Beruflich Dokumente
Kultur Dokumente
SYLLABUS
M.A. IN HINDI
TO BE INTRODUCED FROM THE SESSION 2015-2016
एम०ए०पा�कम
िश�ा वष� 2015 – 2016 से प्रार
1
THE UNIVERSITY OF BURDWAN
DEPARTMENT OF HINDI
3
COURSE STRUCTURE
FIRST SEMESTER
Paper No. Type Title Credit L-T-P
HIN 101 Core िह�ी सािह� का इितहास : आिदकाल और 5 4-1-0
म�काल (Hindi Sahitya ka itihas : Aadikaal
aur madhyakaal)
HIN 102 Core िह�ी सािह� का इितहास : आधु िनक काल ( 5 4-1–0
Hindi Sahitya ka itihaas : Aadhunik kaal)
SECOND SEMESTER
Paper No. Type Title Credit L - T - P
HIN 201 Core भारतीय और पा�ा� का� िस�ां त 5 4-1–0
(Bhartiya aur pashchatya kavya siddhanta)
THIRD SEMESTER
4
Paper Type Title Credit L - T - P
No.
HIN 301 Core म�कालीन का� (Madhya kalin kavya) 5 4-1–0
HIN 302 Core आधु िनक का� –I 5 4-1–0
(Aadhunik kavya- I)
HIN 303 Core आधु िनक का� – II 5 4-1–0
(Aadhunik kavya – II)
FOURTH SEMESTER
Paper Type Title Credit L - T - P
No.
HIN 401 Core िह�ी उप�ास : पृ�भूिम और पाठ 5 4-1–0
(Hindi upanyas : Pristhabhumi aur path)
HIN 402 Core िह�ी कहानी : पृ�भूिम और पाठ 5 4-1–0
(Hindi kahaani : Pristhabhumi aur path)
HIN 403 Major प्रेमच (Premchand) 5 4-1–0
A Optional/Elective
HIN 403 B Major फणी�रनाथ रे णु (Fanishwarnath Renu) 5 4-1-0
Optional/Elective
HIN 403 C Major रा�ल सां कृ�ायन (Rahul Sankrityayan) 5 4 - 1 -0
Optional/Elective
HIN 404 Core Project Work 10 0-2-8
TOTAL CREDIT: 90
5
Tutorial Mode : 18 T : Tutorial Mode
_____________________________
Total Credit : 90
FIRST SEMESTER
संतका�, सूफीका�, कृ�-भ��का� और रामभ�� का� : वै चा�रक आधार, परं परा, मु � प्रवृितय:
प्रम किव उनका का�।
उ�र म�काल (रीितकाल) : ऐितहािसक पृ�भूिम, दरबारी सं �ृित और ल�ण-ग्रंथ की परं परा।
रीितब�, रीितिस� और रीितमु � का� :- मु � प्रवृि�य, प्रितिन किव और उनका का�। रीितकाल
की अ� सािह��क धाराएँ : संि�� प�रचय।
7
रे नेसाँ , नवजागरण की अवधारणा, िह�ी नवजागरण, बं गाल का नवजागरण, नवजागरण की प्रवृि�य । सन्
स�ावन का �ाधीनता-संग्र और नवजागरण। आधु िनकता की अवधारणा।
भारतेन्द और ि�वे दी युगीन का� की मु� प्रवृि�य, प्रितिन किव और उनका का�।
िह�ी ग�: पृ�भूिम. उ�व और िवकास। भारतेन्द पूव� िह�ी ग�, भारतेन्दुकाली िह�ी ग�,
ि�वेदीकालीन िह�ी ग�।
िह�ी ग� के िविवध �प: उ�व और िवकास; उप�ास, कहानी, िनबं ध, आलोचना, नाटक और रं गमं च,
पत्रका�र और अ�ा�।
संदभ� सूची
1. सािह� का इितहास दश� न : निलन िवलोचन शमा�
2. िह�ी सािह� का आिदकाल : हजारीप्रस ि�वेदी
3. म�कालीन बोध का ��प : हजारीप्रस ि�वेदी
