंदानीं मप्रेतदा जनी, य आपकदा भ्रम ं ै। ऐसनी

नदाररयदाड।ँ य ंदाड।ँ आपकगो- गगलदी मभ समलभगनी और म ैंतगो उन सबसप्रेगयनी बनीतनी ंड।ं।ँ


जगो स्तनी अपनप्रेपंकष कगो पसन्न न रख सकप्रे, अपनप्रे कगो उसकप्रे मन ककी न बनदा
सकप्रे, व भनी कगोई स्तनी ं ै। म ैं तगो कभनी-ंनी सगोचतनी ंडकक।ँ मदालतनी सप्रेय कलदा
सनीख।ंडं।ँज ंदाड।ँमअ
ैं ससल ंड,व।ँ ंदाड।ँ व ससल ं ै। म ैं अपनप्रे कगो भनी अपनदा न ंनीं बनदा
सकतनी, व दसरयोंंड कगो भनी अपनदा बनदा लप्रेतनी ं ै। क्यदा य उसकप्रे सलए शप्रेय ककी बदात
न ंनीं?

मप्रेतदा नप्रेम।ँं
ड कबनदाकर क ंदा -- शरदाब अगर लगोगयों कगो पदागल कर दप्रे तनी , ं ैतगो
इससलए उसप्रे क्यदा पदाननी सप्रे अच्छदा समझदा जदाय,ंगो प्यदास बझदातदाक ं ै,श्जलदातदा ं ै,
और शदांत करतदा ?ं ै

गगोववंददी नप्रे ववनगोद ककी शरण लप्रेकर क-- ंदाककछ भनी ंगो, म ैंतगो य दप्रे खतनी ंडकक।ँ
पदाननी मदारदा-मदारदा ककरतदा ं ै और शरदाब कप्रे सलए घर-द्वदार बबक जदातप्रे , और ैं
शरदाब श्जतननी ंनी तप्रेज़ और नशनीलदी , ंगोउतननी ंनी अच्छठी। म ैंतगो सनतनीक ंड,आप।ँ
भनी शरदाब कप्रे उपदासक ?ं ैं

गगोववंददी नरदाशदा ककी उस दशदा कगो प ंकड।ँच गयनी थनी, जब आदमनी कगो सत्य और
संमद मभ भनी संदप्रे ंगोनप्रे लगतदा;लप्रेककन ै मप्रे तदा कदा ध्यदान सउर न गयदा। उनकदा ध्यदान
तगो वदाक्य कप्रे अं तम भदाग पर ंनी धिचमटकर र गयदा। अपनप्रे -सप्रेवनमद पर उन म ंभ
श्जतननी लज्जदा और क्षगोभ आज ंकआ, उतनदा बड़प्रे-बड़प्रेउपदप्रे श सनकरु भनी न ंकआ
थदा। तकगो कदा उनकप्रे पदास जवदाब थदा और म।ँं
ड क-तगोड़; लप्रेककन इस मनीठठी चटककीक
कदा उन म ंभकगोई जवदाब न सझदा।ंड व पछतदायप्रेकक क ंदाड।ँसप्रेक ंदाड।ँउन म ंभशरदाब ककी
यश्क्तक
सझनी।ंड उन म ंयोंनप्रेख़द क मदालतनी ककी शरदाब सप्रेउपमदा ददी थनी। उनकदा वदार अपनप्रे ंनी
ससर पर पड़दा।

लश्ज्जत ंगोकर बगोलप्रे-- ंदाड।ँ दप्रे वनीजनी,म ैंस्वनीकदार करतदा ंडकक।ँ मझमभ ंकय आसश्क्त
ं ै। म ैंअपनप्रेसलए उसककी ज़डरत बतलदाकर और उसकप्रे ववचदारगोत्तप्रेजक गकणयों कप्रे
पमदाण दप्रे कर गनदाक कदा उजदा न क।ँड गदा, जगो गनदाक सप्रेभनी बदतर ं ै। आज आपकप्रे
सदामनप्रेप तजदा करतदा ंडकक।ँ शरदाब ककी एक बंडद।ँभनी कंठ कप्रे ननीचप्रेन जदानप्रेदंडगदा।ं।ँ

गगोववंददी नप्रे सन्नदाटप्रे मभ आकर --क यदा आपनप्रे क्यदा ककयदा मप्रे तदाजनी! म ैंर ईक व
सप्रेक तनी ंड,मप्रेरदा।ँ य आशय न थदा। मझप्रेकइसकदा दछःखक ं ै।

'न ंनीं,आपकगो पसन्न ंगोनदा चदाह ए कक आपनप्रे एक व्यश्क्त कदा उद्संदार कर हदयदा।'
'म ैंनप्रे आपककदादारउद् कर हदयदा। म ैंतगो ख़द क आप सप्रेअपनप्रेउद्संदार ककी यदाचनदा
करनप्रेजदा र ंनी ंड।'ं।ँ

'मझसप्रे?क संन्य भदाग!'

गगोववंददी नप्रे कडण स्वर मभ --क ंदादाड।ँ,आपकप्रे ससवदा मझप्रेककगोई ऐसदा न ंनींनज़र
आतदा श्जससप्रेमअ ैं पननी कथदा सनदाऊड।ँ।ंक दप्रे णखए, य बदात अपनप्रे ंनी तक
रणखएगदा, ंदालदाड।ँकक आपसप्रेय यदाद हदलदानप्रेककी ज़रड त न ंनीं। मझप्रेअ
क ब अपनदा
जनीवन असह्य ंगो गयदा ं ै। मझ क सप्रे अब तक श्जतननी तपस्यदा ंगो सककी,म ैंनप्रे;
लप्रेककनककी
अब न ंनीं स ंदा जदातदा। मदालतनी मप्रेरदा सवदनदाश ककयप्रे डदालतनी ं ै। म ैं अपनप्रे ककसनी शस सप्रे
उस पर ववजय न ंनीं पदा सकतनी। आपकदा उस पर पभदाव ं ै। व श्जतनदा आपकदा आदर
करतनी ं ै,शदायद और ककसनी मदद कदा न ंनीं करतनी। अगर आप ककसनी तर मझप्रेउ
क सकप्रे
पंजप्रेसप्रेछकड़दा दभ ,तगो म ैंजन्म भर आपककी ऋणनी र ंडगनी।ं।ँ उसकप्रे ंदाथयों मप्रेरदा ससौभदाग्य लटदाक जदा र
ंदा ं ै। आप अगर मप्रेरदी रक्षदा कर सकतप्रे ं ैं,तत
ककीश्जए। म ैं आज घर सप्रे य इरदाददा करकप्रे चलदी थनी कक ककर लसौटकर न आऊड।ँ गनी।
म ैंनप्रेबड़दा ज़गोर मदारदा कक मगो कप्रे सदारप्रे बंसंनयों कगो तगोड़कर संभक दंड;ं।ँलप्रेककन औरतकदा
हृदय बड़दा दबदलक ं ैमप्रेतदा जनी! मगो उसकदा पदाण ं ै। जनीवन र तप्रेमगो तगोड़नदा
उसकप्रे सलए असंभव ं ै। म ैंनप्रे आज तक अपननी व्यथदा अपनप्रे मन;लप्रेककनमभ रखनी
आज म ैंआपसप्रेआ।ँच
ड ल सं ैलदाकर सभक्षदा मदाड।ँगतनी ंड।ं।ँमदालतनी सप्रेमप्रेरदा सउदार ककीश्जए।
म ैंइस मदायदाववननी कप्रे ंदाथयों समटदी जदा ंनी
र ंड...ं।ँ।
उसकदा स्वर आड।ँसओंंकमभडडब गयदा। व संडट-संडट कर रगोनप्रेलगनी। मप्रेतदा अपननी

नज़रयों मभ कभनी इतनप्रे ऊड।ँ चप्रे न उठप्रे थप्रे उस वक़्त,जबभनीउ नककीनीं रचनदा कगो
फ़म ंदांस ककी एकदाडमनी नप्रेशतदाब्ददी ककी सबसप्रेउत्तम क ृत क कर उन म ंभबबदाई ददी थनी।
श्जस प तमदा ककी व सच्चप्रेहदल सप्रेपजदाड करतप्रेथप्रे,श्जसप्रे मन मभ व अपननी
इष म टदप्रे वनी समझतप्रेथप्रेऔर जनीवन कप्रे असझड पसंगयों मभ श्जससप्रेआदप्रे श पदानप्रेककी
आशदा रखतप्रे थप्रे,व आज उनसप्रे सभक्षदा मदाड।ँग र ंनी थनी। उन म ंभ अपनप्रे अंदर ऐसनी
शश्कम त कदा अनभवक आ कक व पवदत कगो भनी संदाड़ सकतप्रे ं ैं;समद क कगो त ैरकर
ंक
पदार कर सकतप्रे ं ैं। उन पर -नशदासदा छदा गयदा, ज ैसप्रे बदालकदाठ कप्रे घगोड़प्रे पर सवदार
ंगोकर समझ र ंगो वदा मभ उड़ र ंदा ं ै। कदाम ककतनदा असदाध्य,इसककी ै
ंदा व
सधधिक न र ंनी। अपनप्रेसससदांतयों ककी ककतननी त्यदा करननी पड़प्रेगनी, बबलककल ख़यदाल
न र ंदा।

आकवदासन कप्रे स्वर मभ बगोलप्रे--मझप्रेकन मदालमड थदा कक आप उससप्रेइतननी दखनीक ं ैं ।


मप्रेरदी बववक कदा दगोष, आड।ँखयोंकदा दगोष, कल्पनदा कदा दगोष। और क्यदा क ंड,वरनदा।ँ
आपकगो इतननी वप्रेदनदा क्ययों स ननी पड़तनी!

गगोववंददी कगो शंकदा ंकई। बगोलदी -- लप्रेककन ससं ननी सप्रे उसकदा सशकदार छठीननदा आसदान
न ंनीं , ं ैय समझ लदीश्जए।

मप्रे तदा नप्रे दृढ़तदा सप्रे क-- ंदानदारदी-हृदय संरतनी कप्रे समदान , श्जससप्रे ै समठदास भनी
समल सकतनी ं ै,कड़वदापन भनी। अंदर पड़नप्रेवदालप्रे बनीज मभ ज ैसनी शश्क्त ंगो।
उसकप्रे
'आप पछतदा र ंप्रे ंयोंगप्रे,क ंदाडस
।ँ प्रेआज इससप्रेमलदाक़दातक ंगो गयनी।'

'म ैंअगर क ंडकक।ँ मझप्रेकआज ंनी जनीवन कदा वदास्तववक आनंद ं ै,तगो शदायद
समलदा
आपकगो ववकवदास न आए!'
'म ैंनप्रे आपकप्रे ससर पर इतनदा बड़दा भदार रख 'हदयदा।

मप्रे तदा नप्रे शद्-संदासमरु स्वर मभ क ंदा -- आप मझप्रेकलश्ज्जत कर र ं ैंदप्रेवनीजनी! म ैं


ंनी
क चकदाक, म ैंआपकदा सप्रेवक ंड।ं।ँआपकप्रे ह त मभ मप्रेरप्रेपदाण भनी नकल जदायड।ँ,तगो म ैं
अपनदा ससौभदाग्य समझंडगदा।ं।ँ इसप्रेकववययों कदा भदावदावप्रेश न समणझए , मप्रेरप्रे जनीवन

कदा सत्य ं ै। मप्रेरप्रे जनीवन कदा क्यदा आदशद,आपकगो ै य बतलदा दप्रे नप्रे कदामगो
मझसप्रेन ंनींंकक सकतदा। म ैंपक त कदा पजदारदी और।ँ मनष्य कगो उसकप्रे पदाक तक
ंक ं ृ ंक ंड ंक ं ृ
ंडप मभ दप्रेखनदा चदा तदा ंड,जतोँ पसन्न ंगोक ंड।ँसतदा ंगोकर ं ैऔर
र ं ै,दखनीक रगोतदा
कक्रगो मभ आकर मदार डदालतदा ं ै। जगो और सखक दगोनयों कदा दमन करतप्रे ं ैं,जगो
दछःखक
रगोनप्रेकगो कमज़गोरदी और ंड।ँसनप्रेकगो लकदापन समझतप्रे , उनसप्रे ैं मप्रेरदा कगोई मप्रेल न ंनीं।
जनीवन मप्रेरप्रे सलए आनंदमय क्रकीड़दा,सरल ै, स्वच्छं द,ज ंदाड।ँकत्सदा, ईष्यदाद और जलन
ंक
कप्रे सलए कगोई स्थदान न ंनीं। ककी धिचंतदा न ंनींकरतदा, भववष्य ककी परवदा न
म ैंभतड ंनीं
करतदा। मप्रेरप्रेसलए वतदमदान ंनी सब ं ै। भववष्य ककी मभ कदायर बनदा दप्रे तनी
कछ धिचंतदा
ंक
ं ै,भतड कदा भदार मदारदी कमर तगोड़ दप्रे तदा ं ै ममभ जनीवन ककी शश्क्त इतननी कम ं ै

कक भतड और भववष्य मभ सं ैलदा दप्रे नप्रेसप्रेव और भनी क्षनीण ंगो जदातनी ं ै म व्यथद

कदा भदार अपनप्रे ऊपर लदादकर,ंडहढ़ययों और ववकवदासयों और इ त ंदासयों कप्रे मलवप्रे कप्रे
ननीचप्रे दबप्रे पड़प्रे;उठनप्रे ैं कदा नदाम न ंनीं लप्रेतप्रे,वसदामथ्यद ंनी न ंनीं र ंनी! जगो शश्क्त, जगो
स मसंडतदमदानव-संमदकगो परदाड करनप्रेमभलगननी चदाह ए थनी, स यगोग मभ ,भदाईचदारप्रे मभ ,
परदाननीक अददावतयों कदा बदलदा लप्रेनप्रेऔर बदाप-ददादयों कदा ऋण चकदानप्रेकककी भभ ट ंगो जदातनी ं ै।
और जगो य ईकवर और मगोक्ष कदा चक्कर , ं ैइस पर तगो मझप्रेक ंड।ँसनी आतनी ं ै। व
मगोक्ष औरउपदासनदा अ ंंकदार ककी परदाकदाष म ठदा ं ै,जगो मदारदी मदानवतदा कगो नष म ट
ककयप्रे डदालतनी ं ै। ज ंदाड।ँ जनीवन,क्रकीड़दा ै ं ै,च क ं ै, पप्रेम , व ै ंनीं ईकवर ; ं ै और
जनीवन कगो सखनीक बनदानदा ंनी उपदासनदा ं ै,और मगोक्ष ं ै। जदाननी क तदा , ं ैओठयों पर
मस्करदाक ट न आयप्रे,आड।ँखयों मभ आस।ँन
ड आयप्रे। म ैंक तदा ंड,अगर।ँ तमक ंड।ँस न ंनीं
सकतप्रे और रगो न ंनीं सक,तंप्रेगो तमक मनष्यक न ंनीं ंगो, पत्थर ंगो। व जदान जगो
मदानवतदा कगो पनीस डदालप्रे,जदान न ंनीं , ं ैकगोल म ंड ं ै। मगर क्षमदा ककीश्जए, म ैं तगो
एक परदीड स्पनीच ंनी दप्रे गयदा। अब दप्रे र ंगो र ंनी ं ै,चसलए, म ैंआपकगो प ंकड।ँचदा दंड।ं।ँ
बच्चदा भनी मप्रेरदी गगोद मभ सगो गयदा।

गगोववंददी नप्रे क --ंदा म ैंतगो तदाड।ँगदा लदायनी ंड।ं।ँ

'तदाडग
।ँ प्रेकगो य ंनींसप्रेववददा कर दप्रे तदा ंड।'ं।ँ

मप्रेतदा तदाडग
।ँ प्रेकप्रे प ैसप्रेचकदाकरु लसौटप्रे , तगो गगोववंददी नप्रे क --ंदा लप्रेककन आप मझप्रेकक ंदाड।ँ
लप्रेजदायगप्रे।ँड?

मप्रेतदा नप्रेचगौंककर पछदाड -- क्ययों, आपकप्रे घर प ंकच


ड।ँ दा

दंडगदा।ं।ँ 'व मप्रेरदा घर न ंनीं ं ै मप्रे 'तदाजनी!

'और क्यदा समस्टर खन्नदा कदा घर ं ै?'

'य भनी क्यदा पछनप्रेडककी बदात ं ै?

'अब व घर मप्रेरदा न ंनीं र ंदा। ज ंदाड।ँ अपमदान और धधिक्कदार , समलप्रेउसप्रे म ैं अपनदा घर


न ंनीं क सकतनी,न समझ सकतनी ंड।'ं।ँ
मप्रे तदा नप्रे -दददभरप्रे स्वर मभ श्जसकदा -एक अक्षर उनकप्रे अंतछःकरण सप्रे नकल र ंदा
थदा, क ंदा -- न ंनीं दप्रे वनीजनी, घर आपकदा ं ै,और सद ै व र ंप्रेगदा। उस घर ककी आपनप्रे
सश्ष मं ृट ककी ं ै,उसकप्रे पदाणणययों ककी सश्ष मं ृट ककी ं ै,और
पदाण ज ैसप्रे दप्रे कदा संचदालन
करतदा ं ै। पदाण नकल जदाय,तगो दप्रे ककी क्यदा ग त ंगोगनी? मदातत्व ृ म ंदान णगसौरव कदा
पद ं ै दप्रे वनीजनी! और गसौरव कप्रे पद मभ क ंदाड।ँ अपमदान और धधिक्कदार और तरस्कदा
ंनीं समलदा? मदातदा कदा कदाम जनीवन-ददान दप्रे नदा ं ै। श्जसकप्रे ंदाथयों मभ इतननी अतलक
शश्कम त ं ै,उसप्रे इसककी क्यदा परवदा कक कसौन उससप्रे ंडठतदा, कसौन ै बबगड़तदा ं ै।
पदाण कप्रे बबनदा ज ैसप्रे दप्रे न ंनीं र , सकतनीउसनीतर पदाण कगो भनी दप्रे ंनी
सबसप्रे
उपयकम ंकत स्थदान ं ै। म ैं आपकगो संमद और त्यदाग कदा उपदप्रे शक्यदा दंड?ं।ँआप
तगो
उसककी सजनीव प तमदा ं ैं। म ैंतगो य ंनी क ंडगदा।ँ कक ...।
गगोववंददी नप्रे सअनीर ंगोकर क लप्रेककन म ैंकप्रेवल मदातदा ंनी तगो न ंनीं ंड,नदारदीभीँ
--ंदा भनी
तगो ंड?ं।ँ

मप्रे तदा नप्रे एक समनट तक मसौन र नप्रे कप्रे बदाद --क ंदादाड।ँ,ं ैं;लप्रेककन म ैंसमझतदा ंडं।ँ
कक नदारदी कप्रे वल मदातदा , और ै इसकप्रे उपरदांत व जगो ककछ ं ै,व मदातत्व ृ
कदा
उपक्रम मदात। मदातत्व ृ संसदार ककी सबसप्रेबड़नी ससदानदा, सबसप्रे बड़नी तपस्यदा,सबसप्रे
बड़दा त्यदाग और सबसप्रेम ंदान णववजय ं ै। एक शब्द मभ उसप्रेलय क ंडगदा।ँ -- जनीवन
कदा, व्यश्क्तत्व कदा और नदारदीत्व कदा भनी। आप समस्टर खन्नदा कप्रे ववषय मभ इतनदा
ंनी समझ लभ कक व अपनप्रे ंगोश मभ न ंनीं ं ैं। व
जगो ककछ क तप्रे ं ैंयदा करतप्रे ं ैं,
उन्मदाद ककी दशदा मभ करतप्रे;मगर ैं य उन्मदाद शदांत ंगोनप्रेमभब ंकत हदन न लगभ गप्रे,और व समय
ब ंकत जल्द आयप्रेगदा, जब व आपकगो अपननी इष्टदप्रे वनी समझभग। गगोववंददी नप्रेइसकदा ककछ
जवदाब न हदयदा। संनीरप्रे -संनीरप्रे कदार ककी ओर चलदी। मप्रे तदानप्रे बढ़कर कदार कदा द्वदार खगोल
हदयदा। गगोववंददी अन्दर जदा ब ैठठी। कदार ;चलदी मगर दगोनयों मसौन थप्रे। गगोववंददी जब अपनप्रेद्वदार
पर प ंकड।ँचकर कदार सप्रेउतरदी, तगो बबजलदी कप्रे पकदाश मभ मप्रे तदा नप्रे,उसककीदप्रे खदाआड।ँखभ सजल ं ैं।
बच्चप्रे घर मभ सप्रे
नकल आयप्रे और'अम्मदाड।ँ-अम्मदाड।ँ'क तप्रे ंकए मदातदा सप्रेसलपट गयप्रे। गगोववंददी कप्रे मखक
पर मदातत्व ृ ककी उज्ज्वल गसौरवमयनी ज्यगो त चमक उठठी।
उसनप्रे मप्रे तदा सप्रे क-- ंदाइस कष्ट कप्रे सलए आपकगो ब ंकत संन्यवदाद!
और ससर ननीचदा कर सलयदा। आस।ँक
ड की एक बंडद।ँउसकप्रे कपगोल पर आ धिगरदी थनी।
मप्रे तदा ककी आड।ँखभ भनी सजल ंगो-- गयनींइस ऐकवयद और ववलदास कप्रे बनीच
मभ भनी
नदारदी-हृदय ककतनदा दखनीक ं ै!

***
19
समरज़दा खशकप्रेद कदा ंदातदा क्लब भनी ं ै,कच रदी भनी, अखदाड़दा भनी। हदन भर
जमघट
लगदा र तदा ं ै। मकल्लप्रेमभअखदाड़प्रेकप्रे सलए क ंनींजग न ंनींसमलतनी थनी। समरज़दा नप्रे
एक छप्पर डलवदाकर अखदाड़दा बनदावदा हदयदा ं ै; व ंदाड।ँ नत्य -ससौपचदास लडड़ंतयप्रे आ
जटतप्रेक ं ैं। समरज़दाजनी भनी उनकप्रे सदाथ ज़गोर करतप्रे ं ैं। मल्
क लप्रेककी पंचदायतभ भनी य नीं
ंगोतनी ं ैं। समयदाड।ँ-बनीबनी और सदास-ब ंडऔर भदाई-भदाई झगड़प्रे-टं टप्रेय ंनींचकदायप्रेकजदातप्रे
कप्रे
ं ैं। मकल्लप्रेकप्रे सदामदाश्जक जनीवन कदा य ंनी कप्रेन्द ं ैऔर रदाजननी तक आंदगोलन
कदा
भनी। आयप्रे हदन सभदाएड।ँ ंगोतनी र ं ैं। य ंनीं स्वयंसप्रेवक,य हटकतप्रेनींउनकप्रे ैं
तनी
पगोगदाम बनतप्रे , य ैं ंनीं सप्रे नगर कदा रदाजननी तक संचदालन ंगोतदा ं ै। वपछलप्रे जलसप्रे म
मदालतनी नगर-कदाड।ँगप्रेस-मप्रेटदी ककी सभदानप्रेतनी चनक लदी गयनी ं ै। तब सप्रेइस स्थदान ककी
रसौनक़ और भनी बढ़ गयनी ं ै।
गगोबर कगो य ंदाड।ँ र तप्रे सदाल भर ंगो गयदा। अब व ससनीदा-संदा गदामनीण यवकक न
ंनीं
ं ै। उसनप्रे तब कछ द नयदा दप्रे ख लदी और संसदार कदा रं ग-ढं ग भनी कछ-कछ
ंक ंक ंक ंक ंक
समझनप्रेलगदा ं ै। मलड मभ व अब भनी दप्रे ंदातनी ं ै,प ैसप्रे कगो ददाड।ँत सप्रे पकड़तदा,स्वदाथद ै
कगो कभनी न ंनीं छगोड़तदा,और पररशम सप्रेजनी न , न कभनी ह ंदारतदा ं ै;
ंनींचरदातदाक म्मत
लप्रेककन श र ककी वदा उसप्रे भनी लग गयनी ं ै। उसनप्रे प लप्रे म ंनीनप्रेवलतगोमजकप्रेरदीड
ककी ओर सआदा पप्रेट खदाकर थगोड़प्रेसप्रेकपए बचदा सलयप्रे। ककर व कचदालडऔर मटर
और द ंनी-बड़प्रे कप्रे खयोंचप्रे लगदानप्रे लगदा। सइर ज़्यदाददा लदाभ, तगोदप्रे खदानसौकरदी छगोड़ ददी।
गसमययों मभ शबदत और बरफ़ ककी दकदानड भनी खगोल ददी। लप्रेन-दप्रे न मभ खरदा थदा इससलए

उसककी सदाख जम गयनी। जदाड़प्रे आयप्रे,तगो उसनप्रे शबदत ककीदकदानड उठदा ददी और गमद

चदाय वपलदानप्रे लगदा। अब उसककी रगोज़दानदा आमदननी ढदाई-तनीन ंकपए सप्रे कम न ंनीं।

उसनप्रे अड।ँगप्रेज़नी फ़ ै शन कप्रे बदाल कटवदा, मसलएनीन संगोतनी ैं और पम्प-शडप नतदा ं ै, एक

लदाल ऊननी चदादर ख़रदीद लदी और पदान ससगरप्रे ट कदा शसौक़कीन ंगो गयदा ं ै।
सभदाओं मभ -आनप्रेजदाप्रेसप्रेउसप्रेककछ-ककछ रदाजननी तक जदान भनी ंगो चलदा ं ै। रदाष म र और
वगद कदा अथद समझनप्रे लगदा ं ै। सदामदाश्जक ंडहढ़ययों ककी प तष्ठदा और - लगोक
नंददा कदा भय अब उसमभ ब ंकत कम र गयदा ं ै। आयप्रेहदन ककी पंचदायतयों नप्रेउसप्रे
नस्संकगोच बनदा हदयदा ं ै। श्जस बदात कप्रे पनीछप्रे व य ंदाडघ
।ँ र सप्रेदरू, म।ँं
ड क छपदायप्रे पड़दा
ंकआ ं ै,उसनी तर ककी, बश्ल्क उससप्रेभनी क ंनीं नंददास्पद बदातभ य ंदाड।ँनत्य ंकआ करतनी
ं ैं,और कगोई भदागतदा न ंनीं। ककर व ंनी क्ययों इतनदा डरप्रे और म।ँं
ड कचरदायप्रे!ंक इतनप्रे
हदनयों मभ उसनप्रे एक प ैसदा भनी घर न ंनीं भप्रेजदा। व-वपतदामदातदाकगो ंकपए-प ैसप्रे कप्रे
मदामलप्रेमभइतनदा चतरु न ंनींसमझतदा। वप्रेलगोग तगो ंकपए पदातप्रे ंनी आकदाश मभ उड़नप्रे
लगभ ग। ददाददा कगो तरं तक गयदा करनप्रेककी और अम्मदाड।ँकगो ग नप्रेबनवदानप्रेककी संनक
सवदार ंगो जदायगनी। ऐसप्रे व्यथद कप्रे कदामयों कप्रे सलए उसकप्रे पदास ंकपए न ंनीं ं ैं।

अब व छगोटदा-मगोटदा म ंदाजन ं ै। पड़गोस कप्रे एक्कप्रे वदालयों गदाड़नीवदानयों और संगोबबययों कगो


सद ड पर ंकपए सउदार दप्रे तदा ं ै। इस दस-ग्यदार म ंनीनप्रे मभ ंनी उसनप्रे अपननी मप्रे नत
और ककफ़दायत और पंकषदाथदसप्रेअपनदा स्थदान बनदा सलयदा ं ैऔर अब झकनयदा कगो
य ंनीं लदाकर रखनप्रे ककी बदात सगोच र ंदा ं ै। तनीसरप्रे प र कदा समय ं ै। व सड़क कप्रे नल
पर न ंदाकर आयदा ं ैऔर शदाम कप्रे सलए आलडउबदाल र ंदा ं ैकक समरज़दा खशकदप्रे आकर
द्वदार पर खड़प्रे ंगो गयप्रे। गगोबर अब उनकदा नसौकर न ंनीं ; ं ैपर अदब उसनी तर करतदा ं ै
और उनकप्रे सलए जदान दप्रे नप्रे कगो त ैयदार र तदा ं ै।

द्वदार पर जदाकर पछदाड -- क्यदा ंकक्म ं ैसरकदार?

समरज़दा नप्रे खड़प्रे-खड़प्रे क ंदा-- तम मंक ंदारप्रे पदास ककछ ंकपए ंयों, तगो दप्रे दगो। आज तनीन
हदन सप्रेबगोतल ख़दालदी पड़नी ंकई ं ै,जनी ब ंकत बप्रेच ैन ंगो र ंदा ं ै।

गगोबर नप्रे इसकप्रेप लप्रे भनी दगो-तनीन बदार समरज़दाजनी कगो ंकपए हदयप्रे थप्रे;पर अब तक
वसलड न कर सकदा थदा। तक़दाज़दा करतप्रेडरतदा थदा और समरज़दाजनी ंकपए लप्रेकर दप्रे नदा
न जदानतप्रे थप्रे। उनकप्रे ंदाथ मभ ंकपए हटकतप्रे ंनी न थप्रे। सइर आयप्रे सउर ग़दायब। य तगो न क
सकदा, म ैंंकपए न दंडगदा।ँ यदा मप्रेरप्रेपदास ंकपए न ंनीं ं ैं,शरदाब ककी नंददा करनप्रे लगदा -- आप इसप्रे
छगोड़ क्ययों न ंनीं दप्रे तप्रे सरकदार?क्य इसकप्रे पनीनप्रेसप्रेककछ फ़दायददा ंगोतदा ं ै?

समरज़दाजनी नप्रेकगोठरदी कप्रे अंदर खदाट पर ब ैठतप्रे ंकए क ंदा -- तमक समझतप्रे ंगो, म ैं
छगोड़नदा न ंनींचदा तदा और शसौक़ सप्रेपनीतदा ंड।ं।ँमइ ैं सकप्रे बग़ ैर श्ज़ंददा न नींर सकतदा।
तमक अपनप्रेकपए कप्रे सलए न डरगो, म ैं एक-क कसौड़नी अददा कर दंडगदा।ं।ँ

गगोबर अववचसलत र ंदा -- म ैंसच क तदा ंडमदासलक!ं।ँ मप्रेरप्रेपदास इस समय


ंकपए ंगोतप्रे तगो आपसप्रे इनकदार करतदा?

'दगो ंकपए भनी न ंनीं दप्रे सकतप्रे?'


'इस समय तगो न ंनीं 'ं ैं।

'मप्रेरदी अगठठीड ।ँ धिगरगो रख लगो।'

गगोबर कदा मन ललचदा उठदा; मगर बदात क ै सप्रे बदलप्रे। बगोलदा--य आप क्यदा क तप्रे
ं ैं ंगोतप्रे तगो आपकगो दप्रे दप्रे तदा,अगठठीड ।ँ ककी कसौन बदात थनी?
मदासलक,ंकपए
समरज़दा नप्रे अपनप्रे स्वर मभ बड़दा ददीन आग भरकर --क म ैंककरदा तमसप्रेककभनी न

मदाग।ँडगदा।ँ गगोबर! मझसप्रेख


क ड़दा न ंनीं आ जदा र ंदा ं ै। इस शरदाब ककी बदसौलत म ैंनप्रे
ंक
लदाखयों ककी ं ैससयत बबगदाड़ ददी और सभखदारदी ंगो गयदा। अब मझप्रेकभनी श्ज़द पड़
गयनी
ं ै कक चदा ंप्रे भनीख ंनी मदाड।ँगननी,इसपड़प्रेछगोड़ड।ँगदा न ंनीं।
जब गगोबर नप्रे अबककी बदार इनकदार ककयदा,तगो समरज़दा सदा ब नरदाश ंगोकर चलप्रे

गयप्रे। श र मभ उनकप्रे ज़दारयों समलनप्रे वदालप्रे थप्रे। ककतनप्रे ंनी उनककी बदसौलत बन
गय
थप्रे। ककतनयों ंनी कगो गदाढ़प्रे समय पर मदद ककी ;थनीपर ऐसप्रे सप्रे व समलनदा भनी न
पसंदकरतप्रेथप्रे। उन म ंभऐसप्रे ज़दारयों लटकप्रे मदालमड थप्रे,श्जससप्रे व समय-समय पर
ंकपययों कप्रे ढप्रे र लगदा दप्रे तप्रे;परथप्रेप ैसप्रे ककी उनककी नगदा मभ कगोई क़द न थनी। उनकप्रे
ंदाथ मभ ंकपए ज ैसप्रे कदाटतप्रे थप्रे। ककसनी न ककसनी ब ंदानप्रे उड़दाकर ंनी उनकदा धिचत्त शदा
ंगोतदा थदा। गगोबर आलछ
ड ठीलनप्रेलगदा। सदाल-भर कप्रे अन्दर ंनी व इतनदा कदाइयदाड।ँ ंगो गयदा थदा
और प ैसदा जगोड़नप्रेमभइतनदा ककशल कक अचरज ंगोतदा थदा। श्जस कगोठरदी मभ
र तदा ं ै,व समरज़दा सदा ब नप्रे ददी ं ै। इस कगोठरदी और बरदामदप्रे कदा ककरदायदा
बड़नी आसदाननी सप्रे पदाड।ँच ंकपयदा समल सकतदा ं ै। गगोबर लगभग सदाल भर सप्रे उसमभ
तदा ं ै; लप्रेककन समरज़दा नप्रे न कभनी ककरदायदा मदाड।ँगदाउसनप्रे हदयदा। उन म ंभ शदायद
ख़यदाल भनी न थदा कक इस कगोठरदी कदा ककछ ककरदायदा भनी समल सकतदा ं ै। थगोड़नी दप्रे र

मभ एक इक्कप्रे वदालदा ंकपयप्रे मदाड।ँगनप्रे आयदा। अलदाददीन, ससरनदामघथदाटक ंकआ, णखचड़नी


डदाढ़दी, और कदानदा। उसककी लड़ककी बबददा ंगो र ंनी थनी। पदाड।ँच ंकपए ककी उसप्रे बड़नी ज़डरत
थनी। गगोबर नप्रेएक आनदा ंकपयदा सद ड पर ंकपए दप्रे हदयप्रे।

अलदाददीन ननप्रेन्यवदाद दप्रे तप्रे ंकए क ंदा -- भ ैयदा,अब बदाल-बच्चयों कगो बलदाक लगो। कब
तक ंदाथ सप्रे ठगोकतप्रे र ंगोगप्रे।
गगोबर नप्रे श र कप्रे ख़चद कदा रगोनदा रगोयदा--थगोड़नी आमदननी मभ ग ं ृस्थनी क ैसप्रेचलप्रेगनी?
अलदाददीन बनीड़नी जलदातदा ंकआ बगोलदा -- ख़रच अल्लदा दप्रे गदा भ ैयदा! सगोचगो,ककतनदा
आरदाम समलप्रेगदा। म ैंतगो क तदा ंड,श्जतनदा।ँ तमक अकप्रेलप्रेख़रच करतप्रे ंगो, उसनी मभ
ग ं ृस्थनी चल जदायगनी। औरत कप्रे ंदाथ मभ बड़नी बरक्कत ंगोतनी ं ै। ख़ददाक क़सम,
जब म ैं अकप्रे लदा य ंदाड।ँ र , तंदागो थदाच ंप्रे ककतनदा ंनी कमदाऊड।ँ - पनीखदासब
बरदाबर। बनीड़नी-
ड गो भनी प ैसदा न र तदा। उस पर ं ैरदाननी। थकप्रे-मदाड।ँदप्रे आओ,तत घतड़स कत
तमदाखक
णखलयओ और ट लयओ। कर नयनबयई कक दकयनस पर ददड़त। नयक ममदम आ
गयदा। जब सप्रे घरवदालदी आ गयनी , ं ैउसनी कमदाई मभ उसककी रगोहटयदाड।ँ भनी नकल
आतनी ं ैं और आरदाम भनी समलतदा ं ै। आणख़र आदमनी आरदाम कप्रे सलए ंनी तगो
कमदातदा ं ै। जब जदान खपदाकर भनी आरदाम न समलदा,तगो श्ज़ंदगनी ंनी ंगो गयनी।
ग़दारत
म ैंतगो क तदा ंड,त।ँम मंक ंदारदी कमदाई बढ़ जदायगनी भ ैयदा! श्जतननी दप्रे र मभ आलडऔर मटर
उबदालतप्रे , ंगोउतननी दप्रे र मभ -चदारदगो प्यदालप्रे चदाय बप्रेच लगोगप्रे। अब चदाय बदार ंयों मदास
चलतनी ं ै! रदात कगो लप्रेटगोगप्रे तगो घरवदालदी पदाड।ँव दबदायप्रेगनी। सदारदी थकदान समट जदायगनी।
य बदात गगोबर कप्रे मन मभ ब ैठ गयनी। जनी उचदाट ंगो गयदा। अब तगो झकनयदा कगो

लदाकर ंनी र ंप्रेगदा। आलडचल मंड ंप्रेपर चढ़प्रे र गयप्रे,और उसनप्रे घर चलनप्रे ककी त ैयदारदी
कर ददी; मगर यदाद आयदा कक ंगोलदी आ र ं ै; इससलए ंगोलदी कदा सदामदान भनी
ंनी लप्रेतदा
चलप्रे। कपण लगोगयों मभ उत्सवयों पर हदल खगोलकर ख़चदकरनप्रेककी जगो एक पवश्त्त
ं ृ ं ृ
ंगोतनी ं ै, उसमभ भनी सजग ंगो गयनी। आणख़र इसनी हदनकप्रे सलए तगो कसौड़नी-कसौड़नी

जगोड़ र ंदा थदा। व मदाड।ँ,ब नयों और झकनयदा कप्रे सलए एक-एक जगोड़नी सदाड़नी लप्रे
जदायगदा। ंगोरदी कप्रे सलए एक संगोतनी और एक चदादर। सगोनदा कप्रे सलए तप्रेल ककी शनीशनी
लप्रे जदायगदा,और एक जगोड़दा चप्पल। ंडपदा कप्रे सलए जदापदाननी चडड़यदाड।ँंडऔर झन
क यदा कप्रे
सलए एक वपटदारदी, श्जसमभ तप्रेल,ससंदरू और आईनदा ंगोगदा। बच्चप्रे कप्रे सलए टगोप और
फ़म ंदाक जगो बदाज़दार मभ बनदा बनदायदा समलतदा ं ै। उसनप्रे ंकपए नकदालप्रे और बदाज़दार
चलदा। दगोप र तक सदारदी चनीज़भआ गयनीं। बबस्तर भनी ब।ँसड ं गयदा, मकल्लप्रेवदालयों कगो
ख़बर ंगो गयनी, गगोबर घर जदा र ं ै। कई मदद-औरतभ उसप्रे बबददा करनप्रे आयप्रे।
ंदा
गगोबर नप्रेउन म ंभअपनदा घर सगौंपतप्रे ए क ंदा -- तम मंक ंनींलगोगयों पर छगोड़प्रेजदातदा ंड।ं।ँ
ंक
भगवदान णनप्रेचदा ंदा तगोंगोलदी कप्रे दसरप्रेड हदन लसौटंडगदा।ं।ँ
एक यवतनीक नप्रेमस्करदाकरु क ंदा -- मप्रे ररयदा कगो बबनदा सलए न आनदा,न ंनीं घर मभ न
घसनप्रेकपदाओगप्रे।
दसरदीड पसौढ़दा नप्रेसशक्षदा ददी -- ंदाड।ँ,और क्यदा, ब ंकत हदनयों तक चल मंड ंदा
संंडक।ँ चकप्रे।ंक हठकदानप्रे सप्रेरगोटदी तगो समलप्रेगनी!

गगोबर नप्रे सबकगो रदाम-रदाम ककयदा। ह दं ंडभनी थप्रे,मसलमदानक भनी थप्रे,सभनी मभ समतभदाव
थदा, सब एक-दसरप्रेड कप्रे दछःखक-ददद कप्रे सदाथनी। रगोज़दा रखनप्रेवदालप्रे रगोज़दा रखतप्रे थप्रे। एकदादशनी
रखनप्रेवदालप्रे एकदादशनी। कभनी-कभनी ववनगोद-भदाव सप्रे एक-दसरप्रेड पर छठींटप्रेभनी उड़दा लप्रेतप्रे थप्रे। गगोबर
अलदाददीन ककी नमदाज़कगो उठदा-ब ैठठी क तदा,अलदाददीन पनीपल कप्रे ननीचप्रे स्थदावपत स ैकड़यों छगोटप्रे -बड़प्रे
सशवसलंग कगो बटखरप्रे बनदातदा;लप्रेककन सदांपददा यक द्वप्रेष कदा नदाम भनी न थदा। गगोबर घर
जदा र ंदा ं ै। सब उसप्रे ंड।ँसनी-ख़श
क नी बबददा करनदा चदा तप्रे ं ैं।

इतनप्रेमभभरप्रेड एक्कदा लप्रेकर आ गयदा। अभनी हदन-भर कदा संदावदा मदारकर आयदा थदा।
ख़बर समलदी, गगोबर घर जदा र ंदा ं ै। व ैसप्रे ंनी एक्कदा सइर संप्रे र हदयदा। घगोड़प्रे नप्रे
आपश्त्त ककी। उसप्रेकई चदाबकक लगदायप्रे। गगोबर नप्रेएक्कप्रे पर सदामदान रखदा, एक्कदा
बढ़दा, प ंकड।ँचदानप्रेवदालप्रेगलदी कप्रे मगोड़ तक प ंकड।ँचदानप्रेआयप्रे ,तब गगोबर नप्रे सबकगो रदाम-रदाम
ककयदा और एक्कप्रे पर ब ैठ गयदा। सड़क पर एक्कदा सरपट दसौड़दा जदा र ंदा थदा।
गगोबर घर जदानप्रेककी ख़शनीक मभ मस्त थदा। भरप्रेड उसप्रेघर प ंकड।ँचदानप्रेककी ख़श
क नी मभ मस्त थदा।
और घगोड़दा थदा पदाननीददार, घगोड़दा चलदा जदा र ंदा थदा। बदात ककी बदात मभ स्टप्रे शन आ
गयदा। गगोबर नप्रेपसन्न ंगोकर एक ंकपयदा कमरप्रे सप्रे नकदाल कर भरप्रेड ककी तरफ़ बढ़दाकर
क ंदा -- लगो, घरवदालदी कप्रे सलए समठदाई लप्रेतप्रे जदानदा।

भडरप्रेनप्रेक ृतजतदा-भरप्रे तरस्कदार सप्रे उसककी ओर दप्रे खदा--तमक मझप्रेकग़ ैर समझतप्रे ंगो भ ैयदा!
एक हदन ज़रदा एक्कप्रे पर ब ैठ गयप्रेतगो म ैंतमसप्रेकइनदाम लंडगदा।ं।ँ ज ंदाड।ँ तम मंक ंदारदा
पसनीनदा धिगरप्रे , व ंदाड।ँ ख़नड धिगरदानप्रेकगो त ैयदार ंड।ं।ँइतनदा छगोटदा हदल न ंनीं पदायदा ं ै ।
और लप्रेभनी लंड,ततोँ घरवदालदी मझप्रेकजनीतदा छगोड़प्रेगनी?

गगोबर नप्रेककर ककछ न क ंदा। लश्ज्जत ंगोकर अपनदा असबदाब उतदारदा और


हटकट लप्रेनप्रे चल हदयदा।

***
20

संदागनक अपननी झगोलदी मभ नवजनीवन ककी ववभत ड लप्रेकर आ प ंकड।ँचदा थदा। आम कप्रे पप्रेड़
दगोनयों ंदाथयों सप्रेबसौर कप्रे सगंसंक बदाड।ँट र ंप्रेथप्रे,और कगोयल आम ककी डदासलययों मभ छपनी
ंकई संगनीत कदा गप मंकत ददान कर र ंनी थनी। गदाड।ँवयों मभ ऊख ककी बगोआई लग गयनी थनी।

अभनी संपड न ंनीं नकलदी; पर ंगोरदी खप्रेत मभ प ंकड।ँच गयदा ं ै। सं नयदा, सगोनदा, ंडपदा
तनीनयों तल ैयदा सप्रेऊख कप्रे भनीगप्रे ंकए गठप्रे नकदाल- नकदालकर खप्रेत मभ लदा र , ंनीऔर ैं
ंगोरदी ग।ँडड़दासप्रेसप्रेऊख कप्रे टककड़प्रेकर र ंदा ं ै। अब व ददातदाददीन ककी मज़दरदीड करनप्रेलगदा
ं ै। ककसदानन ंनीं,मजरू ं ै। ददातदाददीन सप्रेअब उसकदा परगोहक त-जजमदान कदा नदातदा
न ंनीं,मदासलक-मज़दरू कदा नदातदा ं ै।

ददातदाददीन नप्रे आकर डदाड।ँटदा-- ंदाथ और संकरतनी सप्रेचलदाओ ंगोरदी! इस तगो तमक
तर
हदन-भर मभ न कदाट सकगोगप्रे।

ंगोरदी नप्रे आ त असभमदान सदाथ क --ंदा ंनी तगो र ंडम।ँ रदाज, ब ैठदा तगो
कप्रे चलदा ंदा
न ंनीं ंड।ं।ँ

ददातदाददीन मजरयोंंड सप्रेरगड़ कर कदाम लप्रेतप्रेथप्रे;इससलए उनकप्रे य ंदाड।ँकगोई मजरू


हटकतदा न थदा। ंगोरदी उसकदा स्वभदाव जदानतदा थदा; पर जदातदा क ंदाड।ँ!

पंडडत उसकप्रे सदामनभ खड़प्रे ंगोकर-- बगोचलदानप्रे-चलदानप्रे मभ भप्रेद ं ै। एक चलदानदा व ं ै कक


घड़नी भर मभ कदाम तमदाम,दसरदाड चलदानदा व ं ैकक हदन-भर मभ भनी एक बगोझ ऊख न
कटप्रे ।

ंगोरदी नप्रेववष कदा घटंडं।ँपनीकर और ज़गोर सप्रे ंदाथ चलदानदा शकड ककयदा, सइर म ंनीनयों
सप्रे उसप्रे पप्रेट-भर भगोजन न समलतदा थदा। पदायछः एक जनड तगो चब ैनप्रेपर ंनी कटतदा थदा,
दसरप्रेड जनड भनी कभनी सआदा पप्रेट भगोजन समलदा, कभनी कड़दाकदा ंगो गयदा; ककतनदा चदा
तदा थदा कक ंदाथ और जल्ददी उठप्रे , मगर ंदाथ जवदाब दप्रे र ंदा थदा। उस पर ददातदाददीन
ससर पर सवदार थप्रे। क्षण-भर दम लप्रे लप्रेनप्रे पदातदा,तगो तदाज़दा ंगो जदातदा; लप्रेककन दम
क ै सप्रे
लप्रे? घड़ककयदाड।ँंकपड़नप्रेकदा भय थदा।
नयदा और तनीनयों लड़ककयदाड।ँ ऊख कप्रे गठप्रे सलयप्रे गनीलदी सदाडड़ययों सप्रे, ककीचड़लथपथ
मभ सननी ंकई आयनीं,और गठप्रे पटककर दम मदारनप्रे लगनीं कक ददातदाददीन नप्रेट बतदाईडदाड।ँ
य ंदाड।ँ तमदाशदा क्यदा दप्रे खतनी ं ै सं? नयदाजदा अपनदा कदाम कर। प ैसप्रे सभत मभ न ंनीं आतप्रे। प
-रभर मभतडएक खप्रेप लदायनी ं ै। इस ह सदाब सप्रेतगो हदन भर मभ भनी उख न ढकल पदायप्रेगनी।

नयदा नप्रे त्यगोरदी बदलकर क ंदा-- क्यदा ज़रदा दम भनी न लप्रेनप्रे दगोगप्रे म रदाज! म भनी तगो
आदमनी ं ैं। तम मंक ंदारदी मजरदीड करनप्रेसप्रेब ैल न ंनीं ंगो गयप्रे। ज़रदा मड़ड पर एक गठदा
लदादकर लदाओ तगो ंदाल मदालमड ंगो।

ददातदाददीन बबगड़ उठप्रे -- प ैसप्रे दप्रे नप्रे ं ैं कदाम करनप्रे,दमकप्रे मदारनप्रेसलए कप्रे दम सलए न ंनीं।
मदार लप्रेनदा , तगो ै घर जदाकर दम लगो।

सं नयदा ककछ क नप्रे ंनी जदा र ंनी थनी ंगोरदी ननप्रेटकदार बतदाई -- तडजदातनी क्ययों
कक
न ंनींसं नयदा? क्ययों ंकज्जत कर र ंनी ं ै?

नयदा नप्रेबनीड़दा उठदातप्रे ंकए क ंदा -- जदा तगो र ंनी ंड,लप्रेककन।ँ चलतप्रे ंकए ब ैल
कगो औंगनी न दप्रे नदा चदाह ए।

ददातदाददीन नप्रे लदाल आड।ँखभ नकदाल-- जदानलदीं पड़तदा ं ै,अभनी समज़दाज ठं डदा न ंनीं
ंकआ। जभनी ददानप्रे-ददानप्रे कगो मगो तदाज ंगो।

नयदा भलदा क्ययों चपक र नप्रेलगनी थनी -- तम मंक ंदारप्रे द्वदार पर भनीख मदाड।ँगनप्रेन ंनीं
जदातनी।

ददातदाददीन नप्रे प ैनप्रे स्वर मभ -- कअगरदा य ंनी ंदाल ं ै तगो भनीख भनी मदाड।ँगगोगनी।

नयदा कप्रे पदास जवदाब त ैयदार ;थदापर सगोनदा उसप्रे खनींचकर तल ैयदा ककी ओर लप्रे, गयनी न ंनीं
बदात बढ़ जदातनी;लप्रेककन आवदाज़ ककी प ंकड।ँच कप्रे बदा र जदाकर हदल ककी जलन नकदालदी --
भनीख मदाड।ँगगो तमक, जगो सभखमंगप्रेककी जदात ंगो। म तगो मजरू ठ रप्रे , ज ंदाड।ँ कदाम करभ गप्रे,वनीं
चदार प ैसप्रे पदायभगप्रे।

सगोनदा नप्रे उसकदा तरस्कदार ककयदा-- अम्मदाड।ँ,जदानप्रेभनी दगो। तमक तगो समय न ंनीं
दप्रे खतनी,बदात-बदात पर लड़नप्रे ब ैठ जदातनी ंगो।
ंगोरदी उन्मत्त ककी भदाड।ँ त ससर सप्रे ऊपर गड़दाड।ँसदा-उठउठदाकर ऊख कप्रे टककड़यों कप्रे ढप्रे र
करतदा जदातदा थदा। उसकप्रे भनीतर ज ैसप्रेआग लगनी ंकई थनी। उसमभ अलसौककक शश्क्त
आ गयनी थनी। उसमभ जगो पनीहढ़ययों कदा संधिचत पदाननी, वथदा इस समय ज ैसप्रे भदाप
बनकर उसप्रे यंत -ककीसनी अंसं-शश्कम त पददान कर र ंदा थदा। उसककी आड।ँखयों मभ अड।ँसप्रेरदा
छदानप्रे लगदा। ससर मभ ककरककी-सनी चल र ंनी थनी। ककर भनी उसकप्रे ंदाथ यंत ककी ग त
सप्रे,बबनदा थकप्रे, बबनदा ंककप्रे, उठ र ंप्रे थप्रे। उसककी दप्रे सप्रे पसनीनप्रे ककी संदारदा नकल र ंनी
थनी, म।ँं
ड कसप्रेककचककर छडट र ंदा थदा, ससर मभ संम-संम कदा शब्द ंगोर ंदा थदा, पर उस
पर ज ैसप्रेकगोई भतड सवदार ंगो गयदा ंगो। स सदा उसककी आड।ँखयों मभ नबबड़ अंसंकदार छदा
गयदा। मदालमड ंकआ व ज़मनीन मभ संसदाड।ँ जदा र ंदा ं ै। उसनप्रेस।ँभ
ड लनप्रेककी चप्रेष्टदा सप्रे
शडन्य मभ ंदाथ सं ैलदा हदयप्रे,और अचप्रेत ंगो गयदा। ग।ँडड़दासदा ंदाथ सप्रेछडट गयदा और व
औंसंप्रेम।ँं
ड कज़मनीन पर पड़ गयदा।

उसनी वक़्त सं नयदा ऊख कदा गठदा सलयप्रे आयनी। दप्रे खदा तगो कई आदमनी ंगोरदी कगो घप्रेरप्रे
खड़प्रे ं ैं।

एक लवदा ंदा ददातदाददीन सप्रे क र ंदा थदा-- मदासलक तम मंक ंभ ऐसनी बदात न क
ननी चदाह ए, जगो आदमनी कगो लग जदाय। पदाननी मरतप्रे ंनी मरतप्रे तगो मरप्रे गदा।

सं नयदा ऊख कदा गठदा पटककर पदागलयों ककी तर दसौड़नी ंकई ंगोरदी कप्रे पदास गयनी और ,

उसकदा ससर अपननी जदाड।ँघ पर रखकर ववलदाप करनप्रे लगनी तमक मझप्रेकछगोड़कर क ंदाड।ँ
--

जदातप्रे ंगो। अरदी सगोनदा,दसौड़कर पदाननी लदा और जदाकर शगोभदा सप्रे क ,दप्रे ददाददा बप्रे ंदाल
ं ैं। ंदाय भगवदान ! अब म ैंक ंदाड।ँजदाऊड।ँ। अब ककसककी ंगोकर र ंडगनीभीँ, कसौन मझप्रेक
सं नयदा क कर पकदारप्रे गदाक...।

लदालदा पटप्रे क वरदी भदागप्रे ंकए आयप्रेऔर स्नप्रे भरदी कठगोरतदा सप्रेबगोलप्रे-- क्यदा करतनी सं ं ै
नयदा, ंगोश स।ँभ ड दाल। ंगोरदी कगो ककछ न ंनीं ंकआ। गमनी सप्रेअचप्रेत ंगो गयप्रे ं ैं। अभनी
ंगोश आयदा जदातदा ं ै। हदल इतनदा कच्चदा कर लप्रेगनी,तगो क ै सप्रे कदाम चलप्रेगदा?

सं नयदा नप्रे पटप्रे करदीव कप्रे पदाड।ँव पकड़ सलयप्रेऔर रगोतनी ंकई बगोलदी -- क्यदा क।ँड लदालदा,
जनी न ंनींमदानतदा। भगवदान णनप्रेसब ककछ र सलयदा। म ैंसबर कर गयनी। अब सबर
न ंनीं ंगोतदा। ंदाय रप्रे मप्रेरदा ंनीरदा!
सगोनदा पदाननी लदायनी। पटप्रे क वरदी नप्रे ंगोरदी कप्रे म।ँं
ड कपर पदाननी कप्रे छठींटप्रेहदयप्रे। कई आदमनी
अपननी-अपननी अड।ँगगो छययों सप्रे वदा कर र ंप्रे थप्रे। ंगोरदी ककी दप्रे ठं डनी पड़ गयनी थनी।
पटप्रे कवरदी कगो भनी धिचन्तदा ंकई; पर सं नयदा कगो व बरदाबर सदा स दप्रे तप्रे जदातप्रे थप्रे।

नयदा सअनीर ंगोकर बगोलदी -- ऐसदा कभनी न ंनीं ंकआ थदा। लदालदा, कभनी न ंनीं।

पटप्रे कवरदी नप्रेपडछदा -- रदात ककछ खदायदा थदा?

नयदा बगोलदी -- ंदाड।ँ,रगोहटयदाड।ँ पकदायनी ;थनींलप्रेककन आजकल मदारप्रे ऊपर जगो बनीत र ंनी

ं ै,व क्यदा तमसप्रेक छपदा ं ै? म ंनीनयों सप्रेभरपप्रेट रगोटदी नसनीब न ंनीं ंकई। ककतनदा
समझदातनी ंड,जदान।ँ रखकर कदाम करगो; लप्रेककन आरदाम तगो मदारप्रे भदाग्य मभ सलखदा ंनी न
ंनीं।

स सदा ंगोरदी नप्रे आड।ँखभखगोल ददींऔर उड़तनी ंकई नज़रयों सप्रेसइर-सउर तदाकदा। सं नयदा
ज ैसप्रे जनी उठठी।

ववह्वल ंगोकर उसकप्रे गलप्रे सप्रे सलपटकर बगोलदी--अब क ैसदा जनी ं ैतम मंक ंदारदा? मप्रेरप्रे
परदान न ंयों मभ समदा गयप्रे थप्रे। तगो

ंगोरदी नप्रे कदातर स्वर मभ क-- ंड।ं।ँन जदानप्रेक ैसदा ंगो गयदा थदा।
ंदाअच्छदा जनी

नयदा नप्रेस्नप्रे मभ डडबनी भत्सदनदा सप्रे क --ंदा दप्रे मभ दम तगो ं ै, कदामननींकरतप्रे ंगो जदान
दप्रे कर। लड़कयों कदा भदाग थदा,न ंनींतमक तगो लप्रे ंनी डडबप्रेथप्रे!

पटप्रे क वरदी नप्रे ंड।ँसकर क ंदा -- सं नयदा तगो रगो-पनीट र ंनी

थनी। ंगोरदी नप्रेआतरतदाक सप्रेपछदाड -- सचमचक तडरगोतनी थनी सं

नयदा?

नयदा नप्रे पटप्रे करदीव कगो पनीछप्रे ढकप्रे ल कर क --ंदा इन म ंभबकनप्रेदगो तम।ंक पछगोड,
य क्ययों कदागद छगोड़कर घर सप्रे दसौड़प्रे आयप्रे ? थप्रे
पटप्रे क वरदी नप्रे धिचढ़दायदा-- तम मंक ंभंनीरदा- ंनीरदा क कर रगोतनी थनी। अब लदाज कप्रे मदारप्रे
मकरतनीक ं ै। छदातनी पनीट र ंनी थनी।
ंगोरदी नप्रे सं नयदा कगो सजल नप्रेतयों सप्रे दप्रे खदा--पगलदी ं ै और क्यदा। अब न जदानप्रे
कसौन-सदा सखक दप्रे खनप्रेकप्रे सलए मझप्रेकश्जलदायप्रेरखनदा चदा तनी ं ै।

दगो आदमनी ंगोरदी कगो हटकदाकर घर लदायप्रे और चदारपदाई पर सलटदा हदयदा। ददातदाददीन
तगो ककढ़ र ंप्रेथप्रेकक बगोआई मभ दप्रेर ंकई जदातनी ं ै, पर मदातदाददीन इतनदा नददयनी न थदा।
दसौड़कर घर सप्रेगमददद ड लदायदा, और एक शनीशनी मभ गलदाबजलक भनी लप्रेतदा आयदा। और
दद ड पनीकर ंगोरदी मभ ज ैसप्रेजदान आ गयनी। उसनी वक़्त गगोबर एक मज़दरू कप्रे ससर पर
अपनदा सदामदान लदादप्रे आतदा हदखदायनी हदयदा। गदाड।ँव कप्रे ककत्तप्रेप लप्रेतगो भंडकतड़ ंकए
उसककी तरफ़ दसौड़प्रे। ककर दमक ह लदानप्रेलगप्रे।

ंडपदा नप्रे क ंदा-- भ ैयदा आयप्रे,और तदासलयदाड।ँबजदातनी ंकई दसौड़नी। सगोनदा भनी दगो-तनीन
क़दम आगप्रे बढ़दी;पर अपनप्रे उछदा कगो भनीतर ंनीदबदा गयनी। एक सदाल मभ उसकदा
यसौवन ककछ और संकगोचशनील ंगो गयदा थदा।

झकनयदा भनी घघटंडं।ँ नकदालप्रेद्वदार पर खड़नी ंगो गयनी। गगोबर नप्रेमदाड।ँ-बदाप कप्रे चरण
छडए और ंडपदा कगो गगोद मभ उठदाकर प्यदार ककयदा। सं नयदा नप्रेउसप्रेआशनीवदाद हदयदा
और उसकदा ससर अपननी छदातनी सप्रेलगदाकर मदानगो अपनप्रेमदातत्व ृ कदा परस्कदारु पदा
गयनी। उसकदा हृदय गवद सप्रे उमड़दा पड़तदा थदा। आज तगो व रदाननी ं ै। इस -संटप्रे दाल
मभ भनी रदाननी ं ै। कगोई उसककी आड।ँखभ,उसकदादप्रे खप्रेमक दप्रे खप्रे,उसकदा हृदय दप्रे खप्रे,उसककी चदाल
दप्रे खप्रे। रदाननी भनी लजदा जदायगनी। गगोबर ककतनदा बड़दा ंगो गयदा ं ै और प- न ओढ़कर
क ै सदा भलदामदानस लगतदा ं ै।

सं नयदा कप्रे मन मभ कभनी अमंगलककीशंकदा न ंकई थनी। उसकदा मन क तदा थदा,


गगोबर ककशल सप्रे ं ैऔर पसन्न ं ै। आज उसप्रेआ।ँख
ड यों दप्रे खकर मदानगो उसकप्रे जनीवन कप्रे
संलड-संक्कड़ मभ गमक ंकआ रत्न समल गयदा ं ै; मगर ंगोरदी नप्रेम।ँसड ंकप्रेर सलयदा थदा।

गगोबर नप्रेपछदाड -- ददाददा कगो क्यदा ंकआ ं ै,अम्मदाड।ँ?

नयदा घर कदा ंदाल क कर उसप्रेदखनीक न करनदा चदा तनी थनी। बगोलदी -- ककछ न ंनीं ं ै
बप्रेटदा,ज़रदा ससर मभ ददद ं ै।, कपड़प्रेचलगो उतरगो, ंदाथ-म।ँसड ंकगोओ? क ंदाड।ँथप्रेतमक इतनप्रे
हदन? भलदा इस तर कगोई घर सप्रे भदागतदा ? ं ैऔर कभनी एक धिचठठी तक न भप्रेजनी।
आज सदाल-भर कप्रे बदाद जदाकप्रे सधधिक लदी ं ै। तम मंक ंदारदी रदा दप्रे खतप्रे-दप्रे खतप्रेआ।ँख
ड भ संडट
गयनीं। य ंनी आसदा ब।ँसड ंनी र तनी थनी कक कब व हदन आयप्रेगदा और कब तम मंक
ंभदप्रेखगनी।ंडं।ँ
कगोई क तदा थदा, समरच भदाग गयदा, कगोई डमरदा टदापब ड तदातदा थदा। सनक-सनकरु
जदान सखनीड जदातनी थनी। क ंदाड।ँर ंप्रेइतनप्रेहदन?

गगोबर नप्रेशमदातप्रे ंकए क ंदा -- क ंनींदरू न ंनींगयदा थदा अम्मदाड।ँ,य लखनऊ मभ तगो
थदा।

'और इतनप्रे नयरप्रे र कर भनी कभनीएक धिचठठी न सलखनी!'

सउर सगोनदा और ंडपदा भनीतर गगोबर कदा सदामदान खगोलकर चनीज़ कदा बदाड।ँट-बखरदा करनप्रे
मभ लगनी ंकई थनीं;लप्रेककन झकनयदा दरू खड़नी थनी; उसकप्रे मखक पर आज मदान कदा शगोख
रं ग झलक र ंदा ं ै। गगोबर नप्रे उसकप्रे सदाथ जगो व्यव ंदार ककयदा,आज ै व उसकदा
बदलदा लप्रेगनी। असदामनी कगो दप्रे खकर म ंदाजन उससप्रे ंकपयप्रेववसलड करनप्रेकगो भनी
व्यदाककल ंगो र ंदा ं ै,जगो उसनप्रे बटप्रे खदातप्रे मभ डदाल हदयप्रे थप्रे। बच्चदा उन चनीज़यों ककी ओर
लपक र ंदा थदा और चदा तदा थदा, सब-कदा-सब एक सदाथ म।ँं ड कमभडदाल लप्रे;पर झकनयदा
उसप्रे गगोद सप्रे उतरनप्रे न दप्रे तनी थनी।

सगोनदा बगोलदी -- भ ैयदा तम मंक ंदारप्रे सलए आईनदा-कं घनी ं ैं भदाभनी!


लदायप्रे

झकनयदा नप्रे उपप्रेक्षदा भदाव सप्रे क-- ंदामझप्रेकऐनदा-कं घनी न चदाह ए। अपनप्रे पदास रखप्रे र ंभ। ंडपदा

नप्रे बच्चप्रे ककी चमककीलदी टगोपनी नकदालदी-- ओ ंगो! य तगो चन्नकडककी टगोपनी ं ै। और उसप्रेबच्चप्रेकप्रे

ससर पर रख हदयदा। झकनयदा नप्रेटगोपनी उतदारकर संभक ददी। और

स सदा गगोबर कगो अंदर आतप्रे दप्रे खकर व बदालक कगो सलएपननीअ कगोठरदी मभ चलदी
गयनी। गगोबर नप्रे दप्रे खदा,सदारदा सदामदान खलदाक पड़दा ं ै। उसकदा जनी तगो चदा तदा ैप लप्रे
झन क यदा सप्रेसमलकर अपनदा अपररदा क्षमदा करदायप्रे;लप्रेककन अंदर जदानप्रे कदा सदा स
ंनीं ंगोतदा। व ंनीं ब ैठ गयदा और चनीज़भ - ननकदाल, र-एक कगो दप्रे नप्रे लगदा,मगर ंडपदा
इससलए संड ल गयनी कक उसकप्रे सलए चप्पल क्ययों न ंनीं आयप्रे ,और सगोनदा उसप्रे
धिचढ़दानप्रे लगनी,तक्
ड यदा करप्रे गनी चप्पल लप्रेकर, अपननी गडड़यदाक सप्रेखप्रेल। म तगो तप्रेरदी
गडड़यदाक दप्रे खकर न ंनींरगोतप्रे,तडमप्रेरदा चप्पल दप्रे खकर क्ययों रगोतनी ं ै?

समठदाई बदाड।ँटनप्रे ककी श्ज़म्मप्रेददारदी सं नयदा नप्रे अपनप्रे उपर लदी। इतनप्रे हदनयों कप्रे बदाद लड़कदा
ककशल सप्रेघर आयदा ं ै। व गदाडव
।ँ -भर मभ ब ैनदा बटवदायप्रेगनी। एक गलदाबक-
जदामनक ंडपदा कप्रे सलए ऊड।ँट कप्रे म।ँं
ड कमभजनीरप्रे कप्रे समदान थदा। व चदा तनी थनी, ंदाड।ँडनी
उसकप्रे सदामनप्रे रख ददी जदाय,व कद-कद खदाय। अब संदक़ खलदा और उसमभ सप्रे
ंड ंड ंड ंक
सदाडड़यदाड।ँ नकलनप्रे लगनीं। सभनी ककनदारददार;ज ैसनीथनीं पटप्रे करदीव लदालदा कप्रे घर मभ प ननी
जदातनी ं ैं,मगर ं ैंबड़नी लककी। ऐसनी म ंनीन सदाडड़यदाड।ँ भलदा क ै हदन चलभगनी! बड़प्रे

आदमनी श्जतननी म ंनीन सदाडड़यदाड।ँ चदा ंप्रे प नभ। उनककी मप्रे ररययों कगो ब ैठनप्रे और सगोनप्रे ससवदा
और कसौन कदाम ं ै। य ंदाड।ँ तगो -खंप्रेतसल ंदान सभनी ककछ ं ै। अच्छदा! ंगोरदी कप्रे सलए संगोतनी
कप्रे अ तररकम तएक दपटदाक भनी ं ै।

सं नयदा पसन्न ंगोकर बगोलदी -- य तमनप्रेकबड़दा अच्छदा ककयदा बप्रेटदा! इनकदा दपटदाक
बबलककल तदार-तदार ंगो गयदा थदा। गगोबर कगो उतननी दप्रे र मभ घर ककी पररश्स्थ त कदा अंददाज़
ंगो गयदा थदा। सं नयदा ककी सदाड़नी मभ कई पभ वदप्रे लगप्रे ंकए थप्रे। सगोनदा ककी सदाड़नी ससर पर संटदी
ंकई थनी और उसमभ सप्रेउसकप्रे बदाल हदखदाई दप्रे र ंप्रेथप्रे। ंडपदा ककी संगोतनी मभ चदारयोंतरफ़ झदालरभ -
सनी लटक र ंनी थनीं। सभनी कप्रे चप्रे रप्रे , ककसनीडखप्रे ककी दप्रे पर धिचकनदा ट न ंनीं। सश्जर
दप्रे खगो,ववपन्नतदा कदा सदाम्रदाज्य थदा। लड़ककयदाड।ँ तगो सदाडड़ययों मभ मगन थनीं।

सं नयदा कगो लड़कप्रे कप्रे सलए भगोजन ककी धिचंतदा ंकई। घर मभ थगोड़दा-सदा जसौ कदा आटदा
सदाड।ँझ कप्रे सलए संचकर रखदा ंकआ थदा। इस वक़्त तगो चब ैनप्रे पर कटतनी ;थनीमगर
गगोबर अब व गगोबर थगोड़प्रे ंनी ं ै। उसकगो जसौ कदा आटदा खदायदा भनी जदायगदा। परदप्रे श
मभ न जदानप्रे -क्यदादा खदातदा-पनीतदा र ंदा ंगोगदा। जदाकर दलदारदीक ककी दकदानक सप्रेगप्रेंडकदा।ँ
आटदा, चदावल, घनी सउदार लदायनी। सइर म ंनीनप्रेसप्रेस ंकआइन एक प ैसप्रेककी चनीज़ भनी
सउदार न दप्रे तनी थनी;पर आज उसनप्रे एक बदारभनी न पछदाड, प ैसप्रे कब दगोगनी।

उसनप्रेपछदाड -- गगोबर तगो ख़बड कमदा कप्रे आयदा ं ैन?

सं नयदा बगोलदी -- अभनी तगो ककछ न ंनींखलदाक ददीददी! अभनी म ैंनप्रेभनी ककछ क नदा
उधिचत न समझदा। ंदाड।ँ,सबकप्रे सलए ककनदारददार सदाडड़यदाड।ँलदायदा ं ै। तम मंक
ंदारप्रे आससरबदाद सप्रे ककशल सप्रेलसौट आयदा, मप्रेरप्रेसलए तगो य ंनी ब ंकत ं ै।

दलदारदीक नप्रे असनीस हदयदा-- भगवदान णकरप्रे , ज ंदाड।ँर ंप्रेककशल सप्रेर ंप्रे। मदाड।ँ-बदाप कगो और
क्यदा चदाह ए! लड़कदा समझददार ं ै। और छगोकरयों ककी तर उड़दाऊ न ंनीं ं ै। मदारप्रे ंकपए
अभनी न समलभ ,तगो ब्यदाज तगो दप्रे दगो। हदन-हदन बगोझ बढ़ ंनी तगो र ंदा ं ै। सइर
सगोनदा चन्नकडकगो उसकदा फ़म ंदाक और टगोप और जतदाड प नदाकर रदाजदा बनदा र ंनी थनी,
बदालक इन चनीज़यों कगो प ननप्रे सप्रे ज़्यदाददा ंदाथ मभ लप्रेकर खप्रेलनदा पसन्द करतदा थदा।
अंदर गगोबर और झन
क यदा मभ मदान-मनसौवल कदा असभनय ंगो र ंदा थदा। झन
क यदा नप्रे

तरस्कदार भरदी आड।ँखयों सप्रे दप्रे खकर --क मदाझप्रेकलदाकर य ंदाड।ँब ैठदा हदयदा। आप परदप्रे श
ककी रदा लदी। ककर न खगोज, न ख़बर कक मरतनी ं ै यदा ं ै। सदाल-भर कप्रे बदाद
जनीतनी
अब जदाकर तम मंक ंदारदी ननींद ं ै। ककतनप्रेबड़प्रेकपटदी ंगो म ैंतगो सगोचतनी ंडकक।ँ
टडटदी तम।ंक
तमक मप्रेरप्रेपनीछप्रे -पनीछप्रे आ र ंप्रे ंगो और आप ,उड़प्रेतगो सदाल-भर कप्रे बदाद लसौटप्रे । मदयों कदा
ववकवदास ंनी क्यदा, क ंनीं कगोई और तदाक ंगोगनी। ंगोगदा,एक घर कप्रे सलए ं ै
लदी सगोचदा
ंनी, एक बदा र कप्रे सलए भनी ंगो जदाय।
गगोबर नप्रे सफ़दाई ददी-- झकनयदा, म ैंभगवदान णकगो सदाक्षनी दप्रे कर क तदा ंडजतोँ म ैंनप्रे

कभनी ककसनी ककी ओर तदाकदा भनी ंगो। लदाज और डर मदारप्रे घर सप्रे भदागदा ज़डर;
कप्रे
मगर तप्रेरदी यदाद एक छन कप्रे सलए भनी मन सप्रे न उतरतनी थनी। अब तगो म ैंनप्रे तय
कर ं ैकक तझप्रेकभनी लप्रेतदा जदाऊड।ँगदा; इससलए आयदा ंड।ं।ँतप्रेरप्रेघरवदालप्रेतगो ब त
सलयदा
बबगड़प्रे ंयोंगप्रे? ंक

'ददाददा तगो मप्रेरदी जदान लप्रेनप्रे पर ंनी उतदाड' थप्रे। 'सच!'

'तनीनयों जनप्रेय ंदाड।ँचढ़ आयप्रेथप्रे। अम्मदाड।ँनप्रेऐसदा डदाड।ँटदा कक म।ँं


ड ल
क प्रेकर र गयप्रे। ंदाड।ँ, मदारप्रे
दगोनयों ब ैल खगोल लप्रे गयप्रे।'

'इतननी बड़नी ज़बरदस्तनी! और ददाददा ककछ बगोलप्रेन ंनीं?'


'ददाददा अकप्रे लप्रे ककस-ककस सप्रे लड़तप्रे! गदाड।ँववदालप्रे तगो न ंनीं लप्रे जदानप्रे;लप्रेककनदप्रे तप्रे
ददाददाथप्रे ंनी भलमनसनी मभ आ गयप्रे,तगो और लगोग क्यदा करतप्रे?'

'तगो आजकल खप्रेतनी-बदारदी क ै सप्रे ंगो र ंनी?' ं ै

'खप्रेतनी-बदारदी सब टडट गयनी। थगोड़नी-सनी पंडडत म ंदारदाज कप्रे सदाझप्रे मभ ं ै। उख बगोई ंनी न ंनीं
गयनी।'
गगोबर ककी कमर मभ इस समय दगो ससौ ंकपए थप्रे। उसककीमनी गययों भनी कम न थनी।
य ंदाल सनकरु तगो उसकप्रे बदन मभ आग ंनी लग गयनी। बगोलदा -- तगो ककर प लप्रे
म ैंउन म ंनींसप्रेजदाकर समझतदा ंड।ं।ँउनककी य मजदाल कक मप्रेरप्रेद्वदार पर सप्रेब ैल खगोल
लप्रेजदाय!ंड।ँय डदाकदा ं ै,खकलदा ंकआ डदाकदा। तनीन-तनीन सदाल कगो चलप्रेजदायगप्रे।ँड तनीनयों। ययों
न दभ गप्रे,तगो अददालत सप्रेलंडगदा।ं।ँ सदारदा घमंड तगोड़ दंडगदा।ं।ँ

उसनी आवप्रेश मभ चलदा थदा कक झन क यदा नप्रेपकड़ सलयदा और बगोलदी -- तगो चलप्रे जदानदा,
अभनी ऐसनी क्यदा जल्ददी ं ै? ककछ आरदाम कर लगो, ककछ खदा-पनी लगो। सदारदा हदन तगो
पड़दा ं ै। य ंदाड।ँ -बड़नी पंचदायत ंकई। पंचदायत नप्रेअस्सनी ंकपए डदाड।ँड़ लगदायप्रे। तनीन मन
अनदाज ऊपर। उसनी मभ तगो और तबदानी आ गयनी।

सगोनदा बदालक कगो कपड़प्रे-जतप्रेडप नदाकर लदायनी। कपड़प्रेप नकर व ज ैसप्रेसचमचक


रदाजदा ंगो गयदा थदा। गगोबर नप्रे उसप्रे गगोद मभ लप्रे; परसलयदाइस समय बदालक कप्रे प्यदार मभ
उसप्रे आनंद न आयदा। उसकदा रक्त खसौल र ंदा थदा और कमर कप्रे ंकपए आड।ँच और तप्रेज़
कर र ंप्रे थप्रे। व -एक सप्रे समझप्रेगदा। पंचयों कगो उस डदाड।ँड़पर लगदानप्रे कदा अधधिकदार क्यदा ं ै?
कसौन ंगोतदा ं ै कगोई उसकप्रे बनीच मभ बगोलनप्रेवदालदा?उसनप्रे एक औरत रख लदी, तगो पंचयों कप्रे
बदाप कदा क्यदा बबगदाड़दा?अगर इसनी बदात पर व फ़सौजददारदी मभ ददावदा कर दप्रे ,तगो लगोगयों कप्रे
ंदाथयों मभ थकडड़यदाड।ँपड़ जदाय।ड।ँसदारदी ग ं ृस्थनी त स-न स ंगो गयनी। क्यदा समझ सलयदा ं ै
उसप्रे इनलगोगयों नप्रे!

बच्चदा उसककी गगोद मभ ज़रदा-सदा मस्करदायदाक, ककर ज़गोर सप्रे चनीख़ उठदा ज ैसप्रे कगोई
डरदावननी चनीज़ दप्रे ख लदी ंगो।

झनक यदा नप्रेबच्चप्रेकगो उसककी गगोद सप्रेलप्रेसलयदा और बगोलदी -- अब जदाकर न ंदा-संगो


लगो। ककस सगोच मभ पड़ गयप्रे। य ंदाड।ँ सबसप्रे लड़नप्रे ,तगो एकलगगोहदन नबदा न ंगो।
श्जसकप्रे पदास प ैसप्रे,व ंनी ैंबड़दा आदमनी ं ै,व ंनी भलदा आदमनी ं ै। प ैसप्रे न, तगो ंयों उस
पर सभनी रगोब जमदातप्रे ं ैं।

'मप्रेरदा धगदापन थदा कक घर सप्रे भदागदा। न ंनीं दप्रे खतदा,क ैसप्रे कगोई एक संप्रेलदा डदाडड़।ँ लप्रेतदा ं ै।'

'स र ककी वदा खदा आयप्रे ंगो तभनी यप्रेबदातभ सझनप्रेडलगनी ं ैं। न ंनीं,घर सप्रे भदागतप्रे क्ययों!'
'य ंनी जनी चदा तदा ं ै कक लदाठठी उठदाऊड।ँ र औपटप्रे कवरदी,ददातदाददीन, णझंगरदीक, सब
सदालयों कगो पनीटकर धिगरदा दंड,ं।ँऔर उनकप्रे पप्रेट सप्रेकपए नकदाल लंड।'ं।ँ

'ंकपए ककी ब ंकत गमनी चढ़दी ं ैसदाइत। लदाओ नकदालगो, दप्रे खंड,इतनड़ हदन मभ क्यदा कमदा
लदायप्रे ?'ंदा

उसनप्रे गगोबर ककी कमर मभ ंदाथ लगदायदा। गगोबर खड़दा गोकर बगोलदा--अभनी क्यदा
कमदायदा; ंदाड।ँ,अब तमक चलगोगनी, तगो कमदाऊड।ँ गदा। सदाल-भर तगो स र कदा रं ग-ढं ग
प चदाननप्रे ंनी मभ लग गयदा।

'अम्मदाड।ँ जदानप्रे ,दभ गनीतबतगो?'

'अम्मदाड।ँ क्ययों न जदानप्रे दभ गनी। उनसप्रे?'मतलब

'वदा ! म ैंउनककी रदाज़नी बबनदा न जदाऊड।ँगनी। तमक तगो छगोड़कर चलतप्रेबनप्रे। और मप्रेरदा
कसौन थदा य ंदाड।ँ?व अगर घर मभ न घसनप्रेकदप्रेतनींतगो म ैंक ंदाड।ँ जदातनी?जब तक
जनीऊड।ँ,गनीउनकदा जस गदाऊड।ँगनी और तमक भनी क्यदा परदप्रे श ंनी करतप्रेर ंगोगप्रे ?'

'और य ंदाड।ँब ैठकर क्यदा क।ँड गदा। कमदाओ और मरगो, इसकप्रे ससवदा य ंदाड।ँ और क्यदा
रखदा ं ै? थगोड़नी-सनी अकल ंगो और आदमनी कदाम करनप्रे सप्रे न ,डरप्रे तगो व ंदाडभ
।ँ खयोंंड न
ंनीं मर सकतदा। य ंदाडत
।ँ गो अकल ककछ कदाम ंनी न ंनींकरतनी। ददाददा क्ययों मझसप्रेकम।ँकड
संकलदाए ंकए ं ैं?'

'अपनप्रेभदाग बखदानगो कक म।ँसड ंककलदाकर छगोड़ दप्रे तप्रे ं ैं। तमनप्रेकउपदव तगो इतनदा बड़दा
ककयदा थदा कक उस कक्रगो मभ पदा जदा, तंप्रेगो म।ँं ड कलदाल कर दप्रे तप्रे।'

'तगो तम मंक ंभभनी ख़बड गदासलयदाड।ँदप्रेतप्रे ंयोंगप्रे?'

'कभनी न ंनीं,भलकरू भनी न ंनीं। अम्मदाड।ँतगो प लप्रेबबगड़नी थनीं;लप्रेककन ददाददा नप्रे तगो कभनी
ककछ न ंनींक ंदा, जब बलदातप्रेक ं ैं,बड़प्रेप्यदार सप्रे। मप्रेरदा ससर भनी दखतदाक ं ै,तगो बप्रेच ैन ंगो
जदातप्रे ं ैं। अपनप्रेबदाप कगो दप्रे खतप्रेतगो म ैंइन म ंभदप्रेवतदा समझतनी ंड।ं।ँअम्मदाड।ँकगो
समझदायदा करतप्रे , ब ैंंडकगो ककछ न क नदा। तमक म ंदारप्रे ऊपर स ैकड़यों बदार बबगड़ चकप्रेक ं ैं
कक इसप्रे घर मभ ठदाकरब ै आप न जदानप्रे क ंदाड।ँ नकल गयदा। आज-कल प ैसप्रे-पैसस कक
तंगनी ं ै। ऊख कप्रे ंकपए बदा र ंनी र उड़ गयप्रे। अब तगो मजरदीड करननी पड़तनी
बदा ं ै।
आज बप्रेचदारप्रे खप्रेत मभ बप्रे ंगोश ंगो गयप्रे।-पनीटनदारगोनदामच गयदा। तब सप्रे पड़प्रे '
ं ैं।
म।ँं
ड क- ंदाथ संगोकर और ख़बड बदाल बनदाकर गगोबर गदाड।ँव कदा हदश्ग्वजय करनप्रे
नकलदा।
दगोनयों चदाचदाओं कप्रे घर जदाकर रदाम-रदाम कर आयदा। ककर और समतयों सप्रे समलदा। गदाड।ँव
मभ कगोई ववशप्रेष पररवतदन न थदा।,पटप्रे कवरदीदाड।ँ ककी नयनी ब ैठक बन गयनी थनी और
णझंगरदीससंंक नप्रेदरवदाज़प्रेपर नयदा ककआड।ँखदवदाक सलयदा थदा। गगोबर कप्रे मन मभ ववदगो
और भनी तदाल ठयोंकनप्रे लगदा। श्जससप्रे समलदा उसनप्रे उसकदा आदर ककयदा,और यवकयोंंक
नप्रे तगो उसप्रे अपनदा ंनीरगो बनदा सलयदा और उसकप्रे सदाथ लखनऊ जदानप्रे कगो त ैयदार
ंगो
गयप्रे। सदाल ंनी भर मभ व क्यदा सप्रे क्यदा ंगो गयदा थदा।

सदा णझंगरदीससंंक अपनप्रेककएड।ँपर न ंदातप्रे ंकए समल गयप्रे। गगोबर नकलदा; मगर न
सलदाम ककयदा, न बगोलदा। व ठदाककर कगो हदखदा दप्रे नदा चदा तदा थदा, म ैंतम मंक ंभककछ न
ंनीं समझतदा।

णझंगरदीससंंक नप्रेख़द क ंनी पछदाड -- कब आयप्रे गगोबर,मज़प्रे मभ तगो? रक ंप्रेनीं नसौकर थप्रे
लखनऊ मभ ?

गगोबर नप्रे ंप्रेकड़नी कप्रे सदाथ क-- ंदालखनऊ ग़लदामनीक करनप्रेन नींगयदा थदा। नसौकरदी ं ै तगो
ग़लदामनी।ंक म ैंव्यदापदार करतदा थदा।

ठदाककर नप्रेककतडल भरदी आड।ँखयों सप्रेउसप्रेससर सप्रेपदाड।ँव तक दप्रे खदा -- ककतनदा रगोज़ प ैददा
करतप्रे थप्रे?

गगोबर नप्रेछकरदी कगो भदालदा बनदाकर उनकप्रे ऊपर चलदायदा -- य ंनी कगोई ढदाई-तनीन ंकपए
समल जदातप्रे थप्रे। कभनी चटक गयनी तगो चदार भनी समल गयप्रे। इससप्रे बप्रेसनी न ंनीं।

णझंगरदीक ब ंकत नगोच-खसगोट करकप्रे भनी पचनीस-तनीस सप्रे ज़्यदाददा न कमदा पदातप्रे थप्रे। और
ग।ँडवदार लगौंडदा ससौ ंकपए कमदानप्रेलगदा। उनकदा मस्तक ननीचदा ंगो गयदा। अब ककस ददावप्रे
सप्रे उस पर रगोब जमदा सकतप्रे? वणद ैं मभ व ज़डर ऊड।ँ;लप्रेककनचप्रेव
ैं णद कसौन दप्रे खतदा ं ै!
उससप्रे सस्पदाद करनप्रे कदा य अवसर,अबन तगोनीं उसककी धिचरसौरदी करकप्रे उससप्रेककछ कदाम
नकदालदा जदा सकतदा ं ै।
बगोलप्रे-- इतननी कमदाई कम न ंनीं ं ै बप्रेटदा,जगो ख़रच करतप्रे बनप्रे। वगदाड।ँमभ तगो तनीन
आनप्रेभनी न ंनींसमलतप्रे। भव नयदा (उनकप्रे जप्रेठप्रे पतक कदा नदाम थदा) कगो भनी क ंनींकगोई
कदाम हदलदा दगो, तगो भप्रेज दंड।ं।ँन पढ़प्रे न सलखप्रे,एक न एक उपदव करतदा र तदा
ं ै।
ंनींमननीमनीक ख़दालदी ंगो तगो क नदा। न ंनींसदाथ ंनी लप्रेतप्रेजदानदा। तम मंक ंदारदा तगो समत ं ै।
तलब थगोड़नी ंगो, ककछ ग़म न ंनीं, ंदाड।ँ,चदार प ैसप्रेककी ऊपर ककी गजदाइसंंक ंगो।

गगोबर नप्रेअसभमदान भरदी ंड।ँसनी कप्रे सदाथ क ंदा य ऊपरदी आमदननी ककी चदाट
--
आदमनी कगो ख़रदाब कर दप्रे तनी ं ैठदाकर; लप्रेककन म लगोगयों ककी आदत कछ ऐसनी
ंक ंक
बबगड़ गयनी ं ै कक जब तक बप्रेईमदाननी न कर,पंप्रेटंन ंनींभरतदा। लखनऊ मभ मननीमनीक
समल सकतनी ं ै; -रएक म ंदाजन ईमदानददार चसौकस आदमनी चदा ं ै। म ैं
लप्रेककन तदा
भवदाननी कगो ककसनी कप्रे गलप्रेबदाड।ँसं तगो दंड;ं।ँलप्रेककन इन म ंयोंनप्रे क ंनीं ंदाथ
पनीछप्रे लपकदायदा,तगो
व तगो मप्रेरदी गददन पकड़प्रेगदा। संसदार मभ इलम ककी क़दर, ईमदाननीं ककी ै क़दर ं ै।
य तमदाचदा लगदाकर गगोबर आगप्रे नकल गयदा। णझंगरदीक मन मभ ऐंठकर र गयप्रे।

लगौंडदा ककतनप्रे घमंडककी बदातभ करतदा, मदानगो ै संमद कदा अवतदार ंनी तगो ं ै।

इसनी तर गगोबर नप्रे ददातदाददीन कगो भनी रगड़दा। भगोजन करनप्रे जदा र ंप्रे थप्रे।

गगोबर कगो दप्रे खकर पसन्न ंगोकर बगोलप्रे -- मज़प्रे मभ तगो र ंप्रे ?गगोबरसनदाक व ंदाड।ँकगोई
अच्छठी जग पदा गयप्रे ंगो। मदातदाददीन कगो भनी ककसनी ंनीलप्रे सप्रे लगदा दगो? भंगन पनीकर
पड़प्रे र नप्रे कप्रेससवदा य ंदाड।ँ और कसौन कदाम ं ै।

गगोबर नप्रे बनदायदा-- तम मंक ंदारप्रे घर मभ ककस बदात ककी कमनी म ंदारदाज, श्जस जजमदान
कप्रे द्वदार पर जदाकर खड़प्रे ंगो जदाओ ककछ न ककछ मदार ंनी लदाओगप्रे। जनम मभ लगो,
मरन मभ ,लगोसदाददी मभ ,लगोगमनी मभ ;लगोखप्रेतनी करतप्रे , लप्रेनगो-दप्रे न करतप्रे , दलदालदीगो करतप्रे
ंगो, ककसनी सप्रेककछ भलड-चकड ंगो जदाय तगो डदाड।ँड़ लगदाकर उसकदा घर लटड लप्रेतप्रे ंगो;
इतननी कमदाई सप्रे पप्रेट न ंनीं भरतदा?क्यदा करगोगप्रेब ंकत-सदा संन बटगोरकर? कक सदाथ
लप्रे जदानप्रेककी कगोई जगकतक नकदाल लदी ं ै?

ददातदाददीन नप्रे दप्रे खदा,गगोबर ककतननी हढठदाई सप्रे बगोल र ंदा ; ं ैअदब और सल ंदाज ज ैसप्रे
भलड गयदा। अभनी शदायद न ंनींजदानतदा कक बदाप मप्रेरदी ग़लदामनीक कर र ंदा ं ै। सच
ं ै,
छगोटदी नददी कगो उमड़तप्रे दप्रे र न ंनीं लगतनी;मगर चप्रे रप्रे पर म ैल न ंनीं आनप्रे हदयदा। ज ैसप्रे
बड़प्रेलगोग बदालकयों सप्रेमंडछभभीँउखड़वदाकर भनी ंड।ँसतप्रे ं ैं,उनद दनस भड़ इस टकयर कत
ंड।ँसनी मभ सलयदा और ववनगोद-भदाव सप्रे बगोलप्रे-- लखनऊ ककी वदा खदा कप्रे तडबड़दा चंट
ंगो गयदा ं ै गगोबर! लदा,क्यदा कमदा कप्रे लदायदा , क ैछ नकदाल।
ंक
'सच क तदा गगोबर।ँ तम म ंदारदी ब त यदाद आतनी थनी। अब तगो र ंगोगप्रेकछ हदन?
ंड ंक ंक ंक
' ंदाड।ँ,अभनी तगो र ंडगदा।ँ ककछ हदन। उन पंचयों पर ददावदा ं ै,श्जन म ंयोंनप्रे डदाड।ँड़ कप्रे
करनदा
ब ंदानप्रेमप्रेरप्रेडप्रेढ़ ससौ ंकपए
ज़म ककयप्रे ं ैं। दप्रे खंड,कसौन।ँ क़्क़दा-पदाननी बंद करतदा ं ै।
मप्रेरदा
और क ै सप्रेबबरदादरदी मझप्रेकजदात बदा र करतनी ं ै।' ंक

य संमककी दप्रे कर व आगप्रेबढ़दा। उसककी ंप्रेकड़नी नप्रेउसकप्रे यवकक भक्तयों कगो रगोब मभ

डदाल हदयदा थदा।

एक नप्रे क ंदा-- कर दगो नदासलस गगोबर भ ैयदा! बड्ढदाक कदालदा सदाड।ँप ं ै-- श्जसकप्रे कदाटप्रे
कदा मंतर न ंनीं। तमनप्रेकअच्छठी डदाड।ँट बतदाई। पटवदारदी कप्रे कदान भनी ज़रदा गरमदा दगो।
बड़दा मनतन्ननीक ं ैददाददा! बदाप-बप्रेटप्रे मभ आग लगदा,भदाईदप्रे -भदाई मभ आग लगदा दप्रे । कदाररं दप्रे
सप्रे समलकर असदासमययों कदा गलदा कदाटतदा ं ै। अपनप्रे खप्रेत पनीछप्रे , लप्रेजगोतगो उसकप्रे खप्रेत
जगोत दगो। अपननी ससंचदाई पनीछप्रे , पकरगोलप्रे उसककी ससंचदाई कर दगो।

गगोबर नप्रेमंडछयों।ँ पर तदाव दप्रे कर क ंदा -- मझसप्रेक्


क यदा क तप्रे ंगो भदाई, सदाल भर मभ
भलड थगोड़प्रे ंनी गयदा। य ंदाड।ँ मझप्रेकर नदा ंनी न ंनीं ं ै ,न ंनीं एक-एक कगो नचदाकर
छगोड़तदा। अबककी ंगोलदी सं मड-संदाम सप्रेमनदाओ और ंगोलदी कदा स्वदाड।ँग बनदाकर इन
सबयों कगो ख़बड सभंगगो-सभंगगोकर लगदाओ।

ंगोलदी कदा पगोगदाम बननप्रेलगदा। ख़बड भंग घटप्रेक , दधधियदाड भनी, नमककीन भनी, और रं गयों कप्रे सदाथ
कदासलख भनी बनप्रेऔर मणखययोंंक कप्रे म।ँं
ड कपर कदासलख ंनी पगोतनी जदाय। ंगोलदी मभ कगोई बगोल
ंनी क्यदा सकतदा ं ै! ककर स्वदाड।ँग नकलप्रे और पंचयों ककी भद उड़दाई जदाय। ंकपए-प ैसप्रे ककी कगोई
धिचन्तदा न ंनीं। गगोबर भदाई कमदाकर आयप्रे ं ैं। भगोजन करकप्रे गगोब भगोलदा सप्रे समलनप्रे चलदा।
जब तक अपननी जगोड़नी लदाकर अपनप्रे द्वदार पर बदाड।ँसंदप्रे , न उसप्रे च ैन न ंनीं। व लड़नप्रे-मरनप्रे
कगो त ैयदार थदा।
ंगोरदी नप्रे कदातर स्वर मभ क-- ंदारदाढ़ मत बढ़दाओ बप्रेटदा,भगोलदा गगोईं लप्रे गयप्रे,भगवदान
ण उनकदा भलदा करप्रे ; लप्रेककन उनकप्रे ंकपए तगो आतप्रे ंनी थप्रे।
गगोबर नप्रे उत्तप्रेश्जत ंगोकर क --ंदा ददाददा, तमक बनीच मभ न बगोलगो। उनककी गदाय पचदास
ककी थनी। मदारदी गगोईं डप्रेढ़ससौ मभ आयनी थनी। तनीन सदाल मनप्रे जगोतनी। ककर भनी ससौ ककी थनी
ंनी। व अपनप्रे ंकपयप्रे कप्रे सलए ददावदा करतप्रे,डडगनी करदातप्रे,यदा जगो चदा तप्रे क तप्रे, मदारप्रे द्वदार
सप्रे जगोड़नी क्ययों खगोल लप्रे ?गयप्रेऔर तम मंक ंभक्यदा क ंड।ं।ँसइर गगोईं खगो ब ैठप्रे, सउर डप्रेढ़ ससौ
ंकपए डदाड।ँड़ कप्रे भरप्रे । य ै गऊ ंगोनप्रे कदा संल। मप्रेरप्रेजगोड़नी सदामनप्रेखगोल लप्रे जदातप्रे,ंगो दप्रे खतदा।
तनीनयों कगो य ंदाड।ँज़मनीन पर सलदाक दप्रे तदा। और पंचयों सप्रेतगो बदात तक न करतदा।
दप्रे खतदा,कसौन मझप्रेकबबरदादरदी सप्रेअलग करतदा ं ै;लप्रेककन तमक ब ैठप्रे तदाकतप्रे र ंप्रे।

ंगोरदी नप्रेअपररदानी ककी भदाड।ँत ससर झकदाक सलयदा; लप्रेककन सं नयदा य अननीत क ै सप्रे दप्रे ख
सकतनी थनी। बगोलदी -- बप्रेटदा,तमक भनी अड।ँसंप्रेर करतप्रे ंगो। ंकक़्क़दा-पदाननी बन्द ंगो जदातदा, तगो
गदाड।ँव मभ नवदा द ंगोतदा! जवदान लड़ककी , ब ैठठीउसकदा भनी ै क ंनीं हठकदानदा लगदानदा ं ै कक
न ंनीं? मरनप्रे-जनीनप्रे मभ आदमनी बबरदादरदी ...।

गगोबर नप्रे बदात कदाटदी-- ंकक़्क़दा-पदाननी सब तगो थदा, बबरदादरदी मभ आदर भनी ,थदाककर
मप्रेरदा ब्यदा क्ययों न ंनीं ंकआ? बगोलगो। इससलए कक घर मभ रगोटदी न थनी। ंकपए ंयों तगो न
ंकक़्क़दा-पदाननी कदा कदाम ं ै,न जदात-बबरदादरदी कदा। द ंकनयदा प ैसप्रेककीं ै, ंकक़्क़दा-पदाननी कगोई
न ंनींपछतदा।ंड

सं नयदा तगो बच्चप्रेकदा रगोनदा सनकरु भनीतर चलदी गयनी और गगोबर भनी घर सप्रे
नकलदा। ंगोरदी ब ैठदा सगोच र ंदा थदा। लड़कप्रे ककी अकल ज ैसप्रेखलक गयनी ं ै। क ैसनी
बप्रेलदाग बदात क तदा ं ै। उसककी वक्त बववक नप्रे गोरदी कप्रे संमदऔर ननी त कगो परदास्त
कर हदयदा थदा।

स सदा ंगोरदी नप्रेउससप्रेपछदाड -- म ैंभनी चलदा चलंड?ं।ँ

'म ैंलड़दाई करनप्रेन ंनींजदा र ंदा ंडददाददा।ँ, डरगो मत। मप्रेरदी ओर क़दाननड ं ै,म ैं क्ययों लड़दाई
करनप्रे लगदा?'

'म ैंभनी चलंडततोँ कगोई रज़ ं ै?'

' ंदाड।ँ,बड़दा रज़ ं ै। तमक बननी बदात बबगदाड़ दगोगप्रे।'


ंगोरदी चपक ंगो गयदा और गगोबर चल हदयदा। पदाड।ँच समनट भनी न ंकए ंयोंगप्रेकक सं
नयदा बच्चप्रे कगो सलए बदा र नकलदी और बगोलदी-- क्यदा गगोबर चलदा गयदा, अकप्रे लप्रे?म ैं
क तनी ंड,त।ँम मंक ंभभगवदान णकभनी बववक दभ ग यदा न ंनीं। भगोलदा क्यदा स ज मभ गगोईं
दप्रे गदा? तनीनयों उस पर टडट पड़भग, बदाज़ ककी तर । भगवदान ण ंनी ककशल करभ । अब
ककससप्रेक ंड,ं।ँ दसौड़कर गगोबर कगो पकड़ लप्रे। तमसप्रेकतगो म ैंंदार गयनी।

ंगोरदी नप्रे कगोनप्रे सप्रे डंडदा उठदायदा और गगोबर कप्रे पनीछप्रे दसौड़दा। गदाड।ँव कप्रे बदा र आकर उसनप्रे
नगदा दसौड़दाई। एक क्षनीण-सनी रप्रे खदा क्षक्ष तज सप्रेसमलदी ंकई हदखदाई ददी। इतननी नी दप्रे रमभ गगोबर
इतननी दरू क ैसप्रे नकल गयदा! ंगोरदी ककी आत्मदा उसप्रेधधिक्कदारनप्रे लगनी। उसनप्रे क्ययों गगोबर कगो
रगोकदा न ंनीं। अगर व डदाड।ँटकर क , भगोलदादप्रे तदा कप्रे घर मत जदाओ तगो गगोबर कभनी न
जदातदा। और अब उससप्रे दसौड़दा भनी तगो न ंनीं जदातदा। व ंदारकर व ंनीं ब ैठ गयदा और बगोलदा--
उसककी रच्छदा करगो म ंदाबनीर स्वदामनी!

गगोबर उस गदाड।ँव मभ प ंकड।ँचदा, तगो दप्रे खदा ककछ लगोग बरगद कप्रे ननीचप्रेब ैठप्रे जआक खप्रेल र ंप्रे
ं ैं। उसप्रे दप्रे खकर लगोगयों नप्रे , समझदापलदीक कदा ससपदा ंनी ं ै।

कसौडड़यदाड।ँ समप्रेटकर भदागप्रे कक स सदा जंगनी नप्रे उसप्रे प चदानकर--अरप्रे क,यदा तगो
गगोबररन ं ै।

गगोबर नप्रे दप्रे खदा,जंगनी पप्रेड़ ककी आड़ मभ खड़दा झदाड।ँक र ंदा --ं ै। डरबंगो लदामत जंगनी
भ ैयदा,म ैंंड।ं।ँरदाम-रदाम! आज ंनी आयदा ंड।ं।ँसगोचदा, चलंडसबसड़समलतदा आऊड।ँ,ककर न
जदानप्रे कब आनदा ंगो! म ैं तगो ,भ ैयदातम मंकदारप्रे आससरबदाद सप्रेबड़प्रेमज़प्रेमभनकल गयदा। श्जस
रदाजदा ककी नसौकरदी म ैंंड,उन म।ँ ंयोंनप्रेमझक सप्रेक ंदा ं ैकक एक-दगो आदमनी समल जदाय
ंड।ँतगो लप्रेतप्रेआनदा। चसौककीददारदी कप्रे सलए चदाह ए। म ैंनप्रे ,कसरकदार ऐसप्रे आदमनी दंडगदा।ँ
कक चदा ंप्रेजदान चलदी जदाय, म ैददान सप्रे टनप्रेवदालप्रे, इच्छदाननीं ंगो तगो मप्रेरप्रे सदाथ चलगो।
अच्छठी जग ं ै।

जंगनी उसकदा ठदाट-बदाट दप्रे खकर रगोब मभ आ गयदा। उसप्रेकभनी चमररसौप्रेजतप्रेडभनी मयस्सर न
ंकए थप्रे। और गगोबर चमदाचम बटड प नप्रे ंकए थदा। सदाफ़-सथरदीक, संदारदीददार कमनीज़,
स।ँव
ड दारप्रे ंकए बदाल, परदाड बदाबडसदा ब बनदा ंकआ। संटप्रे ंदाल गगोबर और इस पररष्क ृत
गगोबर मभ बड़दा अंतर थदा। ह सदां-भदाव ककछ तगो ययों ंनी समय कप्रे पभदाव सप्रे शदान्त ंगो
गयदा थदा और बचदा-खचदाक अब शदांत ंगो गयदा। जआड़नीक थदा ंनी, उस पर
गदाड।ँजप्रेककी लत। और घर मभ बड़नी मश्ककलक सप्रेप ैसप्रेसमलतप्रेथप्रे। म।ँं
ड कमभपदाननी भर
आयदा।

बगोलदा -- चलंडगदा।ँ क्ययों न ंनीं,य ंदाड।ँ पड़दा-ड़दा मक्खनी ंनी तगो मदार र ंदा ंड।ं।ँक ै
ंकपए समलभगप्रे?

गगोबर नप्रे बड़प्रे आत्मववकवदास सप्रे क-- ंदाइसककी ककछ धिचन्तदा न करगो। सब ककछ
अपनप्रे ंनी ंदाथ मभ ं ै। जगो चदा,व ंगोगप्रेगो जदायगदा। मनप्रे सगोचदा,जब घर मभ ंनी
आदमनी ं ै,तगो बदा र क्ययों जदाय।ंड।ँ

जंगनी नप्रेउत्सकतदाक सप्रेपछदाड -- कदाम क्यदा करनदा पड़प्रेगदा?

'कदाम चदा ंप्रे चसौककीददारदी करगो,चदा ंप्रे तगदादप्रे पर जदाओ। तगदादप्रे कदा कदाम सबसप्रे अच्छदा।
असदामनी सप्रे गठ गयप्रे। आकर मदासलक सप्रे क हदयदा,घर पर ं ै न , ंनींचदा ंगो तगो ंकपए
आठ आनप्रे रगोज़ बनदा सकतप्रे ' ंगो।

'र नप्रे ककी जग भनी समलतनी ?'ं ै

'जग ककी कसौन कमनी। परदाड म ल पड़दा ं ै। पदाननी कदा नल, बबजलदी। ककसनी बदात
ककी कमनी न ंनीं ं ै। कदामतदा ं ैं कक क ंनीं ?'गयप्रे ं ैं

'दद ड लप्रेकर गयप्रे ं ैं। मझप्रेककगोई बदाज़दार न ंनींजदानप्रेदप्रेतदा। क तप्रे ं ैं,तमक तगो गदाड।ँजदा पनी जदातप्रे
ंगो। म ैंअब ब ंकत कम पनीतदा ंडभ ैयदा।ँ, लप्रेककन दगो प ैसप्रे रगोज़ तगो चदाह ए ंनी। तमक
कदामतदा सप्रेककछ न क नदा। म ैंतम मंक ंदारप्रे सदाथ चलंडगदा।ं।ँ'

' ंदाड।ँ-ंदाड।ँ,बप्रेखटकप्रे चलगो। ंगोलदी कप्रे बदाद।'

'तगो पक्ककी र ंनी।'

दगोनयों आदमनी बदातभ करतप्रेभगोलदा कप्रे द्वदार पर आ प ंकड।ँचप्रे। भगोलदा ब ैठप्रे सतलदीक कदात र ंप्रे
थप्रे। गगोबर नप्रेलपक कर उनकप्रे चरण छकए और इस वक़्त उसकदा गलदा सचमचक भर
आयदा।

बगोलदा -- कदाकदा, मझसप्रेकजगो ककछ भलड-चकड ंकई, उसप्रे क्षमदा करगो।


भगोलदा नप्रेसतलदीक कदातनदा बन्द कर हदयदा और पथरदीलप्रेस्वर मभ बगोलदा -- कदाम तगो
तमनप्रेकऐसदा ंनी ककयदा थदा गगोबर, कक तम मंक ंदारदा ससर कदाट लंडततोँ भनी पदाप न
लगप्रे; लप्रेककन अपनप्रेवदारद् पर आयप्रे , ंगोअब क्यदा क ंड!ं।ँजदाओ, ज ैसदा मप्रेरप्रे सदाथ
ककयदा उसककी सज़दा भगवदान णदभ ग। कब आयप्रे?

गगोबर नप्रेख़बड नमक-समचदलगदाकर अपनप्रेभदाग्यगोदय कदा वत्तदांत ृ क ंदा , और जंगनी


कगो अपनप्रेसदाथ लप्रेजदानप्रेककी अनमक त मदाड।ँगनी। भगोलदा कगो ज ैसप्रेबप्रेमदाड।ँगप्रेवरददान समल
गयदा। जंगनी घर पर एक-न-एक उपदव करतदा र तदा थदा। बदा र चलदा जदायगदा, तगो
चदार प ैसप्रे प ैददा तगो करप्रे गदा। न ककसनीकककगोछ दप्रे ,अपनदा बगोझ तगो उठदा लप्रेगदा।

गगोबर नप्रे क ंदा-- न ंनीं कदाकदा,भगवदान णनप्रेचदा ंदा और इनसप्रेर तप्रेबनदा तगो सदाल
दगो सदाल मभ आदमनी ंगो जदायगप्रे।ंड।ँ

' ंदाड।ँ,जब इनसप्रे र तप्रे बनप्रे।'

'ससर पर आ पड़तनी ं ै,तगो आदमनी आप स।ँभ


ड ल जदातदा ं ै।'

'तगो कब तक जदानप्रे कदा ववचदार ?'ं ै

ंगोलदी करकप्रे चलदा जदाऊड।ँ गदा। यखप्रेतनीदाड।ँ-बदारदी कदा ससलससलदा ककर जमदा दंड,ं।ँतगो
नसधिचंत ंगो जदाऊड।ँ' ।

' ंगोरदी सप्रे क , ंगोअब ब ैठ कप्रे रदाम-रदाम करभ ।'


'क तदा तगो ंड,लप्रेककन।ँ जब उनसप्रे ब ैठदा जदाय।'

'व ंदाड।ँककसनी ब ैद सप्रेतगो तम मंक ंदारदी चदान ंगोगनी। खदाडस


।ँ नी ब त हदक कर ंनी ं ै।
जदान-प र
ंगो सकप्रे तगो कगोई दवदाई भप्रेज दप्रे नदा।' ंक

'एक नदामनी ब ैद तगो मप्रेरप्रे पड़गोस ंनी मभ र तप्रे ं ैं। उनसप्रे ंदाल क कप्रे दवदा बनवदा कर

भप्रेज दंडगदा।ं।ँ खदाड।ँसनी रदात कगो ज़गोर ं ैकक हदन कगो?'


करतनी
'न ंनीं बप्रेटदा,रदात कगो। आड।ँख न ंनीं लगतनी। न ंनीं व ंदाड।ँ कगोई, तगोडसौलम ैंंगो भनी व ंनीं
चलकर र ंड।ं।ँय ंदाड।ँतगो ककछ परतदा न ंनींपड़तदा।'

'रगोज़गदार कदा जगो मज़दा व ंदाड।ँ ं ै कदाकदा,य ंदाड।ँ क्यदागोगदा? य ंदाड।ँंकपए कदा दस सप्रेर दद ड
भनी कगोई न ंनींपछतदा।ंड लवदाइययों कप्रे गलप्रेलगदानदा पड़तदा ं ै। व ंदाड।ँपदाड।ँच-छछः सप्रेर कप्रे
भदाव सप्रेचदा ंगो तगो एक घड़नी मभ मनयों दद ड बप्रेच लगो।'

जंगनी गगोबर कप्रे सलए दधधियदाड शबदत बनदानप्रेचलदा गयदा थदा। भगोलदा नप्रेएकदांत दप्रे खकर
क ंदा और भ ैयदा! अब इस जंजदाल सप्रे जनी ऊब गयदा। जंगनी ै कदा ंदाल दप्रे खतप्रे ंनी
--
ंगो। कदामतदा दद ड लप्रेकर जदातदा ं ै। सदाननी-पदाननी, खगोलनदा-बदाड।ँसंनदा,सब मझप्रेककरनदा
पड़तदा ं ै। अब तगो य ंनी जनी चदा ं ैकक सखक सप्रेक ंनींएक रगोटदी खदाऊड।ँऔर पड़दा
तदा
र ंड।ं।ँक ंदाडत
।ँ क ंदाय- ंदाय क।ँड ।रगोज़ लड़दाई-झगड़दा। ककस-ककस कप्रे पदाड।ँव स लदाऊड।ँ ।
खदाड।ँसनी आतनी, रदात ै कगो उठदा न ंनीं जदातदा;पर कगोई एक लगोटप्रे पदाननी कगो भनी न ंनीं
पछतदा पगह यदा टडट गयनी ं ै,मददाक ककसनी कगो इसककी सधधिक न ंनीं ं ै। जब म ैं
।ंड
बनदाऊड।ँ गदा तभनी बनप्रेगनी।

गगोबर नप्रे आत्मनीयतदा कप्रे सदाथ क --ंदा तमक चलगो लखनऊ कदाकदा। पदाड।ँच सप्रेर कदा दद ड
बप्रेचगो,नगद। ककतनप्रे ंनी बड़प्रे-बड़प्रे अमनीरयों सप्रे मप्रेरदी -जदानपचदान ं ै। मन-भर दद ड ककी
नकदासनी कदा श्ज़म्मदा म ैंलप्रेतदा ंड।ं।ँमप्रेरदी चदाय ककी दकदानड भनी ै। दस सप्रेर दद ड तगो म ैं
नत लप्रेतदा ंड।ं।ँतम मंक ंभककसनी तर कदा कष्ट न गोगदा।

जंगनी दधधियदाड शबदत लप्रेआयदा।

गगोबर नप्रे एक धिगलदास शबदत पनीकर क --ंदा तमक तगो ख़दालदी सदाड।ँझ सबप्रेरप्रेचदाय
ककी दकदानड पर ब ैठ जदाओ कदाकदा, तगो एक ंकपए क ंनींन ंनीं गयदा ं ै।

भगोलदा नप्रे एक समनट कप्रे बदाद संकगोच भरप्रे भदाव सप्रे -- ककक्रगोदा मभ बप्रेटदा,आदमनी
अंसंदा ंगो जदातदा ं ै । म ैंतम मंक ंदा रदी गगोईं खगोल लदायदा थदा। उसप्रेलप्रेतप्रेजदानदा। य
ंदाड।ँकसौन खप्रेतनी-बदारदी ंगोतनी ं ै।

'म ैंनप्रे तगो एक नयनी गगोईं ठठीक कर लदी ं ै कदाकदा!'


'न ंनीं-न ंनीं,नयनी गगोईं लप्रेकर क्यदा करगोगप्रे?इसप्रे लप्रेतप्रे जदाओ।'
'तगो म ैंतम मंक ंदारप्रेक पए सभजवदा दंडगदा।ं।ँ'

'ंकपए क ंनीं बदा र थगोड़प्रे ंनी ं ैं, घरबप्रेटदामभ ंनी तगो ं ैं। बबरदादरदी कदा ढकगोसलदा,न ंनींं ै
तममभ ंकऔर ममभ कसौन भप्रेद ं ै? सच पछगोड तगो मझप्रेकख़शक ंगोनदा चदाह ए थदा कक झकनयदा
भलप्रेघर मभ ं ै,आरदाम सप्रे ं ै। और म ैंउसकप्रे ख़नड कदा प्यदासदा बन गयदा थदा।'

संध्यदा समय गगोबर य ंदाड।ँ सप्रे, तगोचलदागगोईं उसकप्रे सदाथ थनी और द ंनी ककी दगो ंदाड।ँडड़यदाड।ँ
सलयप्रे जंगनी पनीछप्रे -पनीछप्रे आ र ंदा थदा।

***
21

दप्रे ंदातयों मभ सदाल कप्रे छछः म ंनीनप्रे ककसनी न ककसनी उत्सव -मभ मजनीरदाढगोलबजतदा र
तदा ं ै। ंगोलदी कप्रे एक म ंनीनदा प लप्रे सप्रे एक म ंनीनदा बदाद तक संदाग उड़तनी;आषदाढ़ ै
लगतप्रे ंनी आल म ंदा शकड ंगो जदातदा ं ैऔर सदावन-भदादयों मभ कजसलयदाड।ँ ंगोतनी ं ैं।
कजसलययों कप्रे बदाद रदामदायण-गदान ंगोनप्रे लगतदा ं ै। सप्रेमरदी भनी अपवदाद न ंनीं ं ै।
ंदाजन ककी संमककयदाड।ँ और कदाररन्दप्रे ककी बगोसलयदाड।ँ इस समदारगो मभ बबदादा न ंनीं डदाल सकतनीं।
घर मभ अनदाज न , ंनींदप्रे ं ैपर कपड़प्रे न ंनीं,गदाड।ँठ ैंमभ प ैसप्रे न, कगोईनीं ं ैं परवदा न ंनीं। जनीवन ककी
आनंदवश्त्त ृ तगो दबदाई न ंनींजदा सकतनी, ंड।ँसप्रेबबनदा तगो श्जयदा न ंनीं जदा सकतदा। ययों ंगोलदी मभ
-गदानप्रेबजनप्रेकदा मख्यक स्थदान नगोखप्रेरदाम ककी चसौपदाल थनी। व ंनीं भंग बनतनी ,थनीव ंनीं रं ग उड़तदा
,थदाव ंनीं नदाच ंगोतदा थदा। इस उत्सव मभ कदाररं ददा सदा ब कप्रेस-पदाड।ँचद ंकपए ख़चद ंगो जदातप्रे थप्रे।
और ककसमभ य सदामथ्यद थनी कक अपनप्रे द्वदार पर जलसदा करदातदा?लप्रेककन अबककी गगोबर
नप्रे गदाड।ँव कप्रे सदारप्रे नवयवकयोंंक कगो अपनप्रेद्वदार पर खनींच सलयदा ं ैऔर नगोखप्रेरदाम ककी चसौपदाल
ख़दालदी पड़नी ंकई ं ै।

गगोबर कप्रे द्वदार भंग घटक र ंनी ं ै,पदान कप्रे बनीड़प्रे लग र ,ंप्रेरंग ैंघगोलदाजदा र ंदा ं ै,
फ़शदबब आ ं ै,गदानदा ंगो र ंदा ं ै,और चसौपदाल मभ सन्नदाटदा छदायदा आ ं ै। भंग
छदा
ंक ंक
रखनी ई ं ै,पनीसप्रे कसौन? ढगोल-मजनीरदा सब मसौजद ड ं ै;पर गदायप्रे कसौन? श्जसप्रे दप्रे खगो,
ंक
गगोबर कप्रे द्वदार ककी ओर दसौड़दा चलदा जदा र ंदा ं ै। य ंदाड।ँभंग मभ गलदाबक-जल
और
कप्रे सर और बदाददाम ककी ब ं ै। - ंदाड।ँ,सप्रेर-भर बदाददाम गगोबर ख़द क लदायदा। पनीतप्रे ंनी
ंदार
चगोलदा तर ंगो जदातदा ं ै,आड।ँखभखकल जदातनी ं ैं। ख़मनीरदा ं ै,ख़दास बबसवदाड।ँ
तमदाखडलदायदा
ककी! रं ग मभ भनी कप्रे वड़दा छगोड़दा ं ै। ंकपए कमदानदा भनी जदानतदा;और ख़रच ै करनदा भनी
जदानतदा ं ै। गदाड़कर रख लगो,तगो कसौन दप्रे खतदा ? सं ैन ककी य ंनी ं ै। और
शगोभदा
कप्रे वल भंग ंनी न ंनीं श्जतनप्रे ै। गदानप्रेवदालप्रे,सबकदा ैं नप्रेवतदा भनी ं ै। और गदाड।ँव मभ न
नदाचनप्रेवदालयों ककी कमनी , न ै गदानप्रेवदालयों ककी,न असभनय करनप्रेवदालयों ककी। शगोभदा ंनी
ल।ँ ग
ड ड़यों ककी ऐसनी नक़ल करतदा ं ैकक क्यदा कगोई करप्रे गदा और बगोलदी ककी नक़ल करनप्रे
मभ तगो उसकदा सदाननी न ंनीं ं ै। श्जसककी बगोलदी, उसककीगो बगोलप्रे-- आदमनी ककी भनी,
जदानवर ककी भनी। धिगररर नक़ल करनप्रे मभ बप्रेजगोड़ ं ै। वककील ककी नक़ल व, करप्रे पटवदारदी
ककी नक़ल व करप्रे , थदानप्रेददार ककी,चपरदासनी ककी, सप्रेठ ककी-- सभनी ककी नक़ल कर सकतदा ं ै।
, ंदाड।ँबप्रेचदारप्रे कप्रे पदास व ैसदा सदामदान न, मगरदीं ं ैअबककी गगोबर नप्रे
उसकप्रे सलए सभनी सदामदान म।ँग
ड दा हदयदा ं ै,और उसककी नक़लभ दप्रे खनप्रे जगोग ंयोंगनी।
य चचदाद इतननी सं ै लदी कक सदाड।ँझ सप्रे ंनी तमदाशदा दप्रे खनप्रेवदालप्रे जमदा गोनप्रे- लगप्रे। आ पदास कप्रे
गदाड।ँवयों सप्रे दशदकयों ककी टगोसलयदाड।ँ आनप्रे लगनीं।-बजतप्रेदस बजतप्रेतनीन-चदार ज़दार आदमनी जमदा ंगो
गयप्रे। और जब धिगररर णझंगरदीससंंक कदा ंडप संरप्रे अपननी मंडलदी कप्रे सदाथ खड़दा ंकआ, तगो
लगोगयों कगो खड़प्रे ंगोनप्रे ककी जग भनी न समलतनीथनी। व ंनी खल्वदाट ससर, व ंनी बड़नी
मंडछभभीँ,और व ंनी तयोंद! ब ैठप्रे भगोजन कर र ंप्रे ं ैंऔर प लदी ठककरदाइन ब ैठठी पंखदा झल र ंनी
ं ैं। ठदाककर ठककरदाइन कगो रससक नप्रेतयों सप्रेदप्रेखकर क तप्रे ं ैं-- अब भनी तम मंक ंदारप्रे ऊपर व जगोबन
ं ैकक कगोई जवदान भनी दप्रे ख लप्रे,तगो तड़प जदाय। और ठककरदाइन संडलकर क तनी ं ैं,जभनी तगो
गयनी नवप्रेलदी लदायप्रे।

'उसप्रेतगो लदायदा ंडत।ँम मंक ंदारदी सप्रेवदा करनप्रेकप्रे तम मंक ंदारदी क्यदा बरदाबरदी करप्रे गनी?'
सलए। व

छगोटदी बनीबनी य वदाक्य सनक लप्रेतनी ं ैऔर म।ँसड ंककलदाकर चलदी जदातनी ं ै। दसरप्रेड दृकय
मभ ठदाककर खदाट पर लप्रेटप्रे ं ैंऔर छगोटदी ब ंडम।ँसड ंकप्रेरप्रे ंकए ज़मनीन पर ब ैठठी ं ै। ठदाककर बदार-
बदार उसकदा म।ँं
ड कअपननी ओर संप्रेरनप्रेककी वववल चप्रेष्टदा करकप्रे क तप्रे ं ैं-- मझसप्रेक क्ययों
ंडठठी ंगो मप्रेरदी लदाड़लदी?

'तम मंक ंदारदी लदाड़लदी ज ंदाड।ँंगो, व ंदाड।ँजदाओ। म ैंतगो ंड,द।ँ सरयोंंड ककी सप्रेवदा-ट ल करनप्रे
लगौंड़नी कप्रे सलए आयनी ंड।'ं।ँ

'तमक मप्रेरदी रदाननी ंगो। तम मंक ंदारदी सप्रेवदा-ट ल करनप्रेकप्रे बहढ़ ं ै।'
सलए व यदाक

लदी ठककरदाइन सनक लप्रेतनी ं ैंऔर झदाड़ड लप्रेकर घर मभ घसतनीक ं ैंऔर कई झदाड़ड उन पर
जमदातनी ं ैं। ठदाककर सदा ब जदान बचदाकर भदागतप्रे ं ैं।

ककर दसरदी नक़ल ई, श्जसमभ ठदाकर नप्रेदस ंकपए कदा दस्तदावप्रेज़ सलखकर पदाड।ँच
ंड ंक ंक
ंकपए हदयप्रे,शप्रेष नज़रदानप्रेऔर त रदीर और दस्तरदीड और ब्यदाज मभ कदाट सलयप्रे।
ककसदान आकर ठदाकर कप्रे चरण पकड़कर रगोनप्रेलगतदा ं ै। बड़नी मश्ककल सप्रेठदाकर
ंक ंक ंक
ंकपए दप्रे नप्रे पर रदाज़नी ंगोतप्रे ं ैं। जब कदाग़ज़ सलख जदातदा ं ै और आदमनी कप्रे ंदाथ मप्रे
पदाड।ँच ंकपए रख हदयप्रे जदातप्रे,ंगो व ैं चकरदाकर पछतदाड ं ै--'य तगो पदाड।ँच ंनी ं ैं
मदासलक!'
'पदाड।ँच न ंनीं दस ं ैं। घर जदाकर धिगननदा।'
'न ंनीं सरकदार,पदाड।ँच ' ं ैं!

'एक ंकपयदा नज़रदानप्रेकदा ंकआ कक न ंनीं?'

' ंदाड।ँ,सरकदार!'

'एक त रदीर कदा?'

' ंदाड।ँ,सरकदार!'

'एक कदागद कदा?'

' ंदाड।ँ,सरकदार!'

'एक दस्तरदीड कदा?'

' ंदाड।ँ,सरकदार!'

'एक सद ड कदा?'

' ंदाड।ँ,सरकदार!'

'पदाड।ँच नगद,स ंकए कक न ंनीं?'

' ंदाड।ँ,सरकदार! अब य पदाड।ँचयों भनी मप्रेरदी ओर सप्रे रख लदीश्जए।' 'क ैसदा

पदागल ं ै?'

'न ंनीं सरकदार,एक ंकपयदा छगोटदी ठककरदाइन कदा नज़रदानदा ं ै,एक ंकपयदा बड़नी
ठककरदाइन कदा। एक ंकपयदा छगोटदी ठककरदाइन कप्रे पदान खदानप्रेकगो, एक बड़नी ठककरदाइन कप्रे
पदान खदानप्रे कगो। बदाक़की बचदा एक,व आपककी कक्रयदा-करम कप्रे सलए।'

इसनी तर नगोखप्रेरदाम और पटप्रे करदीव और ददातदाददीन ककी -- बदारदी-बदारदी सप्रेसबककी ख़बर


लदी गयनी। और संब तययों मभ चदा ंप्रेकगोई नयदापन न ंगो और नक़लभपरदाननीक ंयों;
लप्रेककन धिगररदारदी कदा ढं ग ऐसदा ंदास्यजनक ,थदादशदक इतनप्रे सरल हृदय थप्रे कक
बप्रेबदात ककी बदात मभ भनी ंड।ँसतप्रेथप्रे। रदात-भर भ।ँड़
ड त
ै नी ंगोतनी र ंनी और सतदायप्रे ंकए हदल,
कल्पनदा मभ प तसशगो पदाकर पसन्न ंगोतप्रे र ंप्रे। रदीआणख़नक़ल समदाप म त ंकई, तगो
कसौवप्रे बगोल र ंप्रे थप्रे।

सबप्रेरदा ंगोतप्रे ंनी श्जसप्रे ,दप्रे खगोउसनी ककी ज़बदान पर व ंनी रदात कप्रे गदानप्रे,व ंनी नक़ल, व
क मदाशदा बन गयप्रे। सश्जर नकलतप्रे ं ैं,सउर ंनी दगो-चदार लड़कप्रे पनीछप्रे
ंनी कफ़करप्रे । मणखयप्रेत
लग जदातप्रे ं ैंऔर व ंनी कफ़करप्रे कसतप्रे ं ैं। णझंगरदीससंंक तगो हदल्लगनीबदाज़ आदमनी
थप्रे, इसप्रे हदल्लगनी मभ सलयदा;मगर पटसकवरड़ ममधचढ़नसकक बरड़ आदत थड़। और पशडडत
ददातदाददीन तगो इतनप्रेतनकक-समज़दाज थप्रे कक लड़नप्रे पर त ैयदार ंगो जदातप्रे थप्रे। व सबसप्रे
सम्मदान पदानप्रे कप्रे आददी थप्रे। कदाररं ददा ककी तगो बदात ंनी, रदाकम यंदा सदा ब तक उन म ंभ
दप्रे खतप्रे ंनी ससर दप्रे तप्रेथप्रे। उनककी ऐसनी ंड।ँसनी उड़दाई जदाय और अपनप्रे ंनी गदाड।ँव मभ
झकदाक
-- य उनकप्रे सलयप्रेअसह्य थदा। अगर उनमभ बह्मतप्रेज ंगोतदा तगो इन दष्टयोंंक कगो
भस्म कर दप्रे तप्रे। ऐसदा शदाप दप्रे तप्रे कक सब कप्रे सब भस्म ; इस
ंगोलप्रेककनजदा
तप्रे
कसलयगक शदाप कदा असर ंनी जदातदा र ंदा। इससलए उन म धिथयदार
ंयोंनप्रेकसलयगवदालदाक
नकदालदा।

ंगोरदी कप्रे द्वदार पर आयप्रे और आड।ँखभ करनकदालबगोलप्रे-- क्यदा आज भनी तमक कदाम
करनप्रे न चलगोगप्रे ?ंगोरदीअब तगो तमक अच्छप्रे ंगो गयप्रे। मप्रेरदा ककतनदा रज़ ंगो गयदा ,
य तमक न ंनींसगोचतप्रे।

गगोबर दप्रे र मभ सगोयदा थदा। अभनी-ंनी उठदा थदा और आड।ँखभमलतदा ंकआ बदा र आ र ंदा
थदा कक ददातदाददीन ककी आवदाज़ कदान मभ पड़नी। पदालदागन करनदा तगो दरू र ंदा, उलटप्रे
और ंप्रेकड़नीहदखदाकर बगोलदा -- अब व तम मंक ंदारदी मजरदीड न करभ ग। मभ अपननी ऊख
जगो बगोननी ं ै।

ददातदाददीन नप्रेसरतनीक संदाड।ँ कतप्रे ंक ए क ंदा -- कदाम क ै सप्रे न ंनीं करभ गप्रे?सदालकप्रे बनीच मभ
कदाम न ंनीं छगोड़ सकतप्रे। जप्रेठ मभ छगोड़नदा ंगो ,छगोड़करनदादभ ंगो करभ । उसकप्रे प लप्रे न ंनीं
छगोड़ सकतप्रे।
गगोबर नप्रे जम म ंदाई लप्रेकर क --ंदा उन म ंयोंनप्रेतम मंक ंदारदी ग़लदामनीक न ंनींसलखनी ं ै। जब
तक
इच्छदा थनी, कदाम ककयदा। अब न ंनीं इच्छदा , ं ैन ंनीं करभ गप्रे। इसमभ कगोई ज़बरदस्तनी न ंनी
कर सकतदा।
'तगो ंगोरदी कदाम न ंनीं करभ गप्रे?'

'नदा!'

'तगो मदारप्रेक पए सद ड समप्रेत दप्रे दगो। तनीन सदाल कदा सद ड ंगोतदा ं ैससौ ंकपयदा। असल
समलदाकर दगो ससौ ंगोतप्रे । ं ैंमनप्रे समझदा थदा,तनीन ंकपए म ंनीनप्रेसद ड मभ कटतप्रे
जदायगप्रे।ँड;लप्रेककन तम मंक ंदारदी इच्छदा न ंनीं ं ै,तगो मत करगो। मप्रेरप्रे ंकपए दप्रे दगो। संन्नदा सप्रेठ
बनतप्रे , ंगोतगो संन्नदा सप्रेठ कदा कदाम करगो।

ंगोरदी नप्रे ददातदाददीन सप्रे क --ंदा तम मंक ंदारदी चदाकरदी सप्रेमक


ैं ब इनकदार करतदा
ंडं।ँ म ंदारदाज? लप्रेककन मदारदी ऊख भनी तगो बगोनप्रेकगो पड़नी ं ै।

गगोबर नप्रे बदाप कगो डदाड।ँटदा--क ै सनी चदाकरदी और ककसककी चदाकरदी? य ंदाड।ँ तगो कगोई ककसनी
कदा चदाकर न ंनीं। सभनी बरदाबर ं ैं। अच्छठी हदल्लगनी ं ै। ककसनी कगो ससौ ंकपए सउदार दप्रे
हदयप्रेऔर उससप्रेसद ड मभ श्ज़ंदगनी भर कदाम लप्रेतप्रेर ंप्रे। मलड ज्ययों कदा त्ययों! य म ंदाजननी न ंनीं
, ख़ ैनड चसनदाड ं ै।

'तगो ंकपए दप्रे दगो भ ैयदा,लड़दाई कदा ंप्रेककी। म ैंआनप्रेकपए ब्यदाज लप्रेतदा ंड।ं।ँतम मंक ंभगदाड।ँवघर
कदा समझकर सआ आनप्रे ंकपए पर हदयदा थदा।'

म तगो एक ंकपयदा स ैकड़दा दभ ग। एक कसौड़नी बप्रेसनी न ंनीं। तम मंक ंभलप्रेनदा ंगो तगो लगो, न
ंनीं अददालत सप्रे लप्रेनदा। एक ंकपयदा स ैकड़प्रे ब्यदाज कम न ंनीं' ंगोतदा।

'मदालमड ंगो ं ै,ंकपए ककी ंगो ं ै।'


तदा गमनी गयनी

'गमनी उन म ंभ ंगोतनी, जगो ै एक कप्रे दस लप्रेतप्रे ं ैं। म तगो मजरू ं ैं। मदारदी गमनी पसनीनप्रे कप्रे
रदास्तप्रेब जदातनी ं ै। मझप्रेकयदाद ं ै,तमनप्रेकब ैल कप्रे सलए तनीस ंकपए हदयप्रेथप्रे। उसकप्रे ससौ
ंकए। और अब ससौ कप्रे दगो ससौ ंगो गयप्रे। इसनी तर तमक लगोगयों नप्रेककसदानयों कगो लटड-
लटकरू मजरू बनदा डदालदा और आप उनककी ज़मनीन कप्रे मदासलक बन ब ैठप्रे। तनीस कप्रे
दगो ससौ! ककछ द ं ै। ककतनप्रेहदन ंकए ंयोंगप्रेददाददा?'

ंगोरदी नप्रे कदातर कं ठ सप्रे क-- ंदाय ंनी आठ-नसौ सदाल ंकए ंयोंगप्रे।
गगोबर नप्रे छदातनी पर ंदाथ रखकर क ंदा-- नसौ सदाल मभ तनीस ंकपए कप्रे दगो ससौ! एक
ंकपए कप्रे ह सदाब सप्रे ककतनदा ंगोतदा? ं ै

उसनप्रे ज़मनीन पर एक ठठीकरप्रे सप्रे ह सदाब लगदाकर क-- ंदादस सदाल मभ छत्तनीस
ंकपए ंगोतप्रे ं ैं। असल समलदाकर छदाछठ। उसकप्रे सत्तर ंकपए लप्रे लगो। इससप्रे बप्रेसनी म एक
कसौड़नी न दंडगदा।ं।ँ

ददातदाददीन नप्रे ंगोरदी कगो बनीच मभ डदालकर क-- ंदासनतप्रेक ंगो ंगोरदी गगोबर कदा फ़ ैसलदा? म ैं
अपनप्रेदगो ससौ छगोड़ कप्रे सत्तर ंकपए लप्रेलंड,ं।ँन ंनींअददालत क।ँड ।इस तर कदा व्यव ंदार
ंकआ तगो क ै हदन संसदार चलप्रेगदा? और तमक ब ैठप्रे सनक र ंप्रे ंगो; मगर य समझ लगो,
म ैंबदाह्मण ंड,मप्रेरड़ंकपए ज़म करकप्रे तमक च ैन न पदाओगप्रे। म ैंनप्रेयप्रे सत्तर ंकपए भनी
छगोड़प्रे,अददालत भनी न जदाऊड।ँ,गदाजदाओ। अगर म ैंबदाह्मण ंड,ततोँ अपनप्रेपरप्रेड दगो ससौ ंकपए लप्रेकर
हदखदा दंडगदा!ं।ँ और तमक मप्रेरप्रेद्वदार पर आवगोगप्रेऔर ंदाथ बदाड।ँसंकर दगोगप्रे।

ददातदाददीन झल्लदायप्रे ंकए लसौट पड़प्रे। गगोबर अपननी जग ब ैठदा र ंदा। मगर ंगोरदी कप्रे
पप्रेट मभ संमदककी क्रदांत मचनी ंकई थनी। अगर ठदाककर यदा ब नयप्रेकप्रे ंकपए ंगोतप्रे,तगो उसप्रे
ज़्यदाददा धिचंतदा न ंगोतनी;लप्रेककन बदाह्मण कप्रे ंकपए! उसककीएक पदाई भनी दब गयनी,
तगो ड्डनी तगोड़कर नकलप्रेगनी। भगवदान णन करभ कक बदाह्मण कदा कगोप ककसनी पर
धिगरप्रे ।
बंस मभ कगोई धिचल्लड-भर पदाननी दप्रे नप्रेवदालदा,घर मभ हदयदा जलदानप्रेवदालदा भनी न ंनीं र तदा।
उसकदा संमद भनी,मन तस्त ंगो उठदा।

उसनप्रे दसौड़कर पंडडतजनी कप्रे चरण पकड़ सलयप्रे और आतद स्वर मभ -- मबगोलदादारदाज,
जब तक म ैंजनीतदा ंड,त।ँम मंक ंदारदी एक-एक पदाई चकदाऊड।ँगदा।ंक लड़कयों ककी बदातयों पर
मत जदाओ। मदामलदा तगो मदारप्रे -तम मंक ंदारप्रे बनीच मभ ंकआ ं ै। व कसौन ंगोतदा ं ै?

ददातदाददीन ज़रदा नरम पड़प्रे-- ज़रदा इसककी ज़बरदस्तनी दप्रे खगो,क तदा ं ै दगो ससौ ंकपए कप्रे
सत्तर लगो यदा अददालत जदाओ। अभनी अददालत ककी वदा न ंनींखदायनी ं ै,जभनी। एक बदार
ककसनी कप्रे पदालप्रेपड़ जदायगप्रे।ँड,तगो ककर य तदाव न र ंप्रेगदा। चदार हदन स र मभ क्यदा र
ंप्रे,तदानदासदा ंगो गयप्रे।

'म ैंतगो क तदा ंडम।ँ ंदारदाज, म ैंतम मंक ंदारदी एक-एक पदाई चकदाऊड।ँगदा।ंक'
'तगो कल सप्रे मदारप्रे य ंदाड।ँ कदाम करनप्रे आनदा ' पड़प्रेगदा।

'अपननी ऊख बगोनदा ं ै म ंदारदाज,न ंनींतम मंक ंदारदा ंनी कदाम करतदा।'

ददातदाददीन चलप्रे गयप्रे तगो गगोबर नप्रे तरस्कदार ककी आड।ँखयों सप्रे दप्रे खकर--गयप्रेक ंदा थप्रे
दप्रे वतदा कगो मनदानप्रे! तम मंक ंनींलगोगयों नप्रेतगो इन सबयों कदा समज़दाज बबगदाड़ हदयदा ं ै।
तनीस ंकपए हदयप्रे,अब दगो ससौ ंकपए लप्रेगदा,और डदाड।ँट ऊपर सप्रेबतदायप्रेगदा और
तमसप्रेकमजरदीड करदायप्रेगदा और कदाम करदातप्रे-करदातप्रे मदार डदालप्रेगदा !'

ंगोरदी नप्रे अपनप्रे ववचदार मभ सत्य कदा पक्ष लप्रेकर-- कननीदा त ंदाथ सप्रे न छगोड़नदा चदाह ए
बप्रेटदा;अपननी-अपननी करननी अपनप्रे सदाथ ं ै। मनप्रे श्जस ब्यदाज पर कपए सलए, व तगो दप्रे नप्रे
ंनी पड़भगप्रे। ककर बदाह्मण ठ रप्रे । इनकदा प ैसदा ?मभ ऐसदा पचप्रेगदा मदाल तगो इन म ंनीं लगोगयों कगो
पचतदा ं ै।

गगोबर नप्रे त्यगोररयदाड।ँ चढ़दाईं-- ननी त छगोड़नप्रे कगो कसौन क र ंदा ं ै। और कसौन क
ंदा ं ै कक बदाह्मण कदा प ैसदा दबदा ?लगोम ैंतगो य ंनी क तदा ंडकक।ँ इतनदा सद ड न ंनीं
दभ ग। बंकवदालप्रेबदार आनप्रेसद ड लप्रेतप्रे ं ैं। तमक एक ंकपए लप्रेलगो। और क्यदा ककसनी कगो
लटड लगोगप्रे?

'उनकदा रगोयदाड।ँजगो दखनीक ंगोगदा?'

' ंकआ करप्रे । उनकप्रे दखनीक ंगोनप्रे कप्रे डर सप्रे म बबल क्ययों ?'खगोदभ

'बप्रेटदा,जब तक म ैंजनीतदा ंड,म।ँझप्रेअ


क पनप्रेरदास्तप्रेचलनप्रेदगो। जब म ैंमर जदाऊड।ँ,तगो तम मंक
ंदारदी जगो इच्छदा ंगो व करनदा।'

'तगो ककर तम मंक ंनींदप्रेनदा। म ैंतगो अपनप्रे ंदाथयों अपनप्रेपदाड।ँव मभ ककल म ंदाड़नी न मदाडड।ँगदा। मप्रेरदा
धगदापन थदा कक तम मंक ंदारप्रे बनीच मभ बगोलदा -- तमनप्रेकखदायदा ं ै,तकम भरगो। म ैंक्ययों
अपननी जदान दंड?'ं।ँ

क तदा ंकआ गगोबर भनीतर चलदा गयदा। झकनयदा नप्रेपछदाड -- आज सबप्रेरप्रे-सबप्रेरप्रे ददाददा सप्रे
क्ययों उलझ पड़प्रे?
गगोबर नप्रेसदारदा वत्तदांत ृ क सनदायदाक और अंत मभ बगोलदा -- इनकप्रे ऊपर ररन कदा बगोझ
इसनी तर बढ़तदा जदायगदा। म ैंक ंदाडत ।ँ क भ।ँग
ड दा? उन म ंयोंनप्रे कमदा-कमदाकर दसरयोंंड कदा
घर भरदा ं ै। म ैंक्ययों उनककी खगोददी ंकई खंदक मभ धिग।ँड?इन म ंयोंनप्रेमझसप्रेकपछकरू करज़
न ंनींसलयदा। न मप्रेरप्रेसलए सलयदा। म ैंउसकदा दप्रे नददार न ंनीं ंड।ं।ँ

सउर मणखययोंंक मभ गगोबर कगो ननीचदा हदखदानप्रेकप्रे सलए षडयंत रचदा जदा र ंदा थदा। य
लगौंडदा सशकं जप्रे मभ न कसदा, तगोगयदागदाड।ँव मभ सअमद मचदा दप्रे गदा। प्यदादप्रे सप्रे फ़रज़नी गयदा ं ै
न,टप्रे ढ़प्रेतगो चलप्रेगदा ंनी। जदानप्रेक ंदाड।ँसप्रेइतनदा क़दानन
ड सनीख आयदा ं ै? क तदा
ं ै,ंकपए स ैकड़प्रेसद ड सप्रेबप्रेसनी न दंडगदा।ं।ँ लप्रेनदा ंगो तगो लगो, न ंनीं अददालत जदाओ। रदात
इसनप्रेसदारप्रे गदाड।ँव कप्रे लगौंडयों कगो बटगोरकर ककतनदा अनथदककयदा। लप्रेककन मणखययोंंक मभ
भनी ईष्यदाद ककी कमनी न थनी। सभनी अपनप्रे बरदाबरवदालयों कप्रे परर ंदास पर पसन्न थप्रे।

पटप्रे क वरदी और नगोखप्रेरदाम मभ बदातभ ंगो र ंनी थनीं।

पटप्रे क वरदी नप्रे क ंदा-- मगर सबयों कगो घर-घर ककी रत्तनी-रत्तनी कदा ंदाल मदालमड
ं ै।
णझंगरदीससंंक कगो तगो सबयों नप्रेऐसदा रगप्रेटदा कक ककछ न पछगो।ंड दगोनयों ठककरदाइनयों ककी
बदातभ सनक-सनकरु लगोग ंड।ँसनी कप्रे मदारप्रे लगोट गयप्रे।

नगोखप्रेरदाम नप्रे ठटदा मदारकर क --ंदा मगर नक़ल सच्चनी थनी। म ैंनप्रे कई बदार उनककी
छगोटदी बप्रेगम कगो द्वदार पर खड़प्रेलगौंडयों सप्रे ंड।ँसनी करतप्रेदप्रेखदा।

'और बड़नी रदाननी कदाजल और सभदरु और म ंदावर लगदाकर जवदान बननी र तनी ं ैं।'

'दगोनयों मभ रदात-हदन छड़नी र तनी ं ै। णझंगरदीक पक्कदा बप्रेयदा ं ै। कगोई दसरदाड ंगोतदा
तगो पदागल ंगो जदातदा।'

'सनदाक, तम मंक ंदारदी बड़नी भदनी नक़ल ककी। चमररयदा कप्रे घर मभ बंद करदाकप्रे वपटवदायदा।'

'म ैंतगो बचदा पर बक़दायदा लगदान कदा ददावदा करकप्रे ठठीक कर दंडगदा।ं।ँ व भनी क्यदा
यदाद करभ गप्रे कक ककसनी सप्रे पदालदा पड़दा' थदा।

'लगदान तगो उसनप्रेचकदाक हदयदा ं ै न?'


'लप्रेककन रसनीद तगो म ैंनप्रेन ंनींददी। सबतड क्यदा ं ैकक लगदान चकदाक हदयदा? और य ंदाड।ँ
कसौन ह सदाब-ककतदाब दप्रे खतदा ? ं ैआज ंनी प्यदाददा भप्रेजकर बलदातदाक
ंड।'ं।ँ

ंगोरदी और गगोबर दगोनयों ऊख बगोनप्रे कप्रे सलए खप्रेत सनींच र ंप्रे थप्रे। अबककी ऊख ककी खप्रेतनी ंगोनप्रे
ककी आशदा तगो थनी न , ंनींइससलए खप्रेत परतनी पड़दा ंकआ थदा। अब ब ैल आ गयप्रे ं ैं,तगो ऊख
क्ययों न बगोई जदाय! मगर दगोनयों ज ैसप्रेछत्तनीस बनप्रे ंकए थप्रे। न बगोलतप्रेथप्रे,
तदाकतप्रे थप्रे। ंगोरदी ब ैलयों कगो ंदाड।ँक र ंदा थदा और गगोबर मगोट लप्रे र ंदा थदा। सगोनदा और ंडपदा
दगोनयों खप्रेत मभ पदाननी दसौड़दा र ंनी थनीं कक उनमभ झगड़दा गो गयदा। वववदाद कदा
ववषय य थदा कक णझंगरदीससंंक कगो छगोटदी ठककरदाइन प लप्रेख़द क खदाकर प त कगो

णखलदातनी ं ैयदा प त कगो णखलदाकर तब ख़द क खदातनी ं ै। सगोनदा क तनी थनी, प लप्रे


व ख़द क खदातनी ं ै। ंडपदा कदा मत इसकप्रे प तकडल थदा।

ंडपदा नप्रे श्जर ककी-- अगर व प लप्रे खदातनी , तगो ै क्ययों मगोटदी न ंनीं ? ं ैठदाककर क्ययों
मगोटप्रे ? ं ैंअगर ठदाककर उन पर धिगर पड़भ,तगो ठककरदाइन वपस जदाय।ंड।ँ

सगोनदा नप्रे प तवदाद ककयदा-- तडसमझतनी ं ै,अच्छदा खदानप्रे सप्रे लगोग मगोटप्रे ंगो जदातप्रे ं ैं। अच्छदा
खदानप्रेसप्रेलगोग बलवदान ण ंगोतप्रे ं ैं,मगोटप्रे न ंनीं ंगोतप्रे। मगोटप्रे , ंगोतप्रेघदास-पदात ैं खदानप्रे सप्रे।

'तगो ठककरदाइन ठदाककर सप्रेबलवदान ं ै?'

'और क्यदा। अभनी उस हदन दगोनयों मभ लड़दाई ंकई, तगो ठककरदाइन नप्रेठदाककर कगो ऐसदा
ढकप्रेलदा कक उनकप्रे घटननप्रेकडट गयप्रे।'

'तगो तडभनी प लप्रेआप खदाकर तब जनीजदा कगो णखलदायप्रेगनी?'

'और क्यदा।'

'अम्मदाड।ँ तगो प लप्रे ददाददा कगो णखलदातनी' ं ैं।

'तभनी तगो जब दप्रे खगो तब ददाददा डदाड।ँट दप्रे तप्रे ं ैं। म ैंबलवदान ंगोकर अपनप्रेमरद कगो क़दाबड
मभ रखगनी।ंडं।ँ तप्रेरदा मरद तझप्रेकपनीटप्रे गदा, तप्रेरदी ड्डनी तगोड़कर रख दप्रे गदा।'

ंडपदा ंकआ।ँस
ड नी ंगोकर बगोलदी-- क्ययों पनीटप्रे गदा,म ैंमदार खदानप्रेकदा कदाम ंनी न क।ँड गनी।'
ककछ न सनप्रेगदा।ंक तनप्रेडज़रदा भनी ककछ क ंदा और व मदार चलप्रेगदा। मदारतप्रे-मदारतप्रे तप्रेरदी
खदाल सउप्रे ड़ लप्रेगदा।'

ंडपदा नप्रे बबगड़कर सगोनदा ककी सदाड़नी ददाड।ँतयों सप्रे संदाड़नप्रे ककी चप्रेष्टदा ककी। औरल असस
ंगोनप्रेपर चटककयदाड।ँंककदाटनप्रेलगनी।

सगोनदा नप्रे और धिचढ़दायदा-- व तप्रेरदी नदाक भनी कदाट लप्रेगदा।

इस पर ंडपदा नप्रेब न कगो ददाड।ँत सप्रेकदाट खदायदा। सगोनदा ककी बदाड।ँल ंकआ गयनी। उसनप्रे ंडपदा
कगो ज़गोर सप्रे ढकप्रे ल हदयदा। व धिगर पड़नी और उठकर रगोनप्रे लगनी। सगोनदा भनी ददाड।ँतयों कप्रे
नशदान दप्रे खकर रगो पड़नी। उन दगोनयों कदा धिचल्लदान सनकरु गगोबर ग़स्सप्रेकमभ भरदा ंकआ
आयदा और दगोनयों कगो दगो-दगो घसप्रेंडं।ँजड़ हदयप्रे। दगोनयों रगोतनी ई
क खप्रेत सप्रे नकलकर घर
चल ददीं। ससंचदाई कदा कदाम ंकक गयदा। इस पर वपतदा-तक मभ एक झड़प ंगो गयनी।

ंगोरदी नप्रेपछदाड -- पदाननी कसौन चलदायप्रेगदा? दसौड़प्रे-दसौड़प्रे गयप्रे,दगोनयों कगो भगदा आयप्रे। अब
जदाकर मनदा क्ययों न ंनीं लदातप्रे?

'तम मंक ंनींनप्रेइन सबयों कगो बबगदाड़ रखदा ं ै।'

'उस तर मदारनप्रेसप्रेऔर भनी नलदज्ज ंगो जदायगनी।ंड।ँ'

'दगो जनड खदानदा बन्द कर दगो, आप ठठीक ंगो जदाय।ंड।ँ'

'म ैंउनकदा बदाप ंड,क़सदाई न ंनीं ंड।'ं।ँ

पदाड।ँव मभ एक बदार ठगोकर लग जदानप्रे कप्रे बदाद ककसनी कदारण-बदारसप्रेठगोकरबदार लगतनी


और कभनी-कभनी अगठदाड।ँ पक जदातदा ं ैऔर म ंनीनयों कष्ट दप्रे तदा ं ै। वपतदा और
पतड कप्रे सददाव कगो आज उसनी तर ककी चगोट लग गयनी थनी और उस पर य तनीसरदी
चगोट पड़नी।

गगोबर नप्रेघर जदाकर झकनयदा कगो खप्रेत मभ पदाननी दप्रे नप्रेकप्रे सलए सदाथ सलयदा। झकनयदा बच्चप्रे
कगो लप्रेकर खप्रेत मभ गयनी। सं नयदा और उसककी दगोनयों बप्रेहटयदाड।ँकतनीर ंनीं।तदा मदाड।ँ
कगो भनी गगोबर ककी य उद् दं डतदा बरदीक लगतनी थनी। ंडपदा कगो मदारतदा तगो व बरदाक न
मदानतनी, मगर जवदान लड़ककी कगो मदारनदा, य उसकप्रे सलए असह्य थदा। आज ंनी रदात
कगो गगोबर नप्रे लखनऊ लसौट जदानप्रे कदा नकयच कर सलयदा। य ंदाड।ँ अब व न ंनीं र
सकतदा। जब घर मभ उसककी कगोई पछड न ंनीं ं ै, तगो व क्ययों र ंप्रे। व लप्रेन-दप्रे न कप्रे
मदामलप्रे मभ बगोल न ंनीं सकतदा। लड़ककययों कगो ज़रदा मदार हदयदा तगो लगोग ऐसप्रे जदामप्रे कप्रे
बदा र ंगो गयप्रे,मदानगो व बदा र कदा आदमनी ं ै। तगो इस सरदाय मभ व न र ंप्रेगदा।
दगोनयों भगोजन करकप्रे बदा र आयप्रे थप्रे कक नगोखप्रेरदाम कप्रे प्यदादप्रे नप्रे आकर--चलगोक , ंदा
कदाररं ददा सदा ब नप्रेबलदायदाक ं ै।

ंगोरदी नप्रे गवद सप्रे क-- ंदारदात कगो क्ययों बलदातप्रेक ं ैं,म ैंतगो बदाक़की दप्रे चकदाक ंड।ं।ँ

प्यदाददा बगोलदा -- मझप्रेकतगो तम मंक ंभबलदानप्रेककदा ंकक्म समलदा ं ै। जगो ककछ अरज
करनदा ंगो, व ंनीं चलकर करनदा।

ंगोरदी ककी इच्छदा न थनी, मगर जदानदा पड़दा; गगोबर ववरकम त-सदा ब ैठदा र ंदा। सआ घंटप्रे मभ
ंगोरदी लसौटदा और धिचलम भर कर पनीनप्रे लगदा।

अब गगोबर सप्रेन र ंदा गयदा। पछदाड -- ककस मतलब सप्रेबलदायदाक थदा?

ंगोरदी नप्रेभरदादई ंकई आवदाज़ मभ क ंदा -- म ैंनप्रे -पदाई लगदान चकदाक हदयदा। व क तप्रे
ं ैं,तम मंक ंदारप्रे ऊपर दगो सदाल ककी बदाक़की ं ै। अभनी उस हदन म ैंनप्रेऊख बप्रेचनी, पचनीस
ंकपए
ंनीं उनकगो दप्रे हदयप्रे,और आज व दगो सदाल कदा बदाक़की नकदालतप्रे ं ैं। म ैंनप्रे क हदयदा,
म ैंएक संप्रेलदा न दंडगदा।ं।ँ

गगोबर नप्रेपछदाड -- तम मंक ंदारप्रे पदास रसनीद ंगोगनी?


तगो

'रसनीद क ंदाड।ँ दप्रे तप्रे?' ं ैं

'तगो तमक बबनदा रसनीद सलए ंकपए दप्रे तप्रे ंनी ंगो?'
क्ययों
'म ैं क्यदा जदानतदा ,थदाव
ं ै। तमनप्रेकरदात कगो
उनककी लगोग बप्रेईमदाननी करभ ग। य सब तम मंक ंदारदी करननी कदा संल
ंड।ँसनी उड़दाई, यउसनी कदा दं ड ं ै। पदाननी मभ र कर मगर
सप्रेब ैर न ंनींककयदा जदातदा। सद ड लगदाकर सत्तर ंकपए बदाक़की नकदाल हदयप्रे। यप्रे
ककसकप्रे घर सप्रे आयभगप्रे?'

गगोबर नप्रेअपननी सफ़दाई दप्रे तप्रे ंकए क ंदा -- तमनप्रेकरसनीद लप्रेलदी ंगोतनी तगो म ैंलदाख उनककी
ंड।ँसनी उड़दातदा, तम मंक ंदारदा बदाल भनी बदाड।ँकदा न कर सकतप्रे। मप्रेरदी समझ मभ न ंनीं आतदा
कक लप्रेन-दप्रे न मभ तमक सदाववदाननी सप्रेक्ययों कदाम न ंनींलप्रेतप्रे। ययों रसनीद न ंनींदप्रेतप्रे,
तगो डदाक सप्रे ंकपयदा भप्रेजगो। य ंनी तगो ंगोगदा,एककदा ंकपयदा म सलड पड़ जदायगदा।
इस तर ककी संदाड।ँसंलदी तगो न ंगोगनी।

'तमनप्रेकय आग न लगदाई ंगोतनी, तगो ककछ न ंगोतदा। अब तगो सभनी मणखयदाक बबगड़प्रे
ंकए ं ैं। बप्रेदख़लदी ककी संमककी दप्रे र ,ंप्रेद ैवज
ैं दानप्रे क ै सप्रे बप्रेड़दा पदार 'लगप्रेगदा!

'म ैंजदाकर उनसप्रेपछतदाड ंड।''ं।ँतकम जदाकर और आग लगदा दगोगप्रे।'

'अगर आग लगदाननी पड़प्रेगनी,तगो आग भनी लगदा दंडगदा।ं।ँ व बप्रेदख़लदी करतप्रे ं ैं,करभ । म ैं


उनकप्रे ंदाथ मभ गंगदाजलदी रखकर अददालत मभ क़सम णखलदाऊड।ँगदा। तमक दमक दबदाकर ब ैठप्रेर
ंगो। म ैंइसकप्रे पनीछप्रे जदान लड़दा दंडगदा।ं।ँ म ैंककसनी कदा एक प ैसदा दबदानदा न ंनीं चदा तदा, न
अपनदा एक प ैसदा खगोनदा चदा तदा ंड।'ं।ँ

उसनी वक़्त उठदा और नगोखप्रेरदाम ककी चसौपदाल मभ जदा प ंकड।ँचदा। दप्रे खदा तगो सभनी
मणखयदाक लगोगयों कदा क ैबबनप्रेट ब ैठदा ंकआ ं ै। गगोबर कगो दप्रे खकर सब कप्रे सब ंगो
सतकद गयप्रे। वदातदावरण मभ यंतषड ककी-सनी कंठदाक भरदी ंकई थनी।

गगोबर नप्रेउत्तप्रेश्जत कंठ सप्रेपछदाड -- य क्यदा बदात ं ै कदाररं ददा सदा , ककब आपकगो
ददाददा नप्रे ंदाल तक कदा लगदान चकतदाक कर हदयदा और आप अभनी दगो सदाल ककी
बदाक़की नकदाल र ंप्रे ं ैं। य क ै सदा गगोलमदाल? ं ै

नगोखप्रेरदाम नप्रेमसनद पर लप्रेटकर रगोब हदखदातप्रे ंकए क ंदा -- जब तक ंगोरदी ं ै,म ैं


तमसप्रेकलप्रेन-दप्रे न ककी कगोई बदातचनीत न ंनीं करनदा चदा तदा।

गगोबर नप्रे आ त स्वर मभ क-- ंदातगो म ैंघर मभ ककछ न ंनीं ंड?ं।ँ

'तमक अपनप्रेघर मभ सब ककछ ंगोगप्रे। य ंदाडत


।ँ मक ककछ न ंनीं ंगो।'
'अच्छठी बदात ं ै,आप बप्रेदख़लदी ददायर ककीश्जए। म ैंअददालत मभ तमक सप्रेगंगदाजलदी
उठदाकर ंकपए दंडगदा।ँ; इसनी गदाड।ँव सप्रेएक ससौ स ंदादतभ हदलदाकर सदाबबत कर दंडगदा।ँ
कक तमक रसनीद न ंनींदप्रेतप्रे। ससनीप्रे-ससदाप्रे ककसदान , क ैंंकछ बगोलतप्रेन ंनीं,तगो
तमनप्रेकसमझ सलयदा कक सब कदाठ कप्रे उल्लड ं ैं। रदाय सदा ब व ंनींर तप्रे ं ैं,ज
ंदाड।ँमर ैं तदा ंड।ं।ँगदाड।ँव
कप्रे सब लगोग उन म ंभ ंसौवदा समझतप्रे, म ैंंयोंगप्रे न ंनीं समझतदा। रत्तनी- ंदाल क ंडगदा।ँ
और दप्रे खगदांडं।ँ तमक क ैसप्रेमझक सप्रेदगोबदारदा कपए वसलड कर लप्रेतप्रे ंगो।'

उसककी वदाणनी मभ सत्य कदा बल थदा। डरपगोक पदाणणययों मभ सत्य भनी गंडगदा।ँ ंगो जदातदा
ं ै। व ंनी सनीमभ ट जगो ईट पर चढ़कर पत्थर ंगो जदातदा,समटदी ै पर चढ़दा हदयदा जदाय,
तगो समटदी ंगो जदायगदा। गगोबर ककी नभनीक स्पष्टवदाहदतदा नप्रे उस अननीत कप्रे बख़्तर
कगो बबप्रे डदालदा श्जससप्रेसश्ज्जत ंगोकर नगोखप्रेरदाम ककी दबदलक आत्मदा अपनप्रेकगो
शश्क्तमदान णसमझ र ंनी थनी।

नगोखप्रेरदाम नप्रेज ैसप्रेककछ यदाद करनप्रेकदा पयदास करकप्रे क ंदा -- तमक इतनदा गमदक्ययों
र ंप्रे , ंगोइसमभ गमद ंगोनप्रे ककी कसौन बदात ं ै। अगर ंगोरदी नप्रे ंकपए, तगोहदयप्रेक ंनीं-ं ैं
न-क ंनींतगो टदाड।ँक गयप्रे ंयोंगप्रे। म ैंकल कदाग़ज़ नकदालकर दप्रे खगदा।ंडं।ँ अब मझप्रेकककछ-ककछ
यदाद आ र ंदा ं ैकक शदायद ंगोरदी नप्रेकपए हदयप्रेथप्रे। तमक नसदाख़दा तर र ंप्रे; अगर ंकपए
य ंदाड।ँ आ गयप्रे,तगो ं ैंक ंनींजदा न ंनींसकतप्रे। तमक थगोड़प्रे-सप्रेकपयप्रेकप्रे सलए झठड
थगोड़प्रे ंनी बगोलगोगप्रे और न म ैं ंनी इन ंकपययों सप्रे संगोननीजदाऊड।ँ गदा।

गगोबर नप्रे चसौपदाल सप्रे आकर ंगोरदी कगो ऐसदा लथदाड़दा कक बप्रेचदारदा स्वदाथद-भनी,बढ़दाड
ंकआ।ँस
ड दा ंगो गयदा-- तमक तगो बच्चयों सप्रेभनी गयप्रे-बनीतप्रे ंगो जगो बबल्लदी ककी म्यदाऊड।ँ सनकरु
धिचल्लदा उठतप्रे ं ैं। क ंदाड।ँ-क ंदाडत
।ँ म मंक ंदारदी रच्छदा करतदा कक।ँड गदा। म ैंतम मंक ंभसत्तर
ंकपए हदयप्रेजदातदा ंड।ं।ँददातदाददीन लप्रेतगो दप्रे कर भरपदाई सलखदा दप्रे नदा। इसकप्रे ऊपर तमनप्रेक
एक प ैसदा भनी हदयदा तगो ककर मझसप्रेकएक प ैसदा भनी न पदाओगप्रे। म ैंपरदप्रे श मभ इससलए
न ंनींपड़दा ंडकक।ँ तमक अपनप्रेकगो लटवदातप्रेकर ंगो और म ैंकमदाकर भरतदा र ंड,ं।ँ म ैं कल
चलदा जदाऊड।ँ;लप्रेककनगदा इतनदा क ंप्रेदप्रेतदा ंड,ककसनीभीँ सप्रे एक प ैसदा सउदार मत लप्रेनदा और
ककसनीकगो ककछ मत दप्रे नदा। म।ँग
ड , दलदारदीक, ददातदाददीन -- सभनी सप्रे एक ंकपयदा स ैकड़प्रेसद ड
करदानदा ंगोगदा।
नयदा भनी खदानदा खदाकर बदा र नकल आयनी। बगोलदी -- अभनी क्ययों जदातप्रे ंगो बप्रेटदा, दगो-
चदार हदन और र कर ऊख ककी बगोननी करदा लगो और ककछ लप्रेन-दप्रे न कदा ह सदाब भनी
ठठीक कर लगो, तगो जदानदा।

गगोबर नप्रेशदान जमदातप्रे ंकए क ंदा -- मप्रेरदा दगो-तनीन ंकपए रगोज़ कदा घदाटदा ंगो र ंदा ं ै,
भनी समझतनी ंगो! य ंदाड।ँमब
ैं ंकत-ब ंकत तगो चदार आनप्रेककी मजरदीड ंनी तगो करतदा
ंड।ं।ँऔर अबककी म ैंझकनयदा कगो भनी लप्रेतदा जदाऊड।ँगदा। व ंदाड।ँमझप्रेकखदानप्रे-पनीनप्रे ककी बड़नी
तकलदीफ़ ंगोतनी ं ै।

सं नयदा नप्रे डरतप्रे-डरतप्रे क ंदा-- ज ैसनी तम मंक ंदारदी इच्छदा; लप्रेककन व ंदाड।ँव क ै सप्रे अकप्रे
लप्रे घर स।ँभ
ड दालप्रेगनी, क ै सप्रे बच्चप्रे ककी -दप्रे खभदाल करप्रे गनी?'

'अब बच्चप्रेकगो दप्रे खंडकक।ँ अपनदा सभनीतदाक दप्रे ख,ंडम।ँझसप्रेकचल मंड ंदा न ंनींसंंडकदा।ँ जदातदा।'

'लप्रे जदानप्रे कगो म ैं न ंनीं , रगोकतनीलप्रेककन परदप्रे श मभ - बच्चयोंबदाल कप्रे सदाथ र नदा,न
कगोई आगप्रे न पनीछप्रे ;सगोचगो ककतनदा झंझट 'ं ै।

'परदप्रे श मभ -संगनीसदाथ नकल ंनी आतप्रे ं ैं अम्मदाड।ँ और य तगो स्वदारथ कदा संसदार ं ै। श्जसकप्रे
सदाथ चदार प ैसप्रे ग़म खदाओ व ंनी अपनदा। ख़दालदी ंदाथ तगो-बदापमदाड।ँभनी न ंनींपछतप्रे।ंड'

नयदा कटदाक्ष समझ गयनी। उसकप्रे ससर सप्रे पदाड।ँव तक आग लग गयनी। बगोलदी

-- मदाड।ँ-बप कगो भनी तमनप्रेकउन म ंनींप ैसप्रेकप्रे यदारयों मभ समझ सलयदा? 'आड।ँखयोंदप्रेख र

ंदा ंड।'ं।ँ

'न ंनीं दप्रे ख र ंप्रे; मदाड।ँंगो-बप कदा मन इतनदा नठकर न ंनीं ंगोतदा। ंदाड।ँ,लड़कप्रे अलबत्तदा
ज ंदाड।ँ चदार प ैसप्रे कमदानप्रे लगप्रे-बदापकक सप्रेमदाड।ँआ।ँख
ड भ संप्रे र लदीं। इसनी गदाड।ँव-दगो मभ एक
ंनीं,दस-बनीस परतगोख दप्रे दंड।ं।ँमदाड।ँ-बदाप करज़-कवदाम लप्रेतप्रे, ककसकप्रे ैं सलए? लड़कप्रे-
लड़ककययों ंनी कप्रे सलए कक अपनप्रेभगोग-ववलदास कप्रे सलए।'

'क्यदा जदानप्रेतमनप्रेकककसकप्रे सलए करज़ सलयदा? म ैंनप्रे तगो एक प ैसदा भनी न ंनीं ' जदानदा।
'बबनदा पदालप्रे ंनी इतनप्रे बड़प्रे ंगो ?'गयप्रे

'पदालनप्रेमभतम मंक ंदारदा लगदा क्यदा? जब तक बच्चदा थदा, दद ड वपलदा हदयदा। ककर
लदावदाररस ककी तर छगोड़ हदयदा। जगो सबनप्रे खदायदा,व ड़ मनसखययय। मसरससलए दस न य आतय
थदा, मक्खन न ंनींब।ँसड ंदा थदा। और तमक भनी चदा ंगो, और ददाददा भनी चदा तप्रे ं ैं कक म ैं
तनी
सदारदा करज़दा चकदाऊड।ँंक,लगदान दंड,ं।ँलड़ककययों कदा क।ँड ।ज ैसप्रेमप्रेरदी श्ज़ंदगनी तम मंक ंदारदा
ब्यदा
दप्रे नदा भरनप्रे ंनी कप्रे सलए ं ै। मप्रेरप्रे भनी -
बच्चप्रेतगोबदाल?'ं ैं
सं नयदा सन्नदाटप्रे मभ आ गयनी। एक ंनी क्षण मभ जनीवनउसकप्रे कदा मद स्वप्न ज ैसप्रे
ं ृक
टडट गयदा। अब तक व मन मभपसन्न थनी कक अब उसकदा दछःखक-दररद सब दरू ंगो
गयदा। जब सप्रेगगोबर घर आयदा उसकप्रे मखक पर ंदास ककी एक छटदा णखलदी र
तनी
थनी। उसककी वदाणनी मभ मदृतदाक और व्यव ंदारयों मभ उददारतदा आ गयनी। भगवदान णनप्रेउस
पर दयदा ककी ं ै,तगो उसप्रेससर झकदाकरु चलनदा चदाह ए। भनीतर ककी शदां त बदा र
ससौजन्य बन गयनी थनी। यप्रेशब्द तपतप्रे ंकए बदालडककी तर हृदय पर पड़प्रेऔर चनप्रे ककी

भदाड।ँत सदारप्रे अरमदान झलसक गयप्रे। उसकदा सदारदा घमंड चरू-चडर ंगो गयदा। इतनदा

सनक लप्रेनप्रेकप्रे बदाद अब जनीवन मभ क्यदा रस र गयदा। श्जस नसौकदा पर ब ैठकर इस


जनीवन-सदागर कगो पदार करनदा चदा तनी थनी, व टडट गयनी, तगो ककस सखक कप्रे सलए
श्जयप्रे! लप्रेककन न ंनीं। उसकदा गगोबर इतनदा स्वदाथनी न ंनीं ं ै। उसनप्रे कभनी मदाड।ँ ककी बदात कदा

जवदाब न ंनीं हदयदा,कभनी ककसनी बदात कप्रे सलए श्ज़द न ंनींककी। जगो ककछ ंडखदा-सखदाड समल
गयदा, व ंनी खदा लप्रेतदा थदा। व ंनी भगोलदा-भदालदा शनील-स्नप्रे कदा पतलदाक आज क्ययों ऐसनी हदल

तगोड़नप्रेवदालदीबदातभ कर र ंदा? उसककी ै इच्छदा कप्रे वववक तगो ककसनी नप्रे ककछ न ंनींक ंदा। मदाड।ँ-बदाप

दगोनयों ंनी उसकदा म।ँं


ड कजगो तप्रेर तप्रे ं ैं। उसनप्रेख़द क ंनी लप्रेन-

दप्रे न ककी बदात चलदायनी;न ंनींउससप्रेकसौन क तदा ं ैकक तम


क दाड।ँ-बदाप कदा दप्रे नदा चकदा।ंक मदाड।ँ-
बप कप्रे सलए य ंनी क्यदा कम सखक ं ैकक व इज़्ज़त-आबड कप्रे सदाथ भलप्रेमदानसयों
ककी तर कमदातदा-खदातदा ं ै। उससप्रेककछ ंगो सकप्रे, तगो मदाड।ँ-बदाप ककी मदद कर दप्रे । न ंनीं
ंगो सकतदा तगो -मबंदांड।ँप उसकदा गलदा न दबदायभग। झकनयदा कगो लप्रेजदानदा चदा तदा
ं ै,ख़शनीक सप्रेलप्रेजदाय। सं नयदा नप्रेतगो कप्रेवल उसककी भलदाई कप्रे ख़यदाल सप्रे
ंदा थदा कक झन
क यदा कगो व दाड।ँलप्रेजदानप्रेमभउसप्रेश्जतनदा आरदाम समलप्रेगदा उससप्रे क ंनीं ज़्यदाददा
झंझट बढ़ जदायगदा। उसमभ -ऐसनीकसौन-सनी लगनप्रेवदालदी बदात थनी कक व इतनदा
बबगड़ उठदा। ंगो न ंगो, य आग झन
क यदा नप्रेलगदाई ं ै। व ंनी ब ैठप्रे-ब ैठप्रे उसप्रे मंतर पढ़दा
ंनी ं ै। य ंदाड।ँ ससौक-ससंगदार करनप्रे कगो न ंनीं समलतदा;घर कदा ककछ न ककछ कदाम
भनी करनदा ंनी पड़तदा ं ै। व ंदाड।ँ ंक-प ैसप्रेए ंदाथ मभ गप्रेआयभ,मज़प्रे सप्रे धिचकनदा खदायगनी,
धिचकनदा प नप्रेगनी और टदाड।ँग सं ै लदाकर सगोयप्रेगनी। दगो आदसमययों ककी रगोटदी पकदानप्रे मभ कम लगतदा
ं ै,व ंदाडत
।ँ गो प ैसदा चदाह ए। सनदाक, बदाज़दार मभ पककी-पकदाई रगोहटयदाड।ँ समल जदातनी ं ैं। य सदारदा
उपदव उसनी नप्रे खड़दा ककयदा,स ं ैर मभ ककछ हदन र भनी चककीक ं ै।
ंदाड।ँ कदा ददानदा-पननी म।ँं
ड कलगदा ंकआ ं ै। य ंदाड।ँकगोई पछतदाड न थदा। य भयोंद ंडसमल
गयदा। इसप्रे संदाड।ँस सलयदा। जब य ंदाड।ँ पदाडच
।ँ म ंनीनप्रे कदा पप्रेट लप्रेकर,तब क ैआयनीसनी थनी
म्यदाड।ँव-म्यदाड।ँव करतनी थनी। तब य ंदाड।ँ सरन न समलदी, तगोतनीआज क ंनीं भनीख
मदाड।ँगतनी ंगोतनी। य उसनी नप्रेककी कदा बदलदा ं ै! इसनी चड़ ैलक कप्रे पनीछप्रे डदाड।ँड़ दप्रे नदा पड़दा,
बबरदादरदी मभ बदनदामनी ंकई, खप्रेतनी टडट गयनी, सदारदी दगदतक ंगो गयनी। और आज य
चड़ ैलक श्जस पत्तल मभ खदातनी ं ैउसनी मभ छप्रेद कर र ंनी ं ै। प ैसप्रेदप्रेखप्रे,तगो आड।ँख ंगो
गयनी। तभनी ऐंठठी-ऐंठठी ककरतनी ं ै समज़दाज न ंनीं समलतदा। आज लड़कदा चदार प ैसप्रे
कमदानप्रेलगदा ं ैन। इतनप्रेहदनयों बदात न ंनींपछठीड, तगो सदास कदा पदाड।ँव दबदानप्रे कप्रे सलए
तप्रेल सलए दसौड़तनी थनी। डदाइन उसकप्रे जनीवन ककी नधधि कगो उसकप्रे ंदाथ सप्रे छठीन लप्रेनदा
चदा तनी ं ै।

दणखतक स्वर मभ बगोलदी -- य मंतर तम मंक ंभकसौन दप्रे र ंदा ं ैबप्रेटदा, तमक तगो ऐसप्रेन थप्रे।
मदाड।ँ-बप तम मंक ंदारप्रे ंनी ं ैं,ब नभ तम मंक ंदारदी ंनी ं ैं,घर तम मंक ंदारदा ंनी ं ै। य ंदाडब
।ँ दा र
कदा कसौन ं ै। और मक्यदा ब ंकत हदन ब ैठप्रे र ंभग? घर ककी मरज़दाद बनदायप्रे र
ंगोगप्रे,तगो तम मंक ंनीं कगो सखक ंगोगदा। आदमनी घरवदालयों ंनी कप्रे सलए संन कमदातदा
ं ैकक और ककसनी कप्रे सलए? अपनदा पप्रेट तगो सअरु भनी पदाल लप्रेतदा ं ै। म ैंन
जदानतनी थनी, झकनयदा नदाधिगन बनकर मनी कगो डसप्रेगनी।

गगोबर नप्रे तनककर क ंदा-- अम्मदाड।ँ,नदाददान न ंनीं ंडकक।ँ झकनयदा मझप्रेकमन्तर


पढ़दायप्रेगनी। तमक उसप्रेनदा क़ कगोस र ंनी ंगो। तम मंक ंदारदी धिगरस्तनी कदा सदारदा बगोझ
म ैंन ंनीं उठदा सकतदा। मझक सप्रेजगो ककछ ंगो सकप्रेगदा, तम मंक ंदारदी मदद कर दंडगदा।ँ;
लप्रेककन अपनप्रे पदाड।ँवयों मभ बप्रेडड़यदाड।ँ न ंनीं डदाल सकतदा।

झन
क यदा भनी कगोठरदी सप्रे नकलकर बगोलदी -- अम्मदाड।ँ,जलदाक ंप्रेकदा ग़स्सदाक डदाढ़दी पर न
उतदारप्रे । कगोई बच्चदा न ंनीं ं ैकक उन म ंभसंगोड़ लंडगनी।ं।ँ अपनदा-अपनदा भलदा-बरदाक सब
समझतप्रे ं ैं। आदमनी इसनीसलए न नीं जन्म लप्रेतदा कक सदारदी उम्र तपस्यदा करतदा, र ंप्रे
और एक हदन ख़दालदी ंदाथ मर जदाय। सब श्ज़ंदगनी कदा ककछ सखक चदा तप्रे ं ैं,सब ककी
लदालसदा ंगोतनी ं ै कक ंदाथ मभ चदार प ैसप्रे ंयों।
नयदा नप्रे ददाड।ँत पनीस कर क-- ंदाअच्छदा झन क यदा, ब ंकत जदान न बघदार। अब तडभनी
अपनदा भलदा-बरदाक सगोचनप्रेयगोग ंगो गयनी ं ै। जब य ंदाड।ँआकर मप्रेरप्रेप ैरयों पर ससर रक्खप्रे
रगो र ंनी थनी, तब अपनदा भलदा-बरदाक न ंनींसझदाड थदा? उस घड़नी म भनी अपनदा भलदा-
बरदाक
सगोचनप्रे लगतप्रे,तगो आज तप्रेरदा क ंनीं पतदा न ंगोतदा। इसकप्रेद बदासंगदाम छड़ गयदा।
तदानप्रे-मप्रे नप्रे,गदालदी-गलसौज, थक्कदाक-फ़जनी त, कगोई बदात न बचनी।

गगोबर भनी बनीच-बनीच मभ डंक मदारतदा जदातदा थदा। ंगोरदी बरसौठप्रे मभ ब ैठदा सब ककछ सनक
ंदा थदा। सगोनदा और ंडपदा आड।ँगन मभ ससर झकदायप्रेकखड़नी थनीं;दलदारदीक, पकनयदा और कई
श्स्तयदाड।ँ बनीच-चदाव करनप्रेआ प ंकड।ँचनी थनीं। गरजन कप्रे बनीच मभ कभनी-ंनी बंडदभभीँभनी धिगर
जदातनी थनीं। दगोनयों ंनी अपनप्रे-अपनप्रे भदाग्य कगो रगो र ंनी थनीं। दगोनयों ंनी ईकर वकगो कगोस
र ंनी थनीं,और दगोनयों अपननी-अपननी नदगोवषदतदा ससस कर क ंनी थनीं। झन
क यदा गड़प्रे
मदप्रे उ
क खदाड़ र ंनी थनी। आज उसप्रे ंनीरदा और शगोभदा सप्रेववशप्रेष स ंदानभत
कड ंगो गयनी थनी,
श्जन म ंभ संयदान नप्रे क ंनीं कदा न रखदा थदा। सं नयदा ककी आज तक ककसनी सप्रे न
पटदी
थनी, तगो झकनयदा सप्रेक ैसप्रेपट सकतनी ं ै। सं नयदा अपननी सफ़दाई दप्रे नप्रेककी चप्रेष्टदा कर र
ंनी थनी; लप्रेककन न जदानप्रेक्यदा बदात थनी कक जनमत झन क यदा ककी ओर थदा। शदायद
इससलए कक झकनयदा संयम ंदाथ सप्रेन जदानप्रेदप्रेतनी थनी और सं नयदा आपप्रेसप्रेबदा र
थनी। शदायद इससलए कक झकनयदा अब कमदाऊ पंकष ककी स्तनी थनी और उसप्रे
पसन्न रखनप्रे मभ ज़्यदाददा मसल त थनी।

तब ंगोरदी नप्रे आड।ँगन मभ आकर-- कम ैंंदातप्रेरप्रेप ैरयों पड़तदा ंडसं।ँ नयदा, चपक र । मप्रेरप्रे
म।ँं
ड कमभकदासलख मत लगदा। ंदाड।ँ,अभनी मन न भरदा ंगो तगो और सन।ंक

नयदा संड।ँंककदार मदारकर सउर दसौड़नी -- तमक भनी मगोटदी डदाल पकड़नप्रे चलप्रे। म ैं ंनी दगोषनी ंड।ं।ँव
तगो मप्रेरप्रेऊपर संडल बरसदा र ंनी ं ै? संगदाम कदा क्षप्रेत बदल गयदा।

'जगो छगोटयों कप्रे म।ँं


ड कलगप्रे,व छगोटदा।'

सं नयदा ककस तकद सप्रेझकनयदा कगो छगोटदा मदान लप्रे?

ंगोरदी नप्रे व्यधिथत कं ठ सप्रे क-- ंदाअच्छदा व छगोटदी न ंनीं,बड़नी स ंनी। जगो आदमनी न ंनीं
नदा चदा तदा, क्यदा उसप्रे बदाड।ँसंकर रखप्रेगनी?मदाड।ँ-बदाप कदा संरम ं ै,लड़कप्रे कगो
पदालपगोसकर बड़दा कर दप्रे नदा। व म कर चकप्रे।ंक उनकप्रे ंदाथ-पदाड।ँव ंगो गयप्रे। अब तड
क्यदा चदा तनी ं ै,वप्रे ददानदा-चदारदा लदाकर णखलदायभ। -मबंदांड।ँपकदा संरम सगोल ंगो
आनदा
लड़कयों कप्रे सदाथ ं ै। लड़कयों कदा -मबंदांड।ँप कप्रे सदाथ एक आनदा भनी संरम न ंनीं ं ै।
जगो जदातदा ं ैउसप्रेअसनीस दप्रे कर बबददा कर दप्रे । मदारदा भगवदान णमदासलक ं ै। जगो ककछ
भगोगनदा बददा ं ै,भगोगभ गप्रे। चदालदीस सदात स ैंतदालदीस सदाल इसनी तर-संगोतप्रेरगोतप्रेकट गयप्रे। दस-
पदाड।ँच सदाल, व ैंभनी ययों ंनी कट जदायगप्रे।ंड।ँ

सउर गगोबर जदानप्रे ककी त ैयदारदी कर र ंदा थदा। इस घर कदा पदाननी भनी उसकप्रे सलए रदाम ं ै।
मदातदा ंगोकर जब उसप्रे ऐसनी-ऐसनी बदातभ क,तगोप्रे अब व उसकदा म।ँं
ड कभनी न दप्रे खप्रेगदा। दप्रे खतप्रे ंनी
दप्रे खतप्रेउसकदा बबस्तर ब।ँसड ं गयदा। झन
क यदा नप्रेभनी च।ँ द
ड रदीक प न लदी। मन्नकडभनी टगोप और
फ़म ंदाक प नकर रदाजदा बन गयदा।

ंगोरदी नप्रे आदद कं ठ सप्रे --क बप्रेटदा,तमसप्रेकककछ क नप्रेकदा म।ँं


ड त
क गो न ंनीं ं ै; लप्रेककन
कलप्रेजदा न ंनीं नतदा।मदा क्यदा ज़रदा जदाकर अपननी अभदाधिगननी मदातदा कप्रे पदाड।ँव छड
लगोगप्रे, तगो ककछ बरदाक ंगोगदा? श्जस मदातदा ककी कगोख सप्रे जनम सलयदा और श्जसकदा
रकम त पनीकर पलप्रे , ंगोउसकप्रे सदाथ इतनदा भनी न ंनीं कर सकतप्रे?

गगोबर नप्रेम।ँसड ंकप्रेरकर क ंदा -- म ैं उसप्रे अपननी मदातदा न ंनीं समझतदा।

ंगोरदी नप्रेआ।ँख
ड यों मभ आस।ँल
ड दाकर क ंदा -- ज ैसनी तम मंक ंदारदी इच्छदा। ज ंदाड।ँर ंगो, सखनीक र
ंगो।

झन
क यदा नप्रेसदास कप्रे पदास जदाकर उसकप्रे चरणयों कगो अंचल सप्रेछकआ। सं नयदा कप्रे म।ँं
ड क
सप्रे असनीस कदा एक शब्द भनी न नकलदा। उसनप्रे आड।ँख उठदाकर दप्रे खदा भनी न ंनीं।
गगोबर बदालक कगो गगोद मभ सलए आगप्रे-गप्रेथदा। झकनयदा बबस्तर बग़ल मभ दबदायप्रे
पनीछप्रे । एक चमदार कदा लड़कदासंदक़ड सलयप्रेथदा। गदाड।ँव कप्रे कई स्तनी-पंकष गगोबर कगो
प ंकड।ँचदानप्रेगदाड।ँव कप्रे बदा र तक आयप्रे। और सं नयदा ब ैठठी रगो र ंनी थनी, ज ैसप्रे कगोई उसकप्रे
हृदय कगो आरप्रे सप्रेचनीर र ंदा ंगो। उसकदा मदातत्व ृ उस घर कप्रे समदान ंगो र ंदा थदा,
श्जसमभ आग लग गयनी ंगो और सब ककछ भस्म ंगो गयदा ंगो। ब ैठकर रगोनप्रेकप्रे सलए
भनी स्थदान न बचदा ंगो।

***
22

सइर ककछ हदनयों सप्रेरदाय सदा ब ककी कन्यदा कप्रे वववदा ककी बदातचनीत ंगो र ंनी थनी।
उसकप्रे सदाथ ंनी एलप्रेक्शन भनी ससर पर आ प ंकड।ँचदा थदा; मगर इन सबयों सप्रे
आवकयक उन म ंभददीवदाननी मभ एक मक़दमदाक ददायर करनदा थदा श्जसककी कगोटद-फ़कीस ंनी
पचदास ज़दार ंगोतनी थनी, ऊपर कप्रे ख़चद अलग।

रदाय सदा ब कप्रे सदालप्रे जगो अपननी ररयदासत कप्रे एकमदात स्वदामनी, ऐनथप्रे जवदाननी मभ
मगोटर लड़ जदानप्रे कप्रे कदारण गत
ंगो गयप्रे, औरथप्रे रदाय सदा ब अपनप्रेकमदार पत ककी
ंक ंक
ओर सप्रेउस ररयदासत पर अधधिकदार पदानप्रेकप्रे सलए क़दाननड ककी शरण लप्रेनदा चदा तप्रे
थप्रे। उनकप्रे चचप्रेरप्रे सदालयों नप्रे ररयदासत पर कब्ज़दा जमदा सलयदा थदा और रदाय सदा ब कगो
उसमभ सप्रेकगोई ह स्सदा दप्रे नप्रेपर त ैयदार न थप्रे। रदाय सदा ब नप्रेब त चदा ंदा कक आपस
ंक
मभ समझसौतदा ंगो जदाय और उनकप्रे चचप्रेरप्रेसदालप्रेमदाकल गज़दारदा लप्रेकर ट जदायभ,य ंदाड।ँ
ंड ंक
तक कक व उस ररयदासत ककी सआनी आमदननी छगोड़नप्रे पर त ैयदार ; थप्रेमगर सदालयों नप्रे
ककसनी तर कदा समझसौतदा स्वनीकदार न ककयदा, और कप्रे वल लदाठठी कप्रे रज़गोसप्रे ररयदासत
मभ त सनील-वसलड शकड कर ददी। रदाय सदा ब कगो अददालत ककी शरण जदानप्रेकप्रे ससवदा
कगोई मदागदन र ंदा। मक़दमप्रेकमभलदाखयों कदा ख़चदथदा; मगर ररयदासत भनी बनीस लदाख
सप्रे कम ककी जदायददाद न थनी। वककीलयों नप्रे नकयच ंडप सप्रे क हदयदा थदा कक आपककी
श तदयदा डडगनी ंगोगनी। ऐसदा मसौक़दा कसौन छगोड़ सकतदा थदा? मश्ककलक य ंनी थदा कक य
तनीनयों कदाम एक सदाथ आ पड़प्रे थप्रे और उन म ंभ ककसनी तर टदालदा न जदा सकतदा थदा।
कन्यदा ककी अवस्थदा १८ वषद ककी ंगो गयनी थनी और कप्रे वल ंदाथ मभ ंकपए न र नप्रे कदा
कदारण अब तक उसकदा वववदा टल जदातदा थदा। ख़चदकदा अनमदानक एक लदाख कदा
थदा। श्जसकप्रे पदास जदातप्रे,व ंनी बड़दा-सदा म।ँडंकखगोलतदा; मगर ंदाल मभ एक बड़दा अच्छदा
अवसर ंदाथ आ गयदा थदा।

क।ँड ंकवर हदश्ग्वजयससं ककी पत्ननी यक्ष्मदा ककी भभ ट ंगो चककीक थनी, और क।ँड ंकवर सदा ब
अपनप्रे उजड़प्रे घर कगो जल्द सप्रे जल्द बसदा लप्रेनदा चदा तप्रे थप्रे। ससौददा भनी वदारप्रे सप्रे तय गयदा और
क ंनीं सशकदार ंदाथ सप्रे नकल न जदाय,इससलए इसनी लग्न मभ वववदा
ंगोनदा परमदावकयक थदा। क।ँकड वर सदा ब दवदादसनदाओंंककप्रे भंडदार थप्रे। शरदाब, गदाड।ँजदा,अफ़कीम,

मदक, चरस, ऐसदा कगोई नशदा न थदा, जगो व न करतप्रे ंयों। और ऐयदाशनी तगो रईस ककी
शगोभदा ं ै। व रईस ंनी क्यदा,जगो ऐयदाश न ंगो। संन कदा उपभगोग और ककयदा ंनी क ै
सप्रे जदाय?मगर इन सब दगकणयोंंकद कप्रे ंगोतप्रे ंकए भनी व ऐसप्रेप तभदावदान णथप्रेकक
अच्छप्रे -अच्छप्रे ववद्वदान णउनकदा लगो ंदा मदानतप्रेथप्रे। संगनीत, नदाट्यकलदा, स्तरप्रे खदा,
ज्यगो तष, यगोग, लदाठठी, ककतनी, नशदानप्रेबदाज़नी आहद कलदाओं मभ अपनदा जगोड़ न रखतप्रे
ंक
थप्रे। इसकप्रे सदाथ ंनी बड़प्रे दबंग और नभनीक थप्रे।य रदाष मआन्दगोलनरदी मभ हदल
खगोलकर स यगोग दप्रे तप्रे ; थप्रेदाड।ँ,गकप्त ंडप सप्रे। अधधिकदाररययों सप्रे य बदात छपनी न थनी,
ककर भनी उनककी बड़नी प तष्ठदा थनी और सदाल मभ एक-दगो बदार गवनदर सदा ब भनी
उनकप्रे मप्रे मदान ंगो जदातप्रे थप्रे। और अभनी अवस्थदा- बत्तनीस सप्रे अधधिक न थनी
और स्वदास्थ्य तगो ऐसदा थदा कक अकप्रे लप्रे एक बकरदा खदाकर ज़म कर डदालतप्रे थप्रे।
रदाय सदा ब नप्रे समझदा,बबल्लदी कप्रे भदागयोंछठींकदा टडटदा। अभनी क।ँड ंकवर सदा ब षगोडशनी सप्रे

नवत्त भनी न ए थप्रेकक रदाय सदा ब नप्रेबदातचनीत शड कर ददी। क।ँड वर सदा ब कप्रे
ं ृ ंक ंक ंक
सलए वववदा कप्रे वल अपनदा पभदाव और शश्क्त बढ़दानप्रे कदा ससदान थदा। रदाय सदा ब
कगौंससल कप्रे मभ बर थप्रे;ययों भनी पभदावशदालदी थप्रे। रदाष म रदीय संगदाम मभ अपनप्रे त्यदाग कदा
पररचय दप्रे कर धशदा कप्रे पदात भनी बन चकप्रेक थप्रे। शदाददी तय ंगोनप्रेमभकगोई बबदादा न ंगो
सकतनी थनी। और व तय ंगो गयनी। र ंदा एलप्रेक्शन। य सगोनप्रेककी ंड।ँससयदा थनी, श्जसप्रे
न उगलतप्रे बनतदा थदा,न नगलतप्रे। अब तक व दगो बदार नवदादधिचत ंगो चकप्रेक थप्रे
और दगोनयों ंनी बदार उन पर एक-एक लदाख ककी चपत पड़नी थनी; मगर अबककी
एक
रदाजदा सदा ब उसनी इलदाक़प्रे सप्रे खड़प्रे ंगो गयप्रे थप्रे और डंकप्रे ककी चगोट ऐलदान कर हदयदा
थदा कक चदा ंप्रे र एक वगोटर कगो एक- ज़दार ंनी क्ययों न दप्रे नदा पड़प्रे,चदा ंप्रे पचदास
एक
लदाख ककी ररयदासत समटदी मभ समल जदाय;मगर रदाय अमरपदालससं कगो कगौंससल मभ न
जदानप्रेदंडगदा।ं।ँ और उन म ंभअधधिकदाररययों नप्रेअपननी स दायतदा कदा आश वदासनण भनी दप्रे हदयदा
थदा। रदाय सदा ब ववचदारशनील थप्रे,चतरु थप्रे,अपनदा नफ़दा-नक़सदानक समझतप्रेथप्रे;मगर
रदाजपतड थप्रे। और पगोतड़यों कप्रे रईस थप्रे। व चनसौतनीक पदाकर म ैददान सप्रेक ैसप्रे ट जदायड।ँ?
ययों उनसप्रेरदाजदा नप्रेआकर क ंदा ंगोतदा, भदाई सदा ब, आप तगो दगो
सयदपतदापससंंड बदार
कगौंससल मभ जदा चकप्रेक, अबककी मझप्रेकजदानप्रेददीश्जए, तगो शदायद रदाय सदा ब नप्रे उनकदा
स्वदागत ककयदा ंगोतदा। कगौंससल कदा अब उन म ंभ न ;थदालप्रेककन इस चकनसौतनी कप्रे
मगो
सदामनप्रे तदाल ठयोंकनप्रे कप्रे ससवदा और कगोई रदा ंनी न थनी। एक मसल त और भनी
थनी। समस्टर तंखदा नप्रे उन म ंभ सववकहदलदायदावदा थदा कक आप खड़प्रे ंगो जदाय,ंड।ँपनीछप्रे रदाजदा
सदा ब सप्रे एक लदाख ककी थ ैलदीलप्रेकर ब ैठ जदाइएगदा। उन म ंयोंनप्रे य ंदाड।ँ तक क ंदा थदा कक
रदाजदा सदा ब बड़नी ख़शनीक सप्रेएक लदाख दप्रे दभग; मप्रेरदी उनसप्रेबदातचनीत ंगो चककीक ं ै; पर अब
मदालमड ंकआ, रदाजदा सदा ब रदाय सदा ब कगो परदास्त करनप्रे कदा गसौरव न ंनीं छगोड़नदा चदा
तप्रेऔर इसकदा मख्यक कदारण थदा, रयय सय ब कक लड़कक कक शयदड़ कसम वर सय ब
सप्रे ठठीक दगो पभदावशदालदी घरदानयों कदा संयगोग व अपननी प तष्ठदाकप्रे सलए
नदा।ंगो
ंदा नकदारक समझतप्रे थप्रे।
सउर रदाय सदा ब कगो ससरदालदीक ज़दायददाद समलनप्रेककी भनी आशदा थनी। रदाजदा सदा ब कप्रे

प लडमभय कदाड।ँटदा भनी बरदीक तर खटक र ंदा थदा। क ंनींव ज़दायददाद इन म ंभसमल
गयनी -- और क़दाननड रदाय सदा ब कप्रे पक्ष मभ थदा ंनी तब तगो रदाजदा सदा ब कदा एक
--
प तद्वंददी खड़दा ंगो जदायगदा;इससलए उनकदा संमदथदा कक रदाय सदा ब कगो कचल डदालभ
ंक
और उनककी प तष्ठदा संलड मभ समलदा दभ । बप्रेचदारप्रे रदाय सदा ब बड़प्रेसंकट नभपड़ गयप्रे
थप्रे। उन म ंभ य संदप्रे ंगोनप्रे लगदा थदा कक कप्रे वल अपनदा मतलब नकदालनप्रे कप्रे
सलए
समस्टर तंखदा नप्रे उन मसंगोखदाभ हदयदा। य ख़बर समलदी थनी कक अब रदाजदा सदा ब कप्रे
प ैरगोकदार ंगो ं ैं। य रदाय सदा ब कप्रे घदाव पर नमक थदा। उन म ंयोंनप्रे कई बदार तंख
गयप्रे
कगो बलदायदाक थदा; मगर व यदा तगो घर पर समलतप्रे ंनी न थप्रे,यदा आनप्रे कदा वदाददा करकप्रे
भलड जदातप्रेथप्रे।
आणख़र आज ख़द क उनसप्रेसमलनप्रेकदा इरदाददा करकप्रे व उनकप्रे पदास जदा प ंड।ँचप्रे।
ंक
संयगोग सप्रे समस्टर तंखदा घर पर समल ; गयप्रेमर रदाय सदा ब कगो परप्रेड घंटप्रे-भर
उनककी पतनीक्षदा करननी पड़नी। य व ंनी समस्टर , जगो ैं रदाय सदा ब कप्रे द्वदार पर
तंखदा
एक बदार रगोज़ ंदाश्ज़रदी हदयदा करतप्रे थप्रे। आज इतनदा ंगो गयदा ं ै। जलप्रे ब ैठप्रे
समज़दाज
थप्रे। ज्ययों ंनी समस्टर तंखदा सजप्रे-सजदायप्रे,म।ँं
ड कमभससगदार दबदायप्रे कमरप्रे मभ आयप्रे और ंदाथ
बढ़दायदा कक रदाय सदा ब नप्रे बमगगोलदा छगोड़ हदयदा-- म ैं घंटप्रे-भरसप्रे य ंदाड।ँ ब ैठदा ंक आ
ंडऔर।ँ आप नकलतप्रे- नकलतप्रे अब नकलप्रे ं ैं। म ैं इसप्रे अपननी तसौ ंनीन समझतदा ंड!ं।ँ

समस्टर तंखदा नप्रे एक सगोफ़प्रे पर ब ैठकर तनश्कभदावचं ससप्रेआ।ँं


ड कउड़दातप्रे ंकए क ंदा --
मझप्रेइ
क सकदा खप्रेद ं ै। म ैंएक ज़रड दी कदाम मभ लगदा थदा। आपकगो फ़गोन करकप्रे मझसप्रेक
समय ठठीक कर लप्रेनदा चदाह ए थदा।

आग मभ घनी पड़ गयदा;मगर रदाय सदा ब नप्रे कक्रगो कगो दबदायदा। व लड़नप्रे न आयप्रे थप्रे।
इस अपमदान कगो पनी जदानप्रे कदा ंनी अवसर थदा।
बगोलप्रे-- ंदाड।ँ,य गलतनी ंकई। आजकल आपकगो ब त
क कम फ़करसत र तनी ै, शदायद।

'जनी ंदाड।ँ,ब ंकत कम, वरनदा म ैं अवकय आतदा।'


'म ैंउसनी मआमलप्रेककप्रे बदारप्रे मभआप सप्रेपछनप्रेडआयदा थदा। समझसौतदा ककी तगो कगोई आशदा
न ंनींमदालमड ंगोतनी। सउर तगो जंग ककी त ैयदाररयदाड।ँबड़प्रेज़गोरयों सप्रे ंगो र ंनी ं ैं।'

'रदाजदा सदा ब कगो तगो आप जदानतप्रे ंनी , झक्कड़ ैं आदमनी ं ैं,परप्रेड सनककी। कगोई न
कगोई संनक उन पर सवदार र तनी ं ै। आजकल य ंनी संकन ं ैकक रदाय सदा ब कगो ननीचदा
हदखदाकर र ंभग। और उन म ंभजब एक सवदार ंगो ं ै,तगो ककर ककसनी ककी
संनक जदातनी
न ंनींसनतप्रेक,चदा ंप्रेककतनदा ंनी नकक़सदान उठदानदा पड़प्रे। कगोई चदालदीस लदाख कदा बगोझ
ससर पर ं ै,ककर भनी व ंनी दम- ं ै,व ंनी अलल्लप्रे-तलल्लप्रे ं ैं। प ैसप्रे कगो तगो
ख़म ख़चद
कछ समझतप्रे ंनी न ंनीं। नसौकरयों कदा वप्रेतन -छछःछः म ंनीनप्रेसप्रेबदाक़की पड़दा आ ं ै;
ंक ंक
मगर ंनीरदा-म ल बन र ं ै। संगमरमर कदा तगो फ़शद ं ै। पच्चनीकदारदी ऐसनींगो र ंनी
ंदा
ं ैकक आड।ँखभन ंनींठ रतनीं। अफ़सरयों कप्रे पदास रगोज़ डदासलयदाड।ँजदातनी र तनी ं ैं। सनदाक ं ै,
कगोई अड।ँगप्रेज़ म ैनप्रेजर रखनप्रे ' वदालप्रे ं ैं।
'ककर आपनप्रे क ै सप्रे क यदाहदथदा कक आप कगोई समझसौतदा करदा दभ गप्रे।'

'मझसप्रेजगो कछ ंगो सकतदा थदा व म ैंनप्रेककयदा। इसकप्रे ससवदा म ैंऔर क्यदा कर


ंक ंक
सकतदा थदा। अगर कगोई व्यश्क्त अपनप्रे दगो-चदार लदाख ंकपए संंडकनड़ ंनी पर आ
तलदाक
ंक
ंगो, तगो मप्रेरदा क्यदा बस!'

रदाय सदा ब अब कक्रगो न स।ँभ


ड दाल सकप्रे -- ख़दासकर जब उन दगो-चदार लदाख ंकपए मभ
सप्रे दस-बनीस ज़दार आपकप्रे त्थप्रे चढ़नप्रे ककी भनी आशदा ंगो।
समस्टर तंखदा क्ययों दबतप्रे। बगोलप्रे--रदाय सदा ब, अब सदाफ़-सदाफ़ न क लवदाइए। य ंदाड।ँ

न म ैंसंन्यदासनी ंड,न।ँ आप। म सभनी ककछ न ककछ कमदानप्रे ंनी नकलप्रे ं ैं। आड।ँख कप्रे
अड।ँसंयों और गदाडठ
।ँ कप्रे ककी तलदाश आपकगो भनी उतननी ंनी ं ै,श्जतननी
परयोंंड मझकगो।ंक
आपसप्रेमन
ैं प्रे खड़प्रे ंगोनप्रे कदा पस्तदाव ककयदा। आप एक लदाख कप्रे लगोभ सप्रे खड़प्रे; ंगो

अगर गगोटदी लदाल ंगो जदातनी, तगो आज आप एक लदाख कप्रे स्वदामनी ंगोतप्रे और बबनदा
एक पदाई क़रज़ सलयप्रेक।ँड ंकवर सदा ब सप्रेसंबंसं भनी ंगो जदातदा और भनी ददायर
मक़दमदाक
ंगो जदातदा; मगर आपकप्रे दभदादग्यक सप्रेव चदाल पट पड़ गयनी। जब आप ंनी ठदाठ पर
गयप्रे,तगो मझप्रेक्
क यदा समलतदा। आणख़र म ैंनप्रेझक मदारकर उनककी पंडछ।ँ पकड़नी।
ककसनी न ककसनी तर य व ैतरणनी तगो पदार करननी ंनी ं ै।
रदाय सदा ब कगो ऐसदा आवप्रेश आ र ंदा थदा कक इस दष्टक कगो गगोलदी मदार दभ । इसनी
बदमदाश नप्रे सब्ज़ बदाग़ हदखदाकर उन म ंभ खड़दा ककयदा और अब अपननी सफ़दाई दप्रे र ंदा
ं ै,पनीठ मभ संलड भनी न ंनीं लगनप्रे दप्रे तदा,लककन पररश्स्थ त ज़बदान बंद ककयप्रे ंकए थनी।

'तगो अब आपकप्रे ककयप्रेककछ न ंनीं ंगो सकतदा?'

'ऐसदा ंनी समणझए।'

'म ैंपचदास ज़दार पर भनी समझसौतदा करनप्रेकगो त ैयदार ंड।'ं।ँ

'रदाजदा सदा ब ककसनी तर न मदानभगप्रे।'

'पच्चनीस ज़दार पर तगो मदान जदायगप्रे।ँड?'

'कगोई आशदा न ंनीं। व सदाफ़ क चकप्रेक ं ैं।'

'व क चकप्रेक ं ैंयदा आप क र ंप्रे ं ैं।'

'आप मझप्रेकझठदाड समझतप्रे ं ैं?'

रदाय सदा ब नप्रे ववनम्र स्वर मभ क-- ंदाम ैंआपकगो झठदाड न ंनींसमझतदा; लप्रेककन
इतनदा ज़डर समझतदा ंडकक।ँ आप चदा तप्रे,तगो मआमलदाक ंगो जदातदा।'

'तगो आप कदा ख़्यदाल ं ै,म ैंनप्रे समझसौतदा न ंनीं ंगोनप्रे?'' नहदयदानीं,य मप्रेरदा मतलब न ंनीं
ं ै। म ैंइतनदा ंनी क नदा चदा तदा ंडकक।ँ आप चदा तप्रेतगो कदाम ंगो जदातदा और म ैंइस
झमप्रेलप्रे मभ न पड़तदा।'

समस्टर तंखदा नप्रे घड़नी ककी तरफ़ दप्रे खकर क-- ंदातगो रदाय सदा ब, अगर आप सदाफ़
क लदानदा चदा तप्रे , तगो ैं सकनए -- अगर आपनप्रे दस ज़दार कदा चप्रेक मप्रेरप्रे ंदाथ मभ रख हदयदा
ंगोतदा, तगो आज नक चय एक लदाख कप्रे स्वदामनी ंगोतप्रे। आप शदायद चदा तप्रे , ंयोंगप्रे
जब आपकगो रदाजदा सदा ब सप्रे ंकपए समल जदातप्रे,ंगो आप मझप्रेक ज़दार-दगो- ज़दार दप्रे
दप्रे तप्रे। तगो म ैं ऐसनी कच्चनी गगोलदी न ंनीं खप्रेलतदा। आप रदाजदा सदा ब सप्रे ंकपए लप्रेकर तजगोरदी
मभ रखतप्रेऔर मझप्रेअ क गठदाड।ँ हदखदा दप्रे तप्रे। ककर म ैंआपकदा क्यदा बनदा लप्रेतदा? बतलदाइए? क ंनीं
नदासलश-फ़ररयदाद भनी तगो न ंनीं कर सकतदा थदा।
रदाय सदा ब नप्रे आ त नप्रेतयों सप्रे दप्रे खदा--आप मझप्रेकइतनदा बप्रेईमदान समझतप्रे ं ैं?

तंखदा नप्रेककरसनी सप्रेउठतप्रे ंकए क ंदा -- इसप्रे बप्रेईमदाननी कसौन समझतदा ं ै। आजकल
ंनी चतरदाईक ं ै। क ैसप्रेदसरयोंंड कगो उल्लडबनदायदा जदा सकप्रे, य ंनी ससल ननी त ं ै; और
आप इसकप्रे आचदायद। ं ैं

रदाय सदा ब नप्रेमठठीक बदाड।ँसंकर क ंदा -- म ैं?

'जनी ंदाड।ँ,आप! प लप्रेचनदावक मभ मन


ैं प्रेजनी-जदान सप्रे आपककी प ैरवनी ककी। आपनप्रे बड़नी
मश्ककलक सप्रेरगो संगोकर पदाड।ँच ससौ ंकपए हदयप्रे,दसरप्रेड चनदावक मभ आपनप्रेएक सड़नी-सनी
टडटदी-संडटदी कदार दप्रे कर अपनदा गलदा छकड़दायदा। दद ड कदा जलदा छदाड।ँछ भनी संंडक।ँ-संंडककर।ँ
पनीतदा ं ै।'

व कमरप्रे सप्रे नकल गयप्रेऔर कदार लदानप्रेकदा ंकक्म हदयदा? रदाय सदा ब कदा ख़नड खसौल
र ंदा थदा। इस असशष म टतदा ककी भनी कगोई द ं ै। एक तगो घंटप्रे-भर इंतज़दार करदायदा
और अब इतननी बप्रेमरसौवतनीक सप्रेपप्रेश आकर उन म ंभज़बरदस्तनी घर सप्रे नकदाल र ंदा
ं ै; अगर उन म ंभ ववकसवदा ंगोतदा कक व समस्टर तंखदा कगो पटकननीदप्रे सकतप्रे, तगो ं ैं
कभनी न चकतप्रेड;मगर तंखदा डनील-डसौल मभ उनसप्रे सवदायप्रे थप्रे।

जब समस्टर तंखदा नप्रे ंदानद बजदायदा,तगो भनी आकर अपननी कदार पर ब ैठप्रे और
व ससनीप्रेसमस्टर खन्नदा कप्रे पदास प ंकड।ँचप्रे।

नसौ बज र ंप्रे थप्रे;मगर खन्नदा सदा ब अभनी तक मनीठठी ननींद कदा आनंद लप्रे र ंप्रे थप्रे। व दगो
बजप्रे रदात कप्रे प लप्रे कभनीनसगोतप्रे थप्रे और नसौ बजप्रे तक सगोनदा स्वदाभदाववक ंनी थदा। य ंदाड।ँ भनी
रदाय सदा ब कगो सआदा घंटदा ब ैठनदा; इससलएपड़दा जब कगोई सदाढ़प्रे नसौ
बजप्रेसमस्टर खन्नदा मस्करदातप्रेक ंकए नकलप्रेतगो रदाय सदा ब नप्रेडदाड।ँट बतदाई -- अच्छदा!
अब सरकदार ककी ननींद खलदीक ं ै,सदाढ़प्रे नसौ बजप्रे। ंकपए जमदा कर सलयप्रे , ं ैंजभनीनय
बप्रेकफ़क्रकी ं ै। मप्रेरदी तर तदालक्कप्रेददारु ंगोतप्रे,तगो अब तक आप भनी ककसनी द्वदार पर
खड़प्रे ंगोतप्रे। ब ैठप्रे- ससर मभ चक्कर आ जदातदा। समस्टर खन्नदा नप्रे -ससगरप्रे टकप्रे उनककी
तरफ़ बढ़दातप्रे ंकए पसन्न मखक सप्रेक ंदा -- रदात सगोनप्रे मभ बड़नी दप्रे र ंगो गयनी। इस वक़्त
कककर सप्रे आ र ंप्रे? ं ैं
रदाय सदा ब नप्रे थगोड़प्रे सप्रे शब्दयोंमभ अपननी सदारदी कहठनदाइयदाड।ँ बयदान कर ददीं। हदल मभ खन्नदा
कगो गदासलयदाड।ँ दप्रे तप्रे,जगो थप्रेउनकदा स पदाठठी ंगोकर भनी सद ै व उन म ंभ ठगनप्रे ककी कफ़क्र ककयदा
करतदा थदा; मगर म।ँं
ड कपर उसककी ख़शदामद क करतप्रेथप्रे।

खन्नदा नप्रे ऐसदा भदाव बनदायदा,मदानगो उन म ंभ बड़नी धिचंतदा ंगो मप्रेरदी तगो
गयनी,बगोलप्रे ै--
सलदा ं ै; आप एलप्रेक्शन कगो गगोलदी मदारभ ,और अपनप्रेसदालयों पर मक़दमदाक ददायर कर
दभ । र ंनी शदाददी,व तगो तनीन हदन कदा तमदाशदा ं ै। उसकप्रे पनीछप्रे ंगोनदा मनदाससबक
ज़प्रेरबदार
न ंनीं। क।ँड ंकवर सदा ब मप्रेरप्रेदगोस्त ं ैं,लप्रेन-दप्रे न कदा कगोई सवदाल न उठनप्रे पदायप्रेगदा।
रदाय सदा ब नप्रे व्यंग करकप्रे क-- ंदाआप य भलड जदातप्रे ं ैं। समस्टर खन्नदा कक
म ैं
ब ैंकर न, तदाल्लदींक़प्रेददारु ंड।ं।ँक।ँड ंकवर सदा ब द ंप्रेज न ंनींमदाड।ँगतप्रे,उन म ंभ ईकर वनप्रेसब
ककछ
हदयदा ं ै,लप्रेककन आप जदानतप्रे, य ैंमप्रेरदी अकप्रे लदी लड़ककी ं ै और उसककी मदाड।ँ मर
चककीक ं ै। व आज ंगोतनी तगो शदायद सदारदा घर भनी उसप्रेसंतगोष न
श्ज़ंददा लटदाकरु
ंगोतदा। तब शदायद म ैं उसप्रे ंदाथ रगोककर ख़चदकरनप्रे कदा आदप्रे श दप्रे तदा;लप्रेककन अब तगो
म ैंउसककी मदाड।ँभनी ंड,बदाप।ँ भनी ंड।ं।ँअगर मझप्रेअ
क पनप्रेहृदय कदा रक्त नकदालकर भनी
दप्रे नदा पड़प्रे,तगो म ैंख़शनीक सप्रेदप्रेदंडगदा।ं।ँ इस वववरु-जनीवन मभ म ैंनप्रे-पप्रेमसंतदानमभ ंनी
अपननी आत्मदा ककी प्यदास बझदाईक ं ै दगोनयों बच्चयों कप्रे प्यदार मभ ंनी अपनप्रेपत्ननी-व्रत

कदा पदालन ककयदा ं ै। मप्रेरप्रेसलए य असंभव ं ैकक इस शकभ अवसर पर अपनप्रे
हदल कप्रे अरमदान न नकदालंड।ं।ँमअ
ैं पनप्रेमन कगो तगो समझदा सकतदा ंडपर।ँ श्जसप्रेम ैं
पत्ननी कदा आदप्रे श समझतदा ंड,उसड़ न ंनीं समझदायदा जदा सकतदा। और एलप्रेक्शन कप्रे
म ैददान सप्रेभदागनदा भनी मप्रेरप्रेसलए सम्भव न ंनीं ं ै। म ैंजदानतदा ंड,म ैंभीँंदाडड।ँगदा। रदाजदा
सदा ब सप्रेमप्रेरदा कगोई मकदाबलदाक न ंनीं;लप्रेककन रदाजदा सदा ब कगो इतनदा ज़डर हदखदा दप्रे नदा
चदा तदा ंडकक।ँ अमरपदालससं नमदचदारदा न ंनीं ं ै।

'और मक़दमदाक ददायर करनदा तगो आवकयक ंनी ं ै?'

'उसनी पर तगो सदारदा ददारगोमददार ं ै। अब आप बतलदाइए,आप मप्रेरदी क्यदा मदद कर


सकतप्रे ?'ं ैं
'मप्रेरप्रे डदाइरप्रे क्टरयों कदा इस ववषय मभ जगो ंकक्म ं ै,व आप जदानतप्रे ं ैं। और रदाजदा सदा ब
भनी मदारप्रे डदाइरप्रे क्टर, य ैंभनी आपकगो मदालमड ं ै । वपछलदा वसलड करनप्रेकप्रे सलए बदार-
बदार तदाककीद ंगो र ंनी ं ै। कगोई नयदा मआमलदाक तगो शदायद ंनी ंगो सकप्रे।'
रदाय सदा ब नप्रेम।ँं
ड कलटकदाकर क ंदा -- आप तगो मप्रेरदा डयोंगदा ंनी डकबदायप्रेदतप्रे ं ैं समस्टर
खन्नदा!

'मप्रेरप्रेपदास जगो ककछ नज कदा ं ै ,व आपकदा ं ै; लप्रेककन ब ैंक कप्रे


मआमलप्रेकमभतगो ंनी पड़प्रेगदा।'
मझप्रेकअपनप्रेस्वदासमययों कप्रे आदप्रे शयों कगो मदाननदा

'अगर य ज़दायददाद ंदाथ आ गयनी, और मझप्रेकइसककी परदीड ं ै,तगो पदाई-पदाई


आशदा
अददा कर दंडगदा।ं।ँ'

'आप बतलदा सकतप्रे , इस ैं वक़्त आप ककतनप्रेपदाननी मभ ?' ं ैं

रदाय सदा ब नप्रेह चकतप्रे ंकए क ंदा -- पदाड।ँच-छछः लदाख समणझए। ककछ कम ंनी ंयोंगप्रे।

खन्नदा नप्रे अववक वदास कप्रे भदाव सप्रे क --ंदा यदा तगो आपकगो यदाद न नीं , यदा ै
आप छपदा र ंप्रे ं ैं।

रदाय सदा ब नप्रे ज़गोर दप्रे कर क --ंदा जनी न ंनीं,म ैंन भलदाड ंड,और।ँ न छपदा र ंदा ंड।ं।ँ
मप्रेरदी ज़दायददाद इस वक़्तकम सप्रेकम पचदास लदाख ककी ं ैऔर ससरदालक ककी ज़दायददाद
भनी इससप्रे कम न ंनीं ं ै। इतननी ज़दायददाद पर - पदाड।ँचदस लदाख कदा बगोझ ककछ न
ंनीं कप्रे बरदाबर ं ै।

'लप्रेककन आप क ैसप्रेक सकतप्रे ं ैंकक ससरदालवदालदीक ज़दायददाद पर भनी क़रज़ न ंनीं



ं ै।'

'ज ंदाडत
।ँ क मझप्रेकमदालमड ं ै, ज़दायददाद बप्रे-ददाग़ ं ै।'

'और मझप्रेय
क सच
ड नदा समलदी ं ैकक उस ज़दायददाद पर दस लदाख सप्रेकम कदा भदार
न ंनीं ं ै। उस ज़दायददाद पर तगो अब ककछ समलनप्रेसप्रेर ंदा, और आपककी ज़दायददाद पर
भनी मप्रेरप्रे ख़यदाल मभ दस लदाख सप्रे कम दप्रे नदा न ंनीं ं ै। और व ज़दायददाद अब
पचदास
लदाख ककी न ंनींमश्ककलक सप्रेपचनीस लदाख ककी ं ै। इस दशदा मभ कगोई ब ैंक आपकगो
क़रज़ न ंनीं दप्रे कतदा।स ययों समझ लदीश्जए कक आप ज्वदालदामखनीक कप्रे मखक पर खड़प्रे
ं ैं। एक ल्ककी सनी ठगोकर आपकगो पदातदाल मभ प ंकड।ँचदा सकतनी ं ै। आपकगो इस मसौक़प्रे
पर ब ंकत स।ँभ
ड लकर चलनदा चदाह ए।'
रदाय सदा ब नप्रे उनकदा ंदाथ अपननी तरफ़ खनींचकर क --ंदा य सब म ैंख़बड समझतदा
ंड,समतवर!ं।ँ लप्रेककन जनीवन ककी र ै जप्रेडनी और इसकप्रेवदा ससक्यदा ं ै कक आपककी
आत्मदा जगो कदाम करनदा न ंनीं चदा तनी,व ंनी आपकगो करनदा पड़प्रे। आपकगो इस मसौक़प्रे
पर मप्रेरप्रे सलए कम सप्रे कम दगो लदाख कदा इंतज़दाम करनदा पड़प्रेगदा।

खन्नदा नप्रे लम्बनी सदाड।ँस लप्रेकर --क मदाई गदाड! दगो लदाख। असंभव,बबलककल
असंभव!

'म ैंतम मंक ंदारप्रे द्वदार पर सर पटककर पदाण दप्रे दंडगदा।ँ, खन्नदा इतनदा समझ लगो। म ैंनप्रे
तम मंक ंदारप्रे ंनी भरगोसप्रेय सदारप्रे पगोगदाम बदाड।ँसंप्रे ं ैं। अगर तमनप्रेक नरदाश कर हदयदा, तगो
शदायद मझप्रेज़
क र खदा लप्रेनदा पड़प्रे। म ैंसयदपतदापससंंड कप्रे सदामनप्रेघटनप्रेकन ंनींटप्रेक सकतदा।
कन्यदा कदा वववदा अभनी दगो चदार म ंनीनप्रेटल सकतदा ं ै। मक़दमदाक ददायर करनप्रे कप्रे
सलए अभनी कदाफ़की वक़्त; लप्रेककन ै य एलप्रेक्शन ससर पर आ गयदा, ं ै और
मझप्रेकसबसप्रेबड़नी कफ़क्र य ंनी ं ै।'

खन्नदा नप्रे चककत ंगोकर क ंदा-- तगो आप एलप्रेक्शन मभ दगो लदाख लगदा ?दभ गप्रे

'एलप्रेक्शन कदा सवदाल न ंनीं ं ै ,भदाईय इज़्ज़त कदा सवदाल ं ै। क्यदा आपककी रदाय मभ मप्रेरदी
इज़्ज़त दगो लदाख ककी भनी न ंनीं। मप्रेरदी सदारदी ररयदासत बबक जदाय,ग़म न ंनीं;मगर
सयदपतदापससंंड कगो म ैंआसदाननी सप्रेववजय न पदानप्रेदंडगदा।ं।ँ'

खन्नदा नप्रेएक समनट तक संकआ।ँन


ड कदालनप्रेकप्रे बदाद क ंदा -- ब ैंक ककी जगो श्स्थ त ं ै
म ैंनप्रे आपकगो सदामनप्रे रख ददी। ब ैंक नप्रे एक तर-दप्रे नसप्रेकदालप्रेनकदाम बंद कर
हदयदा ं ै। म ैंकगोसशश क।ँड गदा कक आपकप्रे सदाथ ख़दास ररआयत ककी जदाय; लप्रेककन य
आप जदानतप्रे ं ैं। पर मप्रेरदा कमनीशन क्यदा ?रमप्रेगदाझकआपकप्रे सलए ख़दास तसौर पर
ससफ़दाररश करननी पड़प्रेगनी;रदाजदा सदा ब कदा अन्य डदाइरप्रे क्टरयों पर ककतनदा पभदाव , ं ैय
भनी आप जदानतप्रे ं ैं। मझप्रेकउनकप्रे णख़लदाफ़ गटक-बंददी करननी पड़प्रेगनी। ययों समझ लदीश्जए

कक मप्रेरदी श्ज़म्मप्रेददारदी पर ंनी मआमलदाक ंगोगदा।

रदाय सदा ब कदा म।ँं ड धि


क गर गयदा। खन्नदा उनकप्रे अंतरं ग समतयों मभ थप्रे। सदाथ कप्रे पढ़प्रे
ंकए, सदाथ कप्रे ब ैठनप्रेवदालप्रे। और य उनसप्रे कमनीशन ककी आशदा रख,इतनप्रे ं ैं
बप्रेमरव्वतनीक? आणख़र व जगो इतनप्रेहदनयों सप्रेखन्नदा ककी ख़शदामद क करतप्रे ं ैं,व ककस
हदन कप्रे सलए? बदाग़ मभ संल नकलप्रे,शदाक-भदाजनी प ैददा , तसब सस प लस खनय कस
पदास डदालदी भप्रेजतप्रे ं ैं। कगोई उत्सव,कगोईगो जलसदा ंगो, सबसप्रे प लप्रे खन्नदा कगो
नमन्तण दप्रे तप्रे ं ैं। उसकदा य जवदाब ंगो।
उददास मन सप्रे बगोलप्रे-- आपककी जगो इच्छदा ंगो; लप्रेककन म ैं आपकगो अपनदा भदाई

समझतदा थदा।
खन्नदा नप्रेकतजतदा कप्रे भदाव सप्रेक ंदा -- य आपककी कपदा ं ै। म ैंनप्रेभनी सद ै व
ं ृ ं ृ
आपकगो अपनदा बड़दा भदाई समझदा ं ैऔर अब भनी समझतदा ंड।ं।ँकभनी आपसप्रेकगोई
पददार णन ंनींरखदा, लप्रेककन व्यदापदार एक क्षप्रेत ं ै। य ंदाड।ँकगोई ककसनी कदा
दसरदाड दगोस्त
ंनीं,कगोई ककसनी कदा भदाई न ंनीं। श्जस तर म ैं भदाई कप्रे नदातप्रे आपसप्रे य न ंनीं क सकतदा
कक मझप्रेदक सरयोंंड सप्रेज़्यदाददा कमनीशन ददीश्जए, उसनी तर आपकगो भनी मप्रेरप्रे कमनीशन मभ
ररयदायत कप्रे सलए आग न करनदा चदाह ए। म ैं आपकगोसववकवदा
हदलदातदा ंड,कक।ँ म ैंश्जतननी ररआयत आप कप्रे सदाथ कर सकतदा ंड,उतनदा।ँ क।ँड गदा।
कल आप दफ़्तर कप्रे वक़्त आयभ और सलखदा-पढ़दी कर लभ। बस,बबजनप्रेस ख़त्म।
आपनप्रेककछ और सनदा!ंक मप्रेतदा सदा ब आजकल मदालतनी पर बप्रे-तर रदीझप्रे ंकए ं ैं।
सदारदी कफ़लदासफ़की नकल गयनी। हदन मभ एक-दगो बदार ज़डर ंदाश्ज़रदी दप्रे आतप्रे, और ैं
शदाम कगो अक्सर दगोनयों सदाथ-सदाथ स ैर करनप्रे नकलतप्रे ं ैं। य तगो मप्रेरदी ंनी शदान
थनी
कभनी मदालतनी कप्रे द्वदार पर सलदामनी करनप्रे न गयदा। शदायद अब उसनी ककी कसर
नकदाल र ंनी ं ै। क ंदाड।ँतगो य ंदाल थदा कक जगो ककछ ं ैं,समस्टर खन्नदा ं ैं। कगोई
कदाम ंगोतदा, तगो खन्नदा कप्रे पदास दसौड़नी आतनी। जब ंकपययों ककी ज़रड त पड़तनी तगो खन्नदा
कप्रे नदाम परज़दाक आतदा। और क ंदाड।ँअब मझप्रेकदप्रेखकर म।ँसड ंकप्रेर लप्रेतनी ं ैं। म ैंनप्रे ख़दास उन म
ंनींकप्रे सलए फ़म ंदांस सप्रेएक घड़नी म।ँग
ड वदाई थनी। बड़प्रेशसौक़ सप्रेलप्रेकर गयदा; मगर न ंनीं
लदी। अभनी कल मप्रेवयों ककी लदीडदा भप्रेजनी थनी-- कदाकमनीर सप्रेम।ँग
ड वदायप्रेथप्रे-- वदापस कर ददी।
मझप्रेत
क गो आकचयद ंगोतदा ं ै कक आदमनी इतननी जल्द क ै सप्रे इतनदा बदल जदातदा ं ै।

रदाय सदा ब मन मभ तगो उनककी बप्रेक़ददी पर ख़शक ंकए; पर स ंदानभकडत हदखदाकर


बगोलप्रे-- अगर य भनी मदान लभ कक मप्रे तदा सप्रे उसकदा पप्रेम ंगो ,गयदातगो भनी ै व्यव ंदार
तगोड़नप्रे कदा कगोई कदारण न ंनीं ं ै।

खन्नदा व्यधिथत स्वर मभ बगोलप्रे--य ंनी तगो रं ज ं ैभदाई सदा ब! य तगो म ैंशडक सप्रे जदानतदा थदा
व मप्रेरप्रे ंदाथ न ंनींआ सकतनी! म ैंआप सप्रेसत्य क तदा ंड,मम कभड़ इस
संगोखप्रेमभन ंनींपड़दा कक मदालतनी कगो मझसप्रेप
क प्रेम ं ै। पप्रेम-ज ैसनी चनीज़ उनसप्रे समल
सकतनी ं ै,इसककी म ैंनप्रेकभनी आशदा ंनी न ंनींककी। म ैंतगो कप्रेवल उनकप्रे डप कदा पजदारदीक
थदा। सदाड।ँप मभ ववष,य जदानतप्रे ै ए भनी म उसप्रेदद ड वपलदातप्रे ं ैं। तगोतप्रेसप्रेज़्यदाददा
ंक
नठकर जनीव और कसौन ंगोगदा; लप्रेककन कप्रेवल उसकप्रे ंडप और वदाणनी पर मग मसंक
ंगोकर
लगोग उसप्रे पदालतप्रे ं ैं और सगोनप्रे कप्रे वपंजरप्रे मभ रखतप्रेभनी मदालतनी ैं।मप्रेरप्रेउसनी सलए
तगोतप्रे कप्रे समदान थनी। अफ़सगोस य ं ै कक म ैं प लप्रे क्ययों न चप्रेत गयदा। इसकप्रे पनी
ंनी
म ैंनप्रेअपनप्रे ज़दारयों ंकपए बरबदाद कर हदयप्रेभदाई सदा ब! जब उसकदा ंकक्कदा प ंड।ँचदा,
ंक
म ैंनप्रेतरं तक ंकपए भप्रेजप्रे। मप्रेरदी कदार आज भनी उसककी सवदारदी मभ ं। ै उसकप्रे पनीछप्रे म ैंनप्रे
अपनदा घर चसौपट कर हदयदा भदाई सदा ब! हृदय मभ श्जतनदा रस ,थदाव ऊसर ककी
ओर इतनप्रेवप्रेग सप्रेदसौड़दा कक दसरदी तरफ़ कदा उद् यदान बबलकल सखदा गयदा।

ंड ंक ंड
बरसयों ंगो गयप्रे,म ैंनप्रे गगोववंददी सप्रे हदल खगोलकर बदात भनी न ंनीं ककी। उसककी सप्रेवदा और
स्नप्रे और त्यदाग सप्रेमझप्रेकउसनी तर अकधिच ंगो गयनी थनी, ज ैसप्रे अजनीणद कप्रे रगोगनी कगो
मगो नभगोग सप्रे ंगो जदातनी ं ै। मदालतनी मझप्रेउ
क सनी नचदातनी थनी, ज ैसप्रे मददारदी बंदर
तर
कगो नचदातदा ं ै। और म ैंख़शनीक सप्रेनदाचतदा थदा। व मप्रेरदा अपमदान करतनी थनी और म ैं
ख़शनीक सप्रे ंड।ँसतदा थदा। व मझक पर शदासन करतनी थनी और म ैंससर झकदातदाक थदा।
उसनप्रेमझप्रेक
क भनी म।ँं
ड कन ंनींलगदायदा, य म ैंस्वनीकदार करतदा ंड।ं।ँउसनप्रेमझप्रेककभनी
पगोत्सदा न न ंनीं हदयदा,य भनी सत्य ं ै, ककर भनी म ैंपतंग ककी भदाड।ँत उसकप्रे मखक-ददीप
पर पदाण दप्रे तदा थदा। और अब व मझसप्रे कसशष्टदाचदार कदा व्यव ंदार भनी न ंनीं
कर
सकतनी! लप्रेककन भदाई सदा ब! म ैंक ंप्रेदप्रेतदा ंडकक।ँ खन्नदा चपक ब ैठनप्रेवदालदा आदमनी न ंनीं
ं ै। उसकप्रे परज़प्रेकमप्रेरप्रेपदास सरक्षक्षतक ं ैं;म ैं उससप्रे -एक पदाई वसलड कर लंडगदा।ँ, और
डदाक्टर मप्रेतदा कगो तगो म ैंलखनऊ सप्रे नकदालकर दम लंडगदा।ं।ँ उनकदा र नदा य ंदाड।ँ
असम्भव कर दंडगदा।ँ...।
उसनी वक़्त ंदानद ककी आवदाज़ आयनी और एक क्षण मभ समस्टर मप्रे तदा आकर खड़प्रे ंगो

गयप्रे। गगोरदा धिचटदा रं ग,स्वदास्थ्य ककी लदासलमदा गदालयों पर ई, ननीचनी अचकन,


चमकतनी
ंक
चड़नीददारू पदाजदामदा, सनक लदी ऐनक। ससौम्यतदा कप्रे दप्रे वतदा-सप्रे लगतप्रे थप्रे।
खन्नदा नप्रे उठकर ंदाथ आइए समस्टर मप्रे तदा,आप ंनी कदा श्ज़कर ंगो
समलदायदा--
र ंदा थदा।

मप्रे तदा नप्रे दगोनयों सज्जनयों सप्रे ंदाथ समलदाकर क-- ंदाबड़नी अच्छठी सदाइत मभ घर सप्रे
चलदा थदा कक आप दगोनयों सदा बयों सप्रे एक ंनी जग भभ ट ंगो गयनी। आपनप्रेद शदायपतयों
मभ दप्रे खदा , ंगोगदाय ंदाड।ँ मह लदाओं कप्रे सलए एक व्यदायदामशदालदा कदा आयगोजन ंगो र ंदा
ं ै।
समस मदालतनी उस कमप्रेटदी ककी सभदानप्रेतनी ं ैं। अनमदानक ककयदा गयदा ं ैकक शदालदा
मभ दगो
लदाख ंकपए लगभ गप्रे। नगर मभ उसककी ककतननी ज़डरत,य आप ै लगोग मझसप्रेक
ज़्यदाददा जदानतप्रे ं ैं। म ैंचदा तदा ंडआप।ँ दगोनयों सदा बयों कदा नदाम सबसप्रे ऊपर ंगो। समस
मदालतनी ख़द क आनप्रेवदालदी थनीं;पर पर आज उनकप्रे फ़दादर ककी तबनीयत अच्छठी न ंनीं, ं ै
इससलए न आ सककीं।

उन म ंयोंनप्रेचंदप्रेककी सचनीड रदाय सदा ब कप्रे ंदाथ मभ रख ददी। प लदा नदाम रदाजदा
सयदपतदापससंंड कदा थदा श्जसकप्रे सदामनप्रेपदाड।ँच ज़दार ंकपए ककी रक़म थनी। उसकप्रे बदाद
क।ँड ंकवर हदश्ग्वजयससं कप्रे तनीन ज़दार ंकपए थप्रे। इसकप्रे बदाद और कई रक़मभ इतननी यदा
इससप्रेककछ कम थनी। मदालतनी नप्रेपदाड।ँच ससौ ंकपयप्रेहदयप्रेथप्रेऔर डदाक्टर मप्रेतदा नप्रे एक ज़दार ंकपए।

रदाय सदा ब नप्रे अप तभ ंगोकर क ंदा-- कगोई ज़दार तगो आप लगोगयों नप्रे
चदालदीस
संटकदार सलयप्रे।
मप्रे तदा नप्रे गवद सप्रे --क यदा सब आप लगोगयों ककी दयदा ं ै। और य कप्रे वल तनीन

घंटयों कदा पररशम ं ै। रदाजदा सयदपतदापससंंड नप्रेशदायद ंनी ककसनी सदावदज नक


कदायदमभ
भदाग सलयदा ंगो; पर आज तगो उन म ंयोंनप्रे बप्रे-क ंप्रे-सनप्रेचप्रेक सलख हदयदा! दप्रे श
मभ जदाग त
ंक ं ृ
ं ै। जनतदा ककसनी भनी शकभ कदाम मभ स यगोग दप्रे नप्रेकगो त ैयदार ं ै। कप्रेवल उसप्रेववकवदास
ंगोनदा चदाह ए कक उसकप्रे ददान कदा ंगोगदा। आपसप्रेतगो मझप्रेकबड़नी आशदा ं ै,
सद्व्यय
समस्टर खन्नदा!
खन्नदा नप्रे उपप्रेक्षदा-भदाव सप्रे क ंदा-- म ैंऐसप्रेफ़जलड कप्रे कदामयों मभ न ंनींपड़तदा। न जदानप्रे

आप लगोग पश्च्छम ककी ग़लदामनीक मभ क ंदाडत


।ँ क जदायगप्रे।ंड।ँ ययों ंनी मह लदाओंकगो घर सप्रे
अकधिच ंगो र ंनी ं ै। व्यदायदाम ककी सवदार ंगो गयनी, तगो क ंनीं ककी न र ंभगनी। जगो
संनक व
औरत घर कदा कदाम करतनी ं ै,उसकप्रे सलए ककसनी व्यदायदाम ककी ज़रड त न ंनीं। और
जगो घर कदा कगोई कदाम न ंनीं करतनी और कप्रे वल भगोग-ववलदास मभ रत, उसकप्रे ै
व्यदायदाम कप्रे सलए चंददा दप्रे नदा म ैंसअमदसमझतदा ंड।ं।ँ
मप्रेतदा ज़रदा भनी नकत्सदा न ए -- ऐसनी दशदा मभ मआ
ैं पसप्रेकछ मदागगदा।ँ भनी न ंनीं।
ंक ंक ंड।ँ
श्जस आयगोजन मभ मभ ववकवदास न ंगो उसमभ ककसनी तर ककी मदद दप्रे नदा वदास्तव
मभ सअमद ं ै। आप तगो समस्टर खन्नदा सप्रे स मत न ंनीं रयय सय ब!
रदाय सदा ब ग रदी धिचंतदा मभ डडबप्रे ए थप्रे। सयदपतदापड कप्रे पदाड।ँच ज़दार उन म ंभतगोत्सदा
ककयप्रे डदालतप्रे थप्रे। ंक

चगौंककर बगोलप्रे-- आपनप्रेमझसप्रेकछ क ंदा?

ंक ंक
'म ैंनप्रे ,कआपदा तगो इस आयगोजन मभ स यगोग दप्रे नदा सअमद न ंनीं समझतप्रे?'