4. आधु िनकता बोध और आधु िनकीकरण : रमेश कु�ल मेघ
5. सािह� का इितहास-दश� न : सुमन राजे
6. िह�ी सािह� का इितहास : रामच� शु �
7. िह�ी सािह� की भू िमका : हजारीप्रस ि�वेदी
8. िह�ी सािह� का इितहास : (सं) डॉ. नगे �
9. िह�ी सािह� : यु ग और प्रवृितय : िशव कुमार शमा�
10. िह�ी सािह� का इितहास : गासा� द तासी, अनु. ल�ीसागर वा�� य
11. िह�ी सािह� : हजारीप्रस ि�वेदी
12. इितहास और आलोचना : नामवर िसंह
13. छायावाद : नामवर िसंह
14. आधु िनक सािह� की प्रवृितय : नामवर िसंह
15. सािह� और इितहास-�ि� : मैनेजर पा�े य
16. िह�ी सािह� म� म�यु गीनता की अवधारणा : पूण�दास
8
17. िह�ी सािह� म� म�यु गीनता की अवधारणा : रमाकां त शमा�
18. िह�ी सािह� और संवेदना का िवकास : राम��प चतुव�दी
19. िह�ी सािह� का आलोचना�क इितहास : रामकुमार वमा�
20. भारतेन्द ह�रशच� : नये संदभ� की तलाश : श्रीनारा पा�े य
21. िह�ी सािह� का दू सरा इितहास : ब�न िसंह
22. द िफलॉसफी ऑफ आट� -िह�� ी : राउटलेन ए� के. पॉल
23. एरोज इन द िह�� ी ऑफ आयिडयाज : केप्रीका बु �स
24. द िह�� ी ऑफ िलटरे चर (िह�� ी) : एलेन लेन
25. उ�र आधु िनक सािह��क िवमश� : सुधीश पचौरी
26. भारतेन्द और बं िकमच� : �पा गु �ा
27. सािह� और िवचारधारा : �पा गु �ा
28. िह�ी ग� : ��प और संवेदना : राम��प चतुव�दी
29. िह�ी सािह� का आधा इितहास : सुमन राजे
30. सािह�े ितहास : संरचना और ��प : सुमन राजे
31. िह�ी ग� का िवकास : रामच� ितवारी
32. सािह� का इितहास दश� न : जगदी�र चतुव�दी
�प-िव�ान : �प, �िपम और सह�प। �िपम-िव�ान, श� और पद। अथ�त� और सं बंध त�। सं बंध
त� के प्रका
अथ� िव�ान : श� और अथ� । अथ� प्रती के साधन, अथ� प�रवत�न के कारण। अथ�-प�रवत�न की िदशाएँ ।
वा� िव�ान : वा� रचना के आधार, वा� के प्रक, वा� के िनकटतम अवयव।
9
भाषा और िलिप : दे वनागरी िलिप का उ�व और िवकास, दे वनागरी िलिप की िवशेषताएँ । िह�ी भाषा का
मानकीकरण और उसकी �ाकरिणक-िवशेषताएँ ।
उ�ीसवीं सदी के अ�ग� त खड़ी बोली का सािह��क �प म� िवकास। �ाधीनता-सं घष� के दौरान िह�ी का
रा��भाषा के �प म� िवकास। �तंत-भारत म� िह�ी का राजभाषा के �प म� िवकास।
संदभ� सूची
10
27. भाषा िव�ान और भाषा शा� : किपल दे व िदवे दी
28. तुलना�क भाषा शा� : मंगलदे व शा�ी
29. भाषा िव�ान : भोलानाथ ितवारी
क. श्र-भ��।
ख. किवता �ा है ।
क. अशोक के फूल।
ख. मनु� ही सािह� का ल� है ।
रे खािचत : �ृित की रे खाऐं : महादे वी वमा� (भ��न, चीनी फेरीवाला, ठकुरी बाबा , गुं िगया)।
11
संदभ� सूची
SECOND SEMESTER
PAPER : HIN 201 (CORE COURSE)
Learning Mode : 4 Credit
12
Tutorial Mode : 1 Credit
Practical Mode : 0 Credit
Total : 5 Credit
Total Classes : 70 minimum
भारतीय और पा�ा� का� िस�ांत