'श्जस कदाम मभ आप शरदीक, व ैंसंमद ं ै यदा सअमद,इसककी म ैं परवदा न ंनीं


करतदा।'

'म ैंचदा तदा ंड,आप।ँ ख़द क ववचदार करभ । और अगर आप इस आयगोजन कगो समदाज कप्रे
सलए उपयगोगनी समझभ,तगो उसमभ स यगोगदभ । समस्टर खन्नदा ककी ननी त मझप्रेकब ंकत
पसन्द आयनी।'

खन्नदा बगोलप्रे-- म ैंतगो सदाफ़ क तदा ंडऔर।ँ इसनीसलए ंड।ं।ँ


बदनदाम

रदाय सदा ब नप्रेदबदलक मस्कदानक कप्रे सदाथ क ंदा -- मझक मभतगो ववचदार करनप्रेककी शश्क्त
ं ैन ंनीं। सज्जनयों कप्रे पनीछप्रे चलनदा ंनी म ैंअपनदा संमदसमझतदा ंड।ं।ँ

'तगो सलणखए कगोई अच्छठी रक़म।'

'जगो कह ए, सलख दंड।'ं।ँ


'जगो आप ककी इच्छदा।'

'आप जगो कह ए, सलख दंड।'ं।ँ


'तगो दगो ज़दार सप्रे कम क्यदा सलणखएगदा।'

रदाय सदा ब नप्रे आ त स्वर मभ क-- ंदाआपककी नगदा मभ मप्रेरदी य ंनी ं ैससयत? ं ै
उन म ंयोंनप्रे क़लम उठदायदा और अपनदा नदाम सलखकर उसकप्रे सदामनप्रे पदाड।ँच ज़दार सलख
हदयप्रे। मप्रे तदानप्रेसचनीड उनकप्रे ंदाथ सप्रेलप्रेलदी; मगर उन म ंभइतननी ग्लदा न ंकई कक रदाय
सदा ब कगो संन्यवदाद दप्रे नदा भनी भलड गयप्रे। रदाय सदा ब कगो चंदप्रेककी सचनीड हदखदाकर
उन म ंयोंनप्रे बड़दा अनथद ककयदा, शडल उन म ंभव्यधिथत करनप्रेलगदा।

समस्टर खन्नदा नप्रे रदाय सदा ब कगो दयदा और उप ंदास ककी दृश्ष्टसप्रे दप्रे खदा,मदानगो
क र ंप्रे ंयों, ककतनप्रेबड़प्रेधगप्रे ंगो तम!ंक

स सदा मप्रेतदा रदाय सदा ब कप्रे गलप्रेसलपट गयप्रेऔर उन्मक्तक कंठ सप्रेबगोलप्रे-- श्थ म रदी
श्च म ररस णफ़ईंर श ंनीब!ण ंनीप ण ंनीप ण !
उररदा
खन्नदा नप्रे णखससयदाकर क य लगोग रदाजप्रे-म रदाजप्रे ठ ,रप्रे य इन कदामयों मभ ददान
ंदा--
न दभ ,तगो कसौन दप्रे ।
मप्रे तदा बगोलप्रे-- म ैं तगो आपकगो रदाजदाओंकदा रदाजदा समझतदा ंड।ं।ँआप उन पर शदासन

करतप्रे ं ैं। उनककी कगोठठी आपकप्रे ंदाथ मभ ं ै।


रदाय सदा ब पसन्न ंगो गयप्रे-- य आपनप्रे बड़प्रे मसौकप्रे ककी बदात क ंनी मप्रे तदा जनी! म

नदाम कप्रे रदाजदा ं ैं। असलदी रदाजदा तगो मदारप्रे ब ैंकर ं ैं।
मप्रेतदा नप्रेखन्नदा ककी ख़शदामद क कदा प लअ
ड श्ख़्तयदार ककयदा -- मझप्रेआ
क पसप्रे कगोई

सशकदायत न ंनीं ं ै खन्नदाजनी! आप अभनी इस कदाम मभ न ंनीं शरदीक ंगोनदा, नचदा तप्रे
स ंनी, लप्रेककन कभनी न कभनी ज़रड आयभगप्रे। लक्ष्मनीप तययों ककी बदसौलत ंनी मदारदी
बड़नी-बड़नी संस्थदाएड।ँ चलतनी ं ैं।य कगो दगो-तनीन सदाल तक ककसनप्रे
रदाष मआंदगोलनरदी
इतननी संमड-संदाम सप्रे चलदायदा! इतननी संमदशदालदायभ और पदाठशदालदायभ कसौन बनवदा र
ंदा
ं ै? आज संसदार कदा शदासन-सतड ब ैंकरयों कप्रे ंदाथ मभ ं ै। सरकदार उनकप्रे ंदाथ
कदा
णखलसौनदा ं ै। म ैंभनी आपसप्रे नरदाश न ंनीं ंड।ं।ँजगो व्यश्क्त रदाष्र कप्रे सलए जप्रेल जदा
सकतदा ं ै उसकप्रे सलए ज़दार ख़चद कर दप्रे नदा कगोई बड़नी बदात न ंनीं ं ै। मनप्रे
-दगोचदार
तय ककयदा ं ै,इस शदालदा कदा बन
क यदाददी पत्थर गगोववंददी दप्रे वनी कप्रे ंदाथयों रखदा जदाय।
दगोनयों शनीघ्र ंनी गवनदर सदा ब सप्रेभनी समलभग और मझप्रेकववकवदास ं ै, मभ उनककी
ंदायतदा समल जदायगनी। लप्रेडनी ववलसन कगो मह लदा-आंदगोलन सप्रे ककतनदा पप्रेम,आप ै
जदानतप्रे ंनी ं ैं। रदाजदा सदा ब ककी ओर अन्य सज्जनयों ककी भनी रदाय थनी कक लप्रेडनी
ववलसन सप्रे ंनीबकनयदाद रखवदाई जदाय; लप्रेककन अंत मभ य ंनी यनक चकआ कक य
शकभ कदायदककसनी अपननी ब न कप्रे ंदाथयों ंगोनदा चदाह ए। आप कम-सप्रे-कम इस
अवसर पर आयभगप्रे तगो ज़डर?
खन्नदा नप्रे उप ंदास ककयदा-- ंदाड।ँ,जब लदाई ववलसन आयभग तगो मप्रेरदा प ंड।ँचनदा ज़रड दी
ंक
ंनी ं ै। इस आप ब त-सप्रे रईसयों कगो संदाड।ँस ।लभगप्रेआपलगोगयों कगो लटकप्रे ख़बड
तर
ंक
सझतप्रेड ं ैं। और मदारप्रे रईस ं ैंभनी इस लदायक़। उन म ंभउल्लबड नदाकर ंनी मंडड़दा।ँ
जदा
सकतदा ं ै।
'जब संन ज़डरत सप्रे ज़्यदाददा ंगो जदातदा , ं ैतगो अपनप्रे नकदाल कदा मदागद खगोजतदा
सलए
ं ै। ययों नकल पदायगदा तगो जएक मभ जदायगदा, घड़दसौड़क मभ जदायगदा, ईट-पत्थर मभ

जदायगदा, यदा ऐयदाशनी मभ जदायगदा।'
ग्यदार कदा अमल थदा। खन्नदा सदा ब कप्रे दफ़्तर कदा समय आ गयदा। मप्रे तदा चलप्रे

गयप्रे।
रदाय सदा ब भनी उठप्रे कक खन्नदा नप्रे उनकदा ंदाथ पकड़कर ब ैठदा सलयदा--न
ंनीं,आप
ज़रदा ब ैहठए। आप दप्रे ख र ,ंप्रेमप्रेतदा ैं नप्रेमझप्रेइ
क स बरदीक तर संदाड।ँसदा ं ैकक नकलनप्रे
कदा कगोई रदास्तदा ंनी न ंनीं र ंदा। गगोववंददीसप्रेबकनयदाद कदा पत्थर रखवदायभग! ऐसनी दशदा
मभ मप्रेरदा अलग र नदा ंदास्यदास्पद ं ै यदा न ंनीं। गगोववंददी क ै सप्रे रदाज़नी;मप्रेरदीगो गयनी
समझ मभ न ंनीं आतदा और मदालतनी नप्रे क ै सप्रे उसप्रे स न , करय सलयदासमझनदा और
भनी कहठन ं ै। आपकदा क्यदा ख़यदाल , ं ैइसमभ कगोई र स्य ं ै यदा ?न ंनीं
रदाय सदा ब नप्रे आत्मनीयतदाजतदाई -- ऐसप्रेमआमलप्रेकमभस्तनी कगो मप्रेशदा पंकष सप्रे

सलदा लप्रे लप्रेननी चदाह ए!


खन्नदा नप्रे रदाय सदा ब कगो संन्यवदाद ककी आड।ँखयों सप्रे --दप्रे खदाइन म ंनीं बदातयों पर गगोववंददी

सप्रे मप्रेरदा जनी जलतदा, और ै उस पर मझनीक कगो लगोग बरदाक क तप्रे ं ैं। आप ंनी सगोधिचए,
मझप्रेकइन झगड़यों सप्रेक्यदा मतलब। इनमभ तगो व पड़प्रे,श्जसकप्रे पदास फ़दालतडकपए ंयों,
फ़दालतडसमय ंगो और नदाम ककी ंगो। ंगोनदा य ं ैकक दगो-चदार म ंदाशय
वस ंनी
सप्रेक्रप्रे टरदी और अंडर सप्रेक्रप्रे टरदी और वपदान और उपवपदान बनकर अफ़सरयों कगो ददावतभ
दभ गप्रे,उनकप्रे क ृपदापदात बनभग और यडनवससटदी ककी छगोकररययों कगो जमदा करकप्रे बब ंदार
करभ गप्रे। व्यदायदाम तगो कप्रेहदखदानप्रेवल कप्रे ददाड।ँत ं ैं। ऐसनी संस्थदा मभ मप्रेशदा य ंनी
ंगो
और य ंनी ंगोगदा और उल्लडबनभ ग म, और मदारप्रे भदाई,जगो संननी क लदातप्रे ं ैं और
य सब गगोववंददी कप्रे कदारण।
एक बदार ककरसनी सप्रेउठप्रे , ककर ब ैठ गयप्रे। गगोववंददी कप्रे प त उनकदा कक्रगो पचंड ंगोतदा
जदातदा थदा। उन म ंयोंनप्रे दगोनयों ंदाथ सप्रे ससरकगो स।ँभ
ड दालकर क ंदा -- म ैं न ंनीं
समझतदा, मझप्रेकक्यदा करनदा चदाह ए।

रदाय सदा ब नप्रेठककर-सगो ंदातनी ककी -- ककछ न ंनीं,आप गगोववंददी दप्रे वनी सप्रे सदाफ़ क, दभ तमक
मप्रेतदा कगो इनकदारदी ख़त सलख दगो, छकटदी ंकई। म ैंतगो लदाग-डदाड।ँट मभ संड।ँस गयदा। आप क्ययों
संड।ँसभ?

खन्नदा नप्रे एक क्षण इस पस्तदाव पर ववचदार करकप्रे क ंदा-- लप्रेककन


सगोधिचए,ककतनदा मश्ककलक कदाम ं ै। लप्रेडनी ववलसन सप्रेइसकदा श्ज़कर आ चकदाक
ंगोगदा, सदारप्रे श र मभ ख़बर सं ै ल गयनी ंगोगनी और शदायद आज पतयों मभ भनी नकल
जदाय। य सब मदालतनी ककी शरदारत ं ै। उसनीनप्रेमझप्रेकश्ज़च करनप्रेकदा य ढं ग नकदालदा ं ै।

' ंदाड।ँ,मदालमड तगो य ंनी ंगोतदा ं ै।''व मझप्रेकज़लदील करनदा चदा तनी ं ै।'

'आप सशलदान्यदास कप्रे एक हदन प लप्रे बदा र चलप्रे जदाइएगदा।'

'मश्ककलक ं ैरदाय सदा ब! क ंनींम।ँं


ड कहदखदानप्रेककी जग न र ंप्रेगनी। उस हदन तगो मझप्रेक
ं ैज़दा भनी ंगो जदाय तगो व ंदाड।ँ जदानदा पड़प्रेगदा।'
रदाय सदा ब आशदा बदाड।ँसंप्रे ए कल आनप्रेकदा वदाददा करकप्रे ज्ययों ंनी नकलप्रेकक खन्नदा
ंक
नप्रे अन्दर जदा कर गगोववंददी कगो आड़प्रे ंदाथयों तमनप्रेकइस व्यदायदामशदालदा ककी
सलयदा--
ननींव रखनदा क्ययों स्वनीकदार ककयदा?
गगोववंददी क ै सप्रे क ंप्रे कक य सम्मदान पदाकर व मन मभ ककतननी पसन्न ंगो, र ंनी
थनी
उस अवसर कप्रे सलए ककतनप्रे मनगो नयगोग सप्रे अपनदा भदाषण सलख र ंनी थनी और
ककतननी ओजभरदी कववतदा रचनी थनी। उसनप्रे हदल मभ समझदाथदा, य पस्तदाव स्वनीकदार
करकप्रे व खन्नदा कगो पसन्न कर दप्रे गनी। उसकदा सम्मदान तगो उसकप्रे प त ंनी कदा
सम्मदान ं ै। खन्नदा कगो इसमभ कगोई आपश्त्त ंगो सकतनी,इसककी ै उसनप्रे कल्पनदा
भनी न ककी थनी। सइर कई हदन सप्रेप त कगो ककछ सदय दप्रे खकर उसकदा मन बढ़नप्रे
लगदा थदा। व अपनप्रे भदाषण सप्रे,और अपननी कववतदा सप्रेलगोगयों कगो मग मसंक कर दप्रे नप्रे
कदा स्वप्न दप्रे ख र ंनी थनी। य पकन सनदाक और खन्नदा ककी मददाक दप्रे खनी, तगो उसककी
छदातनी संक-संक करनप्रे लगनी।
अपररदानी ककी भदाड।ँ त बगोलदी-- डदाक्टर मप्रे तदा नप्रे आग ककयदा,तगो म ैंनप्रे स्वनीकदार कर
सलयदा।

'डदाक्टर मप्रेतदा तम मंक ंभककएड।ँमभधिगरनप्रेकगो क ंभ,तगो शदायद इतननी ख़शनीक सप्रेन त ैयदार
ंगोगनी।'

गगोववन्ददी ककी ज़बदान बंद।

'तम मंक ंभजब ईकवर नप्रेबववक न नींददी, तगो क्ययों मझसप्रेकन ंनींपछड सलयदा? मप्रे तदा और
मदालतनी, दगोनयों य चदाल चलकर मझसप्रेकदगो-चदार ज़दार ऐंठनप्रे ककी कफ़क्र मभ ं ैं। और म ैंनप्रेठदान
सलयदा ं ैकक कसौड़नी भनी न दंडगदा।ं।ँ तमक आज ंनी मप्रेतदा कगो इनकदारदी ख़त सलख दगो।'

गगोववन्ददी नप्रे एक क्षण सगोचकर क ंदा-- तगो तम मंक ंनींसलख दगो न।

'म ैंक्ययों सलखंड?ं।ँबदात ककी तमनप्रेक,सलखंडम! ैं ं।ँ'

'डदाक्टर सदा ब कदारण पछभ गप्रेड,तगो क्यदा बतदाऊड।ँ?'गनी

'बतदानदा अपनदा ससर और क्यदा। म ैं इस व्यसभचदारशदालदा कगो एक संप्रेलदी भनी न ंनीं दप्रे नदा चदा
तदा!'

'तगो तम मंक ंभदप्रेनप्रेकगो कसौन क ं ै?'


तदा

खन्नदा नप्रे ंयोंठ चबदाकर क ंदा-- क ै सनी बप्रेसमझनी -ककीसनी बदातभ करतनी ? तगोमक व ंदाड।ँ
ननींव रखगोगनी और ककछ दगोगनी न ंनीं,तगो संसदार क्यदा क ंप्रेगदा?

गगोववंददी नप्रे ज ैसप्रे संगनीन ककी नगोक पर-- कअच्छठीदा बदात ं ै,सलख दंडगनी।ं।ँ

'आज ंनी सलखनदा ंगोगदा।'


'क तगो हदयदा सलखगनी।ंडं।ँ'
खन्नदा बदा र आयप्रे और डदाक दप्रे खनप्रे लगप्रे। उन म ंभ दफ़्तर जदानप्रे मभ दप्रे र ंगो जदातनी तगो चपरदासनी
घर पर ंनी डदाक दप्रे जदातदा थदा। शक्कर तप्रेज़ ंगो गयनी ं ै। खन्नदा कदा चप्रेरदा णखल उठदा।
दसरदीड धिचठठी खगोलदी। ऊख ककी दर नयत करनप्रेकप्रे सलए जगो कमप्रेटदी ब ैठठी ,थनीउसनप्रे तय कर
सलयदा कक ऐसदा नयंतण न ंनीं ककयदा जदा सकतदा।
संत तप्रेरदी ककी! व प लप्रे य ंनी बदात क र ंप्रे; परथप्रेइस अश्ग्न ंगोतनी नप्रेगलक मचदाकर
ज़बरदस्तनी कमप्रेटदी ब ैठदाई। आणख़र बचदा कप्रे म।ँं ड कपर थप्पड़ लगदा। य समलवदालयों
और ककसदानयों कप्रे बनीच कदा मआमलदाक ं ै। सरकदार इसमभ दख़ल दप्रे नप्रेवदालदी कसौन।

सदा समस मदालतनी कदार सप्रे उतरदीं। कमल ककी भदाड।ँ त ,णखलदीददीपक ककी भदाडत ।ँ
दमकतनी, स मसंडतदऔर उल्लदास ककी प तमदा-सनी -- नकशंक, नद्वंद् मदानगो उसप्रे
ववकवदास ं ैकक संसदार मभ उसकप्रे सलए आदर और सखक कदा द्वदार खलदाक ंकआ

ं ै। खन्नदा नप्रे बरदामदप्रे मभ आकर असभवदादन ककयदा।

मदालतनी नप्रेपछदाड -- क्यदा य ंदाड।ँ मप्रे तदा आयप्रे? थप्रे '

ंदाड।ँ,आयप्रे तगो थप्रे।'

'ककछ क ंदा, क ंदाड।ँ जदा र ?'ंप्रे ं ैं

'य तगो ककछ न ंनींक ंदा।'

'जदानप्रेक ंदाड।ँडकबककी लगदा गयप्रे। म ैंचदारयों तरफ़ घमड आयनी। आपनप्रेव्यदायदामशदालदा कप्रे
सलए ककतनदा हदयदा?'

खन्नदा नप्रे अपररदानी-स्वर मभ क --ंदा म ैंनप्रेइस मआमलप्रेककगो समझदा ंनी न ंनीं।

मदालतनी नप्रे बड़नी-बड़नी आड।ँखयों सप्रे उन म ंभ, मदानगोतरप्रे रदासगोच र ंनी ंगो कक उन पर दयदा
करप्रे यदा रगोष।

'इसमभ समझनप्रे ककी क्यदा बदात, औरथनी समझ लप्रेतप्रे आगप्रे-पनीछप्रे , इस वक़्त तगो ककछ
दप्रे नप्रे ककी बदात थनी। म ैंनप्रे मप्रे तदा कगो ठप्रे लकर य ंदाड।ँ भप्रेजदा थदा। बप्रेचदारप्रे डर र ंप्रे आप न
जदानप्रेक्यदा जवदाब दभ । आपककी इस कंजसनीड कदा क्यदा संल ंगोगदा, आप जदानतप्रे ं ैं?य ंदाड।ँ कप्रे
व्यदापदारदी समदाजप्रेककछ न समलप्रेगदा। आपनप्रेशदायद मझप्रेकअपमदा नत
करनप्रे कदा नक चय कर सलयदा ं ै। सबककी सलदा थनी कक लप्रेडनी ववलसन
बकनयदाद
रखभ । म ैंनप्रे गगोववंददी दप्रे वनी कदा पक्ष सलयदा और लड़कर सब कगो रदाज़नी ककयदा और अब आप
फ़रमदातप्रे , आपनसइस मआमलसकत समझय ड़ न य। आप बककशग कक
गश्त्थयदाड।ँंकसमझतप्रे ं ैं;पर इतननी मगोटदी बदात आप ककी समझ मभ न आयनी। इसकदा
अथदइसकप्रे ससवदा और कछ न ंनीं ं ै,कक तम मझप्रेलश्ज्जत करनदा चदा तप्रे ंगो।
ंक ंक ंक
अच्छठी बदात ं ै,य ंनी ंनी
स ?'
मदालतनी कदा मखक लदाल ंगो गयदा थदा। खन्नदा घबरदायप्रे, ंप्रेकड़नी जदातनी र ; ंनीपर इसकप्रे

सदाथ ंनी उन म भनी मदालमड आ कक अगर व कदाड।ँटयों मभ संड।ँस गयप्रे ं ैं,तगो मदालतनी
ंभय
ंक
दल-दल मभ संड।ँस गयनी ं ै;अगर उनककी थ ैसलययों पर संकट आ पड़दा, तगो ै मदालतनी
ककी प तष्ठदा पर संकट आ पड़दा , ं ैजगो थ ैसलययों सप्रेज़्यदाददा मल्यवदानड ं ै। तब उनकदा
मन मदालतनी ककी दरवस्थदाक कदा आनंद क्ययों न उठदायप्रे? उन म ंयोंनप्रे मदालतनी कगो अरदब मभ
डदाल हदयदा थदा। और यद्यवप व उसप्रे ंकष म ट कर दप्रे नप्रेकदा सदा स खगो चकप्रेक थप्रे;पर
दगो-चदार खरदी-खरदी बदातभ क सकनदानप्रेकदा अवसर पदाकर छगोड़नदा न चदा तप्रेथप्रे। य भनी
हदखदा दप्रे नदा चदा तप्रेथप्रेकक म ैंनरदा भयोंद ंडन ंनीं ंड।ं।ँ
उसकदा रदास्तदा रगोककर बगोलप्रे-- तम मझ पर इतननी कपदाल ंक ंगो ंगो, इस पर
गयनी
ंक ंक ं ृ
मझप्रेकआकचयद ंगो र ं ै मदालतनी!
ंदा

मदालतनी नप्रे भवभ ससकगोड़कर क-- ंदाम ैं इसकदा आशय न ंनीं समझनी।'

'क्यदा अब मप्रेरप्रेसदाथ तम मंक ंदारदा व ंनी बतदादव ं ै,जगो ककछ हदन प लप्रेथदा?'

'म ैं तगो उसमभ कगोई अंतर न ंनीं' दप्रे खतनी।

'लप्रेककन म ैं तगो आकदाश-पतदाल कदा अंतर दप्रे खतदा ंड।'ं।ँ


'अच्छदा मदान लगो, तम मंक ंदारदा अनमदानक ठठीक ं ै,तगो ककर? म ैंतमसप्रेए
क क शकभ-कदायद मभ
स ंदायतदा मदाड।ँगनप्रेआयनी ंड,अपनड़व्यव ंदार ककी परदीक्षदा दप्रे नप्रेआयनी ंड।ं।ँऔर अगर तमक
समझतप्रे , ंगोककछ चंददा दप्रे कर तमक यश और संन्यवदाद कप्रे ससवदा और ककछ पदा
सकतप्रे ंगो, तगो तमक भ्रम मभ ंगो।'
खन्नदा परदास्त ंगो गयप्रे। व ऐसप्रेसकरप्रे कगोनप्रेमभसंड।ँस गयप्रेथप्रे,ज ंदाड।ँ सइर-सउर
लनप्रे कदा भनीस्थदान न थदा। क्यदा व उससप्रे य क नप्रे कदा सदा स रखतप्रे ं ैं कक
म ैंनप्रेअब तक तम मंक ंदारप्रे ऊपर ज़दारयों ंकपए लटदाक हदयप्रे ,क्यदा उसकदा य ंनी परस्कदारु
ं ै? लज्जदा सप्रेउनकदा म।ँं
ड कछगोटदा-सदा नकल आयदा, ज ैसप्रेससककड़ गयदा ंगो!

झभपतप्रे ंकए बगोलप्रे-- मप्रेरदा आशय य न थदा मदालतनी,तमक बबलककल ग़लत समझनीं।

मदालतनी नप्रे परर ंदास कप्रे स्वर मभ --क ख़दाददाक करप्रे , म ैंनप्रे ग़लत समझदा, क्ययोंकक अगर
म ैंउसप्रेसच समझ लंडगनीभीँ, तगो तम मंक ंदारप्रे सदायप्रेसप्रेभनी भदागंडगनी।ं।ँ म ैंंकपवतनी ंड।ं।ँ तमक भनी
मप्रेरप्रेअनप्रेक चदा नप्रेवदालयों मभ सप्रेएक ंगो। व मप्रेरदी क ृपदा थनी कक ज ंदाड।ँमऔ
ैं रयों कप्रे उप ंदार
लसौटदा दप्रे तनी ,थनीतम मंक ंदारदी सदामदान्य-सप्रे-सदामदान्य चनीज़भ भनी संन्यवदाद कप्रे सदाथ स्वनीकदार
कर लप्रेतनी थनी,और ज़डरत पड़नप्रेपर तमसप्रेकपए भनी मदाड।ँग लप्रेतनी थनी, अगर
तमनप्रेकअपननप्रेनगोन्मदाद मभ इसकदा कगोई दसरदाड अथद नकदाल सलयदा, तगो म ैंतम मंक ंभ क्षमदा
क।ँड गनी। य पंकष-पक ृत कदा अपवदाद न ंनीं;मगर य समझ लगो कक संन नप्रे आज तक
ककसनी नदारदी कप्रे हृदय पर ववजय न ंनीं पदायनी,और न कभनी पदायप्रेगदा।

खन्नदा एक-एक शब्द पर मदानगो गज़-गज़ भर ननीधचप्रेसतप्रे।ँडजदातप्रेथप्रे। अब और ज़्यदाददा


चगोट स नप्रे कदा उनमभ जनीवट न थदा। लश्ज्जत ंगोकर बगोलप्रे--मदालतनी, तम मंक ंदारप्रे प ैरयों
पड़तदा ंड,अब।ँ और ज़लदील न करगो। और न स ंनी तगो समत-भदाव तगो बनदा र नप्रे दगो।
य क तप्रे ंकए उन म ंयोंनप्रेदरदाज़ सप्रेचप्रेकबकक नकदालदा और एक ज़दार सलखकर डरतप्रे डरतप्रे
मदालतनी ककी तरफ़ बढ़दायदा।

मदालतनी नप्रे चप्रेक लप्रेकर नददय व्यंग --ककयदा मप्रेरप्रेव्यव ंदार कदा मल्यड ं ैयदा
व्यदायदामशदालदा कदा चन्ददा?

खन्नदा सजल आड।ँखयों सप्रे बगोलप्रे--अब मप्रेरदी जदान बख़्शगो मदालतनी,क्ययों मप्रेरप्रेम।ँं
ड कमभ
कदासलख पगोत र ंनी ंगो।

मदालतनी नप्रे ज़गोर सप्रे क़ क़ ंदा मदारदा-- दप्रे खगो,डदाड।ँट भनी बतदाई और एक ज़दार ंकपए भनी
वसलड ककयप्रे। अब तगो तमक कभनी ऐसनी शरदारत न करगोगप्रे?

'कभनी न ंनीं,जनीतप्रे जनी कभनी न ंनीं।'


'कदान पकड़गो।'

'कदान पकड़तदा ंड;मगर।ँ अब तमक दयदा करकप्रे जदाओ और मझप्रेकएकदांत मभ बठ


ै कर
सगोचनप्रे और रगोनप्रे दगो।

'तमनप्रेकआज मप्रेरप्रेजनीवन कदा सदारदा आनन्द ...।'

मदालतनी और ज़गोर सप्रे ंड।ँसनी -- दप्रे खगो खन्नदा,तमक मप्रेरदा ब ंकत अपमदान कर र ंप्रे
ंगो और तमक जदानतप्रे ंगो, ंडप अपमदान न ंनींस सकतदा। म ैंनप्रेतगो तम मंक ंदारप्रे सदाथ
भलदाई ककी और तमक उसप्रेबरदाईक समझतप्रे ंगो।

खन्नदा ववदगो भरदी आड।ँखयों सप्रे दप्रे खकर --बगोलप्रेतमनप्रेकमप्रेरप्रेसदाथ भलदाई ककी ं ैयदा उलटदी
छडरदी सप्रेमप्रेरदा गलदा रप्रे तदा ं ै?

'क्ययों, म ैंतम मंक ंभलटड-लटकरू अपनदा घर भर र ंनी थनी। तमक उस लटड सप्रेबच
गयप्रे।'

'क्ययों घदाव पर नमक छड़क र ंनी ंगो मदालतनी! म ैंभनी आदमनी ंड।'ं।ँ

मदालतनी नप्रे इस तर खन्नदा ककी ओर दप्रे खदा,मदानगो नक चय करनदा चदा तनी थनी
कक
आदमनी ं ै यदा न ंनीं।

'अभनी तगो मझप्रेकइसकदा कगोई लक्षण न ंनींहदखदाई दप्रे तदा।'

'तमक बबलककल प ंप्रेलदी ंगो, आज य सदाबबत ंगो

गयदा।' ' ंदाड।ँतम मंक ंदारप्रे सलए प ंप्रेलदी ंडऔर।ँ प ंप्रेलदी र

ंडगनी।ं।ँ'
क तनी ंकई व पक्षनी ककी भदाड।ँत संकरदसप्रेउड़ गयनी और खन्नदा ससर पर ंदाथ
रखकर सगोचनप्रे लगप्रे,य लदीलदा ं ै,यदा इसकदा सच्चदा ंडप।

***
23

गगोबर और झकनयदा कप्रे जदानप्रेकप्रे बदाद घर सनसदानक र नप्रेलगदा। सं नयदा कगो बदार-बदार
मन्नकडककी यदाद आतनी र तनी ं ै। बच्चप्रेककी मदाड।ँतगो झन
क यदा थनी; पर उसकदा पदालन
नयदा ंनी करतनी थनी। व ंनी उसप्रे उबटन मलतनी,कदाजल लगदातनी, सलदातनीक और जब
कदाम-कदाज सप्रे अवकदाश समलतदा,उसप्रे प्यदार करतनी। वदात्सल्य कदा य नशदा ंनी
उसककी ववपश्त्त कगो भलदातदाक र तदा थदा। उसकदा भगोलदा-भदालदा, मक्खन-सदा
म।ँं
ड कदप्रेखकर व अपननी सदारदी धिचंतदा भलड जदातनी और स्नप्रेमय गवदसप्रेउसकदा हृदय
संडल उठतदा। व जनीवन कदा सआदार अब न थदा। उसकदा सनदाड खटगोलदा दप्रे खकर व रगो
उठतनी। व
कवच जगो सदारदी धिचंतदाओंऔर दरदाशदाओंंक सप्रे उसककी रक्षदा करतदा ,थदाउससप्रे छन गयदा
थदा। व बदार-बदार सगोचतनी, उसनप्रेझकनयदा कप्रे सदाथ ऐसनी कसौन-सनी बरदाईक ककी थनी, श्जसकदा
उसनप्रे य दं ड हदयदा। डदाइन नप्रे आकर उसकदा सगोनदा-सदा घर समटदी मभ समलदा हदयदा।
गगोबर नप्रे तगो कभनी उसककी बदात कदा जवदाब भनी न हदयदा थदा। इसनी रदाड।ँड़ नप्रे उसप्रे संगोड़दा
और व ंदाड।ँ जदाकरलप्रे न जदानप्रे कसौन-कसौन-सदा नदाच नचदायप्रेगनी। य ंदाड।ँ ंनी व बच्चप्रेककी
कसौन ब ंकत परवदा करतनी थनी। उसप्रेतगो अपननी समस्सनी-कदाजल, मदाड।ँग-चगोटदी
सप्रे ंनी छकटदी न ंनींसमलतनी। बच्चप्रेककी दप्रे ख-भदाल क्यदा करप्रे गनी। बप्रेचदारदा अकप्रे लदा ज़मनीन
पर पड़दा रगोतदा ंगोगदा। बप्रेचदारदा एक हदन भनी तगो सखक सप्रेन ंनींर नप्रेपदातदा। कभनी खदाड।ँसनी,
कभनी दस्त, कभनी ककछ, कभनी ककछ। य सगोच-सगोचकर उसप्रेझकनयदा पर कक्रगो आतदा।
गगोबर कप्रे सलए अब भनी उसकप्रे मन मभ व ंनी ममतदा थनी। इसनी चड़ ैलक नप्रेउसप्रे ककछ
णखलदा-वपलदाकर अपनप्रे वश मभ कर सलयदा। ऐसनी मदायदाववननी न , ंगोतनीतगो य टगोनदा
ंनी क ैसप्रेकरतनी। कगोई बदात न पछतदाड थदा। भसौजदाइययों ककी लदातभ खदातनी थनी। य भग्गदाक
समल गयदा तगो आज रदाननी ंगो गयनी।

ंगोरदी नप्रे धिचढ़कर क ंदा-- जब दप्रे खदा तब तडझकनयदा ंनी कगो दगोस दप्रे तनी ं ै। य न ंनीं
समझतनी कक अपनदा सगोनदा खगोटदा तगो सगोनदार कदा क्यदा दगोस। गगोबर उसप्रे न लप्रे जदातदा
तगो क्यदा आप-सप्रे-आप चलदी जदातनी? स र कदा ददानदा-पदाननी लगनप्रे सप्रे लगौंडप्रे ककी आड।ँखभ
बदल गयनीं। ऐसदा क्ययों न ंनीं समझ लप्रेतनी।

नयदा गरज उठठी -- अच्छदा चपक र ंगो। तम मंक ंनींनप्रेरदाड।ँड़ कगो मड़ड पर चढ़दा रखदा थदा,
न ंनींमन
ैं प्रेप लप्रे ंनी हदन झदाड़ड मदारकर नकदाल हदयदा ंगोतदा।
खसल ंदान मभडदाठभ जमदा ंगो गयनी थनीं। ंगोरदी ब ैलयों कगो जखरु कर अनदाज मदाड।ँड़नप्रेजदा
र ंदा थदा। पनीछप्रे म।ँसड ंकप्रेरकर बगोलदा -- मदान लप्रे,ब ंडनप्रेगगोबर कगो संगोड़ ंनी सलयदा, तगो
तडइतनदा ककढ़तनी क्ययों ं ै? जगो सदारदा ज़मदानदा करतदा ं ै,व ंनी गगोबर नप्रे भनी ककयदा। अब
उसकप्रे बदाल-बच्चप्रे ंकए। मप्रेरप्रेबदाल-बच्चयों कप्रे सलए क्ययों अपननी सदाड।ँसत करदा,कम यंप्रेयों
मदारप्रे ससर कदा बगोझ अपनप्रे ससर पर रखप्रे!

'तम मंक ंनींउपदव ककी ंगो।'


जड़

'तगो मझप्रेकभनी नकदाल दप्रे । लप्रेजदा ब ैलयों कगो अनदाज मदाड।ँड़। म ैंंकक़्क़दा पनीतदा ंड।'ं।ँ

'तमक चलकर चक्ककी पनीसगो म ैंअनदाज मदाड़ड।ँगनी।'

ववनगोद मभ दछःखक उड़ गयदा। व ंनी उसककी दवदा ं ै। सं नयदा पसन्न ंगोकर ंडपदा कप्रे
बदाल गंडथनड़ब ैठ गयनी जगो बबलककल उलझकर र गयप्रेथप्रे,और ंगोरदी खसल ंदान
चलदा।
रससक बसंत सगंसंक और पमगोद और जनीवन ककी ववभत ड लटदाक र ंदा थदा, दगोनयों ंदाथयों
सप्रे,हदल खगोलकर। कगोयल आम ककी डदासलययों मभ छपनी अपननी रसनीलदी,समरु,
आत्मस्पशनी कडक सप्रेआशदाओंकगो जगदातनी ककरतनी थनी। म ंकए ककी डदासलययों पर म ैनयों
ककी बरदात-सनी लगनी ब ैठठी थनी। ननीम और ससरस और करगौंदप्रे अपननी म क मभ - नशदा

सदा घगोल दप्रे तप्रे थप्रे। आमयोंंगोरदी कप्रे बदाग़ मभ प ंकच


ड।ँ दा, तगो वक्षयोंं ृ कप्रे ननीचप्रेतदारप्रे -सप्रे णखलप्रे थप्रे।
उसकदा व्यधिथत, नरदाश मन भनी इस व्यदापक शगोभदा और स मसंडतदमभ आकर गदानप्रे
लगदा --

'ह यदा जरत र त हदन-र ै न। आम ककी डररयदा कगोयल बगोलप्रे,त नक न आवत च ैन।'

सदामनप्रेसप्रेदलदारदीक स ंकआइन, गलदाबनीक सदाड़नी प नप्रेचलदी आ र ंनी थनीं। पदाड।ँव मभ मगोटप्रे चदाड।ँददी
कप्रे कड़प्रे,गलथप्रेमभमगोटदी सगोनप्रेककी ंडस
।ँ लदी, चप्रेरदा सखदाड ंकआ; पर हदल रदा। एक समय थदा,
जब ंगोरदी खप्रेत-खसल ंदान मभ उसप्रे छप्रे ड़दा करतदा थदा। व भदाभनी, थनी
ंगोरदी दप्रे वर थदा,इस नदातप्रे सप्रे दगोनयों मभ ववनगोद ंगोतदा र तदा थदा। जब सप्रे सदा जनी मर
गयप्रे,दलदारदीक नप्रेघर सप्रे नकलनदा छगोड़ हदयदा। सदारप्रे हदन दकदानड पर ब ैठठी र तनी थनी
और व ंनीं वप्रे सदारप्रे गदाड।ँव ककी ख़बर लगदातनी र तनी थनी। क ंनीं आपस मभ झगड़दा

ंगो
जदाय, स ंकआइन व ंदाड।ँबनीच-बचदाव करनप्रेकप्रे सलए अवकय प ंकड।ँचप्रेगनी। आनप्रेकपए सद ड
सप्रेकम पर ंकपए सउदार न दप्रे तनी थनी। और यद्यवप सद ड कप्रे लगोभ मभ मलड भनी ंदाथ
आतदा थदा -- जगो ंकपए लप्रेतदा,खदाकर ब ैठ र तदा-- मगर उसकप्रे ब्यदाज कदा दर ज्ययों-
कदा-त्ययों बनदा र तदा थदा। बप्रेचदारदी क ैसप्रेवसलड करप्रे । नदासलश-फ़ररयदाद करनप्रे सप्रे र ंनी,
थदानदा-पसलसक करनप्रेसप्रेर ंनी, कप्रे वल जनीभ कदा बल थदा;पर ज्ययों-ज्ययों उम्र कप्रे सदाथ
जनीभ ककी तप्रेज़नी बदलतनी जदातनी थनी,उसककी कदाट घटतनी जदातनी थनी। अब उसककी
गदासलययों पर लगोग ंड।ँस दप्रे तप्रेथप्रेऔर मज़दाक़ मभ क तप्रे-- क्यदा करप्रे गनी ंकपए लप्रेकर
कदाककी, सदाथ तगो एक कसौड़नी भनी न लप्रे जदा सकप्रे गनी। ग़रदीब कगो णखलदा-वपलदाकर
श्जतननी असनीस समल सकप्रे, लप्रे-लप्रे। य ंनी परलगोक मभ कदाम आयप्रेगदा। और दलदारदीक
परलगोक कप्रे नदाम सप्रे जलतनी थनी।

ंगोरदी नप्रे छप्रे ड़दा-- आज तगो भदाभनी, तमक सचमचक जवदान लगतनी ंगो।

ंकआइन मगन ंगोकर बगोलदी -- आज मंगल कदा हदन , नज़र ै न लगदा दप्रे नदा। इसनी
मदारप्रे मक
ैं क छ प नतनी-ओढ़तनी न ंनीं। घर सप्रे नकलदी तगो सभनी घरनप्रेडलगतप्रे ं ैं,ज ैसप्रे कभनी
कगोई मप्रे ररयदा दप्रे खनी न ंगो। पटप्रे करदी वलदालदा ककी परदाननीक बदान अभनी तक न ंनीं छडटदी।

ंगोरदी हठठक गयदा; बड़दा मनगोरं जक पसंग छड़ गयदा थदा।ब ैल आगप्रे नकल गयप्रे।

'व तगो आजकल बड़प्रे भगत ंगो गयप्रे ं ैं। दप्रे खतनी ,न रदींपरनमदासनीडगो कगो सत्यनदारदायण
ककी कथदा सनतप्रेक ं ैंऔर दगोनयों जनड मंहदर मभ दशदन करनप्रेजदातप्रे ं ैं।'

'ऐसप्रे लम्पट श्जतनप्रे ंगोतप्रे,सभनी ैंबढ़प्रेड ंगोकर भगत बन जदातप्रे ं ैं। कककमदकदा
परदासधिचत तगो करनदा ंनी पड़तदा ं ै। पछगोड, म ैंअब बहढ़यदाक ंकई, मझसप्रेकक्यदा
ंड।ँसनी।'

'तमक अभनी बहढ़यदाक क ैसप्रे ंगो गयनी भदाभनी? मझप्रेकतगो अब भनी...'

'अच्छदा चपक ंनी र नदा, न ंनींडप्रेढ़ ससौ गदालदी दंडगनी।ं।ँ लड़कदा परदप्रे स कमदानप्रेलगदा,
एक हदन नप्रेवतदा भनी न णखलदायदा,सभत-मभ त मभ भदाभनी बतदानप्रे कगो ' त ैयदार।

'मझसप्रेकक़सम लप्रेलगो भदाभनी, जगो म ैंनप्रे ककीउसकमदाई कदा एक प ैसदा भनी छकआ ंगो। न
जदानप्रे क्यदा लदायदा,क ंदाड।ँ ख़रच ककयदा,मझप्रेकककछ भनी पतदा न ंनीं । बस एक जगोड़दा
संगोतनी और एक पगड़नी मप्रेरप्रे ंदाथ लगनी।'
'अच्छदा कमदानप्रे तगो लगदा,आज न ंनींकल घर स।ँभ
ड दालप्रेगदा ंनी। भगवदान
णउसप्रेसखनीक रखप्रे। मदारप्रे ंकपए भनी थगोड़दा-ंगोड़दा दप्रे तप्रेचलगो। सद ड ंनी तगो बढ़ र ंदा ं ै।'

'तम मंक ंदारदी एक-एक पदाई दंडगदा।ँ भदाभनी, ंदाथ मभ प ैसप्रे आनप्रे दगो। और खदा ंनी , जदायभगप्रेतगो
कगोई बदा र कप्रे तगो न ंनीं, ं ैंतगो तम मंक ंदारप्रे ंनी।'

स ंकआइन ऐसनी ववनगोद भरदी चदापलससययोंंड सप्रे ंगो जदातनी थनी। ंकई
नरस्त मस्करदातनीक
अपननी रदा चलदी गयनी।

ंगोरदी लपककर ब ैलयों कप्रे पदास प ंकड।ँच गयदा और उन म ंभपसौर मभ डदालकर चक्कर दप्रे नप्रे
लगदा। सदारप्रे गदाड।ँव कदा य ंनी एक खसल ंदान थदा। क ंनींम।ँड़
ड दाई ंगो र ंनी थनी, कगोई
अनदाज ओसदा र ंदा थदा, कगोई गल्लदा तसौल र ंदा थदा। नदाई, बदारदी, बढ़ई, लगो ंदार,
परगोहक त, भदाट, सभखदारदी, सभनी अपनप्रे-अपनप्रे जप्रेवरभ लप्रेनप्रे कप्रे सलए जमदा ंगो गयप्रे थप्रे।

एक पप्रेड़ कप्रे खदाट पर ब ैठप्रे अपननी सवदाई उगदा र ंप्रे थप्रे। कई ब नयप्रे
ननीचप्रेणझंगरदीससंंक
खड़प्रे गल्लप्रे कदा भदाव-तदाव कर र ंप्रे थप्रे। सदारप्रे खसल ंदान मभ मंडनी-सनीरसौनक़ककी
थनी।
एक खटककन बप्रेर और मकगोय बप्रेच र ंनी थनी और एक खयोंचप्रेवदालदा तप्रेल कप्रे सप्रेव और
जलप्रेबबयदाड।ँसलयप्रेककर र ंदा थदा। पंडडत ददातदाददीन भनी ंगोरदी सप्रेअनदाज ब।ँट
ड वदानप्रेकप्रे सलए
आ प ंड।ँचप्रेथप्रेऔर कप्रे सदाथ खदाट पर ब ैठप्रे थप्रे।
णझंगरदीससंंक
ंक
ददातदाददीन नप्रेसरतनी मलतप्रे ए क ंदा -- कछ सनदा, सरकदार भनी म ंदाजनयों सप्रे क र ंनी
ंक ंक ंक ंक
ं ैकक सद ड कदा दर घटदा दगो, ंनीं डडगनी न समलप्रेगनी।

णझंगरदीक तमदाझखदाड ड।ँककर बगोलप्रे-- पंडडत म ैंतगो एक बदात जदानतदा ंड।ं।ँतम मंक ंभगरज
पड़प्रेगनी तगो ससौ बदार मसप्रे ंकपए सउदार लप्रेनप्रेआओगप्रे,और म जगो ब्यदाज चदा ंभगप्रे,
लभगप्रे। सरकदार अगर असदासमययों कगो ंकपए सउदार दप्रे नप्रे कदा कगोई बंदगोबस्त ,न करप्रे गनी
तगो मभ इस क़दाननड सप्रेककछ न ंगोगदा। म दर कम सलखदायभग; लप्रेककन एक ससौ मभ
पचनीस प लप्रे ंनी कदाट लभगप्रे। इसमभ सरकदार क्यदा कर सकतनी ं ै।
'य तगो ठठीक ं ै; लप्रेककन सरकदार भनी इनबदातयों कगो ख़बड समझतनी ं ै। इसककी भनी
कगोई रगोक नकदालप्रेगनी,दप्रे ख लप्रेनदा।'

'इसककी कगोई रगोक ंगो ंनी न ंनीं सकतनी।'


'अच्छदा, अगर व शतद कर दप्रे ,जब तक स्टदाम्प पर गदाड।ँव कप्रे मणखयदाक यदा
कप्रे दसख़त न कदाररं ददा ंयोंगप्रे,व पक्कदा न ंगोगदा, तब क्यदा करगोगप्रे?'

'असदामनी कगो ससौ बदार गरज ंगोगनी, मणखयदाक ंदाथ-पदाड।ँव जगोड़ कप्रे लदायप्रेगदा और
कगो दसखत करदायप्रेगदा। म तगो एक चसौथदाई ंनी लभगप्रे।'

कदाट

'और जगो संड।ँस जदाओ! जदालदी ह सदाब सलखदा और सदाल कगो।'


गयप्रेचसौद

णझंगरदीससंंक ज़गोर सप्रे ंडस


।ँ दा -- तमक क्यदा क तप्रे ंगो पंडडत, क्यदा तब संसदार
बदल जदायप्रेगदा? क़दाननड और न्यदाय उसकदा ं ै,श्जसकप्रे पदास प ैसदा ं ै। क़दाननड तगो
ं ैकक
ंदाजन ककसनी असदामनी कप्रे सदाथ कड़दाई न करप्रे ,कगोई ज़मनींददार ककसनी कदास्तकदार कप्रे
सदाथ सख़्तनी न करप्रे ; मगर ंगोतदा क्यदा ं ै। रगोज़ ंनी दप्रे खतप्रे ंगो। ज़मनींददार मसकक
ब।ँडसंवदा
कप्रे वपटवदातदा ं ैऔर म ंदाजन लदात और जतप्रेडसप्रेबदात करतदा ं ै। जगो ककसदान पगोढ़दा
ं ै,उससप्रे न ज़मनींददार बगोलतदा, न ै म ंदाजन। ऐसप्रे आदसमययों सप्रे समल जदातप्रे ं ैं
और उनककी मदद सप्रेदसरप्रेड आदसमययों ककी गददन दबदातप्रे ं ैं। तम मंक ंदारप्रे ंनी ऊपर रदाय
सदा ब कप्रे पदाड।ँच ससौ ंकपए नकलतप्रे;लप्रेककन ैं नगोखप्रेरदाम मभ ं ै इतननी ह म्मत
कक
तमसप्रेक
क क छ बगोलप्रे? व जदानतप्रे , त ैंमसप्रेम
क प्रेल करनप्रे ंनी मभ उनकदा ह त ं ै। असदामनी
मभ इतनदा बतदाड ं ैकक रगोज़ अददालत दसौड़प्रे? सदारदा कदारबदार इसनी तर चलदा जदायगदा,
ज ैसप्रे चल र ंदा ं ै। कच-अददालतरदी उसनी कप्रे सदाथ , ं ैश्जसकप्रे पदास प ैसदा ं ै।

लगोगयों कगो घबरदानप्रे ककी कगोई बदात न ंनीं।
क कर उन म ंयोंनप्रे खसल ंदान कदा एक चक्कर लगदायदा और ककर आकर खदाट पर

ब ैठतप्रे ंकए बगोलप्रे-- ंदाड।ँ,मतई कप्रे ब्यदा कदा क्यदा ंकआ? मदारदी सलदा तगो ं ै कक
उसकदा ब्यदा कर डदालगो। अब तगो बड़नी बदनदामनी ंगो र ंनी ं ै।

ददातदाददीन कगो ज ैसप्रे तत ैयदा नप्रे कदाट खदायदा। इस आलगोचनदा कदा क्यदा आशय,व थदा
ख़बड समझतप्रेथप्रे।
गमद ंगोकर बगोलप्रे-- पनीठ पनीछप्रे आदमनी जगो चदा ंप्रे बकप्रे ,मदारप्रे म।ँं
ड कपर कगोई ककछ क ंप्रे ,
तगो उसककी मंडछभभीँउखदाड़ लंड।ं।ँकगोई मदारदी तर नप्रेमनी बन तगो लप्रे। ककतनयों कगो जदानतदा
ंड,जतोँ कभनी संध्यदा-बंदन न ंनीं करतप्रे,नउन म ंभ संरम सप्रे मतलब,नकरम सप्रे;न कथदा
सप्रे मतलब,न परदानक सप्रे। व भनी अपनप्रेकगो बदाह्मण क तप्रे ं ैं। मदारप्रे ऊपर क्यदा
ंड।ँसप्रेगदा कगोई, श्जसनप्रे अपनप्रे जनीवन मभ एक एकदादसनी भनी नदागदा न , ंनींकभनीककीबबनदा
स्नदान-पजनड ककयप्रेम।ँं
ड कमभपदाननी न ंनीं डदालदा। नप्रेम कदा नभदानदा कहठन ं ै। कगोई बतदा
दप्रे कक मनप्रे कभनी बदाज़दार ककी कगोई चनीज़ खदायनी , यदागो ककसनी दसरप्रेड कप्रे ंदाथ कदा
पदाननी वपयदा ंगो, तगो उसककी टदाड।ँग ककी रदा नकल जदाऊड।ँ । सससलयदा मदारदी चसौखट न ंनीं
लदाड।ँघनप्रे पदातनी,चसौखट; बरतन-भदाड।ँड़प्रेछडनदा तगो दसरदीड बदात ं ै। म ैंय न ंनींक तदा कक
मतई ब त अच्छदा कदाम कर र ं ै,लप्रेककन जब एक बदार एक बदात ंगो गयनी
य ंदा
ंक
तगो य पदाजनी कदा कदाम ं ैकक औरत कगो छगोड़ दप्रे । म ैंतगो खल्लमखक ंकल्लदा क तदा ंड,ं।ँ
इसमभ छपदानप्रे ककी कगोई बदात न ंनीं।-जदास्तनी पववत ं ै।
ददातदाददीन अपननी जवदाननी मभ स्वयम णबड़प्रेरससयदा र चकप्रेक थप्रे;लप्रेककन अपनप्रे नप्रेम-सं द

सप्रेकभनी न ंनींचकप्रे।ंड मदातदाददीन भनी पतक ककी भदाड।ँत उन म ंनींकप्रे पद-धिचह् नयों पर
सयगोग्यक
चल र ंदा थदा। संमदकदा तत्व ं ैपजदाड-पदाठ, कथदाव्रत और चसौकदा-चल मंड ंदा।
मलड जब
वपतदा-पतक दगोनयों ंनी तत्व कगो पकड़प्रे ए ं ैं,तगो ककसककी मजदाल ं ै कक उन म ंभ
मलड
पथ-भ्रष्ट क सकप्रे । ंक

णझंगरदीस नप्रेक़दायल ंगोकर क ंदा म ैंनप्रे तगो ,भदाईजगो सनदाक थदा, व तमसप्रेकक
संंक --
हदयदा।
ददातदाददीन नप्रेम ंदाभदारत और सप्रेबदाह्मणयों-द्वदारदा अन्य जदा तययों ककी कन्यदाओं
परदाणयोंंक
कप्रे ग ण ककयप्रेजदानप्रेककी एक लम्बनी सचनीड पप्रेश ककी और य ससद् सं कर हदयदा कक
उनसप्रेजगो संतदान ई, व बदाह्मण क लदायनी और आजकल कप्रे जगो बदाह्मण ं ैं,व
ंक
उन म ंनीं संतदानयों ककी संतदान ं ैं। य पथदा आहदकदाल सप्रे चलदी आयनी ं ै और इसमभ
कगोई लज्जदा ककी बदात न
ंनीं।
णझंगरदीस उनकप्रे पदांडडत्य पर ंगोकर बगोलप्रे-- तब क्ययों आजकल लगोग
संंक मग मसंक
वदाजपप्रेयनी और सकल बनप्रेककरतप्रे ं ैं?
ंकक
'समय-समय ककी परथदा ं ै और क्यदा! ककसनी मभ उतनदा तप्रेजतगो ंगो। बबस
खदाकर
उसप्रेपचदानदा तगो चदाह ए। व सतजगक ककी बदात थनी, सतजगक कप्रे सदाथ गयनी। अब तगो
अपनदा नबदा बबरदादरदी कप्रे सदाथ समलकर र नप्रे मभ ; गर ै क।ँड क्यदा, कगोई
लड़ककीवदालदा आतदा ंनी न ंनीं। तमसप्रेकभनी क ंदा, औरयों सप्रे भनी क , ंदाकगोई न तगो
ंनींसनतदाक
म ैं क्यदा लड़ककी बनदाऊड।ँ?'
णझंगरदीस नप्रेडदाड।ँटदा -- झठड मत बगोलगो पंडडत, म ैं दगो आदसमययों कगो संदाड।ँस-कर
संंक
लदायदा; मगर तमक म।ँसड ंक ैलदानप्रेलगप्रे,तगो दगोनयों कदान खड़प्रे करकप्रे नकल भदागप्रे। आणख़र
ककस बबरतप्रे पर ज़दार-पदाड।ँच ससौ मदाड।ँगतप्रे ंगो तमक? दस बनीघप्रे खप्रेत और भनीख कप्रे ससवदा
तम मंक ंदारप्रे पदास और क्यदा ं ै?
ददातदाददीन कप्रे असभमदान कगो चगोट लगनी।

डदाढ़दी पर ंदाथ संप्रे रकर पदास ककछ न स ंनी, म ैंभनीख ंनी ंड,लप्रेककन।ँ
बगोलप्रे-- मदाड।ँगतदा
म ैंनप्रे अपननी लड़ककययों कप्रे ब्यदा मभ -पदाड।ँचपदाड।ँचससौ हदयप्रे;ककर ैंलड़कप्रे कप्रे सलए पदाड।ँच
ससौ क्ययों न मदाग।ँड?ं।ँककसनी नप्रे सभत-मभ त मभ मप्रेरदी लड़ककी ब्यदा लदी ंगोतनी तगो म ैं भनी सप्रे
मभ लड़कदा ब्यदा लप्रेतदा। र ंनी ं ैससयत ककीत। बदातमक जजमदाननी कगो भनीख समझगो, म ैं
तगो उसप्रेज़मनींददारदी समझतदा ंड;बंकघर।ं।ँ ज़मनींददारदी समट जदाय,बंकघर टडट जदाय,
लप्रेककन जजमदाननी अंत तक बननी र ंप्रेगनी। जब तक ह दं -ंडजदा त र तब तक
ंप्रेगनी,
बदाह्मण भनी र ंभगप्रे और जजमदाननी भनी र प्रेगनी। स ंदालग मभ मज़प्रे सप्रे -घरदगो ब ैठप्रे ससौ ससौ
संटकदार लप्रेतप्रे ं ैं। कभनीग लड़भदा गयदा, तगो चदार-पदाड।ँच ससौ मदार सलयदा। कपड़प्रे, बरतन, भगोजन
अलग। क ंनीं-न-क ंनीं नत ंनी कदार-परगोजन पड़दा ंनी र तदा ं ै। ककछ
समलप्रे तब भनी एक-दगो थदाल और दगो-चदार आनप्रे दक्षक्षणदा समल ंनी जदातप्रे ं ैं। ऐसदा च ैन
न ज़मनींददारदी मभ ,न सदा ै ंडकदारदी मभ । और ककर मप्रेरदा तगो सससलयदा सप्रेश्जतनदा
उबदार ंगोतदा ं ै,उतनदा बदाह्मन ककी कन्यदा सप्रे क्यदा ंगोगदा? व तगो ब ंकररयदा बननी
ब ैठठी र ंप्रेगनी। ब ंकत ंगोगदा रगोहटयदाड।ँपकदा दप्रे गनी। य ंदाड।ँसससलयदा अकप्रेलदी तनीन
आदसमययों कदा कदाम करतनी ं ै। और म ैंउसप्रेरगोटदी कप्रे ससवदा और क्यदा दप्रे तदा ंड?ं।ँब
ंकत ंकआ, तगो सदाल मभ एक संगोतनी दप्रे ददी।

दसरप्रेड पप्रेड़ कप्रे ननीचप्रेददातदाददीन कदा नजनी प ैरदा थदा। चदार ब ैलयों सप्रेम।ँड़
ड दाई ंगो र ंनी थनी।
संन्नदा चमदार ब ैलयों कगो ंदाड।ँक र ंदा, सससलयदाथदा प ैरप्रे सप्रे अनदाज नकदाल-
नकदालकर
ओसदा र ंनी थनी और मदातदाददीन दसरदीड ओर ब ैठदा अपननी लदाठठी मभ तप्रेल मल र ंदा थदा।
सससलयदा सदाड।ँवलदी सलगोननी,छर रदी बदासलकदा थनी, जगो ंडपवतनी न ंगोकर भनी
आकषदक थनी। उसकप्रे ंदास मभ ,धिचतवन मभ ,अंगयों कप्रे ववलदास मभ षद कदा
उन्मदाद,श्जससप्रेथदा उसककी बगोटदी-बगोटदी नदाचतनी र तनी थनी, ससर सप्रेपदाड।ँव तक भसप्रेडकप्रे
अणओंंकमभसननी,
पसनीनप्रे सप्रे ,तरससर कप्रे बदाल सआप्रेखलप्रेक,व दसौड़-दसौड़कर अनदाज ओसदा र ंनी थनी,
मदानगो तन-मन सप्रे कगोई खप्रेल खप्रेल र ंनी ंगो।
मदातदाददीन नप्रे क ंदा-- आज सदाड।ँझ तक नदाज क़कीबदा न र ंप्रेसससलयदा! तडथक गयनी
ंगो तगो म ैं आऊड।ँ?

सससलयदा पसन्न मखक बगोलदी -- तमक कदा ंप्रेकगो आओगप्रेपंडडत! म ैंसंझदा तक


सब ओसदा दंडगनी।ं।ँ

'अच्छदा, तगो म ैं अनदाज -ढगोकर रख आऊड।ँ। तडअकप्रेलदी क्यदा-क्यदा कर लप्रेगनी?'

'तमक घबड़दातप्रेक्ययों ंगो, म ैंओसदा भनी दंडगनीभीँ, ढगोकर रख भनी आऊड।ँ गनी। प र रदात कत
य ंदाड।ँ एक ददानदा भनी न र ंप्रेगदा।'

दलदारदीक स ंकआइन आज अपनदा लप्रेनदा वसलड करतनी ककरतनी थनी। सससलयदा उसककी
दकदानड सप्रे ंगोलदी कप्रे हदन दगो प ैसप्रेकदा गलदाबनीक रं ग लदायनी थनी। अभनी तक प ैसप्रेन हदयप्रे
थप्रे।

सससलयदा कप्रे पदास आकर बगोलदी-- क्ययों रदी सससलयदा, म ंनीनदा-भर रं ग लदायप्रे
ंगो
गयदा,
अभनी तक प ैसप्रे न ंनीं ।हदयप्रेमदाड।ँगतनी ंडततोँ मटककर चलदी जदातनी ं ै। आज म ैंबबनदा
प ैसदा सलयप्रेन जदाऊड।ँगनी। मदातदाददीन चपकप्रेक-सप्रे सरक गयदा थदा। सससलयदा कदा तन और
मन दगोनयों लप्रेकर भनी बदलप्रेमभककछ न दप्रे नदा चदा तदा थदा। सससलयदा अब उसककी
नगदा मभ कप्रे वल कदाम करनप्रे ककी मशनीन,औरथनी ककछ न ंनीं। उसककी ममतदा कगो व
बड़प्रे कसौशल सप्रे नचदातदार तदा थदा। सससलयदा नप्रे आड।ँख उठदाकर दप्रे खदा तगो मदातदाददीन
व ंदाड।ँ न थदा।

बगोलदी -- धिचल्लदाओ मत स ंकआइन, य लप्रे लगो,दगो ककी जग चदार प ैसप्रे कदा अनदाज।
अब क्यदा जदान लप्रेगनी? म ैं मरदी थगोड़प्रे ंनी जदातनी थनी!

उसनप्रे अंददाज़ सप्रे कगोई- भसप्रेरअनदाज ढप्रे र मभ सप्रे नकदालकर स ंकआइन कप्रे सं ैलप्रे ंकए
अंचल मभ डदाल हदयदा।
उसनी वक़्त मदातदाददीन पप्रेड़ ककी आड़ सप्रेझल्लदायदा ंकआ नकलदा और स ंकआइन कदा
अंचल पकड़कर बगोलदा-- अनदाज ससनीप्रेसप्रेरख दगो स ंकआइन, लटड न ंनीं ं ै।
ककर उसनप्रे लदाल-लदाल आड।ँखयों सप्रे सससलयदा कगो दप्रे खकर --डदाड।ँटदातनप्रेअनदाज क्ययों दप्रे
हदयदा? ककससप्रेपछकरू हदयदा? तक
ड सौन ंगोतनी ं ैमप्रेरदा अनदाज दप्रे नप्रेवदालदी?

स ंकआइन नप्रेअनदाज ढप्रे र मभ डदाल हदयदा और सससलयदा क्कदा-बक्कदा ंगोकर


मदातदाददीन कदा म।ँं
ड कदप्रेखनप्रेलगनी। ऐसदा जदान पड़दा, श्जस डदाल पर व नश्क चंत ब ैठठी
ंकई थनी, व टडट गयनी और अब व नररदादार ननीचप्रेधिगरदी जदा र ंनी ं ै! णखससयदायप्रे
ंकए म।ँडंकसप्रे, आड।ँखयों मभ आस।ँभ
ड रकर, स ंकआइन सप्रेबगोलदी -- तम मंक ंदारप्रे प ैसप्रेमक ैं कर
दप्रे दंडगनीभीँ
ंकआइन! आज मझक पर दयदा करगो।

ंकआइन नप्रेउसप्रेदयदाददनप्रेतयों सप्रेदप्रेखदा और मदातदाददीन कगो धधिक्कदार भरदी आड।ँखयों सप्रे


दप्रे खतनी ंकई चलदी गयनी।

तब सससलयदा नप्रेअनदाज ओसदातप्रे ंकए आ त गवदसप्रेपछदाड -- तकम म ंदारदी चनीज़


मभ मप्रेरदा ककछ अश्ख़्तयदार न ंनीं ं ै?

मदातदाददीन आड।ँखभकदालकरन बगोलदा -- न ंनीं,तझप्रेककगोई अश्ख़्तयदार न ंनीं ं ै। कदाम


करतनी ं ै,खदातनी ं ै। जगो तडचदा ंप्रेकक खदा भनी, लटदाक भनी; तगो य य ंदाड।ँ न ंगोगदा। अगर
तझप्रेय
क ंदाडन
।ँ परतदा पड़तदा ंगो, क ंनींऔर जदाकर कदाम कर। मजरयोंंड ककी कमनी न ंनीं
ं ै। सभत मभ न, खदानदानींलप्रेतप्रे-कपड़दा दप्रे तप्रे ं ैं।

सससलयदा नप्रे उस पक्षनी ककीभदाड।ँ, तश्जसप्रे मदासलक नप्रे पर कदाटकर वपंजरप्रे सप्रे नकदाल
हदयदा ंगो, मदातदाददीन ककी ओर दप्रे खदा। उस धिचतवन मभ वप्रेदनदा अधधिक थनी यदा भत्सदनदा,
य क नदा कहठन ं ै। पर उसनी पक्षनी ककी भदाड।ँ त उसकदा मन संड़ड़ड़दा र ंदा थदा और
ऊड।ँचनी डदाल पर उन्मकम ंकत वदाय-ंकमंडल मभ उड़नप्रे ककी शश्क्न तपदाकर उसनी वपंजरप्रे मभ
जदा ब ैठनदा चदा तदा थदा, चदा ंप्रे उसप्रे बप्रेददानदा,बप्रेपदाननी,वपंजरप्रे ककी तनीसलययों सप्रे ससर
टकरदाकर मर ंनी क्ययों न जदानदा पड़प्रे। सससलयदा सगोच र ंनी थनी,अब उसकप्रे सलए दसरदाड
कसौन-सदा ठसौर ं ै। व ब्यदा तदा न ंगोकर भनी संस्कदार मभ और व्यव ंदार मभ और
मनगोभदावनदा मभ ब्यदा तदा ,थनीऔर अब मदातदाददीन चदा ंप्रे उसप्रे मदारप्रे यदाटप्रे ,कदाउसप्रेदसरदाड
आशय न ंनीं , ं ैदसरदाड अवलंब न ंनीं ं ै। उसप्रेव हदन यदाद आयप्रे-- और अभनी दगो
सदाल भनी तगो न ंनीं ंकए -- जब य ंनी मदातदाददीन उसकप्रे तलवप्रे स लदातदा ,थदाजब उसनप्रे
जनप्रेऊ ंदाथ मभ लप्रेकर क --ंदा थदासससलयदा, जब तक दम मभ दम, त ैझप्रेकब्यदा तदा
ककी तर रखगदांडं।ँ; जब व पप्रेमदातरु ंगोकर ंदार मभ और बदाग़ मभ और नददी कप्रे
तट पर
उसकप्रे पनीछप्रे -ंनीछप्रे पदागलयों ककी भदाड।ँत ककरदा करतदा थदा। और आज उसकदा य नष्ठकर
व्यव ंदार! मठठीक-भर अनदाज कप्रे सलए उसकदा पदाननी उतदार सलयदा।

उसनप्रे कगोई जवदाब न हदयदा। कं ठ मभ नमक कप्रे एक -डलप्रेसदाअनकदाभवक करतनी ंकई,


त हृदय और सशधिथल ंदाथयों सप्रे ककर कदाम करनप्रे लगनी। उसनी वक़्त उसककी मदाड।ँ , बदाप,
दगोनयों भदाई और कई अन्य चमदारयों नप्रे न जदानप्रे कककर सप्रे आकर मदातदाददीन कगो घप्रेर
सलयदा।

सससलयदा ककी मदाड।ँ नप्रे आतप्रे ंनी उसकप्रे ंदाथ सप्रे अनदाज ककी टगोकरदी छठीनकर संभ क ददी और
गदालदी दप्रे कर बगोलदी-- रदाड।ँड़,जब तझप्रेकमज़दरदीड ंनी करननी थनी, तगो घर ककी मजरदीड
छगोड़ कर य ंदाड।ँ क्यदाकरनप्रे आयनी। जब बदाह्मण कप्रे सदाथ र तनी, तगो ै बदाह्मण ककी
तर र । सदारदी बबरदादरदी ककी नदाक कटवदाकर भनी चमदाररन ंनी बननदा थदा, तगो य ंदाड।ँ
क्यदा घनी कदा लयोंददा लप्रेनप्रेआयनी थनी। चल्लकड-भर पदाननी मभ डडब न ंनींमरतनी!

णझंगरदीससंंक और ददातदाददीन दगोनयों दसौड़प्रेऔर चमदारयों कप्रे बदलप्रे ंकए तप्रेवर दप्रे खकर उन म भ
शदांत करनप्रे ककी चप्रेष्टदा करनप्रे लगप्रे।

णझंगरदीससंंक नप्रेसससलयदा कप्रे बदाप सप्रेपछदाड -- क्यदा ं ै धचसौरदी,ककस बदात कदा


बदात झगड़दा ं ै?

सससलयदा कदा बदाप रखस


ड दाठ सदाल कदा बढ़दाड थदा; कदालदा, दबलदाक, सखनीड समचदककी
तर वपचकदा ंकआ; पर उतनदा ंनी तनीक्ष्ण।

बगोलदा -- झगड़दा ककछ न ंनीं ं ैठदाककर, म आज यदा तगो मदातदाददीन कगो चमदार बनदा कप्रे
छगोड़भगप्रे,यदा उनकदा और अपनदा रकत एक कर दभ गप्रे। सससलयदा कन्यदा जदात,ककसनी ै-न-
ककसनी कप्रे घर जदायगनी ंनी। इस पर मभ ककछ न नींक नदा ं ै; मगर उसप्रे जगो कगोई भनी
रखप्रे, मदारदा ंगोकर र ंप्रे। तमक मभ बदाह्मण न ंनींबनदा सकतप्रे,मददाक म तम मंक ंभ चमदार
बनदा सकतप्रे ं ैं।मभ बदाह्मण बनदा , दगोमदारदी सदारदी बबरदादरदी बननप्रे कगो त ैयदार ं ै। जब य
समरथ न ंनीं, तगो ै ककर तमक भनी चमदार बनगो। मदारप्रे सदाथ खदाओ-वपओ, मदारप्रे सदाथ
उठगो-ब ैठगो। मदारदी इज़्ज़त लप्रेतप्रे, तगो ंगो अपनदा संरम मभ दगो।
ददातदाददीन नप्रे लदाठठी संटकदार कर क ंदा-- म।ँं
ड कस।ँभ
ड दाल कर बदातभ कर रखआ!ंक तप्रेरदी
बबहटयदा व खड़नी ं ै, लप्रे जदा ज ंदाड।ँ चदा ंप्रे। मनप्रे उसप्रे बदाड।ँसं न ंनीं रक्खदा ं ै। कदाम थनी,
मजरदीड लप्रेतनी थनी। य ंदाड।ँमजरयोंंड ककी कमनी न ंनीं ं ै।

सससलयदा ककी मदाड।ँ उड।ँ गलदी चमकदाकर बगोलदी--वदा -वदा पंडडत! ख़बड नयदाव करतप्रे ंगो।
तम मंक ंदारदी लड़ककी ककसनी चमदार कप्रे सदाथ नकल गयनी ंगोतनी और तमक इस तर ककी
बदातभ करतप्रे,तगो दप्रे खतनी। म चमदार ं ैं इससलए मदारदी कगोई इज़्ज़त ंनी न ंनीं! म
सससलयदा कगो अकप्रेलप्रेन लप्रेजदायगप्रे।ँड,उसकप्रे सदाथ मदातदाददीन कगो भनी लप्रेजदायगप्रे।ँड,श्जसनप्रे
उसककी इज़्ज़त बबगदाड़नी ं ै। तमक बड़प्रेनप्रेमनी-संरमनी ंगो। उसकप्रे सदाथ सगोओगप्रे;लप्रेककन
उसकप्रे ंदाथ कदा पदाननी न वपओगप्रे! य ंनी चकड़ ैल ं ैकक य सब स तनी ं ै। म ैंतगो ऐसप्रे
आदमनी कगो मदा ंकर दप्रे दप्रेतनी।

रखडनप्रेअपनप्रेसदाधिथययों कगो ललकदारदा -- सनक लदी इन लगोगयों ककी बदात कक न ंनीं! अब


क्यदा खड़प्रेम।ँं
ड त
क दाकतप्रे ंगो।

इतनदा सननदाक थदा कक दगो चमदारयों नप्रेलपककर मदातदाददीन कप्रे ंदाथ पकड़ सलयप्रे ,तनीसरप्रे
नप्रे झपटकर उसकदा जनप्रेऊ तगोड़ डदालदा और इसकप्रे पह लप्रे कक ददातदाददीन और
णझंगकरदीससं अपननी-अपननी लदाठठी स।ँभ
ड दाल सकभ,दगो चमदारयों नप्रेमदातदाददीन कप्रे म।ँं
ड कमभ
एक बड़नी-सनी ड्डनी कदा टककड़दा डदाल हदयदा। मदातदाददीन नप्रेददाड।ँत जकड़ सलयप्रे ,ककर भनी
व घनसौननी वस्तकउनकप्रे ओठयों मभ तगो लग ंनी गयनी। उन म ई और म।ँं ड क
ंभमतलदी
ंक
आप-सप्रे-आप खलक गयदा और ड्डनी कंठ तक जदा प ंडच ।ँ नी। इतनप्रेमभखसल ंदान कप्रे
ंक
सदारप्रे आदमनी जमदा ंगो गयप्रे;पर कक कगोई इन संमदकप्रे लटप्रे रयोंंक सप्रे
आकचयदय
मज़दाहक म न आ। मदातदाददीन कदा व्यव ंदार सभनी कगो नदापसंद थदा। गदाड।ँव ककी ब -

ंक ंड

बप्रेहटययों कगो घरदाड करतदा थदा, इससलए मन मभ सभनी उसककी दगदत


क सप्रेपसन्न थप्रे। ंदाड।ँ,
ऊपरदी मन सप्रे लगोग चमदारयों पर रगोब जमदा र थप्रे।

ंगोरदी नप्रे क ंदा-- अच्छदा, अब ब ंक रख!ंड भलदा चदा तप्रे ंगो, तगो य ंदाड।ँ सप्रे चलप्रे
ंकत आ
जदाओ।
रखन
ड प्रे नडरतदा सप्रेउत्तर हदयदा -- तम मंक ंदारप्रे घर मभ भनी लड़ककयदाड।ँं ैंंगोरदी म तगो,
इतनदा समझ लगो। इस तर गदाड।ँव ककी मरजदाद बबगड़नप्रे ,लगनीतगो ककसनी ककी आबड
न बचप्रेगनी।
एक क्षण मभ शतकपर परदीड ववजय पदाकर आक्रमणकदाररययों नप्रे व ंदाड।ँ सप्रे टल जदानदा ंनी उधिचत
समझदा। जनमत बदलतप्रे दप्रे र न ंनीं लगतनी। उससप्रे बचप्रे र नदा ंनी अच्छदा ं ै। मदातदाददीन क़ ै
कर र ंदा थदा।

ददातदाददीन नप्रेउसककी पनीठ स लदातप्रे ंकए क ंदा -- एक-एक कगो पदाड।ँच-पदाड।ँच सदाल कप्रे
सलए न भप्रेजवदायदा,तगो क नदा। पदाड।ँच-पदाड।ँच सदाल तक चक्ककी वपसवदाऊड।ँ गदा।

रखडनप्रे ंप्रेकड़नी कप्रे सदाथ जवदाब हदयदा -- इसकय य यसक


म तई ग़म न य। कदन तमद यरड़
तर ब ैठप्रे मसौज करतप्रे ं ैं। ज ंदाड।ँ कदाम,व ंनींकरभ गप्रेसआदापप्रेट ददानदा समल जदायगदा।
मदातदाददीन क़ ै कर चकनप्रेककप्रे बदाद नजनीव-सदा ज़मनीन पर लप्रेट गयदा,मदानगो कमर टडट
गयनी ंगो, मदानगो डडब मरनप्रेकप्रे सलए चल्लभ
डक र पदाननी खगोज र ंदा ंगो। श्जस मयदादददा
कप्रे
बल पर उसककी रससकतदा और घमंड और पंकषदाथदअकड़तदा ककरतदा थदा, समट

चककीक थनी। उस ड्डनी कप्रे टककड़प्रेनप्रेउसकप्रे म।ँं
ड क
क गो ंनी न ंनीं,उसककी आत्मदा कगो भनी
अपववत कर हदयदा थदा। उसकदा संमद इसनी खदान-पदान, छडत-ववचदार पर आ
हटकदा
ंक
थदा। आज उस संमद ककी जड़ कट गयनी। अब व लदाख पदायश्कचत्त करप्रे , लदाख गगोबर
खदाय और गंगदाजल वपयप्रे,लदाख ददान-पडयक और तनीथद-व्रत करप्रे , उसकदा आ
मरदा
ंक
संमद जनी न ंनीं सकतदा;अगर अकप्रे लप्रे ककी बदात ंगोतनी,तगो छपदा लदी जदातनी; य ंदाड।ँ

तगो सबकप्रे सदामनप्रेउसकदा संमदलटदा।ंक अब उसकदा ससर मप्रेशदा कप्रे सलए ननीचदा ंगो

गयदा। आज सप्रेव अपनप्रे ंनी घर मभ अछडत समझदा जदायगदा। उसककी स्नप्रे मयनी मदातदा

भनी उससप्रेघणदा ृ करप्रे गनी। और संसदार ससप्रेमदकदा ऐसदा लगोप ंगो गयदा कक इतनप्रेआदमनी

कप्रेवल खड़प्रेतमदाशदा दप्रे खतप्रेर ंप्रे। ककसनी नप्रेचंडतक।ँ न ककी। एक क्षण प लप्रेजगो लगोग
उसप्रे दप्रे खतप्रे ंनी पदालदागन करतप्रे,अबथप्रेउसप्रेदप्रेखकर म।ँसड ंकप्रेर लभग। व ककसनी मंहदर मभ
भनी न जदा सकप्रे,नगदाककसनी कप्रे बरतन-भदाड।ँड़प्रेछड सकप्रेगदा। और य सब ंकआ इस
अभदाधिगन सससलयदा कप्रे कदारण। सससलयदा ज ंदाड।ँ अनदाज ओसदा र ंनी, वथनीनीं
ससर झकदायप्रेकखड़नी थनी, मदानगो य उसनी ककी दगदत
क ंगो र ंनी ं ै।

सदा उसककी मदाड।ँ नप्रे आकर डदाड।ँटदा--खड़नी तदाकतनी क्यदा ं ै? चल ससनीप्रे घर,न ंनीं बगोटदी-
बगोटदी कदाट डदालंडगनी।ं।ँ बदाप-ददाददा कदा नदाम तगो ख़बड उजदागर कर चककीक, अब क्यदा
करनप्रे पर लगनी ?ं ै

सससलयदा मत ड दवत णखड़नी र ंनी। मदातदा-वपतदा और भदाइययों पर उसप्रे कक्रगो आ र


ंदा थदा। य लगोग क्ययों उसकप्रे बनीच मभ बगोलतप्रे ं ैं। व ज ैसप्रे,र चदातनी तनी ै,द ै सरयोंंड सप्रे
क्यदा मतलब? क तप्रे , य ैं ंदाड।ँ तप्रेरदा अपमदान ंगोतदा,तब ै क्यदा कगोई बदाह्मण उसकदा
पकदायदा खदा लप्रेगदा? उसकप्रे ंदाथ कदा पदाननी पनी लप्रेगदा?अभनी ज़रदा दप्रे र प लप्रे उसकदा मन
ददातदाददीन कप्रे नठकर व्यव ंदार सप्रेणखन्न ंगो र ंदा थदा, पर अपनप्रे घरवदालयों और
बबरदादरदी कप्रे इस अत्यदाचदार नप्रेउस ववरदाग कगो पचंड अनरदागक कदा ंडप दप्रे हदयदा।

ववदगो -भरप्रे मन सप्रे बगोलदी-- म ैं क ंनीं नऊड।ँगनी।जदा तडक्यदा य ंदाड।ँभनी मझप्रेकजनीनप्रेन


दप्रे गनी?

बहढ़यदाक ककशदस्वर मभ बगोलदी -- तडन चलप्रेगनी?

'न ंनीं।'

'चल ससनीप्रे सप्रे।'

'न ंनीं जदातनी।'

तरं तक दगोनयों भदाइययों नप्रेउसकप्रे ंदाथ पकड़ सलयप्रेऔर उसप्रेघसनीटतप्रे ंकए लप्रेचलप्रे।
सससलयदा ज़मनीन पर ब ैठ गयनी। भदाइययों नप्रे इस पर भनी न छगोड़दा। घसनीटतप्रे ंनी र ंप्रे।
उसककी सदाड़नी संट गयनी, पनीठ और कमर ककी खदाल छल गयनी; पर व जदानप्रे पर रदाज़नी
न ंकई।

तब रखडनप्रेलड़कयों सप्रेक ंदा -- अच्छदा, अब इसप्रे छगोड़ दगो। समझ लभगप्रे मर; गयनी मगर
अब जगो कभनी मप्रेरप्रेद्वदार पर आयनी तगो ल ंडपनी जदाऊड।ँगदा।

सससलयदा जदान पर खप्रेलकर बगोलदी-- ंदाड।ँ,जब तम मंक ंदारप्रे द्वदार पर जदाऊड।ँ,तगो पनी
लप्रेनदा। बक

हढ़यदा नप्रेकक्रगो कप्रे उन्मदाद मभ सससलयदा कगो कई लदातभ जमदाईं और रखडनप्रेउसप्रे टदा न
हदयदा ंगोतदा, तगो शदायद पदाण ंनी लप्रेकर छगोड़तनी।

बहढ़यदाक ककर झपटदी, तगो रखडनप्रेउससप्रेक्कप्रे दप्रे कर पनीछप्रे टदातप्रे ंकए क ंदा -- तडबड़नी
त्यदाररन ं ै कसलयदा! क्यदा उसप्रे मदार ंनी डदालप्रेगनी?
सससलयदा बदाप कप्रे प ैरयों सप्रे सलपटकर बगोलदी--मदार डदालगो ददाददा, सब जनप्रे समलकर
मदार डदालगो। ंदाय अम्मदाड।ँ,तमक इतननी नददयनी ंगो; इसनीसलए वपलदाकर पदालदा थदा?
दद ड
ससौर मभ ंनी क्ययों न गलदा घयोंट हदयदा? ंदाय! मप्रेरप्रेपनीछप्रे पंडडत कगो भनी
तमनप्रेकभररस्ट
कर हदयदा। उसकदा संरम लप्रेकर तम मंक ंभक्यदा समलदा? अब भनी मकझप्रेन
तगो व पछप्रे गदा।ंड
लप्रेककन पछप्रेड न पछप्रेड , र ंडगनीभीँ तगो उसनी कप्रे सदाथ। व मझप्रेकचदा ंप्रेभखयोंंड रखप्रे,चदा ंप्रे
मदार
डदालप्रे,पर उसकदा सदाथ न छगोड़ड।ँगनी। उनककी सदाड।ँसत करदाकप्रे छगोड़ दंड?ं।ँमर
जदाऊड।ँ,गनीपर रजदाई न बनंडगनी।ं।ँ एक बदार श्जसनप्रेबदाड।ँपकड़ लदी, उसनी ककी र
ंडगनी।ं।ँ

कसलयदा नप्रे ओठ चबदाकर क ंदा-- जदानप्रे दगो रदाड।ँड़ कगो।समझतनी ं ै,व इसकदा नबदा
करप्रे गदा;मगर आज ंनी मदारकर भगदा न दप्रे तगो म।ँं
ड न
क हदखदाऊड।ँ।

भदाइययों कगो भनी दयदा आ गयनी। सससलयदा कगो व ंनीं छगोड़कर सब-कप्रे-सब चलप्रे
गयप्रे। तब व संनीरप्रे सप्रेउठकर ल।ँ ग
ड ड़दातनी, करदा तनी, खसल ंदान मभ आकर ब ैठ गयनी
और अंचल मभ म।ँं
ड कढदाड।ँपकर रगोनप्रेलगनी।

ददातदाददीन नप्रेजलदाक ंप्रेकदा ग़स्सदाक डदाढ़दी पर उतदारदा -- उनकप्रे सदाथ चलदी क्ययों न ंनीं गयनी
रदी सससलयदा! अब क्यदा करवदानप्रेपर लगनी ई ं ै? मप्रेरदा सत्यदानदास करदाकप्रे भनी पप्रेट
न ंनीं भरदा? ंक

सससलयदा नप्रेआस।ँ-ड भरदी आड।ँखभ ऊपर उठदाईं। उनमभ तप्रेज ककी झलक थनी।

'उनकप्रे सदाथ क्ययों जदाऊड।ँ?श्जसनप्रे बदाड।ँ पकड़नी,उसकप्रे ै सदाथ र ंडगनी।ं।ँ'

पंडडतजनी नप्रे संमककी ददी-- मप्रेरप्रे घर मभ पदाड।ँव,तगो रखदालतयों सप्रेबदात क।ँड गदा।

सससलयदा नप्रे भनी उदंडतदा सप्रे क-- ंदामझप्रेकज ंदाड।ँव रखभग, व ंदाड।ँर ंडगनी।ं।ँ पप्रेड़ तलप्रेरखभ ,

चदा ंप्रे म ल मभ रखभ।


मदातदाददीन संजदा ंनीन-सदा ब ैठदा थदा। दगोप र ंगोनप्रेआ र ंदा थदा। संडप पश्त्तययों
सप्रेछन-छनकर उसकप्रे चप्रे रप्रे पड़र र ंनी थनी। मदाथप्रे सप्रे पसनीनदा टपक र ंदा थदा। पर
व मसौन, नस्पंद ब ैठदा ंकआ थदा।

स सदा ज ैसप्रे उसनप्रे ंगोश मभ आकर-- कमप्रेरप्रेदा सलए अब क्यदा क तप्रे ंगो ?ददाददा
ददातदाददीन नप्रेउसकप्रे ससर पर ंदाथ रखकर ढदाढ़स दप्रे तप्रे कए क ंदा -- तम मंक
ंदारप्रे सलए अभनी म ैंक्यदा क ंडबप्रेटदा।ँ? चलकर न ंदाओ, खदाओ, ककर पंडडतयोंककी
ज ैसनी व्यवस्थदा ंगोगनी, व ैसदा ककयदा जदायगदा। , ंदाड।ँएक बदात ं ै; सससलयदा कगो
त्यदागनदा पड़प्रेगदा।

मदातदाददीन नप्रे सससलयदा ककी ओर रकम त-भरप्रे नप्रेतयों सप्रे दप्रे खदा--म ैंअब उसकदा कभनी म।ँं
ड क
न दप्रे खगदांडं।ँ; लप्रेककन परदासधिचत ंगो जदानप्रे पर ककर तगो कगोई दगोष न र ंप्रेगदा।

'परदासधिचत ंगो जदानप्रे पर कगोई दगोष-पदाप न ंनींर तदा।'

'तगो आज ंनी पंडडतयों कप्रे पदास जदाओ।'

'आज ंनी जदाऊड।ँ गदा बप्रेटदा!'

'लप्रेककन पंडडत लगोग क ंभ कक इसकदा परदासधिचत न ंनीं ंगो , सकतदातब?'

'उनककी ज ैसनी इच्छदा।'

'तगो तमक मझप्रेकघर सप्रे नकदाल दगोगप्रे?'

ददातदाददीन नप्रेपतक-स्नप्रे सप्रे ववह्लव ंगोकर क ंदा -- ऐसदा क ंनीं ंगो सकतदा , बप्रेटदा!ं ै
संन जदाय, संरम जदाय, लगोक-मरजदाद जदाय, पर तम मंक ंभन ंनींछगोड़ सकतदा।
मदातदाददीन नप्रे लकड़नी उठदाई और बदाप कप्रे पनीछप्रे -ंनीछप्रे घर चलदा। सससलयदा भनी उठठी
और ल।ँ ग
ड ड़दातनी ंकई उसकप्रे पनीछप्रे ंगो लदी।

मदातदाददीन नप्रे पनीछप्रे ककरकर नमदम स्वर मभ -- कमप्रेरप्रेसदाथदा मत आ। मप्रेरदा तझसप्रेक कगोई
वदास्तदा न ंनीं। इतननी सदाड।ँसत करवदा कप्रे रदाभनी पप्रेटतप्रे न ंनीं भरतदा।

सससलयदा ननप्रेष मं ृटतदा कप्रे सदाथ उसकदा ंदाथ पकड़कर क ंदा-- वदास्तदा क ै सप्रे न ंनीं? ं ै
इसनी गदाड।ँव मभ तमससप्रेकननी, तमसप्रेकसदरं ंक, तमसप्रेकइज़्ज़तददार लगोग ं ैं। म ैंउनकदा ंदाथ क्ययों
न ंनींपकड़तनी। तम मंक ंदारदी य दददशदाक ंनी आज क्ययों ई? जगो रस्सनी तम मंक ंदारप्रे गलप्रे
ंक
मभ पड़ गयनी, उसप्रे ैतमक लदाख चदा ंगो, न ंनींछगोड़ सकतप्रे। और न म ैंतम मंक
ंभछगोड़कर क ंनींजदाऊड।ँगनी। मजरदीड क।ँड गनी, भनीख मदाग।ँडगनीभीँ; लप्रेककन तम मंक ंभन
छगोड़ड।ँगनी।
क तप्रे ंकए उसनप्रेमदातदाददीन कदा ंदाथ छगोड़ हदयदा और ककर खसल ंदान मभ जदाकर
अनदाज ओसदानप्रे लगनी। ंगोरदी अभनी तक व ंदाड।ँ अनदाज मदाड।ँड़ र ंदा थदा। सं नयदा उसप्रे
भगोजन करनप्रेकप्रे सलए बलदानप्रेकआयनी थनी। ंगोरदी नप्रेब ैलयों कगो प ैर सप्रेबदा र नकदालकर एक
पप्रेड़ मभ बदाड।ँसं हदयदा और सससलयदा सप्रे-- बगोलदातडभनी जदा खदा-पनी आ सससलयदा!
नयदा य ंदाड।ँबठ
ै ठी ं ै। तप्रेरदी पनीठ पर ककी सदाड़नी तगो ल ंडसप्रेरू।ँग गयनी ं ैरप्रे! क ंनींघदाव
पक न जदाय। तप्रेरप्रे घरवदालप्रे बड़प्रे नददयनी ं ैं।

सससलयदा नप्रे उसककी ओर ककण नप्रेतयों सप्रे दप्रे खदा--य ंदाड।ँ नददयनी कसौन न ,
ंनींददाददा!ं ै म ैंनप्रे तगो ककसनी कगो दयदावदान न ंनीं पदायदा।

'क्यदा क ंदा पंडडत नप्रे?'

'क तप्रे , मप्रेरदा ैं तमसप्रेककगोई वदास्तदा न ंनीं।'

'अच्छदा! ऐसदा क तप्रे ' ं ैं!

'समझतप्रे ंयोंगप्रे,इस तर अपनप्रेम।ँं


ड कककी लदालदी रख लभग; लप्रेककन श्जस बदात कगो
द ंकनयदा जदानतनी ं ै ,उसप्रे क ै सप्रे छपदा लभगप्रे। मप्रेरदी रगोहटयदाड।ँ ,नदभ ।भदारदी मप्रेरप्रे ैं सलए क्यदा?
मजरदीड अब भनी करतनी ंड,तब।ँ भनी क।ँड गनी। सगोनप्रेकगो ंदाथ भर जग तम मंक ंनींसप्रे मदाग।ँडगनीभीँ
तगो क्यदा तमक न दगोगप्रे?'

नयदा दयदादद ंगोकर बगोलदी-- जग ककी कसौन कमनी ं ैबप्रेटदी! तडचल मप्रेरप्रेघर र । ंगोरदी

नप्रेकदातर स्वर मभ क --ंदा बलदातनीक तगो ं ै,लप्रेककन पंडडत कगो जदानतनी न? ंनीं

नयदा नप्रे नभनीक स्वर मभ क-- ंदाबबगड़भगप्रे तगो एक रगोटदी बप्रेसनी खदा, औरलभगप्रेक्यदा
करभ ग। कगोई उनककी दब ैल ंड।ं।ँउसककी इज़्ज़त लदी, बबरदादरदी सप्रे नकलवदायदा,अब क
तप्रे , मप्रेरदा ैं तझसप्रेककगोई वदास्तदा न ंनीं। आदमनी ं ैकक क़सदाई। य उसनी ननीयत कदा
आज संल समलदा ं ै। प लप्रे न ंनीं सगोच सलयदा थदा। तब तगो बब ंदार करतप्रे र ंप्रे।
अब क तप्रे , म ैंझसप्रेककसौन वदास्तदा।

ंगोरदी कप्रे ववचदार मभ सं नयदा ग़लतनी कर र ंनी थनी। सससलयदा कप्रे घरवदालयों नप्रे मतई कगो
ककतनदा बबप्रेरम कर हदयदा,य कगोई अच्छदा कदाम न ंनीं ककयदा। सससलयदा कगो चदा ंप्रे
मदारकर लप्रे जदातप्रे,चदा ंप्रेदलदारकरु लप्रेजदातप्रे। व उनककी लड़ककी ं ै। मतई कगो क्ययों
बबप्रेरम ककयदा?

नयदा नप्रे संटकदार बतदाई-- अच्छदा र नप्रे दगो,बड़प्रे न्यदायनी बनप्रे ंगो। मरद-मरद सब
एक ंगोतप्रे ं ैं । इसकगो मतई नप्रेबबप्रेरम ककयदा तब तगो ककसनी कगो बरदाक न लगदा।
अब
जगो मतई बबप्रेरम ंगो गयप्रे,तगो क्ययों बरदाक लगतदा ं ै? क्यदा सससलयदा कदा संरम, संरम
ंनी न ंनीं? रखनी तगो चमदाररन, उस पर नप्रेमनी-संमनी बनतप्रे ं ैं। बड़दा अच्छदा ककयदा
रखड धचसौरदी नप्रे। ऐसप्रेगडयोंंंक ककी य ंनी सज़दा ं ै। तडचल सससलयदा मप्रेरप्रेघर। न-जदानप्रे क ै
सप्रे बप्रेदरद मदाड।ँ-बप ं ैंकक बप्रेचदारदी ककी सदारदी पनीठ ल ंडलदाक न कर ददी। तमक जदाकप्रे सगोनदा
कगो भप्रेज दगो। म ैंइसप्रेलप्रेकर आतनी ंड।ं।ँ ंगोरदी घर चलदा गयदा और सससलयदा सं नयदा
कप्रे प ैरयों पर धिगरकर रगोनप्रे लगनी।

***
24

सगोनदा सत वभ सदाल मभ थनी और इस सदाल उसकदा वववदा करनदा आवकयक थदा। ंगो
रदी
तगो दगो सदाल सप्रे इसनी कफ़क्र मभ , परथदा ंदाथ ख़दालदी ंगोनप्रेसप्रेकगोई क़दाबन
ड चलतदा थदा।
मगर इस सदाल ज ैसप्रे भनी , उसकदागो वववदा कर दप्रे नदा ंनीचदाह ए, चदा ंप्रे क़रज़ लप्रेनदा
पड़प्रे,चदा ंप्रे खप्रेत धिगरयों रखनप्रे पड़भ। और अकप्रे लप्रे ंगोरदी ककी बदात चलतनी तगो दगो
सदाल
प लप्रे ंनी वववदा ंगो गयदा ंगोतदा। व ककफ़दायत सप्रे कदाम करनदा चदा तदा थदा। पर
सं नयदा क तनी थनी, ककतनदा ंनी ंदाथ बदाड।ँसंकर
ख़चद ;करगोदगो-ढदाई ससौ लग ंनी जदायगप्रे।ंड।ँ
झन
क यदा कप्रे आ जदानप्रेसप्रेबबरदादरदी मभ इन लगोगयों कदा स्थदान ककछ ंप्रेठदा ंगो गयदा थदा और
बबनदा ससौ दगो-ससौ हदयप्रेकगोई ककलदीन वर न समल सकतदा थदा। वपछलप्रेसदाल च ैतनी
मभ ककछ न समलदा। थदा तगो पंडडत ददातदाददीन सप्रेसआदा सदाझदा; मगर पंडडत जनी नप्रे बनीज
और मजरदीड कदा ककछ ऐसदा ब्यगोरदा बतदायदा कक ंगोरदी कप्रे ंदाथ एक चसौथदाई सप्रे ज़्यदाददा
अनदाज न लगदा। और लगदान दप्रे नदा पड़ गयदा परदा।ंड ऊख और सन ककी फ़सल

नष्ट ंगो गयनी। सन तगो वषदाद अधधिक ंगोनप्रे और ऊख ददीमक लग जदानप्रे कप्रे कदारण।
ंदाड।ँ,इस सदाल ककी च ैतनी अच्छठी थनी और ऊख भनी ख़बड लगनी ंकई थनी। वववदा कप्रे सलए
गल्लदा तगो मसौजद ड थदा; दगो ससौ ंकपए भनी ंदाथ आ जदाय,ंडत
।ँ गो कन्यदा-अण सप्रे उसकदा
उद्संदार ंगो जदाय। अगर गगोबर ससौ ,ंकपए ककी मदद कर दप्रे , तगो बदाक़की ससौ ंकपए ंगोरदी
कगो आसदाननी सप्रेसमल जदायगप्रे।ंड।ँ णझंगरदीससंंक और म।ँग
ड सदा दगोनयों ंनी अब ककछ नमद
पड़ गयप्रे थप्रे। जब गगोबर परदप्रे श मभ कमदा, तगोर ंदा उनकप्रे ै ंकपए मदारप्रे न पड़ सकतप्रे थप्रे।
एक हदन ंगो रदी नप्रे गगोबर कप्रे पदास -दगोतनीन हदन कप्रे सलए जदानप्रे कदा पस्तदाव
ककयदा। मगर सं नयदा अभनी तक गगोबर कप्रे व कठगोर शब्द न भलदीड थनी। व गगोबर
सप्रेएक प ैसदा भनी न लप्रेनदा चदा तनी ,थनीककसनी तर न ंनीं!

ंगोरदी नप्रेझ।ँ झ
ड लदाकरु क ंदा -- लप्रेककन कदाम क ै सप्रे चलप्रेगदा,यबतदा।

नयदा ससर ह लदाकर बगोलदी -- मदान लगो, गगोबर परदप्रे श न गयदा ंगोतदा,तब तमक क्यदा
करतप्रे? व ंनी अब करगो।

ंगोरदी ककी ज़बदान बन्द ंगो गयनी। एक क्षण बदाद बगोलदा -- म ैंतगो तझसप्रेप
क छतदाड ंड।ं।ँ

सं नयदा नप्रे जदान बचदाई-- य सगोचनदा मरदयों कदा कदाम ं ै।


ंगोरदी कप्रे पदास जवदाब त ैयदार थदा-- मदान लप्रे,म ैं न ंगोतदा,ंड ंनी अकप्रेलदी र तनी, तब तड
क्यदा करतनी। व कर।

नयदा नप्रे तरस्कदार भरदी आड।ँखयों सप्रे --दप्रे खदातब म ैंककश-कन्यदा भनी दप्रे दप्रे तनी तगो कगोई
ंड।ँसनप्रेवदालदा न थदा।

ककश-कन्यदा ंगोरदी भनी दप्रे सकतदा थदा। इसनी मभ उसकदा मंगल;लप्रेककनथदा ककछ-मयदादददा
क ै सप्रे छगोड़? दप्रे उसककी ब नयों कप्रे वववदा मभ -तनीन ससौ बरदातनी द्वदार पर आयप्रे थप्रे।
द ंप्रेज भनी अच्छदा ंनी हदयदा गयदा थदा। नदाच-तमदाशदा, बदाजदा, गदाजदा, ंदाथनी-घगोड़प्रे,सभनी
आयप्रे थप्रे। आज भनी बबरदादरदी मभ उसकदा नदाम ं ै। दस गदाड।ँव कप्रे आदसमययों सप्रे उसकदा
ंप्रेल-मप्रेल ं ै। ककश-कन्यदा दप्रे कर व ककसप्रेम।ँं
ड कहदखदायप्रेगदा? इससप्रे तगो मर जदानदा
अच्छदा ं ै। और व क्ययों ककश-कन्यदा दप्रे ? पप्रेड़-पदालयों ं ैं,ज़मनीन ं ै और थगोड़नी-सनी सदाख
भनी ं ै; अगर व एक बनीघदा भनी बभ च, तगोदप्रे ससौ समल जदाय;ंड।ँलप्रेककनककसदान कप्रे सलए
ज़मनीन जदान सप्रे भनी प्यदारदी , ं ैककल-मयदादंदा सप्रेभनी प्यदारदी ं ै। और ककल तनीन ंनी बनीघप्रे
तगो उसकप्रे पदास ; अगर ैं एक बनीघदा बभ च, तगोदप्रे ककर खप्रेतनी क ै सप्रे करप्रे गदा?कई हदन
इसनी ं ैस-बप्रेस मभ गज़रप्रे ।ंक

ंगोरदी ककछ फ़ ैसलदा न कर सकदा। दश रप्रे ककी छकहटययों कप्रे हदन थप्रे। णझंगरदीक, पटप्रे कवरदी
और नगोखप्रेरदाम तनीनयों ंनी सज्जनयों कप्रे लड़कप्रे छकहटययों मभ घर आयप्रेथप्रे। तनीनयों अड।ँगप्रेज़नी
पढ़तप्रे थप्रे और यद्वप तनीनयों बनीस-बनीस सदाल कप्रे ंगो गयप्रे , थप्रेपर अभनी तक
यडनवससदटदी मभ जदानप्रेकदा नदाम न लप्रेतप्रेथप्रे। एक-एक क्लदास मभ -दगो, तनीन-तनीन
सदाल पड़प्रेर तप्रे। तनीनयों ककी शदाहदयदाड।ँंगो चककीक थनीं। पटप्रे कवरदी कप्रे सपतड बबंदप्रेसरदी तगो
एक पतक कप्रे वपतदा भनी ंगो चकप्रेक थप्रे। तनीनयों हदन भर तदाश खप्रेलतप्रे,भंग पनीतप्रे और छ ै लदा
बनप्रेघमतप्रे।ंड वप्रेहदन मभ कई-कई बदार ंगोरदी कप्रे द्वदार ककी ओर तदाकतप्रे ंकए नकलतप्रे
और ककछ ऐसदा संयगोग थदा कक श्जस वक़्त वप्रे नकलतप्रे,उसनी वक़्त सगोनदा भनी
ककसनी-न-ककसनी कदाम सप्रे द्वदार पर आखड़नी ंगोतनी। इन हदनयों व व ंनी सदाड़नी
प नतनी थनी, जगो गगोबर उसकप्रे सलए लदायदा थदा। य सब तमदाशदा दप्रे ख-दप्रे खकर ंगोरदी
कदा ख़नड सखतदाड जदातदा थदा, मदानगो उसककी खप्रेतनी चसौपट करनप्रे कप्रे सलए आकदाश मभ
ओलप्रेवदालप्रे पनीलप्रे बदादल उठप्रे चलप्रे आतप्रे ंयों!

एक हदन तनीनयों उसनी ककएड।ँपर न ंदानप्रेजदा प ंकड।ँचप्रे,ज ंदाड।ँ ंगोरदी ऊख सनींचनप्रेकलए परु
चलदा र ंदा थदा। सगोनदा मगोट लप्रेर ंनी थनी। ंगोरदी कदा ख़नड आज खसौल उठदा। उसनी
सदाड।ँझ
कगो व दलदारदीक स ंकआइन कप्रे पदास गयदा। सगोचदा, औरतयों मभ दयदा ंगोतनी, शदायद ै
इसकदा हदल पसनीज जदाय और कम सद ड पर ंकपए दप्रे दप्रे। मगर दलदारदीक अपनदा ंनी
रगोनदा लप्रेब ैठठी। गदाडव
।ँ मभ ऐसदा कगोई घर न थदा श्जस पर उसकप्रे ककछ ंकपए न आतप्रे
ंयों, य ंदाडत
।ँ क कक णझंगरदीससंंक पर भनी उसकप्रे बनीस ंकपए आतप्रेथप्रे;लप्रेककन कगोई दप्रे नप्रे
कदा नदाम न लप्रेतदा थदा। बप्रेचदारदी क ंदाड।ँ सप्रे ंकपए? लदायप्रे

ंगोरदी नप्रे धिगड़धिगड़दाकर क ंदा-- भदाभनी, बड़दा पन्नक ंगोगदा। तमक ंकपए न दगोगनी, मप्रेरप्रे
गलप्रे ककी संदाड।ँसनी खगोल दगोगनी। णझंगरदीक और पटप्रे सरदी मप्रेरप्रेखप्रेतयों पर ददाडत
।ँ लगदायप्रे ंकए ं ैं।
म ैं सगोचतदा ंड,बदाप।ँ-ददाददा ककी य ंनी तगो नसदाननी ं ै, य नकल गयनी, तगो जदाऊड।ँ गदा क? ंदाड।ँ
एक सपतड व ंगोतदा ं ैकक घर ककी संपत बढ़दातदा ं ै,म ैंऐसदा कपतड ंगो जदाऊड।ँकक बदाप-
ददादयों ककी कमदाई पर झदाड़ड संप्रेर दंड।ं।ँ

दलदारदीक नप्रेक़सम खदाई -- ंगोरदी, म ैंठदाककर जनी कप्रे चरन छड कर क तनी ंडकक।ँ इस
समय मप्रेरप्रेपदास ककछ न ंनीं ं ै। श्जसनप्रेसलयदा, व दप्रे तदा न , ंनींतगो म ैंक्यदा क।ँड ?तमक

कगोई ग़ ैर तगो न ंनीं ंगो। सगोनदा भनी मप्रेरदी ंनी लड़ककी लप्रेककन ै तम मंक ंनींबतदाओ म ैं क्यदा क।ँड तम मंक
; , ?

ंदारदा ंनी भदाई ंनीरदा ं ै। ब ैल कप्रे सलए पचदास ंकपए सलयप्रे। उसकदा तगो क ंनीं पतदा हठकदानदा -

न ंनींउसककी घरवदालदी सप्रे मदाड।ँगगो तगो लड़नप्रे कगो त ैयदार। शगोभदा भनी दप्रे खनप्रे
,

मभ बड़दा ससनीदा-सदाददा ं ै; लप्रेककन प ैसदा दप्रे नदा न ंनीं जदानतदा। और असल बदात तगो य ं ै कक
ककसनी कप्रे पदास ं ै ंनी न, दभ ंनींक ंदाड।ँसप्रे। सबककी दशदा दप्रे खतनी ंड,इसनीभीँ मदारप्रे सबर
कर जदातनी ंड।ं।ँलगोग ककसनी तर पप्रेट पदाल र ंप्रे ं ैं,और क्यदा। खप्रेत-बदारदी बप्रेचनप्रे ककी म ैं
सलदा न दंडगनी।ं।ँ ककछ न ंनीं ं ै,मरजदाद तगो ं ै।

ककर कननकसककययों मभ बगोलदी -- पटप्रे सरदी लदालदा कदा लगौंडदा तम मंक ंदारप्रे घर ककी ओर ब ंकत
चक्कर लगदायदा करतदा ं ै। तनीनयों कदा व ंनी ंदाल ं ै। इनसप्रे चसौकस र नदा। य स रदी
गयप्रे,गदाड।ँव कदा भदाई-चदारदा क्यदा समझभ। लड़कप्रे गदाड।ँव मभ ;गरभनीउनमभ ं ैंककछ सल
ंदाज ं ै,ककछ अदब ं ै,ककछ डर ं ै। यप्रेसब तगो छडटप्रे सदाड।ँड़ ं ैं। मप्रेरदी कसौसल्यदा
ससरदालक सप्रेआयनी थनी, म ैंनप्रेसबयों कप्रे ढं ग दप्रे खकर उसकप्रे ससरु कगो बलदाक कर बबददा
कर हदयदा। कगोई क ंदाड।ँ तक प रदा दप्रे ।

ंगोरदी कगो मस्करदातप्रेकदप्रेखकर उसनप्रेसरस तदाड़नदा कप्रे भदाव सप्रेक ंदा -- ंड।ँसगोगप्रे ंगोरदी तगो
म ैंभनी ककछ क दंडगनी।ं।ँ तमक क्यदा ककसनी सप्रेकम नटखट थप्रे। हदन मभ पचनीसयों बदार
ककसनी-न-ककसनी ब ंदानप्रेमप्रेरदी दकदानक पर आयदा करतप्रेथप्रे;मगर म ैंनप्रे कभनी तदाकदा तक न
ंनीं।

ंगोरदी नप्रे मनीठप्रे प तवदाद कप्रे सदाथ क-- ंदाय तगो तमक झठड बगोलतनी ंगो भदाभनी! बबनदा
ककछ रस पदायप्रेथगोड़प्रे ंनी आतदा थदा। धिचडड़यदा एक बदार परच जदातनी ं ै,तभनी दसरदीड बदार
आड।ँगन मभ आतनी ं ै।

'चल झठप्रे ।ंड'

'आड।ँखयों सप्रे न तदाकतनी र ;ंनी लप्रेककनगो तम मंक ंदारदा मन तगो ंनी थदा; बश्ल्क
तदाकतदा बलदातदाक थदा।'

'अच्छदा र नप्रे दगो,बड़प्रेआए अंतरजदामनी बन कप्रे। तम मंक ंभबदार-बदार म।ँड़ड रदातप्रेदप्रेख कप्रे मझप्रेक
दयदा आ जदातनी थनी, न ंनींतमक कगोई ऐसप्रेबदाड।ँकप्रे जवदान न थप्रे।'

ंकसप्रेननी एक प ैसप्रेकदा नमक लप्रेनप्रेआ गयदा और य परर ंदास बंद ंगो गयदा। ंकसप्रेननी
नमक लप्रेकर चलदा गयदा,तगो दलदारदीक नप्रेककर क ंदा -- गगोबर कप्रे पदास क्ययों न ंनीं चलप्रे
जदातप्रे। दप्रे खतप्रेभनी आओगप्रेऔर सदाइत ककछ समल भनी जदाय।

ंगोरदी नरदाश मन सप्रे बगोलदा-- व ककछ न दप्रे गदा। लड़कप्रे चदार प ैसप्रेकमदानप्रेलगतप्रे ं ैं, तगो
उनककी आड।ँखभर जदातनीकक ं ैं। म ैं तगो बप्रे यदाई करनप्रे कगो त ैयदार;लप्रेककनथदा सं नयदा
ंनीं मदानतनी। उसककी मरज़नी बबनदा चलदा जदाऊड।ँ तगो घर मभ र नदा अपदाढ़ कर दप्रे । उसकदा
सभदावक तगो जदानतनी ंगो।

दलदारदीक नप्रेकटदाक्ष करकप्रे क ंदा -- तमक तगो मप्रेररयदा कप्रे ज ैसप्रेग़लदामक ंगो गयप्रे।

'तमनप्रेकपछदाड ंनी न ंनींतगो क्यदा करतदा?'

'मप्रेरदीग़लदामनीक करनप्रेकगो क तप्रेतगो म ैंनप्रेसलखदा सलयदा ंगोतदा, सच!

'तगो अब सप्रे क्यदा बबगड़दा , सलखदा ै लगो न। दगो ससौ मभ सलखतदा ंड,इन।ँ ददामयों म ंड।ँगदा
न ंनीं ंड।'ं।ँ

'तब सं नयदा सप्रे तगो न बगोलगोगप्रे?'


'न ंनीं,क ंगो क़सम खदाऊड।ँ' ।

'और जगो बगोलप्रे?'

'तगो मप्रेरदी जनीभ कदाट लप्रेनदा।'

'अच्छदा तगो जदाओ, घर ठठीक-ठदाक करगो, म ैंंकपए दप्रे दंडगनी।ं।ँ'

ंगोरदी नप्रेसजल नप्रेतयों सप्रेदलदारदीक कप्रे पदाड।ँव पकड़ सलयप्रे। भदावदावप्रेश सप्रेम।ँं
ड कबंद ंगो गयदा।

स ंकआइन नप्रेपदाड।ँव खनींचकर क ंदा -- अब य ंनी सरदारत मझप्रेकअच्छठी न ंनींलगतनी। म ैं


सदाल-भर कप्रे भनीतर अपनप्रेकपए सद-ड समप्रेत कदान पकड़कर लंडगनी।ं।ँ तमक तगो व्यव ंदार
कप्रे ऐसप्रे सच्चप्रे न ;ंनींलप्रेककनगो सं नयदा पर मझप्रेव
क वकवदास ं ै। सनदाक पंडडत तमसप्रेक
ंकत बबगड़प्रे ंकए ं ैं। क तप्रे ं ैं,इसप्रे गदाडव
।ँ सप्रे नकदालकर न ंनीं छगोड़दा तगो बदाह्मण न ंनीं। तमक
सससलयदा कगो नकदाल बदा र क्ययों न ंनींकरतप्रे? ब ैठप्रे-ब ैठदायभ झगड़दा मगोल लप्रे सलयदा।

'सं नयदा उसप्रेरखप्रे ं ै,म ैंक्यदा क।ँड ।'


ंकए

'सनदाक ं ै,पंडडतकदासनी गयप्रे थप्रे। व ंदाड।ँ एक बड़दा नदामनीवदानववद्णपंडडत ं ै। पदाड।ँच


व ससौ मदाड।ँगतदा ं ै। तब परदासधिचत करदायप्रेगदा।, पभलदाछगोड ऐसदा अड।ँसंप्रेर न ंनीं ं ै। जब
ंकआ संरम नष्ट ंगो गयदा, तगो एक न ंनीं ज़दार परदासधिचत करगो,इसप्रेक्यदा ं ै। तम मंक ंदारप्रे
ंगोतदा ंदाथ कदा छकआ पदाननी कगोई न वपयप्रेगदा, चदा ंप्रे श्जतनदा परदासधिचत
करगो।'

ंगोरदी य ंदाड।ँ सप्रे घर ,चलदातगो उसकदा हदल उछल र ंदा थदा। जनीवन मभ ऐसदा सखद क
अनभवक उसप्रेन ंकआ थदा। रदास्तप्रेमभशगोभदा कप्रे घर गयदा और सगदाई लप्रेकर चलनप्रेकप्रे
सलए नप्रेवतदा दप्रे आयदा। ककर दगोनयों ददातदाददीन कप्रे पदास सगदाई ककी सदायत पछनप्रेडगयप्रे।
व ंदाड।ँ सप्रे आकर द्वदार पर सगदाई ककी त ैयदाररययों ककी सलदा करनप्रे लगप्रे।
नयदा नप्रे बदा र नकलकर क ंदा-- प र रदात गयनी, अभनी रगोटदी खदानप्रे ककी बप्रेलदा न ंनीं
आयनी? खदाकर ब ैठगो। गपड़चसौथ करनप्रे कगो तगो सदारदी रदात पड़नी ं ै।
ंगोरदी नप्रेउसप्रेभनी परदामशदमभ शरदीक ंगोनप्रेकदा अनररगोक करतप्रे ंकए क ंदा -- इसनी
ंदालग मभ लगन ठठीक ंकआ ं ै। बतदा, क्यदा-क्यदा सदामदान लदानदा चदाह ए। मझप्रेकतगो
ककछ मदालमड न ंनीं।

'जब ककछ मदालमड ंनी न ंनीं,तगो सलदा करनप्रे क्यदा ब ैठप्रे ंगो। ंक-प ैसप्रेए कदा डसौल भनी
ंकआ कक मन ककी समठदाई खदा र ंप्रे ंगो।'

ंगोरदी नप्रे गवद सप्रे क-- ंदातझप्रेकइससप्रेक्यदा मतलब। तडइतनदा बतदा दप्रे क्यदा-क्यदा
सदामदान लदानदा ंगोगदा?

'तगो म ैं ऐसनी मन ककी समठदाई न ंनीं खदातनी।'

'तइड तनदा बतदा दप्रे कक मदारदी ब नयों कप्रे ब्यदा मभ - क्यदा सदामदान आयदा थदा।'

'प लप्रे य बतदा दगो,ंकपए समल गयप्रे?'

ंदाड।ँ,समल गयप्रे,और न ंनीं क्यदा भंग खदायनी ' ंगो।

'तगो प लप्रे चलकर खदा लगो। ककर सलदा करभ गप्रे।'

मगर जब उसनप्रेसनदाक कक दलदारदीक सप्रेबदातचनीत ंकई ं ै, तगो नदाक ससकगोड़ कर


बगोलदी -
उससप्रे ंकपए लप्रेकर आज तक कगोई उररन ंकआ ं ै? चड़ ैलक ककतनदा कसकर
सद ड लप्रेतनी ं ै!

'लप्रेककन करतदा क्यदा? दसरदाड दप्रे तदा कसौन ं ै।'

'य क्ययों न ंनींक तप्रेकक इसनी ब ंदानप्रेदगो गदाल ंड।ँसनप्रे-बगोलनप्रेगयदा थदा। बढ़प्रेड ंगो गयप्रे,
पर य बदान न गयनी।'

'तडतगो सं नयदा, कभनी-कभनी बच्चयों ककी-सनी बदातभ करनप्रे लगतनी ं ै।-ज ैसप्रेमप्रेरप्रेदटप्रे ंदालयों
सप्रेव ंड।ँस-बगोलप्रेगनी? ससनीप्रेम।ँं
ड कबदात तगो करतनी न ंनीं।'

'तम-क ज ैसयों कगो छगोड़कर उसकप्रे पदास और जदायगदा ंनी कसौन?'


'उसकप्रे द्वदार पर अच्छप्रे -अच्छप्रे नदाक रगड़तप्रे, सं ैंनयदा, तडक्यदा जदानप्रे। उसकप्रे पदास
लच्छमनी ं ै।'

'उसनप्रे ज़रदा-सनी ंदामनी भर ददी, तकम चदारयों ओर लप्रेकर दसौड़प्रे।'


ख़शख़बरदीक
' ंदामनी न ंनींभर ददी, पक्कदा वदाददा ं ै।'
ककयदा
ंगोरदी रगोटदी खदानप्रे गयदा और शगोभदा अपनप्रे घर चलदा गयदा,तगो सगोनदा सससलयदा सदाथ
कप्रे
बदा र नकलदी। व द्वदार पर खड़नी सदारदी बदातभ सनक र ंनी थनी। उसककी सगदाई कप्रे
सलए
दगो ससौ ंकपए दलदारदीक सप्रेसउदार सलयप्रेजदा र ंप्रे ं ैं,य बदात उसकप्रे पप्रेट मभ इस तर
खलबलदी मचदा र ंनी थनी, ज ैसप्रेतदाज़दा पदाननी मभ पड़ गयदा ंगो। द्वदार पर एक
चनदाड
कप्पनी जल र ंनी थनी, श्जससप्रे तदाक कप्रे ऊपर ककी ददीवदार कदालदी ंगो गयनी थनी। दगोनयों ब ैल
ंक
नदाड।ँद मभ सदाननी खदा र ंप्रेथप्रेऔर कत्तदा ज़मनीन पर टकड़प्रेकप्रे इन्तज़दार मभ ब ैठदा आ
ंक ंक ंक
थदा। दगोनयों यवक तयदाड।ँब ैलयों ककी चरननी कप्रे पदास आकर खड़नी ंगो गयनीं।
सगोनदा बगोलदी -- तनप्रेकछ सनदा? ददाददा स आइन सप्रेमप्रेरदी सगदाई कप्रे सलए दगो ससौ
ंड ंक ंक ंक
ंकपए सउदार लप्रे र ंप्रे ं ैं।

सससलयदा घर कदा रत्तनी-रत्तनी ंदाल जदानतनी थनी। बगोलदी -- घर मभ प ैसदा न , ंनींतगो


ं ै क्यदा करभ ?