भारतीय िस�ांत
पा�ा� िस�ांत
�ेटो : अनुकृित।
लोंजाइनस : उदा�।
क्रो : अिभ�ंजनावाद।
िहं दी आलोचना
िहं दी आलोचना की पृ�भूिम : रीितकालीन, भारत�दुयुगीन, ि�वे दीयुगीन, शु�युगीन तथा शु�ो�रयुगीन
आलोचना।
14
िहं दी आलोचक : रामचंद शु�, हजारीप्रस ि�वे दी, नंददु लारे बाजपेयी, रामिवलास शमा� , मु ��बोध,
नामवर िसंह तथा मैनेजर पा�े य।
आलोचना के भेद : अिभजा�वाद, ��ं दतावाद, यथाथ�वाद, िवधे यवाद, �पवाद, मा�� वाद,
मनोिव�ेषणवाद, अ���वाद, सं रचनावाद, उ�र सं रचनावाद, उ�र उपिनवे शवाद, उ�र आधु िनकतावाद।
संदभ� सूची
15
18. पा�ा� का�शा� : िस�ां त और वाद : नगे� (संपािदत)
19. मापदं ड (पित्र) : उ�र आधुिनकता िवशेषां क, अंक अ�ू बर 1996
20. िह�ी आलोचना की बीसवीं सदी : माच� 1997
21. िहं दी आलोचना की पा�रभािषक श�ावली – अमरनाथ
22. दिलत सािह� और िवमश� के आलोचक – कँवल भारती
िहं दी पत्रका�र
�ातं�ो�र िहं दी पत्रका�र के िविवध ��प, प्रवृि�य, ल� और आदश�। लघु-पित्र आं दोलन, पीत
पत्रका�र, प्रित�ाि पत्रका�र, खेल पत्रका�र, आिथ�क पत्रका�र और �तंत पत्रका�रत
संचार क्रां के आयाम और उसका सामािजक प्रभा इले ��ॉिनक और िप्र मीिडया का वै िश�य, सं चार
क्रां और सं �ृित।
16
संदभ� सूची
अनुवाद िव�ान
अनुवाद: प�रभाषा, मह� और सीमाएँ
अनुवाद का ��प: कला, िव�ान अथवा िश�।
अनुवाद की इकाई: श�, पदबंध, वा� और पाठ।
अनुवाद के प्रक: श�ानुवाद, भावानुवाद, छायानुवाद, मौ�खक अनुवाद, आशु अनुवाद, िल�ंतरण,
पुनर� चना और यंत्रानुवा
अनुवाद की प्रिक और प्रिव: चरण िविभ� के प्रिक अनुवाद, स्र भाषा के पाठ का िव�े षण एवं
अथ�ग्र की प्रिक, स्र भाषा और ल� भाषा, अथा� तरण की प्रिक् अनुिदत पाठ का पुनग� ठन और
अथ� स�ेषण की प्रिक्
अनुवाद का �ेत और चुनौितयाँ: भािषक सं रचनागत (शैलीगत, पाठगत, प्रयु�� और सां �ृितक),
काया� लयी अनुवाद, वै �ािनक और तकनीकी अनुवाद। सािह��क, मानिवकी और सं चार मा�म अनुवाद।
अनुवाद �ावहा�रक (प्रै��): अं ग्रे सामग् का िहं दी अनुवाद और िहं दी सामग् का अं ग्रे
अनुवाद।
संदभ� सूची
THIRD SEMESTER
PAPER : HIN 301 (CORE COURSE)
Learning Mode : 4 Credit
Tutorial Mode : 1 Credit
Practical Mode : 0 Credit
Total : 5 Credit
म�कालीन का�
कबीर : कबीर ग्रंथाव : संपादक :- माताप्रस गु �, सािह� भवन इलाहाबाद
साखी सं�ा :- गु� के अंग : 11, 12, 16, 17, 25
सुिमरन को अंग : 4, 12
�ान-िवरह के अंग :3
19
परचा कौ अंग : 20, 22
पद सं�ा :- 1, 11, 24, 27, 39, 40, 45, 51, 52, 110
रै दास : रै दास की बानी : संपादक – शुकदे व िसं ह, राधाकृ� प्रका, िद�ी।
पद सं�ा :- 6, 12, 16, 17, 20, 22, 23, 2, 37, 53, 65, 69, 70, 80, 90, 93, 95, 98, 105, 116
सूरदास : भ्रमरग-सार : संपादक – आचाय� रामच� शु�।