सगोनदा नप्रेसदामनप्रेकप्रे कदालप्रेवक्षयोंं ृ ककी ओर तदाकतप्रे ंकए क ंदा -- म ैं ऐसदा न ंनीं करनदा
चदा तनी, श्जसमभ -मबंदांड।ँपकगो कजदाद लप्रेनदा पड़प्रे। क ंदाड।ँ सप्रे दभ गप्रे,बतदा! पबप्रेचदारप्रे लप्रेनी क़रज़
कप्रे बगोझ सप्रेदबप्रे ंकए ं ैं। दगो ससौ और लप्रेलभग, तगो बगोझदा और भदारदी ंगोगदा कक न ंनीं?

'बबनदा ददान-द ंप्रेज कप्रे बड़प्रे आदसमययों कदा क ंनीं ब्यदा ंगोतदा ं ै? पगलदीबबनदा द ंप्रेज
कप्रे तगो कगोई बढ़दाड-ठप्रे लदा ंनी समलप्रेगदा। जदायगनी बढ़प्रेड कप्रे सदाथ?'

'बढ़प्रेड कप्रे सदाथ क्ययों जदाऊड।ँ?भ ैयदा बढ़प्रेड थप्रेजगो झकनयदा कगो लप्रेआयप्रे। उन म ंभककसनप्रेक ै प ैसप्रे
द ंप्रेज मभ ?'हदयप्रे थप्रे
'उसमभ बदाप-दददा कदा नदाम डडबतदा ं ै।'
'म ैंतगो सगोनदारदीवदालयों सप्रेक दंडगनीभीँ, अगर तमनप्रेकऐसदा प ैसदा भनी द ंप्रेज सलयदा, तगो म ैं
तमसप्रेकब्यदा न क।ँड गनी।'

सगोनदा कदा वववदा सगोनदारदी कप्रे एककननी ककसदान कप्रे लड़कप्रे सप्रेठठीक ंकआ थदा।

'और जगो व क दभ ,कक म ैंक्यदा क।ँड ,तम मंक ंदारप्रे बदाप दप्रे तप्रे ं ैं,मप्रेरप्रे बदाप लप्रेतप्रे,इसमभ ं ैं मप्रेरदा
क्यदा अश्ख़्तयदार ?'ं ै

सगोनदा नप्रे श्जस अस्तकगो रदामबदाण समझदा थदा, अब मदालमड आ कक व बदाड।ँस ककी
ंक
क ै न ं ै। तदाश ंगोकर बगोलदी-- म ैं एक बदार उससप्रे क दखकप्रे लप्रेनदा चदा तनी ंड;ं।ँ
अगर उसनप्रे क हदयदा,मप्रेरदा कगोई अश्ख़्तयदार न ंनीं, तगो ै क्यदा गगोमतनी य ंदाडस ।ँ प्रेब त
ंक
दरू ं ै। डडब म।ँग
ड नी। मदाड।ँ-बदाप नप्रे मर-मर कप्रे पदालदा-पगोसदा। उसकदा बदलदा क्यदा य ंनी
ं ै
कक उनकप्रे घर सप्रेजदानप्रेलगंड,ततोँ उन म ंभकजप्रेसप्रेऔर लदादतनी जदाऊड।ँ?मदाड।ँ-बदाप कगो
भगवदान णनप्रेहदयदा ंगो, तगो ख़शनीक सप्रेश्जतनदा चदा ंभलड़ककी कगो दभ ,म ैं मनदा न ंनीं करतनी;
लप्रेककन जब व प ैसप्रे-प ैसप्रे कगो तंग ंगो र, आजप्रेम
ैं ंदाजन नदासलश करकप्रे
सलल्लदाम
करदा लप्रे,तगो कल मजरदीड करननी पड़प्रेगनी, तगो कन्यदा कदा संरम य ंनी ं ैकक डडब
मरप्रे ।
घर ककी ज़मनीन-ज ैजदात तगो बच जदायगनी,रगोटदी कदा स ंदारदा तगो जदायगदा। मदाड।ँ-बदाप

चदार हदन मप्रेरप्रे नदाम कगो रगोकर संतगोष कर लभगप्रे। य तगो न ंगोगदा कक मप्रेरदा ब्यदा
करकप्रे उन म ंभ जन्म भर रगोनदा पड़प्रे।- चदारतनीनसदाल मभ दगो ससौ कप्रे दनप्रेड ंगो जदायगप्रे।ँड,ददाददा
क ंदाड।ँ सप्रे लदाकर दभ गप्रे।
सससलयदा कगो जदान पड़दा, ज ैसप्रे उसककी आड।ँख मभ नयनी ज्यगो त आ गयनी ं ै। आवप्रेश म

सगोनदा कगो छदातनी सप्रे लगदाकर बगोलदी -- तनप्रेडइतननी अक्कल क ंदाडस


।ँ प्रेसनीख लदी सगोनदा?
दप्रे खनप्रेमभतगो तडबड़नी भगोलदी-भदालदी ं ै।
'इसमभ अक्कल ककी कसौन बदात ं ैचड़क ैल। क्यदा मप्रेरप्रेआ।ँख
ड भ न ंनीं ं ैंकक म ैंपदागल ंड।ं।ँ

दगो ससौ मप्रेरप्रे ब्यदा मभ लभ।-चदार तनीनसदाल मभ व दनदाड ंगो जदाय। तब ंकवपयदा कप्रे
ब्यदा मभ दगो ससौ और लभ। जगो कछ खप्रेतनी-बदारदी ं ै,सब सललदाम- ंगो जदायप्रे,और
तलदाम
ंक
द्वदार-द्वदार भनीख मदाड।ँगतप्रे ककरभ । ?यइससप्रेनीन तगो क ंनीं अच्छदा ं ै कक म ैं अपननी ंनी
जदान दप्रे दंड।ं।ँम।ँं
ड कअड।ँसंप्रेरप्रेसगोनदारदी चलदी जदानदा और उसप्रेबलदाक लदानदा; मगर न ंनीं,बलदानप्रेक
कदा कदाम न ंनीं। मझप्रेउ
क ससप्रेबगोलतप्रेलदाज आयप्रेगनी। तड ंनी मप्रेरदा य संदप्रेशदा क दप्रे नदा।
दप्रे ख क्यदा जवदाब दप्रे तप्रे ं ैं। कसौन दरू ं ै? नददी उस पदार ंनी ं ै। कभनी-कभनी
कप्रे तगो ढगोर
लप्रेकर सइर आ जदातदा ं ै। एक बदार उसककी भ ैंस मप्रेरप्रे खप्रेत मभ , पड़तगो म ैंनप्रेगयनीथनी
उसप्रेब ंकत गदासलयदाड।ँददी थनीं। ंदाथ जगोड़नप्रेलगदा। ंदाड।ँ,य तगो बतदा, सइर मतई सप्रे तप्रेरदी भभ ट
न ंनीं ंकई! सनदाक, बदाह्मन लगोग उन म ंभबबरदादरदी मभ न ंनीं लप्रे र ंप्रे ं ैं।

सससलयदा नप्रे ह कदारत कप्रे सदाथ क --ंदा बबरदादरदी मभ क्ययों न लभगप्रे;ंदाड।ँ,बढ़दाड ंकपए न
ंनीं ख़रच करनदा चदा तदा। इसकगो प ैसदा समल जदाय,तगो झठठीड गंगदा उठदा लप्रे। लड़कदा
आजकल बदा र ओसदारप्रे मभ हटक्कड़ लगदातदा ं ै।

'तडइसप्रेछगोड़ क्ययों न ंनींदप्रेतनी? अपननी बबरदादरदी मभ ककसनी कप्रे सदाथ ब ैठ जदा और


आरदाम सप्रे र । व तप्रेरदा अपमदान तगो न करप्रे गदा।'

ंदाड।ँ, क्ययोंरप्रे न ंनीं ,मप्रेरप्रेपनीछप्रे उस बप्रेचदारप्रे ककी इतननी दरदशदाक ंक ई , अब म ैंउसप्रेछगोड़ दंड।ं।ँ
अब व चदा ंप्रे पंडडत बन जदाय चदा प्रे दप्रे वतदा बन, मप्रेरप्रेजदाय सलए तगो व ंनी मतई, ं ै
जगो मप्रेरप्रे प ैरयों पर ससर रगड़दा करतदा; औरथदा बदाह्मण भनी ंगो जदाय और बदाह्मणनी सप्रे
ब्यदा भनी कर लप्रे,ककर भनी श्जतननी उसककी सप्रेवदा म ैंनप्रे ,ककीव कगोई ै बदाह्मणनी क्यदा
करप्रे गनी। अभनी मदान-मरजदाद कप्रे मगो मभ व चदा ंप्रेमझप्रेकछगोड़ दप्रे ; लप्रेककन दप्रे ख लप्रेनदा, ककर
दसौड़दा आयप्रेगदा।'

'आ चकदाक अब। तझप्रेकपदा जदाय तगो कच्चदा ंनी खदा जदाय।'

'तगो उसप्रेबलदानप्रेक ंनी कसौन जदातदा ं ै। अपनदा-अपनदा संरम अपनप्रे-अपनप्रे सदाथ ं ै। व


अपनदा संरम तगोड़ र ंदा ं ै,तगो म ैंअपनदा संरम क्ययों तगोड़ड।ँ।'

पदातछःकदाल सससलयदा सगोनदारदी ककी ओर चलदी; लप्रेककन ंगोरदी नप्रे रगोक सलयदा। सं नयदा
कप्रे ससर मभ ददद थदा। उसककी जग क्यदाररययों कगो बरदानदा थदा। सससलयदा इनकदार न
कर सककी। य ंदाड।ँसप्रेजब दगोप र कगो छकटदी समलदी तगो व सगोनदारदी चलदी। सइर तनीसरप्रे प र
ंगोरदी ककर ककएड।ँपर चलदा तगो सससलयदा कदा पतदा न थदा।

बबगड़कर बगोलदा -- सससलयदा क ंदाड।ँ उड़ गई?र तनी ं ै,र तनी ं ै,न जदानप्रे कककर चल
दप्रे तनी , ज ैसप्रे ैककसनी कदाम मभ जनी ंनी न ंनींलगतदा। तडजदानतनी ं ैसगोनदा, क ंदाड।ँ गयनी? ं ै

सगोनदा नप्रेब ंदानदा ककयदा। मझप्रेत क गो ककछ मदालमड न ंनीं। क तनी थनी, संगोबबन कप्रे
घर कपड़प्रे लप्रेनप्रे जदानदा,व ंनींं ै चलदी गयनी ंगोगनी।
नयदा नप्रे खदाट सप्रे उठकर क --ंदा चलगो, म ैंक्यदारदी बरदायप्रेदप्रेतनी ंड।ं।ँकसौन उसप्रे
मजरदीड दप्रे तप्रे ंगो जगो उसप्रेबबगड़ र ंप्रे ंगो।

मदारप्रे घर मभ र तनी न ?ंनींउसकप्रे ै पनीछप्रे सदारप्रे गदाड।ँव मभ बदनदाम न ंनीं?' ंगो र ंप्रे ं ै

'अच्छदा, र नप्रे दगो,एक कगोनप्रेमभपड़नी ंकई ं ै,तगो उससप्रे ककरदायदा लगोगप्रे?'

'एक कगोनप्रेमभन ंनींपड़नी ंकई ं ै,एक परदीड कगोठरदी सलयप्रे ंकए ं ै।'

'तगो उस कगोठरदी कदा ककरदायदा ंगोगदा कगोई पचदास ंकपए म ंनीनदा!'

'उसकदा ककरदायदा एक प ैसदा स ंनी। मदारप्रे घर मभ र , तनीज ंदाड।ँंज


ै दाय पछकरू जदाय।
आज आतनी ं ैतगो ख़बर लप्रेतदा ंड।'ं।ँ

परु चलनप्रेलगदा। सं नयदा कगो ंगोरदी नप्रेन आनप्रेहदयदा। ंडपदा क्यदारदी बरदातनी थनी। और
सगोनदा मगोट लप्रेर ंनी थनी। ंडपदा गनीलदी समटदी कप्रे चल मंड ंप्रेऔर बरतन बनदा र ंनी थनी,
और सगोनदा सशंक आड।ँखयों सप्रे सगोनदारदी ककी ओर तदाक र ंनी थनी। शंकदा , भनीआशदाथनी
भनी थनी, शंकदा अधधिक थनी,आशदा कम। सगोचतनी थनी, उन लगोगयों कगो ंकपए समल र ंप्रे
, तगो ैं क्ययों
छगोड़नप्रे लगप्रे। श्जनकप्रे पदास प ैसप्रे,व तगो ैंप ैसप्रे पर और भनी जदान दप्रे तप्रे ं ैं। और गसौरदी
म तगो तगो एक ंनी लदालचनी ं ैं। मथरदाक मभ दयदा ं ै,संरम ं ै; लप्रेककन बदाप ककी इच्छदा
जगो ंगोगनी, व ंनी उसप्रे मदानननी पड़प्रेगनी;मगर सगोनदा भनी बचदा कगो ऐसदा संटकदारप्रे गनी कक
यदाद करभ गप्रे। व सदाफ़ क ंप्रेगनी,जदाकर ककसनी संननी ककी लड़ककी सप्रे ब्यदा कर,तझक-ज ैसप्रे
पंकष कप्रे सदाथ मप्रेरदा नबदा न ंगोगदा। क ंनींगसौरदी म तगो मदान गयप्रे,तगो व उनकप्रे
चरन संगो-संगोकर वपयप्रेगनी। उनककी ऐसनी सप्रेवदा करप्रे गनी कक अपनप्रे बदाप ककी भनी न ककी
ंगोगनी। और सससलयदा कगो भर-पप्रेट समठदाई णखलदायप्रेगनी। गगोबर नप्रे उसप्रे जगो ंकपयदा हद
थदा उसप्रेव अभनी तक संचप्रे ंकए थनी। इस मदृ ंककल्पनदा सप्रेउसककी आड।ँखभचमक उठठीं और
कपगोलयों पर लककी-सनी लदालदी दसौड़ गई। मगर सससलयदा अभनी तक आयनी क्ययों
ंनीं? कसौन बड़नी दरू ं ै। न आनप्रेहदयदा ंगोगदा उन लगोगयों नप्रे। अ ंदा! व आ र ंनी
ं ै; लप्रेककन ब ंकत संनीरप्रे -संनीरप्रे आतनी ं ै। सगोनदा कदा हदल ब ैठ गयदा। अभदागप्रेननीं
मदानप्रे सदाइत, न ंनींसससलयदा दसौड़तनी आतनी। तगो सगोनदा सप्रे ंगो चकदाक ब्यदा । म।ँसड ंकगो
रखगो।
सससलयदा आयनी ज़डर पर ककएड।ँपर न आकर खप्रेत मभ क्यदारदी बरदानप्रेलगनी। डर र ंनी
थनी, ंगोरदी पछभ गप्रेडक ंदाड।ँथनी अब तक, तत कयय जवयब दसगड़। सतनय नस य दत घशटस कय
समय बड़नी मश्ककलक सप्रेकदाटदा। परु छडटतप्रे ंनी व भदागनी ई सससलयदा कप्रे
पदास
प ंड।ँचनी। ंक
ंक
'व ंदाड।ँजदाकर तडमर गयनी थनी क्यदा! तदाकतप्रे-तदाकतप्रेआ।ँख
ड भ संडट गयनीं।'

सससलयदा कगो बरदाक लगदा -- तगो क्यदा म ैं व ंदाड।ँ सगोतनी थनी। इस तर ककी बदातचनीत रदा
चलतप्रेथगोड़प्रे ंनी ंगो जदातनी ं ै। अवसर दप्रे खनदा पड़तदा ं ै। मथरदाक नददी ककी ओर ढगोर चरदानप्रे
गयप्रे थप्रे। खगोजतनी-खगोजतनी उसकप्रे पदास गयनी और तप्रेरदा संदप्रेसदा क ंदा। ऐसदा परसन ंकआ
कक तझसप्रेकक्यदा क ंड।ं।ँमप्रेरप्रेपदाड।ँव पर धिगर पड़दा और बगोलदा -- ससल्लगो, म ैंनप्रेतगो जब
सप्रेसनदाक ं ैकक सगोनदा मप्रेरप्रेघर मभ आ र ंनी ं ै,तब सप्रे आड।ँखयों ककी ननींद
गयनी ं ै। उसककी व गदासलयदाड।ँमझझप्रेल
क गयनीं;लप्रेककन कदाकदा कगो क्यदा क।ँड ।व ककसनी
ककी न ंनींसनतप्रे।ंक

सगोनदा नप्रे टगोकदा-- तगो न सगोनदा भनी श्ज़द् धधिन ं ै। जगो क ंदा व कर
सनभ ।ंक ं ै
हदखदायप्रेगनी। ककर ंदाथ जदायगप्रे।ंड।ँ
मलतप्रेर
'बस उसनी छन ढगोरयों कगो व ंनीं छगोड़,मझप्रेकसलयप्रे ए गसौरदी म तगो कप्रे पदास गयदा।
ंक
म तगो कप्रे चदार पर चलतप्रे ं ैं। कआड।ँभनी उन म ंनींकदा ं ै। दस बनीघप्रेकदा ऊख ं ै। म तगो
ंक ंक
कगो दप्रे ख कप्रे मझप्रेक ंड।ँसनी आ गयनी। ज ैसप्रेकगोई ंगो। ंदाड।ँ,भदाग कदा बलदी
घससयदारदा ं ै।
बदाप-बप्रेटप्रेमभख़बड क ंदा-सननीक ई। गसौरदी म तगो क तप्रेथप्रे,तझसप्रेकक्यदा मतलब, म ैं चदा ंप्रे
ंक
ककछ लंडयदा।ँ न ंगोतदा ं ैबगोलनप्रेवदालदा। मथरदाक क तदा थदा, तमकगोक लप्रेनदा-दप्रे नदा
लंड;ं।ँतडकसौन
ं ै,तगो मप्रेरदा ब्यदा मत करगो,म ैं अपनदा ब्यदाज ैसप्रेचदा ंडगदा।ँ कर लंडगदा।ं।ँ बदात बढ़
गयनी
और गसौरदी म तगो नप्रेपनह यदाड।ँउतदारकर मथरदाक कगो ख़बड पनीटदा। कगोई दसरदाड लड़कदा
इतननी मदार खदाकर बबगड़ खड़दा ंगोतदा। मथरदाक एक घसदांडं।ँ भनी जमदा दप्रे तदा, तगो म
तगो
ककर न उठतप्रे;मगर बप्रेचदारदा पचदासयों जतप्रेखदाकर भनी कछ न बगोलदा। आड।ँखयों मभ आस
ंड ंक ंड।ँ
भरप्रे , मप्रेरदी ओर ग़रदीबयों ककीतर तदाकतदा आ चलदा गयदा। तब म तगो मझक पर
ंक
बबगड़नप्रे लगप्रे। स ैकड़यों गदासलयदाड।ँ;मगरददींमक्
ैं ययों सननप्रेकलगनी थनी। मझप्रेकउनकदा क्यदा
डर थदा? म ैंनप्रे सफ़दा क हदयदा--म तगो, दगो-तनीन ससौ कगोई भदारदी रक़म न ंनीं ,
ं ैऔर
ंगोरदी म तगो, इतनप्रेमभबबक न जदायगप्रे।ँड,न तम मंक ंगो सब संन
ंनींसंनवदान जदाओगप्रे,व
नदाच-तमदासप्रे मभ ंनी उड़ जदायगदा,ंदाड,।ँ ऐसनी ब ंडन पदाओगप्रे।
सगोनदा नप्रेसजल नप्रेतयों सप्रेपछदाड -- म तगो इतननी ंनी बदात पर उन म ंभ मदारनप्रे ?लगप्रे
सससलयदा नप्रे य बदात छपदा रक्खनी थनी। ऐसनी अपमदान ककी बदात सगोनदा कप्रे कदानयों मभ
डदालनदा चदा तनी थनी; पर य पकन सनकरु संयम न रख सककी। बगोलदी -- व ंनी गगोबर
भ ैयदावदालदी बदात थनी। म तगो नप्रे क --ंदा आदमनी जठदाड तभनी खदातदा ैजब मनीठदा ंगो।
कलंक चदाड।ँददी सप्रे ंनी संलतदाक ं ै। इस पर मथरदाक बगोलदा -- कदाकदा कसौन घर कलंक
सप्रेबचदा आ ं ै ंदाड।ँ,ककसनी कदा खलक गयदा, ककसनी छपदा आ ं ै। गसौरदी म तगो
। कदा
ंक ंक
भनी प लप्रेएक चमदाररन ससप्रे।ँस
ड प्रे थ।
प्रे उससप्रे दगो लड़कप्रे भनी ं ैं
। मथरदाक कप्रे म।ँं
ड कसप्रे
इतनदा नकलनदा थदा कक डगोकरप्रे पर ज ैसप्रेभतड सवदार ंगो गयदा। श्जतनदा लदालचनी ं ै,
उतनदा ंनी कक्रगोनी भनी ं ै। बबनदा सलयप्रे न मदानप्रेगदा।
दगोनयों घर चलदीं। सगोनदा कप्रे ससर पर चरसदा,स्सदा और जएक कदा भदारदी बगोझ थदा; पर

इस समय व उससप्रेडल सप्रेभनी ल्कदा लग र ंदा थदा। उसकप्रे अंतस्तल मभ ज ैसप्रे


आनंद और स मसंडतदकदा सगोतदा खलक गयदा ंगो। ककी व वनीर मडतदसदामनप्रेखड़नी
मथरदाक
थनी, और व ज ैसप्रेउसप्रेअपनप्रेहृदय मभ बठ ै दाकर उसकप्रे चरण आड।ँसओंंकसप्रेपखदार र ंनी
थनी। ज ैसप्रेआकदाश ककी दप्रे ववयदाड।ँउसप्रेगगोद मभ उठदायप्रेआकदाश मभ छदाई ई लदासलमदा मभ
ंक
सलयप्रे चलदी जदा र ंनी ंयों। उसनी रदात कगो सगोनदा कगो बड़प्रे ज़गोर कदा ज्वर चढ़
आयदा।
तनीसरप्रे हदन गसौरदी म तगो नप्रे नदाई कप्रे ंदाथ पत भप्रेजदा--'स्वस्तनी शनी सवगोपमदा

जगोग शनी ंगोरदी म तगो कगो गसौरदीरदाम कदा रदाम-रदाम बदाड।ँचनदा। आगप्रे जगो म लगोगयों मभ
द ंप्रेज ककी बदातचनीत ई थनी, उस पर मनप्रे शदांत मन सप्रे ववचदार ककयदा,समझ मभ
ंक
आयदा कक लप्रेन-दप्रे न सप्रे वर और कन्यदा दगोनयों कप्रेनी घरवदालप्रे जप्रेरबदार ंगोतप्रे ं ैं। जब
मदारदा-तम मंक ंदारदा ंगो गयदा, मभ ऐसदा व्यव ंदार करनदा चदाह ए कक ककसनी कगो
संबंसं तगो
न अखरप्रे । तमक ददान-द ंप्रेज ककी कगोई कफ़कर मत करनदा, म तकमकगो ससौगंसं दप्रे तप्रे ं ैं।
जगो कछ मगोटदा-म ंनीन जरप्रे बरदा तययों कगो णखलदा म व भनी न मदाड।ँगभग। रसद
दप्रे नदा।
ंक ंक
कदा इंतज़दाम मनप्रे रकसलयदा ं ै। , ख़शनीक-खरदमनीक सप्रे मदारदी जगो ख़दा तर करगोगप्रे
ंदाड।ँत
मक
ससर झकदाकरु स्वनीकदार करभ ग।'
ंगोरदी नप्रेपत पढ़दा
और दसौड़प्रे ंकए भनीतर
जदाकर सं नयदा कगो सनदायदा।ंक उछलदा पड़तदा थदा, मगर सं नयदा
ककसनी ववचदार मभ डडबनी ब ैठठी र ंनी। षदकप्रे मदारप्रे

एक क्षण कप्रे बदाद बगोलदी-- य गसौरदी म तगो ककी भलमनसनी ं ै; लप्रेककन मभ भनी तगो अपनप्रे
मरजदाद कदा नबदा करनदा ं ै। संसदार क्यदा क ंप्रेगदा! ंक पयदा ंदाथ कदा म ैल उसकप्रे सलए ं ै
ककल-मरजदाद न ंनींछगोड़दा जदातदा। जगो ककछ मसप्रे ंगो सकप्रेगदा, दभ गप्रे और ।
गसौरदी म तगो कगो लप्रेनदा पड़प्रेगदा। तमक य ंनी जवदाब सलख दगो। मदाड।ँ-बदाप ककी कमदाई मभ
क्यदा लड़ककी कदा कगोई क़ न ंनीं ? ं ैन ंनीं,सलखनदा क्यदा ं ै,चलगो, म ैं नदाई सप्रे संदप्रेश क
लदायप्रेदप्रेतनी ंड।ं।ँ

ंगोरदी तबद्ंकधधि-सदा आड।ँगन मभ खड़दा थदा और सं नयदा उस उददारतदा ककी प तकक्रयदा मभ जगो
गसौरदी म तगो ककी सज्जनतदा नप्रे जगदा ददी थनी,संदप्रेशदा क र ंनी थनी। ककर उसनप्रे नदाई कगो रस
वपलदायदा और बबददाई दप्रे कर बबददा ककयदा।

चलदा गयदा तगो ंगोरदी नप्रे क ंदा-- य तडनप्रेक्यदा कर डदालदा सं नयदा? तप्रेरदा समज़दाज
आज तक मप्रेरदी समझ मभन आयदा। तडआगप्रेभनी चलतनी ं ै,पनीछप्रे भनी चलतनी ं ै। प लप्रे
तगो इस बदात पर लड़ र ंनी थनी कक ककसनी सप्रे एक प ैसदा करज़ मत, कलगोकछ
दप्रे नप्रे-हदलदानप्रे कदा कदाम न ंनीं, और ै जब भगवदान णनप्रेगसौरदी कप्रे भनीतर प ैठकर य पत
सलखवदायदा तगो तनप्रेडककल-मरजदाद कदा रदाग छप्रे ड़ हदयदा। तप्रेरदा मरम भगवदान ण ंनी
जदानप्रे।

नयदा बगोलदी -- म।ँं


ड कदप्रेखकर बनीड़दा हदयदा जदातदा ं ै ,जदानतप्रे ंगो कक न ंनीं । तब गसौरदी
अपननी सदान हदखदातप्रे थप्रे,अब व भलमनसनी हदखदा र ंप्रे ं ैं । ईट कदा जवदाब चदा ंप्रे
पत्थर ंगो; लप्रेककन सलदाम कदा जवदाब तगो गलदी न ंनीं ं ै।

ंगोरदी नप्रे नदाक ससकगोड़कर क ंदा -- तगो हदखदा अपननी भलमनसनी। दप्रे खभ,क ंदाड।ँ सप्रे
ंकपए लदातनी ं ै।

नयदा आड।ँखभ चमकदाकर बगोलदी--ंकपए लदानदा मप्रेरदा कदाम न नीं, त ैम मंक ंदारदा कदाम ं ै।'

'म ैंतगो दलदारदीक सप्रे ंनी लंडगदा।ं।ँ'

'लप्रेलगो उसनी सप्रे। सद ड तगो सभनी लभग। जब डडबनदा ंनी ं ै,तगो क्यदा तदालदाब और क्यदा
गंगदा।'

ंगोरदी बदा र आकर धिचलम पनीनप्रेलगदा। ककतनप्रेमज़प्रेसप्रेगलदा छडटदा जदातदा थदा; लप्रेककन
नयदा जब जदान छगोड़प्रेतब तगो। जब दप्रे खगो उल्टदी ंनी चलतनी ं ै। इसप्रेज ैसप्रेकगोई भतड
सवदार ंगो जदातदा ं ै। घर ककी दशदा दप्रे खकर भनी इसककी आड।ँखभन ंनींखलतनीं।ंक
***
25

भगोलदा सइर दसरदीड सगदाई लदायप्रेथप्रे। औरत कप्रे बग़ ैर उनकदा जनीवन ननीरस थदा। जब
तक झकनयदा थनी, उन म ंभंक़्
क क़दा-पदाननी दप्रे दप्रेतनी थनी। समय सप्रेखदानप्रेकगो बलदाक लप्रेजदातनी थनी।
अब बप्रेचदारप्रे अनदाथ-सप्रे ंगो गयप्रेथप्रे। ब ंकओंकगो घर कप्रे कदाम-संदाम सप्रेछकटदी न समलतनी
थनी। उनककी क्यदा सप्रेवदा-सत्कदार करतनी; इससलए अब सगदाई परमदावकयक ंगो गयनी
थनी। संयगोग सप्रे एक जवदान ववववदा समल गयनी,श्जसकप्रे प त कदा दप्रे ंदांत ंकए कप्रेवल
तनीन म ंनीनप्रे ंकए थप्रे। एक लड़कदा भनी थदा। भगोलदा ककी लदार टपक पड़नी। झटपट
सशकदार मदार लदायप्रे। जब तक सगदाई न ंकई, उसकदा घर खगोद डदालदा। अभनी तक
उसकप्रे घर मभ जगो ककछ थदा, ब ंकओंकदा थदा। जगो चदा तनी थनीं,करतनी थनीं,ज ैसप्रे चदा तनी
थनीं,र तनी थनीं।

जंगनी जब सप्रे अपननी स्तनी कगोलप्रेकर लखनऊ चलदा गयदा थदा,कदामतदा ककी ब ंड ंनी घर
ककी स्वदासमननी थनी। पदाड।ँच-छछः म ंनीनयों मभ ंनी उसनप्रे -तनीसचदालदीस ंकपए अपनप्रे ंदाथ
मभ
कर सलयप्रे थप्रे। सप्रेर-सआ सप्रेर दद-ड द ंनी चगोरदी सप्रेबप्रेच लप्रेतनी थनी। अब स्वदासमननी ंकई
उसककी ससौतप्रेलदी सदास। उसकदा नयंतण ब ंडकगो बरदाक लगदातदा थदा और आयप्रेहदन
दगोनयों मभ तकरदा ंगोतनी र तनी थनी। य ंदाड।ँ तक ककी औरतयों कप्रे पनीछप्रे भगोलदा और कदामतदा
मभ भनी क-सदाननीक ंगो गयनी। झगड़दा इतनदा बढ़दा कक अलगसौझप्रेककी नसौबत आ गयनी।
और य रदी त सनदातन सप्रे चलदी आयनी ं ै कक अलगसौझप्रे कप्रे समय-पनीटमदारअवकय
ंगो। य ंदाड।ँ उस रदी त कदा पदालन ककयदा गयदा। कदामतदा जवदान आदमनी थदा। भगोलदा कदा
उस पर जगो ककछ दबदाब थदा, व वपतदा कप्रे नदातप्रे ;थदामगर नयनी स्तनी लदाकर बप्रेटप्रे सप्रे
आदर पदानप्रे कदा अब उसप्रे कगोई क़ न र ंदा थदा। कम-सप्रे-कम कदामतदा इसप्रे स्वनीकदार
करतदा थदा। उसनप्रे भगोलदा कगो पटककर कई लदातभ जमदायनीं और घर सप्रे नकदाल हदयदा।
घर ककी चनीज़भन छडनप्रेददीं।

गदाड।ँववदालयों मभ भनी ककसनी नप्रे भगोलदा कदा पक्षयदा।न सलनयनी सगदाई नप्रेउन म ंभनक्कड
बनदा हदयदा थदा। रदात तगो उन म ंयोंनप्रे ककसनी तर एक पप्रेड़ कप्रे ननीचप्रे , कदाटदीसबक ंगोतप्रे
ंनी नगोखप्रेरदाम कप्रे पदास जदा प ंकड।ँचप्रेऔर अपननी फ़ररयदाद सनदायनी।ंक

भगोलदा कदा गदाड।ँव भनी उन म ंनीं कप्रे इलदाक़प्रे मभ थदा और-भर इलदाक़प्रेकप्रेमदासलक-मणखयदाक
जगो ककछ थप्रे,व ंनी थप्रे। नगोखप्रेरदाम कगो भगोलदा परतगो क्यदा दयदा आतनी ; पर उनकप्रे सदाथ
एक चटपटदी, रू।ँगनीलदी स्तनी दप्रे खनी तगो चटपट आशय दप्रे नप्रेपर रदाज़नी ंगो गयप्रे। ज
ंदाड।ँउनककी
गदायभब।ँसड ंतनी थनीं,व ंनीं एक कगोठरदी र नप्रे कगो दप्रे ददी। अपनप्रे जदानवरयों ककी-भदालदप्रे ख,
सदाननी-भसप्रेक
ड प्रे सलए उन म ंभएकदाएक एक जदानकदार आदमनी ककी ज़रड त मदालमड ंगोनप्रे
लगनी। भगोलदा कगो तनीन ंकपयदा म ंनीनदा और सप्रेर-भर रगोज़दानदा पर नसौकर रख
सलयदा।

नगोखप्रेरदाम नदाटप्रे ,मगोटप्रे , खल्वदाट, लम्बनी नदाक और छगोटदी-छगोटदी आड।ँखयोंवदालप्रे सदाड।ँवलप्रे आदमनी
थप्रे। बड़दा-सदा पग्गड़ बदाड।ँसंतप्रे,ननीचदा ककरतदा प नतप्रेऔर जदाड़यों मभ सल ंदाफ़ ओढ़कर
बदा र आतप्रे-जदातप्रे थप्रे। उन म ंभ तप्रेल ककी मदासलश करदानप्रे मभ बड़दा आनंद, आतय थय
इससलए उनकप्रे कपड़प्रे मप्रेशदा ,म ैलप्रेचनीकट र तप्रेथप्रे। उनकदा पररवदार ब त बड़दा थदा।
ंक
सदात भदाई और उनकप्रे बदाल-बच्चप्रेसभनी उन म ंनींपर आधिशत थप्रे। उस पर स्वयम ण
उनकदा लड़कदा नवभ दरजप्रेमभअड।ँगप्रेज़नी पढ़तदा थदा और उसकदा बबआईक ठदाठ नभदानदा
कगोई आसदान कदाम न थदा। रदाय सदा ब सप्रे उन म ंभ कप्रे वल बदार ंकपए वप्रेतन समलतदा
थदा; मगर ख़चद ससौ ंकपए सप्रे कसौड़नी कम न थदा। इससलए आसदामनी ककसनी उनकप्रे
तर
चंगलक मभ संड।ँस जदाय तगो बबनदा उसप्रेअच्छठी तर चसप्रेडछगोड़तप्रेन थप्रे। प लप्रेछछः ंकपए
वप्रेतन समलतदा थदा,तब असदासमययों सप्रे इतननी नगोच-खसगोट न करतप्रे थप्रे;जब सप्रे बदार
ंकपए ंगो गयप्रे थप्रे,तब सप्रेउनककी तष्णदा और भनी बढ़ गयनी थनी; इससलए रदाय सदा ब
ं ृ
उनककी तरक़्क़की न करतप्रे थप्रे। गदाडव।ँ मभ और तगो सभनी-न-ककसनी ंडप मभ उनकदा
दवदाब मदानतप्रे थप्रे;य ंदाडत
।ँ क कक ददातदाददीन और भनी उनककी ख़शदामद क
णझंगरदीससंंक
करतप्रे थप्रे,कप्रे वल पटप्रे करदीव उनसप्रे तदाल ठगोकनप्रे कगो मप्रेशदा त ैयदार र तप्रे थप्रे। नगोखप्रेरदाम
कगो अगर य जगोम थदा कक म बदाह्मण ं ैं और कदायस्थयों कगो उड।ँ गलदी पर नचदातप्रे
ं ैं,तगो पटप्रे क वरदी कगो भनी घमंड थदा कक म कदायस्थ , क़लम ैं कप्रे बदादशदा,
इस
म ैददान मभ कगोई मसप्रे क्यदा बदाज़नी लप्रे जदायगदा। ककर व ज़मनींददार कप्रे नसौकर, न ंनीं
सरकदार कप्रे नसौकर , श्जसकप्रे ैं रदाज मभ सरजड कभनी न ंनींडडबतदा। नगोखप्रेरदाम अगर
एकदादशनी कगो व्रत रखतप्रे ं ैं औरच कगो भगोजन करदातप्रे ं ैं तगो पटप्रे करदी व
पदाड।ँबदाह्मणयों
पणमदादसनीड कगो सत्यनदारदायण ककी कथदा सनभ गक और दस बदाह्मणयों कगो भगोजन
करदायभगप्रे। जब सप्रे उनकदा जप्रेठदा लड़कदा सज़दावल ंगो गयदा,नगोखप्रेरदामथदा इस तदाक मभ
तप्रे थप्रे कक उनकदा लड़कदा ककसनी तर दसवदाड।ँ पदास कर,तगो लप्रेउसप्रे भनी क ंनीं
नक़ल-नवनीसनी हदलदा दभ । इससलए ंकक्कदाम कप्रे पदास फ़सलदी ससौगदातभ लप्रेकर
बरदाबर सलदामनी करतप्रे र तप्रे थप्रे।
एक और बदात मभ पटप्रे करदी वउनसप्रेबढ़प्रे ंकए थप्रे। लगोगयों कदा ख़यदाल थदा कक व अपननी
ववववदा क ंदाररन कगो रखप्रे ंकए ं ैं। अब नगोखप्रेरदाम कगो भनी अपननी शदान मभ य कसर
परदीड करनप्रेकदा अवसर समलतदा ंकआ जदान पड़दा।
भगोलदा कगो ढदाढ़स दप्रे तप्रे ंकए बगोलप्रे-- तमक य ंदाड।ँआरदाम सप्रेर ंगो भगोलदा, ककसनी बदात कदा
खटकदा न ंनीं। श्जस चनीज़ ककी ज़डरत , ंगो मसप्रेआकर क ंगो। तम मंक ंदारदी घरवदालदी
ं ै, उसकप्रे सलए भनी कगोई न कगोई कदाम नकल आयप्रेगदा। बखदारयों मभ अनदाज ,रखनदा
नकदालनदा, पछगोरनदा, संटकनदा क्यदा थगोड़दा कदाम ं ै?

भगोलदा नप्रे अरज ककी-- सरकदार, एक बदार कदामतदा कगो बलदाकरु पछड लगो, क्यदा बदाप कप्रे सदाथ
बप्रेटप्रेकदा य ंनी सलकड ंगोनदा चदाह ए। घर मनप्रेबनवदायदा, गदायभ-भ ैंसभ मनप्रे लदीं। अब उसनप्रेसब
ककछ धिथयदा सलयदा और मभ नकदाल बदा र ककयदा। य अन्यदाय
ंनींतगो क्यदा ं ै। मदारप्रे मदासलक तगो तम मंक ंनीं ंगो। तम मंक ंदारप्रे दरबदार सप्रेइसकदा
फ़ ैसलदा ंगोनदा चदाह ए।

नगोखप्रेरदाम नप्रे समझदायदा-- भगोलदा, तमड उससप्रेलड़कर पप्रेश न पदाओगप्रे;उसनप्रे ज ैसदा


ककयदा ं ै,उसककी सज़दा उसप्रेभगवदान णदभ ग। बप्रेईमदाननी करकप्रे कगोई आज तक संलदीभतड
ंकआ ं ै? संसदार मभ अन्यदाय न , तगोगोतदा इसप्रे नरक क्ययों क ंदा जदातदा। य ंदाड।ँ न्यदाय
और संमदकगो कसौन पछतदाड ं ै? भगवदान णसब दप्रे खतप्रे ं ैं। संसदार कदा रत्तनी-रत्तनी
ंदाल
जदानतप्रे ं ैं। तम मंक ंदारप्रे मन मभ इस समय क्यदा बदात ं ै ,य उनसप्रे क्यदा छपदा ? ं ैइसनी
सप्रे तगो अन्तरजदामनी क लदातप्रे ं ैं । उनसप्रे बचकर कगोई क ंदाड।ँ ?तजदायगदामच क पक ंगोकप्रे
ब ैठगो। भगवदान णककी इच्छदा ंकई, तगो य ंदाड।ँतमक उससप्रेबरप्रेक न र ंगोगप्रे।

य ंदाड।ँ सप्रे उठकर भगोलदा नप्रे ंगोरदी कप्रे पदास अपनजदाकर दखड़दाक रगोयदा।

ंगोरदी नप्रेअपननी बनीतनी सनदायनीक -- लड़कयों ककी आजकल ककछ न पछगोड भगोलदा भदाई।
मर-मरकर पदालगो; जवदान ंयों, तगो दसमनक ंगो जदाय।ंड।ँमप्रेरप्रे ंनी गगोबर कगो दप्रे खगो। मदाड।ँसप्रे
लड़कर गयदा, और सदालयों ंगो गयप्रे,न धिचठठी, न पत्तर। उसकप्रे लप्रेखप्रे तगो- बदापमदाड।ँमर गयप्रे।
बबहटयदा कदा ब्यदा ससर पर ; ं ैलप्रेककन उससप्रे कगोई मतलब न ंनीं। खप्रेत रप्रे न रखकर
दगो ससौ ंकपए सलयप्रे ं ैं। इज़्ज़त-आबड कदा नबदा तगो करनदा ंनी ंगोगदा। कदामतदा नप्रे बदाप कगो
नकदाल बदा र तगो ककयदा;लप्रेककन अब उसप्रेमदालमड ंगोनप्रेलगदा
बड्ढदाक ककतनदा कदामकदाजनी आदमनी थदा। सबप्रेरप्रेउठकर सदाननी-पदाननी करनदा, दद ड द
ंकनदा, ककर दद ड लप्रेकर बदाज़दार जदानदा, व ंदाड।ँ सप्रे आकर ककर सदाननी-पदाननी करनदा,
ककर
दद ड दन
क दा; एक पखवदारप्रे मभउसकदा ंकसलयदा बबगड़ गयदा। स्तनी-पंकष मभ लड़दाई ंकई।
स्तनी नप्रे क ंदा-- म ैंजदान दप्रे नप्रेकप्रे सलए तम मंक ंदारप्रे घर न ंनींआयनी ंड।ं।ँमप्रेरदी रगोटदी तम मंक
ंभ भदारदी ंगो, तगो म ैं अपनप्रे घर चलदी जदाऊड।ँ । कदामतदा,य डरदाक ंनीं चलदी जदाय,तगो
रगोटदी
कदा हठकदानदा भनी न र ंप्रे,अपनप्रे ंदाथ सप्रे ठगोकनदा पड़प्रे। आणख़र एक नसौकर ;रखदा
लप्रेककन उससप्रे कदाम न चलदा। नसौकर खलदी-भसदाड चरदाक-चरयकर बसचनसलगय। उसस
अलग ककयदा। ककर स्तनी-पंकष मभ लड़दाई ई। स्तनी ंडठकर म ैकप्रे चलदी गयनी। कदामतदा
ंक
कप्रे ंदाथ-पदाड।ँव संडल ंदारकर भगोलदा कप्रे पदास आयदा और धिचरसौरदी करनप्रे लगदा--
गयप्रे।
ददाददा, मझसप्रेजगो कछ भल-चक ई ंगो क्षमदा करगो। अब चलकर घर स।ँभ
ड दालगो, ज ैसप्रे
ंक ंक ंड ंड ंक
तमक रखगोगप्रे,व ैसप्रे ंनी र ंडगदा।ं।ँ

भगोलदा कगो य ंदाड।ँमजरयोंंड ककी तर र नदा अखर र ंदा थदा। प लप्रेम ंनीनप्रे-दगो-म ंनीनप्रे
उसककी जगो ख़दा तर ंकई, व अब न थनी। नगोखप्रेरदाम कभनी-कभनी उससप्रे धिचलम भरनप्रे
यदा चदारपदाई बबछदानप्रे कगोभनी क तप्रेथप्रे। तब बप्रेचदारदा भगोलदा ज़ र कदा घटंडं।ँपनीकर र
जदातदा थदा। अपनप्रे घर मभ लड़दाई-दं गदा भनी , ंगोतगो ककसनी ककी ट ल तगो न करननी
पड़प्रेगनी।

उसककी स्तनी नगो रदी नप्रेय पस्तदाव सनदाक तगो ऐंठकर बगोलदी -- ज ंदाड।ँ सप्रे लदात खदाकर
आयप्रे,व ंदाड।ँ ककर जदाओगप्रे?तम मंक ंभलदाज भनी न ंनींआतनी।

भगोलदा नप्रे क ंदा-- तगो य ंनींकसौन ससंंदासन पर ंक ंड।ं।ँ


ब ैठदा आ

नगो रदी नप्रे मटककर क ंदा-- तम मंक ंगो तगो जदाओ, म ैं न ंनीं जदातनी।
ंभजदानदा

भगोलदा जदानतदा थदा, नगो रदी ववररगो करप्रे गनी। इसकदा कदारण भनी व ककछ-ककछ समझतदा
थदा, ककछ दप्रे खतदा भनी थदा, उसकप्रे य ंदाड।ँ सप्रे भदागनप्रे कदा एक कदारण य भनी थदा। य ंदाड।ँ
उसककी तगो कगोई बदात न पछतदाड थदा; पर नगो रदी ककी बड़नी ख़दा तर ंगोतनी थनी। प्यदादप्रे
और श नप्रेतक उसकदा दबदाव मदानतप्रेथप्रे। उसकदा जवदाब सनकरु भगोलदा कगो कक्रगो
आयदा; लप्रेककन करतदा क्यदा? नगो रदी कगो छगोड़कर चलप्रे जदानप्रे कदा सदा स उसमभ ंगोतदा तगो
नगो रदी भनी झख मदारकर उसकप्रे पनीछप्रे -पनीछप्रे चलदी जदातनी। अकप्रे लप्रे उसप्रे य ंदाड।ँ अपनप्रे आशय
मभ रखनप्रे ककी ह तम्मनगोखप्रेरदाम मभ न थनी। व टटदी ककी आड़ सप्रे सशकदार खप्रेलनप्रेवदालप्रे जनीव,
मगरथप्रे नगो रदी भगोलदा कप्रे स्वभदाव सप्रेपररधिचत ंगो चककीक थनी।

भगोलदा समन्नत करकप्रे बगोलदा-- दप्रे ख नगो रदी,हदक मत कर। अब तगो व ंदाड।ँब ंकए।ँभ
ड नी
ंनीं ं ैं। तप्रेरप्रे ंनी ंदाथ मभ सब ककछ र ंप्रेगदा। य ंदाड।ँमजरदीड करनप्रेसप्रेबबरदादरदी मभ ककतननी
बदनदामनी ंगो र ंनी ं ै,य सगोच!
नगो रदी नप्रे ठभ गदा हदखदाकर क-- ंदातम मंक ंभजदानदा ं ैजदाओ, म ैंतम मंक ंभरगोक तगो न ंनींर ंनी
ंड।ं।ँतम मंक ंभबप्रेटप्रेककी लदातभ प्यदारदी लगतनी ंयोंगनी, मझप्रेकन ंनींलगतनीं। म ैंअपननी मज़दरदीड मभ
मगन ंड।ं।ँ

भगोलदा कगो र नदा पड़दा और कदामतदा अपननी स्तनी ककी ख़शदामद क करकप्रे उसप्रेमनदा लदायदा।

सइर नगो रदी कप्रे ववषय मभ कनब तयदाड।ँ ंगोतनी-- रनगोनींरदी नप्रेआज गलदाबनीक सदाड़नी

ननी ं ै। अब क्यदा पछनदाड ं ै,चदा ंप्रे रगोज़ एक सदाड़नी प नप्रे। स ैयदाड।ँ भयप्रे कगोतवदाल अब डर कदा
ंप्रेकदा। भगोलदा ककी आड।ँखभसंडट गयनी ं ैंक्यदा? शगोभदा बड़दा ंड।ँसगोड़ थदा। सदारप्रे गदाड।ँव कदा ववदषकड,
बश्ल्क नदारद। र एक बदात ककी टगो लगदातदा र तदा थदा।

एक हदन नगो रदी उसप्रेघर मभ समल गयनी। ककछ ंड।ँ सनी कर ब ैठदा। नगो रदी नप्रेनगोखप्रेरदाम
सप्रेजड़ हदयदा। शगोभदा ककी चसौपदाल मभ तलबनी ंकई और ऐसनी डदाड।ँट पड़नी कक उम्र-भर न
भलप्रेगदा।ंड

एक हदन लदालदा पटप्रे क वरदी पसदाद ककी शदामत आ गयनी। गसमययों कप्रे हदन थप्रे।
लदालदा बग़नीचप्रे मभ आमब ैठप्रे तड़वदाक र ंप्रेथप्रे। नगो रदी बननी-ठननी सउर सप्रे नकलदी।

लदालदा नप्रेपकदारदाक -- नगो रदा रदाननी, सइर आओ, थगोड़प्रे सप्रे आम लप्रेतनी जदाओ,बड़प्रे मनीठप्रे ं ैं।

नगो रदी कगो भ्रमआ, लदालदा मप्रेरदा उप ंदास कर र ंप्रे ं ैं। उसप्रे अब घमंड ंगोनप्रे लगदा
ंक
थदा। व चदा तनी थनी, लगोग उसप्रे ज़मनींददाररन समझभ और उसकदा सम्मदान करभ । घमंडनी
आदमनी पदायछः शक्ककी आ करतदा ं ै। और जब मन मभ चगोर ंगो तगो शक्ककीपन
और
ंक
भनी बढ़ जदातदा ं ै। मप्रेरदी ओर दप्रे खकर क्ययों ंड।ँसदा? सब लगोग मझप्रेकदप्रेखकर जलतप्रे

क्ययों ं ैं?म ैंककसनी सप्रेकछ मदाड।ँगनप्रेन ंनींजदातनी। कसौन बड़नी सतवंतनी ं ै! ज़रदा मप्रेरप्रे
ंक
सदामनप्रे आयप्रे,तगो दप्रे ख।ंडं।ँइतनप्रेहदनयों मभ नगो रदी गदाड।ँव कप्रे गप मंकत स्ययों सप्रे पररधिचत ंगो

चककी थनी। य ंनी लदालदा क ंदाररन कगो रखप्रे ए ं ैंऔर मझप्रे ंड।ँसतप्रे ं ैं। इन म ंभकगोई
कछ
ंक ंक ंक ंक
ंनीं क तदा। बड़प्रे आदमनी ं ैं न। नगो रदी ग़रदीब,जदात ं ैककी ंप्रेठठी ; ं ैइससलए सभनी उसकदा
उप ंदास करतप्रे ं ैं। और ज ैसदा बदाप,व ैसदा ंनी बप्रेटदा। इन म ंनीं कदा रमप्रेसरदी तगो
सससलयदा कप्रे पनीछप्रे पदागल बनदा ककरतदा ं ै। चमदाररययों पर तगो धिगद्सं ककी तर टडटतप्रे
ं ैं,उस पर ददावदा ं ै कक म ऊड।ँ चप्रे ं ैं।
उसनप्रे व ंनीं खड़प्रे ंगोकर क-- ंदा तमक ददाननी कब सप्रे ंगो गयप्रेलदालदा! पदाओ तगो
दसरयोंंड ककी थदालदी ककी रगोटदी उड़दा जदाओ। आज बड़प्रेआमवदालप्रे ंक ए ं ैं । मझसप्रे छ
क प्रे ड़
ककी तगो अच्छदा न ंगोगदा, क ंप्रे दप्रे तनी ं ैं।

ंगो! इस अ ंनीररन कदा इतनदा समज़दाज! नगोखप्रेरदाम कगो क्यदा संदाड।ँस सलयदा,समझतनी
ं ैसदारदी द ंकनयदा पर उसकदा रदाज ं ै। बगोलप्रे-- तडतगो ऐसनी तनक र ंनी ं ैनगो रदी, ज ैसप्रे
अब ककसनी कगो गदाडव ।ँ मभ र नप्रेन दप्रे गनी। ज़रदा ज़बदान स।ँभ
ड दालकर बदातभ ककयदा कर, इतननी
जल्द अपनप्रेकगो न भलड जदा।

'तगो क्यदा तम मंक ंदारप्रे द्वदार कभनी भनीख मदाड।ँगनप्रे आयनी?' थनी

'नगोखप्रेरदाम नप्रे छदाड।ँ न ददी, तगोतनीभनीख भनी मदाड।ँगतनी।'

नगो रदी कगो लदाल समचद-सदा लगदा। जगो ककछ म।ँं ड कमभआयदा बकदा -- ददाढ़दीजदार, लंपट,
म।ँडंकझगौंसदा और जदानप्रेक्यदा-क्यदा क ंदा और उसनी कक्रगो मभ भरदी ंक ई कगोठरदी मभ गयनी
और अपनप्रे बरतन-भदाड।ँड़प्रे नकदाल-नकदालकर बदा र रखनप्रे लगनी।

नगोखप्रेरदाम नप्रेसनदाक तगो घबरदायप्रे ंकए आयप्रेऔर पछदाड -- व क्यदा कर र ंनी ं ै नगो रदी,
कपड़प्रे-लत्तप्रे क्ययों नकदाल र ंनी ? ं ैककसनी नप्रेककछ क ंदा ं ैक्यदा? नगो रदी मदयों कप्रे
नचदानप्रे ककी कलदा जदानतनी थनी। अपनप्रे जनीवन मभ उसनप्रे य ंनी ववद्सनीखनीयदा थनी।
नगोखप्रेरदाम पढ़प्रे -सलखप्रेआदमनी थप्रे। क़दाननड भनी जदानतप्रेथप्रे। संमदककी पस्तकभंकभनी ब ंकत
पढ़दी थनीं। बड़प्रे-बड़प्रे वककीलयों,ब ैररस्टरयों ककी जडतयदाड।ँससनीनी ककी थनीं;पर इस मखदन
ड गो रदी कप्रे
ंदाथ कदा णखलसौनदा बनप्रे ंकए थप्रे।

भगौं ंभ ससकगोड़कर बगोलदी-- समय कदा संप्रे र , य ै ंदाड।ँ आ गयनी;लप्रेककन अपननी आबड
न गवदाऊड।ँ गनी।

बदाह्मण सतप्रेज ंगो उठदा। मंडछभभीँखड़नी करकप्रे बगोलदा तप्रेरदी ओर जगो तदाकप्रे उसककी
--
आड।ँखभनकदाल लंड।ं।ँ
नगो रदी नप्रे लगो ंप्रे कगो लदाल करकप्रे घन जमदायदा--लदालदा पटप्रे सरदी जब दप्रे खगो मझसप्रेक

बप्रेबदात ककी बदात ककयदा करतप्रे ं ैं। म ैंरजदाई थगोड़प्रे ंनी ंडकक।ँ कगोई मझप्रेकप ैसप्रेहदखदायप्रे।
गदाड।ँव-भर मभ सभनी औरतभ , तगोकगोई ं ैंउनसप्रे न ंनीं बगोलतदा। श्जसप्रे ,दप्रे खगोमझनीक
कगो छप्रे ड़तदा । ं ै

नगोखप्रेरदाम कप्रे ससर पर भतड सवदार ंगो गयदा। अपनदा मगोटदा डंडदा उठदायदा और आड।ँसंनी
ककी तर र रदातप्रे ंकए बदाग़ मभ प ंकड।ँचकर लगप्रेललकदारनप्रे-- आ जदा बड़दा मदद ं ै तगो।
मंडछभभीँउखदाड़ लंडगदा।ँ, खगोदकर गदाड़ दंडगदा।ं।ँ नकल आ सदामनप्रे। अगर ककर कभनी
नगो रदी कगो छप्रे ड़दा तगो ख़नड पनी जदाऊड।ँगदा। सदारदी पटवदारधिगरदी नकदाल दंडगदा।ं।ँ ज ैसदा
ख़द क ं ै,व ैसदा ंनी दसरयोंंड कगो समझतदा ं ै। तड ं ैककस घमंड मभ ?

लदालदा पटप्रे क वरदी ससर झकदायप्रेक,दम ससदाप्रेजड़वत णखड़प्रेथप्रे। ज़रदा भनी ज़बदान खगोलदी और
शदामत आयनी। उनकदा इतनदा अपमदान जनीवन मभ कभनी न ंकआ थदा। एक बदार लगोगयों
नप्रेउन म ंभतदाल कप्रे ककनदारप्रे रदात कगो घप्रेरकर ख़बड पनीटदा थदा; लप्रेककनगदाड।ँव मभ उसककी
ककसनी कगो ख़बर न ंकई थनी। ककसनी कप्रे पदास कगोई पमदाण न थदा; लप्रेककन आज तगो
सदारप्रे गदाड।ँव कप्रे सदामनप्रे उनककी इज़्ज़त उतर गयनी। कल जगो औरत गदाड।ँव मभ आशय
मदाड।ँगतनी आयनी ,थनीआज सदारप्रे गदाड।ँव पर उसकदा आतंक थदा। अब ककसककी ह म्मत ं ै
जगो उसप्रे छप्रे ड़ सकप्रे । जब पटप्रे करदीकवकछ न ंनींकर सकप्रे, तगो दसरयोंंड ककी बबसदात ंनी
क्यदा! अब नगो रदी गदाड।ँव ककी रदाननी थनी। उसप्रे आतप्रे दप्रे खकर ककसदान लगोग उसकप्रे रदास्तप्रे
सप्रे ट जदातप्रेथप्रे। य खलदाक ंकआ र स्य थदा कक उसककी थगोड़नी-सनी पजदाड करकप्रे
नगोखप्रेरदाम सप्रेब ंकत कदाम नकल सकतदा ं ै। ककसनी कगो बटवदारदा करदानदा ंगो, लगदान कप्रे
सलए मकलत मदाड।ँगननी ंगो, मकदान बनदानप्रे कप्रे सलए ज़मनीनककी ज़डरत ंगो, नगो रदी ककी
पजदाड ककयप्रेबग़ ैर उसकदा कदाम ससस न ंनीं ंगो सकतदा। कभनी-कभनी य अच्छप्रे -अच्छप्रे
आसदासमययों कगो डदाड।ँट दप्रे तनी थनी। आसदामनी ंनी ,नअबनीं कदारककन सदा ब पर भनी रगोब
जमदानप्रे लगनी थनी। भगोलदा उसकप्रे आधिशत बनकर न र नदा चदा तप्रे थप्रे। औरत ककी
कमदाई खदानप्रे सप्रे ज़्यदाददा सअम उनककी दृश्ष्मभ टदसरदाड कदाम न थदा। उन म ंभककल तनीन
,पयप्रे मदा वदार समलतप्रे , थप्रेय भनी उनकप्रे ंदाथ न लगतप्रे। नगो रदी ऊपर ंनी ऊपर उड़दा
लप्रेतनी। उन म ंभतमदाखप
ड नीनप्रेकगो संप्रेलदा मयस्सर न ंनीं,और नगो रदी दगो आनप्रे रगोज़ कप्रे पदान
खदा जदातनी थनी। श्जसप्रे दप्रे खगो,व ंनी उन पर रगोब जमदातदा थदा। प्यदादप्रे उससप्रे धिचलम
भरवदातप्रे,लकड़नी कटवदातप्रे;बप्रेचदारदा हदन-भर कदा ंदारदा-थकदा आतदा और द्वदार पर पप्रेड़
कप्रे ननीचप्रेणझल।ँ ग
ड प्रेखदाट पर पड़दा र तदा। कगोई एक लहटयदाक पदाननी दप्रे नप्रेवदालदा भनी न ंनीं।
दगोप र ककी बदासनी रगोहटयदाड।ँ रदात कगो खदाननी पड़तनीं और व भनी नमक यदा पदाननी और
नमक कप्रे सदाथ। आणख़र ंदारकर उसनप्रे घर जदाकर कदामतदा कप्रे सदाथ र नप्रे कदा
नकचय ककयदा। ककछ न ंगोगदा एक टककड़दा रगोटदी तगो समल ंनी जदायगनी, अपनदा घर
तगो ं ै।

नगो रदी बगोलदी -- म ैंव ंदाड।ँककसनी ककी ग़लदामनीक करनप्रेन जदाऊड।ँगनी।

भगोलदा नप्रे जनी कड़दा करकप्रे क --ंदा तम मंक ंभजदानप्रेकगो तगो म ैंन ंनींक तदा। म ैंतगो अपनप्रे
कगो क तदा ंड।ं।ँ

'तमक मझप्रेछ
क गोड़कर चलप्रेजदाओगप्रे? क तप्रे लदाज न ंनीं आतनी?'

'लदाज तगो घगोल कर पनी गयदा।'

'लप्रेककन म ैंनप्रेतगो अपननी लदाज न ंनींपनी। तमक मझप्रेकछगोड़कर न ंनींजदा सकतप्रे।'

'तडअपनप्रेमन ककी ं ै,तगो म ैंतप्रेरदी ग़लदामनीक क्ययों क।ँड ?'

'पंचदायत करकप्रे म।ँं


ड कमभकदासलख लगदा दंडगनीभीँ, इतनदा समझ लप्रेनदा।'

'क्यदा अभनी ककछ कम कदासलख लगनी ं ै? क्यदा अब भनी मझझप्रेकगोखप्रेमभरखनदा चदा तनी
ं ै?'

'तमक तगो ऐसदा तदाव हदखदा र ंप्रे ंगो, ज ैसप्रेमझप्रेकरगोज़ ग नप्रे ंनी तगो गढ़वदातप्रे ंगो। तगो य ंदाड।ँ
नगो रदी ककसनी कदा तदाव स नप्रेवदालदी न ंनीं ' ं ै।

भगोलदा झल्लदाकर उठप्रे और ससर ंदानप्रे सप्रे लकड़नी उठदाकर चलप्रे कक नगो रदी नप्रे लपककर
उनकदा प ंकड।ँचदा पकड़ सलयदा। उसकप्रे बसलष्ठ पंजयों सप्रे नकलनदा भगोलदा कप्रे सलए
मश्ककलक थदा। चपकप्रेक सप्रे क ै ददी ककी तर ब ैठ गयप्रे। एक ज़मदानदा,जबथदा व औरतयों
कगो अड।ँगसलययोंंक पर नचदायदा करतप्रेथप्रे,आज व एक औरत कप्रे करपदाश मभ ब।ँसड ंप्रे ंकए ं ैं
और ककसनी तर नकल न ंनींसकतप्रे। ंदाथ छकड़दानप्रेककी कगोसशश करकप्रे व परददा
ंनींखगोलनदा चदा तप्रे। अपननी सनीमदा कदा अनमदानक उन म ंभंगो गयदा ं ै। मगर व क्ययों उससप्रे
नडर ंगोकर न ंनींक दप्रे तप्रेकक तडमप्रेरप्रेकदाम ककी न ंनीं ं ै,म ैंतझप्रेकत्यदागतदा ंड।ं।ँ
पंचदायत ककी संमककी दप्रे तनी ं ै। पंचदायत क्यदा कगोई ;ंसौवदाअगर ै तझप्रेकपंचदायत कदा
डर न ंनीं,तगो म ैंक्ययों पंचदायत सप्रेडड।ँ?लप्रेककन य भदाव शब्दयों मभ आनप्रे कदा सदा स न कर
सकतदा थदा। नगो रदी नप्रे ज ैसप्रे उन पर कगोई वशनीकरणडदाल हदयदा ंगो।
26

लदालदा पटप्रे क वरदी पटवदारदी-समददायक कप्रे सद् गणयोंंक कप्रे सदाक्षदात णअवतदार थप्रे। व य
न दप्रे ख सकतप्रेथप्रेकक कगोई असदामनी अपनप्रेदसरप्रेड भदाई ककी इंच भर भनी ज़मनीन दबदा लप्रे।
व य ंनी दप्रे ख सकतप्रे थप्रे कक असदामनी ककसनी म ंदाजन कप्रे ंकपए दबदा लप्रे। गदाड।ँव कप्रे समस्त
पदाणणययों कप्रे ह तयों ककी रक्षदाकरनदा उनकदा परम संमद थदा। समझसौतप्रे यदा मप्रेल-जगोल मभ उनकदा
ववकवदास न ,थदाय तगो नजनीववदतदा कप्रे लक्षण ं ैं! व तगो संघषद कप्रे पजदारदीक थप्रे,जगो सजनीवतदा
कदा लक्षण ं ै। आयप्रे हदन इस जनीवन कगो उत्तप्रेजनदा दप्रे नप्रे कदा पयदास करतप्रे र तप्रे थप्रे। -एकन-
एक संकलझड़नी छगोड़तप्रेर तप्रेथप्रे। म।ँग
ड सदा पर इन हदनयों उनककी ववशप्रेष क ृपदा-दृष म ट थनी।

म।ँग
ड सदा गदाड।ँव कदा सबससप्रेननी आदमनी थदा; पर स्थदाननीय रदाजननी त मभ बबलककल भदाग
न लप्रेतदा थदा। रगोब यदा अधधिकदार ककी लदालसदा उसप्रे न थनी। मकदान भनी उसकदा
गदाड।ँव कप्रे बदा र, जथदा ंदाडउ
।ँ सनप्रेएक बदाग़ और एक ककआड।ँऔर एक छगोटदा-सदा सशव-
मंहदर बनवदा सलयदा थदा। बदाल-बच्चदा कगोई न थदा; इससलए लप्रेन-दप्रे न भनी कम कर
हदयदा थदा और अधधिकतर पजदाड-पदाठ मभ ंनी लगदा र तदा थदा। ककतनप्रे ंनी असदासमययों नप्रे
उसकप्रे ंकपए ज़म कर सलए थप्रे;पर उसनप्रे ककसनी पर नदासलश-फ़ररयदाद न ककी। ंगोरदी
पर भनी उसकप्रे सद-ड ब्यदाज समलदाकर कगोई डप्रेढ़ ससौ ंगो गयप्रे ; थप्रेमगर न ंगोरदी कगो ऋण
चकदानप्रेकककी कगोई धिचंतदा थनी और न उसप्रेवसलड करनप्रेककी। दगो-चदार बदार उसनप्रे
तक़दाज़दा ककयदा, घड़कदाक-डदाड।ँटदा ;भनीमगर ंगोरदी ककी दशदा दप्रे खकर चपक ंगो ब ैठदा।

अबककी संयगोग सप्रे ंगोरदी ककी ऊख गदाड।ँव भर कप्रे ऊपर थनी। ककछ न ंनींतगो उसकप्रे दगो-
ढदाई ससौ ससनीप्रे ंगो जदायगप्रे।ँड,ऐसदा लगोगयों कदा अनमदानक थदा। पटप्रे कवरदीपसदाद नप्रेम।ँग
ड कगो
सझदायदाक कक अगर इस वक़्त ंगोरदी पर ददावदा कर हदयदा जदाय तगो सब ंकपए
वसलड ंगो जदाय।ंड।ँम।ँग
ड इतनदा दयदालन
क ंनीं,श्जतनदा आलसनी थदा। झंझट मभ पड़नदा न
चदा तदा थदा; मगर जब पटप्रे क वरदी नप्रे श्ज़म्मदा सलयदा कक उसप्रे एक हदन भनी कच रदी
न जदानदा पड़प्रेगदा,न कगोई दसरदाड कष्ट ंगोगदा, ब ैठप्रे-ब ैठदायप्रे उसककी डडगनी ंगो जदायगनी,तगो
उसनप्रे नदासलश करनप्रेककी अनमक त दप्रे ददी, और अददालत-ख़चद कप्रे सलए ंकपए भनी दप्रे
हदयप्रे।

ंगोरदी कगो ख़बर भनी न थनी कक क्यदा णखचड़नी पक र नी ं ै। कब ददावदा ददायर


ंकआ, कब डडगनी ंकई, उसप्रेबबलककल पतदा न चलदा। क़कक़द-अमनीन उसककी ऊख
ननीलदाम करनप्रे
आयदा, तब उसप्रेमदालमड ंकआ। सदारदा गदाड।ँव खप्रेत कप्रे ककनदारप्रे जमदा ंगो गयदा। ंगोरदी म।ँग
ड ड
सदा कप्रे पदास दसौड़दा और सं नयदा पटप्रे करदीव कगो गदासलयदाड।ँ दप्रे नप्रे लगनी। उसककी -स ज
बद्ंकधधि नप्रे बतदा हदयदा कक पटप्रे करदीव ंनी ककी कदारस्तदाननी ं ै,मगर म।ँग
ड सदा पजदाड पर
थप्रे,समल न सकप्रे और सं नयदा गदासलययों ककी वषदाद करकप्रे भनी पटप्रे करदीकदाव ककछ
बबगदाड़ न सककी। सउर ऊख डप्रेढ़ ससौ ंकपए मभ ननीलदाम यनीगो गऔर बगोलदी भनी ंगो गयनी
म।ँग
ड सदा ंनी कप्रे नदाम। कगोई दसरदाड आदमनी न बगोल सकदा।

ददातदाददीन मभ भनी सं नयदा ककी गदासलयदाड।ँसननप्रेककदा सदा स न थदा।

नयदा नप्रे ंगोरदी कगो उत्तप्रेश्जत करकप्रे क-- ंदाब ैठप्रे क्यदा , जदाकरगो पटवदारदी सप्रेपछतप्रेड क्ययों
न ंनीं,य ंनी संरम ं ैतम मंक ंदारदा गदाड।ँव-घर कप्रे आदसमययों कप्रे सदाथ?

ंगोरदी नप्रे ददीनतदा सप्रे क --ंदा पछनप्रेडकप्रे सलए तनप्रेडम।ँं


ड कभनी रखदा ंगो। तप्रेरदी गदासलयदाड।ँ
क्यदा उन म ंयोंनप्रेन सननीक ंयोंगनी?

'जगो गदालदी खदानप्रे कदा कदाम करप्रे गदा,उसप्रे गदासलयदाड।ँ समलभगनी' ंनी।

'तडगदासलयदाड।ँभनी दप्रे गनी और भदाई-चदारदा भनी नभदायप्रेगनी?'

'दप्रे खगनींडं।ँ, मप्रेरप्रे खप्रेत कप्रे नगनीच कसौन जदातदा' ं ै।

'समलवदालप्रे आकर कदाट लप्रेजदायगप्रे।ँड,तडक्यदा करप्रे गनी, और म ैंक्यदा क।ँड गदा। गदासलयदाड।ँ दप्रे कर
अपननी जनीभ ककी खजलदीक चदा ंप्रेसमटदा लप्रे।'

'मप्रेरप्रे जनीतप्रे- कगोई मप्रेरदा खप्रेत कदाट लप्रे जदायगदा?'

ंदाड।ँ-ंदाड।ँ,तप्रेरप्रे और मप्रेरप्रे-जनी।ंनीतप्रेसदारदा गदाड।ँव समलकर भनी उसप्रे न ंनीं रगोक सकतदा। अब व


चनीज़ मप्रेरदी न , ंनींम।ँग ड सदा ककी ं ै।'

'म।ँग
ड ड सदा नप्रे मर-मरकर जप्रेठ ककी दपक रदी मभ ससंचदाई और गगोड़दाई ककी थनी?'

'व सब तनप्रेडककयदा; मगर अब व चनीज़ म।ँग


ड सदा ककी ं ै। म उनकप्रे करज़ददार न ंनीं
?'ं ैं
ऊख तगो गयनी; लप्रेककन उसकप्रे सदाथ ंनी एक नयनी समस्यदा आ पड़नी। दलदारदीक इसनी
ऊख पर ंकपए दप्रे नप्रेपर त ैयदार ंकई थनी। अब व ककस जमदानत पर ंकपए दप्रे ? अभनी
उसकप्रे प लप्रे ंनी कप्रे दगो ससौ पड़प्रे ंकए थप्रे। सगोचदा थदा, ऊख कप्रे परदानप्रेकपए समल जदायगप्रे।ँड,
तगो नयदा ह सदाब चलनप्रे लगप्रेगदा। उसककी नज़र मभ ंगोरदी ककी सदाख दगो ससौ तक थनी।
इससप्रे ज़्यदाददा दप्रे नदा जगोणख़म थदा। स ंदालग ससर पर थदा। तधिथ नश्कतच ंगो चककीक
थनी। गसौरदी म तगो नप्रे सदारदी त ैयदाररयदाड।ँ कर लदी ंयोंगनी।ब वववदाअ कदा टलनदा असम्भव
थदा।

ंगोरदी कगो ऐसदा कक्रगो आतदा थदा कक जदाकर दलदारदीक कदा गलदा दबदा दप्रे । श्जतननी
धिचरसौरदी-बबनतनी ंगो सकतनी थनी, व कर चकदाक; मगर व पत्थर ककी दप्रे वनी ज़रदा भनी न
पसनीजनी।

उसनप्रे चलतप्रे-चलतप्रे ंदाथ बदाड।ँसं कर क-- ंदादलदारदीक, म ैंतम मंक ंदारप्रेक पए लप्रेकर भदाग न
जदाऊड।ँ गदा। न इतननी जल्दमरदा ंनी जदातदा ंड।ं।ँखप्रेत ं ैं,पप्रेड़-पदालयों ं ैं,घर ं ैं,जवदान बप्रेटदा
ं ै। तम मंक ंदारप्रेक पए मदारप्रे न जदायगप्रे।ँड,मप्रेरदी इज़्ज़त जदा र ंनी , इसप्रे ैस।ँभ
ड दालगो; मगर दलदारदीक
नप्रे दयदा कगो व्यदापदार मभ समलदानदा स्वनीकदार न ककयदा;अगर व्यदापदार कगो व दयदा कदा
ंडप दप्रे सकतनी,तगो उसप्रे कगोई आपश्त्त न ंगोतनी। पर दयदा कगोव्यदापदार कदा ंडप दप्रे नदा
उसनप्रे न सनीखदा थदा।

ंगोरदी नप्रे घर आकर सं नयदा सप्रे क --ंदा अब?

नयदा नप्रेउसनी पर हदल कदा गबदारु नकदालदा -- य ंनी तगो तमक चदा तप्रेथप्रे।

ंगोरदी नप्रे ज़ख़्मनी आड।ँखयों सप्रे --दप्रे खदामप्रेरदा ंनी दगोष ?ं ै

'ककसनी कदा दगोष ंगो, ंकई तम मंक ंदारप्रे मन ककी।'

'तप्रेरदी इच्छदा ं ै कक ज़मनीन रप्रे न रखदंड?'ं।ँ

'ज़मनीन रप्रे न रख दगोगप्रे,तगो करगोगप्रे क्यदा?'

'मजरदी।ंड'
मगर ज़मनीन दगोनयों कगो एक-सनी प्यदारदी थनी। उसनी पर तगो उनककी इज़्ज़त और आबड
अवसलंबत थनी। श्जसकप्रे पदास ज़मनीन न, वनीं ग ं ृस्थ न ंनीं,मजरू ं ै।

ंगोरदी नप्रेककछ जवदाब न पदाकर पछदाड -- तगो क्यदा क तनी ं ै?

सं नयदा नप्रे आ त कं ठ सप्रे क-- ंदाक नदा क्यदा ं ै। गसौरदी बरदात लप्रेकर आयगप्रे।ंड।ँ
एक जनड णखलदा दप्रे नदा। सबप्रेरप्रेबप्रेटदी बबददा कर दप्रे नदा। द ंक नयदा ंड।ँ सप्रेगनी , ंड।ँ स लप्रे।
भगवदान णककी य ंनी इच्छदा ं ै , कक मदारदी नदाक कटप्रे , म।ँं
ड कमभकदासलख लगप्रेतगो म
क्यदा करभ ग।

सदा नगो रदी च।ँडदरदीक प नप्रेसदामनप्रेसप्रेजदातनी ंकई हदखदाई ददी। ंगोरदी कगो दप्रे खतप्रे ंनी
उसनप्रेज़रदा-सदा घघटंडं।ँ नकदाल सलयदा। उससप्रेससमनी कदा नदातदा मदानतनी थनी। सं
नयदा सप्रेउसकदा पररचय ंगो चकदाक थदा।

उसनप्रेपकदारदाक -- आज कककर चलदी समधधिन? आओ, ब ैठगो।

नगो रदी नप्रे हदश्ग्वजय कर सलयदा थदा और अब जनमत कगो अपनप्रे पक्ष मभ बटगोर लप्रेनप्रे कदा
पयदास कर र ंनी थनी। आकर खड़नी ंगो गयनी।

नयदा नप्रे उसप्रे रसससप्रे पदाड।ँव तक आलगोचनदा ककी आड।ँखयों सप्रे दप्रे खकर--आजक ंदा सइर
क ैसप्रेभलड पड़नीं?

नगो रदी नप्रे कदातर स्वर मभ क-- ंदाऐसप्रे ंनी तमक लगोगयों सप्रेसमलनप्रेचलदी आयनी।
बबहटयदा कदा ब्यदा कब तक ं ै?

सं नयदा श्स्नग मसं भदाव सप्रे बगोलदी-- भगवदान णकप्रे ं ै,ज ंगो जदाय।
सअनीन ब

'म ैंनप्रेतगो सनदाक, इसनी स ंदालग मभ ंगो तधिथ ंगो ं ै?'


ग ठठीक गयनी
ंदा

' ंदाड।ँ,तधिथ तगो ंगो ं ै।'


ठठीक गयनी
'मझप्रेकभनी नप्रेवतदा दप्रे नदा।'

'तम मंक ंदारदी तगो ं ै,नप्रेवतदा क ै?'सदा


लड़ककी
'द ंप्रेज कदा सदामदान तगो म।ँग
ड वदा सलयदा ंगोगदा। ज़रदा म ैंभनी

दप्रे ख।ंड'ं।ँ सं नयदा असमंजस मभ , पड़नीक्यदा क ंप्रे।

ंगोरदी नप्रेउसप्रेस।ँभ
ड दालदा -- अभनी तगो कगोई सदामदान न ंनींम।ँग
ड वदायदा ं ै,और सदामदान क्यदा
करनदा ं ै,ककस-कन्यदा तगो दप्रे नदा ं ै।

नगो रदी नप्रे अववक वदास-भरदी आड।ँखयों सप्रे दप्रे खदा--ककस-कन्यदा क्ययों दगोगप्रे म तगो,प लदी
बप्रेटदी , हदल ै खगोलकर करगो।

ंगो ंड।ँसदा; मदानगो र ंगो, तकम म ंभचदारयों रदा हदखदायनी ंगोगदा; य ंदाड।ँ तगो
रदी क ंदा ओर दप्रे तदा
स ंनी पड़दा ं ै।
खदाड ंकआ

'ंकपए-प ैसप्रेककी तंगनी , क्यदा ै खगोलकर क।ँड ।तमसप्रेककसौन परददा ं ै।'

'बप्रेटदा कमदातदा , त ैमक कमदातप्रे ंगो; ककर भनी ंकपए-प ैसप्रे ककी तंगनी?ककसप्रे
ववकवदास आयप्रेगदा।'

'बप्रेटदा ंनी लदायक़ ंगोतदा,तगो ककर कदा ंप्रे कगो रगोनदा थदा। धिचठठी-पत्तर तक भप्रेजतदा न ,
ंनीं ंकपए क्यदा भप्रेजप्रेगदा। य दसरदाड सदाल ं ै,एक धिचठठी न ंनीं।'

इतनप्रे मभ सगोनदा ब ैलयों कप्रे चदारप्रे कप्रे सलए ररयदालदी कदा एक गठदा ससर, यसौवनपरसलयप्रे कगो
अपनप्रेअंचल सप्रेचरदातनीक, बदासलकदा-सनी सरल, आयनी और गठदा व ंनीं पटककर अंदर चलगो
गयनी।

नगो रदी नप्रे क ंदा-- लड़ककी तगो ख़बड सयदाननी ंगो गयनी ं ै।

सं नयदा बगोलदी -- लड़ककी ककी बदाढ़ रभ ड़ ककी बदाढ़ ं ै। न ंनीं ं ै अभनीन क ैककी! हद

'वर तगो ठठीक ंगो गयदा ं ै न?'


ंदाड।ँ,वर तगो ठठीक ं ै। ंकपए कदा बंदगोबस्त ंगो गयदा,तगो इसनी म ंनीनप्रे मभ ब्यदा कर
दभ गप्रे।'
नगो रदी हदल ककी ओछठी थनी। सइर उसनप्रे जगो थगोड़प्रे-सप्रे ंकपए जगोड़प्रे , थप्रेव उसकप्रे पप्रेट मभ
उछल र ंप्रे थप्रे;अगर व सगोनदा कप्रे ब्यदा कप्रे सलए ककछ ंकपए दप्रे दप्रे, तगो ककतनदा यश
समलप्रेगदा। सदारप्रे गदाड।ँव मभ उसककी चचदाद ंगो जदायगनी। लगोग चककत ंगोकर,नगो करदी
ंभगप्रे
नप्रे इतनप्रे ंकपए दप्रे हदए। बड़नी दप्रे वनी ं ै। ंगोरदी और सं नयदा दगोनयों-घर घरउसकदा
बखदान करतप्रे ककरभ गप्रे। गदाड।ँव मभ -उसकदासम्मदानमदानककतनदा बढ़ जदायगदा। व
उड।ँ गलदी हदखदानप्रेवदालयों कदा म।ँं
ड स
क नी दप्रे गनी। ककर ककसककी ह म्मत ं ै, जगो उस पर ंड।ँसप्रे,
यदा उस पर आवदाज़भकसप्रे। अभनी सदारदा गदाड।ँव उसकदा दकमनक ं ै। तब सदारदा गदाड।ँव
उसकदा ह त ैषनी ंगो जदायगदा। इस कल्पनदा सप्रेउसककी मददाक णखल गयनी।

'थगोड़प्रे-ब ंकत सप्रेकदाम ंगो, तगो मझसप्रेकलगो; ंदाथ मभ ंकपए आ जदाय ंडत
।ँ गो दप्रे
चलतदा जब
दप्रे नदा।'

ंगोरदी और सं नयदा दगोनयों ंनी नप्रे उसककी ओर दप्रे खदा। न, नगोनीं रदी हदल्लगनी न ंनीं कर
ंनी ं ै। दगोनयों ककी आड।ँखयों मभ ववस्मय,क ृतजतदाथदा थनी, सन्दप्रे थदा और लज्जदा थनी। नगो
रदी उतननी बरदीक न ंनीं ं ै,श्जतनदा लगोग समझतप्रे ं ैं।

नगो रदी नप्रे ककर क ंदा-- तम मंक ंदारदी मदारदी इज़्ज़त एक ं ै। तम मंक ंदारदी ंगो तगो
और क्यदा मप्रेरदी ंडस
।ँ नी न ंगोगनी? क ैसप्रेभनी ंड।ँसनी ंगो, पर अब तगो तमक ंगो।
ंकआ मदारप्रे ससमनी

ंगोरदी नप्रेसककचदातप्रे ंक ए क ंदा -- तम मंक ंदारप्रेक पए तगो घर मभ ंनी ं ैं ,जब कदाम पड़प्रेगदा लप्रे
लगप्रे। आदमनी अपनयों ंनी कदा भरगोसदा तगो करतदा ; ं ैमगर ऊपर सप्रे इंतज़दाम ंगो जदाय ,
तगो घर कप्रे ंकपए क्ययों छकए।

सं नयदा नप्रेअनमगोदनक ककयदा -- ंदाड।ँ,और क्यदा।

नगो रदी नप्रे अपनदापन जतदायदा -- जब घर मभ ंकपए, तगो ैंबदा रवदालयों कप्रे सदामनप्रे ंदाथ क्ययों
सं ैलदाओ। सद ड भनी दप्रे नदा पड़प्रेगदा, उस पर इस्टदाम सलखगो, गवदा ंनी करदाओ, दस्तरदीड
दगो, खसदामद क करगो। ंदाड।ँ,मप्रेरकप्रे पए मभ छडत लगनी ंगो, तगो दसरदीड बदात ं ै।

ंगोरदी नप्रेस।ँभ
ड दालदा -- न ंनीं,न ंनीं नगो रदी,जब घर मभ कदाम चल जदायगदा,तगो बदा र
क्ययों ंदाथ सं ै लदायभगप्रे;लप्रेककन आपसवदालदी बदात ं ै। खप्रेतनी-बदारदी कदा भरगोसदा न ंनीं।
तम मंक ंभ जल्ददी कगोई कदाम पड़दा और म ंकपए न जटदाक सकप्रे, तगो तम मंक ंभभनी बरदाक
लगप्रेगदा और मदारदी जदान भनी संकट मभ पड़प्रेगनी। इससप्रे क तदा थदा।,लड़कन ंनी ंंतगो
तम मंक ंदारदी ं ै।
'मझप्रेकअभनी ंकपए ककी ऐसनी जल्ददी न ंनीं ं ै।'

'तगो तम मंक ंनींसप्रेलभग। कन्यदाददान कदा संल भनी क्ययों बदा र जदाय।'

'ककतनप्रे ंकपए चदाह ए?'

'तमक ककतनप्रेदप्रेसकगोगनी?'

'ससौ मभ कदाम चल जदायगदा?'

ंगोरदी कगो लदालच आयदा। भगवदान णनप्रेछप्पर संदाड़कर ंकपए हदयप्रे ं ैं,तगो श्जतनदा
लप्रे सकप्रे, उतनदा क्ययों न लप्रे!

'ससौ मभ भनी चल जदायगदा। पदाड।ँच ससौ मभ जदायगदा।भनीचल ज ैसदा ंसौसलदा ंगो।'

'मप्रेरप्रेपदास ककल दगो ससौ ंकपए ं ैं,व म ैंदप्रेदंडगनी।ं।ँ'

'तगो इतनप्रेमभबड़नी खससप्रेलदीक सप्रेकदाम चल जदायगदा। अनदाज घर मभ ं ै; मगर ठककरदाइन, आज


तमसप्रेकक तदा ंड,म ैंभीँतम मंक ंभऐसनी लच्छमनी न समझतदा थदा। इस ज़मदानप्रे मभ कसौन
ककसककी मदद करतदा,और ै ककसकप्रे पदास ं ै। तमनप्रेकमझप्रेकडडबतप्रेसप्रे बचदा सलयदा।'

हदयदा-बत्तनी कदा समय आ गयदा थदा। ठं डक पड़नप्रे लगनी थनी। ज़मनीन नप्रे ननीलदी चदादर
ओढ़ लदी थनी। सं नयदा अन्दर जदाकर अड।ँगनीठठी लदायनी। सब तदापनप्रेलगप्रे। पआलक कप्रे
पकदाश मभ छबनीलदी,रू।ँगनीलदी, ककलटदा नगो रदी उनककी सदामनप्रेवरददान-सनी ब ैठठी थनी। इस
समय उसककी उन आड।ँखयों मभ ककतननी सहृदयतदा थनी; कपगोलयों पर ककतननी लज्जदा,
ओठयों पर ककतननी सत्पप्रेरणदा! ककछ दप्रे र तक सइर-सउर ककी बदातभ करकप्रे नगो रदी उठ
खड़नी ंकई और य क तनी ंकई घर चलदी -- अब दप्रे र ंगो र ंनी ं ै। कल तमक आकर
ंकपए लप्रे लप्रेनदा म तगो!

'चलगो, म ैंतम मंक ंभप ंकड।ँचदा दंड।ं।ँ

''न ंनीं-न ंनीं,तमक ब ैठगो, म ैं चलदी जदाऊड।ँ' गनी।


'जनी तगो चदा तदा ं ै,तम मंक ंभकंसंप्रेपर ब ैठदाकर प ंकड।ँचदाऊड।ँ।'

नगोखप्रेरदाम ककी चसौपदाल गदाडव


।ँ कप्रे दसरप्रेड ससरप्रे पर थनी, और बदा र-बदा र जदानप्रे कदा रदास्तदा
सदाफ़ थदा। दगोनयों उसनी रदास्तप्रे सप्रे चलप्रे। अब चदारयों ओर सन्नदाटदा थदा।

नगो रदी नप्रे क ंदा-- त नक समझदा दप्रे तप्रे रदावत कगो। क्ययों सबसप्रे लड़दाई ककयदा करतप्रे ं ैं।
जब इन म लगोगयोंंनीं कप्रे बनीच मभ र नदा,तगो ं ैऐसप्रे र नदा चदाह ए न कक चदार आदमनी
अपनप्रे ंगो जदाय।ंड।ँऔर इनकदा ंदाल य ं ैकक सबसप्रेलड़दाई, सबसप्रेझगड़दा। जब तमक
मझप्रेकपरदप्रे मभन ंनींरख सकतप्रे,मझप्रेकदसरयोंंड ककी मजरदीड करननी पड़तनी ं ै,तगो य क ै सप्रे नभ
सकतदा ं ैकक म ैंन ककसनी सप्रे ंड।ँसंड,न।ँ बगोलंड,ं।ँन कगोई मप्रेरदीओर तदाकप्रे, न ंड।ँसप्रे।
सब तगो परदप्रे मभंनी ंगो सकतदा ं ै। पछगोड, कगोई मप्रेरदी ओर तदाकतदा यदा घरतदाड ं ै तगो
म ैंक्यदा क।ँड ।उसककी आड।ँखभतगो न ंनींसंगोड़ सकतनी। ककर मप्रेल-मकब्बत सप्रेआदमनी कप्रे ससौ
कदाम नकलतप्रे ं ैं। ज ैसदा समय,व ैसदादप्रे खगोव्यव ंदार करगो। तम मंक ंदारप्रे घर ंदाथनी
झमतदाड थदा, तगो अब व तम मंक ंदारप्रे ककस कदाम कदा। अब तगो तमक तनीन ंकपए कप्रे मजरू
ंगो। मप्रेरप्रे घर तगो भ ैंस लगतनी,लप्रेककनथनी अब तगो मजररनड ंड;ं।ँमगर उनककी समझ मभ
कगोई बदात आतनी ंनी न ंनीं। कभनी लड़कयों कप्रे सदाथ र नप्रे ककी सगोचतप्रे,कभनी ैंलखनऊ जदाकर
र नप्रे ककी सगोचतप्रे ं ैं। नदाक मभ दम कर रखदा ं ै मप्रेरप्रे।

ंगोरदी नप्रेठककरसकदातनी ककी -- य भगोलदा ककी सरदासर नदाददाननी ं ै। बढ़प्रेड ंकए, अब तगो
उन म ंभसमझ आननी चदाह ए। म ैंसमझदा दंडगदा।ं।ँ

'तगो सबप्रेरप्रे आ जदानदा,ंकपए दप्रे दंडगनी।ं।ँ'

'ककछ सलखदा पढ़दी ...'

'तमक मप्रेरकप्रे पए ज़म न करगोगप्रे,म ैंजदानतनी ंड।'ं।ँ

उसकदा घर आ गयदा। व अंदर चलदी गयनी। ंगोरदी घर लसौटदा।

***
27

गगोबर कगो श र आनप्रेपर मदालमड ंकआ कक श्जस अड्डप्रेपर व अपनदा खयोंचदा लप्रेकर
ब ैठतदा थदा,व ंदाड।ँएक दसरदाड खयोंचप्रेवदालदा ब ैठनप्रेलगदा ं ैऔर गदा क अब गगोबर कगो भलड
गयप्रे ं ैं। व घर भनी अब उसप्रेवपंजरप्रे -सदा लगतदा थदा। झकनयदा उसमभ अकप्रेलदी
ब ैठठी रगोयदा करतनी। लड़कदा हदन-भर आड।ँगन मभ यदा द्वदार पर खप्रेलनप्रे कदा आददी थदा।
ंदाड।ँ उसकप्रेखप्रेलनप्रे कगो कगोई जग न थनी। क ंदाड।ँ? जदायद्वर पर मश्ककलक सप्रेएक
गज कदा रदास्तदा थदा। दगंसंक उड़दा करतनी थनी। गमनी मभ क ंनींबदा र लप्रेटनप्रे-ब ैठनप्रे ककी

जग न ंनीं। लड़कदा मदाड।ँकगो एक क्षण कप्रे सलए न छगोड़तदा थदा। और जब ककछ खप्रेलनप्रे
कगो न , तगोगो ककछ खदानप्रेऔर दद ड पनीनप्रेकप्रे ससवदा व और क्यदा करप्रे ? घर पर कभनी सं
नयदा खप्रेलदातनी,कभनी ंडपदा, कभनी सगोनदा, कभनी ंगोरदी, कभनी पकनयदा। य ंदाड।ँ अकप्रेलदी
झकनयदा थनी और उसप्रेघर कदा सदारदा कदाम करनदा पड़तदा थदा। और गगोबर जवदाननी कप्रे
नशप्रेमभमस्त थदा। उसककी अतप्त ृ लदालसदाएड।ँववषय-भगोग कप्रे सदागर मभ डडब जदानदा चदा तनी
थनीं। ककसनी कदाम मभ उसकदा मन न लगतदा। खयोंचदा लप्रेकर जदातदा, तगो घंटप्रे-भर ंनी
मभ लसौट आतदा। मनगोरं जन कदा कगोई दसरदाड सदामदान न थदा। पड़गोस कप्रे मजरू और
इक्कप्रेवदान रदात-रदात भर तदाश और जआक खप्रेलतप्रेथप्रे। प लप्रेव भनी ख़बड खप्रेलतदा थदा;मगर
अब उसकप्रे सलए कप्रे वल मनगोरं जन, झथदाकनयदा कप्रे सदाथ ंदासववलदास।

थगोड़प्रे ंनी हदनयों मभ झकनयदा इस जनीवन सप्रेऊब गयनी। व चदा तनी थनी क ंनीं एकदांत मभ
,

जदाकर ब ैठप्रेख़बड नश्कचंत ंगोकर लप्रेटप्रे सगोयप्रेमगर व एकदांत क ंनीं न समलतदा। उसप्रे अब
, - ;

गगोबर पर ग़स्सदाक आतदा। उसनप्रेश र कप्रे जनीवन कदा ककतनदा मगो क धिचत खनींचदा

थदा, और य ंदाड।ँ इस कदाल-ंगोठरदी कप्रे ससवदा और ककछ न ंनीं। बदालक सप्रेभनी उसप्रेधिचढ़
ंगोतनी थनी। कभनी-कभनी व उसप्रे मदारकर बदार नकदाल दप्रे तनी और अंदर सप्रे ककवदाड़ बंद
कर लप्रेतनी। बदालक रगोतप्रे- बप्रेदम ंगो जदातदा। उस पर ववपश्त्त य कक उसप्रे दसरदाड
बच्चदा प ैददा ंगोनप्रेवदालदा थदा। कगोई आगप्रेन पनीछप्रे । अक्सर ससर मभ ददद ंकआ करतदा।
खदानप्रेसप्रेअकधिच ंगो गयनी थनी। ऐसनी तंददा ंगोतनी थनी कक कगोनप्रेमभचपचदापक
पड़नी र ंप्रे। कगोई उससप्रे न लप्रेबगो-चदालप्रे;मगर य ंदाड।ँगगोबर कदा नष्ठकर पप्रेम स्वदागत कप्रे
सलए द्वदार खटखटदातदा र तदा थदा। स्तन मभ दद ड नदाम कगो न ंनीं;लप्रेककन लल्लडछदातनी
पर सवदार र तदा थदा। दप्रे कप्रे सदाथ उसकदा मन भनी दबदलक ंगो गयदा। व जगो संकल्प
करतनी, उसप्रे थगोड़प्रे-सप्रेआग पर तगोड़ दप्रे तनी। व लप्रेटदी ंगोतनी और लल्लडआकर ज़बरदस्तनी
उसककी छदातनी पर ब ैठ जदातदा और स्तन म।ँं ड कमभलप्रेकर चबदानप्रेलगतदा।
अब दगो सदाल कदा ंगो गयदा थदा। बड़प्रेतप्रेज़ ददाड।ँत नकल आयप्रेथप्रे। म।ँं
ड कमभदद ड न
जदातदा, तगो व कक्रगो मभ आकर स्तन मभ ददाड।ँत कदाट;लप्रेककनलप्रेतदाझकनयदा मभ अब

इतननी शश्क्त भनी न थनी कक उसप्रे छदातनी पर सप्रे ढकप्रे ल दप्रे । उसप्रे रदमसदामनप्रेमसौत
खड़नी नज़र आतनी। प त और पतक ककसनी सप्रेभनी उसप्रेस्नप्रे न थदा। सभनी अपनप्रे
मतलब कप्रे यदार ं ैं।

बरसदात कप्रे हदनयों मभ जब लल्ल ंडकगो दस्त आनप्रेलगप्रेऔर उसनप्रेदद ड पनीनदा छगोड़ हदयदा,
तगो झकनयदा कगो ससर सप्रेएक ववपश्त्त टल जदानप्रेकदा अनभवक ंकआ; लप्रेककन जब एक
सप्तदा कप्रे बदाद बदालक मर गयदा,तगो उसककी स्म ं ृत पतक-स्नप्रे सप्रे सजनीव ंगोकर उसप्रे
ंकलदानप्रे लगनी। और जब गगोबर बदालक कप्रे मरनप्रे कप्रे एक ंनी सप्तदा ककर आग करनप्रे बदाद
लगदा,तगो उसनप्रे कक्रगो सप्रे जलकर क --ंदा तमक ककतनप्रेपशक ंगो!

झनक यदा कगो अब लल्लक ड की स्म ं ृत लल्लस


ड प्रेभनी क ंनींवपय थनी। लल्लज ड ब तक
सदामनप्रेथदा व उससप्रेश्जतनदा सकख पदातनी थनी, उससप्रे क ंनीं ज़्यदाददा कष्ट पदातनी थनी।
अब लल्लउ ड सकप्रे मन मभ आ ब ैठदा थदा, शदान्त, श्स्थर, सशनील,क सदाक स। उसककी कल्पनदा
मभ अब वप्रेदनदामय आनन्द, श्जसमभ थदा पत्यक्ष ककी कदालदी छदायदा न थनी। बदा रवदालदा
लल्लडउसकप्रे भनीतरवदालप्रेलल्ल ंडकदा प तबबब मदात थदा। प तबबंब सदामनप्रेन थदा जगो
असत्य थदा, अश्स्थर थदा। सत्य ंडप तगो उसकप्रे भनीतर थदा,उसककी आशदाओं और
शकभप्रेच्छदाओंसप्रेसजनीव। दद ड ककी जग व उसप्रेअपनदा रक्त वपलदा-वपलदाकर पदाल
र ंनी थनी। उसप्रे अब व बंद कगोठरदी,और व दगंसंमयनीक वदायकऔर व दगोनयों जनड
संएड।ँंकमभजलनदा, इन बदातयों कदा मदानयों जदान ंनी न र ंदा। व स्म ं ृत उसकप्रे भनीतर ब ैठठी
ंकई ज ैसप्रेउसप्रेशश्क्त पददान करतनी र तनी। जनीतप्रे-जनी जगो उसकप्रे जनीवन कदा भदार थदा,
मरकर उसकप्रे पदाणयों मभ समदा गयदा थदा। उसककी सदारदी ममतदा अंदर जदाकर बदा र सप्रे
उददासनीन ंगो गयनी। गगोबर दप्रे र मभ आतदा ं ै यदा , जल्दधि
क च सप्रे भगोजन करतदा ं ै यदा
न ंनीं,पसन्न ं ै यदा उददास,इसककी अब उसप्रे बबलककल धिचन्तदा न थनी। गगोबर क्यदा
कमदातदा ं ै और क ै सप्रे ख़चद करतदा ं ै इसककी भनी उसप्रे परवदा न थनी। उसकदा जनीवन जगो
ककछ थदा, भनीतर थदा, बदा र व कप्रे वल नजनीव यंत थनी। उसकप्रे शगोक मभ भदाग, लप्रेकर
उसकप्रे अंतजनीवन मभ प ैठकर,गगोबर उसकप्रे समनीप जदा सकतदा थदा,उसकप्रे जनीवन कदा
अंग बन सकतदा थदा;पर व उसकप्रे बदाह्य जनीवन कप्रे सखप्रेडतट पर आकर ंनी
प्यदासदा लसौट जदातदा थदा।
एक हदन उसनप्रे ंडखप्रे स्वर मभ --क तगोदा लल्ल ंडकप्रे नदाम कगो कब तक रगोयप्रे
जदायगनी? चदार-पदाड।ँच म ंनीनप्रे तगो ंगो गयप्रे।

झन
क यदा नप्रेठंडनी सदाड।ँस लप्रेकर क ंदा -- तमक मप्रेरदा दछःखक न ंनींसमझ सकतप्रे। अपनदा
कदाम दप्रे खगो। म ैंज ैसनी ंड,व ैसनीभीँ पड़नी र नप्रेदगो।

'तप्रेरप्रेरगोतप्रेर नप्रेसप्रेलल्लडलसौट आयप्रेगदा?'

झन
क यदा कप्रे पदास इसकदा कगोई जवदाब न थदा। व उठकर पतनीलदी मभ कचदाल ंडकप्रे सलए
आलडउबदालनप्रेलगनी। गगोबर कगो ऐसदा पदाषदाण-हृदय उसनप्रे न समझदा थदा। इस बप्रेदददी
नप्रेलल्लडकगो उसकप्रे मन मभ और सजग कर हदयदा। लल्ल ंडउसनी कदा ं ै,उसमम ककसड़
कदा सदाझदा न ंनीं,ककसनी कदा ह स्सदा न ंनीं। अभनी तक लल्लडककसनी अंश मभ उसकप्रे
हृदय कप्रे बदा र भनी थदा,गगोबर कप्रे हृदय मभ भनी उसककी कछ ज्यगो त थनी। अब व
संपणदप ड सप्रेउसकदा थदा। ंक

गगोबर नप्रे खयोंचप्रे सप्रे नरदाश ंगोकर शक्कर कप्रे समल मभ नसौकरदी कर लदी थनी। समस्टर

खन्नदा नप्रे प लप्रे समल सप्रे पगोत्सदाह त ंगोक मभ ंदालय समल खगोल हदयदा
र दसरदाड
थदा। गगोबर कगो व ंदाड।ँ बड़प्रे सबप्रेरप्रे जदानदा, औरपड़तदाहदन-भर कप्रे बदाद जब व हदयदा-
जलप्रे घर लसौटतदा,तगो उसककी दप्रे मभ ज़रदा भनी जदान न र तनी। घर पर भनी उसप्रे इससप्रे
कम मप्रे नत न करननी पड़तनी थनी;लप्रेककन व ंदाड।ँ उसप्रे ज़रदा भनी थकन न ंगोतनी थनी।
बनीच-बनीच मभ व ंड।ँस-बगोल भनी लप्रेतदा थदा।ककर उस खलप्रेक ए म ैददान मभ ,उन्मकम ंकत
ंक
आकदाश कप्रे ननीचप्रे,ज ैसप्रेउसककी क्ष त परदीड ंगो जदातनी थनी। व ंदाड।ँउसककी दप्रे चदा
ंप्रे
श्जतनदा कदाम करप्रे , मन स्वच्छं द र तदा थदा। य ंदाड।ँ दप्रे ककी उतननी मप्रे नत न ंगोनप्रे पर
भनी ज ैसप्रे उस कगोलदा , लउस ग त और तफ़दाननीड शगोर कदा उस पर बगोझ-सदा लददा
तदा थदा। य शंकदा भनी बननीर तनी थनी कक न जदानप्रे कब डदाडट
।ँ पड़ जदाय। सभनी
शसमकयों ककी य ंनी दशदा थनी। सभनी तदाड़नी यदा शरदाब मभ अपननी द ै ह क थकदान और
मदानससक अवसदाद कगो डकबदायदा करतप्रेथप्रे। गगोबर कगो भनी शरदाब कदा चस्कदा पड़दा। घर
आतदा तगो नशप्रेमभचरू, और प र रदात गयप्रे। और आकर कगोई-न-कगोई ब ंदानदा
खगोजकर झन
क यदा कगो गदासलयदाड।ँदप्रेतदा, घर सप्रे नकदालनप्रे लगतदा और कभनी-कभनी पनीट
भनी दप्रे तदा।
झन क यदा कगो अब य शंकदा ंगोनप्रेलगनी कक व रखप्रेलदी ं ै,इसनी सप्रे उसकदा य अपमदान
ंगो र ंदा ं ै। ब्यदा तदा ंगोतनी,तगो गगोबर ककी मजदाल थनी कक उसकप्रे सदाथ य
बतदादव करतदा। बबरदादरदी उसप्रे दं ड ,दप्रे तनीकक़्क़दा-पदाननी बन्द कर दप्रे तनी। उसनप्रे ककतननी
बड़नी भलड ककी कक इस कपटदी कप्रे सदाथ घर सप्रे नकल भदागनी। सदारदी द ंकनयदा मभ ंड।ँसनी
भनी ंकई और ंदाथ ककछ न आयदा। व गगोबर कगो अपनदा दकमनक समझनप्रेलगनी। न
उसकप्रे खदानप्रे-पनीनप्रे ककी परवदा करतनी,न अपनप्रे खदानप्रे-पनीनप्रे ककी। जब गगोबर उसप्रे
मदारतदा, तगो उसप्रेऐसदा कक्रगो आतदा कक गगोबर कदा गलदा छकरप्रे सप्रेरप्रेत डदालप्रे। गभदज्ययों-
ज्ययों परदाड ंगोतदा जदातदा ं ै,उसककी धिचंतदा बढ़तनी जदातनी ं ै। इस घर मभ तगो उसककी मरन
जदायगनी। कसौन उसककी दप्रे खभदाल करप्रे गदा,ंसौन उसप्रेस।ँभ
ड दालप्रेगदा? और जगो गगोबर इसनी
तर मदारतदा-पनीटतदा र ंदा, तब तगो उसकदा जनीवन नरक ंनी ंगो जदायगदा।

एक हदन व बम्बप्रे पर पदाननी भरनप्रे गयनी,तगो पड़गोस ककी एक स्तनी नप्रेपछदाड -- क ै म


ंनीनप्रे कदा ं ै? रप्रे

झकनयदा नप्रेलजदाकर क ंदा -- क्यदा जदानप्रे ददीददी,म ैंनप्रे तगो धिगनदायदा- न ंनीं ं ै।

दगो रदी दप्रे ककी,कदालदी-कलटदी, नदाटदी, कडपदा, बड़प्रे-बड़प्रे स्तनयोंवदालदी स्तनी थनी। उसकदा प त
ंड ंक
एक्कदा ंदाड।ँकतदा थदा और व ख़कद लकड़नी ककी दकदानड करतनी थनी। झकनयदा कई बदार
उसककी दकदानड सप्रेलकड़नी लदायनी थनी। इतनदा ंनी पररचय थदा। बगोलदी --
मस्करदाकरु
मझप्रेकतगो जदान पड़तदा ं ै,हदन परड प्रे ंगो गयप्रे ं ैं। आज ंनी कल मभ ंगोगदा। कगोई ददाई-
वदाई ठठीक कर लदी ं ै?
झकनयदा नप्रेभयदातरु-स्वर मभ क --ंदा म ैं तगो य ंदाड।ँ ककसनी कगो न ंनीं जदानतनी।

'तप्रेरदा मददआक क ैसदा ं ै,जगो कदान मभ तप्रेल डदालप्रे ब ैठदा?' ं ै

'उन म ंभमप्रेरदी क्यदा कफ़कर।'

ंदाड।ँ,दप्रे ख तगो र ंनी ंड।ं।ँतमक तगो ससौर मभ ब ैठगोगनी, कगोई करनप्रे-संरनप्रेवदालदा चदाह ए
कक न ंनीं। सदास-ननद, दप्रे वरदाननी-जप्रेठदाननी,कगोई ं ै कक न ?ंनींककसनी कगो बलदाक
लप्रेनदा थदा।'

'मप्रेरप्रे सलए सब मर गयप्रे।'

पदाननी लदाकर जठप्रेड बरतन मदाड।ँजनप्रेलगनी, तगो पसव ककी शंकदा सप्रे हृदय मभ ड़कनभ सं
र ंनी थनीं। सगोचनप्रे लगनी-- क ैसप्रेक्यदा ंगोगदा भगवदान?ण ऊ ! य ंनी तगो ंगोगदा मर
जदाऊड।ँ ;गनीअच्छदा ं ै,जंजदाल सप्रेछडट जदाऊड।ँगनी। शदाम कगो उसकप्रे पप्रेट मभ ददद ंगोनप्रेलगदा।
समझ गयनी ववपश्त्त ककी घड़नी आ प ंकड।ँचनी। पप्रेट कगो एक ंदाथ सप्रेपकड़प्रे ंकए पसनीनप्रेसप्रे
तर उसनप्रेचल मंड ंदा जलदायदा, णखचड़नी डदालदी और दददसप्रेव्यदाककल ंगोकर व ंनींज़मनीन
पर लप्रेट र ंनी।

कगोई दस बजप्रे रदात कगो गगोबर आयदा,तदाड़नी ककी दगंसंक उड़दातदा ंकआ। लटपटदातनी ंकई ज़बदान सप्रे
ऊटपटदाड।ँग बक र ंदा --थदामझप्रेकककसनी ककी परवदा न ंनीं ं ै। श्जसप्रेससौ दफ़प्रे गरज ंगो र ंप्रे,न ंनीं
चलदा जदाय। म ैं ककसनी कदा तदाव न ंनीं स सकतदा। अपनप्रे-बदाप मदाड।ँ कदा तदाव न ंनींस ंदा,
श्जसनप्रेजनम हदयदा। तब दसरयोंंड कदा तदाव क्ययों स ंड।ं।ँजमदाददार आड।ँखभ हदखदातदा ं ै। य ंदाड।ँ
ककसनी ककी संगौंस स नप्रेवदालप्रे न ंनीं ं ैं। लगोगयों नप्रे पकड़ ंगोतदा, तगो ख़नड पनी जदातदा, ख़न!ंड कल
दप्रे खगदांडं।ँ बचदा कगो। संदाड।ँसनी ंनी तगो ंगोगनी। हदखदा दंडगदा।ँ कक मददक ैसप्रेमरतप्रे ं ैं।

ंड।ँसतदा ंकआ अकड़तदा ंकआ, मंडछयों।ँ पर तदाव दप्रे तदा ंकआ संदाड।ँसनी कप्रे तख़्तप्रेपर जदाऊड।ँ,तगो
ंनी। औरत ककी जदात! ककतननी बप्रेवफ़दा ंगोतनी ं ै। णखचड़नी डदाल ददी और टदाड।ँग
पसदारकर सगो र ंनी। कगोई खदाय यदा न खदाय, उसककी बलदा सप्रे। आप मज़प्रेससप्रेकलकप्रे

उड़दातनी ं ै,मप्रेरप्रे सलए णखचड़नी! सतदा लप्रे श्जतनदा सतदातप्रे; तबनप्रेझभ


क गवदान
णसतदायभग जगो न्यदाय करतप्रे । ं ैं

उसनप्रेझकनयदा कगो जगदायदा न ंनीं। ककछ बगोलदा भनी न ंनीं। चपकप्रेक सप्रेणखचड़नी थदालदी मभ नकदालदी
और दगो-चदार कसौर नगलकर बरदामदप्रे मभ लप्रेट र ंदा। वपछलप्रे प र उसप्रे सददी लगनी। कगोठरदी
मभ कंबल लप्रेनप्रेगयदा तगो झकनयदा कप्रे करदा नप्रेककी आवदाज़ सननी।ंक नशदा उतर चकदाक थदा। पछदाड --
क ैसदा जनी ं ैझकनयदा! क ंनींदरद ं ै क्यदा?

ंदाड।ँ,पप्रेट मभ ज़गोर सप्रे दरद ंगो र' ंदा ं ै।

'तनप्रेडप लप्रेक्ययों न ंनींक ंदा। अब इस बखत क दाड।ँजदाऊड।ँ?'

'ककससप्रे क तनी?'

'म ैं क्यदा मर गयदा ?'थदा

'तम मंक ंभमप्रेरप्रेमरनप्रे-जनीनप्रे ककी क्यदा धिचंतदा?'


गगोबर घबरदायदा, क ंदाड।ँ ददाई खगोजनप्रे जदाय?इस वक़्त व आनप्रे ंनी क्ययों लगनी। घर मभ
ककछ ं ै भनी तगो न , ंनींचड़ ैलक नप्रेप लप्रेबतदा हदयदा ंगोतदा तगो ककसनी सप्रेदगो-चदार ंकपए मदाडग
।ँ
लदातदा। इन म ंनीं ंदाथयों मभ -पचदासंसौ ंकपए रदम पड़प्रे र तप्रे , थप्रेचदार आदमनी ख़शदामद क
करतप्रेथप्रे। इस ककलच्छननी कप्रे आतप्रे ंनी ज ैसप्रेलक्ष्मनी ंडठ गयनी। टकप्रे-टकप्रे कगो मत
क दाज ंगो
गयदा।

स सदा ककसनी नप्रेपकदारदाक -- य क्यदा तकम म ंदारदी घरवदालदी करदा र ंनी ं ै? दरद तगो न ंनीं
र ंदा ं ै?

व ंनी मगोटदी औरत थनी श्जससप्रेआज झकनयदा ककी बदातचनीत ंकई थनी, घगोड़प्रे कगो ददानदा
णखलदानप्रेउठठी थनी। झकनयदा कदा करदा नदा सनकरु पछनप्रेडआ गयनी थनी।

गगोबर नप्रे बरदामदप्रे मभ जदाकर --क पप्रेटदा मभ ददद ं ै। छटपटदा र ंनी ं ै। य ंदाड।ँ कगोई द
समलप्रेगनी?

'व तगो म ैं आज उसप्रे दप्रे खकर ंनी समझ गयनी थनी। ददाई कच्चनी सरदाय मभ र तनी ं ै। लपककर
बलदाक लदाओ। क नदा, जल्ददी चल। तब तक म ैंय ंनींबठ
ै ठी ंड।'ं।ँ

'म ैंनप्रे तगो कच्चनी सरदाय न ंनीं, कककरदप्रे खनी ं ै?'

'अच्छदा तमक उसप्रेपंखदा झलतप्रेर ंगो, म ैंबलदायप्रेकलदातनी ंड।ं।ँय ंनी क तप्रे ं ैं,अनदाड़नी
आदमनी ककसनी कदाम कदा न ंनीं। परदाड पप्रेट और ददाई ककी ख़बर न ंनीं।'

य क तनी ंकई व चल ददी। इसकप्रे म।ँं ड कपर तगो लगोग इसप्रेचहक यदा क तप्रे ं ैं,य ंनी इसकदा
नदाम थदा; लप्रेककन पनीठ पनीछप्रे मगोटल्लदी क ंदा करतप्रे थप्रे। ककसनी कगो मगोटल्लदी क
तप्रेसनक लप्रेतनी थनी, तगो उसकप्रे सदात परखयोंंक तक चढ़ जदातनी थनी।

गगोबर कगो ब ैठप्रे दस समनट भनी नकए ंयोंगप्रेकक व लसौट आयनी और बगोलदी -- अब
संसदार मभ ग़रदीबयों कदा क ै सप्रे नबदा ंगोगदा! रदाड।ँड़, पदाड।ँचकतनीकपए ै लंडगनीभीँ -- तब
चलंडगनी।ं।ँ और आठ आनप्रेरगोज़। बदार वभ हदन एक सदाड़नी। म ैंनप्रेक ंदा तप्रेरदा
म।ँं
ड कझलसक दंड।ं।ँतडजदा चल मंड ंप्रेमभ! म ैंदप्रेख लंडगनी।ं।ँ बदार बच्चयों ककी मदाड।ँययों ंनी न ंनीं
ंगो गयनी ंड।ं।ँ
तमक बदा र आ जदाओ गगोबररन, म ैंसब कर लंडगनी।ं।ँ बखत पड़नप्रेपर आदमनी
ंनी आदमनी कप्रे कदाम आतदा ं ै। चदार बच्चप्रे जनदा सलए तगो ददाई बन ब ैठठी!

व झकनयदा कप्रे पदास जदा ब ैठठी और उसकदा ससर अपननी जदाड।ँघ पर रखकर उसकदा पप्रेट
स लदातनी ंकई बगोलदी -- म ैंतगो आज तझप्रेकदप्रेखतप्रे ंनी समझ गयनी थनी। सच पछगोड, तगो
इसनी संड़कप्रे मभ आज मझप्रेकननींद न नींआयनी। य ंदाडत
।ँ प्रेरदा कसौन सगदा ब ैठदा ं ै।

झन क यदा नप्रेदददसप्रेददाड।ँत जमदाकर 'सनी' करतप्रे ंकए क ंदा -- अब न बचंडगनीभीँ ददीददी!


ंदाय! म ैंतगो भगवदान णसप्रेमदाड।ँगनप्रेन गयनी थनी। एक कगो पदालदा-पगोसदा। उसप्रेतमनप्रेकछठीन
सलयदा, तगो ककर इसकदा कसौन कदाम थदा। म ैं मर जदाऊड।ँ , मदातदागोतमक बच्चप्रेपर दयदा
करनदा। उसप्रे पदाल-पगोस लप्रेनदा। भगवदान णतम मंक ंदारदा भलदा करभ ग।

चहक यदा स्नप्रे सप्रेउसकप्रे कप्रेश सलझदातनीक ंकई बगोलदी -- संनीरज संर बप्रेटदी,संनीरज संर।
अभनी छन-भर मभ कष्कटदाट जदातदा ं ै। तनप्रेडभनी तगो ज ैसप्रेचप्पनीक ससदा लदी थनी। इसमभ
ककस बदात ककी लदाज! मझसप्रेकबतदा हदयदा ंगोतदा, तगो म ैं मसौलवनीसदा ब कप्रे पदास सप्रे
तदावनीज़ लदा दप्रे तनी। व ंनी समरज़दाजनी जगो इस ंदातप्रे मभ र तप्रे ं ैं।

इसकप्रे बदाद झकनयदा कगो ककछ ंगोश न र ंदा। नसौ बजप्रेसबक उसप्रे ंगोश आयदा, तगो उसनप्रे
दप्रे खदा,चहक यदा सशशककगो सलए ब ैठठी ं ैऔर व सदाफ़ सदाड़नी प नप्रेलप्रेटदी ंकई ं ै। ऐसनी
कमज़गोरदी थनी, मदानगो दप्रे मभ रकदामत नदाम न ंगो। चहक यदा रगोज़ सबप्रेरप्रेआकर झन क यदा
कप्रे सलए रदीरदा और लवदा पकदा जदातनी और हदन मभ भनी कई बदार आकर बच्चप्रे कगो
उबटन मल जदातनी और ऊपर सप्रेदद ड वपलदा जदातनी। आज चसौथदा हदन थदा; पर
झन
क यदा कप्रे स्तनयों मभ दद ड न उतरदा थदा। सशशकरगो-रगोकर गलदा संदाड़प्रे लप्रेतदा ;थदाक्ययोंकक
ऊपर कदा दद ड उसप्रेपचतदा न थदा। एक छन कगो भनी चप क न ंगोतदा थदा। चहक यदा अपनदा
स्तन उसकप्रे म।ँं
ड कमभदप्रेतनी। बच्चदा एक क्षण चसतदाड; पर जब दद ड न नकलतदा, तगो ककर
चनीख़नप्रेलगतदा। जब चसौथप्रेहदन सदाड।ँझ तक भनी झकनयदा कप्रे दद ड
उतरदा, तगो चहक यदा घबरदायनी। बच्चदा सखतदाड चलदा जदातदा थदा। नख़दास पर एक
पभ शनर डदाक्टर र नप्रेथप्रे। चहक यदा उन म ंभलप्रेआयनी।

डदाक्टर नप्रे दप्रे ख-भदाल कर क ंदा -- इसककी दप्रे मभ ख़नड तगो ं ै ंनी न ंनीं,दद ड क ंदाड।ँसप्रे
आयप्रे। समस्यदा जहटल ंगो गयनी। दप्रे मभ ख़नड लदानप्रेकप्रे सलए म ंनीनयों पश्ष मंकटकदारक
दवदाएड।ँ खदाननी पड़भगनी,तबक ंनींदद ड उतरप्रे गदा। तब तक तगो इस मदांस कप्रे लगोथड़प्रेकदा
ंनी कदाम तमदाम ंगो जदायगदा। पर रदात ंगो गयनी थनी। गगोबर तदाड़नी वपयप्रे ओसदारप्रे मभ
पड़दा थदा। चहक यदा बच्चप्रेकगो चपक करदानप्रेकप्रे सलए उसकप्रे म।ँं
ड कमभअपननी छदातनी डदालप्रे ंकए
थनी कक

सदा उसप्रेऐसदा मदालमड ंकआ कक उसककी छदातनी मभ दद ड आ गयदा ं ै। पसन्न ंगोकर


बगोलदी -- लप्रेझकनयदा, अब तप्रेरदा बच्चदा जनी जदायगदा,मप्रेरप्रेदद ड आ गयदा।

झकनयदा नप्रेचककत ंगोकर क ंदा -- तम मंक ंभदद ड आ गयदा?

'न ंनीं रदी,सच!'

'म ैं तगो न ंनीं प तयदातनी।'

'दप्रे ख लप्रे!'

उसनप्रेअपनदा स्तन दबदाकर हदखदायदा। दद ड ककी संदार संडट नकलदी।

झन
क यदा नप्रेपछदाड -- तम मंक ंदारदी छगोटदी बबहटयदा तगो आठ सदाल सप्रेकम ककी न ंनीं ं ै!

' ंदाड।ँ,आठवदाड।ँ; लप्रेककन ै मझप्रेकदद ड ब ंकत ंगोतदा थदा।'

'सइर तगो तम मंक ंभकगोई बदाल-बच्चदा न ंनीं ंकआ।'

'व ंनी लड़ककी पप्रेट-पगोछननी थनी। छदातनी बबलककल सखड गयनी थनी; लप्रेककन भगवदान
णककी लदीलदा ं ै,और क्यदा?'

अब सप्रेचहक यदा चदार-पदाड।ँच बदार आकर बच्चप्रेकगो दद ड वपलदा जदातनी। बच्चदा प ैददा तगो
ंकआ थदा दबदलक, लप्रेककन चहक यदा कदा स्वस्थ दद ड पनीकर गदरदायदा जदातदा थदा। एक
हदन चकह यदा नददी स्नदान करनप्रेचलदी गयनी। बच्चदा भखड कप्रे मदारप्रे छटपटदानप्रेलगदा।

चहक यदा दस बजप्रेलसौटदी, तगो झकनयदा बच्चप्रेकगो कंसंप्रेसप्रेलगदायप्रेझलदाक र ंनी थनी और


बच्चदा रगोयप्रेजदातदा थदा। चहक यदा नप्रेबच्चप्रेकगो उसककी गगोद सप्रेलप्रेकर दद ड वपलदा दप्रे नदा चदा
ंदा; पर झन क यदा नप्रेउसप्रेणझड़ककर क ंदा -- र नप्रे दगो। अभदागदा मर जदाय, व ंनी
अच्छदा। ककसनी कदा ए सदान तगो न लप्रेनदा पड़प्रेगदा।
चहक यदा धिगड़धिगड़दानप्रेलगनी। झन
क यदा नप्रेबड़प्रेअदरदावन कप्रे बदाद बच्चदा उसककी गगोद मभ
हदयदा।

लप्रेककन झकनयदा और गगोबर मभ अब भनी न पटतनी थनी। झकनयदा कप्रे मन मभ ब ैठ गयदा


थदा कक य पक्कदा मतलबनी, बप्रेददद आदमनी; म ैझप्रेककप्रेवल भगोग ककी वस्तकसमझतदा ं ै।
चदा ंप्रेमम
ैं ।ँय
ड दा श्जऊड।ँ;उसककी इच्छदा परदीड ककयप्रेजदाऊड।ँ,उसप्रेबबलककल ग़म न ंनीं। सगोचतदा
ंगोगदा, य मर जदायगनी, तगो दसरदीड लदाऊड।ँगदा; लप्रेककन म।ँसड ंकगो रखभ बच्च।ंड म ैंंनी ऐसनी
अल म ड़ थनी कक तम मंक ंदाररभ दप्रेमभआ गयनी। तब तगो प ैरयों पर ससर रखप्रेदप्रेतदा थदा।
य ंदाड।ँ आतप्रे ंनी न जदानप्रे क्ययों ज ैसप्रेसकदासमज़दाजइ ंनी बदल गयदा। जदाड़दा आ गयदा
थदा; पर न ओढ़न, न बबछदावन। रगोटदी-ददाल सप्रे जगो दगो-चदार ंकपए बचतप्रे,तदाड़नी मभ उड़
जदातप्रेथप्रे। एक परदानदाक सल ंदाफ़ थदा। दगोनयों उसनी मभ सगोतप्रेथप्रे;लप्रेककन ककर भनी उनमभ ससौ
कगोस कदा अंतर थदा। दगोनयों एक ंनी करवट मभ रदात कदाट दप्रे तप्रे।

गगोबर कदा जनी सशशककगो गगोद मभ लप्रेकर खप्रेलदानप्रे कप्रे सलए तरसकर र जदातदा थदा। कभनी-
कभनी व रदात कगो उठदाकर उसकदा प्यदारदा मखड़दाक दप्रे ख सलयदा करतदा; लप्रेककन झकनयदा
ककी ओर सप्रेउसकदा मन णखंचतदा थदा। झकनयदा भनी उससप्रेबदात न करतनी, न उसककी
ककछ सप्रेवदा ंनी करतनी और दगोनयों कप्रे बनीच मभ य मदासलन्य समय कप्रे सदाथ
लगो ंप्रेकप्रे मगोचप्रेर णककी भदाड।ँत ग रदा, दृढ़ और कठगोर ंगोतदा जदातदा थदा। दगोनयों एक दसरप्रेड
ककी बदातयों कदा उलटदा ंनी अथद नकदालतप्रे,व ंनी श्जससप्रे आपस कदा द्वप्रेष और भड़कप्रे ।
और कई हदनयों तक एक-एक वदाक्य कगो मन मभ पदालप्रे र तप्रे और उसप्रे अपनदा रक्त
वपलदा-वपलदाकर एक दसरप्रेड पर झपट पड़नप्रेकप्रे सलए त ैयदार करतप्रेर तप्रे,ज ैसप्रे सशकदारदी ककत्तप्रे
ंयों।

सउर गगोबर कप्रे कदारख़दानप्रे मभ भनी आयप्रे हदन--एक ंंगदामदा उठतदा र तदा थदा। अबककी
बजट मभ शक्कर पर डयटदीड लगनी थनी। समल कप्रे मदासलकयों कगो मजरदीड घटदानप्रे कदा
अच्छदा ब ंदानदा समल गयदा। डयटदीड सप्रेअगर पदाड।ँच ककी ंदा न थनी, तगो मजरदीड घटदा
दप्रे नप्रे सप्रे दस कदा लदाभ थदा। सइर म ंनीनयों सप्रे इस समल मभ भनी य ंनी छड़दामसलदा
ंकआ थदा। मजरयोंंड कदा संघ ड़तदाल करनप्रेकगो त ैयदार ब ैठदा ंकआ थदा। सइर मजरदीड घटदी
और सउर ड़तदाल ंकई। उसप्रेमजरदीड मभ संप्रेलप्रेककी कटसौतनी भनी स्वनीकदार न थनी। जब इस
तप्रेज़नी कप्रे हदनयों मभ मजरदीड मभ एक संप्रेलप्रेककी भनी बढ़तनी न ंनीं ंकई, तगो अब व घदाटप्रे मभ
क्ययों सदाथ दप्रे !
समरज़दा खशकदप्रे संघ कप्रे सभदाप त और पंडडत ओंकदारनदाथ,'बबजलदी' -सम्पदादक, मशतड़
थप्रे। दगोनयों ऐसनी ड़तदाल करदानप्रेपर तलप्रे ए थप्रेकक समल-मदासलकयों कगो कछ हदन
ंक ंक ंक
यदाद र ंप्रे। कगो भनी ड़तदाल सप्रेक्ष त प ंड।ँचप्रेगनी, य ंदाड।ँ तक कक ज़दारयों आदमनी
मजरयोंंड
ंक
रगोहटययों कगो भनी मत क दाज ंगो जदायगप्रे।ँड,इस प लक ड की ओर उनककी नगदा बबलककल न
थनी। और गगोबर ड़तदासलययों मभ सबसप्रे आगप्रे थदा। उदंड स्वभदाव कदा, ललकदारनप्रेथदानी
ककी ज़डरत थनी। ककर व मदारनप्रे-मरनप्रे कगो न डरतदा थदा।

एक हदन झन क यदा नप्रेउसप्रेजनी कड़दा करकप्रे समझदायदा भनी -- तमक बदाल-बच्चप्रेवदालप्रे


आदमनी ंगो, तम मंक ंदारदा इस तर आग मभ कडदनदा अच्छदा न ंनीं।

इस पर गगोबर बबगड़ उठदा -- तडकसौन ंगोतनी ं ै मप्रेरप्रे बनीच मभ बगोलनप्रेवदालदी?म ैंतझसप्रेक


सलदा न ंनींपछतदा।ंड

बदात बढ़ गयनी और गगोबर नप्रेझकनयदा कगो ख़बड पनीटदा। चहक यदा नप्रेआकर झकनयदा कगो
छकड़दायदा और गगोबर कगो डदाड।ँटनप्रेलगनी।

गगोबर कप्रे ससर पर श ैतदान सवदार थदा। लदाल-ंदाल आड।ँखभ नकदालकर बगोलदा--तम
मप्रेरप्रेघर मभ मत आयदा करगो च ंदा, तम म ंदारप्रे आनप्रेकदा कछ कदाम न ंनीं।
ंड ंक ंक
चहक यदा नप्रेव्यंग कप्रे सदाथ क ंदा तम मंक ंदारप्रे घर मभ न आऊड।ँगनी, तगो मप्रेरदी रगोहटयदाड।ँ क ै सप्रे
--
चलभगनी। य ंनीं सप्रे-जमदाड।ँगचकर लप्रेजदातनी ंड,तब।ँ तवदा ंगोतदा ं ै। म ैं न ंगोतनी
गमद
लदालदा, तगो य बनीबनी आज तम मंक ंदारदी लदातभ खदानप्रेकप्रे सलए ब ैठठी न ंगोतनी।
गगोबर घसदांडं।ँ तदानकर बगोलदा -- म ैन ै क हदयदा,मप्रेरप्रेघर मभ न आयदा करगो। तम मंक ंनींनप्रे

इस चड़
क ैल कदा समज़दाज आसमदान पर चढ़दा हदयदा ं ै।
चहक यदा व ंनींडटदी ई नछःशंक खड़नी थनी, बगोलदी अच्छदा अब चपक र नदा गगोबर!
--
ंक
बप्रेचदारदी सअमरदी लड़कगोरदी औरत कगो मदारकर तमनप्रेककगोई बड़नी जवदाड।ँमददीर णकदा कदाम
न ंनींककयदा ं ै। तमक उसकप्रे सलए क्यदा करतप्रे ंगो कक तम मंक ंदारदी मदार स ंप्रे? एक
रगोटदी
णखलदा दप्रे तप्रे ंगो इससलए?अपनप्रे भदाग बखदानगो कक ऐसनी गऊ औरत पदा गयप्रे ंगो।
दसरदीड ंगोतनी, तगो तम मंक ंदारप्रे म।ँं
ड कमभझदाड़ड मदारकर नकल ंगोतनी
गई ।
मल्
क लप्रेकप्रे लगोग जमदा ंगो गयप्रेऔर चदारयों ओर सप्रेगगोबर पर संटकदारभ पड़नप्रेलगनीं।
ंनी लगोग, जगो अपनप्रे घरयोंमभ अपननी श्स्ययोंत कगो रगोज़ पनीटतप्रे थप्रे,इस वक़्त न्यदाय
और दयदा कप्रे पतलप्रेकबनप्रे ंकए थप्रे।

चहक यदा और शप्रेर ंगो गयनी और फ़ररयदाद करनप्रेलगनी -- डदाढ़दीजदार क तदा ं ै मप्रेरप्रे घर
आयदा करगो। बनीबनी-बच्चदा रखनप्रे चलदा , य ै न ंनीं जदानतदा कक बनीबनी-बच्चयों कदा
पदालनदा बड़प्रेगदप्रे क
क दा कदाम ं ै। इससप्रेपछगोड, म ैं न ंगोतनी तगो आज य बच्चदा जगो
बछड़प्रेककी तर ककलप्रेलभकर र ंदा ं ै,क ंदाड।ँ ंगोतदा?औरत कगो मदारकर जवदाननी हदखदातदा ं ै।
म ैंन ंकई तप्रेरदी बनीबनी, न ंनींय ंनी जतनीड उठदाकर म।ँं
ड कपर तड़दातड़ जमदातनी और कगोठरदी मभ
ढकप्रे लकर बदा र सप्रे ककवदाड़ बंद कर दप्रे तनी। ददानप्रे कगो तरस जदातप्रे।

गगोबर झल्लदायदा ंकआ अपनप्रेकदाम पर चलदा गयदा। चहक यदा औरत न गोकर मदद
ंगोतनी, तगो मज़दा चखदा दप्रे तदा। औरत कप्रे म।ँं
ड कक्यदा लगप्रे।

समल मभ असंतगोष कप्रे बदादल घनप्रे ंगोतप्रेजदा र ंप्रेथप्रे। मज़दरू 'बबजलदी' ककी प तयदाड।ँ जप्रेब
मभ सलयप्रे ककरतप्रे और ज़रदा भनी अवकदाश, तगोपदातप्रेदगो-तनीन मज़दरू समलकर उसप्रेपढ़नप्रे
लगतप्रे। पत ककी बबक्रकी ख़बड बढ़ र ंनी थनी। मज़दरयोंंड कप्रे नप्रेतदा 'बबजलदी' कदायदालदय मभ
सआनी रदात तक ब ैठप्रे ड़तदाल ककी स्ककीमभ बनदायदा करतप्रे और पदातछःकदाल जब पत मभ
समदाचदार मगोटप्रे -मगोटप्रे अक्षरयों मभ छपतदा,ंगो जनतदा टडट पड़तनी और पत ककी
कदावपयदाड।ँदनप्रेड- तगनप्रेकददाम पर बबक जदातनीं।

सउर कं पननी कप्रे डदायरप्रे क्टर भनी अपननी घदात मभ ंकएब ैठप्रेथ। ड़तदाल ंगो जदानप्रेमभंनी
उनकदा ह त थदा। आदसमययों ककी कमनी तगो ं ैन ंनीं। बप्रेकदारदी बढ़दी ंकई ं ै; इसकप्रे सआप्रे
वप्रेतन पर ऐसप्रे ंनी आदमनी आसदाननी सप्रे समल सकतप्रे ं ैं। मदाल ककी त ैयदारदी मभ एक
सआनी बचत ंगो जदायगनी। दस-पदाड।ँच हदन कदाम कदा रज़ ंगोगदा,ककछ परवदा न ंनीं।
आणख़र य नक चय ंगो गयदा कक मज़डरदी मभ कमनी कदा ऐलदान कर हदयदा जदाय। हदन
और समय नयत कर हदयदा गयदा, पसलसक कगो सचनदाड दप्रे ददी गयनी। मजरयोंंड कगो
कदानयोंकदान ख़बर न थनी। वप्रे अपननी घदात मभ थप्रे। उसनी वक़्त ड़तदाल करनदा चदा तप्रे
थप्रे;जब गगोददाम मभ ब ंकत थगोड़दा मदाल र जदाय और मदाड।ँग ककी तप्रेज़नी ंगो।

एकदाएक एक हदन जब मजरू लगोग शदाम कगो छकटदी पदाकर चलनप्रे लगप्रे,तत डययरसकटरद कय
ऐलयन सनय हदयय गयय। उसड़ वक़त पसलस आ गयड़। मजरद स कत अपनड़ इचछय
कप्रे वववक उसनी वक़्त ड़तदाल करननी पड़नी,जब गगोददाम मभ इतनदा मदाल भरदा आ थदा
कक ब त तप्रेज़ मदाड।ँग ंगोनप्रेपर भनी छछः म ंनीनप्रेसप्रेप लप्रेन उठ सकतदा थदा। ंक
ंक
समरज़दा खशकप्रेद नप्रेय ख़बर सननीक, तगो मस्करदायप्रेक,ज ैसप्रे कगोई मनस्वनी नयगोदा अपनप्रे
शतक
क प्रे रण-कसौशल पर मग मसंक ंगो ंगो। एक क्षण ववचदारयों मभ डडबप्रेर नप्रेकप्रे बदाद
गयदा
बगोलप्रे-- अच्छठी बदात ं ै। अगर डदायरप्रे क्टरयों ककी य ंनी इच्छदा, तगो ै य ंनी स ंदालतभ
ंनी।
उनकप्रे मआकफ़क़क ं ैं;लप्रेककन मभ न्यदाय कदा बल ं ै। व लगोग नयप्रे आदमनीरखकर
अपनदा कदाम चलदानदा चदा तप्रे ं ैं। मदारदी कगोसशश य ंगोननी चदाह ए कक उन म ंभ एक
भनी
नयदा आदमनी न समलप्रे। य मदारदी फ़त ंगोगनी।
ंनी
'बबजलदी' -कदायदालदय मभ उसनी वक़्त ख़तरप्रे ककी मनीहटं ग ई, कदायद-कदाररणनी ससम त कदा
ंक
भनी संगठन आ, पददाधधिकदाररययों कदा चनदावक आ और आठ बजप्रेरदात कगो मजरयोंंड कदा
ंक ंक
लंबदाजलकडस नकलदा। दस बजप्रेरदात कगो कल कदा सदारदा पगोगदाम तय ककयदा गयदा
और य तदाककीद कर ददी गयनी कक ककसनी तर कदा दं गदा-फ़सदाद न ंगोनप्रे पदायप्रे। मगर
सदारदी कगोसशश बप्रेकदार ई।
ंक
ड़तदासलययों नप्रेनयप्रेमजरयोंंड कदा हटड्डनी-दल समल कप्रे द्वदार पर खड़दा दप्रे खदा,तगो इनककी
ंंसदा-वश्त्त ृ क़दाबडकप्रे बदा र ंगो गयनी। सगोचदा थदा, ससौ-ससौ पचदास-पचदास आदमनी रगोज़ भतनी
कप्रे सलए आयभगप्रे। उन म ंभ-बसमझदाककर यदा संमकदा कर भगदा दभ ग। ड़तदासलययों ककी संख्यदा
दप्रे खकर नयप्रेलगोग आप ंनी भयभनीत ंगो जदायगप्रे।ँड,मगर य ंदाड।ँ तगो नक्शदा ंनी ककछ और थदा;
अगर य सदारप्रे आदमनी भतनी ंगो गयप्रे,ड़तदासलययों कप्रे सलए समझसौतप्रे ककी कगोई आशदा ंनी
न थनी। तय ंकआ कक नयप्रेआदसमययों कगो समल मभ जदानप्रे ंनी न हदयदा जदायप्रे। बल-पयगोग
कप्रे ससवदा और कगोई उपदाय न थदा। नयदा दल भनी लड़नप्रे-मरनप्रेपर त ैयदार थदा।
उनमभ अधधिकदांश ऐसप्रेभखमरप्रेक थप्रे,जगो इस अवसर कगो ककसनी तर भनी न छगोड़नदा चदा तप्रेथप्रे।
भखयोंंड मर जदानप्रेसप्रेयदा अपनप्रेबदाल-बच्चयों कगो भखयोंंड मरतप्रे दप्रे खनप्रे तगोसप्रेय क ंनीं अच्छदा थदा
कक इस पररश्स्थ त सप्रे लड़कर मरभ । दगोनयों दलयों मभ फ़सौजददारदी ंगो गयनी।'बबजलदी'
-सम्पदादक तगो भदाग खड़प्रे ंकए, बप्रेचदारप्रे समरज़दाजनी वपट गयप्रेऔर उनककी रक्षदा करतप्रे ंकए
गगोबर भनी बरदीक तर घदायल ंगो गयदा। समरज़दाजनी प लवदान आदमनी थप्रेऔर म।ँज
ड प्रे ंकए
ककक ैत, अपनप्रे ऊपर कगोई ग रदा वदार न पड़नप्रेहदयदा। गगोबर ग।ँडवदार थदा। परदाड लठ मदारनदा
जदानतदा थदा; पर अपननी रक्षदा करनदा न जदानतदा थदा, जगो लड़दाई मभ मदारनप्रे सप्रे ज़्यदाददा म
त्व ककी बदात ं ै। उसकप्रे एक ंदाथ ककी ड्डनी टडट गयनी, ससर खलक गयदा और अंत मभ व व
ंनींढप्रेर ंगो गयदा।
कं संयों पर अनधिगनतनी लदाहठयदाड।ँ पड़नी , श्जससप्रेथनीं उसकदा एक-एक ंगो गयदा
अंगचरू
थदा। ड़तदासलययों नप्रे उसप्रे धिगरतप्रे ,दप्रे खदातगोभदाग खड़प्रे ए। कप्रेवल दस-बदार ज।ँ डचप्रे ए
ंक ंक
आदमनी समरज़दा कगो घप्रेरकर खड़प्रे र ंप्रे।

नयप्रे आदमनी ववजय-पतदाकदा उड़दातप्रे ंकए समल मभ ददाणख़ल ंकए और परदाश्जत ड़तदालदी
अपनप्रे तदा तयों कगो उठदा-उठदाकर अस्पतदाल प ंकड।ँचदानप्रेलगप्रे;मगर अस्पतदाल मभ इतनप्रे
आदसमययों कप्रे सलए जग न थनी। समरज़दाजनी तगो लप्रे सलयप्रे गयप्रे। गगोबर ककी मर- म
पटदी करकप्रे उसकप्रे घर प ंकच
ड।ँ दा हदयदा गयदा।

झकनयदा नप्रेगगोबर ककी व चप्रेष्टदा ंनीन लगोथ दप्रे खनी तगो उसकदा नदारदीत्व जदाग उठदा। अब
तक उसनप्रे उसप्रे सबल कप्रे ंडप मभ दप्रे खदा,जगो उसथदा पर शदासन करतदा थदा, डदाड।ँटतदा
थदा, मदारतदा थदा। आज व अपंग थदा, नस्स ंदाय थदा, दयननीय थदा। झकनयदा नप्रेखदाट
पर झककरु आस।ँभ
ड रदी आड।ँखयों सप्रेगगोबर कगो दप्रे खदा और घर ककी दशदा कदा ख़यदाल
करकप्रे उसप्रे गगोबर पर एक ईष्यदामदय कक्रगो आयदा। गगोबर जदानतदा थदा कक घर मभ एक
प ैसदा न ंनीं ं ै व य भनी जदानतदा थदा कक क ंनीं सप्रे एक प ैसदा समलनप्रे ककी आशदा न ंनी
ं ै। य जदानतप्रे ए भनी, उसकप्रे बदार-बदार समझदानप्रे पर भनी,उसनप्रे य ववपश्त्त अपनप्रे
ंक
ऊपर लदी। उसनप्रे ककतननी बदार क ंदा थदा-- तमक इस झगड़प्रेमभन पड़गो, आग लगदानप्रे
वदालप्रेआग लगदाकर अलग ंगो जदायगप्रे।ँड,जदायगनी ग़रदीबयों कप्रे ससर;लप्रेककन व कब
उसककी सननप्रेकलगदा थदा। व तगो उसककी ब ैररन थनी। समत तगो व लगोग थप्रे,जगो अब
मज़प्रे सप्रे मगोटरयों मभ घड र ंप्रे ं ैं। उस कक्रगो मभ एक पकदार ककी तश्ष्टक थनी, ज ैसप्रे म
उन बच्चयों कगो करसनी सप्रेधिगर पड़तप्रेदप्रेखकर, जगो बदार-बदार मनदा करनप्रे पर खड़प्रे ंगोनप्रे
ंक
सप्रे बदाज़ न आतप्रे , थप्रेधिचल्लदा उठतप्रे --ं ैंअच्छदा आ, ब त अच्छदा, तम मंक ंदारदा
ससर
क्ययों न दगो ंगो गयदा। ंक ंक

लप्रेककन एक ंनी क्षण मभ गगोबर कदा ककण-क्रन्दन सनकरु उसककी सदारदी संजदा सस र

उठठी। व्यथदा मभडडबप्रे ए य शब्द उसकप्रे म।ँं


ड कसप्रे नकलप्रे-- ंदाय- ंदाय! सदारदी दप्रे
ंक
भरकसक ंगो गयनी। सबयों कगो त नक भनी दयदा न आयनी।

उसनी तर बड़नी दप्रे र तक गगोबर कदा म।ँं


ड कदप्रेखतनी र ंनी। व क्षनीण ंगोतनी ंकई आशदा सप्रे
जनीवन कदा कगोई लक्षण पदा लप्रेनदा चदा तनी ।थनीऔर प त-क्षण उसकदा सं ैयद अस्त
ंगोनप्रेवदालप्रेसयदक
ड की भदाडत
।ँ डडबतदा जदातदा थदा, और भववष्य कदा अंसंकदार उसप्रे अपनप्रे अंदर
समप्रेट लप्रेतदा थदा।
स सदा चहक यदा नप्रेआकर पकदारदाक -- गगोबर कदा क्यदा ंदा ं ै,ब ंड! म ैनप्रेतगो अभनी

सनदा।ंक दकदानड सप्रेदसौड़नी आयनी ंड।ं।ँ

झ नयदा कप्रे ंककप्रे ए आस उबल पड़प्रे;कछ बगोल न सककी। भयभनीत आड।ँखयों सप्रेचह यदा
ंक ंक ंड।ँ ंक ंक
ककी ओर दप्रे खदा। चहक यदा नप्रेगगोबर कदा म।ँं
ड कदप्रेखदा, उसककी छदातनी पर ंदाथ रखदा, और
आकवदासन भरप्रे स्वर मभ बगोलदी--य चदार हदन मभ अच्छप्रे ंगो जदायगप्रे।ंड।ँ घबड़दा मत।
ककशल ंकई। तप्रेरदा सगो ंदाग बलवदान थदा। कई आदमनी उसनी दं गप्रेमभमर गयप्रे। घर मभ
ककछ ंकपए-प ैसप्रे? ं ैं

झकनयदा नप्रेलज्जदा सप्रेससर ह लदा हदयदा।

'म ैंलदायप्रेदप्रेतनी ंड।ं।ँथगोड़दा-सदा दद ड लदाकर गमदकर लप्रे।'

झकनयदा नप्रेउसकप्रे पदाड।ँव पकड़कर क ंदा -- ददीददी, तम मंक ंनी मप्रेरदी मदातदा ंगो। मप्रेरदा
दसरदाड कगोई न ंनीं ं ै। जदाड़यों ककी उददास संध्यदा आज और भनी उददास मदालमड ंगो
र ंनी थनी। झन
क यदा नप्रेचल मंड ंदा जलदायदा और दद ड उबदालनप्रे लगनी।

चहक यदा बरदामदप्रे मभबच्चप्रेकगो सलयप्रेणखलदा र ंनी थनी।

सदा झन क यदा भदारदी कंठ सप्रेबगोलदी -- म ैंबड़नी अभदाधिगन ंडददीददी।ं।ँ मप्रेरप्रेमन मभ ऐसदा आ र
ंदा ं ै,ज ैसप्रेमप्रेरप्रे ंनी कदारन इनककी य दशदा कई ं ै। जनी ककढ़तदा ं ै,तब मन
दखनीक ंगोतदा ंनी ं ै,ककर गदासलयदाड।ँ भनी नकलतनी, सरदाप ैं भनी नकलतदा ं ै। कसौन
जदानप्रे

मप्रेरदी गदासलययों ... इसकप्रे आगप्रेव ककछ न क सककी। आवदाज़ आड।ँसओंंककप्रे रप्रे लप्रेमभ ब
गयनी।

चहक यदा नप्रेअंचल सप्रेउसकप्रे आस।ँप


ड योंछतप्रे ंकए क ंदा -- क ै सनी बदातभ सगोचतनी ं ै बप्रेटदी!
तप्रेरप्रेससंदरू कदा भदाग ं ैकक य बच गयप्रे। मगर ंदाड।ँ,इतनदा ं ै कक आपस मभ
लड़दाई ंगो, तगो म।ँं
ड कसप्रेचदा ंप्रे श्जतनदा बक लप्रे,मन मभ ककीनदा न पदालप्रे। बनीज अंदर, पड़दा तगो
अड।ँखआक नकलप्रेबबनदा न ंनींर तदा।
झन
क यदा नप्रेकंपन-भरप्रे स्वर मभ पछदाड -- अब म ैंक्यदा क।ँड ददीददी?
चहक यदा नप्रेढदाढ़स हदयदा -- ककछ न ंनींबप्रेटदी! भगवदान णकदा नदाम लप्रे। व ंनी ग़रदीबयों
ककी रक्षदा करतप्रे ं ैं।

उसनी समय गगोबर नप्रे आड।ँखभलदींऔरखगो झन


क यदा कगो सदामनप्रेदप्रेखकर यदाचनदा भदाव सप्रे
क्षनीण-स्वर मभ बगोलदा-- आज ब ंकत चगोट खदा गयदा झकनयदा! म ैंककसनी सप्रेककछ न ंनीं
बगोलदा। सबयों नप्रेअनदायदास मझप्रेकमदारदा। क ंदा-सनदाक मदाफ़ कर! तझप्रेकसतदायदा थदा, उसनी कदा
य संल समलदा। थगोड़नी दप्रे र कदा और मप्रेमदान ंड।ं।ँअब न बचंडगदा।ं।ँ मदारप्रे दरद कप्रे
सदारदी दप्रे संटदी जदातनी ं ै।

चहक यदा नप्रेअन्दर आकर क ंदा -- चपचदापक पड़प्रेर ंगो। बगोलगो-चदालगो न ंनीं। मरगोगप्रे न,
ंनीं इसकदा मप्रेरदा जम्मदा।ंक

गगोबर कप्रे मखक पर आशदा ककी रप्रे खदा झलक पड़नी। बगोलदा -- सच क तनी ंगो, म ैंम।ँग
ड दा
न ंनीं?

ंदाड।ँ,न ंनींमरगोगप्रे। तम मंक ंभंकआ क्यदा ं ै? ज़रदा ससर मभ चगोट आ गयनी ं ै और ंदाथ
ककी
ड्डनी उतर गयनी ं ै। ऐसनी चगोटभ मरदयों कगो रगोज़ ंनी लगदा करतनी ं ैं। इन चगोटयों सप्रे कगोई
न ंनीं मरतदा।'

'अब म ैंझन
क यदा कगो कभनी न मदाडड।ँगदा।'

'डरतप्रे ंगोगप्रेकक क ंनींझकनयदा तकम म ंभन मदारप्रे ।'

'व मदारप्रे गनी भनी,तगो न बगोलंडगदा।ं।ँ'

'अच्छदा ंगोनप्रेपर भलड जदाओगप्रे।'

'न ंनीं ददीददी,कभनी न भलं


ड डगदा।ं।ँ'

गगोबर इस समय बच्चयों ककी-सनी बदातभ ककयदा करतदा। दस-पदाड।ँच समनट अचप्रेत-सदा पड़दा
र तदा। उसकदा मन न जदानप्रे क -ंदाड।ँकदाड।ँ उड़तदा ककरतदा। कभनी दप्रे खतदा,व नददी मभ डडबदा
जदा र ंदा ं ै,और झकनयदा उसप्रेबचदानप्रेकप्रे सलए नददी मभ चलदी आ र ंनी ं ै। कभनी
दप्रे खतदा,कगोई द ै त्य उसककी छदातनी पर सवदार ं ैऔर झकनयदा ककी शकल ककी कगोई दप्रे वनी
उसककी रक्षदा कर र ंनी ं ै। और बदार-बदार चगौंककर पछतदाड -- म ैंम।ँग
ड दा तगो न ंनीं
झन
क यदा?

तनीन हदन उसककी य ंनी दशदा र ंनी और झकनयदा नप्रेरदात कगो जदागकर और हदन कगो
उसकप्रे सदामनप्रेखड़प्रेर कर ज ैसप्रेमसौत सप्रेउसककी रक्षदा ककी। बच्चप्रेकगो चहक यदा स।ँभ
ड दालप्रे
तनी। चसौथप्रेहदन झकनयदा एक्कदा लदाई और सबयों नप्रे गगोबर कगो उस पर लदादकर
अस्पतदाल प ंकड।ँ चदायदा। व ंदाड।ँ सप्रेलसौटकर गगोबर कगो मदालमड ंक आ कक अब व
सचमचक बच जदायगदा। उसनप्रेआ।ँख
ड यों मभ आस।ँभ
ड रकर क ंदा -- मझप्रेकक्षमदा कर दगो
झन्नदा!ंक

इन तनीन-चदार हदनयों मभ चहक यदा कप्रे तनीन-चदार ंकपए ख़चद ंगो गयप्रे , थसऔर अब
झ नयदा कगो उससप्रेकछ लप्रेतप्रेसंकगोच ंगोतदा थदा। व भनी कगोई मदालददार तगो थनी न ंनीं।
ंक ंक
लकड़नी ककी बबक्रकी कप्रे ंकपए झ नयदा कगो दप्रे दप्रेतनी। आणख़र झ नयदा नप्रेकछ कदाम
ंक ंक ंक
करनप्रे कदा ववचदार ककयदा। अभनी गगोबर कगो अच्छप्रे ंगोनप्रे मभ म ंनीनयों लगभ गप्रे।-पनीनप्रे खदानप्रे
कगो भनी चदाह ए, दवदा-ददाड कगो भनी चदाह ए। व ककछ कदाम करकप्रे खदानप्रे-भर कगो तगो लप्रे
आयप्रेगनी। बचपन सप्रे उसनप्रे गउओं कदा पदालन और घदास छठीलनदा सनीखदा थदा। य ंदाड।ँ गउएड।ँ
क ंदाड;।ँ ंदाड।ँथनींव घदास छठील सकतनी थनी। मकल्लप्रेकप्रे ककतनप्रे ंनी स्तनी-पंकष बरदाबर श र कप्रे बदा
र घदास छठीलनप्रे जदातप्रे, औरथप्रे आठ-दस आनप्रे कमदा लप्रेतप्रे थप्रे। व पदातछःकदाल गगोबर कगो ंदाथ-
म।ँसड ंकलदाकरु और बच्चप्रेकगो उसप्रेसगौंपकर घदास छठीलनप्रे नकल जदातनी और तनीसरप्रे प र तक
भखनीड-प्यदासनी घदास छठीलतनी र तनी। ककर उसप्रे मंडनी मभ लप्रे जदाकर बप्रेचतनी और शदाम कगो घर
आतनी। रदात कगो भनी व गगोबर ककी ननींद सगोतनी और गगोबर ककी ननींद जदागतनी;मगर इतनदा
कठगोर शम करनप्रे पर भनी उसकदा मन ऐसदा पसन्न र तदा, मदानगो झलप्रेडपर ब ैठठी गदा र ंनी ं ै;
रदास्तप्रे-भर सदाथ ककी श्स्तययों और पंकषयों सप्रेचकल और ववनगोद करतनी जदातनी। घदास
छठीलतप्रेसमय भनी सबयों मभ ंड।ँसनी-हदल्लगनी ंगोतनी र तनी। न कक़स्मत कदा रगोनदा, न मसनीबतक
कदा धिगलदा। जनीवन ककी सदाथदकतदा मभ ,अपनयों कप्रे सलए कहठन सप्रे कहठन त्यदाग , मभ और
सस्वदानीन सप्रेवदा मभ जगो उल्लदास,उसककी ै ज्यगो त एक-एक अंग पर चमकतनी र तनी। बच्चदा
अपनप्रे प ैरयों पर खड़दा ंगोकर ज ैसप्रे तदासलयदाड।ँ-बजदाकरबजदा ख़शक ंगोतदा ं ै,उसनी कदा व

अनभवक कर र ंनी थनी; मदानगो उसकप्रे पदाणयों मभ आनंद कदा कगोई सगोतदा खलक गयदा ंगो।

और मन स्वस्थ ंगो, तगो दप्रे क ै सप्रे अस्वस्थ र ंप्रे! उस एक म ंनीनप्रे मभ ज ैसप्रे उसकदा
कदायदाकल्प ंगो गयदा ंगो। उसकप्रे अंगयों मभ अब सशधिथलतदा न, चपलतदानीं ं ै,लचक ं ै, और
सककमदारतदा ं ै। मखक पर व पनीलदापन न ंनींर ंदा, ख़नड ककी गलदाबनीक चमक ं ै। उसकदा यसौवन
जगो बंद कगोठरदी मभ - पपड़सअपमयन और कल ससकशहठत त गयय
थदा, व मदानगो तदाज़नी वदा और पकदाश पदाकर ल ल ंदा उठदा ं ै। अब उसप्रे ककसनी बदात
पर कक्रगो न ंनीं आतदा। बच्चप्रे कप्रे ज़रदा-सदा रगोनप्रेपर जगो व झ।ँडझलदाक उठदा करतनी थनी,
अब ज ैसप्रे उसकप्रे सं ैयद और पप्रेम कदा अंत ंनी न थदा। इसकप्रे णख़लदाफ़ गगोबर
अच्छदा
ंगोतप्रेजदानप्रेपर भनी कछ उददास र तदा थदा। जब म अपनप्रेककसनी वपयजन पर
ंक
अत्यदाचदार करतप्रे , और ैं जब ववपश्त्त आ पड़नप्रे सप्रे ममभ इतननी शश्कम आ तजदातनी
ं ै कक उसककी तनीव्र व्यथदा कदा अनभव करभ ,तगो उससप्रे मदारदी आत्मदा मभ जदाग त कदा
ंक ं ृ
उदय ंगो जदातदा ं ै,और म उस बप्रेजदा व्यव ंदार कदा पदायश्क चत करनप्रे कप्रे सलए त ैयदार
ंगो जदातप्रे ं ैं। गगोबर व ंनी पदायश्कत चकप्रे सलए ंगो र ंदा थदा। अब उसकप्रे जनीवन
व्यदाकल
ंक
कदा ंडप बबलकल दसरदा ंगोगदा, श्जसमभ कटतदा ककी जग मदतदा ंगोगनी, असभमदान ककी
ंक ंड ंक ं ृक
जग नम्रतदा। उसप्रेअब जदात आ कक सप्रेवदा करनप्रेकदा अवसर बड़प्रेससौभदाग्य सप्रे
ंक
समलतदा ं ै,और व इस अवसर कगो कभनी न भलप्रेगदा।ंड

***
28

समस्टर खन्नदा कगो मजरयोंंड ककी य ड़तदाल बबलककल बप्रेजदा मदालमड ंगोतनी थनी। उन म
ंयोंनप्रे मप्रेशदा जनतदा कप्रे सदाथ समलप्रे र नप्रे ककी कगोसशश ककी थनी।अपनप्रेव कगो जनतदा
कदा
ंनी आदमनी समझतप्रे थप्रे। वपछलप्रे कसौमनी आंदगोलन मभ उन म ंयोंनप्रे बड़दा जगोश हदखदायदा थदा।
श्ज़लप्रेकप्रे पमखक नप्रेतदा र ंप्रेथप्रे,दगो बदार जप्रेल गयप्रेथप्रेऔर कई ज़दार कदा नक़सदानक
उठदायदा थदा। अब भनी व मजरयोंंड ककी सशकदायतभ सननप्रेककगो त ैयदार र तप्रेथप्रे;लप्रेककन य
तगो न ंनीं ंगो सकतदा कक वशक्कर समल कप्रेह स्सप्रेददारयों कप्रे ह त कदा ववचदार न करभ ।
अपनदा स्वदाथद त्यदागनप्रे कगो व त ैयदार ंगो सकतप्रे,अगरथप्रे उनककी ऊड।ँचनी मनगोवश्त्तययोंं ृ
कगो स्पशद ककयदा जदातदा;लप्रेककन ह स्सप्रेददारयों कप्रे स्वदाथद ककी रक्षदा न ,करनदायतगो
सअमद थदा। य तगो व्यदापदार , ं ैकगोई सददाव्रत न ंनींकक सब ककछ मजरयोंंड कगो ंनी बदाड।ँट
हदयदा जदाय। ह स्सप्रेददारयों कगो य ववकवयस हदलयकर पयस सलयस गयस थस कक इस कयम
मभ पंद-बनीस स ैकड़प्रे कदा लदाभ ं ै। अगर उन म ंभ दस स ैकड़प्रे भनी,तगोन वप्रेसमलप्रे
डदायरप्रे क्टरयों कगो और ववशप्रेष कर समस्टर खन्नदा कगो संगोखप्रेबदाज़ ंनी तगो समझभगप्रे। ककर
अपनदा वप्रेतन व क ै सप्रे कम कर सकतप्रे थप्रे। और कंकगोप नययोंदप्रेखतप्रे उन म ंयोंनप्रे अपनदा
वप्रेतन कम रखदा थदा। कप्रेवल एक ज़दार ंकपयदा म ंनीनदा लप्रेतप्रेथप्रे। कछ कमनीशन भनी
ंक
समल जदातदा थदा; मगर व इतनदा लप्रेतप्रे , थप्रेतगो समल कदा संचदालन भनी करतप्रे थप्रे।
मजरू कप्रेवल ंदाथ सप्रेकदाम करतप्रे ं ैं। डदायरप्रे क्टर अपननी बववक सप्रे,ववद् यदा सप्रे,प तभदा
सप्रे,पभदाव सप्रे कदाम करतदा ं ै। दगोनयोंशश्कम तययों कदा मगोल बरदाबर तगो न ंगो
ंनीं सकतदा।
मजरयोंंड कगो य संतगोष क्ययों न नीं ंगोतदा कक मंददी कदा ं ै,और चदारयों तरफ़
समय
बप्रेकदारदी सं ै लदी र नप्रे कप्रे कदारण आदमनी सस्तप्रे ंगो गयप्रे ं ैं। उन म ंभ तगो एक ककी जग
पसौन भनी समलप्रे,तगो संतष मंकट र नदा चदाह ए थदा। और सच पछगोड तगो ं ैं।
वप्रेसंतष मंकट
उनकदा कगोई क़सरू न ंनीं। वप्रेतगो मखड ं ैं,ब छयदा कप्रे तदाऊ! शरदारत तगो ओंकदारनदाथ
और समरज़दा खशप्रेदद क ंनी ं ै। य ंनी लगोग उन बप्रेचदारयों कगो ककी तर नचदा र ंप्रे
कठपतलदीक
ं ैं,कप्रे वल थगोड़प्रे-सप्रे प ैसप्रे और यश कप्रे लगोभ मभ पड़कर। य न ंनीं सगोचतप्रे कक उनककी
हदल्लगनी सप्रेककतनप्रेघर तबदा ंगो जदायगप्रे।ंड।ँ ओंकदारनदाथ कदा पत ंनींचलतदा तगो

बप्रेचदारप्रे खन्नदा क्यदा करभ ! और आज उनकप्रे पत कप्रे एक लदाख गदा क ंगो जदायड।ँ,और
उससप्रे उन म ंभ पदाड।ँच लदाख कदा लदाभ ंगोनप्रे,त क्यदालगप्रे व कप्रेवल अपनप्रेगज़दारप्रेक भर
कगो लप्रेकर शप्रेष कदायदकतदादओं मभ ? कबदाड।ँट दभ गप्रेककीबदात! और व त्यदागनी समरज़दा
खशप्रेददभ
क नी तगो एक हदन लखप त थप्रे। ज़दारयों मजरू उनकप्रे नसौकर थप्रे। तगो क्यदा व
अपनप्रेगज़दारप्रे -भर कगो लप्रेकर सब कछ मजरयों कगो बदाड।ँट दप्रे तप्रेथप्रे। व उसनी गज़दारप्रे ककी
ंक ंक ंड ंक
रक़म मभयरगोवपयनक छगोकररययों कप्रे सदाथ वव ंदार करतप्रेथप्रे। बड़प्रे-बड़प्रे अफ़सरयों कप्रे सदाथ
ददावतभ उड़दातप्रे, थप्रेज़दारयों ंकपए म ंनीनप्रे ककी शरदाब पनी जदातप्रे थप्रे और-सदालर फ़म ंदांस
और स्वनीटज़रल ैंडककी स ैर करतप्रेथप्रे। आज मजरयोंंड ककी दशदा पर उनकदा कलप्रेजदा
संटतदा ं ै! इन दगोनयों नप्रेतदाओं ककी तगो खन्नदा कगो परवदा न थनी। उनककी नयत ककी
सफ़दाई मभ परदाड संदप्रे थदा। न रदायसदा ब ककी ंनी उन म ंभपरवदा थनी, जगो मप्रेशदा खन्नदा
ककी ंदाड।ँ-मभ -ंदाड।ँ समलदायदा करतप्रे थप्रे और उनकप्रे-एक कदामर कदा समथदन कर हदयदा
करतप्रेथप्रे। अपनप्रे पररधिचतयों मभ कप्रे वल एक ंनी ऐसदा व्यश्क्थदा,श्जसकप्रेत नष्पक्ष
ववचदार पर खन्नदा जनी कगो परदाड भरगोसदा थदा और व डदाक्टर मप्रेतदा थप्रे। जब सप्रे
उन म ंयोंनप्रे मदालतनी सप्रे घ नष्तदाठ बढ़दाननी शडक ककी थनी, खन्नदा ककी नज़रयों मभ उनककी
इज़्ज़त ब ंकत कम ंगो गयनी थनी। मदालतनी बरसयों खन्नदा ककी हृदयप्रेकवरदी र चककीक थनी;
पर उसप्रे उन म ंयोंनप्रे सद ै व णखलसौनदा समझदा थदा। इसमभ संदप्रे न ंनीं कक व णखलसौनदा
उन म ंभब ंकत वपय थदा। उसकप्रे खगो जदानप्रे,यदा टडट जदानप्रे,यदा छन जदानप्रेपर व ख़बड
रगोतप्रे,और व रगोयप्रे थप्रे,लप्रेककन थनी व णखलसौनदा ंनी। उन म ंभ कभनी मदालतनी पर ववकस वदा
न ंकआ। व कभनी उनकप्रे ऊपरदी ववलदास-आवरण कगो छप्रे दकर उनकप्रे अंतछःकरण तक
प ंकड।ँच सककी थनी। व अगर ख़द क खन्नदा सप्रेवववदा कदा पस्तदाव करतनी, तगो व स्वनीकदार न
करतप्रे। कगोई ब ंदानदा करकप्रे टदाल दप्रे तप्रे। अन्य ककतनप्रे ंनी पदाणणययों ककी
भदाड।ँ त खन्नदा कदा जनीवन भनी दगो रदा यदा -दगोकखनी थदा। एक ओर व त्यदाग और जन-
सप्रेवदा और उपकदार कप्रे भकम तथप्रे,तगो दसरदीड ओर स्वदाथदऔर ववलदास और पभतदाक कप्रे।
कसौन उनकदा असलदी ंकख़ थदा, य क नदा कहठन ं ै। कददाधिचत णउनककी आत्मदा
कदा
उत्तम सआदा सप्रेवदा और सहृदयतदा सप्रेबनदाआ थदा, मवद्धिम सआदा स्वदाथद और
ंक
ववलदास सप्रे। पर उत्तम और मवद्धिम मभ बरदाबर संघषद ंगोतदा र तदा थदा।
और
मवद्धिम ंनी अपननी उद् दं डतदाऔर ठ कप्रे कदारण ससौम्य और शदांत उत्तम पर
ग़दासलब आतदा थदा। उनकदा मद् धधिम मदालतनी ककी ओर झकतदाक थदा , उत्तम मप्रे तदा ककी
ओर; लप्रेककन व उत्तम अब मवद्धिम कप्रे सदाथ एक ंगो गयदा थदा। उनककी समझ मभ
न आतदा थदा कक मप्रे तदा-ज ैसदा आदशदवदाददी व्यश्क्त मदालतनी-ज ैसनी चंचल,ववलदाससननी
रमणनी पर क ै सप्रे आसक्तगो गयदा। व ब त पयदास करनप्रेपर भनी मप्रेतदा कगो
ंक
वदासनदाओं कदा सशकदार न श्स्थर कर सकतप्रे थप्रे और कभनी- उन म ंभ य संदप्रे भनी
ंगोनप्रेलगतदा थदा कक मदालतनी कदा कगोई दसरदाड ंडप भनी ं ै,श्जसप्रे व न दप्रे ख सकप्रे यदा
श्जसप्रे दप्रे खनप्रे ककी उनमभ क्षमतदा न थनी।
पक्ष और ववपक्ष कप्रे सभनी प लओंंकपर ववचदार करकप्रे उन म ंयोंनप्रे य ंनी नकदालदा
नतनीजदा
कक इस पररश्स्थ त मभ मप्रे तदा ंनी सप्रे उन म ंभ पकदाश समल सकतदा । ै डदाक्टर मप्रे तदा
कगो कदाम करनप्रे कदा नशदा थदा। सआनी रदात कगो सगोतप्रे थप्रे और घड़नी रदात र ंप्रे उठ जदातप्रे
थप्रे। क ै सदा भनी कदाम , उसकप्रेगो सलए व क -ंनींन-क ंनीं सप्रे समय नकदाल लप्रेतप्रे थप्रे।
ंदाककी खप्रेलनदा ंगो यदा यन ड वससटदी डडबप्रेट, गदाम्य संगठन ंगो यदा ककसनी शदाददी कदा
न ैवप्रेद्य, सभनी कदामयों कप्रे सलए उनकप्रे पदास लगन थनी और समय थदा। व पतयों मभ लप्रेख
भनी सलखतप्रेथप्रेऔर कई सदाल सप्रेएक ब ं ृद् दशदन-गंथ सलख र ंप्रे , थप्रेजगो अब समदाप म
त ंगोनप्रेवदालदा थदा। इस वक़्त भनी व एक व ैजदा नक खप्रेल नी खप्रेल र ंप्रे थप्रे। अपनप्रे बदागनीचप्रे
मभ ब ैठ ंकए वपसौयों पर ववद् यतक-संचदार-कक्रयदा ककी परदीक्षदा कर र ंप्रे थप्रे। उन म ंयोंनप्रे ंदाल
मभ एक वदानवद्-पररषद् मभ य ससद्सं ककयदा थदा कक फ़सलभ बबजलदी ककी ज़गोर सप्रेब
ंकत थगोड़प्रेसमय मभ प ैददा ककी जदा सकतनी ं ैं,उनककी प ैददावदार बढ़दायनी जदा सकतनी ं ै और
बप्रेफ़स्ल ककी चनीज़भ भनी उपजदायनी जदा सकतनीआज ैं।-कल सबप्रेरप्रे कप्रे दगो तनीन घंटप्रे व इन म ंनीं
परदीक्षदाओं मभ लगदायदा करतप्रे थप्रे।

समस्टर खन्नदा ककी कथदा सनकरु उन म ंयोंनप्रेकठगोर मददाक सप्रेउनककी ओर दप्रे खकर क ंदा -
क्यदा य ज़डरदी थदा कक डयटदीड लग जदानप्रेसप्रेमजरयोंंड कदा वप्रेतन घटदा हदयदा जदाय?
आपकगो सरकदार सप्रे सशकदायत करननी चदाह ए थनी। अगर सरकदार नप्रे न सनींनदाक तगो
उसकदा दं ड मजरयोंंड कगो क्ययों हदयदा जदाय? क्यदा आपकदा ववचदार ं ैकक मजरयोंंड कगो
इतननी मजरदीड ददी जदातनी ं ैकक उसमभ चसौथदाई कम कर दप्रे नप्रेसप्रेमजरयोंंड कगो कष्ट न ंनीं
ंगोगदा। आपकप्रे मजरू बबलयों मभ र तप्रे ं ैं-- गंदप्रे,बदबददारू बबलयों मभ -- ज ंदाड।ँ आप एक
समनट भनी र जदाय,ंडत
।ँ गो आपकगो क़ ै ंगोजदाय। कपड़प्रे जगो प नतप्रे, उनसप्रे ैं आप
अपनप्रेजतप्रेडभनी न पगोछभ गप्रे। खदानदा जगो व खदातप्रे ं ैं,व आपकदा ककत्तदा भनी न
खदायप्रेगदा। म ैंनप्रे उनकप्रे जनीवन मभ भदाग सलयदा ं ै। आप उनककी रगोहटयदाड।ँ छठीनकर अ
ह स्सप्रेददारयों कदा पप्रेट भरनदा चदा तप्रे ं ैं ...

खन्नदा नप्रे सअनीर ंगोकर क ंदा-- लप्रेककन मदारप्रे सभनी ह


स्सप्रेददार तगो संननी न ंनीं ं ैं।
ककतनयों ंनी नप्रे अपनदा सवदस्व इसनी समल कगो भभ ट कर हदयदा ं ै और इसकप्रे नफ़प्रे कप्रे
ससवदा उनकप्रे जनीवन कदा कगोई सआदार न ंनीं ं ै।

मप्रे तदा नप्रे इस भदाव सप्रे जवदाब हदयदा,ज ैसप्रे इस दलदील कदा उनककी नज़रयों मभ कगोई
मल्यड न ंनीं ं ै-- जगो आदमनी ककसनी व्यदापदार मभ ह स्सदा लप्रेतदा,व ं ैइतनदा दररद
ंनीं ंगोतदा कक इसकप्रे नफ़प्रे ंनी कगो जनीवन कदा सआदार समझप्रे। ंगो सकतदा ं ै कक नफ़दा कम
समलनप्रे पर उसप्रे अपनदा एक नसौकर कम कर दप्रे नदा पड़प्रे यदा उसकप्रे मक्खन और संलयों कदा
बबल कम ंगो जदाय; लप्रेककन व नंगदा यदा भखदाड न र ंप्रेगदा। जगो अपननी जदान
खपदातप्रे , उनकदा ैं क़ उन लगोगयों सप्रे ज़्यदाददा , जगो ै कप्रे वल ंकपयदा लगदातप्रे ं ैं।
ंनी बदात पंडडत ओंकदारनदाथ नप्रेक ंनी थनी। समरज़दा खशकदप्रे नप्रेभनी य ंनी सलदा ददी थनी।
ंदाड।ँतक कक गगोववंददी नप्रेभनी मजरयोंंड ंनी कदा पक्ष सलयदा थदा; पर खन्नदाजनी नप्रे उन
लगोगयों ककी परवदा न ककी थनी, लप्रेककन मप्रेतदा कप्रे म।ँं
ड कसप्रेव ंनी बदात सनकरु व
पभदाववत ंगो गयप्रे। ओंकदारनदाथ कगो व स्वदाथनीसमझतप्रे थप्रे,समरज़दा खशकदप्रे कगो
ग़ ैरश्ज़म्मप्रेददार और गगोववंददी कगो अयगोग्य। मप्रे तदा ककी बदात मभ ,अध्ययनचररत और
सददाव ककी शश्कम त थनी।

सदा मप्रेतदा नप्रेपछदाड -- आपनप्रे अपननी दप्रे वनीजनी सप्रे भनी इस ववषय मभ रदाय? लदी खन्नदा

नप्रेसककचदातप्रे ंकए क ंदा -- ंदाड।ँ,पछदाड थदा।

'उनककी क्यदा रदाय थनी?'

'व ंनी जगो आप ककी ं ै।'

'मझप्रेय
क ंनी आशदा थनी। और आप उस ववदषनीक कगो अयगोग्य समझतप्रे ं ैं।'

उसनी वक़्त मदालतनी आ प ंकच


ड।ँ नी और खन्नदा कगो दप्रे खकर बगोलदी -- अच्छदा, आप ववरदाज
ंप्रे ? म ैंनप्रे मप्रे तदाजनी ककी आज ददावत ककी ं ै। सभनी चनीज़भ अपनप्रे ंदाथ सप्रे पकदायनी आपकगो भनी
नप्रेवतदा दप्रे तनी ंड।ं।ँगगोववंददी दप्रे वनी सप्रेआपकदा य अपररदा क्षमदा करदा दंडगनी।ं।ँ

खन्नदा कगो ककतडल ंकआ। अब मदालतनी अपनप्रे दाथयों सप्रेखदानदा पकदानप्रेलगनी ं ै? मदालतनी,
व ंनी मदालतनी, जगो ख़द क कभनी अपनप्रेजतप्रेडन प नतनी थनी, जगो ख़द क कभनी बबजलदी
कदा बटन तक न दबदातनी थनी, ववलदास और ववनगोद ंनी श्जसकदा जनीवन थदा।

मस्करदाकरु क ंदा -- अगर आपनप्रे पकदायदा , तगो ै ज़डर खदाऊड।ँ गदा। म ैं तगो कभनी सगोच
ंनी न सकतदा थदा कक आप पदाक-कलदा मभ भनी नपणक ं ैं।

मदालतनी नछःसंकगोच भदाव सप्रे बगोलदी-- इन म ंयोंनप्रे मदार-मदारकर व ैद्य बनदा हदयदा।
इनकदा ंकक्म क ैसप्रेटदाल सकतनी। पंकष दप्रे वतदा ठ रप्रे ।

खन्नदा नप्रेइस व्यंग कदा आनंद लप्रेकर मप्रेतदा ककी ओर आड।ँखभमदारतप्रे ंकए क ंदा --
पंकष तगो आपकप्रे सलए इतनप्रेसम्मदान ककी वस्तकन थनी।
मदालतनी झभपनी न ंनीं। इस संकगोच कदा आशय समझकर- भरप्रे जगोश स्वर मभ बगोलदी--
लप्रेककन अब ंगो गयनी ंड;ं।ँइससलए कक म ैंनप्रेपंकष कदा जगो ंड प अपनप्रेपररधिचतयों
ककी पररधधि मभ दप्रे खदा, उससप्रेथदाय क ंनीं सदरं ंक ं ै । पंकष इतनदा सन्दरु, इतनदा
कगोमल हृदय ...।

मप्रे तदा नप्रे मदालतनी ककी ओर ददीन-भदाव सप्रे दप्रे खदा और बगोलप्रे--न ंनीं मदालतनी,मझक पर
दयदा करगो, न ंनीं म ैं य ंदाड।ँ सप्रे भदाग जदाऊड।ँ गदा।

इन हदनयों जगो कगोई मदालतनी सप्रे समलतदा,व उससप्रेमप्रेतदा ककी तदारदीफ़यों कप्रे पलक बदाड।ँसं
दप्रे तनी,ज ैसप्रे कगोई नवददीक्षक्षत अपनप्रे नयप्रे सयोंववक वदाकदा हढं ढगोरदा पनीटतदा ककरप्रे । संकधिच कदा
ध्यदान भनी उसप्रे न र तदा। और बप्रेचदारप्रे मप्रे तदा हदल मभ कटकर र जदातप्रे थप्रे। व क
और कड़वनी आलगोचनदा तगो बड़प्रेशसौक़ सप्रेसनतप्रेकथप्रे;लप्रेककन अपननी तदारदीफ़ सनकरु
ज ैसप्रेबप्रेवक़डफ़ बन जदातप्रेथप्रे;म।ँं
ड कज़रदा-सदा नकल आतदा थदा, ज ैसप्रे कगोई फ़बतनी छदा
गयनी ंगो। और मदालतनी उन औरतयों मभ न ,थनीजगो भनीतर र सकप्रे । व बदा र ंनी र
सकतनी थनी, प लप्रे भनी और अब भनी;व्यव ंदार मभ ,भनीववचदार मभ भनी। मन मभ ककछ
रखनदा व न जदानतनी थनी। ज ैसप्रे एक अच्छठी सदाड़नी पदाकर व उसप्रे प ननप्रे कप्रे सलए
सअनीर ंगो जदातनी थनी, उसनी तर मन मभ कगोई सदरं ंक भदाव आयप्रे,तगो व उसप्रे पकट
ककयप्रे बबनदा च ैन न पदातनी थनी।

मदालतनी नप्रे और समनीप आकर उनककी पनीठ पर ंदाथ रखकर मदानगो उनककी रक्षदा
करतप्रे ंकए क ंदा -- अच्छदा भदागगो न ंनीं,अब ककछ न क ंडगनी।ं।ँ मदालमड ंगोतदा ं ै,तम मंक
ंभ
अपननी नंददा ज़्यदाददा पसंद ं ै। तगो नंददा ंनी सनगोक -- खन्नदाजनी, य म ंदाशय मझक
पर अपनप्रे पप्रेम कदा जदाल ... शक्कर-समल ककी धिचमननी य ंदाड।ँ सप्रे सदाफ़ नज़र आतनी
थनी।

खन्नदा नप्रे उसककी तरफ़ दप्रे खदा। व धिचमननी खन्नदा कप्रे ककी तदस्तंभ ककी भदाड।ँ त आकदाश मभ
ससर उठदायप्रे खड़नी थनी। खन्नदा ककी आड।ँखयों मभ असभमदान चमक उठदा। इसनी वक़्त
उन म ंभ समल कप्रे दफ़्तर मभ जदानदा ं ै। व ंदाड।ँ डदायरप्रे क्टरयों ककी एक अजभट मनीहटं ग ंगोगनी और
इस पररश्स्थ त कगो उन म ंभ समझदानदा ंगोगदा और इस मस्यदा कगो ल
करनप्रेकदा उपदाय भनी बतलदानदा ंगोगदा। मगर धिचमननी कप्रे पदास यसंकआ।ँक
ड ंदाडस
।ँ प्रेउठ
ंदा ं ै। दप्रे खतप्रे-तप्रेसदारदा आकदाश व ैलनड ककी भदाड।ँत संएड।ँंकसप्रेभर गयदा। सबयों नप्रे सशंक
ंगोकर सउर दप्रे खदा। क ंनीं आग तगो न ंनीं लग? गयनीआ ंनी मदालमड ंगोतनी ं ै।
सदा सदामनप्रे सड़क पर ज़दारयों आदमनी समल ककी तरफ़ दसौड़प्रे जदातप्रे नज़र आयप्रे। खन्नदा

नप्रेखड़प्रे ंगोकर ज़गोर सप्रेपछदाड -- तमक लगोग क ंदाडद


।ँ सौड़प्रेजदा र ंप्रे ंगो?

एक आदमनी नप्रे ंकककर क ंदा-- अजनी, शक्कर-समल मभ आग लग गयनी। आप दप्रे ख


न ंनीं र ंप्रे? ं ैं

खन्नदा नप्रेमप्रेतदा ककी ओर दप्रे खदा और मप्रेतदा नप्रेखन्नदा ककी ओर। मदालतनी दसौड़नी ंकई
ब।ँग
ड लप्रेमभगयनी और अपनप्रेजतप्रेडप न आयनी। अफ़सगोस और सशकदायत करनप्रे कदा अवसर
न थदा। ककसनी कप्रे म।ँं
ड कसप्रेएक बदात न नकलदी। ख़तरप्रे मभमदारदी चप्रेतनदा अंतमखनीक ंगो
जदातनी ं ै। खन्नदा ककी कदार खड़नी थनी ंनी। तनीनयों आदमनी घबड़दायप्रे कए आकर ब ैठप्रे और
समल ककी तरफ़ भदागप्रे। चसौरस्तप्रेपर प ंकड।ँचप्रे,तगो दप्रे खदा,सदारदा श र समल ककी ओर उमड़दा
चलदा आ र ंदा ं ै।आग मभ आदसमययों कगो खनींचनप्रेकदा जदाद ड ं ै। कदार आगप्रे न बढ़
सककी।

मप्रेतदा नप्रेपछदाड -- आग-बनीमदा तगो करदा सलयदा थदा न?

खन्नदा नप्रे लम्बनी सदाड।ँस खनींचकर --क कदा ंदाड।ँ भदाई,अभनी तगो सलखदा-पढ़दी ंगो र
ंनी थनी। क्यदा जदानतदा थदा, य आफ़त आनप्रेवदालदी ं ै।

कदार व ंनीं रदाम-आसरप्रे छगोड़ ददी गयनी और तनीनयों आदमनी भनीड़चनीरतप्रे ंकए समल कप्रे
सदामनप्रेजदा प ंकच
ड।ँ प्रे। दप्रे खदा तगो अश्ग्न कदा एक सदागर आकदाश मभ उमड़ र ंदा थदा।
अश्ग्न ककी उन्मत्त ल रभ एक-पर-एक, ददाड।ँत पनीसतनी ,थनींजनीभ लपलपदातनी थनीं ज ैसप्रे
आकदाश कगो भनी नगल जदायगनीड,।ँ उस अश्ग्न-समद क कप्रे ननीचप्रेऐसदा संआड।ँंकछदायदा थदा,
मदानगो सदावन ककी घटदा कदासलख मभ न ंदाकर ननीचप्रेतर उआयनी ंगो। उसकप्रे ऊपर ज ैसप्रे
आग कदा थरथरदातदा ंकआ, उबलतदा ंकआ ह मदाचल खड़दा थदा। ंदातप्रेमभलदाखयों
आदसमययों ककी भनीड़ थनी, पसलसक भनी थनी, फ़दायर बबगप्रेड भनी,सप्रेवदा-ससम तययों कप्रे सप्रेवक
भनी; पर सब-कप्रे-सब आग ककी भनीषणतदा सप्रे मदानगो सशधिथल ंगो गयप्रे ंयों। फ़दायर बबगप्रेड
कप्रे छठींटप्रे उस अश्ग्न-सदागर मभ जदाकर सप्रेज ैबझक जदातप्रेथप्रे। ईंटभ जल र ंनी थनीं,लगो ंप्रे कप्रे
गदाडदर जल र ंप्रेथप्रेऔर वपघलदी ंकई शक्कर कप्रे परनदालप्रेचदारयों तरफ़ ब र ंप्रेथप्रे। और तगो
और, ज़मनीन सप्रे भनी ज्वदालदा नकल र ंनी थनी।
दरू सप्रेमप्रेतदा और खन्नदा कगो य आक चयद ंगो र ंदा थदा कक इतनप्रे आदमनी खड़प्रे
तमदाशदा क्ययों दप्रे ख र ंप्रे, आग ैं बझदानप्रेकमभमदद क्ययों न ंनीं करतप्रे;मगर अब इन म ंभ भनी
जदात ंकआ कक तमदाशदा दप्रे खनप्रेकप्रे ससवदा और ककछ करनदा अपनप्रेवश सप्रेबदा र ं ै।
समल ककी ददीवदारयों सप्रे पचदास गज कप्रे अन्दर जदानदा जदान-जगोणख़म थदा। ईट और
पत्थर कप्रे टककड़प्रेचटदाक-चटदाक टडटकर उछल र ंप्रेथप्रे। कभनी-कभनी वदा कदा ंकख़ सइर ंगो
जदातदा थदा, तगो भगदड़ पड़ जदातनी थनी।

यप्रेतनीनयों आदमनी भनीड़ कप्रे पनीछप्रे खड़प्रेथप्रे। ककछ समझ मभन आतदा थदा, क्यदा करभ । आणख़र
आग लगनी क ै सप्रे! और इतननी जल्द सं ै ल क ै सप्रे? क्यदागयनीप लप्रे ककसनी नप्रे दप्रे खदा ंनी
न ?ंनींयदा दप्रे खकर भनी बझदानप्रेककदा पयदास न ककयदा? इस तर कप्रे पकनसभनी कप्रे मन मभ
उठ र ; ंप्रेमगरथप्रे व ंदाड।ँपछभ ंडककससप्रे,समल कप्रे कमदचदारदी ंयोंगप्रे तगो ज़डर; लप्रेककन उस
भनीड़ मभ उनकदा पतदा समलनदा कहठन थदा। स सदा वदा कदा इतनदा तप्रेज़ झयोंकदा आयदा
कक आग ककी लपटभ ननीचनी ंगोकर सइर लपककीं,ज ैसप्रेसमद क मभ ज्वदार आ गयदा ंगो। लगोग
ससर पर पदाड।ँव रखकर भदागप्रे। एक दसरप्रेड पर धिगरतप्रे,रप्रे लतप्रे,ज ैसप्रे कगोई शप्रेर झपटदा आतदा
ंगो। अश्ग्न-ज्वदालदाएड।ँ ज ैसप्रे सजनीव ंगो गयनी,सचप्रेष्थनीं टभनी, ज ैसप्रे कगोई शप्रेषनदाग
अपनप्रेसह्रस मखक सप्रेआग संड।ँंककदार र ंदा ंगो। ककतनप्रे ंनी आदमनी तगो इस रप्रे लप्रेमभककचल
गयप्रे। खन्नदा म।ँं
ड ककप्रे बल धिगर पड़प्रे,मदालतनी कगो मप्रे तदाजनी दगोनयों ंदाथयों सप्रेपकड़प्रे ंकए थप्रे,न
ंनींज़रड ककचल गयनी ंगोतनीं?

तनीनयों आदमनी ंदातप्रे ककी ददीवदार कप्रेपदास एक इमलदी कप्रे पप्रेड़ कप्रे ननीचप्रे आकर ंककप्रे ।
खन्नदा एक पकदार ककी चप्रेतनदा-शडन्य तन्मयतदा सप्रेसमल ककी धिचमननी ककी ओर टकटककी
लगदायप्रे खड़प्रे थप्रे।

मप्रेतदा नप्रेपछदाड -- आपकगो ज़्यदाददा चगोट तगो न ंनीं आयनी?

खन्नदा नप्रे कगोई जवदाब न हदयदा। उसनी तरफ़ तदाकतप्रे र ंप्रे। उनककी आड।ँखयों मभ व
शडन्यतदा थनी, जगो ववक्षक्षप्ततदा कदा लक्षण ं ै।

मप्रेतदा नप्रेउनकदा ंदाथ पकड़कर ककर पछदाड -- म लगोग य ंदाड।ँ व्यथद खड़प्रे,मझप्रेक ैं भय
ंगोतदा ं ै आपकगो चगोट ज़्यदाददा आ गयनी। आइए,लसौट चलभ।

खन्नदा नप्रे उनककी तरफ़ दप्रे खदा और ज ैसप्रे सनककर --बगोलप्रेश्जनककी य रकत ं ै, उन म
ंभमख़
ैं बड जदानतदा ंड।ं।ँअगर उन म ंभइसनी मभ सत ं गोष समलतदा ं ै,तगो भगवदान णउनकदा
भलदा करप्रे । मझप्रेकककछ परवदा न ंनीं,ककछ परवदा न ंनीं। ककछ परवदा न ंनीं! म ैंआज चदा ंड,ं।ँ
तगो ऐसनी नयनी समल खड़नी कर सकतदा ंड।ं।ँजनी ंदाड।ँ,बबलककल नयनी समल खड़नी कर
सकतदा ंड।ं।ँयप्रेलगोग मझप्रेकक्यदा समझतप्रे ं ैं?समल नप्रेमझप्रेकन ंनींबनदायदा, म ैंनप्रे समल कगो
बनदायदा। और म ैं ककर बनदा सकतदा ंड;मगर।ँ श्जनककी य रकत ं ै,उन म ंभ म ैं ख़दाक
मभ समलदा दंडगदा।ं।ँ मझप्रेकसब मदालमड ं ै,रत्तनी-रत्तनी मदालमड ं ै।

मप्रे तदा नप्रे उनकदा चप्रे रदा और उनककी चप्रेष्दप्रे खनीटदा और घबरदाकर बगोलप्रे-- चसलए,
आपकगो घर प ंकड।ँचदा दंड।ं।ँआपककी तबनीयत अच्छठी न नीं ं ै।

खन्नदा नप्रे क़ क़ ंदा मदार कर क ंदा-- मप्रेरदी तबनीयतअच्छठी न ंनीं ं ै! इससलए कक


समल जल गयनी। ऐसनी समलभमच
ैं टककययोंंक मभ खगोल सकतदा ंड।ं।ँमप्रेरदा नदाम खन्नदा ं ै,
चंदपकदाश खन्नदा! म ैंनप्रेअपनदा सब ककछ इस समल मभ लगदा हदयदा। प लदी समल मभ मनप्रे२० प
तशत नफ़दा हदयदा। म ैंनप्रे पगोत्सदाह त ंगोकर य समल खगोलदी। इसमभ सआप्रे ंकपए मप्रेरप्रे नप्रे। ैं ब ैंकम ैं
कप्रे दगो लदाख इस समल मभ लगदा हदयप्रे। म ैं एक घं
ंनीं,सआ घंटदा प लप्रे,दस लदाख कदा आदमनी थदा। जनी ंदाड।ँ,दस लदाख; मगर इस
वक़्त फ़दाकप्रेमस्त ंड--ं।ँ न ंनींहदवदासलयदा ंड!ं।ँमझप्रेकबक
ैं कगो दगो लदाख दप्रे नदा ं ै।
श्जस
मकदान मभ र तदा ंड,व।ँ अब मप्रेरदा न ंनीं ं ै। श्जस बतदन मभ खदातदा ंड,व।ँ भनी अब

मप्रेरदा न ंनीं ं ै। ब ैंक सप्रे म ैं नकदाल हदयदा जदाऊड।ँ गदा। श्जस खन्नदा कगो दप्रे खकर ल जलतप्रे थप्रे,व
खन्नदा अब संलड मभ समल गयदा ं ै। समदाज मभ अब मप्रेरदा कगोई स्थदान
ंनीं , ं ैमप्रेरप्रेसमत मझप्रेकअपनप्रेववकवदास कदा पदात न ंनीं,दयदा कदा पदात समझभगप्रे। मप्रेरप्रे
शतकमझसप्रेकजलभग न ंनीं,मझक पर ंड।ँसभगप्रे। आप न ंनीं जदानतप्रे समस्टर मप्रे,म ैंनप्रेतदा
अपनप्रे ससद्संदांतयों ककी ककतननी त्यदा ककी ं ै। ककतननी ररकतभ व ददी, ककतननी ैं ररकवतभ

लदी ं ैं। ककसदानयों ककी ऊख तसौलनप्रे कप्रे सलए क ै सप्रे आदमनी,क ै सप्रेरखप्रेनक़लदी बदाट रखप्रे।
क्यदा ककीश्जएगदा, य सब सनकरु; लप्रेककन खन्नदा अपननी य दददशदाक करदानप्रेकप्रे सलए
क्ययों श्ज़न्ददा र ंप्रे। जगो ककछ ंगोनदा ं ै ंगो, द ंकनयदा श्जतनदा चदा ंप्रे ंड।ँसप्रे,समत लगोग
श्जतनदा
चदा ंभ अफ़सगोस करभ ,लगोग श्जतननी गदासलयदाड।ँ दप्रे नदा चदा ंभ दभ । खन्नदा अपननी आड।ँखयों स
दप्रे खनप्रेऔर अपनप्रेकदानयों सप्रेसननप्रेककप्रे सलए जनीतदा न र ंप्रेगदा। व बप्रेयदा न ंनीं,बप्रे ग़ ैरत न ंनीं ं ै!
य क तप्रे-क तप्रे खन्नदा दगोनयों ंदाथयों सप्रे ससर पनीटकर ज़गोर-ज़गोर सप्रे रगोनप्रे लगप्रे।
मप्रेतदा नप्रेउन म ंभछदातनी सप्रेलगदाकर दणखतक स्वर मभ क ंदा -- खन्नदाजनी, ज़रय ड़रज सस
कदाम लदीश्जए। आप समझददार ंगोकर हदल इतनदा छगोटदा करतप्रे ं ैं। दसौलत सप्रे आदमनी
कगो जगो सम्मदान समलतदा ं ै,व उसकदा सम्मदान न ंनीं,उसककी दसौलत कदा सम्मदान ं ै।
आप ननदनर कर भनी श्स्तययों कप्रे ववकवदास-पदात र सकतप्रे ं ैंऔर शतओंंककप्रे भनी;
बश्ल्क तब कगोई आपकदा शतरक ंप्रेगदा ंनी न ंनीं। आइए, घर चलभ। ज़रदा आरदाम कर
लप्रेनप्रे सप्रे आपकदा धिचत्त शदांत ंगो जदायगदा।
ंंं
खन्नदा नप्रे कगोई जवदाब न हदयदा। तनीनयों आदमनी चसौरस्तप्रे पर आयप्रे। कदार खड़नी थनी।
दस समनट मभ खन्नदा ककी ंगोठठी पर प ंड।ँच
गयप्रे।
ंक
खन्नदा नप्रे उतरकर शदांत स्वर मभ --क कदारदा आप लप्रेजदाय।ंड।ँ
अब मझप्रेकइसककी ज़डरत न ंनीं ं ै। मदालतनी और मप्रेतदा भनी उतर पड़प्रे।

मदालतनी नप्रे क ंदा-- तमक चलकर आरदाम सप्रेलप्रेटगो, म ब ैठप्रे गप-शप करभ गप्रे;घर जदानप्रे

ककी तगो ऐसनी कगोई जल्ददी न ंनीं ं ै



खन्नदा नप्रेकतजतदा सप्रेउसककी ओर दप्रे खदा और ककण-कं ठ सप्रे बगोलप्रे--मझसप्रेजगो
ं ृ ंक
अपररदा ए ं ैं,उन म ंभक्षमदा कर दप्रे नदा मदालतनी! तमक और मप्रेतदा, बस तम मंक ंदारप्रे ससवदा
ंक
संसदार मभ मप्रेरदा कगोई न ंनीं ं ै। मझप्रेकआशदा ं ैतमक मझप्रेकअपननी नज़रयों सप्रेन
धिगरदाओगनी। शदायद दस-पदाड।ँच हदन मभ य कगोठठी भनी छगोड़ननी पड़प्रे। कक़स्मत नप्रे क ै सदा
संगोखदा
हदयदा।
मप्रे तदा नप्रे क --ंदा म ैंआपसप्रेसच क तदा ंडखन्नदाजनीभीँ, आज मप्रेरदी नज़रयों मभ आपककी

जगो इज़्ज़त ं ै व कभनी न थनी।


तनीनयों आदमनी कमरप्रे मभददाणख़ल ए। द्वदार खलनप्रेकककी आ ट पदातप्रे ंनी गगोववंददी
ंक
भनीतर सप्रे आकर बगोलदी-- क्यदा आप लगोग व ंनीं सप्रे आ र ?ंप्रे म ं ैंंदारदाज तगो बड़नी बरदीक
ख़बर लदायदा।
खन्नदा कप्रे मन मभ ऐसदा पबल,न ंक कनप्रेवदालदा,तफ़दाननीड आवप्रेश उठदा कक गगोववंददी कप्रे
चरणयों पर धिगर पड़प्रे,और उसप्रेआ।ँस
ड ओंंकससप्रेगो दभ । भदारदी गलप्रेसप्रेबगोलप्रे -- ंदाड।ँ वपयप्रे , म तबदा
ंगो गयप्रे।
उनककी नजनीव, नरदाश आ त आत्मदा सदांत्वनदा कप्रे सलए ववकल ंगो र ंनी ;थनीसच्चनी
स्नप्रे मभ डडबनी ंकई सदांत्वनदा कप्रे सलए, उस रगोगनी ककी भदाड।ँ त जगो जनीवन-सतड क्षनीण ंगो
जदानप्रे पर भनी व ैद्य कप्रे मखक ककी ओर आशदा-भरदी आड।ँखयों सप्रे तदाक र ंदा ंगो। व ंनी
गगोववंददी श्जस पर उन म ंयोंनप्रे मप्रेशदा ज़ल्मक ककयदा, श्जसकदा मप्रेशदा अपमदान ककयदा,
श्जससप्रे मप्रेशदा बप्रेवफ़दाई, श्जसप्रेककी सद ै व जनीवन कदा भदार समझदा,श्जसककी मत्यकक
ृ की
सद ै व कदामनदा करतप्रे ंप्रे,व ंनी इस समय ज ैसप्रे अंचल मभ आशनीवदादद और मंगल और

अभय सलयप्रे उन पर वदार र ंनी थनी,ज ैसप्रे उन चरणयों मभ ंनी उनकप्रे जनीवन कदा स्वगद ंगो,
ज ैसप्रे व उनकप्रे अभदागप्रे मस्तक पर ंदाथ रखकर ंनी उनककी पदाण ंनीन संम नययों मभ ककर
रक्त कदा संचदार कर दप्रे गनी। मन ककी इस दबदलक दशदा मभ ,इस घगोर ववपश्त्त मभ ,ंदानगो व
उन म ंभकंठ सप्रेलगदा लप्रेनप्रेकप्रे सलए खड़नी थनी। नसौकदा पर ब ैठप्रे ंकए जल-वव ंदार करतप्रे समय
म श्जन चटदानयों कगो घदातक समझतप्रे, और ैं चदा तप्रे ं ैं कक
कगोई इन म ंभ खगोद कर संभ क, उन्दप्रे तदानीं सप्रे,नसौकदा टडट जदानप्रेपर, म धिचमट जदातप्रे ं ैं।

गगोववंददी नप्रे उन म ंभ एक सगोफ़दा पर ब ैठदा हदयदास्नप्रेऔर-कगोमल स्वर मभ बगोलदी-- तगो


तमक इतनदा हदल छगोटदा क्ययों करतप्रे ंगो ? संन कप्रे सलए,जगो सदारप्रे पदाप ककी जड़ ?
ं ैउस संन सप्रे मभ क्यदा सखक थदा? सबप्रेरप्रे सप्रे सआनी रदात तक -एकन-एक झंझट--
क दात करनप्रेकगो तरस जदातप्रेथप्रे,तमद
आत्मदा कदा सवदनदाश! लड़कप्रे तमसप्रेब मसशबश धयद कत पत
सलखनप्रेतक ककी फ़करसत न समलतनी थनी। क्यदा बड़नी इज़्ज़त थनी? ंदाड।ँ,थनी; क्ययोंकक
द ंकनयदा आज तक संन ककी पजदाड करतनी चलदी ं ै। उसप्रेतमसप्रेककगोई पयगोजन
आयनी
न ंनीं। जब तक ंदारप्रे पदास लक्ष्मनी ंदारप्रे सदामनप्रेपंडछ।ँ लदायप्रेगनी। कल उतननी
तम मंक ं ै,तम मंक ह
ंनी भश्कम त कप्रे द्वदार पर ससजदप्रे करप्रे गनी। तम मंक ंदारदी तरफ़ तदाकप्रेगनी न ंनीं।
सप्रेदसरयोंंड भनी
सत्पंकष संन कप्रे आगप्रेससर न व दप्रे खतप्रे ं ैं,तमक्
क यदा ंगो; अगर तममभ ंक
ंनींझकदातप्रे।ंक
सच्चदाई ं ै, न्यदाय ं ै,त्यदाग ं ै,पंकषदाथद ं ै,तगो ंदारदी करभ ग। न ंनींतम मंक ंभ
वप्रेतम मंक पजदाड
समदाज कदा लटप्रे रदाक समझकर म।ँसड ंकप्रेर लभग; बश्ल्क तम मंक ंगो जदायगप्रे!ंड।ँ म ैं
ंदारप्रे दकमनक
ग़लत तगो न ंनीं क तनीमप्रे तदाजनी?
मप्रे तदा नप्रे मदानगो स्वगद-स्वप्न सप्रे चगौंककर क ंदा-- ग़लत? आप व ंनी र ं ैं,जगो
क ंनी
संसदार कप्रे म ंदान णपंकषयों नप्रेजनीवन कदा सदाश्त्वक अनभवक करनप्रेकप्रे बदाद क ं ै।
ंदा
जनीवन कदा सच्चदा सआदार य ंनी ं ै।
गगोववंददी नप्रे मप्रे तदा कगो संबगोधधित करकप्रे-- ककननीदा कसौन ंगोतदा ं ै,इसकदा कगोई
ववचदार न ंनींकरतदा। व ंनी जगो अपनप्रेकसौशल सप्रेदसरयोंड कगो बप्रेवक़डफ़ बनदा सकतदा ं ै
...।

खन्नदा नप्रे बदात कदाटकर क ंदा-- न ंनीं गगोववंददी,संन कमदानप्रे कप्रे सलए अपनप्रे मभ संस्कदार
चदाह ए। कप्रे वल कसौशल सप्रे संन न ंनीं समलतदा। इसकप्रे सलए भनी त्यदाग और तपस्यदा
करननी पड़तनी ं ै। शदायद इतननी ससदानदा मभ रईकभनीव समल जदाय। मदारदी सदारदी आश्त्मक
और बसौद् धधिक और शदारदीररक शश्कम तययों कप्रे सदामंजस्य कदा नदाम संन ं ै।

गगोववंददी नप्रे ववपक्षनी न बनकर मध्यस्थ भदाव सप्रे क-- ंदाम ैंमदानतनी ंडकक।ँ संन कप्रे
सलए थगोड़नी तपस्यदा न ंनीं करननी पड़तनी;लप्रेककन ककर भनी मनप्रे उसप्रे जनीवन मभ श्जतनप्रे
म त्व ककी वस्तकसमझ रखदा ं ै,उतनदा म त्व उसमभ न ंनीं ं ै। म ैंतगो ख़शक ंडकक।ँ
तम मंक ंदारप्रे ससर सप्रेय बगोझ टलदा। अब तम मंक ंदारप्रे लड़कप्रे आदमनी ंयोंगप्रे,स्वदाथद और
असभमदान कप्रे पतलप्रेकन ंनीं। जनीवन कदा सखक दसरयोंड कगो सखनीक करनप्रेमभं ै,उनकगो
लटनप्रेडमभन ंनीं। बरदाक न मदाननदा, अब तक तम मंक ंदारप्रे जनीवन कदा अथदथदा आत्मसप्रेवदा,
भगोग और ववलदास। द ै वनप्रेतम मंक ंभउस ससदान सप्रेवंधिचत करकप्रे तम मंक ंभज़्यदाददा ऊड।ँचप्रे
और पववत जनीवन कदा रदास्तदा खगोल हदयदा ं ै। य ससवद्धि पदाप म त करनप्रे मभ अगर
ककछ कष्ट भनी ंगो, तगो उसकदा स्वदागत करगो। तमक इसप्रेववपश्त्त समझतप्रे ंनी क्ययों
ंगो? क्ययों न ंनीं समझतप्रे,म मंक ंभअन्यदाय सप्रेलड़नप्रेकदा य अवसर समलदा ं ै। मप्रेरप्रे
ववचदार मभ तगो पनीड़क ंगोनप्रे सप्रे पनीडड़त ंगोनदा क ंनीं ं ै।शप्रेष मसंनठ खगोकर अगर म
अपननी आत्मदा कगो पदा सकभ,तगो य कगोई म ंड।ँगदा ससौददा न ंनीं ं ै। न्यदाय कप्रे स ैनक
बनकर लड़नप्रे मभ जगो गसौरव,जगो उल्लदास ं ै,क्यदा उसप्रेइतननी जल्द भलड गयप्रे?

गगोववंददी कप्रे पनीलप्रे,सखप्रेडमखक पर तप्रेज ककी ऐसनी चमक थनी, मदानगो उसमभ कगोई ववलक्षण
शश्क्त आ गयनी ंगो, मदानगो उसककी सदारदी मकड ससदानदा पगल्भ ंगो उठठी ंगो। मप्रेतदा उसककी
ओर भश्कम त-पणदन
ड प्रेतयों सप्रेतदाक र ंप्रेथप्रे,खन्नदा ससर झकदायप्रेकइसप्रेद ैवनी पप्रेरणदा समझनप्रे ककी
चप्रेष्टदा कर र ंप्रे थप्रे और मदालतनी मन मभ लश्ज्जत थनी। गगोववंददी कप्रे ववचदार इतनप्रे
ऊड।ँ,उसकदाचप्रे हृदय इतनदा ववशदाल और उसकदा जनीवन इतनदा उज्ज्वल ं ै!

***
29

नगो रदी उन औरतयों मभ न ,थनीजगो नप्रेककी करकप्रे दररयदा मभ डदाल दप्रे तनी ं ै। उसनप्रे नप्रेककी ककी ं ै,तगो
उसकदा ख़बड हढं ढगोरदा पनीटप्रे गनी और उससप्रेश्जतनदा यश समल सकतदा ं ै, उससप्रेककछ ज़्यदाददा ंनी
पदानप्रेकप्रे सलए ंदाथ-पदाड।ँव मदारप्रे गनी। ऐसप्रे आदमनी कगो यश कप्रे बदलप्रे अपयश और बदनदामनी ंनी
समलतनी ं ै। नप्रेककी न करनदा बदनदामनी ककी बदात न ंनीं। अपननी इच्छदा न ंनीं, यदा ै सदामथ्यदन
ंनीं ं ै। इसकप्रे सलए कगोई मभ बरदाक न ंनीं
सकतदा। मगर जब म नप्रेककी करकप्रे उसकदा ए सदान जतदानप्रे लगतप्रे,तगो व ैंंनी श्जसकप्रे
सदाथ मनप्रे नप्रेककी ककी, थनीमदारदा शतक ंगो जदातदा ं ै,और मदारप्रे ए सदान कगो समटदा दप्रे नदा चदा
तदा ं ै। व ंनी नप्रेककी अगर करनप्रेवदालयों कप्रे हदल, तगोमभ नप्रेककीरप्रे , ं ै बदा र नकल आयप्रे
तगो बददी ं ै। नगो रदी चदारयों ओर क तनी ककरतनी थनी-- बप्रेचदारदा ंगोरदी
बड़नी मसनीबतक मभ थदा, बप्रेटदी कप्रे ब्यदा कप्रे सलए ज़मनीन रप्रे न रख र ंदा थदा। म ैंनप्रे उनककी
य दशदा दप्रे खनी,तगो मझप्रेकदयदा आयनी। सं नयदा सप्रे तगो जनी जलतदा थदा,व रदाड।ँड़ तगो
मदारप्रे घमंड कप्रे संरतनी पर पदाड।ँव ंनी न ंनींरखतनी। बप्रेचदारदा ंगोरदी धिचन्तदा सप्रेघलदाक जदातदा
थदा। म ैंनप्रे सगोचदा,इ संकट मभ इसककी ककछ मदद कर दंड।ं।ँआणख़र आदमनी ंनी तगो
आदमनी कप्रे कदाम आतदा ं ै। और ंगोरदी तगो अब कगोई ग़ ैर न , ंनींमदानगो ै चदा ंप्रे
मदानगो,
तम मंक ंदारप्रे नदातप्रेददार ंगो चक
क प्रे । ंकपए नकदाल कर दप्रे हदयप्रे;न ंनीं,लड़ककी अब तक ब ैठठी
ंगोतनी। सं नयदा भलदा य ज़नीट कब सननप्रेकलगनी थनी। ंकपए ख़ ैरदात हदयप्रेथप्रे? बड़नी
दप्रे नप्रेवदालदी! सद ड म ंदाजन भनी लप्रेगदा, तमक भनी लगोगनी। ए सदान कदा ंप्रेकदा! दसरयोंंड कगो
दप्रे तनी, सद ड ककी जग मलड भनी ग़दायब ंगो जदातदा; मनप्रे सलयदा , तगो ै ंदाथ मभ ंकपए
आतप्रेनी नदाक पर रख दभ ग। मनींथप्रेकक तम मंक ंदारप्रे घर कदा बबस उठदाकप्रे पनी गयप्रे,और
कभनी म।ँं
ड कपर न ंनींलदायप्रे। कगोई य ंदाड।ँद्वदार पर न ंनींखड़दा ंगोनप्रेदप्रेतदा थदा। मनप्रेतम मंक
ंदारदा मरजदाद बनदा हदयदा, तम मंक ंदारप्रे म।ँंड कककी लदालदी रख लदी।

रदात कप्रे दस बजप्रे गयप्रे थप्रे। सदावन ककी अड।ँसंप्रेरदी घटदा छदायनी थनी। सदारप्रे अंसकदारगदाड।ँव मभ थदा। ंगोरदी
नप्रेभगोजन करकप्रे तमदाखडवपयदा और सगोनप्रेजदा र ंदा थदा कक भगोलदा आकर खड़दा ंगो गयदा।

ंगोरदी नप्रेपछदाड -- क ै सप्रे चलप्रे भगोलदा म तगो! जब इसनी गदाड।ँव मभ , तगोर क्ययोंनदा ं ै
अलग छगोटदा-सदा घर न ंनीं बनदा लप्रेतप्रे?गदाड।ँव मभ लगोग-क ैस ैसनीककत्सदा उड़दायदा करतप्रे
ं ैं,क्यदा य तम मंक ंभअच्छदा लगतदा ं ै? बरदाक न मदाननदा, तमसप्रेकसंबंसं ंगो गयदा ं ै,
इससलए तम मंक ंदारदी बदनदामनी न ंनींसननीक जदातनी, न ंनींमझप्रेकक्यदा करनदा थदा।
नयदा उसनी समय लगोटप्रे मभ पदाननी लप्रेकर ंगोरदी कप्रे ससर ंदानप्रे रखनप्रे आयनी। सनकरु

बगोलदी -- दसरदाड मदद ंगोतदा, तगो ऐसनी औरत कदा ससर कदाट लप्रेतदा।

ंगोरदी नप्रे डदाड।ँटदा--क्ययों बप्रे-बदात ककी बदात करतनी ं ै। पदाननी रख दप्रे और जदा। आज तड
ककरदा चलनप्रेलगप्रे,तगो म ैंतप्रेरदा ससर कदाट लंडगदा।ँ? कदाटनप्रे दप्रे गनी?

नयदा उसप्रे पदाननी कदा एक छठींटदा मदारकर बगोलदी-- ककरदा चलप्रेतम मंक ंदारदी ब न, म ैं क्ययों
ककरदा चलनप्रेलगनी। म ैंतगो द ंक नयदा ककी बदात क तनी ंड,त।ँंकम मझप्रेकगदासलयदाड।ँदप्रेनप्रे लगप्रे।
अबम।ँं ड कमनीठदा ंगो गयदा ंगोगदा। औरत चदा ंप्रेश्जस रदास्तप्रेजदाय , मददटकककर-टकककर दप्रे खतदा
र ंप्रे। ऐसप्रे मदद कगो म ैं मदद न ंनीं क तनी।

ंगोरदी हदल मभ कटदा जदातदा थदा। भगोलदा उससप्रेअपनदा दखक-ददद क नप्रे आयदा ंगोगदा। व
उलटप्रे उसनी पर टडट पड़नी।

ज़रदा गमद ंगोकर बगोलदा-- तडजगो सदारप्रे हदन अपनप्रे ंनी मन ककी ककयदा करतनी ै,तगो
म ैंतप्रेरदा क्यदा बबगदाड़ लप्रेतदा ंड।ं।ँककछ क तदा ंडततोँ कदाटनप्रेदसौड़तनी ं ै। य ंनी सगोच।

नयदा नप्रे लल्लगो-चप्पगो करनदा न सनीखदा थदा, बगोलदी -- औरत घनी कदा घड़दा लढ़कदाक दप्रे ,
घर मभ आग लगदा, मदददप्रे स लप्रेगदा;ंप्रेककन उसकदा ककरदा चलनदा कगोई मददन स
ंप्रेगदा।

भगोलदा दणखतक स्वर मभ बगोलदा -- तब


ड ंकत ठठीक क तनी सं ै नयदा! बप्रेसक मझप्रेउ
क सकदा
ससर कदाट लप्रेनदा चदाह ए थदा,लप्रेककन अब उतनदा पसौकख तगो न ंनींर ंदा। तडचलकर
समझदा दप्रे , म ैंसब ककछ करकप्रे ंदार गयदा। जब औरत कगो बस मभ रखनप्रेकदा बतदाड न
थदा, तगो सगदाई क्ययों ककी थनी? इसनी छठीछदालप्रेदर कप्रे सलए?क्यदा सगोचतप्रे थप्रे,व आकर
तम मंक ंदारप्रे पदाड।ँव दबदायप्रेगनी,तम मंक ंभधिचलम भर-भर वपलदायप्रेगनी और जब तमक बनीमदार
पड़गोगप्रे तगो तम मंक ंदारदी सप्रेवदा करप्रे गनी? तगो ऐसनी व ंनी औरत कर सकतनी
ं ै,श्जसनप्रेतम मंक ंदारप्रे सदाथ जवदाननी कदा सखक उठदायदा ंगो। मप्रेरदी समझ मभ य ंनी न
ंनींआतदा कक तमक उसप्रेदप्रेखकर लटड क ैसप्रे ंगो गयप्रे। ककछ दप्रे ख-भदाल तगो कर सलयदा
ंगोतदा कक ककस स्वभदाव ककी ं ै, ककस रं ग-ढं ग ककी ं ै। तमक तगो भखप्रेडससयदार ककी
तर टडट पड़प्रे। अब तगो तम मंक ंदारदा
संरम य ंनी ं ैकक ग।ँडड़दासप्रेसप्रेउसकदा ससर कदाट लगो। संदाड।ँसनी ंनी तगो पदाओगप्रे।
संदाड।ँसनी इस छठीछदालप्रेदर सप्रे अच्छठी।

भगोलदा कप्रे ख़नड मभ ककछ स मसंडतदआयनी। बगोलदा -- तगो तम मंक ंदारदी य ंनी ं ै?
सलदा

सं नयदा बगोलदी -- ंदाड।ँ,मप्रेरदीसलदा ं ै। अब ससौ पचदास बरस तगो जनीओगप्रे न ंनीं। समझ
लप्रेनदा इतननी ंनी उसमर थनी।

ंगोरदी नप्रे अब ककी ज़गोर सप्रे सटकदारदा-- चपक र , बड़नी आयनी ं ै व ंदाड।ँ सप्रे सतवंतनी
बनकप्रे । ज़बरदस्तनी धिचडड़यदा तक तगो वपंजड़प्रे मभ र तनी,आदमननीं क्यदा र ंप्रेगदा। तमक
उसप्रे छगोड़ दगो भगोलदा और समझ लगो,मर गयनी और जदाकर अपनप्रे बदाल-बच्चयों मभ
आरदाम सप्रेर ंगो। दगो रगोटदी खदाओ और रदाम कदा नदाम लगो। जवदाननी कप्रे सखक अब गयप्रे।
औरत चंचल , ं ैबदनदामनी और जलन कप्रे ससवदा तमक उससप्रेकगोई सखक न
पदाओगप्रे।

भगोलदा नगो रदी कगो छगोड़ दप्रे , असम्भव! नगो रदी इस समय भनी उसककी ओर रगोष-भरदी
आड।ँखयों सप्रेतरप्रे रतनी ंकई जदान पड़तनी थनी; लप्रेककन न , ंनींभगोलदा अब उसप्रे छगोड़ ंनी
दप्रे गदा। ज ैसदा कर र ंनी , उसकदा ै संल भगोगप्रे। आड।ँखयों मभ आस।ँआ
ड गयप्रे।

बगोलदा -- ंगोरदी भ ैयदा,इस औरत कप्रे पनीछप्रे मप्रेरदी श्जतननी सदाड।ँसत ंगो, ं ैनी
म ैंरदी
जदानतदा ंड।ं।ँइसनी कप्रे पनीछप्रे कदामतदा सप्रेमप्रेरदी लड़दाई ई। बढ़दापप्रेकमभय ददाग़ भनी
ंक
लगनदा थदा, व लग गयदा। मझप्रेकरगोज़ तदानदा दप्रे तनी ं ै कक तम मंक ंदारदी तगो लड़ककी
नकल
गयनी। मप्रेरदी लड़ककी नकल गयनी,चदा ंप्रे भदाग गयनी;लप्रेककन अपनप्रे आदमनी कप्रे सदाथ
पड़नी तगो ं ै,उसकप्रे सखक- ककी सदाधिथन तगो ं ै। उसककी तर तगो म ैंनप्रेऔरत ंनी न
दखक ंनीं
दप्रे खनी। दसरयोंंड कप्रे सदाथ तगो ंड।ँसतनी ं ै,मझप्रेकदप्रेखदा तगो ककप्पप्रे-सदा म।ँसड ंककलदा सलयदा। म ैं
ग़रदीब आदमनी ठ रदा, तनीन-चदार आनप्रे रगोज़ ककी मजरदीड करतदा ंड।ं।ँदद-ड द ंनी,
मदांसमछलदी,रबड़नी-मलदाई क ंदाड।ँ सप्रे लदाऊड।ँ !

भगोलदा य ंदाड।ँ सप्रे प तजदा करकप्रे अपनप्रे घर गयप्रे। अब बप्रेटयों कप्रे, बसदाथकत संक्करभ गप्रे खदा
चकप्रेक; लप्रेककन दसरप्रेड हदन पदातछःकदाल ंगोरदी नप्रेदप्रेखदा, तगो भगोलदा दलदारदीक स आईन ककी
दकदानक सप्रेतमदाखडसलए चलप्रेजदा र ंप्रेथप्रे।
ंगोरदी नप्रेपकदारनदाक उधिचत न समझदा। आसश्क्त मभ आदमनी अपनप्रे बस मभ न ंनीं र तदा।
ंदाड।ँ सप्रे आकर सं नयदा सप्रे बगोलदा--भगोलदा तगो अभनी व ंनीं ं ै। नगो रदी नप्रेसचमचक इन
पर कगोई जदाद ंडकर हदयदा ं ै।

सं नयदा नप्रे नदाक ससकगोड़कर क ज ैसनी बप्रे यदा व , वं ैसदा ंनी बप्रे यदा य ं ै। ऐसप्रे
ंदा--
मददकगो तगो चल्लक-ंडभर पदाननी मभडडब मरनदा चदाह ए। अब सप्रेखनी न जदानप्रेक ंदाड।ँ

गयनी। झन
क यदा य ंदाड।ँआयनी, तगो उसकप्रे पनीछप्रे डंडदा सलए ककर र ंप्रे थप्रे। इज़्ज़त बबगड़नी
जदातनी थनी। अब इज़्ज़त न ंनीं बबगड़तनी!
ंगोरदी कगो भगोलदा पर दयदा आ र ंनी थनी। बप्रेचदारदा इस कलटदा कप्रे संप्रेर मभ पड़कर अपननी
ंक
श्ज़ंदगनी बरबदाद ककयप्रे डदालतदा ं ै। छगोड़कर जदाय, तगोभनी क ै सप्रे?स्तनी कगो इस तर
छगोड़कर जदानदा क्यदा स ज ं ै? चकड़ ैल उसप्रेव ंदाड।ँभनी तगो च ैन सप्रेन ब ैठनप्रेदप्रेगनी!

क ंनीं पंचदायत करप्रे गनी, ंनीं रगोटदी-कपड़प्रे कदा ददावदा करप्रे गनी। अभनी तगो गदाड।ँव ंनी कप्रे लगोग
जदानतप्रे ं ैं। ककसनी कगो कछ क तप्रेसंकगोच ंगोतदा ं ै। कननसककयदाड।ँकरकप्रे ंनी जदातप्रे

ंक ंक
ं ैं। तब तगो द ंकनयदा भनी भगोलदा ंनी कगो क ंप्रेगनी। लगोग ंनी तगो क ंभग, कक
बरदाक य जब
मदद नप्रे छगोड़ हदयदा,तगो बप्रेचदारदी अबलदा क्यदा करप्रे ?मददबरदाक ंगो, तगो औरत ककी गददन
कदाट लप्रेगदा। औरत बरदीक ंगो, तगो मददकप्रे म।ँं
ड कमभकदासलख लगदा दप्रे गनी।
इसकप्रे दगो म ंनीनप्रेबदाद एक हदन गदाड।ँव मभ य ख़बर सं ैलदी कक नगो रदी नप्रेमदारप्रे जतयोंड

कप्रे भगोलदा ककी चदाड।ँद गंजनी कर ददी।


वषदाद समदाप्त ंगो गयनी थनी और रबनी बगोनप्रे ककी त ैयदाररयदाड।ँ ंगो र ंनी थनीं। ंगोरदी ककी ऊख

तगो ननीलदाम ंगो गयनी थनी। ऊख कप्रे बनीज कप्रे सलए उसप्रे ंकपए न समलप्रे और ऊख न
बगोई गयनी। सउर ददाह नदा ब ैल भनी ब ैठदाऊड।ँ ंगो गयदा थदा और एक नयप्रे ब ैल कप्रे बबनदा
कदाम न चल सकतदा थदा। पकनयदा कदा एक ब ैल नदालप्रे मभ धिगरकर मर गयदा, तबथदा
सप्रे और भनी अड़चन पड़ गयनी थनी।
एक हदन पकनयदा कप्रे खप्रेत मभ ल जदातदा, एक हदन ंगोरदी कप्रे खप्रेत मभ । खप्रेतयों ककी

जतदाईक ज ैसनी ंगोननी ए, व ैसनी न ंगो पदातनी थनी।


चदाह

ंगोरदी ल लप्रेकर खप्रेत मभ ; मगयदार भगोलदा ककी धिचंतदा बननी ंकई थनी। उसनप्रेअपनप्रे
जनीवन मभ कभनी य न सन
क दा थदा कक ककसनी स्तनी नप्रेअपनप्रेप त कगो जतप्रेडसप्रेमदारदा ंगो।
जतयोंंड सप्रेक्यदा थप्पड़ यदा घंडसस
ड़ प्रेमदारनप्रेककी भनी कगोई घटनदा उसप्रेयदाद न आतनी
थनी; और आज नत रड़ नसभतलय कत जतद स ससपड़टय और सब लतग तमयशय दसखतस
र ंप्रे। इस औरत सप्रेक ैसप्रेउस अभदागप्रेकदा गलदा छडटप्रे ! अब तगो भगोलदा कगो क ंनींडडब ंनी
मरनदा चदाह ए। जब श्ज़ंदगनी मभ बदनदामनी और दददसदा कप्रे ससवदा और कछ ंगो, तगो

ंक ंक
आदमनी कदा मर जदानदा ंनी अच्छदा। कसौन भगोलदा कप्रे नदाम कगो रगोनप्रेवदालदा ब ैठदा ं ै। बप्रेटप्रे
चदा ंप्रे कक्रयदा-करम कर दभ ;लप्रेककन लगोकलदाज कप्रे बस,आस।ँक
ड कसनी ककी आड।ँख मभ न
आयप्रेगदा। तरसनदा कप्रे बस मभ पड़कर आदमनी इस तर अपननी श्ज़ंदगनी करतदाचसौपट
ं ै। जब कगोई रगोनप्रेवदालदा ंनी न, तगोनीं ककर श्ज़ंदगनी कदा क्यदा मगो और मरनप्रे सप्रे क्यदा
डरनदा! एक य नगो रदी ं ै और एक य चमदाररन ं ै सससलयदा! दप्रे ख-सनंकप्रेनप्रेमभ
उससप्रेलदाख दरजप्रेअच्छठी। चदा ंप्रेतगो दगो कगो णखलदाकर खदायप्रेऔर रदाधधिकदा बननी घमप्रे;ड
लप्रेककन मजरदीड करतनी ं ै,भ मरतनी ं ैऔर मतई कप्रे नदाम पर ब ैठठी , और ै व
खयोंंड
नददयनी बदात भनी न कसौन जदानप्रे,सं नयदा मर ंगोतनी, तगो आज ंगोरदी
ंनींपछतदा।ंड गयनी ककी
भनी य ंनी ंगोतनी। उसककी मसौत ककी कल्पनदा ंनी सप्रे ंगोरदी कगो रगोमदांच ंगो उठदा।
दसदा
सं नयदा ककी मडतदमदानससक नप्रेतयों कप्रे सदामनप्रेआकर खड़नी ंगो गयनी सप्रेवदा और
--
त्यदाग ककी दप्रे वनी;ज़बदान ककी तप्रेज़,पर मगोम ज ैसदा हृदय; प ैसप्रे-प ैसप्रे कप्रे पनीछप्रे पदाण
दप्रे नप्रेवदालदी,पर मयदादददा-रक्षदा कप्रे सलए अपनदा सवदस्व ंगोम कर दप्रे नप्रे कगो त ैयदार। जवदाननी
मभ व कम ंडपवतनी न थनी। नगो रदी उसकप्रे सदामनप्रे क्यदा ं ै। चल, तंनीगो थनीरदाननी-
सनी
लगतनी थनी। जगो दप्रे खतदा थदा,दप्रे खतदा ंनी जदातदा थदा। य पटप्रे करदीव और णझंगरदीक तब

जवदान थप्रे।दगोनयों सं नयदा कगो दप्रे खकर छदातनी पर ंदाथ रख लप्रेतप्रे थप्रे। द्वदार -कप्रेससौ ससौ
चक्कर लगदातप्रे थप्रे। ंगोरदी उनककी तदाक मभ र तदा;मगरथदा छप्रे ड़नप्रे कदा कगोई ब ंदानदा न
पदातदा थदा। उन हदनयों घर मभ खदानप्रे-पनीनप्रे ककी बड़नी तंगनी थनी। पदालदा पड़ गयदा थदा और
खप्रेतयों मभ भसदाड तक न आ थदा। लगोग झड़बप्रेररयदाड।ँखदा-खदाकर हदन कदाटतप्रेथप्रे। ंगोरदी
ंक
कगो क़ त कप्रे क ैं प मभ कदाम करनप्रे जदानदा पड़तदा थदा। छछः प ैसप्रे रगोज़ समलतप्रे थप्रे।
सं नयदा घर मभ अकप्रे लदी ंनी र तनी; लप्रेककनथनी कभनी ककसनी नप्रे उसप्रे ककसनी छ ै लदा ककी
ओर तदाकतप्रे न ंनीं दप्रे खदा। पटप्रे करदीनप्रेवएक बदार कछ छप्रे ड़ ककी थनी। उसकदा ऐसदा
ंक
म।ँं
ड कतगोड़ जवदाब हदयदा कक अब तक न ंनींभलप्रे।ंड
स सदा उसनप्रे मदातदाददीन कगो अपननी ओर आतप्रे दप्रे खदा। क़सदाई क ंनीं , कं ैदा सदा तलक
लगदायप्रे ंक ए ं ै ,मदानगो भगवदान णकदा असलदी भगत ं ै । रू।ँगदा ंक आ ससयदार!
ऐसप्रेबदाह्मन कगो पदालदागन कसौन करप्रे ।

मदातदाददीन नप्रे समनीप आकर क ंदा-- तम मंक ंदारदा ददाह नदा तगो बढ़दाड ंगो गयदा ंगोरदी,
अबककी ससंचदाई मभ न ठ रप्रे गदा। कगोई पदाड।ँच सदाल ंकए ंयोंगप्रेइसप्रे लदायप्रे ?
ंगोरदी नप्रे ददायभ ब ैल ककी पनीठ पर ंदाथ रखकर --क क ैदा सदा पदाड।ँचवदाड।ँ,यआठवदाड।ँ चल
ंदा ं ै भदाई! जनी तगो चदा तदा , ं ैइसप्रेवपंससन दप्रे दंड;ं।ँलप्रेककन ककसदान और ककसदान
कप्रे ब ैलन कगो जमरदाज ंनी वपंससन, तगोदभ समलप्रे। इसककी गददन पर जआक रखतप्रेमप्रेरदा
मन कचगोटतदा ं ै । बप्रेचदारदा सगोचतदा ंगोगदा,अब भनी छकटदी न ंनीं ,अब क्यदा मप्रेरदा ंदाड़
जगोतप्रेगदा क्यदा? लप्रेककन अपनदा कगोई क़दाबडन ंनीं। तमक क ैसप्रेचलप्रे? अब तगो जनी अच्छदा
ं ै?

मदातदाददीन सइर एक म ंनीनप्रे सप्रे मलप्रेररयदा ज्वर मभ पड़दा र ंदा थदा। एक हदन तगो उसककी
नदाड़नी छडट गयनी थनी। चदारपदाई सप्रेननीचप्रेउतदार हदयदा गयदा थदा। तब सप्रेउसकप्रे मन मभ
पप्रेरणदा ंकई थनी कक सससलयदा कप्रे सदाथ अत्यदाचदार करनप्रे कदा उसप्रे य दं ड समलदा
ं ै। जब उसनप्रे सससलयदा कगो घर सप्रे नकदालदा,तब व गभदवतनी थनी। उसप्रे त नक भनी
दयदा न आयनी। परदाड गभदलप्रेकर भनी व मजरदीड करतनी र ंनी। अगर सं नयदा नप्रेउस
दयदा न ककी ंगोतनी तगो मर गयनी ंगोतनी। क ै सनी-क ैसनी मसनीबतभ ंकझप्रेलकर जनी ं ै।
र ंनी
मजरदीड भनी तगो इस दशदा मभ न ंनीं कर सकतनी। अब लश्ज्जत और दववत ंगोकर व
सससलयदा कगो ंगोरदी कप्रे स्तप्रे दगो ंकपए दप्रे नप्रे आयदा;अगर ै ंगोरदी उसप्रे व ंकपए दप्रे , दप्रे
तगो व उसकदा ब त उपकदार मदानप्रेगदा।
ंक
ंगोरदी नप्रे क ंदा-- तम मंक ंनींजदाकर क्ययों न ंनींदप्रेदप्रेतप्रे?
मदातदाददीन नप्रे ददीन-भदाव सप्रे क ंदा-- मझप्रेकउसकप्रे पदास मत भप्रेजगो ंगोरदी म तगो! कसौन-

सदा म।ँं
ड कलप्रेकर जदाऊड।ँ?डर भनी लग र ंदा ं ैकक मझप्रेकदप्रेखकर क ंनींसंटकदार न सनदानप्रेक
लगप्रे। तमक मझक पर इतननी दयदा करगो। अभनी मझसप्रेच
क लदा न ंनींजदातदा; लप्रेककन इसनी
ंकपए कप्रे सलए एक जजमदान कप्रे पदास कगोस-भर दसौड़दा गयदा थदा। अपननी करननी कदा

संल ब ंकत भगोग चकदा।ंक इस बम म नई कदा बगोझ अब न ंनींउठदायप्रेउठतदा। लकक-छपकर


चदा ंप्रेश्जतनदा कककमदकरगो, कगोई न ंनींबगोलतदा। परतच्छ ककछ न ंनींकर सकतप्रे,न
ंनींककल मभ कलंक लग जदायगदा। तमक उसप्रेसमझदा दप्रे नदा, ददाददा, कक मप्रेरदा अपररदा क्षमदा कर
दप्रे । य संरम कदा बंसंन बड़दा कड़दा ंगोतदा ं ै। श्जस समदाज मभ जन्मप्रे और पलप्रे,उसककी
मयदादददा कदा पदालन तगो करनदा ंनी पड़तदा ं ै। और ककसनी जदा त कदा संरम बबगड़
जदाय, उसप्रे कगोई बबसप्रेस ंदा न न ंनीं ; ंगोतनीबदाम म न कदा संरम बबगड़ जदाय, तगो व क
ंनींकदा न ंनींर तदा। उसकदा संरम ंनी उसकप्रे पवदजयोंंड ककी कमदाई ं ै। उसनी ककी व रगोटदी
खदातदा ं ै। इस परदासधिचत कप्रे पनीछप्रे मदारप्रे तनीन ससौ बबगड़ गयप्रे। तगो जब बबप्रेरम ंगोकर
ंनी र नदा, तगो ै ककर जगो ककछ करनदा ं ैपरतच्छ
क।ँड गदा। समदाज कप्रे नदातप्रेआदमनी कदा अगर ककछ संरम ं ै,तगो मनष्यक कप्रे नदातप्रेभनी तगो
उसकदा ककछ सं रम ं ै । समदाज-संरम पदालनप्रे सप्रे समदाज आदर करतदा ; मगर ै
मनष्यक-संरम पदालनप्रे सप्रे तगो ईकर वपसन्न ंगोतदा ं ै।
संध्यदासमय जब ंगोरदी नप्रे सससलयदा
कगो डरतप्रे-डरतप्रे ंकपए हदयप्रे,तगो व ज ैसप्रे अपननी
-

तपस्यदा कदा वरददान पदा गयनी। दछःखक कदा भदार तगो व अकप्रेलदी उठदा सकतनी थनी। सखक कदा
भदार तगो अकप्रेलप्रेन ंनींउठतदा। ककसप्रेय ख़शख़बरदीक सनदायप्रेक? सं नयदा सप्रे व अपनप्रे हदल
ककी बदातभ न ंनीं कर सकतनी। गदाडव
।ँ मभ और कगोई ,पदाणनीश्जससप्रेन ंनींउसककी घ नष्ठतदा
ंगो। उसकप्रे पप्रेट मभ चडप्रेदसौड़ र ंप्रेथप्रे। सगोनदा ंनी उसककी स ंप्रेलदी थनी।
सससलयदा उससप्रेसमलनप्रेकप्रे सलए आतरु ंगो गयनी। रदात-भर क ै सप्रे सब करप्रे ?मन मभ
एक आड।ँसंनी-सनी उठ र ंनी थनी। अब व अनदाथ न ंनीं ं ै। मदातदाददीन नप्रे उसककी बदाड।ँ
ककर पकड़ लदी। जनीवन-पथ मभ उसकप्रे सदामनप्रे अब ,अड।ँसंप्रेरदीववकदाल मखवदालदीक खदाई
ंनीं ; ं ैल ल ंदातदा ंकआ रदा-भरदा म ैददान ं ै,श्जसमभ झरनप्रे गदा र ंप्रे ं ैं और ह रन
ककलप्रेलभकर र ंप्रे ं ैं। उसकदा ंडठदा ंकआ स्नप्रे आज उन्मत्त ंगो गयदा ं ै। मदातदाददीन कगो
उसनप्रे मन मभ ककतनदा पदाननी-पनीकर कगोसदा थदा। अब व उनसप्रे क्षमदाददान
मदाड।ँगप्रेगनी। उससप्रेसचमचक बड़नी भलड ई कक उसनप्रेउसकगो सदारप्रे गदाड।ँव कप्रे सदामनप्रे
ंक
अपमदा नत ककयदा। व तगो चमदाररन ं ै,जदात ककी ंप्रेठठी,उसकदा क्यदा बबगड़दा? आज
दस-बनीस लगदाकर बबरदादरदी कगो रगोटदी दप्रे दप्रे ,ककर बबरदादरदी मभ लप्रे लदी जदायगनी। उन
बप्रेचदारप्रे कदा तगो सददा कप्रे सलए संरम नदास ंगो गयदा। व मरज़दाद अब उन म ंभ ककर न
ंनीं
समल सकतदा। व कक्रगो मभ ककतननी अंसंनी ंगो गयनी थनी कक सबसप्रे उनकप्रे पप्रेम कदा
हढड।ँढगोरदा पनीटतनी ककरदी। उनकदा तगो संरम ंगो गयदा थदा, उन म ंभ तगो कक्रगो थदा , ंनी
सभरष्ट
उसकप्रे ससर पर क्ययों भतड सवदार ंगो गयदा? अपनप्रे ंनी घर चलदी जदातनी,तगो कसौन

बरदाईक ंगो जदातनी। घर मभ उसप्रेकगोई बदाड।ँसं तगो न लप्रेतदा। दप्रे श मदातदाददीन ककी पजदाड
इसनीसलए तगो करतदा ं ै कक व नप्रेम-संरम सप्रे र तप्रे ं ैं। व ंनी संरम नष मंगो टगयदा,
तगो
क्ययों न उसकप्रे ख़नड कप्रे प्यदासप्रे ंगो जदातप्रे? ज़रदा दप्रे र प लप्रे तक उसककी नज़र मभ सदारदा
दगोष मदातदाददीन कदा थदा। और अब सदारदा दगोष अपनदा थदा। सहृदयतदा नप्रे सहृदयतदा प ैददा
ककी। उसनप्रेबच्चप्रेकगो छदातनी सप्रेलगदाकर ख़बड प्यदार ककयदा। अब उसप्रे
दप्रे खकर लज्जदा और ग्लदा न न ंनीं ंगोतनी। व अब कप्रे वल उसककी दयदाकदा पदात न ंनीं।
व अब उसकप्रे संपणदम
ड दात ं ृस्नप्रे और गवदकदा अधधिकदारदी ं ै। कदा तदक ककी ंकप
लदी चदाड।ँदननी पक ृत पर समरु संगनीत ककी भदाड।ँत छदाई ंकई थनी।
सससलयदा घर सप्रे नकलदी। व सगोनदा कप्रे पदास जदाकर य सखक-संवदाद सनदायप्रेगनी।ंक अब
उससप्रेन ंनींर ंदा जदातदा। अभनी तगो सदाडझ
।ँ ंकई ं ै। डयोंगनी समल जदायगनी। व क़दम
बढ़दातनी ंकई चलदी। नददी पर आकर दप्रे खदा, तगो डयोंगनी उस पदार थनी। और मदाड।ँझनी कदा
ंनींपतदा न ंनीं। चदाड।ँद घलकरु ज ैसप्रेनददी मभ ब ंदा जदा र ंदा थदा। व एक क्षण खड़नी
सगोचतनी र ंनी। ककर नददी मभघसक पड़नी। नददी मभ ककछ ऐसदा ज़्यदाददा पदाननी तगो क्यदा
ंगोगदा। उस उल्लदास कप्रे सदागर कप्रे सदामनप्रे व नददी क्यदाचनीज़ थनी? पदाननी प लप्रे तगो
घटनयोंंक तक थदा, ककर कमर तक आयदा और अंत मभ गददन तक प ंकड।ँच गयदा।
सससलयदा डरदी, क ंनींडडब न जदाय। क ंनींकगोई गढ़दा न पड़ जदाय, पर उसनप्रे जदान पर
खप्रेलकर पदाड।ँव आगप्रे बढ़दायदा। अब व मझझदार मभ ं ै। मसौत उसकप्रे सदामनप्रे नदाच र ं ै,मगर व
घबड़दाई न ंनीं ं ै। उसप्रे त ैरनदा आतदा।लड़कपन ै मभ इसनी नददी मभ व ककतननी बदार त ैर चककीक । ै
खड़प्रे-खड़प्रेनददी कगो पदार भनी कर चककीक ं ै। ककर भनी उसकदा कलप्रेजदा संक-संक कर र ंदा ं ै;
मगर पदाननी कम ंगोनप्रे लगदा। अब कगोई भय न ंनीं।

उसनप्रे जल्ददी-जल्ददी नददी पदार ककी और ककनदारप्रे प ंकड।ँच कर अपनप्रेकपड़प्रेकदा पदाननी


नचगोड़दा और शनीत सप्रे कदाड।ँपतनी आगप्रे बढ़दी।चदारयों ओर सन्नदाटदा थदा। गनीदड़यों ककी
आवदाज़ भनी न सनदायनीक पड़तनी थनी; और सगोनदा सप्रेसमलनप्रेककी समरु कल्पनदा उसप्रे
लड़दायप्रेसलयप्रेजदातनी थनी। मगर उस गदाड।ँव मभ प ंकड।ँचकर उसप्रेसगोनदा कप्रे घर जदातप्रे ंकए
संकगोच ंगोनप्रेलगदा। मथरदाक क्यदा क ंप्रेगदा? उसकप्रे घरवदालप्रे क्यदा क ?ंभगप्रेसगोनदा भनी
बबगड़प्रेगनी कक इतननी रदात गयप्रेतडक्ययों आयनी।

दप्रे ंदातयों मभ -हदनभर कप्रे थकप्रे-मदाड।ँदप्रे ककसदान सरप्रे शदाम ंनी सप्रे सगो जदातप्रे ं ैं। सदारप्रे गदाड
सगोतदा पड़ गयदा थदा। मथरदाक कप्रे घर कप्रे द्वदार बंद थप्रे। सससलयदा ककवदाड़ न खलवदाक
सककी। लगोग उसप्रे इस भप्रेस मभ दप्रे खकर क्यदा? वक ंनींंग
भ प्रेद्वदार पर अलदाव मभ अभनी
आग चमक र ंनी थनी। सससलयदा अपनप्रे कपड़प्रे सभकनप्रे लगनी।

सदा ककवदाड़ खलदाक और मथरदाक नप्रेबदा र नकलकर पकदारदाक -- अरप्रे ! कसौन ब ैठदा ं ै अलदाव
कप्रे पदास?