पद सं�ा : 21, 23, 34, 42, 62, 64, 74, 76, 85, 97, 99, 110, 121, 138, 210, 375, 400
तुलसीदास : रामच�रत मानस, गीताप्र, गोरखपुर।
रामरा� वण�न : दोहा सं�ा 20 से दोहा 30 तक।
पुन : दोहा सं�ा 36 से दोहा 41 तक।
किल वण�न – दोहा सं�ा 97 से दोहा 103 तक।
मीराँबाई : मीराँ बाई की पदावली : संपादक परशुराम चतुव�दी, िह�ी सािह� स�ेलन प्रया
पद सं�ा : 1, 2, 14, 18, 19, 20, 22, 32, 36, 41, 42, 49, 53, 70, 73, 76, 84, 103
िबहारी : िबहारी र�ाकर : संपादक – जग�ाथ दास र�ाकर, ग्रंथक, वाराणसी।
दोहा सं�ा : 1, 11, 31, 32, 47, 69, 75, 94, 141, 173, 181, 201, 261, 327, 335, 340, 347, 351, 376,
388, 411, 418, 420, 428, 461, 472, 481, 581, 619
घनानंद : घनानंद किव� – संपादक – िव�नाथ प्रस िमश , सर�ती मं िदर, वाराणसी।
किव� सं�ा : 6, 8, 10, 15, 16, 18, 23, 24, 28, 29, 38, 42, 51, 63, 69, 78, 83, 88, 94, 97
संदभ� सूची
20
PAPER : HIN 302 (CORE COURSE)
Learning Mode : 4 Credit
Tutorial Mode : 1 Credit
Practical Mode : 0 Credit
Total : 5 Credit
आधुिनक का� - I
आधुिनक का� - II
शमशेर बहादु र िसंह : प्रितिन किवताएँ : सं पादक – नामवर िसं ह, किवताएँ : �स्थ है शव-सी बात, ऊषा,
चुका भी �ँ म� नहीं, काल तुझसे होंड़ है मेरी, अमन का राग, पीली शाम, वह सलोना िज�।
22
संदभ� सूची
1. मैिथलीशरण गु� : कमलाकां त पाठक
2. मैिथलीशरण गु� : भारतीय सं�ृित के �ा�ाता : उमाकां त गोयल
3. साकेत का प्रितप : सूय�प्रक दीि�त
4. कामायनी एक पुनिव� चार : मु��बोध
5. कामायनी का पुन�मू�ां कन : राम��प चतुव�दी
6. प्रस का का� : प्रेमशं
7. जयशंकर प्रस : न�दु लारे वाजपेयी
8. किव िनराला : न�दु लारे वाजपेयी
9. िनराला की सािह� साधना : भाग-1, 2 और 3 : रामिवलास शमा�
10. िनराला : आ�ाहं ता आस्थ : दू धनाथ िसंह
11. का�भाषा और िनराला की किवताएँ : रे खा खेर
12. िववे क के रं ग : सं. दे वीशंकर अवस्थ
13. िदनकर के का� म� परं परा और आधुिनकता : जयिसंह नीरज
14. उव� शी : उपल�� और सीमा : िवजे� नारायण िसंह
15. युग-चारण िदनकर : सािवत् िसंहा
16. अ�ेय की का�-िततीषा� : न�िकशोर आचाय�
17. अ�ेय और आधुिनक रचना की सम�ा : राम��प चतुव�दी
18. मु��बोध का रचना संसार : सं. गंगा प्रस िवमल
19. गजानन माधव मु��बोध : सं. ल�णद� गौतम
20. मु��बोध का सािह��क िववे क और उनकी किवता : ल�न राय
21. किवता के नये प्रितम : नामवर िसंह
22. नयी किवता और अ���वाद : रामिवलास शमा�
23. मु��बोध : �ान और संवेदना : न�िकशोर नवल
24. तीन लंबी किवताएँ : न�िकशोर नवल
25. नागाजु�न का रचना संसार : िवजय बहादु र िसंह
26. नागाजु�न की किवता : अजय ितवारी
27. प्रयोगव और नयी किवता : शंभुनाथ िसंह
28. समकालीन बोध और धूिमल का का� : �कुमच� राजपाल