सससलयदा नप्रे जल्ददी सप्रे अंचल ससर पर खनींच सलयदा और समनीप आकर बगोलदी--म ैं
ंड,सससलयदा।ं।ँ

'सससलयदा! इतननी रदात गयप्रेक ैसप्रेआयनी। व ंदाडत


।ँ गो सब ककशल ं ै?'
' ंदाड।ँ,सब ककशल ं ै। जनी घबड़दा र ंदा थदा। सगोचदा, चलंड,ं।ँसबसप्रे भभ ट करतनी आऊड।ँ । हदन
कगो तगो छकटदी ंनी न ंनींसमलतनी।'

'तगो क्यदा नददी थ ंदाकर आयनी ं ै?'

'और क ै सप्रे आतनी। पदाननी कम न थदा।'

मथरदाक उसप्रेअंदर लप्रेगयदा। बरगोठप्रे मभ अड।ँसंप्रेरदा थदा। उसनप्रेसससलयदा कदा ंदाथ पकड़कर
अपननी ओर खनींचदा।

सससलयदा नप्रेझटकप्रे सप्रे ंदाथ छकड़दा सलयदा और रगोष सप्रे बगोलदी-- दप्रे खगो मथरदाक, छप्रे ड़गोगप्रे तगो
म ैंसगोनदा सप्रेक दंडगनी।ं।ँ तमक मप्रेरप्रेछगोटप्रे ब नगोई ंगो, य समझ लगो! मदालमड ंगोतदा ं ै, सगोनदा
सप्रे मन न ंनीं पटतदा।

मथरदाक नप्रेउसककी कमर मभ ंदाथ डदालकर क ंदा -- तमक ब ंकत नठकर ंगो ससल्लगो?
इस बखत कसौन दप्रे खतदा ं ै।

'क्यदा इससलए सगोनदा सप्रेसदरं ंक ंड।ं।ँअपनप्रेभदाग न ंनीं बखदानतप्रे ंगो कक ऐसनी इंदर ककी
परदी पदा गयप्रे। अब भगौंरदा बननप्रेकदा मन चलदा ं ै। उससप्रेक दंडततोँ तम मंक ंदारदा म।ँं
ड न

दप्रे खप्रे।'

मथरदाक लंपट न ंनींथदा। सगोनदा सप्रेउसप्रेपप्रेम भनी थदा। इस वक़्त अड।ँसंप्रेरदा और एकदांत
और सससलयदा कदा यसौवन दप्रे खकर उसकदा मन चंचल ंगो उठदा थदा। य तंबनी पदाकर ंगोश
मभ आ यदा।ग

सससलयदा कगो छगोड़तदा ंकआ बगोलदा -- तम मंक ंदारप्रे प ैरयों पड़तदा ंडससल्लतोँ, उससप्रे न क
नदा। अभनी जगो सज़दा चदा ंगो, दप्रे लगो।

ससल्लगो कगो उस पर दयदा आ गयनी।

संनीरप्रे सप्रेउसकप्रे म।ँं


ड कपर चपत जमदाकर बगोलदी -- इसककी सज़दा य ंनी ं ै कक ककर
मझसप्रेस क रदारत न करनदा, न और ककसनी सप्रे करनदा,न ंनींसगोनदा तम मंक ंदारप्रे ंदाथ
सप्रे नकल जदायगनी।
'म ैंक़सम खदातदा ंडससल्लतोँ, अब कभनी ऐसदा न ंगोगदा।'

उसककी आवदाज़ मभ यदाचनदा थनी।

ससल्लगो कदा मन आंदगोसलत ंगोनप्रे लगदा। उसककी दयदा सरस ंगोनप्रे लगनी।

'और जगो करगो?'

'तगो तमक जगो चदा नदा करनदा।'

ससल्लगो कदा म।ँं


ड कउसकप्रे म।ँं
ड ककप्रे पदास आ गयदा थदा, और दगोनयों ककी सदाड।ँस और आवदाज़
और दप्रे मभ कं पन ंगो र ंदा थदा।

स सदा सगोनदा नप्रेपकदारदाक -- ककससप्रे बदातभ करतप्रे ?ंगो व ंदाड।ँ

ससल्लगो पनीछप्रे ट गयनी। मथरदाक आगप्रेबढ़कर आड।ँगन मभ आ गयदा और बगोलदा --


ससल्लगो तम मंक ंदारप्रे गदाड।ँव सप्रेआयनी ं ै।

ससल्लगो भनी पनीछप्रे -पनीछप्रे आकर आड।ँगन मभ खड़नी ंगो गयनी। उसनप्रे,सगोनदादप्रे खदाय ंदाड।ँ
ककतनप्रे आरदाम सप्रे र तनी ै। ओसदारदी मभ खदाट ं ै। उस पर सजननीक कदा नमदबबस्तर
बबछदा ंकआ ं ै; बबलककल व ैसदा ंनी, ज ैसदा मदातदाददीन ककी चदारपदाई पर बबछदा र तदा थदा।
तककयदा भनी ं ै,सल ंदाफ़ भनी ं ै। खदाट कप्रे ननीचप्रेलगोटप्रे मभपदाननी रखदा ंकआ ं ै। आड।ँगन मभ
ज्यगोत्स्नदा नप्रे आईनदा-सदा बबछदा रखदा ं ै। एक कगोनप्रेमभतलसनीक कदा चबतरदाड ं ै,दसरदीड ओर
जआरु कप्रे ठप्रे ठयों कप्रे कई बगोझ ददीवदार सप्रेलगदाकर रखप्रे ं ैं। बनीच मभ पआलयोंंक कप्रे गड्ढप्रे ं ैं।
समनीप ंनी ओखल,श्जसकप्रे ै पदास कडटदा ंकआ संदान पड़दा ंकआ ं ै। खपर ै ल पर लसौककी ककी
बप्रेल चढ़दी ंकई ं ैऔर कई लसौककयदाड।ँऊपर चमक र ंनी ं ैं। दसरदीड ओर ककी ओसदारदी
मभ एक गदाय ब।ँसड ंनी ंकई ं ै। इस खंड मभ मथरदाक और सगोनदा सगोतप्रे ं ैं?और लगोग दसरप्रेड खंड
मभ ंयोंगप्रे। सससलयदा नप्रेसगोचदा, सगोनदा कदा जनीवन ककतनदा सखनीक ं ै।

सगोनदा उठकर आड।ँगन मभ आ गयनी;मगरथनी ससल्लगो सप्रेटडटकर गलप्रेन ंनींसमलदी। ससल्लगो


नप्रे समझदा,शदायद मथरदाक कप्रे खड़प्रेर नप्रेकप्रे कदारण सगोनदा संकगोच कर र ंनी ं ै। यदा कसौन
जदानप्रे उसप्रे अब असभमदानगो गयदा ंगो -- ससलत चमयररन सस गलस समलनस मम अपनय अपमयन समझतड़ त।
उसकय सयरय उतसय ठशडय पड़ गयय। इस समलन
सप्रे षदकप्रे बदलप्रेउसप्रेईष्यदाद ई। सगोनदा कदा रं ग ककतनदा खलक गयदा ं ै,और दप्रे क ै सनी
ंक
कंचन ककी तर नखर आयनी ं ै। गठन भनी सडसौल ंगो ं ै। मख पर गह
गयदा णनीत्व
ंक ंक ं ृ
ककी गररमदा कप्रे सदाथ यवतनीक ककी स ंदास छवव भनी ं ै।
ससल्लगो एक क्षण कप्रे सलए ज ैसप्रे - मंकग मसंंत सनी खड़नी तदाकतनी र गयनी। य व ंनी

सगोनदा ं ै,जगो सखनीड-सनी दप्रे सलयप्रे,झयोंटप्रे खगोलप्रे सइर-सउर दसौड़दा करतनी थनी। म ंनीनयों
ससर मभ तप्रेल न पड़तदा थदा। संटप्रे धिचथड़प्रे लपप्रेटप्रे ककरतनी थनी। आज अपनप्रे घर ककी
रदाननी ं ै। गलप्रेमभंड।ँसलदीक और ंकमप्रेल ं ै,कदानयों मभ करननडल और सगोनप्रेककी बदासलयदाड।ँ,
ंदाथयों मभ चदाड।ँददी कप्रे चड़प्रेडऔर कंगन। आड।ँखयों मभ कदाजल ं ै,मदाड।ँग मभ सभदर।ंक सससलयदा कप्रे
जनीवन कदा स्वगद य ंनीं ,थदाऔर सगोनदा कगो व ंदाड।ँदप्रेखकर व पसन्न न ंकई।
इसप्रे
ककतनदा घमंड ंगो गयदा ं ै। क ंदाड।ँ सससलयदा कप्रे गलप्रे मभ बदाड।ँसछठीलनप्रेभडदालप्रेजदातनीघदा
थनी, और आज ससनीप्रे तदाकतनी भनी न ंनीं। उसनप्रे सगोचदा, सगोनदाथदा उसकप्रे गलप्रे सलपटकर
ज़रदा-सदा रगोयप्रेगनी,उसप्रे आदर सप्रे ब ैठदायप्रेगनी,उसप्रे खदानदा णखलदायप्रेगनी;और गदाडव
।ँ और घर
ककी स ैकड़यों बदातभ पछप्रे गनीड और अपनप्रेनयप्रेजनीवन कप्रे अनभवक बयदान करप्रे गनी --
सगो ंदाग-रदात और समरु समलन ककी बदातभ ंयोंगनी। और सगोनदा कप्रे म।ँं
ड कमभद ंनी जमदा
ंकआ ं ै। व य ंदाड।ँआकर पछतदायनी।

आणख़र सगोनदा नप्रेख


ड प्रेस्वर मभ पछदाड -- इतननी रदात कगो क ै सप्रे चलदी,ससल्लगो?

ससल्लगो नप्रेआ।ँस
ड ओंंककगो रगोकनप्रेककी चप्रेष्टदा करकप्रे क ंदा -- तमसप्रेकसमलनप्रेकगो ब त जनी
चदा तदा थदा। इतनप्रे हदन ंगो गयप्रे,भभ ट करनप्रे चलदी आयनी। ंक

सगोनदा कदा स्वर और कठगोर आ -- लप्रेककन आदमनी ककसनी कप्रे घर जदातदा, तगो ै हदन

कगो कक इतननी रदात गयप्रे? ंक

वदास्तव मभ सगोनदा कगो उसकदा आनदा बरदाक लग र ंदा थदा। व समय उसककी पप्रेम-क्रकीड़दा

और ंदास-ववलदास कदा थदा, ससल्लगो नप्रे उसमभ बबदाक ंगोकर ज ैसप्रे उसकप्रे सदामनप्रे सप्रे
परगोसनी ई थदालदी खनींच लदी थनी। नछःसंज-सनी भसमड ककी ओर तदाक र ंनी थनी।
ससल्लगो
ंक
संरतनी क्ययों न ंनीं संट जदातनी कक व उसमभ समदा जदाय। इतनदा अपमदान! उसनप्रे
अपनप्रेइतनप्रे ंनी जनीवन मभ ब त अपमदान स ंदा थदा, ब त दददशदाक दप्रे खनी थनी; लप्रेककन
ंक ंक
आज य संदाड।ँस श्जस तर उसकप्रे अंतछःकरण मभ चभक गयनी, व ैसनी कभनी कगोई बदात न
चभनीक थनी। गड़क घर कप्रे अंदर मटकयों मभ बंद रखदा ंगो, तगो ंनी पदाननी
ककतनदा मससलदादारू
बरसप्रे,कगोई ंदा न न ंनीं ंगोतनी;पर श्जस वक़्त व संपड मभ सखनप्रेडकप्रे सलए बदा र
सं ै लदायदा गयदा , ंगोउस वक़्त तगो पदाननी कदा एक छठींटदा भनी उसकदा सवदनदाश कर दप्रे गदा।

सससलयदा कप्रे अंतछःकरण ककी सदारदी कगोमल भदावनदाएड।ँइस वक़्त म।ँं ड कखगोलप्रेब ैठठी ंकई थनीं
कक आकदाश सप्रेअमत- ृ वषदाद ंगोगनी। बरसदा क्यदा, अमत ृ कप्रे बदलप्रेववष, और
सससलयदा
कप्रे रगोम-रगोम मभ दसौड़ गयदा। सपद-दं श कप्रे समदान ल रभ आयनीं। घर मभ उपवदास करकप्रे सगो र
नदा और बदात ं ै; लप्रेककन पंगत सप्रेउठदा हदयदा जदानदा तगो डडब मरनप्रे ंनी ककी बदात ं ै।
सससलयदा कगो य ंदाड।ँ एक क्षण ठ रनदा भनी असह्यगो गयदा, ज ैसप्रे कगोई उसकदा
गलदा दबदायप्रे ंकए ंगो। व ककछ न पछड सककी। सगोनदा कप्रे मन मभ क्यदा ं ै,य व
भदाड।ँप र ंनी थनी। व बदाड।ँबनी मभ ब ैठदा ंकआ सदाड।ँप क ंनींबदा र न नकल आयप्रे,इसकप्रे
पह लप्रे ंनी व व ंदाड।ँ सप्रे भदाग जदानदा चदा तनी थनी। क ै सप्रे,क्यदाभदागप्रेबदानदा करप्रे ? उसकप्रे
पदाण क्ययों न ंनीं नकल जदातप्रे!

मथरदाक नप्रेभंडदारप्रे ककी कंजनीक उठदा लदी थनी कक सससलयदा कप्रे जलपदान कप्रे सलए ककछ
नकदाल लदायप्रे;कतदव्यववमढ़ड-सदा खड़दा थदा। सइर ससल्लगो ककी सदाड।ँस टड।ँगनी ंकई थनी,
मदानगो
ससर पर तलवदार लटक र ंनी ंगो। सगोनदा ककी दृश्ष्ट मभ सबसप्रेबड़दा पदाप ककसनी
पंकष कदा पर-स्तनी और स्तनी कदा पर-पंकष ककी ओर तदाकनदा थदा। इस अपररदा कप्रे
सलए उसकप्रे य ंदाड।ँकगोई क्षमदा न थनी। चगोरदी, त्यदा, जदाल, कगोई अपररदा इतनदा
भनीषण न
थदा। ंड।ँसनी-हदल्लगनी कगो व बरदाक न समझतनी थनी, अगर खलप्रेक ंकए ंडप मभ ंगो, लकप्रेक-
छपप्रेककी ंड।ँसनी-हदल्लगनी कगो भनी व ंप्रेय समझतनी थनी। छकटपन सप्रे ंनी व ब ंकत-सनी
रदी त ककी बदातभ जदाननप्रे और समझनप्रे लगनी थनी। ंगोरदी कगो जब कभनी ंदाट सप्रे घर
आनप्रेमभदप्रेर ंगो जदातनी थनी और सं नयदा कगो पतदा लग जदातदा थदा कक व दलदारदीक
ंकआइन ककी दकदानड पर गयदा थदा, चदा ंप्रेतंबदाखडलप्रेनप्रे ंनी क्ययों न गयदा ंगो, तगो व
कई-कई हदन तक ंगोरदी सप्रे बगोलतनी न थनी और न घर कदा कदाम करतनी थनी। एक
बदार इसनी बदात पर व अपनप्रे न ै र भदाग गयनी थनी। य भदावनदा सगोनदा मभ और तनीव्र
ंगो गयनी थनी। जब तक उसकदा वववदान ंकआ थदा, य भदावनदा उतननी बलवदान न
थनी, पर वववदा ंगो जदानप्रे कप्रे बदाद तगो उसनप्रे व्रत कदा ंडप संदारण कर सलयदा थदा। ऐसप्रे
स्तनी-पंकषयों ककी अगर खदाल भनी खनींच लदी जदातनी, तगो उसप्रे दयदा न आतनी। पप्रेम कप्रे
सलए ददाम्पत्य कप्रे बदा र उसककी दृश्ष्टमभ कगोई स्थदान न थदा।स्तनी-पंकष कदा एक
दसरप्रेड कप्रे सदाथ जगो कतदव्य ं ै,इसनी कगो व पप्रेम समझतनी थनी। ककर ससल्लगो सप्रे
उसकदा ब न कदा नदातदा थदा। ससल्लगो कगो व प्यदार करतनी थनी, उस पर ववकवदास
करतनी थनी। व ंनी ससल्लगो आज उससप्रे ववकवदासघदात कर र ंनी ं ै। मथरदाक और ससल्लगो
मभ अवकय ंनी प लप्रे सप्रे- गदाड।ँठसदाडठ
।ँ ंगोगनी।मथरदाक उससप्रेनददी कप्रे ककनदारप्रे यदा खप्रेतयों मभ
समलतदा ंगोगदा। और आज व इतननी रदात गयप्रे नददी पदार करकप्रे इसनीसलए आयनी ं ै।
अगर उसनप्रेइन दगोनयों ककी बदातभ सनक न लदी ंगोतनीं,तगो उसप्रे ख़बर तक न ंगोतनी। मथरदाक
नप्रेपप्रेम-समलन कप्रे सलए य ंनी अवसर सबसप्रे अच्छदा समझदा ंगोगदा। घर मभ सन्नदाटदा
जगो ं ै। उसकदा हृदय सब ककछ जदाननप्रेकप्रे सलए ववकल ंगो र ंदा थदा। व
सदारदा र स्य जदान लप्रेनदा चदा तनी थनी,श्जसमभ अपननी रक्षदा कप्रे सलए कगोई वववदान सगोच
सकप्रे। और य मथरदाक य ंदाडक्
।ँ ययों खड़दा ं ै? क्ययों व उसप्रेककछ बगोलनप्रेभनी न दप्रे गदा?

उसनप्रे रगोष सप्रे क --ंदा तमक बदा र क्ययों न ंनींजदातप्रे,यदा य ंनीं प रदा दप्रे तप्रे र? ंगोगप्रे

मथरदाक बबनदा ककछ क ंप्रेबदा र चलदा गयदा। उसकप्रे पदाण सखप्रेडजदातप्रेथप्रेकक क ंनीं ससल्लगो
सब ककछ क न डदालप्रे। और ससल्लगो कप्रे पदाण सखप्रेडजदातप्रेथप्रेकक अब व लटकतनी ंकई
तलवदार ससर पर धिगरनदा चदा तनी ं ै। तब सगोनदा नप्रेबड़प्रेगंभनीर स्वर मभ ससल्लगो सप्रेपछदाड
-- दप्रे खगो ससल्लगो,मझसप्रेस
क दाफ़-सदाफ़ बतदा दगो, न ंनीं म ैंतम मंक ंदारप्रे सदामनप्रे,य ंनीं,अपननी
गददन पर ग।ँडड़दासदा मदार लंडगनी।ं।ँ ककर तमक मप्रेरदी ससौत बन कर रदाज करनदा।
दप्रे खगो,ग।ँड़
ड दासदा व सदामनप्रेपड़दा ं ै। एक म्यदान मभ दगो तलवदारभ न ंनींर सकतनीं। उसनप्रेलपककर
सदामनप्रेआ।ँग
ड न मभ सप्रेग।ँड़
ड दासदा उठदा सलयदा और उसप्रे ंदाथ मभ सलयप्रे,ककर बगोलदी -- य मत
समझनदा कक म ैं लदीख़दा संमककी दप्रे र ंनी ंड।ं।ँकक्रगो मभ म ैं क्यदा कर ब ैठंड,ं।ँन ंनीं क
सकतनी। सदाफ़-सदाफ़ बतदा दप्रे ।

सससलयदा कदाड।ँप उठठी। एक-क शब्द उसकप्रे म।ँं


ड कसप्रे नकल पड़दा, मदानगो गदामगोफ़गोन मभ
भरदी ंक ई आवदाज़ ंगो। व एक शब्द भनी न छपदा सककी , सगोनदा कप्रे चप्रे रप्रे पर भनीषण
संकल्प खप्रेल र ंदा ,थदामदानगो ख़नड सवदार ंगो।
सगोनदा नप्रे उसककी ओर बरछठी ककी-सनी चभनप्रेवदालदीक आड।ँखयों सप्रेदप्रेखदा और मदानगो कटदार
कदा आघदात करतनी ंकई बगोलदी -- ठठीक-ठठीक क तनी ंगो?

'बबलककल ठठीक। अपननी बच्चप्रेककी क़सम।'

'ककछ छपदायदा तगो न ंनीं?'

'अगर म ैंनप्रे रत्तनी-भ छपदायदा ंगो तगो मप्रेरदी आड।ँखभसंडट जदाय।ंड।ँ'


'तमनप्रेकउस पदापनी कगो लदात क्ययों न ंनींमदारदी? उसप्रे ददाड।ँत क्ययों न ंनीं कदाट ?
सलयदाउसकदा ख़नड क्ययों न ंनींपनी सलयदा, धिचल्लदायनी क्ययों न ंनीं?'

ससल्लगो क्यदा जवदाब दप्रे ! सगोनदा नप्रे उन्मदाहदननी ककी भदाड।ँ त अड।ँगदारप्रे -सनीआड।ँखभककी
नकदालकर क ंदा -- बगोलतनी क्ययों न ंनीं? क्ययों तनप्रेडउसककी नदाक ददाड।ँतयों सप्रेन ंनींकदाट
लदी? क्ययों न ंनीं दगोनयों ंदाथयों सप्रे उसकदा गलदा दबदा हदयदा। तब म ैं तप्रेरप्रे चरणयों पर ससर
झकदातनी।ंक अब तगो तमक मप्रेरदी आड।ँखयों मभ रजदाई ंगो, नरदी बप्रेसवदा;अगर य ंनी करनदा
थदा, तगो मदातदाददीन कदा नदाम क्ययों कलंककत कर र ंनी ; ं ैक्ययों ककसनी कगो लप्रेकर
ब ैठ
ंनीं जदातनी;क्ययों अपनप्रे घर न ंनीं चलदी गयनी?य ंनी तगो तप्रेरप्रेघरवदालप्रेचदा तप्रेथप्रे। तड उपलप्रे
और घदास लप्रेकर बदाज़दार जदातनी,व ंदाड।ँ सप्रे ंकपए लदातनी और तप्रेरदा बदाप, उसनीब ैठदा ंकपए
ककी तदाड़नी पनीतदा, ककर क्ययों उस बदाह्मण कदा अपमदान करदायदा? क्ययों उसककी आबड मभ
बटदा लगदायदा?क्ययों सतवंतनी बननी ब ैठठी ? जबगो अकप्रे लप्रे न ंनीं र ंदा जदातदा,तगो ककसनी
सप्रे सगदाई क्ययों न ंनीं कर लप्रेतनी;क्ययों नददी-तदालदाब मभ डडब न ंनींमरतनी? क्ययों
दसरयोंंड कप्रे जनीवन मभ ववष घगोलतनी ं ै? आज म ैंतझसप्रेक
क दप्रे तनी ंडकक।ँ अगर इस
तर ककी बदात ककर ंकई और मझप्रेकपतदा लगदा, तगो म तनीनयों मभ सप्रे एक भनी जनीतप्रे न
ंभगप्रे। , बसअ म।ँं
ड कमभकदासलख लगदाकर जदाओ। आज सप्रेमप्रेरप्रेऔर तम मंक ंदारप्रे बनीच मभ कगोई
नदातदा न ंनीं र ंदा।

ससल्लगो संनीरप्रे सप्रेउठठी और स।ँभ ड लकर खड़नी ंकई। जदान पड़दा, उसककी कमर टडट गयनी
ं ै। एक क्षण सदा स बटगोरतनी र , ंनीककन्तकअपननी सफ़दाई मभ ककछ सझड न पड़दा।
आड।ँखयों कप्रे सदामनप्रे अड।ँसंप्रेरदा,ससरमभ थदा चक्कर,ंंठ सखड र ंदा थदा। और सदारदी दप्रे
सन्नक ंगो गयनी थनी, मदानगो रगोम- छदयों सप्रे पदाण उड़प्रे जदा र ंप्रे ंयों। -एक पग इस
तर रखतनी ंकई, मदानगो सदामनप्रे गड्ढदा , व ै बदा र आयनी और नददी ककी ओर चलदी।

द्वदार पर मथरदाक खड़दा थदा। बगोलदा -- इस वक़्त क ंदाड।ँ जदातनी ंगो ससल्लगो?

ससल्लगो नप्रेकगोई जवदाब न हदयदा। मथरदाक नप्रेभनी ककर ककछ न पछदा।ंड व ंनी ंकप लदी
चदाड।ँदननी अब भनी छदाई ंकई थनी। नददी ककी ल रभ अब भनी चदाड।ँद ककी ककरणयों मभ न ंदा र ंनी
थनीं। और ससल्लगो ववक्षक्षप म त-सनी स्वप्न-छदायदा ककी भदाड।ँ त नददी मभ चलदी जदा र ंनी
थनी।

***
30

समल क़रदीब-क़रदीब परदीड जल चककीक ं ै; लप्रेककन उसनी समल कगो ककर सप्रे खड़दा करनदा
ंगोगदा। समस्टर खन्नदा नप्रेअपननी सदारदी कगोसशशभइसकप्रे सलए लगदा ददी ं ैं। मज़दरयोंंड
ककी ड़तदाल जदारदी ं ै; मगर अब उससप्रे समल मदासलकयों ककी कगोई ववशप्रेष ंदा न न ंनीं
ं ै। नयप्रे आदमनी कम वप्रेतन पर समल गयप्रे ं ैं और जनी तगोड़ कर कदाम करतप्रे;क्ययोंकक
ं ैं उनमभ सभनी ऐसप्रे,श्जन मं ैंंयोंनप्रे बप्रेकदारदी कप्रे कष्भगोगट सलयप्रे ं ैं और अब अपनदा बस
चलतप्रे ऐसदा कगोई कदाम करनदा न ंनीं चदा तप्रे श्जससप्रे उनककी जनीववकदा मभ बबदादा पड़प्रे। चदा ंप्रे
श्जतनदा कदाम लगो,चदा ंप्रेश्जतननी कम छकहटयदाड।ँदगो, उन म ंभ कगोई सशकदायत न ंनीं। ससर
झकदायप्रेकब ैलयों ककी तर कदाम मभ लगप्रेर तप्रे ं ैं। घड़ककयदाड।ँंक,गदासलयदाड।ँ, ंदाड।ँ तक कक डंडयों ककी
मदार भनी उनमभ ग्लदा न न ंनीं प ैददा; औकरतनीअब परदानप्रेकमज़दरयोंंड कप्रे सलए इसकप्रे ससवदा
कगोई मदागद न ंनीं र गयदा ं ैव ककइसनी घटदी ंकई मजरदीड पर कदाम करनप्रेआयभऔर खन्नदा
सदा ब ककी ख़शदामद क करभ । पंडडत ओंकदारनदाथ पर तगो उन म ंभ अब रत्तनी-भर भनी ववकवदास
न ंनीं ं ै। उन म ंभ वप्रे- दअकप्रेकलप्रेलप्रेपदाएड।ँतगो शदायद उनककी बरदीक गत बनदायप्रे ;पर पंडडतजनी ब ंकत
बचप्रे ंकए र तप्रे ं ैं। धिचरदाग़ जलनप्रेकप्रे बदाद अपनप्रे कदायदालदय सप्रे बदार न ंनीं नकलतप्रेऔर
अफ़सरयों ककी ख़शदामद क करनप्रेलगप्रे ं ैं। समरज़दा खशकदप्रे ककी संदाक अब भनी ज्ययों-ककी-त्ययों ं ै;
लप्रेककन समरज़दाजनी इन बप्रेचदारयों कदा कष्ट
और उसकप्रे नवदारण कदा अपनप्रे पदास कगोई उपदाय न दप्रे खकर हदल सप्रे चदा तप्रे ं ैं कक सब-कप्रे-
सब ब ंदाल ंगो जदाय;ंड।ँमगर इसकप्रे सदाथ ंनी नयप्रे आदसमययों कप्रे कष्कदाट ख़्यदाल करकप्रे
श्जजदासओंंकसप्रेय ंनी क हदयदा करतप्रे ं ैंकक ज ैसनी इच्छदा ंगो व ैसदा करगो। समस्टर खन्नदा
नप्रेपरदानप्रेकआदसमययों कगो ककर नसौकरदी कप्रे सलए इच्छकक दप्रे खदा, तगो और भनी अकड़ गयप्रे,
ंदालदाड।ँकक व मन मभ चदा तप्रेथप्रेकक इस वप्रेतन पर परदानप्रेक आदमनी नययों सप्रे क ंनीं अच्छप्रे ं ैं। नयप्रे
आदमनी अपनदा सदारदालगदाकज़गोर भनी परदानप्रेक
आदसमययों कप्रे बरदाबर कदाम न कर सकतप्रेथप्रे। परदानप्रेकआदसमययों मभ अधधिकदांश तगो
बचपन सप्रे ंनी समल मभ कदाम करनप्रेकप्रे अभ्यस्त थप्रेऔर ख़बड म।ँज ड प्रे ए। नयप्रे
ंक
आदसमययों मभ अधधिकतर दप्रे ंदातयों कप्रे दखनीक ककसदान थप्रे,श्जन म ंभखकलदी वदा और म ैददान
मभ परदानप्रेकज़मदानप्रेकप्रे लकड़नी कप्रे औजदारयों सप्रेकदाम करनप्रे ककी आदत थनी। समल कप्रे
अंदर उनकदा दम घटतदाक थदा और मशनीनरदी कप्रे तप्रेज़ चलनप्रेवदालप्रेपरज़योंंक सप्रेउन म ंभभय
लगतदा थदा। आणख़र जब परदानप्रे कआदमनी ख़बड परदास्त ंगो गयप्रेतब खन्नदा उन म ंभ
ब ंदाल करनप्रेपर रदाज़नी ए; मगर नयप्रे आदमनी इससप्रे कम वप्रेतन पर कदाम करनप्रे कप्रे
ंक
सलए त ैयदार थप्रे और अब डदायरप्रे क्टरयों कप्रे नप्रेसदामय सवदाल आयदा कक व
परदानयोंंक
कत ब यल करम यय नयद कत र नस दम। डययरसकटरद मम आस तत नयस आदसमयद
वप्रेतन घटदाकर रखनप्रेकप्रे पक्ष मभ थप्रे। सआयों ककी य संदारणदा थनी कक परदानप्रेकआदसमययों
कगो ंदाल वप्रेतन पर रख सलयदा जदाय। थगोड़प्रे-स ंकपए ज़्यदाददा ख़चद ंयोंगप्रे ज़डर,
कप्रे
मगर कदाम उससप्रे ज़्यदाददा ंगोगदा। खन्नदा समल कप्रे पदाण थप्रे,एक तर सप्रेसवसवदाद।ंप्रे
डदायरप्रे क्टर तगो उनकप्रे ंदाथ ककी नक चय खन्नदा ंनी ंदाथयों मभ थदा
कठपतसलयदाड।ँंकथप्रे। कप्रे
और व अपनप्रे समतयों सप्रे न, शतनींओंंकसप्रेभनी इस ववषय मभ सलदा लप्रेर ंप्रेथप्रे। सबसप्रे
प लप्रे तगो उन म ंयोंनप्रे गगोववंददी ककी सलदा लदी। जब सप्रे मदालतनी ककी सप्रेओर उन म ंभ नरदाशदा
ंगो गयनी थनी और गगोववंददी कगो ंगो गयदा थदा कक मप्रेतदा ज ैसदा ववद्वदान णऔर
मदालमड
अनभवनीक और जदाननी आदमनी मप्रेरदा ककतनदा सम्मदान करतदा ं ैऔर मझसप्रेक
क कस
पकदार ककी ससदानदा ककी आशदा रखतदा ं ै, तब सप्रे दं प त मभ स्नप्रे ककर जदाग उठदा थदा।
स्नप्रे मत क ; ंगोमगर सदा चयद तगो ंनी। आपस मभ व जलन और अशदां त न
थदा
थनी। बनीच ककी ददीवदार टडट गयनी थनी।
मदालतनी कप्रे रं ग-ढं ग ककी भनी कदायदापलट ंगोतनी जदातनी थनी।

मप्रेतदा कदा जनीवन अब तक स्वदाध्यदाय और धिचंतन मभ गज़रदा थदा, और सब कछ


ंक ंक
कर चकनप्रेककप्रे बदाद और आत्मवदाद तथदा अनदात्मवदाद ककी ख़बड छदान-बनीन कर लप्रेनप्रे
पर व इसनी तत्व पर प ंड।ँच जदातप्रेथप्रेकक पवश्त्त और नवश्त्त दगोनयों कप्रे बनीच मभ
ंक ं ृ ं ृ
जगो सप्रेवदा-मदागद , चदा ै ंप्रे उसप्रे कमदयगोग ंनी ,कव ंगोनी जनीवन कगो सदाथदक कर सकतदा
, ं ै
व ंनी जनीवन कगो ऊड।ँ चदा और पववत बनदा सकतदा ं ै। ककसनी सवदजर ईकमभ व उनकदा
ववकवदास न थदा। यद् यवप व अपननी नदाश्स्तकतदा कगो पकट न करतप्रे थप्रे ,इससलए कक
इस ववषय मभ नश्कतच ंडप सप्रे कगोई मत श्स्थर करनदा व अपनप्रे सलए असंभव
समझतप्रे थप्रे;पर य संदारणदा उनकप्रे मन मभ दृढ़ ंगो गयनी थनी कक पदाणणययों कप्रे -जन्म
मरण, सख-क दखक, पदाप-पडयक मभ कगोई ईकवरदीय वववदान न ंनीं ं ै। उनकदा ख़्यदाल थदा कक
मनष्यक नप्रेअपनप्रेअ ंंकदार मभ अपनप्रेकगो इतनदा म ंदान णबनदा ं ै कक उसकप्रे र
सलयदा
एक कदाम ककी पप्रेरणदा ईक वर ककी ओर सप्रे ंगो ं ै। इसनी तर हटड्डनीयदाड।ँ भनीर ईक व
तनी
कगो उत्तरददायनी ठ रदातनी ंयोंगनी, जगो अपनप्रेमदागदमभ समद क आ जदानप्रेपर अरबयों ककी
संख्यदा मभ नष मंगोटजदातनी ं ैं। मगर ईकर य वववदान इतनप्रे अजप्रेय ं ैं कक
वकप्रे
मनष्यक ककी समझ मभ न ंनींआतप्रे,तगो उन म ंभमदाननप्रेसप्रे ंनी मनष्यक कगो क्यदा संतगोष
समल सकतदा ं ै। ईक वर ककी कल्पनदा कदा ंनी उद् दप्रे कय उनककी समझ मभ आतदा
एक
थदा और व थदा मदानव-जदा त ककी एकतदा। एकदात्मवदाद यदा सवदात्मदवदाद यदा अह ंंसदा-
तत्व कगो व आध्यदाश्त्मक दृश्ष्ट सप्रे न , ंनींभसौ तक दृश्ष्ट सप्रे ंनी दप्रे खतप्रे; यद्थप्रेयवप
इन तत्वयों कदा इ त ंदास कप्रे ककसनी कदाल मभ भनी आधधिपत्य न ंनीं, ककरदा
भनी
मनष्यक-जदा त कप्रे सदांस्क ृतक ववकदास मभ उनकदा स्थदान बड़प्रेम त्व कदा ं ै। मदानव-
समदाज ककी एकतदा मभ मप्रे तदा कदा दृढ़ ववकस वदाथदा; मगर इस ववकवदास कप्रे सलए उन म ंभ
ईक वर-तत्व कप्रे मदाननप्रेककी ज़रड त न मदालमड ंगोतनी थनी। उनकदा मदानव-पप्रेम इस
सआदार पर अवलंबबत न थदा कक पदाणनी-मदात मभ एक आत्मदा कदा नवदास ं ै। द्व ैत
और अद्व ैत कदा व्यदापदाररक म त्व कप्रे ससवदा व और कगोई उपयगोग न समझतप्रे, थप्रे
और य व्यदापदाररक म त्व उनकप्रे सलए मदानव-जदा त कगो एक दसरप्रेड कप्रे समनीप
लदानदा, आपस कप्रे भप्रेद-ंदाव कगो समटदानदा और भ्रदात-ं ृभदाव कगो दृढ़ करनदा ंनी थदा। य
एकतदा, य असभन्नतदा उनककी आत्मदा मभ इस तर जम गयनी थनी कक उनकप्रे सलए
ककसनी आध्यदाश्त्मक सआदार ककी सश्ष मं ृट उनककी दृश्ष्ट मभ व्यथद थनी। और एक बदार
इस तत्व कगो पदाकर व शदांत न ब ैठ सकतप्रे थप्रे। स्वदाथद सप्रे अलग-सप्रेअधधिक-
कदाम करनदा उनकप्रे सलए आवकयक ंगो गयदा थदा। इसकप्रे बग़ ैर उनकदा धिचत्त शदांत न
ंगो सकतदा थदा। यश, लगोभ यदा कतदव्य-पदालन कप्रे भदाव उनकप्रे मन मभ आतप्रे ंनी न थप्रे।
इनककी तकच्छतदा ंनी उन म ंभइनसप्रेबचदानप्रेकप्रे सलए कदाफ़की थनी। सप्रेवदा ंनी अब उनकदा
स्वदाथद ंगोतनी जदातनी थनी।

और उनककी इस उददार वश्त्त ृ कदा असर अजदात ंडप सप्रेमदालतनी पर भनी पड़तदा जदातदा
थदा। अब तक श्जतनप्रे मदद उसप्रे समलप्रे,सभनी नप्रे उसककी ववलदास-वश्त्त ृ कगो ंनी
उसकदायदा। उसककी त्यदाग-वश्त्त ृ हदन-हदन क्षनीण ंगोतनी जदातनी थनी; पर मप्रे तदा कप्रे संसगद
मभ आकर उसककी त्यदाग-भदावनदा सजग ंगो उठठी थनी। सभनी मनस्वनी पदाणणययों मभ य
भदावनदा छपनी र तनी ं ै और पकदाश पदाकर चमक उठतनी ं ै। आदमनी अगर संन यदा
नदाम कप्रे पनीछप्रे पड़दा, तगो ै समझ लगो कक अभनी तक व ककसनी पररष्क ृत आत्मदा कप्रे
सम्पकद मभ न ंनीं आयदा। मदालतनी अब अक्सर ग़रदीबयों कप्रे घर बबनदा फ़कीस सलयप्रे ंनी
मरदीज़यों कगो दप्रे खनप्रेचलदी जदातनी थनी। मरदीज़यों कप्रे सदाथ उसकप्रे व्यव ंदार मभ मदृतदाक आ
गयनी थनी। ंदाड।ँ,अभनी तक व शसौक़-ससंगदार सप्रे अपनदा मन नटदा सकतनी थनी। रं ग
और पदाउडर कदा त्यदाग उसप्रे अपनप्रे आंतररक पररवतदनयों सप्रे भनी क ंनीं ज़्यदाददा कहठन
जदान पड़तदा थदा।
सइर कभनी-कभनी दगोनयों दप्रे ंदातयों ककी ओर चलप्रे जदातप्रे थप्रे और ककसदानयों कप्रे सदाथ-चदार दगो
घंटप्रे र कर उनकप्रे झगोपड़यों मभ रदात ,कदाटकरऔरउन म ंनीं कदा-सदा भगोजन करकप्रे, अपनप्रे कगो
संन्य समझतप्रे थप्रे।एक हदन वप्रेसप्रेमरदी प ंकच
ड।ँ गयप्रेऔर घडमतप्रे-घदामतप्रे बप्रेलदारदी जदा नकलप्रे।
ंगोरदी द्वदार पर ब ैठदा धिचलम पनी र ंदा थदा कक मदालतनी और मप्रे तदा आकर खड़प्रे
ंगो गयप्रे।

मप्रे तदा नप्रे ंगोरदी कगो दप्रे खतप्रे ंनी प चदान सलयदा और बगोलदा--य ंनी तम मंक ंदारदा गदाड।ँव
ं ै? यदाद ं ै म लगोग रदाय सदा ब कप्रे य ंदाड।ँआयप्रेथप्रेऔर तमक संनकषयज ककी लदीलदा मभ
मदालदी बनप्रे थप्रे।

ंगोरदी ककी स्म ं ृत जदाग उठठी। प चदानदा और पटप्रे कवरदी कप्रे घर ककी ओर
ककरससयदाड।ँलदानप्रे चलदा।

मप्रे तदा नप्रे क --ंदा ककरससययों कदा कगोई कदाम न ंनीं। म लगोग इसनी खदाट पर ब ैठ जदातप्रे
ं ैं। य ंदाडक ।ँ क रसनी पर ब ैठनप्रेन ंनीं,तमसप्रेकककछ सनीखनप्रेआयप्रे ं ैं।

दगोनयों खदाट पर ब ैठप्रे। ंगोरदी तबकवव-सदा खड़दा थदा। इन लगोगयों ककी क्यदा ख़दा तर करप्रे ।
बड़प्रे-बड़प्रे आदमनी ं ैं। उनककी ख़दा तर करनप्रे लदायक़ उसकप्रे पदास ं ै? ंनी क्यदा

आणख़र उसनप्रेपछदाड -- पदाननी लदाऊड।ँ?

मप्रे तदा नप्रे क --ंदा ंदाड।ँ,प्यदास तगो लगनी ं ै।

'ककछ मनीठदा भनी लप्रेतदा आऊड।ँ?'

'लदाओ, अगर घर मभ ' ंगो।

ंगोरदी घर मभ मनीठदा और पदाननी लप्रेनप्रेगयदा। तब तक गदाड।ँव कप्रे बदालकयों नप्रे आकर इन


दगोनयों आदसमययों कगो घप्रेर सलयदा और लगप्रे नरखनप्रे,मदानगो धिचडड़यदाघर कप्रे अनगोखप्रेजंतक
गयप्रे ंयों। ससल्लगो बच्चप्रे कगो सलए ककसनी कदाम सप्रे चलदी जदा र ंनी थनी। इन दगोनयों
आदसमययों कगो दप्रे खकर ककतडलवश हठठक गयनी।

मदालतनी नप्रे आकर उसकप्रे बच्चप्रे कगो गगोद मभ लप्रे सलयदाप मंदाऔरकरतनी ंकई बगोलदी --
ककतनप्रे हदनयों कदा ?ं ै

ससल्लगो कगो ठठीक मदालमड न थदा।


एक दसरदीड औरत नप्रेबतदायदा -- कगोई सदाल भर कदा ंगोगदा, क्ययों रदी?

ससल्लगो नप्रे समथदन ककयदा।

मदालतनी नप्रे ववनगोद ककयदा-- प्यदारदा बच्चदा ं ै। इसप्रे मभ दप्रे दगो।

ससल्लगो नप्रेगवदससप्रेडलकर क ंदा -- आप ंनी कदा तगो ं ै।

'तगो म ैं इसप्रे लप्रे?'जदाऊड।ँ

'लप्रे जदाइए। आपकप्रे सदाथ र कर आदमनी ंगो जदायगदा।'

गदाड।ँव ककी और मह लदाएड।ँ आ गयनीं और मदालतनी कगो ंगोरदी कप्रे घर मभ लप्रे गयनीं। य मरदयों कप्रे
सदामनप्रे मदालतनी सप्रे वदातदादलदाप करनप्रे कदा अवसर उन म ंभ न समलतदा। मदालतनी नप्रे दप्रे खदा,खदाट
बबछठी ं ै,और उस पर एक दरदी पड़नी ंकई ं ै,जगो पटप्रे क वरदी कप्रे घर सप्रे मदाड।ँगप्रे आयनी, मदालतनीथनी
जदाकर ब ैठठी। संतदान-रक्षदा और सशशक-पदालन ककी बदातभ ंगोनप्रे लगनीं। औरतभ मन लगदाकर सनतनीक
र ंनीं।

सं नयदा नप्रे क ंदा-- य ंदाड।ँ य सब सफ़दाई और संयम क ै सप्रे ंगोगदा सरकदार! भगोजन
तक कदा हठकदानदा तगो ं ै न ंनीं।

मदालतनी नप्रे समझदायदा,सफ़दाई मभ ककछ ख़चदन ंनीं। कप्रे वल थगोड़नी-सनी मप्रे नत और


ंगोसशयदारदी सप्रे कदाम चल सकतदा ं ै।

दलदारदीक स ंकआइन नप्रेपछदाड -- सदारदी बदातभ तम मंक ंभक ैसप्रेमदालमड ंकईं सरकदार, आपकदा

तगो अभनी ब्यदा ंनी न ंनीं ंकआ?

मदालतनी नप्रेमस्करदाकरु पछदाड -- तम मंक ंभक ैसप्रेमदालमड ंकआ कक मप्रेरदा न ंनीं ंकआ
ब्यदा
ं ै?

सभनी श्स्तयदाड।ँम।ँसड ंकप्रेरकर मस्करदाईं।ंक

नयदा बगोलदी -- भलदा य भनी छपदा र तदा ं ै,समस सदा ब; म।ँं


ड कदप्रेखतप्रे ंनी पतदा चल
जदातदा ं ै।
मदालतनी नप्रेझभपतप्रे ंकए क ंदा -- इसनीसलए ब्यदा न ंनीं ककयदा कक आप लगोगयों ककी
सप्रेवदा क ै सप्रे करतनी?

सबनप्रे एक स्वर मभ क-- संदान्य ंगो सरकदार, संन्य ंगो।

सससलयदा मदालतनी कप्रे पदाड।ँव दबदानप्रेलगनी -- सरकदार ककतननी दरू सप्रेआयनी ं ैं,थक
गयनी ंयोंगनी।

मदालतनी नप्रे पदाड।ँव खनींचकर --क नदा ंनीं-न ंनीं,म ैंथककी न ंनीं ंड।ं।ँमत ैं गो वदागदाड़नी पर आयनी
ंड।ं।ँमच
ैं दा तनी ंड,आप।ँ लगोग अपनप्रे बच्चप्रे लदायभ,तगोम ैं उन म ंभ दप्रे खकर आप लगोगयों कगो
बतदाऊड।ँकक आप उन म ंभक ैसप्रेतंदंकस्त और नरगोग रख सकतनी ं ैं।

ज़रदा दप्रे र मभ -बनीसपच्चनीस बच्चप्रे आ गयप्रे। मदालतनी उनककी परदीक्षदा करनप्रे लगनी। कई
बच्चयों ककी आड।ँखभ उठठी,उनकथनीं आड।ँख मभ दवदा डदालदी। अधधिकतर बच्चप्रेदबदलक थप्रे।
इसकदा कदारण थदा, मदातदा-वपतदा कगो भगोजन अच्छदा न समलनदा। मदालतनी कगो य
जदानकर आकचयद ंकआ कक ब ंकत कम घरयों मभ दद ड ंगोतदा थदा। घनी कप्रे तगो सदालयों
दशदन न ंनीं ंगोतप्रे। मदालतनी नप्रे य ंदाड।ँ भनी उन म ंभ भगोजन करनप्रे कदा म ,त्वज ैसदामझदायदा
सभनी गदाडव
।ँ यों मभ ककयदा करतनी थनी। उसकदा जनी इससलए जलतदा थदा कक यप्रे लगोग अच्छदा
भगोजन क्ययों न ंनीं करतप्रे?उसप्रे गदामनीणयों पर कक्रगो आ जदातदा थदा। क्यदा तम मंक ंदारदा जन्म
इसनीसलए ंकआ ं ैकक तकम मर-मरकर कमदाओ और जगो ककछ प ैददा
ंगो, उसप्रे खदा न सकगो? ज ंदाड।ँ -दगोचदार ब ैलयों कप्रे सलए भगोजन, एक ै दगो गदाय-भ ैसयों कप्रे
सलए चदारदा न ंनीं ? ं ैक्ययों यप्रेलगोग भगोजन कगो जनीवन ककी मख्यक वस्तकन समझकर
उसप्रेकप्रेवल पदाणरक्षदा ककी वस्तकसमझतप्रे ं ैं?क्ययों सरकदार सप्रे न ंनीं क तप्रे कक -नदाम
मदात कप्रे ब्यदाज पर ंकपए दप्रे कर उन म ंभसदख़गोरू म ंदाजनयों कप्रे पंजप्रेसप्रेबचदायप्रे ? उसनप्रे
श्जस ककसनी सप्रेपछदाड, य ंनी मदालमड ंकआ कक उसककी कमदाई कदा बड़दा भदाग म
ंदाजनयों कदा क़रज़ चकदानप्रेकमभख़चद ंगो जदातदा ं ै। बटवदारप्रे कदा मरज़ भनी बढ़तदा जदातदा थदा।
आपस मभ इतनदा व ैमनस्य थदा कक शदायद ंनी कगोई दगो भदाई एक सदाथ र तप्रे ंयों।
उनककी इस दददशदाक कदा कदारण ब ंकत ककछ उनककी संककीणतदादऔर स्वदाथदपरतदा थनी।

मदालतनी इन म ंनी ववषययों पर मह लदाओं सप्रे बदातभ करतनी र ंनी। उनककी धशदा-दप्रे खकर उसकप्रे
मन मभ सप्रेवदा ककी पप्रेरणदा और भनी पबल ंगो र ंनी थनी। इस त्यदागमय जनीवन कप्रे सदामनप्रेव
ववलदासनी जनीवन ककतनदा तच्छक और बनदावटदी थदा। आज उसकप्रे व
रप्रे शमनी कपड़प्रे,श्जन पर ज़रदी कदा कदाम थदा, और व सगंसंक सप्रेम कतदा ंकआ शरदीर,
और व पदाउडर सप्रेअलंक ृत मखक-मंडल,उसप्रे लश्ज्जत करनप्रे लगदा। उसककी कलदाई पर
ब।ँसड ंनी सगोनप्रेककी घड़नी ज ैसप्रेअपनप्रेअपलक नप्रेतयों सप्रेउसप्रेघरू र नी थनी। उसकप्रे गलप्रे मभ चमकतदा
ंकआ जड़दाऊ नप्रेकलप्रेस मदानगो उसकदा गलदा घयोंट र ंदा थदा। इन त्यदाग और धशदा ककी
दप्रे ववययों कप्रे सदामनप्रे व अपननी दृश्ष्ट मभ ननीचनी लग र ंनी थनी। व इन गदामनीणयों सप्रेब
ंकत-सनी बदातभ ज़्यदाददा जदानतनी ,थनीसमय ककी ग त ज़्यदाददा प चदानतनी
थनी; लप्रेककन श्जन पररश्स्थ तययों मभ यप्रे ग़रदीबबनभ जनीवन कगो सदाथदक कर,उनमभ रदी ं ैं
क्यदा व एक हदन भनी र सकतनी ं ैं?श्जनमभ अ ंंकदार कदा नदाम ,नहदननीं भर
कदाम करतनी ं ैं,उपवदास करतनी ं ैं,रगोतनी ं ैं,ककर भनी इतननी पसन्न मख!ंक दसरप्रेड उनकप्रे
सलए इतनप्रे अपनप्रे ंगो गयप्रे ं ैं कक अपनदा अश्स्तत्व ंनी न ंनीं र ंदा। उनकदा
अपनदापन
अपनप्रे लड़कयों मभ ,अपनप्रे प त मभ ,अपनप्रे संबंधधिययों मभ ं ै। इस भदावनदा ककी तप्रेरक्षदा
कर
ंकए -- इसनी भदावनदा कदा क्षप्रेत और बढ़दाकर-- भदावनी नदारदीत्व कदा आदशद नमदादण
ंगोगदा। जदागत दप्रे ववययों मभ इसककी जग आत्म-सप्रेवन कदा जगो भदाव आ ब ैठदा --ं ै
सब ककछ अपनप्रेसलए, अपनप्रे भगोग ववलदास कप्रे सलए-- उससप्रेतगो य सषकप मंकतदावस्थदा
ंनी अच्छठी। पंकष नददयनी ं ै,मदानदा; लप्रेककन ं ै तगो इन म मदातदाओंंनीं कदा
बप्रेटदा। क्ययों
मदातदा नप्रेपतक कगो ऐसनी सशक्षदा न ंनींददी कक व मदातदा ककी, स्तनी-जदा त ककी पजदाड
करतदा? इसनीसलए कक मदातदा कगो य सशक्षदा दप्रे ननी न ंनीं आतनी,इससलए कक उसनप्रे
अपनप्रे कगो इतनदा समटदायदा कक उसकदा ंडप ंनी बबगड़ गयदा,उसकदा व्यश्क्तत्व ंनी
नष म ट ंगो गयदा। न ंनीं,अपनप्रे कगो समटदानप्रे सप्रे कदाम न चलप्रेगदा। नदारदी कगो समदाज
कल्यदाण कप्रे सलए अपनप्रे अधधिकदारयों ककी रक्षदा करननी पड़प्रेगनी,उसनी तर ज ैसप्रे इन
ककसदानयों ककी अपननी रक्षदा कप्रे सलए इस दप्रे वत्व कदा ककछ त्यदाग करनदा पड़प्रेगदा।

संध्यदा ंगो गयनी थनी। मदालतनी कगो औरतभ अब तक घप्रेरप्रे ंकए थनीं। उसककी बदातयों सप्रेज ैसप्रे
उन म ंभतश्प मं ृत न ंगोतनी थनी। कई औरतयों नप्रे उससप्रे रदात कगो व ंनीं र नप्रे कदा आग
ककयदा। मदालतनी कगो भनी उनकदा सरल स्नप्रे ऐसदा प्यदारदा लगदा कक उसनप्रे उनकदा
नमंतण स्वनीकदार कर सलयदा। रदात कगो औरतभ उसप्रेअपनदा गदानदा सनदायभगनी।ंक मदालतनी
नप्रे भनी पत्यप्रेक घर मभ -जदाकर उसककी दशदा सप्रे पररचय पदाप म तकरनप्रे मभ अपनप्रे समय
कदा सदपयगोगक ककयदा, उसककी नष्कपट सद् भदावनदा और स ंदानभकडत उन ग।ँडवदाररनयों
कप्रे सलए दप्रे वनी कप्रे वरददान सप्रेकम न थनी।
सउर मप्रेतदा सदा ब खदाट पर आसन जमदायप्रेककसदानयों ककी कककतनी दप्रे ख र ंप्रेथप्रेऔर
पछतदा र ंप्रे थप्रे,समरज़दाजनी कगो क्ययों न सदाथ लप्रे सलयदा,न य उनकय भड़ एक जतड़ त
जदातदा। उन म ंभ आकयदच ंगोर ंदा थदा, ऐसप्रे पसौढ़ नरदी बदालकयों कप्रे सदाथ सशक्षक्षत
और
क लदानप्रेवदालप्रे लगोग क ै सप्रे नददयनी ंगो जदातप्रे ं ैं। अजदान ककी भदाड।ँ त ,जदान भनी सरल
नष्कपट और सनक लप्रेस्वप्न दप्रे खनप्रेवदालदा ंगोतदा ं ै। मदानवतदा मभ उसकदा
ववकवदास
इतनदा दृढ़, इतनदा सजनीव ंगो ं ै कक इसकप्रे ववकद्सं व्यव ंदार कगो
तदा व अमदानषनीयक
समझनप्रेलगतदा ं ै। य व भलड जदातदा ं ैकक भप्रेडड़ययों नप्रेभप्रेड़यों ककी नरदी तदा
कदा
जवदाब सद ै व पंजप्रे और ददाड।ँतयों सप्रे हदयदा ं ै। व अपनदा एक-संसदारआदशदबनदाकर
उसकगो आदशद मदानवतदा सप्रे आबदाद करतदा ं ै और उसनी मभ मग्न र तदा ं ै। यथदाथदत
ककतननी अगम्य, ककतननी दबबगो, ककतननी अपदाक ं ै,उसककी ओर ववचदार करनदा
तक
ंक ं ृ
उसकप्रे सलए मश्ककलक ंगो ं ै। मप्रेतदा जनी इस समय इन ग।ँव
ड दारयों कप्रे बनीच मभ
जदातदा
ब ैठप्रे ए इसनी पकन कगो ल कर र ंप्रे थप्रे कक इनककी दशदा इतननी दयननीय क्ययों ं ै।
ंक
इस सत्य सप्रे आड।ँखभ समलदानप्रे कदा सदा स न कर सकतप्रे थप्रे कक इनकदा दप्रे वत्व इनककी दददशदाक
कदा कदारण ं ै। कदाश, यप्रे आदमनीज़्यदाददा और दप्रे वतदा कम ंगोतप्रे,तगो ययों
न ठकरदायप्रेजदातप्रे। दप्रे श मभ कछ भनी ंगो, क्रदां त ंनी क्ययों न आ जदाय,इनसप्रे कगोई
ंक ंक
मतलब न ंनीं। कगोई दल उनकप्रे सदामनप्रे सबल कप्रे ंडप मभ ,उसकप्रेआयप्रेसदामनप्रे ससर
झकदानप्रेककगो त ैयदार। उनककी नरदी तदा जड़तदा ककी द तक प ंड।ँच गयनी ं ै,श्जसप्रे कठगोर
ंक
आघदात ंनी कमदडय बनदा ं ै। उनककी आत्मदा ज ैसप्रे चदारयों ओर सप्रे नरदाश ंगोकर
सकतदा
अब अपनप्रे अन्दर ंनी टदाड।ँगभ तगोड़कर ब ैठ गयनी ं ै। उनमभ अपनप्रे जनीवन ककी चप्रेत
ज ैसप्रेलप्तक ंगो गयनी ं ै।
संध्यदा ंगो गयनी थनी। जगो लगोग अब तक खप्रेतयों मभ कदाम कर ,रवंप्रे थप्रेभनी दसौड़प्रे चलप्रे

आ र ंप्रे थप्रे।
उसनी समय मप्रे तदा नप्रे मदालतनी कगो गदाड।ँवकईककी औरतयों कप्रे सदाथ इस तर तल्लदीन

ंगोकर एक बच्चप्रे कगो गगोद मभ सलए ,दप्रे खदामदानगो भनी उन म ंनीं मभ सप्रे एक ं ै। मप्रे तदा

कदा हृदय आनंद सप्रे गद् ंगो उठदा। मदालतनी नप्रे एक पकदार सप्रे अपनप्रे कगो मप्रे तदा
पर अपदण कर हदयदा थदा। इस ववषय मभ मप्रे तदा कगो अब कगोई संदप्रे; मगरन थदा
अभनी तक उनकप्रे हृदय मभ ंदालतनी कप्रे प त व उत्कट भदावनदा जदागत न ई थनी,
श्जसकप्रे बबनदा वववदा कदा पस्तदाव करनदा उनकप्रे सलए ंदास्य-जनक थदा। ंक

मदालतनी बबनदा बलदायप्रेकमप्रेमदान ककी भदाड।ँत उनकप्रे द्वदार पर आकर खड़नी ंगो गयनी थनी,

और मप्रे तदा नप्रे उसकदा स्वदागत ककयदा थदा। इसमभ पप्रेम कदा भदाव, कप्रेन वलथदा
पंकषत्व कदा भदाव थदा। अगर मदालतनी उन म ंभ इस यगोग्य समझतनी ै कक उन पर
अपननी कपदा-दृश्ष्ट संप्रे ,रप्रे तगो मप्रेतदा उसककी इस कपदा कगो अस्वनीकदार न कर सकतप्रेथप्रे।
ं ृ ं ृ
इसकप्रे सदाथ ंनी मदालतनी कगो गगोववंददी कप्रे रदास्तप्रे सप्रे टदा दप्रे नदा चदा तप्रे थप्रे और व

जदानतप्रे थप्रे,मदालतनी जब तक आगप्रे अपनदा पदाड।ँव न जमदा ,लप्रेगनीववपछलदा पदाड।ँव न
उठदायप्रेगनी। व जदानतप्रे थप्रे,मदालतनी कप्रे सदाथ छल करकप्रे व अपननी ननीचतदा कदा
पररचय दप्रे र ंप्रे ं ैं। इसकप्रे सलए उनककी आत्मदा बरदाबर उन म ंभ र ंनी थनी
धधिक्कदारतनी;
मगर ज्ययों-ज्ययों व मदालतनी कगो नकट सप्रे दप्रे खतप्रे,उनकप्रेथप्रे मन मभ आकषदण बढ़तदा
जदातदा थदा। ंडप कदा आकषदण तगो उन पर कगोई असर न कर सकतदा थदा। य गणक
कदा आकषदण थदा। य व जदानतप्रे , थप्रेश्जसप्रे सच्चदा पप्रेम क सकतप्रे,कप्रे ैंवल एक
बंसंन मभ ब।ँसड ं जदानप्रेकप्रे बदाद ंनी प ैददा ंगो ं ै। इसकप्रे प लप्रेजगो पप्रेम ंगोतदा ं ै,
सकतदा
तगो ंडप ककी आसश्कम त-मदात ं ै,श्जसकदा कगोई हटकदाव न ंनीं;मगर इसकप्रे प लप्रे य
नक चय तगो कर लप्रेनदा ंनी थदा कक जगो पत्थर सदा चयद कप्रेख़रदाद पर चढ़प्रे गदा,उसमभ
ख़रदादप्रे जदानप्रेककी क्षमतदा ं ैभनी यदा न ंनीं। सभनी पत्थर तगो ख़रदाद पर चढ़कर सदरं ंक
मडतयदा।ँन ंनींबन जदातप्रे। इतनप्रेहदनयों मभ मदालतनी नप्रेउनकप्रे हृदय कप्रे सभन्न-सभन्न
भदागयों मभ अपननी रश्कमयदाड।ँ डदालदी;परथनींअभनी तक वप्रे कभ हदत ंगोकर उस ज्वदालदा कप्रे
ंडप मभ न संडट पड़नी थनीं,श्जससप्रे उनकदा सदारदा अंतस्तल पज्वसलत ंगो जदातदा। आज
मदालतनी नप्रे गदामनीणयों मभ समलकर और सदारप्रे -भदावयोंभप्रेदकगो समटदाकर इन रश्कमययों कगो
मदानगो कभ हदत कर हदयदा। और आज प लदी बदार मप्रे तदा कगो मदालतनी सप्रे एकदात्मतदा
कदा अनभवक ंकआ।

ज्ययों ंनी मदालतनी गदाड।ँव कदा चक्कर लगदाकर लसौटदी,उन म ंयोंनप्रे उसप्रेसदाथ लप्रेकर नददी ककी
ओर पस्थदान ककयदा। रदात य ंनीं कदाटनप्रे कदा नकयच ंगो गयदा। मदालतनी कदा कलप्रेजदा
आज न जदानप्रे क्ययों संक-संक करनप्रेलगदा। मप्रेतदा कप्रे मखक पर आज उसप्रेएक
ववधिचत ज्यगो त और इच्छदा झलकतनी ंकई नज़र आयनी। नददी कप्रे ककनदारप्रे चदाड।ँददी कदा
फ़शदबबछदा ंकआ थदा और नददी रत्न-जहटत आभषणड प नप्रेमनीठप्रे स्वरयों मभ गदातनी चदाड।ँद
ककी और तदारयों ककी और ससर झकदायप्रेकननींद मभ मदातप्रेवक्षयोंं ृ कगो अपनदा नत्य ृ हदखदा र ंनी
थनी। मप्रेतदा पक ृत ककी उस मदादक शगोभदा सप्रेज ैसप्रेमस्त ंगो गयप्रे। ज ैसप्रे उनकदा बदालपन
अपननी सदारदी क्रकीड़दाओंकप्रे सदाथ लसौट आयदा ंगो। बदालडपर कई ककलदाटभ
मदारदीं। ककर दसौड़प्रे ंकए नददी मभ जदाकर घटनप्रेकतक पदाननी मभ खड़प्रे ंगो गयप्रे।

मदालतनी नप्रे क ंदा-- पदाननी मभ न खड़प्रे ंगो। क ंनीं ठं ड न लग जदाय।


मप्रे तदा नप्रे पदाननी उछदालकर क --ंदा मप्रेरदा तगो जनी चदा तदा , नददी ै कप्रे उस पदार त ैरकर
चलदा जदाऊड।ँ ।

'न ंनीं-न ंनीं,पदाननी सप्रे नकल आओ। म ैंन जदानप्रेदंडगनी।ं।ँ'

'तमक मप्रेरप्रेसदाथ न चलगोगनी, उस सननीड बस्तनी मभ ज ंदाड।ँ स्वप्नयों कदा रदाज्य' ं ै।

'मझप्रेकतगो त ैरनदा न ंनींआतदा।'

'अच्छदा, आओ, एक नदाव बनदायभ,और उस पर ब ैठकर चलभ।'

बदा र नकल आयप्रे। आस-पदास बड़नी दरू तक झदाऊ कदा जंगल खड़दा थदा। मप्रेतदा नप्रेजप्रेब
सप्रेचदाकड नकदालदा, और ब ंकत-सनी ट नयदाड।ँ कदाटकर जमदा ककीं। करदार पर सरपत कप्रे
जटड खड़प्रेथप्रे। ऊपर चढ़कर सरपत कदा एक गठदा कदाट लदायप्रे और व ंनीं बदालडकप्रे
फ़शदपर ब ैठकर सरपत ककी रस्सनी बटनप्रेलगप्रे। ऐसप्रेपसन्न थप्रे,मदानगो स्वगदारगो ण ककी
त ैयदारदी कर र ंप्रे ं ैं। कई बदार उड।ँ गसलयदाड।ँ, ख़धिचरनड नकलदा।गयनीं मदालतनी बबगड़ र
ंनी थनीं,बदार-बदार गदाड।ँव लसौट चलनप्रे कप्रे सलए आग कर र; परदीथनी उन म ंभकगोई परवदा न
थनी। व ंनी बदालकयों कदा-सदा उल्लदास थदा, व ंनी अल म ड़पन, व ंनी
ठ। दशदन और ववजदान सभनी इस पवदा मभ ब गयप्रे थप्रे। रस्सनी त ैयदार ंगो गयनी। झदाऊ
कदा बड़दा-सदा तख़्त बन गयदा, ट नयदाड।ँ दगोनयों ससरयों पर रस्सनी सप्रे जगोड़ ददी गयनी थनीं।
उसकप्रे छदयों मभ झदाऊ ककी ट नयदाड।ँ भर , ददीश्जससप्रेगयनीं पदाननी ऊपर न आयप्रे। नसौकदा त ैयदार
ंगो गयनी। रदात और भनी स्वश्प्नल ंगो गयनी थनी।

मप्रे तदा नप्रे नसौकदा कगो पदाननी मभ डदालकर मदालतनी कदा ंदाथ पकड़कर --क आओदा,
ब ैठगो।

मदालतनी नप्रे सशंक ंगोकर क --ंदा दगो आदसमययों कदा बगोझ स।ँभ
ड दाल लप्रेगनी?

मप्रेतदा नप्रेददाशदनक मस्कदानक कप्रे सदाथ क ंदा -- श्जस तरदी पर ब ैठप्रे म लगोग जनीवन-
यदातदा कर र ंप्रे , व ैं तगो इससप्रे क ंनीं नस्सदार ं ै मदालतनी?क्यदा डर र ंनी ंगो?

'डर ककस बदात कदा जब तमक सदाथ ंगो।'

'सच क तनी ंगो?'


'अब तक म ैंनप्रेबग़ ैर ककसनी ककी स ंदायतदा कप्रे बबदादाओंकगो जनीतदा ं ै। अब तगो तम मंक
ंदारप्रे संग ंड।'ं।ँ

दगोनयों उस झदाऊ कप्रे तख़्तप्रे पर ब ैठप्रे और मप्रे तदा नप्रेकप्रेझदाऊएक डंडप्रे सप्रे ंनी उसप्रे खप्रेनदा शकड
ककयदा। तख़्तदा डगमगदातदा ंकआ पदाननी मभ चलदा।

मदालतनी नप्रेमन कगो इस तख़्तप्रेसप्रे टदानप्रेकप्रे सलए पछदाड -- तमक तगो मप्रेशदा श रयों मभ र
ंप्रे,गदाड।ँव कप्रे जनीवन कदा तम मंक ंभक ैसप्रेअभ्यदास ंगो गयदा? म ैं तगो ऐसदा तख़्तदा कभनी न
बनदा सकतनी।

मप्रेतदा नप्रेउसप्रेअनरक्तक नप्रेतयों सप्रे दप्रे खकर क --ंदा शदायद य मप्रेरप्रे वपछलप्रे जन्म कदा संस्कदार
ं ै। पक ृत सप्रेस्पशद ंगोतप्रे ंनी ज ैसप्रेमझमभ ंकनयदा जनीवन-सदा आ जदातदा ं ै; नस-नस
मभ स मसंडतदछदा जदातनी ं ै। एक-एक पक्षनी, एक-एक पशक,ज ैसप्रेमझप्रेकआनंद कदा नमंतण दप्रे तदा
ंकआ जदान पड़तदा ं ै,मदानगो भलप्रेड ंकए सखयोंंक ककी यदाद हदलदा र ंदा ंगो।
आनंद मझप्रेकऔर क ंनींन ंनींसमलतदा मदालतनी, संगनीत कप्रे ंकलदानप्रेवदालप्रे स्वरयों मभ भनी न नीं,दशदन
ककी ऊड।ँचनी उड़दानयों मभ भनी न ंनीं। ज ैसप्रेअपनप्रेआपकगो पदा जदातदा ंड,ज ैसड़ पक्षनी अपनप्रे घयोंसलप्रे मभ आ
जदाय। तख़्तदा डगमगदातदा,कभनी तछदाद,कभनी ससनीदा, कभनी चक्कर खदातदा ंकआ चलदा जदा र ंदा
थदा।

सदा मदालतनी नप्रेकदातर कंठ सप्रेपछदाड -- और म ैंतम मंक ंदारप्रे जनीवन मभ कभनी न ंनीं
आतनी?

मप्रे तदा नप्रे उसकदा ंदाथ पकड़कर क --ंदा आतनी ंगो, बदार-बदार आतनी ंगो, सगंसंक कप्रे
एक झयोंकप्रे ककी तर, कल्पनदा ककी एक छदायदा ककी तर और ककर अदृकय ंगो जदातनी
ंगो। दसौड़तदा ंडकक।ँ तम मंक ंभकरपदाश मभ बदाड।ँसं लंड;ं।ँपर ंदाथ खलप्रेकर जदातप्रे ं ैंऔर तमक
ग़दायब ंगो जदातनी ंगो।

मदालतनी नप्रे उन्मदाद ककी दशदा मभ क-- ंदालप्रेककन तमनप्रेकइसकदा कदारण भनी सगोचदा?
समझनदा चदा ंदा?
' ंदाड।ँ मदालतनी,ब ंकत सगोचदा, बदार-बदार सगोचदा।'
'तगो क्यदा मदालमड ंकआ?'

'य ंनी कक म ैंश्जस सआदार पर जनीवन कदा भवन खड़दा करनदा चदा तदा ंड,व।ँ अश्स्थर
ं ै। य कगोई ववशदाल भवन न ंनीं , कप्रे ै वल एक छगोटदी-सनी शदांत ककहटयदा ं ै ;
लप्रेककन उसकप्रे सलए भनी तगो कगोई श्स्थर सआदार चदाह ए।'

मदालतनी नप्रेअपनदा ंदाथ छकड़दाकर ज ैसप्रेमदान करतप्रे ंकए क ंदा -- य झठदाड आक्षप्रेप ं ै।
तमनप्रेकसद ै व मझप्रेकपरदीक्षदा ककी आड।ँखयों सप्रेदप्रेखदा, कभनी पप्रेम ककी आड।ँखयों सप्रे न ंनीं। क्यदा
तमक इतनदा भनी न ंनींजदानतप्रे कक नदारदी परदीक्षदा न ंनीं चदा ,तनीपप्रेम चदा तनी ं ै। परदीक्षदा
गणयोंंक कगो अवगणक, सदरं ंक कगो असदरं ंक बनदानप्रेवदालदी चनीज़ ं ै; पप्रेम अवगणयोंंक कगो गणक
बनदातदा ं ै,असदरं ंक कगो सदर!ंंंक म ैंनप्रेतमसप्रेकपप्रेम ककयदा, म ैं कल्पनदा ंनी न ंनीं कर सकतनी
तममभ ंककगोई बरदाईक भनी ं ै; मगर तमनप्रेकमप्रेरदी परदीक्षदा ककी और तमक मझप्रेअ
क श्स्थर,
चंचल और जदानप्रे क्यदा-यदा समझकर मझसप्रेक मप्रेशदा दरू भदागतप्रेर ंप्रे। न ंनीं,म ैं जगो
ककछ क नदा चदा तनी ंड,व।ँ मझप्रेकक लप्रेनप्रेदगो। म ैंक्ययों अश्स्थर और चंचल ंड;ं।ँ इससलए
कक मझप्रेव क पप्रेम न ंनींसमलदा, जगो मझप्रेकश्स्थर और अचंचल बनदातदा; अगर
तमनप्रेकमप्रेरप्रेसदामनप्रेउसनी तर आत्म-समपदण ककयदा ंगोतदा,ज ैसप्रेमन ैं प्रेतम मंक ंदारप्रे सदामनप्रे
ककयदा ं ै,तगो तमक आज मझक पर य आक्षप्रेप न रखतप्रे।

मप्रेतदा नप्रेमदालतनी कप्रे मदान कदा आनंद उठदातप्रे ंकए क ंदा -- तमनप्रेकमप्रेरदी परदीक्षदा कभनी
ंनीं ककी? सच क तनी ंगो?

'कभनी न ंनीं।' 'तगो

तमनप्रेकग़लतनी ककी।'

'म ैं इसककी परवदा न ंनीं करतनी।'

'भदावकतदाक मभ न आओ मदालतनी! पप्रेम दप्रे नप्रे कप्रे प लप्रे म सब परदीक्षदा करतप्रे तमनप्रेकककी, चदा ं ैं औ
ंप्रेअपत्यक्ष ंडप सप्रे ंनी ककी ंगो। म ैंआज तमसप्रेकस्पष्ट क तदा ंडकक।ँ प लप्रेमन
ैं प्रेतम मंक
ंभउसनी तर दप्रे खदा, ज ैसप्रेरगोज़ ंनी ज़दारयों दप्रे ववययों कगो दप्रे खदा करतदा ंड,ं।ँ
कप्रे वल ववनगोद कप्रे भदाव ; सप्रेअगर म ैं गलतनी न करतदानीं, तगो तमनप्रेकभनी मझप्रेक
मनगोरं जन कप्रे सलए एक नयदा णखलसौनदा समझदा।'
मदालतनी नप्रे टगोकदा-- ग़लत क तप्रे ंगो। म ैंनप्रेकभनी तम मंक ंभइस नज़र सप्रेन ंनींदप्रेखदा।
म ैंनप्रेप लप्रे ंनी हदन तम मंक ंभअपनदा दप्रे व बनदाकर अपनप्रेहृदय ...।

मप्रे तदा बदात कदाटकर बगोलप्रे-- ककर व ंनी भदावकतदा।ंक मझप्रेकऐसप्रेम त्व कप्रे ववषय मभ
भदावकतदाक पसंद न ंनीं;अगर तमनप्रेकप लप्रे ंनी हदन सप्रेमझप्रेइ
क स क ृपदा कप्रे यगोग्य
समझदा, तगो इसकदा य ंनी कदारण ंगो सकतदा ं ै, कक म ैंंडप भरनप्रेमभतमसप्रेज़् क यदाददा
ककशल ंड,वरनदा।ँ ज ंदाड।ँ तक म ैंनप्रे नदाररययों कदा स्वभदाव ,दप्रे खदावपप्रेम ै कप्रे ववषय मभ
कदाफ़की छदान-बनीन करतनी ं ैं। प लप्रे भनी तगो स्वयंवरप ंकसप्रेषयों ककी परदीक्षदा ंगोतनी थनी?
मनगोवश्त्त ृ अब भनी मसौजद ड ं ै,चदा ंप्रेउसकदा ंडप ककछ बदल गयदा ंगो। म ैंनप्रेतब
सप्रेबरदाबर य ंनी कगोसशश ककी ं ैकक अपनप्रेकगो संपणदप ड सप्रेतम मंक ंदारप्रे सदामनप्रेरख दंडं।ँ
और उसकप्रे सदाथ ंनी तम मंक ंदारदी आत्मदा तक भनी प ंकड।ँच जदाऊड।ँ। और म ैंज्ययों-ज्ययों
तम मंक ंदारप्रे अत
ं स्तल ककी ग रदाई मभ उतरदा ंड,म।ँझप्रेकरत्न ंनी समलप्रे ंनी ं ैं। म ैं ववनगोद कप्रे
सलए आयदा और आज उपदासक बनदा ंकआ ंड।ं।ँतमनप्रेकमप्रेरप्रेभनीतर क्यदा पदायदा य
मझप्रेकमदालमड न ंनीं।

नददी कदा दसरदाड ककनदारदा आ गयदा। दगोनयों उतरकर उसनी बदालडकप्रे फ़शदपर जदा ब ैठप्रे
और मप्रे तदा ककर उसनी पवदा मभ बगोलप्रे--और आज म ैंय ंदाड।ँव ंनी पछनप्रेडकप्रे सलए
तम मंक ंभलदायदा ंड?ं।ँ

मदालतनी नप्रेकदाड।ँपतप्रे ंकए स्वर मभ क ंदा -- क्यदा अभनी तम मंक ंभमझसप्रेकय पछनप्रेडककी
ज़डरत बदाक़की ं ै?

ंदाड।ँ,इससलए कक म ैंआज तम मंक ंभअपनदा व ंडप हदखदाऊड।ँगदा, जगो शदायद अभनी


तक तमनप्रेकन ंनींदप्रेखदा और श्जसप्रेमन
ैं प्रेभनी छपदायदा ं ै। अच्छदा, मदान लगो,
म ैंतमसप्रेकवववदा
करकप्रे कल तमसप्रेकबप्रेवफ़दाई क।ँड तगो तमक मझप्रेकक्यदा सज़दा दगोगनी?'

मदालतनी नप्रे उसककी ओर चककत ंगोकर दप्रे खदा। इसकदा आशय उसककी समझ मभ न
आयदा।

'ऐसदा पकन क्ययों करतप्रे ?'ंगो

'मप्रेरप्रे सलए य बड़प्रे म त्व ककी बदात' ं ै।


'म ैं इसककी संभदावनदा न ंनीं समझतनी।'

'संसदार मभ ककछ भनी असंभव न ंनीं ं ै। बड़प्रे-स-बड़दा म ंदात्मदा भनी एक क्षण मभ प तत


ंगो सकतदा ं ै।'

'म ैंउसकदा कदारण खगोजंडगनीभीँ और उसप्रेदरू क।ँड गनी।'

'मदान लगो, मप्रेरदी आदत न छडटप्रे ।'

'ककर म ैं न ंनीं क सकतनी,क्यदा क।ँड गनी। शदायद ववष खदाकर सगो र ंड।'ं।ँ

'लप्रेककन यहद तमक मझसप्रेकय ंनी पकन करगो, तगो म ैंउसकदा दसरदाड जवदाब दंडगदा।ं।ँ'

मदालतनी नप्रेसशंक ंगोकर पछदाड -- बतलदाओ!

मप्रे तदा नप्रे दृढ़तदा कप्रे सदाथ क-- ंदाम ैंप लप्रेतम मंक ंदारदा पदाणदांत कर दंडगदा।ँ, ककर अपनदा।

मदालतनी नप्रेज़गोर सप्रेक़ क़ ंदा मदारदा और ससर सप्रेपदाड।ँव तक सस र उठठी। उसककी ंड।ँसनी
कप्रे वल उसकप्रे सस रन कगो छपदानप्रे कदा आवरण थनी।

मप्रेतदा नप्रेपछदाड -- तमक ंड।ँसनी क्ययों?


'इससलए कक तमक ऐसप्रेह सदावदाददीं न ंनींजदान पड़तप्रे।'

'न ंनीं मदालतनी,इसनी ववषय मभ मप


ैं रदाड पशक ंडऔर।ँ उस पर लश्ज्जत ंगोनप्रेकदा कगोई

कदारण न ंनीं दप्रे खतदा। आध्यदाश्त्मक पप्रेम और त्यदागमय पप्रेम और नछःस्वदाथद पप्रेम
श्जसमभ आदमनी अपनप्रे कगो समटदाकर कप्रे वल पप्रेसमकदा कप्रे सलए , जनीतदाउसकप्रे ं ैआनंद
सप्रे आनंहदत ंगोतदा ं ै और उसकप्रे चरणयों पर अपननी आत्मदा समपदण कर , दप्रे तदामप्रेरप्रे ं ै
सलए नरथदक शब्द ं ैं। मभ ऐसनी पप्रेम-कथदाएड।ँ पढ़दी ं ैं ज ंदाड।ँ पप्रेमनी नप्रे
म ैंनप्रेपस्तकयोंंक
पप्रेसमकदा कप्रे नयप्रे पप्रेसमययों कप्रे सलए अपननी जदान दप्रे ;मगरददी उस ै भदावनदा कगो म ैं
शद् संदा क सकतदा ंड,सप्रेवदा।ँ क सकतदा ंड,पप्रेम।ँ कभनी न ंनीं। पप्रेम ससनीनी-सदाददी गऊ
न शप्रेर ं ै,जगो अपनप्रे सशकदार पर ककसनी ककी आड।ँख भनी न ंनीं पड़नप्रे' दप्रे तदा।
ंनीं
,ख़ख़्वदारंडं।ँ
मदालतनी नप्रे उनककी आड।ँखयों मभ आड।ँखभ डदालकर--अगरकपप्रेमदा ख़ख़्वदारंडं।ँ शप्रेर ं ैतगो
म ैंउससप्रेदरू ंनी र ंडगनी।ं।ँ म ैंनप्रेतगो उसप्रेगदाय ंनी समझ रखदा थदा। म ैंपप्रेम कगो संदप्रे
सप्रेऊपर समझतनी ंड।ं।ँव दप्रे ककी वस्तकन ंनीं,आत्मदा ककी वस्तक ं ै। संदप्रे कदा व ंदाड।ँ ज़रदा
भनी स्थदान न ंनींऔर ह सदां तगो संदप्रे कदा नी पररणदाम ं ै। व संपणदआ
ड त्म-समपणद
ं ै। उसकप्रे मंहदर मभ तमक परदीक्षक बनकर न ंनीं,उपदासक बनकर ंनी वरददान पदा
सकतप्रे ंगो।

उठकर खड़नी ंगो गयनी और तप्रेज़नी सप्रे नददी ककी तरफ़ चलदी,मदानगो उसनप्रे अपनदा खगोयदा
ंकआ मदागदपदा सलयदा ंगो। ऐसनी स मसंडतदकदा उसप्रेकभनी अनभवक न ंकआ। उसनप्रे स्वतंत
जनीवन मभ भनी अपनप्रेमभएक दबदलतदाक पदायनी थनी, जगो उसप्रे सद ै व आंदगोसलत करतनी र तनी
थनी, सद ै व अश्स्थर रखतनी थनी। उसकदा मन ज ैसप्रे कगोई आशय खगोजदा
करतदा थदा, श्जसकप्रे बल पर हटक सकप्रे, संसदार कदा सदामनदा कर सकप्रे । अपनप्रे मभ उसप्रे
शश्कम त न समलतनी थनी। बद्ंकधधि और चररत ककी शश्कम त दप्रे खकर व उसककी ओर
लदालदा यत ंगोकर जदातनी थनी। पदाननी ककी भदाड।ँ त र एक पदात कदा ंडप संदारण कर लप्रेतनी
थनी। उसकदा अपनदा कगोई ंडप न थदा। उसककी मनगोवश्त्त ृ अभनी तक ककसनी परदीक्षदाथनी
छदात ककी-सनी थनी। छदात कगो पस्तकयोंंक सप्रेपप्रेम ंगो सकतदा ं ैऔर आज ंगो जदातदा ं ै;
लप्रेककन व पस्तकक कप्रे उन म ंनींभदागयों पर ज़्यदाददा ध्यदान दप्रे तदा ं ै,जगो परदीक्षदा मभ आ
सकतप्रे ं ैं। उसककी प लदी ग़रज परदीक्षदा मभ ससल ंगोनदा ं ै। जदानदाजदन इसकप्रे बदाद।
अगर उसप्रेमदालमड ंगो जदाय कक परदीक्षक बड़दा दयदालक ं ै यदा अंसंदा ं ै और छदातयों कगो
ययों ंनी पदास कर हदयदा करतदा ं ै, तगो शदायद व पस्तकयोंंक ककी ओर आड।ँख उठदाकर भनी
दप्रे खप्रे। मदालतनी जगो ककछ करतनी थनी, मप्रे तदा कगो पसन्न करनप्रे कप्रे सलए। उसकदा
मतलब थदा, मप्रे तदा कदा पप्रेम और ववकसवदा पदाप्त करनदा, उसकप्रे मनगोरदाज्य ककी रदाननी
बन जदानदा; लप्रेककन उसनी छदातककी तर अपननी यगोग्यतदा कदा ववक वदास जमदाकर।
सलयदाक़त आ जदानप्रे सप्रे परदीक्षक आप-ंनी-आप उससप्रेसंतष मंकट ंगो जदायगदा, इतनदा
सं ैयद उसप्रे न थदा।

मगर आज मप्रेतदा नप्रेज ैसप्रेउसप्रेठककरदाकर उसककी आत्म-शश्क्त कगो जगदा हदयदा। मप्रे तदा
कगो जब सप्रे उसनप्रे प लदी बदार दप्रे खदा,तभनीथदा सप्रे उसकदा मन उनककी ओर झकदाक थदा।
उसप्रेव अपनप्रेपररधिचतयों मभ सबसप्रेसमथदजदान पड़प्रे। उसकप्रे पररष्क ृत जनीवन मभ बद्ंकधधि
ककी पखरतदा और ववचदारयों ककी दृढ़तदा ंनी सबसप्रेऊ।ँ चनीड वस्तकथनी। संन और ऐकवयद
कगो तगो व कप्रे वल णखलसौनदा समझतनी ,थनीश्जसप्रे खप्रेलकर लड़कप्रे तगोड़-संगोड़ डदालतप्रे
ं ैं। ंडप मभ भनी अब उसकप्रे सलए ववशप्रेष आकषदण,यदवपन थय
कडपतदा कप्रे सलए घणदा थनी। उसकगो तगो अब बद् धधि-शश्कम त ंनी अपनप्रेओर
झकदा
ंक ं ृ ंक ंक
सकतनी थनी, श्जसकप्रे आशय मभ उसमभ - ववकआत्मवदास जगप्रे,अपनप्रे ववकदास ककी पप्रेरणदा
समलप्रे,अपनप्रे मभ शश्कदामत संचदार , ंगोअपनप्रे जनीवन ककी सदाथदकतदा कदा जदान ंगो। मप्रेतदा
कप्रे बद्ंकधधिबल और तप्रेश्जस्वतदा नप्रे उसकप्रे ऊपर ननीअपम ंकर लगदा ददी और तब सप्रे व
अपनदा संस्कदार करतनी चलदी जदातनी थनी। श्जस पप्रेरक शश्ककीमत उसप्रे ज़रड त थनी, व समल
गयनी थनी और अजदात ंडप सप्रे उसप्रे ग त और शश्कम तदप्रे र ंनी थनी। जनीवन कदा नयदा
आदशद जगो उसकप्रे सदामनप्रे आ गयदा, वथदा अपनप्रे कगो उसकप्रे समनीप
ंकड।ँचदानप्रेककी चप्रेष्टदा करतनी ंकई और ससलतदा कदा अनभवक करतनी ंकई उस हदन ककी कल्पनदा
कर र ंनी थनी, जब व और मप्रेतदा एकदात्म ंगो जदायगप्रे।ँडऔर य कल्पनदा उसप्रे और भनी दृढ़
और नष म ठबनदा र ंनी थनी। मगर आज जब मप्रे तदा नप्रे उसककी आशदाओं कगो द्वदार तक
लदाकर पप्रेम कदा व आदशद उसकप्रे सदामनप्रे,श्जसमभ रखदा पप्रेम कगो आत्मदा और समपदण कप्रे
क्षप्रेत सप्रेकधिगरदाभसौ तक संरदातल तक प ंकड।ँचदा हदयदा गयदा थदा, ज ंदाड।ँ संदप्रे और ईष्यदाद
और भगोग कदा , रदाजतब उसककी ै पररष्क ृत बद्ंक धधि आ त ंगो उठठी। और मप्रे तदा सप्रे
जगो उसप्रे धशदा, उसप्रेथनी एक संक्कदा-सदा लगदा, मदानगो कगोई सशष्य अपनप्रेगंक कगो कगोई ननीच
कमदकरतप्रेदप्रेख लप्रे। उसनप्रेदप्रेखदा, मप्रे तदा ककी
बद्ंकधधि-पखरतदा पप्रेमत्व कगो पशकतदा ककी ओर खनींचप्रेसलयप्रेजदातनी ं ैऔर उसकप्रे दप्रे वत्व
ककी ओर सप्रे आड।ँखभ बंद ककयप्रे ,औरलप्रेतनीय दप्रे खकर ै उसकदा हदल ब ैठ गयदा।

मप्रेतदा नप्रेककछ लश्ज्जत ंगोकर क ंदा -- आओ, ककछ दप्रे र और

ब ैठभ। मदालतनी बगोलदी -- न ंनीं,अब लसौटनदा चदाह ए। दप्रे र ंगो र ंनी

ं ै। ***
31

रदाय सदा ब कदा ससतदारदा बलंद क थदा। उनकप्रे तनीनयों मंसबप्रेडपरप्रेड ंगो गयप्रेथप्रे। कन्यदा ककी
शदाददी संमड-संदाम सप्रे ंगो गयनी थनी,मक़दमदाक जनीत गयप्रेथप्रेऔर नवदादचन मभ ससल ंनी
ंकए थप्रे, ंगोम मभ बर भनी ंगो गयप्रे थप्रे। चदारयों ओर सप्रे बबदाइयदाड।ँ समल र ंनी थनीं। तदारयों कदा तदाड।ँतदा
लगदा ंकआ थदा। इस मक़दमप्रेककगो जनीतकर उन म ंयोंनप्रेतदाल्लक़प्रेददारयोंंक ककी पथम शप्रेणनी मभ स्थदान
पदाप्करत सलयदा थदा। सम्मदान तगो उनकदा प लप्रे भनी ककसनी सप्रे कम
थदा; मगर अब तगो उसककी जड़ और भनी ग रदी और मज़बतड ंगो गयनी थनी।
सदाम यक पतयों मभ उनकप्रे धिचत और चररत दनदादन नकल र ंप्रे थप्रे। क़रज़ ककी मदातदा
ंकत बढ़ गयनी थनी; मगर अब रदाय सदा ब कगो इसककी परवदा न थनी। व इस नयनी
समसलककयत कदा एक छगोटदा-सदा टककड़दा बप्रेचकर क़रज़ सप्रेमकम ंकत ंगो सकतप्रेथप्रे।
सखक ककी जगो ऊड।ँ-चनीसप्रे-ऊड।ँ चनी कल्पनदा उन म ंयोंनप्रे ककी, थनीउससप्रेक ंनींऊ।ँ चप्रे
ड जदा प ंकड।ँचप्रेथप्रे।
अभनी तक उनकदा ब।ँग
ड लदा कप्रेवल लखनऊ मभ थदा। अब न ैननीतदाल, मंसरदीड और
सशमलदा --
तनीनयों स्थदानयों मभ एक-क बग
।ँड लदा बनवदानदा लदाश्ज़म ंगो गयदा। अब उन म ंभ य शगोभदा न

ंनींदप्रेतदा कक इन स्थदानयों मभ जदाय,ंडत


।ँ गो ंगोटलयों मभ यदा ककसनी दसरप्रेड रदाजदा कप्रे ब।ँग
ड लप्रेमभ

ठ रभ । जब सयदपतदापससंंड कप्रे ब।ँग


ड लप्रेइन सभनी स्थदानयों मभ थप्रे,तगो रदाय सदा ब कप्रे सलए
य बड़नी लज्जदा ककी बदात थनी कक उनकप्रे ब।ँग ड लप्रेन ंयों। संयगोग सप्रेब।ँग
ड लप्रेबनवदानप्रे ककी
मत न उठदाननी पड़नी। बनप्रे-बनदायप्रेब।ँग
ड लप्रेसस्तप्रेददामयों मभ समल गयप्रे। र एक ब।ँग
ड लप्रेकप्रे सलए
मदालदी, चसौककीददार, कदाररं ददा,ख़दानसदामदा आहद भनी रख सलयप्रे गयप्रे थप्रे। और सबसप्रे बड़प्रे
ससौभदाग्य ककी बदात य थनी कक अबककी ह ज़ म ैजप्रेस्टदी कप्रे-हदनज्म कप्रे अवसर पर उन म
ंभ रदाजदा ककी पदवनी भनी समल गयनी। अब ककीउनम त्वदाकदांक्षदा संपणदप
ड सप्रेसत
ं ष मंकट ंगो
गयनी। उस हदन ख़बड जशन मनदायदा गयदा और इतननी शदानददार ददावत ंकई कक
वपछलप्रेसदारप्रे रप्रेकदाडदटडट गयप्रे। श्जस वक़्त ह ज़ एक्सप्रेलभसनी गवनदर नप्रे उन म ंभ पदवनी
पददान,गवदककी कप्रे सदाथ रदाज-भश्कम त ककी ऐसनी तरं ग उनकप्रे
मन मभ उठठी कक उनकदा एक-एक रगोम उससप्रे प्लदाववत ंगो उठदा। य ं ै जनीवन!
ंनीं,ववदगोह ययों कप्रे संप्रे र मभ पड़कर व्यथद बदनदामनी,जप्रेलंनी गए और अफ़सरयों ककी नज़रयों
सप्रे धिगर गए। श्जस डनी. एस. पनी. नप्रे उन म ंभ वपछलदी बदार धिगरफ़्तदार ककयदा, थदा इस
वक़्त व उनकप्रे सदामनप्रे ंदाथ बदाड।ँसंप्रे खड़दा थदा और शदायद अपनप्रे अपररदा कप्रे सलए क्षमदा
मदाड।ँग र ंदा ।थदा

मगर जनीवन ककी सबसप्रेबड़नी ववजय उन म ंभउस वक़्त ंकई, जब उनकप्रे परदानप्रेक,परदास्त
शतक,सयदपतदापससंंड नप्रेउनकप्रे बड़प्रेलड़कप्रे ंकदपदालससं सप्रेअपननी कन्यदा कप्रे वववदा कदा
संदप्रेशदा भप्रेजदा। रदाय सदा ब कगो न मक़दमदाक जनीतनप्रेककी इतननी ख़शनीक ंकई थनी, न सम
नस्टर ंगोनप्रे ककी। व सदारदी बदातभ कल्पनदा आतनीमभ थनीं;मगर य बदात तगो आशदातनीत
ंनी न ंनीं,कल्पनदातनीत थनी। व ंनी सयदपतदापससंंड जगो अभनी कई म ंनीनप्रेतक
उन म ंभअपनप्रेककत्तप्रेसप्रेभनी ननीचदा समझतदा थदा, व आज उनकप्रे लड़कप्रे सप्रे अपननी
लड़ककी कदा वववदा करनदा चदा तदा थदा! ककतननी असंभव बदात! ंकदपदाल इस समय
एम. ए. मभ पढ़तदा ,थदाबड़दा नभनीक, पक्कदा आदशदवदाददी,अपनप्रे ऊपर भरगोसदा रखनप्रे
वदालदा, असभमदाननी, रससक और आलसनी यवकक थदा, श्जसप्रे अपनप्रे वपतदा ककी यसंन
और मदानसलप्सदा बरदीक लगतनी थनी। रदाय सदा ब इस समय न ैननीतदाल मभ थप्रे। य
संदप्रेशदा पदाकर संडल उठप्रे । यद् यवप व वववदा कप्रे ववषय मभ लड़कप्रे पर
ककसनी तर
कदा दबदाव डदालनदा न चदा तप्रे थप्रे;पर इसकदा उन म ंभ ववकसवदा थदा कक व जगो ककछ
नक चय कर लभगप्रे,उसमभ ंकदपदाल कगो कगोई आपश्त्त न ंगोगनी और रदाजदा
सयदपतदापससंंड सप्रेनदातदा ंगो जदानदा एक ऐसप्रेससौभदाग्य ककी बदात थनी कक ंकदपदाल
कदा स मत न ंगोनदा ख़यदाल मभ भनी न आ सकतदा थदा।

उन म ंयोंनप्रेतरं तक रदाजदा सदा ब कगो बदात दप्रे ददी और उसनी वक़्त कदपदाल कगो फ़गोन ककयदा।

ंकदपदाल नप्रे जवदाब हदयदा-- मझप्रेकस्वनीकदार न ंनीं।

रदाय सदा ब कगो अपनप्रेजनीवन मभन कभनी इतननी नरदाशदा ंकई थनी, न इतनदा कक्रगो
आयदा थदा। पछदाड -- कगोई वज ?

'समय आनप्रेपर मदालमड ंगो जदायगदा।'

'म ैंअभनी जदाननदा चदा तदा ंड।'ं।ँ

'म ैं न ंनीं बतलदानदा चदा ' तदा।

'तम मंक ंभमप्रेरदांकक्म मदाननदा पड़प्रेगदा।'

'श्जस बदात कगो मप्रेरदी आत्मदा स्वनीकदार न ंनीं करतनी,उसप्रेमआ


ैं पकप्रे ंकक्म सप्रेन ंनीं
मदान सकतदा।'
रदाय सदा ब नप्रे बड़नी नम्रतदा सप्रे समझदायदा-- बप्रेटदा,तमक आदशदवदाद कप्रे पनीछप्रे अपनप्रेप ैरयों
मभ ककल म ंदाड़नी मदार र ंप्रे ंगो। यसंबंसं समदाज मभ तम मंक ंदारदा स्थदान ककतनदा ऊड।ँचदा कर
दप्रे गदा, ककछ तमनप्रेकसगोचदा ं ै? इसप्रे ईक वर ककी पप्रेरणदा समझगो। उस ककल ककी कगोई दररद
कन्यदा भनी मझप्रेकसमलतनी, तगो म ैं अपनप्रे भदाग्य कगो सरदा, यतदा तगो रदाजदा सयदपतदापड
ककी कन्यदा ं ै,जगो मदारप्रे ससरमसौर ं ैं। म ैंउसप्रेरगोज़ दप्रे खतदा ंड।ं।ँतमनप्रेकभनी दप्रे खदा ंगोगदा।
ंडप, गणक, शनील, स्वभदाव मभ ऐसनी यवतनीक म ैंनप्रे आज तक न ंनीं दप्रे खनी। म ैं तगो चदार हदन कदा
और मप्रेमदान ंड।ं।ँतम मंक ंदारप्रे सदामनप्रेसदारदा जनीवन पड़दा ै। म ैंतम मंक ंदारप्रे ऊपर दबदाव
ंनींडदालनदा चदा तदा। तमक जदानतप्रे ंगो, वववदा कप्रे ववषय मभ मप्रेरप्रे ववचदार ककतनप्रे उददार
ं ैं,लप्रेककन मप्रेरदा य भनी तगो संमद ं ैकक अगर तम मंक ंभग़लतनी करतप्रेदप्रेखंड,ततोँ चप्रेतदावननी
दप्रे दंड।ं।ँ

ंकदपदाल नप्रे इसकदा जवदाब हदयदा-- म ैंइस ववषय मभ ब ंकत प लप्रे नकचय कर चकदाक
ंड।ं।ँउसमभ अब कगोई पररवतदन न ंनीं ंगो सकतदा।

रदाय सदा ब कगो लड़कप्रे ककी जड़तदा पर ककर कक्रगो आ गयदा। गरजकर बगोलप्रे -- मदालमड
ंगोतदा ं ै ,तम मंक ंदारदा ससर ककर गयदा ं ै । आकर मझसप्रे कसमलगो। ववलंव न करनदा।
म ैं रदाजदा सदा ब कगो ज़बदान दप्रे चकदाक ंड।ं।ँ

ंकदपदाल नप्रे जवदाब हदयदा-- खप्रेद , अभनी ै मझप्रेकअवकदाश न ंनीं ं ै।

दसरप्रेड हदन रदाय सदा ब ख़द क आ गयप्रे। दगोनयों अपनप्रे-अपनप्रे शस्तयोंसप्रेसजप्रे ंकए त ैयदार
खड़प्रेथप्रे। एक ओर संपणदजड नीवन कदा म।ँजड दा ंकआ अनभवक थदा, समझसौतयों सप्रे भरदा
ंकआ; दसरदीड ओर कच्चदा आदशदवदाद थदा,श्ज़दनी, उदंड और नमदम।

रदाय सदा ब नप्रे ससनीप्रे ममद पर आघदात ककयदा--म ैंजदाननदा चदा तदा ंड,व।ँ कसौन
लड़ककी ं ै?

ंकदपदाल नप्रे अचल भदाव सप्रे क --ंदा अगर आप इतनप्रेउत्सकक ं ैं,तगो सकनए। व
मदालतनी दप्रे वनी ककी ब न सरगोज ं ै।

रदाय सदा ब आ त ंगोकर धिगर पड़प्रे-- अच्छदा व !

'आपनप्रे तगो सरगोज कगो दप्रे खदा ंगोगदा?'


'ख़बड दप्रे खदा ं ै। तमनप्रेकरदाजककमदारदी कगो दप्रे खदा ं ैयदा न ंनीं?'

'जनी ंदाड।ँ,ख़बड दप्रे खदा ं ै।'

'ककर भनी ...।'

'म ैं ंडप कगो कगोई चनीज़ न ंनीं समझतदा।'

'तम मंक ंदारदी अक्ल पर मझप्रेअ


क फ़सगोस आतदा ं ै। मदालतनी कगो जदानतप्रे ंगो क ैसनी
औरत ं ै? उसककी ब न क्यदा ककछ और ंगोगनी।'

ंकदपदाल नप्रे तप्रेवरदी चढ़दाकर क --ंदा म ैंइस ववषय मभ आपसप्रेऔर ककछ न ंनींक नदा
चदा तदा; मगर मप्रेरदी शदाददी ंगोगनी,तगो सरगोज सप्रे।

'मप्रेरप्रे जनीतप्रे जनी कभनी न ंनीं ंगो सकतनी।'

'तगो आपकप्रे बदा ंगोगनी।'


'अच्छदा, तम मंक इरदादप्रे ं ैं!'


ंदारप्रे य

और रदाय सदा ब ककी आड।ँखभ सजल ंगो गयनीं। ज ैसप्रे सदारदा जनीवन उजड़ गयदा ंगो।
सम नस्टरदी और इलदाक़दा और पदवनी, सब ज ैसप्रेबदासनी संडलयों ककी तर ननीरस, नरदानंद
ंगो गयप्रे ंयों। जनीवन ककी सदारदी ससदानदा व्यथद ंगो गयनी। उनककी स म तनीकदा जब दप्रे ंदांत
ंकआ थदा, तगो उनककी उम्र छत्तनीस सदाल सप्रे ज़्यदाददा न थनी। व वववदा कर सकतप्रे , थप्रे
और भगोगववलदास कदा आनंद उठदा सकतप्रे थप्रे। सभनी उनसप्रे वववदारनप्रेककप्रे सलए
आग कर र ंप्रे थप्रे;मगर उन म ंयोंनप्रेइन बदालकयों कदा म।ँं
ड कदप्रेखदा और वववरु जनीवन ककी
ससदानदा स्वनीकदार कर लदी। इन म ंनीं लड़कयों पर अपनप्रे जनीवन कदा सदारदा भगोग-ववलदास
न्यगोछदावर कर हदयदा। आज तक अपनप्रे हृदय कदा सदारदा स्नप्रे इन म ंनीं लड़कयों दप्रे तप्रे चलप्रे

आयप्रे , और ैं आज य लड़कदा इतननी नष्ठकरतदा सप्रेबदातभ कर र ंदा, मदानगो ै उनसप्रे कगोई


नदातदा न ंनीं,ककर व क्ययों जदायददाद और सम्मदान और अधधिकदार कप्रे सलए जदान दभ ।
इन म ंनींलड़कयों ंनी कप्रे सलए तगो व सब ककछ कर र ंप्रेथप्रे,जब लड़कयों कगो उनकदा ज़रदा
भनी सल ंदाज़ न ंनीं,तत व कयद य तपसयय करम। उनद मकदन सशसयर ममब त हदन र नय ै। उनद भड़म आरयम सस पड़स
र नय आतय ै। उनकस और ज़यरद भयई
मंडछयों।ँ पर तदाव दप्रे कर जनीवन कदा भगोग करतप्रे ं ैंऔर मस्त घमतप्रेड ं ैं। ककर व भनी
क्ययों न भगोग-ववलदास मभ पड़प्रे र ंभ। उन म ंभ इस वक़्त यदाद न र दा कक व जगो तपस्यदा
कर र ंप्रे , व ैं लड़कयों कप्रे सलए न , ंनींबश्ल्क अपनप्रे सलए;कप्रे वल यश कप्रे सलए ननीं,
बश्ल्क इसनीसलए कक व कमदशनील ं ैं और उन म ंभ जनीववत र नप्रे कप्रे सलए इसककी
ज़डरत ं ै। व ववलदासनी और अकमदडय बनकर अपननी आत्मदा कगो संतष मंकट न ंनीं
रख
सकतप्रे। उन म ंभमदालम न ंनीं,कक कछ लगोगयों ककी पक ंनी ंगोतनी ं ैकक
त ऐसनी ववलदास
ंड ंक ं ृ
कदा अपदाह जपन स्वनीकदार ंनी न ंनीं कर सकतप्रे। वप्रे अपनप्रेगर श्जकदा ख़नड पनीनप्रे ंनी कप्रे
सलए बनप्रे , और ैं मरतप्रेदम तक वपयप्रेजदायगप्रे।ंड।ँ मगर इस चगोट ककी प तकक्रयदा भनी
तरं तक ई। म श्जनकप्रे सलए त्यदाग करतप्रे ं ैंउनसप्रेककसनी बदलप्रेककी आशदा न
ंक
रखकर भनी उनकप्रे मन पर शदासन करनदा चदा तप्रे, चदा ैंंप्रे व शदासन उन म ंनीं कप्रे ह त
कप्रे सलए , ंगोयद् यवप उस ह त म इतनदा अपनदा लप्रेतप्रे ं ैं कक व उनकदा न
कगो
ंगोक मदारदा ंगो जदातदा ं ै त्यदागककी मदातदा श्जतननी ंनी ज़्यदाददा ंगो , शदासन-
र । तनी ं ैय
भदावनदा भनी उतननी ंनी ंगोतनी ं ै और जब स सदा मभ ववदगो कदा सदामनदा करनदा
पबल
पड़तदा ं ै, म क्षकब मसं ंगो उठतप्रे, और ैं व त्यदाग ज ैसप्रे प तह ंंसदा कदा ंडप लप्रे लप्रेतदा
तगो
ं ै। रदायसदा ब कगो य श्ज़द पड़ गयनी कक ंकदपदाल कदा सरगोज कप्रे सदाथ न
वववदा
ंगोनप्रे पदायप्रे,चदा ंप्रेइसकप्रे सलए उन म ंभपसलसक ककी मदद क्ययों न लप्रेननी पड़प्रे,ननी त ककी
त्यदा क्ययों न करननी पड़प्रे।
उन म ंयोंनप्रे ज ैसप्रे तलवदार खनींचकर --क ंदादाड।ँ,मप्रेरप्रेबदाद ंनी ंगोगनी और अभनी उसप्रेब त

हदन ं ैं। ंक

ंकदपदाल नप्रे ज ैसप्रेलदीगगोचलदा ददी -- ईक वर करप्रे , आप अमर ंयों! सरगोज सप्रे मप्रेरदा

वववदा ंगो
चकदा।ंक
'झठ!
ंड'
'बबलकल न ंनीं,पमदाण-पत मसौजद ं ै।'

ंक ंड
रदाय सदा ब आ त ंगो कर धिगर पड़प्रे। इतननी सतष्ण ृ ह सदां ककी आड।ँखयों सप्रेउन म
ंयोंनप्रेकभनी ककसनी शतक
क गो न दप्रे खदा थदा। शतअ
क धधिक-सप्रे-अधधिक उनकप्रे स्वदाथद पर
आघदात कर सकतदा थदा, यदा दप्रे पर यदा सम्मदान पर;पर य आघदात तगो उस
ममदस्थल पर थदा,
ंदाड।ँजनीवन ककी संपणदप
ड प्रेरणदा संधिचत थनी। एक आड।ँसंनी थनी श्जसनप्रेउनकदा जनीवन जड़
सप्रेउखदाड़ हदयदा। अब व सवदथदा अपंग ं ैं। पसलसक ककी सदारदी शश्क्त ंदाथ मभ र तप्रे
ंकए अपंग ं ैं। बल-पयगोग उनकदा अं तम शस्तथदा। व शसतण उनकप्रे ंदाथ सप्रे
नकल चकदाक थदा। ंकदपदाल बदासलग़ ं ै,सरगोज भनी बदासलग़ ं ै। और ंकदपदाल
अपननी
ररयदासत कदा मदासलक ं ै। उनकदा उस पर कगोई दबदाव न ंनीं। आ ! अगर जदानतप्रे य
लगौंडदा ययों ववदगो करप्रे गदा,तगो इस ररयदासत कप्रे सलए लड़तप्रे ंनी क्ययों?इस मक़दमप्रेबदाज़नीक
कप्रे पनीछप्रे -दगोढदाई लदाख बबगड़ गयप्रे। जनीवन ंनीनष म ट ंगो गयदा। अब तगो उनककी लदाज
इसनी तर बचप्रेगनी कक इस लगौंडप्रेककी ख़शदामद क करतप्रेर ंभ,उन म ंयोंनप्रे ज़रदा बबदादा ददी और
इज़्ज़त संलड मभ समलदी। व जनीवन कदा बसलददान करकप्रे भनी अब स्वदामनी न ंनीं ं ैं।
ओ ! सदारदा जनीवन नष म ट ंगो गयदा। सदारदा जनीवन! ंकदपदाल चलदा गयदा थदा।

रदाय सदा ब नप्रेकदार म।ँग


ड वदाई और मप्रे तदा सप्रे समलनप्रे चलप्रे। मप्रे तदा अगर चदा ंभ तगो मदालतनी
कगो समझदा सकतप्रे ं ैं। सरगोज भनी उनककी अव ंप्रेलनदा न ;करप्रे गनीअगर दस-बनीस ज़दार ंकपए
बल खदानप्रे सप्रे भनी य वववदा ंकक जदाय,तगो व दप्रे नप्रे कगो त ैयदार
थप्रे। उन म ंभउस स्वदाथदकप्रे नशप्रेमभय बबल्ककल ख़्यदाल न र ंदा कक व मप्रेतदा कप्रे
पदास ऐसदा पस्तदाव लप्रेकर जदा र ंप्रे , श्जस ैं पर मप्रे तदा ककी मदददी कभनी उनकप्रे सदाथ
ंगोगनी।

मप्रेतदा नप्रेसदारदा वत्तदान्त ृ सनकरु उन म ंभबनदानदा शकड ककयदा। गंभनीर म।ँं


ड कबनदाकर बगोलप्रे
य तगो आपककी प तष्ठदा कदा सवदाल ं ै।

रदाय सदा ब भदाड।ँप न सकप्रे । उछलकर बगोलप्रे--जनी ंदाड,।ँ कप्रे वल प तष्ठदाकदा। रदाजदा
सयदपतदापससंंड कगो तगो आप जदानतप्रे? ं ैं
'म ैंनप्रेउनककी लड़ककी कगो भनी दप्रे खदा ं ै। सरगोज उसकप्रे पदाड।ँव ककी संलड भनी न ंनीं ं ै।'

'मगर इस लगौंडप्रे ककी अक्ल पर पत्थर पड़ गयदा 'ं ै।

'तगो मदाररयप्रे गगोलदी,आपकगो क्यदा करनदा ं ै। व ंनी पछतदायप्रेगदा।'

'आ ! य ंनी तगो न ंनीं दप्रे खदा जदातदा मप्रे तदाजनी? ई प तष्ठदा नंनीं छगोड़नीजदातनी।
समलतनी
ंक
म ैं इस प तष म ठदापर अपननी सआनी ररयदासत क़कबदादन करनप्रेकगो त ैयदार ंड।ं।ँआप
मदालतनी दप्रे वनी कगो समझदा दभ ,तगो कदाम बन जदाय। सइर सप्रे इनकदार ंगो जदाय,तगो
ंकदपदाल ससर पनीटकर र जदायगदा और य नशदा दस-पदाड।ँच हदन मभ आप उतर
जदायगदा। य पप्रेम-रगोग ककछ न ंनीं,कप्रे वल सनक 'ं ै।
'लप्रेककन मदालतनीबबनदा ककछ ररकवत सलए मदानप्रेगनी न ंनीं।'

'आप जगो ककछ कह ए, म ैंउसप्रेदंडगदा।ं।ँ व चदा ंप्रेतगो मभ उसप्रेय ंदाड।ँकप्रे डफ़ररन


ंदाश्स्पटल कदा इनचदाजदबनदा दंड।'ं।ँ

'मदान लदीश्जए, व आपकगो चदा ंप्रे तगो आप रदाज़नी ंयोंगप्रे। जब सप्रे आपकगो सम नस्टरदी
समलदी ं ै,आपकगो ववषय मभ उसककी रदाय ज़डर बदल गयनी ंगोगनी।'

रदाय सदा ब नप्रेमप्रेतदा कप्रे चप्रेरप्रेककी तरफ़ दप्रे खदा। उस पर मस्करदाक ट ककी रप्रे खदा नज़र
आयनी। समझ गयप्रे।

व्यधिथत स्वर मभ बगोलप्रे--आपकगो भनी मझसप्रेम


क ज़दाक़ करनप्रेकदा य ंनी अवसर समलदा।
म ैंआपकप्रे पदास इससलए आयदा थदा कक मझप्रेकयक़कीन थदा कक आप मप्रेरदी ंदालत पर
ववचदार करभ गप्रे,मझप्रेकउधिचत रदाय दभ ग। और आप मझप्रेकबनदानप्रेलगप्रे। श्जसकप्रे ददाड।ँत न ंनीं
दखप्रेक,व ददाड।ँतयों कदा ददद क्यदा जदानप्रे।

मप्रे तदा नप्रे गंभनीर स्वर सप्रे --क क्षमदा ककीश्जएगदा, आप ऐसदा पकन ंनी लप्रेकर आयप्रे
ं ैंकक उस पर गंभनीर ववचदार करनदा म ैंंदास्यदास्पद समझतदा ंड।ं।ँआप अपननी शदाददी
कप्रे श्ज़म्मप्रेददार ंगो सकतप्रे ं ैं। लड़कप्रे ककी शदाददी कदा ददा यत्व आपअपनप्रेक्ययों ऊपर
लप्रेतप्रे, ख़दास ैं कर जब आपकदा लड़कदा बदासलग़ ं ै और अपनदा नफ़दा-नक़सदानक
समझतदा ं ै। कम-सप्रे-कम म ैं तगो शदाददी-ज ैसप्रेम त्व कप्रे मआमलप्रेकमभप तष्ठदा कदा
कगोई स्थदान न ंनीं समझतदा। प तसष्ठदान सप्रे ंगोतनी तगो रदाजदा सदा ब उस नंगप्रे बदाबदा
कप्रे सदामनप्रेघंटयों ग़लदामयोंंक ककी तर ंदाथ बदाड।ँसंप्रेन खड़प्रेर तप्रे। मदालमड न ंनींक ंदाडत
।ँ क
ंनी ं ै; पर रदाजदा सदा ब अपनप्रे इलदाक़प्रे कप्रे ददारगोग़दा तक कगो सलदाम करतप्रे;इसप्रे ैं
आप प तष्ठदा क तप्रे ? ं ैंलखनऊ मभ आप ककसनी दकदानददारू, ककसनी अ लकदार, ककसनी
रदा गनीर सप्रेपडछए, उनकदा नदाम सनकरु गदासलयदाड।ँंनी दप्रे गदा। इसनी कगो आप प तष्ठदा
तप्रे ? ं ैंजदाकर आरदाम सप्रे ब ैहठए। सरगोज सप्रेअच्छठी ववडआपकगो बड़नी मश्ककलक सप्रे
समलप्रेगनी।

रदाय सदा ब नप्रे आपश्त्त कप्रे भदाव सप्रे क-- ंदाब न तगो मदालतनी ंनी ककी ं ै।
मप्रे तदा नप्रे गमद ंगोकर क-- ंदामदालतनी ककी ब न ंगोनदा क्यदा अपमदान ककी बदात ै?
मदालतनी कगो आपनप्रे जदानदा न , ंनींऔर न जदाननप्रे ककी परवदा ककी। म ैंनप्रे भनी य ंनी
समझदा थदा; लप्रेककनअब मदालमड ंकआ कक व आग मभ पड़कर चमकनप्रेवदालदी सच्चनी
संदातक ं ै। व उन वनीरयों मभ ं ैजगो अवसर पड़नप्रेपर अपनप्रेजसौ र हदखदातप्रे ं ैं,तलवदार
घमदातप्रेन
क ंनींचलतप्रे। आपकगो मदालमड ं ैखन्नदा ककी आजकल क्यदा दशदा ं ै?