29. वाद-िववाद-संवाद : नामवर िसंह
पाठ
• लहर (संपूण�)
• कामायनी(संपूण�)
संदभ� सूची
24
5.जयशंकर प्रस – नंददु लारे बाजपेयी
6.प्रस की का�-भाषा – रचना आनंद गौड़
7.प्रस का� म� िब� योजना – रामकृ� अग्रव
8.कामायनी-लोचन (प्र एवं ि�तीय खंड) – उदयभानु िसं ह
9.प्रस का का� – प्रेमशं
25
पाठ
• राम की श��पूजा
• सरोज-�ृित
किवताय� :-
संदभ� सूची
1.िनराला : किव –छिव – नंदिकशोर नवल
2. िनराला: कृित से सा�ा�ार – नंदिकशोर नवल
3. िनराला की सािह� साधना (3 खंड) – रामिवलास शमा�
4. िनराला : एक पुनमू� �ां कन – ए०अरिवं दा�न
5. िनराला का का� – ब�न िसंह
6. िनराला : आ�हं ता आस्थ – दू धनाथ िसं ह
7. िनराला का अलि�त अथ� गौरव – पा�े य शिशभूषण शीतां शु
8.एवं िनराला – भवदे व पा�े य
9.िनराला – िव�नाथप्रस ितवारी
10.िनराला की किवताएँ और का�भाषा – रे खा खरे
26
11.िनराला और मु ��बोध – नंदिकशोर नवल
12.िनराला के सृजन सीमां त – अच�ना वमा�
आिदकाल की सामा� प्रवृयाँ और प्रितिन किव, भ��काल की सामा� प्रवृि�य और प्रितिन किव, रीितकाल
की सामा� प्रवृि�य और प्रितिन किव, आधुिनक काल की सामा� प्रवृि�य और प्रितिन किव |
ख॰ आधुिनक का�–
27
भारतेन्द की मुक�रयाँ | प्रस का ‘आँ सू | िनराला ; �ेह िनझ�र बह गया है , तोड़ती प�र | महादे वी िफर िप् मुझम� तुम-
�ा प�रचय, जाग तुझको दू र जाना | केदारनाथ अग्रव बसंती म� हवा �ँ हवा-�ँ , चंदगहना म� लौटती बेर |
प्रेमच- गोदान
कहािनयाँ ;
चंद्र शमा� गुलेरी- उसने कहा था, फणी�रनाथ रे णु- पंचलाइट, नािसरा शमा� - प�र गली
घ॰ िनब� एं व ग� की अ� िवधाएँ
रामच� शु�- क्र, शरद जोशी- जीप पर सवार इ��याँ , अ�ेय- वसंत का अग्रद , तुलसीराममिणक-िण�का का
प्रथमा, जगदीश चंद माथुर- रीढ़ की ह�ी |
संदभ�सूची
॰1िह�ी सािह� का इितहास- आचाय� रामच� शु�
13॰प्रेमच-अथ�व�ा वत�मान और मह�ा िवगत : संपादक मुरली मनोहर प्रस िसंह एवं रे खा अवस्थ
FOURTH SEMESTER
PAPER : HIN 401 (CORE COURSE)
Learning Mode : 4 Credit
Tutorial Mode : 1 Credit
Practical Mode : 0 Credit
Total : 5 Credit
पाठ
कंकाल : जयशंकर प्रस
गोदान : प्रेमच
बाणभ� की आ�कथा : हजारीप्रस िदवे दी
शेखर : एक जीवनी (दोनों भाग) : अ�ेय
सुहाग के नूपुर : अमृ तलाल नागर
धरती धन न अपना : जगदीशच�
29
महाभोज : म�ू भंडारी
संदभ� सूची
1. आज का िह�ी उप�ास : इ�नाथ मदान
2. आधुिनक कथा सािह� और मनोिव�ान : दे वराज उपा�ाय
3. अधूरे सा�ा�ार: नेिमच� जैन
4. िह�ी उप�ास : �स्थि और गित : च�कां त बां िदवडे कर
5. उप�ास और लोकजीवन : रै � फॉ�
6. प्रेम और उनका युग : रामिवलास शमा�
7. प्रेम का पुनमू��ां कन : शंभुनाथ
8. प्रेम : िवरासत का सवाल : िशवकुमार िमश
9. िह�ी उप�ास का िवकास : मधुरेश
10. िह�ी उप�ास का इितहास : गोपाल राय
11. िह�ी उप�ासों पर पा�ा� प्रभ : भारतभूषण अग्रव
12. िह�ी उप�ास : एक नयी �ि� : इ�नाथ मदान
13. िववे क के रं ग : (सं.) दे वीशंकर अवस्थ
14. कथा-समय : िवजयमोहन िसंह
15. उप�ास का उदय : आयन वाट
16. िह�ी उप�ास : उ�व और िवकास : सुरेश िस�ा
17. गोदान : नया प�रप्र : गोपाल राय
18. गोदान : सं. राजे�र गु�
19. गोदान : एक न� �ि� : शैलेश जैदी
20. प्रेम और मा��वादी आलोचना : सं. जगदी�र चतुव�दी और च�कला पा�े य
30
PAPER : HIN 402 (CORE COURSE)
िह�ी कहानी : प्रेमचंदपू युग की कहािनयाँ , प्रेमचंदयुग एवं प्रेमचंदो युग की कहािनयाँ : व�ु एवं
�परचना
�तं�ो�र युग के िविभ� कहानी आ�ोलन : नई कहानी, अकहानी, समां तर कहानी, जनवादी कहानी
अ� कहानी आ�ोलन।
पाठ
उसने कहा था – च�धर शमा� गु लेरी
कफन – प्रेमच
प�ी – जैने�
रोज – अ�ेय
31
राजा िनरबंिसया – कमले �र
तीसरी कसम – रे णु
िपता – �ानरं जन
संदभ� सूची
प्रेमच
Learning Mode : 4 Credit
Tutorial Mode : 1 Credit
Practical Mode : 0 Credit
Total : 5 Credit
पाठ
33
उप�ास
• रं गभूिम
• गबन
• प्रेमा
कहानी
• ईदगाह
• ठाकुर का कुंआ
• पूस की रात
• स�ित
• पंच परमे �र
• बेटोंवाली िवधवा
• सवा सेर गे �ँ
• मनोवृ ि�
• दो बैलों की कथा
• मंत
संदभ� सूची
1.प्रेमच और उनका युग – रामिवलास शमा�
10.प्रेमच:िवगत मह�ा और वत�मान अथ�व�ा – (सं पािदत) मु रलीमनोहर प्रस िसं ह एवं रे खा अवस्थ
34
11.प्रेमच:िवरासत का सवाल – िशवकुमार िमश
14.प्रेमच घर म� – िशवरानी दे वी
फणी�रनाथ रे णु
Learning Mode : 4 Credit
Tutorial Mode : 1 Credit
Practical Mode : 0 Credit
Total : 5 Credit
पाठ
उप�ास
• परती प�रकथा
• जूलूस
• कलंक मु��
कहानी
• पंचलाइट
• संविदया
• लालपान की बेगम
35
• रसिप्र
• एक श्राव दोपहरी की गंध
• िमथुन रािश
• अिगनखोर
• एक आिदम राित की महक
• हाथ का जस और वाक का सत
• ठे स
संदभ� सूची
36
PAPER : HIN 403 C (Optional/Elective Course)
रा�ल सांकृ�ायन
Learning Mode : 4 Credit
Tutorial Mode : 1 Credit
Practical Mode : 0 Credit
Total : 5 Credit
पाठ
37
संदभ� सूची
38
PAPER : HIN 404 (Core Course)
Project Work
अनुिनयोिजत काय�
Learning Mode : 0 Credit अंक-िवभाजन
Tutorial Mode : 2 Credit िल�खत अिधिनबं ध : 70
Practical Mode : 8 Credit मौ�खक
: 20 अ�यन
संबंधी यात् या
Total : 10 Credit Social Outreach : 10
Total : 100
िवषय �ेत :-
क) िह�ी का�
ख) िह�ी कथा-सािह� (कहानी और उप�ास)
ग) िह�ी कथेतर सािह� (जैसे िनबंध, आ�कथा, जीवनी, सं �रण, रे खािचत, यात्-वृतां त, डायरी
आिद)
घ) सािह� का समाजशा�
ङ) सािह� और िवचारधारा
च) तुलना�क अ�यन
छ) भारतीय सािह�
39
PAPER : HIN 405
Social outreach
सामािजक /शै�िणक /सािह��क यात्
40