रदाय सदा ब नप्रेस ंदानभत


डक कप्रे भदाव सप्रेससर ह लदाकर क ंदा सनक चकदाक ंड,और।ँ
--
बदार-बदार इच्छदा ई कक उनसप्रेसमलंड;ं।ँलप्रेककन फ़करसत न समलदी। उस समल
मभ आग
ंक
लगनदा उनकप्रे सवदनदाश कदा कदारण ंगो गयदा।
'जनी ंदाड।ँ। अब व एक तर सप्रे दगोस्तयों ककी दयदा पर अपनदा नवदाद कर र ंप्रे ं ैं। उस

पर गगोववंददी म ंनीनयों सप्रे बनीमदार ं ै। उसनप्रे खन्नदा पर अपनप्रे कगो बसलददान कर, हदयदा
उस पशकपर श्जसनप्रे मप्रेशदा उसप्रे जलदायदा;अब व मर र ंनी ं ै। और मदालतनी रदात
ककी रदात उसकप्रे ससर ंदानप्रे ब ैठठी र जदातनी,व ंनी ै मदालतनी जगो ककसनी रदाजदा रईस
सप्रे
पदाड।ँच ससौ फ़कीस पदाकर भनी रदात-भर न ब ैठप्रेगनी। खन्नदा कप्रे छगोटप्रे बच्चयों कगो पदालनप्रे कदा
भदार भनी मदालतनी पर ं ै। य मदातत्व उसमभ क ंदाड।ँसगोयदा आ थदा, मदालम न ंनीं। मझप्रे
ं ृ ंक ंड ंक
तगो मदालतनी कदा य स्वडप दप्रे खकर अपनप्रे भनीतर शद्संदा कदा अनभवक ंगोनप्रेलगदा,
ंदालदाड।ँकक आप जदानतप्रे,म ैंघगोर ैं जड़वदाददी ंड।ं।ँऔर भनीतर कप्रे पररष्कदार कप्रे
सदाथ
उसककी छवव मभ भनी दप्रे वत्व ककी झलक आनप्रेलगनी ं ै। मदानवतदा इतननी ब रं गनी और
ंक
इतननी समथद , इसकदा ै मझप्रेकपत्यक्ष अनभवक ंगो र ंदा ं ै। आप उनसप्रेसमलनदा चदा ंभ
तगो चसलए, इसनी ब ंदानप्रेमभ
ैं नी चलदा चलंडगदा।ं।ँ'

रदाय सदा ब नप्रे श्स्नग मसं भदाव सप्रे क --ंदा जब आप ंनी मप्रेरप्रे ददद कगो न ंनीं समझ, सकप्रे
तगो मदालतनी दप्रे वनी क्यदा समझभगनी,फ़्तक मभ शसमंदगनी ंगोगनी; मगर आपकगो पदास जदानप्रे कप्रे
सलए ककसनी ब ंदानप्रे ककी ज़डरत क्ययों! म ैं तगो समझतदा,आपनप्रेथदा उनकप्रे ऊपर अपनदा जदाद
ंडडदाल हदयदा ं ै।

मप्रेतदा नप्रे सरत भरदी मस्करदाक ट कप्रे सदाथ जवदाब हदयदा -- व बदात अब स्वप्न ंगो
गयनी। अब तगो कभनी उनकप्रे दशदन भनी न ंनीं ंगोतप्रे। उन म ंभअब फ़करसत भनी न ंनींर
तनी। दगो-चदार बदार गयदा। मगर मझप्रेकमदालमड ंकआ, मझसप्रेकसमलकर व ककछ ख़शक न
ंनीं ंकईं, तब सप्रेजदातप्रेझभपतदा ंड।ं।ँ ंदाड।ँ,ख़बड यदाद आयदा, आज मह लदा-व्यदायदामशदालदा
कदा जलसदा ं ै,आप चलभगप्रे?
रदाय सदा ब नप्रे बप्रेहदलदी कप्रे सदाथ क-- ंदाजनी न ंनीं,मझप्रेकफ़करसत न ंनीं ं ै। मझप्रेकतगो य
धिचंतदा सवदार ं ैकक रदाजदा सदा ब कगो क्यदा जवदाब दंडगदा।ं।ँ म ैंउन म ंभवचन दप्रे चकदाक
ंड।ं।ँ

क तप्रे ंकए व उठ खड़प्रे ंकए और मंदग त सप्रेद्वदार ककी ओर चलप्रे। श्जस गत्थनीक
कगो सलझदानप्रेकआयप्रेथप्रे,व और भनी जहटल ंगो गयनी। अंसंकदार और भनी असझड ंगो गयदा।
मप्रेतदा नप्रेकदार तक आकर उन म ंभबबददा ककयदा। रदाय सदा ब ससनीप्रेअपनप्रेब।ँग
ड लप्रे पर आयप्रे और
द ै नक पत उठदायदा थदा कक समस्टर तंखदा कदा कदाडद समलदा। तंखदा सप्रे उन म ंभघणदा ृ थनी,
और उनकदा म।ँं
ड भ
क नी न दप्रे खनदा चदा तप्रे ; थप्रेलककन इस वक़्त मन ककी दबदलक दशदा मभ उन म
ंभककसनी मदददककी तलदाश थनी, जगो और ककछ न कर सकप्रे, पर उनकप्रे मनगोभदावयों सप्रेस
ंदानभत
कड तगो करप्रे । तरं तक बलदाक सलयदा।

तंखदा पदाड।ँव दबदातप्रे ंकए, रगोननी सरतड सलयप्रेकमरप्रे मभददाणख़ल ंकए और ज़मनीन पर
झककरु सलदाम करतप्रे ंकए बगोलप्रे-- म ैंतगो ंकज़रू कप्रे दशदन करनप्रेन ैननीतदाल जदा र ंदा
थदा। ससौभदाग्य सप्रेय ंनींदशदन ंगो गयप्रे! ंकज़रू कदा समज़दाज तगो अच्छदा ं ै। इसकप्रे
बदाद उन म ंयोंनप्रे बड़नी लच्छप्रे ददार भदाषदा , मभ और अपनप्रेवपछलप्रेव्यव ंदार कगो बबल्ककल
भलकरू,
रदाय सदा ब कदा यशगोगदान आरं भ ककयदा-- ऐसनी ंगोम-मभ बरदी कगोई क्यदा करप्रे गदा,सश्जर
दप्रे णखयप्रे ंकज़रू ंनी कप्रे चचप्रे ं ैं। य पद ंकज़रू ंनी कगो शगोभदा दप्रे तदा ं ै।

रदाय सदा ब मन मभ सगोच र ंप्रे, यथप्रेआदमनी भनी ककतनदा बड़दा संतद ड ं ै,अपननी ग़रज़
पड़नप्रे पर धगप्रे कगो ददाददा क नप्रेवदालदा,पलप्रे ससरप्रे कदा बप्रेवफ़दा और नलदज्ज;मगर उन म ंभ
उन पर कक्रगो न आयदा, दयदा आई।

पछदाड -- आजकल आप क्यदा कर र ंप्रे ?ं ैं

'ककछ न ंनीं ंकज़रू, बप्रेकदार ब ैठदा ंड।ं।ँइसनी उम्मनीद सप्रेआपककी णख़दमत मभ ंदाश्ज़र ंगोनप्रे
जदा र ंदा थदा कक अपनप्रेपरदानप्रेकखदाहदमयों पर नगदा र ंप्रे। आजकल बड़नी मसनीबतक मभ
पड़दा ंकआ ंडं।ँंकज़र।ंड रदाजदा सयदपतदापससंंड कगो तगो ंकज़रू जदानतप्रे ं ैं,अपनप्रे सदामनप्रे
ककसनी कगो न ंनीं समझतप्रे। एक हदन आपककीनंददा करनप्रेलगप्रे। मझसप्रेकन सनदाक
गयदा। म ैंनप्रे ,कबसदा ककीश्जए म ंदारदाज, रदाय सदा ब मप्रेरप्रे स्वदामनी ं ैं और म ैं उनककी
नंददा न ंनींसनक सकतदा। बस इसनी बदात पर बबगड़ गयप्रे। म ैंनप्रेभनी सलदाम ककयदा और
घर चलदा आयदा। म ैंनप्रे सदाफ़ क हदयदा,आप ककतनदा ंनी ठदाट-बदाट हदखदायभ;पर
रदाय
सदा ब ककी जगो इज़्ज़त ं ै; व आपकगो नसनीब न ंनीं ंगो सकतनी। इज़्ज़त ठदाट सप्रे न ंनीं
ंगोतनी, सलयदाक़त सप्रे ंगोतनी ं ै। आप मभ जगो सलयदाक़त ैव तगो द ंकनयदा जदानतनी ं ै।
रदाय सदा ब नप्रे असभनय ककयदा-- आपनप्रे तगो ससनीप्रे घर मभ आग लगदा ददी।

तंखदा नप्रे अकड़कर क --ंदा म ैंतगो ंकज़रू सदाफ़ क तदा ंड,ककसनीभीँ कगो अच्छदा लगप्रे यदा
बरदा।ंक जब ंकज़रू कप्रे क़दमयों कगो पकड़प्रे ंकए ंड,ततोँ ककसनी सप्रेक्ययों डड।ँ। ंकज़रू कप्रे तगो
नदाम सप्रेजलतप्रे ं ैं। जब दप्रे णखए ंकज़रू ककी बदगगोई। जब सप्रेआप सम नस्टर ंकए ं ैं,
उनककी छदातनी पर सदाड।ँप लगोट र ंदा ं ै। मप्रेरदी- ककीसदारदी-ंदारदी मज़दरदीड सदाफ़ डकदार गयप्रे।
दप्रे नदा तगो जदानतप्रेन ंनीं ंकज़डर। असदासमययों पर इतनदा अत्यदाचदार करतप्रे ं ैंकक ककछ न
पडछए। ककसनी ककी आबड सलदामत न ंनीं। हदन द ंदाड़प्रेऔरतयों कगो ...।'

कदार ककी आवदाज़ आयनी और रदाजदा सयदपतदापससंंड उतरप्रे ।

रदाय सदा ब नप्रे कमरप्रे सप्रे नकलकर उनकदा स्वदागत ककयदा और इस सम्मदान कप्रे
बगोझ सप्रे नत ंगोकर बगोलप्रे-- म ैं तगो आपककी सप्रेवदा मभ आनप्रेवदालदा ंनी थदा।

प लदा अवसर थदा कक रदाजदा सयदपतदापससंंड नप्रेइस घर कगो अपनप्रेचरणयों सप्रे


पववत ककयदा। य ससौभदाग्य! समस्टर तंखदा भनीगनी बबल्लदी बनप्रेबठ
ै प्रे ंकए थप्रे। रदाजदा
सदा ब य ंदाड।ँ! क्यदा सइर इन दगोनयों म ंगोदययों मभ दगोस्तनी ंगो गयनी?उन म ं ैयोंनप्रे रदाय सदा
ब ककी ईष्यदादश्ग्न कगो उत्तप्रेश्जत करकप्रे अपनदा ंदाथ सभकनदा चदा;मगरदाथदा न ंनीं,
रदाजदा सदा ब य ंदाड।ँ समलनप्रे कप्रे सलए आ भलप्रे ंनी ,गयप्रेमगर हदलयों मभ जगो जलन ं ै
व तगो ककम म ंदार कप्रे आड।ँवप्रेककी तर इस ऊपर ककी लप्रेप-थगोप सप्रेबझनप्रेवदालदीक न ंनीं।

रदाजदा सदा ब नप्रेससगदार जलदातप्रे ंकए तंखदा ककी ओर कठगोर आड।ँखयों सप्रेदप्रेखकर क ंदा --
तमनप्रेत
क गो सरतड ंनी न ंनींहदखदाई समस्टर तंखदा। मझसप्रेउ
क स ददावत कप्रे सदारप्रेक पए
वसलड कर सलयप्रेऔर ंगोटलवदालयों कगो एक पदाई न ददी, व मप्रेरदा ससर खदा र ंप्रे ं ैं। म ैं
इसप्रे ववकवदास घदात समझतदा ंड।ं।ँमच
ैं दा ंडततोँ अभनी तम मंक ंभपलदीसक मभ दप्रेसकतदा ंड।ं।ँ

क तप्रे ंकए उन म ंयोंनप्रेरदाय सदा ब कगो संबगोधधित करकप्रे क ंदा -- ऐसदा बप्रेईमदान
आदमनी म ैंनप्रे नदप्रे खदानीं रदाय सदा ब। म ैंसत्य क तदा ंड,म ैंभीँकभनी आपकप्रे मक़दाबलप्रेम
क भ
खड़दा ंगो तदा। मगर इसनी श ैतदान नप्रेमझप्रेब
क कदायदा और मप्रेरप्रेएक लदाख ंक पए
बरबदाद कर हदयप्रे। ब।ँग
ड लदा ख़रदीद सलयदा सदा ब , कदार रख लदी। एक वप्रेकयदा सप्रे
आशनदाई भनी कर रखनी ं ै। परप्रेड रईस बन गयप्रेऔर अब दग़दाबदाज़नी शकड ककी ं ै।
रईसयों ककी शदान नभदानप्रे कप्रे सलए ररयदासत चदाह ए। आपककी ररयदासत अपनप्रे दगोस्तयों
ककी आड।ँखयों मभ संलड झयोंकनदा ं ै।

रदाय सदा ब नप्रे तंखदा ककी ओर तरस्कदार ककी आड।ँखयों सप्रे दप्रे खदा। और-- आपबगोलप्रेचपक
क्ययों ं ैं समस्टर तंखदा,ककछ जवदाब ददीश्जए। रदाजदा सदा ब नप्रेतगो आपकदा सदारदा
मप्रे नतदानदा दबदा सलयदा। ं ै इसकदा कगोई जवदाब आपकप्रेपदास? अब क ृपदा करकप्रे य ंदाड।ँ
सप्रेचलप्रेजदाइए और ख़बरददार ककर अपननी सरतड न हदखदाइएगदा। दगो भलप्रेआदसमययों
मभ लड़दाई लगदाकर अपनदा उल्ल ंडससनीदा करनदा बप्रेपंडजनीभीँ कदा रगोज़गदार ं ै; मगर इसकदा
घदाटदा और नफ़दा दगोनयों ंनी जदान-जगोणख़म ं ै समझ लदीश्जए।

तंखदा नप्रे ऐसदा ससर गड़दायदा कक ककर न उठदायदा। संनीरप्रे सप्रे चलप्रेज ैसप्रेगय। कगोई चगोर
ककत्तदा मदासलक कप्रे अंदर आ जदानप्रेपर दबकर नकल जदाय।

जब व चलप्रे गयप्रे,तगो रदाजदा सदा ब नप्रेपछदाड -- मप्रेरदी बरदाईक करतदा ंगोगदा?

'जनी ंदाड।ँ;मगर म ैंनप्रेभनी ख़बड बनदायदा।' 'श ैतदान 'ं ै।

'परदा।ंड'

'बदाप-बप्रेटप्रे मभ लड़दाई करवदा,समयदाड।ँदप्रे-बनीबनी मभ लड़दाई करवदा दप्रे । इस फ़न मभ उस्तदाद ं ै।


ख़ ैर,आज बचदा कगो अच्छदा सबक़ समल गयदा।'

इसकप्रे बदाद ंकदपदाल कप्रे वववदा ककी बदातचनीत शकड ंकई। रदाय सदा ब कप्रे पदाण सखप्रेडजदा
र ंप्रेथप्रे। मदानगो उन पर कगोई नशदानदा बदाड।ँसंदा जदा र ंदा ंगो। क ंदाड।ँछप जदाय।ंड।ँक ैसप्रेक ंभ
ंकदपदाल पर उनकदा कगोई अधधिकदार न ंनीं र ;ंदा मगर रदाजदा सदा ब कगो पररश्स्थ
त कदा जदान ंगो चकदाक थदा। रदाय सदा ब कगो अपननी तरफ़ सप्रेककछ न क नदा पड़दा।
जदान बच गयनी।

उन म ंयोंनप्रेपछदाड -- आपकगो इसककी क्ययोंकर ख़बर ंकई?

'अभनी-अभनी ंकदपदाल नप्रेलड़ककी कप्रे नदाम एक पत भप्रेजदा ं ैजगो उसनप्रेमझप्रेकदप्रेहदयदा।'


'आजकल कप्रे लड़कयों मभ और तगो कगोई ख़बनीड नज़र न ंनींआतनी, बस स्वच्छं दतदा ककी
सनक सवदार ं ै।'

'सनक तगो ं ै ;ंनीमगर इसककी दवदा मप्रेरप्रे पदास ं ै । म ैं उस छगोकरदी कगो ऐसदा ग़दायब कर
दंडकक।ँ क ंनींपतदा न लगप्रेगदा। दस-पदाड।ँच हदन मभ य सनक ठं डनी ंगो जदायगनी। समझदानप्रे
सप्रे कगोई नतनीजदा न ' ंनीं।

रदाय सदा ब कदाड।ँप उठप्रे । उनकप्रे मन मभ भनी इस तर ककी बदात आयनी;लप्रेककनथनी


उन म ंयोंनप्रे उसप्रे आकदार लप्रेनप्रे हदयदा थदा। संस्कदार दगोनयों व्यश्क्ययोंतकप्रे एक-सप्रे थप्रे।
धगदावदासनीक मनष्यक दगोनयों ंनी व्यश्क्तययों मभ जनीववत थदा। रदाय सदा ब नप्रे उसप्रे ऊपर
वस्तयों सप्रेढड।ँक हदयदा थदा। रदाजदा सदा ब मभ व नग्न थदा। अपनदा बड़प्पन ससद् सं
करनप्रे कप्रे उस अवसर कगो रदाय सदा ब छगोड़ न सकप्रे । ज ैसप्रे लश्ज्जत ंगोकर-- बगोलप्रे
लप्रेककन य बनीसवनीं सददी, बदार ै वनीं न ंनीं। ंकदपदाल कप्रे ऊपर इसककी क्यदा प तकक्रयदा
ंगोगनी, म ैं न ंनीं क सकतदा;लप्रेककन मदानवतदा ककी दृश्ष्टसप्रे .... ।

रदाजदा सदा ब नप्रे बदात कदाटकर क ंदा-- आप मदानवतदा सलयप्रे ककरतप्रे ं ैं और य न ंनीं
दप्रे खतप्रेकक संसदार मभ आज मनष्यक ककी पशकतदा ंनी उसककी मदानवतदा पर ववजय पदा
ंनी ं ै। न , ंनींरदाष्रयों मभ लड़दाइयदाड।ँ क्ययों? पंचदायतयोंंगोतनीं सप्रे मदामलप्रे न तय ंगो ?जदातप्रे
जब तक मनष्यक र ंप्रेगदा, उसककी पशकतदा भनी र ंप्रेगनी।

छगोटदी-मगोटदी ब स छड़ गयनी और वववदा कप्रे ंडप मभ आकर अंत मभ ववतंडदा बन गयनी और


रदाजदा सदा ब नदारदाज़ ंगोकर चलप्रे गयप्रे।

दसरप्रेड हदन रदाय सदा ब नप्रे भनी न ैननीतदाल कगो पस्थदान ककयदा। और उसकप्रे एक हदन
बदाद ंकदपदाल नप्रे सरगोज कप्रे सदाथ इंगल ैंड ककी रदा लदी। अब उनमभ -पतक कवपतदा नदातदा न
थदा। प तद् वंद्वनी ंगो गयप्रे थप्रे। समस्टर तंखदा अब ंकदपदाल कप्रे सलदा कदार और
प ैरगोकदार थप्रे। उन म ंयोंनप्रे ंकदपदाल ककी तरफ़ सप्रे रदाय सदा ब पर ह- फ़सयबमड़ कय दयवय ककयय। रयय
सय ब पर दस लयख कक डडगड़ त गयड़। उनद म डडगड़ कय इतनय ददख न आ शजतनय अपनसअपमयन कय। अपमयन ससभड़
बढ़कर ददख थय जड़वन कक सशधचत असभलयषयओशकस लस ममसमल जयनसकय और सबससबड़य ददख थय इस बयत कय कक
अपनसबसटसनस ड़ दग़य दड़। आजयकयरड़ पत कस वपतय बननस कय गदरव बड़ड़ नददयतय कस सयथ उनकस यथ सस छड़न सलयय गयय
थय।
मगर अभनी शदायद उनकप्रे दछःख कदा प्यदालदा भरदा न थदा। जगो कछ कसर थनी, व
ंक ंक
लड़ककी और ददामदाद कप्रे संबंसं-ववच्छप्रे द कर ददी। ससदादारण ह दं ंडबदासलकदाओं
नप्रेपरदीड
ककी तर मनीनदाक्षनी भनी बप्रेज़बदान थनी। बदाप नप्रे श्जसकप्रे सदाथ ब्यदा कर हदयदा,उसकप्रे
सदाथ चलदी गयनी; लप्रेककन स्तनी-पंकष मभ पप्रेम न थदा। हदश्ग्वजयससं ऐयदाश भनी थप्रे,
शरदाबनी भनी। मनीनदाक्षनी भनीतर ंनी भनीतर कढ़तनी र तनी थनी। पस्तकयों और पबतकदाओंसप्रे
ंक ंक
मन ब लदायदा करतनी थनी। हदश्ग्वजय ककी अवस्थदा तगो तनीस सप्रे अधधिक न थनी। पढ़दा-
सलखदा भनी थदा; मगर बड़दा मग़रड , अपननी कल-प तष म ठदा ककी डनींग मदारनप्रेवदालदा,स्वभदाव
ंक
कदा नददयनी और कपण। गदाडव ।ँ ककी ननीच जदा त ककी -बप्रेहटययों पर डगोरप्रे डदालदा करतदा

ं ृ ंड
थदा। सगो बत भनी ननीचयों ककी थनी, श्जनककी नप्रे उसप्रे और भनी ख़शदामदपसंद क
ख़शदामदयोंंक
बनदा हदयदा थदा। मनीनदाक्षनी ऐसप्रे व्यश्कम तकदा सम्मदान हदल सप्रे न कर सकतनी थनी।
ककर पतयों मभ श्स्ययोंत कप्रे अधधिकदारयों ककी चचदाद पढ़-ढ़कर उसककी आड।ँखभखलनप्रेकलगनी
थनीं। व ज़नदानदा क्लब मभ आनप्रे-जदाप्रेलगनी। व ंदाड।ँककतननी ंनी सशक्षक्षत ऊड।ँचप्रेकल ककी
ंक
मह लदाएड।ँ आतनी थनीं। उनमभ वगोट और अधधिकदार और सस्वदानीनतदा और-ज नदारदीगत
ं ृ
ककी ख़बड चचदाद ंगोतनी थनी, ज ैसप्रेपंकषयों कप्रे ववकद् सं कगोई षडयंत रचदा जदार ंगो।
ंदा
अधधिकतर व ंनी दप्रे ववयदाड।ँथनींश्जनककी अपनप्रेपंकषयों सप्रेन पटतनी थनी, जगो नयनी सशक्षदा
पदानप्रेकप्रे कदारण परदाननीक मयदाददादओंकगो तगोड़ डदालनदा चदा तनी थनीं। कई यवक तयदाड।ँभनी
थनीं,जगो डडधिगयदाड।ँलप्रेचककीक थनींऔर वववदाह त जनीवन कगो आत्मसम्मदान कप्रे सलए
घदातक समझकर नसौकररययों ककी तलदाश मभ थनीं। उन्मप्रेनींएक समस सलतदानक थनीं,जगो
ववलदायत सप्रे बदार-ऐट-लदा ंगोकर आयनी थनीं और य ंदाड।ँ परददानशनीन मह लदाओं कगो
क़दानननीड सलदा दप्रे नप्रेकदा व्यवसदाय करतनी थनीं। उन म ंनींककी सलदा सप्रेमनीनदाक्षनी नप्रेप त
पर गज़दारप्रेक कदा ददावदा ककयदा। व अब उसकप्रे घर मभ न र नदा चदा तनी थनी। गज़दारप्रेक ककी
मनीनदाक्षनी कगो ज़डरत न थनी। म ैकप्रे मभ व बड़प्रे आरदाम सप्रे र सकतनी;मगरथनी व
हदश्ग्वजयससं कप्रे मखक मभ कदासलख लगदाकर य ंदाड।ँसप्रेजदानदा चदा तनी थनी।
हदश्ग्वजयससं नप्रे उस पर उलटदा बदचलननी कदा आक्षप्रेप लगदायदा। रदाय सदा ब नप्रे इस
कल कगो शदांत करनप्रेककी भरसक ब त चप्रेष्टदा ककी; पर मनीनदाक्षनी अब प त ककी सरतड
ंक
भनी न ंनीं दप्रे खनदा चदा तनी ।थनीयद्यवप हदश्ग्वजयससं कदा ददावदा ख़दाररज ंगो गयदा और
मनीनदाक्षनी नप्रेउस पर गज़दारप्रेक ककी डडगनी पदायनी; मगर य अपमदान उसकप्रे श्जगर मभ
चभतदाक र ंदा। व अलग एक कगोठठी मभ र तनी थनी, और ससमष म टवदाददी आंदगोलन मभ
पमखक भदाग लप्रेतनी थनी, पर व जलन शदांत न ंगोतनी
थनी।
एक हदन व कक्रगो मभ आकर ंंटरसलयप्रेहदश्ग्वजयससं कप्रे ब।ँग
ड लप्रेपर प ंड।ँचनी

ंक
शगो दप्रे जमदा थप्रे और वप्रेकयदा कदा नदाच ंगो र ंदा थदा। उसनप्रे रणचंडनी ककी भदाड।ँ त वपशदाचयों
ककी इस चंडदाल चसौकड़नी मभ प ंकड।ँचकर त लकदा मचदा हदयदा। ंंटर खदा-खदाकर लगोग सइर-
सउर भदागनप्रे लगप्रे। उसकप्रे तप्रेज कप्रे सदामनप्रे व ननीच शगो दप्रे क्यदा;जबहटकतप्रे हदश्ग्वजयससं
अकप्रे लप्रेर गयप्रे,तगो उसनप्रेउन पर सड़दासड़ ंंटर जमदानप्रेशकड ककयप्रे और इतनदा मदारदा कक
क।ँड ंकवर सदा ब बप्रेदम ंगो गयप्रे। वप्रेकयदा अभनी तक कगोनप्रेमभदबककी खड़नी थनी। अब उसकदा
नंबर आयदा। मनीनदाक्षनी ंंटर तदानकर जमदानदा ंनी चदा तनी थनी
वप्रेकयदा उसकप्रे प ैरयों पर धिगर पड़नी और रगोकर बगोलदी--दलहक नजनी, आज आप मप्रेरदी
जदान बख़्श दभ । म ैंककर कभनी य ंदाडन ।ँ आऊड।ँगनी। म ैंनरपररदा ंड।ं।ँ

मनीनदाक्षनी नप्रेउसककी ओर घणदा ृ सप्रेदप्रेखकर क ंदा -- ंदाड।ँ,तड नरपररदा ं ै। जदानतनी


न, म ैंकसौन ंड!ं।ँचलदी जदा। अब कभनी य दाडन ।ँ आनदा। ं ै म श्स्तयदाड।ँ भगोग-ववलदास
चनीज़भ ं ैं,तप्रेरदानी कगोई दगोष न ंनीं! ककी

वप्रेकयदा नप्रे उसकप्रे चरणयों पर ससररखकर आवप्रेश मभ क-- ंदापरमदात्मदा आपकगो सखनीक
रखप्रे। ज ैसदा आपकदा नदाम सनतनीक थनी, व ैसदा ंनी पदायदा।

'सखनीक र नप्रेसप्रेतम मंक ंदारदा क्यदा आशय ं ै?'

'आप जगो समझभ म ंदारदाननीजनी!'

'न ंनीं,तमक बतदाओ।'

वप्रेकयदा कप्रे पदाण नखयों मभ समदा गयप्रे। क ंदाड।ँ सप्रे क ंदाड।ँ आशनीवदादद दप्रे नप्रे चलदी। ज गयनी थनी,
चपकप्रेक सप्रेअपननी रदा लप्रेननी चदाह ए थनी,दआक दप्रे नप्रेककी सनक सवदार ंकई। अब क ै सप्रे जदान बचप्रे।

डरतनी-डरतनी बगोलदी -- ंकज़रू कदा एक़बदाल बढ़प्रे ,नदाम बढ़प्रे ।

मनीनदाक्षनी मस्करदायनीक -- ंदाड।ँ,ठठीक ं ै।

आकर अपननी कदार मभ ब ैठठी,ंदाककम-श्ज़लदा कप्रे ब।ँग


ड लप्रेपर प ंकड।ँचकर इस कदांड ककी
सचनदाड ददी और अपननी कगोठठी मभ चलदी आयनी। तब सप्रे स्तनी-पंकष दगोनयों एक दसरप्रेड कप्रे
ख़नड कप्रे प्यदासप्रेथप्रे। हदश्ग्वजयससं ररवदालवर सलयप्रेउसककी तदाक मभ ककरदा करतप्रेऔर व
भनी अपननी रक्षदा कप्रे सलए दगो प लवदान ठदाककरयों कगो अपनप्रेसदाथ सलयप्रेर तनी थनी।
और रदाय सदा ब नप्रेसखक कदा जगो स्वगदबनदायदा थदा, उसप्रे अपननी श्ज़ंदगनी सप्रे ंनी ध्वंस ंगोतप्रे
दप्रे ख र ंप्रेथप्रे। और अब संसदार सप्रे नरदाश ंगोकर उनककी आत्मदा अंतमखनीक ंगोतनी

जदातनी थनी। अब तक असभलदाषदाओं सप्रे जनीवन कप्रे सलए पप्रेरणदा समलतनी र तनी थनी।
सउर कदा रदास्तदा बंद ंगो जदानप्रे पर उनकदा मन आप ंनी आप भश्कम तककी ओर झकदाक,
जगो असभलदाषदाओं सप्रे क ंनीं बढ़कर सत्य थदा। श्जस नई जदायददाद कप्रे आसरप्रे क़रज़
सलयप्रेथप्रे,व जदायददाद क़रज़ ककी परसौतनीक ककयप्रेबबनदा ंनी ंदाथ सप्रे नकल गयनी थनी
और व बगोझ ससर पर लददा ंकआ थदा। सम नस्टरदी सप्रेज़डर अच्छठी रक़म समलतनी
थनी; मगर व सदारदी ककी सदारदी उस मयदादददा कदा पदालन करनप्रे मभ ंनी उड़ जदातनी थनी
और रदाय सदा ब कगो अपनदा रदाजसनी ठदाट नभदानप्रे कप्रे सलए व ंनी असदासमययों पर
इज़दाफ़दा और बप्रेदख़लदी और नज़रदानदा करनदा और लप्रेनदा पड़तदा ,थदाश्जससप्रेउन म ंभघणदा ृ
थनी। व पजदा कगो कष्ट न दप्रे नदा चदा तप्रे थप्रे। उनककी दशदा पर उन म ंभ दयदा आतनी; थनी
लप्रेककन अपननी ज़डरतयों सप्रे ं ैरदान थप्रे। मश्ककलक य थनी कक उपदासनदा और भश्क्त मभ
भनी उन म ंभ शदां त न समलतनी थनी। व मगो कगो छगोड़नदा चदा तप्रे;परथप्रेमगो उन म ंभ न
छगोड़तदा थदा और इस खनींच-तदान मभ उन म ंभ अपमदान,ग्लन और अशदांत सप्रेछकटकदारदा
न समलतदा थदा। और जब आत्मदा मभ शदां त ,नतगोनींदप्रे क ै सप्रे स्वस्थ र? तनीनरगोग
नप्रे कदा सब उपदाय करनप्रे पर भनी एक न एक बबदादा गलप्रे पड़नी र तनी थनी। रसगोई मभ सभनी तर
कप्रे पकवदान बनतप्रे ; थप्रेपर उनकप्रे सलए व ंनी मंडग।ँ ककी ददाल और संकलकप्रे थप्रे। अपनप्रे और
भदाइययों कगो दप्रे खतप्रे थप्रे जगो उनसप्रे भनी ज़्यदाददा , मक़डजअपमदानत और शगोकगस्त थप्रे,श्जनकप्रे
भगोग-ववलदास मभ ,ठदाट-बदाट मभ ककसनी तर ककी कमनी न
थनी; मगर इस तर ककी बप्रे यदाई उनकप्रे बस मभ न थनी। उनकप्रे मन कप्रे ऊड।ँ चप्रे संस म कदा ध्वंस न
ंकआ थदा। पर-पनीड़दा, मक्कदारदी, नलदज्जतदा और अत्यदाचदार कगो व तदाल्लक़प्रेददारदीक ककी शगोभदा
और रगोब-ददाब कदा नदाम दप्रे कर अपननी आत्मदा कगो संतष मंकट न कर सकतप्रे थप्रे,और य ंनी
उनककी सबसप्रे बड़नी ंदार थनी।

***
32

समरज़य खशदस नसअसपतयल सस नकलकर एक नयय कयम शस कर हदयय थय।


नश्क चंत ब ैठनदा उनकप्रे स्वभदाव मभ नथदा। य कदाम क्यदा थदा? नगर ककी वप्रेकयदाओं
ककी एक नदाटक-मंडलदी बनदानदा। अपनप्रेअच्छप्रे हदनयों मभ उन म ंयोंनप्रेख़बड ऐयदाशनी ककी थनी
और इन हदनयों अस्पतदाल कप्रे एकदांत मभ घदावयों ककी पनीड़दाएड।ँ-स सतप्रेतप्रेउनककी आत्मदा
नष म ठदावदान ण ंगो गयनी थनी। उस जनीवन ककी यदाद करकप्रे उन म ंभग रदी मनगोव्यथदा ंगोतनी
थनी। उस वक़्त अगर उन म ंभ समझ ंगोतनी,तगो पदाणणययों कदा ककतनदा उपकदार कर

सकतप्रे थप्रे;ककतनयों कप्रे शगोक और दररदतदा कदा भदार लकदा कर सकतप्रे ; थप्रेमगर व
संन उन म ंयोंनप्रे ऐयदाशनी मभ उड़दायदा। य कगोई नयदा आववष्कदार न ंनीं ं ै कक संकटयों मभ
मदारदी आत्मदा कगो जदाग त समलतनी ं ै। बढ़दापप्रेमभकसौन अपननी जवदाननी ककी भलयों पर
ं ृ ंक ंड
दखनीक न ंनीं ंगोतदा। कदाश, समय जदान यदा शश्क्त कप्रे संचय मभ लगदायदा, ंगोतदा

सक तययों कदा कगोष भर ंगोतदा, तगो आज धिचत्त कगो ककतननी शदां त
सलयदा समलतनी।
ंक ृ
ंनी उन म ंभइसकदा वप्रेदनदामय अनभवक ंकआ कक संसदार मभ कगोई अपनदा न
ंनीं,कगोई उनककी मसौत आस।ँब
ड ंदानप्रेवदालदा न ंनीं।

उन म ंभ -रर कर जनीवन ककी एक परदाननीक घटनदा यदाद आतनी थनी। बसरप्रे कप्रे एक गदाड।ँव
मभ जब व क ैं प मभ मलप्रेररयदा सप्रे गस्त,एक पड़प्रेगदामनीणथप्रेबदालदा नप्रे उनककी
तनीमदारददारदी ककतनप्रे आत्म-समपदण सप्रे ककी थनी। अच्छप्रे ंगो जदानप्रे पर जब उन म ंयोंनप्रे
ंकपए और आभषणयोंंड सप्रेउसकप्रे ए सदानयों कदा बदलदा दप्रे नदा चदा ंदा थदा, तगो उसनप्रे ककस
तर आड।ँखयों मभ आस।ँभ
ड रकर ससर ननीचदा कर सलयदा थदा और उन उप ंदारयों कगो लप्रेनप्रे
सप्रेइनकदार कर हदयदा थदा। इन नसयों ककी सशकषदाड मभ नयम ं ै,व्यवस्थदा ं ै,सच्चदाई
ं ै,मगर व पप्रेम क , ंदाड।ँव तन्मयतदा क ंदाड।ँ जगो उस बदालदा ककी अभ्यदास ,ंनीनअल म ड़
सप्रेवदाओं मभ ?वथनीअनरदागक-मडतदकब ककी उनकप्रे हदल सप्रेसमट चककीक थनी। व
उससस कर आनस कय वयदय करकस कभड़ उसकस पयस न गयस। ववलयस कस उनमयद मस
कभनी उसककी यदाद ंनी न आयनी। आयनी भनी तगो उसमभ कप्रे वल दयदा, पप्रेमथनी न थदा।
मदालमड न ंनीं,उस बदालदा पर क्यदा गज़रदीक? मगर आजकल उसककी व आतरु, नम्र,
शदांत,सरल मददाक बरदाबर उनककी आड।ँखयों कप्रे सदामनप्रेककरदा करतनी थनी। कदाश उससप्रे
वववदा कर सलयदा ंगोतदा आज जनीवन मभ ककतनदा र ंगोतदा। और उसकप्रे प त
अन्यदाय कप्रे दछःखक नप्रेउस संपणदव
ड गदकगो उनककी सप्रेवदा और स ंदानभत
कड कदा पदात बनदा
हदयदा। जब तक नददी बदाढ़ पर थनी उसकप्रे गंदलप्रे,तज,संप्रे नल पवदा मभ पकदाश ककी
ककरणभ बबखरकर र जदातनी थनीं। अबवदा प श्स्थर और शदांत ंगो गयदा थदा और
रश्कमयदाड।ँउसककी त तक प ंकड।ँच र ंनी थनीं।

समरज़दा सदा ब वसंत ककी इस शनीतल संध्यदा मभ अपनप्रे झयोंपड़प्रे कप्रे बरदामदप्रे मभ दगो
वदारदाड।ँगनदाओंकप्रे सदाथ ब ैठप्रे ककछ बदातचनीत कर र ंप्रेथप्रेकक समस्टर मप्रेतदा प कड।ँचप्रे।

समरज़दा नप्रे बड़प्रे तपदाक सप्रे ंदाथ समलदायदा और बगोलप्रे --म ैं तगोआपककी ख़दा तरददारदी कदा
सदामदान सलयप्रेआपककी रदा दप्रे ख र ंदा ंड।ं।ँ

दगोनयों सदररयदाड।ँंंकमस्करदायनीं।ंक मप्रेतदा कट गयप्रे।

समरज़दा नप्रे दगोनयों औरतयों कगो व ंदाड।ँ सप्रे चलप्रे जदानप्रे कदा संकप्रे त ककयदा और मप्रे तदा कगो मसनद
पर ब ैठदातप्रे ंकए बगोलप्रे-- म ैंतगो ख़द क आपकप्रे पदास आनप्रेवदालदा थदा। मझप्रेकऐसदा मदालमड ंगो र ंदा
ं ैकक म ैंजगो कदाम करनप्रेजदा र ंदा ंड,व।ँ आपककी मदद कप्रे बग़ ैर परदाड न ंगोगदा। आप ससफ़द
मप्रेरदी पनीठ पर ंदाथ रख ददीश्जए और ललकदारतप्रेजदाइयप्रे -- ंदाड।ँ समरज़दा,बढ़प्रे चल पठप्रे ।

मप्रेतदा नप्रे ंड।ँसकर क ंदा -- आप श्जस कदाम मभ ंदाथ लगदायभगप्रे,उसमभ -ज ैसप्रेम ककतदाबनी
ककीड़यों ककी मदद ककी ज़डरत न ंगोगनी। आपककी उम्र मझसप्रेज़्
क यदाददा ं ैद ंकनयदा भनी
आपनप्रेख़बड दप्रे खनी ं ैऔर छगोटप्रे -सप्रे-छगोटप्रे आदसमययों पर अपनदा असर डदाल सकनप्रे ककी जगो
शश्क्त आप मभ , व ै मझमभ ंकगोतनी, तगो म ैंनप्रेख़ददाक जदानप्रेक्यदा ककयदा ंगोतदा।

समरज़दा सदा ब नप्रे थगोड़प्रे-सप्रे शब्दयों मभ अपननी नयनी स्ककीम उनसप्रे बयदान ककी। उनककी संदारणदा
थनी कक ंडप कप्रे बदाज़दार मभ वश्स म तयदाड।ँंनी आतनी, श्जन मं ैं ंभ यदा तगो अपनप्रे घर मभ ककसनी
ड शय न ंनींसमलतदा, यय जत आधथदक कषदसस
कदारण सप्रे सम्मदान-पणदआ
मज़बरू ंगो जदातनी ं ैं,और अगर य दगोनयों पकन ल कर हदयप्रेजदाय,ंडत
।ँ गो ब त कम
औरतभ इस भदाड।ँ त प तत ंयों। ंक

मप्रेतदा नप्रेअन्य ववचदारवदान णसज्जनयों ककी भदाड।ँत इस पकन पर कदाफ़की ववचदार ककयदा

थदा और उनकदा ख़यदाल थदा कक मन कप्रे संस्कदार और भगोग-लदालसदा ंनी


मख्यतछःंक
औरतयों कगो इस ओर खनींचतनी ं ै। इसनी बदात पर दगोनयों समतयों मभ ब स छड़ गयनी।
दगोनयों अपनप्रे-अपनप्रे पक्ष पर अड़ गयप्रे।
मप्रेतदा नप्रेमठठीक बदाड।ँसंकर वदा मभ पटकतप्रे ंकए क ंदा -- आपनप्रे इस पकनपर ठं डप्रे हदल
सप्रेग़सौर न ंनींककयदा। रगोज़नी कप्रे सलए और ब ंकत सप्रेज़ररयप्रे ं ैं। मगर ऐश ककी भखड
रगोहटययों सप्रेन ंनींजदातनी। उसकप्रे सलए द कनयदा कप्रे अच्छप्रे -सप्रे-अच्छप्रे पददाथद चदाह ए। जब
तक समदाज ककी व्यवस्थदा ऊपर सप्रे ननीचप्रे तक बदल न डदालदी जदाय,इस तर ककी मंडलदी
सप्रे कगोई फ़दायददा न ंगोगदा।

समरज़दा नप्रेमंडछभभीँखड़नी ककीं-- और म ैंक तदा ंडकक।ँ व म ज़ रगोज़नी कदा सवदाल ं ै।


ंदाड।ँ,य सवदाल सभनी आदसमययों कप्रे सलए एक-सदा न ंनीं ं ै। मज़दरू कप्रे सलए व
म ज़ आटप्रे -ददाल और एक संडस ककी झगोपड़नी कदा सवदाल ं ै। एक वककील कप्रे सलए व
एक कदार और ब।ँग
ड लप्रेऔर णख़दमतगदारयों कदा सवदाल ं ै। आदमनी म ज़ रगोटदी न ंनीं
चदा तदा, और भनी ब ंकत-सनी चनीज़भ चदा तदा ं ै। अगर औरतयों कप्रे सदामनप्रे भनी व पकन तर
-तर ककी सरतयोंंड मभ आतदा ं ैतगो उनकदा क्यदा क़कसरू ं ै?

डदाक्टर मप्रे तदा अगर ज़रदा गसौर करतप्रे,ंगो उन म ंभमदालमड ंगोतदा कक उनमभ और समरज़दा मभ
कगोई भप्रेद ,नकप्रेनींवल शब्दयों कदा -ंप्रेररप्रे र ; ं ैपर ब स ककी गमनी मभ ग़सौर करनप्रे कदा सं ैयद
क ?ंदाड।ँ

गमद ंगोकर बगोलप्रे-- मआफ़क ककीश्जए, समरज़दा सदा ब, जब तक द ंकनयदा


मभ दसौलतवदालप्रे र ंभगप्रे,वकयदाएड।ँ भनी र ंभगनी। मंडलदी अगर ससल भनी, ंगोदालजदायकक।ँड
मझप्रेउ
क समभ
ब ंकत संदप्रे ं ै,तगो आप दस-पदाड।ँच औरतयों सप्रे ज़्यदाददा उसमभ कभनी न लप्रे,औरसकभ गप्रे
भनी थगोड़प्रे हदनयों कप्रे सलए। सभनी औरतयोंमभ नदाट्य करनप्रे ककी शश्क्नतनीं ंगोतनी,
उसनी तर ज ैसप्रे सभनी आदमनी कवव न ंनीं ंगो सकतप्रे। और य भनी मदान लभ कक
वप्रेकयदाएड।ँआपककी मंडलदी मभ स्थदाई ंडप सप्रेहटक जदायगनीड,।ँ तगो भनी बदाज़दार मभ उनककी
जग ख़दालदी न र ंप्रेगनी। जड़ पर जब तक ककल म ंदाड़प्रेन चलभग, पश्त्तयदाड।ँ तगोड़नप्रे सप्रे कगोई
नतनीजदा न ंनीं। दसौलतवदालयों मभ कभनी-कभनी ऐसप्रे लगोग नकल आतप्रे, जगो ैंसब ककछ
त्यदाग कर ख़ददाक ककी यदाद मभ जदा ब ैठतप्रे ं ैं;मगर दसौलत कदा रदाज्य बदस्तरू क़दायम
ं ै। उसमभ ज़रदा भनी कमज़गोरदी न ंनीं आनप्रे पदाई।

समरज़दा कगो मप्रेतदा ककी दठमनी पर दछःखक ंकआ। इतनदा पढ़दा-सलखदा ववचदारवदान ण
आदमनी इस तर ककी बदातभ करप्रे ! समदाज व्यवस्थदाककी क्यदा आसदाननी सप्रे बदल
जदायगनी? व तगो सहदययों कदा मआमलदाक ं ै। तब तक क्यदा य अनथद ंगोनप्रेहदयदा
जदाय? उसककी रगोक-थदाम न ककी जदाय, इन अबलदाओं कगो मदयों ककी सलप्सदा कदा सशकदार
ंगोनप्रे हदयदा जदाय? क्ययों न शप्रेर कगो वपंजरप्रे मभ बंद कर हदयदा जदाय कक व ददाड।ँत औ नदाख़नड
ंगोतप्रे ंकए भनी ककसनी कगो ंदा न न प ंकड।ँचदा सकप्रे। क्ययों उस वक़्त तक चपचदापक
ब ैठदा र ंदा जदाय,जब तक शप्रेर अह ंंसदा कदा व्रत न लप्रे? दसौलतवदालप्रे और श्जस तर
चदा ंभ अपननी दसौलत उड़दायभ,समरज़दाजनी कगो ग़म न ंनीं। शरदाब मभ डडब जदायड।ँ,कदारयों ककी
मदालदा गलप्रे मभ डदाल, कक़लप्रेलभ बनवदायभ संमदशदालदायभ और मसश्ज़दभ ,उन्खड़नीभ करभ कगोई परवदा
न ंनीं। अबलदाओं ककी श्ज़ंदगनी न ख़रदाब करभ । य समरज़दाजनी न ंनीं दप्रे ख सकतप्रे। व ंडप कप्रे
बदाज़दार कगो ऐसदा ख़दालदी कर दभ गप्रे कक दसौलतवदालयों ककी अशकफ़ययों
पर कगोई थकनप्रेवदालदाड भनी न समलप्रे। क्यदा श्जन हदनयों शरदाब ककी दकदानयोंंड ककी
वपकप्रेहटं ग ंगो तनी थनी, अच्छप्रे -अच्छप्रे शरदाबनी पदाननी पनी-पनीकर हदल ककी आग न
ंनींबझदातप्रेकथप्रे?

मप्रेतदा नप्रेसमरज़दा ककी बप्रेवक़डफ़की पर ंड।ँ सकर क ंदा -- आपकगो मदालमड ंगोनदा चदाह ए
कक द ंकनयदा मभ ऐसप्रेमल्कक भनी ं ैंज ंदाड।ँवप्रेकयदाएड।ँन ंनीं ं ैं। मगर अमनीरयों ककी दसौलत व
ंदाड।ँ भनी हदलचश्स्पययों कप्रे सदामदान प ैददा कर लप्रेतनी ं ै।

समरज़दाजनी भनी मप्रेतदा ककी जड़तदा पर ंड।ँसप्रे-- जदानतदा ंडमड़रबदान, जदानतदा ंड।ं।ँ
आपककी दआक सप्रेद ंकनयदा दप्रे ख चकदाक ंड;ं।ँमगर यह दं स्तदानक ं ै,यरगोपड न ंनीं ं ै।

'इंसदान कदा स्वभदाव सदारदी द ंकनयदा मभ एक-सदा ं ै।'

'मगर य भनी मदालमड र ंप्रेकक र-एक क़सौम मभ एक ऐसनी चनीज़ ंगोतनी, श्जसप्रे ै
उसककी आत्मदा क सकतप्रे ं ैं। असमत (सतनीत्व) ह न्दस्तदाननीक त ज़नीब ककी आत्मदा
ं ै।'

'अपनप्रेम।ँं
ड कसमयदाड।ँ-समठडबन लदीश्जए।'

'दसौलत ककी आप इतननी बरदाईक करतप्रे ं ैं,ककर भनी खन्नदा ककी ह मदायत करतप्रे न ंनीं
थकतप्रे। न कह एगदा।'

मप्रे तदा कदा तप्रेज बबददा ंगो गयदा।

नम्र भदाव सप्रे बगोलप्रे-- म ैंनप्रे खन्नदा ककी ह मदायत उस वक़्त ककी,जब ै व दसौलत कप्रे
पंजप्रेसप्रेछडट गयप्रे ं ैं,और आजकल उसककी ंदालत आप दप्रे खभ,तगो आपकगो दयदा आयप्रेगनी।
और म ैंक्यदा ह मदायत क।ँड गदा, श्जसप्रे अपननी ककतदाबयों और ववद्यदालय सप्रे
छकटदी न ंनीं;ज़्यदाददा-सप्रे-ज़्यदाददा सखनीड मदददी ंनी तगो कर सकतदा ंड।ं।ँह मदायत ककी ं ै
समस मदालतनी नप्रे कक खन्नदा कगो बचदा सलयदा। इंसदान कप्रे हदल ककी ग रदाइययों मभ
त्यदाग और क़कबदादननी ककी ककतननी तदाक़त छपनी ंगोतनी ं ै,इसकदा मझप्रेकअब तक तजरबदा
न ंकआ थदा। आप भनी एक हदन खन्नदा सप्रेसमल आइए। संडलदा न समदाइएगदा। इस
वक़्त उसप्रे श्जस चनीज़ ककी सबसप्रे ज़्यदाददा ज़डरत, व ै मदददी ं ै।

समरज़दा नप्रे ज ैसप्रे अपननी इच्छदा कप्रे वववक --क आपदा क तप्रे , तगो ैं जदाऊड।ँ गदा। आपकप्रे सदाथ
ज न्नमक मभ जदानप्रेमभभनी मझप्रेकउजदादन ंनीं;मगर समस मदालतनी सप्रे तगो आपककी शदाददी
ंगोनप्रेवदालदी थनी। बड़नी गमद ख़बर थनी।

मप्रेतदा नप्रेझभपतप्रे ंकए क ंदा -- तपस्यदा कर र ंदा ंड।ं।ँदप्रेणखए कब वरददान

समलप्रे। 'अजनी व तगो आप पर मरतनी थनी।'

'मझप्रेकभनी य ंनी व म ंकआ थदा; मगर जब म ैंनप्रे ंदाथ बढ़दाकर उसप्रे पकड़नदा, चदातगो ंदा
दप्रे खदा। व आसमदान मभ जदा ब ैठठी ं ै। उस ऊड।ँचदाई तक तगो क्यदा म ैंप ंकड।ँचगदा।ँ, आरज़ ंड-
समन्नत कर र ंदा ंडकक।ँ ननीचप्रेआ जदाय। आजकल तगो व मझसप्रेकबगोलतनी भनी न ंनीं।'

क तप्रे ंकए मप्रेतदा ज़गोर सप्रेरगोतनी ंकई ंड।ँसनी ंड।ँसप्रेऔर उठ खड़प्रे ंकए।

समरज़दा नप्रेपछदाड -- अब ककर कब मलदाक़दातक ंगोगनी?

'अबककी आपकगो तकलदीफ़ करननी पड़प्रेगनी। खन्नदा कप्रे पदास जदाइएगदा ज़डर!

'जदाऊड।ँ गदा।'

समरज़दा नप्रे णखड़ककी सप्रे मप्रे तदा कगो जदातप्रे दप्रे खदा। चदाल मभ व तप्रेज़नी,ज ैसप्रेन थनीककसनी
धिचंतदा मभ डडबप्रे ंकए ंयों।

***
33

डदाक्टर मप्रेतदा परदीक्षक सप्रेपरदीक्षदाथनी ंगो गयप्रे ं ैं। मदालतनी सप्रेदरू-दरू र कर उन म ंभ


ऐसनी शंकदा ंगोनप्रे लगनी ै कक उसप्रे खगो न ब ैठभ। कई म ंनीनयों सप्रे मदालतनी उनकप्रे पदास
आयनी थनी और जब व ववकल ंगोकर उसकप्रे घर गयप्रे ,तगो मलदाक़दातक न ंकई। श्जन
हदनयों ंकदपदाल और सरगोज कदा पप्रेमकदांड चलतदा र, तबदा तगो मदालतनी उनककी सलदा लप्रेनप्रे
पदायछः एक-दगो बदार रगोज़ आतनी थनी; पर जब सप्रे दगोनयों इंगल ैंड चलप्रे , गयप्रे थप्रे उनकदा
आनदा-जदानदा बंद ंगो गयदा थदा। घर पर भनी मश्ककलक सप्रेसमलतनी। ऐसदा मदालमड ंगोतदा
थदा, ज ैसप्रे व उनसप्रे बचतनी,ज ैसप्रे ैबलपवदकड अपनप्रेमन कगो उनककी ओर सप्रे टदा लप्रेनदा चदा तनी
ं ै। श्जस पस्तकक मभ व इन हदनयों लगप्रे ंकए थप्रे,व आगप्रे बढ़नप्रे सप्रे इनकदार कर र ंनी
थनी,ज ैसप्रेउनकदा मनगोयगोग लप्तक ंगो गयदा ंगो। ग ं ृ-पबन मसं मभ तगो
कभनी ब ंकत ककशल न थप्रे। सब समलकर एक ज़दार ंकपए सप्रेअधधिक म ंनीनप्रेमभ कमदा
लप्रेतप्रे ; थप्रेमगर बचत एक संप्रेलप्रे ककी भनी न ंगोतनी थनी। रगोटदी-ददाल खदानप्रे कप्रे ससवदा और
उनकप्रे ंदाथ ककछ न थदा। तकल्लफ़क अगर ककछ थदा तगो व उनककी कदार थनी, श्जसप्रेव
ख़द क डदाइव करतप्रेथप्रे। ककछ ंकपए ककतदाबयों मभ उड़ जदातप्रे थप्रे,ककछ चंदयों मभ , ककछ ग़रदीब
छदातयों ककी परवररश मभ और अपनप्रेबदाग़ ककी सजदावट मभ श्जससप्रेउन म ंभ
इकक़-सदा थदा। तर -तर कप्रे वपसौप्रेऔर वनस्प तयदाड।ँववदप्रे शयों सप्रेम ंडग
।ँ प्रेददामयों म।ँग
ड दानदा
और उनकगो पदालनदा; य ंनी उनकदा मदानससक चटगोरदापन थदा यदा इसप्रे हदमदाग़नी
ऐयदाशनी
क ंभ;मगर सइर कई म ंनीनयों सप्रेउस बग़नीचप्रेककी ओर सप्रेभनी व ककछ ववरक्त-सप्रे ंगो
र ंप्रेथप्रेऔर घर कदा इंतज़दाम और भनी बदतर ंगो गयदा थदा। खदातप्रेदगो संकलकप्रे और
ख़चद ंगो जदातप्रेससौ सप्रेऊपर! अचकन परदाननीक ंगो गयनी थनी; मगर इसनी पर उन म ंयोंनप्रे
कड़दाकप्रे कदा जदाड़दा कदाट हदयदा। नयनी अचकन ससलवदानप्रेककी तसौफ़कीक़ न ंकई थनी। कभनी
कभनी बबनदा घनी ककी ददाल खदाकर उठनदा पड़तदा। कब घनी कदा कनस्तर म।ँग ड दायदा थदा,
इसककी उन म ंभ यदाद ंनी न ,थनीऔर म ंदारदाज सप्रेपछभ ंडभनी तगो क ैसप्रे। व समझप्रेगदा न ंनीं
कक उस पर अववक वदास ककयदा जदा र ंदा ं ै?

आणख़र एक हदन जब तनीन नरदाशदाओंकप्रे बदाद चसौथनी बदार मदालतनी सप्रेमलदाक़दातक ई


ंक
और उसनप्रे इनककी य ंदालत दप्रे खनी,तगो उससप्रे न र ंदागयदा। बगोलदी -- तमक क्यदा
अबककी जदाड़दा ययों ंनी कदाट दगोगप्रे? व अचकन प नतप्रेतम मंक ंभशमदभनी न
ंनींआतनी?

मदालतनी उनककी पत्ननी न ंगोकर भनी उनकप्रे इतनप्रे समनीप थनी कक य पक उसनप्रे
उसनी स ज भदाव सप्रे ककयदा,ज ैसप्रे अपनप्रे ककसनी आत्मनीय सप्रे करतनी।
मप्रेतदा नप्रेबबनदा झभप ंकए क ंदा -- क्यदा क।ँड मदालतनी, प ैसदा तगो बचतदा ंनी न ंनीं।

मदालतनी कगो अचरज ंकआ -- तमक एक ज़दार सप्रेज़्यदाददा कमदातप्रे ंगो, और तम मंक ंदारप्रे
पदास अपनप्रे कपड़प्रे बनवदानप्रे कगो भनी प ैसप्रे?मप्रेरदीन ंंआमदननी कभनी चदार ससौ सप्रे ज़्यदाददा
न थनी; लप्रेककन म ैंउसनी मभ सदारदी ग ं ृस्थनी चलदातनी ंडऔर।ँ ककछ बचदा लप्रेतनी ंड।ं।ँ
आणख़र तमक क्यदा करतप्रे ंगो?

'म ैंएक प ैसदा भनी फ़दालतडन ंनींख़चदकरतदा। मझप्रेककगोई ऐसदा शसौक़ भनी न ंनीं ं ै।'

'अच्छदा, मझसप्रेकपए लप्रेजदाओ और एक जगोड़नी अचकन बनवदा लगो।

मप्रे तदा नप्रे लश्ज्जत ंगोकर क --ंदा अबककी बनवदा लंडगदा।ं।ँ सच क तदा ंड।ं।ँ

'अब आप य ंदाड।ँ आयभ तगो आदमनी बनकर 'आयभ।

'य तगो बड़नी कड़नी शतद 'ं ै।

'कड़नी स ंनी। तमक ज ैसयों कप्रे सदाथ बबनदा कड़दाई ककयप्रे कदाम न ंनीं चलतदा।'

मगर व ंदाड।ँतगो संदक़ड ख़दालदी थदा और ककसनी दकदानड पर बप्रेप ैसप्रेजदानप्रेकदा सदा स न
पड़तदा थदा! मदालतनी कप्रे घर जदाय ंड।ँतगो कसौन म।ँं
ड कलप्रेकर? हदल मभ तड़प-तड़प कर र
जदातप्रे थप्रे। एक हदन नयनी ववपश्त्त आ पड़नी। सइर कई म ंनीनप्रे सप्रे मकदान कदा
ककरदायदा न ंनीं हदयदा थदा। पच त्तर कपए मदा वदार बढ़तप्रे जदातप्रे थप्रे। मकदानददार नप्रे जब
ब ंकत तक़दाज़प्रेकरनप्रेपर भनी ंकपए वसलड न कर पदायप्रे,तगो नगोहटस दप्रे ददी;मगर
नगोहटस ंकपयप्रे गढ़नप्रे कदा कगोई जंतर तगो ं ै न ंनीं। नगोहटस ककी तदारदीख़ नकल गयनी
और ंकपए न प ंकड।ँचप्रे। तब मकदानददार नप्रेमज़बरू ंगोकर नदासलश कर ददी। व
जदानतदा
थदा, मप्रे तदाजनीबड़प्रे,सज्जन और परगोपकदारदी पंकष ं ैं;लप्रेककन इससप्रे ज़्यदाददा भलमनसनी
क्यदा करतदा कक छछः म ंनीनप्रे ब ैठदा र ंदा। मप्रे तदा नप्रे ककसनी तर ककी प ैरवनी, न ककी
एकतरफ़दा डडगनी ंगो गयनी, मकदानददार नप्रेतरतक डडगनी जदारदी करदायनी और क़कक़द-अमनीन
मप्रेतदा सदा ब कप्रे पदास पवदस
ड चनदाड दप्रे नप्रेआयदा; क्ययोंकक उसकदा लड़कदा यडनवससदटदी मभ
पढ़तदा थदा और उसप्रेमप्रेतदा ककछ वज़नीफ़दा भनी दप्रे तप्रेथप्रे।

संयगोग सप्रे उस वक़्त मदालतनी भनी ब ैठठी थनी। बगोलदी--क ैसनी क़कक़की ं ै? ककस बदात ककी?
अमनीन नप्रे क ंदा-- व ंनी ककरदायप्रेकक डडगनी जगो ई क थनी। म ैंनप्रेक ंदा, ंकज़रू कगो
इत्तलदा दप्रे दंड।ं।ँचदार-पदाड।ँच ससौ कदा मदामलदा, कसौन ै-सनी बड़नी रक़म ं ै। दस हदन मभ भनी
ंकपए दप्रे ददीश्जए,तगो कगोई रज़ न ंनीं। म ैंम ंदाजन कगो दस हदन तक उलझदाए र
ंडगदा।ं।ँ

जब अमनीन चलदा गयदा तगो मदालतनी नप्रे तरस्कदार-भरप्रे स्वर सप्रेपछदाड -- अब य ंदाड।ँ
तक नसौबत प ंकड।ँच गई! मझप्रेकआकचयद ंगोतदा ं ैकक तमक इतनप्रेमगोटप्रे -मगोटप्रे गंथ क ै सप्रे
सलखतप्रे ंगो। मकदान कदा ककरदायदा छछः-छछः म ंनीनप्रेसप्रेबदाक़की पड़दा ं ैऔर तम मंक ंभख़बर न
ंनीं।

मप्रेतदा लज्जदा सप्रेससर झकदाकरु बगोलप्रे-- ख़बर क्ययों न ंनीं ; ं ैलप्रेककन ंकपए बचतप्रे ंनी
न ंनीं। म ैं एक प ैसदा भनी व्यथद न ंनीं ख़चद करतदा।

'कगोई ह सदाब-ककतदाब भनी ?'ंगो

सलखतप्रे

'ह सदाब क्ययों न ंनींरखतदा। जगो ककछ ंड, सब दरज़ करतदा ंड,न।ँ ंनीं
पदातदा व।ँ जदातदा
इनकमट ै क्सवदालप्रे श्ज़ंददा न छगोड़भ।'

'और जगो ककछ ख़चदकरतप्रे ंगो व ।'

'उसकदा तगो कगोई ह सदाब न ंनीं रखतदा।'

'क्ययों?'

'कसौन सलखप्रे? बगोझ-सदा लगतदा ं ै।'

'और य पगोथप्रे क ै सप्रे सलख डदालतप्रे?' ंगो

'उसमभ तगो ववशप्रेष ककछ न ंनींकरनदा पड़तदा। क़लम लप्रेकर ब ैठ जदातदा ंड।ं।ँ र वक़्त
ख़चद कदा खदातदा तगोखगोलकर न ंनीं ब ैठतदा।'

'तगो ंकपए क ै सप्रे अददा करगोगप्रे?'


'ककसनी सप्रेक़रज़ लप्रेलंडगदा।ं।ँ तम मंक ंदारप्रे पदास ंयों तगो दप्रे दगो।'
'म ैंतगो एक ंनी शतदपर दप्रे सकतनी ंड।ं।ँतम मंक ंदारदी आमदननी सब मप्रेरप्रे ंदाथयों मभ आयप्रे
और ख़चद भनी मप्रेरप्रे ंदाथ सप्रे' ंगो।

मप्रे तदा पसन्न ंगोकर बगोलप्रे-- वदा , अगर य भदार लप्रे लगो,तगो क्यदा क नदा; मसलयोंंड
ढगोल बजदाऊड।ँ ।

मदालतनी नप्रेडडगनी कप्रे ंकपए चकदाक हदयप्रेऔर दसरप्रेड ंनी हदन मप्रेतदा कगो व ब।ँग
ड लदा
ख़दालदी करनप्रेपर मज़बरू ककयदा। अपनप्रेब।ँग
ड लप्रेमभउसनप्रेउनकप्रे सलए दगो बड़प्रे-बड़प्रे
कमरप्रे दप्रेहदयप्रे। उनकप्रे भगोजन आहद कदा पबंसं भनी अपननी ंनी ग ं ृस्थनी मभ कर हदयदा। मप्रे
तदा कप्रे पदास और सदामदान तगोज़्यदाददा न थदा; मगर ककतदाबभ कई गदाड़नी थनीं। उनकप्रे
दगोनयों कमरप्रे पस्तकयोंंक सप्रेभर गयप्रे। अपनदा बग़नीचदा छगोड़नप्रेकदा उन म ंभज़डर क़लक़
ंकआ; लप्रेककन मदालतनी नप्रेअपनदा परदाड अ ंदातदा उनकप्रे सलए छगोड़ हदयदा कक जगो
संडल-पश्त्तयदाड।ँ चदा ंभ लगदायभ।

मप्रे तदा तगो नश्क चंत ंगो गयप्रे;लप्रेककन मदालतनी कगो उनककी आय-व्यय पर नयंतण
करनप्रेमभबड़नी मश्ककलक कदा सदामनदा करनदा पड़दा। उसनप्रेदप्रेखदा, आय तगो एक ज़दार सप्रे
ज़्यदाददा ं ै; मगर व सदारदी ककी सदारदी गप मंकतददान मभ उड़ जदातनी ं ै। -बनीसपच्चनीस लड़कप्रे
उन म ंनीं सप्रे वज़नीफ़दा पदाकर ववद्यदालय मभ पढ़ र ंप्रे थप्रे। ववववदाओं ककी तदाददाद भनी इसस
कम न थनी। इस ख़चद मभ क ै सप्रे कमनी,य करप्रे उसप्रेन सझतदाड थदा। सदारदा दगोष उसनी
कप्रे ससर मढ़दा जदायगदा,सदारदा अपयश उसनी कप्रे ह स्सप्रे पड़प्रेगदा। कभनी मप्रे तदा पर
झ।ँडझलदातनीक, कभनी अपनप्रे ऊपर,कभनी पदाधिथययों कप्रे ऊपर,जगो एक सरल, उददार पदाणनी
पर अपनदा भदार रखतप्रेज़रदा भनी न सककचदातप्रेथप्रे। य दप्रे खकर और भनी झ।ँ झ
ड लदाक ट ंगोतनी
थनी कक इन ददान लप्रेनप्रे वदालयोंमभककछ तगो इसकप्रे पदात ंनी न थप्रे।

एक हदन उसनप्रेमप्रेतदा कगो आड़प्रे ंदाथयों सलयदा। मप्रेतदा नप्रेउसकदा आक्षप्रेप सनकरु
नश्कचन्त भदाव सप्रे क ंदा-- तम मंक ंभअश्ख़्तयदार ं ै,श्जसप्रे चदा ंप्रे , दगोश्जसप्रे चदा ंप्रे न
दगो। मझसप्रेकपछनप्रेडककी कगोई ज़डरत न ंनीं। ंदाड।ँ,जवदाब भनी तम मंक ंनींकगो दप्रे नदा पड़प्रेगदा।

मदालतनी नप्रे धिचढ़कर क ंदा -- ंदाड।ँ,और क्यदा, यश तगो तमक लगो, अपयश मप्रेरप्रे ससर
मढ़गो।
म ैं न ंनीं समझतनी,ंक ककस तकद सप्रेइस ददान-पथदा कदा समथदन कर सकतप्रे ंगो।
मनष्यक-जदा त कगो इस पथदा नप्रेश्जतनदा आलसनी और मफ़्तख़गोरु बनदायदा ं ैऔर
उसकप्रे आत्मगसौरव पर ज ैसदा आघदात ककयदा, उतनदा ै अन्यदाय नप्रे भनी न ककयदा
ंगोगदा; बश्ल्क मप्रेरप्रेख़्यदाल मभ अन्यदाय नप्रेमनष्यक-जदा त मभ ववदगो ककी भदावनदा उत्पन्न
करकप्रे समदाज कदा बड़दा उपकदार ककयदा ं ै।

मप्रे तदा नप्रे स्वनीकदार ककयदा-- मप्रेरप्रे भनी य ंनी ख़यदाल ं ैं।

'तम मंक ंदारदा य ख़यदाल न ंनीं ं ै।'

'न ंनीं मदालतनी,म ैंसच क तदा ंड।'ं।ँ

'तगो ववचदार और व्यव ंदार मभ इतनदा भप्रेद ?'क्ययों

मदालतनी नप्रेतनीसरप्रे म ंनीनप्रेब ंकतयों कगो नरदाश ककयदा। ककसनी कगो सदाफ़ जवदाब हदयदा,
ककसनी सप्रेमज़बरदीड जतदाई, ककसनी ककी फ़जनी त ककी। समस्टर मप्रे तदा कदा बजट तगो
संनीरप्रे -संनीरप्रे ठठीक ंगो गयदा;मगर इससप्रेउनकगो एक पकदार ककी ग्लदा न ंकई। मदालतनी नप्रे
जब तनीसरप्रे म ंनीनप्रे मभ तनीन ससौ ककी बचत हदखदायनी,तबव उससप्रेककछ बगोलप्रेन ंनीं;
मगर उनककी दृश्ष्ट मभ उसकदा गसौरव ककछ कम अवकय ंगो गयदा। नदारदी मभ ददान और
त्यदाग ंगोनदा चदाह ए। उसककी य नी सबसप्रेबड़नी ववभडत ं ै। इसनी सआदार पर समदाज कदा
भवन खड़दा ं ै। वणणक-बद्ंकधधि कगो व आवकयक बरदाईक ंनी समझतप्रेथप्रे। श्जस
हदन मप्रे तदा ककी अचकनभ बन कर आयनीं और नयनी घड़नी , आयनीवसंकगोच कप्रे मदारप्रे
कई हदन बदा र न नकलप्रे। आत्म-सप्रेवदा सप्रेबड़दा उनककी नज़र मभ दसरदाड अपररदा न थदा।

मगर र स्य ककी बदात य थनी कक मदालतनी उनकगो तगो लप्रेखप्रे-डयगोढ़प्रे मभ कसकर बदाड।ँसंनदा चदा
तनी थनी। उनकप्रे संन-ददान कप्रे द्वदार बंद कर दप्रे नदा चदा तनी ;थनीपर ख़द क जनीवन-ददान दप्रे नप्रे मभ
अपनप्रे समय और सददाशयतदा कगो ंदाथदगोनयोंसप्रेलटदातनीक थनी। अमनीरयों कप्रे घर तगो व बबनदा फ़कीस
सलयप्रे न जदातनी थनी;लप्रेककन ग़रदीबयों कगो मफ़्तक दप्रे खतनी थनी, मफ़्तक दवदा भनी दप्रे तनी थनी। दगोनयों मभ
अंतर इतनदा , कककीथदामदालतनी घर ककी भनी थनी और बदा र ककी भनी; मप्रे तदा कप्रे वल बदा र कप्रे,
घरथप्रेउनकप्रे सलए न थदा। नजत्व दगोनयों समटदानदा चदा तप्रे थप्रे। मप्रेतदा कदा रदास्तदा सदाफ़ थदा। उन
पर अपननी ज़दान कप्रे ससवदा और कगोई श्ज़म्मप्रेददारदी न थनी। मदालतनी कदा रदास्तदा कहठन
थदा,उस पर ददा यत्व थदा, बन मसंन थदा श्जसप्रे व तगोड़ न सकतनी थनी,न तगोड़नदा चदा तनी थनी।
उस बंसंन मभ ंनी उसप्रे जनीवन ककी पप्रेरणदा समलतनी थनी। उसप्रेअब मप्रेतदा कगो समनीप सप्रेदप्रेखकर
य अनभवक ंगो र ंदा थदा कक व खलप्रेकजंगल मभ ववचरनप्रेवदालप्रेजनीव कगो वपंजरप्रे मभबन्द न ंनींकर
सकतनी। और बंद कर दप्रे गनी,तगो व कदाटनप्रे और नगोचनप्रे दसौड़प्रेगदा। वपंजरप्रे मभ सब तर कदा सखक
समलनप्रेपर भनी उसकप्रे पदाण सद ै व जंगल कप्रे सलए ंनी तड़पतप्रेर ंभग।

मप्रेतदा कप्रे सलए घरबदारदी द ंकनयदा एक अनजदाननी द ंकनयदा थनी, श्जसककी रदी त-ननी त सप्रे
पररधिचत न थप्रे। उन म ंयोंनप्रे संसदार कगो बदा र सप्रे दप्रे खदा थदा और उसप्रे मक्त और फ़रप्रे ब सप्रे
ंनी भरदा समझतप्रे थप्रे। सश्जर दप्रे खतप्रे,सउर थप्रेनी बरदाइयदाड।ँंन
क ज़र आतनी थनीं; मगर समदाज मभ
जब ग रदाई मभ जदाकर, तगोदप्रे खदाउन म ंभमदालमड ंकआ कक इन
बरदाइ कप्रे ननीचप्रेत्यदाग भनी ं ैपप्रेम भनी ं ै,सदा स भनी ं ै,सं ैयद भनी; मगर ै य
ययोंंक भनी
दप्रे खदा कक व ववभतड यदाड।ँं ैंतगो ज़डर, पर दलदभक ं ैं,और इस शंकदा और संदप्रे मभ
जब मदालतनी कदा अंसंकदार सप्रे नकलतदा आ दप्रे वनीडप उन म ंभनज़र आयदा, तब व
ंक
उसककी ओर उतदावलप्रेपन कप्रे सदाथ,ंदारदा सं ैयदखगोकर टडटप्रे और चदा ंदा कक उसप्रेऐसप्रे
जतन सप्रे छपदाकर रखभकक ककसनी दसरप्रेड ककी आड।ँख भनी उस पर न पड़प्रे। य ध्यदान
न र ंदा कक य मगो ंनी ववनदाश ककी ं ै। पप्रेम-ज ैसनी नमदम वस्तकक्यदा भय सप्रे
जड़
बदाड।ँसंकर रखनी जदा सकतनी? व ै तगो परदाड ववकवदास चदा तनी ं ै,परदीड सस्वदानीनतदा चदा तनी
ं ै,परदीड श्ज़म्मप्रेददारदी चदा तनी ं ै। उसकप्रे ंगोनप्रेककी शश्क्त उसकप्रे अंदर ं ै। उसप्रे
पल्लववत
पकदाश और क्षप्रेत समलनदा चदाह ए। व कगोई ददीवदार न ंनीं, श्जस ै पर ऊपर सप्रे ईटभ रखनी जदातनी
ं ैं। उसमभ तगो पदाण,सं ै लनप्रे ै ककी असनीम शश्क्त ं ै। जब सप्रे मप्रे तदा इस ब।ँग
ड लप्रेमभआयप्रे ं ैं,उनद म
मयलतड़ सस हदन मम कई बयर समलनस कय अवसर समलतय ै
उनकप्रे समत समझतप्रे, य ैंउनकप्रे वववदा ककीत ैयदारदी ं ै। कप्रे वल रस्म अददा करनप्रे
ककी दप्रे र ं ै। मप्रे तदा भनी य ंनी स्वप्न दप्रे खतप्रे र तप्रे ं ैं। अगर मदालतनी नप्रे उन म ंभ स
सलए ठककरदा हदयदा ंगोतदा, तगो क्ययों उन पर इतनदा स्नप्रे रखतनी। शदायद व उन म ंभ
सगोचनप्रे कदा अवसर दप्रे र ंनी, और ै व ख़बड सगोचकर इसनी नकचय पर प ंड।ँचप्रे ं ैंकक
ंक
मदालतनी कप्रे बबनदाव सआप्रे ं ैं। व ंनी उन म ंभपणदतदाड ककी ओर लप्रेजदा ं ै। बदा र
सकतनी
सप्रे व ववलदाससननी , सप्रेव ंनी मनगोवश्त्त शश्क्त कदा कभ द; मगर ै पररश्स्थ त
भनीतर ै
ं ृ
बदल गयनी ं ै। तब मदालतनी प्यदासनी थनी,अब मप्रे तदा प्यदास सप्रे ववकल ं ैं। और एक
बदार जवदाब पदा जदानप्रे कप्रे बदाद उन म ंभ उस पक नमदालतनी सप्रेकछ क नप्रे कदा सदा स
ंक
न ंनीं ंगोतदा,यद् यवप मन मभ अब संदप्रे कदा लप्रेश न ंनीं र ंदा। मदालतनी कगो समनीप
उनकप्रे
सप्रेदप्रेखकर उनकदा आकषदण बढ़तदा ंनी जदातदा ं ैदरू सप्रेपस्तकक कप्रे जगो अक्षर सलपप्रे-
पतप्रेकलगतप्रेथप्रे,समनीप सप्रे व स्पष्ट ंगो गयप्रे , उनमभ ं ैं अथद ं ै संदप्रेश ं ै।

सइर मदालतनी नप्रे अपनप्रे बदाग़ कप्रे सलएबरगगोकगो मदालदी रख सलयदा थदा। एक हदन व
ककसनी मरदीज़ कगो दप्रे खकर आ र ंनी थनी कक रदास्तप्रेमभपप्रेरगोल न र ंदा। व ख़द क
डदाइव
कर र ंनी थनी। कफ़क्र ंकई पप्रेरगोल क ैसप्रेआयप्रे? रदात कप्रे नसौ बज गयप्रे थप्रे और मदाघ कदा
जदाड़दा पड़ र ंदा थदा। सड़कयों पर सन्नदाटदा ंगो गयदा थदा। कगोई ऐसदा आदमनी नज़र न
आतदा थदा, जगो कदार कगो ढकप्रेल कर पप्रेरगोल ककी दकदानड तक लप्रेजदाय। बदार-बदार नसौकर
पर झ।ँ झ
ड लदाक र ंनी थनी। रदामख़गोर क ंनींकदा। बप्रेख़बर पड़दा र तदा ं ै। संयगोग सप्रेगगोबर
सउर सप्रे आ नकलदा। मदालतनी कगो खड़प्रे दप्रे खकर उसनप्रे ंदालत समझ लदी और गदाड़नी
कगो दगो फ़लदांग ठप्रे ल कर पप्रेरगोल ककी दकदानड तक लदायदा।

मदालतनी नप्रेपसन्न ंगोकर पछदाड -- नसौकरदी करगोगप्रे?

गगोबर ननप्रेन्यवदाद कप्रे सदाथ स्वनीकदार ककयदा। पंद ंकपए वप्रेतन तय ंकआ। मदालदी कदा
कदाम उसप्रेपसंद थदा। य ंनी कदाम उसनप्रेककयदा थदा और उसमभ मज़दा ंकआ थदा। समल
ककी मजरदीड मभ वप्रेतन ज़्यदाददा समलतदा थदा; पर उस कदाम सप्रे उसप्रे उलझन ंगोतनी थनी।
दसरप्रेड हदन सप्रेगगोबर नप्रेमदालतनी कप्रे य ंदाड।ँकदाम करनदा शकड कर हदयदा। उसप्रे र नप्रे कगो
एक कगोठरदी भनी समल गयनी। झकनयदा भनी आ गयनी। मदालतनी बदाग़ मभ आतनी तगो उसप्रे
झकनयदा कदा बदालक संलड-समटदी मभ खप्रेलतदा समलतदा। एक हदन मदालतनी नप्रे उसप्रे एक
समठदाई दप्रे ददी। बच्चदा उस हदन सप्रे परच गयदा। उसप्रे दप्रे खतप्रे ंनी उसकप्रे पनीछप्रे लग
जदातदा और जब तक समठदाई न लप्रेतदा,उसकदा पनीछदा न छगोड़तदा।

एक हदन मदालतनी बदाग़ मभ आयनी तगो बदालक न हदखदाई हदयदा। झकनयदा सप्रेपछदाड तगो
मदालमड ंकआ बच्चप्रेकगो ज्वर आ गयदा ै।

मदालतनी नप्रे घबरदाकर क ंदा-- ज्वर आ गयदा! तगो मप्रेरप्रे पदास क्ययों न ंनीं लदायनी?
चल दप्रे ख।ंडं।ँ

बदालक खटगोलप्रे पर ज्वर मभ अचप्रेत पड़दा थदा। खपर ै ल ककी उस कगोठरदी मभ इतननी
सनील, इतनदा अड।ँसंप्रेरदा,और इस ठं ड कप्रे हदनयों मभ भनी इतननी मच्छड़ कक मदालतनी एक
समनट भनी व ंदाड।ँ न ठ र सककी;तरं तक आकर थमदामनीटर सलयदा और ककर जदाकर
दप्रे खदा,एक ससौ चदार थदा! मदालतनी कगो भय ंकआ, क ंनीं चप्रेचक न ंगो। बच्चप्रे कगो अभनी
तक टदीकदा न ंनीं लगदा थदा। और अगर इस सनीलदी कगोठरदी मभ , रतगोदा भय थदा, क ंनीं
ज्वर और न बढ़ जदाय।

स सदा बदालक नप्रे आड।ँखभ खगोल ददीं और मदालतनी कगो खड़नी पदाकर ककण नप्रेतयों सप्रे उसककी ओर
दप्रे खदा और उसककी गगोद कप्रे सलए ंदाथ सं ै लदायप्रे। मदालतनी नप्रे उसप्रे गगोद मभ
उठदा सलयदा और थपककयदाड।ँ दप्रे नप्रे लगनी। बदालक मदालतनी कप्रे गगोद मभ आकर ज ैसप्रे कक
बड़प्रेसखक कदा अनभवक करनप्रेलगदा। अपननी जलतनी ंकई उड।ँ गसलययों सप्रे उसकप्रे गलप्रे ककी
मगो तययों ककी मदालदा पकड़कर अपननी ओर खनींचनप्रे लगदा। मदालतनी नप्रे नप्रेकलप्रेस
उतदारकर उसकप्रे गलप्रेमभडदाल ददी। बदालक ककी स्वदाथनी पक ृत इस दशदा मभ भनी सजग
थनी। नप्रेकलप्रेस पदाकर अब उसप्रे मदालतनी ककी गगोद मभ र नप्रे ककी कगोई ज़रड त न र ंनी।
ंदाड।ँउसकप्रे छन जदानप्रेकदा भय थदा। झकनयदा ककी गगोद इस समय ज़्यदाददा सररक्षतक थनी।

मदालतनी नप्रेणखलप्रे ंकए मन सप्रेक ंदा -- बड़दा चदालदाक ं ै। चनीज़ लप्रेकर क ै सदा भदागदा!

झन
क यदा नप्रेक ंदा -- दप्रे दगो बप्रेटदा,मप्रेम सदा ब कदा ं ै। बदालक नप्रे ंदार कगो दगोनयों ंदाथयों सप्रे पकड़
सलयदा और मदाड।ँ ककी ओर रगोष सप्रे दप्रे खदा।

मदालतनी बगोलदी -- तमक प नप्रेर ंगो बच्चदा, म ैं मदाड।ँगतनीनं ंड।ं।ँ

उसनी वक़्त ब।ँग


ड लप्रेमभआकर उसनप्रेअपनदा ब ैठक कदा कमरदा ख़दालदी कर हदयदा और
उसनी वक़्त झकनयदा उस नयप्रेकमरप्रे मभडट गयनी। मंगल नप्रेउस स्वगदकगो ककतडल-
भरदी आड।ँखयों सप्रे दप्रे खदा। छत मभ , परंंखदागनीनथदाबल्ब थप्रे,ददीवदारयों पर तस्वनीरभ थनीं। दप्रे र
तक उन चनीज़यों कगो टकटककी लगदायप्रे दप्रे खतदा र। ंदा

मदालतनी नप्रेबड़प्रेप्यदार सप्रेपकदारदाक -- मंगल!

मंगल नप्रेमस्करदाकरु उसककी ओर दप्रे खदा, ज ैसप्रे क र ंदा --ंगो आज तगो ंड।ँसदा न ंनीं
जदातदा मप्रेम सदा ब! क्यदा क।ँड ।आपसप्रेककछ ंगो सकप्रे तगो ककीश्जए।

मदालतनी नप्रेझकनयदा कगो ब ंकत-सनी बदातभ समझदाईं और चलतप्रे-तप्रेपछदाड -- तप्रेरप्रे घर


मभ कगोई दसरदीड औरत ंगो, तगो गगोबर सप्रे क दप्रे ,दगो-चदार हदन;कप्रे सलए बलदाक लदावप्रे।
मझप्रेकचप्रेचक कदा डर ं ै। ककतननी दरू ं ैतप्रेरदा घर? झकनयदा नप्रेअपनप्रेगदाड।ँव कदा नदाम
और पतदा बतदायदा। अंददाज़ सप्रे अठदार-बनीस कगोस ंयोंगप्रे। मदालतनी कगो बप्रेलदारदी यदाद थदा।
बगोलदी -- व ंनी गदाड।ँव तगो न, श्जसकप्रेनीं पश्च्छम तरफ़ सआ मनील पर नददी ?ं ै

' ंदाड।ँ-ंदाड।ँमप्रेम सदा ब,व ंनी गदाड।ँव ं ै। आपकगो क ैसप्रेमदालमड?'


'एक बदार म लगोग उस गदाड।ँव मभगयप्रेथप्रे। ंगोरदी कप्रे घर ठ रप्रे थप्रे। तउ
ड सप्रेजदानतनी ं ै?'

'व तगो मप्रेरप्रेससरु ं ैंमप्रेम सदा ब। मप्रेरदी सदास भनी समलदी ंयोंगनी।'

ंदाड।ँ-ंदाड।ँ,बड़नी समझददार औरत मदालमड ंगोतनी थनी। मझसप्रेकख़बड बदातभ करतनी र ंनी। तगो
गगोबर कगो भप्रेजदप्रे ,अपननी मदाड।ँकगो बलदाक लदायप्रे।'

'व उन म ंभबलदानप्रेकन ंनींजदायभग।'

'क्ययों?'

'ककछ ऐसदा कदारन ं ै।'

झकनयदा कगो अपनप्रेघर कदा चसौकदा-बरतन, झदाड़ड-ब ंदाड, रगोटदी-पदाननी सभनी ककछ करनदा पड़तदा।
हदन कगो तगो दगोनयों चनदा-चबप्रेनदा खदाकर र जदातप्रे,रदात कगो जब मदालतनी आ जदातनी, तगो झकनयदा
अपनदा खदानदा पकदातनी और मदालतनी बच्चप्रे कप्रे पदास ब ैठतनी। व बदार-बदार चदा तनी कक बच्चप्रे कप्रे
पदास ब ैठप्रे;लप्रेककन मदालतनी उसप्रे न आनप्रे दप्रे तनी। रदात कगो बच्चप्रे कदा ज्वर तप्रेज़ ंगोतदा जदातदा और
व बप्रेच ैन ंगोकर दगोनयों ंदाथ उपर उठदा लप्रेतदा। मदालतनी उसप्रे गगोद मभ लप्रेकर घंटयों कमरप्रे मभ ट
लतनी। चसौथ हदन उसप्रे चप्रेचक नक आयनी। मदालतनी नप्रे सदारप्रे घर कगो टदीकदा लगदायदा, ख़द क टदीकदा
लगवदायदा, मप्रे तदा कगो भनी लगदायदा। गगोबर, झकनयदा, म ंदारदाज, कगोई न बचदा।

प लप्रे हदन तगो ददानप्रे छगोटप्रे थप्रे और -अलग थप्रे। जदान पड़तदा थदा,छगोटदी मदातदा ं ैं।
दसरप्रेड हदन ज ैसप्रेणखल उठप्रे और अंगरू कप्रे ददानप्रेकप्रे बरदाबर ंगो गयप्रेऔर ककर कई-कई
ददानप्रे समलकर बड़प्रे-बड़प्रे आड।ँवलप्रे ज ैसप्रेगोगयप्रे। मंगल जलन और खजलदीक और पनीड़दा सप्रे
बप्रेच ैन ंगोकर ककण स्वर मभ करदा तदा और,असददीनदाय नप्रेतयों सप्रे मदालतनी ककी ओर दप्रे खतदा।
उसकदा करदा नदा भनी पसौढ़यों कदा-सदा थदा, और दृश्ष्ट मभ भनी पसौढ़तदा
थनी, ज ैसप्रे व एकदाएक जवदान ंगो गयदा ंगो। इस असह्यवप्रेदनदा नप्रे मदानगो उसकप्रे
अबबगो सशशकपन कगो समटदा डदालदा ंगो। उसककी सशशक-बववक मदानगो सजदान ंगोकर
समझ र ंनी थनी कक मदालतनी ंनी कप्रे जतन सप्रे व अच्छदा गो सकतदा ं ै। मदालतनी ंनी
ज्ययों ककसनी कदाम सप्रे चलदी जदातनी,व रगोनप्रेलगतदा। मदालतनी कप्रे आतप्रे ंनी चपक ंगो
जदातदा।
रदात कगो उसककी बप्रेच ैननी बढ़ जदातनी और मदालतनी कगो पदायछः सदारदी रदात ब ैठनदा पड़
जदातदा; मगर व न कभनी झ।ँ झ
ड लदातनीक, न धिचढ़तनी। ंदाड,।ँ झकनयदा पर उसप्रेकभनी-कभनी
अवकय कक्रगो आतदा, क्ययोंकक व अजदान कप्रे कदारण जगो न करनदा चदाह ए,व कर
ब ैठतनी। गगोबर और झकनयदा दगोनयों ककी आस्थदा झदाड़-संंडक।ँ मभ अधधिक थनी; य ंदाड।ँ उसकगो
कगोई अवसर न समलतदा। उस पर झकनयदा दगो बच्चप्रेककी मदाड।ँंगोकर बच्चप्रेकदा पदालन
करनदा न जदानतनी थनी, मंगल हदक करतदा,तगो उसप्रे डदाड।ँटतनी-कगोसतनी। ज़रदा-सदा भनी
अवकदाश पदातनी, तगो ज़मनीन पर सगो जदातनी और सबप्रेरप्रे सप्रे प लप्रे न ;उठतनीऔर गगोबर
तगो उस कमरप्रे मभ आतप्रे ज ैसप्रे डरतदा थदा। मदालतनी व ,ंदाड।ँक ै सप्रेब ैठठीजदाय?झैनयय सस
बच्चप्रे कदा ंदाल- वदाल पछड लप्रेतदा और खदाकर पड़ र तदा। उस चगोट कप्रे बदाद व परदाड
स्वस्थ न ंगो पदायदा थदा। थगोड़दा-सदा कदाम करकप्रे भनी थक जदातदा थदा। उन हदनयों जब
झ नयदा घदास बप्रेचतनी थनी और व आरदाम सप्रेपड़दा र तदा थदा, व कछ रदा ंगो गयदा
ंक ंक
थदा; मगर सइर कई म ंनीनप्रेबगोझ ढगोनप्रेऔर चनप्रेड-गदारप्रे कदा कदाम करनप्रे सप्रे उसककी
दशदा धिगर गयनी थनी। उस पर य ंदाड।ँकदाम ब त थदा। सदारप्रे बदाग़ कगो पदाननी नकदालकर
ंक
सनींचनदा,क्यदाररययों कगो गगोड़नदा, घदास छठीलनदा, गदाययों कगो चदारदा-पदाननी दप्रे नदा और द ंकनदा।
और जगो मदासलक इतनदा दयदालक ंगो, उसकप्रे कदाम मभ -कदानचगोरदी क ै सप्रे करप्रे ?य
ए सदान उससप्रे एक क्षण भनी आरदाम सप्रे न ब ैठनप्रे, औरदप्रे तदाजब मप्रेतदा ख़द क खरपनीक
लप्रेकर घंटयों बदाग़ मभ कदाम करतप्रे तगो व क ै सप्रे आरदाम?व करतदाख़द क सखतदाड थदा;
पर बदाग़ रदा ंगो र ंदा थदा।
समस्टर मप्रे तदा कगो भनी बदालक सप्रे स्नप्रे ंगो गयदा थदा। एक हदन मदालतनी नप्रे उसप्रे गगोद

मभ लप्रेकर उनककी मंडछ।ँ उखड़वदा ददी थनी। नप्रेमंडछयों।ँ कगो ऐसदा पकड़दा थदा कक समलड
दष्टक
उखदाड़ लप्रेगदा। मप्रेतदा ककी आड।ँखयों मभ आस।ँभ
ड र आयप्रेथप्रे। मप्रे तदा नप्रे

बबगड़कर क ंदा थदा-- बड़दा श ैतदान लगौंडदा ं ै। मदालतनी नप्रे उन म ंभ

डदाड।ँटदा-- तथदामक मंडछभभीँसदाफ़ क्ययों न ंनींकर लप्रेतप्रे? 'मप्रेरदी

मंडछभभीँमझप्रेकपदाणयों सप्रेवपय ं ैं।' 'अबककी पकड़ लप्रेगदा,तगो उखदाड़कर ंनी

छगोड़प्रेगदा।' 'तगो म ैंइसकप्रे कदान भनी उखदाड़ लंडगदा।ं।ँ


मंगल कगो उनककी मंडछभभीँउखदाड़नप्रेमभकगोई ख़दास मज़दा आयदा थदा। व ख़बड णखलणखलदाकर
ंड।ँसदा थदा और मंडछयों।ँ कगो और ज़गोर सप्रेखनींचदा थदा; मगर मप्रे तदा कगो भनी शदायद
मंडछभभीँउखड़वदानप्रेमभमज़दा आयदा थदा; क्ययोंकक व पदायछः दगो एक बदार रगोज़ उससप्रेअपननी
मंडछयों।ँ ककी रस्सदाकशनी करदा सलयदा करतप्रेथप्रे। सइर जब सप्रेमंगल कगो चप्रेचक नकल आयनी
थनी,मप्रे तदा कगो भनी बड़नी धिचन्तदा ंगो गयनीथनी। अकसर कमरप्रे मभ जदाकर मंगल कगो
व्यधिथत आड।ँखयों सप्रे दप्रे खदा करतप्रे। उसकप्रेककी कषलपनयटद करकस
उनकदा कगोमल हृदय ह ल जदातदा थदा। उनकप्रे दसौड़-संपड सप्रेव अच्छदा ंगो जदातदा, तगो
पथ्वनी कप्रे उस छगोर तक दसौड़ लगदातप्रे;ंकपए ख़चद करनप्रे सप्रे अच्छदा , तगोगोतदा चदा ंप्रे
ं ृ
भनीख ंनी मदाड।ँगनदा पड़तदा,व उसप्रे अच्छदा करकप्रे ंनी र तप्रे;लप्रेककन य ंदाड।ँ कगोई बस न
थदा। उसप्रेछडतप्रेभनी उनकप्रे ंदाथ कदाड।ँपतप्रेथप्रे। क ंनींउसकप्रे आबलप्रेन टडट जदाय।ंड।ँमदालतनी
ककतनप्रे कगोमल ंदाथयों सप्रे उसप्रे उठदातनी,कंसं ैप्रे पर उठदाकर कमरप्रे मभ ट लतनी ं ै और
ककतनप्रेस्नप्रे सप्रेउसप्रेब लदाकर दद ड वपलदातनी ं ै,य वदात्सल्य मदालतनी कगो उनककी
दृश्ष्ट मभ न जदानप्रेतनदाकक ऊड।ँ चदा उठदा दप्रे तदा ं ै। मदालतनी कप्रे वल रमणनी , नमदातदानीं ं ै
भनी ं ै और ऐसनी-व ैसनी मदातदा न ंनीं सच्चप्रे अथयों मभ दप्रे वनी और मदातदा और जनीवन
दप्रे नप्रेवदालदी,जगो परदायप्रे बदालक कगो भनी अपनदा समझ सकतनी , ज ैसप्रे उसनप्रे मदातदापन
कदा सद ै व संचय ककयदा ंगो और आज दगोनयों ंदाथयों सप्रेउसप्रेलटदाक र ंनी ंगो। उसकप्रे
अंग-
अंग सप्रेमदातदापन संडटदा पड़तदा थदा, मदानगो य ंनी उसकदा यथदाथद ंडप , ंगोय ंदाव-
भदाव,
शसौक़-ससंगदार उसकप्रे मदातदापन कप्रे आवरण-मदात ंयों, श्जसमभ उस ववभत
ड ककी रक्षदा
ंगोतनी र ंप्रे।

रदात कगो एक बज गयदा थदा। मंगल कदा रगोनदा सनकरु मप्रेतदा चगौंक पड़प्रे। सगोचदा,
बप्रेचदारदी मदालतनी सआनी रदात तक तगो जदागतनी र ंनी ंगोगनी,इस वक़्त उसप्रे उठनप्रे मभ
ककतनदा कष्ट ंगोगदा; अगर द्वदार खलदाक ंगो तगो म ैंंनी बच्चप्रेकगो चपक करदा दंड।ं।ँतरं तक
उठकर उस कमरप्रे कप्रे द्वदार पर आयप्रे और शनीशप्रे सप्रे अन्दर झदाड।ँकदा। मदालतनी बच्चप्रे
कगो गगोद मभ सलयप्रे ब ैठठी थनी और बच्चदा अनदायदास ंनी रगो र ंदा थदा। शदायद उसनप्रे कगोई
स्वप्न दप्रे खदा थदा,यदा और ककसनी वज सप्रेडर गयदा थदा। मदालतनी चमकदारतनीक थनी,
थपकतनी थनी, तसवनीरभ हदखदातनी ,थनीगगोद मभ लप्रेकर ट लतनी, परथनी बच्चदा चपक ंगोनप्रे
कदा नदाम न लप्रेतदा थदा। मदालतनी कदा य अटडट वदात्सल्य, य अदम्य मदात-ं ृभदाव
दप्रे खकर उनककी आड।ँखभसजल ंगो गयनीं। मन मभ ऐसदा पलकक उठदा कक अन्दर जदाकर
मदालतनी कप्रे चरणयों कगो हृदय सप्रे लगदालभ।
अंतस्तल सप्रेअनरदागक मभ डडबप्रे ंकए शब्दयों कदा एक समड मचल पड़दा -- वपयप्रे,मप्रेरप्रे
स्वगद ककी दप्रे वनी,मप्रेरदी रदाननी,डदारसलंग...।

और उसनी पप्रेमयोंमदाद मभ उन म ंयोंनप्रेपकदारदाक -- मदालतनी, ज़रदा द्वदार खगोल दगो।

मदालतनी नप्रे आकर द्वदार खगोल हदयदा और उनककी ओर श्जजदासदा ककी आड।ँखयों सप्रे दप्रे खदा।

मप्रेतदा नप्रेपछदाड -- क्यदा झकनयदा न ंनींउठठी? य तगो ब ंकत रगो र ंदा ं ै।

मदालतनी नप्रे समवप्रेदनदा भरप्रे स्वर मभ -- कआजदा आठवदाड।ँ हदन ं ै पनीड़दा अधधिक ंगोगनी।
इसनी सप्रे।

'तगो लदाओ, म ैंककछ दप्रे र ट लदा दंड,ं।ँतमक थक गयनी ंगो।'

मदालतनी नप्रेमस्करदाकरु क ंदा -- तम मंक ंभज़रदा ंनी दप्रे र मभ ग़स्सदाक आ जदायगदा! बदात
सच थनी; मगर अपननी कमज़गोरदी कगो कसौन स्वनीकदार करतदा ं ै?

मप्रे तदा नप्रे श्ज़द करकप्रे क-- ंदातमनप्रेकमझप्रेकइतनदा ल्कदा समझ सलयदा ं ै?

मदालतनी नप्रे बच्चप्रे कगो उनककी गगोद मभ दप्रे हदयदा। उनककी गगोद मभ जदातप्रे ंनी व एकद चपक ंगो
गयदा। बदालकयों मभ जगो एक अंतजदादन ंगोतदा ं ै, उसनप्रे उसप्रे बतदा हदयदा,अब रगोनप्रे मभ तम मंक ंदारदा
कगोई फ़दायददा न ंनीं। य नयदा आदमनी स्तनी न ंनीं,पंकष ं ैऔर पंकष
ग़स्सप्रेवरु ंगोतदा ं ैऔर नददयनी भनी ंगोतदा ं ैऔर चदारपदाई पर लप्रेटदाकर , यदा बदा र
अड।ँसंप्रेरप्रेमभसलदाकरु दरू चलदा जदा सकतदा ं ैऔर ककसनी कगो पदास आनप्रेभनी न दप्रे गदा।

मप्रे तदा नप्रे ववजय-गवद सप्रे क --ंदा दप्रे खदा,क ैसदा चपक कर हदयदा।

मदालतनी नप्रे ववनगोद ककयदा-- ंदाड।ँ,तमक इस कलदा मभ ककशल ंगो। क ंदाड।ँसनीखनी?

'तमसप्रे।ंक

'म ैं स्तनींडऔर।ँ मझक पर ववकवदास न ंनीं ककयदा जदा सकतदा।'


मप्रे तदा नप्रे लश्ज्जत ंगोकर क --ंदा मदालतनी, म ैंतमसप्रेक ंदाथ जगोड़कर क तदा ंड,मप्रेरड़
उन शब्दयों कगो भलड जदाओ। इन कई म ंनीनयों मभ मक ैं कतनदा पछतदायदा ंड,ककतनदा।ँ
लश्ज्जत ंकआ ंड,ककतनदा।ँ दखनीक ंकआ ंड,शदायद।ँ तमक इसकदा अंददाज़ न कर सकगो।

मदालतनी नप्रे सरल भदाव सप्रे क --ंदा म ैंतगो भलड गयनी, सच क तनी ंड।ं।ँ

'मझप्रेकक ैसप्रेववकवदास आयप्रे?'

'उसकदा पमदाण य ंनी ं ै कक म दगोनयों एक ंनी घर मभ र तप्रे,एक ं ैंसदाथ खदातप्रे , ं ैं


ंड।ँसतप्रे ं ैं,बगोलतप्रे 'ं ैं।

'क्यदा मझप्रेक
क क छ यदाचनदा करनप्रेककी अनमक त न दगोगनी?'

उन म ंयोंनप्रे मंगल कगो खदाट पर सलटदा हदयदा,ज ंदाड।ँ व दबककर सगो र ंदा। और
मदालतनी ककी ओर पदाथनी आड।ँखयों सप्रेदप्रेखदा ज ैसप्रेउसनी अनमक त पर उनकदा सब ककछ हटकदा
ंकआ ंगो।

मदालतनी नप्रे आदद ंगोकर क --ंदा तमक जदानतप्रे ंगो, तमसप्रेकज़्यदाददा नकट संसदार मभ मप्रेरदा
कगोई दसरदाड न ंनीं ं ै। म ैंनप्रेब ंकत हदन ंकए, अपनप्रेकगो तम मंक ंदारप्रे चरणयों पर समवपदत
कर हदयदा। तमक मप्रेरप्रेपथ-पदशदक , ंगोमप्रेरप्रे दप्रे वतदा, मप्रेरप्रेगोगंक ंगो। तम मंक ंभमझसप्रेक
क कछ
यदाचनदा करनप्रे ककी ज़डरत न , ंनींमझप्रेककप्रेवल संकप्रेत कर दप्रे नप्रेककी ज़डरत ं ै। जब मझप्रेकतम मंक
ंदारप्रे दशदन न ंकए थप्रेऔर म ैंनप्रेतम मंक ंभप चदानदा न थदा, भगोग और आत्म-सप्रेवदा
मप्रेरप्रे जनीवन कदा इष्थदा।ट तमनप्रेकआकर उसप्रेपप्रेरणदा ददी, श्स्थरतदा ददी। म ैंतम मंक ंदारप्रे
सदान कभनी न ंनींभलड सकतनी। म ैंनप्रेनददी ककी तटवदालदी तम मंक ंदारदी बदातभ गदाड।ँठ बदाड।ँसं लदीं।
दछःखक य ंनी ंकआ कक तमनप्रेकभनी मझप्रेकव नी समझदा जगो कगोई दसरदाड पंकष समझतदा,
श्जसककी मझप्रेकतमसप्रेकआशदा न थनी। उसकदा ददा यत्व मप्रेरप्रेऊपर ं ै,य म ैं जदानतनी ंड;लप्रेककन।ँ
तम मंक ंदारदा अमडल्य पप्रेम पदाकर भनी म ैंव ंनी बननी र ंडगनीभीँ, ऐसदा समझकर तमनप्रेकमप्रेरप्रेसदाथ
अन्यदाय ककयदा। म ैंइस समय ककतनप्रेगवदकदा अनभवक कर र ंनी ंडय।ँ तमक न ंनींसमझ
सकतप्रे। तम मंक ंदारदा पप्रेम और ववकवदास पदाकर अब मप्रेरप्रे सलए ककछ भनी शप्रेष न ंनींर
गयदा ं ै। य वरददान मप्रेरप्रेजनीवन कगो सदाथदक कर दप्रे नप्रे
कप्रे सलए कदाफ़की ं ै। य मप्रेरदी पणतदाद ड ं ै।
क तप्रे-क तप्रेमदालतनी कप्रे मन मभ ऐसदा अनरदागक उठदा कक मप्रेतदा कप्रे सनीनप्रेसप्रे सलपट
जदाए। भनीतर ककी भदावनदाएड।ँ बदा र आकर मदानगो सत्य ंगो गयनीथनीं। उसकदा
रगोम-रगोम पलककतक ंगो उठदा। श्जस आनंद कगो उसनप्रेदलदभक समझ रखदा थदा, व
इतनदा सलभक इतनदा समनीप ं ै! और हृदय कदा व आह्लदाद मखक पर आकर उसप्रे
ऐसनी शगोभदा दप्रे नप्रे लगदा कक मप्रे तदा कगो उसमभ दप्रे वत्व ककी आभदा हदखनी। य ; नदारदी ं ै यदा
मंगल ककी,पववततदा ककी और त्यदाग ककी प तमदा!

उसनी वक़्त झकनयदा जदागकर उठ ब ैठठी और मप्रेतदा अपनप्रेकमरप्रे मभचलप्रेगयप्रेऔर


ककर दगो सप्तदा तक मदालतनी सप्रेकछ बदातचनीत करनप्रेकदा अवसर उन म ंभन समलदा।
ंक
मदालतनी कभनी उनसप्रे एकदांत मभ न समलतनी। मदालतनी कप्रे व शब्द उनकप्रे हृदय मभ
गंडजतड़र तप्रे। उनमभ ककतननी सदांत्वनदा थनी, ककतननी ववनय थनी, ककतनदा नशदा थदा!
दगो सप्तदा मभ मंगल अच्छदा ंगो गयदा।, मदाड।ँंकपर चप्रेचक कप्रे ददाग़ न भर सकप्रे।

उस हदन मदालतनी नप्रे आस-पदास कप्रे लड़कयों कगो भर पप्रेट समठदाई णखलदाई और जगो

मनसौ तयदाड।ँ कर रखनी ,थनींव भनी परदीड ककीं। इस त्यदाग कप्रे जनीवन मभ ककतनदा आनंद
ं ै,इसकदा अब उसप्रेअनभवक ंगो र ंदा थदा। झकनयदा और गगोबर षदमदानगो उसकप्रे
कदा
भनीतर प तबबंबबत ंगो र ंदा थदा। कप्रे कष्ट- नवदारण मभ उसनप्रेश्जस सखक और
दसरयोंंड
उल्लदास कदा अनभवक ककयदा, व कभनी भगोग-ववलदास कप्रे जनीवन मभ न ककयदा थदा। व
लदालसदा अब उन संडलयों ककी भदाडत
।ँ क्षनीण ंगो गयनी थनी श्जसमभ संल लग र ंप्रे ंयों। अब
उस दजप्रेसप्रेआगप्रे नकल चककीक थनी, जब मनष्यक स्थलड आनंद कगो परम सखक मदानतदा
ं ै। य आनंद अब उसप्रेतच्छक पतन ककी ओर लप्रेजदानप्रेवदालदा , ककछ लकदा, बश्ल्क
बनीभत्स-सदा लगतदा थदा। उस बड़प्रेब।ँग
ड लप्रेमभर नप्रेकदा क्यदा आनंद जब उसकप्रे
आस-पदास समटदी कप्रे झगोपड़प्रे मदानगो ववलदाप कर र ंप्रे ंयों। कदार पर चढ़कर अब उसप्रे

गवद न ंनीं ंगोतदा। मंगल ज ैसप्रे अबबगो बदालकउसकप्रेनप्रे जनीवन मभ ककतनदा पकदाश डदाल
हदयदा, उसकप्रे सदामनप्रे सच्चप्रे आनंद वदारकदा-सदाद् खगोल हदयदा।

एक हदन मप्रे तदा कप्रे ससर मभ ज़गोर कदा ददद ंगो र ंदा थदा। व आड।ँखभ बंद ककयप्रे पर
पड़प्रेतड़प र ंप्रेथप्रेकक मदालतनी नप्रेआकर उनकप्रे ससर पर ंदाथ रखकर पछदाड -- कब सप्रे य
ददद ंगो र ंदा? ं ै
मप्रे तदा कगोऐसदा जदान पड़दा, उन कगोमल ंदाथयों नप्रे ज ैसप्रे सदारदा ददद खनींच सलयदा। उठकर ब ैठ
गयप्रे और बगोलप्रे--ददद तगो दगोप र सप्रे ंनी ंगो र ंदा थदा और ऐसदा ससर-दददमझप्रेक
आज तक न ंनीं ंकआ थदा, मगर तम मंक ंदारप्रे ंदाथ रखतप्रे ंनी ससर ऐसदा ल्कदा ंगो
गयदा ं ै मदानगो दददथदा ंनी न ंनीं। तम मंक ंदारप्रे ंदाथयों मभ य ससवव ं ै।

मदालतनी नप्रे उन म ंभ कगोई दवदा लदाकर खदानप्रे कगो दप्रे ददी और आरदाम सप्रे लप्रेट र नप्रे कगो तदाककीद
करकप्रे तरं तक कमरप्रे सप्रे नकल जदानप्रेकगो ंकई।

मप्रे तदा नप्रे आग करकप्रे क-- ंदाज़रदा दगो समनट ब ैठगोगनी न ?ंनीं

मदालतनी नप्रे द्वदार पर सप्रे पनीछप्रे ककरकर क-- ंदाइस वक़्त बदातभ करगोगप्रे तगो शदायद ककर
ददद ंगोनप्रे लगप्रे। आरदामसप्रे लप्रेटप्रे र ंगो। आज-कल म ैंतम मंक ंभमप्रेशदा ककछ-न-ककछ
पढ़तप्रेयदा सलखतप्रेदप्रेखतनी ंड।ं।ँदगो-चदार हदन सलखनदा-पढ़नदा छगोड़ दगो।

'तमक एक समनट ब ैठगोगनी न ंनीं?'

'मझप्रेए
क क मरदीज़ कगो दप्रे खनप्रेजदानदा ं ै।'

'अच्छठी बदात ं ै,जदाओ।'

मप्रेतदा कप्रे मखक पर ककछ ऐसनी उददासनी छदा गयनी कक मदालतनी लसौट पड़नी और सदामनप्रे
आकर बगोलदी -- अच्छदा क ंगो, क्यदा क तप्रे ?ंगो

मप्रे तदा नप्रे ववमन ंगोकर क --ंदा कगोई ख़दास बदात न ंनीं ं ै। य ंनी क र ंदा थदा
कक इतननी रदात गयप्रे ककस मरदीज़ कगो दप्रे खनप्रे जदाओगनी?

'व ंनी रदाय सदा ब ककी लड़ककी ं ै। उसककी ंदालत ब त ंगो गयनी थनी। अब कछ
ख़रदाब
स।ँभ
ड ल गयनी ं ै।' ंक ंक

उसकप्रे जदातप्रे ंनी मप्रेतदा ककर लप्रेट र ंप्रे। कछ समझ मभ न ंनीं आयदा कक मदालतनी कप्रे
ंक
ंदाथ रखतप्रे ंनी ददद क्ययों शदांत ंगो गयदा। ंनी उसमभ कगोईधधि ससद्ं ै और
अवकय य
उसककी तपस्यदा कदा, उसककी कमदडय मदानवतदा कदा ंनी ं ै। मदालतनी नदारदीत्व कप्रे
वरददान
उस ऊड।ँचप्रेआदशदपर प ंड।ँच गयनी थनी, ज ंदाड।ँ व पकदाश कप्रे एक नक्षत-सनी नज़र आतनी
ंक
थनी। अब व पप्रेम ककीवस्तकन ंनीं,शद् संदा ककी वस्तकथनी। अब व दरलभक ंगो
गयनी
थनी और दलभतदाक मनस्वनी आत्मदाओंकप्रे सलए उद् यगोग कदा मंत ं ै। मप्रे तदा पप्रेम मभ
श्जस सखक ककी कल्पनदा कर र ंप्रेथप्रेउसप्रेशद् संदा नप्रे और भनी ग रदा,और भनी
स मसं तमदय बनदा हदयदा। पप्रेम मभ कछ मदान ंगो ं ै,कछ म त्व भनी। शद्संदा
भनी तदा तगो
ंड ंक ंक
अपनप्रे कगो समटदा डदालतनी ं ै और अपनप्रे समट जदानप्रे कगो ंनी अपनदा बनदाइष्ट लप्रेतनी ं ै।
पप्रेम अधधिकदार करदानदा चदा तदा , ं ैजगो कछ ं ै,उसकप्रे बदलप्रेमभकछ चदा तदा भनी
दप्रे तदा
ंक ंक
ं ै। धशदा कदा चरम आनंद अपनदा समपदण,श्जसमभ ं ै अ म्मन्यतदा कदा ध्वंस ंगो
जदातदा ं ै। मप्रेतदा कदा व ब ं ृत णगंथ समदाप म त ंगो गयदा थदा, श्जसप्रे व तनीन सदाल सप्रे
सलख र ंप्रे थप्रे और श्जसमभ उन म ंयोंनप्रे संसदार कप्रे सभनी-तत्वयोंदशदनकदासमन्वय
ककयदा
थदा। य गंथ उन म ंयोंनप्रे मदालतनी कगो समवपतद ककयदा,और श्जस हदन उसककी प तयदाड।ँ
इंगल ैंड सप्रे आयनीं और उन म ंयोंनप्रे एक प त मदालतनी कगो, तगोभभ टव ककीउसप्रे अपनप्रे
नदाम सप्रे समवपदत दप्रे खकर ववश्स्मत भनी ई और दखनीक
भनी।
ंक
उसनप्रे क ंदा-- य तमनप्रेकक्यदा ककयदा? म ैं तगो अपनप्रे कगो इस यगोग्य न ंनीं समझतनी।
मप्रे तदा नप्रे गवद सप्रे --क लप्रेककनदा म ैंतगो समझतदा ंड।ं।ँ तगो कगोई चनीज़ न ंनीं। मप्रेरप्रे

तगो अगर ससौ पदाण ंगोतप्रे,तगो व तम मंक पर न्यगोछदावर कर दप्रे तदा।
ंदारप्रे चरणयों
'मझ पर! श्जसनप्रे स्वदाथद-ंप्रेवदा कप्रे ससवदा कछ ंनी न ंनीं।'
जदानदा
ंक ंक
'तम मंक ंदारप्रे त्यदाग कदा एक टककड़दा भनी म ैंपदा जदातदा, तगो अपनप्रेकगो संन्य समझतदा।
तमक
दप्रे वनी ंगो।'

'पत्थर ककी, इतनदा और क्ययों न ंनीं क तप्रे?'

'त्यदाग ककी, मंगल ककी,पववततदा ककी।'

'तब तमनप्रेकमझप्रेकख़बड समझदा। म ैंऔर त्यदाग! म ैंतमसप्रेकसच क तनी ंड,सप्रेवदा।ँ यदा त्यदाग कदा
भदाव कभनी मप्रेरप्रेमन मभ न ंनींआयदा। जगो ककछ करतनी ंड,पत्यक्ष।ँ यदा अपत्यक्ष
स्वदाथदकप्रे सलए करतनी ंड।ं।ँमग ैं दातनी इससलए न ंनींकक त्यदाग करतनी ंड,यदा।ँ
अपनप्रेगनीतयों सप्रेदखनीक आत्मदाओंकगो सदांत्वनदा दप्रे तनी ंडबश्ल्क।ँ कप्रे वल इससलए कक
;

उससप्रे मप्रेरदा मन पसन्न तदागो ं ै। इसनी तर दवदा ददाड भनी ग़रदीबयों कगो दप्रे दप्रेतनी ंडं।ँ कप्रेवल
- ;

अपनप्रेमन कगो पसन्न करनप्रेकप्रे सलए। शदायद मन कदा अ ंंकदार इसमभ सखक

मदानतदा ं ै। तमक मझप्रेख़्


क वदा मख़्वदा दप्रे वनी बनदायप्रेडदालतप्रे ंगो। अब तगो इतननी कसर र
गयनी ं ैकक संपड-ददीप लप्रेकर मप्रेरदी पजदाड करगो।'
मप्रे तदा नप्रे कदातर स्वर मभ --क वदा तगो म ैंबरसयों सप्रेकर र ंदा ंड,मदालतनीभीँ, और उस
वक़्त तक करतदा जदाऊड।ँ गदा जब तक वरददान न समलप्रेगदा।

मदालतनी नप्रेचटककीक लदी -- तगो वरददान पदा जदानप्रे कप्रे बदाद शदायद दप्रे वनी कगो मंहदर सप्रे
नकदाल संभ कगो।
मप्रेतदा स।ँभ
ड लकर बगोलप्रे-- अब तगो मप्रेरदी अलग सत्तदा ंनी न र ंप्रेगनी-- उपदासक

उपदास्य मभ लय ंगो जदायगदा।


मदालतनी नप्रे गंभनीर ंगोकर क न ंनीं मप्रे ,तदाम ैं म ंनीनयों सप्रे इस पकपरन
--ंदा ववचदार
कर र ंडऔर।ँ अंत मभ मन
ैं प्रेय तय ककयदा ं ैकक समत बनकर र नदा स्तनी-पंकष
ंनी
बनकर र नप्रेसप्रेक ंनींसखकरु ं ै। तमक मझसप्रेकपप्रेम करतप्रे ंगो, मझक पर ववकवदास
करतप्रे , ंगोऔर मझप्रेकभरगोसदा ं ैकक आज अवसर आ पड़प्रेतगो तकम मप्रेरदी रक्षदा पदाणयों
सप्रेकरगोगप्रे। तममभ ंकमन
ैं प्रेअपनदा पथ-पदशदक ंनी न , ंनींअपनदा रक्षक भनी पदायदा ै। म ैं
भनी तमसप्रेप
क प्रेम करतनी ंड,त।ँमक पर ववकवदास ंड,और।ँ तम मंक ंदारप्रे सलए कगोई
करतनी ऐसदा
त्यदाग न ंनीं , जगो ै म ैंन कर सकंड।ं।ँऔर परमदात्मदा सप्रेमप्रेरदी य नी ववनय ं ैकक व
जनीवन-पयंत मझप्रेकइसनी मदागदपर दृढ़ रखप्रे। मदारदी पणदतदाड कप्रे सलए, मदारदी आत्मदा
कप्रे ववकदास कप्रे सलए,और क्यदा चदाह ए? अपननी छगोटदी-सनी गस्
ृ थनी बनदाकर,

अपननी आत्मदाओं कगो छगोटप्रे -सप्रे वपंजड़प्रे मभ बंद,अपनकरकप्रेदछःखक-सखक कगो अपनप्रे ंनी

एक
रखकर, क्यदा म असनीम कप्रे नकट प ंकड।ँच सकतप्रे ं ैं?व तगो मदारप्रे मदागद मभ बबदादा ंनी
डदालप्रेगदा। ककछ ववरलप्रेपदाणनी ऐसप्रेभनी ं ैं,जगो प ैरयों मभ य बप्रेडड़यदाड।ँ डदालकर भनी ववकदास कप्रे
पथ पर चल सकतप्रे, और ैं चल र ंप्रे ं ैं। य भनी जदानतनी ंडकक।ँ पणदतदाड
कप्रे सलए पदाररवदाररक पप्रेम और त्यदाग और बसलददान कदा ब ंकत बड़दा म त्व ं ै;
लप्रेककन म ैं अपननी आत्मदा कगो उतनदाढ़दृन ंनीं पदातनी। जब तक ममत्व न ंनीं,
अपनत्व ै
ंनीं , ं ैतब तक जनीवन कदा मगो न ंनीं ं ै स्वदाथद कदा ज़गोर न ंनीं ं ै। श्जस हदन मन
मगो मभ आसकम तकआ, और म बंसंन मभ , उसपड़प्रे क्षण मदारदा मदानवतदा कदा क्षप्रेत
ससककड़ जदायगदा, नई-नई श्ज़म्मप्रेददाररयदाड।ँआ जदायगनीड ।ँ और मदारदी सदारदी शश्क्त उन म ंनीं
कगो परदाड करनप्रेमभलगनप्रेलगभ गनी। तम मंक ंदारप्रे ज ैसप्रेववचदारवदान, प तभदाशदालदी मनष्यक ककी
आत्मदा कगो म ैंइस कदारदागदार मभ बंददी न ंनींकरनदा चदा तनी। अभनी तक तम मंक ंदारदा
जनीवन यज थदा, श्जसमभ स्वदाथदकप्रे सलए ब ंकत थगोड़दा स्थदान थदा। म ैंउसकगो ननीचप्रेककी
ओर न लप्रेजदाऊड।ँगनी। संसदार कगो तम-क ज ैसप्रे ससदाकयों ककीज़रड त ं ै,जगो अपनप्रेपन कगो इतनदा
सं ै लदा दभ कक सदारदा संसदार अपनदा ंगो जदाय। संसदार मभ अन्यदाय,आतंकंनी ककी,भय
ककी द ंकदाई मचनी ंकई ं ै। अंसंववक वदास कदा, कपट-संमद कदा,स्वदाथद कदा पकगोप छदायदा
ंकआ ं ै। तमनप्रेकव आतद-पकदारु सननीक ं ै। तमक भनी न सनगोगप्रेक,तगो सननप्रेवदालप्रेकक ंदाड।ँसप्रे
आयभगप्रे। औरअसत्य पदाणणययों ककी तर तमक भनी उसककी ओर सप्रेअपनप्रेकदान न ंनीं
बंद कर सकतप्रे। तम मंक ंभव जनीवन भदार ंगो जदायगदा। अपननी ववद् यदा और बद्ंकधधि
कगो,
अपननी जदागनी ंकई मदानवतदा कगो और भनी उत्सदा और ज़गोर कप्रे सदाथ उसनी रदास्तप्रेपर
लप्रेजदाओ। म ैंभनी तम मंक ंदारप्रे पनीछप्रे -पनीछप्रे चलंडगनी।ं।ँ अपनप्रेजनीवन कप्रे सदाथ मप्रेरदा जनीवन
भनी सदाथदक कर दगो। मप्रेरदा तमसप्रेकय ंनी आग ं ै। अगर तम मंक ंदारदा मन
सदांसदाररकतदा ककी ओर लपकतदा ं ैतब भनी म ैंअपनदा क़दाबडचलतप्रेतम मंक ंभसउर सप्रे
टदाऊड।ँगनी और ईकवर
करप्रे कक म ैं अससल ंगो जदाऊड।ँ,लप्रेककन तब म ैंतम मंक ंदारदा सदाथ दगो बंडद।ँआस।ँड
धिगरदाकर छगोड़ दंडगनीभीँ, और क न ंनीं सकतनी,मप्रेरदा क्यदाअंत ंगोगदा,ककस घदाट
लगंडगनीभीँ, पर चदा ंप्रे व कगोई घदाट , ंगोइस बंसंन कदा घदाट न ंगोगदा;बगोलगो,
मझप्रेकक्यदा आदप्रे श दप्रे तप्रे ? ंगो

मप्रेतदा ससर झकदायप्रेकसनतप्रेकर ंप्रे। एक-एक शब्द मदानगो उनकप्रे भनीतर ककी आड।ँखभ इस तर
खगोलप्रे दप्रे तदा ,थदाज ैसनी अब तक कभनी न खलदीक थनीं। व भदावनदायभजगो अब तक उनकप्रे
सदामनप्रे स्वप्न-धिचतयों ककी तर आयनी थनीं,अब जनीवन सत्य बनकर श्स्पंदन ंगो गयनी थनी।
व अपनप्रे रगोम-रगोम मभ पकदाश और उत्कषदकदा अनभवक कर र ंप्रेथप्रे।
जनीवन कप्रे म ंदान णसंकल्पयों कप्रे सम्मखक मदारदा बदालपन मदारदी आड।ँखयों मभ ककर जदातदा
ं ै। मप्रेतदा ककी आड।ँखयों मभ समरु बदाल-स्म ं ृतयदाड।ँसजनीव ंगो उठठीं,जब व अपननी
ववववदा मदातदा ककी गगोद मभ ब ैठकर म ंदान णसखक कदा अनभवक ककयदा करतप्रेथप्रे। क ंदाड।ँं ै
मदातदा, आयप्रेऔर दप्रे खप्रेअपनप्रेबदालक ककी इस सककीक तदकगो। मझप्रेकआशनीवदाद दगो। तम मंक
ंदारदा व श्ज़दनी बदालक आज एक नयदा जन्म लप्रेर ंदा ं ै।

उन म ंयोंनप्रेमदालतनी कप्रे चरण दगोनयों दाथ सप्रेपकड़ सलयप्रेऔर कदाड।ँपतप्रे ंकए बगोलप्रे--
तकम म ंदारदा आदप्रे श स्वनीकदार ं ै मदालतनी!

और दगोनयों एकदांत ंगोकर पगदाढ़ आसलंगन मभ ब।ँसड ं गयप्रे। दगोनयों ककी आड।ँखयों सप्रेआ।ँस
ड ओंंक
ककी संदारदा ब र ंनी थनी।

***
34

सससलयदा कदा बदालक अब दगो सदाल कदा ंगो र ंदा थदा और सदारप्रे गदाड।ँव मभ दसौड़ लगदातदा
थदा। अपनप्रे सदाथ एक ववधिचत भदाषदा लदायदा थदा,और उसनी मभ बगोलतदाथदा, चदा ंप्रे कगोई
समझप्रे यदा न समझप्रे। उसककी भदाषदा मभ ,ल तऔर घ ककी कसरत थनी और स, र आहद
वणद ग़दायब थप्रे। उस भदाषदा मभ रगोटदी कदा नदाम थदा , ओटदीदघडकदा ततड, सदाग कदा छदाग
और कसौड़नी कदा तसौलदी। जदानवरयों ककी बगोसलययों ककी ऐसनी नक़ल करतदा ं ै कक ंड।ँसतप्रे-
ंड।ँसतप्रेलगोगयों कप्रे पप्रेट मभ बल पड़ जदातदा ं ै।

ककसनी नप्रेपछदाड -- रदाम,ंडककत्तदा क ैसप्रेबगोलतदा ं ै?

रदामडगंभनीर भदाव सप्रेक तदा -- भयों-भयों, और कदाटनप्रे दसौड़तदा।

बबल्लदी क ै सप्रे बगोलप्रे?और रदामम् ड यदाड।ँव-म्यदाड।ँव करकप्रे आड।ँखभ नकदालकर तदाकतदा और पंजयों सप्रे
नगोचतदा। बड़दा मस्त लड़कदा थदा। जब दप्रे खगो खप्रेलनप्रे मभ मगन, खदानप्रेरतदा ककी सधधिक थनी, न
पनीनप्रे ककी। गगोदसप्रेउसप्रेधिचढ़ थनी। उसकप्रे सबसप्रेसखनीक क्षण व ंगोतप्रे,जब व द्वदार कप्रे ननीम कप्रे
ननीचप्रेमनयों संलड बटगोर कर उसमभ लगोटतदा, ससर पर चढ़दातदा, उसककी ढप्रे ररयदाड।ँ लगदातदा,घरगौंदप्रे
बनदातदा। अपननी उम्र कप्रे लड़कयों सप्रे उसककी एक क्षण न पटतनी। शदायद उन म ंभ अपनप्रे सदाथ
खप्रेलदानप्रे कप्रे यगोग्य ंनी न समझतदा थदा।

कगोई पछतदाड -- तम मंक ंदारदा नदाम क्यदा ं ै?

चटपट क तदा -- लदाम।ंड

'तम मंक ंदारप्रे बदाप कदा क्यदा नदामं ै?'

'मदातदाददीन।'

'और तम मंक ंदारदी मदाड।ँकदा?'

' छसलयदा।'

'और ददातदाददीन कसौन ं ै?'


'व अमदालदा छदालदा ं ै।'

जदानप्रेककसनप्रेददातदाददीन सप्रेउसकदा य नदातदा बतदा हदयदा थदा। रदामडऔर ंडपदा मभ ख़बड


पटतनी थनी। व ंडपदा कदा णखलसौनदा थदा। उसप्रे उबटन मलतनी,कदाजल लगदातनी
लदातनी, बदाल स।ँव
ड दारतनी, अपनप्रे ंदाथयों कसौर-कसौर बनदाकर णखलदातनी, और कभनी-कभनी
उसप्रे गगोद मभ सलयप्रे रदात कगो सगो जदातनी। सं नयदा डदाड।ँटतनी,सब ककछ छकआछडत ककयप्रे
दप्रे तनी ; ं ैमगर व ककसनी ककी न सनतनी।ंक चनीथड़प्रेककी गडड़यदाक नप्रेउसप्रेमदातदा बननदा
ससखदायदा थदा। व मदात-ं ृभदावनदा कदा जनीतदा-जदागतदा बदालक पदाकर अब गडड़ययोंंक सप्रे
संतष्टक न ंगो सकतनी थनी।

उसनी कप्रे घर कप्रे वपछवदाड़प्रे ज ंदाड।ँ ककसनी ज़मदानप्रे मभ उसककी, बगोरंनीदसौरकप्रेथनीखडड।ँर


मभ सससलयदा अपनदा एक संडस कदा झगोपड़दा डदालकर र नप्रेलगनी थनी। ंगोरदी कप्रे घर मभ
उम्र तगो न ंनीं कट सकतनी थनी। मदातदाददीन कगो कई ससौ ंकपए ख़चद करनप्रे कप्रे बदाद अंत

मभ कदाशनी कप्रे पंडडतयों नप्रे ककर सप्रे बदाह्मण बनदा हदयदा। उस हदन बड़दा भदारदी वन ंकआ,
ब ंकत-सप्रेबदाह्मणयों नप्रेभगोजन ककयदा और ब ंकत सप्रेमंत और कलगोक पढ़प्रे गयप्रे।

मदातदाददीन कगो सशक गगोबर और गगोमतड खदानदा-पनीनदा पड़दा। गगोबर सप्रे उसकदा मन पववत
ंगो गयदा। मतड सप्रेउसककी आत्मदा मभ अशकधिचतदा कप्रे ककीटदाणकमर गयप्रे। लप्रेककन एक तर
सप्रे इस पदायश्क चत नप्रेउसप्रेसचमचक पववत कर हदयदा। वन कप्रे पचंड अश्ग्न-कंडक
मभ उसककी मदानवतदा नखर गयनी और वन ककी ज्वदालदा कप्रे पकदाश सप्रेउसनप्रे संमद-स्तंभयों
कगो अच्छठी तर परख सलयदा।

उस हदन सप्रे उसप्रे संमद कप्रे नदाम सप्रे धिचढ़ । ंगो उसनप्रेगयनी जनप्रेऊ उतदार संभ कदा और
परगोहक तनी कगो गंगदा मभ डकबदा हदयदा। अब व पक्कदा खप्रेत र थदा। उसनप्रेय भनी दप्रे खदा कक
यद् यवप ववद्वदानयों नप्रे उसकदा बदाह्मणत्व स्वनीकदार कर सलयदा;लप्रेककन जनतदा अब
भनी उसकप्रे ंदाथ कदा पदाननी न ंनीं पनीतनी,उससप्रेमकडतदपछतनीड ं ै,सदाइत और लग्न कदा
ववचदार करवदातनी ं ै,उसप्रे पवद कप्रे हदन ददान भनी दप्रे दप्रे तनी,पर उससप्रे ै अपनप्रे बरतन न
ंनींछकलदातनी। श्जस हदन सससलयदा कप्रे बदालक कदा जन्म कआ उसनप्रेदननीड मदातदा मभ भंग
पनी,और गवद सप्रे ज ैसप्रे उसककी छदातनी तन, औरगयनी उड।ँ गसलयदाड।ँ-ब बदारमंडछयों।ँ पर
पड़नप्रे लगनीं। बच्चदा क ै सदा ?ंगोगदाउसनी कप्रे ज ैसदा?क ै सप्रे दप्रे खप्रे?उसकदा मन मसगोसकर र
गयदा।
तनीसरप्रे हदन ंडपदा खप्रेत मभ उससप्रे समलदी।
उसनप्रेपछदाड -- ंकवपयदा, तनप्रेडसससलयदा कदा लड़कदा दप्रे खदा?

ंडवपयदा बगोलदी -- दप्रे खदा क्ययों न ंनीं। लदाल-ंदा ं ैख़बड मगोटदा, बड़नी-बड़नी आड।ँखभ,ससर ं ैं
ल मभ झबरदालप्रे बदाल,टककक ैंर-टकककर तदाकतदा ं ै।

मदातदाददीन कप्रे हृदय मभ ज ैसप्रे व बदालकब ैठदाआ थदा,और ंदाथ-पदाड।ँव संभ क र ंदा थदा।
उसककी आड।ँखयों मभ - सदानशदाछदा गयदा। उसनप्रे उस ककशगोरदी ंडपदा कगो गगोद मभ उठदा सलयदा,
ककर कं संप्रे पर बबठदा सलयदा,ककर उतदारकर उसकप्रे कपगोलयों कगो चमड सलयदा।

ंडपदा बदाल स।ँभ


ड दालतनी ंकई ढदीठ ंगोकर बगोलदी -- चलगो, म ैंतमकगोक दरू सप्रेहदखदा
दंड।ं।ँ ओसदारप्रे मभ ंनी तगो सससलयदा ै। ब न न जदानप्रे क्ययों रदम रगोतनी र तनी ं ै।

मदातदाददीन नप्रेम।ँसड ंकप्रेर सलयदा। उसककी आड।ँखभसजल ंगो आयनी थनीं,और ओठ कदाड।ँप र ंप्रे थप्रे।
उस रदात कगो जब सदारदा गदाडव ।ँ सगो गयदा और पप्रेड़ अंसंकदार मभ डडब गयप्रे,तगो व
सससलयदा कप्रे द्वदार पर आयदा और संपणदप
ड दाणयों सप्रेबदालक कदा रगोनदा सनदाक , श्जसमभ
सदारदी द ंकनयदा कदा संगनीत, आनंद और समदायदभ
क रदा ंक आ थदा। सससलयदा बच्चप्रेकगो
ंगोरदी कप्रे घर मभ खटगोलप्रेपर सलदाकरु मजरदीड करनप्रेचलदी जदातनी। मदातदाददीन ककसनी -न-
ककसनी
ंदानप्रे सप्रे ंगोरदी कप्रे घर आतदा और कनणखययों सप्रे बच्चप्रे कगो दप्रे खकर अपनदा कलप्रेजदा और
आड।ँखभ और पदाण शनीतल करतदा।

नयदा मस्करदाक कर क तनी -- लजदातप्रे क्ययों , ंगोगगोद मभ लप्रे, प्यदारलगो करगो, क ै सदा
कदाठ कदा कलप्रेजदा ं ैतम मंक ंदारदा। बबलककल तमकगोक पड़दा ं ै।

मदातदाददीन एक-दगो ंकपयदा सससलयदा कप्रे सलए संभ ककर बदा र नकल आतदा। बदालक कप्रे
सदाथ उसककी आत्मदा भनी बढ़ र ंनी थनी, णखल र ंनी थनी, चमक र ंनी थनी। अब उसकप्रे
जनीवन कदा भनी उदप्रेकय थदा,एक व्रत थदा। उसमभ संयम आ ,गयदागंभनीरतदा आ गयनी, ददा
यत्व आ गयदा। एक हदन रदामडखटगोलप्रेपर लप्रेटदा ंकआ थदा। सं नयदा क ंनींगयनी थनी। ंडपदा
भनी लड़कयों कदा शगोर सनकरु खप्रेलनप्रेचलदी गयनी। घर अकप्रेलदा थदा। उसनी
वक़्त मदातदाददीन प ंकड।ँचदा। बदालक ननीलप्रेआकदाश ककी ओर दप्रे ख-दप्रे ख ंदाथ-पदाड।ँव संभ क र ंदा
थदा, ंकमक र ंदा थदा, जनीवन कप्रे उस उल्लदास कप्रे सदाथ जगो अभनी उसमभ तदाज़दा थदा।
मदातदाददीन कगो दप्रे खकर व ंडस
।ँ पड़दा। मदातदाददीन स्नप्रे-ववह्वल ंगो गयदा। उसनप्रे बदालक कगो
उठदाकर छदातनी सप्रे लगदा सलयदा। उसककी सदारदी दप्रे और हृदय और पदाण
रगोमदांधिचत ंगो उठप्रे ,मदानगो पदाननी ककी ल रयों मभ पकदाश ककी रप्रे खदाएड।ँ कदाड।ँप र ंनी ंयों।
बच्चप्रे
ककी ग रदी, नमदल,अथदा , मगोद-भरदी आड।ँखयों मभ ज ैसप्रे उसकप्रे जनीवन कदा सत्य समल
गयदा। उसप्रे एक पकदार कदा भय-सदा लगदा, मदानगो व दृश्ष्ट उसकप्रे हृदय मभ चभनीक
जदातनी ंगो -- व ककतनदा अपववत ं ै,ईकवर कदा व पसदाद क ैसप्रेछड सकतदा ं ै। उसनप्रे
बदालक कगो सशंक मन कप्रे सदाथ ककर सलटदा हदयदा।

उसनी वक़्त ंडपदा बदा र सप्रे आगयनी और व बदा र नकल गयदा।

एक हदन ख़बड ओलप्रेधिगरप्रे । सससलयदा घदास लप्रेकर बदाज़दार गयनी ंकई थनी। ंडपदा अपनप्रे
खप्रेल मभ मग्न थनी। रदामडअब ब ैठनप्रेलगदा थदा। ककछ-ककछ बकवदाड।ँचलनप्रेभनी लगदा थदा।
उसनप्रे जगो आड।ँगन मभ बबनसौलप्रे बबछप्रे ,तगोसमझदादप्रे खप्रे,बतदाससप्रे ैलप्रे ंकए ं ैं। कई उठदाकर
खदायप्रेऔर आड।ँगन मभ ख़बड खप्रेलदा। रदात कगो उसप्रेज्वर आ गयदा। दसरप्रेड हदन
नमगो नयदा ंगो गयदा। तनीसरप्रे हदन संध्यदा समय सससलयदा ककी गगोद मभ ंनी बदालक कप्रे
पदाण नकल गयप्रे।

लप्रेककन बदालक मरकर भनी सससलयदा कप्रे जनीवन कदा कभ द बनदा र ंदा। उसककी छदातनी मभ
दद ड कदा उबदाल-सदा आतदा और आड।ँचल भनींग जदातदा। उसनी क्षण आड।ँखयों सप्रेआस।ँभ ड नी
नकल पड़तस। प लससब कयमद ससछटड़ पयकर रयत कत जब व रयमसकत ह यससस लगयकर सतन उसकस मसम ममदसदसतड़ तत मयनत
उसकस पयणद ममबयलक कक सद सतद
भर जदातनी। तब व प्यदारप्रे -प्यदारप्रे गनीत गदातनी,मनीठप्रे -मनीठप्रे स्वप्न दप्रे खतनी और नयप्रे-
संसदार रचतनी,श्जसकदा रदाजदा रदामड ंगोतदा। अब सब कदामयों सप्रेछकटदी पदाकर व अपननी
सननीड झयोंपड़नी मभ रगोतनी थनी और उसकप्रे पदाण तड़पतप्रेथप्रे,उड़ जदानप्रे कप्रे सलए,उस लगोक
मभ ज ंदाड।ँउसकदा लदाल इस समय भनी खप्रेल र ंदा ंगोगदा। सदारदा गदाड।ँव उसकप्रे मभ
दछःखक
शरदीक थदा। रदामडककतनदा चयोंचदाल थदा, जगो कगोई बलदातदाक, उसनी ककी गगोद मभ चलदा
जदातदा। मरकर और प ंड।ँच सप्रेबदा र ंगोकर और भनी वपय ंगो गयदा थदा, उसककी

ंक
छदायदा उससप्रेक ंनींसदरं ंक, क ंनीं चयोंचदाल,क थनी।
ंनींलभदावननीक
मदातदाददीन उस हदन खलक पड़दा। परददा ंगोतदा ं ै वदा कप्रे सलए। आड।ँसंनी मभ परदप्रे उठदाकप्रे

रख हदयप्रेजदातप्रे ं ैंकक आड।ँसंनी कप्रे सदाथ उड़ न जदाय।ड।ँउसनप्रेशव कगो दगोनयों थप्रेसलययों


पर उठदा सलयदा और अकप्रे लदा नददी कप्रेककनदारप्रे तक लप्रे गयदा,जगो एक मनील कदा पदाट
छगोड़कर पतलदी-सनी संदार मभ समदा गयनी थनी। आठ हदन तक उसकप्रे ंदाथ ससनीप्रे न ंगो
सकप्रे । उस हदन व ज़रदा भनी न ंनीं लजदायदा,ज़रदा भनी न ंनीं णझझकदा। और ककसनी
नप्रे
कछ क ंदा भनी न ंनीं;बश्ल्क सभनी नप्रे उसकप्रे सदा स और दृढ़तदा ककी तदारदीफ़ ककी।
ंक
ंगोरदी नप्रे क ंदा-- य ंनी मरद कदा संरम ं ै। श्जसककी बदाड।ँ
पकड़नी,उसप्रे क्यदा छगोड़नदा!

नयदा नप्रे आड।ँखभ नचदाकर-- कमतदा बखदान करगो, जनी जलतदा ं ै। य मरद ?ं ैम ैं ऐसप्रेमरद
कगो नदामरद क तनी ंड।ं।ँजब बदाड।ँपकड़नी थनी, तब क्यदा दद ड पनीतदा थदा कक
सससलयदा बदाह्मणनी ंगो गयनी थनी?

एक म ंनीनदा बनीत गयदा। सससलयदा ककर मजरदीड करनप्रेलगनी थनी। संध्यदा ंगो गयनी थनी।
पणमदादसनीड कदा चदाड।ँद वव ंड।ँसतदा-सदा नकल आयदा थदा। सससलयदा नप्रेकटप्रे ंकए खप्रेत
मभ सप्रे धिगरप्रे ंकए जसौ कप्रे बदाल चनकरु टगोकरदी मभ रख सलयप्रेथप्रेऔर घर जदानदा चदा तनी थनी
चदाड।ँद पर नगदा पड़ गयनी और ददद-भरदी स्म ं ृतययों कदा मदानगो सगोत खलक गयदा। अंचल
दद ड सप्रेभनींग गयदा और मखक आड।ँसओंंकसप्रे। उसनप्रे ससर लटकदा सलयदा और ज ैसप्रे ंकदन कदा
आनंद लप्रेनप्रे गयनी। स सदा ककसनी ककी आ ट पदाकर व चगौंक पड़नी।

मदातदाददीन पनीछप्रे सप्रे आकर सदामनप्रे खड़दा ंगो गयदा और बगोलदा--कब तक रगोयप्रे
जदायगनी सससलयदा! रगोनप्रे सप्रे व ककर तगो न आ जदायगदा।

क तप्रे-क तप्रेव ख़द क रगो पड़दा। सससलयदा कप्रे कंठप्रे मभ आयप्रे ंकए भत्सदनदा कप्रे शब्द
वपघल गयप्रे।

आवदाज़ स।ँभ
ड दालकर बगोलदी -- तमक आज सइर क ैसप्रेआ गयप्रे?

मदातदाददीन कदातर ंगोकर बगोलदा -- सइर सप्रेजदा र ंदा थदा। तझप्रेकबठ


ै दा दप्रे खदा, चलदा आयदा।

'तमक तगो उसप्रेखप्रेलदा भनी न पदायप्रे।'

'न ंनीं सससलयदा,एक हदन खप्रेलदायदा थदा।'

'सच?'

'सच!'

'म ैं क ंदाड।ँ?' थनी

'तडबदाज़दार गयनी थनी।'


'तम मंक ंदारदी गगोद मभ रगोयदा न ंनीं?'

'न ंनीं सससलयदा, ंड।ँसतदा थदा।'

'सच?'

'सच!'

'बस एक ंनी हदन खप्रेलदायदा?'

ंदाड।ँ एक ंनी हदन;मगर दप्रे खनप्रे रगोज़ आतदा थदा। उसप्रे खटगोलप्रे पर खप्रेलतप्रे दप्रे खतदा थदा और
हदल थदामकर चलदा जदातदा थदा।'

'तम मंक ंनींकगो पड़दा थदा।'

'मझप्रेकतगो पछतदावदा ंगोतदा ं ैकक नदा क़ उस हदन उसप्रेगगोद मभ सलयदा। य मप्रेरप्रे पदापयों कदा दं ड
'ं ै।

सससलयदा ककी आड।ँखयों मभ क्षमदा झलक र ंनी थनी। उसनप्रे टगोकरदी ससर पर रख लदी और
घर चलदी। मदातदाददीन भनी उसकप्रे सदाथ-सदाथ चलदा।

सससलयदा नप्रे क ंदा-- म ैंतगो अब सं नयदा कदाककी कप्रे बरसौठप्रे मभ सगोतनी ंड।ं।ँअपनप्रेघर मभ
अच्छदा न ंनीं लगतदा।

'सं नयदा मझप्रेकबरदाबर समझदातनी र तनी थनी।

'सच?'

ंदाड।ँ सच। जब समलतनी थनी समझदानप्रे लगतनी ' थनी।

गदाड।ँव कप्रे समनीप आकर सससलयदा नप्रे --क अच्छदा, अब सइर सप्रे अपनप्रे घर चलप्रे
जदाओ। क ंनीं पंडडत दप्रे ख न लभ।

मदातदाददीन नप्रे गददन उठदाकर क --ंदा म ैं अब ककसनी सप्रे न नीं डरतदा।


'घर सप्रे नकदाल दभ गप्रे तगो क ंदाड।ँ?'जदाओगप्रे 'म ैंनप्रे

अपनदाघर बनदा सलयदा ं ै।' 'सच?'

' ंदाड।ँ,सच।'

'क ंदाड।ँ,म ैंनप्रे तगो न ंनीं 'दप्रे खदा।

'चल तगो हदखदातदा ंड।'ं।ँ

दगोनयों और आगप्रे बढ़प्रे । मदातदाददीन आगप्रे थदा। सससलयदा पनीछप्रे । ंगोरदी कदा घर आ गयदा।
मदातदाददीन उसकप्रे वपछवदाड़प्रे जदाकर सससलयदा ककी झगोपड़नी कप्रे द्वदार पर खड़दा ंगो गयदा
और बगोलदा -- य ंनी मदारदा घर ं ै।

सससलयदा नप्रे अववक वदास, क्षमदा, व्यंग और दछःखक भरप्रे स्वर मभ क ंदा -- य तगो
सससलयदा चमदाररन कदा घर ं ै।

मदातदाददीन नप्रेद्वदार ककी टदाटदी खगोलतप्रे ंकए क ंदा -- य मप्रेरदी दप्रे वनी कदा मंहदर ं ै।

सससलयदा ककी आड।ँखभ चमकनप्रे लगनीं।-- बगोलदीमंहदर ं ै तगो एक लगोटदा पदाननी उड।ँ ड़प्रेलकर चलप्रे
जदाओगप्रे।

मदातदाददीन नप्रे उसकप्रे रससककी टगोकरदी उतदारतप्रे ंकए कंवपत स्वर मभ क ंदा -- न
ंनीं सससलयदा, जब तक पदाण ं ैतप्रेरदी शरण मभ र ंडगदा।ं।ँ तप्रेरदी ंनी पजदाड क।ँड गदा।

'झठड क तप्रे ंगो।'

'न ंनीं,तप्रेरप्रेचरण छडकर क तदा ंड।ं।ँसनदाक, पटवदारदी कदा लगौंडदा भनप्रेसरदीक तप्रेरप्रेपनीछप्रे ब ंकत
पड़दा थदा। तनप्रेडउसप्रेख़बड डदाड।ँटदा।'

'तमसप्रेकककसनप्रेक ंदा?'
'भनप्रेसरदीक आप ंनी क तदा थदा।'

'सच?'

' ंदाड।ँ,सच।'

सससलयदा नप्रेहदयदासलदाई सप्रेककप्पनी जलदाई। एक ककनदारप्रे समटदी कदा घड़दा थदा, दसरदीड
ओर चल मंड ंदा थदा, ज ंदाड।ँ -दगोतनीन पनीतल और लगो ंप्रेकप्रे बदासन म।ँज
ड प्रे-संलप्रेकरखप्रेथप्रे। बनीच
मभ पआलक बबछदा थदा। व ंनी सससलयदा कदा बबस्तर थदा। इस बबस्तर कप्रे ससर
ंदानप्रेककी ओर रदामडककी छगोटदी खटगोलदी ज ैसप्रेरगो र ंनी थनी, और उसनी कप्रे पदास दगो-तनीन
समटदी कप्रे ंदाथनी-घगोड़प्रे अंग-भंग दशदा मभ पड़प्रे ंकए थप्रे। जब स्वदामनी ंनी न र ंदा तगो कसौन
उनककी दप्रे ख-भदाल करतदा। मदातदाददीन पआलक पर ब ैठ गयदा। कलप्रेजप्रेमभंडक-सनी उठ र ंनी
थनी; जनी चदा तदा थदा, ख़बड रगोयप्रे।

सससलयदा नप्रे उसककी पनीठ पर ंदाथ रखक पछदाड -- तम मंक ंभकभनी मप्रेरदी यदाद आतनी थनी?

मदातदाददीन नप्रे उसकदा ंदाथ पकड़कर हृदय सप्रे लगदाकर क --ंदा तड रदम मप्रेरदी आड।ँखयों
कप्रे सदामनप्रेककरतनी र तनी थनी। तडभनी कभनी मझप्रेकयदाद करतनी थनी?

'मप्रेरदा तगो तमसप्रेज


क नी जलतदा थदा।'

'और दयदा न ंनीं आतनी थनी?'

'कभनी न ंनीं।'

'तगो भनप्रेसरदीक ...।'

'अच्छदा, गदालदी मत दगो। म ैंडर र ंनी ंड,गदाड।ँववदालप्रे क्यदा क' ंभगप्रे।

'जगो भलप्रे आदमनी , व ैं क ंभग य ंनी इसकदा संरम थदा। जगो बरप्रेक ं ैंउनककी म ैंपरवदा
न ंनीं करतदा।'

'और तम मंक ंदारदा खदानदा कसौन पकदायप्रेगदा।'


'मप्रेरदी रदाननी,सससलयदा।'

'तगो बदाह्मन क ै सप्रे र ?'ंगोगप्रे

'म ैं बदाह्मण न, चमदारदीं ंनी र नदा चदा तदा ंड।ं।ँजगो अपनदा संरम पदालप्रे व ंनी बदाह्मण
ं ै,जगो संरम सप्रेम।ँं
ड कमगोड़प्रेव ंनी चमदार ं ै।'

सससलयय नस उसकस गलस मम बय म डयल दय। ***


35
ंगोरदी ककी दशदा हदन-हदन ंनी जदा र ंनी थनी। जनीवन कप्रे संघषद मभ उसप्रे सद ै व ंदा
धिगरतनी
ई; पर उसनप्रे कभनी ह म्मत न ंनीं ंदारदी। पत्यप्रेक ंदार ज ैसप्रेभदाग्यउसप्रेसप्रे लड़नप्रे ककी
ंक
शश्कम त दप्रे दप्रे तनी ;थनीमगर अब उस अंतम दशदा कगो प ंड।ँच गयदा थदा, जब उसमभ

ंक
आत्म-ववकवदास भनी न र ंदा थदा। अगर अपनप्रे संमद पर अटल र सकतदा,तगो भनी

कछ आस पछतप्रे;मगर व बदात न थनी। उसनप्रे ननीयत भनी बबगदाड़नी,सअमद भनी
ंक ंड।ँ ंक
कमदायदा, कगोई ऐसनी बरदाईक न थनी, श्जसमभ व पड़दान ंगो; पर जनीवन ककी
कगोई
असभलदाषदा न परदी ई, और भलप्रेहदन मगतष्णदा ककी भदाड।ँत दर ंनी ंगोतप्रेचलप्रेगयप्रे,
ंड ंक ं ृ ं ृ ंड
य ंदाड।ँ तक कक अब उसप्रे संगोखदा भनी न र गयदा, झथदाठठीड आशदा ककी ररयदालदी और
चमक भनी अब नज़र न आतनी थनी। ंदारप्रे ए म ंनीप ककी भदाड।ँत उसनप्रेअपनप्रेकगो इन
ंक
तनीन बनीघप्रे कप्रे कक़लप्रे मभ बंद कर सलयदा थदाउसप्रेऔरपदाणयों ककी तर बचदा र ंदा थदा।
फ़दाकप्रे स, बदनदामप्रे आ, मज़रदीड ककी; पर कक़लप्रे कगो ंदाथ सप्रे न जदानप्रे हदयदा;मगर
अब
ंक
व कक़लदा भनी ंदाथ सप्रे नकलदा जदातदा थदा। तनीन सदाल सप्रेलगदान बदाक़की पड़दा आ थदा
ंक
और अब पश्डडत नगोखप्रेरदाम नप्रे उस पर बप्रेदख़लदी कदा ददावदा कर हदयदा थदा। क ंनीं सप्रे
ंकपए समलनप्रे ककी आशदा न थनी। ज़मनीन उसकप्रे ंदाथ सप्रे नकल जदायगनी और उसकप्रे
जनीवन कप्रे बदाक़की हदन मजरदीड करनप्रेमभकटभ ग। भगवदान णककी इच्छदा! रदाय सदा ब कगो क्यदा
दगोष दप्रे ? असदासमययों ंगो सप्रेउनकदा भनी गज़रु ं ै। इसनी गदाड।ँव पर सआप्रेसप्रेज़्यदाददा घरयों पर
बप्रेदख़लदी आ र ंनी ; ं ैआवप्रे। औरयों ककी जगो दशदा गोगनी,व ंनी उसककी भनी ंगोगदा। भदाग्य
मभ सखक बददा ंगोतदा, तगो लड़कदा ययों ंदाथ सप्रे नकल जदातदा? सदाड।ँझ ंगो गयनी थनी।

इसनी धिचंतदा मभडडबदा ब ैठदा थदा कक पंडडत ददातदाददीन नप्रेआकर क ंदा -- क्यदा ंकआ
ंगोरदी, तम मंक ंदारदी बप्रेदख़लदी कप्रे बदारप्रे मभ?

इन हदनयों नगोखप्रेरदाम सप्रे मप्रेरदी -बगोलचदाल बंद ं ै। ककछ पतदा न ंनीं। सनदाक, तदारदीख़
कगो पंद हदन और र गयप्रे। ैं

ंगोरदी नप्रे उनकप्रे सलए खदाट डदालकर क --ंदा व मदासलक ं ैं,जगो चदा ंभ कर;मप्रेरभ पदास
ंकपए ंगोतप्रे,तगो य दददशदाक क्ययों ंगोतनी। खदायदा न ंनीं ,उड़दायदा न ंनीं ;लप्रेककन उपज ंनी
न ंगो और जगो ंगो भनी, व कसौडड़ययों कप्रे मगोल बबकप्रे,तगो ककसदान क्यदा करप्रे ?
'लप्रेककन ज ैजदात तगो बचदाननी ंनी पड़प्रेगनी। नबदासप्रेक ै ंगोगदा। बदाप-ददादयों ककी इतननी
नसदाननी बच र ंनी ं ै। व नकल गयनी,तगो क ंदाड।ँ र ?'ंगोगप्रे ंनी
'भगवदान णककी ं ै,मप्रेरदा क्यदा बस!'
मरज़नी

'एक ं ैजगो तमक करगो।'


उपदाय

ंगोरदी कगो ज ैसप्रे अभय-ददान समल गयदा। पदाड।ँव पड़कर बगोलदा--बड़दा संरम ंगोगदा
इनकप्रे म ंदारदाज, तम मंक ंदारप्रे ससवदा मप्रेरदा कसौन नरदास ंगो गयदा थदा।
ं ै। म ैंतगो

नरदास ंगोनप्रे ककी कगोई बदात न ंनीं। बस,इतनदा ंनी समझ लगो कक सखक मभ आदमनी कदा
संरम ककछ और ंगोतदा ं ै,दखक मभ ककछ और। सखक मभ आदमनी ददान दप्रे तदा ं ै,मगर दछःखक
मभ भनीख तक मदाड।ँगतदा ं ै। उस समय आदमनी कदा य ंनी संरम ंगो जदातदा ं ै। सरदीर
अच्छदा र तदा ं ै तगो म बबनदा असनदान-पजदाड ककयप्रेम।ँं ड कमभ पदाननी भनी न ंनीं
डदालतप्रे;लप्रेककन बनीमदार ंगो जदातप्रे, तगो ैंबबनदा न ंदायप्रे-संगोयप्रे,कपड़प्रे प नप्रे,खदाट पर ब ैठप्रे
पथ्य लप्रेतप्रे ं ैं। उस समय कदा य ंनी संरम ं ै। य -ंदाड।ँतममकममभ ककतनदा भप्रेद ं ै;
लप्रेककन जगन्नदाथपरदीक मभ कगोई भप्रेद न ंनींर तदा। ऊड।ँचप्रे-ननीचप्रे सभनी एक पंगत मभ

ब ैठकर खदातप्रे ं ैं। आपत्कदालशनीरदामभ चंद नप्रेसप्रेवरदी कप्रे जठप्रेड संल खदायप्रेथप्रे,बदासल कगो
छपकर वव ककयदा थदा। जब संकट मभ - बबड़प्रेयोंककी मयदादंदा टडट जदातनी ं ै,तगो मदारदी-
तम मंक ंदारदी कसौन बदात ं ै? रदामसप्रेवक म तगो कगो तगो जदानतप्रे ंगो ?'न

ंगोरदी नप्रे नकत्सदा ंगोकर क ंदाड।ँ,जदानतदा क्ययों न ंनीं।


ंदा--

'मप्रेरदा जजमदान ं ै। बड़दा अच्छदाज़मदानदा ं ै उसकदा। खप्रेतनी अलग,लप्रेन-दप्रे न अलग।


ऐसप्रे रगोब-ददाब कदा आदमनी ंनी न ंनींदप्रेखदा। कई म ंनीनप्रे ंकए उसककी औरत मर गयनी
ं ै। संतदान कगोई न ंनीं। अगर ंकवपयदा कदा ब्यदा उससप्रे करनदा, चदातगो म ैंंगो उसप्रे रदाज़नी
कर लंड।ं।ँमप्रेरदी बदात व कभनी न टदालप्रेगदा। लड़ककी सयदाननी ंगो गयनी ं ैऔर ज़मदानदा
बरदाक ं ै। क ंनींकगोई बदात ंगो जदाय, तगो म।ँं
ड कमभकदासलख लग जदाय। य बड़दा अच्छदा
औसर ं ै। लड़ककी कदा ब्यदा भनी ंगो जदायगदा,और तम मंक ंदारप्रे खप्रेत भनी बच जदायगप्रे।ंड।ँ सदारप्रे
ख़रच-वरच सप्रे बचप्रे जदातप्रे' ंगो।
रदामसप्रेवक कदा पस्तदाव जनीवन मभ
ंगोरदी सप्रे दगो
ंनी चदार करनप्रे

सदाल छगोटदा
थदा। ऐसप्रे
आदमनी सप्रे
ंडपदा कप्रे
ब्यदा
ंनी
अपमदानजन
क थदा। क
ंदाड।ँसंडल-सनी
ंडपदा और
क ंदाडव
।ँ
बढ़दाड
ठंडठ।ं।ँ
ंगोरदी नप्रे
-बड़नी चगोट
स ंनी थनी,
मगर य
चगोट सबसप्रे
ग रदी थनी।
आज
उसकप्रे ऐसप्रे हदन आ गयप्रे ं ैं कक उससप्रे लड़ककी बप्रेचनप्रे ककी बदात क ंनी जदातनी ं ै औ
उसमभ इनकदार करनप्रेकदा सदा स न ंनीं ं ै। ग्लदा न सप्रेउसकदा ससर झकक गयदा।

ददातदाददीन नप्रेएक समनट कप्रे बदाद पछदाड -- तगो क्यदा क तप्रे ?ंगो

ंगोरदी नप्रे सदाफ़ जवदाब न हदयदा। बगोलदा-- सगोचकर क ंडगदा।ं।ँ

'इसमभ सगोचनप्रे ककी क्यदा बदात?' ं ै

'सं नयदा सप्रेभनी तगो पंडछ।ँ लंड।'ं।ँ

'तमक रदाज़नी ंगो कक न ंनीं।'

'ज़रदा सगोच लप्रेनप्रेदगो म ंदारदाज। आज तक कल मभ कभनी ऐसदा न ंनीं आ। उसककी


मरजदाद भनी तगो रखनदा ं ै। ंक ंक
'
'पदाड।ँच-छछः हदन कप्रे अंदरमझप्रेकजवदाब दप्रे दप्रेनदा। ऐसदा न ंगो, तमक सगोचतप्रे ंनी र ंगो और

बप्रेदख़लदी आ जदाय।'
ददातदाददीन चलप्रे गयप्रे। ंगोरदी ककी ओर सप्रे उन म ंभ कगोई अंदप्रेशदा न थदा। अंदप्रेशदा थदा सं न

ककी ओर सप्रे। उसककी नदाक बड़नी लम्बनी ं ै। चदा ंप्रे समट जदाय,मरजदाद न छगोड़प्रेगनी।
मगर ंगोरदी ंदाड।ँ कर लप्रे तगो व-संगोकररगो मदान ंनी जदायगनी। खप्रेतयों कप्रेनकलनप्रे मभ भनी
तगो मरजदाद बबगड़तनी ं ै।
सं नयदा नप्रेआकर पछदाड -- पंडडत क्ययों आयप्रे ?थप्रे

'कछ न ंनीं,य ंनी बप्रेदख़लदी ककी बदातचनीत थनी।'

ंक
'आस।ँप
ड योंछनप्रेआयप्रे ंयोंगप्रे,य तगो न ंगोगदा कक ससौ ंकपए सउदार दप्रे दभ ।'
'मदाड।ँगनप्रेकदा म।ँं
ड कभनी तगो न ंनीं।'

'तगो य ंदाड।ँ आतप्रे ंनी क्ययों?' ं ैं


'ंकवपयदा ककी सगदाई ककी बदात थनी।'

'ककससप्रे?'

'रदामसप्रेवक कगो जदानतनी ? ं ैउन म ंनीं सप्रे।'

'म ैंनप्रे उन म ंभ कब, ंदाड।ँदप्रेखदानम ब ंकत हदन सप्रेसनतनीक ंड।ं।ँव तगो बढ़दाड ंगोगदा।'

'बढ़दाड न ंनीं ं ै, ंदाड।ँ सअप्रेड़' ं ै।

'तमनप्रेकपंडडत कगो संटकदारदा न ंनीं। मझसप्रेकक तप्रेतगो ऐसदा जवदाब दप्रे तनी कक यदाद
करतप्रे।'

'संटकदारदा न ंनीं;लप्रेककन इनकदार कर हदयदा। क तप्रे थप्रे,ब्यदा भनी बबनदा ख़रच-बरच कप्रे
ंगो जदायगदा; और खप्रेत भनी बच जदायगप्रे।ंड।ँ'

'सदाफ़-सदाफ़ क्ययों न ंनींबगोलतप्रेकक लड़ककी बप्रेचनप्रेकगो क तप्रेथप्रे। क ैसप्रेइस बढ़प्रेड कदा ह


यदाव पड़दा?'

लप्रेककन ंगोरदी इस पकनपर श्जतनदा ंनी ववचदार करतदा, उतनदा ंनी उसकदा दरदागक कम
ंगोतदा जदातदा थदा। ककल-मयदाददादककी लदाज उसप्रेककछ कम न थनी; लप्रेककन श्जसप्रे असदाध्य
रगोग नप्रे गस सलयदा , ंगोव खदाद् य-अखदाद् य ककी परवदा कब करतदा ं ै? ददातदाददीन कप्रे
सदामनप्रे ंगोरदी नप्रेककछ ऐसदा व पकट ककयदा थदा, श्जसप्रेस्वनीक ृत न ंनींक ंदा जदा सकतदा,
मगर भनीतर सप्रे व वपघल गयदा थदा। उम्र ककी ऐसनी कगोई बदात न ंनीं। मरनदा-जनीनदा
तक़ददीर कप्रे ंदाथ ं ै। बढ़प्रेड ब ैठप्रे र तप्रे ं ैं,जवदान चलप्रेजदातप्रे ं ैं। ंडपदा कगो सखक सलखदा ं ै, तगो
व ंदाड।ँभनी सखक उठदायप्रेगनी; दखक सलखदा ं ै,तगो क ंनींभनी सखक न ंनींपदा सकतनी और लड़ककी
बप्रेचनप्रेककी तगो कगोई बदात ंनी न ंनीं। ंगोरदी उससप्रेजगो ककछ लप्रेगदा, सउदार लप्रेगदा और ंदाथ
मभ ंकपए आतप्रे ंनी चककदा दप्रे गदा। इसमभ शमदयदा अपमदान ककी कगोई बदात नी
ंनीं ं ै। बप्रेशक,उसमभ समदाई ंगोतनी,तगो व ंडपदा कदा ब्यदा ककसनी जवदान लड़कप्रे सप्रे और
अच्छप्रे ककल मभ करतदा, द ंप्रेज भनी दप्रे तदा,बरदात कप्रे णखलदानप्रे-वपलदानप्रेमभभनी ख़बड हदल
खगोलकर ख़चद करतदा;मगर जब ईक वर नप्रे उसप्रे इस लदायक़ न ंनीं बनदायदा,तगो
ककश-कन्यदा कप्रे ससवदा और व कर क्यदा सकतदा ं ै? लगोग ंड।ँसग भ ; लप्रेककन जगो लगोग
ख़दालदी ंड।ँसतप्रे ं ैं,और कगोई मदद न ंनीं करतप्रे,उनककी ंड।ँसनी ककी व क्ययों परवदा करप्रे ।
मश्ककलक य ंनी ं ैकक सं नयदा न रदाज़नी ंगोगनी। धगनी तगो ं ै
ंनी। व ंनी परदाननीक लदाज ढगोयप्रे
जदायप्रेगनी। य ककल-प तष्ठदा कप्रे पदालनप्रे कदा समय न, अपननीनीं जदान बचदानप्रे कदा
अवसर ं ै। ऐसनी ंनी बड़नी लदाजवदालदी
ं ै,तगो लदायप्रे,पदाड।ँच ससौ नकदालप्रे। क ंदाड?
।ँ संरप्रे दगो ं ैं
हदन गज़रु गयप्रेऔर इस मदामलप्रेपर उन लगोगयों मभ कगोई बदातचनीत न ंकई। ंदाड।ँ,दगोनयों
सदांकप्रे तक भदाषदा मभ बदातभ करतप्रे थप्रे।

सं नयदा क तनी -- वर-कन्यदा जगोड़ कप्रे ंयों तभनी ब्यदा कदा आनन्द ं ै।

ंगोरदी जवदाब दप्रे तदा-- आनंद कदा नदामन ंनीं ं ै तगो ं ै।


ब्यदा पगलदी,य तपस्यदा

'चलगो ं ै?'
तपस्यदा

' ंदाड।ँ,म ैंक तदा जगो ंड।ं।ँभगवदान णआदमनी कगो श्जस दशदा मभ डदाल दभ ,उसमभ सखनीक र नदा
तपस्यदा न ंनीं,तगो और क्यदा ं ै?'

दसरप्रेड हदन सं नयदा नप्रेव ैवदाह क आनंद कदा दसरदाड प लडसगोच नकदालदा। घर मभ जब
तक सदास-ससरु, दप्रे वरदा नयदाड।ँ-जप्रेठदा नयदाड।ँ ंयों, तगो ससरदालक कदा सखक ंनी क्यदा? ककछ
हदन तगो लड़ककी ब ंकररयदा बननप्रेकदा सखक पदायप्रे।

ंगोरदी नप्रे क ंदा-- व व ैवदाह क-जनीवन कदा सखक न ंनीं,दं ड ं ै।

सं नयदा तनक उठठी -- तम मंक ंदारदी बदातभ भनी नरदालदी ंगोतनी ं ैं। अकप्रेलदी ब ंडघर मभ क ैसप्रे
र ंप्रेगनी,न कगोई आगप्रे न कगोई पनीछप्रे ।

ंगोरदी बगोलदा -- तडतगो इस घर मभ आयनी तगो एक न, दगोनीं-दगो दप्रे वर थप्रे,सदास थनी, ससरु
थदा। तनप्रेडकसौन-सदा सखक उठदा सलयदा, बतदा।

'क्यदा सभनी घरयों मभ ऐसप्रे ंनी पदाणनी ंगोतप्रे?' ं ैं

'और न ंनींतगो क्यदा आकदाश ककी दप्रे ववयदाड।ँआ जदातनी ं ैं। अकप्रेलदी तगो ब ंड। उस पर
ंककडमत करनप्रेवदालदा सदारदा घर। बप्रेचदारदी ककस-ककस कगो ख़शक करप्रे । श्जसकदा
ंकक्म न मदानप्रे,व ंनी ब ैरदी। सबसप्रे भलदा अकप्रे' लदा।
ककर भनी बदात य ंनीं तक र गयनी;मगर सं नयदा कदा पल्लदा लकदा ंगोतदा जदातदा थदा।
चसौथप्रेहदन रदामसप्रेवक म तगो ख़द
क आ प ंकड।ँचप्रे। कलदाड।ँ-रदास घगोड़प्रे पर सवदार,सदाथ एक
नदाई और एक णख़दमतगदार, ज ैसप्रे कगोई बड़दा ज़मनींददार ंगो। उम्र चदालदीस सप्रे ऊपर,
थनी
बदाल णखचड़नी ंगो गयप्रे थप्रे;पर चप्रे रप्रे पर तप्रेज, दप्रे थदा गठठी ंकई। ंगोरदी उनकप्रे सदामनप्रे
बबलककल बढ़दाड लगतदा थदा। ककसनी मक़दमप्रेकककी प ैरवनी करनप्रेजदा र ंप्रेथप्रे। य ंदाड।ँज़रदा
दगोप रदी कदाट लप्रेनदा चदा तप्रे ं ैं। संपड ककतननी तप्रेज़ ं ै,और ककतनप्रेज़गोरयों ककी लडचल
ंनी ं ै! ंगोरदी स ंकआइन ककी दकदानड सप्रेगप्रेंडकदा।ँ आटदा और घनी लदायदा। पररयदाड।ँ बननीं।
तनीनयों मप्रेमदानयों नप्रेखदायदा। ददातदाददीन भनी आशनीवदाद दप्रे नप्रेआ प ंकड।ँचप्रे। बदातभ ंगोनप्रेलगनीं।

ददातदाददीन नप्रेपछदाड -- क ैसदा मक़दमदाक ं ैम तगो?

रदामसप्रेवक नप्रेशदान जमदातप्रे ंकए क ंदा -- मक़दमदाक तगो एक न एक लगदा ंनी र तदा ं ै
ंदारदाज! संसदार मभ गऊ बननप्रे सप्रे कदाम न ंनीं चलतदा। श्जतनदा दबगो ंनीउतनदालगोग
दबदातप्रे ं ैं। थदानदा-पसलसक, कच रदी-अददालत सब ं ैं मदारदी रक्षदा कप्रे ;सलएप्रेककन रक्षदा
कगोई न ंनींकरतदा। चदारयों तरफ़ लटड ं ै। जगो ग़रदीब ं ै,बप्रेकस , उसककी ै गरदन कदाटनप्रे
कप्रे सलए सभनी त ैयदार र तप्रे ं ैं। भगवदान णन करप्रे कगोई बप्रेईमदाननी करप्रे । य बड़दा पदाप
ं ै; लप्रेककन अपनप्रे क़ और न्यदाय कप्रे सलएलड़नदान उससप्रेभनी बड़दा पदाप ं ै। तम मंक
ंनीं सगोचगो, आदमनी क ंदाड।ँ तक दबप्रे?य ंदाड।ँ तगो जगो ककसदान, व ै सबकदा नरम चदारदा
ं ै।
पटवदारदी कगो नज़रदानदा और दस्तरदीड न दप्रे ,तगो गदाड।ँव मभ र नदा मश्ककल।ंक ज़मनींददार कप्रे

चपरदासनी और कदाररं दयों कदा पप्रेट न भरप्रे तगो नवदाद न ंगो। थदानप्रेददार और
कदा नससहटबबल तगो ज ैसप्रे उसकप्रेमदादंदा ं ैं,जब उनकदा दसौरदा गदाड।ँव मभ ंगो, जदाय
ककसदानयों कदा संरम ं ै कक व उनकदा आदर-सत्कदार करभ ,नज़र-नयदाज दभ ,न ंनीं
एक
ररपगोट मभ गदाड।ँव कदा गदाड।ँव ब।ँसड ंजदाय। कभनी क़दाननगगोड आतप्रे ं ैं ,कभनी त सनीलददार, कभनी

डडप्टदी, कभनी एजंट,कभनी कलक्टर, कभनी कसमसनर, ककसदान कगो उनकप्रे सदामनप्रे

ंदाथ बदाड।ँसंप्रे ंदाश्जरनदा चदाह ए। उनकप्रे सलए रसद-चदारप्रे ,अंडप्रे-मरग़नीक, दद-ड घनी कदा इंतज़दाम

करनदा चदाह ए। तम मंक ंदारप्रे ससर भनी तगो व ंनी बनीत र ंनी ं ैम ंदारदाज! एक-न-एक
ंदाककम रगोज़ नयप्रे-नयप्रेबढ़तप्रेजदातप्रे ं ैं। डदाक्टर ककओंमभदवदाई डदालनप्रेकप्रे सलए आनप्रेलगदा
ं ै। एक दसरदाड डदाक्टर कभनी-कभनी आकर ढगोरयों कगो दप्रे खतदा , लड़कयोंं ै कदा इम्त ंदान
लप्रेनप्रेवदालदा इसवपटर, न ै जदानप्रे ककस-ककस म कमप्रे कप्रे अफ़सर, न ैंर कप्रे अलग,
जंगल कप्रे अलग,तदाड़नी-सरदाब कप्रे अलग,गदाड।ँव-ससदारु कप्रे अलग खप्रेतनी-ववभदाग कप्रे
अलग। क ंदाड।ँ तक धिगनदाऊड।ँ । पदादड़नी आ जदा, तगोदा उसप्रे ै भनी रसद दप्रे नदा पड़तदा, ं ै
न ंनीं सशकदायत कर दप्रे । और जगो क ंगो कक इतनप्रे म कमयों और नप्रेइत अफ़सरयों सप्रे
ककसदान कदा ककछ उपकदार ंगोतदा ंगो, नदाम कगो न ंनीं। कभनी ज़मनींददार नप्रे गदाड।ँव पर ल
पनीछप्रे दगो-दगो ंकपयप्रे चंददा लगदायदा। ककसनी बड़प्रे अफ़सर ककी ददावत ककी थनी। ककसदानयों नप्रे
दप्रे नप्रे सप्रे इनकदार कर हदयदा। , बसउनप्रे सदारप्रे गदाड।ँव पर सजदादा कर हदयदा। ंदाककम भनी
ज़मनींददार ंनी कदा पच्छ करतप्रे ं ैं। य न चतप्रेनींसगोकक ककसदान भनी आदमनी , उनकप्रे ैं
भनी बदाल-बच्चप्रे , उनककी ैं भनी इज़्ज़त-आबड ं ै। और य सब मदारप्रे दब्बपनड कदा
संल ं ै। म ैंनप्रे गदाडव
।ँ भर मभ डयोंड़नी वपटवदा ददी कक कगोई बप्रेसनी लगदान न दगो और न
खप्रेत छगोड़गो, मकगो कगोई कदायल कर दप्रे , तगो म सजदादा दप्रे नप्रे कगो त ैयदार;लप्रेककन ैं जगो
तमक चदा ंगो कक बप्रेम।ँं
ड ककप्रे ककसदानयों कगो पनीसकर पनी जदाय ंड।ँतगो य न ंगोगदा। गदाड।ँववदालयों
नप्रे मप्रेरदी बदात मदान ,लदीऔर सबनप्रे सजदादा दप्रे नप्रे सप्रे इनकदार कर हदयदा। ज़मनींददार नप्रे
दप्रे खदा,सदारदा गदाड।ँव एक ंगो गयदा, तगो ै लदाचदार ंगो गयदा। खप्रेत बप्रेदख़ल कर, तगोदप्रे जगोतप्रे कसौन!
इस ज़मदानप्रे मभ जब तक कड़प्रे न, कपड़गोई न ंनींसनतदा।ंक बबनदा रगोयप्रेतगो बदालक भनी
मदाड।ँसप्रेदद ड न ंनींपदातदा।

रदामसप्रेवक तनीसरप्रे प र चलदा गयदा और सं नयदा और ंगोरदी पर न समटनप्रेवदालदा असर


छगोड़ गयदा।

ददातदाददीन कदा मंत जदाग गयदा। उन म ंयोंनप्रेपछदाड -- अब क्यदा क तप्रे ?ंगो

ंगोरदी नप्रे सं नयदा ककी ओर इशदारदा करकप्रे क --ंदा इससप्रेपछगो।ंड

' म तमक दगोनयों सप्रेपछतप्रेड ं ैं।'

नयदा बगोलदी -- उसमर तगो ज़्यदाददा ं ै; लप्रेककन तमक लगोगयों ककी रदाय ं ै,तगो मझप्रेकभनी
मंज़रू ं ै। तक़ददीर मभ जगो सलखदा गोगदा, व तगो आगप्रे आयप्रेगदा ; मगरदी आदमनी
अच्छदा ं ै।

और ंगोरदी कगो तगो रदामसप्रेवक पर व ववकवदास ंगो गयदा थदा, जगो दबदलयोंंक कगो
जनीवटवदालप्रे आदसमययों पर ंगोतदा ं ै। व शप्रेख़ धिचल्लदी - सकप्रेमंसबप्रेडबदाड।ँसंनप्रे लगदा थदा।
ऐसदा आदमनी उसकदा ंदाथ पकड़ लप्रे,तगो बप्रेड़दा पदार ं ै। वववदा कदा मकडतदठठीक गो गयदा।
गगोबर कगो भनी बलदानदाक ंगोगदा। अपननी तरफ़ सप्रेसलख दगो, आनप्रे न आनप्रे कदा उसप्रे
अश्ख़्तयदार ं ै। य क नप्रेकगो तगो म।ँं
ड न
क र ंप्रेकक तमनप्रेकमझप्रेब
क लदायदाक कब थदा? सगोनदा
कगो भनी बलदानदाक ंगोगदा।
नयदा नप्रे क ंदा-- गगोबर तगो ऐसदा न ंनीं थदा,लप्रेककन जब झकनयदा आनप्रेदप्रे। परदप्रे श
जदाकर ऐसदा भलड गयदा कक न धिचठठी न पतनी। न जदानप्रेक ैसप्रे ं ैं।

य क तप्रे-क तप्रे उसककी आड।ँखभ सजल ंगो गयनीं।

गगोबर कगो ख़त समलदा, तगो चलनप्रेकगो त ैयदार ंगो गयदा। झकनयदा कगो जदानदा अच्छदा तगो
न लगतदा थदा; पर इस अवसर पर ककछ क न सककी। ब न कप्रे ब्यदा मभ भदाई कदा
न जदानदा क ै सप्रे संभव ं ै! सगोनदा कप्रे ब्यदा मभ न जदानप्रे कदा कलंक? क्यदा कम ं ै

गगोबर आदद कं ठ सप्रे बगोलदा--मदाड।ँ बदाप सप्रे णखंचप्रे र नदा कगोई अच्छठी बदात न ंनीं अब ं ै।
मदारप्रे ंदाथ-पदाड।ँव, उनसप्रे ैं णखंच , लभचदाप्रे लड़ लभ ;लप्रेककन जन्म तगो उन म ंनीं नप्रे हदयदा,
पदाल-पगोसकर जवदान तगो उन म ंनीं नप्रे ककयदा,अब व मभ चदार बदात भनी क,तगोभ
मभ ग़म खदानदा चदाह ए। सइर मझप्रेकबदार-बदार अम्मदाड।ँ-ददाददा ककी यदाद आयदा करतनी ं ै ।
उस बखत मझप्रेकन जदानप्रेक्ययों उन पर ग़स्सदाक आ गयदा। तप्रेरप्रेकदारन मदाड।ँ -बदाप कगो भनी
छगोड़नदा पड़दा।

झन
क यदा तनक उठठी -- मप्रेरप्रे ससर पर य पदाप न लगदाओ ,ंदाड।ँ! तम मंक ंनींकगो लड़नप्रे ककी
सझनीड थनी। म ैंतगो अम्मदाड।ँकप्रे पदास इसनप्रेहदन र ंनी, कभनी सदाडस
।ँ तक न सलयदा।

'लड़दाई तप्रेरप्रेकदारन ंकई।'

'अच्छदा मप्रेरप्रे ंनी कदारन स ंनी। म ैंनप्रेभनी तगो तम मंक ंदारप्रे सलए अपनदा घर-बदार
छगोड़ हदयदा।'

'तप्रेरप्रेघर मभ कसौन तझप्रेकप्यदार करतदा थदा। भदाई बबगड़तप्रेथप्रे,भदावजभ जलदातनी थनीं। भगोलदा
जगो तझप्रेकपदा जदातप्रेतगो कच्चदा ंनी खदा जदातप्रे।'

'तम मंक ंदारप्रे ंनी कदारन।'

'अबककी जब तक र ंभ,इस तर र ंभकक उन म ंभभनी श्ज़ंदगदाननी कदा ककछ सखक


समलप्रे। उनककी मरज़नी कप्रे णख़लदाफ़ कगोई कदाम न करभ । ददाददा इतनप्रेअच्छप्रे ं ैंकक
कभनी मझप्रेक डदाड।ँटदा तक न ंनीं। अम्मदाड।ँ नप्रे कई बदार; लप्रेककनमदारदा ै व जब मदारतनी
थनीं,तब ककछ-
ककछ खदानप्रेकगो दप्रे दप्रेतनी थनीं। मदारतनी थनीं;पर जब तक मझप्रेक ंड।ँसदा न लभ ,उन म ंभ च ैन
आतदा थदा।'

दगोनयों नप्रेमदालतनी सप्रेश्ज़क्र ककयदा। मदालतनी नप्रेछकटदी ंनी न ंनींददी, कन्यदा कप्रे उप ंदार कप्रे
सलए एक चखदादऔर ंदाथयों कदा कंगन भनी हदयदा। व ख़द क जदानदा चदा तनी थनी; लप्रेककन
कई ऐसप्रे मरदीज़ उसकप्रेइलदाज मभ , थप्रेश्जन म ंभ एक हदन कप्रे सलए भनी न छगोड़ सकतनी
थनी। ंदाड।ँ,शदाददी कप्रे हदन आनप्रे कदा वदाददा ककयदा और बच्चप्रे कप्रे सलए णखलसौनयों कदा ढप्रे र
लगदा हदयदा। उसप्रे बदार-बदार चमतनीड थनी और प्यदार करतनी थनी, मदानगो सब ककछ पप्रेशगनी
लप्रेलप्रेनदा चदा तनी ं ैऔर बच्चदा उसकप्रे प्यदार ककी बबलककल परवदा न करकप्रे घर चलनप्रे कप्रे
सलए ख़शक थदा, उस घर कप्रे सलए श्जसकगो उसनप्रे दप्रे खदा तक न थदा। उसककी -बदाल
कल्पनदा मभ घर स्वगद सप्रे भनी बढ़कर कगोई चनीज़ थनी।

गगोबर नप्रेघर प ंकड।ँचकर उसककी दशदा दप्रे खनी तगो ऐसदा नरदाश ंकआ कक इसनी वक़्त य ंदाड।ँ
सप्रे लसौट जदाय। घर कदा एक ह स्सदा धिगरनप्रे-धिगरनप्रे ंगो गयदा थदा। द्वदार पर कप्रे वल एक
ब ैल ब।ँसड ंदा ंकआ थदा, व भनी ननीमजदान। सं नयदा और ंगोरदी
दगोनयों संडलप्रेन समदायप्रे;
लप्रेककन गगोबर कदा जनी उचदाट थदा। अब इस घर कप्रे स।ँभ
ड लनप्रेककी क्यदा आशदा ं ै! व
ग़लदामनीक करतदा ं ै;लप्रेककन भरपप्रेट खदातदा तगो ं ै। कप्रे वल एक ंनी मदासलक कदा तगो
नसौकर ं ै। य ंदाड।ँ तगो श्जसप्रे, वदप्रे खगोनीरगोब जमदातदा ं ै। ग़लदामनीक ं ै; पर सखनी।ंड मप्रेनत
करकप्रे अनदाजप ैददा करगो और जगो ंकपए समलभ ,व दसरयोंंड कगो दप्रे दगो। आप ब ैठप्रे रदाम-
रदाम करगो। ददाददा ंनी कदा कलप्रेजदा ं ै कक य सब स तप्रे ं ैं। उससप्रे तगो एक हदन न
ंदा जदाय। और य दशदा ककछ ंगोरदी ंनी ककी न थनी। सदारप्रे गदाड।ँव पर य ववपश्त्त
थनी। ऐसदा एक आदमनी भनी न ंनीं,श्जसककी रगोननी सरतड न ंगो, मदानगो उनकप्रे पदाणयों
ककी
जग वप्रेदनदा ंनी ब ैठठी उन म ंभकठपतसलययोंंक ककी तर नचदा र ंनी ंगो। चलतप्रे-ककरतप्रे थप्रे,
कदाम करतप्रे थप्रे,वपसतप्रे थप्रे,घटतप्रेकथप्रे;इससलए कक वपसनदा और घटनदाक उनककी तक़ददीर
मभ सलखदा थदा। जनीवन मभ न कगोई आशदा,न कगोई ै उमंग,ज ैसप्रे उनकप्रे जनीवन कप्रे
सगोतप्रेसखड गयप्रे ंयों और सदारदी ररयदालदी मरझदाक गयनी ंगो।

जप्रेठ कप्रे हदन , अभनी ैं तक खसल ंदानयों मभ अनदाज ं ै; मगर ककसनी कप्रे चप्रे रप्रे
मसौजद ड पर
ख़शनी न ंनीं ं ै। ब त कछ तगो खसल ंदान मभ ंनी तलकर म ंदाजनयों और कदाररं दयों ककी
ंक ंक ंक ंक
भभ ट ंगो चकदा ं ैऔर जगो कछ बचदा ं ै,व भनी दसरयों ं ै। भववष्य अंसंकदार ककी
कदा
ंक ंक ंड
भदाड।ँ त उनकप्रे सदामनप्रे ं ै। उसमभ उन म ंभ कगोईनींसरदास्झतदा।ंडदा नउनककी सदारदी चप्रेतनदाएड।ँ
सशधिथ ंगो ं ैं। द्वदार पर मनयों कड़दा ं ैदगंसं उड़ र ंनी ं ै; मगर उनककी
ल गयनी जमदा
ंड ंक
नदाक मभ न गंसं,न ं ैआ।ँख ड यों मभ ज्यगो त। सरप्रे शदाम द्वदार पर गनीदड़ रगोनप्रे ;लगतप्रे ै
मगर ककसनी कगो ग़म न ंनीं। सदामनप्रेजगो कछ मगोटदा-झगोटदा आ जदातदा ं ै,व खदा लप्रेतप्रे
ंक
ं ैं,उसनी तर ज ैसप्रेइंश्जन कगोयलदा खदा लप्रेतदा ं ै। उनकप्रे ब ैल चननीड-चगोकर कप्रे बग़ ैर
नदाद मभ म।ँंड नक ंनींडदालतप्रे;मगर उन म ंभकप्रेवल पप्रेट मभ ककछ डदालनप्रेकगो चदाह ए। स्वदाद
सप्रेउन म ंभकगोई पयगोजन न ंनीं। उनककी रसनदा मर चककीक ं ै। उनकप्रे जनीवन मभ स्वदाद कदा
लगोप ंगो गयदा ं ै। उनसप्रे संप्रेलप्रे- कप्रे सलए बप्रेईमदाननी करवदा,म ंकठठीलगो-भर अनदाज
कप्रे
सलए लदाहठयदाड।ँ चलवदा लगो। पतन ककी व इंत , ंदाजब ै आदमनी शमद और इज़्ज़त
कगो भनी भलड जदातदा ं ै। लड़कपन सप्रेगगोबर नप्रेगदाड।ँवयों ककी य ंनी दशदा दप्रे खनी थनी और
उनकदा आददी ंगो चकदाक थदा; पर आज चदार सदाल कप्रे बदाद उसनप्रे ज ैसप्रे एक नयनी
द नयदा दप्रे खनी। भलप्रेआदसमययों कप्रे सदाथ र नप्रेसप्रेउसककी बवव कछ जग उठठी ं ै;
ंक ंक ंक
उसनप्रेरदाजन ैतक जलसयों मभ पनीछप्रे खड़प्रे ंगोकर भदाषण सनप्रेक ं ैंऔर उनसप्रेअंग-अंग
मभ बबबदा ं ै। उसनप्रेसनदाक ं ैऔर समझदा ं ैकक अपनदा भदाग्य ख़द क बनदानदा ंगोगदा,
अपननी बववक और सदा स सप्रेइन आफ़तयों पर ववजय पदानदा ंगोगदा। कगोई दप्रे वतदा, कगोई
गप मंकत शश्क्त उनककी मदद करनप्रे न आयप्रेगनी। औरउसमभ ग रदी संवप्रेदनदा सजग ंगो

उठठी ं ै। अब उसमभ व प लप्रे ककी उदंडतदा और ग़रड न ंनीं ं ै। व नम्र और उद्यगोग-


शनील ंगो गयदा ं ै। श्जस दशदा मभ पड़प्रे,उसप्रेगो स्वदाथद और लगोभ कप्रे वश ंगोकर और क्ययों
बबगदाड़तप्रे ?ंगो दछःखक नप्रेतम मंक ंभएक सतड मभ बदाड।ँसं हदयदा ं ै। बंसंत्वक कप्रे
इस द ै वनी बंसंन कगो क्ययोंअपनप्रेतच्छक स्वदाथगो मभ तगोड़प्रेडदालतप्रे ंगो? उस बंसंन कगो एकतदा

कदा बंसंन बनदा लगो। इस तर कप्रे भदावयों नप्रे उसककी मदानवतदा कगो -पंखसप्रेलगदा
हदयप्रे ं ैं। संसदार कदा-ननीचऊड।ँदप्रे खच लप्रेनप्रेकप्रे बदाद नष्कपट मनष्ययोंंक मभ जगो उददारतदा आ
जदातनी ं ै,व अब मदानगो आकदाश मभ उड़नप्रे कप्रे सलए पंख संड़ड़ड़दा र ंगोरदी ं ै। कगो अब
व कगोई कदाम करतप्रे दप्रे खतदा, तगो ै उसप्रे टदाकर ख़द क करनप्रेलगतदा ं ै,ज ैसप्रे वपछलप्रेदव्यदवक
ंदार कदा पदायश्कचत करनदा चदा तदा ंगो। क तदा ं ै,ददाददा अब कगोई धिचंतदा मत करगो,
सदारदा भदार मझक पर छगोड़ दगो, म ैंअब र म ंनीनप्रेख़चदभप्रेजंडगदा।ँ, इतनप्रे हदन
तगो मरतप्रे-खपतप्रेर ंप्रेककछ हदन तगो आरदाम कर लगो; मझप्रेकधधिक्कदार ं ैकक मप्रेरप्रेर तप्रे
तम मंक ंभइतनदा कष्ट उठदानदा पड़प्रे।

और ंगोरदी कप्रे रगोम-रगोम सप्रे बप्रेटप्रे कप्रे सलए आशनीवदादद नकल जदातदा ं ै। उसप्रे अपननी
जनीणददप्रे मभ द ैवनी स मसंडतदकदा अनभवक ंगोतदा ं ै। व इस समय अपनप्रेक़रज़ कदा ब्यगोरदा क
कर उसककी उठतनी जवदाननी पर धिचंतदा ककी बबजलदी क्ययों धिगरदायप्रे ?व आरदाम सप्रे खदायप्रे -
पनीयप्रे,श्ज़ंदगनी कदा सखक उठदायप्रे। मरनप्रे-खपनप्रे कप्रे सलए व त ैयदार ं ै। य ंनी
उसकदा जनीवन ं ै। रदाम-रदाम जपकर व जनी भनी तगो न ंनीं सकतदा। उसप्रे तगो संदावड़दा
और ककददाल चदाह ए। रदाम-नदाम ककी मदालदा संप्रे रकर उसकदा धिचत्त न शदांत ंगोगदा।

गगोबर नप्रे क ंदा-- क ंगो तगो म ैंसबसप्रेकक़स्त ब।ँसड ंवदा लंडऔर।ँ र म ंनीनप्रे-म ंनीनप्रे दप्रे तदा
जदाऊड।ँ । सब समलकर ककतनदा ंगोगदा?

ंगोरदी नप्रे ससर ह लदाकर क ंदा-- न ंनीं बप्रेटदा,तमक कदा ंप्रेकगो तकलदीफ़ उठदाओगप्रे। तम मंक
ंनीं कगो कसौन ब ंकत समलतप्रे ं ैं। म ैंसब दप्रे ख लंडगदा।ं।ँ ज़मदानदा इसनी तर थगोड़प्रे नी र
ंप्रेगदा। ंडपदा चलदी जदातनी ं ै। अब क़रज़ ंनी चकदानदाक तगो ं ै। तमक कगोई धिचंतदा मत
करनदा। खदानप्रे-पनीनप्रे कदा संजम रखनदा। अभनी दप्रे बनदा ,लगोगप्रेतगोसददा आरदाम सप्रे र ंगोगप्रे।
मप्रेरदी कसौन? मझप्रेत
क गो मरनप्रे-खपनप्रेककी आदत पड़ गयनी ं ै। अभनी म ैंतम मंक ंभखप्रेतनी मभ न ंनीं
जगोतनदा चदा तदा बप्रेटदा! मदासलक अच्छदा समल गयदा ं ै। उसककी ककछ हदन सप्रेवदा कर
लगोगप्रे,तगो आदमनी बन जदाओगप्रे! व तगो य ंदाड।ँआ चक
क की ं ैं। सदाक्षदात दप्रे वनी ं ैं।

'ब्यदा कप्रे हदन ककर आनप्रे कगो क ंदा ' ं ै।

मदारप्रे ससर-आड।ँखयों पर आयभ। ऐसप्रे भलप्रे आदसमययों कप्रे सदाथ र नप्रे सप्रे चदा ंप्रे प ैस भनी
समलभ ;ंप्रेककन जदान बढ़तदा ं ैऔर आड।ँखभखलतनीक ं ैं।'

उसनी वक़्त पंडडत ददातदाददीन नप्रे ंगोरदी कगो इशदारप्रे सप्रेबलदायदाक और दरू लप्रेजदाकर कमर सप्रे
ससौ-ससौ ंकपयप्रे कप्रेदगो नगोट नकदालतप्रे कए बगोलप्रे-- तमनप्रेकमप्रेरदी सलदा मदान लदी, बड़दा अच्छदा
ककयदा। दगोनयों कदाम बन गयप्रे। कन्यदा सप्रे भनी उररन ंगो गयप्रे और -बदापददादयों ककी
नशदाननी भनी बच गयनी। मझसप्रेकजगो ककछ ंगो सकदा, म ैंनप्रेतम मंक ंदारप्रे सलए कर हदयदा,
अब तमक जदानगो, तम मंक ंदारदा कदाम जदानप्रे।

ंगोरदी नप्रे ंकपए सलए तगो उसकदा ंदाथकदाड।ँप र ंदा ,थदाउसकदा ससर ऊपर न उठ सकदा,
म।ँं
ड कसप्रेएक शब्द न नकलदा, ज ैसप्रे अपमदान कप्रे अथदा गढ़प्रे मभ धिगर पड़दा ं ै और
धिगरतदा चलदा जदातदा ं ै। आज तनीस सदाल तक जनीवन सप्रे लड़तप्रे र नप्रे कप्रे बदाद व
परदास्त ंकआ ं ैऔर ऐसदा परदास्त ंकआ ं ैकक मदानगो उसकगो नगर कप्रे द्वदार पर
खड़दा कर हदयदा गयदा ं ै और जगो आतदा ं ै,उसकप्रे म।ँं ड कपर थकड दप्रे तदा ं ै। व
धिचल्लदा-धिचल्लदा कर क र ंदा ं ै, भदाइयगो म ैंदयदा कदा पदात ंडमन
ैं ड़न ंनींजदानदा जप्रेठ
ककी लडक ैसनी ंगोतनी ं ैऔर मदाघ ककी वषदादक ैसनी ंगोतनी ं ै? इस दप्रे कगो चनीरकर दप्रे खगो,
इसमभ ककतनदा पदाण र गयदा, ककतनदा ै ज़ख़्मयों सप्रेचरू, ककतनदा ठगोकरयों सप्रेककचलदा
ंकआ! उससप्रेपछगोड, कभनी तनप्रेव
ड वशदाम कप्रे दशदन ककयप्रे,कभनी तडछदाड।ँमभब ैठदा। उस पर
य अपमदान! और व अब भनी जनीतदा ं ै,कदायर, लगोभनी, सअम। उसकदा सदारदा
ववकवदास जगो अधगदा ंगोकर स्थलड और अंसंदा ंगो गयदा थदा, मदानगो टडक-टडक उड़
गयदा ं ै।

ददातदाददीन नप्रे क ंदा-- तगो म ैंजदातदा ंड।ं।ँन ंगो, तगो तमक इसनी वखत नगोखप्रेरदाम कप्रे पदास
चलप्रे जदाओ।

ंगोरदी ददीनतदा सप्रे बगोलदा-- चलदा जदाऊड।ँगदा म ंदारदाज! मगर मप्रेरदी इज़्ज़त तम मंक
ंदारप्रे ंदाथ ं ै।

***
36

दगो हदन तक गदाड।ँव मभ ख़बड संसमदामड र ंनी। बदाजप्रेबजप्रे,गदानदा-बजदानदा ंकआ और ंडपदा


रगो-संगोकर बबददा ंगो गयनी; मगर ंगोरदी कगो ककसनी नप्रे घर सप्रे नकलतप्रे न दप्रे खदा। ऐसदा
छपदा ब ैठदाथदा, ज ैसप्रेम।ँं
ड कमभकदासलख लगनी ंगो। मदालतनी कप्रे आ जदानप्रेसप्रेच ल-प ल और बढ़
गयनी। दसरप्रेड गदाड।ँवयों ककी श्स्तयदाड।ँ भनी आ गयनीं। गगोबर नप्रे अपनप्रे-सनसशड़ल सस
सदारप्रे गदाड।ँव कगो मग मसंक कर सलयदा ं ै। ऐसदा कगोई घर न थदा, ज ंदाड।ँ व अपनप्रे मनीठप्रे
व्यव ंदार ककी यदाद न छगोड़ ंगो। भगोलदा तगो उसकप्रे प ैरयों पर धिगरड़प्रे।प उनककी
आयदा
स्तनी नप्रे उसकगो पदान णखलदायप्रे और एक ंकपयदा बबददाई ददी और उसकदा लखनऊ कदा
पतदा भनी पछदा।ंड कभनी लखनऊ आयप्रेगनी तगो उससप्रेज़डर समलप्रेगनी। अपनप्रेकपए ककी
उससप्रे चचदाद न ककी।
तनीसरप्रे हदन जब गगोबर चलनप्रे लगदा,तगो ंगोरदी ननप्रे नयदा कप्रे सदामनप्रेआ।ँख
ड यों मभ आस।ँड

भरकर व अपररदा स्वनीकदार ककयदा, जगो कई हदन सप्रे उसककी आत्मदा कगो मथ र ंदा
थदा, और रगोकर बगोलदा -- बप्रेटदा,म ैंनप्रे इस ज़मनीन कप्रे मगो सप्रे पदाप ककी गठरदी ससर
लदाददी। न जदानप्रेभगवदान णमझप्रेइ
क सकदा क्यदा दं ड दभ ग!
गगोबर ज़रदा भनी गमदन आ, ककसनी पकदार कदा रगोष उसकप्रे म।ँं
ड कपर न थदा। धशदाभदाव
ंक
सप्रे बगोलदा-- इसमभ अपररदा ककी तगो कगोई बदात न ंनींं ै ददाददा, ंदाड।ँ रदामसप्रेवक कप्रे ंकपए
अददा कर दप्रे नदा चदाह ए। आणख़र तमक क्यदा करतप्रे ंगो? म ैं ककसनी लदायक़ न, तनींम मंक ंदारदी
खप्रेतनी मभ उपज ,नकरज़नीं क ंनीं समल न ंनीं सकतदा,एक म ंनीनप्रे कप्रे सलए भनी घर मभ
भगोजन न ंनीं। ऐसनी दशदा मभ तमक और कर ंनी क्यदा सकतप्रेथप्रे? ज ैजदात न बचदातप्रे तगो
र तप्रे क ?ंदाड।ँजब आदमनी कदा कगोई बस न ंनीं चलतदा,तगो अपनप्रे कगो तक़ददीर पर ंनी
छगोड़ दप्रे तदा ं ै। न जदानप्रे य संदाड।ँसंलदी कब तक चलतनी र प्रेगनी। श्जसप्रे पप्रेट ककी रगोटदी
मयस्सर न ंनीं,उसकप्रे सलए मरजदाद और इज़्ज़त सब ढयोंग ं ै। औरयों ककी तमनप्रेक
तर
भनी दसरयोंंड कदा गलदा दबदायदा ंगोतदा, उनककी जमदा ंगोतनी, तगो तमक भनी भलप्रेआदमनी
मदारदी
ंगोतप्रे। तमनप्रेककभनी ननी त कगो न ंनीं छगोड़दा,य उसनी कदा दं ड ं ै। तम मंक ंदारदी म ैं
जग
ंगोतदा तगो यदा तगो जप्रेल मभ ंगोतदा यदा संदाड।ँसनी पर गयदा ंगोतदा। मझसप्रेय
क कभनी बरददाकत
ंगोतदा कक म ैं कमदा-मदाकर सबकदा घर भ।ँऔ
ड र आप अपनप्रेबदाल-बच्चयों कप्रे सदाथ
म।ँं
ड कमभजदालदी लगदायप्रेब ैठदा र ंड।ं।ँ
सं नयदा ब ंडकगो उसकप्रे सदाथ भप्रेजनप्रेपर रदाज़नी न ंकई। झन
क यदा कदा मन भनी अभनी
ककछ हदन य ंदाड।ँर नप्रेकदा थदा। तय ंकआ कक गगोबर अकप्रेलदा ंनी जदाय।
दसरप्रेड हदन पदातछःकदाल गगोबर सबसप्रेबबददा ंगोकर
लखनऊ चलदा। ंगोरदी उसप्रेगदाड।ँव कप्रे

बदा र तक प ंकड।ँचदानप्रेआयदा। गगोबर कप्रे प त इतनदा पप्रेम उसप्रेकभनी न ंकआ थदा। जब


गगोबर उसकप्रे चरणयों पर झकदाक, तगो ंगोरदी रगो पड़दा, मदानगो ककर उसप्रेपतक कप्रे दशदन न
ंयोंगप्रे। उसककी आत्मदा मभ उल्लदास, गवदथदा थदा,संकल्प थदा। पन्नक सप्रेय धशदा और स्नप्रे
पदाकर व तप्रेजवदान ंगो गयदा, ववशदाल ै ंगो गयदा ं ै। कई हदन प लप्रे उस पर जगो
अवसदाद-सदा छदा गयदा थदा, एक अंसंकदार-सदा, ज ंदाड।ँव अपनदा मदागदभलड जदातदा थदा, व
ंदाड।ँअब उत्सदा ं ै और पकदाश ं ै।

ंडपदा अपननी ससरदालड मभ ख़शक थनी। श्जस दशदा मभ उसकदा बदालपन बनीतदा थदा, उसमभ
प ैसदा सबसप्रे क़कीमतनी चनीज़ थनी। मन मभ ककतननी ससदाभ,जगो मनथनींमभंनी घटक-घटकरु
गयनी थनीं। व अब उन म ंभपरदाड कर र ंनी थनी और रदामसप्रेवक सअप्रेड़ ंगोकर भनी
जवदान ंगो गयदा थदा। ंडपदा कप्रे सलए प त थदा, उसकप्रे जवदान,सअप्रेड़ यदा बढ़प्रेड ंगोनप्रे

सप्रे उसककी नदारदी-भदावनदा मभ कगोई अंतर न आ सकतदा थदा। उसककी य भदावनदा प त
कप्रे रं ग-ंडप यदा उम्र पर आधिशत न थनी, उसककी बकनयदाद इससप्रेब त ग रदी थनी, क वप्रेत
ंक
परं परदाओं ककी त , मभ जगोकप्रेवल ककसनी भकंपड सप्रे ंनी ह ल सकतनी थनीं। उसकदा यसौवन
अपनप्रे ंनी मभ मस्त ,थदाव अपनप्रे ंनी सलए अपनदा बनदाव-ससंगदार करतनी थनी
और
आप ंनी ंगोतनी थनी। रदामसप्रेवक कप्रे सलए उसकदा दसरदा ंडप थदा। तब गह णनी
ख़श व
ंक ंड ं ृ
बन जदातनी थनी, घर कप्रे कदामकदाज मभ लगनी ई। अपननी जवदाननी हदखदाकर उसप्रेलज्जदा
ंक
यदा धिचंतदा मभ न डदालनदा चदा तनी थनी। ककसनी तर ककी अपणतदादक ड दा भदाव उसकप्रे मन
मभ न आतदा थदा। अनदाज सप्रेभरप्रे ए बखदार और गदाड।ँव सप्रेससवदान तक सं ैलप्रे ए
ंक ंक
खप्रेत और द्वदार पर ढगोरयों ककी क़तदारभ और ककसनी पकदार ककी अपणदतदाड कगो उसकप्रे
अंदर आनप्रे ंनी न दप्रे तनी थनीं। और उसककी सबसप्रे बड़नी असभलदाषदा थनी अपनप्रे घरवदालयों
ककी ख़शनीक दप्रे खनदा। उनककी ग़रदीबनी क ैसप्रेदरू कर दप्रे ? उस गदाय ककी यदाद अभनी तक
उसकप्रे हदल मभ रदी, जगोथनी मप्रे मदान ककी तर आयनी थनी और सब कगो रगोतदा छगोड़कर
चलदी गयनी थनी। व स्म त इतनप्रेहदनयों कप्रे बदाद अब और भनी मद ंगो गयनी
थनी।
ं ृ ं ृक
अभनी उसकदा नजत्व इस नयप्रेघर मभ न जम पदायदा थदा। व ंनी परदानदाक घर उसकदा
अपनदा घर थदा। व ंनीं कप्रे लगोग अपनप्रे आत्मनीय, उन्थप्रेनींकदा दछःखक उसकदा दछःखक और
उन म ंनींकदा सखक उसकदा सखक थदा। इस द्वदार पर ढगोरयों कदा एक रप्रे वड़ दप्रे खकर उसप्रेव
षद न ंगो सकतदा थदा,जगो अपनप्रे द्वदार पर एक गदाय दप्रे खकर ततय। उस कस दयदय
ककी य लदालसदा कभनी परदीड न
ई। श्जस हदन व गदाय आयनी थनी, उन म ंभ ककतनदा
ंक
उछदा आ थदा, ज ैसप्रे आकदाश सप्रे कगोई दप्रे वनी आ गयनी ंगो।सप्रेतब ककर उन म ंभ
इतननी
ंक
समदाई ंनी न ई कक कगोई दसरदीड गदाय लदातप्रे,पर जदानतनी थनी, आज भनी व

ंक
लदालसदा ंगोरदी कप्रे मन मभ उतननी ंनी सजग ं ै। अबककी य जदायगनी,तगोसदाथ व
संसौरदी गदाय ज़डर लप्रेतनी जदायगनी। न , ंनींअपनप्रे आदमनी सप्रे क्ययों न भप्रेजवदा दप्रे ।
रदामसप्रेवक सप्रेपछनप्रेडककी दप्रे र थनी। मंज़रदीड ंगो गयनी, और दसरप्रेड हदन एक अ ंनीर कप्रे
मदारफ़त ंडपदा नप्रे गदाय भप्रेज ददी। अ ंनीर सप्रे ,कददाददा सप्रे क दप्रे नदा,मंगल कप्रे दद ड
पनीनप्रे कप्रे सलए भप्रेजनी ं ै। ंगोरदी भनी गदाय लप्रेनप्रे ककी कफ़क्र मभ थदा। ययों अभनी उसप्रे गदाय
ककी कगोई जल्ददी न थनी; मगर मंगल य ंनीं ं ैऔर बबनदा दद ड कप्रे क ैसप्रेर सकतदा ं ै!
ंकपए समलतप्रे ंनी व सबसप्रे प लप्रे गदायलप्रेगदा। मंगल अब कप्रे वल उसकदा पगोतदा न ंनीं
ं ै,कप्रे वल गगोबर कदा बप्रेटदा न ंनीं,मदालतनी ै दप्रे वनी कदा णखलसौनदा भनी ं ै। उसकदा लदालन-
पदालन उसनी तर कदा ंगोनदा चदाह ए। मगर ंकपयप्रे क ंदाड।ँ सप्रे आयभ।
संयगोग सप्रे उसनी हदन एक ठठीकप्रे ददार नप्रे सड़क कप्रे सलए गदाड।ँव कप्रे ऊसर मभ कं कड़

खददाईक शकड ककी। ंगोरदी नप्रेसनदाक तगो चट-पट व ंदाड।ँजदा प ंड।ँचदा, और आठ आनप्रे रगोज़ पर
ंक
खददाईक करनप्रेलगदा; अगर य कदाम दगो म ंनीनप्रे भनी हटक गयदा,तगो गदाय भर कगो ंकपए
समल जदायगप्रे।ंड।ँ हदन-भर लऔ ड र संपड मभ कदाम करनप्रेकप्रे बदाद व घर आतदा, तगो
बबलकल मरदा आ; पर अवसदाद कदा नदाम न ंनीं। उसनी सप्रेदसरप्रे हदन कदाम
उत्सदा
ंक ंक ंड
करनप्रे जदातदा। रदात कगो भनी खदानदाखदा कर डडब्बनी कप्रे सदामनप्रे ब ैठ जदातदा,और सतलदीक
कदाततदा। क ंनीं बदार-एक बजप्रे सगोनप्रे जदातदा। सं नयदा भनी पगलदा गयनी ,थनीउसप्रे इतननी
मप्रेनत करनप्रेसप्रेरगोकनप्रेकप्रे बदलप्रेख़द क उसकप्रे सदाथ ब ैठठी-ब ैठठी सतलदीक कदाततनी। गदाय
तगो लप्रेननी ंनी , रदामसप्रेवक ै कप्रे ंकपए भनी तगो अददा करनप्रे ं ैं। गगोबर क गयदा ं ै। उसप्रे
बड़नी धिचंतदा ं ै। रदात कप्रे बदार बज गयप्रेथप्रे। दगोनयों ब ैठप्रे सतलदीक कदात र ंप्रेथप्रे।
सं नयदा नप्रे क ंदा-- तम मंक ंभननींद ंगो तगो जदाकप्रे सगो र ंगो। भगोरप्रे ककर तगो कदाम
आतनी
करनदा ं ै।

ंगोरदी नप्रे आसमदान ककी ओर दप्रे खदा-- चलदा जदाऊड।ँगदा। अभनी तगो दस बजप्रे ंयोंगप्रे। तडजदा,
सगो र ।

'म ैं तगो दगोप र कगो छन-भर पसौढ़ र तनी ंड।'ं।ँ


'म ैंभनी चबप्रेनदा करकप्रे पप्रेड़ कप्रे ननीचप्रेसगो लप्रेतदा ंड।'ं।ँ
'बड़नी लल
ड गतनी ंगोगनी।'

'लक्
ड यदा लगप्रेगनी? अच्छठी छदाड।ँ ' ं ै।

'म ैंडरतनी ंड,क।ँ ंनींतमक बनीमदार न पड़ जदाओ।'

'चल; बनीमदार व पड़तप्रे , श्जन मं ैं ंभ बनीमदार पड़नप्रेककी फ़करसत गोतनी ं ै । य ंदाड।ँ तगो य
संनक ं ै कक अबककी गगोबर आयप्रे ,तगो रदामसप्रेवक कप्रे सआप्रेपक ए जमदा र ंभ । ककछ व
भनी लदायप्रेगदा। बस इस सदाल इस ररन सप्रेगलदा छडट जदाय, तगो दसरदीड श्ज़ंदगनी
ंगो।'

'गगोबर ककी अबककी बड़नी यदाद आतनी ं ै । ककतनदा सशनीलक ंगो गयदा ं ै । चलतनी
बप्रेर प ैरयों पर धिगर पड़दा।'

'मंगल व ंदाड।ँसप्रेआयदा तगो ककतनदा त ैयदार थदा। य ंदाड।ँआकर दबलदाक ंगो गयदा ं ै।'

'व ंदाड।ँदद,ड मक्खन, क्यदा न ंनीं पदातदा थदा? य ंदाडर।ँ गोटदी समल जदाय व ंनी ब
ंकत ं ै। ठठीकप्रे ददार सप्रे ंकपए समलप्रे और गदाय लदायदा।'

'गदाय तगो कभनी आ गयनी ंगोतनी, लप्रेककन तमक जब क नदा मदानगो। अपननी खप्रेतनी
तगो स।ँभ
ड दालप्रेन स।ँभ
ड लतनी थनी, पन
क यदा कदा भदार भनी अपनप्रेससर लप्रेसलयदा।'

'क्यदा करतदा, अपनदा संरम भनी तगो ककछ ं ै। ंनीरदा नप्रेनदालदायक़की ककी तगो उसकप्रे बदाल-
बच्चयों कगो स।ँभ
ड दालनप्रेवदालदा तगो कगोई चदाह थदा। कसौन थदा मप्रेरप्रेससवदा, बतदा? म ैं न
ए मदद करतदा, तगो आज उनककी क्यदा ंगोतनी , सगोच। इतनदा सब करनप्रे पर भनी
ग त म।ँग
ड नप्रेउस पर नदासलश कर ंनी तगो
ददी।'

'ंकपए गदाड़कर रखप्रेगनी तगो क्यदा नदासलश न ंगोगनी?'

'क्यदा बकतनी ं ै। खप्रेतनी सप्रे पप्रेट चल जदायनी बय ंकत ं ै। गदाड़कर कगोई क्यदा
रखप्रेगदा।'

ंनीरदा तगो ज ैसप्रे संसदार ंनी सप्रे चलदा ' गयदा।


'मप्रेरदा मन तगो क तदा ं ै कक व आवप्रेगदा,कभनी न कभनी ज़रड ।'
दगोनयों सगोयप्रे। ंगोरदी अड।ँसंप्रेरप्रेम।ँं
ड कउठदा तगो दप्रे खतदा ं ैकक ंनीरदा सदामनप्रेखड़दा ं ै, बदाल बढ़प्रे
ंकए, कपड़प्रे तदार-तदार, म।ँं ड खदाड ंकआ, दप्रे मभ रक्त और मदांसनदामकदा न ंनीं,ज ैसप्रे क़द


भनी छगोटदा ंगो गयदा ं ै। दसौड़कर ंगोरदी कप्रे क़दमयों पर धिगर पड़दा।

ंगोरदी नप्रे उसप्रे छदातनी सप्रे लगदाकर क-- ंदातमक तगो बबलककल घलक गयप्रे ंनीरदा! कब
आयप्रे? आज तम मंक ंदारदी बदार-बदार यदाद आ र ंनी थनी। बनीमदार ंगो क्यदा? आज
उसककी आड।ँखयों मभ व ंनीरदा न थदा श्जसनप्रे उसककी श्ज़ंदगनी तल्ख़ कर,बश्ल्कददीथनीव
ंनीरदा थदा, जगो बप्रे-मदाड।ँ-बदाप कदा छगोटदा-सदा बदालक थदा। बनीच कप्रे यप्रे पचनीस-तनीस सदाल
ज ैसप्रे समट गयप्रे,उनकदा कगोई धिचन म भनी न ंनीं थदा।

ंनीरदा नप्रेककछ जवदाब न हदयदा। खड़दा रगो र ंदा थदा।

ंगोरदी नप्रे उसकदा ंदाथ पकड़कर गद्गद कं ठ सप्रे क --ंदा क्ययों ंगो भ ैयदा,आदमनी
सप्रेभलड-चलड रगोतप्रे
ंगोतनी ंनी ं ै। क ंदाड।ँर ंदा इतनप्रे हदन?

ंनीरदा कदातर स्वर मभ बगोलदा-- क ंदाड।ँबतदाऊड।ँददाददा! बस य ंनी समझ लगो कक तम मंक ंदारप्रे
दशदन बदप्रे , थप्रेबच गयदा। त्यदा ससर पर सवदार थनी। ऐसदा लगतदा थदा कक व गऊ
मप्रेरप्रे सदामनप्रे खड़नी; रदम ै, सगोतप्रे-जदागतप्रे,कभनी आड।ँखयों सप्रे ओझल न ंगोतनी। म ैं पदागल
गयदा और पदाड।ँच सदाल पदागल-खदानप्रे मभ ंदा। रआज व ंदाड।ँ सप्रे नकलप्रे छछः म ंनीनप्रे ंक ए।
मदाड।ँगतदा-खदातदा ककरतदा र ंदा। य ंदाड।ँ आनप्रे ककी ह म्मत न पड़तनी थनी। संसदार कगो
कसौन म।ँं
ड कहदखदाऊड।ँगदा। आणख़र जनी न मदानदा। कलप्रेजदा मज़बतड करकप्रे चलदा
आयदा। तमनप्रेकबदाल-बच्चयों कगो..।

ंगोरदी नप्रे बदात कदाटदी-- तमक नदा क़ भदागप्रे। अरप्रे ,ददारगोग़दा कगो दस-पदाड।ँच दप्रे कर मदामलदा
रफ़प्रे-दफ़प्रे करदा हदयदा जदातदा और ंगोतदा क्यदा?

'तमसप्रेज
क नीतप्रे-जनी उररन न ंडगदा।ँ ददाददा।'

'म ैंकगोई ग़ ैर थगोड़प्रे ंडभ ैयदा।ं।ँ'

ंगोरदी पसन्न थदा। जनीवन सदारप्रे संकट,सदारदी नरदाशदाएड।ँ मदानगो उसकप्रे चरणयों पर ं ै
कप्रे लगोट र ंनी थनीं। कसौन क जनीवन संगदाम मभ व ंदारदा ं ै। य , यउल्लदासगवद,
तदा
य पलकक क्यदा ंदार कप्रे लक्षण ं ैं! इन म ंनीं ंदारयों मभ उसककी ववजय ं ै। उसकप्रे
टडटप्रे -संडटप्रे
अस्त उसककी ववजय-पतदाकदाएड।ँं ैं। उसककी छदातनी संडल उठठी ं ैं,मखक पर तप्रेज आ गयदा
ं ै। ंनीरदा ककी क ृतजतदा मभ उसकप्रे जनीवन ककी सदारदी ससलतदा मत
ड दमदान ंगो गयनी ं ै।
उसकप्रे बखदार मभ -दगोससौ-ससौ मन अनदाज भरदा ंगोतदा, उसककी ंदाड।ँड़नीमभ ज़दार-पदाड।ँच ससौ गड़प्रे
ंगोतप्रे,पर उससप्रेय स्वगदकदा सखक क्यदा समल सकतदा थदा?

ंनीरदा नप्रे उसप्रे ससर सप्रे पदाड।ँव तक दप्रे खकर-- तकमक ंदा भनी तगो ब ंकत दबलप्रेक ंगो
गयप्रे ददाददा!

ंगोरदी नप्रे ंड।ँसकर क तगो क्यदा य मप्रेरप्रे मगोटप्रे ंगोनप्रे कप्रे ?हदनमगोटप्रे ैं व ंगोतप्रे, ं ैं
ंदा --
श्जन म ंभ न ररन ककी सगोच ंगोतदा, न ै इज़्ज़त कदा। इस ज़मदानप्रे मभ मगोटदा ंगोनदा बप्रे यदाई
ं ै। ससौ कगो करकप्रे तब एक मगोटदांगोतदा ं ै। ऐसप्रेमगोटप्रे पन मभ क्यदा सखक? सखक
दबलदाक
तगो ं ै,कक सभनी ंयों। सगोभदा सप्रेभभट ई?
जब मगोटप्रे
ंक
'उससप्रेतगो रदात कगो भभ ट ंगो गयनी थनी। तमनप्रेकतगो अपनयों कगो भनी पदालदा, जगो तमसप्रेकब ैर
करतप्रे थप्रे,उनकगो भनी पदालदा और अपनदा मरजदाद बनदायप्रे ब ैठप्रे ंगो। उसनप्रे तगो-
बदारदीखप्रेत
सब बप्रेच-बदाच डदालदी और अब भगवदान ण ंनी नबदा क ैसप्रे ंगोगदा?'
जदानप्रेउसकदा
आज ंगोरदी करनप्रेचलदा, तगो दप्रे भदारदी थनी। रदात ककी थकदान दरू न ंगो पदाई
खददाईक
थनी; पर उसकप्रे क़दम तप्रेज़ थप्रे और चदाल मभ नदवंद्वतदा ककी अकड़ थनी। आज दस
बजप्रे ंनी सप्रेलडचलनप्रेलगनी और दगोप र ंगोतप्रे- ंगोतप्रे तगो आग बरस र ंनी थनी। ंगोरदी
कं कड़ कप्रे झसौवप्रे -उठंदाकर खददान सप्रे सड़क पर लदातदा थदा और गदाड़नी पर लदादतदा
थदा।
जब दगोप र ककी छकटदी ई, तगो व बप्रेदम ंगो गयदा थदा। ऐसनी थकन उसप्रेकभनी न ई
ंक ंक
थनी। उसकप्रे पदाड।ँव तक न उठतप्रेथप्रे। दप्रे भनीतर सप्रेझलसनीक जदा र ंनी थनी। उसनप्रेन
स्नदान ंनी ककयदा, न चबप्रेनदा। उसनी थकन मभ अपनदा अड।ँगगोछदा बबछदाकर एक पप्रेड़ कप्रे
ननीचप्रे सगो र ; ंदामगर प्यदास कप्रे मदारप्रे कंठ जदातदा ं ै। ख़दालदी पप्रेट पदाननी पनीनदा ठठीक
सखदाड
न ंनीं। उसनप्रे प्यदास कगो रगोकनप्रे ककी चप्रेष्टदा ;लप्रेककनककी प तक्षण भनीतर ककी ददा बढ़तनी
जदातनी थनी। न र ंदा गयदा।
एक मज़दरू नप्रेबदाल्टदी भर रखनी थनी और चबप्रेनदा कर र ंदा थदा। ंगोरदी नप्रे उठकर एक
लगोटदा पदाननी खनींचकर वपयदा और ककर आकर लप्रेट र; मगरदा सआदा घंटप्रे मभ उसप्रे क़ ै
ंगो गयनी और चप्रेरप्रेपर मददननीक-सनी छदा गयनी।
उस मज़दरू नप्रेक ंदा -- क ै सदा जनी ं ै ंगोरदी भ ैयदा?

ंगोरदी कप्रे ससर मभ चक्कर आ र ंदा थदा। बगोलदा--ककछ न ंनीं,अच्छदा ंड।ं।ँ

क तप्रे-क तप्रे उसप्रेककर क़ ै ंकई और ंदाथ-पदाड।ँव ठं डप्रे ंगोनप्रे लगप्रे। य ससर मभ


चक्कर क्ययों आ र ंदा ं ै? आड।ँखयों कप्रे सदामनप्रे ज ैसप्रे अड।ँसंप्रेरदा छदायदा जदातदा ं ै। उसककी आड।ँखभबंद
ंगो गयनींऔर जनीवन ककी सदारदी स्म ं ृतयदाड।ँसजनीव ंगो- ंगोकर हृदय-पट पर आनप्रे लगनीं;लप्रेककन
बप्रेक्रम,आगप्रे ककी पनीछप्रे ,पनीछप्रे ककी आगप्रे,स्वप्न-धिचतयों ककी भदाड।ँत
बप्रेमप्रेल,ववक ृत और असंबब। व सखद क बदालपन आयदा जब व गश्ल्लयदाड।ँंकखप्रेलतदा
थदा और मदाड।ँ ककी गगोद मभ सगोतदा थदा। ककर, ज ैसप्रेदप्रेखदा गगोबर आयदा ं ै और उसकप्रे प ैरयों

पर धिगर र ंदा ं ै। ककर दृकय बदलदा,सं नयदा दलहक न बननी ंकई, लदाल च।ँ द ड रदीक
प नप्रे उसकगो भगोजन करदा र ंनी थनी। ककर एक गदाय कदा धिचत सदामनप्रेआयदा,
बबलककल
कदासमप्रेनक-सनी। उसनप्रेउसकदा दद ड द ंकदा और मंगल कगो वपलदा र ंदा थदा कक गदाय
एक दप्रे वनी बन गयनी और ..।

उसनी मज़दरू नप्रेककर पकदारदाक -- दगोप रदी ढल गयनी ंगोरदी, चलगो झसौवदा उठदाओ।

ंगोरदी ककछ न बगोलदा। उसकप्रे पदाण तगो न जदानप्रेककस-ककस लगोक मभ उड़ र ंप्रे थप्रे।
उसककी दप्रे जल र ंनी थनी, ंदाथ-पदाड।ँवडप्रेठंंगो र ंप्रेथ।प्रे लडलग गयनी थनी। उसकप्रे घर
आदमनी दसौड़दायदा गयदा। एक घंटदा मभ सं नयदा दसौड़नी ंकई आ प ंकड।ँचनी। शगोभदा और ंनीरदा
पनीछप्रे -पनीछप्रे खटगोलप्रेककी डगोलदी बनदाकर लदा र ंप्रेथप्रे। सं नयदा नप्रे ंगोरदी ककी दप्रे छकई, तगो

उसकदा कलप्रेजदा सन सप्रे ंगो गयदा। मखक कदाड।ँत ंनीन ंगो गयदा थदा।

कदाड।ँपतनी ंकई आवदाज़ सप्रेबगोलदी -- क ै ं ैतम मंक ंदारदा?


सदाजनी

ंगोरदी नप्रे अश्स्थर आड।ँखयों सप्रे दप्रे खदा और--बगोलदातमक आ गयप्रेगगोबर? म ैंनप्रे मंगल कप्रे सलयप्रे
गदाय लप्रे लदी ं ै। व खड़नी,दप्रे खगो।ं ै
नयदा नप्रेमसौत ककी सरतड दप्रे खनी थनी। उसप्रेप चदानतनी थनी। उसप्रेदबप्रेपदाड।ँव आतप्रेभनी दप्रे खदा
थदा,आड।ँसंनी ककी तर भनी दप्रे खदा थदा। उसकप्रे सदामनप्रे सदास,ससमरुनी मरदा, अपनप्रे
दगो बदालक मरप्रे ,गदाड।ँव कप्रे पचदासयों आदमनी मरप्रे । पदाण मभ एक-ससदाक्कदालगदा। व सआदार
श्जस पर जनीवन हटकदा ंकआ थदा, ज ैसप्रे णखसकदा जदा र ंदा ,थदालप्रेककन न ंनीं य
सं ैयद कदा समय, उसककी ै शंकदा नमलडद ं ै,लडलग गयनी ं ै,उसनी सप्रे अचप्रेत ंगो गयप्रे ं ैं।

उमड़तप्रे ंकए आड।ँसओंंककगो रगोककर बगोलदी -- मप्रेरदीओर दप्रे खगो,म ैंंड,क्यदा।ँ मझप्रेन
क ंनीं प
चदानतप्रे।

ंगोरदी ककी चप्रेतनदा लसौटदी। मत्यकस


ृ मनीप आ गयनी थनी ; आग द कनप्रेवदालदी थनी।
संआड।ँंकड।ँ शदांत ंगो गयदा थदा। सं नयदा कगो ददीन आडख ।ँ यों सप्रे , दंगोनयोंंप्रेखदाकगोनयों
सप्रेआस।ँक
ड की दगो बंडदभभीँढकलक पड़नी।

क्षनीण स्वर मभ बगोलदा-- मप्रेरदा क ंदा सनदाक मदाफ़ करनदा सं नयदाड।ँ! अब जदातदा ंड।ं।ँगदाय
ककी लदालसदा मन मभ ंनी र गयनी। अब तगो य दाड।ँ कप्रे ंकपए- कक्रयदाममभ जदायगप्रे।ंड।ँ रगो
मत सं नयदा, अब कब तक श्जलदायप्रेगनी? सब दददशदाक तगो ंगो गयनी। अब मरनप्रेदप्रे।

और उसककी आड।ँखभ ककर बंद ंगो गयनीं। उसनी वक़्त ंनीरदा और शगोभदा डगोलदी लप्रेकर
प ंकड।ँच गयप्रे। ंगोरदी कगो उठदाकर डगोलदी मभ सलटदायदा और गदाड।ँव ककी ओर चलप्रे। गदाड।ँव मभ
य ख़बर वदा ककी तर सं ै ल गयनी। सदारदा गदाड।ँव जमदा ंगो गयदा। ंगोरदी खदाट पर पड़दा
शदायद सब ककछ दप्रे खतदा थदा, सब ककछ समझतदा थदा; पर ज़बदान बंद ंगो गयनी थनी।
ंदाड।ँ,उसककी आड।ँखयों सप्रेब तप्रे ंकए आस।ँब
ड तलदा र ंप्रेथप्रेकक मगो कदा बंसंन तगोड़नदा
ककतनदा कहठन ंगो र ंदा ं ै। जगो ककछ अपनप्रेसप्रेन ंनीं बन पड़दा,उसनी कप्रे दछःखक कदा
नदाम तगो मगो ं ै। पदालप्रे ंकए कतदव्य और नपटदायप्रे ंकए कदामयों कदा क्यदा मगो ! मगो
तगो उन अनदाथयों कगो छगोड़ जदानप्रे मभ ,श्जनकप्रे ै सदाथ म अपनदा कतदव्य न नभदा
सकप्रे; उन सअरप्रेड मंसबयोंंड मभ ं ै,श्जन म ंभम न परदाड कर सकप्रे। मगर सब ककछ
समझकर भनी सं नयदा आशदा ककी समटतनींकई छदायदा कगो पकड़प्रे ंकए थनी। आड।ँखयों सप्रे
आस।ँधि
ड गर र ंप्रेथप्रे,मगर यंत ककी भदाड।ँ त -दसौड़कर कभनी आम भनकरू पनदा
बनदातनी, कभनी ंगोरदी ककी दप्रे मभ गप्रेंडककीभीँ भसनीड ककी मदासलश करतनी। क्यदा करप्रे , प ैसप्रे न ंनीं
ं ैं,न ंनींककसनी कगो भप्रेजकर डदाक्टर बलदातनी।ंक

ंनीरदा नप्रेरगोतप्रे ंकए क ंदा -- भदाभनी, हदल कड़दा करगो, गगो-ददान करदा दगो, ददाददा चलप्रे।
सं नयदा नप्रे उसककी ओर तरस्कदार ककी आड।ँखयों सप्रे दप्रे खदा। अब व हदल कगो और
ककतनदा कठगोर करप्रे ? अपनप्रे प त कप्रे प त उसकदा जगो कमद,क्यदा ै व उसकगो बतदानदा
पड़प्रेगदा? जगो जनीवन कदा संगनी थदा उसकप्रे नदाम कगो रगोनदा ंनी क्यदा उसकदा संमद? ं ै

और कई आवदाज़भ आयनीं-- ंदाड।ँ -गगोददान करदा दगो, अब य ंनी समय ं ै।

सं नयदा यंत ककी भदाड।ँ त ,उठठीआज जगो सतलदीक बप्रेचनी थनी उसकप्रे बनीस आनप्रेप ैसप्रेलदायनी और
प त कप्रे ठं डप्रे ंदाथ मभ रखकर सदामनप्रे खड़प्रे ददातदाददीन --सप्रेम बगोलदीरदाज, घर मभ
गदाय ं ै,न ब छयदा, न प ैसदा। य ंनी प ैसप्रे,य ं ैंंनीइनकदा गगो-ददान ं ै। और पछदाड़
खदाकर धिगर पड़नी।

***

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